5G नेटवर्क कौन सी कंपनी बना रही है? - 5g netavark kaun see kampanee bana rahee hai?

5G Network India: आप 5G इंटरनेट सेवाओं के बारे में कई सालों से सुनते आ रहे होंगे, मगर यह लोगों की पहुंच में कब होगी किसी को नहीं पता था. यहां तक कि आपने नया स्मार्ट फोन भी ले लिया होगा तो जिसमें 5G इंटरनेट (5th Generation Mobile Network) की सुविधा भी होगी, लेकिन आपको  5G इंटरनेट नहीं मिलता होगा. मोबाइल फोन बनाने वाली कंपनियां कई सालों से जोर-शोर से 5G फोन का प्रचार-प्रसार कर, बाजार में फोन बेच रही हैं. मगर, आपके फोन में 5G नेटवर्क नहीं आता होगा, क्योंकि देश में 5G नेटवर्क (5G Network) की सुविधा नहीं है. मगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही लोगों को 5G नेटवर्क की सुविधा मिल सकती है. 

रिलायंस इंडस्ट्रीज की बैठक
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की सोमवार दोपहर सालाना (AGM) की बैठक में 5G सर्विस लॉन्च करने का ऐलान कर दिया. AGM बैठक में मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो 5जी दुनिया का सबसे बड़ा 5जी नेटवर्क होगा. शुरुआत में 5 शहरों में 5जी सेवा दी जाएगी. दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता में दीवाली तक 5जी सेवा शुरू होगी. इसके बाद दिसंबर 2023 तक पूरे देश में 5जी सर्विस पहुंचा दी जाएगी. जियो 5जी हाईस्पीड जियो एयर फाइबर का ऑफर देगा. 

इंटरनेट क्षेत्र में आएगी क्रांति
गौरतलब है कि भारत में दूरसंचार कंपनियां लंबे समय से लोगों को 4G इंटरनेट (4th Generation Mobile Network) की सुविधा मुहैया करवा रही हैं. जिससे लोगों को वाई-फाई के अलावा मोबाइल नेटवर्क से भी तेज गति से इंटरनेट स्पीड मिल रही है, लेकिन  5G सेवाओं के शुरू होने से भारत के इंटरनेट क्षेत्र में क्रांति आ जाएगी. ऐसे में 5G नेटवर्क आने से भारत में किस तरह से फायदा होगा यह जानना जरूरी है. हम यह भी जानते हैं कि 5G अगली जेनरेशन की छलांग है, तो आईए हम जानते हैं 5G सेवाओं के बारे में. 

'संवाद' करने के तरीके को बदलेगा 5G
इसमें कोई संदेह नहीं है कि 5G कनेक्टिविटी लोगों के 'संवाद' करने के तरीके को बदल देगी. अगली पीढ़ी की यह तकनीक तेज स्पीड और कम समय में इंटरनेट सुविधा प्रदान करेगी, वहीं इससे पहले सिर्फ ऑप्टिकल फाइबर ब्रॉडबैंड पर ही ऐसी स्पीड मिलती थी जो अन्य दूसरे उपकरणों को भी तेज स्पीड से कनेक्टिविटी मुहैया करती थी. वहीं अमेरिका जैसे विकसित देशों में 5G इंटरनेट की शुरुआत काफी खराब रही है, क्योंकि नेटवर्क कैरियर्स को पुरानी 4G/LTE तकनीकों के साथ एयरवेव्स साझा करने के लिए मजबूर किया गया था. क्या भारत में 5G रोलआउट का भी यही हश्र होगा? यह जानना जरूरी है. 

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आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा
वहीं सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि देश में 12 अक्टूबर तक 5G सेवाएं शुरू हो जाएंगी और केंद्र यह सुनिश्चित करेगा कि उपभोक्ताओं के लिए कीमतें सस्ती हों. केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इंस्टॉलेशन की जा रही है और दूरसंचार संचालन 5G सेवाओं के निर्बाध रोलआउट में व्यस्त है. मंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि 5G योजनाएं जनता के लिए सस्ती रहें.

योजना से जुड़ेगें 13 शहर
5G नेटवर्क की आसान और सुचारू तैनाती के लिए छोटे सेल, बिजली के खंभे, स्ट्रीट फर्नीचर तक पहुंच आदि का प्रावधान है. सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा और पहले चरण के दौरान 13 शहरों को 5G इंटरनेट सेवाएं मिलेंगी. जिसमें अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, गांधीनगर, गुरुग्राम, हैदराबाद, जामनगर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे शामिल हैं.

रेट में नहीं होगी ज्यादा बढ़ोत्तरी
3जी और 4जी की तरह, दूरसंचार कंपनियां भी जल्द ही समर्पित 5G टैरिफ योजनाओं की घोषणा करेंगी और उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, उपभोक्ता अपने उपकरणों पर 5G सेवाओं का उपयोग करने के लिए अधिक भुगतान कर सकते हैं. नोमुरा ग्लोबल मार्केट्स रिसर्च की एक हालिया रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के पास दो विकल्प होंगे - या तो उनके समग्र ग्राहक आधार पर मामूली 4 प्रतिशत वृद्धिशील टैरिफ वृद्धि या प्रति दिन 1.5 जीबी प्रति दिन 4जी योजनाओं से 30 प्रतिशत प्रीमियम की वृद्धि की जाए. एयरटेल के सीटीओ रणदीप सेखों ने हाल ही में रिपोर्ट में कहा था कि वैश्विक स्तर पर, 5G और 4G टैरिफ के बीच कोई बड़ा अंतर नहीं है.

भारत में 5G की वर्तमान स्थिति 
वहीं हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. जुलाई 2022 के अंत तक 20 साल की वैधता के लिए कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी की गई. 

5जी से भारत को कैसे होगा फायदा? 
5G भारत में नई संभावनाओं को लेकर आएगा, जो देश में उपयोगकर्ताओं को ज्यादा लाभान्वित कर सकता है. वहीं इसके आने से हाई-स्पीड सर्फिंग और बेहतर कनेक्टिविटी के अलावा, नई तकनीक स्वास्थ्य सेवा और मोबाइल बैंकिंग जैसी सेवाओं की पहुंच को तेजी से आगे बढ़ाएगा. इसके साथ ही देश में बेरोजगारी या बेरोजगार लोगों के लिए नए दरवाजे खोलेगा. इतना ही नहीं, 5G के आने के साथ, हम मौजूदा टायर थ्री शहरों को स्मार्ट सिटी में बदलते हुए देख पाएंगे. यह लोगों और व्यवसायों को तेजी से विकसित होने में भी सहायता करेगा. वहीं निकट भविष्य में, 5G उन्नत डिजिटल अर्थव्यवस्था की बदौलत नागरिकों को सामाजिक-आर्थिक लाभ का भी फायदा मिलेगा. तो आइए समझते हैं कि 5G भारत में और क्या फायदे लाएगा.

5G आने से स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत को लाभ
5G नेटवर्क चिकित्सा क्षेत्र में दूर-दराज के इलाकों में उन्नत चिकित्सा प्रक्रियाओं को फैलाने में मदद करेगा. वहीं डॉक्टर अपने स्थान से ही रोगियों से सीधा जुड़ सकेंगे, साथ ही डॉक्टर सर्जनों को दूरस्थ सर्जरी करने में भी सक्षम बनाएंगे. इसके अलावा, स्मार्ट चिकित्सा उपकरण जैसे कि वियरेबल्स इमरजेंसी की स्थिति में रोगियों को जल्दी सलाह दे सकेंगे. 

IoT सेक्टर के लिए 5G लाभ 
5G की नई तकनीक इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) को भी अपग्रेड करेगी. उन्नत 5G राउटर से एक घर में स्मार्ट डिवाइसेज और अन्य दूसरे उपकरणों का नेटवर्क काफी मजबूत हो जाएगा. यह रिमोट मॉनिटरिंग, स्मार्ट एग्रीकल्चर, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन और टेलीहेल्थ जैसे क्षेत्रों में भी बहुत मददगार साबित हो सकता है. वहीं स्मार्ट आरएफआईडी सेंसर और जीपीएस की मदद से किसान पशुओं को भी ट्रैक कर सकते हैं.

5 जी को चालू करने में दिक्कतें
जहां 5G नेटवर्क कनेक्टिविटी में आने वाली रुकावटों को कम करेगा, वहीं इसके नेटवर्क को लेकर भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा  उपभोक्ताओं को 4G से 5G में शिफ्ट करना महंगा साबित हो सकता है, क्योंकि यह अंदेशा है कि 5G की कीमतें ज्यादा हो सकती हैं. दरअसल, देश में पहले ही 4G इंटरनेट सेवाएं महंगी हो चुकी हैं. हालांकि 5G इंटरनेट रिचार्ज की क्या किमतें होंगी ये तो इसके लॉन्च के बाद ही पता चलेगा.  

यह बात किसी से छिपी नहीं है कि भारत ने  5G की इस नई तकनीक को अपनाने में पहले ही देर कर दी है, जिसका मतलब है कि 5G सेवा से होने वाली कमाई अपेक्षा के अनुरूप नहीं हो पाएगी. इसके अलावा, 5G नेटवर्क देश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में जो डिजिटल दूरी है उसको नहीं पाट पाएगी. 

5G लॉन्च करने से पहले करने होंगे ये काम
देश में पहले से ही मौजूदा सभी नेटवर्क में कहीं न कहीं लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कॉल ड्रॉप्स और इंटरनेट की धीमी से स्पीड से लोग परेशान हैं. आज भी कहीं-कहीं 4G नेटवर्क उस स्पीड से नहीं चलता जिसका वादा दूरसंचार कंपनियां करती हैं. इसलिए कंपनियों से सबसे पहले इसमें सुधार करने की जरूरत है. यह बात समय-समय पर होती रहती है कि भारत में 5G इंटरनेट सेवाओं को शुरु करने से पहले मौजूदा 4G नेटवर्क को ठीक करना बेहद जरुरी है. इसलिए, भारत में अगर 5G नेटवर्क को फैलाना संभव बनाना है तो दूरसंचार कंपनियों को टेक्नोलॉजी को उपभोक्ताओं और नेटवर्क वाहकों के लिए वित्तीय रूप से सरल बनाना होगा. 

भारत का पहला 5G नेटवर्क शुरू करने वाली कंपनी का नाम क्या है?

भारती एयरटेल 5G सेवा शुरू करने वाली देश पहली कंपनी बन गई है। एयरटेल ने भारत में 5G नेटवर्क के लिए एरिक्शन (Ericsson) के साथ साझेदारी की है। भारती एयरटेल इस 5G सेवा के लिए अपने मौजूदा लिबरलाइज्‍ड स्पेक्ट्रम को 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में एनएसए नेटवर्क की तकनीक का उपयोग किया गया है।

5G कंपनी कौन सी है?

भारत में Airtel के बाद Reliance Jio ने भी अपनी 5G सेवाओं का रोलआउट भारत में शुरू कर दिया है। Ookla ने बताया है कि दोनों नेटवर्क्स में से कौन बेहतर 5G स्पीड चुनिंदा शहरों में दे रहा है।

5G लॉन्च करने वाला पहला देश कौन सा है?

गैजेट डेस्क. दक्षिण कोरिया शुक्रवार को कॉमर्शियल 5जी सर्विस शुरू करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा। सैमसंग के नए 5जी स्मार्टफोन की लॉन्चिंग के साथ यह सर्विस शुरू हो रही है। सैमसंग भी दक्षिण कोरिया की ही कंपनी है।

क्या 5G फोन में 4G सिम चल सकती है?

4G सिम में 5G नेटवर्क का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। अगर आपके पास 5G स्मार्टफोन है और इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको अलग से 5G सिम खरीदने होंगे। जिस तरह से 3G के बाद 4G पर शिफ्ट होने के लिए लोगों ने 4G सिम खरीदा था। ठीक इसी प्रकार 4G सिम 5G पर शिफ्ट होने के लिए सिम कन्वर्ट करवाना जरूरी है।