विभव किसे कहते हैं कितने प्रकार की होती है? - vibhav kise kahate hain kitane prakaar kee hotee hai?

इस फसल में हमें दिया बाकी बेबाकी से कहते हैं ठीक है यहां से कर दें तो हमारे पास मांग लो कोई क्यों आवेश है ठीक है कोई क्यों हमेशा ही ठीक है इसके बाद में हम यहां पर अगर कोई भी अनंत से कोई हमारे पास कोई बिंदु आवेशित है कि उन्होंने किसी बिंदु आवेश को यहां से अनंत से कहां पर लेकर आए आनंद से इस किसी बिंदु तक यहां पर लेकर आ जाए ठीक है यहां पर मालू कोई बिंदु बिंदु मान लिया हमने ठीक है तो यह क्यों हमेशा यह धरा तुमको मार लिया तो धनात्मक आवेश होगा इस धनात्मक आवेश के कारण क्या होता है यहां पर एक तरफ एक विद्युत क्षेत्र होता है और विद्युत क्षेत्र के कारण अगर यहां पर आकर देखे तूने उठाकर स्कोर आनंद से किसी बिंदु तक लाने में जो किया गया कार्य तथा उस परीक्षण आवेश के जो अनुपात परीक्षण जो आवेश का जो अनुपात होगा उसी को क्या बोलते हैं यहां पर विद्युत विभाग होते हैं बिंदु है क्या कल आएगा वहां से कर देखें तो यह क्या होगा यहां से बराबर हो जाएगा क्योंकि ठीक है अब यह तुम्हारी क्या होती है इसकी परिभाषा होती है

बात करें दूसरे शब्दों में घर देखना चाहिए और इसकी जो मात्र की अगर बात करें तो मात्र तो होता हमारा जूल प्रति गुलाम यह चर्चा कर देगी तो क्या हो जाएगा जिसको एस आई पद्धति में क्या बोलते हैं बोलते हैं ठीक है और दूसरी बात करते हैं यहां पर कि यह विवाह क्या वैसे क्या होता है अगर देखें तो हमारे पास क्या है एक तरह से यह जिस प्रकार यहां पर अगर कोई भाई हमारे पास ठीक है यह कोई पानी की पाइप है अगर इसके ऊपर यहां पर हम पर इसमें जल प्रवाहित करना तो यहां पर अगर पानी का अगर दाम नहीं लगाएंगे तो पानी क्या यहां पर आगे नहीं जाएगा ठीक है ठीक उसी प्रकार क्या है यह विवो भी क्या करता है किसी चालक परिचालक है हमारे पास ही है कुचालक है इस तरह से और इसकी शेरों क्या करें कि यहां पर आकर भी तो दुकान पर नहीं लगाएंगे अगर देखें तो यहां से क्या है यहां पर तो क्या होगा उसके बिना यहां पर चालक के जो मुक्त रखना होगा कि नहीं करेंगे और मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं करते करेंगे यहां पर धारा का प्रवाह

नहीं होगा ठीक है यह हमारा क्या है कृषि विभाग क्या होता है किसी भी अगर बैटरी कैसे रोका कर देखें तो वह क्या है जो ऋण आत्मक टर्मिनल होता है बहुत ज्यादा लगता है उसके बीच में क्या है कैसे संचित ऊर्जा का रूप होता है अगर देखें तो यहां से यहां पर क्या होता है कि वो का अंतर के कारण क्या है यहां पर यह क्या आवेश का प्रवाह होता है और आवेश का प्रवाह की अगर बात करें तुम्हारे पास देखो कोई दो इस तरह से अगर दूसरा उदाहरण कर देखें तो हमारे पास यह कोई चालक है इस तरह ठीक है यह कोई हमारा क्या है की तरह से अपनी मां से कोई कुछ अलग है ठीक है वहीं चालक भी हमारे पास क्या है तीन आवश्यकता है माल अच्छा रावे रावे सब ने ले ली दूसरा चालक कोई नहीं इस तरह से ले लिया हमने इसके ऊपर यहां पर आवेश कितने हैं इसके राहावे समय मान लेगी इसके ऊपर आवे तो ही आवेदन दोनों चालकों को यहां पर अगर कनेक्ट कर देंगे तो इसमें तय किया है कि या आवेश का प्रवाह तब तक होगा कि जब तक भी दोनों पर आवेश का मान क्या हो जाए बराबर हो जाए तो यहां से आकर देखो इसमें दो आवेश में ज्यादा है तो इस कमरे

का वेश में चला जाएगा अब यह आवेश इसमें चला गया तो इसका मतलब यहां पर क्या है इसके ऊपर तीन ऑफिस होकर इसके ऊपर तीन इक्के पीना हो गए अब इसके बाद में इसमें आवेश का पर स्थानांतरण नहीं होता है इसको तो यहां पर इसको हम दोनों का भी हो क्या हमारा यह मान लेते हैं यह भी इसका है और यह इसका दोनों का भी हो जाएगा यहां पर बराबर हो जाएगा कि हम धारा प्रवाहित करने के लिए अगर देखें तो वहां पर क्या होना चाहिए करें विवाह का अंतर होगा तभी उसमें क्या होगी धारा प्रवाहित होगी तो यही हमारी क्या है पल आएगा

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General Knowledge Mock Test

10 Questions 10 Marks 7 Mins

सही उत्तर '2' है 

विभव किसे कहते हैं कितने प्रकार की होती है? - vibhav kise kahate hain kitane prakaar kee hotee hai?
Key Points

विभाव- काव्य में किसी वस्तु या विषय के वर्णन को पड़ने से जो भाव उपन्न होते हैं, उन्हें विभाव कहते हैं। विभाव दो प्रकार के होते हैं।

  1. आलंबन विभाव
  2. उद्दीपन विभाव
  1. आलंबन विभाव- जिसका सहारा पा कर मन में स्थाई भाव जागृतित हो, उन्हें आलंबन विभाव कहते हैं। जैसे :- नायक नायिका,

आलंबन को दो भागो में बाटा गया है।

  • आश्रयालंबन
  • विषयालंबन
  1. उद्दीपन विभाव- जिन वस्तुओ और परिस्तिथियों को देख कर जो भाव उद्दीप्त होने लगते है, उन्हें उद्दीपन विभाव कहते हैं।

जैसे- युद्ध के बाजे, गर्जना – तर्जना, कोकिल – कुंजन, नायका – नायिका आदि।

  • आलंबन गत उद्दीपन
  • वातावरण गत उद्दीपन

Latest MP Patwari Updates

Last updated on Nov 29, 2022

MP Patwari Revised Vacancies Out! The Madhya Pradesh Professional Examination Board (MPPEB) has revised the vacancy count from 2736 to 6755. A new recruitment notification for MP Patwari has been released. The application process will commence on 5th January 2023 and end on 19th January 2022. The selection of candidates will be on the basis of a written examination. This is a great MP Government Job opportunity for all the Graduate candidates.

विभव किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं?

विभाव- काव्य में किसी वस्तु या विषय के वर्णन को पड़ने से जो भाव उपन्न होते हैं, उन्हें विभाव कहते हैं। विभाव दो प्रकार के होते हैं। आलंबन को दो भागो में बाटा गया है। उद्दीपन विभाव- जिन वस्तुओ और परिस्तिथियों को देख कर जो भाव उद्दीप्त होने लगते है, उन्हें उद्दीपन विभाव कहते हैं

विभव की परिभाषा क्या है?

Solution : किसी चालक की वह अवस्था जो यह बताए कि इसे किसी चालक के साथ संपर्क में लाने पर विद्युत् आवेश का प्रवाह किस दिशा में होगा, विभव कहलाता है।

विभव किसे कहते हैं इसका एस आई मात्रक क्या है?

विभव का SI मात्रक वोल्ट (V) है।

विभव का एक रूप क्या है?

विद्युत विभव का मात्रक :- इसका SI मात्रक = V (वोल्ट) होता है। अतः एक कूलाम आवेश को अनंत से विद्युत क्षेत्र के किसी बिंदु में मिलाने में एक जूल कार्य किया जाता है। तो उस बिंदु पर विभव 1 वोल्ट होगा।