भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है यह आपका सवाल और जवाब यह है कि भारत के हर कोने में चाहिए इसलिए जरूरी है क्योंकि पानी की सतह काफी नीचे होती जा रही है धरती के नीचे जाने की वीडियो सेहार पेड़ पौधों की जड़ों तक उसका पानी बहुत जरूरी होता है जितना उसको नहीं मिल पाता इस वजह से भारत में ही क्या पूरे विश्व में सिंचाई बहुत जरूरी है

bharat me sinchai kyon aavashyak hai yah aapka sawaal aur jawab yah hai ki bharat ke har kone me chahiye isliye zaroori hai kyonki paani ki satah kaafi niche hoti ja rahi hai dharti ke niche jaane ki video sehar ped paudho ki jadon tak uska paani bahut zaroori hota hai jitna usko nahi mil pata is wajah se bharat me hi kya poore vishwa me sinchai bahut zaroori hai

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है यह आपका सवाल और जवाब यह है कि भारत के हर कोने में चाहिए इस

  4      

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?
 175

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?

This Question Also Answers:

Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App!

सिंचाई मिट्टी या जमीन के लिए पानी का एक बेहतरीन अनुप्रयोग है.

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?

सिंचाई मिट्टी या जमीन के लिए पानी का एक बेहतरीन अनुप्रयोग है. यह कृषि फसलों, मरुस्थलीय क्षेत्रों में अच्छी तरह से नमी को कायम रखने में मृदा और वनस्पति की मदद करता है. इसके अलावा सिंचाई कृषि के उत्पादन में भी मदद करता है और शीतकाल में पाला के खिलाफ पौधों की रक्षा भी करता है. साथ ही मृदा अपरदन को रोके रखता है और मृदा के संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके अलावा जो भूमि बिना वर्षा के कृषि उप्तादन में सक्षम होती है उसे शुष्क भूमि खेती के रूप में जाना जाता है. कृषि में व्यापक उत्पादन को प्राप्त करने के लिए जल की व्यापक आवश्यकता होती है. सिंचाई सुविधाओं की उपलब्धता हमारे देश में अत्यंत अपर्याप्त है जिसकी वजह से कृषि उत्पादन को अनेक समस्याओ का सामना करना पड़ता है.

भारतीय संदर्भ में सिंचाई के महत्व का कारण:

• अनिश्चित, अपर्याप्त और अनियमित वर्षा का होना.
• विविध प्रकार की फसल पद्धति का पाया जाना. जिन्हें अत्यधिक मात्रा में जल की आवश्यकता होती है.
• सिंचित भूमि पर उन्नत उत्पादन.
• नई कृषि पद्धति में सिंचाई की भूमिका:
• उच्च उत्पादनकारी बीज की उपस्थिति जिसे अधिक मात्र में जल की आवश्यकता होती है जिससे उत्पादन के उच्च स्तर को बनाये रखा जा सके.
• खेती के अंतर्गत अधिक भूमि के आने की प्रक्रिया का लगातार होना. भूमि उपयोग की जानकारी के लिए सरकारी स्तर पर पूरी रिपोर्टिंग के अनुसार वर्ष 2008 में 305690000 हेक्टेयर भूमि पर कृषि होती थी. इसके 17020000 हेक्टेयर भूमि पर न तो कृषि होती थी और न ही यह भूमि उपजाऊ थी.10,320,000 हेक्टेयर भूमि बंजर भूमि थी जबकि 14540000 हेक्टेयर भूमि वर्तमान में परती भूमि के रूप में मौजूद है.
• उत्पादन स्तर में अस्थिरता को कम करना.

और जानने के लिए पढ़ें:

कृषि: भूमि सुधार

भारत में संविधान सभा का निर्माण

संविधान से पूर्व पारित अधिनियम

  • आजादी के बाद भारत पूर्णत: खाद्यान्नों पर आत्मनिर्भर नहीं था | देश में खाद्यान्न संकट को दूर करने के लिए देश में अनाज अन्य देशों से आयात किया जाता था |
  • भारत को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रथम और दूसरी पंचवर्षीय परियोजनाओं में कृषि को बढ़ावा देने पर बल दिया गया था |
  • प्रथम पंचवर्षीय परियोजना में कृषि को बढ़ावा देने के लिए भाखड़ा-नांगल बाँध और हीराकुण्ड बाँध सहित अनेक सिंचाई परियोजनाएँ इस अवधि के दौरान शुरू की गई थी |
  • सरकार के प्रयासों के चलते 1947 से अब तक कुल सिंचित क्षेत्र में 5 गुना बढ़ोत्तरी हुई है | लेकिन 2015 के आँकड़ों के अनुसार अभी भी शुद्ध बोये गये क्षेत्रफल का मात्र 46% ही सिंचित है औरशेष 54%क्षेत्रफल अभी भी वर्षा जल पर ही निर्भर है |

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?
सिंचाई

  • भारत में सिंचाई के लिए कुआँ, तालाब, नहर और नलकूप आदि साधन उपयोग में लाए जातेहैं |
  • भारत में सर्वाधिक सिंचित क्षेत्रफल वाला राज्य उत्तर प्रदेश है | इसके बाद सिंचित क्षेत्रफल वाला राज्य क्रमश: राजस्थान, पंजाब और आंध्र प्रदेश हैं |
  • कुल क्षेत्रफल के प्रतिशत की दृष्टि से देश का सर्वाधिक सिंचित राज्य पंजाब है | पंजाब का लगभग 97% हिस्सा सिंचित क्षेत्र के अन्तर्गत आता है |
  • भारत में सर्वाधिक असिंचित क्षेत्रफल वाला राज्य महाराष्ट्र है तथा दूसरे स्थान परराजस्थान राज्यहै |
  • महाराष्ट्र का अधिकाँश क्षेत्र वृष्टि छाया प्रदेश के अन्तर्गत शामिल है | अर्थात् मानसून की अरब सागर शाखा पश्चिमी घाट पर्वत से टकराकर पश्चिमी घाट के पश्चिमी हिस्सों पर तो वर्षा करती है किन्तु पश्चिमी घाट के पूर्वी भाग पर इसके द्वारा वर्षा नहीं हो पाती है, जिसके कारण पश्चिमी घाट पर्वत के पूर्वी हिस्से सूखे रह जाते हैं | उदाहरण के लिए महाराष्ट्र का विदर्भ क्षेत्र |
  • महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में कुआँ और नलकूप आदि भी नहीं लगाये जा सकते हैं, क्योंकि यहाँ की भूमि पथरीली है | इसके साथ ही यहाँ वर्षा भी नहीं होती है, जिसके कारण यहाँ तालाब आदि नहीं पाये जाते हैं |
  • देश में कुल सिंचित क्षेत्र में सर्वाधिक योगदान कुओं और नलकूपों का है |नहरों द्वारा देश में लगभग 32% जबकि तालाबों द्वारा लगभग 6%क्षेत्रों में सिंचाई की जाती है तथाशेष 5% क्षेत्र पर सिंचाई अन्य साधनों द्वारा की जाती है |
  • देश में नहरों द्वारा सिंचित शीर्ष राज्यउत्तर प्रदेश है, इसके बाद क्रमश: राजस्थान, आंध्र प्रदेश और पंजाब राज्यहैं |
  • आंध्र प्रदेश में गोदावरी और कृष्णा नदियों से अनेक नहरें निकाली गयी हैं | यही कारण है कि आंध्र प्रदेश नहरी सिंचाई में तीसरे स्थान पर पहुँच गया है |
  • दक्षिण भारत मेंतालाबों द्वारा सिंचाई परम्परागत रूप से की जाती रही है, जिसका मुख्य कारण भौगोलिक है |
  • प्रायद्वीपीय भारत का भाग पठारी है |भूमि के पथरीली होने के कारण यहाँ नहरें बनाना आसान नहीं होता है | दूसरी ओर यदि किसी तरह यहाँ नहरें बना भी दी जायें तो यहाँ सतह पर सूक्ष्म दरारें पायी जाती हैं | इन दरारों से नहरों का जल रिसकर निकल जाता है |यहाँ कुआँ खोदना भी अत्यन्त दुष्कर है |
  • यहाँ यदि नदियों से नहरों को निकाल भी दिया जाये तो इन नहरों से विशेष लाभ नहीं होगा क्योंकि दक्षिण भारत की अधिकांश नदियाँ मौसमी हैं | इन नदियों में मानसून काल में तो पर्याप्त जल रहता है, किन्तु मानसून के समाप्त होने के बाद धीरे-धीरे इन नदियों का जल कम होने लगता है | ऐसी कम जल वाली नदियों से नहरों के निर्माण करने से विशेष प्रभाव नहीं पड़ता है |
  • प्रायद्वीपीय भारत के ऊबड़-खाबड़ होने के कारण यहाँ थालानुमा स्थलाकृतियाँ पायी जाती हैं | इन स्थलाकृतियों में वर्षा का जल भर जाता है |
  • धरातल के चट्टानी होने के कारण यहाँ जल का रिसाव नहीं हो पाता है, जिसके कारण दक्षिण भारत में तालाबों में देर तक पानी बना रहता है | इन्हीं कारणों से दक्षिण भारत में तालाब से सिंचाई को अधिक महत्वपूर्ण माना गया है |
  • देश में तालाबों द्वारा सर्वाधिक सिंचाईआंध्र प्रदेश तथा इसके बाद दक्षिण भारत में तमिलनाडु में किया जाता है |
  • देश में नलकूपों द्वारा सिंचित शीर्ष राज्यउत्तर प्रदेश है | इसके बाद पंजाब और बिहार का स्थान क्रमश: दूसरे एवं तीसरे नम्बर पर है |

योजना आयोग ने देश में सिंचाई परियोजनाओं को तीन भागों में विभाजित किया है –

(i)     वृहद् सिंचाई परियोजनाएँ

(ii)    मध्यम सिंचाई परियोजनाएँ

(iii)   लघु सिंचाई परियोजनाएँ

वृहद् सिंचाई परियोजनाएँ

  • इस परियोजना के तहत ऐसी सिंचाई परियोजनाओं को शामिल किया जाता है, जो10,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को सिंचित करती हैं | उदाहरण के लिए देश के सभी बड़े बाँध जैसे – भाखड़ा नांगल बाँध, बगलीहार परियोजना और टिहरी परियोजना आदि को शामिल किया जाता है |
  • इसके साथ ही बड़े बाँधो से निकाली गयी नहरें भी इसी परियोजना के अन्तर्गत शामिल की जाती हैं | जैसे – इन्दिरा गाँधी नहर, शारदा नहर आदि |

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?
सिंचाई

मध्यम सिंचाई परियोजनाएँ

  • ऐसी सिंचाई परियोजनाएँ जो 2,000 हेक्टेयर से अधिक और 10,000 हेक्टेयर से कम क्षेत्रफल को सिंचित करती हैं, उन्हें मध्यम सिंचाई परियोजना के अन्तर्गत शामिल किया गया है | उदाहरण के लिए- छोटी नहरों को मध्यम सिंचाई परियोजना के अन्तर्गत रखा गया है |

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?
सिंचाई

लघु सिंचाई परियोजानाएँ

  • 2,000 हेक्टेयर से कम क्षेत्र को सिंचित करने वाली परियोजना को लघु सिंचाई परियोजना के तहत् शामिल किया जाता है |
  • लघु सिंचाई परियोजना के अन्तर्गत तालाब, नलकूप, कुआँ और ड्रीप सिंचाई आदि को शामिल किया जाता है |
  • देश में सर्वाधिक सिंचित क्षेत्रफल लघु सिंचाई परियोजना अर्थात् तालाब, कुआँ और नलकूप आदि के द्वारा ही किया जाता है |

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है कोई तीन? - bhaarat mein sinchaee kyon aavashyak hai koee teen?
सिंचाई

भारत में सिंचाई क्यों आवश्यक है तीन कारण?

Solution : भारत में निम्नलिखित कारणों से सिंचाई की आवश्यकता है(i) जल का असमान वितरण । (ii) मानसून का अनियमित, अपर्याप्त तथा कमजोर होना । भारत में सिंचाई के प्रमुख साधन(i) नहरें (ii) कुएँ (iii) नलकूप (iv) तालाब ।

सिंचाई की आवश्यकता क्यों होती है?

उत्तर फसलों के जीवन को पूर्ण करने के लिए तथा खेत से पोषक तत्वों को पौधों में पहुंचाने के लिए सिंचाई आवश्यक है।

भारत में सिंचाई के कौन कौन से कारण है?

सिंचाई.
सिंचाई.
भारत की कृषि का ज्यादातर हिस्सा मानसूनी वर्षा पर निर्भर है । ... .
भारत की उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु, वर्षा की असमानता एवं अनिश्चितता, वर्षा जल का तेजी से बहकर सागरों में चले जाना, जल का तीव्र वाष्पीकरण, फसलों की बहुलता एवं विशिष्टता तथा मिट्टी की प्रकृति आदि कारणों से सिंचाई की आवश्यकता पड़ती है ।.

सिंचाई क्या है सिंचाई का महत्व लिखिए?

सिंचाई (sichai) करने से फसलों की वानस्पतिक वृद्धि अधिक होती है तथा कृषि उत्पादन बढ़ जाता है जो किसी भी क्षेत्र की सम्पन्नता का प्रतीक माना जाता है । पौधों को वृद्धि एवं विकास के लिए वर्षा जल के अतिरिक्त भी जल की आवश्यकता होती है जिसकी पूर्ति के लिए कृत्रिम रूप से सिंचाई (Irrigation in hindi) की जाती है