मुख्यपृष्ठनोट्समेघ आए कविता का सारांश और भावार्थ मेघ आए कविता में मेघों के आने की तुलना सज कर आए प्रवासी या अतिथि (दामाद) से की है। ग्रामीण संस्कृति में दामाद के आने पर उल्लास का जो वातावरण बनता है इसी के आधार पर मेघों के आने का वर्णन करते हुए कवि ने उसी उल्लास को इस कविता में दिखाया है। मेघ आए बड़े बन ठन के काव्यांश में कौन सा अलंकार है?'बड़े बन-ठन के' में 'ब' वर्ण का प्रयोग बार-बार हुआ है। अत: यहाँ अनुप्रास अलंकार है। मेघों को पाहुन के रुपक द्वारा प्रस्तुत किया गया है। अत: यहाँ रुपक अलंकार है।
मेघ वन में कौन सा अलंकार है?पूरी कविता में मानवीकरण अलंकार का प्रयोग हुआ है । मेघ आये बड़ी ही अच्छी कविता है । मेघ आये में प्राकृतिक सौन्द्रिय प्रकट किया गया है ।
मेघ आए कविता का उद्देश्य क्या है?प्रस्तुत कविता मेघ आये में कवि सर्व्वेश्वर दयाल सक्सेना जी ने मेघों का मानवीकरण द्वारा प्रकृति के विविध रूपों का बहुत सुन्दर चित्रण किया है . ग्रामीण संस्कृति में दामाद के आने पर जो उल्लास का वातावरण बनता है ,उसी उल्लास को मेघरूपी मेहमान के रूप दिखाया गयी है .
मेघ के आने पर क्या शांत हो जाता है?ICSE Class 10 Megh Aaye (Sahitya Sagar): Videos, MCQ's & Sample Papers | TopperLearning.
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