हिंदी का प्रथम एकांकी कौन सा हैं? - hindee ka pratham ekaankee kaun sa hain?

हिंदी का प्रथम एकांकी कौन सी है?

सामान्यतः जयशंकर 'प्रसाद' के ''एक घूंट'' (1929) को हिन्दी का पहला एकांकी होने का गौरव दिया जाता है।

हिंदी एकांकी का जनक कौन है?

डॉ राम कुमार वर्मा (15 सितम्बर, 1905 - 1990) हिन्दी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार, व्यंग्यकार और हास्य कवि के रूप में जाने जाते हैं। उन्हें हिन्दी एकांकी का जनक माना जाता है। उन्हें साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सन १९६३ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।

हिंदी एकांकी का आरंभ कब से माना जाता है?

हिन्दी एकांकी के विकास की दृष्टि से द्वितीय युग प्रसाद के युग से जाना जाता है। इस संदर्भ में आधुनिक एकांकी-साहित्य की प्रथम मौलिक कृति के रूप में प्रसाद के 'एक घूँट' का उल्लेख किया जा सकता है। यह रचना सन् 1929 में प्रकाशित हुई। यहीं से हम एकांकी के शिल्प में महत्वपूर्ण परिवर्तन देखते हैं।

एकांकी में कितने अंक होते हैं?

एक अंक वाले नाटकों को एकांकी कहते हैं। अंग्रेजी के 'वन ऐक्ट प्ले' शब्द के लिए हिंदी में 'एकांकी नाटक' और 'एकांकी' दोनों ही शब्दों का समान रूप से व्यवहार होता है।