शरीर में प्रोटीन की कमी से क्या होता है? - shareer mein proteen kee kamee se kya hota hai?

शरीर में ये बदलाव प्रोटीन की कमी के हैं लक्षण, इस तरह करें दूर

विशेषज्ञों की मानें तो पुरुषों को प्रतिदिन 2 से 3 हजार कैलोरी रोजना सेवन करना चाहिए। वहीं महिलाओं को प्रतिदिन 1600 से 2400 कैलोरी सेवन करना चाहिए। इसमें 20 से 30 फीसदी प्रोटीन होना चाहिए। निर्धारित मात्रा से कम प्रोटीन लेने से शरीर में कई बदलाव होते हैं।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आधुनिक समय में सेहतमंद रहना बड़ी चुनौती है। इसके लिए डाइट में आवश्यक पोषक तत्वों का शामिल करना बेहद जरूरी है। इनमें एक आवश्यक तत्व प्रोटीन है। प्रोटीन मसल्स रिपेयर करने, भूख मिटाने, ब्लड शुगर स्थिर करने, नाखूनों और बालों के विकास में अहम भूमिका निभाता है। प्रोटीन में असंतुलन से शरीर पर बुरा असर पड़ता है। इसकी कमी से कई बीमारियों जन्म लेती हैं। विशेषज्ञों की मानें तो पुरुषों को प्रतिदिन 2 से 3 हजार कैलोरी रोजना सेवन करना चाहिए। वहीं, महिलाओं को प्रतिदिन 1600 से 2400 कैलोरी सेवन करना चाहिए। इसमें 20 से 30 फीसदी प्रोटीन होना चाहिए। निर्धारित मात्रा से कम प्रोटीन लेने से शरीर में कई बदलाव होते हैं। अगर आपको पता नहीं हैं, तो आइए जानते हैं-

त्वचा सूखने लगती है

जब शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती है, तो शरीर पर प्रतिकूल असर पड़ता है। वहीं, प्रोटीन की कमी से त्वचा सूख जाती है। प्रोटीन शरीर निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से त्वचा रूखी हो जाती है। बाल भी ड्राई होने लगते हैं।

भूख बढ़ने लगती है

जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, तो भूख बढ़ जाती है। अगर आप कम प्रोटीन लेते हैं, तो खाने खाने के आधे घंटे बाद भूख लगने लगती है। प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए रोजाना संतुलित आहार लें। इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, फैट और कार्ब्स को जरूर शामिल करें। विशेषज्ञों की मानें तो खाने में 40 प्रतिशत प्रोटीन, 30 प्रतिशत फैट और 30 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए।

थकान महसूस होना

प्रोटीन की कमी से ब्रेन फ्रॉग और कुछ न करने की समस्या होती है। ब्रेन फ्रॉग एक ऐसी बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को सोचने की शक्ति कमजोर हो जाती है। आसान शब्दों में कहें तो व्यक्ति मानसिक रूप से कमजार होने लगता है। संतुलित मात्रा में प्रोटीन लेने से व्यक्ति हमेशा एनर्जेटिक रहता है। थकान से बचाव के लिए अपनी डाइट में बीन्स, क्विनोआ आदि चीजों को जरूर शामिल करें। अगर आप नॉन वेज लेते हैं, तो अपनी डाइट में चिकन लिवर और रेड मीट को जोड़ सकते हैं। इससे न केवल प्रोटीन की बल्कि आयरन की कमी भी दूर हो जाती है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Edited By: Umanath Singh

अगर शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है, तो व्यक्ति को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इन्हीं में से एक है प्रोटीन। यह एक ऐसा आवश्यक पोषक तत्वा है, जो सिर्फ मसल्स बिल्डिंग में ही मदद नहीं करता है, बल्कि स्किन, एंजाइम और हार्मोन के लिए भी आवश्यक है। यह शरीर के सभी टिश्यूज के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

बता दें कि पचने पर प्रोटीन अमीनो एसिड में टूट जाता है। ये अमीनो एसिड शरीर के टिश्यू को काम करने और बढ़ने में मदद करते हैं। यह इस मैक्रोन्यूट्रिएंट को स्वस्थ और मजबूत मांसपेशियों और हड्डियों के साथ-साथ बालों और नाखूनों के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

वहीं, जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, तो व्यक्ति को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी ही हेल्थ प्रॉब्लम्स के बारे में बता रहे हैं, जो प्रोटीन की कमी के कारण होती हैं- 

हड्डियों का कमजोर होना

शरीर में प्रोटीन की कमी से क्या होता है? - shareer mein proteen kee kamee se kya hota hai?

ज्यादातर लोग शरीर में प्रोटीन की कमी को सिर्फ मसल्स मास या वजन से जोड़कर ही देखते हैं। लेकिन प्रोटीन की कमी से हड्डियों पर भी विपरीत असर पड़ सकता है और वह कमजोर भी हो सकती हैं। जब शरीर में प्रोटीन की कमी होती है, तो फ्रैक्चर या मामूली चोट के कारण भी हड्डियां टूटने का खतरा रहता है। खासतौर से, बच्चों में यह समस्या काफी गंभीर होती है और इस वजह से ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना भी कई गुना बढ़ जाती है।

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फैटी लीवर की समस्या

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प्रोटीन की कमी लीवर को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। इससे लीवर सेल्स में फैट बढ़ने लगता है, जिससे व्यक्ति को फैटी लीवर की समस्या हो सकती है। फैटी लीवर के कारण व्यक्ति को अत्यधिक थकान, कमजोरी या पसलियों के नीचे दर्द की शिकायत भी रहती है। अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो इससे लीवर खराब भी हो सकता है।

क्वाशिओरकोर रोग

क्वाशिओरकोर रोग आहार से जुड़ा एक रोग है। यह अमूमन तब होता है जब शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है। यूं तो यह समस्या किसी को भी हो सकती है, लेकिन बच्चों में रोग होने की संभावना अधिक रहती है। इसका संबंध एडिमा के साथ होता है। इसकी समय रहते पहचान करना और इलाज करना बेहद आवश्यक होता है। अन्यथा बच्चे को स्थायी रूप से मानसिक और शारीरिक विकलांगता हो सकती है। कुछ मामलों में तो देरी होने पर यह बीमारी बच्चे की जान तक ले सकती है। 

स्किन, बाल और नाखूनों पर विपरीत असर पड़ना

प्रोटीन की कमी अक्सर त्वचा, बालों और नाखूनों पर अपनी छाप छोड़ती है, जो काफी हद तक प्रोटीन से बने होते हैं। जब शरीर मे प्रोटीन की कमी हो जाती है, तो यह स्किन को प्रभावित कर सकती है, जिससे रेडनेस और परतदार त्वचा की समस्या हो सकती है। साथ ही, यह नाखूनों के कमजोर होने और बालों के झड़ने का कारण भी बन सकता है। हालांकि, ये लक्षण तब तक नजर नहीं आते हैं, जब तक कि प्रोटीन की गंभीर कमी ना हो जाए।  

बार-बार इंफेक्शन की समस्या

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यूं तो बदलते मौसम में अधिकतर लोगों को इंफेक्शन की शिकायत होती है। लेकिन अगर आपका शरीर बार-बार संक्रमित हो रहा है, तो इसके पीछे प्रोटीन की कमी जिम्मेदार हो सकती है। दरअसल, प्रोटीन की कमी प्रतिरक्षा प्रणाली पर अपना असर डाल सकती है। बहुत कम प्रोटीन खाने से आपके शरीर की सामान्य सर्दी जैसे संक्रमणों से लड़ने की क्षमता कम हो सकती है। जिसके कारण व्यक्ति बार-बार बीमार होने लगता है।

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तो अब आप भी अपनी डाइट में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन को शामिल करें और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit- freepik

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Disclaimer

आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, पर हमसे संपर्क करें।

प्रोटीन की कमी के लक्षण क्या है?

1- चेहरे, त्वचा, पेट में सूजन है शरीर में प्रोटीन की कमी से हो सकती है..
2- बाल रूखे, बेजान होना, झड़ना भी प्रोटीन की कमी की वजह से हो सकते हैं..
3- प्रोटीन की कमी होने पर मांसपेशियां हड्डियों से प्रोटीन सोख लेती हैं. ... .
4- मांसपेशियों में प्रोटीन की कमी से मसल्स पेन की शिकायत हो सकती है..

प्रोटीन की कमी से कौन कौन से रोग होते हैं?

ज्यादातर लोग शरीर में प्रोटीन की कमी को सिर्फ मांसपेशियों और वजन से जोड़कर देखते हैं. लेकिन प्रोटीन की कमी होने पर हड्डियां भी कमजोर हो सकती हैं. वहीं वजह से आपको फ्रैक्चर होने या हल्की सी चोट लगने पर हड्डियों के टूटने का खतरा भी रहता है. प्रोटीन की कमी से आपके लिवर पर भी गंभीर असर पड़ता है.

सबसे ज्यादा प्रोटीन वाली चीज कौन सी है?

किस भोजन में है सबसे ज्यादा प्रोटीन अंडे, बादाम, चिकन, दाल, टोफू, ओट्स, योगर्ट, दूध, ब्रोकली, पोर्क, टूना मछली, मूंगफली आदि प्रोटीन के सबसे बड़े स्त्रोत हैं.

प्रोटीन की कमी से शरीर में क्या नुकसान होता है?

प्रोटीन की कमी से इम्यूनिटी पर बुरा असर पड़ता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और आप ज्यादा बीमार पड़ने लगते हैं..
जब शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाए तो मसल्स हमारी हड्डियों से प्रोटीन को अब्जॉर्ब करने लगते हैं जिससे हड्डियों में कमजोरी आ जाती है..