Pratyavarti Dhara Aur Disht Dhara Me AntarGkExams on 30-10-2022 Show
प्रत्यावर्ती धारा के बारें में (Alternating Current In Hindi) : प्रत्यावर्ती धारा वह धारा है जो किसी विद्युत परिपथ में अपनी दिशा बदलती रहती हैं। इसके विपरीत दिष्ट धारा समय के साथ अपनी दिशा नहीं बदलती। आपको बता दे की घरों में प्रयुक्त प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति 50 हर्ट्ज़ होती है इसका मतलब ये हुआ की यह एक सेकेण्ड में 50 बार अपनी दिशा बदलती है। प्रत्यावर्ती धारा के उपयोग :यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा प्रत्यावर्ती धारा के उपयोगों (uses of ac current) से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है.. दिष्ट धारा के बारें में (Direct Current In Hindi) : दिष्ट धारा वह धारा हैं जिसकी दिशा नियत होती है, परिमाण बदले या न बदले तो इसे ही दिष्ट धारा कहते हैं। जिन स्थानों पर प्रत्यावर्ती धारा का प्रयोग नहीं किया जा सकता है फिर वहां दिष्ट धारा का ही उपयोग किया जाता है। जैसे विद्युत चुंबक बनाने में। दिष्ट धारा प्रत्यावर्ती धारा की तुलना में कम खतरनाक होती है। दिष्ट धारा आसानी से किसी भी तार में बह सकती है। दिष्ट धारा के उपयोग :यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा दिष्ट धारा के उपयोगों (uses of dc current) से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है.. भौतिक विज्ञानं से सम्बन्धित अधिक पढने के लिए यहाँ क्लिक करें सम्बन्धित प्रश्नComments Ariba on 03-03-2020 Pratyavarti Dhara diristi dhara Mein antar rÅjÚ kumar on 02-02-2020 Pratyavarti dhara janitra ki karyapranali vah siddhant ko chitra dwara samjhaye Abhinandan soni on 02-01-2020 Dist fhara aur pratyavarti dhara main anter likhiye आप यहाँ पर प्रत्यावर्ती gk, धारा question answers, दिष्ट general knowledge, धारा सामान्य ज्ञान, questions in hindi, notes in hindi, pdf in hindi आदि विषय पर अपने जवाब दे सकते हैं। आज हम इस पोस्ट में दिष्टधारा और प्रत्यावर्ती धारा के अंतर के बारे में जानेगे। आप इस पोस्ट में बहुत सरल भाषा में AC और DC में different के बारे में जानेगे। वह विद्युत धारा जिसका मान एवं प्रवाह के दिशा समय के साथ परिवर्तित होती रहती है यह एक निश्चित समय दर पर परिवर्तित होती रहती है वह प्रत्यावर्ती धारा कहलाती है। इसे AC करंट भी कहते है। AC का फुल फॉर्म Alternet Current होता है। इसकी फ्रीक्वेंसी भारत में 50 Hz है। यह हमारे घरों में प्रयोग होने वाला विद्युत है। इसका उत्पादन जल से, ताप से, पवन आदि तरीको से किया जाता है। दिष्ट धारा(DC)-वह विद्युत धारा जिसका मान और प्रवाह की दिशा समान रहती है उसे दिष्ट धारा या डीसी कहते हैं। यह बैटरी, सेल, डायनेेमो जनित्र आदि द्वारा उत्पन्नन की जाने वाली विद्युत है। इसकी फ्रीक्वेंसी शुुुुुन्य होती है। DC का फुल फॉर्म Direct Current होता है। इसका प्रयोग सामान्यता बैटरी चार्जिंग हाई पावर मोटर को रनिंग करने के लिए किया जाता है। दिष्ट धारा एवं प्रत्यावर्ती धारा में अंतर
आशा है कि आपको इस पोस्ट से आपको कुछ सीखने को मिला होगा। दिष्ट धारा और प्रत्यावर्ती धारा में अंतर क्या है?प्रत्यावर्ती धारा वह धारा है जो किसी विद्युत परिपथ में अपनी दिशा बदलती रहती हैं। इसके विपरीत दिष्ट धारा समय के साथ अपनी दिशा नहीं बदलती। भारत में घरों में प्रयुक्त प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति ५० हर्ट्ज़ होती है अर्थात यह एक सेकेण्ड में 50 बार अपनी दिशा बदलती है।
दिष्ट धारा और प्रत्यावर्ती धारा में कौन सा अधिक खतरनाक है और क्यों?अतः प्रत्यावर्ती वोल्टेज का मान `311*13` वोल्ट से `-311*13` वोल्ट तक परिवर्तित होता है अर्थात विभवांतर `622*26` वोल्ट होता है यदि दिष्ट वोल्टेज का मान 220 वोल्ट है तो वह 220 वोल्ट ही रहेगा । अतः समान वोल्टेज की प्रत्यावर्ती धारा दिष्ट धारा से अधिक खतरनाक है ।
दिष्ट धारा क्या होता है?दिष्ट धारा वह धारा है जो सदैव एक ही दिशा में बहती है व जिसकी ध्रुवीयता नियत रहती हैं। इसकी तुलना प्रत्यावर्ती धारा से की जा सकती है जो अपनी ध्रुवीयता (जो कि धारा की दिशा से संबंधित है) निश्चित कालक्रम में बदलती रहती है। इन दोनों ही धाराओं का परिमाण निश्चित रहता है।
कौन सा यंत्र प्रत्यावर्ती धारा को दिष्ट धारा में बदलता है?दिष्टकारी: एक दिष्टकारी एक ऐसा उपकरण है जो एक प्रत्यावर्ती धारा को एक प्रत्यक्ष धारा में परिवर्तित करता है।
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