प्रेतबाधा से मुक्ति के 10 सरल उपाय Show
हिन्दू धर्म में भूतों से बचने के अनेक उपाय बताए गए हैं। चरक संहिता में प्रेत बाधा से पीड़ित रोगी के लक्षण और निदान के उपाय विस्तार से मिलते हैं। > ज्योतिष साहित्य के मूल ग्रंथों- प्रश्नमार्ग, वृहत्पराषर, होरा सार, फलदीपिका, मानसागरी आदि में ज्योतिषीय योग हैं जो प्रेत पीड़ा, पितृ दोष आदि बाधाओं से मुक्ति का उपाय बताते हैं। > अथर्ववेद में भूतों और दुष्ट आत्माओं को भगाने से संबंधित अनेक उपायों का वर्णन मिलता है। यहां प्रस्तुत है प्रेतबाधा से मुक्ति के 10 सरल उपाय। 1. ॐ या रुद्राक्ष का अभिमंत्रित लॉकेट गले में पहने और घर के बाहर एक त्रिशूल में जड़ा ॐ का प्रतीक दरवाजे के ऊपर लगाएं। सिर पर चंदन, केसर या भभूति का तिलक लगाएं। हाथ में मौली (नाड़ा) अवश्य बांध कर रखें। 2. दीपावली के दिन सरसों के तेल का या शुद्ध घी का दिया जलाकर काजल बना लें। यह काजल लगाने से भूत, प्रेत, पिशाच, डाकिनी आदि से रक्षा होती है और बुरी नजर से भी रक्षा होती है। आगे पढ़े कुछ खास टोटके... Bhoot pret bhagane ke mantra कुछ मनुष्य मृत्यु के पश्चात भूत प्रेत की योनि में जन्म ले लेते हैं सनातन धर्म के अनुसार भूत प्रेत व्यक्ति को प्रताड़ित करते हैं वहीं कुछ भूत ऐसे भी होते हैं जो अच्छी आत्मा के रूप में विचरण करते रहते हैं. जो आत्माएं बुरी होती हैं वह जब भूत प्रेत की योनि में जन्म लेते हैं तो सांसारिक मनुष्य को परेशान करना शुरू कर देती हैं ऐसे में व्यक्ति भूत प्रेतों से परेशान होकर अत्यधिक कष्ट प्राप्त करता है. अगर किसी के ऊपर भूत के साया पड़ जाती है तो उन से पीछा छुड़ाना बड़ा मुश्किल हो जाता है क्योंकि भूत प्रेत लगने के बाद व्यक्ति को यह एहसास नहीं होता है कि उसको किस कारण से शारीरिक कष्ट मिल रहा है. धर्म शास्त्रों में भूत प्रेत
डाकिनी शाकिनी चुड़ैल जैसी तमाम आत्माएं एक डरावनी वेशभूषा में होती हैं जो व्यक्ति के सामने अचानक आ जाती हैं और व्यक्ति को डरा कर परेशान करते हैं या फिर कभी कभी व्यक्ति को मार देते हैं भूत प्रेत भगाने के मंत्रBhoot pret bhagane ke mantra जब भूत प्रेत का साया किसी को ग्रसित कर देता है तो उसको भगाने के लिए हमारे धर्म शास्त्रों में कई सारे मंत्रियों का भी उल्लेख मिलता है जिनकी क्रिया करने से भूत प्रेत भाग जाते हैं और किसी भी प्रकार का कोई कष्ट नहीं दे पाते हैं. भूत प्रेत अधिक परेशान कर रखी है तो बहुत से लोग तांत्रिक के पास जाते हैं और उन के माध्यम से भूत प्रेतों को बाहर कर देते हैं भूत प्रेत भगाने के कुछ शाबर मंत्र भी हैं जिनके माध्यम से हम भूत प्रेतों से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं. 1. भूत प्रेत भगाने का हनुमान शाबर मंत्रBhoot pret bhagane ke mantra भूत प्रेत भगाने के लिए हनुमान जी के मंदिर में रामनवमी के दिन अथवा सूर्य ग्रहण के दिन गूगल की धूप जलाकर पांच दीपक जलाएं और एक श्रीफल पान का बिगड़ा हनुमान जी को अर्पित करें और 108
बार गूगल की धूप से आहुति दें. उसको किसी पेड़ के सहारे खड़ा करके सिर के ऊपर एक कील साबर मंत्र पढ़ते हुए और एक अकेला हाथ की बीच की उंगलियों में ठोकनी है. इसी प्रकार पैरों की उंगलियों के बीच में भी शरीर के पास कील ठोक दे और मंत्र पढ़कर लाल रंग के धागे से पेड़ के चारों और लपेट दें. मंत्र इस प्रकार से है हडमान हठीले ठीक वज्र काकील मेरा गुरू कचनी काटे मैं भी कचनी काटूं ,सात समंदर खाय हनुमत रज क उच्चारे मेरी अंजीन का पूत संकट मे सहाय होय मेरी आन गुरू की शान मेरी आन गुरू की आन ईश्वर गौरा पार्वती महादेव की दुहाई मंत्र जाप करने के बाद सभी चीजें व्यक्ति के ऊपर से 7 बार उतार कर हनुमान जी का नाम लेकर छोड़ दें इसके बाद रोगी के ऊपर से एक लोटा पानी उतारे और रोगी को घर लाकर उसी पानी से हाथ पैर धोए भूत प्रेत बाधा दूर हो जाएगी. 2. भूत प्रेत भगाने का हनुमान दूसरा शाबर मंत्रइस मंत्र के माध्यम से भूत प्रेत और जिन को भगाते हैं.Bhoot pret bhagane ke mantra ओम नम: आदेश गुरू को हनुमंत बीर बीर बजरंगी वज्र धार डाकिनी शाकिनी भूत प्रेत जिन्न सबको अब मार मार ,न मारे तो निरंजनी निराकार की दोहाई ।। इस साबर मंत्र को 21 दिन तक हनुमान जी की पूजा शनिवार के दिन प्रारंभ करके 111 बार जाप करें और 7 दिन बाद किसी चौराहे पर 7:00 कंकर लाकर उड़द के दाने के साथ मंत्र जपते हुए छोड़ दे. रोगी अपने आप ही ठीक हो जाएगा. 3. हनुमान जी का साबर मंत्रBhoot pret bhagane ke mantraहनुमान जी का यह मंत्र 21000 बार जाप करना होता है इसके लिए हनुमान जी के मंदिर में प्रातः 4:00 बजे उठकर जाप करना है. इस मंत्र की सिद्धि के लिए अमावस्या के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाकर रोगी को उस दीपक को भूलने के लिए कहे और 7 बार मंत्र पढ़कर रोगी के ऊपर फूंक मार दें भूत प्रेत भाग जाएगा। ॐ नमो दीप मोहे।दीप जागे पवन चाले।पानी चाले शाकिनी चाले।डाकिनी चाले भूत चाले।प्रेत चाले नौ सौ निन्यानवे नदी चाले हनुमान वीर की दुहाई।मेरी भक्ति गुरु की शक्ति।फुरै मंत्र ईश्वरो वाचा
4. कामाख्या देवी मंत्र से भूत प्रेत दूर करेंमां कामाख्या तंत्र मंत्र सिद्ध करने वाले तांत्रिकों के लिए प्रमुख देवी हैं ऐसे में यदि किसी भी व्यक्ति को भूत-प्रेत की बाधा है तो मां कामाख्या देवी के इस मंत्र के माध्यम से भूत प्रेत बाधा दूर की जा सकती हैं. कामाख्या के इस साबर मंत्र को सिद्ध करने के लिए किसी ग्रहण काल में सिद्ध करें जब सूतक लग जाए तो भोजन ना करें इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए उस स्थान पर जाएं जहां पानी कब बंद हो. वहां पर जाकर पानी के अंदर अपनी नाभि तक तू बोले उसके बाद नीचे दिए गए रक्षा कवच मंत्र को 108 बार जाप करें मंत्र सिद्ध हो जाएगा इसके बाद माता को भोग लगाएं. ओम कामरू देश कामाक्षा देवी जहां बसे इस्माइल योगी चल रे जहां से ,अमुख नाम बोलें ,के उपर आई ।उसको दण्ड न करें तो गुरू गोरख नाथ बंगाल खंड कामाक्षा की दुहाई Bhoot pret bhagane ke mantra सिद्ध होने के बाद मंत्र को 21 बार पढ़ कर रोगी को फूंक मारते रहे भूत प्रेत दूर हो जाएगा 5. मां काली का भूत प्रेत भगाने का मंत्रBhoot pret bhagane ke mantra भूत प्रेत भगाने के लिए मां काली का शाबर मंत्र बहुत ही शक्तिशाली है यह मंत्र होली अमावस्या के दिन उपवास करके एक हजार एक बार जाप करें. मंत्र जाप करने के लिए तिल का तेल या देसी घी का तेल का दीपक जलाएं और झाड़ा लगाएं और इसके बाद एक नींबू लेकर नींबू पर 21 बार मंत्र पढ़ें और भूत प्रेत से ग्रसित व्यक्ति के ऊपर उतार कर मां काली के चरणों में काट कर रख दे.
हरिया हरताल बामत लोकेश्वरी देवी गाही ऊंची पोखरी नीची पानी तहां बसे कामाक्षा रानी नैना इन्द्र पूजे लात मोर कहका काली कहां जाऊ ता पर गन छुड़ाऊं आपन गुन लगाऊं आपन गुन लेके इन्द्र लेके कैलाश जाऊँ बाइस मुस्का बांध के लाऊँ साबर मन्त्र भूत पराऐ दुहाई कालीकामाक्षा देवी के होवा सहाय 6. भूत प्रेत बाधा हरण हिंदी मंत्रBhoot pret bhagane ke mantra किसी भी प्रकार की भूत प्रेत बाधा को हटाने के लिए हिंदी बीज मंत्र का जाप करें ऊँ ऐं हीं श्रीं हीं हूं हैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय शिक्षय शिक्ष्य महामारेश्रवर रूद्रावतार हुं फट स्वाहा। इस मंत्र को 108 बार जाप करना है और मंत्र जाप करते समय प्रतिदिन एक लोटा जल अभिमंत्रित करना है इसके बाद इस अभिमंत्रित जल को रोगी को पिला दे तथा कुछ छींटे उसके ऊपर मार दे इसके बाद रोगी ठीक हो जाएगा।
7. भूत प्रेत भगाने का दूसरा हिंदी मंत्रतेल नीर, तेल पसार चौरासी सहस्र डाकिनीर छेल, एते लरेभार मुइ तेल पडियादेय अमुकार (नाम) अंगे अमुकार (नाम) भार आडदन शूले यक्ष्या-यक्षिणी, दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चौरा शुचि-मुखा गारुड तलनम वार भाषइ, लाडि भोजाइ आमि पिशाचि अमुकार (नाम) अंगेया, काल जटार माथा खा ह्रीं फट स्वाहा सिद्धि गुरुर चरण राडिर कालिकार आज्ञा Bhoot pret bhagane ke mantra इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए 10000 बार किसी शुभ मुहूर्त में सरसों के तेल लेकर करना है प्रतिदिन 21 बार कम से कम मंत्र जाप करें और जल के ऊपर फूंक मारे और यही जल रोगी को पिला दे और उसके ऊपर छिड़क दें रोगी ठीक हो जाएगा। 8. मोर पंख से भूत प्रेत भगाने का मंत्रBhoot pret bhagane ka mantra भूत-प्रेत की बाधा को दूर करने के लिए मोर के पंख को लेकर नीचे दिए गए मंत्र को पढ़कर फुक मारे और मोर पंख से झाड़ें.
यह मंत्र जितनी बार पड़ेंगे उतनी बार मोर पंख से झाड़ना है इस प्रकार से रोगी से भूत प्रेत भाग जाएगा। 9. भूत प्रेत भगाने का गायत्री मंत्रBhoot pret bhagane ka mantra ऋग्वेद में वर्णित गायत्री के इस महामंत्र के माध्यम से भूत प्रेत को दूर किया जा सकता है इस मंत्र को पढ़कर रोगी के ऊपर फूंक मारें। ॐ भूर्भव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्। 10. भगवान शिव का भूत भगाने का मंत्रBhoot pret bhagane ka mantra भगवान शिव जी के इस मंत्र को पढ़कर रोगी के ऊपर फूंक मारने से भूत प्रेत दूर हो जाते हैं। ओम नमः शिवाय भगवान शिव का यह मंत्र शक्तिशाली मंत्रों में एक है जो किसी भी प्रकार की भूत प्रेत बाधा को तत्काल दूर कर देता है। भूत झाड़ने का मंत्र क्या है?प्रेत बाधा निवारक हनुमत मंत्र - ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी-यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम् क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय शिक्षय शिक्षय महामारेश्वर रुद्रावतार हुं फट् स्वाहा।
भूत क्या चीज से डरता है?भूत-प्रेत जैसी नकारात्मक शक्तियां नमक से डरती हैं। मान्यता है कि नमक नकारात्मक शक्तियों को आपके घर से निकालकर सकारात्मकता वातावरण का निर्माण करता है।
भूत प्रेत से कैसे छुटकारा मिले?ॐ या रुद्राक्ष का अभिमंत्रित लॉकेट पहनने और घर के बाहर दरवाजे पर ॐ लिखा त्रिशूल का प्रतीक लगाने भूत नहीं आते। माथे पर चंदन या भभूति लगाने और कलाई में मौली बांधने से भी भूतों से रक्षा होती है।
भूत प्रेत क्यों परेशान करते हैं?और जो व्यक्ति दुर्घटना, हत्या, आत्महत्या आदि से मरा है वह भी भूत बनकर भटकता है। ऐसे व्यक्तियों की आत्मा को तृप्त करने के लिए श्राद्ध और तर्पण किया जाता है। जो लोग अपने स्वजनों और पितरों का श्राद्ध और तर्पण नहीं करते वे उन अतृप्त आत्माओं द्वारा परेशान होते हैं।
|