भैंस को हिट पर कैसे लाएं - bhains ko hit par kaise laen

मिल्कोफोड साइलेज पशुधन के लिए एक उच्च ऊर्जा वाला शानदार चारा व अत्यधिक पोषक आहार है। इस में उच्च गुणवत्ता वाले फाइबर के साथ उच्चतम कार्बोहाइड्रेट, चुनन्दा प्रोटीन, खनिज और सूक्ष्म तत्व भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। मिल्कोफोड साइलेज पशुपालकों के लिए भूसे, हरे चारे का बहुत अच्छा विकल्प है।

वर्तमान समय में पशुपालन काफी बढ़ रहा है ऐसे में पशुओं को पालने में कई दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है.  ज्यादातर पशुपालकों की यह शिकायत होती है कि उनके जानवरों में गर्मी(Animal Heat) नहीं आ पाती हैं, जिससे उन्हें पशुपालन (Animal Husbandry) में परेशानी होती है. पशुओं में हीट लाना (Bring Heat to Animals) बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इससे ही कोई भी पशु दूध बनाने से लेकर प्रसव करने में सक्षम हो पाता है, वरना उसे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू और देशी नुस्ख़े बताने जा रहे हैं. जिसके बाद से सिर्फ 3 दिनों के इस्तेमाल से आपके जानवर में गर्मी आने लगेगी.

जानवरों में हीट कैसे पैदा करें (How to Generate Heat in Animals)

आम नुस्ख़ा (Common Remedy)

सबसे पहले आपको जयफल की आवश्यकता होगी, जो आपको किसी भी स्थानीय किराना की दुकान से मिल मिल जायेगा. जायफल को आग पर अच्छी तरह से पकाने के बाद इसे बेलन से तोड़कर उनके भूसे या खाने के अंदर डालकर जानवर को खिलाएं.

घरेलू नुस्ख़े (Home Remedies)

पशुओं को गुड़ देना (Giving jaggery to animals): कम मात्रा में दिया जाने वाला गुड़ पशुओं के पेट में सूक्ष्मजीवों के विकास में मदद करता है और पाचन शक्ति को बढ़ाता है. इससे जानवरों में भूख की मात्रा अधिक हो जाती है. गुड़ ऊर्जा देने के साथ-साथ भूख भी बढ़ाता है, इसलिए यह आवश्यक तत्वों की आपूर्ति में मदद करता है, जिससे पशु गर्मी में आ जाता है, लेकिन कोशिश करें कि गुड़ अधिक मात्रा में और लगातार ना दें, क्योंकि अधिक मात्रा में दिया जाने वाला गुड़ पशु के लिए परेशानी का कारण बन सकता है.

पशुओं को बिनौला खिलाना (Feeding cottonseeds to animals): पशुओं को गर्मी में लाने के लिए बिनौला दिया जाता है. इससे जानवरों में जल्दी नया दूध बनता है. लेकिन बिनौले को हमेशा उबालना चाहिए क्योंकि कच्चे बिनौले में गॉसिपोल नाम का जहर होता है, जो जानवर को नुकसान भी पहुंचा सकता है.

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गुड़ और तारामीरा तेल का मिश्रण देना (Mixing jaggery and taramira oil): गुड़ और तारामीरा के तेल का मिश्रण अपने पशुओं को लगभग आधा किलो से एक किलो तक 5-7 दिन तक दें. कभी कभी इस मिश्रण में थोड़ा सा नमक भी मिला दिया जाता है या फिर कुछ लोग सौंफ, अजवायन, सोंठ और गुड़ का काढ़ा बनाकर जानवरों को देते हैं.

गुड़, सरसों के तेल और तिल का मिश्रण देना (Giving a mixture of jaggery, mustard oil and sesame): इस नुस्खे के अनुसार लगभग 100 मिलीलीटर तेल में एक रोटी गुड़ और बराबर मात्रा में तिल मिलाकर इस मिश्रण को पीसकर पशुओं को 4 से 5 दिन तक खिलाया जाता है. गुड़, सरसों के तेल और तिल में काफी प्रोटीन होता है. इसलिए जब इन सभी तत्वों को मिला दिया जाता है, तो पशु के गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है.

दोस्तों बहुत सारे किसान भाई यह शिकायत करते है के उनके पशु हीट में नहीं आते जिसके कारण किसानो को नुकसान हो जाता है । लेकिन आज हम आपको ऐसा ही एक देसी और घरेलू नुस्खा बताने जा रहे है जिसके सिर्फ 3 दिन के इस्तमाल से आपका पशु हीट में आ जायेगा ।

इस नुस्खे को त्यार करने के लिए सबसे पहले आपको जयफल जरूरत होगी जो आपको आपके लोकल पंसारी की दुकान से मिल जायेंगे । सबसे पहले एक जायफल लें यह जयफल बहुत सख्त होता है इस लिए सबसे पहले इसको आग पर अच्छी तरह से पक्का लें पकाने के बाद इसको बेलन से तोड़ ले और इसको आटे के पेड़े के अंदर डाल कर पशु को खिला दें।इस पेड़े के ऊपर गुड़ जरूर लगा ले जिस से पशु इसको आसानी से खा लेंगे ।

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ऐसा पेड़ा आपको पशु को 3 दिन लगातार देना है और इतने दिनों में ही इसका रिजल्ट आपको मिल जायेगा । दोस्तों एक बात का ध्यान जरूर रखना है के जयफल बहुत गर्म होता है इस लिए गलती से भी आपको नहीं खाना है और साथ ही पशु को भी 3 से ज्यादा बार नहीं देना है । और ज्यादा जानकारी के लिए निचे दी हुई वीडियो जरूर देखें ।

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पशुओं के गर्मी में ना आने के कारण

  • मादा गर्मी के लक्षण तब नहीं दिखा सकती है जब वह बहुत बूढ़ी हो या वह बिना मालिक के ज्ञान के मेल-मिलाप हो जाए I
  • कभी-कभी पशु किसी भी संकेत के बिना गर्मी में आते हैं इसे “चुप्प गर्मी” कहा जाता है और भैंसों में ये आम तौर पर पायी जाती है ।
  • यदि फ़ीड पर्याप्त नहीं है या प्रोटीन, लवण या पानी की कमी है, तो पशु गर्मी में आने में विफल हो सकता है। गर्मी में लाने के लिए आपको मादा की फीड में सुधार करने की आवश्यकता होगी।
  • पशुओं के पेट में कीड़ों क होना या बच्चेदानी में संक्रमण के कारण भी पशु गर्मी में नहीं आते I
पशुओं को गर्मी में लाने के लिए देशी इलाज
  • “बड़ा गोखरू (पेडलियम म्युरेक्स)” 500 ग्राम किण्वित चावल के पानी के 1000 मिलीलीटर में धोया जाता है जो एक तेलीय उत्सर्जन प्रदान करता है। यह पशुओं के मदकाल की शुरुआत से तीन दिन पहले मौखिक रूप से दिया जाता है। स्पष्ट योनि स्राव को देखने के बाद पशु को टीका लगवाया जा सकता है I

भैंस को हिट पर कैसे लाएं - bhains ko hit par kaise laen

बड़ा गोखरू

  • “अश्वगंधा” (विदेनिया सोमनीफेरा) के राइज़ोम्स 150 ग्राम, जिन्जेली बीज 150 ग्राम को अच्छी तरह से 2 मुर्गी के अण्डों और 2 केले के फलों में मिलाकर पेस्ट तैयार करें और पशु को 7 दिनों के लिए दें I यदि पशु तब भी गर्मी में नहीं आता तो 7 दिनों के अंतराल पर फिर से इलाज (केवल 1 दिन के लिए) दोहराएं।

भैंस को हिट पर कैसे लाएं - bhains ko hit par kaise laen

अश्वगंधा

  • पशुओं को गर्मी में लाने के लिए प्रजना या जनोवा नामक गोलियों का सेवन करायें I ये गोलियां केवल पशु चिकित्सक की निगरानी में अपने पशु को दें I

 

अन्य नुस्खे
  • यदि गाय या भैंस गर्मी में नही आती है तो कुछ गर्म पदार्थ खिलाना चाहिए। जैसे बाजरा, भूसी, खली, मसूर, चुन्नी, अरहर, अण्डा कबूतर का मल इत्यादि। ये सब खिलाने से जानवर को अवश्य ही लाभ मिलेगा।
  • इसके साथ ही साथ खनिज मिश्रण पर्याप्त मात्रा में (20 से 30 मिलीग्राम प्रतिदिन 20 दिनों के लिए) पशु के आहार में जरूर सम्मिलित करना चाहिए।
  • कभी भी गाय या भैंस को गाभिन (टीका लगवाने) कराने के बाद ठण्ड में या छाया वाले स्थान पर रखना चाहिए और यह ध्यान रखना चाहिए कि गाभिन होने के तुरन्त बाद जानवर को बैठने नहीं देना चाहिए, क्योंकि गाभिन होने के तुरन्त बाद बैठ गया तो सारा वीर्य बाहर निकल जाएगा और वो गाभिन नहीं हो पायेगी। गाभिन होने पर जानवर को कुछ ठण्डा चारा खिलाना चाहिए। जैसे चरी, पुआल, बरसीम, जौ, उर्द, चुन्नी इत्यादि।
  • पशुओं को हर 3 महीने बाद पेट के कीड़ों की दवाई दें I

  • मादा गर्मी के लक्षण तब नहीं दिखा सकती है जब वह बहुत बूढ़ी हो या वह बिना मालिक के ज्ञान के मेल-मिलाप हो जाए I
  • कभी-कभी पशु किसी भी संकेत के बिना गर्मी में आते हैं इसे “चुप्प गर्मी” कहा जाता है और भैंसों में ये आम तौर पर पायी जाती है ।
  • यदि फ़ीड पर्याप्त नहीं है या प्रोटीन, लवण या पानी की कमी है, तो पशु गर्मी में आने में विफल हो सकता है। गर्मी में लाने के लिए आपको मादा की फीड में सुधार करने की आवश्यकता होगी।
  • पशुओं के पेट में कीड़ों क होना या बच्चेदानी में संक्रमण के कारण भी पशु गर्मी में नहीं आते I
पशुओं को गर्मी में लाने के लिए देशी इलाज
  • “बड़ा गोखरू (पेडलियम म्युरेक्स)” 500 ग्राम किण्वित चावल के पानी के 1000 मिलीलीटर में धोया जाता है जो एक तेलीय उत्सर्जन प्रदान करता है। यह पशुओं के मदकाल की शुरुआत से तीन दिन पहले मौखिक रूप से दिया जाता है। स्पष्ट योनि स्राव को देखने के बाद पशु को टीका लगवाया जा सकता है I

भैंस को हिट पर कैसे लाएं - bhains ko hit par kaise laen

बड़ा गोखरू

  • “अश्वगंधा” (विदेनिया सोमनीफेरा) के राइज़ोम्स 150 ग्राम, जिन्जेली बीज 150 ग्राम को अच्छी तरह से 2 मुर्गी के अण्डों और 2 केले के फलों में मिलाकर पेस्ट तैयार करें और पशु को 7 दिनों के लिए दें I यदि पशु तब भी गर्मी में नहीं आता तो 7 दिनों के अंतराल पर फिर से इलाज (केवल 1 दिन के लिए) दोहराएं।

भैंस को हिट पर कैसे लाएं - bhains ko hit par kaise laen

अश्वगंधा

  • पशुओं को गर्मी में लाने के लिए प्रजना या जनोवा नामक गोलियों का सेवन करायें I ये गोलियां केवल पशु चिकित्सक की निगरानी में अपने पशु को दें I

 

अन्य नुस्खे
  • यदि गाय या भैंस गर्मी में नही आती है तो कुछ गर्म पदार्थ खिलाना चाहिए। जैसे बाजरा, भूसी, खली, मसूर, चुन्नी, अरहर, अण्डा कबूतर का मल इत्यादि। ये सब खिलाने से जानवर को अवश्य ही लाभ मिलेगा।
  • इसके साथ ही साथ खनिज मिश्रण पर्याप्त मात्रा में (20 से 30 मिलीग्राम प्रतिदिन 20 दिनों के लिए) पशु के आहार में जरूर सम्मिलित करना चाहिए।
  • कभी भी गाय या भैंस को गाभिन (टीका लगवाने) कराने के बाद ठण्ड में या छाया वाले स्थान पर रखना चाहिए और यह ध्यान रखना चाहिए कि गाभिन होने के तुरन्त बाद जानवर को बैठने नहीं देना चाहिए, क्योंकि गाभिन होने के तुरन्त बाद बैठ गया तो सारा वीर्य बाहर निकल जाएगा और वो गाभिन नहीं हो पायेगी। गाभिन होने पर जानवर को कुछ ठण्डा चारा खिलाना चाहिए। जैसे चरी, पुआल, बरसीम, जौ, उर्द, चुन्नी इत्यादि।
  • पशुओं को हर 3 महीने बाद पेट के कीड़ों की दवाई दें I

भैंस को हीट में लाने के लिए क्या खिलाना चाहिए?

यदि गाय या भैंस गर्मी में नही आती है तो कुछ गर्म पदार्थ खिलाना चाहिए। जैसे बाजरा, भूसी, खली, मसूर, चुन्नी, अरहर, अण्डा कबूतर का मल इत्यादि। ये सब खिलाने से जानवर को अवश्य ही लाभ मिलेगा।

पशु को हीट में लाने के लिए क्या देना चाहिए?

पशुओं को बिनौले खिलाना:- पशुओं को हीट में लाने के लिए बिनौले दिए जाते हैं क्योंकि इनकी तासीर गरम होने की वजह से पशु जल्दी बोल पड़ता है और नए दूध हो जाता है। पर बिनौले हमेशा उबाल कर ही देने चाहिये क्योंकि कच्चे बिनौलों में गोसीपोल नाम का जहर होता है जिससे पशु को नुकसान भी हो सकता है।

भैंस कितने दिन में हिट में आती है?

भैंस अक्सर देर शाम से सुबह सवेरे तक लगभग 12-18 घंटे गर्मी में रहती है। गर्भित न होने पर वह हर 19–23 दिन बाद गर्मी में आती रहती है।

बछिया को हीट में कैसे लाएं?

पशुपालक हार्मोन संतुलित कराने के लिए पशुपालन विभाग से तीन इंजेक्शन लगवा सकते हैं। पहला इंजेक्शन जीरो दिन, फिर सातवें दिन और इसके बाद नौवें दिन इंजेक्शन लगेगा। दसवें दिन पशु हीट पर आ जाएगा और उसे गर्भित गर्भाधान कराया जा सकता है।