दांतों की सफाई प्रतिदिन क्यों करनी चाहिए - daanton kee saphaee pratidin kyon karanee chaahie

Teeth Cleaning: हमारी पर्सनल हाइजीन में ब्रश करना पहला चरण है। सभी को बचपन से सिखाया जाता है। सुबह उठकर और रात को सोने से पहले ब्रश करना चाहिए। इसे दांत पर बैक्टीरिया नहीं जमते और सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाता है। गौरतलब है कि दिन भर खाते रहने से दांतों पर एक परत जम जाती है। जिसे ब्रश से ही साफ कर सकते है। अगर आप रात को ब्रश नहीं करते है, तो इससे दांत खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं सड़न और मसूड़ों में दर्द होने लगता है। साथ ही कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।

डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है

डॉक्टर्स के अनुसार दिन में तीन बार ब्रश करने से टाइप 2 डाबिटीज का खतरा कम हो जाता है। वहीं ब्रश नहीं करने पर इसका जोखिम बढ़ जाता है। साथ ही जिन लोगों को दांतों की बीमारी है। उनमें ब्लड शुगर होने का अधिक चांस है।

यह भी पढ़ें- शरीर में सूजन को कम करने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय, जल्द मिलेगा आराम

दांत होने लगते हैं कमजोर

ब्रश नहीं करने से दांतों पर बैक्टीरिया जमा होने लगता है। जिस कारण दांत कमजोर होने लगते हैं। अगर रोज ब्रश न किया जाए, तो इससे मुंह का संक्रमण हो सकता है।

यह भी पढ़ें- बच्चों में तेजी से बढ़ रहे मायोपिया के केस, विटामिन डी का स्तर भी हुआ कम, ये है मुख्य कारण

दांतों की सफाई प्रतिदिन क्यों करनी चाहिए - daanton kee saphaee pratidin kyon karanee chaahie

Health Tips: अपने हिसाब से दवाईयों के डोज कम-ज्यादा न करें

यह भी पढ़ें

कैंसर का खतरा

अगर दांतों को रोज साफ न किया जाए, तो इससे मुंह और पेट के कैंसर हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर्स कहते हैं कि प्रतिदिन दांतों को अच्छे से साफ करना चाहिए।

डिस्क्लेमर

'यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।'

दांतों की साफ-सफाई के अलावा ओरल हाइजीन को मेंटेन रखने के लिए छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान देना जरूरी है। जैसे-

  • खाने में शुगर की मात्रा कम कर दें।
  • खाने के बाद कुल्ला जरूर करें।
  • बहुत अधिक चॉकलेट, कैफीन के सेवन से बचें।
  • सोडा ड्रिंक से भी कैविटी होती हैं, इनसे भी दूर रहें।
  • ओरल हाइजीन को मेंटेन करने के लिए धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन न करें।
  • बहुत तेज और जोर लगाकर ब्रश करने से बचें इससे आपके दांतों में सेंसिटिविटी का खतरा बढ़ जाता है।
  • साल में कम से कम दो बार डेंटिस्ट को जरूर दिखाएं।
  • ओरल हाइजीन के लिए खाने के बाद मुंह की अंदरुनी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
  • टंग क्लीनर से जीभ की सफाई करें।
  • ध्यान रहे ब्रश करने के लिए सॉफ्ट ब्रश का ही उपयोग करें।
  • दांतों की अच्छी सेहत के लिए डायट में कैल्शियम और प्रोटीन युक्त भोजन शामिल करें।
  • कुछ भी खाने के बाद अगर ब्रश नहीं कर सकते हैं तो सादे पानी से कुल्ला जरूर करें। इससे दांतों की सफाई हो जाती है।

इस बारे में डफरिन हॉस्पिटल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर सलमान का कहना है कि 2 से 3 साल के बच्चों में दांतों की कैविटी और इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। कई बार पेरेंट्स सिर्फ यह सोच कर अपने बच्चे की डेंटल चेकअप नहीं करवाते हैं क्योंकि उनका बच्चा ज्यादा चॉकलेट या मीठा खाता है। ऐसी लापरवाही पेरेंट्स को नहीं करनी चाहिए। कुछ माता-पिता तो अपने बच्चों को अकेले ब्रश करने के लिए छोड़ देते हैं और बच्चे इस दौरान ज्यादा टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं, ब्रश को तेजी से दांतों पर घिसते हैं जो काफी नुकसानदायक होता है। इसलिए अगर आपके बच्चे की उम्र 8 साल से कम है तो माता-पिता में से किसी एक व्यक्ति को उनके साथ ब्रश करने के दौरान होना चाहिए।

मुंह के अच्छे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए सही आहार

ओरल हाइजीन बनाए रखने के लिए नियमित तौर पर फ्लॉस और ब्रश करना बेहद जरूरी है। लेकिन, मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखें के लिए सेहतमंद और संतुलित आहार भी जरूरी होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) द्वारा पूरी दुनिया में किए गए अनेकों शोध से कलेक्ट किए गए डेटा से पता चलता है कि स्वस्थ आहार लेने और अच्छा ओरल स्वास्थ्य बनाए रखने के बीच में गहरा संबंध है। ओरल हेल्थ को बनाए रखने के लिए अपनी डायट में नीचे बताए गए खाद्य पदार्थों को शामिल करें-

  • फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों में दांतों और ओरल म्यूकोसा को प्राकृतिक रूप से साफ करने की प्रॉपर्टीज होती हैं। इसलिए, डायट में सलाद, सब्जियां, कच्चे फल आदि शामिल करें।
  • प्रिबायोटिक्स जैसे छेना, दही आदि मुंह में बैड बैक्‍टीरिया को अच्छे बैक्‍टीरिया से बदलते हैं। इससे दांत और मसूड़े सेहतमंद रहते हैं।
  • डायट में फ्लोरीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम आदि को भी खाद्य पदार्थों के रूप में शामिल करें। ये मिनरल्स दांतों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं।
  • आहार में एंटी-ऑक्‍सीडेंट शामिल करें। एंटी-ऑक्‍सीडेंट मुंह में कोलेजन का बनना बढ़ाकर इसे इंफेक्शन से ज्यादा सुरक्षित बनाते हैं।
  • लीन प्रोटीन को भी अपने आहार में शामिल करें। इसके सेवन से ओरल हेल्थ सही रहती है।

अगर आप माउथ केयर पर ध्यान नहीं देंगे तो दांतों व मसूड़ों से संबंधित कई संक्रमणों की आशंका बढ़ सकती है। दांतों में सड़न, पेरियोडोंटल डिसीज (periodontal disease), सांसों की बदबू, बैक्टीरियल संक्रमण जैसी परेशानियां तो होंगी ही। साथ ही इससे हार्ट डिजीज, डायबिटीज, ओरल कैंसर जैसी गंभीर समस्या भी जन्म ले सकती हैं। इसलिए, एक अच्छी सेहत के लिए ओरल हाइजीन या डेंटल हाइजीन बनाए रखने की जरुरत होती है। उम्मीद है आपको ओरल हाइजीन पर लिखा गया यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। अगर आपका कोई और सवाल है तो कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं। ओरल हाइजीन से जुड़ा अगर कोई सवाल है या शंका है तो आप अपने डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं।

दांतों को साफ करना क्यों आवश्यक है?

पूरी तरह से दांतों की सफाई आपके दांतों पर जमा प्लाक और टार्टर को हटा सकती है, मसूढ़ों की सूजन को कम कर सकती है और मसूढ़ों के स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है। पट्टिका एक विषैला पदार्थ है जो दांतों की सतहों पर बनता है। यह भोजन के कणों को लार के साथ मिलाने के कारण होता है और इसमें बैक्टीरिया शामिल होते हैं।

मुंह और दांतों की सफाई क्यों आवश्यक है?

शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए मौखिक स्वच्छता पर ध्यान देना विशेष आवश्यक माना जाता है। ओरल हाइजीन यानी की मुंह की साफ-सफाई, दांत-मसूड़ों और जीभ के साथ-साथ शरीर को अन्य अंगों को भी स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक मानी जाती है।

दांत की सफाई कैसे की जाती है?

दांत साफ करने का घरेलू उपाय: बेकिंग सोडा के साथ नींबू का रस दांतों से पीलापन हटाने के लिए आप एक छोटी प्लेट में दो चम्मच बेकिंग सोडा लें और उसमें थोड़ा नींबू का रस डाल लें. अब अपने दांतों को साफ कर लें, ताकि राल वगैराह आपके दांतों पर ना रह जाए. इसके बाद अपने टूथब्रश पर पेस्ट को रखें और अपने दांतों पर एक-दो बार लगाएं.

दांत साफ नहीं करने से क्या होता है?

दांतों की सफाई न करने से ये बैक्टीरिया मसूड़ों के साथ आपके दांतों के बीच में प्लाक बनाना शुरू कर देते हैं। इस स्थिति में सड़न, दांतों में दाग लगने, रक्तस्राव और मसूड़ों में सूजन की समस्या हो सकती है। प्लाक पर अगर ध्यान न दिया जाए तो ये दांतों को गंभीर नुकसान या कुछ स्थितियों में जड़ों को भी क्षति पहुंचा सकते हैं।