निम्न में से कौन संतुलित समीकरण है? - nimn mein se kaun santulit sameekaran hai?

इसे समीकरण इसलिये कहा जाता है कि इसमें समता चिन्ह (=) का प्रयोग किया जाता है (= के स्थान पर → का भी प्रयोग किया जाता है)। समता चिन्ह के बाई ओर क्रिया करने वाले अभिकारक लिखे जाते हैं तथा इसके दाईं ओर उत्पाद लिखे जाते हैं। समीकरण का अधार यह है कि किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या अभिक्रिया के उपरान्त भी अपरिवर्तित रहती है।

सबसे पहले रासायनिक समीकरण द्वारा रासायनिक अभिक्रिया का निरूपण सन १६१५ में जीन बेग्विन ने किया।

विभिन्न प्रकार की अभिक्रियाओं में अन्तर करने के लिए विभिन्न प्रकार के संकेत प्रयोग किए जाते हैं।

  • "={\displaystyle =}
    निम्न में से कौन संतुलित समीकरण है? - nimn mein se kaun santulit sameekaran hai?
    " यह संकेत रससमीकरणमितीय (स्टॉइकियोमेट्रिक) सम्बन्धों को दिखाने के लिए प्रयुक्त होता है।
  • "→{\displaystyle \rightarrow }
    निम्न में से कौन संतुलित समीकरण है? - nimn mein se kaun santulit sameekaran hai?
    " यह संकेत किसी नेट अग्रगामी अभिक्रिया (net forward reaction) को दर्शाने के लिए प्रयुक्त होता है ।
  • "⇄{\displaystyle \rightleftarrows }
    निम्न में से कौन संतुलित समीकरण है? - nimn mein se kaun santulit sameekaran hai?
    " यह संकेत ऐसी अभिक्रिया को दर्शाने के लिए किया जाता है जो अग्र और पश्च दोनों दिशाओं में हो रही हो।[1]
  • "⇌{\displaystyle \rightleftharpoons }
    निम्न में से कौन संतुलित समीकरण है? - nimn mein se kaun santulit sameekaran hai?
    " यह संकेत किसी रासायनिक साम्य को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।

रासायनिक समीकरणों को संतुलित करना[संपादित करें]

P4O10 + 6 H2O → 4 H3PO4
इस रासायनिक अभिक्रिया को संतुलित करने के लिए सबसे पहले H3PO4 को 4 से गुणा करते P के परमाणुओं को बराबर कर लिया गया। इसके बाद H2O को 6 से गुणा करके H और O के परमाणुओं को बराबर कर लिया गया।

किसी रासायनिक अभिक्रिया को संतुलित करने का अर्थ है कि अभिकारकों और उत्पादों के न्यूनतम पूर्णांक अणुओं की संख्या लिखना ताकि रासायनिक अभिक्रिया में जिन शर्तों का पालन होता है, समीकरण में भी उन नियमों का पालन हो। उदाहरण के लिए निम्नलिखित अभिक्रिया को देखिए-

देबा

aNa2CO3+bC+cN2⟶dNaCN+eCO2{\displaystyle a\,\mathrm {Na_{2}CO_{3}} +b\,\mathrm {C} +c\,\mathrm {N_{2}} \longrightarrow d\,\mathrm {NaCN} +e\,\mathrm {CO_{2}} }

इस अभिक्रिया को संतुलित करने का अर्थ है, a, b, c, d, e के न्यूनतम पूर्णांक मान निकालना ताकि किसी भी तत्व के लिए समीकरण के दाएं पक्ष तथा बाएं पक्ष में आये हुए सभी परमाणुओं की संख्या समान हो। a, b, c, d, e 8 आदि गुणांकों का मान सरल गणना द्वारा (hit and try) किया जा सकता है या कुछ मूलभूत नियमों को लगाकर किया जा सकता है। किन्तु दोनों विधियाँ समय लगातीं हैं। इस काम को विधिवत करने की रीति है, युगपत समीकरण बनाकर उन्हें हल करना।

`2 Al + 3H_(2) SO_(4) rarr Al_(2) (SO_(4))_(3) + 3H_(2)` `2 KClO_(3) rarr 2KCl + 3O_(2)` `2 Na + 2H_(2) O rarr 2NaOH + H_(2)` उपरोक्त सभी

Solution : यदि किसी रासायनिक समीकरण में, अभिकारक पक्ष एवं उत्पाद पक्ष के परमाणुओं की संख्या तथा उनके आवेश समान हो, तो उसे संतुलित समीकरण कहा जाता है |
विकल्प (a), (b) तथा (c) में, अभिकारक पक्ष के परमाणुओं की संख्या = उत्पाद पक्ष के परमाणुओं की संख्या

निम्न में से कौन सी संतुलित समीकरण है?

N2 + H2 → 2NH3 एक बार जब हम ऐसा कर लेते हैं, तो दोनों तरफ नाइट्रोजन (N) परमाणुओं की संख्या संतुलित हो जाती है।

संतुलित समीकरण क्या है उदाहरण?

जब किसी रासायनिक समीकरण के दोनों पक्षों में सामान अभिकारक और उत्पाद हो, तब उसे संतुलित रासायनिक समीकरण कहते हैं। उदाहण के लिए - H2 + O → H2O (पानी का रासायनिक सूत्र है)।

दिए गए कौन सा रासायनिक समीकरण संतुलित है?

” Na2CO3+2HNO3 = 2NaNO3 +CO2+H2O ” यह एक संतुलित रासायनिक समीकरण है .

4 संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों?

रासायनिक समीकरण को सन्तुलित करना क्यों आवश्यक है? उत्तर : जब किसी रासायनिक समीकरण में विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या बाईं ओर (L.H.S.) तथा दाईं ओर (R.H.S.) में बराबर होती है, तो उसे सन्तुलित समीकरण कहा जाता है अर्थात् अभिकारकों में तत्वों के कुल परमाणुओं की संख्या = उत्पादों में तत्वों के कुल परमाणुओं की संख्या।