Comprehensionदिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। Show संन्यासी स्वामी विवेकानंद और गृहस्थी वीरचंद गाँधी के यदि वेशभूषा अंतर को छोड़ दें, तो उनमें अनेक समानताएँ दिखाई देती हैं। जब वे इस सम्मेलन में भाग लेने अमेरिका गये, तब दोनों युवा थे और समवयस्क थे, स्वामी विवेकानंद 30 वर्ष 8 महीने के हो चुके थे, वीरचंद गाँधी 29 वर्ष के हो गए थे। बाद में दुर्भाग्य से, दोनों ही अल्पजीवी हुए, स्वामी विवेकानंद का स्वर्गवास 39 वर्ष की आयु में हो गया, और वीरचंद गाँधी का 37 वर्ष की आयु में। दोनों ने ही अपने व्याख्यानों के माध्यम से अमेरिका वासियों को भारतीय संस्कृति से परिचित कराया। दोनों ही सम्मेलन के उपरांत कुछ वर्ष अमेरिका में, और फिर यूरोप में अपनी रुचि के विषयों पर व्याख्यान देते रहे और दोनों को सर्वत्र भरपूर सम्मान मिला। दोनों के ही वहाँ अनेक अनुयायी बने। दोनों बहु-भाषाविद थे, स्वामी विवेकानंद मातृभाषा बांग्ला के अतिरिक्त अंग्रेजी, संस्कृत और हिंदी के ज्ञाता थे, तो वीरचंद गाँधी देशी-विदेशी 14 भाषाओं के केवल ज्ञाता नहीं थे, इनमें धाराप्रवाह वार्तालाप भी करते थे। 'संस्कृति' शब्द में 'इक' प्रत्यय लगने पर शब्द बनेगा-This question was previously asked in CTET Paper 1 - 11th Jan 2022 (English-Hindi-Sanskrit) View all CTET Papers >
Answer (Detailed Solution Below)Option 3 : सांस्कृतिक Free CTET Paper 1 - 16th Dec 2021 (Eng/Hin/Sans/Ben/Mar/Tel) 150 Questions 150 Marks 150 Mins सांस्कृतिक सही उत्तर है। Key Points
Additional Information
Last updated on Dec 28, 2022 The CTET Admit Card link is active from 26th December 2022! The CTET exam will be conducted on 28th and 29th December 2022. The CTET Application Correction Window was active from 28th November 2022 to 3rd December 2022.The detailed Notification for CTET (Central Teacher Eligibility Test) December 2022 cycle was released on 31st October 2022. The last date to apply was 24th November 2022. The CTET exam will be held between December 2022 and January 2023. The written exam will consist of Paper 1 (for Teachers of classes 1-5) and Paper 2 (for Teachers of classes 6-8). Check out the CTET Selection Process here. Candidates willing to apply for Government Teaching Jobs must appear for this examination. हिंदी में संस्कृत के मूल शब्दों को क्या कहते हैं?April 5, 2021 (A) तत्सम Answer : तत्समExplanation : हिंदी में संस्कृत के मूल शब्दों को तत्सम कहते हैं; जैसे-राजा, पुष्प, अग्नि, वायु, वत्स, भ्राता, कवि इत्यादि। जबकि तद्भव शब्द संस्कृत से उत्पन्न या विकसित हुए शब्द होते हैं; जैसे-मोर, बच्चा, फूल, चार आदि।....अगला सवाल पढ़े Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams Latest QuestionsI’m a freelance professional with over 10 years' experience writing and editing, as well as graphic design for print and web. संस्कृति में मूल शब्द क्या है?दिए गए शब्द संस्कृति में "सम्" उपसर्ग और "कृति" ( मूल शब्द) है |
संस्कृति का प्रत्यय क्या है?Detailed Solution
'सांस्कृतिक' शब्द में 'इक' प्रत्यय प्रयुक्त हुआ है।
|