चीनी के उत्पादन में गन्ना क्या है - cheenee ke utpaadan mein ganna kya hai

चीनी पानी में घुलने वाली कार्बन यौगिक है जो कि कार्बोहाइड्रेट ग्रुप में आती है। यह कई प्रकार की होती है- ग्लूकोज, सुक्रोज, फ्रक्टोज़, माल्टोस, लैक्टोज और गैलेक्टोज़ अधिकतर चीनी गन्ने से बनाई जाती है। क्या आप जानते हैं कि सबसे अधिक उत्पादन दुनिया में चीनी का कहां होता है। इस लेख में हमने संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन, FAO की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार) के आंकड़ों के आधार पर चीनी उत्पादन करने वाले देशों ने नाम सूचीबद्ध किया है जो UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS और Railways जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है।

चीनी के उत्पादन में गन्ना क्या है - cheenee ke utpaadan mein ganna kya hai

Top 10 Sugar Producing Countries of the World HN

गन्ना (Sugarcane) उष्णकटिबंधीय दक्षिण पूर्वी एशियाई घास है। यह भारत की एक प्रमुख नकदी फसल है, जिससे चीनी, गुड़, शराब आदि का निर्माण होता हैं। क्या आप जानते हैं कि विषम परिस्थितियां भी गन्ने की फसल को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर पाती हैं, इन्ही विशेष कारणों से गन्ने की खेती अपने आप में सुरक्षित व लाभ की खेती मानी जाती है। हम आपको बता दें कि गन्ने के उत्पादक देश अक्षांश 36.7 डिग्री उत्तर और उष्णकटिबंधीय से उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों तक फैले भूमध्य रेखा के 31.0 डिग्री दक्षिण अक्षांश के बीच में पाए जाते हैं। चीनी में ग्लूकोज, फ्रक्टोज और गैलेक्टोज होता है और चीनी व्यापक रूप से गन्ना और बीट या चुकंदर से उत्पादित होती है।

विश्व के शीर्ष 10 चीनी उत्पादन वाले देश

संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन, FAO आंकड़ों की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार विश्व के शीर्ष 10 चीनी उत्पादन करने वाले देशों पर नीचे चर्चा की गयी है:

10. संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America)

उत्पादन (MT): 29, 235,877

9. इंडोनेशिया (Indonesia)

उत्पादन (MT): 28,700,000

8. फिलीपींस (Philippines)

उत्पादन (MT): 32,000,000

7. कोलंबिया (Colombia)

उत्पादन (MT): 33,363,560

6. मेक्सिको (Mexico)

उत्पादन (MT): 50, 946,483

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5. पाकिस्तान (Pakistan)

उत्पादन (MT): 58,397,000

4. थाईलैंड (Thailand)

उत्पादन (MT): 98,400,000

3. चीन (China)

उत्पादन (MT): 123,460,500

2. भारत (India)

उत्पादन (MT): 361,037,000

1. ब्राजील (Brazil)

उत्पादन (MT): 721,077,287

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नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 120 से अधिक देश अपनी खुद की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर चीनी का उत्पादन कर रहे हैं और अधिकांश (80%) चीनी गन्ने से प्राप्त की जाती है बाकि अन्य 20% चीनी, बीट या चुकंदर से बनाई जाती है. अब आपको उपरोक्त सूची से दुनिया के चीनी उत्पादक देशों की रैंकिंग के बारे में ज्ञात हो गया होगा.

सभी फसलों में से गन्ने को, जो सूर्य ऊर्जा को निपुणता से जीवभार में बदलता है, विभिन्न कृषि उद्योगों को सहायता देने वालों में से एक महत्वपूर्ण फसल के रुप में स्थान दिया जाता है। गन्ने की खेती शर्करा उन्पादन के साथ साथ विभिन्न प्रकार के बहुमूल्य पदार्थों जैसेकि जानवरों का भोजन, बगास, ईथेनाॅल, पेपर और बिजली इत्यादि के लिये किया जाता है। गन्ना (सैक्रम स्पीसिस), एक सी.4 प्रकाश संस्लेषण वाला पौधा, एक ऊँचे कद वाली बहुवर्षीय घास है जिसकी खेती, विश्व के उपोषणकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में 80 से अधिक देशों में की जाती है, मुख्यतः इसकी तने में शर्करा को भंडारित करने की क्षमता के लिये की जाती है। विश्व की करीब 70% चीनी की आपूर्ति गन्ने से बनी चीनी द्वारा ही होती है। विश्व में गन्ना उन फसलों में से सबसे कुशल फसल है जो सूर्य की ऊर्जा को रसायनिक ऊर्जा में बदलती है जिसे एक ईंधन के स्त्रोत के रुप में प्रयोग किया जा सकता है। गन्ने की एक महत्वपूर्ण ऊर्जा फसल के रुप में पहचान को एक नई ऊँचाई उस वक्त मिली जब ब्राजील ने गन्ने से ईथेनाॅल उत्पादन को उच्च स्तर पर करना शुरु किया। क्योंकि गन्ने में सूर्य ऊर्जा को प्रयोग करने की क्षमता में अति सम्पन्न है अतः इसका ऊर्जा उत्पादन के लिये प्रयोग इसको गन्ने की कृषि में सम्भवतः एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने वाला है। इसे ध्यान में रखते हुए गन्ने के द्वारा ऊर्जा उत्पादन का मात्रा निर्धारण और विभिन्न प्रजातियों या जर्मप्लास्म के बीच इसमें अन्तर जांचना गन्ने का नवीकरणीय और दीर्घकालिक जैव-ऊर्जा फसल के रुप में व्यवसायिक उपयोग एक अति महत्वपूर्ण कार्य है।

फसलों द्वारा जीव भार का उत्पादन निर्भर करता है उनकी प्रकाश संस्लेषण प्रक्रिया की कुशलता पर। प्रकाश संस्लेषण प्रक्रिया की शुद्ध कुशलता सी.4 पौधों में सूर्य ऊर्जा को जैव भार में बदलना सैधान्तिक तौर पर 6-7% अनुमानित किया गया है जोकि सी.3 पौधों से काफी अधिक है। सी.4 पौधों को जो सी.3 पौधों के ऊपर लाभ है वो अक्षांश पर निर्भर करता है: वातावरण जितना अधिक उष्णकटिबंधीय उतना ही ज़्यादा लाभ। गन्ने की फसल कभी भी अपने सैधान्तिक सर्वोतम उत्पादक्ता को हासिल नहीं कर सकी क्योंकि फसल चक्र के शुरुआती समय में फसल छत्र का पूरा न हो पाना, फसल चक्र के अधिकतर हिस्से में अनुकूल्तम स्तरों से कम रोशनी और तापमान का होना, मृदा में अनुकूल्तम स्तरों से कम पोषक तत्व व पानी का स्तर और हानिकारक जीवों के कारण हानि इत्यादि कई कारण हो सकते हैं।

गन्ने का जीवभार ऊर्जा का एक मुख्य संसाधन हैं जिसे आजकल की तकनीकी बड़ी कुशलता से प्रयोग कर सकती है और भाग्य से गन्ने की बगास अधिक मात्रा में मिलने वाला जीव भार है। जब गन्नों को मिल में रस निकालने के लिये पीढ़ा जाता है तो बचा हुआ रेशेदार पदार्थ, जिसे बगास कहा जाता है, को बार बार पानी से धोकर पीढ़ा जाता है ताकि उसका सारा घुलनशील पदार्थ निकल जाये। इसके बाद मिल से निकला बगास करीब आधा पानी और आधा रेशों का बना होता है जिसे मिल की भट्टी में जलाने के काम में लाया जाता है या बाद में ईंधन के रुप में प्रयोग के लिये भंडारित किया जाता है। चीनी उत्पादन खेती की प्रक्रियाओं में से एक है जहां ऊर्जा का उत्पादन लागत से कम है। गन्ने में उपलब्द्ध ऊर्जा का केवल एक तिहाई हिस्सा, जो शर्करा के रुप में भंडारित रहता है, चीनी और ईथेनाॅल के उत्पादन में प्रभावी ढंग से प्रयोग किया जाता है। आने वाले समय में गन्ने की खेती, ऊर्जा-गन्ने के नये परिपेक्ष में, शाश्वत ऊर्जा को पैदा करने के लिये की जायेगी। क्योंकि गन्ने की खेती भारत में मुख्यतया उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में होती है अतः यह महत्वपूर्ण है की गन्ने की फसल को चीनी के साथ साथ ऊर्जा उत्पादन के लिये भी देखा जाना चाहिये।

गन्ने की फसल एक ऊर्जा फसल के रुप में आशाजनक स्थान रखती है क्योंकि जीवभार की सर्वोतम उत्पादक्ता उष्णकटिबंधीय देशों में है। गन्ने की खेती ऊर्जा फसल के रुप में की जाने से गन्ना उत्पादन के साथ साथ चीनी का उत्पादन भी बढ़ जायेगा जिससे चीनी उद्योग में अधिक बगास और दूसरे गौण उत्पादों का स्तर भी बढ़ जायेगा। दीर्घावधि में जब सतह से ऊपर पोधे के सभी हिस्सों को काटकर उच्च.स्तर पर ऊर्जा उत्पादन किया जायेगा तब करीब 400 गीगाजूल/है0/वर्ष तक इसका पहुंचना अनुमानित है। इसके साथ गन्ने के रस में शर्करा% में वृद्धि ईथेनाॅल की उत्पादक्ता को अबके 90 लिटरस/टन गन्ना से 114 लिटरस/टन गन्ना पहुंचना 2030 तक सम्भव है।

चीनी के उत्पादन में गाना क्या है?

चीनी सीजन (अक्टूबर-सितंबर) 2021-22 में, देश में 5,000 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) से अधिक गन्ने का उत्पादन हुआ, जिसमें से लगभग 3,574 एलएमटी चीनी मिलों द्वारा कुचल कर लगभग 394 एलएमटी चीनी (सुक्रोज) का उत्पादन किया गया।

गन्ने का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन सा है?

ब्राजील दुनिया का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक देश है, जिसके बाद भारत, चीन और थाईलैंड का स्थान है। ब्राजील हर साल लगभग 768 मिलियन टन गन्ने का उत्पादन करता है।

विश्व में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन सा है?

भारत, विश्व में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। देश में 2021-22 के चीनी के मौसम के दौरान 5 हजार लाख मीट्रिक टन से अधिक गन्ने का उत्पादन हुआ है।

भारत का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक कौन सा है?

भारत का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य कौन सा है? Notes: उत्तर प्रदेश भारत के 39% गन्ने का उत्पादन करता है, उत्तर प्रदेश में वर्ष 2014-15 में 1,38,481 टन गन्ना उत्पादित किया गया।