Show
Physics में विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव या heating effect of electric current या विद्युत धारा का तापीय प्रभाव 12th और 11th के महत्वपूर्ण chapter में से एक है विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव दर्शाने वाले यंत्रो की भी बात इस पेज में करेंगे जैसे electric bulb,electric heater,fuse तार आपने कभी अपने table fan को उपयोग तो किया ही होगा जब आप अपने table fan को चालू करते है और वह कुछ देर तक चलता है फिर आप उसे बंद करने जाते है तब आप देखेंगे कि उसका पीछे का भाग गर्म हो गया है यह क्या है इसका answer है कि यही विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव है विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव क्या है
इसमे विद्युत ऊर्जा सीधे उष्मीय ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है चुकी उष्मा भी ऊर्जा का रूप है इसलिए इसे मापा भी जा सकता है विद्युत अपना उष्मीय प्रभाव दर्शाने में कितना व्यय करती है
विद्युत ऊर्जा का उष्मीय ऊर्जा में रूपांतरण क्यों होता हैवास्तब में विद्युत धारा उष्मीय प्रभाव क्यों दर्शाती है इसका कारण है कि जब हम तार या किसी भी चालक में धारा प्रवाहित करते है तो तार के हर point पर विद्युत क्षेत्र पैदा हो जाता है आप जानते होंगे कि इसकी विपरीत दिशा में इलेक्ट्रान जाने लगते है विद्युत क्षेत्र के उल्टी दिशा में इलेक्ट्रान गतिमान होते है तब वे तार के धन आयनों से टकराते है तो विद्युत धारा का loss होता है यही उष्मा या ताप में बदल जाती है इस प्रकार विद्युत धारा अपना उष्मीय प्रभाव दर्शाती है विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव दर्शाने वाले उपकरणजो उपकरण विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव दर्शाते हैं वे सभी गर्म होते है जब उन में विद्युत बहने लगती है जैसे विद्युत बल्ब,विद्युत प्रेस यानी स्त्री ,विद्युत ऊष्मक हीटर,फ्यूज तार इन सभी उदाहरण की detail नीचे है विद्युत बल्बसबसे आसान और ज्यादा दिखने वाला उदाहरण विद्युत बल्ब है आपने देखा होगा कि विद्युत बल्ब गर्म हो जाता है इसमे टंगस्टन का पतला तार होता है जिसे विद्युत फिलामेंट कहते है एक कांच के वर्तन में वैक्यूम क्रिएट करके या निर्वात बना के इस फिलामेंट में धारा प्रवाहित की जाती है तब यह जलने लगता है इस filament का तापमान 2000℃ से ज्यादा हो जाता है फ्यूज तारयह एक तार होता है जिसे फ्यूज तार कहते है यह एक circuit protector का काम करता है यह तार तांबे,लेड और तीन की मिश्र धातुबक पतला तार होता है इसका गलनांक कम होता है जब सर्किट में धारा प्रवाहित की जाती है तो यह तार गर्म होता है और जब जरूरत से ज्यादा धारा प्रबहित होती है तो यह भी ज्यादा गर्म हो जाता है और यही इसका गलनांक होता है इस लिए ये गल के टूट जाता है और सर्किट में तेज धारा नही बह पाती है इस प्रकार फ्यूज तार विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव दर्शाता है
विद्युत heaterHeater जो कमरे को गर्म करता है और जिस पर खाना बनाते है सभी विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव दर्शाते हैं विद्युत हीटर में नइक्रोम का तार सर्पिलाकार आकृति में होता है जिसमे विद्युत धारा बहाने पर वह तार बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है यह page जो विद्युत धारा का उष्मीय प्रभाव और इसे दर्शाने वाले उपकरण की जानकारी के लिए था यह आपके काम आया हो तो इसे शेयर जरूर करें नीचे buttons है विद्युत इस्तरी( electric press) –विद्युत इस्तरी भी विद्युत धारा के उसमें प्रभाव पर ही आधारित है electric press मे नाइक्रोम का एक तापक तार अभ्रक की एक पतली चादर पर सपाट रूप से लिपटा रहता है इसे अभ्रक की एक दूसरी पतली चादर पर रखकर इस्तरी के तल पर रख देते है तापक तार को उपर से एस्बेस्टोक उष्मा का कुचालक इस्तरी के तल लौहे का बना होता है जिसकी बहरी सतह पर cr की पॉलिश होती है कौन सा उपकरण विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव के सिद्धांत पर कार्य नहीं करता है?Solution : इलेक्ट्रिक फ्यूज (सीसे तथा टिन का मिश्रधातु) जिसमें एक निश्चित गलनांक होता है, विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव पर कार्य करता है। जब परिपथ में प्रवाहित धारा का मान एक निश्चित परिसीमा को पार कर जाता है तो यह गलकर परिपथ को तोड़ देता है।
विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव से आप क्या समझते हैं?(i) यदि किसी चालक का प्रतिरोध नियत रहता है, तो उसमें नियत समय में उत्पन्न ऊष्मा धारा के वर्ग के समानुपाती होती है। अर्थात् H ∝ I2जब R एवं t नियत है। (ii) यदि किसी चालक में बहती हुई धारा का का मान नियत हो, तो किसी निश्चित समय में उत्पन्न ऊष्मा चालक के प्रतिरोध के समानुपाती होती है।
विद्युत धारा के तापीय प्रभाव पर आधारित सुरक्षा आयुक्त को क्या कहते हैं?वह युक्ति जो परिपथ में विद्युत धारा के प्रवाह को उत्क्रमित कर देती है, उसे दिक्परिवर्तक कहते हैं।
इनमें से कौन विद्युत धारा के ऊष्मीय प्रभाव पर आधारित है गीज़र वॉशिंग मशीन टी वी उपरोक्त सभी?उत्तर-(i) जब छड़ AB में प्रवाहित विद्युत धारा में वृद्धि हो जाए तब चालक पर लगाया गया बल बढ़ जाता इसलिए छड़ का विस्थापन बढ़ जाएगा। (ii) जब अधिक प्रबल चुंबक प्रयोग किया जाए तब चुंबकीय क्षेत्र का प्रभाव बढ़ जाता है जिस कारण छड़ पर लगा बल और छड़ का विस्थापन दोनों बढ़ जाते हैं।
|