निकिटीनफाहियान बर्नियरनिकोलो कोटि Show
Solution : निकोलो कोटि विजयनगर साम्राज्य की यात्रा करने वाला पहला विदेशी यात्री था । वह इटली का निवासी था, जिसने विजयनगर शासक देवरॉय प्रथम के शासनकाल में 1420-21 ई. में विजयनगर की यात्रा की थी । प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक भारतीय उपमहाद्वीप कई विदेशी यात्रियों के आगमन का गवाह रहा है और उनमें से कुछ यात्रियों के द्वारा बहुमूल्य यात्रावृतांतों की भी रचना की गई हैंl इन यात्रावृतांतों से हमें तत्कालीन सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक स्थिति को समझने में मदद मिलती हैl तत्कालीन लेखकों की लेखन के बारे में क्या धारणा थी, उसे जाने बिना इन यात्रावृतांतों को नहीं समझा जा सकता हैl यहां हम विजयनगर साम्राज्य के विभिन्न शासकों के शासनकाल के दौरान भारत आने वाले प्रसिद्ध यात्रियों का विवरण दे रहे हैंl प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक भारतीय उपमहाद्वीप कई विदेशी यात्रियों के आगमन का गवाह रहा है और उनमें से कुछ यात्रियों के द्वारा बहुमूल्य यात्रावृतांतों की भी रचना की गई हैंl इन यात्रावृतांतों से हमें तत्कालीन सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक स्थिति को समझने में मदद मिलती हैl तत्कालीन लेखकों की लेखन के बारे में क्या धारणा थी, उसे जाने बिना इन यात्रावृतांतों को नहीं समझा जा सकता हैl यहां हम विजयनगर साम्राज्य के विभिन्न शासकों के शासनकाल के दौरान भारत आने वाले प्रसिद्ध यात्रियों का विवरण दे रहे हैंl
1. अबू अब्दुल्लाह/इब्नेबतूतावह मोरक्को का रहने वाला थाl उसने अपने जीवन के तीस साल उत्तरी अफ्रीका, पश्चिमी अफ्रीका, दक्षिणी यूरोप, पूर्वी यूरोप, भारतीय उपमहाद्वीप, मध्य एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी चीन की यात्रा में बिताए थे. उसने अपनी किताब “रेहला” (तुहफाट-उल-नज़र फी गरीब उल-अम्सर वा अजीब-उल-असर) में “हरिहर प्रथम” के शासनकाल का वर्णन किया हैl 2. निकोलो डी कोंटी
Source: m2.paperblog.com वह इटली का रहने वाला था. उसने देवराय द्वितीय के शासनकाल में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था. उसने “ट्रेवल्स ऑफ निकोलो कोंटी” नामक पुस्तक में इस यात्रा का वर्णन किया हैl क्यों मुगल,मौर्यों और मराठों ने कभी दक्षिणी भारत पर आक्रमण नहीं किया? 3. अब्दुर रज्जाकSource: upload.wikimedia.org वह एक फारसी विद्वान और इतिहासकार था, जिसने देवराय द्वितीय के शासनकाल में तैमूर राजवंश के शासक शाहरूख के राजदूत के रूप में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था. उसने अपने यात्रावृतांत “सदाइन वा मजमा उल बहरीन” में देवराय द्वितीय के शासनकाल का वर्णन किया हैl 4. अथानासिउस निकीतिनSource: russiapedia.rt.com वह भारत की यात्रा पर आने वाला पहला रूसी यात्री और व्यापारी था. उसने अपनी यात्रावृतांत में मोहम्मद तृतीय के शासनकाल के दौरान बहमनी साम्राज्य की तत्कालीन स्थिति का वर्णन किया हैl योग विचारधारा: प्राचीन भारतीय साहित्य दर्शन 5. लुडोविको डी वर्थेमाSource: www.loc.gov वह इटली का रहने वाला थाl उसने अपनी यात्रावृतांत में मिस्र, भारत, सीरिया आदि देशों की यात्राओं का वर्णन किया है. वह मक्का के पवित्र तीर्थस्थल की यात्रा करने वाला पहला ईसाई थाl 6. दुआरतो बारबोसाSource: s-media-cache-ak0.pinimg.com वह एक पुर्तगाली लेखक और खोजकर्ता थाl उसने अपनी पुस्तक “एन अकाउंट ऑफ कन्ट्रीज बॉर्डरिंग द इंडियन ओसियन एंड देअर इनहैबीटेंट” में कृष्णदेव राय के शासनकाल में विजयनगर साम्राज्य की तत्कालीन स्थिति का वर्णन किया हैl 7. डोमिंगो पायसSource: s-media-cache-ak0.pinimg.com वह एक पुर्तगाली व्यापारी, लेखक और खोजकर्ता थाl उसने अपने यात्रावृतांत में विजयनगर साम्राज्य के शासक कृष्णदेव राय के शासनकाल में प्राचीन शहर हम्पी के सभी ऐतिहासिक पहलुओं का सबसे विस्तृत वर्णन किया हैl 8. फर्नाओ नुनीजSource: ak.jogurucdn.com वह एक पुर्तगाली यात्री, इतिहासकार और घोड़ों का व्यापारी थाl उसने अच्युतराय के शासनकाल के दौरान भारत का दौरा किया था और विजयनगर में तीन साल बिताए थेl उसने विजयनगर के इतिहास, विशेषकर शहर की नींव, तीन वंशों के शासन के बाद की स्थिति एवं दक्कन के सुल्तानों और उड़ीसा के शासकों के साथ विजयनगर के शासकों की लड़ाई का विस्तृत वर्णन किया है. उसने विजयनगर साम्राज्य के सांस्कृतिक पहलुओं का भी उल्लेख किया हैंl उसने महिलाओं के पहनावे के साथ-साथ राजा की सेवा में महिलाओं की नियुक्ति की भी प्रशंसा की हैl 9. मार्कोपोलोSource: www.biography.com वह वेनिस का रहने वाला प्रसिद्ध व्यापारी, यात्री और इतिहासकार थाl वह एकमात्र विदेशी यात्री है जिसके योगदानों को इब्नेबतूता (महानतम मध्यकालीन यात्री) के समकक्ष माना जाता है. भारत आने पर पुरूष एवं महिला दर्जियों को देखकर वह आश्चर्यचकित हो गया था, लेकिन वह उनसे अपने नाप का कोट बनवाने में विफल रहाl सर्वप्रथम विजयनगर की यात्रा पर आने वाला विदेशी यात्री निकोलो-डी-कोन्टी था। यह इटली का निवासी था, जिसने विजयनगर शासक देवरॉय प्रथम के शासन काल में 1420-21 ई. में विजयनगर की यात्रा की थी। निकोलो-डी-कोन्टी ने अपनी यात्रा विवरणों को लैटिन भाषा में लिखा था। जिसमें उसने यहाँ के शहर, राजदरबार, प्रथाओं, व्यवहारों आदि का वर्णन किया है। ....अगला सवाल पढ़े विजयनगर की यात्रा करने वाले प्रथम विदेशी यात्री कौन थे?Niccolò de' Conti विजयनगर आने वाला पहला विदेशी यात्री था.
विजयनगर साम्राज्य के लिए वेनिस यात्री कौन था?विजयनगर साम्राज्य. कृष्णदेव राय के समय में आने वाले यात्री का क्या नाम था?👉पुर्तगाली यात्री (Portuguese traveller) डुआर्ट बारबोसा (Duarte Barbosa) कृष्णदेव राय के समय में विजयनगर की यात्रा पर आया था. यह (1510-16 ई.)
पुर्तगाली यात्री नूनिज विजयनगर राजदरबार में कब पहुंचा?फरनाओं नुनीज एक पुर्तग़ाली यात्री था, जो 1535 ई. में विजयनगर आया था। उसने सम्पूर्ण विजयनगर राज्य का विस्तृत भ्रमण किया और उसके इतिहास तथा उस समय की राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक-सांस्कृतिक एवं आर्थिक दशा का विस्तृत वर्णन किया है।
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