Show
ऐसे कई तरीके हैं जिनकी मदद से आप ये पता कर सकती हैं कि आपकी दूसरी प्रेग्नेंसी पहली बार से अलग है। हालांकि, कुछ मामलों में ये सही या गलत साबित हो सकता है। तो चलिए जानते हैं कि दूसरी प्रेग्नेंसी में क्या अलग हो सकता है। पेट जल्दी बाहर निकलनापहली गर्भावस्था की तुलना में पेट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। पहली डिलीवरी के दौरान इनमें पहले ही खिंचाव आ चुका होता है। दूसरी प्रेग्नेंसी में पेट की मांसपेशियां कम प्रतिरोधी होती हैं और शिशु के बढ़ने के साथ पेट जल्दी बाहर आ जाता है। यह भी पढें : जानें केमिकल प्रेगनेंसी के लक्षण, कारण और इलाज स्तनों में बदलावगर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट में बदलाव आना सामान्य बात है लेकिन दूसरी गर्भावस्था में ब्रेस्ट को छूने पर ज्यादा दर्द होता है या यूं कह लीजिए कि ज्यादा नाजुक हो जाती हैं। स्तनपान के दौरान ये ज्यादा संवेदनशील हो जाती हैं और निप्पल में भी ज्यादा दर्द हो सकता है। निप्पल के आसपास का हिस्सा यानी एरोला का रंग और गहरा होने लगता है। भ्रूण का हिलनापहली बार मां बनने पर आपको पता होगा कि शिशु कब किक या मूव करना शुरू करता है और इसका क्या एहसास होता है। वहीं,दूसरी गर्भावस्था में शिशु जल्दी किक और मूव कर सकता है। यह भी पढें : प्रेग्नेंसी में बार-बार क्यों आती है हिचकी संकुचन महसूस होनापहली बार की तुलना में सेकंड प्रेग्नेंसी में आपको संकुचन जल्दी महसूस हो सकता है। ये संकुचन इस
बात का संकेत है कि शरीर खुद को डिलीवरी के लिए तैयार कर रहा है। आपको डिलीवरी के बाद भी संकुचन महसूस हो सकता है। डिलीवरी टाइम कम होनाचूंकि, आपका शरीर पहले भी डिलीवरी की प्रक्रिया से गुजर चुका होता है इसलिए दूसरी बार में सर्विक्स को चौड़ा होने में कम समय लगता है। पहली डिलीवरी में दर्द लगभग आठ घंटे तक रहता है जबकि दूसरी प्रेग्नेंसी में पांच घंटे तक दर्द रहता है। यह भी पढें : C-Section डिलीवरी के बाद जानिए क्या है योग करने का सही समय प्रेगनेंसी में थकानजो महिलाएं दूसरी बार प्रेगनेंट हुई हैं, हो सकता है कि उन्हें इस बार ज्यादा थकान महसूस होती हो। ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्योंकि इस समय आपका शरीर प्रेग्नेंसी के साथ अपने पहले बच्चे की जरूरतों को भी पूरा करने की कोशिश में लगा हाेता है। यूट्राइन मसल्स कमजोर होनागर्भाशय की मांसपेशियां अपनी मजबूती खो सकती हैं और हो सकता है कि अब वो पहली
प्रेग्नेंसी की तरह न हों। ये भी संभव है कि यूट्राइन मसल्स शिशु को पहली गर्भावस्था की तरह सपोर्ट न करें और शिशु पेट के निचले हिस्से में आ जाए। यह भी पढें : जानिए प्रेग्नेंसी में डिहाइड्रेशन के लक्षण डिलीवरी के बाद पेट में दर्दहो सकता है कि शिशु को जन्म देने के बाद आपको दर्द और संकुचन महसूस हो। गर्भावस्था के
दौरान गर्भाशय में आए खिंचाव को ठीक करने के लिए ऐसा हो सकता है। दूसरी प्रेग्नेंसी में गर्भाशय बड़ा हो जाता है इसलिए इसमें संकुचन आने के दौरान दर्द ज्यादा महसूस हो सकता है। गर्भावस्था में कमर का दर्दगर्भावस्था बढ़ने के साथ-साथ कमर में दर्द भी बढ़ सकता है। गर्भाशय के बढ़ते आकार के लिए ग्रैविटी का केंद्र शिफ्ट होने की वजह से ऐसा हो सकता है। दूसरी प्रेग्नेंसी में पेट जल्दी निकलने पर दर्द तेज हो सकता है। यह भी पढें : प्रेगनेंसी में अब नहीं सताएगा कमर दर्द, अपनाएं ये तरीके स्तनपान आसान हो जाता हैचूंकि, आप पहले भी अपने बच्चे को स्तनपान करवा चुकी होती हैं इसलिए दूसरे बच्चे के समय आपके लिए यह काम आसान हो जाता है। दूध भी आसानी से आ जाता है और आपको शिशु को दूध कैसे पिलाना है, ये भी अच्छी तरह से पता होता है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें दूसरी प्रेगनेंसी के क्या लक्षण होते हैं?दूसरी बार मां बनने पर कुछ अलग होते हैं प्रेग्नेंसी के लक्षण. दूसरी प्रेग्नेंसी कैसे होती है अलग ... . पेट जल्दी बाहर निकलना ... . स्तनों में बदलाव ... . भ्रूण का हिलना ... . संकुचन महसूस होना ... . डिलीवरी टाइम कम होना ... . प्रेगनेंसी में थकान ... . यूट्राइन मसल्स कमजोर होना. 2nd प्रेगनेंसी के लक्षण कितने दिन में दीखते है?FAQs (प्रेगनेंसी के बारे पूछे जाने वाले प्रश्न)
आमतौर में प्रेग्नेंसी के शुरुवाती लक्षण 6 से 14 दिनों में दीखते हैं। इन लक्षणो में शामिल हैं शरीर का तापमान बढ़ना, ब्रेस्ट में सूजन, ज्यादा थकावट महसूस होना, ज्यादा नींद आना, ऐंठन और पेट संबंधी दिक्कते।
दूसरी डिलीवरी में कितना दर्द होता है?पहला लेबर पेन लगभग 18 घंटे तक रहता है जबकि दूसरा लेबर पेन इससे कम समय का हो सकता है या इसमें 8 घंटे का समय लग सकता है। वैसे हर महिला में लेबर पेन का समय अलग होता है, लेकिन पहले की तुलना में दूसरी डिलीवरी जल्दी हो जाती है।
दूसरी प्रेगनेंसी में पेट कब निकलता है?गर्भावस्था की दूसरी तिमाही यानि 12वें हफ्ते से बेबी बंप दिखना शुरू हो जाता है। इस समय गर्भाशय का आकार बढ़ जाता है और एम्निओटिक फ्लूइड भी बढ़ जाता है जिससे पेट का साइज बढ़ जाता है।
|