काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न (1) सीस पगा न अँगा तन में, प्रभु! जाने को आहि बसे केहि ग्रामा। Question 1. Answer: (d) शीश पर पगड़ी नहीं है, शरीर पर कुर्ता तक नहीं है। Question 2. Answer: (c) सुदामा फटी हुई धोती पहने है, उनका दुपट्टा भी जीर्ण-शीर्ण हो चुका है। Question 3. Answer: (b) वह इतना निर्धन है कि जूते पहनना उसकी सामर्थ्य से परे है। Question 4. Answer: (d) सुदामा भगवान् कृष्ण के धाम का पता पूछ रहा था। Question 5. Answer: (a) द्विज दुर्बल में अनुप्रास अलंकार है। (2) ऐसे बेहाल बिवाइन सों, पग कंटक जाल लगे पुनि जोए। Question
1. Answer: (a) बिवाइयों के कारण सुदामा जी के पैरों का हाल बहुत बुरा हो चुका है। Question 2. Answer: (c) पैरों में जगह-जगह काँटे चुभे हुए हैं। कोई भी जगह काँटों से खाली नहीं है। Question 3. Answer: (b) तुमने दुखों में अपना समय काट दिया पर तुम इधर क्यों नहीं आए ? Question 4. Answer: (d) कृष्ण जी ने आँसुओं से सुदामा के पैर धो दिये। Question
5. Answer: (c) “पानी परात को ……………. पग धोए’ पंक्ति में अतिशयोक्ति अलंकार है। (3) वैसोई राज-समाज बने, गज, वाजि घने मन संभ्रम छायो। Question 1. Answer: (a) ठीक वैसा ही राज-समाज और ठाठ-बाट यहाँ दिखाई दे रहा है, जैसे द्वारका पुरी में उन्होंने देखा था। Question 2. Answer: (d) वे सोचने लगे-मैं कहीं रास्ता भूलकर फिर द्वारका में ही तो नहीं लौट आया हूँ। Question 3. Answer: (b) सुदामा को पूरे गाँव में कहीं भी अपना घर ढूँढ़े नहीं मिला। Question 4. Answer: (d) अपनी झोपड़ी को नहीं ढूँढ़ पाए। Question 5. Answer: (b) कृष्ण जी ने दीन-हीन सुदामा को सुख-समृद्धि देकर – सच्चे मित्र के धर्म का निर्वाह किया। (4) कै वह टूटी-सी छानी हती, कहँ कंचन के अब धाम सुहावत। Question 1. Answer: (c) अब उसके स्थान पर सोने के महल शोभा बढ़ा रहे हैं। Question 2. Answer: (a) अब दरवाजे पर हाथी लिए हुए महावत खड़े हैं। नंगे पैर चलना ही नहीं पड़ता। Question 3. Answer: (d) अब कोमल सेज है, परन्तु उस पर सोने की आदत न होने से नींद नहीं आती है। Question 4. Answer: (b) पहले साँवक का मोटा चावल भी मुश्किल से मिल पाता था, अब अंगूर भी अच्छे नहीं लगते। Question 5. Answer: (b) ब्रज भाषा का। धोती फटी सी लटी दुपटी में कौनसा अलंकार है?जानै को आहि! बसै केहि ग्रामा। धोती फटी-सी लटी-दुपटी, अरु पाँय उपानह की नहिं सामा॥ द्वार खरो द्विज दुर्बल एक, रह्यो चकि सों बसुधा अभिरामा।
धोती फटी सी लटी दुपटी पंक्ति में कौनसा अलंकार है * 1 Point उपमा अलंकार रूपक अलंकार उत्प्रेक्षा अलंकार यमक अलंकार?Solution : पंक्ति में उत्प्रेक्षा अलंकार है, उपमेय में जब उपगान की सम्भावना की जाए, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता हैं।
धोती छोटी सी लटी दुपटी पंक्ति में कौन सा अलंकार है?' इस पंक्ति में उपमा अंलकार है। उपमा अलंकार में उपमेय की उपमान से तुलना की जाती है। इस पंक्ति में धोती रूपी उपमेय की फटी-सी दुपटी उपमान से तुलना की गयी है, अतः यहाँ उपमा अलंकार होगा।
द्वार खड्यो द्विज दुर्बल पंक्ति में कौनसा अलंकार है *?Answer: (a) द्विज दुर्बल में अनुप्रास अलंकार है।
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