कई लोगों को अलग-अलग तरह की एलर्जी होती है. किसी को धूल से, किसी को धूप से तो किसी को कोई अन्य चीज से. कई लोगों को हर समय नाक की एलर्जी बनी रहती है. आपने देखा होगा कि कई लोग जब सोकर उठते हैं तो उन्हें छीकें आने लग जाती हैं या फिर नाक से पानी बहने लगता है. नाक की एलर्जी मुख्य रूप से दो तरह की होती है, पहली मौसमी जो बदलते मौसम की वजह से होती है दूसरी बाहरमासी. इन मरीजों को पूरे साल एलर्जी की शिकायत बनी रहती है. Show
नाक में एलर्जी इंफेक्शन,एलर्जिक राइनाइटिस या फिर बदलते मौसम की वजह से हो सकती है. इससे व्यक्ति को नाक में खुजली या नाक बहने जैसी समस्या हो सकती है. ये कोई बड़ी समस्या नहीं है. इसका घरेलू उपचार भी किया जा सकता है. काली मिर्च सेब पपीता शहद नीम सेब का सिरका (Disclaimer: इन घरेलू नुस्खों से अगर आपको आराम नहीं मिल रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए हम इसकी पूरी जिम्मेदारी नहीं लेते.) नजला या जुकाम ऐसा रोग है जो किसी भी दिन किसी भी स्त्री या पुरुष को हो सकता है| यह रोग वैसे तो ऋतुओं के आने-जाने के समय होता है लेकिन वर्षा, जाड़े और दो ऋतुओं के बीच के दिनों में ज्यादातर होता है| “नजला (जुकाम) के 22 घरेलु उपचार” सुनने के लिए Play Button क्लिक करें | Homemade Remedies for Catarrh (Cold) Listen AudioYour browser does not support the audio element. दूषित वातावरण धूल-धुएं के फैलने वाले स्थान तथा बर्फीले स्थान में यह रोग बगैर किसी शिकायत के भी हो जाता है| गले के अन्य रोग, नाक की बीमारियां, वायु प्रकोप तथा क्षय आदि इस रोग की मदद करते हैं| फलत: यह रोग तेजी से फैलता है|
नजला (जुकाम) के 22 घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं:1. अदरक और देशी घीअदरक के छोटे-छोटे टुकड़ों को देशी घी में भून लें| फिर उसे दिन में चार-पांच बार कुचलकर खा जाएं| इससे जुकाम बह जाएगा और रोगी को शान्ति मिलेगी| 2. हल्दी, अजवायन, पानी और गुड़10 ग्राम हल्दी का चूर्ण और 10 ग्राम अजवायन को एक कप पानी में आंच पर पकाएं| जब पानी जलकर आधा रह जाए तो उसमें जरा-सा गुड़ मिला लें| इसे छानकर दिन में तीन बार पिएं| दो दिन में जुकाम छूमंतर हो जाएगा| 3. लहसुन, शहद और कलौंजीलहसुन की दो पूतियों को आग में भूनकर पीस लें| फिर चूर्ण को शहद के साथ चाटें| कलौंजी का चूर्ण बनाकर पोटली में बांध लें| फिर इसे बार-बार सूंघें| नाक से पानी आना रुक जाएगा| 4. जायफल और पानीजायफल को पानी में घिसकर चंदन की तरह माथे और नाक पर लगाएं| 5. तुलसी, लौंग, अदरक, सोंठ, गुड़, चीनी और कालीमिर्चतुलसी की पांच पत्तियां, दो लौंग, एक छोटी गांठ अदरक या सोंठ तथा चार कालीमिर्च – सबको मोटा पीसकर एक कप पानी में आग पर चढ़ा दें| जब पानी जलकर आधा रह जाए तो छानकर उसमें जरा-सा गुड़ या चीनी डालकर गरम-गरम पी जाएं| 6. गोमूत्रदोंनो नथुनों में गोमूत्र (ताजा) की दो-दो बूंदें सुबह-शाम टपकाएं| 7. सोंठएक चम्मच पिसी सोंठ की फंकी लगाकर ऊपर से गुनगुना पानी पी लें| 8. मुनक्कापांच मुनक्के एक कप पानी में उबालें| जब पानी आधा रह जाए तो मुनक्के निकालकर चबा जाएं| फिर घूंट-घूंट पानी पी लें| जुकाम भाग जाएगा| 9. अदरक और शहदएक चम्मच अदरक के रस में आधा चमच शहद मिलाकर चाट लें| 10. दालचीनी और जायफलदालचीनी तथा जायफल – दोंनो एक चम्मच की मात्रा में चूर्ण के रूप में लेने से जुकाम फूर्र हो जाता है| 11. अमरूदपके हुए अमरूद को उपलों में भूनकर खाएं| 12. मूली और शहदमूली के बीजों का चूर्ण आधा चम्मच शहद के साथ चाटें| 13. तुलसी और कालीमिर्चतुलसी के आठ पत्ते और चार कालीमिर्च – दोनों की चटनी बनाकर गुड़ के साथ खाएं| 14. अनार और गुड़अनार के पत्तों को पीस लें| फिर उसमें थोड़ा-सा गुड़ मिलाकर 5 ग्राम की मात्रा में खाएं| 15. चिरायता, सोंठ, अड़ूसा और कटेरीचिरायता, सोंठ, अड़ूसे की जड़ तथा कटेरी की जड़ – सब 5-5 ग्राम लेकर काढ़ा बनाकर पिएं| 16. गाय दूध, हल्दी और चीनीएक कप गाय के दूध में एक चम्मच पिसी हुई हल्दी तथा थोड़ी-सी चीनी मिलाकर पि जाएं| 17. सरसोंनाक के बाहर तथा नथुनों के भीतर सरसों-का तेल थोड़ी-थोड़ी देर बाद लगाएं| जुकाम का पानी बह जाएगा| 18. नीम, रीठा, कनेर, ग्वारपाठा और सेंधा नमकनीम के बीजों की गिरी, रीठे के बीज, सफेद कनेर का फूल तथा ग्वारपाठा-सबको पीसकर जरा-सा सेंधा नमक डालकर खा जाएं| 19. पुदीना, कालीमिर्च और नमकआठ पत्तियां पुदीना, पांच दाने कालीमिर्च तथा एक चुटकी नमक-सबको चाय की तरह उबालकर पी जाएं| 20. नीबू और सेंधा नमकनीबू के छिलके को पीसकर चटनी बना लें| उसमें जरा-सा सेंधा नमक मिलाकर सेवन करें| 21. हींगहींग को पानी में घोलकर विक्स की तरह बार-बार सूंघने से जुकाम जल्दी बह जाता है| 22. सौंफ, लौंग और कालीमिर्चचार चम्मच सौंफ, चार लौंग और पांच कालीमिर्च को एक कप पानी में उबालें| चौथाई कप रह जाने पर बूरा मिलकर घूंट-घूंट पिएं| नजला (जुकाम) में क्या खाएं क्या नहींबहुत ठंडी और बहुत गरम तासीर वाली चीजें न खाएं| चाय, दूध, अमरूद और पपीता, पालक, मेथी आदि की सब्जी, गेहूं तथा जौ की चपाती खाएं| रात को बंद कमरे में लेटकर अदरक, तुलसी और कालीमिर्च का काढ़ा पीकर सो जाएं| गुनगुना पानी पिएं| मट्ठा, छाछ, दही, बर्फ, ठंडा पानी, आलू, करेला, बैंगन, फूलगोभी, मूली, टमाटर, सेब, नाशपाती, केला आदि का सेवन न करें| यदि जुकाम के साथ पेट में भारीपन मालूम पड़े तो मूंग की दाल की खिचड़ी खाएं| नजला (जुकाम) का कारणभोजन की खराबी, अधिक मेहनत, चिन्ता, पानी में भीगने, ठंडी हवा या ओस में सोने, अधिक शराब पीने, शारीरिक कमजोरी, शौच, छींक, मूत्र, प्यास, भूख, नींद, खांसी एवं जंभाई आदि को रोकने से भी यह रोग उत्पन्न हो जाता है| रात में जागने और दिन में सोने के बाद तुरन्त मुंह धोने, अत्यधिक क्रोध करने, बर्फ का ठंडा पानी पीने, अधिक रोने, अधिक मैथुन करने तथा ठंडे पानी से स्नान करने से भी यह रोग पैदा हो जाता है| यह एक संक्रामक रोग है| इसमें नाक की श्लैष्मिक झिल्ली में हल्की सूजन आ जाती है| नजला (जुकाम) की पहचानशुरू में नाक में खुश्की मालूम पड़ती है| बाद में छींकें आने लगती हैं| आंख-नाक से पानी निकलना शुरू हो जाता है| जब श्लेष्मा (पानी) गले से नीचे उतरकर पेट में चला जाता है तो खांसी बन जाती है| कफ आने लगता है| कान बंद-से हो जाते हैं| माथा भारी और आंखें लाल हो जाती हैं| बार-बार नाक बंद होने के कारण सांस लेने में परेशानी होती है| रात में नींद नहीं आती| रोगी को मुंह से सांस लेनी पड़ती है| पुराने से पुराना नजला कैसे ठीक होगा?रात में सोते समय अजवायन को गर्म कर सुंघने से भी राहत मिलती है। देसी गाय के शुद्ध देसी घी से भी नजला में काफी आराम मिलता है।. अदरक और गुड़ का काढ़ा।. काली मिर्च व नींबू का काढ़ा।. अजवाइन व गुड़ का काढ़ा।. दालचीनी का काढ़ा।. लौंग-तुलसी और काला नमक का काढ़ा।. इलायची व शहद का काढ़ा।. नजला कैसे खत्म होता है?नजला, कफ से निजात पाने के लिए अपनाएं ये उपाय. रोजाना एक चम्मच च्यवनप्राश का सेवन करे। इससे आपकी इम्यूनिटी मजबूत होगी। इसके साथ ही संक्रामक बीमारियों से दूर रहेंगे।. अश्वहारी दिन में 2 बार खाएं. दूध में हल्दी और शीलाजीत डालकर रोजाना पिएं।. भस्त्रिका कफ, सर्दी-जुकाम की समस्या में काफी कारगर हो सकता है।. नाक की एलर्जी को जड़ से खत्म कैसे करें?इसका घरेलू उपचार भी किया जा सकता है.. काली मिर्च काली मिर्च के इस्तेमाल से भी नाक की समस्या दूर हो सकती है. ... . सेब सेब एक प्रोबायोटिक्स आहार है, जो एलर्जी को धीरे-धीरे कम करने में मदद करता है. ... . पपीता ... . शहद ... . नीम ... . सेब का सिरका ... . (Disclaimer: इन घरेलू नुस्खों से अगर आपको आराम नहीं मिल रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.. नजला होने पर क्या खाना चाहिए?सर्दी-खांसी और बुखार के दौरान आप सूप अदरक शहद विटामिन सी और मसालेदार चीजों का सेवन करें। कुछ ऐसी भी चीजें होती हैं जिनका सेवन बीमारी के दौरान आपके मर्ज़ को बढ़ा सकता है।
|