शमी वृक्ष (अंग्रेज़ी:Prosopis cineraria) को हिन्दू धर्म में बड़ा ही पवित्र माना गया है। भारतीय परंपरा में 'विजयादशमी' पर शमी पूजन का पौराणिक महत्व रहा है। राजस्थान में शमी वृक्ष को 'खेजड़ी' के नाम से जाना जाता है। यह मूलतः रेगिस्तान में पाया जाने वाला वृक्ष है, जो थार मरुस्थल एवं अन्य स्थानों पर भी पाया जाता है। अंग्रेज़ी में शमी वृक्ष प्रोसोपिस सिनेरेरिया के नाम से जाना जाता है। संरचनाशमी वृक्ष के संदर्भ में कई पौराणिक कथाओं का आधार विद्यमान है। यज्ञ परंपरा में भी शमी के पत्तों का हवन गुणकारी माना गया है। शमी का वृक्ष आठ से दस मीटर तक ऊंचा होता है। शाखाओं पर कांटे होते हैं। इसकी पत्तियां द्विपक्षवत होती हैं। शमी के फूल छोटे पीताभ रंग के होते हैं। प्रौढ पत्तियों का रंग राख जैसा होता है, इसीलिए इसकी प्रजाति का नाम 'सिनरेरिया' रखा गया है अर्थात 'राख जैसा'। महत्त्वहिन्दू धर्म में शमी वृक्ष से जुड़ी कई मान्यताएँ है, जैसे-
अर्थात "हे शमी, आप पापों का क्षय करने वाले और दुश्मनों को पराजित करने वाले हैं। आप अर्जुन का धनुष धारण करने वाले हैं और श्री राम को प्रिय हैं। जिस तरह श्री राम ने आपकी पूजा की मैं भी करता हूँ। मेरी विजय के रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं से दूर कर के उसे सुखमय बना दीजिये। अन्य विशेष तथ्य
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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खेजड़ी का दूसरा नाम क्या है?छोंकरा (उत्तर प्रदेश), जंड (पंजाबी), कांडी (सिंध), वण्णि (तमिल), शमी, सुमरी (गुजराती) आते हैं। इसका व्यापारिक नाम कांडी है। यह वृक्ष विभिन्न देशों में पाया जाता है जहाँ इसके अलग अलग नाम हैं।
शमी और खेजड़ी एक ही है क्या?राजस्थान में शमी वृक्ष को 'खेजड़ी' के नाम से जाना जाता है। यह मूलतः रेगिस्तान में पाया जाने वाला वृक्ष है, जो थार मरुस्थल एवं अन्य स्थानों पर भी पाया जाता है। अंग्रेज़ी में शमी वृक्ष प्रोसोपिस सिनेरेरिया के नाम से जाना जाता है।
खेजड़ी को हिंदी में क्या बोलते हैं?खेजड़ी या शमी एक वृक्ष है जो थार के मरुस्थल एवं अन्य स्थानों में पाया जाता है। यह वहां के लोगों के लिए बहुत उपयोगी है। इसके अन्य नामों में घफ़, खेजड़ी, जांट/जांटी, सांगरी, जंड, कांडी, वण्णि, शमी, सुमरी आते हैं।
खेजड़ी को राजस्थान में क्या कहते हैं?खेजड़ी को "रेगिस्तान का गौरव" व राजस्थान का कल्प तरु अथवा "थार का कल्पवृक्ष" भी कहा जा है। इस वृक्ष का व्यापारिक नाम 'कांडी' है। इसका वैज्ञानिक नाम "प्रोसेसिप-सिनेरेरिया" है। इसके अन्य नामों में घफ़, खेजड़ी, जांट/जांटी, सांगरी, जंड, कांडी, वण्णि, शमी, सुमरी आदि आते हैं।
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