द्वीप दो भागों में विभक्त क्यों हो गया? - dveep do bhaagon mein vibhakt kyon ho gaya?

                                                         तताँरा-वामीरो कथा

PPT – तताँरा वामीरो कथा

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(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए –   

प्रश्न 1 तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का क्या मत था?

उत्तर -तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का यह मत था कि तताँरा की तलवार लकड़ी की थी, उसमें दैवीय शक्ति थी और हर समय तताँरा की कमर पर बँधी रहती थी। वह इसका प्रयोग सबके सामने नहीं करता था इसलिए तताँरा के साहसिक कारनामों के चर्चे चारों तरफ़ थे। वास्तव में वह तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।

प्रश्न 3 वामीरों ने तताँरा को बेरूखी से क्या जवाब दिया?

उत्तर – वामीरों ने तताँरा को बेरूखी से जवाब दिया- पहले वह बताए कि वह कौन है जो इस तरह प्रश्न  पूछ रहा है क्योंकि वह अपने गाँव के युवक के अलावा किसी से भी बात  करने के लिए बाध्य नहीं थी।  

प्रश्न 3 तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?

उत्तर – तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में सुखद परिवर्तन आया कि तताँरा-वामीरो के गाँव वालों में पहले आपसी संबंध नहीं थे। विवाह तो दूर वे आपस में बात भी नहीं करते थे परन्तु इनकी त्यागमयी मृत्यु के बाद, दोनों के गाँव में आपसी संबंध बनने लगे और वैवाहिक संबंध भी बनने लगे। 

प्रश्न 4निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे?

उत्तर -निकोबार के लोग तताँरा को उसके आत्मीय स्वभाव के कारण पसन्द करते थे, उससे बेहद प्रेम करते थे। वह नेक, ईमानदार और साहसी था, सदैव दूसरों की सहायता के लिए तत्पर रहता था।

गाँव वालों की ही नहीं,अपितु समूचे द्वीपवसियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था।उसके इस त्याग की वजह से वह चर्चित था, सभी उसे पसंद करते थे। वक्त मुसीबत में जो भी उसे स्मरण करता वह भागा भागा उनकी मदद के लिए पहुँच जाता था।

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए –  

प्रश्न 1 निकोबार द्वीप समूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का क्या विश्वास है?

उत्तर – निकोबार द्वीप समूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का यह विश्वास है कि पहले अडंमान निकोबार दोनों एक ही द्वीप थे। इनके दो होने के पीछे तताँरा-वामीरो की लोक कथा प्रचलित है। तताँरा-वामीरो दोनों प्रेम करते थे। दोनों एक गाँव के नहीं थे इसलिए रीति अनुसार विवाह नहीं हो सकता था।

रूढ़ियों में जकड़े होने के कारण वह कुछ कर भी नहीं सकता था। तताँरा को अत्यधिक क्रोध आया और उसने क्रोध में अपनी तलवार धरती में गाड़ दी, उसे खींचते खींचते वह दूर तक चला गया। इससे ज़मीन दो भागों में बँट गई और ये दो भाग हैं  – निकोबार और अंडमान।

प्रश्न 2 तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद कहाँ गया? वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

उत्तर – तताँरा दिनभर खूब परिश्रम करने के बाद समुद्र के किनारे टहलने निकल गया। समुद्र से ठंडी हवाएँ आ रही थी। पक्षियों की चहचहाट धीरे-धीरे कम हो रही थी। डूबते सूरज़ की किरणें समुद्र के पानी पर पड़कर रंग-बिरंगी रोशनी छोड़ रही थी।बीच -बीच में समुद्र की लहरों का संगीत सुनाई दे रहा था, मानो कोई गीत गा रहा हो। पूरा वातावरण बहुत मोहक लग रहा था ।

प्रश्न 3 वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?

उत्तर -वामीरो से मिलने के बाद तताँरा बहुत बैचेन रहने लगा। वह अपनी सुधबुध खो बैठा। वह शाम की प्रतीक्षा करता जब वह वामीरो से मिल सके।तताँराके लिए मानो पूरे जीवन की अकेली प्रतीक्षा थी। उसके गंभीर और शांत जीवन में एस पहली बार हुआ था। वह अचंभित था,साथ ही रोमांचित भी।

वह दिन ढलने से पहले ही लपाती की समुद्री चट्टान पर पहुँच गया। उसे एक-एक पल पहाड़ जैसा लग रहा था। उसे वामीरो के न आने की आशंका होने लगती है। लपाती के रास्ते पर वामीरो को देखने के लिए नज़रे दौड़ाता। जैसे ही वामीरो आई उसे देखते ही वह शब्दहीन हो एकटक देखने लगा।

प्रश्न 4 प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे?

उत्तर -प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति प्रदर्शन के लिए अनेक प्रकार के आयोजन किए जाते थे। हष्ट पुष्ट पशुओं के साथ शक्ति प्रदर्शन किए जाते थे। साँडों, तीतर, बटेर की लड़ाई, पंतगबाजी, पहलवानों की कुश्ती, तलवार बाजी जैसे शक्ति प्रदर्शन के कार्यक्रम होते थे।  इसके अतिरिक्त पशुओं से युवकों की शक्ति प्रतियोगिता भी होती थी। पैठे लगती थीं, जिसमें विशिष्ठ सामग्रियाँ बिकती। खाने पीने की दुकाने, जानवरों की नुमाइश, ये सभी मनोरंजन के आयोजन होते थे।

प्रश्न 4 रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगें तब उनका टूट जाना ही अच्छा है। क्यों? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर –रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगें तब उनका टूट जाना ही अच्छा है क्योंकि  रूढ़ियाँ और बंधन समाज को अनुशासित करने के लिए बनते हैं परन्तु इन्हीं के द्वारा मनुष्य की भावना आहत होने लगे, बंधन बनने लगे और बोझ लगने लगे तो उनका टूट जाना ही अच्छा होता है।

परम्पराएँ जो सदियों से चली आ रही हैं, वे बदलते समय की आवश्यकतानुसार प्रासंगिक नहीं रह जातीं। उनसे फ़ायदा कम, हानि अधिक होने लगती है। ऐसे में ये परम्पराएँ रूढ़ियाँ बनकर समाज के लिए बंधन सिद्ध होती है। ऐसी रूढ़ियों का टूट जाना ही अच्छा है। इसका कारण यह है कि परम्पराएँ मानव विकास के लिए बनाई और निभाई जाती हैं। इस तरह की रूढ़ियाँ भला करने की जगह नुकसान करती हैं इसलिए उनका टूट जाना ही समाज के लिए बेहतर है।

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(ग) निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए –

 प्रश्न 1 जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा।

उत्तर -तताँरा-वामीरो को पता लग गया था कि उनका विवाह नहीं हो सकता था। फिर भी वे मिलते रहे। एक बार पशु पर्व मे वामीरो तताँरा से मिलकर रोने लगी। इस पर उसकी माँ ने क्रोध किया और तताँरा को अपमानित किया। तताँरा से अपमान और दुःख से उपजा क्रोध सहा न गया। अपने गुस्से को शान्त करने के लिए वह अपनी तलवार को ज़मीन में गाड़ कर खींचता चला गया।इससे धरती में दरार पद गई और द्वीपसमूह दो भागों में बँट गया। इस तरह उसने धरती को चीर कर क्रोध को शान्त किया।

प्रश्न 2  बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी। आशय स्पष्ट कीजिए-

उत्तर – प्रस्तुत पंक्ति का आशय यह है कि तताँरा ने वामीरो से मिलने के लिए कहा और वह शाम के समय उसकी प्रतीक्षा भी कर रहा था। जैसे-जैसे सूरज डूब रहा था, उसको वामीरो के न आने की आशंका होने लगती। जिस प्रकार सूर्य की किरणें समुद्र की लहरों में कभी दिखती तो कभी छिप जाती थी, उसी तरह तताँरा के मन में भी उम्मीद बनती और डूबने लगती थ

प्रश्न 4 वाक्यों के रेखांकित पदबंधों का प्रकार बताइए −

(क) उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत साहसी युवक था।

विशेषण पदबंध

(ख) तताँरा को मानो कुछ होश आया

क्रिया पदबंध

(ग) वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता।

क्रिया विशेषण पदबंध

(घ) तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।

  विशेषण पदबंध

(ङ) उसकी व्याकुल आँखें वामीरों को ढूँढने में व्यस्त थीं।

संज्ञा पदबंध

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