UP के प्रमुख मेले एवं उत्सव, उत्तर प्रदेश के प्रमुख महोत्सव, भारत के सभी मेले, up के प्रमुख मेले, उत्तर प्रदेश के किस जनपद में सर्वाधिक मेले लगते हैं, मध्य प्रदेश के प्रमुख मेले, उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध मेले, up का सबसे बड़ा मेला, उत्तर प्रदेश में लगने वाले मेले Show
Contents show 1 More Important Article 2 UP के प्रमुख मेले एवं उत्सव 2.1 नौचंदी मेला 2.2 शाकुम्भरी मेला 2.3 कुंभ का मेला 2.4 देवा शरीफ मेला 2.5 कैलाश मेला 2.6 बटेश्वर मेला 2.7 श्रावणी एवं जन्माष्टमी मेला 2.8 राज्य में लगने वाले अन्य मेले और उनके आयोजन स्थल 3 राज्य के प्रमुख सांस्कृतिक उत्सव 3.1 ताज महोत्सव 3.2 कबीर उत्सव 3.3 लखनऊ उत्सव 3.4 इलाहाबाद उत्सव 3.5 कामीपल उत्सव 3.6 वाराणसी उत्सव 4 प्रदेश के महत्वपूर्ण पर्व एवं त्यौहार 5 महत्वपूर्ण स्मरणीय तथ्य More Important Article
UP के प्रमुख मेले एवं उत्सवनौचंदी मेलानौचंदी मेला प्रतिवर्ष मेरठ महानगर में आयोजित किया जाता है। इस मेले में एक तरफ नवचंडी देवी का मंदिर है तथा दूसरी तरफ विश्व प्रसिद्ध संत सैयद सालार (बाले मियां) की दरगाह है, जिसका कारण इस मेले में हिंदू व मुस्लिम समान रूप से सौहार्दपूर्ण वातावरण में आनंद लेते हैं। शाकुम्भरी मेलाप्रदेश के सहारनपुर जिले में प्रतिवर्ष नवरात्रों में शाकुम्भरी देवी का मेला आयोजित किया जाता है। कुंभ का मेलाकुंभ का मेला प्रति 12 वर्ष में इलाहाबाद में संगम के तट पर आयोजित किया जाता है। यहां देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु जन विश्व के सबसे बड़े मेले में आते हैं और पवित्र पावन संगम में स्नान करके पुण्य कमाते हैं। देवा शरीफ मेलाइस मेले का आयोजन प्रति वर्ष बाराबंकी में प्रसिद्ध सूफी संत वारिस अली शाह की दरगाह पर किया जाता है, जिसे हिंदू व मुस्लिम भाई प्रेम व सद्भावनापूर्वक मानते हैं। कैलाश मेलाइस मेले का आयोजन प्रति वर्ष सावन के तीसरे सोमवार को राज्य के आगरा जनपद में कैलाश तथा सिकंदरा नामक स्थान पर किया जाता है, इस मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु लोग भाग लेते हैं। बटेश्वर मेलाबटेश्वर मेला का आयोजन प्रति वर्ष आगरा जनपद के बटेश्वर नामक स्थान पर यमुना के किनारे किया जाता है। इस मेले का धार्मिक तथा व्यापारिक दोनों प्रकार का महत्व है। यहाँ व्यापारी लोग सामानों की खरीद-फरोख्त भी करते हैं। श्रावणी एवं जन्माष्टमी मेलाभगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर प्रतिवर्ष लाखों भक्तजनों द्वारा व्रत रखकर यह मेला आयोजन किया जाता है। राज्य में लगने वाले अन्य मेले और उनके आयोजन स्थलमेलाआयोजन स्थलमेलाआयोजन स्थललक्ष्मया होली मेलानंद गांव के निकट बरसाना (मथुरा)कबीर मेलामगहर (बस्ती)बाल सुंदरी मेलाअनुप शहरदेवछठ मेलादाऊजी (मथुरा)गोविंद साहब मेलाअतरौलिया आजमगढ़नककटेया मेलावाराणसीशाकुंभरी देवी मेलासहारनपुरकैलाश मेलाआगरा (प्रतिवर्ष रावण के तीसरे सोमवार को)नवरात्रि मेलाआगराबटेश्वर मेलाबटेश्वर (आगरा)परिक्रमा मेलामिसरिख और नीमसार (सीतापुर) अयोध्यागोला-गोकर्णनाथ मेलाखीरीश्रावणी व जन्माष्टमी मेलामथुरारामायण मेलाचित्रकूटखिचड़ी मेलागोरखपुरअयोध्या मेलाफैजाबादकांपिमेलाबांदाढाइघाट मेलाशाहजहांपुरदेवीपाटन मेलागोंडानेमीषारन्य मेलानेमीषारन्य (सीतापुर)देवी मेलाबाराबंकीनौचंदी मेला मेरठमकनपुर मेलाफर्रुखाबाददशहरा मेसेक्सलाआगरा-मथुरा (वैसे यह मिला राज्य में सर्वत्र मनाया जाता है)हरिदास जयंती मेलावृंदावनमाघ मेलाइलाहाबाद (प्रयाग) में प्रत्येक वर्षकुंभ मेलाइलाहाबाद (प्रत्येक 12 वर्ष)सैयद सालार मेलाबहराइच राज्य के प्रमुख सांस्कृतिक उत्सवराज्य की सांस्कृतिक विभाग द्वारा प्रतिवर्ष अनेक उत्सव आयोजित किए जाते हैं। ताज महोत्सवयह उत्सव हर साल आगरा में मनाया जाता है। ताज उत्सव में भारतीय ललित कलाओं तथा मुगलों के समय की विभिन्न संस्कृतियों को प्रस्तुत किया जाता है। आगरा में हर साल फरवरी माह में इस महोत्सव का आयोजन किया जाता है। कबीर उत्सवयह उत्सव बस्ती जनपद के मगहर नामक स्थान पर आयोजित किया जाता है। संत कबीर दास जी के जीवन चरित्र से संबंधित विषयों को इस मेले में दर्शाया जाता है। इस मेले में कबीरपंथी तथा अन्य जागरूक लोग भाग लेते हैं। लखनऊ उत्सवअवध कालीन परंपरागत लोक नृत्य, वैभव, नजाकत तथा नफासत को लखनऊ महानगर में आयोजित इस महोत्सव में प्रदर्शित किया जाता है। इलाहाबाद उत्सवइलाहाबाद में आयोजित इस उत्सव में मिली-जुली संस्कृति की विरासत का अवलोकन किया जाता है। इनके वृंदावन हरिदास समृति संगीत समारोह का आयोजन, झांसी में महोत्सव का आयोजन, मथुरा में होलीकोत्सव तथा कन्नौज में कनौज महोत्सव आयोजित किए जाते हैं। कामीपल उत्सवफर्रुखाबाद के रामेश्वर नाथ एवं कामेश्वर नाथ तथा जैनियों के मंदिर मेंकाम्पिल उत्सव का आयोजन किया जाता है। जैन धर्मावलंबियों की संस्कृति को भी इस उत्सव के अंतर्गत दर्शाया जाता है। वाराणसी उत्सववाराणसी में आयोजित पर होने वाले उत्सव के अंतर्गत भारतीय धर्म, सांस्कृतिक तथा ज्ञान विज्ञान के विषयों से संबंधित दृश्यों को प्रस्तुत किया जाता है। प्रदेश के महत्वपूर्ण पर्व एवं त्यौहारउत्तर प्रदेश एक हिंदू प्रधान राज्य है इसलिए यहां पर अधिकांश उत्सव हिंदू कैलेंडर के अनुसार ही मनाए जाते हैं। उत्तर प्रदेश का मुख्य त्योहार क्या है?उत्तर प्रदेश के त्यौहार (Festivals of Uttar Pradesh in Hindi) में रक्षा बंधन, वैशाखी पूर्णिमा, दशहरा, कृष्ण जन्माष्टमी, राम नवमी, गणेश चतुर्थी, दीपावली, शिवरात्रि, होली, ईद, शब-ए-बारात, नव वर्ष दिवस, क्रिसमस, बुद्ध पूर्णिमा, गुरु नानक जयंती आदि उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण त्योहार (Important Festivals of Uttar Pradesh in ...
उत्तर प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार कौन सा है?उत्तर प्रदेश के त्यौहार. दीवाली: दिवाली वास्तव में इस हिंदू राज्य में सबसे खास त्योहार है और इसे बहुत ही जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। ... . मकर संक्रांति: मकर संक्रांति एक हिंदू त्योहार है।. उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाले सभी मेलों में सबसे बड़ा मेला कुंभ का होता है, जो प्रयागराज में लगता है। इसके बाद दूसरे नंबर पर नौचंदी का मेला होता है, जो मेरठ में लगता है। यह मेले पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं। देश-विदेश से लोग यहां आते हैं।
उत्तरी भारत में कौन सा त्यौहार मनाया जाता है?होली भारत के कई हिस्सों में होली का त्योहार मनाया जाता है लेकिन उत्तर भारत में होली के त्योहार की धूम सबसे ज्यादा होती है। होली का त्योहार भाईचारे का प्रतीक है। इस त्योहार पर देशभर में लोग रंगों से खेलते हैं।
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