अपवर्तन का दूसरा नियम क्या है? - apavartan ka doosara niyam kya hai?

हेलो दोस्तों हमारा प्रश्न है अपवर्तन के नियम क्या है समझाइए ठीक है तो सबसे पहले समझते क्या बर्तन की घटना क्या होती है ठीक है तू जब कोई जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तो वह अपने जो अपने मार्ग से क्या हो जाता है विचलित हो जाता है ठीक है तो यह जो प्रकाश कि जो यह मार्ग से विचलित होने की जो घटना होती है इसे हम लोग क्या कहते हैं प्रकाश के अपवर्तन की घटना कहते हैं ठीक है देखिए यह वायु है ठीक है और यह कहां चल ठीक है तू जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में अर्थात भाइयों से जब कांच में आ रही है तू क्या हो जा रही है अपने मार्ग से क्या हो जा रही है विचलित हो जा रही है ठीक है मतलब मार्ग से जोड़ने की घटना मतलब यहां पर देकर इसे अगर यह इसे निर्गत किधर होना चाहिए इस तरह से लेकिन यह क्या होता है जैसी माध्यम यहां पर माध्यम चेंज होते या अपने मार्ग से क्या हो गई अपने थोड़ी छोड़ दो कि जो इस तरह से यह निर्गत हुई थी कि हमारा क्या

अगर हम भी हो क्यों बोले तो हमारा क्यों जो है अपवर्तन अपवर्तन प्रकाश है ठीक है ओके और जो पियो है वह क्या है आप अतीत प्रकाश ठीक है अब यह जो मूड नहीं जो अपने मार्ग से विचलित होने की जो बात हो रही है ठीक है तो यह माध्यम पर निर्भर करती है कि माध्यम सघन है या अविरल है मतलब प्रकाश को संचालित हो रही है अगर वह विरल से सघन में आएगी तो यह अभिलंब की ओर मुड़े की ठीक है अभी लंब की और मुर्गी और अगर यह सघन से विरल में जाएगी तो अभिलंब से दूर मरेगी मतलब इधर कहीं दूर विचलित हो कि ठीक है तो यह होती अपवर्तन की घटना ठीक है अब बात करते हैं यह माननी चाहिए मेरा एंड ऐसे जो चाहिए अभिलंब ठीक है पहले नियम की बात करें तो पहला नियम कहता है

कि जो हमारा आप्तित किरण आप्तित किरण अपवर्तक किरण वर्धित किरण और अभिनव अभिनव तीनों एक ही पल में होते हैं लेकिन होते हैं यह हमारा क्या है पहला नियम है और तक दूसरे नियम की बातें दूसरा नियम जो है इसे हम लोग स्नेल का नियम कहते हैं ठीक है सुनील का नियम चुकी जिसने नामक वैज्ञानिक ने इस नियम का प्रतिपादन किया तो सुनील के नियम से क्या होता है कि किन्हीं दो माध्यमों के लिए ठीक है अगर प्रकाश का आतंक ऑन ठीक है यह जो आप भी प्रकाशित इसे जो अभी आप अतीत प्रकाश और अभिलंब के बीच का कोण होता है उसे माई

आपतन कोण कहते हैं और जो दोबारा अपवर्तन कोण होते अपवर्त्य प्रकाश होता है और अभिलंब के बीच का जो कौन होता है इसे हम लोग क्या कहते अपवर्तन कोण कहते हैं ठीक है दूसरे के नियम से क्या होता है जो अपवर्तन कोण की जया ठीक है और अपवर्तन कोण की जया का जो अनुपात होता है वह एक नियतांक हो तो इसे गर्म करने के रूप में लिखित साईं नाथ साईं नाथ बराबर क्या होता है म्यूट एक नियतांक होता है क्या होता है यह नियतांक होता है नियतांक और या नियतांक बराबर होता है न्यू 2 बटा न्यू वन के ठीक है न्यू टू अ न्यू वर्ड क्या होता है कर्म से दोनों माध्यमों का अपवर्तनांक होता है ठीक है तो यहां सब लिख सकते हैं साइन आई बटा 10 बराबर म्यूट दो बटा न्यू वन ठीक है जहां पर मुहर और म्यूट क्या है क्रम से माध्यम से पहले मध्यम तथा दूसरे माध्यम का निरपेक्ष अपवर्तनांक ठीक है यह क्या

यह हमारा दोनों माध्यमों को कर्म से यह निरपेक्ष अपवर्तनांक होता है ठीक है होता है और यहां पर म्यूट तू जो है मैं यहां पर यह जो गर्म देखें माध्यम अगर मान लीजिए यहां इसका पटना कि नहीं हुआ है उसका पर इतना कम यूट्यूब है ठीक है तो साइन आई बट असाइन आज इन दोनों के जया का जो अनुपातों को नोकिया का अनुपात मुंह में 1 बटा में यूट्यूब यूट्यूब बटन बन के बराबर होता है यह था सुनील के द्वारा प्रतिपादित अपवर्तन का दूसरा नियम ठीक है तो यह हमारे दो नियम होते हैं प्रकाश प्रकाश के अपवर्तन के धन्यवाद

रिया के प्रश्न आवर्तन के दूसरे नियम को खाली था नियम के नाम से जाना जाता है ठीक है तो देखें सबसे पहले समझते अपवर्तन है क्या बर्तन देखें अपवर्तन का नियम कहता है कि जब प्रकाश की किरण प्रकाश की किरण किसी विरल माध्यम से कहां से विरल माध्यम से सघन माध्यम की ओर जाती है सघन माध्यम की ओर जाती है या शत्रुघ्न माध्यम में प्रवेश करती है तो अपने मार्ग से विचलित हो जाती है ठीक है प्रवेश करती है तो क्या हो जाती है मार्ग से विचलित हो जाती है इस घटना को हम क्या कहते हैं आप और कैसे हैं आप वर्तन कहते हैं अति की मांगी थी कि आपके पास कोई इस प्रकार का 15 का क्लास है ठीक है

यह लीजिए आज का गुटका है आप यह वायु हो गया तो मान लीजिए एक प्रकार से किरण ऐसे करके आती है ठीक है इस पर तो वह जो है अपने मार्ग से विचलित हो जाती है कुछ इस प्रकार से भी तेज हो जाती है तथा फिर से जब यहां से बाहर निकलती है तो अपन पूना महा पर वापस आ जाती है ठीक है अब यह जहां से विपरीत होती है वहां इसका अभिलंब कहते हैं ठीक है कांच के गुटके का क्या होता है वही होता है अब इस अभिलंब और आपकी किरण यह क्या है आप तिथि रहे इसके बीच के कोण को हम आप तन कर देते हैं या आतंक और कहते हैं ठीक है अभी परावर्तन तथा अपवर्तन सॉरी अपवर्तन होता है कांच के अंदर में उसे हम अपवर्थी किरण कहते हैं और उसे अपवर्तन कोण के नाम से जानते हैं आर के नाम से तो एक नियम है क्या महल का नियम जो स्नेल का नियम

जो कहता है कि यह माध्यम का अपवर्तनांक म्यूजिक क्या होता है आप तन कॉल कीजिए मतलब नहीं आई और परावर्तन कोण कीजिए के अनुपात के बराबर होता है इस के बराबर होता है यह सेंड कर कहता है तो यह क्या होता है और तन के नियम को दूसरा नियम होता हम यहां से देख सकते हैं कि जो अपवर्तन का नियम है उसे स्नेल के नियम से भी जाना जाता है हमारा उत्तर क्यों क्या हो जाएगा अपवर्तन के दूसरे नियम को हल्का स्नेल के नियम के नाम से भी जाना जाता है नियम के नाम से भी जाना जाता है धन्यवाद

Free

Electric charges and coulomb's law (Basic)

10 Questions 10 Marks 10 Mins

Latest Army Technical Agniveer Updates

Last updated on Dec 2, 2022

The Indian Army has released the official notification for the post of Indian Army Technical Agniveer Recruitment 2022. A total number of 25000 vacancies have been released to recruit the candidates for Indian Army Agniveer Recruitment. The exam date is yet to be announced. The age limit to apply for the Indian Army Technical Agniveer is from 17.5 to 21 years. But the candidates must note that the maximum age limit has been increased to 23 only for the 2022 recruitment cycle. The candidates can check out the Indian Army Technical Syllabus and Exam Pattern.

Let's discuss the concepts related to Electromagnetic Waves and Reflection and Refraction. Explore more from Physics here. Learn now!

अपवर्तन का दूसरा नियम कौन सा है?

Detailed Solution जहाँ n1 आपतित अपवर्तनांक है, n2 अपवर्तित अपवर्तनांक है, जहाँ sinθ1 आपतन कोण है और sinθ2 अपवर्तन कोण है। ऊपर से n1/n2 का अनुपात स्थिर है इसलिए sinθ1 /sinθ2 का अनुपात भी स्थिर रहेगा। अतः हम कह सकते हैं कि अपवर्तन के द्वितीय नियम को स्नेल नियम कहते हैं।

अपवर्तन क्या है इसके दो नियम लिखिए?

प्रश्न 7 : अपवर्तन के नियम लिखिए। (1) आपतित किरण अभिलम्ब तथा अपवर्तित किरण तीनों एक ही तल में होते है। (2) आपतन कोण की ज्या और अपवर्तन कोण की ज्या का अनुपात एक नियतांक होता है जिसे पहले माध्यम के सापेक्ष दूसरे का अपवर्तनांक कहते है।

अपवर्तन के कितने नियम होते हैं?

प्रकाश के अपवर्तन के दो नियम होते हैं जो इस प्रकार है- आपतित किरण, अपवर्तित किरण तथा आपतन-बिंदु पर खींचा गया अभिलंब तीनों एक ही तल में होते है। किन्हीं दो माध्यमों और प्रकाश के किसी निश्चित वर्ण (रंग) के लिए आपतन कोण की ज्या (sine) तथा अपवर्तन कोण की ज्या का अनुपात एक नियतांक होता है जो अपवर्तनांक कहलाता है।

अपवर्तन का प्रथम नियम क्या है?

अपवर्तन का प्रथम नियम : आपतित किरण, आपतन बिन्दु पर पारदश्र्ाी पृष्ठ का अभिलम्ब तथा अपवर्तित किरण सभी समान तल में रहते है।