१८५७ की क्रांति के प्रमुख नायक कौन थे? - 1857 kee kraanti ke pramukh naayak kaun the?

1857 के क्रांति के नायक।1857 movement leader in hindi


1857 के स्वतंत्रता संग्राम को भले ही ब्रिटिश सरकार स्वतंत्रता आंदोलन का दर्जा न दे,अपनी कमजोरी ओ छुपाने और भारतीयों के फौलादी इरादों को कमतर आंकने की कोशिश में  भले ही कितना भी तर्क या  अफवाह फैलाए, इतना तो सत्य है कि यदि उस समय भारतीयों ने जिस हौसले से जान की बाजी लगाई थी,यदि थोड़ी सी तैयारी एक मजबूत योजना बनाने पर कर लिए होते तो भारत को अगले 90 सालों यानी कि 1947 तक इंतज़ार नही करना होता।


इस संग्राम की गूंज देश के विभिन्न कोनो में सुनाई दिया था और हर स्थान से इस संग्राम को दिशा और दशा देने वाले थे इनके नायक।ब्रिटिश सरकार माने या न माने,उसके अधिकारी जो उस वक्त भारत मे विद्रोह झेल रहे थे,उनके पुश्तों को आज भी 1857 याद होगा।


Upsc pre में इस भाग से प्रश्न पूछा जाता है।इसके अलावे अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी 1857 क्रांति के नायक के बारे में पूछा जाता है।


इस पोस्ट में हम सिर्फ क्रांति के नायकों को ही देखेंगे और क्रांतिकारियों के विद्रोह को दमन करने वाले ब्रिटीश व्यक्ति के बारे में अन्य पोस्ट में देखेंगे।उस पोस्ट ने हम क्रांति के नायकों के साथ साथ ब्रिटिश अधिकारी के बारे में भी पढ़ेंगे।


इसका फायदा यह होगा कि एक बार मे ज्यादा चीज़ों को याद रखने का दवाब नही होगा।
आज हम 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में विभिन्न स्थानों से भाग लेने वाले नायकों की सूची देखेंगे।


बैरकपुर से स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किसने किया था?
बैरक पुर में स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व मंगल पांडे ने किया था।1857 क्रांति का शुरुआत इन्होंने ही किया था।ये ब्रिटिश फौज में सैनिक थे।29 मार्च 1857 को इन्होंने दो ब्रिटिश सैन्य अधिकारी बॉघ और ह्यूस्टन पर गोली चला कर मौत के घाट उतार दिया।बस यही से शुरू हो गया 1857 का क्रांति।

मंगल पांडे को कब फाँसी दी गई?

मंगल पांडे को 8 अप्रैल 1857 को मृत्युदंड दिया गया।


दिल्ली में 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
दिल्ली में स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व तत्कालीन मुगल बादशाह बहादुर शाह द्वितीय कर रहे थे।इनकी उम्र उस समय 70 वर्ष के आस पास थी।एक तरह से ये पूरे भारत के आंदोलन के सांकेतिक प्रमुख थे।दिल्ली में आंदोलन का वास्तविक नेतृत्व बहादुर शाह द्वितीय के सेनापति बख्त खां कर रहा था।


कानपुर में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
कानपुर में आंदोलन का नेतृत्व नाना साहब कर रहे थे।नाना साहब के बचपन का नाम धोन्दू पंत था।नाना साहब का साथ तात्या टोपे दे रहे थे।

संभलपुर(ओडिशा) में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?

संभलपुर में आंदोलन का नेतृत्व सुरेंद्र साईं कर रहे थे।

सुल्तानपुर में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?

सुल्तानपुर में आंदोलन का नेतृत्व शाहिद हसन कर रहे थे।

लखनऊ में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
लखनऊ में आंदोलन का नेतृत्व बेगम हजरत महल कर रहीं थी।


बिहार में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
बिहार में वीर कुंवर सिंह ने अंग्रेजो के विरुद्ध युद्ध छेड़ रखा था।इनकी उम्र 80 वर्ष के आस पास थी।गंगा पार करते समय इनके हाथ मे गोली लगी तो इन्होंने गोली के जहर को फैलने से बचाने के लिए उस हाथ को काट कर अलग कर दिया था।बाद में उनकी मृत्यु हो गई।


राजस्थान में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
जयदयाल सिंह और मेहराब खां।

ओडिशा में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
सुरेंद्र साई।

सागर में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?

सागर में आंदोलन का नेतृत्व शेख रमाजान कर रहे थे।

बनारस में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
मौलवी लियाकत अली।

झाँसी में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
झाँसी में आंदोलन का नेतृत्व रानी लक्ष्मीबाई कर रही थी।तात्या टोपे जो कि कानपुर में नाना साहब के साथ विद्रोह को संभाल रहे थे,झांसी आकर रानी लक्ष्मीबाई का भी साथ दिया।

ग्वालियर में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
तात्या टोपे।

फैजाबाद में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
फैजाबाद में आंदोलन का नेतृत्व मौलवी अहमदुल्ला कर रहे थे।

रायपुर में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?

रायपुर में आंदोलन का नेतृत्व नारायण सिंह कर रहे थे।

फर्रुखाबाद में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?

फर्रुखाबाद में आंदोलन का नेतृत्व नवाब तफ्फजल हुसैन कर रहे थे

असम में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
असम में आंदोलन का नेतृत्व मनीराम देवन कर रहे थे।

बरेली में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
बरेली में आंदोलन का नेतृत्व खान बहादुर खान रोहिल्ला कर रहे थे।

मथुरा में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
मथुरा में आन्दोलन का नेतृत्व देवी सिंह कर रहे थे।

हरियाणा में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?

हरियाणा में आंदोलन का नेतृत्व राव तुलाराम कर रहे थे

इलाहाबाद में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?

मौलवी लियाकत अली इलाहाबाद में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे।इलाहाबाद के साथ साथ ये बनारस में भी आंदोलन को नेतृत्व प्रदान कर रहे थे।


मंदसौर में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
मंदसौर में आंदोलन का नेतृत्व फ़िरोज़ शाह कर रहे थे।

गोरखपुर में आंदोलन का नेतृत्व कौन कर रहे थे?
गोरखपुर में आंदोलन का नेतृत्व गजाधर सिंह कर रहे थे।
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Who was leading the freedom movement of 1857 in Delhi.
The freedom movement in Delhi was led by the then Mughal emperor Bahadur Shah II. He was around 70 years of age at that time. He was in a way the symbolic head of the movement across India. The real leadership of the movement in Delhi was with Bakht Khan.


Who was leading the movement in Kanpur?
In Kanpur, the movement was being led by Nana Saheb. Nana Saheb's childhood name was Dhondu Pant. Tatya Tope 
was supporting  Nana Saheb.


Who was leading the movement in Lucknow?
Begum Hazrat Mahal was leading the movement in Lucknow.


Who was leading the movement in Bihar?
In Bihar, Veer Kunwar Singh waged a war against the British. He was around 80 years old. While crossing the Ganga, he got a bullet in his hand, he cut the arm apart to prevent the poison from spreading.  He died later.


Who was leading the movement in Rajasthan?
Jaidayal Singh and Mehrab Singh.


Who was leading the movement in Odisha?
Surendra Sai.


Who was leading the movement in Benaras?

Maulvi Liaquat Ali.


Who was leading the movement in Jhansi?
Rani Laxmibai was leading the movement in Jhansi. Tatya Tope, who was handling the rebellion with Nana Saheb in Kanpur, came and supported Rani Laxmibai.


Who was leading the movement in Gwalior?
Tatya Tope.


Who was leading the movement in Faizabad?
Maulvi Ahmadullah was leading the movement in Faizabad.


Who was leading the movement in Assam?
Maniram Devan was leading the movement in Assam.


Who was leading the movement in Bareilly?
The movement in Bareilly was led by Khan Bahadur Khan Rohilla.


Who was leading the movement in Mathura?
Devi Singh was leading the movement in Mathura.


Who was leading the movement in Allahabad?
Maulvi Liaquat Ali was leading the movement in Allahabad. Along with Allahabad he was also leading the movement in Benares.


Who was leading the movement in Mandsaur?
Feroz Shah was leading the movement in Mandsaur.


Who was leading the movement in Gorakhpur?
Gajadhar Singh was leading the movement in Gorakhpur.

1857 की क्रांति के नायक कौन थे?

1857 के सिपाही विद्रोह के नायक मंगल पांडे की आज जयंती है. एक बार फिर पढ़िए, उनके बारे में बीबीसी पर प्रकाशित हुआ एक विशेष लेख. मंगल पांडे को 8 अप्रैल, 1857 को फांसी दी गई थी. स्थानीय जल्लादों ने मंगल पांडे को फांसी देने से मना कर दिया था.

1857 के स्वतंत्रता आन्दोलन में भाग लेने वाले प्रमुख नेता कौन कौन थे?

1857 विद्रोह के प्रमुख नेता – Prominent Leaders of 1857.
1 बहादुरशाह.
2 झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई.
3 नाना साहब.
4 बेगम हजरतमहल.
5 कुँवर सिंह.
6 मौलवी अहमदुल्ला.

1857 की क्रांति को किसने क्या कहा?

*बेंजामिन डिजरेली (ब्रिटिश प्रधानमंत्री) ने इसको राष्ट्रीय विद्रोह बताया। *अशोक मेहता ने अपनी पुस्तक द ग्रेट रिबेलियन में इसे राष्ट्रीय विद्रोह कहा। *वी डी सावरकर ने 1909 में लिखित अपनी पुस्तक द इंडियन वार ऑफ इंडिपेंडेंस 1857 मैं इसे सुनियोजित स्वतंत्रता संग्राम की संज्ञा दी थी।

1857 की क्रांति की शुरुआत कहाँ से हुई थी?

1857 की क्रांति कहाँ से शुरू हुई? इतिहास में क्रांति की शुरुआत 10 मई 1857 मेरठ से हुई थी