पाकिस्तान के कस्टम अधिकारी का वतन कौन सा था A लाहौर B दिल्ली C कोलकाता D लखनऊ? - paakistaan ke kastam adhikaaree ka vatan kaun sa tha a laahaur b dillee ch kolakaata d lakhanoo?

पाकिस्तान

पाकिस्तान के कस्टम अधिकारी का वतन कौन सा था A लाहौर B दिल्ली C कोलकाता D लखनऊ? - paakistaan ke kastam adhikaaree ka vatan kaun sa tha a laahaur b dillee ch kolakaata d lakhanoo?

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इस्लामी जम्हूरिया पाकिस्तान या पाकिस्तान इस्लामी गणतंत्र या सिर्फ़ पाकिस्तान भारत के पश्चिम में स्थित एक इस्लामी गणराज्य है। 20 करोड़ की आबादी के साथ ये दुनिया का छठा बड़ी आबादी वाला देश है। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ उर्दू, पंजाबी, सिंधी, बलूची और पश्तो हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और अन्य महत्वपूर्ण नगर कराची व लाहौर रावलपिंडी हैं। पाकिस्तान के चार सूबे हैं: पंजाब, सिंध, बलोचिस्तान और ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा। क़बाइली इलाक़े और इस्लामाबाद भी पाकिस्तान में शामिल हैं। इन के अलावा पाक अधिकृत कश्मीर (तथाकथित आज़ाद कश्मीर) और गिलगित-बल्तिस्तान भी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित हैं हालाँकि भारत इन्हें अपना भाग मानता है। पाकिस्तान का जन्म सन् 1947 में भारत के विभाजन के फलस्वरूप हुआ था। सर्वप्रथम सन् 1930 में कवि (शायर) मुहम्मद इक़बाल ने द्विराष्ट्र सिद्धान्त का ज़िक्र किया था। उन्होंने भारत के उत्तर-पश्चिम में सिंध, बलूचिस्तान, पंजाब तथा अफ़गान (सूबा-ए-सरहद) को मिलाकर एक नया राष्ट्र बनाने की बात की थी। सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने पंजाब, सिन्ध, कश्मीर तथा बलोचिस्तान के लोगों के लिए पाक्स्तान (जो बाद में पाकिस्तान बना) शब्द का सृजन किया। सन् 1947 से 1970 तक पाकिस्तान दो भागों में बंटा रहा - पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान। दिसम्बर, सन् 1971 में भारत के साथ हुई लड़ाई के फलस्वरूप पूर्वी पाकिस्तान बांग्लादेश बना और पश्चिमी पाकिस्तान पाकिस्तान रह गया। .

2202 संबंधों: चण्डीगढ़, चनहुदड़ो, चनाब नदी, चन्द्रगुप, चन्द्रकान्त बाली, ऊपरी दीर ज़िला, ऊपरी कोहिस्तान ज़िला, चमन, चरसद्दा, चश्म-ए-बद दूर, चानक, चाबहार, चारसद्दा ज़िला, चार्ली विल्सन्स वॉर, चांदी का वरक़, चित्तरंजन पार्क ,नईदिल्ली, चित्रा इन्डिका, चित्राल, चित्राल ज़िला, चिनीओट ज़िला, चिंकारा, चिक्की, चविंडह, चगाई, चंदन नेगी, चंद्रभागा, चंद्रगुप्त विद्यालंकार, चक मलूक, चक उमरा, चकवाल, चकवाल सिटी-1, चकवाल सिटी-2, चकवाल सिटी-3, चकवाल सिटी-4, चकवाल सिटी-5, चकवाल ज़िला, चक्कु, चकोठी, चकोर, चुरट्टा, चौधरी मुहम्मद जाफर इकबाल, चौधरी मोहम्मद सर्वर, चौधरी मोहम्मद सवर, चौधरी रहमत अली, चौधरी अमीर हसन, चौधरी अल्ताफ हुसैन, चौपाल (सार्वजनिक स्थान), चौबोला, चेटीचंड, चेतन आनन्द, ..., चोरबत घाटी, चोव़ा सैदानशाह, चोव़ागंज अली शाह, चीतल, चीता, चीन-पाक आर्थिक गलियारा, चीन-पाकिस्तान समझौता, चीनी जनवादी गणराज्य, चीलीस्सो भाषा, टम्मन, टांक ज़िला, टाउनशिप, लाहौर, टिब्बी क़ैसरानी, टिल्ला जोगियाँ, टिक्का खान, टग़ाफ़री, टंडो मुहम्मद ख़ान जिला, टंडो अल्लहयार जिला, ट्राफलगर स्क्वायर, ट्रांस काराकोरम ट्रैक्ट, ट्रू 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पर अमरीकी मिसाइल हमला २००९, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी, पाकिस्तान बम धमाके २००९, पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम, पाकिस्तान मुर्दाबाद, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क़ाफ़, पाकिस्तान में स्थानीय प्रशासन, पाकिस्तान में हिन्दू धर्म, पाकिस्तान में हिन्दी, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति, पाकिस्तान में अहमदिया जमात, पाकिस्तान यादगार, पाकिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम, पाकिस्तान रेल, पाकिस्तान सरकार, पाकिस्तान सुप्रीम जुडीशियल काउंसिल, पाकिस्तान स्थित हिन्दू मंदिर, पाकिस्तान ज़िन्दाबाद, पाकिस्तान आंदोलन, पाकिस्तान इन्टरनेशनल एयरलाइंस, पाकिस्तान का निर्वाचन आयोग, पाकिस्तान का राजप्रतीकचिन्ह, पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय, पाकिस्तान का संघीय मंत्रिमंडल, पाकिस्तान का संविधान, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की सूची, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, पाकिस्तान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त, पाकिस्तान के यूनियन परिषद्, पाकिस्तान के राष्ट्रपति, पाकिस्तान के शहर, पाकिस्तान के ज़िले, पाकिस्तान के वर्तमान राज्यपालों की सूची, पाकिस्तान के विघटनकारी आन्दोलन, पाकिस्तान के गवर्नर 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फ़्यूचर कप 2007, फ़्रैंकफ़र्ट, फ़ौज़िया सईद, फ़ैसलाबाद, फ़ैसलाबाद ज़िला, फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, फ़ैज़न आसिफ, फ़ूडिस्तान, फातमागुल, फारूक शौकत खान लोधी, फालूदा, फाजिल्का जिला, फिदा मोहम्मद खान, फजल इलाही चौधरी, फखर ज़मान, फ्रेयर हॉल, फैसल टाउन, फैसल करीम कुन्दी, फेसबुक, फोग, बटग्राम, बट्टग्राम ज़िला, बटेरी भाषा, बड़े ग़ुलाम अली ख़ान, बड़ी इलायची, बद्र-उन-निस्सा, बनबेर, बन्दा दाऊद शाह, बन्नू, बन्नू ज़िला, बरकत अली खान, बरोग़िल दर्रा, बलराज मधोक, बलराज कोमल, बलाचौर, बलावरिस्तान नेशनल फ्रंट, बलि प्रथा, बलकस्सर, बल्तिस्तान, बलूचिस्तान (पाकिस्तान), बलूचिस्तान मुक्ति सेना, बलूचिस्तान में मानवाधिकार हनन, बलूचिस्तान संघर्ष, बलूचिस्तान का इतिहास, बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री, बलोच भाषा और साहित्य, बलोच लोग, बलोचिस्तान के यूनियन परिषदों की सूची, बलोकस्सर, बशारत, बशीर जहाँगीरी, बसंतसर का युद्ध, बस्ती फ़ौजा, बस्ती मालान, बहरिया टाउन, बहादुरगढ़, पाकिस्तान, बहावलनगर, बहावलनगर ज़िला, बहावलपुर, बहावलपुर ज़िला, बहुसंस्कृतिवाद, बाचा ख़ान विश्वविद्यालय हमला, बाड़मेर जिला, बादल फटना, बादशाही मस्जिद, बादिन जिला, बानो कुदसिया, बाब -ए- ख़ैबर, बाब-ए-पाकिस्तान, बाबर आज़म, बाबा धर्मदास, बाबूसर दर्रा, बारथी, पंजाब, बारहसिंगा, बारखान ज़िला, बार्कलेज, बालाकोट, बालूशाही, बासमती चावल, बाजार विभाजन,लक्ष्य निर्धारण, और स्थिति निर्धारण, बागबानपुरा, बाग़ ज़िला, बाग़, कश्मीर, बांग्ला भाषा आन्दोलन, बांग्लादेश, बांग्लादेश प्रीमियर लीग, बांग्लादेश मुक्ति युद्ध, बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के समय महिलाओं के साथ बलात्कार, बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी, बांग्लादेश का इतिहास, बांग्लादेश की सर्वोच्च न्यायालय, बाङ्ला भाषा, बिधेर, बिरयानी बादशाही, बिलाल आसिफ, बिलावल भट्टी, बिलावल भुट्टो ज़रदारी, बिलकीस ईधी, बिल्व, बिस्माह मारूफ, बिग बॉस 7, बज़दर, बख्शाली, बगलीहार पनबिजली परियोजना, बंजारानामा, बंगलादेश के सैनिक विद्रोह, बंगश, बंगाल का गिद्ध, बुद्ध पूर्णिमा, बुध ग़ुलाम, बुनेर ज़िला, बुरहान मुज़फ़्फ़र वानी, बुरज़िल दर्रा, बुर्ज, बलोचिस्तान, बुल्ले शाह, बुशरा इजाज़, बुज़कशी, बुख़ारा, ब्राहुई भाषा, ब्राह्मिनी चील, ब्रिटिश भारत में रियासतें, ब्रिटिश भारतीय सेना, ब्रिटिश राज का इतिहास, ब्रिटिशकालीन भारत के रियासतों की सूची, ब्रैड पिट, ब्रेट ली, ब्लॉगर (सेवा), बृजमोहन लाल मुंजाल, बैसाखी, बैंकर्स बैंक, बैकस्ट्रीट बॉयज़, बैक्ट्रिया, बेनज़ीर भुट्टो, बेनज़ीर भुट्टो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, बेलपत, बेला (पाकिस्तान), बेसन, बेगमपुरा, बोटी कबाब, बोहेमिया, बोइंग 747, बोछाल कलाँ, बीरबल साहनी, बीसवीं शताब्दी, बीज-लेखन, बीगाल, बीकानेर जिला, भड़ल, भरपुर, भारत, भारत पाकिस्तान युद्ध, भारत में धर्म, भारत में राजभत्ता, भारत में आतंकवाद, भारत में इस्लाम, भारत में कुपोषण, भारत का प्रधानमन्त्री, भारत का भूगोल, भारत का राजनीतिक एकीकरण, भारत का विभाजन, भारत का आर्थिक इतिहास, भारत का इतिहास, भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची, भारत के प्राचीन विश्वविद्यालय, भारत के भाषाई परिवार, भारत के लोग, भारत के सम्राट, भारत के संविधान का संशोधन, भारत के वैदेशिक सम्बन्ध, भारत के गवर्नर जनरलों की सूची, भारत की नदियों की सूची, भारत की बोलियाँ, भारत की संस्कृति, भारत २०१०, भारत-पाकिस्तान सम्बन्ध, भारत-पाकिस्तान सीमा, भारत-बांग्लादेश संबंध, भारत-संयुक्त राज्य सम्बन्ध, भारतीय चित्रकला, भारतीय चुनाव, भारतीय थलसेना, भारतीय दण्ड संहिता, भारतीय नौसेना, भारतीय परमाणु परीक्षण, भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम, भारतीय युद्धों की सूची, भारतीय राष्ट्रीय मिलिट्री कालेज, भारतीय रुपया, भारतीय शांति रक्षा सेना, भारतीय सशस्‍त्र सेनाएँ, भारतीय साम्राज्य खेल, भारतीय सिन्धी, भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष, भारतीय सिविल सेवा, भारतीय संविधान का इतिहास, भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन, भारतीय सैन्य अकादमी, भारतीय सेही, भारतीय हाथी, भारतीय वायुसेना, भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का इतिहास, भारतीय गैण्डा, भारतीय गेज, भारतीय इतिहास तिथिक्रम, भारतीय इतिहास की समयरेखा, भारतीय क्रिकेट टीम का दक्षिण अफ्रीका दौरा 2006-07, भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1954-55, भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79, भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1982-83, भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1984-85, भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1989-90, भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 2003-04, भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 2005-06, भारतीय क्रिकेट टीम का ज़िम्बाब्वे दौरा 2005, भारतीय क्रिकेट टीम का वेस्टइंडीज दौरा 2006, भारतीय क्रिकेट टीम का इंग्लैंड दौरा - २००७, भारतीय अर्थव्यवस्था की समयरेखा, भारतीय उपमहाद्वीप, भारतीय उपमहाद्वीप का इस्लामी इतिहास, भाषा संस्थानों की सूची, भाषाशास्त्रियों की सूची, भाषाई साम्राज्यवाद, भाई परमानन्द, भाई मणी सिंह, भांड, भिण्डी, भिम्बेर, भिम्बेर ज़िला, भगत सिंह, भक्कर, भक्कर ज़िला, भक्कर जिला, भुदिय़ाल, भुइयार, भौउन, भूमि अधिग्रहण अधिनियम, १८९४, भूमंडलीय ऊष्मीकरण का प्रभाव, भोपाल, भोजन शिष्टाचार, भीन, भीमराव आम्बेडकर, भील, भीलोमार, भीष्म साहनी, मटियारी जिला, मध्य एशिया, मध्य मकरान पर्वतमाला, मनमोहन सिंह, मनसेहरा, मनारा, मनिहार, मनोड़ा, मनोरमा (अभिनेत्री), मनोज कुमार पांडेय, ममनून हुसैन, मरदान, मरयम नवाज़, मरुस्थलीकरण, मर्दान ज़िला, मलाला युसुफ़ज़ई, मलाई कोफ़्ता, मलाकंद दर्रा, मलिक मेराज ख़ालिद, मलिका परबत, मलंगुत्ती सर, मल्लयुद्ध, मश्क़, मसतूज, मसाला, मस्तुज वादी, मस्तूंग ज़िला, महमूद हारून, महात्मा गांधी, महात्मा गांधी की हत्या, महापरियोजना, महाराज गुलाब सिंह, महाराजा रणजीत सिंह, महास्नानघर (मोहन जोदड़ो), महाजनपद, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा लिमिटेड, महिलाओं से छेड़छाड़, महेंद्र सिंह धोनी, माणिक्यल स्तूप, मातृ दिवस, मातृवंश समूह एच, मातृवंश समूह डब्ल्यू, मातृवंश समूह जे, मातृवंश समूह आर०, मादक पेय, मानसून, मानसेहरा ज़िला, माना अहमदानी, मानज़ाई, मामूरी, मारवाड़ी भाषा, मारखोर, मारुति ८००, मार्शल आर्ट, मालाकन्द, मालाकंड ज़िला, मालिक मुहम्मद रफ़ीक़ राजवाना, मालिक मेराज ख़ालिद, मालवा एक्स्प्रेस २९१९, मिय़ानी, चकवाल, मियाँ मुहम्मद सूम्रो, मियां मुहम्मद अफजल हयात, मियां मोहम्मद अजहर, मियां गुल औरंगजेब, मियां अमीनुद्दीन, मियांवाली, मियांवाली ज़िला, मिलखा सिंह, मिश्री, मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था, मिस्बाह-उल-हक़, मिंटका दर्रा, मजलिस-ए-शूरा, मज़ार-ए-क़ायद, मजून, मंडी बहाऊद्दीन ज़िला, मंसूरा, लाहौर, मंज़ूर इलाही, मंगरोथा, मंगवा, मकड़ा पर्वत, मकरान, मकवाल कलाँ, मुठभेड़, मुतफ़र्रिक़ चाहाँ, मुत्ताहिदा क़ौमी मूवमेंट, मुथैया मुरलीधरन, मुनव्वर राना, मुरब्बा, मुर्तज़ा जावेद अब्बासी, मुर्तजा जावेद अब्बासी, मुर्ग नुरजहाँ, मुर्ग काली मिर्च, मुरीद, मुरीदके, मुलहाल मुग़्लाँ, मुल्तान, मुल्तान ट्रेन हादसा, मुल्तान ज़िला, मुल्तान ख़ुर्द, मुल्कराज आनंद, मुशायरा, मुस्तफ़ा टाउन, मुस्लिम टाउन, लाहौर, मुस्सरत नज़ीर, मुहम्मद चौधरी, मुहम्मद तमीज़ुद्दीन खान, मुहम्मद ताहिर उल-क़ादरी, मुहम्मद दिलावर खानजी, मुहम्मद फारूक, मुहम्मद बिन कासिम बंदरगाह, मुहम्मद मुनीर, मुहम्मद याक़ूब अली, मुहम्मद शफीक़, मुहम्मद ज़िया-उल-हक़, मुहम्मद खान जुनेजो, मुहम्मद इक़बाल, मुहम्मद अफ़्ज़ल ज़ुल्लाह, मुहम्मद अब्बास अब्बासी, मुहम्मद अब्बासी, मुहाजिर, मुहाजिर लोग, मुज़फ़्फ़राबाद ज़िला, मुज़फ़्फ़रगढ़, मुज़फ़्फ़रगढ़ ज़िला, मुख्यमंत्री (पाकिस्तान), मुगलई पराठा, मुगलई मुर्ग, मुग़ल साम्राज्य, मुग़ल वास्तुकला, मुग़लपुरा, मुक्त व्यापार क्षेत्र, मुक्तिवाहिनी, मुकेशपुरी, मौर्य राजवंश, मौलाना मसूद अज़हर, मौलवी अब्दुल हक़, मौली दवे, मैदानी हॉकी, मेयो गार्डन, मेरा सुल्तान, मेहमान ख़ाना, मेहर, मेहरचद खन्ना, मेहरगढ़, मेघवाल, मेगावती सुकर्णोपुत्री, मॉडल टाउन, लाहौर, मोची पुरा, मोती मस्जिद, मोमीन अंसारी, मोरझंगी, मोरारजी देसाई, मोरो, मोहन सिंह मेहता, मोहम्मद तल्हा, मोहम्मद नवाज़, मोहम्मद रिज़वान, मोहम्मद शमी, मोहम्मद शहाबुद्दीन, मोहम्मद सफदर, मोहम्मद हनीफ खान, मोहम्मद हफीज़, मोहम्मद हलीम, मोहम्मद इब्राहिम खान झगड़ा, मोहम्मद इरफ़ान, मोहम्मद अफजल चीमा, मोहम्मद अरशद अल कादरी, मोहम्मद अली जिन्नाह, मोहम्मद अजमल मियाँ, मोहम्‍मद उस्मान, मोहेंजो दारो (फ़िल्म), मोज़ंग चुंगी, मोईन ख़ान, मोइन कुरेशी, मोइनुद्दीन हैदर, मीट दरबारी, मीठी, मीनार-ए-पाकिस्तान, मीर रसूल बख्श टालपुर, मीर हजार खान खोसो, मीर ज़फ़रुल्लाह ख़ान जमाली, मीरपुर ज़िला, मीरपुर ख़ास जिला, मीरपुर खास, मीरा (अभिनेत्री), यशपाल (वैज्ञानिक), यारु, यासिर शाह, यासिर अराफात, याह्या ख़ान, युद्ध, युद्धभियान जिब्राल्टर, युद्धविराम, युधिष्ठिर मीमांसक, युगाण्डा से भारतीयों का निष्कासन, यूट्यूब, यूटीसी+०५:००, यूनाइटेड बैंक लिमिटेड क्रिकेट टीम, यूनाइटेड किंगडम, यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, लाहौर, यूनेस्को मदनजीत सिंह पुरस्कार, यूरेशियाई वृक्ष गौरैया, यूरोप का इतिहास, यूसुफ़ रज़ा गिलानी, यूसुफ़ज़ई, रणजीत सिंह की समाधि, रमेश लाल, रसम पगड़ी, रहमान गुल, रहीम यार ख़ान, रहीम यार ख़ान ज़िला, रहीम यार खान जिला, रहीमुद्दीन खान, राणा भगवानदास, राना लियाक़त अली ख़ान, रानीपुर, राबर्ट फिस्क, राम प्रसाद 'बिस्मिल', राम प्रसाद नौटियाल, राम जेठमलानी, रामचन्द पाकिस्तानी, रामसर सम्मेलन, राय़विण्ड, राशिद लतीफ़, राष्ट्रमंडल देशों की सूची, राष्ट्रकुल, राष्ट्रकुल से निलंबन, राष्ट्रीय दिवस, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (भारत), राष्ट्रीय सूत्रों की सूची, राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति, राष्ट्रीय कैडेट कोर, रासील की लड़ाई, राहत फ़तेह अली खान, राहत अली, राहुल द्रविड़, राहुल गांधी, राहील शरीफ, राजधानी विकास प्राधिकरण, राजनपुर ज़िला, राजनपुर जिला, राजमुकुट, राजस्थान, राजस्थान का संगीत, राजस्थानी भाषा और साहित्य, राजा बीरबल, राजा मेहदी अली ख़ान, राजा सरूप खान, राजगुरु, राजेन्द्र कुमार (अभिनेता), रावलपिंडी, रावलपिंडी ज़िला, रावी नदी, रिचर्ड होलब्रूक, रियाज हुसैन, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग, रिक्टर पैमाना, रज़ा हसन, रज़ीया बट, रजा परवेज़ अशरफ़, रजिन्दर कौर भट्ठल, रवि पॉल, रविन्द्र कौशिक, रंजना गौहर, रंगीला रसूल, रुचि राम साहनी, रुडयार्ड किपलिंग, रुपया, रुपया चिह्न, रुम्मन रईस, रैडक्लिफ़ अवार्ड, रैबारी, रैगिंग, रूथ फ़ॉ, रूना लैला, रूमाली रोटी, रूज़ा शरीफ, रेबा सोम, रेमिन, पंजाब, रेल गेज, रेशमा, रेशियाँ, रॉबर्ट वाड्रा, रॉल्फ गर्फथ, रोटी, रोहड़ी, रोहित शर्मा, रोहिंग्या लोग, रोहू मछली, रोहेड़ा, रोग़न जोश, रीता ईश्वर, लड्डू, लतीफ खोसा, लरकाना जिला, लश्कर-ए-झंगवी, लश्कर-ए-तैयबा, लश्कर-ए-बलोचिस्तान, लसबेला ज़िला, लस्सी, लस्सी ते चा, लहड़ सुल्तानपुर, लहन्दा भाषाएँ, लाड़काना, लाल मस्जिद, लाल मस्जिद घेराबंदी, लाल शहबाज़ कलंदर दरगाह, लाल जंगली मुर्गा, लाल कुर्ती आन्दोलन, लालबहादुर शास्त्री, लाला लाजपत राय, लाला जगत नारायण, लालकृष्ण आडवाणी, लाहौर, लाहौर मेट्रो, लाहौर संकल्पना, लाहौर ज़िला, लाहौर विश्वविद्यालय, लाहौर उच्च न्यायालय, लाहोरीए (२०१७ फ़िल्म), लावा, पंजाब, लाख, लियाकत अली जटोई, लिओन पनेटा, लखनऊ, लखनऊ समझौता, लखपत, लखानी, पंजाब, लंबाई के आधार पर नदियों की सूची, लक्स (साबुन), लक्की मरवत ज़िला, लक्की मरवात, लुड्डन, लुईस माउंटबेटन, बर्मा के पहले अर्ल माउंटबेटन, लुंगी, लैय्या ज़िला, लूलूसर, लेटी, पंजाब, लेफ्टिनेंट कर्नल ए॰ बी॰ तारापोर, लेग़ारी, लॉलीवुड, लोधरन जिला, लोधराँ ज़िला, लोया पकतिया, लोक विरसा संग्रहालय, लोक-विधि, लीची, लीड्स, लीपा, लीपा घाटी, शतरंज, शत्रु सम्पत्ति अधिनियम, १९६८, शफी मुहम्मद बरफात, शबाज़ कलात, शरजील खान, शर्बत, शहबाज़ भट्टी, शहबाज़ शरीफ़, शहबाज़ गढ़ी, शहजनानी मुर्ग मसाला, शाद बाग़, शादान लंद, शादाब खान, शान्ति स्वरूप भटनागर, शामी कबाब, शारदा (नगर), शारीरिक दण्ड, शालीमार उद्यान, लाहौर, शालीमार, पाकिस्तान, शाशान पहाड़ियाँ, शाह, शाह सदर दीन, शाह जहाँ, शाहदरा (बहुविकल्पी), शाहदरा (गाँव), शाहदरा बाग़, शाहपुर, शाहपुर (पंजाब), शाहबन्दर, शाहमुखी लिपि, शाहिद हामिद, शाहिद खाकन अब्बासी, शाहिद अफरीदी, शाहिदा हसन, शाही मटन कोरमा, शाही मुर्ग मसाला, शाही काजु आलु, शाहीन एयर, शांतिनाथ, शांग्ला ज़िला, शिया चंद्र, शिया इस्लाम, शिव कुमार बटालवी, शिवलाल यादव, शिवालिक, शिगर ज़िला, शिंजियांग, शिक्षक दिवस, शजरा, शक्सगाम नदी, शुजात बुखारी, श्यामा, श्यामाप्रसाद मुखर्जी, श्री स्वमिनरयन मन्दिर, कराची, श्रीलंकन एयरलाइंस, श्रीगंगानगर, शौकतुल्लाह खान, शेफ़ील्ड, शेम (उपन्यास), शेर शाह सूरी, शेरपी कांगरी, शेख एजाज़ निसार, शेख दीन मुहम्मद, शेख मुजीबुर्रहमान, शेख रियाज अहमद, शेख अनवारुल हक, शेखूपुरा ज़िला, शोएब मलिक, शोगरान, शीना भाषा, शीरमाल, सचिन तेंदुलकर, सतलुज नदी, सतीश धवन, सना मीर, सफ़िया हयात, सफ़ेद तीतर, सफ़ेद गिद्ध, सफ़ेद कोह, सबज़ाज़ार, समकालीन, सम्पर्क भाषा, सम्माँ राजवंश, समोसा, समी असलम, समीना, पंजाब, सरदार चुटकुले, सरदार मुहम्मद आरिफ नकाई, सरदार मोहम्मद याकूब, सरदार हुकम सिंह, सरदार अयाज़ सादिक़, सरपंच, सरफ़राज़ अहमद, सरबजीत (फ़िल्म), सरबजीत सिंह, सरस्वती नदी, सरहद-ए-ब्रोग़िल, सराल, चकवाल, सराग़रार, सराइकी, सरगौधा जिला, सरगोढा, सरगोधा ज़िला, सर्विसिज़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसिज़, सरैकिस्तान आन्दोलन, सरैकिस्तान क़ौमी मूवमेंट, सरोजिनी नगर, सरीसृप, सलमा आग़ा, सलमान रुश्दी, सलीम मलिक, सलीम ख़ान (शहर), सलीमा हाशमी, सहिब्ज़ादा फ़ारूक़ अली, साँवा, साद नसीम, सादिक हुसैन कुरैशी, सादिकाबाद, साधना शिवदासानी, सारा पॉलिन, सारा लॉरेन, सारा हैदर, सारगढ़ी का युद्ध, सार्क, सार्क फाउंटेन, सार्क शिखर सम्मेलन की सूची, साल्तोरो कांगरी, साहिबज़ादा मोहम्मद खुर्शीद, साहिर लुधियानवी, साहिवाल, साहिवाल ज़िला, साखी सर्वर, सांडा, लाहौर, साउथॉल, सितारा-ए-इम्तियाज़, सितंबर २०१०, सिदी, सिन्ध प्रान्त (1936–55), सिन्धविद्या संस्थान, सिन्धु नदी, सिन्धु-गंगा के मैदान, सिन्धी भाषा, सिन्धी भाषा विधेयक, १९७२, सिन्धी लोग, सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान, सिबि ज़िला, सियाचिन, सियाचिन विवाद, सियाचिन ग्लेशियर पदक, सियालकोट, सियालकोट ज़िला, सिख धर्म का इतिहास, सिख साम्राज्य, सिंध, सिंध के मुख्यमंत्री, सिंध के यूनियन परिषदों की सूची, सिंध के राज्यपाल, सिंधु जल समझौता, सिंधु घाटी सभ्यता, सिंधी राष्ट्रवाद, सिंह (पशु), सिंगर विश्व सीरीज 1994, सिंगापुर इंटनेशनल एयरलाइंस, सिकन्दर का भारत पर आक्रमण, सिकरम पर्वत, सिकंदर रजा, सज्जाद हुसैन कुरैशी, सईद अनवर, सईद अल्समाँ सिद्दीकी, सघर, सवर खान, सख्खर, संभ्रांत वर्ग, संयुक्त भूयोजना एशिया के लिए, संयुक्त राष्ट्र शांतिस्थापन, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद चुनाव, २०१३, संज्ञेय अपराध, संघ (प्रशासन), संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र, संघीय शरियाई न्यायालय, संगहार जिला, संग्राम पदक, सआदत हसन मंटो, सक्खर ज़िला, सकेसर, सुन्दरलाल होरा, सुनील दत्त, सुब्रह्मण्यन् चन्द्रशेखर, सुयांवाला, सुरिन्द्र कपूर, सुरेश ओबेरॉय, सुलयमान पर्वत, सुल्तान राही, सुशील कालरा, सुषमा स्वराज, सुज़ुकी, सुख चैन गार्डन, स्तूप, स्नोड्रॉप, स्पेज़न्द, स्याहगोश, स्वतन्त्रता के बाद भारत का संक्षिप्त इतिहास, स्वतंत्रता दिवस, स्वतंत्रता दिवस (पाकिस्तान), स्वतंत्रता दिवस (बांग्लादेश), स्वर्ण मंदिर मेल, स्वात नदी, स्वात ज़िला, स्वाबी ज़िला, स्वामी सोमदेव, स्कर्दू, स्कर्दू हवाई अड्डा, स्‍वतंत्रता दिवस (भारत), सौरव गांगुली, सैन्य विज्ञान, सैन्य और अर्धसैनिक बलों की संख्या के आधार पर देशों की सूची, सैफ़-उल-मुलूक झील, सैम मानेकशॉ, सैयद फ़क़र इमाम, सैयद मसूद कौसर, सैयद मुहम्मद फज़ल आगा, सैयद रज़ा अली गिलानी, सैयद सज्जाद अली शाह, सैयद ज़फ़र अली शाह, सैयद ग़ौस, सैयद अली शाह मदाद, सैयद अहमद महमूद, सैयद उस्मान अली शाह, सून वादी, सूजी, सूखा, सॆयद मेहंदी शाह, सेल्युकसी साम्राज्य, सेंधा नमक, सोडियम, सोनारगाँव, सोम (बहुविकल्पी शब्द), सोस्त, सोहन पापड़ी, सोहन हलवा, सोहैब मक़सूद, सोहैल तनवीर, सी ई गिब्बन, सी-सी तीतर, सीमाब अकबराबादी, सीमाई क्षेत्र बन्नू, सीमाई क्षेत्र लक्की मरवत, सींक कबाब, सीआईडी (धारावाहिक), हट्टियाँ बाला, हड़प्पा, हनफ़ी पन्थ, हनूत सिंह राठौड़, हनीफ रमाय, हनीफ रामे, हफ़ीज़ जालंधरी, हफ़ीज़ाबाद जिला, हबीब इब्राहिम रहमतुल्ला, हमूदुर रहमान, हमीदाबाद, हयात शियरपाउ, हरदेव बाहरी, हरबंसपुर, हरिपुर, हरिपुर ज़िला, हरिजन, हर्शल गिब्स, हरी सिंह थापा, हलवा, हलवाई, हसन टाउन, हसन आबिदी, हसन अली (क्रिकेटर), हाफ़िज़ हफ़ीज़ुर्रहमान, हाफ़िज़ाबाद ज़िला, हाफिज़ मुहम्मद सईद, हामिद नासिर चट्ठा, हामिद मीर, हामिद गुल, हामून, हारमोनियम, हाल की घटनाएँ दिसंबर २००७, हाजी ग़ाज़ी, हागन दास, हिन्द-पहलव साम्राज्य, हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार, हिन्द-आर्य भाषाएँ, हिन्दको भाषा, हिन्दु कुश, हिन्दुस्तानी भाषा, हिन्दुओं का उत्पीड़न, हिन्दू धर्म, हिन्दू राज, हिन्दी, हिन्दी या उर्दू मूल के अंग्रेजी शब्दों की सूची, हिन्दी सिनेमा, हिम तेन्दुआ, हिम तीतर, हिमाचल प्रदेश, हिमालय, हिमालय का रामचकोर, हिमालयी नमक, हिमालयी मोनाल, हिमालयी उपोष्णकटिबन्धीय पाइन वन, हिंगलाज, हिंगलाज भवानी शक्तिपीठ, हज़रत मुहम्मद मुराद अली ख़ां, हज़ारा लोग, हजारा लोगों का उत्पीड़न, हजारा जिला, हवेली ज़िला, हंगु, हंगू ज़िला, हक्कानी नेटवर्क, हकीम मोहम्मद सईद, हुन्ज़ा, हुमायूँ, हुमायूँ सईद, हुमायूँ का मकबरा, हुर्रियत काँफ़्रेंस, हुल्लड़ मुरादाबादी, हुसैन इब्न अली, हुसैनीवाला, हैदर बख़्श जतोई, हैदराबाद (पाकिस्तान), हैदराबाद जिला (पाकिस्तान), हैना मॉन्टेना, हैप्पी भाग जाएगी, हैरिस सोहैल, हॉकी विश्वकप, हीरो शरक़ी, जटिय़ाला, जनरल मोहम्मद मूसा खान, जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची, जब्बी शाह दिलावर, जमरूद किला, जमशोरो, जमशोरो जिला, जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान, जम्मू, जम्मू और कश्मीर, जम्मू और कश्मीर में विद्रोह, जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ़्रंट, जमूरा, जमीलुद्दीन आली, जय भगवान चौधरी, जया शर्मा, जल संसाधन, जलालाबाद, जलवाही सेतु, जलेबी, जलोवाली, जसवाल, पाकिस्तान, जस्सीय़ाल, जहाँदाद खान, ज़फर गोहर, ज़रदोज़ी, ज़रंज, ज़ाबुल प्रान्त, ज़ारदा, ज़िया मोहिउद्दीन, ज़ियारत ज़िला, ज़िला ख़ुशाब, ज़िंदगी (टीवी चैनल), ज़ुल्फ़िक़ार बाबर, ज़ुल्फ़िक़ार अली भुट्टो, ज़ुहब खान, ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार, जाट, जाट सिक्ख, जातीय समूह, जाहिद क़ुर्बान अल्वी, जावेद इकबाल, जिन्द खानज़ादा, जिन्द, चकवाल, जिन्ना अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, जिन्नाह (फ़िल्म), जिन्नाह अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, जिब्राल्टर हिन्दू मंदिर, जिवानी, जव्वाद एस ख्वाजा, जखर इमाम शाह, जगत मेहता, जगदीश राज, जगमोहन डालमिया, जगमोहन नाथ, जगजीत सिंह अरोड़ा, जंघर, जंगशाही, जकोबाबाद, जुझारसिंह नेहरा, जुनागढ़ रियासत, जुनैद जमशेद, जुनून (संगीत गुट), जुलाई २०१०, जुल्फिकार अली मगसी, ज्योतिन्द्र नाथ दीक्षित, जैक प्रेगेर, जैकबाबाद ज़िला, जेएफ-17 थंडर, जेम्साबाद, जेवर (पक्षी), जॉर्ज बक्संडाॅल कौंसटन्टीन, जॉर्ज क्लूनी, जोधपुर रियासत, जोश मलिहाबादी, जोहर टाउन, जोगिन्दर जसवन्त सिंह, जोगेन्द्र नाथ मंडल, जोइया, जी एम सय्यद, जीयै सिंध क़ौमी महाज़, ईदी अमीन, ईरान, ईरान का पठार, ईरानी भाषा परिवार, घनिष्ठ, घनिष्ठता, घग्गर-हकरा नदी, घौसपुर, घृत कुमारी, घोटकी जिला, वन्दे मातरम (एल्बम), वरदा चक्रवात, वरवाल, वल्लभ भाई पटेल, वसीम तरड़, वसीम अब्बास, वसीर, वहाब रियाज़, वादोर, वापडा टाउन, वाराह, वाराह, पाकिस्तान, वाघा, वाख़ी भाषा, वांतरिक्ष, विनोद खन्ना, विभागीय वनडे कप 2016, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: A, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: B, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: C, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: D, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: I, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: J, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: K, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: L, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: M, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: O, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: P, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: S, विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: U, विमानक्षेत्रों की सूची ICAO कोड अनुसार: O, विश्व धरोहर, विश्व में बौद्ध धर्म, विश्व में इस्लाम धर्म, विश्व के देशों में शहरों की सूचियाँ, विश्व के सर्वोच्च पर्वतों की सूची, विश्व की मुद्राएँ, विहाड़ी ज़िला, विजय दिवस, विजय कुमार मलहोत्रा, विजय कुमार सिंह, विव रिचर्ड्स, विकासशील देश, वज़ीराबाद, वज़ीरिस्तान, वजीर अहमद जोगेजीई, व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि, व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर, व्यवसाय अध्ययन, वृहद भारत, वृहद्क्षत्र, वैदिक सभ्यता, वैहोव़ा, वैंकूवर दक्षिण, वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1948-49, वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1974-75, वॅलेंसिय़ा टाउन, लाहौर, वॅलेंसिय़ा होम्स, वी पी मेनोन, वीना मलिक, वीरेन्द्र सहवाग, खटिक, खनिज, खरक, ख़रमंग, ख़लीलुर रहमन, ख़सरा, ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान, ख़ारान (रियासत), ख़ुदा, ख़ुदा बक्श मारी, ख़ुबानी, ख़ुर्द और कलाँ, ख़ुर्शीद महमूद कसूरी, ख़ुशाब, ख़ुज़दार, ख़ुज़दार ज़िला, ख़्वाजा शहाबुद्दीन, ख़ैबर एजेंसी, ख़ैबर दर्रा, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के राज्यपाल, ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के यूनियन परिषदों की सूची, ख़ैरपुर, चकवाल, ख़ोस्त, ख़ोस्त प्रान्त, ख़ोजक सुरंग, खाड़ी युद्ध, खाड़ी सहयोग परिषद, खान हबीबुल्लाह खान, खानेवाल ज़िला, खालिद मक़बूल, खाखी, पंजाब, खंभात की खाड़ी, खुनयंग छिश, खुर्शीद अली खान, खुशदल खान अफरीदी, खुशवन्त सिंह, खुईरटा, खुंजर्ब राष्ट्रीय उद्यान, ख्वाजा तारिक रहीम, ख्वाजा मोहम्मद अज़्हर खान, खैर (वृक्ष), खैरपुर, खैरपुरजिला, खैरो, खैशगी, खेल जगत २०१०, खेवड़ा नमक खान, खोतीयाँ, खोवार भाषा, खोखर लोग, गटका, गढ़ी दुपट्टा, गढ़ी शाहू, गढी, गणराज्य, गणित का इतिहास, गदाई, पंजाब, गद्दाफी स्टेडियम, गन्ना, गरदेज़, गलगत हवाई अड्डा, ग़रारा, ग़िज़र ज़िला, ग़ुलाम इशाक़ ख़ान, ग़ुलाम अली, ग़ौस अली शाह, ग़ौसाबाद, गार्डन टाउन, गाशरब्रुम, गिट्टी दास, गिलगित नदी, गिलगित-बल्तिस्तान के मुख्यमंत्री, गिलगित-बल्तिस्तान के राज्यपाल, गवालमण्डी, गग्गो, गंगा सूंस (डॉल्फिन), गुप्तचर, गुरचरण दास, गुरबचन सिंह सलारिया, गुरु नानक, गुरु हनुमान, गुर्जर, गुल धावी, गुल मोहम्मद खान जोगेज़ाई, गुलशन बावरा, गुलशन-ए रावी, गुलाम मुस्तफ़ा जतोई, गुलाम हैदर वाईन, गुलाम जिलानी खान, गुलिस्तान, गुलज़ार (गीतकार), गुलज़ारीलाल नन्दा, गुजराँवाला ज़िला, गुजरात, गुजरात ज़िला, गुजरांवाला, गुग्गुल, ग्रैंड ट्रंक रोड, ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब, ग्रीन टाउन, ग्रीन कम्प्यूटिंग, ग्वादर, ग्वार-बती भाषा, गौस बख्श बिज़ेनजो, गौस बख्श रईसानी, गौहर अयूब ख़ान, गॉन्डोफर्नीज, गोडावण, गोमल दर्रा, गोमल नदी, गोरामानसिंह, गोलमेज सम्मेलन (भारत), गोजरी भाषा, गोवरो भाषा, ऑपरेशन ब्लू स्टार, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन जिब्राल्टर, ऑर्कुट, ऑरेंज लाइन (लाहौर मेट्रो), ऑल इंडिया सुन्नी कांफ्रेंस, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम का भारत दौरा 2007-08, ओढेरवाल, ओमान की खाड़ी, ओमेर्टा, ओलंपिक में पाकिस्तान, ओसामा बिन लादेन, ओवैस अहमद गनी, ओकरा जिला, ओकाड़ा ज़िला, औन-ज़ारा, आँसू झील, आठ हज़ारी, आतिफ़ असलम, आतंकी प्रशिक्षण शिविर, आदमपुर एयर फ़ोर्स बेस, आदि बद्री (हरियाणा), आपराधिक कृत्य, आफ़ताब शबान मिरानी, आम, आम की प्रजातियाँ, आमिर गुलिस्तान जनजूआ, आमेर यामीन, आरिफ बनगश, आर्य वंश, आर्यसंघाट सूत्रम्, आलू के चिप्स, आलीवाला, पाकिस्तान, आशा भोंसले, आसल उत्ताड़ का युद्ध, आसाराम, आसिफ अली ज़रदारी, आस्मा जहाँगीर, आज़ाद कश्मीर, आज़ाद कश्मीर के राष्ट्रपति, आईएफबीडीओ, आईएसओ ४२१७, आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफ़ी, आईवान-ए सदर्, आगरा का किला, आगा खां तृतीय, आंबेडकर जयंती, आइएसओ ३१६६ - १, इटरनल सनशाइन ऑफ़ द स्पॉटलेस माइंड, इण्डियन एयरलाइंस फ्लाइट ८१४, इन्दिरा गांधी, इन्नोसेंस ऑफ़ मुस्लिम्स, इफ्तिख़ार हुसैन शाह, इफ्तिखार अहमद, इब्ने इमाम डिग्री साइंस कॉलेज, इब्राहिम इस्माइल चुंदरीगर, इमरती, इमरान ताहिर, इमरान ख़ान, इमरान ख़ान (गायक), इमरानउल्लाह ख़ान, इमाद वसीम, इयान बेल, इरशाद हसन खान, इरकुत्स्क ओब्लास्त, इलाही बख्श सूम्रो, इलियास कश्मीरी, इलख़ानी साम्राज्य, इशरतुलअबाद ख़ान, इस्तोर-ओ-नल, इस्लाम, इस्लाम नगर, लाहौर, इस्लाम के राष्ट्र, इस्लामपुरा, इस्लामाबाद, इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय, इस्लामिया पार्क, इस्लामिक यूनिवर्सिटी, इस्लामकोट, इस्लामी सहयोग संगठन, इस्लामी जम्हूरी इत्तेहाद, इस्लामी गणराज्य, इस्कंदर मिर्ज़ा, इज़्ज़त, इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस, इंटरनेट उच्चस्तरीय डोमेन की सूची, इंडियन एयरलाइंस, इंतिज़ार हुसैन, इंदिरा कोल, इंग्लैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1951-52, इंग्लैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1972-73, कच्चे धागे (1999 फ़िल्म), कच्छ जिला, कच्छ का रण, कटासराज मन्दिर, कटेवा, कडक, कतला, कनिष्क, कनिष्क स्तूप, कनजुत सर, कन्वेंशन ड्यू मेत्रे, कपूर (उपनाम), कबड्डी, कबाब मुगलई, कबिट, कमरुद्दीन कुरेज़, कमालिया, कमालुद्दीन अज़्फ़र, कमोकी, करनैल सिंह, करयाला, करसाल, कराची, कराची परिपत्र रेल, कराची बंदरगाह, कराची किंग्स, कराँची, करक ज़िला, करीना कपूर, करीम वाह, कलश भाषा, कलश लोग, कला स्नातक, कलात, कलात ज़िला, कलात ख़ानत, कलाम, कलाम, स्वात, कलकोटी भाषा, कल्लर कहार, कल्होड़ा राजवंश, कशमोर, कशमोर ज़िला, कश्मीर विवाद, कश्मीर की संस्कृति, कश्मीर उड़न गिलहरी, कश्मीरी, कश्मीरी दरवाजा, लाहौर, कश्मीरी साहित्य, कश्मीरी हंगुल, कस्तूरी, कसूर जिला, कहना नाओ, क़दीरुद्दीन अहमद, क़म्बर जिला, क़लन्दर मोमंद, क़सूर, क़हवा, क़िला अब्दुल्लाह ज़िला, क़व्वाली, क़ंदील बलोच, क़ौमी तराना, काटल, कादिरी संप्रदाय, कानपुर, कानपुर (बलोचिस्तान), काबुल नदी, काबुल शाही, कामरान अकमल, कायदे आजम ट्रॉफी 2017, काराकोरम, काराकोरम राजमार्ग, कारगिल युद्ध, काला तीतर, काला शाह काकू, काला, पंजाब, कालाबाग बांध, कालामी भाषा, कालेर, कालीबंगा, काश्मीरी पण्डित, काश्गर, काजी फजलुल्ला उबैदुल्लाह, काग़ान घाटी, कांधार, कांधार प्रान्त, कांगो ज्वर, किर्गिज़ भाषा, किला सफेद, किला सैफुल्लाह, किला अब्दुल्लाह, किशनगंगा नदी, कंबोज, कक्कड़, कछी ज़िला, कुत्तों की नस्लों की सूची, कुनर प्रान्त, कुनहार नदी, कुमाऊं रेजिमेंट, कुमार संगाकारा, कुर्ता, कुर्बान अली शाह, कुर्रम नदी, कुर्रम वादी, कुलदीप नैयर, कुलभूषण जाधव, कुल्चा, कुषाण राजवंश, कुषाण कला, कुंडल शाही, कुछ तो लोग कहेंगे, क्रिकेट विश्व कप में भारत, क्रिकेट विश्व कप के फाइनल मैचों की सूची, क्रेडिट रेटिंग एजेंसी, क्षेत्रीय वनडे कप 2017, क्षेत्रीय वनडे कप 2018, क्विज़, क्वेटा, क्वेटा ज़िला, क्वेटा ग्लेडियेटर्स, कौसम सुल्तान (टीवी धारावाहिक), कृत्तिका तारागुच्छ, कृशण भिल, कृषण नगर, कृष्णा सोबती, कृष्णा कोहली, कृष्णास्वामी सुंदरजी, कैनोला, कैम्ब्रिज के ड्यूक राजकुमार विलियम तथा कैथरीन मिडलटन का विवाह, कैलाश सत्यार्थी, कैवलरी ग्राउंड, कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त, केच ज़िला, केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची, कोट चौधरियाँ, कोट मुबारक, कोट सरंगी, कोट हैबत, कोट गुल्ला, कोट क़ाज़ी, कोट क़ैसरानी, कोट अब्दुल, कोटली ज़िला, कोटेश्वर, कोयो ज़ुम, कोलकाता, कोल्ड स्टार्ट, कोस मीनार, कोहट, कोहाट ज़िला, कोहिस्तान, कोहिस्तान ज़िला (पाकिस्तान), कोहिस्तानी भाषा, कोकलास, कीमा मटर, अचला सचदेव, अचार बनाना, अटवाल, अटक, अटक ज़िला, अतीकउर रहमान, अदनान अकमल, अनारकली, अनिल कुंबले, अनवर मसूद, अनवर ज़हीर जमाली, अनवर अली, अन्तरमहाद्वीपीय प्राक्षेपिक प्रक्षेपास्त्र, अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड, अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्य राष्ट्र, अन्वेषणों की समय-रेखा, अपवाह तन्त्र, अप्रैल 2015 नेपाल भूकम्प, अफ़रीदी, अफ़ग़ानिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत युद्ध, अफ़ग़ानिस्तान युद्ध (2001–वर्तमान), अफ़ग़ानिस्तान का इतिहास, अफ़्पाक, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच की झड़पें, अबाया, अबुल कसीम, अब्दालीयाँ हाउसिंग सोसाइटी, अब्दुल फतेह, अब्दुल रशीद, अब्दुल रहीम दुररैनी, अब्दुल राशिद ग़ाज़ी, अब्दुल सत्तार इदी, अब्दुल हमीद डोगर, अब्दुल हामिद (बांग्लादेशी राजनीतिज्ञ), अब्दुल हक़ीम खान, अब्दुल जब्बर खान, अब्दुल वहाब खान, अब्दुल ग़फ़ूर ख़ान होती, अब्दुल कदीर खान, अब्दुल क़ादिर बलोच, अब्दुल क़ादिर शेख, अब्दुल कादिर हालेपोटो, अब्दुल अज़ीज़ ग़ाज़ी, अब्दुस सलाम, अभियान्त्रिकी में स्नातक, अमन की आशा, अमर जलील, अमरकोट, अमानुल्लाह खान यासीनज़ई, अमजद साबरी, अमजद अली (क्रिकेटर), अमृतसर, अमीर चाह, अमीरुल मुल्क मेंगल, अयूब ख़ान (पाकिस्तानी शासक), अरब सागर, अरबाब गुलाम रहीम, अरुण बाली, अर्बाब सिकंदर खान, अर्रा, पाकिस्तान, अर्जन सिंह, अल-क़ायदा, अलियाबाद, अल्ताफ़ फ़ातिमा, अल्लामा इकबाल अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, अली बन्दर, अली मोहम्मद महार, अली ज़फ़र, अली जान ओरकज़ई, अलीम डार, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अशरफ खातून अब्बासी, अशोक, अशोक चक्रधर, अशोक के अभिलेख, असद अमानत अली खान, असद अली, असदाबाद, अफ़्ग़ानिस्तान, असलम रियाज हुसैन, असलम खान खटक, अस्तोर ज़िला, अस्तोर घाटी, अस्तोला द्वीप, अहमद फ़राज़, अहमद यार खान, अहमदिया धर्म, अहले सुन्नत वल जमात, अजमल क़साब, अज़रा ज़ाहिद, अज़हर अली, अज़ीम दाऊदपोता, अज़ीम प्रेमजी, अजीत सिंह (मारवाड़), अजीत कौर, अवान टाउन, अखण्ड भारत, अगरतला षडयंत्र मामला, अगस्त २०१०, अंडा भुर्जी, अंतरिक्ष और ऊपरी वायुमंडल अनुसंधान आयोग, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रतिवेदन मानक, अंदरून लाहौर, अंजन, अंजुमन ए तरक्क़ी ए उर्दू, अंजीर, अंगाकिरि, अइज़ोल, अकबर, अकबर बुगती, अकमल खान, अक्साई चिन, अकीला आसिफी, उच, उच्च न्यायालय (पाकिस्तान), उड़न खटोला, उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में युद्ध, उत्तरी मित्रपक्ष, उद्देश्य संकल्प, उपमहाद्वीप, उपग्रह, उबला चावल, उमर खान, उमर अकमल, उमरकोट जिला, उमैर अली, उर्दू भाषा, उर्दू साहित्य, उर्वरक, उल्फा, उशोजी भाषा, उस्मान ख़ालिद बट्ट, उस्मान ख़्वाजा, उज़बेक लोग, ऋचा चड्ढा, छत्तर, छाबरी, छाछरो, छौंक, छोटी बाला, छोटी ज़रीन, १ फ़रवरी, १ जनवरी, १ई+११ मी॰², १ई+९ मी॰², १० दिसम्बर, १० जनवरी, १० जुलाई, १२ अप्रैल, १३ दिसम्बर, १३ नवम्बर, १३ मई २००८ जयपुर बम विस्फोट, १४ दिसम्बर, १४ अगस्त, १५ दिसम्बर, १५ अगस्त, १६ दिसम्बर, १६ जुलाई, १७ दिसम्बर, १७ जुलाई, १७२५ तक क्रिकेट का इतिहास, १९ फरवरी २००७ समझौता एक्सप्रेस विस्फोट, १९ जून, १९वें कुशक बकुला रिनपोछे, १९४७ का भारत-पाक युद्ध, १९५३, १९५६ का पाकिस्तानी संविधान, १९६२ का पाकिस्तानी संविधान, १९६५ का भारत-पाक युद्ध, १९६६, १९७१, १९७१ का भारत-पाक युद्ध, १९७३, १९९६ क्रिकेट विश्व कप, १९९६ क्रिकेट विश्व कप फाइनल, २ दिसम्बर, २ अगस्त, २० नवंबर, २० सितम्बर, २००१, २००५ कश्मीर भूकम्प, २००७, २००७ पेशावर बम हमला, २००८, २००८ एशिया कप, २००८ सिचुआन भूकंप, २००९, २००९ में श्रीलंका क्रिकेट टीम पर हमला, २०१०, २०११, २०११ पाकिस्तान भूकम्प, २०१३, २०१३ सीस्तान और बलोचिस्तान भूकम्प, २०१४ पेशावर स्कूल नरसंहार, २०१४ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० फाइनल, २०१५ क्रिकेट विश्व कप, २०१६ में अमेरिका ने गिराए बम, २०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण, २१ नवम्बर, २१ जून, २२ नवम्बर, २३ मार्च, २५ दिसम्बर, २५ अगस्त, २६ जुलाई, २७ दिसम्बर, ३ दिसम्बर, ३० नवम्बर, ४ दिसम्बर, ४ जुलाई, ४ अक्टूबर, ५ जनवरी, ५ अगस्त, ६ नवम्बर, ८ दिसम्बर, ८ अक्तूबर, ९ दिसम्बर, 1 गोरखा राइफल्स, 11 सितम्बर 2001 के हमले, 1954 एशियाई खेल, 1970 एशियाई खेल, 1974 एशियाई खेल, 1978 एशियाई खेल, 1987 क्रिकेट विश्व कप, 2002 हॉकी विश्वकप (पुरुष), 2006 हॉकी विश्वकप (पुरुष), 2010 एशियाई खेल पदक तालिका, 2010 हॉकी विश्वकप (पुरुष), 2014 भारत - पाकिस्तान बाढ़, 2014 राष्ट्रमण्डल खेल, 2014 शीतकालीन ओलंपिक में पाकिस्तान, 2014 वाघा बॉर्डर आत्मघाती हमला, 2016 पाकिस्तान के मस्जिद में बम विस्फोट, 2016 में इंग्लैंड ए टीम त्रिकोणीय श्रृंखला, 2016 गुलशन हमला, 2016 क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला, 2017 दक्षिण एशिया बाढ़, 2017 सेहवन आत्मघाती बम विस्फोट, 4 गोरखा राइफल्स। सूचकांक विस्तार (2152 अधिक) »

चण्डीगढ़

चण्डीगढ़, (पंजाबी: ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ), भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है, जो दो भारतीय राज्यों, पंजाब और हरियाणा की राजधानी भी है। इसके नाम का अर्थ है चण्डी का किला। यह हिन्दू देवी दुर्गा के एक रूप चण्डिका या चण्डी के एक मंदिर के कारण पड़ा है। यह मंदिर आज भी शहर में स्थित है। इसे सिटी ब्यूटीफुल भी कहा जाता है। चंडीगढ़ राजधानी क्षेत्र में मोहाली, पंचकुला और ज़ीरकपुर आते हैं, जिनकी २००१ की जनगणना के अनुसार जनसंख्या ११६५१११ (१ करोड़ १६ लाख) है। भारत की लोकसभा में प्रतिनिधित्व हेतु चण्डीगढ़ के लिए एक सीट आवण्टित है। वर्तमान सोलहवीं लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी की श्रीमति किरण खेर यहाँ से साँसद हैं। इस शहर का नामकरण दुर्गा के एक रूप ‘चंडिका’ के कारण हुआ है और चंडी का मंदिर आज भी इस शहर की धार्मिक पहचान है। नवोदय टाइम्स इस शहर के निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की भी निजी रुचि रही है, जिन्होंने नए राष्ट्र के आधुनिक प्रगतिशील दृष्टिकोण के रूप में चंडीगढ़ को देखते हुए इसे राष्ट्र के भविष्य में विश्वास का प्रतीक बताया था। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शहरी योजनाबद्धता और वास्तु-स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध यह शहर आधुनिक भारत का प्रथम योजनाबद्ध शहर है।, चंडीगढ़ के मुख्य वास्तुकार फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर हैं, लेकिन शहर में पियरे जिएन्नरेट, मैथ्यु नोविकी एवं अल्बर्ट मेयर के बहुत से अद्भुत वास्तु नमूने देखे जा सकते हैं। शहर का भारत के समृद्ध राज्यों और संघ शसित प्रदेशों की सूची में अग्रणी नाम आता है, जिसकी प्रति व्यक्ति आय ९९,२६२ रु (वर्तमान मूल्य अनुसार) एवं स्थिर मूल्य अनुसार ७०,३६१ (२००६-०७) रु है। .

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चनहुदड़ो

चन्हुदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता के नगरीय झुकर चरण से सम्बंधित एक पुरातत्व स्थल है। यह क्षेत्र पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के मोहेंजोदड़ो से दक्षिण में स्थित है। यहाँ पर 4000 से 1700 से ईशा पूर्व में बसा हुआ माना जाता है और इस स्थान को इंद्रगोप मनकों के निर्माण स्थल के रूप में जाना जाता है। चन्हुदड़ो की पहली बार खुदाई मार्च १९३० में एन॰जी॰ मजुमदार ने करवाई और उसके बाद 1935-36 में अमेरीकी स्कूल ऑफ़ इंडिक एंड इरानियन तथा म्यूज़ियम ऑफ़ फाइन आर्ट्स, बोस्टन के दल ने अर्नेस्ट जॉन हेनरी मैके के नेतृत्व में करवाई। .

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चनाब नदी

चिनाब नदी या चंद्रभागा नदी भारत के हिमाचल प्रदेश के लाहौल एवं स्पीति जिला में दो नदियों चंद्र नदी एवं भागा नदी के संगम से बनी है। यह आगे जम्मू व कश्मीर से होते हुए पाकिस्तान में सिंधु नदी से जाकर मिलती है। .

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चन्द्रगुप

अंतरिक्ष से चन्द्रगुप और उसके आसपास के गारामुखियों का दृश्य चन्द्रगुप (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Chandragup), जिसे कभी-कभी चन्द्रकुप (Chandrakup) भी कहा जाता है, पाकिस्तान के पश्चिमी बलोचिस्तान प्रान्त के तटीय मकरान क्षेत्र में स्थित एक गारामुखी (लावा के स्थान पर मिट्टी-कीचड़ उगलने वाला ज्वालामुखी) है। ५८ मीटर ऊँचा यह गारामुखी एक शुद्ध शंकु (कोन) का आकार रखता है। इस क्षेत्र में कई सारे गारामुखी मिलते हैं और चन्द्रगुप इनमें से एक है।, pp.

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चन्द्रकान्त बाली

पंडित चन्द्रकान्त बाली संस्कृत साहित्य मर्मज्ञ एवं कालगणना विशेषज्ञ माने जाते हैं। 1914 में मुलतान (अब पाकिस्तान) में जन्मे पं॰ बाली की गिनती मुलतान के चोटी के विद्वानों में होती थी। "प्रबंध पंचनद", "दोहा मानसरोवर", "पंजाब प्रान्तीय हिन्दी साहित्य का इतिहास", "खारवेल प्रशस्ति", "आदि शंकराचार्य", "महाभारत युद्ध काल-मीमांसा" और "जैन कालगणना" नाम से उनकी सात पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। अनेक ऐतिहासिक घटनाओं और पंचांगों के संयोजन से पं॰ बाली ने एक अनूठा कालतन्त्र विकसित किया है। श्रेणी:भारतीय ज्योतिषी श्रेणी:संस्कृत विद्वान.

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ऊपरी दीर ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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ऊपरी कोहिस्तान ज़िला

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में पूर्व कोहिस्तान ज़िला (लाल रंग में) ऊपरी कोहिस्तान या अपर कोहिस्तान या कोहिस्तान बाल (उर्दू और पश्तो:, अंग्रेज़ी: Upper Kohistan) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के पूर्वोत्तरी भाग में स्थित एक पूर्व ज़िला है। इसे वर्ष 2014 में कोहिस्तान जिले को द्विभाजित कर, बनाया गया था। .

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चमन

सन् १८९५ में खींची गई चमन के पास अफ़्ग़ान सीमाई पहरेदारों की तस्वीर चमन (Chaman) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत के क़िला अब्दुल्लाह ज़िले की राजधानी है। यह अफ़्ग़ानिस्तान की सीमा के बहुत क़रीब है और सीमा के पार अफ़्ग़ानिस्तान के कंदहार प्रान्त का स्पिन बोल्दक शहर है। चमन की आबादी लगभग २०,००० है जिनमें से चंद-हज़ार लोग हिन्दू समुदाय के हैं। .

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चरसद्दा

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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चश्म-ए-बद दूर

चश्म-ए-बद दूर उत्तर भारत, पाकिस्तान और ईरान में कहा जाने वाले एक सूत्रवाक्य है जो इन क्षेत्रों की लोक-विश्वास में बुरी नज़र से बचने के लिए प्रयोग होता है। इसका अर्थ है "बुरी नज़र दूर हट"।, Phillott Douglas Craven, BiblioLife, 2009, ISBN 978-1-110-78714-2,...

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चानक

चानक या चीनी बटेर (Rain Quail या Black-breasted Quail) (Coturnix coromandelica) बटेर की एक जाति है जो भारतीय उपमहाद्वीप में पाई जाती है। यह जाति कंबोडिया, थाइलैंड, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, म्यानमार, वियतनाम और श्रीलंका की मूल निवासी है। .

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चाबहार

ईरान के शहर चाबहार (फारसी: چابهار) ईरान में सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत का एक शहर है। इस शहर की जनसंख्या वर्ष २००६ की जनगणना के अनुसार ७३,०९८ है। यह एक मुक्त बन्दरगाह है और ओमान की खाड़ी के किनारे स्थित है। यह ईरान का सबसे दक्षिणी शहर है। इस नगर के अधिकांश लोग बलूच हैं और बलूची भाषा बोलते हैं। मई २०१५ में भारत ने चाबहार बंदरगाह के विकास हेतु द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर कर दिये हैं। यह बंदरगाह ईरान के लिए रणनीति की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से भारत के लिए समुद्री सड़क मार्ग से अफगानिस्तान पहुँचने का मार्ग प्रशस्त हो जायेगा और इस स्थान तक पहुँचने के लिए पाकिस्तान के रास्ते की आवश्यकता नहीं होगी। .

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चारसद्दा ज़िला

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में चारसद्दा ज़िला (लाल रंग में) चारसद्दा का मशहूर चप्पल बाज़ार चारसद्दा (उर्दू:, पश्तो:, अंग्रेज़ी: Charsadda) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के मध्य भाग में स्थित एक ज़िला है। इस ज़िले की राजधानी चारसद्दा नाम का ही शहर है। यह ज़िला पहले पेशावर महानगर का हिस्सा हुआ करता था। माना जाता है कि भारतीय उपमहाद्वीप की प्राचीन नगरी पुष्कलावती, जिसका रामायण में भी ज़िक्र आता है, इसी चारसद्दा ज़िले में स्थित थी।, Raj Kumar Pruthi, APH Publishing, 2004, ISBN 978-81-7648-581-4,...

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चार्ली विल्सन्स वॉर

चार्ली विल्सन्स वॉर 2007 की एक जीवनी आधारित कॉमेडी ड्रामा फिल्म है जो अमेरिकी कांग्रेसी चार्ली विल्सन (डीटीएक्स) की सच्ची कहानी को पेश करती है जिन्होंने "मनमाने रवैये" वाले सीआईए (CIA) ऑपरेटिव गस्ट अव्राकोटोस के साथ सहभागिता में ऑपरेशन साइक्लोन शुरू किया, एक ऐसा कार्यक्रम जिसे सोवियत द्वारा अफगानिस्तान के कब्जे के प्रतिरोध में अफगानी मुजाहिदीन को व्यवस्थित और समर्थन देने के लिए चलाया गया था। इस फिल्म को जॉर्ज क्रिल की 2003 की किताब चार्ली विल्सन्स वॉर: द एक्स्ट्राऑर्डिनरी स्टोरी ऑफ़ द लार्जेस्ट कवर्ट ओपरेशन इन हिस्टरी से रूपांतरित किया गया है। यह माइक निकोल्स द्वारा निर्देशित और हारून सोरकिन द्वारा लिखित है और इसमें टॉम हैंक्स, जूलिया रॉबर्ट्स, ओम पुरी, फिलिप्स सेमुर होफमैन, एमी एडम्स, नेड बेटी और एमिली ब्लंट ने अभिनय किया है। यह पांच गोल्डन ग्लोब पुरस्कार के लिए नामित किया गया जिसमें "सर्वश्रेष्ठ मोशन पिक्चर", भी शामिल था लेकिन यह किसी भी वर्ग में कोई भी पुरस्कार नहीं जीत सका। फिलिप्स सेमुर होफमैन को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के अकादमी पुरस्कार के लिए नामित किया गया। .

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चांदी का वरक़

चांदी का वरक़ या सिर्फ वरक़, (अन्य नामः वरक या वरख या वर्क), चांदी अथवा शयोजकमांसर्क से बना एक पतरा (पर्ण) है और भारत और पड़ोसी देशों जैसे कि पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश आदि में इसका उपयोग मिठाईयों और व्यंजनों को सजाने के लिए किया जाता है। चांदी को खाया जा सकता है हालांकि, यह पूर्णतया स्वादविहीन होती है। चांदी तत्व का एक बड़ी मात्रा में सेवन अर्जीरिया का कारण बन सकता है, लेकिन वर्क में इसकी बहुत ही कम मात्रा होने के कारण इसे शरीर के लिए हानिकारक नहीं माना जाता। वरक़ बनाने के लिए चांदी को पीट पीट कर एक चादर में ढाला जाता है और इसकी मोटाई मात्र कुछ माइक्रोमीटर ही रह जाती है। इसे सहेजने के लिए इसे कागज की परतों के बीच रखा जाता है और इसे उपयोग से पहले इन कागजों मे से निकाला जाता है। यह बहुत ही नाज़ुक होता है और छूने पर छोटे छोटे टुकड़ों में टूट जाता है। शाकाहारी लोगों का दावा है कि, क्योंकि वरक़ बनाने के लिए चांदी को पशुओं की अति लचीली आंतों के बीच रख कर पीटा जाता है और इन आंतों का कुछ हिस्सा इस वर्क का भी हिस्सा बन जाता है इसलिए, वरक़ एक तरह से एक मांसाहारी उत्पाद है। .

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चित्तरंजन पार्क ,नईदिल्ली

चित्तरंजन पार्क,   (Bengali: চিত্তরঞ্জন পার্ক), भारत का राजधानी नई दिल्ली महानगर का एक संभ्रांत बस्ती इलाका है। स्वाधीनता के दौरान पुर्ब बंग पाकिस्तान का हिस्ता बनने के कारण उधर से बहुत हिन्दू भारत को चले आए थे। उनमे से एक बड़े हिसते दिल्ली सहर मे बसे। उनके लिए १९६० सदी में दक्षिण दिल्ली के खाली इलाका में एक बस्ती स्थापन किए गए। उसे पहले UPDP नाम से कहा जाता था। १९८० सदी में उसे प्रसिद्ध बंगाली स्वाधीनता संग्रामी और समाज सेबी चित्तरंजन दास के नाम के अनुसार " चित्तरंजन पार्क " नामित किया गया। यहाँ बहुत सारे बंगाली संप्रदाय के लोग रहते है और यहाँ कालिकता सहर जैसे दुकाने, मछली का बाजार, मंदीरें, सांस्कृतिक केंद्र है।   .

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चित्रा इन्डिका

चित्रा इंडिका छोटे सिर वाला व कोमल कवच वाला होता है, जोकि सामन्यत: भारत और पाकिस्तान की नदियों में पाया जाता है। .

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चित्राल

चित्राल शहर का अतालिक़ बाज़ार - चिह्न पर 'दी बैंक ऑफ़ ख़ैबर' लिखा है चित्राल शहर में मसालों का एक दुकानदार चित्राल (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Chitral) या छेत्रार (खोवार) पश्चिमोत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह हिन्दु कुश पर्वतमाला के सबसे ऊँचे पहाड़ तिरिच मीर के चरणों में कुनर नदी के पश्चिमी किनारे पर बसा हुआ है। चित्राल ज़िले की कुल ३ लाख लोगों की आबादी में से लगभग २ लाख चित्राल शहर में रहतें हैं। शहर जिस वादी में स्थित है वह ३,७०० फ़ुट (१,१०० मीटर) की ऊँचाई पर स्थित है।, Brian Robson, Spellmount, 2004,...

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चित्राल ज़िला

चित्राल (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Chitral) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के सबसे उत्तरी भाग में स्थित एक ज़िला है। यह उस प्रान्त का सबसे बड़ा ज़िला है। इसका क्षेत्रफल १४,८५० वर्ग किमी है और १९९८ की जनगणना में इसकी आबादी ३,१८,६८९ थी। ७,७०८ मीटर ऊँचा तिरिच मीर, जो दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ों में से है, इस ज़िले में स्थित है। चित्राल ज़िले की राजधानी चित्राल शहर है।, Sarina Singh, Lindsay Brown, Paul Clammer, Rodney Cocks, John Mock, Lonely Planet, 2008, ISBN 978-1-74104-542-0 .

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चिनीओट ज़िला

चिनीओट ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, चिनीओट शहर है। वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 965,124 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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चिंकारा

चिंकारा दक्षिण एशिया में पाया जाने वाला एक प्रकार का गज़ॅल है। यह भारत, बांग्लादेश के घास के मैदानों और मरुभूमि में तथा ईरान और पाकिस्तान के कुछ इलाकों में पाया जाता है। इसकी ऊँचाई कन्धे तक ६५ से.मी.

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चिक्की

चिक्की आम तौर पर मूंगफली और गुड़ से बनी पारंपरिक भारतीय मिठाई (भंगुर) है। चिक्की कई प्रकार की होती है, जो महाराष्ट्र में बहुत प्रसिद्ध है। चिक्की एक स्नैक अर्थात अल्पाहार की श्रेणी में आती है जिसे मुख्य रूप से मूंगफली और गुड़ द्वारा बनाई जाती है। उत्तर भारत, विशेष रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में, इस मिठाई को लयिया पट्टी कहते है। भारत के सिंध और सिंधी क्षेत्रों में, इसे लेई या लाई और बांग्लादेश में कोटकोटी के नाम से जानी जाती है। .

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चविंडह

चविंडह (Chawinda) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शहर है जो जिला सियालकोट में स्थित है। 1965 के भारत-पाक युद्ध में चविंडह के मोर्चे पर बड़ी संख्या में टैंक के विनाश के कारण उसे "टैंकों का कब्रिस्तान" भी कहा जाता है। इस पसरूर के उत्तर और सियालकोट के दक्षिण पूर्व में स्थित है। .

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चगाई

बलूचिस्तान, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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चंदन नेगी

श्रीमती चंदन नेगी (जन्म 26 जून, 1937) एक पंजाबी उपन्यासकार और कहानीकार है। उसने अनुवाद के क्षेत्र में भी कई काम किया है। .

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चंद्रभागा

चंद्रभागा नाम से भारत में दो नदियां हैं:-.

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चंद्रगुप्त विद्यालंकार

चंद्रगुप्त विद्यालंकार (१९०६ - १९८२) हिन्दी के प्रसिद्ध यथार्थवादी रचनाकार थे। उन्होंने सामाजिक तथा राजनैतिक समस्याओं को अपने साहित्य में उतारा। उन्होंने विदेशी भाषाओं की कहानियों का हिन्दी में अनुवाद भी किया है। उनकी भाषा सहज तथा भाव संप्रेषित करने वाली है। उनका जन्म मुजफ्फरपुर में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है। .

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चक मलूक

चक मलूक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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चक उमरा

चक उमरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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चकवाल

पंजाब, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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चकवाल सिटी-1

चकवाल सिटी-1, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले के चकवाल शहर के पाँच यूनियन परिषदों में से एक है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। रह मुख्यतः एक नगरीय क्षेत्र है। .

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चकवाल सिटी-2

चकवाल सिटी-2, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले के चकवाल शहर के पाँच यूनियन परिषदों में से एक है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। रह मुख्यतः एक नगरीय क्षेत्र है। .

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चकवाल सिटी-3

चकवाल सिटी-3, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले के चकवाल शहर के पाँच यूनियन परिषदों में से एक है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। रह मुख्यतः एक नगरीय क्षेत्र है। .

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चकवाल सिटी-4

चकवाल सिटी-4, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले के चकवाल शहर के पाँच यूनियन परिषदों में से एक है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। रह मुख्यतः एक नगरीय क्षेत्र है। .

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चकवाल सिटी-5

चकवाल सिटी-5, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले के चकवाल शहर के पाँच यूनियन परिषदों में से एक है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। रह मुख्यतः एक नगरीय क्षेत्र है। .

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चकवाल ज़िला

चकवाल ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, चकवाल शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 6,524 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,083,725 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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चक्कु

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। en:List of Kodomo no Jikan characters#Chuck.

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चकोठी

चकोठी (अंग्रेज़ी: Chakothi, उर्दु: چکوٹھی) आज़ाद कश्मीर हट्टियाँ बाला ज़िले में स्थित एक गाँव है। यह झेलम नदी के किनारे नियंत्रण रेखा के समीप स्थित है। यह श्रीनगर-मुज़फ़्फ़राबाद बस सेवा के मार्ग पर एक पड़ाव है। .

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चकोर

चकोर (Chukor or French Partridge, Caccabis chukor) (Chukar) (Alectoris chukar) एक साहित्यिक पक्षी है, जिसके बारे में भारत के कवियों ने यह कल्पना कर रखी है कि यह सारी रात चंद्रमा की ओर ताका करता है और अग्निस्फुलिंगों को चंद्रमा के टुकड़े समझकर चुनता रहता है। इसमें वास्तविकता केवल इतनी है कि कीटभक्षी पक्षी होने के कारण, चकोर चिनगारियों को जुगनू आदि चमकनेवाले कीट समझकर उनपर भले ही चोंच चला दे। लेकिन न तो यह आग के टुकड़े ही खाता है और न निर्निमेष सारी रात चंद्रमा को ताकता ही रहता है। यह पाकिस्तान का राष्ट्रीय पक्षी है। Birds of Hindustan luchas, called būqalamūn, and partridges '' Alectoris chukar falki '' चकोर पक्षी (Aves) वर्ग के मयूर (Phasianidae) कुल का प्राणी है, जिसकी शिकार किया जाता है। इसका माँस स्वादिष्ट होता है। चकोर मैदान में न रहकर पहाड़ों पर रहना पसंद करता है। यह तीतर से स्वभाव और रहन सहन में बहुत मिलता जुलता है। पालतू हो जाने पर तीतर की भाँति ही अपने मालिक के पीछे-पीछे चलता है। इसके बच्चे अंडे से बाहर आते ही भागने लगते हैं। चकोर- (साहित्य) परंपराप्राप्त लोकप्रसिद्धि के अनुसार तथा कविसमय को काल्पनिक मान्यताओं के अनुरूप, चकोर चंद्रकिरणों पीकर जीवित रहता है (शां‌र्गघरपद्धति, १.२३)। इसीलिये इसे "चंद्रिकाजीवन' और "चंद्रिकापायी' भी कहते हैं। प्रवाद है कि वह चंद्रमा का एकांत प्रेमी है और रात भर उसी को एकटक देखा करता है। अँधेरी रातों में चद्रमा और उसकी किरणों के अभाव में वह अंगारों को चंद्रकिरण समझकर चुगता है। चंद्रमा के प्रति उसकी इस प्रसिद्ध मान्यता के आधार पर कवियों द्वारा प्राचीन काल से, अनन्य प्रेम और निष्ठा के उदाहरण स्वरूप चकोर संबंधी उक्तियाँ बराबर की गई हैं। इसका एक नाम विषदशर्नमृत्युक है जिसका आधार यह विश्वास है कि विषयुक्त खाद्य सामाग्री देखते ही उसकी आँखें लाल हो जाती है और वह मर जाता है। कहते हैं, भोजन की परीक्षा के लिये राजा लोग उसे पालते थे। .

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चुरट्टा

चुरट्टा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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चौधरी मुहम्मद जाफर इकबाल

चौधरी मुहम्मद जाफर इकबाल एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 16/02/1997 से 20/08/2001 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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चौधरी मोहम्मद सर्वर

चौधरी मोहम्मद सर्वर (जन्म: 8 अगस्त 1952) को 2013 में प्रधानमंत्री पाकिस्तान नवाज शरीफ ने पंजाब कागोरनर चना.तीन बार ग्लासगो ब्रिटिश संसद के सदस्य चुने गए, और 13 साल ग्लासगो केंद्र लेबर पार्टी द्वारा प्रतिनिधित्व किया। ब्रिटिश संसद के पहले मुस्लिम सदस्य हैं। उनके बाद उनके बेटे अनस सर्वर इस सीट से निर्वाचित हुए। राज्यपाल मनोनीत होने के बाद चौधरी मोहम्मद सर्वर ने दावा किया कि उन्होंने ब्रिटिश नागरिकता छोड़ दी है (अन्यथा अदालत उनकी नामांकन रद्द कर सकती थी)। चौधरी सर्वर ब्रिटेन में थोक करियाना, बनाम यूनाइटेड थोक (स्कॉटलैंड) का कारोबार चलाते हैं जिससे उन्होंने लाखों कमाए हैं। नवाज शरीफ को जब मुशर्रफ ने अपदस्थ करके कैद किया, तो चौधरी सर्वर ब्रिटेन प्रतिनिधि के रूप में मरी में नवाज शरीफ से मुलाकात की। निर्वासन के ज़माने में नवाज शरीफ और चौधरी सर्वर के संबंध में वृद्धि हुई। सत्ता में वापस आकर उनके व्यक्तिगत संबंधों के कारण शरीफ ने उन्हें पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत के राज्यपाल से सम्मानित किया। 29 जनवरी, 2015 को उन्होंने राज्यपाल पंजाब के पद से इस्तीफा दे दिया। .

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चौधरी मोहम्मद सवर

पाकिस्तानी जनरल और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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चौधरी रहमत अली

चौधरी रहमत अली (उर्दू: چودھری رحمت علی) (नवंबर, 1897 - 3 फ़रवरी 1951) एक पाकिस्तानवे मुस्लिम गुर्जर परिवार में पैदा हुए.और राज्य गठन के सबसे पहेले समर्थको में से एक था, वह एक पाकिस्तानी मुस्लिम राष्ट्रवादी थे। उन्हे दक्षिण एशिया में एक अलग मुस्लिम देश के लिये "पाकिस्तान" नाम बनाने का श्रेय दिया जाता है और आम तौर पर इसके निर्माण के लिये आंदोलन के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। उनका एक मशहूर बयान जो १९३३ मे प्रसिद्ध शीर्षक के रूप मे "अभी या कभी नही हम जीते या हमारा नाश हो" जीसे पर्चे के जरिये शुरु किया था। .

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चौधरी अमीर हसन

चौधरी अमीर हसन एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 19 नवंबर 2002 - 19 मार्च 2008, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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चौधरी अल्ताफ हुसैन

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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चौपाल (सार्वजनिक स्थान)

चौपाल (چوپال) उत्तर भारत और पाकिस्तान में ग्रामीण क्षेत्रों में उस सामुदायिक भवन अथवा स्थान को कहा जाता है। यह ग्रामीणों, विशेष रूप से पुरुष निवासियों के लिए सामुदायिक जीवन का केन्द्र होता है। छोटे गाँवों में यह नीम, बरगद अथवा पीपल के पेड़ की छाया में साधारण चबुतरे पर ही होती है। बड़े गाँवों में सामुदायिक अतिथि गृह (अथवा मेहमान ख़ाना) के रूप में विस्तृत सरंचना भी हो सकती है। चौपाल का निर्माण और रखरखाव सामुदायिक कोष से किया जाता है जो कई बार गाँव के समुदायों से चन्दे के रूप में इकट्ठा किया जाता है। .

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चौबोला

'सुल्ताना डाकू' नामक मशहूर नौटंकी का एक प्रदर्शन - नौटंकियों में चौबोले बहुत प्रयोग होते हैं चौबोला या चौबोल उत्तर भारत और पाकिस्तान की काव्य परम्परा में प्रयोग होने वाली चार पंक्तियों की एक छंद शैली है, जो अक्सर लोक-गीत में प्रयोग की जाती है। .

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चेटीचंड

चेटीचंड (सिन्धी: چيٽي چنڊ‎) भारत एवं पाकिस्तान के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण पर्व है जो नववर्ष के प्रथम दिन मनाया जाता है। विश्व के अन्य भागों में बसे हुए सिन्धी लोग भी चेटीचंड मनाते हैं। यह हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के दूसरे दिन (अर्थात वर्ष प्रतिपदा के अगले दिन) मनाया जाता है। .

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चेतन आनन्द

चेतन आनन्द भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक थे। वह प्रसिद्ध फ़िल्म अभिनेता देव आनन्द के बड़े भाई थे। १९४९ में उन्होंने अपने भाई देव आनन्द के साथ नवकेतन फ़िल्मस् की स्थापना की जो कि फ़िल्मों का निर्माण करने वाली कम्पनी थी। उनकी छोटी बहन शान्ता कपूर प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक शेखर कपूर की माँ हैं। .

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चोरबत घाटी

चोरबत घाटी (Chorbat Valley) पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र के गान्चे ज़िले की खपलू तहसील में स्थित एक पर्वतीय घाटी है। इसका कुछ भाग भारत द्वारा नियंत्रित क्षेत्र में आता है और प्रशासनिक रूप से जम्मू व कश्मीर राज्य के लेह ज़िले का भाग है। .

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चोव़ा सैदानशाह

चोव़ा सैदानशाह, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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चोव़ागंज अली शाह

चोव़ागंज अली शाह, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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चीतल

चीतल, या चीतल मृग, या चित्तिदार हिरन हिरन के कुल का एक प्राणी है, जो कि श्री लंका, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, भारत में पाया जाता है। पाकिस्तान के भी कुछ इलाकों में भी बहुत कम पाया जाता है। अपनी प्रजाति का यह एकमात्र जीवित प्राणी है। .

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चीता

बिल्ली के कुल (विडाल) में आने वाला चीता (एसीनोनिक्स जुबेटस) अपनी अदभुत फूर्ती और रफ्तार के लिए पहचाना जाता है। यह एसीनोनिक्स प्रजाति के अंतर्गत रहने वाला एकमात्र जीवित सदस्य है, जो कि अपने पंजों की बनावट के रूपांतरण के कारण पहचाने जाते हैं। इसी कारण, यह इकलौता विडाल वंशी है जिसके पंजे बंद नहीं होते हैं और जिसकी वजह से इसकी पकड़ कमज़ोर रहती है (अतः वृक्षों में नहीं चढ़ सकता है हालांकि अपनी फुर्ती के कारण नीची टहनियों में चला जाता है)। ज़मीन पर रहने वाला ये सबसे तेज़ जानवर है जो एक छोटी सी छलांग में १२० कि॰मी॰ प्रति घंटे ऑलदो एकोर्डिंग टू चीता, ल्यूक हंटर और डेव हम्मन (स्ट्रुइक प्रकाशक, 2003), pp.

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चीन-पाक आर्थिक गलियारा

नक़्शा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा या उर्दू में पाकिस्तान-चीन इक़तिसादी राहदारी (चीनी: 中国 - 巴基斯坦 经济 走廊) एक बहुत बड़ी वाणिज्यिक परियोजना है, जिसका उद्देश्य दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान से चीन के उत्तर-पश्चिमी स्वायत्त क्षेत्र शिंजियांग तक ग्वादर बंदरगाह, रेलवे और हाइवे के माध्यम से तेल और गैस की कम समय में वितरण करना है। आर्थिक गलियारा चीन-पाक संबंधों में केंद्रीय महत्व रखता है, गलियारा ग्वादर से काशगर तक लगभग 2442 किलोमीटर लंबा है। यह योजना को सम्पूर्ण होने में काफी समय लगेगा। इस योजना पर 46 बिलियन डॉलर लागत का अनुमान किया गया है। यह गलियारा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान और बलूचिस्तान होते हुए जायेगा। विविध सूचनाओं के अनुसार ग्वादर बंदरगाह को इस तरह से विकसित किया जा रहा है, ताकि वह 19 मिलियन टन कच्चे तेल को चीन तक सीधे भेजने में सक्षम होगा। .

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चीन-पाकिस्तान समझौता

शक्स्गाम वादी कश्मीर के इस नक़्शे के मध्य उत्तर में देखी जा सकती है चीन-पाकिस्तान समझौता (Sino-Pakistan Agreement), जिसे चीन-पाकिस्तान सीमा समझौता (Sino-Pak Boundary Agreement) भी कहा जाता है, चीन और पाकिस्तान के बीच 1963 में हस्ताक्षरित करा गया एक दस्तावेज़ है जो उन दोनों देशों द्वारा कश्मीर में नियंत्रित क्षेत्रों के बीच की सीमा निर्धारित करता है। भारत इस समझौते का खण्डन करता है और उसके अनुसार पूरा जम्मू और कश्मीर राज्य भारत का अटूट अंग है और किसी भी अन्य देश को उसे बांटने का अधिकार नहीं। भारत के अनुसार पाकिस्तान और चीन में आधिकारिक रूप से कोई सीमा है ही नहीं क्योंकि भारतीय क्षेत्र बीच में आता है। .

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चीनी जनवादी गणराज्य

चीनी जनवादी गणराज्य (चीनी: 中华人民共和国) जिसे प्रायः चीन नाम से भी सम्बोधित किया जाता है, पूर्वी एशिया में स्थित एक देश है। १.३ अरब निवासियों के साथ यह विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है और ९६,४१,१४४ वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ यह रूस और कनाडा के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा क्षेत्रफल वाला देश है। इतना विशाल क्षेत्रफल होने के कारण इसकी सीमा से लगते देशों की संख्या भी विश्व में सर्वाधिक (रूस के बराबर) है जो इस प्रकार है (उत्तर से दक्षिणावर्त्त): रूस, मंगोलिया, उत्तर कोरिया, वियतनाम, लाओस, म्यान्मार, भारत, भूटान, नेपाल, तिबत देश,पाकिस्तान, अफ़्गानिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और कज़ाख़िस्तान। उत्तर पूर्व में जापान और दक्षिण कोरिया मुख्य भूमि से दूरी पर स्थित हैं। चीनी जनवादी गणराज्य की स्थापना १ अक्टूबर, १९४९ को हुई थी, जब साम्यवादियों ने गृहयुद्ध में कुओमिन्तांग पर जीत प्राप्त की। कुओमिन्तांग की हार के बाद वे लोग ताइवान या चीनी गणराज्य को चले गए और मुख्यभूमि चीन पर साम्यवादी दल ने साम्यवादी गणराज्य की स्थापना की। लेकिन चीन, ताईवान को अपना स्वायत्त क्षेत्र कहता है जबकि ताइवान का प्रशासन स्वयं को स्वतन्त्र राष्ट्र कहता है। चीनी जनवादी गणराज्य और ताइवान दोनों अपने-अपने को चीन का वैध प्रतिनिधि कहते हैं। चीन विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक है जो अभी भी अस्तित्व में है। इसकी सभ्यता ५,००० वर्षों से अधिक भी पुरानी है। वर्तमान में यह एक "समाजवादी गणराज्य" है, जिसका नेतृत्व एक दल के हाथों में है, जिसका देश के २२ प्रान्तों, ५ स्वायत्तशासी क्षेत्रों, ४ नगरपालिकाओं और २ विशेष प्रशासनिक क्षेत्रों पर नियन्त्रण है। चीन विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य भी है। यह विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक और दूसरा सबसे बड़ा आयातक है और एक मान्यता प्राप्त नाभिकीय महाशक्ति है। चीनी साम्यवादी दल के अधीन रहकर चीन में "समाजवादी बाज़ार अर्थव्यवस्था" को अपनाया जिसके अधीन पूंजीवाद और अधिकारवादी राजनैतिक नियन्त्रण सम्मित्लित है। विश्व के राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक ढाँचे में चीन को २१वीं सदी की अपरिहार्य महाशक्ति के रूप में माना और स्वीकृत किया जाता है। यहाँ की मुख्य भाषा चीनी है जिसका पाम्परिक तथा आधुनिक रूप दोनों रूपों में उपयोग किया जाता है। प्रमुख नगरों में बीजिंग (राजधानी), शंघाई (प्रमुख वित्तीय केन्द्र), हांगकांग, शेन्ज़ेन, ग्वांगझोउ इत्यादी हैं। .

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चीलीस्सो भाषा

चीलीस्सो (Chilisso) कोहिस्तानी उपशाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के कोहिस्तान ज़िले के पूर्वी भाग में बोली जाती है। .

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टम्मन

टम्मन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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टांक ज़िला

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में टांक ज़िला (गाढ़े नारंगी रंग में) टांक (उर्दू:, टांक; पश्तो:, टक; सराइकी:, टंक; अंग्रेज़ी: Tank) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। यह पहले डेरा इस्माइल ख़ान ज़िले का हिस्सा हुआ करता था। .

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टाउनशिप, लाहौर

क़ैद-ए-आज़म टाउनशिप, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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टिब्बी क़ैसरानी

टिब्बी क़ैसरानी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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टिल्ला जोगियाँ

नमक कोह के दुसरे सबसे ऊँचे पहाड़, टिल्ला जोगियाँ (यानि 'योगियों का टीला'), पर हिन्दू मंदिर योगियों की पाठशाला का मुख्य द्वार दूर से टिल्ला जोगियाँ का नज़ारा ढलान वाले रस्ते के साथ लगे दो बुर्ज टिल्ला जोगियाँ परिसर से दिखने वाला एक दृश्य टिल्ला जोगियाँ (ਟਿੱਲਾ ਜੋਗੀਆਂ, Tilla Jogian) पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के मध्य भाग में स्थित नमक कोह पर्वतमाला के पूर्वी भाग में एक ९७५ मीटर (३,२०० फ़ुट) ऊँचा पहाड़ है। यह नमक कोह शृंखला का सबसे ऊँचा पहाड़ भी है। प्रशासनिक रूप से टिल्ला जोगियाँ झेलम ज़िले में स्थित है और उस ज़िले का सबसे ऊँचा स्थान है। क्योंकि यह आसपास के सभी इलाक़ों से ऊँचा है इसलिए यहाँ से दूर-दूर तक देखा जा सकता है। नीचे से भी इसे चार ज़िलों - झेलम, चकवाल, गुजरात और मंडी बहाउद्दीन - के लोग देख सकते हैं। .

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टिक्का खान

पाकिस्तानी जनरल और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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टग़ाफ़री

राकापोशी (7788 मी) टग़ाफ़री आधार शिविर सेटग़ाफ़री या टगाफ़री, नगर की ओर से राकापोशी शिखर का आधार शिविर है। राकापोशी पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र की काराकोरम पर्वतमाला में स्थित एक पहाड़ है। .

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टंडो मुहम्मद ख़ान जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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टंडो अल्लहयार जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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ट्राफलगर स्क्वायर

ट्राफलगर स्क्वायर, केन्द्रीय लन्दन, इंग्लैड में स्थित एक चौक है। लन्दन के बीचोंबीच स्थित होने के कारण, यह सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है और ब्रिटेन तथा विश्व के प्रसिद्ध चौकस्थलों में से एक है। इसके केंद्र में नेल्सन स्तम्भ है, जो अपने आधार पर स्थित चार शेरों द्वारा सुरक्षित रहता है। इस चौक में प्रतिमाएं और नक्काशीदार मूर्तियां प्रदर्शन के लिए लगी रहती हैं, जिसमे एक चौथा स्तम्भ भी सम्मिलित है जो कि समकालीन कला की कृतियों को प्रदर्शित करता है और उन्हें समय-समय पर बदला भी जाता है। इस चौक का प्रयोग राजनीतिक प्रदर्शनों और सामुदायिक सभाओं के लिए एक स्थल के रूप में भी किया जाता है, जैसे लन्दन में नए साल की पूर्व संध्या का समारोह.

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ट्रांस काराकोरम ट्रैक्ट

शक्स्गाम वादी कश्मीर के इस नक़्शे के मध्य उत्तर में देखी जा सकती है काराकोरम-पार क्षेत्र (अंग्रेज़ी: Trans-Karakoram Tract, ट्रांस काराकोरम ट्रैक्ट) या शक्सगाम वादी एक लगभग ५,८०० वर्ग किमी का इलाक़ा है जो कश्मीर के उत्तरी काराकोरम पर्वतों में शक्सगाम नदी के दोनों ओर फैला हुआ है। यह भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य का हिस्सा हुआ करता था जिसे १९४८ में पाकिस्तान ने अपने नियंत्रण में ले लिया। १९६३ में एक सीमा समझौते के अंतर्गत पाकिस्तान ने इस क्षेत्र को चीन को भेंट कर दिया। पाकिस्तान की दलील थी कि इस से पाकिस्तान और चीन के बीच में मित्रता बन जाएगी और उनका कहना था की ऐतिहासिक रूप से इस इलाक़े में कभी अंतरराष्ट्रीय सीमा निर्धारित थी ही नहीं इसलिए इस ज़मीन को चीन के हवाले करने से पाकिस्तान का कोई नुक़सान नहीं हुआ। भारत इस बात का पुरज़ोर खंडन करता है और शक्सगाम को अपनी भूमि का अंग बताता है। उसके अनुसार यह पुरा क्षेत्र भारतीय जम्मू एवं कश्मीर राज्य का अभिन्न भाग है।, Routledge, 2009, ISBN 978-1-134-07956-8,...

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ट्रू ब्लड

ट्रू ब्लड, एलन बॉल द्वारा रचित और निर्मित एक अमेरिकी टेलीविजन नाटक श्रृंखला है। यह चार्लेन हैरिस की द साउदर्न वैम्पायर मिस्ट्रीज नामक उपन्यास श्रृंखला पर आधारित है और यह लुइसियाना के बॉन टेम्प्स नामक एक छोटे काल्पनिक शहर में पिशाचों और इंसानों के सह-अस्तित्व का विवरण प्रस्तुत करता है। इस श्रंखला का केंद्र बार में काम करने वाली सूकी स्टैकहाउस (ऐना पैक्विन) नामक एक दूरबोधी वेट्रेस है जिसे बिल कॉम्पटन (स्टीफन मॉयर) नामक एक पिशाच से प्यार हो जाता है। इस कार्यक्रम को संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रीमियम केबल नेटवर्क एचबीओ (HBO) पर प्रसारित किया गया है। इसका निर्माण बॉल की योर फेस गोज़ हीयर एंटरटेनमेंट (Your Face Goes Here Entertainment) नामक प्रोडक्शन कंपनी के सहयोग से एचबीओ (HBO) ने किया है। इसका प्रीमियर 7 सितम्बर 2008 को हुआ। पहले सीज़न को आलोचकों की प्रशंसा प्राप्त हुई और इसने कई पुरस्कार जीते जिसमें एक गोल्डन ग्लोब और एक एमी अवार्ड भी शामिल था। इस कार्यक्रम के 12 एपिसोड वाले दूसरे सीज़न का प्रीमियर 14 जून 2009 को किया गया। 30 जुलाई 2009 को एचबीओ (HBO) ने इस बात की पुष्टि की कि ट्रू ब्लड के तीसरे सीज़न के लिए इसका नवीकरण किया जाएगा, जिसकी शूटिंग 3 दिसम्बर 2009 को शुरू हुई और प्रीमियर 13 जून 2010 को हुआ। 21 जून 2010 को एचबीओ ने 2011 की गर्मियों में ट्रू ब्लड के चौथे सीज़न का शुभारम्भ करने के लिए इसका नवीकरण किया। .

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टैंगो चार्ली (2005 फ़िल्म)

टैंगो चार्ली (अंग्रेजी; Tango Charlie) वर्ष २००५ की हिंदी भाषा में बनी, युद्ध आधारित फ़िल्म है जिसका लेखन एवं निर्देशन मणि शंकर ने किया है। फ़िल्म में कई अदाकर जैसे अजय देवगन, बाॅबी द्योल, संजय दत्त, सुनील शेट्टी, तनीषा, नंदना सेन, तथा सुदेश बैरी आदि शामिल है। फ़िल्म का सार तरुण चौहान (द्योल) नामक अर्द्धसैनिक से भारतीय सीमा सुरक्षा बल में बतौर नव नियुक्त सिपाही के तथाकथित युद्ध में कठोर अनुभवों पर केंद्रित है। फ़िल्म में प्रस्तुत किया गया है कि सच्चे सिपाही जन्म नहीं लेते, बस बन जाते हैं। फ़िल्म में भारत के विभिन्न भागों में पनपते आंतरिक द्रोह एवं अतिवाद को दिखाया गया है, तथा बीबीसी पत्रकार जसप्रीत पांडोहर के वर्णन में यह "यह भारत में फैले आतंकवाद, हिंसा और उनसे जुझते लोगों की वीरता को जानने का नया रुचिकर अध्याय खोलती है।" अंग्रेजी अखबार द हिन्दू ने फ़िल्म के विषय में लिखते है "इस कठोर विषय को सामना करने के लिए पर्याप्त साहस की जरूरत है" तथा "यह एक साहसिक कदम है जहाँ भारतीय पत्रकारिता जाने से बचती है।" .

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टेलिविज़न और रेडियो धारावाहिक

१९५६ में अमेरिकी टेलिविज़न पर चल रहे 'वैलियंट लेडी' (बहादुर महिला) धारावाहिक का एक दृश्य टेलिविज़न धारावाहिक या रेडियो धारावाहिक ऐसी नाटकीय कथा को कहते हैं जिसे किश्तों में विभाजित कर के उन किश्तों को टेलिविज़न या रेडियो पर एक-एक करके दैनिक, साप्ताहिक, मासिक या किसी अन्य क्रम के अनुसार प्रस्तुत किया जाता है। इन्हें अंग्रेज़ी व कई अन्य भाषाओं में साबुन नाटक या सोप ऑपेरा (soap opera) कहा जाता है क्योंकि ऐसे रेडियो धारावाहिकों को शुरू में प्रॉक्टर एंड गैम्बल, कोलगेट-पामोलिव और लीवर ब्रदर्स जैसी साबुन बनाने वाली कम्पनियों के सौजन्य से पेश किया जाता था।, A. Lopez, pp.

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टेस्ट क्रिकेट

टेस्ट क्रिकेट, क्रिकेट का सबसे लम्बा स्वरूप होता है। इसे खिलाड़ियों की खेल क्षमता की वास्तविक परीक्षा माना गया है, हालाँकि आजकल इस खेल का एकदिवसीय स्वरूप अधिक लोकप्रिय है। .

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टेही

टेही, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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टॉम एंड जेरी

टॉम एंड जेरी मेट्रो-गोल्डविन-मेयर|मेट्रो-गोल्डवाइन-मेयर के लिए विलियम हैन्ना और जोसेफ़ बारबेरा|जोसफ़ बारबरा द्वारा निर्मित एनिमेशन थिएटर लघु विषय|लघु-फ़िल्म श्रृंखला है, जो एक हाउसकैट|घरेलू बिल्ली (टॉम) और एक चूहे (जेरी) के मध्य अनंत प्रतिद्वंद्विता पर केन्द्रित है, जिनकी एक दूसरे का पीछा करने और आपसी लड़ाई में अक्सर हास्यास्पद भिडंत शामिल है। फ़िल्म में 1940|1940 से फ़िल्म में 1957|1957 के बीच, एनिमेशन इकाई के बंद होने तक, हैन्ना और बारबरा ने कैलिफ़ोर्निया, हॉलीवुड के मेट्रो-गोल्डविन-मेयर कार्टून स्टूडियो|MGM कार्टून स्टूडियो में टॉम एंड जेरी के एक सौ चौदह कार्टून लिखे एवं निर्देशित किए। उल्लेखनीय है कि बतौर सर्वाधिक ऑस्कर्स|ऑस्कर विजेता थिएटर एनिमेटेड श्रृंखला, वॉल्ट डिज़नी|वाल्ट डिज़नी की सिल्ली सिम्फ़ोनीस|सिली सिम्फ़ोनीस के बराबर का स्थान हासिल करते हुए, इसकी मूल श्रृंखला ने सात बार एनिमेटेड लघु-फ़िल्म के लिए अकादमी पुरस्कार|सर्वश्रेष्ठ लघु विषयक (कार्टून्स) अकादमी पुरस्कार जीता। 1960 से शुरू करते हुए, MGM के पास मूल फ़िल्मों के अलावा पूर्वी यूरोप में जीन डीच की अगुआई में रेमब्रांड्ट फ़िल्म्स द्वारा निर्मित नई लघु-फ़िल्में भी थीं। 1963 में चक जोन्स के सिब-टावर 12 प्रोडक्शन्स के अधीन टॉम एंड जेरी लघु-फ़िल्मों का निर्माण हॉलीवुड में पुनः आरंभ हुआ; 1967 तक चलने वाली इस श्रृंखला में कुल 161 लघु-फ़िल्में तैयार हुईं.बिल्ली और चूहे सितारों ने पुनः 1970, 1980 और 1990 दशक के दौरान हैन्ना -बारबरा और फ़िल्मेशन स्टूडियो द्वारा निर्मित टेलीविज़न कार्टून, 1992 में बनी और स्थानीय रूप से 1993 में प्रदर्शित होने वाली एक फ़ीचर फ़िल्म टॉम एंड जेरी: द मूवी में दुबारा अपनी जगह बनाई और 2000 में कार्टून नेटवर्क के लिए उनकी TV के लिए बनी पहली लघु-फ़िल्म थी, टॉम एंड जेरी: द मेंशन कैट.अद्यतन टॉम एंड जेरी थिएटर लघु-फ़िल्म, द कराटेगार्ड को सह-निर्माता, जो बारबरा ने लिखा और निर्देशित किया तथा 27 सितम्बर 2005 को यह लॉस एंजिल्स के सिनेमा-घरों में पहली बार प्रदर्शित हुई। इस समय, टाइम वार्नर के पास (टर्नर एंटरटेनमेंट डिवीज़न के माध्यम से) टॉम एंड जेरी के अधिकार हैं (जिनका वितरण वार्नर ब्रदर्स संभाल रहे हैं)। विलय के बाद से, टर्नर ने, CW के शनिवार की सुबह के कार्यक्रम "The CW4Kids" की माला में प्रदर्शन के लिए टॉम एंड जेरी टेल्स श्रृंखला का निर्माण किया, जिसके साथ-साथ हाल ही में 2005 के दौरान टॉम एंड जेरी लघु-फ़िल्म द कराटे गार्ड और डाइरेक्ट-टू-वीडियो फ़िल्म निर्मित की - ये सभी वार्नर ब्रदर्स एनीमेशन के सहयोग से बनी हैं। टॉम एंड जेरी अभिनीत कुल 162 थिएटर लघु- फ़िल्में मौजूद हैं। समस्त टॉम एंड जेरी थिएटर लघु-फ़िल्मों की सूची के लिएटॉम एंड जेरी कार्टून सूची देखें.

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टोबा टेक सिंह

टोबा टेक सिंह पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के टोबा टेक सिंह जिले की एक तहसील और नगर है। .

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टोबा टेक सिंह (कहानी)

टोबा टेक सिंह (उर्दू) सादत हसन मंटो द्वारा लिखी गई और १९५५ में प्रकाशित हुई एक प्रसिद्ध लघु कथा है। यह भारत के विभाजन के समय लाहौर के एक पागलख़ाने के पागलों पर आधारित है और समीक्षकों ने इस कथा को पिछले ५० सालों से सराहते हुए भारत-पाकिस्तान सम्बन्धों पर एक "शक्तिशाली तंज़" बताया है। .

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टोबा टेक सिंह ज़िला

टोबा टेक सिंह ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, टोबा टेक सिंह शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 3,252 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,621,593 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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टोबा टेक सिंह जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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ऍल्विन रॉबर्ट कॉर्नेलियस

न्यायमूर्ति ए आर काॅर्नेलियस, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति मोहम्मद शहाबुद्दीन की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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एनऍफ़सी हाउसिंग सोसाइटी

एनऍफ़सी हाउसिंग सोसाइटी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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एम एच ग़ज़्डर

एम एच ग़ज़्डर एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 28/03/1953 से 24/10/1954 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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एम नवाज खोखर

हाजी एम नवाज खोखर एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 1990/04/11 से 18/07/1993 पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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एम सी छागला

महोम्मेदाली करीम चागला (एम.सी.छागला) (30 सितंबर 1900-9 फ़रवरी 1981) एक प्रसिद्ध भारतीय न्यायधीश, राजनयिक तथा कैबिनेट मंत्री थे, जिन्होनें 1948 से 1958 तक बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवा की थी। .

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एमिरेट्स (एयरलाइंस)

एमिरेट्स (طَيَران الإمارات DMG: तयारान अल-इमारात) दुबई अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, दुबई आधारित एक वायुसेवा है। यह मध्य पूर्व की प्रति सप्ताह 2,500 उड़ान संचालित कर रही, सबसे बड़ी वायु सेवा है। यह अपने टर्मिनल ३ से विश्व के ६ महाद्वीपों में ७४ देशों के १२२ शहरों में सेवा देती है। यह कंपनी विश्व के दस सबसे बड़े अविराम व्यापारिक उड़ान मार्गों यानि दुबई से लॉस एंजिसिस, सैनफ्रांसिस्को, डैल्लास एवं हाउस्टन को भी वायु सेवा देती है। एमिरेट्स द एमिरेट्स समूह की सह्भागी कंपनी है, जिसमें लगभग 50,000 कर्मचारी सेवारत हैं और ये दुबई सरकार के पूर्ण स्वामित्त्व में सीधे इन्वेस्ट्मेन्ट कार्पोरेशन ऑफ़ दुबई के अधीन कार्य करती है। इसकी माल यातायात (कार्गो) संबंधी गतिविधियाँ एमिरेट्स समूह के एमिरेट्स स्काई कारगो प्रभाग द्वारा संचालित की जाती हैं एमिरेट्स नियमित यात्री आमद और किलोमीटर उड़ान के मामले में दुनिया की चौथी सबसे बड़ी एयरलाइन्स है,साथ ही अंतरास्ट्रीय यात्रियों को सेवा प्रदान करने वाली चौथी बड़ी एयरलाइन्स भी है। एमिरेट्स ने १ मार्च २०१६ से दुबई से ऑकलैंड के लिए सबसे लंबी दुरी वाली व्यावसायिक उड़ान सेवा आरम्भ की। १९८० के दशक में मध्य में गल्फ एयर ने दुबई के लिए अपनी सेवायों में कटौती करनी शुरू कर दी थी। इसी कारण दुबई के शाही परिवार की सहायता से पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स से भाड़े पर लिए गए दो विमानों के साथ एमिरेट्स ने मार्च १९८५ में अपनी पहली सेवा आरम्भ की। १० मिलियन डॉलर की आरंभिक पूंजी के साथ इस एयरलाइन्स को बिना किसी सरकारी सहायता के अपना संचालन करना था। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स ने अपनी एकेडमी में एमिरेट्स के केबिन क्रू को प्रशिक्षण दिया। यह एयरलाइन्स अहमद बिन सईद अल मक्तोउम, इसके वर्तमान प्रेसिडेंट, के नेतृत्व में शुरू की गयी। अपनी शुरुआत के कुछ ही वर्षों के अंदर एमिरेट्स ने अपने विमान दस्ते और गंतव्यों की संख्या में कई गुनी वृद्धि कर ली थी। अक्टूबर २००८ में एमिरेट्स ने अपने सभी ऑपरेशन्स को दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल ३ में स्थानांतरित कर दिया। एमिरेट्स एयरबस और बोइंग के वाइड बॉडी वाले विमानों के मिले-जुले दस्ते के साथ कार्यरत है और दुनिया की कुछ सिमित एयरलाइन्स में से एक है जो सिर्फ वाइड बॉडी वाले विमान संचालित करते हैं। सितंबर २०१६ में एमिरेट्स एयरबस ए ३८० विमानों के सबसे बड़े दस्ते - ८३ विमान सेवा में और ५९ विमान जल्द शामिल किये जाने वाले - वाली एयरलाइन्स थी। पहली बाद शामिल किये जाने के साथ ही एयरबस आ ३८० भीड़-भाड़ वाले लंबी दुरी के गंतव्यों के लिए एमिरेट्स की पहली पसंद रही है। एमरेट्स के पास १२८ बोइंग ७७७ -३०० इ आर विमान भी हैं और यह बोइंग विमानों का परिचालन करने वाली सबसी बड़ी एयरलाइन्स भी है। .

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एम॰ जे॰ अकबर

एम॰ जे॰ अकबर (अंग्रेजी: Mobashar Jawed Akbar,बांग्ला भाषा: মবাসের জাবেদ একবার) (जन्म: 11 जनवरी 1951) एक प्रमुख भारतीय पत्रकार, लेखक और राजनेता हैं। एम जे अकबर विदेश मामलों के राज्य मंत्री (एमओएस) और मध्य प्रदेश से राज्यसभा में संसद सदस्य हैं। 5 जुलाई 2016 को उन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था। वे अक्टूबर 2012 में अपने इस्तीफे तक लिविंग मीडिया समूह द्वारा प्रकाशित भारत के प्रमुख साप्ताहिक अंग्रेजी समाचार पत्रिका इंडिया टुडे के संपादकीय निदेशक रह चुके हैं। इस दौरान उन्हें मीडिया कंपनियों के संगठन तथा अंग्रेजी समाचार चैनल हेडलाइंस टुडे की देखरेख के लिए एक अतिरिक्त जिम्मेदारी भी मिली हुई थी। उन्होने 2010 में साप्ताहिक समाचार पत्र "दि संडे गार्जियन" का शुभारंभ किया और वे लगातार इसके प्रधान संपादक रहे। पूर्व के दिनों में वे दक्षिण भारत की प्रमुख अँग्रेजी पत्रिका "एशियन एज" के संस्थापक और वैश्विक परिप्रेक्ष्य के साथ इसके दैनिक मल्टी संस्करण भारतीय समाचार पत्र के प्रबंध निदेशक भी रह चुके हैं। वे हैदराबाद के दैनिक समाचार पत्र डेक्कन क्रॉनिकल के प्रधान संपादक रह चुके हैं। उन्होने कई पुस्तकें लिखी है, जिसमें जवाहर लाल नेहरू की जीवनी "द मेकिंग ऑफ इंडिया" और कश्मीर पर आधारित "द सीज विदिन" चर्चित रही है। वे "दि शेड ऑफ शोर्ड" और "ए कोहेसिव हिस्टरी ऑफ जिहाद" के भी लेखक हैं। उनकी हाल ही में प्रकाशित पुस्तक "ब्लड ब्रदर्स" है, जिसमें भारत में घटनाओं की जानकारी और दुनिया, खासकर हिंदू-मुस्लिम के बदलते संबंधों के साथ तीन पीढ़ियों की गाथा है। उनकी यह पुस्तक "फ्रेटेली डी संग" के नाम से इतालवी में अनुवादित हुई है, जो 15 जनवरी 2008 को रोम में जारी किया गया था। पाकिस्तान में पहचान के संकट और वर्ग संघर्ष पर आधारित उनकी पुस्तक "टिंडरबॉक्स: दि पास्ट एंड फ्यूचर ऑफ पाकिस्तान" जनवरी 2012 में प्रकाशित हुई है। अकबर राजनीति में भी सार्थक हस्तक्षेप रखते हैं। वे 1989 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में पहली बार बिहार के किशनगंज से लोकसभा के लिए चुने गए थे। वे किशनगंज से दो बार सांसद रहे हैं। साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रवक्ता भी रहे हैं। मार्च 2014 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुये हैं और वर्तमान में इस पार्टी के प्रवक्ता हैं। .

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एयर ब्लू

एयर ब्लू लिमिटेड (जो की एयरब्लू के रूप में जाना जाता है) इस्लामाबाद, पाकिस्तान में इस्लामाबाद स्टॉक एक्सचेंज (आईएसई) टावर्स की १२वीं मंजिल पर अपने प्रधान कार्यालय के साथ एक निजी एयरलाइन है। यह पाकिस्तान की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन है जिस्का २०% का बाजार में शेयर है। ऐरब्लू दुबई, अबू धाबी, शारजाह और मस्कट के लिए अंतरराष्ट्रीय सेवाओं के साथ चार घरेलू स्थलों इस्लामाबाद, लाहौर, कराची और पेशावर को भी जोड़ता है। यह ३० दैनिक सेवाओं के संचालन अनुसूचित उड़ानें संचालित करती है। इसका मुख्य अड्डा जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कराची में स्थित है। .

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एयर इंडिया फ़्लाइट 182

250px एयर इंडिया फ़्लाइट 182 मॉन्ट्रियल-लंदन-दिल्ली-मुंबई मार्ग के बीच परिचालित होने वाली एयर इंडिया की उड़ान थी। 23 जून 1985 को मार्ग पर परिचालित होने वाला एक हवाई जहाज़, बोइंग 747-237B (c/n 21473/330, reg VT-EFO) जिसका नाम सम्राट कनिष्क के नाम पर रखा गया था, आयरिश हवाई क्षेत्र में उड़ते समय, की ऊंचाई पर, बम से उड़ा दिया गया और वह अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 329 लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें अधिकांश भारत में जन्मे या भारतीय मूल के 280 कनाडाई नागरिक और 22 भारतीय शामिल थे। यह घटना आधुनिक कनाडा के इतिहास में सबसे बड़ी सामूहिक हत्या थी। विस्फोट और वाहन का गिरना, संबंधित नारिटा हवाई अड्डे की बमबारी के एक घंटे के भीतर घटित हुआ। जांच और अभियोजन में लगभग 20 वर्ष लगे और यह कनाडा के इतिहास में, लगभग CAD $130 मिलियन की लागत के साथ, सबसे महंगा परीक्षण था। एक विशेष आयोग ने प्रतिवादियों को दोषी नहीं पाया और उन्हें छोड़ दिया गया। 2003 में मानव-हत्या की अपराध स्वीकृति के बाद, केवल एक व्यक्ति को बम विस्फोट में लिप्त होने का दोषी पाया गया। परिषद के गवर्नर जनरल ने 2006 में भूतपूर्व सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जॉन मेजर को जांच आयोग के संचालन के लिए नियुक्त किया और उनकी रिपोर्ट 17 जून 2010 को पूरी हुई और जारी की गई। यह पाया गया कि कनाडा सरकार, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस और कैनेडियन सेक्युरिटी इंटलिजेन्स सर्विस द्वारा "त्रुटियों की क्रमिक श्रृंखला" की वजह से आतंकवादी हमले को मौक़ा मिला। .

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एशिया कप क्रिकेट

एशिया कप कुछ एशियाई देशों के बीच क्रिकेट की प्रतियोगिता है। .

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एशियाई टेस्ट चैंपियनशिप 1998-99

एशियाई क्रिकेट परिषद द्वारा आयोजित पहली एशियाई टेस्ट चैम्पियनशिप 16 फरवरी और 16 मार्च 1999 के बीच आयोजित हुई थी। एशियन टेस्ट चैम्पियनशिप 14 फरवरी से 17 मार्च (24 दिसंबर 1998) 24 दिसंबर 1998 पीटर क्रिस्टी द्वारा भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका टूर्नामेंट में भाग लिया; बांग्लादेश प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता क्योंकि आईसीसी ने उन्हें टेस्ट की स्थिति दी थी। इस टूर्नामेंट को टेस्ट क्रिकेट विश्व कप के पूर्ववर्ती माना गया था कि आईसीसी 9 सदस्य देशों की योजना बना रहा था। टूर्नामेंट लगभग दौरे के संघर्षों, टेलीविजन अधिकारों और सुरक्षा चिंताओं के कारण जनवरी 1999 में रद्द कर दिया गया था। तीन राउंड-रोबिन टूर्नामेंट मैचों का आयोजन प्रत्येक देश के साथ एक-दूसरे की बैठक के दौरान किया गया था और शीर्ष दो पक्ष अंतिम रूप से खेलते थे। एक जीत 12 अंकों के बराबर थी, एक टाई 6 अंक और ड्रॉ या नुकसान के लिए कोई अंक नहीं दिए गए थे। इसके अलावा, गेंदबाजी और बल्लेबाजी प्रदर्शन (स्कोरिंग सिस्टम देखें) के लिए टीमों को बोनस अंक दिए गए थे। तीनों देशों: भारत (कलकत्ता), श्रीलंका (कोलंबो) और पाकिस्तान (लाहौर) के बीच राउंड रॉबिन मैच के स्थान घूम रहे थे, जबकि फाइनल ढाका में बांग्लादेश में एक तटस्थ स्थल के रूप में आयोजित किया गया था। पाकिस्तान ने श्रीलंका को फाइनल में एक पारी और 175 रनों से हराकर पहले एशियाई टेस्ट चैंपियन बनने और पुरस्कार राशि में 250,000 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार प्राप्त किया। हारने वाले फाइनल में श्रीलंका को 145,000 अमेरिकी डॉलर और पहले दौर के हारे हुए भारत, 100,000 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार मिला। उद्घाटन एशियाई टेस्ट चैंपियनशिप 11 फरवरी 1999 सादी थॉफीक 'मैन ऑफ द सीरीज़', वसीम अकरम, 20,000 यूएस डॉलर, जबकि 'मैन ऑफ द मैच' विजेताओं को पुरस्कार राशि में 5000 अमेरिकी डॉलर मिले। .

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एशियाई भूरा बादल

दिसंबर 2001 में पूर्वी भारत और बांग्लादेश के ऊपर एयरोसौल एशियाई भूरा बादल, वायु प्रदूषकों द्वारा बारबार बनने वाला एक विशाल बादल अथवा परत है जिसकी मोटाई लगभग 3000 मी होती है और इसका विस्तार दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों तक होता है जिनमें उत्तरी हिंद महासागर, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं। दुनिया के इस हिस्से में सर्दियों के चार महीने लगभग न के बराबर बारिश होती है, जिसके कारण आकाश में व्याप्त प्रदूषक और धूल के कण धुल नहीं पाते और समय के साथ इनकी सघनता बढ़ती रहती है। कभी कभी तो सूरज भी अस्पष्ट नज़र आता है। प्रदूषण की इस मोटी परत को दुनिया का सबसे बड़ा प्रदूषण माना जाता है। उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों में यह बादल प्रति वर्ष जनवरी से मार्च के मध्य हवा में तैरते एक विशाल भूरा धब्बे के समान दिखाई देता है जो दक्षिण एशिया के अधिकांश और हिंद महासागर के उत्तरी भाग को ढके रहता है। यह विभिन्न कणों, एयरोसौल और जैविक सामग्री के दाहन, औद्योगिक उत्सर्जन और मोटर वाहनों द्वारा उत्सर्जित गैसीय प्रदूषकों के मिश्रण से बनता है। इसका एक उल्लेखनीय उदाहरण ग्रामीण भारत और बांग्लादेश में ईंधन के रूप में जलाया जाने वाला गोबर है। इन कणों से बना यह कुहासा विषैला होता है और वर्षा और धूप पर यह विपरीत प्रभाव डालता है। इसके प्रभावों के चलते प्रतिवर्ष लाखों लोग अपनी जान गंवाते है। .

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एशियाई राजमार्ग १

एशियाई राजमार्ग १ (ए एच १) एशियाई राजमार्ग जाल में सबसे लम्बा राजमार्ग है। इसकी कुल लम्बाई २०,५५७ किलोमीटर (१२,७७४ मील) है। यह टोक्यो, जापान से शुरू होकर कोरिया, चीन, हांगकांग, दक्षिण पूर्व एशिया, बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और ईरान से होता हुआ तुर्की और बुल्गारिया तक जाता है। इस्तांबुल के पश्चिम में यह यूरोपीय ई८० मार्ग से मिल जाता है। .

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एशियाई राजमार्ग २

एशियाई राजमार्ग २ (ए एच २) एशियाई राजमार्ग जाल के अंतर्गत १३,१७७ किलोमीटर (८,१८८ मील) लम्बी एक सड़क है। यह इंडोनेशिया के देनपसार से शुरू होकर मेरक और सिंगापुर होते हुए ईरान के खोस्रावी नगर तक जाती है। .

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एशियाई विकास बैंक

एशियाई विकास बैंक के सदस्य राज्य एशियाई विकास बैंक (एडीबी) एक क्षेत्रीय विकास बैंक है जिसकी स्थापना 19 दिसम्बर 1966 को एशियाई देशों के आर्थिक विकास के सुगमीकरण के लिए की गयी थी। यह बैंक यूऍन (UN) इकोनॉमिक कमीशन फॉर एशिया एंड फार ईस्ट (अब यूएनईएससीएपी- UNESCAP) और गैर क्षेत्रीय विकसित देशों के सदस्यों को सम्मिलित करता है। इस बैंक की स्थापना 31 सदस्यों के साथ हुई थी, अब एडीबी के पास अब 67 सदस्य हैं - जिसमे से 48 एशिया और पैसिफिक से हैं और 19 सदस्य बाहरी हैं। एडीबी (ADB) का प्रारूप काफी हद तक वर्ल्ड बैंक के आधार पर बनाया गया था और वर्ल्ड बैंक (विश्व बैंक) के समान यहां भी भारित वोट प्रणाली की व्यवस्था है जिसमे वोटों का वितरण सदस्यों के पूंजी अभिदान अनुपात के आधार पर किया जाता है। वर्तमान में, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान दोनों के ही पास 552,210 शेयर हैं - इन दोनों के पास शेयरों का सबसे बड़ा हिस्सा है जो कुल का 12.756 प्रतिशत है। .

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एशियाई खेल

एशियाई खेलों को एशियाड के नाम से भी जाना जाता है। यह प्रत्येक चार वर्ष बाद आयोजित होने वाली बहु-खेल प्रतियोगिता है जिसमें केवल एशिया के विभिन्न देशों के खिलाडी भाग लेते हैं। इन खेलों का नियामन एशियाई ओलम्पिक परिषद द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक परिषद के पर्यवेक्षण में किया जाता है। प्रत्येक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान के लिए स्वर्ण, दूसरे के लिए रजत और तीसरे के लिए कांस्य पदक दिए जाते हैं, जिस परम्परा का शुभारम्भ १९५१ में हुआ था। प्रथम एशियाई खेलों का आयोजन दिल्ली, भारत में किया गया था, जिसने १९८२ में पुनः इन खेलों की मेज़बानी की। १५वें एशियाई खेल १ दिसंबर से १५ दिसंबर, २००६ के बीच दोहा, कतर में आयोजित हुए थे। सोलहवें एशियाई खेलों का आयिजन १२ नवंबर से २७ नवंबर, २०१० के बीच किया गया, जिनकी मेज़बानी ग्वांगझोउ, चीन ने की। १७वें एशियाई खेलों का आयोजन २०१४ में दक्षिण कोरिया के इंचेयान में होगा। .

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एस पी महादेवन

जनरल एसपी महादेवन अति विशिष्ट सेवा पदक प्राप्त,को सेना के अति प्रभावी अधिकारी के रूप में जाना जाता था जिन्होंने अगस्त १९४६ में कलकत्ता दंगों के दौरान महात्मा गांधी की रक्षा की थी और बाद में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम जी रामचंद्रन ने तमिलनाडु सेवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया था। मेजर जनरल एस पी महादेवन का दिनाक ६ अप्रैल २०१८ को निधन हो गया। वे ९२ वर्ष के थे। महादेवन को १९४६ में तत्कालीन बेंगलुरु स्थित अधिकारियों प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) से भारतीय सेना में नियुक्त किया गया था। .

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एस. पॉल

एस.

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एसोसिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड एकाउंटेंट्स

यह एक आउटडोर परिचय है एसोसिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड एकाउंटेंट्स (Association of Chartered Certified Accountants) एक ब्रिटिश लेखा निकाय है जो दुनिया भर में चार्टर्ड सर्टिफाइड एकाउंटेंट (पहचान के अक्षर एसीसीए (ACCA) या एफसीसीए (FCCA)) की योग्यता प्रदान करता है। यह दुनिया के सबसे बड़े और सबसे तेजी से बढ़ते लेखा निकायों में से एक है जिसके पास 170 देशों में 140,000 सदस्य और 404,000 सहयोगी एवं छात्र हैं (अप्रैल 2010 के अनुसार).

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एसीसी महिला एशिया कप

एसीसी महिला एशिया कप एक अंतरराष्ट्रीय एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट एशिया से महिला क्रिकेट टीमों से चुनाव लड़ा है। यह तिथि करने के लिए पांच बार खेला गया है। .

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एसीसी अंडर 19 कप

एसीसी अंडर 19 एशिया कप एक सदस्यीय राष्ट्रों के अंडर 19 टीमों के लिए एसीसी द्वारा आयोजित एक क्रिकेट टूर्नामेंट है। यह पहली बार मलेशिया में 2012 में आयोजित किया गया था जहां ट्रॉफी को भारत और पाकिस्तान द्वारा फाइनल के बाद टाई किए जाने के बाद साझा किया गया था। दूसरा संस्करण 2013/14 में संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित किया गया था जो भारत ने जीता था। तीसरा संस्करण 2016 में श्रीलंका में आयोजित किया गया था जो भारत ने जीता था। अगले टूर्नामेंट नवंबर 2017 में मलेशिया में आयोजित किया जाएगा। दूसरा स्तरीय आयोजन, जिसे यूथ एशिया कप कहा जाता है, 1997 में हांगकांग में आयोजित किया गया था और उसके बाद से हर दूसरा वर्ष था। 2007 में इसे एसीसी अंडर 19 एलिट कप के रूप में नाम दिया गया था। नेपाल चार बार मुकाबला करने वाले एलिट कप में सबसे सफल टीम रहे हैं। टूर्नामेंट का तीसरा चरण एसीसी अंडर 19 चैलेंज कप कहलाता है और पहली बार थाईलैंड में 2008 में आयोजित किया गया था। .

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एहसान आदिल

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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एजुकेशन टाउन

एजुकेशन टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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एक दीवाना था ( टीवी शो)

एक दीवाना था (अंग्रेजी: एक प्रेमी था) 23 अक्टूबर 2017 से सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित एक भारतीय रोमांस-हॉरर टेलीविजन शो है। यह शो प्रतीक शर्मा द्वारा बनाया गया है और इसका उत्पादन कंपनी एलएसडी फिल्मों द्वारा तैयार किया गया है। श्रृंखला में नामीक पाल, विक्रम सिंह चौहान और डोनाल बिष्ट प्रमुख भूमिकाएं हैं। पाकिस्तान में यह फिल्मजिया पर प्रसारित है। .

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एक इकाई व्यवस्था

एक इकाई व्यवस्था या नीति, (अथवा वन-यूनिट् सिस्टम्), पाकिस्तान की एक पुर्वतः परवर्तित प्रशासनिक व्यवस्था थी, जिसके अंतर्गत, तत्कालीन पाकिस्तानी भूमि के दोनों भिन्न टुकड़ों को "एक प्रशासनिक इकाई" के रूप में ही शासित किये जाने की योजना रखी गई थी। इस तरह की प्रशासनिक नीति को अपनाने का मुख्य कारण, सर्कार द्वारा, पाकिस्तानी अधिराज्य के दो विभक्त एवं पृथक भौगोलिक आंचलों की एक ही केंद्रीय व्यवस्था के अंतर्गत शासन में आने वाली घोर प्रशासनिक असुविधाएँ, एवं भौगोलिक कठिनाईयाँ बताई गई थी। अतः इस भौगोलिक व प्रशासनिक विषय के समाधान के रूप में, सरकार ने इन दो भौगोलीय हिस्सों को ही, एक महासंघीय ढांचे के अंतर्गत, पाकिस्तान के दो वाहिद प्रशासनिक इकाइयों के रूप में स्थापित करने की नीति बनाई गई। इस्के तहत, तत्कालीन मुमलिकात-ए-पाकिस्तान के, पूर्वी भाग में मौजूद स्थिति के अनुसार ही, पश्चिमी भाग के पाँचों प्रांतों व उनकी प्रांतीय सरकारों को भंग कर, एक प्रांत, पश्चिमी पाकिस्तान गठित किया गया, वहीं पूर्वी भाग (जो अब बांग्लादेश है) को पूर्वी पाकिस्तान कह कर गठित किया गया। तत्प्रकार, पाकिस्तान, एक इकाई योजना के तहत, महज दो प्रांतों में विभाजित एक राज्य बन गया। वन यूनिट योजना की घोषणा प्रधानमंत्री मोहम्मद अली बोगरा के शासनकाल के दौरान 22 नवंबर 1954 को की गई, और 14 अक्टूबर 1955 को देश के पश्चिमी भाग के सभी प्रांतों को एकीकृत कर, पश्चिमी पाकिस्तान प्रांत गठित किया गया, जिसमें, सभी प्रांतों के अलावा तत्कालीन, राजशाहियों और कबाइली इलाके भी शामिल थे। इस प्रांत में 12 प्रमंडल थे, और इसकी राजधानी लाहौर थी। दूसरी ओर पूर्वी बंगाल के प्रांत को पूर्वी पाकिस्तान का नाम दिया गया, जिसकी राजधानी ढाका थी। संघीय राजधानी(कार्यपालिका) को वर्ष 1959 में कराँची से रावलपिंडी स्थानांतरित किया गया, जहां सेना मुख्यालय था, और नई राजधानी, इस्लामाबाद के पूरा होने तक यहां मौजूद रहा जबकि संघीय विधानपालिका को ढाका में स्थापित किया गया। इस नीति का उद्देश्य बज़ाहिर प्रशासनिक सुधार लाना था लेकिन कई लिहाज से यह बहुत विनाशकारी कदम था। पश्चिमी पाकिस्तान में मौजूद बहुत सारी राज्यों ने इस आश्वासन पर विभाजन के समय पाकिस्तान में शामिल हो गए थे कि उनकी स्वायत्तता कायम रखी जाएगी लेकिन वन इकाई बना देने के फैसले से सभी स्थानीय राज्यों का अंत हो गया। इस संबंध में बहावलपुर, खीरिपोर और कलात के राज्य विशेषकर उल्लेखनीय हैं। मामले इस समय अधिक गंभीर समय 1958 ई। के तख्तापलट के बाद मुख्यमंत्री का पद समाप्त कर दिया गया और राष्ट्रपति ने पश्चिमी पाकिस्तान के विकल्प अपने पास रख लिए। राजनीतिक विशेषज्ञों यह भी समझते हैं कि पश्चिमी पाकिस्तान के सभी प्रांतों को एकजुट करने के उद्देश्य पूर्वी पाकिस्तान की भाषाई और राजनीतिक इकाई का जोर तोड़ना था। अंततः एक जुलाई 1970 को राष्ट्रपति याह्या खान ने एक इकाई का सफाया करते हुए पश्चिमी पाकिस्तान के सभी प्रांतों बहाल कर दिया। .

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एकतारा

एकतारा अथवा इकतारा भारतीय संगीत का लोकप्रिय तंतवाद्य यंत्र है जिसका प्रयोग भजन या सुगम संगीत में किया जाता है। इसमें एक ही तार लगा होता है। भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान और मिस्र के पारंपरिक संगीत में इसका प्रयोग होता है। इकतारा मूलतः भारतीय कवियों तथा घुमक्कड़ गवैयों द्वारा प्रयोग किया जाता था। निचला गुंजयमान यंत्र वे लौकी से बनाते थे, और ऊपर का गला बनाने के लिए बांस का प्रयोग करते थे। .

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ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम

अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम अथवा ए॰ पी॰ जे॰ अब्दुल कलाम (A P J Abdul Kalam), (15 अक्टूबर 1931 - 27 जुलाई 2015) जिन्हें मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति के नाम से जाना जाता है, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे। इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में मिसाइल मैन के रूप में जाना जाने लगा। इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई। कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए। इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये। .

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एॅम्ब्रोज़् फ़्लक्स् डन्डस्

एॅम्ब्रोज़ फ्लक्स् डन्डस्, एक ब्रिटिश अधिकारी और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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ऐब्टाबाद

शिमला पहाड़ी से ऐब्टाबाद का नज़ारा ऐब्टाबाद (उर्दू) या अबट्टाबाद या अबटाबाद पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा राज्य के हज़ारा क्षेत्र में स्थित एक शहर है। यह नगर इस्लामाबाद से ५० किमी (३१ मील) उत्तर-पश्चिम और पेशावर से १५० किमी (९३ मील) पूर्व ओराश घाटी में ४,१२० फ़ुट (१,२६० मीटर) की ऊँचाई पर बसा हुआ है। ऐब्टाबाद शहर ऐब्टाबाद ज़िले की राजधानी है। यह शहर पूरे पाकिस्तान में अपने लुभावने मौसम, श्रेष्ठ विद्यापीठों और बहुत से फ़ौजी संस्थानों के लिए मशहूर है। .

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ऐब्टाबाद ज़िला

ऐब्टाबाद ज़िले की मुकेशपुरी पहाड़ी की बर्फ़ से आधी ढकी हुई चोटी ऐब्टाबाद ज़िले का प्रशासनिक नक़्शा - हरे इलाक़े हवेलियाँ तहसील में, लाल इलाक़े ऐब्टाबाद तहसील में और पीला इलाक़ा नवाँशहर में शामिल हैं ऐब्टाबाद ज़िला (उर्दू) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा राज्य के हज़ारा क्षेत्र में स्थित एक ज़िला है। इस ज़िले का क्षेत्रफल १,९६९ वर्ग किमी है और इसकी राजधानी ऐब्टाबाद शहर है। १९९८ में इसकी आबादी ८,८१,००० लोगों की थी। इस ज़िले की उत्तरी तरफ़ मानसेहरा ज़िला, पश्चिमी तरफ़ हरिपुर ज़िला, दक्षिणी तरफ़ पाकिस्तानी पंजाब का रावलपिंडी ज़िला और पूर्वी तरफ़ पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर का मुज़फ्फराबाद ज़िला पड़ता है। बाक़ी हज़ारा की तरह ऐब्टाबाद ज़िला भी पहाड़ी इलाक़ा है। .

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ऐज़ाज़ चीमा

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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झपकी

एक झपकी लेते हुए एक जवान औरत का चित्र.(झूला, गस्टेव कुर्बेट (1844).) झपकी दोपहर की शुरूआत, अक्सर दोपहर के भोजन के बाद थोड़ी देर के लिए उंघने को कहते हैं। नींद का इस तरह का समय कुछ देशों, खासकर जहां मौसम गर्म होता है, में एक आम परंपरा है। सियेस्ट शब्द लैटिन होरा सेक्सटा - "छठा घंटा" (भोर से दोपहर तक की गिनती, इसलिए दोपहर यानी "दोपहर का आराम").

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झ़ोब

झ़ोब (पश्तो: ژوب, अंग्रेज़ी: Zhob) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त के झ़ोब ज़िले की राजधानी है। यह झ़ोब नदी के किनारे स्थित एक छोटा-सा शहर है। मूल रूप से यह पास में स्थित गाँव के नाम पर अप्पोज़ई (اپوزئی, Appozai) कहलाता था। ब्रिटिशकाल में इसका नाम बदलकर फ़ोर्ट सैन्डमैन (Fort Sandeman) रखा गया जिसे १९७६ में बदलकर झ़ोब कर दिया गया। .

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झ़ोब नदी

झ़ोब नदी (पश्तो: ژوب سيند, झ़ोब सीन्द; अंग्रेज़ी: Zhob River) पाकिस्तान के बलोचिस्तान और ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्तों में बहने वाली एक नदी है। ४१० किलोमीटर लम्बी यह नदी मुख्य रूप से पूर्वोत्तर दिशा में ही बहती है। इतिहासकारों का कहना है कि सम्भवतः यह ऋग्वेद में यव्यावति कहलाने वाली नदी है। .

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झ़ोब ज़िला

झ़ोब (पश्तो: ژوب‎, अंग्रेज़ी: Zhob) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का उत्तरतम ज़िला है। .

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झज्जर

हरियाणा में स्थित झज्जर बहुत सुन्दर पर्यटन स्‍थल है। यह दिल्ली से लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। झज्‍जर की स्थापना छज्जु नाम के एक जाट ने की थी। पहले इसका नाम 'छज्जु नगर' था लेकिन बाद में यह झज्जर हो गया। हरियाण के दो मुख्य शहर बहादुरगढ़ और बेरी है। बहादुरगढ़ की स्थापना राठी जाटों ने की थी। पहले बहादुरगढ़ को सर्राफाबाद के नाम से जाना जाता था। पिछले दिनों बहादुरगढ़ का तेजी से औद्योगिकरण हुआ है। बेरी इसका दूसरा मुख्य शहर है। यहां भीमेश्वरी देवी का प्रसिद्ध मन्दिर है। इस मन्दिर में पूजा करने के लिए देश-विदेश से पर्यटक प्रतिवर्ष आते हैं। मन्दिरों के अलावा पर्यटक यहां पर भिंडावास पक्षी अभ्यारण घूमने भी जा सकते हैं। .

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झंग

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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झंग ज़िला

पाकिस्तानी पंजाब प्रांत के बीच में १२ संख्या द्वारा नामांकित ज़िला झंग है (पीले रंग में) झंग (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Jhang) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। झंग ज़िले की राजधानी झंग शहर है। इस ज़िले की चार तहसीलें हैं - झंग, अठारा हज़ारी, शोरकोट और अहमदपुर सियाल। यह ज़िला पाकिस्तानी पंजाब प्रान्त के मध्य में स्थित है। इसकी सीमाएँ उत्तर में सरगोधा ज़िले से, उत्तर-पूर्व में गुजराँवाला ज़िले से, पूर्व में फ़ैसलाबाद और टोबा टेक सिंह ज़िलों से, दक्षिण में ख़ानेवाल और मुज़फ़्फ़रगढ़ ज़िलों से, पश्चिम में लइया और भक्कर ज़िलों से और पश्चिमोत्तर में ख़ुशाब ज़िले से लगतीं हैं। .

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झेलम नदी

320px झेलम उत्तरी भारत में बहनेवाली एक नदी है। वितस्ता झेलम नदी का वास्तविक नाम है। कश्मीरी भाषा में इसे व्यथ कहते हैं। इसका उद्भव वेरीनाग नामी नगर में है। .

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झेलम ज़िला

पाकिस्तानी पंजाब प्रांत में झेलम ज़िला (लाल रंग में) झेलम (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Jhelum) पाकिस्तान के 2 श्रेणी:पाकिस्तानी पंजाब के ज़िले श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले श्रेणी:भारतीय उपमहाद्वीप के ज़िले.

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झोक उत्तरा

झोक उत्तरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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ठट्टा

ठट्टा या ठठ्ठा (सिन्धी:, उर्दू:, अंग्रेज़ी: Thatta) पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में कराची से 98 किमी पूर्व में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। यहाँ एक 'मकली क़ब्रिस्तान' (अंग्रेज़ी: Makli Hill) नामक मशहूर समाधि-क्षेत्र है जहाँ बहुत से शानदार मक़बरे हैं और जो एक विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्य है।, Sarina Singh, Lindsay Brown, Paul Clammer, Rodney Cocks, John Mock, pp.

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ठर्रा

ठर्रा उत्तर भारत और पाकिस्तान में गन्ने या गेंहू से बनने वाली एक देसी शराब है जो अक्सर ग़ैर-क़ानूनी ढंग से बिना किसी पंजीकरण या अन्य प्रकार की सरकारी अनुमति के बनाई जाती है।, Intikhab Ali, 15 सितंबर 2005, Daily Times (Pakistan),...

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डब, पाकिस्तान

डब, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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डबलरोटियों की सूची

यहाँ तरह-तरह के ब्रेड (डबलरोटी) की सूची दी गयी है। .

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डलवाल

डलवाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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डायमण्ड कॉमिक्स

डायमण्ड काॅमिक्स प्राइवेट लिमिटेड (अंग्रेजी; Diamond Comics Pvt. Ltd.) भारत स्थित एक काॅमिक्स पुस्तक वितरक एवं प्रकाशक विभाग है। .

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डिएगो गार्सिया

डिएगो गार्सिया एक उष्णकटिबंधीय, पदचिह्न-आकार का मूंगे का प्रवालद्वीप (एटोल) है जो भूमध्य रेखा के दक्षिण में मध्य हिंद महासागर में सात डिग्री, छब्बीस मिनट दक्षिण अक्षांश (भूमध्य रेखा के दक्षिण में) पर स्थित है। यह ब्रिटिश हिंद महासागरीय क्षेत्र का हिस्सा है और इसकी अवस्थिति 72°23' पूर्व देशांतर में है। यह एटोल अफ्रीकी तट के लगभग पूर्व में और भारत के दक्षिण सिरे से दक्षिण में है (चित्र 2.3).

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डिफेंडर ऑफ डेमोक्रेसी पुरस्कार

यह पुरस्कार हर वर्ष अमेरिकी सांसदों द्वारा वैश्विक स्तर पर किए गए काम के लिए दिया जाता है। 2009 में यह पुरस्कार भारत के प्रख्यात बाल अधिकारकर्मी कैलाश सत्यार्थी को तथा पाकिस्तान में परवेज मुसर्रफ के खिलाफ वकीलों का आंदोलन चलाने वाले चौधरी ए अहसन को संयुक्त रूप से दिया गया। श्रेणी:पुरस्कार.

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डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी, लाहौर

डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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डिश टीवी

डिश टीवी भारत की पहली डीटीएच मनोरंजन सेवा है। इस पर डायरेक्ट-टू-होम (डीटीएच), पे-पर-वियु आदि सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यह एमपेग-2 डिजिटल संपीड़न तकनीक की मदद से कर एनएसएस-6 उपग्रह के द्वारा अपनी सेवाएं संचारित करता है। 2011 में "भारत फॉर्च्यून 500" द्वारा प्रकाशित भारत के सबसे बड़े मीडिया कंपनियों की सूची में डिश टी० वी० इंडिया लिमिटेड को #437 और # 5 स्थान मिला था। एस्सेल समूह द्वारा प्रारम्भ की गई इस उपग्रह प्रसारण सेवा के उपभोगता भारत, श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान के अलावा दक्षिण-पूर्वी एशिया में भी हैं | वर्तमान में डिश टीवी के पास २८५ से भी ज़्यादा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय चैनल्स और २५ रेडियो चैनल्स हैं | .

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डिंडोत

डिंडोत, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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डुह्मन

डुह्मन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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डूरण्ड रेखा

अफ़गानिस्तान -पाकिस्तान को बांटने वाली डूरण्ड रेखा अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच २४३० किमी॰ लम्बी अन्तराष्ट्रीय सीमा का नाम डूरण्ड रेखा (Durand Line; पश्तो: د ډیورنډ کرښه‎) है। यह 'रेखा' १८९६ में एक समझौते के द्वारा स्वीकार की गयी थी। यह रेखा पश्तून जनजातीय क्षेत्र से होकर दक्षिण में बलोचिस्तान से बीच से होकर गुजरती है। इस प्रकार यह रेखा पश्तूनों और बलूचों को दो देशों में बाँटते हुए निकलती है। भूराजनैतिक तथा भूरणनीति की दृष्टि से डूरण्ड रेखा को विश्व की सबसे खतरनाक सीमा माना जाता है। अफगानिस्तन इस सीमा को अस्वीकार करता रहा है। अफ़्गानिस्तान चारों ओर से जमीन से घिरा हुआ है और इसकी सबसे बड़ी सीमा पूर्व की ओर पाकिस्तान से लगी है, इसे डूरण्ड रेखा कहते हैं। यह 1893 में हिंदुकुश में स्थापित सीमा है, जो अफगानिस्तान और ब्रिटिश भारत के जनजातीय क्षेत्रों से उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों को रेखांकित करती हुयी गुजरती थी। आधुनिक काल में यह अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच की सीमा रेखा है। .

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डेनियल पर्ल

डेनियल पर्ल एक अमेरिकी पत्रकार थे। वाल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डेनियल पर्ल का अपहरण उस समय किया गया था जब वे 2002 में एक स्टोरी को लेकर कराची में थे। अपहरण के बाद उनकी हत्या कर दी गई। उनकी लाश कराची के बाहरी इलाके में मिली थी। उस समय पुलिस ने हत्या की तहकीकात के बाद इसमें मुसलिम आतंकी संगठनों के शामिल होने की शंका जतायी थी। .

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डेरा बुगती

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िला

डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, डेरा ग़ाज़ी ख़ान शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 11,922 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 26,43,118 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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डेरा इस्माइल ख़ान ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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डेरा इस्माइल खान

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर।.

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डेविड हार्डिमन

डेविड हार्डिमन आधुनिक भारत के एक इतिहासकार और सबाल्टर्न अध्ययन समूह के एक संस्थापक सदस्य है। हार्डिमन का जन्म पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में हुआ और शिक्षा-दीक्षा इंग्लैंड में हुई। वर्ष १९७० में लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स से स्नातक किया और १९७५ में ससेक्स विश्वविद्यालय से दक्षिण एशियाई इतिहास में डी.फिल प्राप्त किया। वह वर्तमान में वारविक विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग के एक प्राध्यापक है। .

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डेविड हेडली

डेविड कॉलमेन हेडली (जन्म दाऊद सैयद गिलानी ३० जून १९६०) जन्म से एक अमेरिकी नागरिक और पाकिस्तान से संबन्धित एक आतंकवादी है। लश्कर-ए-तैयबा के लिये काम करने वाले हेडली ने २००८ के मुंबई हमले की योजना बनाने और अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उस पर कई बार पाकिस्तान जाकर लश्कर से प्रशिक्षण लेने के आरोप लगे जिसे उसने अमेरिकी अदालत में कबूला। उसने मुंबई के कई स्थानों के मानचित्र, चित्र लेने हमले की जगहों को चुनने में मदद करने व योजना बनाने की बात भी कबूली। मुंबई हमलों के लिये ५ से अधिक बार जासूसी करने जैसे ही काम उसने कोपेनहेगन में भी किये जहाँ उसे एक डेनिश समाचार पत्र जाइलान्ड्स पोस्टेन के कार्यालय पर हमले की योजना बनानी थी। इस समाचार पत्र ने पैगंबर मोहम्मद का चित्र बना के छापा था जो इस्लाम के नियमों के खिलाफ है। हेडली को २००९ में पाकिस्तान जाते हुए शिकागो के अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया और मुंबई हमलों में भूमिका सिद्ध करने के लिये मुकदमा चलाया गया। इस मुकदमें में मौत की सजा से बचने के लिये वो सरकारी गवाह बन गया और अपना जुर्म कबूल लिया। मुकदमे की गवाही के दौरान उसने बताया कि मुंबई हमला पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था इंटर सर्विसेज़ इंटेलीजेंस ने प्रायोजित किया था। सरकारी गवाह बनाने के बाद हेडली ने अमेरिकी व भारतीय जांच अधिकारियों के साथ सहयोग किया। मुंबई हमलों में संलिप्तता के मामले में २४ जनवरी २०१३ को एक अमेरिकी न्यायालय ने हेडली को ३५ वर्षों के कारावास की सजा सुनाई। .

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डेंगू बुख़ार

डेंगू बुख़ार एक संक्रमण है जो डेंगू वायरस के कारण होता है। समय पर करना बहुत जरुरी होता हैं. मच्छर डेंगू वायरस को संचरित करते (या फैलाते) हैं। डेंगू बुख़ार को "हड्डीतोड़ बुख़ार" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इससे पीड़ित लोगों को इतना अधिक दर्द हो सकता है कि जैसे उनकी हड्डियां टूट गयी हों। डेंगू बुख़ार के कुछ लक्षणों में बुखार; सिरदर्द; त्वचा पर चेचक जैसे लाल चकत्ते तथा मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शामिल हैं। कुछ लोगों में, डेंगू बुख़ार एक या दो ऐसे रूपों में हो सकता है जो जीवन के लिये खतरा हो सकते हैं। पहला, डेंगू रक्तस्रावी बुख़ार है, जिसके कारण रक्त वाहिकाओं (रक्त ले जाने वाली नलिकाएं), में रक्तस्राव या रिसाव होता है तथा रक्त प्लेटलेट्स  (जिनके कारण रक्त जमता है) का स्तर कम होता है। दूसरा डेंगू शॉक सिंड्रोम है, जिससे खतरनाक रूप से निम्न रक्तचाप होता है। डेंगू वायरस चार भिन्न-भिन्न प्रकारों के होते हैं। यदि किसी व्यक्ति को इनमें से किसी एक प्रकार के वायरस का संक्रमण हो जाये तो आमतौर पर उसके पूरे जीवन में वह उस प्रकार के डेंगू वायरस से सुरक्षित रहता है। हलांकि बाकी के तीन प्रकारों से वह कुछ समय के लिये ही सुरक्षित रहता है। यदि उसको इन तीन में से किसी एक प्रकार के वायरस से संक्रमण हो तो उसे गंभीर समस्याएं होने की संभावना काफी अधिक होती है।  लोगों को डेंगू वायरस से बचाने के लिये कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। डेंगू बुख़ार से लोगों को बचाने के लिये कुछ उपाय हैं, जो किये जाने चाहिये। लोग अपने को मच्छरों से बचा सकते हैं तथा उनसे काटे जाने की संख्या को सीमित कर सकते हैं। वैज्ञानिक मच्छरों के पनपने की जगहों को छोटा तथा कम करने को कहते हैं। यदि किसी को डेंगू बुख़ार हो जाय तो वह आमतौर पर अपनी बीमारी के कम या सीमित होने तक पर्याप्त तरल पीकर ठीक हो सकता है। यदि व्यक्ति की स्थिति अधिक गंभीर है तो, उसे अंतः शिरा द्रव्य (सुई या नलिका का उपयोग करते हुये शिराओं में दिया जाने वाला द्रव्य) या रक्त आधान (किसी अन्य व्यक्ति द्वारा रक्त देना) की जरूरत हो सकती है। 1960 से, काफी लोग डेंगू बुख़ार से पीड़ित हो रहे हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यह बीमारी एक विश्वव्यापी समस्या हो गयी है। यह 110 देशों में आम है। प्रत्येक वर्ष लगभग 50-100 मिलियन लोग डेंगू बुख़ार से पीड़ित होते हैं। वायरस का प्रत्यक्ष उपचार करने के लिये लोग वैक्सीन तथा दवाओं पर काम कर रहे हैं। मच्छरों से मुक्ति पाने के लिये लोग, कई सारे अलग-अलग उपाय भी करते हैं।  डेंगू बुख़ार का पहला वर्णन 1779 में लिखा गया था। 20वीं शताब्दी की शुरुआत में वैज्ञानिकों ने यह जाना कि बीमारी डेंगू वायरस के कारण होती है तथा यह मच्छरों के माध्यम से संचरित होती (या फैलती) है। .

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डॉन (अखबार)

डॉन पाकिस्तान का सबसे पुराना और सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अंग्रेजी अखबार है। .

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डोगरा

डोगरा, भारत और पाकिस्तान में निवास करने वाला एक नृ-भाषायी समुदाय है। डोगरा राजपूतों ने १९वीं शताब्दी से जम्मू पर शासन किया। .

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डोकरी

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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डी-डे

डी-डे एक भारतीय अपराध-रहस्य विधा वाली फ़िल्म है जिसके सहनिर्माता डार मोशन पिक्चर्स एम्मी एंटरटेनमेंट हैं। यह नाट्यरूपक फ़िल्म 19 जुलाई 2013 को जारी की गयी। अर्जुन रामपाल, ऋषि कपूर, इरफ़ान ख़ान, श्रुति हासन, हुमा क़ुरैशी और संदीप कुलकर्णी अभिनीत इस फ़िल्म का निर्देशन निखिल आडवाणी ने किया है। .

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ढाबा

पंजाब के एक ढाबे पर परोसा हुआ भोजन भारत और पाकिस्तान में, ढाबा राजमार्गों पर स्थित लोकप्रिय स्थानीय रेस्तरांओं को कहते हैं। आमतौर पर ढाबों पर स्थानीय भोजन परोसा जाता है और यहाँ मुख्यत: ट्रक चालक या सफर कर रहे लोग भोजन करने के लिए रुकते हैं। आजकल ढाबे सबसे अधिक, पेट्रोल पम्पों के बगल में जो अक्सर 24 घंटे खुले रहते हैं के पास ही स्थापित किए जाते हैं। चूंकि ज्यादातर भारतीय और पाकिस्तानी ट्रक चालक पंजाबी वंश के होते हैं, इसलिए इन ढाबों पर पंजाबी भोजन मिलता है और पंजाबी संगीत बजाया जाता है। ढाबा शब्द पूरे विश्व में स्थानीय भारतीय भोजन का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए यूरोप और अमेरिका के कई भारतीय रेस्तरांओं ने यह नाम अपने रेस्तराँ के नाम के साथ जोड़ लिया है। ढाबा अक्सर मिट्टी से चिनी की इमारतों का बना होता है और यहां बैठने के लिए खाट या चारपाई बिछाई जाती है जिस एक लकड़ी का फट्टा खाट की चौड़ाई में रखा जाता है और इस पर खाते समय खाने के बर्तन रखे जाते हैं। आजकल ढाबों पर चारपाई की जगह प्लास्तिक की मेज कुर्सियों ने ले ली है पर खाना अब भी तुलनात्मक रूप से सस्ता और घर के खाने जैसा होता है। श्रेणी:आहार.

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ढाका-इस्तांबुल फ्रेट कॉरिडोर

ढाका-इस्तांबुल फ्रेट कॉरिडोर एक अंतरराष्ट्रीय रेल मार्ग परियोजना है।यह रेल मार्ग परियोजना बांग्लादेश,भारत,पाकिस्तान,ईरान और तुर्की को जोड़ती है।http://www.business-standard.com/article/news-ians/india-to-trial-run-goods-train-on-dhaka-istanbul-freight-corridor-117030300947_1.htmlभारत का पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर इस कॉरिडोर का एक हिस्सा है। .

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ढुरनाल

ढुरनाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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ढौडियाल

ढौडियाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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ढौलार

ढौलार, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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तत्तापानी, कश्मीर

तत्ता पानी (अंग्रेज़ी: Tatta Pani, उर्दु: تتا پانی) या तत्तापानी आज़ाद कश्मीर के पुंछ ज़िले में एक शहर है। यहाँ गंधक-युक्त गरम पानी के चश्में हैं, जिनपर शहर का नाम पड़ा है ("तत्ता" का अर्थ "गरम" होता है और यह संस्कृत के "तप्त" शब्द से आया है)। तत्ता पानी पुंछ नदी के किनारे २,२३७ फ़ुट (६८२ मीटर) की ऊँचाई पर बसा हुआ है। यह कोटली से २६ किमी, हजीरा (चेआरा) से २९ किमी और रावलाकोट से ४५ किमी दूर है। ध्यान दें कि भारतीय उपमहाद्वीप के हिमालय-वाले कई भागों में इसी "तत्तापानी" नाम के कई और नगर-ग्राम-मुहल्ले भी हैं और लगभग इन सभी में गरम पानी के चश्में होते हैं, मसलन हिमाचल प्रदेश और ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा दोनों में इस नाम के स्थान हैं। .

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तनोट माता

तनोट माँ (तन्नोट माँ) का मन्दिर जैसलमेर जिले से लगभग एक सौ तीस कि॰मी॰ की दूरी पर स्थित हैं। तनोट राय को हिंगलाज माँ का ही एक रूप कहा हैं, हिंगलाज माता जो वर्तमान में बलूचिस्तान जो पाकिस्तान में है, वहाँ स्थापित है। भाटी राजपूत नरेश तणुराव ने वि॰सं॰ 828 में तनोट का मंदिर बनवाकर मूर्ति को स्थापित कि थी। इसी बीच भाटी तथा जैसलमेर के पड़ौसी इलाकों के लोग आज भी पूजते आ रहे हैं। .

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तबला

तबला भारतीय संगीत में प्रयोग होने वाला एक तालवाद्य है जो मुख्य रूप से दक्षिण एशियाई देशों में बहुत प्रचलित है। यह लकड़ी के दो ऊर्ध्वमुखी, बेलनाकार, चमड़ा मढ़े मुँह वाले हिस्सों के रूप में होता है, जिन्हें रख कर बजाये जाने की परंपरा के अनुसार "दायाँ" और "बायाँ" कहते हैं। यह तालवाद्य हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत में काफी महत्वपूर्ण है और अठारहवीं सदी के बाद से इसका प्रयोग शाष्त्रीय एवं उप शास्त्रीय गायन-वादन में लगभग अनिवार्य रूप से हो रहा है। इसके अतिरिक्त सुगम संगीत और हिंदी सिनेमा में भी इसका प्रयोग प्रमुखता से हुआ है। यह बाजा भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, और श्री लंका में प्रचलित है। एन्साइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका पहले यह गायन-वादन-नृत्य इत्यादि में ताल देने के लिए सहयोगी वाद्य के रूप में ही बजाय जाता था, परन्तु बाद में कई तबला वादकों ने इसे एकल वादन का माध्यम बनाया और काफी प्रसिद्धि भी अर्जित की। नाम तबला की उत्पत्ति अरबी-फ़ारसी मूल के शब्द "तब्ल" से बतायी जाती है। हालाँकि, इस वाद्य की वास्तविक उत्पत्ति विवादित है - जहाँ कुछ विद्वान् इसे एक प्राचीन भारतीय परम्परा में ही उर्ध्वक आलिंग्यक वाद्यों का विकसित रूप मानते हैं वहीं कुछ इसकी उत्पत्ति बाद में पखावज से निर्मित मानते हैं और कुछ लोग इसकी उत्पत्ति का स्थान पच्छिमी एशिया भी बताते हैं। .

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तलागंग सिटी-1

तलागंग सिटी-1, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले के तलागंग शहर के दो यूनियन परिषदों में से एक है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। रह मुख्यतः एक नगरीय क्षेत्र है। .

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तलागंग सिटी-2

तलागंग सिटी-2, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले के तलागंग शहर के दो यूनियन परिषदों में से एक है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। रह मुख्यतः एक नगरीय क्षेत्र है। .

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तलवंडी

तलवंडी पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त का एक नगर है। श्रेणी:पाकिस्तान के नगर.

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तस्सदुक हुसैन जिलानी

तस्सादूक़ हुसैन जिलानी, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के 21वें मुख्य न्यायाधीश थे। उन्होंने इफ्तिखार मोहम्मद चौधरी की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान

तहरीक-ए-तालिबान का ध्वज फ़ाटा क्षेत्र से शुरु हुई थी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (उर्दू), जिसे कभी-कभी सिर्फ़ टी-टी-पी (TTP) या पाकिस्तानी तालिबान भी कहते हैं, पाकिस्तान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा के पास स्थित संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र से उभरने वाले चरमपंथी उग्रवादी गुटों का एक संगठन है। यह अफ़ग़ानिस्तान की तालिबान से अलग है हालांकि उनकी विचारधाराओं से काफ़ी हद तक सहमत है। इनका ध्येय पाकिस्तान में शरिया पर आधारित एक कट्टरपंथी इस्लामी अमीरात को क़ायम करना है। इसकी स्थापना दिसंबर २००७ को हुई जब बेयतुल्लाह महसूद​ के नेतृत्व में १३ गुटों ने एक तहरीक (अभियान) में शामिल होने का निर्णय लिया।, Marlène Laruelle, Sébastien Peyrouse, pp.

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तापी गैस परियोजना

तापी गैस परियोजना अंतर्राष्ट्रीय परियोजना है। तापी शब्द तुर्कमेनिस्तान,अफगानिस्तान,पाकिस्तान और इंडिया के आदि अक्षरों से मिलकर बना है। यह तापी शब्द उक्त चारों देशों को एक साथ व्यक्त करता है। त .

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तारिम द्रोणी

तारिम द्रोणी अंतरिक्ष से तारिम द्रोणी की तस्वीर तारिम क्षेत्र में मिला खरोष्ठी में लिखा एक काग़ज़ का टुकड़ा (दूसरी से पाँचवी सदी ईसवी) तारिम द्रोणी या तारिम बेसिन मध्य एशिया में स्थित एक विशाल बंद जलसंभर इलाका है जिसका क्षेत्रफल ९०६,५०० वर्ग किमी है (यानि सम्पूर्ण भारत का लगभग एक-चौथाई क्षेत्रफल)। वर्तमान राजनैतिक व्यवस्था में तारिम द्रोणी चीनी जनवादी गणराज्य द्वारा नियंत्रित श़िंजियांग उइग़ुर स्वराजित प्रदेश नाम के राज्य में स्थित है। तारिम द्रोणी की उत्तरी सीमा तियाँ शान पर्वत श्रंखला है और दक्षिणी सीमा कुनलुन पर्वत श्रंखला है। कुनलुन पर्वत श्रंखला तारिम द्रोणी के इलाक़े को दक्षिण में स्थित तिब्बत के पठार से विभाजित करती है। तारिम द्रोणी का अधिकतर क्षेत्र रेगिस्तानी है और हलकी आबादी वाला है। यहाँ ज़्यादातर लोग उइग़ुर और अन्य तुर्की जातियों के हैं। .

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तारिम द्रोणी/आलेख

तारिम द्रोणी तारिम द्रोणी या तारिम बेसिन मध्य एशिया में स्थित एक विशाल बंद जलसंभर इलाका है जिसका क्षेत्रफल ९०६,५०० वर्ग किमी है (यानि सम्पूर्ण भारत का लगभग एक-चौथाई क्षेत्रफल)। वर्तमान राजनैतिक व्यवस्था में तारिम द्रोणी चीनी जनवादी गणराज्य द्वारा नियंत्रित श़िंजियांग उइग़ुर स्वराजित प्रदेश नाम के राज्य में स्थित है। तारिम द्रोणी की उत्तरी सीमा तियाँ शान पर्वत श्रंखला है और दक्षिणी सीमा कुनलुन पर्वत श्रंखला है। कुनलुन पर्वत श्रंखला तारिम द्रोणी के इलाक़े को दक्षिण में स्थित तिब्बत के पठार से विभाजित करती है। द्रोणी या जलसंभर उस भौगोलिक क्षेत्र को कहते हैं जहाँ वर्षा अथवा पिघलती बर्फ़ का पानी नदियों, नेहरों और नालों से बह कर एक ही स्थान पर एकत्रित हो जाता है। भारत में यमुना का जलसंभर वह क्षेत्र है जहाँ यमुना नदी में विलय हो जाने वाले सारे नदी नाले फैले हुए है और जिसके अंत से केवल यमुना नदी ही निकास करती है। बंद जलसंभर ऐसा जलसंभर होता है जिसमें वर्षा अथवा पिघलती बर्फ़ का पानी एकत्रित हो कर किसी नदी के ज़रिये समुद्र या महासागर में बहने की बजाय किसी सरोवर, दलदली क्षेत्र या शुष्क क्षेत्र में जाकर वहीँ रुक जाता है। अंग्रेज़ी में "द्रोणी" को "बेसिन" (basin), "जलसंभर" को "वॉटरशॅड" (watershed) या "कैचमेंट" (catchment) और बंद जलसंभर को "एनडोरहेइक बेसिन" (endorheic basin) कहा जाता है। तारिम द्रोणी का अधिकतर क्षेत्र रेगिस्तानी है और हलकी आबादी वाला है। यहाँ ज़्यादातर लोग उइग़ुर और अन्य तुर्की जातियों के हैं। इस क्षेत्र का उत्तर भारत और पाकिस्तान के साथ गहरा ऐतिहासिक और आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक) सम्बन्ध है। यहाँ पर पाई गई लगभग सारी प्राचीन लिखाई खरोष्ठी लिपि में है, बोले जाने वाली प्राचीन भाषाएँ तुषारी भाषाएँ थीं जो भाषावैज्ञानिक दृष्टि से हिन्द-आर्य भाषाओं की बहनें मानी जाती हैं और जितने भी प्राचीन शव मिले हैं उनमें हर पुरुष का आनुवंशिकी पितृवंश समूह आर१ए१ए है जो उत्तर भारत के ३०-५०% पुरुषों में भी पाया जाता है, लेकिन पूर्वी एशिया की चीनी, जापानी और कोरियाई आबादियों में और पश्चिमी एशिया की अरब आबादियों में लगभग अनुपस्थित है। .

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तारिक़ फ़तह

तारिक़ फ़तह (طارق فتح. (शाहमुखी), जन्म 20, 1949), पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक, प्रसारक एवं सेक्युलर उदारवादी कार्यकर्ता हैं। चेजिंग अ मिराज: द ट्रैजिक इल्लुझ़न ऑफ़ ऐन इस्लामिक स्टेट (Chasing a Mirage: The Tragic Illusion of an Islamic State) उनकी प्रसिद्ध कृति है। तारिक़ फ़तह इस्लामी अतिवाद के ख़िलाफ़ बोलने और एक उदारवादी इस्लाम के पक्ष को बढ़ावा देने के लिये प्रसिद्ध हैं। तारिक़ फ़तह दक्षिण एशिया और विशेष रूप से कट्टरपंथी भारतीय और पाकिस्तानी मुसलमानों की अलगाववादी संस्कृति के विरुद्ध भी बोलते हैं, तथा वे समलैंगिक व्यक्तियों के सामान अधिकारों और हितों के भी पक्षधर हैं। साथ ही वे बलोचिस्तान में मानवाधिकार के हनन और पाकिस्तान द्वारा बलोचिस्तान में किये जा रहे ज़्यादतियों के विषय पर भी बोलते और लिखते हैं, और 'आज़ाद बलोचिस्तान' के पक्षधर के रूप में भी जाने जाते हैं। उन्होंने कनाडाई मुस्लिम कांग्रेस का स्थापना किया और वे इस्लाम का उदारवादी और प्रगतिशील रूप के समर्थक हैं। वे ज़ी न्यूज़ के फ़तह का फ़तवा कार्यक्रम में इस्लाम पर लगातार अपना नजरिया पेश करते आ रहे हैं। पाकिस्तानी व्यवस्थापिका तथा इस्लामिक कट्टरपंथ, एवं इस्लामिक इतिहास और कुछ परंपराओं के विषय में बोलने के कारण, उनके विचार, अक्सर बहस और विवाद का पात्र रहते हैं। .

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तालिबान आन्दोलन

तालिबान आंदोलन (طالبان) जिसे तालिबान या तालेबान के नाम से भी जाना जाता है, एक सुन्नी इस्लामिक आधारवादी आन्दोलन है जिसकी शुरूआत 1994 में दक्षिणी अफ़ग़ानिस्तान में हुई थी। तालिबान पश्तो भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है ज्ञानार्थी (छात्र)। ऐसे छात्र, जो इस्लामिक कट्टरपंथ की विचारधारा पर यकीन करते हैं। तालिबान इस्लामिक कट्टपंथी राजनीतिक आंदोलन हैं। इसकी सदस्यता पाकिस्तान तथा अफ़ग़ानिस्तान के मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को मिलती है। 1996 से लेकर 2001 तक अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के दौरान मुल्ला उमर देश का सर्वोच्च धार्मिक नेता था। उसने खुद को हेड ऑफ सुप्रीम काउंसिल घोषित कर रखा था। तालेबान आन्दोलन को सिर्फ पाकिस्तान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने ही मान्यता दे रखी थी। अफगानिस्तान को पाषाणयुग में पहुँचाने के लिए तालिबान को जिम्मेदार माना जाता है। .

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ताशकन्द समझौता

ताशकंद समझौता भारत और पाकिस्तान के बीच 11 जनवरी 1966 को हुआ एक शांति समझौता था। इस समझौते के अनुसार यह तय हुआ कि भारत और पाकिस्तान अपनी शक्ति का प्रयोग नहीं करेंगे और अपने झगड़ों को शान्तिपूर्ण ढंग से तय करेंगे। यह समझौता भारत के प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री तथा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अयूब ख़ाँ की लम्बी वार्ता के उपरान्त 11 जनवरी 1966 ई. को ताशकंद, रूस में हुआ। .

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ताशक़ुरग़ान​ ताजिक स्वशासित ज़िला

ताशक़ुरग़ान​ ताजिक स्वशासित ज़िला जनवादी गणतंत्र चीन द्वारा नियंत्रित शिंजियांग प्रान्त के काश्गर विभाग का एक ज़िला है। इसकी ८०% से अधिक आबादी ताजिक समुदाय की है। इस ज़िले की राजधानी ताशक़ुरग़ान​ शहर है जहाँ से पाक-अधिकृत कश्मीर से गुज़रकर पाकिस्तान व चीन को जोड़ने वाला काराकोरम राजमार्ग निकलता है।, Andrew Burke, pp.

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ताहिरा मज़हर अली

ताहिरा मज़हर अली (उर्फ़ हयात) (5 जनवरी 1924, लाहौर, ब्रिटिश, भारत – 23 मार्च 2015, लाहौर, पाकिस्तान) एक पाकिस्तानी महिलाओं के अधिकारों की प्रचारक, बेनजीर भुट्टो की गुरु और तारिक अली की मां थी। उनके पति, दिवंगत मज़हर अली खान भी पाकिस्तान के सोशलिस्ट झुकाव के एक प्रसिद्ध पत्रकार थे। अली पंजाबी राजनीतिज्ञ सिकंदर हयात खान की बेटी और सरदार शौकत हयात खान और बेगम महमूदा सलीम खान की छोटी बहन थी।  1925 में जन्मी, ताहिरा एक आश्चर्यजनक युवा महिला बनी। उसने क्वीन मैरीज कॉलेज लाहौर में पढ़ाई की और किशोरावस्था में ही उसने विद्रोह करने का मन बना लिया और जब वह 17 वर्ष की थी, तब वह अपने करिश्माई, छात्र नेता चचेरे भाई मज़हार से भाग गई। .

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ताजिक लोग

अफ़्ग़ान सांसद नीलोफ़र इब्राहिमी एक ताजिक हैं ताजिकिस्तान का एक परिवार ईद-उल-फ़ित्र की ख़ुशियाँ मनाते हुए ताजिक (ताजिक: Тоҷик, फ़ारसी:, तॉजिक) मध्य एशिया (विशेषकर ताजिकिस्तान, अफ़्ग़ानिस्तान, उज़बेकिस्तान और पश्चिमी चीन) में रहने वाले फ़ारसी-भाषियों के समुदायों को कहा जाता है। बहुत से अफ़्ग़ानिस्तान से आये ताजिक शरणार्थी ईरान और पाकिस्तान में भी रहते हैं। अपनी संस्कृति और भाषा के मामले में ताजिक लोगों का ईरान के लोगों से गहरा सम्बन्ध रहा है।, Olivier Roy, I.B.Tauris, 2000, ISBN 978-1-86064-278-4 चीन के ताजिक लोग अन्य ताजिक लोगों से ज़रा भिन्न होते हैं क्योंकि वे पूर्वी ईरानी भाषाएँ बोलते हैं जबकि अन्य ताजिक फ़ारसी बोलते हैं।, New World Press, 1989, ISBN 978-7-80005-078-7,...

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ताजिकिस्तान

अंतरिक्ष से ताजिकिस्तान का मंज़र ताज़िकिस्तान (ताजिक: Тоҷикистон,, तोजिकिस्तोन) मध्य एशिया मे स्थित एक देश है जो चारों ओर से ज़मीन से घिरा (स्थलवेष्ठित) है। यह पहले सोवियत संघ का हिस्सा था और उस देश के विघटन के बाद सन् १९९१ में एक स्वतंत्र देश बना। १९९२-९७ के काल में गृहयुद्धों की मार झेल चुके इस देश की कूटनीतिक-भौगोलिक स्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। यह उज़बेकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, किर्गिज़स्तान तथा चीन के मध्य स्थित है। इसके अलावा पाकिस्तान के उत्तरी इलाके से इसे केवल अफ़ग़ानिस्तान के बदख़्शान प्रान्त का पतला-सा वाख़ान गलियारा ही अलग करता है। ताजिकिस्तान की राजधानी दुशानबे शहर है और यहाँ की भाषा को ताजिक कहा जाता है जो फ़ारसी भाषा का एक रूप माना जाता है। इस भाषा को सीरीलिक अक्षरों में लिखा जाता है जिसमें रूसी तथा कुछ अन्य भाषाएँ भी लिखी जाती हैं। .

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तिब्बती तीतर

तिब्बती तीतर (तिब्बती:सकफा) (Tibetan Partridge) (Perdix hodgsoniae) फ़ीज़ैन्ट कुल का एक पक्षी है जो व्यापक रूप से तिब्बती पठार में पाया जाता है। इस पक्षी का आवासीय क्षेत्र बहुत विशाल है और इसी वजह से इसे संकट से बाहर की जाति माना गया है। इस पक्षी का मूल निवास चीन, भारत, भूटान और नेपाल है। .

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तिराह

तिराह क्षेत्र (पश्तो: تیراہ‎), जिसे तिराह घाटी (उर्दु: وادی تیراہ‎), भी कहा जाता है पाकिस्तान के संघ प्रशासित जनजातीय क्षेत्र खैबर, कुर्रम और ओराकज़इ एजेंसियों में स्थित है। इसका एक छोटा भाग अफगानिस्तान में नंगरहार प्रांत में भी फैला है। तिराह खैबर दर्रे और खांकी घाटी के बीच फैली है। यह पश्तूनों की अफरीदी, ओराकज़इ और शिनवारी जनजातियों का निवास स्थान है। .

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तिरिच मीर

तिरिच मीर (Tirich Mir) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त में चित्राल शहर के पास स्थित एक पर्वत है, जो हिन्दु कुश पर्वत शृंखला का सबसे ऊँचा पहाड़ भी है। ७,७०८ मीटर (२५,२८९ फ़ुट) ऊँचा यह पर्वत हिमालय-काराकोरम श्रेणी के बाहर का सबसे ऊँचा पहाड़ है और दुनिया भर का ३३वाँ सबसे ऊँचा शिखर है (बाक़ी ३२ हिमालय-काराकोरम में स्थित हैं)। चित्राल शहर से तिरिच मीर दिखता ही है लेकिन यह पहाड़ इतना विशाल है कि इसे पाकिस्तान की सरहद के पार अफ़्ग़ानिस्तान के कुछ सीमाई इलाक़ों से भी देखा जा सकता है।, Michael Palin, Basil Pao, Macmillan, 2005, ISBN 978-0-312-34162-6,...

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तिरुष कामिनी

तिरुष कामिनी (जन्म 30 जून 1990 को मद्रास में) एक भारतीय क्रिकेटर है जिन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए 38 महिलाएं एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।  .

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तवी नदी

जम्मु शहर से बहती हुई तवी नदी तवी नदी उत्तर भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में बहने वाली एक नदी है, जिसे जम्मू प्रांत की जीवन रेखा समझी जाती है। यह नदी चिनाब नदी की सहायक नदी है। यह नदी का उद्गम कैलास कुंड ग्लेशियर के आसपास के इलाके से होता है और पाकिस्तान में जाकर चिनाब नदी में मिल जाती है। .

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तखत श्री पटना साहिब

तखत श्री पटना साहिब या श्री हरमंदिर जी, पटना साहिब (ਤਖ਼ਤ ਸ੍ਰੀ ਪਟਨਾ ਸਾਹਿਬ.) पटना शहर में स्थित सिख आस्था से जुड़ा यह एक ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है। यहाँ सिखों के दसवें गुरु गोविन्द सिंह का जन्म स्थल है। गुरु गोविन्द सिंह का जन्म 26 दिसम्बर 1666 शनिवार को 1.20 पर माता गुजरी के गर्भ से हुआ था। उनका बचपन का नाम गोविन्द राय था। यहाँ महाराजा रंजीत सिंह द्वारा बनवाया गया गुरुद्वारा है जो स्थापत्य कला का सुन्दर नमूना है। .

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तक्षशिला

तक्षशिला में प्राचीन बौद्ध मठ के भग्नावशेष तक्षशिला (पालि: तक्कसिला) प्राचीन भारत में गांधार देश की राजधानी और शिक्षा का प्रमुख केन्द्र था। यहाँ का विश्वविद्यालय विश्व के प्राचीनतम विश्वविद्यालयों में शामिल है। यह हिन्दू एवं बौद्ध दोनों के लिये महत्व का केन्द्र था। चाणक्य यहाँ पर आचार्य थे। ४०५ ई में फाह्यान यहाँ आया था। ऐतिहासिक रूप से यह तीन महान मार्गों के संगम पर स्थित था- (१) उत्तरापथ - वर्तमान ग्रैण्ड ट्रंक रोड, जो गंधार को मगध से जोड़ता था, (२) उत्तरपश्चिमी मार्ग - जो कापिश और पुष्कलावती आदि से होकर जाता था, (३) सिन्धु नदी मार्ग - श्रीनगर, मानसेरा, हरिपुर घाटी से होते हुए उत्तर में रेशम मार्ग और दक्षिण में हिन्द महासागर तक जाता था। वर्तमान समय में तक्षशिला, पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के रावलपिण्डी जिले की एक तहसील तथा महत्वपूर्ण पुरातात्विक स्थल है जो इस्लामाबाद और रावलपिंडी से लगभग ३२ किमी उत्तर-पूर्व में स्थित है। ग्रैंड ट्रंक रोड इसके बहुत पास से होकर जाता है। यह स्थल १९८० से यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में सम्मिलित है। वर्ष २०१० की एक रिपोर्ट में विश्व विरासत फण्ड ने इसे उन १२ स्थलों में शामिल किया है जो अपूरणीय क्षति होने के कगार पर हैं। इस रिपोर्ट में इसका प्रमुख कारण अपर्याप्त प्रबन्धन, विकास का दबाव, लूट, युद्ध और संघर्ष आदि बताये गये हैं। .

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तुमान लेग़ारी

तुमान लेग़ारी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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तुमान क़ैसरानी

तुमान क़ैसरानी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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तुर्बत

तुर्बत (बलोच: تُربت, अंग्रेज़ी: Turbat) बलोचिस्तान के दक्षिणपश्चिम में स्थित केच ज़िले में स्थित एक नगर है जो उस ज़िले का केन्द्रालय भी है। यह केच नदी के बाएँ किनारे पर मकरान पहाड़ियों से दक्षिण में बसा हुआ है। .

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तुर्बत की हत्याएँ

अप्रैल २००९ को तुर्बत में तीन प्रमुख बलोच राष्ट्रवादी राजनैतिक नेताओं की हत्या हुई थी जिसे तुर्बत की हत्याएँ के नाम से जाना जाता है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि पाकिस्तान की गुप्तचर संस्थाओं ने ये हत्याएँ की थीं। जिन तीन लोगों की हत्या की गयी थी, वे ये थे-.

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तुर्कमेन लोग

तुर्कमेन मध्य एशिया में बसने वाली एक तुर्की-भाषी जाति का नाम है। तुर्कमेन लोग मुख्य रूप से तुर्कमेनिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, पूर्वोत्तरी ईरान, सीरिया, इराक़ और उत्तरी कॉकस क्षेत्र में रूस के स्ताव्रोपोल क्राय में रहते हैं। यह तुर्कमेन भाषा बोलते हैं जो तुर्की भाषा-परिवार की ओग़ुज़ शाखा की एक बोली है। कुछ तुर्कमेन लोग तुर्की, अज़ेरी, क़शक़ाई और गागाउज़ भाषाएँ भी बोलते हैं। .

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त्रैलोक्यनाथ चक्रवर्ती

त्रैलोक्यनाथ चक्रवर्ती (1888 - 1 अगस्त 1970) भारत के क्रान्तिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत को स्वतंत्र कराने के लिए उन्होने अपने जीवन के श्रेष्ठतम तीस वर्ष जेल की काल कोठरियों में बिताये। उनका संघर्षशील व्यक्तित्व, अन्याय, अनीति से जीवनपर्यन्त जूझने की प्रेरक कहानी है। त्रैलोक्य चक्रवर्ती को 'ढाका षडयंत्र केस' तथा 'बारीसाल षडयंत्र केस' का अभियुक्त बनाया गया था। आप 'महाराज' के नाम से प्रसिद्ध थे। .

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तैमूर रहमान

तैमूर रहमान (जन्म 27 मई 1975) पाकिस्तान से शास्त्रीय, राजनीतिक कार्यकर्ता और संगीतकार हैं। वे लाल नाम के संगीत ग्रुप (बैंड) के अगुआ और तरजुमान हैं। वे कम्युनिस्ट मज़दूर किसान पार्टी के प्रधान सचिव भी हैं। रहमान अपने बैंड "लाल" के ज़रिए से अपनी मनपसंद आदर्श समाजवादी विचारधारा को बढ़ावा देते हैं और पाकिस्तान में धार्मिक कट्टरवाद और तानाशाह रियासत के हाथों से पीड़ित मज़दूरों और लोगों की अवस्था सुधारने के लिए प्रचार करते हैं। वे मज़दूर किसान पार्टी के अगुओं में से एक है। वे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशित किताब "द क्लास स्ट्रक्चर ऑफ़ पाकिस्तान" के लेखक भी हैं। इस किताब ने 2012 में पाकिस्तान से संबंधित सामाजिक विज्ञान की सब से बढ़िया किताब के लिए अख़्तर हमीद ख़ान मेमोरियल अवार्ड को जीता। .

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तैमूरी राजवंश

अपने चरम पर तैमूरी साम्राज्य तैमूरी राजवंश (फ़ारसी:, तैमूरियान), जो स्वयं को 'गुरकानी राजवंश' कहते थे, मध्य एशिया और उत्तरी भारतीय उपमहाद्वीप के विस्तृत इलाक़ों पर राज करने वाला तुर्की-मंगोल नस्ल का एक सुन्नी मुस्लिम वंश था। अपने चरम पर इसके साम्राज्य में समस्त ईरान, अफ़्ग़ानिस्तान और उज़बेकिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान, उत्तर भारत, आनातोलिया, कॉकस और मेसोपोटामिया के बड़े भूभाग शामिल थे। इस राजवंश की नीव १४वीं शताब्दी ईसवी में तैमूरलंग नामक आक्रामक और विजेता ने रखी थी।, Maria Subtelny, BRILL, 2007, ISBN 978-90-04-16031-6 १६वीं सदी में उज़बेकिस्तान की फ़रग़ना वादी से भारत पर आक्रमण करके मुग़ल सलतनत की स्थापना करने वाला बाबर भी इसी तैमूरी राजवंश का हिस्सा था। क्योंकि तैमूरलंग को अक्सर 'अमीर तैमूर' कहा जाता था इसलिए इस राजघराने के वंशज अपने नामों में अक्सर 'मिर्ज़ा' जोड़ लिया करते थे जो 'अमीरज़ादा' (यानि 'अमीर का पुत्र') का संक्षिप्त रूप है।, Mansura Haidar, Mukhtar Ahmad Ansari, Department of History, Jamia Millia Islamia (India), Aakar Books, 2003, ISBN 978-81-87879-11-4,...

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तू आशिकी

तू आशिकी (अंग्रेजी: आप, मेरा प्यार) एक 2017 भारतीय संगीत रोमांस टेलीविजन शो है जो दो प्रेमियों के एकजुट प्रयास के आधार पर है। यह गुरुदेव भल्ला उत्पादन घर के तहत महेश भट्ट द्वारा निर्मित किया गया है। यह शो अमेरिकी फिल्म एंडलेस लव से प्रेरित है। इस शो में जन्नत जुबैर रहमानी और ऋत्विक अरोड़ा लीड भूमिका में है। श्रृंखला 20 सितंबर 2017 को कलर्स पर प्रीमियर हुई और इसके सभी एपिसोड वूट पर उपलब्ध हैं। .

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तेली

तेली परंपरागत रूप से भारत, पाकिस्तान और नेपाल में तेल पेरने और बेचने वाली जाति है। सदस्य या तो हिंदू या मुस्लिम हो सकते हैं; मुस्लिम तेली को रोशंदर या तेली मलिक कहते हैं। महाराष्ट्र के यहूदी समुदाय (जिसे बैन इज़राइल कहा जाता है) शीलवीर तेली नामक तेली जाति में एक उप-समूह के रूप में भी जाना जाता था, अर्थात् शबात पर काम करने से उनके यहूदी परंपरा के विरूद्ध अर्थात् शनिवार के तेल प्रदाताओं। .

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तेहमीना अफ़ज़ल

तेहमीना अफ़ज़ल (उर्दू: تحمینہ افضل) जिसे केवल तेहमीना नाम के रूप में भी जाना जाता है, पहली पाकिस्तानी महिला है जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सबसे सेक्सी महिला के रूप में जाना जाता है। तेहमीना के मॉडलिंग के चित्र संयुक्त राज्य अमेरिका के विभिन्न पत्रिकाओं में आ चुके हैं और कुख्यात रूप से वह कुछ ही पाकिस्तानी साहसी मुस्लिम महिलाओं में से एक है जो मॉडलिंग गतिविधियाँ लम्बे समय तक जारी रखे हुए हैं। .

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तेज गेंदबाज़ी

तेज गेंदबाज़ी को पेस बॉलिंग के नाम से भी जाना जाता है जो क्रिकेट के खेल में गेंदबाज़ी के दो प्रमुख प्रकारों में से एक है। दूसरा प्रकार है स्पिन बॉलिंग.

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तोबा ककड़

पाकिस्तान और अफ़्ग़ानिस्तान के इस नक़्शे के बीच में तोबा ककड़ शृंखला नामांकित है तोबा ककड़, तोबा काकड़ या तोबा ककड़ी (Toba Kakar) पाकिस्तान के पश्चिमी बलोचिस्तान प्रांत में स्थित सफ़ेद कोह पहाड़ों की एक दक्षिणी उपशाखा है। तोबा ककड़ की शुष्क पहाड़ियों से गुज़रने का सबसे प्रसिद्ध रास्ता बोलन दर्रा है जिसका भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास पर गहरा प्रभाव है क्योंकि बहुत सी जातियाँ और फ़ौजें इस से भारत और अफ़्ग़ानिस्तान व ईरान के बीच आई-गई हैं और यह हजारों सालों से लगातार एक व्यापार मार्ग बना रहा है। १९८० के दशक के बाद यह पर्वत ख़बरों में रहें हैं क्योंकि पहले इनमें पाकिस्तानी परमाणु विस्फोट परीक्षण स्थल होने की अफ़वाह थी और फिर बाद में यह शक़ हुआ की ओसामा बिन लादेन और उसके सहयोगी यहाँ छुपे हुए हैं। इस शृंखला को कभी-कभी बलोचिस्तान और अफ़्ग़ानिस्तान के बीच एक प्राकृतिक सीमा माना जाता है। चमन के शहर के बाद यह शृंखला दक्षिण-पश्चिम को मुड़ जाती है और उसके बाद इसे 'ख़्वाजा अमरान' के नाम से जाना जाता है।, Sir William Wilson Hunter, Great Britain.

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तोमान (ईरानी मुद्रा)

ईरान का पुराना २० तोमान का नोट तोमान (फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Toman) ईरान की मुद्रा (जिसका नाम 'रियाल' है।) की एक महा-ईकाई को कहते हैं। 'तोमान' शब्द मंगोल भाषा के 'तुमेन' शब्द से लिया गया है, जिसका मतलब 'दस हज़ार' होता है। सन् १९३२ तक ईरान की तोमान मुद्रा में १०,००० दीनार हुआ करते थे।, Georg Thomas Flügel, Francis Joseph Grund, Hilliard, Gray & Co, 1834,...

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तोरवाली भाषा

तोरवाली (Torwali), जिसे तूरवाली भी कहते हैं, कोहिस्तानी उपशाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के कोहिस्तान और स्वात ज़िलों में बोली जाती है। इसे तोरवाली समुदाय के लोग बोलते हैं जो स्वात वादी में मदयान शहर के पश्तो बोलने वालों से ऊपरी ऊँचाइयों में छोटी पर्वतीय बस्तियों में बिखरे हुए हैं। यहाँ से यह समुदाय कालाम नामक शहर तक विस्तृत हैं जहाँ से आगे फिर कालामी भाषा बोली जाती है। तोरवाली बोली की दो उपभाषाएँ हैं - बहरेन और चैल।, Sir George Abraham Grierson, Sir Aurel Stein, Asian Educational Services, 1929, ISBN 978-81-206-1605-9 .

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तोरख़म

तोरख़म में पाकिस्तान-अफ़्ग़ानिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर करते लोग तोरख़म या तूरख़म (पश्तो) पाकिस्तान के पश्चिमोत्तरी संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र (फ़ाटा) की ख़ैबर एजेंसी में स्थित पाकिस्तान-अफ़्ग़ानिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर एक छोटा सा सरहदी क़स्बा है। सीमा के उस पार अफ़्ग़ानिस्तान का नंगरहार प्रान्त है। यह बस्ती प्रसिद्ध ख़ैबर दर्रे से सिर्फ़ पाँच किलोमीटर पूर्व पर स्थित है और पाकिस्तान-अफ़्ग़ानिस्तान के दर्मियान यातायात और व्यापार का एक मुख्य पड़ाव है। तोरख़म और उसके इर्द-गिर्द के इलाक़ों में मुख्य रूप से पश्तून लोग बसते हैं।, United Nations, United Nations Publications, 2009, ISBN 978-92-1-130285-1,...

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तोरग़र ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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थट्टा जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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थार एक्सप्रेस

थार एक्सप्रेस एक अंतर्राष्ट्रीय रेलगाड़ी है जो पाकिस्तान में कराँची एवं भारत में जोधपुर शहरों को आपस में जोड़ती है। मुनाबाओ एवं खोखरापार जो एक दूसरे से छह किलोमीटर दूर है क्रमश: भारत एवं पाकिस्तान में अंतिम सीमांत स्टेशन हैं। इन दो देशों के बीच चलने वाली ये सबसे पुरानी रेल सेवा है। यह रेल सेवा 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद पटरियाँ क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण रोक दी गयी थी जिसे 41 साल बाद 18 फरवरी 2006 को फिर से शुरु किया गया। कराँची पहुँचने से पहले यह रेल सेवा अपनी यात्रा के दौरान जमराव, सैंदद, पिथारू ढोरो नारो, छोरे एवं खोखरापार स्टेशनों से होकर गुजरती है। कस्टम से संबंधित कागजातों की जाँच भारत में बाड़मेर एवं पाकिस्तान में मीरपुर खास स्टेशनों पर की जाती है। यह 329km.की दूरी तय करती है। .

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थार मरुस्थल

थार मरुस्थल का दृष्य थार मरुस्थल भारत के उत्तरपश्चिम में तथा पाकिस्तान के दक्षिणपूर्व में स्थितहै। यह अधिकांश तो राजस्थान में स्थित है परन्तु कुछ भाग हरियाणा, पंजाब,गुजरात और पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रांतों में भी फैला है। अरावली पहाड़ी के पश्चिमी किनारे पर थार मरुस्थल स्थित है। यह मरुस्थल बालू के टिब्बों से ढँका हुआ एक तरंगित मैदान है। .

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थारपारकर जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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थाली (बर्तन)

स्टील की थाली एक खाना लगी भरी हुई थाली थाली (नेपाली: थाली, तमिल: தட்டு) भोजन करने के लिए एक बर्तन है जिसमें ज्यादातर भारत में ही प्रयोग की जाती है। साथ ही थाली का प्रयोग विशिष्ट खाने बनाने के लिए भी किया जाता है। यह भारत, नेपाल, बांग्लादेश, फिजी, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, श्रीलंका, मॉरीशस और सिंगापुर में भोजन करने के लिए लोकप्रिय है। .

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थोहा महरम ख़ान

थोहा महरम ख़ान, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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द ब्रदरहुड वृत्त चित्र

श्रेणी:फ़िल्म श्रेणी:फ़िल्म के प्रकार.

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द जेनेसिस ऑफ साउथ एशियन न्यूक्लियर डिटरेन्स पाकिस्तान्स परस्पेक्टिव

पाकिस्तान के रणनीतिक योजना प्रखंड में शस्त्र नियंत्रण और निशस्त्रीकरण के पूर्व निदेशक ब्रिगेडियर नईम अहमद सालिक द्वारा लिखी गई इस पुस्तक का प्रकाशन 2009 में हुआ। उन्होंने इसमें दावा किया है कि पाकिस्तान द्वारा परमाणु बम के परीक्षण का उद्देश्य दक्षिण एशिया में एक बार फिर से सामरिक संतुलन को बहाल करना था। उन्होंने इसमें इसका भी खुलासा किया है कि देश के तत्कालीन वित्त मंत्री सरताज अजीज ने परमाणु बम के परीक्षण का विरोध किया था। श्रेणी:पुस्तक.

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द इम्पीरियल, नई दिल्ली

दि इम्पीरियल, नयी दिल्ली में बना हुआ एक विलासिता वाला होटल है। यह क्वीन्सवे में पड़ता है जिसे कि आज कल जनपथ कहा जाने लगा है तथा यह दिल्ली में कनाट प्लेस के निकट ही पड़ता है। तथ्यों की मानें तो यह नयी दिल्ली का पहला ग्रैंड विलासिता वाला होटल है। इस होटल में एक बेजोड़ स्वतंत्र कलाकृतियों का संग्रह भी है। .

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दयाल सिंह महाविद्यालय (लाहौर)

राजकीय दयाल सिंह कॉलेज, लाहौर राजकीय दयाल सिंह कालेज, लाहौर पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर, पाकिस्तान से संबद्ध एक स्नातक और स्नातकोत्तर महाविद्यालय है.

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दरया खान

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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दराहमा, पंजाब

दराहमा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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दरकोट दर्रा

दरकोट दर्रा (Darkot Pass), जो दरकूट दर्रा भी कहलाता है, हिन्दु कुश पर्वतों की हिन्दु राज शृंखला का एक पहाड़ी दर्रा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले की बरोग़िल वादी को पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के ग़िज़र ज़िले की रावत वादी से जोड़ता है। भौगोलिक दृष्टि से यह यरख़ुन नदी घाटी क्षेत्र को यासीन घाटी क्षेत्र से जोड़ता है।, Jason Neelis, pp.

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दर्शन लाल पुंशी

दर्शन लाल पुंशी एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान पाकिस्तान सरकार में मंत्री हैं। वे पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा के सांसद हैं। वे पाकिस्तान सरकार में एकमात्र हिन्दू मंत्री हैं | वे पाकिस्तान मुस्लिम लीग के राजनीतिज्ञ हैं। .

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दर्ख़स्त जमाल खान

दर्ख़स्त जमाल खान, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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दही (योगहर्ट या योगर्ट)

तुर्की दही एक तुर्की ठंडा भूख बढ़ाने वाला दही का किस्म दही (Yoghurt) एक दुग्ध-उत्पाद है जिसे दूध के जीवाण्विक किण्वन के द्वारा बनाया जाता है। लैक्टोज के किण्वन से लैक्टिक अम्ल बनता है, जो दूध के प्रोटीन पर कार्य करके इसे दही की बनावट और दही की लाक्षणिक खटास देता है। सोय दही, दही का एक गैर-डेयरी विकल्प है जिसे सोय दूध से बनाया जाता है। लोग कम से कम 4,500 साल से दही-बना रहे हैं-और खा रहे हैं। आज यह दुनिया भर में भोजन का एक आम घटक है। यह एक पोषक खाद्य है जो स्वास्थ्य के लिए अद्वितीय रूप से लाभकारी है। यह पोषण की दृष्टि से प्रोटीन, कैल्सियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 में समृद्ध है। .

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दाद कामेरा

दाद कामेरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विहाड़ी ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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दादु जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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दादू

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। .

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दानिश कनेरिया

दानिश प्रभा शंकर कनेरिया (دانش پربھا شنکر کنیریا) (जन्म १६ दिसंबर, १९८०, कराची, पाकिस्तान) एक अन्तर्राष्ट्रीय गेंदबाज़ हैं। ये एक हिंदू हैं। श्रेणी:खेल श्रेणी:व्यक्तिगत जीवन श्रेणी:पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी.

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दानेवाल

दानेवाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विहाड़ी ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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दामेली भाषा

दामेली या दामेड़ी (Dameli) कुनर (कुनड़) शाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के चित्राल ज़िले की दोमेल वादी में बोली जाती है। इसे लगभग ५,००० लोग मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। इनमें से पुरुष अक्सर पश्तो भी बोलना जानते हैं और बहुतों को खोवार और उर्दू भाषाएँ आती हैं। इसके बावजूद यह भाषा जीवित है और बच्चे भी इसे सीखते-बोलते हैं। .

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दामोदर स्वरूप 'विद्रोही'

दामोदर स्वरूप 'विद्रोही' (जन्म:2 अक्टूबर 1928 - मृत्यु: 11 मई 2008) अमर शहीदों की धरती के लिये विख्यात शाहजहाँपुर जनपद के चहेते कवियों में थे। यहाँ के बच्चे-बच्चे की जुबान पर विद्रोही जी का नाम आज भी उतना ही है जितना कि तब था जब वे जीवित थे। विद्रोही की अग्निधर्मा कविताओं ने उन्हें कवि सम्मेलन के अखिल भारतीय मंचों पर स्थापित ही नहीं किया अपितु अपार लोकप्रियता भी प्रदान की। उनका एक मुक्तक तो सर्वाधिक लोकप्रिय हुआ: सम्पूर्ण हिन्दुस्तान में उनकी पहचान वीर रस के सिद्धहस्त कवि के रूप में भले ही हुई हो परन्तु यह भी एक सच्चाई है कि उनके हृदय में एक सुमधुर गीतकार भी छुपा हुआ था। गीत, गजल, मुक्तक और छन्द के विधान पर उनकी जबर्दस्त पकड़ थी। भ्रष्टाचार, शोषण, अत्याचार, छल और प्रवचन के समूल नाश के लिये वे ओजस्वी कविताओं का निरन्तर शंखनाद करते रहे। उन्होंने चीन व पाकिस्तान युद्ध और आपातकाल के दिनों में अपनी आग्नेय कविताओं की मेघ गर्जना से देशवासियों में अदम्य साहस का संचार किया। हिन्दी साहित्य के आकाश में स्वयं को सूर्य-पुत्र घोषित करने वाले यशस्वी वाणी के धनी विद्रोही जी भौतिक रूप से भले ही इस नश्वर संसार को छोड़ गये हों परन्तु अपनी कालजयी कविताओं के लिये उन्हें सदैव याद किया जायेगा। .

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दार्द लोग

दार्द या दारद उन समुदायों को कहा जाता है जो दार्दी भाषाएँ बोलते हैं। यह हिन्द-आर्य लोगों की एक उपशाखा है। दार्द लोग मुख्य रूप से उत्तर भारत के कश्मीर व लद्दाख़ क्षेत्र, पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र, पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त और पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के कुछ भागों में बसते हैं। अलग-अलग स्थनों के दार्द लोगों को 'ब्रोकपा', 'द्रोकपा' व 'शीन' जैसे नामों से भी जाना जाता है। .

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दार्दिस्तान

दार्दिस्तान (पारसी-अरबी: داردستان) जी डब्ल्यू लिटनर द्वारा दिया गया एक भौगोलिक नाम है जो भारतीय कश्मीर, उत्तरी पाकिस्तान तथा उत्तर-पूर्वी अफगानिस्तान को सूचित करता है। इस भूभाग के निवासी दार्दी भाषाएँ बोलते हैं और 'दार्द' कहलाते हैं। इसके अंतर्गत चित्राल, यासिन, पेंन्याल, गिलगिट घाटी, हुजा एवं नागार बुंजी से वातेरा तक की सिंधु घाटी अस्तोर घाटी तथा कोहिस्तान मालाजाई क्षेत्र थे। इसका उल्लेख प्लिनी एवं टालिमी नामक इतिहासवेत्ताओं ने भी किया है। दार्द लोग 'आर्य जाति' के माने गए हैं। वे चौदहवीं शती में मुसलमान बन गए थे। श्रेणी:कश्मीर श्रेणी:भारत के क्षेत्र.

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दार्दी भाषाएँ

दार्दी या दार्दिक भाषाएँ (ज़बान दार्दी) हिन्द-आर्य भाषाओं की एक उपशाखा है जिसकी सबसे जानी-मानी भाषा कश्मीरी है। दार्दी भाषाएँ उत्तरी पाकिस्तान, उत्तर-पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान और भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य में बोली जातीं हैं।, Peter K. Austin, University of California Press, ISBN 0-520-25560-7,...

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दाउद इब्राहिम

दाउद इब्राहिम भारत का एक कुख्यात तस्कर है। यह इस समय पाकिस्तान में मौजूद है। और यह मूलरूप से भारत का है। .

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दिनेश त्रिवेदी

दिनेश त्रिवेदी; (जन्म- ४ जून १९५०) तृणमूल कांग्रेस से एक भारतीय राजनेता हैं, जो पश्चिम बंगाल के बैरकपुर से सांसद हैं। त्रिवेदी इंडो-यूरोपीय संघ संसदीय मंच के अध्यक्ष भी हैं। वे पूर्व में भारत के रेल मंत्री रह चुके हैं। .

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दिल-ए-नादाँ

दिल-ए-नादाँ या दिल-ए-नादान उर्दू-हिंदी का एक वाक्यांश है जो उत्तर भारत और पाकिस्तान की संस्कृति में बहुत सन्दर्भों में प्रयोग होता है। यह मूल रूप में फ़ारसी का वाक्यांश है और उसमें इस लिखा जाता है। इसका प्रयोग अक्सर उन स्थितियों में होता है जब कोई व्यक्ति अपनी भावनाओं की वजह से ऐसी चीज़ें करने पर मजबूर हो जाता है जो उसकी बुद्धि के निर्देशों के विपरीत हो या जिसमें अपनी किसी अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण उसके मन में उथल-पुथल होती है। .

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दिल्ली

दिल्ली (IPA), आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (अंग्रेज़ी: National Capital Territory of Delhi) भारत का एक केंद्र-शासित प्रदेश और महानगर है। इसमें नई दिल्ली सम्मिलित है जो भारत की राजधानी है। दिल्ली राजधानी होने के नाते केंद्र सरकार की तीनों इकाइयों - कार्यपालिका, संसद और न्यायपालिका के मुख्यालय नई दिल्ली और दिल्ली में स्थापित हैं १४८३ वर्ग किलोमीटर में फैला दिल्ली जनसंख्या के तौर पर भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर है। यहाँ की जनसंख्या लगभग १ करोड़ ७० लाख है। यहाँ बोली जाने वाली मुख्य भाषाएँ हैं: हिन्दी, पंजाबी, उर्दू और अंग्रेज़ी। भारत में दिल्ली का ऐतिहासिक महत्त्व है। इसके दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियां और पूर्व में यमुना नदी है, जिसके किनारे यह बसा है। यह प्राचीन समय में गंगा के मैदान से होकर जाने वाले वाणिज्य पथों के रास्ते में पड़ने वाला मुख्य पड़ाव था। यमुना नदी के किनारे स्थित इस नगर का गौरवशाली पौराणिक इतिहास है। यह भारत का अति प्राचीन नगर है। इसके इतिहास का प्रारम्भ सिन्धु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है। हरियाणा के आसपास के क्षेत्रों में हुई खुदाई से इस बात के प्रमाण मिले हैं। महाभारत काल में इसका नाम इन्द्रप्रस्थ था। दिल्ली सल्तनत के उत्थान के साथ ही दिल्ली एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक शहर के रूप में उभरी। यहाँ कई प्राचीन एवं मध्यकालीन इमारतों तथा उनके अवशेषों को देखा जा सकता हैं। १६३९ में मुगल बादशाह शाहजहाँ ने दिल्ली में ही एक चारदीवारी से घिरे शहर का निर्माण करवाया जो १६७९ से १८५७ तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रही। १८वीं एवं १९वीं शताब्दी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने लगभग पूरे भारत को अपने कब्जे में ले लिया। इन लोगों ने कोलकाता को अपनी राजधानी बनाया। १९११ में अंग्रेजी सरकार ने फैसला किया कि राजधानी को वापस दिल्ली लाया जाए। इसके लिए पुरानी दिल्ली के दक्षिण में एक नए नगर नई दिल्ली का निर्माण प्रारम्भ हुआ। अंग्रेजों से १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्त कर नई दिल्ली को भारत की राजधानी घोषित किया गया। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् दिल्ली में विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का प्रवासन हुआ, इससे दिल्ली के स्वरूप में आमूल परिवर्तन हुआ। विभिन्न प्रान्तो, धर्मों एवं जातियों के लोगों के दिल्ली में बसने के कारण दिल्ली का शहरीकरण तो हुआ ही साथ ही यहाँ एक मिश्रित संस्कृति ने भी जन्म लिया। आज दिल्ली भारत का एक प्रमुख राजनैतिक, सांस्कृतिक एवं वाणिज्यिक केन्द्र है। .

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दिल्ली दरवाजा, लाहौर

दिल्ली दरवाजा (دہلی دروازہ या दिल्ली गेट) पुराने दीवार से घिरे पाकिस्तान के लाहौर शहर के छः शेष दरवाजों में से एक प्रवेश द्वार है। दिल्ली दरवाजे एवं निकटस्थ शाही हम्माम का पुनरोद्धार २०१५ में आगा खाँ कल्चरल सर्विस पाकिस्तान द्वारा करवाया गया है। .

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दिल्ली-मुल्तान राजमार्ग

मुल्तान में एक सड़क दिल्ली-मुल्तान राजमार्ग भारत की राजधानी दिल्ली को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित मुल्तान शहर से जोड़ने वाला एक राजमार्ग है। इसका निर्माण दिल्ली सल्तनत के सम्राट शेर शाह सूरी (1486-1545) ने मुल्तान, दिल्ली और उनके बीच के क्षेत्रों में व्यापर और यातायात बेहतर करने के लिए करवाया था। हर चंद मील पर चौकियाँ स्थित थीं जहां घोड़े तैयार रहते थे, जिन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान तक सन्देश और डाक जल्दी पहुंचवाने के लिए प्रयोग किया जाता था। इस व्यवस्था से दिल्ली राज दरबार से आदेश और सन्देश मुल्तान तक कुछ दिनों में ही पहुँच जाया करते थे। पाकिस्तान में इस सड़क का अभी भी यही नाम है, लेकिन भारत में यह नाम कम प्रयोग होता है। पाकिस्तानी तरफ़ संगे-मीलों (मील के पत्थरों) पर पंजाब यातायात विभाग यही नाम प्रयोग करता है। पाकिस्तानी पंजाब में दिल्ली-मुल्तान मार्ग पाकपत्तन, आरिफ़वाला, गग्गू, बूरेवाला और विहाड़ी से गुज़रता है। .

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दिलीप कुमार

दिलीप कुमार (जन्म 11 दिसंबर, 1922; जन्म का नाम: यूसुफ़ ख़ान), हिन्दी फ़िल्मों के एक प्रसिद्ध और लोकप्रिय अभिनेता है जो भारतीय संसद के उच्च सदन राज्य सभा के सदस्य रह चुके है। दिलीप कुमार को उनके दौर का बेहतरीन अभिनेता माना जाता है, त्रासद या दु:खद भूमिकाओं के लिए मशहूर होने के कारण उन्हे 'ट्रेजिडी किंग' भी कहा जाता था। उन्हें भारतीय फ़िल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इसके अलावा दिलीप कुमार को पाकिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज़ से भी सम्मानित किया गया है। .

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दिस्तग़िल सर

दिस्तग़िल सर या दिस्तेग़िल सर काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान खंड के गोजल क्षेत्र में स्थित है। दिस्तग़िल सर विश्व का १९वाँ सबसे ऊँचा और पाकिस्तानी नियंत्रित क्षेत्रों का ७वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। इसके ऊपरी भाग में एक ३ किमी लम्बा और तंग क्षेत्र है जिसपर तीन मुख्य शिखर हैं। पश्चिम/पश्चिमोत्तर में ७,८८५ मी ऊँचा, मध्य में ७,७६० मी ऊँचा और पूर्व/पूर्वोत्तर में ७,६९६ मी ऊँचा। .

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दवा कंपनियों की सूची

स्वास्थ्य सेवा राजस्व द्वारा श्रेणित 50 सबसे बड़ी दवा और जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों की सूची निम्नलिखित है.

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दंत-क्षरण

दंत क्षरण, जिसे दंत-अस्थिक्षय या छिद्र भी कहा जाता है, एक बीमारी है जिसमें जीवाण्विक प्रक्रियाएं दांत की सख्त संरचना (दन्तबल्क, दन्त-ऊतक और दंतमूल) को क्षतिग्रस्त कर देती हैं। ये ऊतक क्रमशः टूटने लगते हैं, जिससे दन्त-क्षय (छिद्र, दातों में छिद्र) उत्पन्न हो जाते हैं। दन्त-क्षय दो जीवाणुओं के कारण प्रारंभ होता है: स्ट्रेप्टोकॉकस म्युटान्स (Streptococcus mutans) और लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus).

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दक्षिण एशिया वन्यजीव प्रवर्तन नेटवर्क

दक्षिण एशिया वन्यजीव प्रवर्तन नेटवर्क (South Asia Wildlife Enforcement Network (SAWEN/सावन)) दक्षिण एशियाई देशों की अन्त्र-सरकार संस्था है जो वन्यजीवों से सम्बन्धित कानूनों को कार्यान्वित करने का कार्य करती है। इसमें भारत, श्रीलंका, अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, मालदीव तथा पाकिस्तान सम्मिलित हैं। इसका आरम्भ २०११ में भूटान से किया गया था। यह संस्था क्षेत्रीय सहयोग द्वारा वन्यजीवों से सम्बन्धित अपराधों को रोकने का कार्य करती है। इसका सचिवालय काठमाण्डू में है। .

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दक्षिण एशिया उपग्रह

दक्षिण एशिया उपग्रह (इंग्लिश: South Asia Satellite) जिसका नाम पहले सार्क उपग्रह (SAARC Satellite) था, दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) क्षेत्र के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा बनाया गया भू-समकालिक संचार और मौसम विज्ञान उपग्रह है। २०१४ में नेपाल में आयोजित १८वें सार्क शिखर सम्मेलन के दौरान, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उपग्रह सार्क के सदस्य देशों की आवश्यकताओं की सेवा का विचार रखा था। जो उनकी 'पहले पड़ोस' नीति का हिस्सा था। हालांकि उपग्रह सार्क क्षेत्र में सेवा करने का इरादा है, पाकिस्तान कार्यक्रम से बाहर निकल गया, जबकि अफगानिस्तान और बांग्लादेश ने अपनी वचनबद्धता देने का वायदा नहीं किया था।, Economic Times .

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दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र

दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार क्षेत्र के बारे में दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन के बारहवें अधिवेशन में पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हुआ था। जिसमें भारत, पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान एवं मालदीव के बीच 2016 तक मुक्त व्यापार क्षेत्र कायम करने का प्रस्ताव रखा गया। इसमें सार्क देशों के सारे विदेश मंत्री उपस्थित थे। इसमें साप्टा पर इन देशों के प्रतिनिधियों ने हस्ताक्षर किये थे। .

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दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय

दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय (एसएयू), दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के आठ सदस्य राज्यों द्वारा प्रायोजित एक अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय है। आठ देश हैं: अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका। दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय ने अकबर भवन, भारत में अस्थायी परिसर में, 2010 में छात्रों को स्वीकार करना शुरू किया। इसका स्थायी परिसर भारत में दक्षिण दिल्ली, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (आईजीएनओयू) के बगल में मैदान गढ़ी में होगा। विश्वविद्यालय का पहला अकादमिक सत्र अगस्त 2010 में दो स्नातकोत्तर शैक्षणिक कार्यक्रमों के साथ अर्थशास्त्र और कंप्यूटर विज्ञान में शुरू हुआ था। 2014 के रूप में एसएयू ने गणित, जैव प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर विज्ञान, विकास अर्थशास्त्र, अंतरराष्ट्रीय संबंधों, कानून और समाजशास्त्र में मास्टर और एमफिल / पीएचडी कार्यक्रमों की पेशकश की। 8 देशों के विदेश मंत्रियों द्वारा हस्ताक्षरित एक अंतर-सरकारी समझौते के अनुसार सार्क के सभी सदस्य राष्ट्रों द्वारा विश्वविद्यालय की डिग्री मान्यता प्राप्त है। दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय, प्रमुख रूप से सभी आठ सार्क देशों से छात्रों को आकर्षित करता है, हालांकि अन्य महाद्वीपों के छात्र भी भाग लेते हैं। छात्रों के प्रवेश के लिए कोटा प्रणाली है। हर साल एसएयू सभी 8 देशों में कई केन्द्रों में प्रवेश परीक्षा आयोजित करता है। .

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दक्षिण एशियाई खेल

दक्षिण एशिया ओलम्पिक परिषद चिह्न दक्षिण एशियाई खेल (जिन्हें सैफ़ खेल या सैग और पूर्व में दक्षिण एशियाई संघ खेलों के नाम से भी जाना जाता था) द्वि-वार्षिक बहु-क्रीड़ा प्रतियोगिता है, जिसमें दक्षिण एशियाई खिलाड़ी प्रतिभागी होते हैं। इन खेलों का शासी निकाय दक्षिण एशियाई खेल परिषद है, जिसकी स्थापना १९८३ में हुई थी। वर्तमान में सैग के आठ सदस्य हैं अफ़्गानिस्तान, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, भूटान, मालदीव और श्रीलंका। प्रथम सैफ़ खेल १९८४ में काठमांडु, नेपाल में आयोजित हुए थे और तबसे ये खेल प्रति दो वर्षों के अन्तराल पर आयोजित होते हैं, केवल कुछ अवसरों को छोड़कर। २००४ में दक्षिण एशियाई खेल परिषद की ३२वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया की इन खेलों का नाम दक्षिण एशियाई संघ खेलों से बदलकर दक्षिण एशियाई खेल कर दिया जाए क्योंकि अधिकारियों का मानना था की संघ शब्द प्रतियोगिता पर कम बल दे रहा है और भीड़ आकर्षित करने में बाधक बन रहा है। इस खेलों को बहुधा दक्षिण एशिया ओलम्पिक खेलों के रूपान्तर के रूप में बढ़ाचढ़ा कर प्रस्तुत किया जाता है। .

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दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनीतिक संगठन है। संगठन के सदस्य देशों की जनसंख्या (लगभग 1.5 अरब) को देखा जाए तो यह किसी भी क्षेत्रीय संगठन की तुलना में ज्यादा प्रभावशाली है। इसकी स्थापना ८ दिसम्बर १९८५ को भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव और भूटान द्वारा मिलकर की गई थी। अप्रैल २००७ में संघ के 14 वें शिखर सम्मेलन में अफ़ग़ानिस्तान इसका आठवा सदस्य बन गया। .

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दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन के सदस्य राष्ट्र

दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन (Association of Southeast Asian Nations) दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का संगठन है जिसका लक्ष्य सदस्य राष्ट्रों के मध्य आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, सांस्कृतिक विकास तथा क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देना है। आसियान के 10 सदस्य राष्ट्र, एक उम्मीद्वार राष्ट्र तथा एक पर्यवेक्षक राष्ट्र है। आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 में पाँच सदस्यों के साथ की गयी थी: इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपीन्स, सिंगापुर तथा थाईलैंड। .

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दक्षेस महासचिव

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन महासचिव, सार्क सचिवालय का प्रमुख है, जिसका काठमांडू, नेपाल में मुख्यालय है। सार्क आठ दक्षिण एशियाई सदस्य देशों, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच एक आर्थिक और भू राजनीतिक संघ है। सदस्य-राज्यों के मंत्रियों की परिषद द्वारा चुनाव से तीन साल की अवधि के लिए महासचिव नियुक्त किया जाता है। 1987 को बांग्लादेशी राजनयिक अबुल अहसान ने अपने पहले महासचिव के रूप में काठमांडू में सार्क सचिवालय की स्थापना की थी और नेपाल के राजा बिरेंद्र बीर बिक्रम शाह ने उद्घाटन किया था। इसकी रचना के बाद से, इसके सदस्य देशों ने कुल 13 तेरह सचिवों को रूप में योगदान दिया है। पाकिस्तान के राजनयिक अमजद हुसैन बी सियाल 1 मार्च, 2017 को प्रभार संभालने वाले मौजूदा महासचिव हैं। .

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दक्षेस गान

दक्षेस गान जो आठ दक्षिण एशियाई देशों के लिए एक प्रस्तावित क्षेत्रीय गान है। अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका इस दक्षेस के सदस्य हैं। इस गान रचनाकार भारतीय राजनयिक और कवि अभय कुमार हैं। वें नेपाल स्थित भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव (प्रेस, सूचना एवं संस्कृति) के रूप में तैनात हैं। अभय कुमार ने दक्षेस गान को मूलत: हिंदी में लिखा है लेकिन अब इसका अनुवाद सात अन्य दक्षेस राष्ट्रों की मातृभाषा में किया हैं। इस गान को लिखकर अभय कुमार ने दक्षेस देशों में परस्पर सहयोग की भावना को और पुष्ट करने की कोशिश की हैं। गान में दक्षेस के सभी आठ देशों- नेपाल, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, मालदीव, श्रीलंका और भूटान की भाषाओं का इस्तेमाल किया गया है। दक्षेस गान को सर्वप्रथम नेपाल से प्रकाशित हिन्दी मासिक ‘हिमालिनी’ नामक वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया। .

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दुबई

दुबई '''دبيّ'''. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सात अमीरातों में से एक है। यह फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित है। दुबई नगर पालिका को अमीरात से अलग बताने के लिए कभी कभी दुबई राज्य बुलाया जाता है। दुबई, मध्य पूर्व के एक वैश्विक नगर तथा व्यापार केन्द्र के रूप में उभर कर सामने आया है। लिखित दस्तावेजों में इस शहर का अस्तित्व संयुक्त अरब अमीरात के गठन से 150 साल पहले होने का जिक्र है। दुबई अन्य अमीरातों के साथ कानून, राजनीति, सैनिक और आर्थिक कार्य एक संघीय ढांचे के भीतर साझा करता है। हालांकि प्रत्येक अमीरात में नागरिक कानून लागू करने और व्यवस्था और स्थानीय सुविधाओं के रखरखाव जैसे कुछ कार्यों पर क्षेत्राधिकार है। दुबई की आबादी सबसे ज्यादा है और यह क्षेत्रफल में अबू धाबी के बाद दूसरी सबसे बड़ी अमीरात है। दुबई और अबू धाबी ही सिर्फ दो अमीरात है जिनके पास देश की विधायिका अनुसार राष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मामलों पर प्रत्यादेश शक्ति का अधिकार है। ^ मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका की सरकर और राजनीति डी लांग, बी रेक.

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दुर्रानी साम्राज्य

दुर्रानी साम्राज्य (पश्तो:, द दुर्रानियानो वाकमन​ई) एक पश्तून साम्राज्य था जो अफ़्ग़ानिस्तान पर केन्द्रित था और पूर्वोत्तरी ईरान, पाकिस्तान और पश्चिमोत्तरी भारत पर विस्तृत था। इस १७४७ में कंदहार में अहमद शाह दुर्रानी (जिसे अहमद शाह अब्दाली भी कहा जाता है) ने स्थापित किया था जो अब्दाली कबीले का सरदार था और ईरान के नादिर शाह की फ़ौज में एक सिपहसलार था। १७७३ में अहमद शाह की मृत्यु के बाद राज्य उसके पुत्रों और फिर पुत्रों ने चलाया जिन्होने राजधानी को काबुल स्थानांतरित किया और पेशावर को अपनी शीतकालीन राजधानी बनाया। अहमद शाह दुर्रानी ने अपना साम्राज्य पश्चिम में ईरान के मशाद शहर से पूर्व में दिल्ली तक और उत्तर में आमू दरिया से दक्षिण में अरब सागर तक फैला दिया और उसे कभी-कभी आधुनिक अफ़्ग़ानिस्तान का राष्ट्रपिता माना जाता है।, Library of Congress Country Studies on Afghanistan, 1997, Accessed 2010-08-25 .

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दुर्गा लाल

पंडित दुर्गा लाल (1948 - 21 जनवरी 1990) जयपुर घर के प्रसिद्ध कथक नर्तक थे। उनका जन्म महेंद्रगढ़, राजस्थान में हुआ था। 1989 के नृत्य नाटक घनश्याम में उन्हें मुख्य भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है; जिसमें संगीतज्ञ पंडित रवि शंकर द्वारा निर्मित था और इसे बर्मिंघम ओपेरा कंपनी द्वारा निर्मित किया गया था। कथक रूप के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री, चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान, सम्मानित किया गया था। 1984 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी मिला था। ये लाल सुंदर प्रसादजी के शिष्य था। कथक नर्तक होने के साथ ही वे एक गायक भी थे और पखवाज खेलते थे। उन्होंने कथक नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कथक नृत्य (कथक केंद्र), नई दिल्ली में पढ़ाया करते थे। निघट चौधरी पाकिस्तान में पंडित लाल के उल्लेखनीय छात्र हैं। लाल के भाई पंडित देवीलाल भी एक प्रसिद्ध कथक नर्तक थे। देवीलाल की पत्नी गीतांजली लाल भी एक संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता (2007) हैं। दुर्गा लाल की मृत्यु के बाद उनके बच्चों और अन्य आर्ट बिरादरी सदस्य पंडित दुर्गा लाल मेमोरियल महोत्सव नामक वार्षिक त्यौहार का आयोजन कर रहे हैं। उनके दो बच्चे हैं, बड़ी बेटी नूपुर और छोटे बेटे मोहित नूपुर कथक कलाकार और गायक हैं और मोहित एक पर्सियन लेखक हैं।उनके शिष्यों में प्रसिद्ध नर्तक उमा डोगरा और जयंत कास्त्रुआर शामिल हैं। लाल की स्मृति में, डोगरा ने "पंडित दुर्गा लाल समरोह" का आयोजन 2005 तक 15 वर्षों से किया था। .

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दुल्मिय़ाल

दुल्मिय़ाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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दुल्ला भट्टी

दुल्ला भट्टी (- मृत्यु-१५९९) भारत के मध्यकाल का एक वीर था जिसने अकबर के शासन काल में मुगलों के विरुद्ध विद्रोह का नेतृत्व किया। उसे पंजाब पुत्र' भी कहा जाता है। दुल्ला भट्टी की कथाएँ लोकगाथाओं में भरी पड़ी हैं। उसे 'उपकारी डाकू' की तरह याद किया जाता है। लोहड़ी का त्यौहार उसकी स्मृति में मनाया जाता है। .

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दुल्हा

दुल्हा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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द्रोश

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर।.

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दूदीपतसर

दूदीपतसर या दूदीपत झील पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी में स्थित एक पर्वतीय झील है। यह एक ठंडी और गहरे नीले रंग की झील है। .

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दूसरा

दूसरा (دوسرا, हिंदी दूसरा) क्रिकेट के खेल में ऑफ स्पिन गेंदबाज द्वारा डाली जाने वाली एक विशेष प्रकार की गेंद है, जिसे पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी सकलैन मुश्ताक द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था।: Cricinfo.com, 26 अप्रैल 2007 को प्राप्त किया गया। इस शब्द का उर्दू (तथा हिंदी) में अर्थ है "दूसरी वाली".

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देबल

देबल (अरबी:, अंग्रेज़ी: Debal) एक प्राचीन भारतीय बंदरगाह थी जो आधुनिक पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की राजधानी कराची के पास स्थित थी। यह मनोड़ा प्रायद्वीप के पास थी। इसका नाम पास के एक महान मंदिर पर 'देवल' पड़ा था जो बिगड़कर 'देबल' बन गया। यह मकरान के तटवर्ती रेगिस्तान के पूर्वी छोर पर था।, Sir Henry Miers Elliot and John Dowson, pp.

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देशों के दूरभाष कूट की सूची

यह ITU-T की सिफारिश E.164 के अनुसार देशों की दूरभाष कुट सँख्या कि सुची है। .

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देशों के राजचिह्नों की सूची

This gallery of sovereign state coats of arms shows the coat of arms (or an emblem serving a similar purpose) of each of the sovereign states in the list of sovereign states.

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देशी भाषाओं में देशों और राजधानियों की सूची

निम्न चार्ट विश्व के देशों को सूचीबद्ध करता है (जैसा की यहां परिभाषित किया गया है), इसमें उनके राजधानीयों के नाम भी शामिल है, यह अंग्रेजी के साथ साथ उस देश की मूल भाषा और/या सरकारी भाषा में दी गयी है। ज टी की कोण नॉन en .

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देवदार

देवदार (वैज्ञानिक नाम:सेडरस डेओडारा, अंग्रेज़ी: डेओडार, उर्दु: ديودار देओदार; संस्कृत: देवदारु) एक सीधे तने वाला ऊँचा शंकुधारी पेड़ है, जिसके पत्ते लंबे और कुछ गोलाई लिये होते हैं तथा जिसकी लकड़ी मजबूत किन्तु हल्की और सुगंधित होती है। इनके शंकु का आकार सनोबर (फ़र) से काफी मिलता-जुलता होता है। इनका मूलस्थान पश्चिमी हिमालय के पर्वतों तथा भूमध्यसागरीय क्षेत्र में है, (१५००-३२०० मीटर तक हिमालय में तथा १०००-२००० मीटर तक भूमध्य सागरीय क्षेत्र में)।Farjon, A. (1990).

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देवयानी खोब्रागड़े

देवयानी खोब्रागड़े (जन्म: 1974, मुंबई, महाराष्ट्र) अमेरिका स्थित न्यूयॉर्क में नियुक्त भारतीय उप महावाणिज्य दूत रह चुकी हैं। वे 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी हैं तथा वर्तमान में न्यूयॉर्क में ही संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में कार्यरत हैं। .

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दोशीज़ा डाइजेस्ट

मई २०१२ का अंक दोशीज़ा डाइजेस्ट​ उर्दू में कराची, पाकिस्तान से छपने वाली महिलाओं के लिए एक मासिक पत्रिका है। इसमें कहानियाँ और महिलाओं की दिलचस्पी के विषयों पर लेख होते हैं।, Eefa Khalid, Dawn Newspaper, 7 जनवरी 2013, Accessed: 13 जनवरी 2013,...

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दीपावली

दीपावली या दीवाली अर्थात "रोशनी का त्योहार" शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध) में हर वर्ष मनाया जाने वाला एक प्राचीन हिंदू त्योहार है।The New Oxford Dictionary of English (1998) ISBN 0-19-861263-X – p.540 "Diwali /dɪwɑːli/ (also Divali) noun a Hindu festival with lights...". दीवाली भारत के सबसे बड़े और प्रतिभाशाली त्योहारों में से एक है। यह त्योहार आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है।Jean Mead, How and why Do Hindus Celebrate Divali?, ISBN 978-0-237-534-127 भारतवर्ष में मनाए जाने वाले सभी त्यौहारों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है। इसे दीपोत्सव भी कहते हैं। ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात् ‘अंधेरे से ज्योति अर्थात प्रकाश की ओर जाइए’ यह उपनिषदों की आज्ञा है। इसे सिख, बौद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी मनाते हैं। जैन धर्म के लोग इसे महावीर के मोक्ष दिवस के रूप में मनाते हैं तथा सिख समुदाय इसे बन्दी छोड़ दिवस के रूप में मनाता है। माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे। अयोध्यावासियों का ह्रदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से प्रफुल्लित हो उठा था। श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए। कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा उठी। तब से आज तक भारतीय प्रति वर्ष यह प्रकाश-पर्व हर्ष व उल्लास से मनाते हैं। यह पर्व अधिकतर ग्रिगेरियन कैलन्डर के अनुसार अक्टूबर या नवंबर महीने में पड़ता है। दीपावली दीपों का त्योहार है। भारतीयों का विश्वास है कि सत्य की सदा जीत होती है झूठ का नाश होता है। दीवाली यही चरितार्थ करती है- असतो माऽ सद्गमय, तमसो माऽ ज्योतिर्गमय। दीपावली स्वच्छता व प्रकाश का पर्व है। कई सप्ताह पूर्व ही दीपावली की तैयारियाँ आरंभ हो जाती हैं। लोग अपने घरों, दुकानों आदि की सफाई का कार्य आरंभ कर देते हैं। घरों में मरम्मत, रंग-रोगन, सफ़ेदी आदि का कार्य होने लगता है। लोग दुकानों को भी साफ़ सुथरा कर सजाते हैं। बाज़ारों में गलियों को भी सुनहरी झंडियों से सजाया जाता है। दीपावली से पहले ही घर-मोहल्ले, बाज़ार सब साफ-सुथरे व सजे-धजे नज़र आते हैं। दीवाली नेपाल, भारत, श्रीलंका, म्यांमार, मारीशस, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, सूरीनाम, मलेशिया, सिंगापुर, फिजी, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की बाहरी सीमा पर क्रिसमस द्वीप पर एक सरकारी अवकाश है। .

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दीपक शर्मा

दीपक शर्मा दीपक शर्मा (जन्म ३० नवंबर १९४६) हिन्दी की जानी मानी कथाकार हैं। उन्होंने चंडीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय से अँग्रेजी साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की। उनके पिता आल्हासिंह भुल्लर पाकिस्तान के लब्बे गाँव के निवासी थे तथा माँ मायादेवी धर्मपरायण गृहणी थीं। १९७२ में उनका विवाह श्री प्रवीण चंद्र शर्मा से हुआ जो भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे। संप्रति वे लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज के अंग्रेज़ी विभाग में वरिष्ठ प्रवक्ता हैं। .

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धनराज पिल्ले

धनराज पिल्ले (தன்ராஜ் பிள்ளை) (जन्म 16 जुलाई 1968) एक फील्ड हॉकी खिलाड़ी और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान हैं। इस समय वे भारतीय हॉकी टीम के प्रबंधक हैं। साथ ही, वे कंवर पाल सिंह गिल के निलंबन के पश्चात निर्मित भारतीय हॉकी फेडरेशन की अनौपचारिक (एडहॉक) समिति के सदस्य भी हैं। .

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धरमसर

धरमसर पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी में स्थित एक पर्वतीय झील है। यह काराकोरम राजमार्ग पर चिलास से आते हुए बाबूसर दर्रे के सर्वोच्च स्थान से बाई ओर स्थित है। इसके पास इस से कुछ बड़ी सम्बकसार (झील) स्थित है। धरमसर ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा की पाक-अधिकृत कश्मीर से लगी सीमा के पास है।"," Hafiz Fahad Nazir .

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धर्मनिरपेक्ष राज्य

एक धर्मनिरपेक्ष राज्य धर्मनिरपेक्षता की एक अवधारणा है, जिसके तहत एक राज्य या देश स्वयं को धार्मिक मामलों में आधिकारिक तौर पर, न धर्म और न ही अधर्म का समर्थन करते हुए, तटस्थ घोषित करता है। परंतु भारतीय वाङ्मय में धर्म शब्द का अर्थ अत्यंत व्यापक है। कर्तव्य, आचारसंहिता, नियम, रीति, रस्म, सांप्रदायिक आचार विचार, नैतिक आचरण, शिष्टाचार आदि का समावेश एक शब्द "धर्म" में ही हो जाता है। धर्म का अर्थ जीवनप्रणाली भी माना गया है। सेक्युलर शब्द का हिंदी अनुवाद करना दुष्कर प्रतीत होता है, तथापि उसके लिए कोई शब्द रखना अत्यावश्यक है। सेक्युलर शब्द का कुछ मिलता-जुलता या अनुवाद "लौकिक" हो सकता है। सेक्युलर के लिए लौकिक शब्द हिंदी में प्रचलित है। वास्तव में सेक्युलर शब्द के लिए हिंदी में अभी कोई उपयुक्त शब्द नहीं निकल पाया है। कालांतर में शब्द अपना रूप तथा भाव पकड़ लेते हैं। अतएव धर्मनिरपेक्ष तथा लौकिक शब्द का प्रयोग सेक्युलर के लिए यहाँ किया गया है। .

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धर्मपाल गुलाटी

धर्मपाल गुलाटी भारत के एक उद्यमी तथा समाजसेवी हैं। एम डी एच (महाशिया दी हट्टी) मसाले उनके ही उत्पाद हैं। इनका जन्म सियालकोट, वर्तमान में अब पाकिस्तान में,हुआ था।भारत-पाकिस्तान बटवारे के बाद भारत आकर इन्होंने दिल्ली में करोल बाग से अपना व्यापार प्रारंभ किया। अब यह भारत की एक जानी मानी मसाला कंपनी एम डी एच को चलाते हैं .

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धर्मराजिक

धर्मराजिक एक विशाल बौद्ध स्तूप है जो तक्षशिला क्षेत्र में स्थित है। ऐसा विश्वास है कि इसका निर्माण सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी ईसापूर्व में कराया था। इस स्थल को दो मुख्य भागों में बांटा जा सकता है- स्थल के दक्षिण में स्तूप है तथा उसके उत्तर में मठ। धर्मराजिक का स्तूप तक्षशिला संग्रहालय से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर है। इसका महत्व इस तथ्य में निहित है कि बुद्ध के शरीर-अवशेषों में से एक को वहां दफनाया गया था। इसका नाम धर्मराजिक, धर्मराज से आता है, यह नाम बुद्ध को दिया गया जो (मार्शल के अनुसार) सच्चे धर्म राज थे । यह भी माना जाता है कि 'धर्मराजिक' शब्द 'धर्मराज' से लिया गया है, जो कि मौर्य सम्राट अशोक द्वारा इस्तेमाल किया गया एक शीर्षक है। इंडो-यूनानी शासक ज़ोइलोस द्वितीय के सिक्के परिधीय स्तूप के नीचे पाए गए थे। धर्मराजिक स्तूप (15 मीटर ऊंचा और 50 मीटर का व्यास) एक परिपत्र संरचना है। प्रदक्षिणा के लिए एक मार्ग है। मुख्य स्तूप के चारों ओर स्थित इमारतों में तीन विशेष प्रकार की चुनाई की गई है।। मूल संरचनाओं के चारों ओर छोटे स्तूप और निर्माण के छल्ले का निर्माण करके इन संरचनाओं को कई शताब्दियों में बनाया गया। इंडो-ग्रीक राजा ज़ोइलोस द्वितीय के कई सिक्के ऐसे 1-शताब्दी बीसीई स्तूप की नींव के नीचे पाए गए श्रेणी:बौद्ध स्तूप.

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धर्मांतरण

सेंट पॉल के रूपांतरण, इतालवी कलाकार कैरावैजियो (1571-1610) द्वारा एक 1600 सदी का चित्र धर्मांतरण किसी ऐसे नये धर्म को अपनाने का कार्य है, जो धर्मांतरित हो रहे व्यक्ति के पिछले धर्म से भिन्न हो.

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धौथड़

धौथड़ एक जाट क़बीला है, जो गोजरानवाला जिला, पाकिस्तान में पाया जाता है। इस जाती का सिख शाखा भारत के विभाजन के समय भारत पंजाब और हरियाणा चली गई थी। पाकिस्तान में धौथड़ सियालकोट, गुजरात, हाफ़िज़ आबाद, मंडी बहाउालदीन और साहीवाल के जिलों में पाए जाते हैं। जबकि भारत में धौथड़ करनाल और कपरखला के जिलों में आबाद हैं। .

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धोथड़

धौथड़ जाट क़बीले की एक जाती यानी गूत है। धौथड़ जाट पाकिस्तान में पंजाब और भारत में पंजाब और हरियाणा में रहते हैं। श्रेणी:लोग श्रेणी:भारत श्रेणी:पाकिस्तान श्रेणी:पंजाब.

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धीरकोट

धीरकोट (अंग्रेज़ी: Dhirkot, उर्दु: دهیرکوٹ) आज़ाद कश्मीर के बाग़ ज़िले में एक शहर है। यह ५,४९९ फ़ुट (१,६७६ मीटर) की ऊँचाई पर रमणीय पहाड़ीयों में बसा हुआ है और एक पर्यटन आकर्षण है। यह स्थानीय सेब और ख़ुबानी की पैदावार के लिए प्रसिद्ध है। धीरकोट पाकिस्तान और कश्मीर की सीमा पर स्थित है और सरहद के पार धीरकोट से २५ किमी की दूरी पर पाकिस्तानी पंजाब का कोहाला शहर है। .

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नथुराम विनायक गोडसे

नथुराम विनायक गोडसे, या नथुराम गोडसे(१९ मई १९१० - १५ नवंबर १९४९) एक कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादी समर्थक थे, जिसने ३० जनवरी १९४८ को नई दिल्ली में गोली मारकर मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या कर दी थी। गोडसे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पुणे से पूर्व सदस्य थे। गोडसे का मानना था कि भारत विभाजन के समय गांधी ने भारत और पाकिस्तान के मुसलमानों के पक्ष का समर्थन किया था। जबकि हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर अपनी आंखें मूंद ली थी। गोडसे ने नारायण आप्टे और ६ लोगों के साथ मिल कर इस हत्याकाण्ड की योजना बनाई थी। एक वर्ष से अधिक चले मुकद्दमे के बाद ८ नवम्बर १९४९ को उन्हें मृत्युदंड प्रदान किया गया। हालाँकि गांधी के पुत्र, मणिलाल गांधी और रामदास गांधी द्वारा विनिमय की दलीलें पेश की गई थीं, परंतु उन दलीलों को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, महाराज्यपाल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी एवं उपप्रधानमंत्री वल्लभभाई पटेल, तीनों द्वारा ठुकरा दिया गया था। १५ नवम्बर १९४९ को गोडसे को अम्बाला जेल में फाँसी दे दी गई। .

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ननकाना साहिब

ननकाना साहिब गुरुद्वारा ननकाना साहिब, पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में स्थित एक शहर है। इसका वर्तमान नाम सिखों के पहले गुरू गुरू नानक देव जी के नाम पर पड़ा है। इसका पुराना नाम 'राय-भोई-दी-तलवंडी' था। यह लाहौर से ८० किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। इसकी जनसंख्या ६०,००० है। चूंकि यह स्थान गुरू नानक देव का जन्मस्थान है, यह सिखों का पवित्र ऐतिहासिक स्थान (तीर्थ) है। यह विश्व भर के सिखों का प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यहाँ का गुरुद्वारा साहिब बहुत प्रसिद्ध है। महाराजा रणजीत सिंह ने गुरु नानकदेव के जन्म स्थान पर गुरुद्वारा का निर्माण कराया था। .

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ननकाना साहिब ज़िला

ननकाना साहिब ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, ननकाना साहिब शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 2,960 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,410,000 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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नमक कोह

मियाँवाली ज़िले में नमक कोह का नज़ारा नमक कोह के दुसरे सबसे ऊँचे पहाड़, टिल्ला जोगियाँ (यानि 'योगियों का टीला') पर हिन्दू मंदिर नमक कोह या नमक सार या नमक पर्वत (सिलसिला कोह-ए-नमक; Salt Range, सॉल्ट रेन्ज) पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के उत्तरी भाग में स्थित एक पर्वत शृंखला है। यह पहाड़ झेलम नदी से सिन्धु नदी तक, यानि सिंध-सागर दोआब कहलाने वाले क्षेत्र में, फैले हुए हैं। नमक कोह के पहाड़ों में सेंधे नमक के बहुत से भण्डार क़ैद हैं, जिनसे इस शृंखला का नाम पड़ा है। नमक कोह का सबसे ऊँचा पहाड़ १,५२२ मीटर ऊँचा सकेसर पर्वत (Sakesar) और दूसरा सबसे ऊँचा पहाड़ ९७५ मीटर ऊँचा टिल्ला जोगियाँ (Tilla Jogian) है। यहाँ खबिक्की झील (Khabikki Lake) और ऊछाली झील (Uchhalli Lake) जैसे सरोवर और सून सकेसर जैसी सुन्दर वादियाँ भी हैं जो हर साल पर्यटकों को सैर करने के लिए खेंचती हैं। इन पहाड़ियों में बहुत सी नमक की खाने भी हैं जिनसे नमक खोदकर निकाला जाता है। इन खानों में खेवड़ा नमक खान मशहूर है लेकिन वरचा, कालाबाग़ और मायो की खाने भी जानीमानी हैं। यहाँ का नमक हज़ारों सालों से पूरे उत्तरी भारतीय उपमहाद्वीप में भेजा जाता रहा है और इसका ज़िक्र राजा हर्षवर्धन के काल में आए चीनी धर्मयात्री ह्वेन त्सांग ने भी अपनी लिखाईयों में किया था।, Tapan Raychaudhuri, Irfan Habib, Dharma Kumar, CUP Archive, 1982, ISBN 978-0-521-22692-9,...

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नय्यारा नूर

नय्यारा नूर (ऊर्दू: نیرہ نور ‎) पाकिस्तानी पार्श्व गायिका हैं। नय्यारा की गिनती न सिर्फ पाकिस्तान में बल्कि समूचे दक्षिण एशिया में लोकप्रिय गायिका के रूप में की जाती है। नय्यारा गायकी के क्षेत्र में मूल रूप से सन् 1071 से लेकर 2012 तक सक्रिय रहीं। .

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नरेन्द्र मोदी

नरेन्द्र दामोदरदास मोदी (નરેંદ્ર દામોદરદાસ મોદી Narendra Damodardas Modi; जन्म: 17 सितम्बर 1950) भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री हैं। भारत के राष्‍ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलायी। वे स्वतन्त्र भारत के 15वें प्रधानमन्त्री हैं तथा इस पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। वडनगर के एक गुजराती परिवार में पैदा हुए, मोदी ने अपने बचपन में चाय बेचने में अपने पिता की मदद की, और बाद में अपना खुद का स्टाल चलाया। आठ साल की उम्र में वे आरएसएस से  जुड़े, जिसके साथ एक लंबे समय तक सम्बंधित रहे । स्नातक होने के बाद उन्होंने अपने घर छोड़ दिया। मोदी ने दो साल तक भारत भर में यात्रा की, और कई धार्मिक केंद्रों का दौरा किया। गुजरात लौटने के बाद और 1969 या 1970 में अहमदाबाद चले गए। 1971 में वह आरएसएस के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए। 1975  में देश भर में आपातकाल की स्थिति के दौरान उन्हें कुछ समय के लिए छिपना पड़ा। 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और 2001 तक पार्टी पदानुक्रम के भीतर कई पदों पर कार्य किया, जहाँ से वे धीरे धीरे वे सचिव के पद पर पहुंचे।   गुजरात भूकंप २००१, (भुज में भूकंप) के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के असफल स्वास्थ्य और ख़राब सार्वजनिक छवि के कारण नरेंद्र मोदी को 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। मोदी जल्द ही विधायी विधानसभा के लिए चुने गए। 2002 के गुजरात दंगों में उनके प्रशासन को कठोर माना गया है, की आलोचना भी हुई।  हालांकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) को अभियोजन पक्ष की कार्यवाही शुरू करने के लिए कोई है। मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी नीतियों को आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए । उनके नेतृत्व में भारत की प्रमुख विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा और 282 सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। एक सांसद के रूप में उन्होंने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी एवं अपने गृहराज्य गुजरात के वडोदरा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीत दर्ज़ की। इससे पूर्व वे गुजरात राज्य के 14वें मुख्यमन्त्री रहे। उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) मुख्यमन्त्री चुना। गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त नरेन्द्र मोदी विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं और वर्तमान समय में देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से हैं।। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी वे सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले भारतीय नेता हैं। उन्हें 'नमो' नाम से भी जाना जाता है। टाइम पत्रिका ने मोदी को पर्सन ऑफ़ द ईयर 2013 के 42 उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया है। अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी एक राजनेता और कवि हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएँ लिखते हैं। .

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नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए अंतरराष्ट्रीय प्रधानमन्त्रीय यात्राओं की सूची

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी मई २०१६ में तेहरान, ईरान में पधारते हुए। २०१४ के आम चुनाव के बाद नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधान मंत्री बने। नरेन्द्र मोदी द्वारा की गयीं अन्तर्राष्ट्रीय प्रधानमन्त्रीय यात्राओं की सूची इस प्रकार है। .

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नरेन्द्र कोहली

डॉ॰ नरेन्द्र कोहली (जन्म ६ जनवरी १९४०) प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार हैं। कोहली जी ने साहित्य के सभी प्रमुख विधाओं (यथा उपन्यास, व्यंग्य, नाटक, कहानी) एवं गौण विधाओं (यथा संस्मरण, निबंध, पत्र आदि) और आलोचनात्मक साहित्य में अपनी लेखनी चलाई है। उन्होंने शताधिक श्रेष्ठ ग्रंथों का सृजन किया है। हिन्दी साहित्य में 'महाकाव्यात्मक उपन्यास' की विधा को प्रारंभ करने का श्रेय नरेंद्र कोहली को ही जाता है। पौराणिक एवं ऐतिहासिक चरित्रों की गुत्थियों को सुलझाते हुए उनके माध्यम से आधुनिक सामाज की समस्याओं एवं उनके समाधान को समाज के समक्ष प्रस्तुत करना कोहली की अन्यतम विशेषता है। कोहलीजी सांस्कृतिक राष्ट्रवादी साहित्यकार हैं, जिन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से भारतीय जीवन-शैली एवं दर्शन का सम्यक् परिचय करवाया है। जनवरी, २०१७ में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। .

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नसीम हसन शाह

न्यायमूर्ति डॉक्टर नसीम हसन शाह, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति मोहम्मद अफजल ज़ुल्लाह की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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नसीर अल्लाह बाबर

वे एक पाकिस्तानी जनरल, राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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नात ए शरीफ़

नात ए शरीफ़: (अरबी - نعت) उर्दू और फ़ारसी में नात ए शरीफ़ (نعت شریف): इस्लामी पद्य साहित्य में एक पद्य रूप है, जिस में पैगंबर हज़रत मुहम्मद साहब की तारीफ़ करते लिखी जाती है। इस पद्य रूप को बडे अदब से गाया भी जाता है। अक्सर नात ए शरीफ़ लिखने वाले आम शायर को नात गो शायर कहते हैं और गाने वाले को नात ख्वां कहते हैं। यह नात ख्वानी का रिवाज भारत, पाकिस्तान और बंगलादेश में आम है। भाशा अनुसार देखें तो, पश्तो, बंगाली, उर्दू और पंजाबी में नात ख्वानी आम है। नात ख्वां तुर्की, फ़ारसी, अरबी, उर्दू, बंगाली, पंजाबी, अंग्रेज़ी, कश्मीरी और सिंधी भाशाओं में आम है। .

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नानख़ताई

नानख़ताई बिस्कुट की एक प्रकार है जिस की उत्पत्ति सूरत में हुई। ये बिस्कुट भारत और पाकिस्तान में बहुत लोकप्रिय हैं। नानख़ताई का शब्द फ़ारसी के शब्द नान और अफ़ग़ानी के शब्द ख़ताई से आया है जिस का अर्थ रोटी के बिस्कुट है। अफ़ग़ानिस्तान और पूर्वोत्तर ईरान में इसे कुल्चाये खताई कहा जाता है। कुलचा भी नान जैसी एक रोटी का नाम है। .

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नारान, काग़ान घाटी

नारान (अंग्रेज़ी: Naran, उर्दु: ناران) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी में स्थित एक शहर है। यह ज़िले की राजधानी मानसेहरा शहर से ११९ किमी दूर है और ८,२०२ फ़ुट (२,५०० मीटर) की ऊँचाई पर कुनहार नदी के किनारे बसा हुआ है। .

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नारायण दास ग्रोवर

महात्मा नारायण दास ग्रोवर (15 नवम्बर 1923 - 6 फ़रवरी 2008) भारत के महान शिक्षाविद थे। वे आर्य समाज के कार्यकर्ता थो जिन्होने 'दयानन्द ऐंग्लो-वैदिक कालेज आन्दोलन' (डीएवी आंदोलन) के प्रमुख भूमिका निभायी। उन्होने अपना पूरा जीवन डीएवी पब्लिक स्कूलों के विकास में लगा दिया। उन्होंने इस संस्था की आजीवन अवैतनिक सेवा प्रदान की। वे डीएवी पब्लिक स्कूल पटना प्रक्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक के साथ-साथ डीएवी कालेज मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली के उपाध्यक्ष थे। .

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नारायण हृदयालय

नारायण हृदयालय (ನಾರಾಯಣ ಹೃದಯಾಲಯ), भारत के राज्य कर्नाटक के शहर बैंगलोर में स्थित हृदय और बालरोगों से संबंधित विश्व के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है। यह अस्पताल विश्व प्रसिद्ध हृदयरोग विशेषज्ञ, डॉ देवी शेट्ठी की प्रेरणा है। नारायण हृदयालय में ईलाज के लिए विदेशों से मरीज आते हैं और इसने पच्चीस देशों के 15000 लोगों का ऑपरेशन करने का रिकॉर्ड बनाया है। यह टेलीमेडिसीन सेवा भी मुहैया कराता है और वो मुफ्त में सेवा मुहैया कराता है। .

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नारोवाल ज़िला

नारोवाल ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, नारोवाल शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 2,337 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,265,097 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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नारोवाल जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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नारी शुमाली

नारी शुमाली, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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नाल, बलोचिस्तान

नाल (बलोच: نال, अंग्रेज़ी: Nall) पकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलोचिस्तान प्रान्त के ख़ुज़दार ज़िले में स्थित एक छोटा शहर, घाटी व तहसील है। इस क्षेत्र में शाशान पहाड़ियाँ खड़ी हुई हैं और यहाँ की घाटी से नाल नदी गुज़रती है। अधिकांश लोग बलोच और ब्राहुई भाषाएँ बोलते हैं। पारम्परिक रूप से यह बिज़ेंजो, उमरानी, लांगो, बहरावी, मीरवानी और सुलयमानी क़बीलों तथा कुछ अल्पसंख्यक हिन्दू लोगों की मातृभूमि है। .

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नालापत बालमणि अम्मा

नालापत बालमणि अम्मा (मलयालम: എൻ. ബാലാമണിയമ്മ; 19 जुलाई 1909 – 29 सितम्बर 2004) भारत से मलयालम भाषा की प्रतिभावान कवयित्रियों में से एक थीं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक महादेवी वर्मा की समकालीन थीं। उन्होंने 500 से अधिक कविताएँ लिखीं। उनकी गणना बीसवीं शताब्दी की चर्चित व प्रतिष्ठित मलयालम कवयित्रियों में की जाती है। उनकी रचनाएँ एक ऐसे अनुभूति मंडल का साक्षात्कार कराती हैं जो मलयालम में अदृष्टपूर्व है। आधुनिक मलयालम की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें मलयालम साहित्य की दादी कहा जाता है। अम्मा के साहित्य और जीवन पर गांधी जी के विचारों और आदर्शों का स्पष्ट प्रभाव रहा। उनकी प्रमुख कृतियों में अम्मा, मुथास्सी, मज़्हुवींट कथाआदि हैं। उन्होंने मलयालम कविता में उस कोमल शब्दावली का विकास किया जो अभी तक केवल संस्कृत में ही संभव मानी जाती थी। इसके लिए उन्होंने अपने समय के अनुकूल संस्कृत के कोमल शब्दों को चुनकर मलयालम का जामा पहनाया। उनकी कविताओं का नाद-सौंदर्य और पैनी उक्तियों की व्यंजना शैली अन्यत्र दुर्लभ है। वे प्रतिभावान कवयित्री के साथ-साथ बाल कथा लेखिका और सृजनात्मक अनुवादक भी थीं। अपने पति वी॰एम॰ नायर के साथ मिलकर उन्होने अपनी कई कृतियों का अन्य भाषाओं में अनुवाद किया। अम्मा मलयालम भाषा के प्रखर लेखक एन॰ नारायण मेनन की भांजी थी। उनसे प्राप्त शिक्षा-दीक्षा और उनकी लिखी पुस्तकों का अम्मा पर गहरा प्रभाव पड़ा था। अपने मामा से प्राप्त प्रेरणा ने उन्हें एक कुशल कवयित्री बनने में मदद की। नालापत हाउस की आलमारियों से प्राप्त पुस्तक चयन के क्रम में उन्हें मलयालम भाषा के महान कवि वी॰ नारायण मेनन की पुस्तकों से परिचित होने का अवसर मिला। उनकी शैली और सृजनधर्मिता से वे इस तरह प्रभावित हुई कि देखते ही देखते वे अम्मा के प्रिय कवि बन गए। अँग्रेजी भाषा की भारतीय लेखिका कमला दास उनकी सुपुत्री थीं, जिनके लेखन पर उनका खासा असर पड़ा था। अम्मा को मलयालम साहित्य के सभी महत्त्वपूर्ण पुरस्कार प्राप्त करने का गौरव प्राप्त है। गत शताब्दी की सर्वाधिक लोकप्रिय मलयालम महिला साहित्यकार के रूप में वे जीवन भर पूजनीय बनी रहीं। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार, सरस्वती सम्मान और 'एज्हुथाचन पुरस्कार' सहित कई उल्लेखनीय पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए। उन्हें 1987 में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से अलंकृत किया गया। वर्ष 2009, उनकी जन्म शताब्दी के रूप में मनाया गया। .

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नासिर-उल-मुल्क

नासिर-उल-मुल्क (ناصر الملک, जन्म: 17 अगस्त 1950), पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश तथा वर्तमान में पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री हैं। उन्हें देश में 25 जुलाई, 2018 को होने वाले आम चुनावों तक 2 माह की अवधि के लिए देश के अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया गया है। इस पद पर उन्होंने देश के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी का स्थान लिया है। वे वर्ष 2014 में देश के 22वें मुख्य न्यायाधीश बने थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने जस्टिस तस्सदुक़ हुसैन जिलानी की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे पेशावर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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नाज़िम हुसैन सिद्दीकी

नाज़िम हुसैन सिद्दीकी, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायाधीश शेख रियाज अहमद की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे सिंध उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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नाका कहूट

नाका कहूट, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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निचला दीर ज़िला

पाकिस्तान के प्राऩंत ख़ैबर पख़्तूनख़्वा का एक जिला हे जो सरसबज़ पहाड़ो के दामन मे हे। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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निचला कोहिस्तान

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में पूर्व कोहिस्तान ज़िला (लाल रंग में) निचला कोहिस्तान या लोवर कोहिस्तान या कोहिस्तान बाल (उर्दू और पश्तो:, अंग्रेज़ी: Upper Kohistan) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के पूर्वोत्तरी भाग में स्थित एक ज़िला है। इसे वर्ष 2014 में कोहिस्तान जिले को द्विभाजित कर, बनाया गया था। .

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निडर नाडिया

मेरी एन इवांस उर्फ मेरी इवांस वाडिया उर्फ निडर नाडिया (8 जनवरी 1908 – 9 जनवरी, 1996) भारतीय फिल्मजगत की एक अभिनेत्री और स्टंट नायिका थीं, जिन्हें 1935, tifr.res.in; accessed 22 November 2015.

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नियंत्रण रेखा

हरे रंग में दो पाकिस्तानी अधिकार क्षेत्र दिखाए गये हैं - फैडरली एड्मिनिस्टर्ड नॉर्थर्न एरियाज़ (एफ ए एन ए) उत्तर में, तथा आज़ाद जम्मू एवं कश्मीर (ए जे के) दक्षिण में। नारंगी रंग में भारतीय नियंत्रण वाले जम्मू कश्मीर राज्य को दिखाया गया है और हैचिंग किये क्षेत्र में चीनी नियंत्रण वाला अकसाई चिन क्षेत्र दिखाया गया है। नियंत्रण रेखा (अंग्रेज़ी:लाइन ऑफ कंट्रोल), भारत और पाकिस्तान के बीच खींची गयी ७४० किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है। यह रेखा दोनो देशों के बीच पिछले ५० वर्षों से विवाद का विषय बनी हुई है। वर्तमान नियंत्रण रेखा यहां १९४७ में दोनों देशों के बीच हुए युद्ध को विराम देकर तत्कालीन नियंत्रण स्थिति पर खींची गयी थी, जो आज भी लगभग वैसी ही है।। अमर उजाला तब कश्मीर के कई भागों में पाकिस्तान ने आक्रमण कर दिया था और भारतीय सेनाएं कश्मीर की सुरक्षा हेतु आगे आयीं थीं। उत्तरी भाग में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को कारगिल सैक्टर से पीछे श्रीनगर-लेह राजमार्ग तक पछाड़ दिया था। १९६५ में पाकिस्तान ने फिर आक्रमण किया किन्तु लड़ाई में गतिरोध उत्पन्न हुआ, जिसके चलते यथास्थिति १९७१ तक बनी रही। नियंत्रण रेखा का संयुक्त राज्य मानचित्र। सियाचिन हिमनद के निकट रेखा स्पष्ट नहीं की गयी है। १९७१ में बांग्लादेश युद्ध के उत्तर में पाकिस्तान ने फिर कश्मीर पर आक्रमण किया जिससे नियंत्रण रेखा के दोनों ओर दोनों ही देशों ने एक दूसरे की चौकियों पर नियंण्त्रण किया था। भारत को नियंत्रण रेखा के उत्तरी भाग में लद्दाख क्षेत्र से लगभग ३०० वर्ग मील भूमि मिली थी। ३ जुलाई, १९७२ में शिमला समझौते के परिणामस्वरूप शांतिवार्ता के बाद नियंत्रण रेखा को बहाळ किया गया। पारस्परिक समझौते में आपसी वार्ता से मामले के सुलझ जाने तक यथास्थिति बहाल रखे जाने की बात मानी गयी। यह प्रक्रिया कई माह तक चली और फील्ड कमाण्डरों अगले पांच माहों में लगभग बीस मानचित्र एक दूईसरे को दिये और अंततः कुछ समझौते हुए। फिर भी दोनों देशों के बीच समय समय पर छिटपुट युद्ध होते रहते हैं। साथ ही एक बड़ा युद्ध कार्गिल युद्ध भी हो चुका है। इस रेखा के भारतीय ओर इंडियन कश्मीर बैरियर है जो लंबा पृथक्करण अवरोध है और लंबी विवादित १९७२ लाइन ऑफ कंट्रोल (या सीज़फायर लाइन) पर बना है। यहां भारत द्वारा रेखा के काफी अंदर भारतीय नियंत्रण की ओर दोहरी बाड़ लगायी गई है। इसका उद्देश्य हथियारों की तस्करी और पाकिस्तानी आतंकवादियों व अलगाववादियों द्वारा घुसपैठ रोकना है। यह अवरोध दोहरी बाड़ और कन्सर्टीना तारों के ८-१२ फीट (२.४-३.७ मी.) ऊंचाई तक बना है और विद्युतीकृत है। इसमें गति-सेंसर, ताप-चित्र (थर्मल इमेजिंग) व अलार्म सायरनों का जाल है, जहां जहां विद्युत आपूर्ति उपलब्ध है। एक छोटा भाग ऐसा भि है, जिसमें दोनों बाड़ों के बीच खंदक भी खुदी हुई है। इस अवरोध का निर्माण १९९० के दशक में आरंभ हुआ था, जो २००० में पाक घुसपैठ के चलते कुछ धीमा पड़ गया था, किन्तु नवंबर, २००३ के बाद घोषित रुद्ध विराम के उपरांत फिर आरंभ हुआ और २००४ के अंत तक पूर्ण हुआ। कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र में बाड़ ३० सितंबर २००४ को पूर्ण हुई थी। भारतीय सेना स्रोतों व आंकड़ों के अनुसार इस अवरोध से पाक घुसपैठ में ८०% की कमी आयी है। यहीं से पहले पाक घुसपैठिये व आतंकवादी आकर भारतीय क्षेत्र में सैनिकों पर हमले किया करते थे। .

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निर्मला देशपांडे

निर्मला देशपांडे (१९ अक्टूबर १९२९ - १ मई २००८) गांधीवादी विचारधारा से जुड़ी हुईं प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता थीं। उन्होंने अपना जीवन साम्प्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के साथ-साथ महिलाओं, आदिवासियों और अवसर से वंचित लोगों की सेवा में अर्पण कर दिया। उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। निर्मला का जन्म नागपुर में विमला और पुरुषोत्तम यशवंत देशपांडे के घर १९ अक्टूबर १९२९ को हुआ था। इनके पिता को मराठी साहित्य (अनामिकाची चिंतनिका) में उत्कृष्ट काम के लिए 1962 में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया था। .

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निलोफर चक्रवात

नीलोफर की छवि २५ अक्टूबर २०१४ के समय नीलोफर, अक्टूबर २०१४ में दक्षिण हिंद महासागर में बना एक चक्रवाती तूफान है। यह हुदहुद चक्रवात से कम गति का है। मौसम विभाग के अनुसार यह गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्यप्रदेश को प्रभावित कर सकता है। इसके नाम का सुझाव पाकिस्तान ने दिया था। .

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निशान-ए-हैदर

निशान-ए-हैदर, पाकिस्तान का सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार है, जो किसी युद्ध में असाधारण वीरता दिखाने वाले सैनिक को, चाहे वो किसी भी रैंक का क्यों ना हो, मरणोपरांत प्रदान किया जाता है। .

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निशान-ए–पाकिस्तान

निशान-ए–पाकिस्तान (उर्दु: نشان پاکستان), पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रदान किया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिसे उच्चतम दर्जे की देश सेवा और पाकिस्तान राष्ट्र के प्रति की गयी सेवाओं के लिए प्रदान किया जाता है। यह सम्मान 19 मार्च 1957 को स्थापित किया गया था। पाकिस्तान के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार निशान-ए-पाकिस्तान को पाकिस्तान द्वारा प्रदत्त अन्य सम्मानों के विपरीत, बहुत कम लोगों को प्रदान किया जाता है। सम्मान प्रदान करने से पहले, प्राप्तकर्ता की योग्यता का मूल्यांकन, राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय समुदाय और विदेशी संबंधों के प्रति दी गयी उसकी विशिष्ट सेवाओं के आधार पर किया जाता है। अन्य नागरिक पुरस्कारों की समान इस पुरस्कार की घोषणा भी पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को की जाती है और अलंकरण समारोह का आयोजन 23 मार्च को होता है। प्राप्तकर्ता इसे अपने नाम के साथ जोड़ने का अधिकार रखता है। .

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निसान

(), संक्षिप्त नाम निसान, एक बहुराष्ट्रीय ऑटोनिर्माता जिनका मुख्यालय जापान में है। पहले यह निसान ग्रुप का मूल सदस्य था, लेकिन कार्लोस घोसन (सीईओ) की निगरानी में इसका पुनर्गठन हुआ और यह और अधिक स्वतंत्र हो गया। पहले यह डैटसन ब्रांड के नाम से वाहनों का विपणन किया करता था और यह दुनिया के सबसे बड़े कार निर्माताओं में एक है। अगस्त 2009 से, कंपनी का वैश्विक मुख्यालय निशि-कु, योकोहामा में स्थित है। 1999 में, निसान ने फ्रांस के रेनॉल्ट एस.ए. के साथ दोहरे गठबंधन में प्रवेश किया, जिसके पास निसान के 44.4% शेयर हैं जबकि 2008 से, निसान के पास रेनॉल्ट के 15% शेयर हैं। वर्तमान बाजार में निसान के शेयर होंडा और टोयोटा के साथ हैं, अमेरिका की ऑटो सेल्स एशिया में स्थित सबसे बड़ी मोटर कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती हैं जो ऐतिहासिक दृष्टि से अमेरिका में आधारित "प्रमुख तीन" जीएम, फोर्ड और क्रिसलर पर तेजी से अतिक्रमण कर रही हैं। अपने घरेलू बाजार में निसान तीसरे सबसे बड़े कार निर्माता हैं, कुछ कम अंतर पर होंडा दूसरे और एक बहुत ही प्रभावी रूप में टोयोटा का स्थान प्रथम है। अपनी सामान्य श्रेणी के मॉडलों के साथ, निसान इनफिनीटी ब्रांड जैसे विलासी मॉडलों का उत्पादन भी करती है। 14 सालों से लगातार V6 विन्यास के, निसान के VQ इंजन ने वार्ड के 10 सर्वश्रेष्ठ इंजनों में अपना विशेष स्थान बनाया है। विभिन्न बाजारों में इसके नाम का उच्चारण विभिन्न प्रकार से होता है। अमेरिका में, ब्रांड है, जबकि ब्रिटेन में यह है। जापानी में, यह है। .

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निहारी

निहारी (نهاری) पाकिस्तान, भारत, But if there is one dish that migrated from Delhi to Karachi and became a roaring success then it is none other than nihari, a curry with lots of red meat, a sprinkling of bheja (brain) and garnished with thin slices of ginger.

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निकाह (धारावाहिक)

निकाह पाकिस्तानी उर्दू धारावाहिक है, जिसका प्रसारण 4 जनवरी 2015 से 14 जून 2015 तक कुल 23 दिन हुआ। इसका निर्देशन अहमद भट्टी ने और लेखन का कार्य नासिर हुसैन ने किया है। .

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नजम सेठी

नजम सेठी(उर्दू: نجم سیٹھی जन्म:1948), एक वरिष्ठ एवं मशहूर पाकिस्तानी पत्रकार हैं। वे २७ मार्च २०१३ से ७ जून २०१३ तक पाकिस्तान के प्रान्त पंजाब के पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री भी थे। वे एक काफी मशहूर एवं पुरस्कृत पत्रकार होने के साथ ही विवादास्पद हस्ती भी हैं। वे एक पत्रकार, संपादक, समीक्षक तथा एक पत्रकारी व्यक्तित्व भी हैं। वे लाहौर-आधारित राजनीतिक साप्ताहिक, द फ्राइडे टाइम्स के मुख्या संपादक है, एवं पूवतः डेली टाइम्स और डेली आजकल जैसे अखबारों के संपादक भी रह चुके हैं। वे पाकिस्तान के समाचार चैनल जीओ टीवी पर आपस की बात नामक एक साधारण ज्ञान एवं राजनीतिक टिप्पणिकारी कार्यक्रम चलते हैं। साथ ही, वे वैनगार्ड बुक्स नामक एक प्रकाशन एवं पुस्तक वेक्रेता चेन के मालिक भी हैं। उन्हें पाकिस्तानी राजनीति पर अपने बेबांक बोल और सम्बंधित आलोचनाओं और पत्रिकारिता के लिए जाना जाता है। वर्ष १९९९ में, उन्हें, पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा, ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग कॉर्पोरेशन को दिया गए सरकारी भ्रष्टाचार सम्बंधित अपने एक इंटरव्यू(साक्षात्कार) के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था, और करीब एक महीने तक हिरासत में रखा गया था। १९९९ में उन्हें इंटरनेशनल प्रेस फ्रीडम अवार्ड (अनृर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता पुरस्कार) से भी नवाज़ गया था, और २००९ में उनको वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ़ न्यूस्पपेर्स द्वारा गोल्डन पेन ऑफ़ फ़्रीडम से पुरस्कृत किया गया था। २६ मार्च २०१३ को उन्हें शासक एवं विपक्षी दलों की स्वीकृति से पंजाब के अंतरिम कार्यवाहक मुख्यमंत्री के पद के लिए नामांकित किया गया था। उन्होंने २७ मार्च को शपथ दिलाई गयी, और वे इस पद पर ७ जून २०१३ तक थे। .

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नज़ीर अहमद देहलवी

नज़ीर अहमद देहलवी (१८३०-१९१२), जिन्हें औमतौर पर डिप्टी नज़ीर अहमद (उर्दू) बुलाया जाता था, १९वीं सदी के एक विख्यात भारतीय उर्दू-लेखक, विद्वान और सामाजिक व धार्मिक सुधारक थे। उनकी लिखी कुछ उपन्यास-शैली की किताबें, जैसे कि 'मिरात-उल-उरूस' और 'बिनात-उल-नाश' और बच्चों के लिए लिखी पुस्तकें, जैसे कि 'क़िस्से-कहानियाँ' और 'ज़ालिम भेड़िया', आज तक उत्तर भारत व पाकिस्तान में पढ़ी जाती हैं। .

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नईम साबिर

।खुज़्दार से आये कार्यकर्ता थे नईम साबिरनईम साबिर ख़ुज़दार, बलूचिस्तान, के एक प्रमुख सामाज सेवक और मानवाधिकार कार्यकर्ता थे। वह १९९७ से पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग से जुड़े रहे और इस ज़िले में मानवाधिकारों का प्रचार कर रहे थे। इससे कुछ समय पूर्व वह आयोग को विद्यार्थियों, वकीलों, राजनीतिज्ञों और अन्य नागरिकों के अचानक गायब होने और बाद में गोलियों से छलनी, टुकड़े-टुकड़े हालत में कूड़ेदानों मिलने वाली लाशों के मामलों को दर्ज करने में मदद करते रहे थे। साबिर को दो सशक्त मोटर-साईकिल सवार लोगों ने मार्च २०११ में गोलियों से भून कर मार डाला। बलूच मसलह दिफ़ाई तंज़ीम नामक एक संगठन ने बाद में इस हत्या की ज़िम्मेदारी ली। माना जाता है कि हत्या का कारण पाकिस्तान के केन्द्रीय नेत्रित्व द्वारा तेल और गैस से मालामाल बलूचिस्तान पर अपना पूर्ण नियंत्रण बनाए रखने का प्रयास है। .

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नघा कलात

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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नव-उपनिवेशवाद

विकसित देशों द्वारा विकासशील देशों के आन्तरिक मामलों में प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से किये जाने वाले हस्तक्षेप को नव-उपनिवेशवाद (Neocolonialism) कहा जाता है। नवउपनिवेशवाद की धारणा के मानने वालों का सोचना है कि पूर्व में उपनिवेशी शक्तियों ने जो आर्थिक ढांचा बना रखा था उनका अब भी उन उपनिवेशों पर नियन्त्रण करने में इस्तेमाल किया जा रहा है। यूरोप के देशों ने एक लम्बे समय तक एशिया और अफ्रीका के देशों पर अपना साम्राज्यवादी जाल फेंकर उनका राजनीतिक व आर्थिक शोषण किया लेकिन उन देशों में उभरने वाले स्वतन्त्रता आन्दोलनों ने साम्राज्यवादी देशों के मनसूबों पर पानी फेर दिया। धीरे-धीरे एशिया और अफ्रीका के देश एक-एक करके साम्राज्यवादी चुंगल से मुक्ति पाने लगे। जब साम्राज्यवादी शक्तियों को अपने दिन लदते नजर आए तो उन्होंने औपनिवेशिक शोषण के नए नए तरीके तलाशने शुरू कर दिए। उन्होंने इस प्रक्रिया में उन देशों पर अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए आर्थिक साम्राज्यवाद का सहारा लिया। स्वतन्त्र होने के बाद नवोदित राष्ट्र इस स्थिति में नही रहे कि वे अपना स्वतन्त्र आर्थिक विकास कर सकें। उनके आर्थिक विकास में सहायता के नाम पर विकसित साम्राज्यवादी देशों ने डॉलर की कूटनीति (डॉलर डिप्लोमैसी) का प्रयोग करके उनकी अर्थव्यवस्थाओं पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया और धीरे-धीरे वे नए साम्राज्यवाद के जाल में इस कदर फंस गए कि आज तक भी वे विकसित देशों के ही पराधीन हैं। इस व्यवस्था को नव-उपनिवेशवाद के नाम से जाना जाता है। .

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नवपाषाण युग

अनेकों प्रकार की निओलिथिक कलाकृतियां जिनमें कंगन, कुल्हाड़ी का सिरा, छेनी और चमकाने वाले उपकरण शामिल हैं नियोलिथिक युग, काल, या अवधि, या नव पाषाण युग मानव प्रौद्योगिकी के विकास की एक अवधि थी जिसकी शुरुआत मध्य पूर्व: फस्ट फार्मर्स: दी ओरिजंस ऑफ एग्रीकल्चरल सोसाईटीज़ से, पीटर बेल्वुड द्वारा, 2004 में 9500 ई.पू.

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नवरत्न कोरमा

नवरत्न कोरमा एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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नवाब इफ़तिख़ार हुसैन

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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नवाबशाह

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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नवाबशाह जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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नवाज़ शरीफ़

मियां मोहम्मद नवाज़ शरीफ़ (उर्दू: میاں محمد نواز شریف) (जन्म लाहौर; 25 दिसम्बर 1949), पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (पीएमएल) के वरिष्ठ नेता है। वे दो बार पहले भी प्रधानमन्त्री रह चुके हैं – 1 नवम्बर 1990 से 18 जुलाई 1993 तक (12 वें प्रधानमंत्री) और 17 फ़रवरी 1997 से 12 अक्टूबर 1999 (14 वें प्रधानमंत्री)। शरीफ पाकिस्तान के पहले ऐसे नेता हैं, जो 5 जून 2013 काे तीसरी बार 27 वें प्रधानमंत्री बने हैं। 2016 मे पानमा पेपर लीक में नाम आने के बाद 2017 में सुप्रीम काेर्ट ने प्रधानमंत्री के पद के लिए अयोग करार दिया 28 जुलाई 2017 में नवाज़ शरीफ काे प्रधानमंत्री के पद से हटाना पड़ा, नवाज़ शरीफ को वर्ष 2000 में तत्कालीन सैन्य शासक मुशर्रफ़ ने निर्वासित कर दिया था, इसके पहले उनकी निर्वाचित सरकार को भी बर्खास्त कर दिया गया था। इस तख्तापलट के बाद पाकिस्तान की आतंक-विरोधी अदालत ने नवाज़ शरीफ़ को भ्रष्टाचार के अपराध में दोषी करार दिया था। सऊदी अरब की मध्यस्तता से शरीफ़ को जेल से बचाकर सऊदी अरब के जेद्दा नगर में निर्वासित किया गया। अगस्त 23, 2007 में सुप्रीम कोर्ट ने शरीफ़ को पाकिस्तान वापस आने की इजाज़त दी। सितम्बर 10, 2007 को शरीफ सात वर्षों के निर्वासन के बाद इस्लामाबाद वापस लौटे, पर उन्हें हवाई-अड्डे से ही तुरन्त जेद्दा वापस भेज दिया गया। .

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नवजोत सिंह सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू (अंग्रेजी: Navjot Singh Sidhu, पंजाबी: ਨਵਜੋਤ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ, जन्म: 20 अक्टूबर 1963, पटियाला) भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी (बल्लेबाज) एवं अमृतसर लोक सभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद हैं। खेल से संन्यास लेने के बाद पहले उन्होंने दूरदर्शन पर क्रिकेट के लिये कमेंट्री करना आरम्भ किया उसके बाद राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने लगे। राजनीति के अलावा उन्होंने टेलीविजन के छोटे पर्दे पर टी.वी.

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नगर (गिलगित-बल्तिस्तान)

नगर (Nagar) पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र के हुन्ज़ा-नगर ज़िले में स्थित एक शहर है। यह हुन्ज़ा नदी के किनारे २,६८८ मीटर (८,८२२ फ़ुट) की ऊँचाई पर बसा हुआ है। चीन-द्वारा नियंत्रित शिंजियांग प्रान्त को ख़ुंजराब दर्रे के ज़रिये पाकिस्तान से जोड़ने वाला प्रसिद्ध काराकोरम राजमार्ग नगर से भी गुज़रकर निकलता है। यह जिस वादी में स्थित है उसका नाम भी नगर वादी है और यह किसी ज़माने में नगर रियासत का क्षेत्र हुआ करता था। नगर शहर को वादी से अलग बताने के लिये कभी-कभी नगर ख़ास भी कहते हैं। यहाँ के अधिकतर लोग बुरुशस्की बोलते हैं हालांकि स्थानीय लोगों को शीना भाषा भी आती है।, pp.

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नंगरहार प्रान्त

अफ़्ग़ानिस्तान का नंगरहार प्रान्त (लाल रंग में) नंगरहार (पश्तो:, अंग्रेजी: Nangarhar) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के पूर्व में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ७,७२७ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००९ में लगभग १३.३ लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी जलालाबाद शहर है। इस प्रान्त की पूर्वी और दक्षिणी सरहदें पाकिस्तान से लगती हैं। यहाँ के अधिकतर निवासी पश्तो बोलने वाले पठान हैं। .

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नंगा पर्वत

८,१२५ मीटर ऊंचा नंगा परबत नंगा पर्बत का रखिओट मुख नंगा पर्वत दुनिया की नौवी ऊंची चोटी है। इस की ऊँचाई ८,१२५ मीटर या २६,६५८ फ़ुट है। इसे दुनिया का "क़ातिल पहाड़" भी कहा जाते है क्योंकि इसपर चढ़ने वाले बहुत से लोगों की जाने जा चुकी हैं। बीसवी सदी के पहले हिस्से में आठ हज़ार मीटर से ऊंचे पहाड़ों में इस एक पहाड़ पर सब से ज्यादा मौतें हुई हैं। नंगा परबत पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित गिलगित-बल्तिस्तान के क्षेत्र में आता है, जिसे भारत अपना हिस्सा भी मानता है। .

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नुश्की

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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नुसरत फतह अली खान

नुसरत फतह अली खान सूफी शैली के प्रसिद्ध कव्वाल थे। इनके गायन ने कव्वाली को पाकिस्तान से आगे बढ़कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।कव्वालों के घराने में 13 अक्टूबर 1948 को पंजाब के फैसलाबाद में जन्मे नुसरत फतह अली को उनके पिता उस्ताद फतह अली खां साहब जो स्वयं बहुत मशहूर और मार्रुफ़ कव्वाल थे, ने अपने बेटे को इस क्षेत्र में आने से रोका था और खानदान की 600 सालों से चली आ रही परम्परा को तोड़ना चाहा था पर खुदा को कुछ और ही मंजूर था, लगता था जैसे खुदा ने इस खानदान पर 600 सालों की मेहरबानियों का सिला दिया हो, पिता को मानना पड़ा कि नुसरत की आवाज़ उस परवरदिगार का दिया तोहफा ही है और वो फिर नुसरत को रोक नहीं पाए और आज इतिहास हमारे सामने है। .

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नुक्‍कड़ नाटक

पुणे के एक पार्क में नुक्कड़-नाटक का दृश्य नुक्‍कड़ नाटक एक ऐसी नाट्य विधा है, जो परंपरागत रंगमंचीय नाटकों से भिन्‍न है। यह रंगमंच पर नहीं खेला जाता तथा आमतौर पर इसकी रचना किसी एक लेखक द्वारा नहीं की जाती, बल्कि सामाजिक परिस्थितियों और संदर्भों से उपजे विषयों को इनके द्वारा उठा लिया जाता है। जैसा कि नाम से जाहिर है इसे किसी सड़क, गली, चौराहे या किसी संस्‍थान के गेट अथवा किसी भी सार्वजनिक स्‍थल पर खेला जाता है। इसकी तुलना सड़क के किनारे मजमा लगा कर तमाशा दिखाने वाले मदारी के खेल से भी की जा सकती है। अंतर यह है कि यह मजमा बुद्धिजीवियों द्वारा किसी उद्देश्‍य को सामने रख कर लगाया जाता है। भारत में आधुनिक नुक्कड़ नाटक को लोकप्रिय बनाने का श्रेय सफ़दर हाशमी को जाता है। उनके जन्म दिवस १२ अप्रैल को देशभर में राष्ट्रीय नुक्कड़ नाटक दिवस के रूप में मनाया जाता है। .

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न्यायमूर्ति शेख अब्दुर रहमान

न्यायमूर्ति डॉ एस ए रहमान, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति ए आर काॅर्नेलियस की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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न्यूनोक्‍ति

राजनयिक क्षेत्र में ऐसे कथनों का प्रयोग किया जाता है जिनके फलस्वरूप कटु वातावरण में सरसता आ सके और उत्तेजनात्मक बात भी नम्रता का रूप धारण कर सके। ऐसे कथनों को न्यूनोक्ति (न्यून + उक्ति; understatement) कहते हैं। .

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नौटंकी

'सुल्ताना डाकू' नामक मशहूर नौटंकी के एक प्रदर्शन में देवेन्द्र शर्मा और पलक जोशी एक और नौटंकी का नज़ारा नौटंकी (Nautanki) उत्तर भारत, पाकिस्तान और नेपाल के एक लोक नृत्य और नाटक शैली का नाम है। यह भारतीय उपमहाद्वीप में प्राचीनकाल से चली आ रही स्वांग परम्परा की वंशज है और इसका नाम मुल्तान (पाकिस्तानी पंजाब) की एक ऐतिहासिक 'नौटंकी' नामक राजकुमारी पर आधारित एक 'शहज़ादी नौटंकी' नाम के प्रसिद्ध नृत्य-नाटक पर पड़ा।, Don Rubin, Taylor & Francis, 2001, ISBN 978-0-415-26087-9,...

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नौरोज़

नौरोज़ या नवरोज़ (फारसी: نوروز‎‎ नौरूज़; शाब्दिक रूप से "नया दिन"), ईरानी नववर्ष का नाम है, जिसे फारसी नया साल भी कहा जाता है और मुख्यतः ईरानियों द्वारा दुनिया भर में मनाया जाता है। यह मूलत: प्रकृति प्रेम का उत्सव है। प्रकृति के उदय, प्रफुल्लता, ताज़गी, हरियाली और उत्साह का मनोरम दृश्य पेश करता है। प्राचीन परंपराओं व संस्कारों के साथ नौरोज़ का उत्सव न केवल ईरान ही में ही नहीं बल्कि कुछ पड़ोसी देशों में भी मनाया जाता है। इसके साथ ही कुछ अन्य नृजातीय-भाषाई समूह जैसे भारत में पारसी समुदाय भी इसे नए साल की शुरुआत के रूप में मनाते हैं। पश्चिम एशिया, मध्य एशिया, काकेशस, काला सागर बेसिन और बाल्कन में इसे 3,000 से भी अधिक वर्षों से मनाया जाता है। यह ईरानी कैलेंडर के पहले महीने (फारवर्दिन) का पहला दिन भी है। यह उत्सव, मनुष्य के पुनर्जीवन और उसके हृदय में परिवर्तन के साथ प्रकृति की स्वच्छ आत्मा में चेतना व निखार पर बल देता है। यह त्योहार समाज को विशेष वातावरण प्रदान करता है, क्योंकि नववर्ष की छुट्टियां आरंभ होने से लोगों में जो ख़ुशी व उत्साह दिखाता है वह पूरे वर्ष में नहीं दिखता। .

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नौरोज़ कलात

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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नौशहरा

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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नौशहरो फ़िरोज़ जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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नौशेहरा

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर।.

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नौवाँ

नौवा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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नौकोट

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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नैयर हुसैन बुख़ारी

नैयर हुसैन बुखारी(उर्दू: سید نیئر حسین بخاری), इस्लामाबाद के एक वरिष्ठ सेनेटर व पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। वे पाकिस्तान की सेनेट के २१वें अध्यक्ष थे, इन्होंने १२ मार्च २०१२ से १२ मार्च २०१५ तक पद संभाला था। साथ ही वे सेनेट की पानी व ऊर्जा की स्थायी समिति के महत्वपूर्ण सदस्य रह चुके हैं। उनका जन्म २३ दिसंबर १९५२ में रावलपिंडी, पाकिस्तान में हुआ था। .

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नून मीम राशिद

नजर मुहम्मद राशिद (उर्दू: نذرِ مُحَمَّد راشِد‎), (अगस्त 1910 – 9 अक्तूबर 1975) नून मीम राशीद (उर्दू: ن۔ م۔ راشد) के नाम से विख्यात आधुनिक उर्दू शायरी के एक प्रभावशाली पाकिस्तानी कवि थे। जिन्होंने उर्दू शायरी को छंद और बहर के पारंपरिक बंधनों से आज़ाद करने का बड़ा काम किया। उन्होने सिर्फ शिल्‍प की दृष्टि से ही उर्दू कविता को आज़ाद नहीं किया बल्कि उर्दू काव्‍य में उन भावों और संवेदनाओं को भी दाखिला दिलाया, जो इससे पहले असंभव माना जाता था। .

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नूर जहाँ

सत्रह वर्ष की अवस्था में मेहरुन्निसा का विवाह 'अलीकुली' नामक एक साहसी ईरानी नवयुवक से हुआ था, जिसे जहाँगीर के राज्य काल के प्रारम्भ में शेर अफ़ग़ान की उपाधि और बर्दवान की जागीर दी गई थी। 1607 ई. में जहाँगीर के दूतों ने शेर अफ़ग़ान को एक युद्ध में मार डाला। मेहरुन्निसा को पकड़ कर दिल्ली लाया गया और उसे बादशाह के शाही हरम में भेज दिया गया। यहाँ वह बादशाह अकबर की विधवा रानी 'सलीमा बेगम' की परिचारिका बनी। मेहरुन्निसा को जहाँगीर ने सर्वप्रथम नौरोज़ त्यौहार के अवसर पर देखा और उसके सौन्दर्य पर मुग्ध होकर जहाँगीर ने मई, 1611 ई. में उससे विवाह कर लिया। विवाह के पश्चात् जहाँगीर ने उसे ‘नूरमहल’ एवं ‘नूरजहाँ’ की उपाधि प्रदान की। 1613 ई. में नूरजहाँ को ‘पट्टमहिषी’ या ‘बादशाह बेगम’ बनाया गय.

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नूरपुर, चकवाल

नूरपुर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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नूरिस्तान प्रान्त

अफ़्ग़ानिस्तान का नूरिस्तान प्रान्त (लाल रंग में) नूरिस्तान (फ़ारसी:, अंग्रेजी: Nuristan) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के पूर्व में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ९,२२५ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००२ में लगभग १.१ लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी पारून शहर है। इस प्रान्त की सरहदें पाकिस्तान से लगती हैं। यहाँ के लगभग ९५% लोग नूरिस्तानी हैं। .

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नूरिस्तानी भाषाएँ

नूरिस्तानी भाषाएँ (Nuristani languages) हिन्द-ईरानी भाषा-परिवार का एक उपपरिवार है जिसकी सदस्य भाषाएँ पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान में और पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले के कुछ हिस्सों में बोली जाती हैं। इन्हें लगभग १,३०,००० लोग बोलते हैं जो नूरिस्तानी या कलश कहलाते हैं। कुछ भाषावैज्ञानिक इन्हें हिन्द-आर्य भाषा-परिवार की दार्दी शाखा की उपशाखा समझा है लेकिन अन्य इन्हें ईरानी भाषाओं और हिन्द-आर्य भाषाओं के साथ हिन्द-ईरानी भाषा-परिवार की एक अलग तीसरी श्रेणी माना जाता है।, Andrew Dalby, pp.

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नूरिस्तानी लोग

एक नूरिस्तानी लड़की नूरिस्तानी समुदाय पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के नूरिस्तान इलाक़े में रहने वाली एक जाती है। नूरिस्तान के लोग अपने सुनहरे बालों, हरी-नीली आँखों और गोरे रंग के लिए जाने जाते हैं। उन्नीसवी सदी के अंत तक नूरिस्तानियों का धर्म हिन्दू धर्म से मिलता जुलता एक अति-प्राचीन हिन्द-ईरानी धर्म था और नूरिस्तान को इर्द-गिर्द के मुस्लिम इलाक़ों के लोग "काफ़िरिस्तान" के नाम से जानते थे। सैंकड़ों-हज़ारों वर्षों तक यहाँ के लोग स्वतन्त्र रहे और यहाँ तक कि पंद्रहवी सदी के आक्रमणकारी तैमुरलंग को भी हरा दिया। १८९० के दशक में अफ़ग़ानिस्तान के अमीर अब्दुर रहमान ख़ान ने इस इलाक़े पर हमलों के बाद इस पर क़ब्ज़ा कर लिया। इसके बाद यहाँ के लोगों को मजबूरन मुस्लिम बनाना पड़ा और इस क्षेत्र का नाम भी बदल कर नूरिस्तान कर दिया गया, जिसका अर्थ है "नूर" (यानि "रोशनी") का स्थान। यहाँ के लोगों के रीति-रिवाज और धार्मिक मान्यताओं में अभी भी उनके इस्लाम से पूर्व के धर्म के तत्व मिलते हैं। नूरिस्तान से लगे हुए पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी चित्राल इलाक़े के कलश लोग नूरिस्तानियों से मिलते-जुलते हैं, लेकिन वे उन्नीसवी सदी में ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन भारत में आते थे, इसलिए वे अब्दुर रहमान ख़ान के हमलों से बचे रहे और उनमें से कई अभी भी अपने पूर्वजों के धर्म के अनुयायी हैं। अलग-अलग नूरिस्तानी और कलश क्षेत्रों में भाषा का भी अंतर है, लेकिन ये सारी भाषाएँ दार्दी भाषाओँ में ही गिनी जाती हैं। .

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नूरजहां (गायिका)

नूरजहां (1926-2000) उर्दू और हिन्दी फिल्म की सुप्रसिद्ध गायिका और अभिनेत्री थीं जिन्होंने अपनी दिलकश आवाज़ और अभिनय से लगभग चार दशक तक श्रोताओं के दिल पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। .

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नेशनल टी-20 कप 2017

2017 नॅशनल टी-20 कप पाकिस्तान में खेली जा रही एक ट्वेंटी-20 घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है। यह पाकिस्तान में नॅशनल टी-20 कप का चौदहवें सत्र है। यह मूल रूप से अगस्त और सितंबर 2017 में आठ टीमों की प्रतिस्पर्धा के साथ आयोजित होना तय था। हालांकि, अगस्त 2017 में, यह घोषणा की गई थी कि टूर्नामेंट इंडिपेंडस कप 2017 और श्रीलंका के खिलाफ पाकिस्तान की श्रृंखला के कारण नवंबर 2017 तक स्थगित हो जाएगा। टूर्नामेंट 11 नवंबर को शुरू हुआ और 26 नवंबर 2017 को समाप्त होने का अनुमान है। सभी मैच मूलतः मुल्तान क्रिकेट स्टेडियम और इकबाल स्टेडियम में खेले जाने के लिए निर्धारित थे। हालांकि, प्रतियोगिता में संशोधित तारीखों के बाद, सभी जुड़नार अब रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में होंगे। मौजूदा चैंपियन कराची ब्लूज़ को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इस साल प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करने के लिए आमंत्रित नहीं किया था। टूर्नामेंट से पहले, पीसीबी ने इंग्लैंड में घरेलू प्रतियोगिताओं और कैरेबियन प्रीमियर लीग 2017 (सीपीएल) में खेल रहे 13 खिलाड़ियों को वापस बुलाया। हालांकि, शीघ्र ही बाद में पीसीबी ने सीपीएल और इंग्लिश घरेलू फिक्स्चर वापस करने के लिए खिलाड़ियों को अनुमति दी, यदि वे चाहें। .

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नेशनल टी-२० कप

नॅशनल टी-20 लीग पाकिस्तान में एक पुरुषों की पेशेवर ट्वेंटी-20 क्रिकेट लीग, 2005 में स्थापित किया गया है। यह 18 मताधिकारी सदस्य क्लबों और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड है, जो आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त है के एक सदस्य है। 2005 में स्थापित, यह दुनिया का सबसे पुराना ट्वेंटी-20 क्रिकेट लीग में से एक है और 2016 में पाकिस्तान सुपर लीग, जो वर्तमान में पाकिस्तान के भीतर से 5 शहर आधारित फ्रेंचाइजी सुविधाओं से बदल दिया गया था। वार्षिक टूर्नामेंट में शीर्ष 8 टीमों सुपर-8 टी-20 कप टूर्नामेंट के लिए योग्य हैं। लीग की टीम कार्यालयों अपने सिर लाहौर में गद्दाफी स्टेडियम में स्थित कार्यालयों के बाहर निर्देशित कर रहे हैं। .

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नेशनल स्टेडियम, कराची

द नेशनल स्टेडियम (نیشنل اسٹڈیم) कराची, पाकिस्तान में स्थित क्रिकेट का मैदान है। यह वर्तमान में क्रिकेट के मैच खेलने के काम में लिया जाता है। इसकी दर्शक क्षमता ३४, २२८ है। .

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नेस वाडिया

नेस वाडिया (जन्म 30 मई 1970) एक भारतीय उद्यमी और व्यवसायी हैं। वे वाडिया समूह की प्रमुख कंपनी और भारत के विख्यात कारोबारों में से एक, बॉम्बे डाइंग के उत्तराधिकारी हैं, जिसके वे संयुक्त प्रबंध निदेशक हैं। वाडिया अपनी पूर्व-प्रेमिका, अभिनेत्री प्रीति जिंटा के साथ, इंडियन प्रीमियर लीग क्रिकेट टीम किंग्स XI पंजाब के सह-मालिक हैं। उनके रिश्ते ने भारतीय मीडिया में उल्लेखनीय रूप से ध्यान आकर्षित किया है। .

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नेहरा

भारत के राजस्थान प्रान्त में झुन्झुनू नगर के संस्थापक जुझारसिंह नेहरा की मूर्ती नेहरा भारत और पाकिस्तान में जाटों का एक गोत्र है। ये राजस्थान, दिल्ली, हरयाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और पाकिस्तान में पाए जाते है। नेहरा की उत्पत्ति वैवस्वत मनु के पुत्र नरिष्यंत (नरहरी) से मानी जाती है। पहले ये पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में नेहरा पर्वत पर निवास करते थे। वहां से चल कर राजस्थान के जांगलदेश भू-भाग में बसे और झुंझुनू में नेहरा पहाड़ पर आकर निवास करने लगे.

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नॉटिंघम

नॉटिंघम, यूनाइटेड किंगडम के इस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र में स्थित एक शहर और एकात्मक प्राधिकरण इलाका है। यह नॉटिंघमशायर के सेरेमोनियल काउंटी में स्थित है और आठ सदस्यों के इंग्लिश कोर सिटीज ग्रुप का एक सदस्य है। हालांकि ऐतिहासिक दृष्टि से नॉटिंघम शहर की सीमा काफी कम है जो अपेक्षाकृत 288,700 की कम जनसंख्या है, व्यापक नॉटिंघम शहरी क्षेत्र की आबादी 667,000 है और यह यूनाइटेड किंगडम शहरी क्षेत्र का सातवां सबसे बड़ा क्षेत्र है और लिवरपूल और शेफील्ड के बीच में इसकी रैंकिंग की जाती है। यथा 2004 यूरोस्टेट के लार्जर अर्बन ज़ोन ने इस क्षेत्र की आबादी 825,600 सूचीबद्ध की.

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नोतक

नोतक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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नोशहर ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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नोशक पर्वत

नोशक पर्वत नोशक या नौशक (Noshaq) अफ़्ग़ानिस्तान का सबसे ऊँचा और, तिरिच मीर पर्वत के बाद, हिन्दु कुश पर्वत शृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पहाड़ है। ७,४९२ मीटर (२४,५८० फ़ुट) ऊँचा यह पर्वत अफ़्ग़ानिस्तान की पाकिस्तान के साथ सरहद के पास स्थित है। पूरी दुनिया का यह ५२वाँ सबसे ऊँचा पहाड़ है और ७,००० मीटर से ज़्यादा ऊँचे पहाड़ों में यह सबसे पश्चिमी स्थान पर है। नोशक पर्वत की उत्तरी और पश्चिमी ढलाने अफ़्ग़ानिस्तान में आती हैं जबकि इसकी दक्षिणी और पूर्वी ढलाने पाकिस्तान में हैं। इसे सबसे पहला सन् १९६० में जापान के तोशीयाकी साकाई और गोरो इवात्सुबो ने चढ़ा था।, Richard Spilsbury, The Rosen Publishing Group, 2012, ISBN 978-1-4488-6619-9,...

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नीम

नीम भारतीय मूल का एक पूर्ण पतझड़ वृक्ष है। यह सदियों से समीपवर्ती देशों- पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, म्यानमार (बर्मा), थाईलैंड, इंडोनेशिया, श्रीलंका आदि देशों में पाया जाता रहा है। लेकिन विगत लगभग डेढ़ सौ वर्षों में यह वृक्ष भारतीय उपमहाद्वीप की भौगोलिक सीमा को लांघ कर अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, दक्षिण पूर्व एशिया, दक्षिण एवं मध्य अमरीका तथा दक्षिणी प्रशान्त द्वीपसमूह के अनेक उष्ण और उप-उष्ण कटिबन्धीय देशों में भी पहुँच चुका है। इसका वानस्पतिक नाम ‘Melia azadirachta अथवा Azadiracta Indica’ है। .

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नीमरूज़ प्रान्त

अफ़्ग़ानिस्तान का नीमरूज़ प्रान्त (लाल रंग में) नीमरूज़ प्रान्त में शुष्क-पथरीली ज़मीन पर उगने वाला 'चश्त' नामक पौधा नीमरूज़ प्रान्त के चख़ानसूर ज़िले का एक नज़ारा नीमरूज़ (पश्तो:, अंग्रेजी: Nimruz) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के पश्चिम में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ४१,००५ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००२ में लगभग १.५ लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी ज़रंज शहर है। इस प्रान्त की सरहदें ईरान और पाकिस्तान से लगती हैं। नीमरूज़ प्रान्त अफ़्ग़ानिस्तान की सब से कम घनी आबादी वाला सूबा है और इसका एक बड़ा भूभाग सीस्तान द्रोणी और दश्त-ए-मारगो के भयंकर रेगिस्तान में आता है। .

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नीरजा भनोट

नीरजा भनोट (Neerja Bhanot., 7 सितंबर 1963- 5 सितंबर 1986) मुंबई में पैन ऍम एयरलाइन्स (Pan Am Airlines) की विमान परिचारिका थीं। 5 सितंबर 1986 के मुम्बई से न्यूयॉर्क जा रहे पैन एम फ्लाइट 73 के अपहृत विमान में यात्रियों की सहायता एवं सुरक्षा करते हुए वे आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हो गईं थीं। उनकी बहादुरी के लिये मरणोपरांत उन्हें भारत सरकार ने शान्ति काल के अपने सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से सम्मानित किया और साथ ही पाकिस्तान सरकार और अमरीकी सरकार ने भी उन्हें इस वीरता के लिये सम्मानित किया है। इनकी कहानी पर आधारित २०१६ में एक फ़िल्म भी बनी, जिसमें उनका किरदार सोनम कपूर ने अदा किया। .

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नीलम ज़िला

नीलम ज़िला (अंग्रेज़ी: Neelam District, उर्दु: ضلع نیلم) आज़ाद कश्मीर एक ज़िला है। पाक-अधिकृत कश्मीर दो भागों में विभाजित है: आज़ाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान। नीलम ज़िला इनमें से आज़ाद कश्मीर नामक हिस्से में आता है। इसका प्रमुख नगर आठमुकाम है। भारत इसे अपना भाग मानता है। .

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पटना

पटना (पटनम्) या पाटलिपुत्र भारत के बिहार राज्य की राजधानी एवं सबसे बड़ा नगर है। पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था। आधुनिक पटना दुनिया के गिने-चुने उन विशेष प्राचीन नगरों में से एक है जो अति प्राचीन काल से आज तक आबाद है। अपने आप में इस शहर का ऐतिहासिक महत्व है। ईसा पूर्व मेगास्थनीज(350 ईपू-290 ईपू) ने अपने भारत भ्रमण के पश्चात लिखी अपनी पुस्तक इंडिका में इस नगर का उल्लेख किया है। पलिबोथ्रा (पाटलिपुत्र) जो गंगा और अरेन्नोवास (सोनभद्र-हिरण्यवाह) के संगम पर बसा था। उस पुस्तक के आकलनों के हिसाब से प्राचीन पटना (पलिबोथा) 9 मील (14.5 कि॰मी॰) लम्बा तथा 1.75 मील (2.8 कि॰मी॰) चौड़ा था। पटना बिहार राज्य की राजधानी है और गंगा नदी के दक्षिणी किनारे पर अवस्थित है। जहां पर गंगा घाघरा, सोन और गंडक जैसी सहायक नदियों से मिलती है। सोलह लाख (2011 की जनगणना के अनुसार 1,683,200) से भी अधिक आबादी वाला यह शहर, लगभग 15 कि॰मी॰ लम्बा और 7 कि॰मी॰ चौड़ा है। प्राचीन बौद्ध और जैन तीर्थस्थल वैशाली, राजगीर या राजगृह, नालन्दा, बोधगया और पावापुरी पटना शहर के आस पास ही अवस्थित हैं। पटना सिक्खों के लिये एक अत्यंत ही पवित्र स्थल है। सिक्खों के १०वें तथा अंतिम गुरु गुरू गोबिंद सिंह का जन्म पटना में हीं हुआ था। प्रति वर्ष देश-विदेश से लाखों सिक्ख श्रद्धालु पटना में हरमंदिर साहब के दर्शन करने आते हैं तथा मत्था टेकते हैं। पटना एवं इसके आसपास के प्राचीन भग्नावशेष/खंडहर नगर के ऐतिहासिक गौरव के मौन गवाह हैं तथा नगर की प्राचीन गरिमा को आज भी प्रदर्शित करते हैं। एतिहासिक और प्रशासनिक महत्व के अतिरिक्त, पटना शिक्षा और चिकित्सा का भी एक प्रमुख केंद्र है। दीवालों से घिरा नगर का पुराना क्षेत्र, जिसे पटना सिटी के नाम से जाना जाता है, एक प्रमुख वाणिज्यिक केन्द्र है। .

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पटसन

जूट (पटसन) के पौधे (''कॉर्कोरस ओलिटोरिअस (Corchorus olitorius)'' तथा ''कॉर्कोरस कैप्सुलारिस (Corchorus capsularis)'') पटसन, पाट या पटुआ एक द्विबीजपत्री, रेशेदार पौधा है। इसका तना पतला और बेलनाकार होता है। इसके तने से पत्तियाँ अलग कर पानी में गट्ठर बाँधकर सड़ने के लिए डाल दिया जाता है। इसके बाद रेशे को पौधे से अलग किया जाता है। इसके रेशे बोरे, दरी, तम्बू, तिरपाल, टाट, रस्सियाँ, निम्नकोटि के कपड़े तथा कागज बनाने के काम आता है। 'जूट' शब्द संस्कृत के 'जटा' या 'जूट' से निकला समझा जाता है। यूरोप में 18वीं शताब्दी में पहले-पहल इस शब्द का प्रयोग मिलता है, यद्यपि वहाँ इस द्रव्य का आयात 18वीं शताब्दी के पूर्व से "पाट" के नाम से होता आ रहा था। .

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पठान

अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के नक़्शे में पश्तून क्षेत्र (नारंगी रंग में) ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान एक पश्तून थे अफ़्ग़ानिस्तान के ख़ोस्त प्रान्त में पश्तून बच्चे अमीर शेर अली ख़ान अपने पुत्र राजकुमार अब्दुल्लाह जान और सरदारों के साथ (सन् १८६९ ई में खींची गई) पश्तून, पख़्तून (पश्तो:, पश्ताना) या पठान (उर्दू) दक्षिण एशिया में बसने वाली एक लोक-जाति है। वे मुख्य रूप में अफ़्ग़ानिस्तान में हिन्दु कुश पर्वतों और पाकिस्तान में सिन्धु नदी के दरमियानी क्षेत्र में रहते हैं हालांकि पश्तून समुदाय अफ़्ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और भारत के अन्य क्षेत्रों में भी रहते हैं। पश्तूनों की पहचान में पश्तो भाषा, पश्तूनवाली मर्यादा का पालन और किसी ज्ञात पश्तून क़बीले की सदस्यता शामिल हैं।, James William Spain, Mouton,...

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पत्थरचूर

पत्थरचूर पत्थरचूर या पाषाणभेद (वानस्पतिक नाम: Plectranthus barbatus तथा Coleus forskohlii) एक औषधीय पादप है। कोलियस फोर्सकोली जिसे पाषाणभेद अथवा पत्थरचूर भी कहा जाता है, उन कुछ औषधीय पौधों में से है, वैज्ञानिक आधारों पर जिनकी औषधीय उपयोगिता हाल ही में स्थापित हुई है। भारतवर्ष के समस्त ऊष्ण कतिबन्धीय एवं उप-ऊष्ण कटिबन्धीय क्षेत्रों के साथ-साथ पाकिस्तान, श्रीलंका, पूर्वी अफ्रीका, ब्राजील, मिश्र, ईथोपिया तथा अरब देशों में पाए जाने वाले इस औषधीय पौधे को भविष्य के एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधे के रूप में देखा जा रहा है। वर्तमान में भारतवर्ष के विभिन्न भागों जैसे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा राजस्थान में इसकी विधिवत खेती भी प्रारंभ हो चुकी है जो काफी सफल रही है। विभिन्न भाषाओं में पाषाणभेद के नाम-.

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पन्ना

पन्ना, बेरिल (Be3Al2(SiO3)6) नामक खनिज का एक प्रकार है जो हरे रंग का होता है और जिसे क्रोमियम और कभी-कभी वैनेडियम की मात्रा से पहचाना जाता है।हर्ल्बट, कॉर्नेलियस एस.

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पपीहा

पपीहा एक पक्षी है जो दक्षिण एशिया में बहुतायत में पाया जाता है। यह दिखने में शिकरा की तरह होता है। इसके उड़ने और बैठने का तरीका भी बिल्कुल शिकरा जैसा होता है। इसीलिए अंग्रेज़ी में इसको Common Hawk-Cuckoo कहते हैं। यह अपना घोंसला नहीं बनाता है और दूसरे चिड़ियों के घोंसलों में अपने अण्डे देता है। प्रजनन काल में नर तीन स्वर की आवाज़ दोहराता रहता है जिसमें दूसरा स्वर सबसे लंबा और ज़्यादा तीव्र होता है। यह स्वर धीरे-धीरे तेज होते जाते हैं और एकदम बन्द हो जाते हैं और काफ़ी देर तक चलता रहता है; पूरे दिन, शाम को देर तक और सवेरे पौं फटने तक। .

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परमाणु परीक्षण

२७ मार्च, १९५४ को अमरीका द्वारा किये गये कैसल रोमियो नाभिकीय परीक्षण का चित्र "बेकर शॉट", संयुक्त राष्ट्र द्वारा किया गया ऑपरेशन क्रॉसरोड्स अभियान का एक भाग, १९४६ नाभिकीय अस्त्र परीक्षण (अंग्रेज़ी:Nuclear weapons tests) या परमाण परीक्षण उन प्रयोगों को कहते हैं जो डिजाइन एवं निर्मित किये गये नाभिकीय अस्त्रों के प्रभाविकता, उत्पादकता एवं विस्फोटक क्षमता की जाँच करने के लिये किये जाते हैं। परमाणु परीक्षणों से कई जानकारियाँ प्राप्त होतीं हैं; जैसे - ये नाभिकीय हथियार कैसा काम करते हैं; विभिन्न स्थितियों में ये किस प्रकार का परिणाम देते हैं; भवन एवं अन्य संरचनायें इन हथियारों के प्रयोग के बाद कैसा बर्ताव करतीं हं। सन् १९४५ के बाद बहुत से देशों ने परमाणु परीक्षण किये। इसके अलावा परमाणु परीक्षणों से वैज्ञानिक, तकनीकी एवं सैनिक शक्ति का प्रदर्शन करने की कोशिश भी की जाती है। .

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परमाणु अप्रसार संधि

परमाणु अप्रसार संधि (अंग्रेज़ी:नॉन प्रॉलिफरेशन ट्रीटी) को एनपीटी के नाम से जाना जाता है। इसका उद्देश्य विश्व भर में परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने के साथ-साथ परमाणु परीक्षण पर अंकुश लगाना है। १ जुलाई १९६८ से इस समझौते पर हस्ताक्षर होना शुरू हुआ। अभी इस संधि पर हस्ताक्षर कर चुके देशों की संख्या १९0 है। जिसमें पांच के पास आण्विक हथियार हैं। ये देश हैं- अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन। सिर्फ पांच संप्रभुता संपन्न देश इसके सदस्य नहीं हैं। ये हैं- भारत, इजरायल, पाकिस्तान द.सुदान और उत्तरी कोरिया। एनपीटी के तहत भारत को परमाणु संपन्न देश की मान्यता नहीं दी गई है। जो इसके दोहरे मापदंड को प्रदर्शित करती है। इस संधि का प्रस्ताव आयरलैंड ने रखा था और सबसे पहले हस्ताक्षर करने वाला राष्ट्र है फिनलैंड। इस संधि के तहत परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र उसे ही माना गया है जिसने १ जनवरी १९६७ से पहले परमाणु हथियारों का निर्माण और परीक्षण कर लिया हो। इस आधार पर ही भारत को यह दर्जा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं प्राप्त है। क्योंकि भारत ने पहला परमाणु परीक्षण १९७४ में किया था। उत्तरी कोरिया ने इस सन्धि पर हस्ताक्षर किये, इसका उलंघन किया और फिर इससे बाहर आ गया। .

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परमाणु अस्त्रों से युक्त देशों की सूची

दुनिया में आठ देश हैं जो परमाणु हथियारों को सफलतापूर्वक विस्फोट कर चुके हैं। इन में से पाच देश परमाणु अप्रसार संधि के अंतर्गत परमाणु-हथियार राज्य जाने जाते है; जो है अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, और चीन। परमाणु अप्रसार संधि मे शामील न होने वाले तीन देश जिन्होंने सफलतापूर्वक परमाणु विस्फोट किया है वो है; भारत, उत्तर कोरिया, और पाकिस्तान। उत्तरी कोरिया पहले परमाणु अप्रसार संधि मे शामिल था लेकिन २००३ में वे हट गए। इज़राइल के पास भी परमाणु हथियार होने की व्यापक संभावना जताई जाती है, हालांकि यह इसके बारे में जानबूझकर अस्पष्टता की नीति बनाए रखता है और यह स्वीकार नहीं करता है। और इज़राइल किसी प्रकार के परमाणु परीक्षण आयोजित करने के लिए निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है। .

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परमवीर चक्र

परमवीर चक्र भारत का सर्वोच्च शौर्य सैन्य अलंकरण है जो दुश्मनों की उपस्थिति में उच्च कोटि की शूरवीरता एवं त्याग के लिए प्रदान किया जाता है। ज्यादातर स्थितियों में यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है। इस पुरस्कार की स्थापना 26 जनवरी 1950 को की गयी थी जब भारत गणराज्य घोषित हुआ था। भारतीय सेना के किसी भी अंग के अधिकारी या कर्मचारी इस पुरस्कार के पात्र होते हैं एवं इसे देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के बाद सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समझा जाता है। इससे पहले जब भारतीय सेना ब्रिटिश सेना के तहत कार्य करती थी तो सेना का सर्वोच्च सम्मान विक्टोरिया क्रास हुआ करता था। लेफ्टीनेंट या उससे कमतर पदों के सैन्य कर्मचारी को यह पुरस्कार मिलने पर उन्हें (या उनके आश्रितों को) नकद राशि या पेंशन देने का भी प्रावधान है। हालांकि पेंशन की न्यून राशि जो सैन्य विधवाओं को उनके पुनर्विवाह या मरने से पहले तक दी जाती है अभी तक विवादास्पद रही है। मार्च 1999 में यह राशि बढ़ाकर 1500 रुपये प्रतिमाह कर दी गयी थी। जबकि कई प्रांतीय सरकारों ने परमवीर चक्र से सम्मानित सैन्य अधिकारी के आश्रितों को इससे कहीं अधिक राशि की पेंशन मुहैय्या करवाती है। परमवीर चक्र हासिल करने वाले शूरवीरों में सूबेदार मेजर बन्ना सिंह ही एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जो कारगिल युद्ध तक जीवित थे। सूबेदार सिंह जम्मू कश्मीर लाइट इनफेन्ट्री की आठवीं रेजीमेंट में कार्यरत थे। .

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परमेश्वर नारायण हक्सर

परमेश्वर नारायण हक्सर (1913–1998) स्वतंत्र भारत के राजनीतिक लोकतंत्र को प्राप्त करने की प्रक्रिया में एक रणनीतिकार थे। उनक महत्वपूर्ण कार्य इन्दिरा गांधी के राजनीतिक सलाहकार के रूप में था। वो केंद्रीकरण और समाजवाद के समर्थक थे। हक्सर ऑस्ट्रिया और नाइजीरिया में भारतीय राजनयिक थे जिन्होंने राजदूत के रूप में काम किया। .

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परवेज़ मुशर्रफ़

परवेज़ मुशर्रफ़ परवेज़ मुशर्रफ़ (उर्दू: پرويز مشرف; जन्म अगस्त 11, 1943) पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना प्रमुख रह चुके हैं। इन्होंने साल 1999 में नवाज़ शरीफ की लोकतान्त्रिक सरकार का तख्ता पलट कर पाकिस्तान की बागडोर संभाली और 20 जून, 2001 से 18 अगस्त 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। .

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परवेज़ ख़टक

परवेज़ खटक, एक पाकिस्तानी राजनेता हैं, और वे पाकिस्तान के प्रांत ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के वर्त्तमान मुख्यमंत्री हैं। .

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परीक्षत साहनी

परीक्षत साहनी हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। वह विख्यात अभिनेता बलराज साहनी के पुत्र हैं। .

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पश्चिम हिमालयी चौड़ी पत्ती वन

पश्चिम हिमालयी चौड़ी पत्ती वन एक प्रकार के समशीतोष्ण चौड़ी पत्ती वन है जो नेपाल, भारत और पाकिस्तान के पश्चिमी हिमालय के जैवक्षेत्र में मध्यम ऊँचाई पर पाए जाते हैं। .

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पश्चिम हिमालयी उपअल्पाइन शंकुधर वन

पश्चिम हिमालयी उपअल्पाइन शंकुधर वन एक प्रकार के समशीतोष्ण शंकुधर वन है जो नेपाल, भारत और पाकिस्तान के पश्चिमी हिमालय के जैवक्षेत्र में पाए जाते हैं। .

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पश्चिमी पाकिस्तान

पश्चिमी पाकिस्तान(مغربی پاکستان, मग़रिबी पाकिस्तान, পশ্চিম পাকিস্তান, पोश्चिम पाकिस्तान), एक इकाई व्यवस्था के तहत, तत्कालीन पाकिस्तान (पाकिस्तान अधिराज्य) की पश्चिमी इकाई थी, जो अब, (बांग्लादेश के अलग होने के बाद से) वर्तमान पाकिस्तान है। .

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पश्चिमी विक्षोभ

पश्चिमी विक्षोभ या वेस्टर्न डिस्टर्बन्स (Western Disturbance) भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाक़ों में सर्दियों के मौसम में आने वाले ऐसे तूफ़ान को कहते हैं जो वायुमंडल की ऊँची तहों में भूमध्य सागर, अन्ध महासागर और कुछ हद तक कैस्पियन सागर से नमी लाकर उसे अचानक वर्षा और बर्फ़ के रूप में उत्तर भारत, पाकिस्तान व नेपाल पर गिरा देता है।, J. S. Lall, A. D. Moddie, India International Centre, 1981,...

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पश्तूनवाली

ख़ोस्त प्रान्त में एक पठान आदमी अपनी बेटी के साथ पश्तूनवाली (पश्तो) या पख़्तूनवाली दक्षिण एशिया के पश्तून समुदाय (पठान समुदाय) की संस्कृति की अलिखित मर्यादा परम्परा है। इसके कुछ तत्व उत्तर भारत और पाकिस्तान की इज़्ज़त मर्यादा से मिलते-जुलते हैं।, Anne L. Clunan, Harold A. Trinkunas, Stanford University Press, 2010, ISBN 978-0-8047-7013-2,...

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पश्तो भाषा

कोई विवरण नहीं।

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पहर

सामय् पहर भारत, पाकिस्तान, नेपाल और बंगलादेश में इस्तेमाल होने वाली समय की एक ईकाई है। भारत में यह उत्तर भारत के क्षेत्र में अधिक प्रयोग होती है।, Amir Khusro, W.H. Allen, 1882,...

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पाढ़ा

पाढ़ा, जिसे अंग्रेज़ी में Hog Deer कहते हैं, एक छोटा सा हिरन है जिसका आवासीय क्षेत्र पाकिस्तान से लेकर उत्तरी भारत और मुख्य भूभागीय दक्षिण पूर्वी एशिया तक फैला है। इसकी दो उप-जातियाँ हैं:हायलाफ़स पॉरसिनस पॉरसिनस जो कि भारतीय प्रायद्वीप तथा चीन के दक्षिणी-पश्चिमी यूनान से लेकर पश्चिमी थाइलैंड तक के इलाके में पाया जाता है। हायलाफ़स पॉरसिनस अन्नॅमिटिकस जो कि थाइलैंड तथा इंडोचायना में पाया जाता है। प्रचलित की हुई आबादी अमेरिका, श्रीलंका तथा ऑस्ट्रेलिया में भी पायी जाती है। .

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पाणिनि

पाणिनि (५०० ई पू) संस्कृत भाषा के सबसे बड़े वैयाकरण हुए हैं। इनका जन्म तत्कालीन उत्तर पश्चिम भारत के गांधार में हुआ था। इनके व्याकरण का नाम अष्टाध्यायी है जिसमें आठ अध्याय और लगभग चार सहस्र सूत्र हैं। संस्कृत भाषा को व्याकरण सम्मत रूप देने में पाणिनि का योगदान अतुलनीय माना जाता है। अष्टाध्यायी मात्र व्याकरण ग्रंथ नहीं है। इसमें प्रकारांतर से तत्कालीन भारतीय समाज का पूरा चित्र मिलता है। उस समय के भूगोल, सामाजिक, आर्थिक, शिक्षा और राजनीतिक जीवन, दार्शनिक चिंतन, ख़ान-पान, रहन-सहन आदि के प्रसंग स्थान-स्थान पर अंकित हैं। .

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पादशाहान

पादशाहान, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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पामीर पर्वतमाला

पामीर (अंग्रेजी: Pamir Mountains, फ़ारसी), मध्य एशिया में स्थित एक प्रमुख पठार एवं पर्वत शृंखला है, जिसकी रचना हिमालय, तियन शान, काराकोरम, कुनलुन और हिन्दू कुश शृंखलाओं के संगम से हुआ है। पामीर विश्व के सबसे ऊँचे पहाड़ों में से हैं और १८वीं सदी से इन्हें 'विश्व की छत' कहा जाता है। इसके अलावा इन्हें इनके चीनी नाम 'कोंगलिंग' के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ उगने वाले जंगली प्याज़ के नाम पर इन्हें प्याज़ी पर्वत भी कहा जाता था।, John Navazio, pp.

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पारसी धर्म

पारसी धर्म ईरान का प्राचीन काल से प्रचलित धर्म है। ये ज़न्द अवेस्ता नाम के धर्मग्रंथ पर आधारित है। इसके प्रस्थापक महात्मा ज़रथुष्ट्र हैं, इसलिये इस धर्म को ज़रथुष्ट्री धर्म (Zoroastrianism) भी कहते हैं। .

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पालूला भाषा

पालूला (Palula), जिसे फालूला, फालूरा और अशरेती भी कहते हैं, शीना उपशाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले की अशरेत​, बेयोड़ी, शीम्शी और कल्कटक​ वादियों में बोली जाती है। खोवार भाषा बोलने वाले चित्राली लोग इस भाषा को डंगरीक्वार​ और इसे बोलने वाले समुदाय को 'डंगरीक' बुलाते हैं। इस से मिलती-जुलती बोलियाँ अफ़ग़ानिस्तान के साऊ गाँव में और पाकिस्तान के ही दीर ज़िले के खलकोट गाँव में बोली जाती है। .

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पाईगाह, पंजाब

पाईगाह, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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पाक अधिकृत कश्मीर

भारतीय कश्मीर है और अकसाई चिन चीन के अधिकार में है। इस क्षेत्र का अधिकार चीन को पाकिस्तान द्वारा सौंपा गया था। पाक अधिकृत कश्मीर मूल कश्मीर का वह भाग है, जिस पर पाकिस्तान ने १९४७ में हमला कर अधिकार कर लिया था। यह भारत और पाकिस्तान के बीच विवादित क्षेत्र है। इसकी सीमाएं पाकिस्तानी पंजाब एवं उत्तर पश्चिमी सीमांत प्रांत से पश्चिम में, उत्तर पश्चिम में अफ़गानिस्तान के वाखान गलियारे से, चीन के ज़िन्जियांग उयघूर स्वायत्त क्षेत्र से उत्तर और भारतीय कश्मीर से पूर्व में लगती हैं। इस क्षेत्र के पूर्व कश्मीर राज्य के कुछ भाग, ट्रांस-काराकोरम ट्रैक्ट को पाकिस्तान द्वारा चीन को दे दिया गया था व शेष क्षेत्र को दो भागों में विलय किया गया था: उत्तरी क्षेत्र एवं आजाद कश्मीर। इस विषय पर पाकिस्तान और भारत के बीच १९४७ में युद्ध भी हुआ था। भारत द्वारा इस क्षेत्र को पाक अधिकृत कश्मीर (पी.ओ.के) कहा जाता है।रीडिफ, २३ मई २००६ संयुक्त राष्ट्र सहित अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं एम.एस.एफ़, एवं रेड क्रॉस द्वारा इस क्षेत्र को पाक-अधिकृत कश्मीर ही कहा जाता है। .

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पाकपत्तन ज़िला

पाकपत्तन ज़िला (उर्दू:ضِلع پاکپتّن) पाकिस्तान के पंजाब सूबे का एक ज़िला है। श्रेणी:पाकिस्तानी पंजाब के ज़िले श्रेणी:पाकिस्तान आधार.

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पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन

अयूब ख़ान पाकिस्तान टेलिविज़न कॉरपोरेशन या पी॰टी॰वी॰ पाकिस्तान का सरकारी टेलिविज़न प्रसारक है। इसका सर्वप्रथम प्रसारण २६ नवम्बर १९६४ को लाहौर से किया गया था। सन् २००७ तक इसने छह चैनलों पर प्रसारण करना चालू कर दिया था। .

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पाकिस्तान ए क्रिकेट टीम

पाकिस्तान ए क्रिकेट टीम पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने वाली एक राष्ट्रीय क्रिकेट टीम है। यह पूरी पाकिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के नीचे अंतरराष्ट्रीय पाकिस्तान क्रिकेट का 'द्वितीय श्रेणी' है। पाकिस्तान ए द्वारा खेले जाने वाले मैच क्रमशः प्रथम श्रेणी और लिस्ट ए वर्गीकरण प्राप्त करने के बजाय टेस्ट मैच या वनडे इंटरनेशनल नहीं माना जाता है। पाकिस्तान ए ने अगस्त 1964 में सिलोन बोर्ड के अध्यक्ष इलेवन के खिलाफ तीन दिवसीय प्रथम श्रेणी की प्रतियोगिता में अपना पहला मैच खेला। पाकिस्तान ए ने अन्य राष्ट्रीय ए टीमों के खिलाफ घर और दूर दोनों श्रृंखलाएं खेली हैं, और दूसरे प्रथम श्रेणी के विपक्ष के खिलाफ प्रतिस्पर्धा की है। उनका पहला दौरा 1964-65 में सिलोन (अब श्रीलंका) था। 1991 के सीजन तक पाकिस्तान ए ने एक और मैच नहीं खेला, जब उन्होंने फिर से श्रीलंका का दौरा किया, इंग्लैंड ए के खिलाफ एक सीरीज़ पिछली सीजन खाड़ी युद्ध के कारण रद्द कर दी गई। .

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पाकिस्तान दिवस

पाकिस्तान दिवस(یوم پاکستان; यौम-ए पाकिस्तान) या(पूर्वतः) गणतंत्रता दिवस(यौम-ए-जम्हूरिया) पाकिस्तान में मनाया जाने वाला एक राष्ट्रीय दिवस है। इसे लाहौर संकल्प और पाकिस्तान के पहले संविधान के पारित होने के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 23 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन को पाकिस्तान में पाकिस्तानी इतिहास का एक बहुत महत्वपूर्ण दिवस माना जाता है, क्योंकि इसी दिन सन 1940 में, 22 से 24 मार्च तक चले, अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के लाहौर सत्र में, लाहौर प्रस्ताव(जिसे पाकिस्तान में क़रारदाद-ए पाकिस्तान(पाकिस्तान संकल्पना) भी कहा जाता है) की पेशकश की गई थी जिसके आधार पर ही मुस्लिम लीग ने भारत के मुसलमानों के लिये अलग देश के अधिग्रहण के लिए आंदोलन शुरू किया था। साथ ही 23 मार्च 1956 को पाकिस्तान के पहले संविधान को अपनाया गया था, जिसने रियासत-ए-पाकिस्तान को, अधिराजकीय, पाकिस्तान अधिराज्य से विश्व के पहले इस्लामी गणराज्य, इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान में परिवर्तित कर दिया। इस दिन ("23 मार्च") को पूरे पाकिस्तान में आम छुट्टी होती है। .

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पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंक

पाकिस्तान के सभी पड़ोसी देशों तथा अमेरिका, ब्रिटेन, रूस आदि पश्चिमी देशों का यह आरोप रहा है कि पाकिस्तान प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से विभिन्न आतंकी कार्यवाइयों में लिप्त रहा है। सन २०११ में ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान की राजधानी के पास अमेरिका द्वारा मारे जाने पर यह आरोप पुष्ट हुआ है। इसे 'आतंकियों का स्वर्ग' कहा जाता है और संसार का सर्वाधिक ख़तरनाक देश माना जाता है। प्रमुख इस्लामी आतंकी संस्थाएँ जैसे लश्कर-ए-तैयबा, लश्कर-ए-ओमर, जैश-ए-मोहम्मद, हरकतुल मुजाहिद्दीन, सिपाह-ए-सहाबा, हिज़्बुल मुजाहिदीन आदि सब के सब पाकिस्तान में रहकर अपनी आतंकी गतिबिधियाँ चलाते हैं। कई मामलों में आईएसआई से इन्हें सक्रिय प्रशिक्षण एवं अन्य सहयोग मिलते हैं। यदि 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में वह आतंकवादी घटना घटित नहीं होती तो पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आई.एस.आई.) समर्थित अलकायदा आतंकवादियों का प्रभाव बढ़ना जारी रहता। इस विकास को किसी निश्चित सीमा में बाँधना कठिन होगा। बस, यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यदि इसे कुछ और वर्षों तक नियंत्रित नहीं किया जाता तो उसमें इनमें से कोई या सभी क्षमताएँ विकसित हो सकती थीं-.

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पाकिस्तान पर अमरीकी मिसाइल हमला २००९

पाकिस्तान के क़बायली इलाक़े में शनिवार, जनवरी 24, 2009 को अमरीकी चालक रहित विमान से किए गए दो मिसाइल हमलों में कम से कम 14 लोगों की मौत हुई है। उत्तरी वज़ीरिस्तान में एक मिसाइल ने एक घर को निशाना बनाया.

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पाकिस्तान पीपल्स पार्टी

पाकिस्तान पीपल्ज़ पार्टी (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Pakistan Peoples Party), जिसे पी॰पी॰पी॰ भी कहा जाता है, पाकिस्तान का एक प्रमुख राजनैतिक दल है। इसकी विचारधार गणतांत्रिक समाजवाद है। इसकी स्थापना ३० नवम्बर १९६७ में ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो ने नेतृत्व में हुई थी।, Sean Stewart Price, Heinemann-Raintree Library, 2009, ISBN 978-1-4329-3222-0,...

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पाकिस्तान बम धमाके २००९

इसी दिन नवाज शरीफ के नेतृत्‍व में एक बड़ी रैली इस्‍लामाबाद पहुंचने वाली थी जिसमें राष्‍ट्रपति जरदारी का विरोध किया जा रहा था और उनसे बर्खास्‍त जजों की तुरंत बहाली करने को भी कहा जा रहा था। पाकिस्‍तान की सरकार ने नवाज शरीफ की मांगों को मान लिया था जिसकी वजह से रैली को इस्‍लामाबाद पहुंचने की जरूरत ही नहीं पड़ी.

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पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम

पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम पाकिस्तान की एक अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम है जिनका संचालन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड करता है। टीम ने अपना पहला टेस्ट क्रिकेट मैच श्रीलंका महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ १७ अक्तूबर १९९८ को कोलम्बो में खेला था। जबकि पहला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच २८ जनवरी १९९७ को क्रिश्चर्च में न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था और पहला ट्वेन्टी-ट्वेन्टी मैच २५ मई २००९ को डबलिन में आयरलैण्ड महिला क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला गया था। टीम में वर्तमान कप्तान सना मीर है जबकि कोच मोहताशिम रशीद है। .

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पाकिस्तान मुर्दाबाद

मुस्लम लीग के लीडर मोहम्मद अली जिन्नाह और पंजाब संघवादी पार्टी के लीडर मलिक ख़िज़र हयात टिवाणा। पाकिस्तान मुर्दाबाद (लातिनी लिपि: Pakistan Murdabad, नस्तालीक़) हिन्दुस्तानी भाषा और एक हद तक पंजाबी भाषा में भारत के बंटवारे और ख़ास कर पंजाब बंटवारे के समय के दौरान लगाया गया एक राजनैतिक नारा है। इसका मतलब है: "पाकिस्तान की मौत हो" या और ज़्यादा उचित "पाकिस्तान का विनाश हो" और इसकी शब्द निरुक्ति फ़ारसी भाषा से है। Quote: Glossary: "Pakistan Murdabad (death to Pakistan), a phrase used by Master Tara Singh and his followers." यह स्लोगन भारत बंटवारे से पहले पाकिस्तान लहर यानि दक्षिण एशिया में एक नये इस्लामी मुल्क की स्थापना करने के लिए आंदोलन के दौरान पहली बार सिक्खों के लीडर मास्टर तारा सिंह द्वारा उच्चारित किया गया था क्योंकि पंजाब क्षेत्र के सिक्ख मुसलमानों की प्रसावित हकूमत के ज़ोरदार ख़िलाफ़ थे। यह मुहम्मद अली जिन्ना के स्लोगन "पाकिस्तान ज़िन्दाबाद" के उलट में लगाया गया था। पिछले कुछ सालों में यह स्लोगन का वर्णन दक्षिण एशियायी साहित्य में मिला जा रहा है, सआदत हसन मंटो, बापसी सिद्धवा और खुशवंत सिंह जैसे हरमन प्यारे लेखक की रचनायों में इस स्लोगन उल्लिखित है। भारत बंटवारे से कुछ ही समय बाद नये मुल्क पाकिस्तान में रैफ़्यूजी कैंपों में फंसे गए लोगों ने नयी पाकिस्तानी हकूमत की नाक़ाबलियत के विरुद्ध अपने ग़ुस्से व्यक्त करने के लिए यह स्लोगन उच्चारित किया था। .

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पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन पाकिस्तान की एक प्रमुख राजनैतिक पार्टी। नवाज़ और क़ैद-ए-आजम इसकी दो विभक्तियाँ हैं। .

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पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क़ाफ़

पाकिस्तान मुस्लिम लीग क्यू या पाकिस्तान मुस्लिम लीग कायदे आजम, पाकिस्तान की एक प्रबुद्ध और उदारवादी पार्टी है। कि इस मुस्लिम लीग का एक धड़ा है जो पाकिस्तान की स्थापना संभव बनाया। (देखें: स्थापना पाकिस्तान, मुस्लिम लीग)। इस दल आम तौर पर एक प्रबुद्ध माना जाता है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू) या क्यू लीग की स्थापना 2001 में उस समय हुई जब समय मुस्लिम लीग कई गुटों में बंट चुकी थी, जिनमें से क्यू लीग के लिए सबसे कम जन समर्थन प्राप्त था। राष्ट्रपति जनरल मुशर्रफ और मुस्लिम लीग (क्यू) को एक दूसरे की जबरदस्त समर्थन हासिल है। अब मूल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के कई सदस्यों क्यू लीग का हिस्सा बन चुके हैं कि राष्ट्रपति मुशर्रफ का समर्थन करते हैं। चौधरी शुजात हुसैन (बाएं) और मुशाहिद हुसैन (दाएं) भारत यात्रा के अवसर पर राष्ट्रपति मुशर्रफ ने 2006 में अपनी आत्मकथा 'इन द लाइन ऑफ फायर, ए मीमवायर' में खुलासा किया कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू) का गठन उनके इशारे पर हुई थी। वह लिखते हैं कि नवाज शरीफ के निर्वासन के बाद उन्होंने सोचा कि इस देश में एक ऐसी पार्टी होनी चाहिए जो इन दो दलों (पीपुल्स पार्टी और पीएमएल एन) का मुकाबला कर सके और इस अवसर पर उनके प्रमुख सचिव तारिक़ अज़ीज़ ने चौधरी शुजात हुसैन के जनरल मुशर्रफ से मुलाकात की व्यवस्था की जिसके बाद यह पार्टी अस्तित्व में आई। .

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पाकिस्तान में स्थानीय प्रशासन

पाकिस्तान में स्थानीय सरकारें, 2001 में जारी अध्यादेश है। "स्थानीय सरकार अध्यादेश, 2001" के तहत जिला स्तर पर स्थानीय सरकार के गठन होने की संवैधानिक व्याख्या पायी जाती हैं। पाकिस्तान में, ज़िले, शासनप्रणाली का तीसरा स्तर है, जिनके ऊपर प्रांतीय सरकारें हैं। स्थानीय सरकार अध्यादेश से पहले, जिलों को सब-डिवीजन कहा जाता था। पाकिस्तान में जिला सरकार के प्रमुख ज़िला नज़ीम(ज़िलाधीश) होता है जबकि प्रशासनिक मामलों के लिए जिम्मेदार जिला समन्वय अधिकारी(डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेशन ऑफिसर) होता है, जोकि जिला नज़ीम के अधीन काम करता है। इस प्रकार, जिला नज़ीम जिले का संवैधानिक और प्रशासनिक प्रमुख बताया जाता है कि सार्वजनिक मतदान से चुना जाता है। ज़िला समन्वय अधिकारी, जिला प्रशासन का प्रमुख होता है। उनपर दिये गए अधिकार और कर्तव्यों विस्तृत होते हैं, जिससे वे टीए के मामलों की तैयारी, निगरानी, ​​अनुपालन और सफल समापन के लिए जिम्मेदार होता है। ज़िला समन्वय अधिकारी, जिला नज़ीम को जवाबदेह होता है। जिला नज़ीम, जिला प्रशासन और प्रशासनिक परिषद का प्रमुख होता है। जिला नज़ीम के पास व्यापक प्रशासनिक और संवैधानिक अधिकार होते हैं जिनके तहत वह जिले में सरकार की रिट और विकास परियोजनाओं की तैयारी और पूर्ति सुनिश्चित करता है। उन्हीं अधिकारों का उपयोग करके जिला नज़ीम जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति और मामलों को सफलतापूर्वक चलते हैं। .

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पाकिस्तान में हिन्दू धर्म

पाकिस्तान में हिंदु धर्म का अनुसरण करने वाले कुल जनसंख्या के लगभग 2% है। पूर्वतन जनगणना के समय पाकिस्तानी हिंदुओं को जाति (1.6%) और अनुसूचित जाति (0.25%) में विभाजित किया गया।  पाकिस्तान को ब्रिटेन से स्वतन्त्रता 14 अगस्त, 1947 मिली उसके बाद 44 लाख हिंदुओं और सिखों ने आज के भारत की ओर स्थानान्तरण किया, जबकि भारत से 4.1 करोड़ मुसलमानों ने पाकिस्तान में रहने के लिये स्थानातरण किया।Boyle, Paul; Halfacre, Keith H.; Robinson, Vaughan (2014).

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पाकिस्तान में हिन्दी

पाकिस्तान की राष्ट्रीय भाषा उर्दू है जो कि हिन्दी ही के समान समझे जाने की योग्यता रखती है। भारत और पाकिस्तान में भाषीय और संस्कृतिक समानताओं के कारण पाकिस्तान में हिन्दी का बहुत प्रभाव देखनो को मिलता है। इसी कारण पाकिस्तान की कई संस्थायों में हिन्दी पढ़ाई जाती है। .

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पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति

पाकिस्तान में मुसलमानों के अलावा हिन्दू, सिख, ईसाई तथा अन्य जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यक रहते हैं किन्तु पश्चिम के धार्मिक स्वतन्त्रता समूहों एवं मानवाधिकार समूहों का कहना है कि वहाँ धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ बहुत भेदभाव बरता जाता है। .

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पाकिस्तान में अहमदिया जमात

पाकिस्तान में लगभग २५ लाख अहमदिया रहते हैं। इस प्रकार विश्व में सर्वाधिक अहमदिया पाकिस्तान में ही रहते हैं। पाकिस्तानी पंजाब के रबवा में अहमदिया जमात का मुख्यालय हुआ करता था जो अब इंगलैण्ड में ले जाया गया है। पाकिस्तान में अहमदिया लोगों पर सुन्नी बहुसंख्यक अत्याचार करते रहते हैं। पाकिस्तान में उन्हें मुसलमान नहीं, अल्पसंख्यक का दर्जा दिया गया है। .

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पाकिस्तान यादगार

पाकिस्तान यादगार(پاکستان یادگار) या पाकिस्तान माॅन्युमेन्ट(پاکستان مونومنٹ) (अर्थात पाकिस्तान स्मारक) पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित, पाकिस्तान का राष्ट्रीय स्मारक एवं पाकिस्तानी क़ौम का स्मारकीय प्रतीक है। इसे मई २००४ से मार्च २००७ के बीच इस्लामाबाद के शकरपारियां पहाड़ी के पश्चिमी सिरे पर बनाया गया था। पुष्पाकार बनावट वाले इस स्मारक की बनावट को आरिफ़ मसूद नामक एक पाकिस्तानी विस्तुकार ने तईयार किया था। इसकी बनावट को पाकिस्तान की सभ्यत, संस्कृती, वैचारिक नीव एवं पाकिस्तान आन्दोलन की कहानी को बयां करती है। इसकी चार बडी पंखुड़ियां, पाकिस्तान के प्रांतों का, व छोटी पंखुड़ियां प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह मूलतः पाकिस्तान आनंदोलन के शहीदों को समर्पित है। File:Pakistan Monument at night, Islamabad (HDR).jpg| File:Ali Mujtaba WLM2015 PAKISTAN MONUMENT 01.jpg| .

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पाकिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम

पाकिस्तान क्रिकेट टीम पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम है। .

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पाकिस्तान रेल

पाकिस्तान के रेल नेटवर्क लाहौर रेलवे स्टेशन कराची कैंट से लाहौर के लिए काराकोरम एक्सप्रेस जा रहा है। स्टेशन पाकिस्तान रेलवे के पाकिस्तान के एक राष्ट्रीय स्वामित्व राज्य के रेल परिवहन सेवा है, लाहौर में मुख्यालय.

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पाकिस्तान सरकार

पाकिस्तान सरकार (حکومتِ پاکستان.;हुक़ूमत-ए पाकिस्तान) वफ़ाक़ी संसदीय प्रणाली के तहत काम करति है जिस में राष्ट्रपति राज्य और प्रधानमंत्री सरकर के नेता होते हैं। पाकिस्तान सरकार संघीय संसदीय प्रणाली है। जिसमें राष्ट्रपति का चयन जनता की बजाय संसद अथवा निर्वाचन समिति करता है। इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान के प्रमुख राष्ट्रपति होते हैं जो पाकिस्तान की सेना के सर्वोच्च आदेशकर्ता भी होता है। प्रधानमंत्री, प्रशासनिक मामलों का प्रमुख होता है, वह संसदीय बहुमत से चुना जाता है। पाकिस्तान में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का चयन और पदग्रहण बिल्कुल भिन्न पहलू हैं और उनके शासनकाल का संवैधानिक रूप से आपस में कोई संबंध नहीं होता है। 6 सितंबर 2008 को पाकिस्तान की निर्वाचन समिति कि सेनेट(उच्चसदन), क़ौमी असेम्ब्ली (निम्नसदन) और चारों प्रांतीय विधानसभाओं से मिल कर बनता है। आम तौर पर प्रधानमंत्री निचले सदन के बहुमत दल के अंतर्गत आते हैं और देश की व्यवस्था संघीय मंत्रीमंडल की मदद से चलती है जो मजलिस-ए शूरा के दोनों सदनों, उच्च और निम्न से चुने जाते हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय विधानसभा सदस्यों और प्रांतीय विधायिका के सदस्य, जनता के मतदान के माध्यम से चुने जाते हैं। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति उस पार्टी के चुने जाते हैं जिनका क़ौमी असेम्ब्ली में बहूमत हो। सभापति भी बहुल पार्टी का ही होता है, हालांकि विपक्षी दलों को भी बड़े उदय दी जा सकते हैं। संसदीय प्रणाली में दो पार्टियां महत्व होता है एक वह पार्टी जो सभी पार्टियों से ज़्यादा सीटें हासिल कर इसे बहुल या सरकार बनाने वाली पार्टी और दूसरी वह पार्टी जो दूसरे नंबर पे सबसे निशतें प्राप्त करे उसे विपक्षी पार्टी कहा जाता हेमतला पाकिस्तान 2013 के चुनाव में मुस्लिम लीग की सबसे ज्यादा सीटें थीं तो वह सरकार बना लिया और दूसरे नंबर पे पपल्स पार्टी थी जो विपक्ष में खड़ी होई.ागर सरकारी पार्टी कोई फैसला लिया और विपक्ष इस फैसले का विरोध किया तो सरकारी पार्टी का वह फैसला खारिज किया जाएगा। .

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पाकिस्तान सुप्रीम जुडीशियल काउंसिल

पाकिस्तान स्प्रीम जुडीशियल काउंसिल पाकिस्तान का सुप्रीम जुडीशियल काउंसिल है।.

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पाकिस्तान स्थित हिन्दू मंदिर

इस लेख में पाकिस्तान में स्थित हिन्दू मंदिरों की सूची दी गयी है। .

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पाकिस्तान ज़िन्दाबाद

पाकिस्तान ज़िन्दाबाद (پاکستان زِنده باد —,; मतलब: पाकिस्तान की जय हो) देश पाकिस्तान के प्रति देशभक्ति और विजय के अवसर पर ख़ुशी व्यक्त करने हेतु एक नारा है। इसके अतिरिक्त इसे राजनीतिक और राष्ट्रीय भाषणों में भी प्रयोग किया जाता है। पाकिस्तान ज़िन्दाबाद के नारे सबसे पहले पाकिस्तान आंदोलन के दौरान लगाए गए थे, जब भारतीय उपमहाद्वीप के कई मुसलमान ब्रिटिश भारत में एक अलग इस्लामी राष्ट्र की माँग कर रहे थे। ऑल इंडिया मुस्लिम लीग के समर्थकों के दरम्यान ये नारे एक दूसरे से अभिवादित करने का तरीक़ा था। आज 'पाकिस्तान ज़िन्दाबाद' पाकिस्तान देश का राष्ट्रीय नारा भी है। .

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पाकिस्तान आंदोलन

पाकिस्तान आन्दोलन या तहरीकए पाकिस्तान (تحریک پاکستان) २०वीं सदी के भारतीय उपमहाद्वीप में हुए एक राजनीतिक आंदोलन का नाम था, जिसने अंत्यतः भारतवर्ष को धार्मिक आधार पर विभाजित कर दिया। इसके परिणाम स्वरूप उपमहाद्वीप के भारतीय ब्रिटिश साम्रराज्य के उत्तर पश्चिमी के चार प्रांतों व पूर्व में पूर्वी बंगाल की स्वतंत्रता संयोजन से स्थापना हुई पाकिस्तान नामक एक स्वतंत्र इस्लामिक गणरज्य की। यह आन्दोलन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समानांतर ही चला था। हालांकि, दोनो आंदोलनो का उद्देश्य एक ही था, परन्तु, पाकिस्तान आंदोलन का मुख्य उद्देश्य "भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमानों की धार्मिक पहचान और राजनीतिक हितों का संरक्षित व सुरक्षा था।" इस प्रसंग का पहला संगठित आंदोलन सैय्यद अहमद खान द्वारा अलीगढ़ में हुआ था, जिसे अलीगढ़ आंदोलन के रूप में जाना जाने लगा था। यह आन्दोलन पाकिस्तान आंदोलन का आधार था। १९०६ में, एक शैक्षिक सम्मेलन आयोजित किया गया जो धीरे धीरे मुस्लिम सुधारकों के आंदोलन से राजनीतिक चरण में तब्दील हो गया। इस बीच में, ऑल इंडिया मुस्लिम लीग का गठन किया गया था। गुरुत्वपूर्ण मुसलिम नेताओं द्वारा इसके गठन के पीछे का मूल उद्देश्य ब्रिटिश भारत में मुसलमानों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करना था। आंदोलन के प्रारंभिक दौर में मुस्लिम लीग के वार्षिक सत्रों ने अल्लामा इकबाल की दार्शनिक दृष्टिकोण व नेतृत्व में आंदोलन को आगे बढ़ाया। जिस्के पश्चात मुहम्मद अली जिन्ना के संवैधानिक प्रयासों ने आंदोलन के लिए जनसमर्थन बनाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उर्दू शायर इकबाल और फैज के साहित्य, कविता एवं भाषणों ने भी राजनीतिक चेतना के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इनके अलावा बेगम राणा लियाकत अली खान और फातिमा जिन्नाह जैसी महिलाओं ने भी अपनी भूमिका निभाई थी। नौकरीपेशे वाले लोगों ने भी पाकिस्तान आंदोलन में भाग लिया था। बाद में, भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, १९४७ पारित किया गया, जिसके अंतर्गत भारत अधिराज्य और पाकिस्तान अधिराज्य नामक दो स्वतंत्र स्वायत्य-उपनिवेश(डोमीनियन) की स्थापना की गई। पाकिस्तान आंदोलन कई माएनों में, सामाजिक, राजनैतिक एवं बौद्धिक प्रक्रिया का परिणाम था। इसके बाद पाकिस्तान के संस्थापकों ने एक मजबूत सरकार बनाने की प्रयास की जो की नवस्थापित देश के दोनों खंडों पर सफल नियंत्रण बनाए रख सके। १९५८ में बाद में, पाकिस्तान में सैन्य तख्तापलट हुआ और राजनीतिक एवं आर्थिक भेदभाव, एवं अन्य कई मसलों के परिणामस्वरूप बांग्लादेश १९७१ में एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरा जो की उस समय तक पूर्वी पाकिस्तान था। .

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पाकिस्तान इन्टरनेशनल एयरलाइंस

पाकिस्तान इन्टर्नेशनल एयरलाइंस (پاکستان انٹرنیشنل ایئر لائنز; प्रायः जिसे पीआईए; या पाकिस्तान इन्टर्नेशनल भी कहा जाता है), पाकिस्तान सरकार की राज्य-स्वामित्त्व वाली ध्वजवाहिका वायुसेवा है। Once regarded as Asia's best airline, कंपनी का मुख्यालय जिन्नाह अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, कराची में स्थित है और यह एशिया, यूरोप एवं उत्तरी अमरीका के २४ अन्तर्देशीय एवं ३८ अन्तर्राष्ट्रीय गंतव्यों को वायुसेवा देती है। इसका प्रमुख केन्द्र (हब) कराची में अल्लामा इकबाल अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र एवं बेनज़ीर भुट्टो अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, रावलपिण्डी/इस्लामाबाद में स्थित है। .

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पाकिस्तान का निर्वाचन आयोग

पाकिस्तान का निर्वाचन आयोग एक स्वतंत्र संस्था है कि इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाने के लिए जिम्मेदार है। मुख्य चुनाव आयुक्त इस संस्था का प्रमुख होता है और देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के अलावा हर उम्मीदवार की जांच का भी जिम्मेदार होता है। इसके अलावा देश के सभी राजनीतिक दलों को इस विलय और उनके राजनीतिक व आर्थिक मामलों की निगरानी भी इस संस्था की जिम्मेदारियों में शामिल हैं। पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग की स्थापना पाकिस्तान के संविधान द्वारा किया गया था। इसे 1956 में स्थापित किया गया था।निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन आयुक्त समेत चारों प्रांतों से नियुक्ति किये गए सदस्यों(जिनमें से प्रत्येक, उच्च न्यायालय का न्यायाधीश होता है) से गठित होता है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त का कार्यकाल 3 वर्ष होता है, जिस बीच उन्हें कार्यकाल व वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाती है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त व अन्य आयुक्तों को पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्ति किया जाता है। .

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पाकिस्तान का राजप्रतीकचिन्ह

पाकिस्तान के राजप्रतीकचिन्ह को सन १९५४ में पाकिस्तान सरकार द्वारा अपनाया गया था। इस चिन्ह को मूल रूप से कुल चिन्ह के रूप में वर्गित किया जा सकता है(उदाहरणस्वरूप: भारत का राष्ट्रप्रतीकचिन्ह एक ऐतिहासिक स्तम्भमुकुट है)। यह पाकिस्तानी गणराज्य के आदर्शों को, उस्की वैचाराक नीव को, उस्की अर्थव्यवस्था के मूल्यों को एवं पाकिस्तान की सांस्कृतिक धरोहर और मार्गदर्शक सिद्धांतों को दर्शाता है। इसे पाकिस्तान सरकार के चिन्ह के रूप में भी उपयोग किया जाता है। इस चिन्ह के मुख्य रूप से चार घटक अंग हैं.

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पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय

पाकिस्तान का सर्वोच्च न्यायालय (عدالت عظمیٰ پاکستان; अदालत-ए उज़्मा पाकिस्तान), इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत है और पाकिस्तान की न्यायिक व्यवस्था का शीर्ष हिस्सा है और पाकिस्तानी न्यायिक क्रम का शिखर बिन्दु है। पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय, पाकिस्तान कानूनी और संवैधानिक मामलों में फैसला करने वाली अंतिम मध्यस्थ भी है। सर्वोच्च न्यायालय का स्थायी कार्यालय पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित है, जबकि इस अदालत की कई उप-शाखाएं, पाकिस्तान के महत्वपूर्ण शहरों में कार्यशील हैं जहां मामलों की सुनवाई की जाती है। सर्वोच्च न्यायालय, पाकिस्तान को कई संवैधानिक व न्यायिक विकल्प प्राप्त होते हैं, जिनकी व्याख्या पाकिस्तान के संविधान में की गई है। देश में कई सैन्य सरकारों और असंवैधानिक तानाशाही सरकारों के कार्यकाल में भी सर्वोच्च न्यायालय ने स्वयं को स्थापित कर रखा है। साथ ही, इस अदालत ने सैन्य शक्ति पर एक वास्तविक निरीक्षक के रूप में स्वयं को स्थापित किया है और कई अवसरों में सरकारों की निगरानी की है। इस अदालत के पास, सभी उच्च न्यायालयों(प्रांतीय उच्च न्यायालयों, जिला अदालतों, और विशेष अदालतों सहित) और संघीय अदालत के ऊपर अपीलीय अधिकार है। इसके अलावा यह कुछ प्रकार के मामलों पर मूल अधिकार भी रखता है। सुप्रीम कोर्ट एक मुख्य न्यायाधीश और एक निर्धारित संख्या के वरिष्ठ न्यायाधीशों द्वारा निर्मित होता है, जो प्रधानमंत्री से परामर्श के बाद राष्ट्रपति द्वारा नामित किया जाता है। एक बार नियुक्त न्यायाधीश को, एक निर्दिष्ट अवधि को पूरा करने और उसके बाद ही रिटायर होने की उम्मीद की जाती है, जब तक कि वे दुराचार के कारण सर्वोच्च न्यायिक परिषद द्वारा निलंबित नहीं किये जाते हैं। .

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पाकिस्तान का संघीय मंत्रिमंडल

पाकिस्तान का संघीय मंत्रिमंडल, पाकिस्तान के वरिष्ठतम मंत्रियों व अंय वरिष्ठ निर्वाचित अधिकारियों का समूह है। यह पाकिस्तान का सबसे महत्वपूर्ण एवं उच्चतम संवैधानिक संस्थान है जोकि पाकिस्तान के प्रशासन व सरकार की नीति निर्धारण के लिए जिम्मेदार है सारे कैबिनेट सचिव, जनता द्वारा चुने गए राजनीतिज्ञों के निर्देश पर ही अपना काम करते हैं। इन चुने गए अधिकारियों को मंत्री या वजीर कहा जाता है। पाकिस्तान की पहली मंत्रीमंडल को पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान द्वारा गठित किया गया था। पाकिस्तान की संघीय मंत्रिमंडल पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 81डी में दिए गए प्रावधानों के अनुसार अपने कार्यों का निर्वाह करती है। सारे कैबिनेट मंत्रियों को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा नामांकित किया जाता है। इन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा शपथ दिलाई जाती है। मंत्रीमंडल के सारे मंत्रियों को सरकार की विभिन्न विभाग सौंपे जाते हैं। इन विभागों को मंत्रालय कहा जाता है। .

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पाकिस्तान का संविधान

पाकिस्तान का संविधान (آئین پاکستان;आईन(ए) पाकिस्तान) या दस्तूरे पाकिस्तान دستور پاکستان) को १९७३ का क़ानून भी कहते हैं। यह पाकिस्तान का सर्वोच्च दस्तूर है। पाकिस्तान का संविधान संविधान सभा द्वारा १० अप्रैल १९७३ को पारित हुआ तथा 14 अगस्त 1973 से प्रभावी हुआ। इस का प्रारूप ज़ुल्फ़िक़ार अली भुट्टो की सरकार और विपक्ष ने मिल कर तैयार किया। ये पाकिस्तान का तीसरा दस्तूर है और इस में कई बार रद्दोबदल की जा चुकी है। .

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पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पाकिस्तान में क्रिकेट के लिए राष्ट्रीय शासकिय निकाय है। यह पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम द्वारा किए गए सभी मैचों के आयोजन के लिए जिम्मेदार है। 1947 में आजादी के समय, पाकिस्तान में हर तरह का क्रिकेट भारत के क्रिकेट का हिस्सा था। आजादी के बाद 1 मई 1949 को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पाकिस्तान क्रिकेट टीम के प्रशासन की जिम्मेदारी दी गई थी। उस समय इसे पाकिस्तानी क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड का नाम दिया गया जिसे 1995 में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से बदल दिया गया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड 28 जुलाई 1952 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का सदस्य बना। पाकिस्तान ने अक्टूबर 1952 में भारत के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। .

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की सूची

नवाज़ शरीफ़- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री- 5 जून 2013 से 1 अगस्त 2017 तक। वर्तमान में,1 अगस्त 2017 से शाहिद खान अब्बासी पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री हैं। पाकिस्तान के प्रधान मन्त्री .

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री

पाकिस्तान के प्रधान मंत्री (وزیر اعظم پاکستان —) इस्लामी गणतंत्र पाकिस्तान की सरकार का मुखिया होता है। राष्ट्रीय विधानसभा के सदस्यों द्वारा प्रधानमंत्री का चयन किया जाता है। प्रधानमंत्री का ये पद पाँच वर्षके लिए होता है। प्रधानमंत्री अपनी सहायता के लिए मंत्रियों का चयन करता है। .

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पाकिस्तान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त

पाकिस्तान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित किया गया एक संवैधानिक पद है, वे पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष व नियुक्त पदाधिकारी होते हैं। निर्वाचन आयोग पाकिस्तान की वह संवैधानिक संस्थान है जिसे पाकिस्तान में राष्ट्रीय एवं प्रांतीय स्तर पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव आयोजित करने का प्रभार है। सन 1973 के पूर्व इस पद पर केवल प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों को ही नियुक्त किया जाता था और यह नियुक्ति केवल पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा की जाती थी, परंतु सन् 1973 के संविधान में, जिसमें पूर्व संविधानों के मुकाबले, अनेक महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए थे, के परवर्तन के बाद इस पद पर नियुक्ति को केवल न्यायपालिका पर संकुचित कर दिया गया। 1973 का संविधान इस बात को अनिवार्य करता है की मुख्य निर्वाचन आयुक्त केवल न्यायिक शाखा से ही नियुक्त किया जाएगा। अतः मौजूदा संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार केवल वरिष्ठ न्यायाधीश ही इस पद पर नियुक्त होने के लिए योग्य हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति व कार्यकाल शपथ, संविधान या (अन्य अवसरों पर) राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है। पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग की स्थापना पाकिस्तान के संविधान द्वारा किया गया था। इसे 1956 में स्थापित किया गया था।निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन आयुक्त समेत चारों प्रांतों से नियुक्ति किये गए सदस्यों(जिनमें से प्रत्येक, उच्च न्यायालय का न्यायाधीश होता है) से गठित होता है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त का कार्यकाल 3 वर्ष होता है, जिस बीच उन्हें कार्यकाल व वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाती है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त व अन्य आयुक्तों को पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्ति किया जाता है। .

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पाकिस्तान के यूनियन परिषद्

यूनियन परिषद या यूनियन काउंसिल पाकिस्तान का हीनतम् प्रशासनिक इकाई होती है। क्रमशः यह पाकिस्तान में छठे स्तर का प्रशासनिक निकाय है: यानी पहले संघीय सरकार, फिर प्रांत, फिर प्रमंडल, फिर जिले फिर तहसील और अंत्यतः यूनियन परिषद। लेकिन 2007 के बाद परिमंडल को समाप्त कर दिया गया इसलिए अब यूनियन परिषद पांचवें-स्तर की इकाई है। संघ परिषद स्थानीय सरकार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। संघ परिषद में 21 पार्षद होते हैं जिनकी अध्यक्षता नाज़िम और उप मॉडरेटर करते हैं। पाकिस्तान में इस समय 6000 से अधिक संघ परिषद हैं। .

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पाकिस्तान के राष्ट्रपति

पाकिस्तान के राष्ट्रपति (صدر مملكت —) पाकिस्तान इस्लामिक गणतंत्र के सर्वेसर्वा का पद है। .

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पाकिस्तान के शहर

पाकिस्तान का मानचित्र यह पाकिस्तान के बडे़ शहरों की सूची है। .

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पाकिस्तान के ज़िले

पाकिस्तान के ज़िले पाकिस्तान के तीसरे दर्जे की प्रशासनिक इकाइयाँ हैं। पाकिस्तान में कुल 135 ज़िले और 7 आदिवासी क्षेत्र हैं। अगस्त 2000 से पूर्व ज़िले डिवीज़न के तहत होते थे लेकिन उस वक़्त डिवीज़न को ख़त्म करके ज़िलों को सीधे सूबों के अधीन कर दिया गया। .

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पाकिस्तान के वर्तमान राज्यपालों की सूची

राज्यपाल पाकिस्तान में सूबे का मुखिया होता है। सूबाई राज्यपाल पाकिस्तान की संघीय सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है। राज्यपाल का कार्यकाल पाँच साल के लिए रहता है। .

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पाकिस्तान के विघटनकारी आन्दोलन

बलोचिस्तान का ध्वज पश्तूनिस्तान का ध्वज सिन्धुदेश का ध्वज बहुत दिनों से पाकिस्तान में अनेकों विघटनकारी आन्दोलन चल रहे हैं। वहाँ जातीय समूहों पर आधारित अनेक दल मौजूद हैं जिनमें से जीयै सिंध क़ौमी महाज़ (JSQM), जीयै सिंध मुत्ताहिदा महाज़ (JSMM) तथा बलूचिस्तान मुक्ति सेना (BLF) प्रमुख हैं। .

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पाकिस्तान के गवर्नर जनरल

यहाँ पाकिस्तान के स्वतंत्रता उपरांत गवर्नर-जनरल गण की सूची दी गयी है। इनका पूर्ण काल1947 – 1958 के बीच रहा। उसके बाद पाकिस्तान गणतंत्र बन गया। तब वहाँ राष्ट्रपति होने लगे।.

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पाकिस्तान की न्यायपालिका

पाकिस्तान की न्यायपालिका, एक श्रेणीबद्ध प्रणाली है जिसमें अदालतों के दो वर्गों है: श्रेष्ठतर (या उच्च) न्यायपालिका और अधीनस्थ (या निम्न) न्यायपालिका। श्रेष्ठतर न्यायपालिका, "सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान के", "संघीय शरीयत कोर्ट" और "पाँच उच्च न्यायालयों" से बना है, जिसके शीर्ष पर "सुप्रीम कोर्ट" विराजमान है। इसके अलावा, प्रत्येक चार प्रांतों एवं इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र के लिये एक उच्च न्यायालय है। पाकिस्तान का संविधान, न्यायपालिका पर संविधान की रक्षा, संरक्षण व बचाव का दायित्व सौंपता है। ना उच्चतम न्यायालय, ना हीं, उच्च न्यायालय, जनजातीय क्षेत्रों(फाटा) के संबंध में अधिकारिता का प्रयोग कर सकते हैं, सिवाय अन्यथा यदी प्रदान की जाय तो। आजाद कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान के विवादित क्षेत्रों के लिये अलग न्यायिक प्रणाली है। अधीनस्थ न्यायपालिका में, सिविल और आपराधिक जनपदीय न्यायालय व अन्य अनेक विशेष अदालतें शामिल हैं, जो, बैंकिंग, बीमा, सीमा शुल्क व उत्पाद शुल्क, तस्करी, ड्रग्स, आतंकवाद, कराधान, पर्यावरण, उपभोक्ता संरक्षण, और भ्रष्टाचार संबंधित मामलों में अधिकारिता का प्रयोग करती हैं। आपराधिक अदालतों को दंड प्रक्रिया संहिता, 1898 के तहत बनाया गया था और सिविल अदालतें, पश्चिमी पाकिस्तान सिविल न्यायालय अध्यादेश, 1964 द्वारा स्थापित किए गए थे। साथ ही, राजस्व अदालतें भी हैं, जो कि पश्चिमी पाकिस्तान भू-राजस्व अधिनियम, 1967 के तहत काम कर रहे हैं। इसके अलावा, सरकार, विशिष्ट मामलों में विशिष्ट अधिकार कार्यान्वित करने हेतु प्रशासनिक अदालतों और अधिकरणों की स्थापना कर सकती है। .

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पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयाँ

पाकिस्तान की प्रशासनिक इकाइयां पाकिस्तान के प्रशासनिक ढांचे के अंतर्गत चार सूबे (प्रांत), एक संघीय राजधानी क्षेत्र और संघ-शासित जनजातीय क्षेत्रों का एक समूह आता है। इस शीर्ष स्तर के नीचे सरकार के चार स्तर और हैं, जिनमें 27 डिवीजनें, एक सौ पाँच जिले, चार सौ से अधिक तहसीलें और कई हजार संघ परिषदें शामिल हैं। .

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पाकिस्तान की भाषाएँ

पाकिस्तान में अनेक प्रकार की भाषाएँ एवं बोलिया बोली जाती हैं। जिन में से पश्तो, पंजाबी, सिंधी और बलूची प्रमुख भाषाएँ हैं। .

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पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा

पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा या क़ौमी असेम्ब्ली (قومی اسمبلی; National Assembly, नैशनल असेम्ब्ली) पाकिस्तान की द्वीसदनीय संसद(मजलिस-ए शूरा), जिसका उच्चसदन सेनेट है, का निम्नसदन है। उर्दू भाषा मैं इसे कौमी इस्म्ब्ली कहा जाता हैं। इसमें कुल 342 आसन हैं, जिन में से 242 चुनाव के जरये चुने जाते हैं और बाक़ी के 70 महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। क़ौमी इस्म्ब्ली पाकिस्तान की संधीय विधायिका की वह इकाई है, जिसे जनता द्वारा चुना जाता है(यह पाकिस्तान में लोकसभा की जोड़ीदार है)। .

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पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा के अध्यक्ष

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, वे पाकिस्तान की नैशनल असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता हैं। अध्यक्ष राष्ट्रपति के उत्तराधिकार पंक्ति में पाकिस्तान की सेनेट के अध्यक्ष के पश्चात तीसरे स्थान पर हैं, यानी राष्ट्रपति के अभाव में वे राष्ट्रपतित्व का निर्वाह करते हैं, जबकि रुतबे के आधार पर वे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सेनेट के अध्यक्ष के बाद चौथे स्थान पर होता है। इसके अलावा अध्यक्ष विदेशों में भी निचले सदन के प्रवक्ता होता है। वे तटस्थ होता है। वह नेशनल असेंबली को भंग किए जाने के बाद अगले अध्यक्ष के चयन तक अध्यक्षता की जिम्मेदारियां निभाने है। .

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पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायिक परिषद

पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायिक परिषद,पाकिस्तान की न्यायपालिका की एक महत्वपूर्ण निकाय है, जो न्यायपालिका के खिलाफ दायर किए गए आवेदनों की सुनवाई करती है। पाकिस्तान के संविधान में यह के तहत काम करती है। .

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पाकिस्तान की सेनेट

सेनेट, (سینیٹ) या आइवान-ए बाला पाकिस्तान (ایوانِ بالا پاکستان) पाकिस्तान की द्वीसदनीय विधियिका का उच्चसदन है। इसके चुनाव त्रिवर्षीय अवधी पश्चात, आधे संख्या के सीटों के लिए आयोजित किए जाते है। यहाँ सदस्यों क कार्यकाल 6 वर्ष होता है। सीनेट के अध्यक्ष देश के राष्ट्रपति का अभिनय होते हैं। इसे 1973 में स्थापित किया गया था पाकिस्तान के संविधान में से नेट से संबंधित सारे प्रावधान अनुच्छेद 59 मैं दिए गए हैं। पाकिस्तान के संसद भवन में सेनेट का कक्ष पूर्वी भाग में है। सीनेट को ऐसे कई विशेष अधिकार दिये गए हैं, जो नैशनल असेम्ब्ली के पास नहीं है। इस संसदीय बिल बनाने के रूप में एक कानून के लिए मजबूर किया जा रहा की शक्तियों को भी शामिल है। सीनेट में हर तीन साल पर सीनेट की आधे सीटों के लिए चुनाव आयोजित की जाती हैं और प्रत्येक सीनेटर छह वर्ष की अवधि के लिये चुना जाता है। संविधान में सेनेट भंग करने का कोई भी प्रावधान नहीं दिया गया है, बल्की, इसमें इसे भंग करने पर मनाही है। .

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पाकिस्तान की सेनेट के अध्यक्ष

पाकिस्तान की सिनेट के अध्यक्ष (उर्दू: ؛چیئرمین سينیٹ Chairman senate) या आमीर मजलिस आइवान बाला(امیر مجلس ایوان بالا پاکستان, आइवान बाला (सेनेट) के अध्यक्ष (आमिर मजलिस) पाकिस्तान की सिनेट का सभापति पद है। of the Chapter 2: Majlis-e-Shoora (Parliament) in Part III of the Constitution of Pakistan. पाकिस्तान की संविधान के अनुसार सेनेट अध्यक्ष, पाकिस्तान की सिनेट के अधिष्ठाता एवं पाकिस्तान की राष्ट्रपतित्व के उत्तराधिकार पंक्ति में दूसरे स्थान पर हैं। संविधान के अनुसार अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चुनाव सिनेट द्वारा ही तीन वर्षीय अवधी हेतु किया जाता है। संविधान के अनुच्छेद 49 के अनुसार, राष्ट्रपति की अनुपस्थिति के दौरान, सेनेट अध्यक्ष को राष्ट्रपति पद के कर्तव्यों से सशक्त किया गया है, एवं अत्यंत दुर्लभ स्थितियों में, अध्यक्ष की भी अनुपस्थिति में यह अधिकार क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के अधिकार में दिया गया है। पाकिस्तान की से नेट के प्रथम अध्यक्ष खान हबीब उल्लाह खान मरवाट थे जबकि वसीम सज्जाद, अब तक, इस पद पर दीर्घतम् समय तक रहने वाले पदाधिकारी हैं। .

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पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था

क्रय-शक्ति समता (PPP) की दृष्टि से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था विश्व की २५वीं सबसे बड़ी अर्थव्य्वस्था है जबकि व्यक्तिगत सकल घरेलू उत्पाद की दृष्टि से यह विश्व की ४२वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। .

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पाकिस्तान अधिराज्य

पाकिस्तानी अधिराज्य (ﻣﻤﻠﮑﺖِ ﭘﺎﮐﺴﺘﺎﻥ., मुम्लिक़ात्'ए पाकिस्तान; পাকিস্তান অধিরাজ্য, पाकिस्तान ओधिराज्जो) नवनिर्मित देश, पाकिस्तान की स्वायत्त्योपनिवेशिय अवस्था थी। इस शासनप्रणाली के तहत पाकिस्तान को भारत विभाजन के बाद, ब्रिटिश साम्राज्य का एक स्वशासित व स्वतंत्र इकाइ(अधिराज्य) के रूप मे स्थापित किया गया था। पाकिस्तानी अधिराज्य की स्थापना भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम १९४७ के तहत ब्रिटिश भारत के विभाजन के बाद तथाकथित तौर पर भारतिय उपमहाद्वीप की मुस्लिम आबादी के लिए हुआ था। एसकी कुल भूभाग मौजूदा इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान व बांग्लादेश के बराबर थी। 1956 में पाकिस्तान का पहला संविधान के लागू होने के साथ ही "पाकिस्तान अधिराज्य" की विस्थापना हो गई जब अधिराजकिय राजतांत्रिक व्यवस्था को इस्लामिक गणराज्य से बदल दिया गया। इस व्यवस्था के तहत पाकिस्तान ब्रिटिश हुक़ूमत से स्वतंत्र हो गया एवं ब्रिटिश राष्ट्रमंडल का हिस्सा होने के नाते अन्य ब्रिटिश स्वायत्त्योपनिवेशों की ही तरह, ब्रिटेन के राजा(ततकालीन जार्ज षष्ठम) को पाकिस्तान के राजा का प्रभार भी सौंप दिया गया, हालांकी, (तथ्यस्वरूप) पाकिस्तान के राजा का लग-भग सारा संवैधानिक व कार्याधिकार पाकिस्तान में उनके प्रतिनिधी पाकिस्तान के महाराज्यपाल (गवर्नर-जनरल) के अधिकार में था। ऐसी व्यवस्था सारे ब्रिटिश-स्वायत्त्योपनिवेशों में रहती है। पाकिस्तान अधिराज्य कुल 9 सालों तक, १९४७ से १९५६ तक अस्तित्व में रहा था, जिस बीच 4 महाराज्यपालों की नियुक्ती हुई थी। भारत विभाजन व स्वतंत्रता के बाद संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटिश भारत की सदस्यता भारतीय अधिराज्य को दे दी गई जबकी पाकिस्तान ने नई सदस्यता प्राप्त की। .

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पाकिस्तानी

पाकिस्तान में रहने वाले या विदेशों में बसे पाकिस्तान मूल के लोग।.

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पाकिस्तानी मानक समय

पाकिस्तानी मानक समय या पाकिस्तान का मयारी वक़्त या पाकिस्तान स्टैन्डर्ड टाइम (पी॰ऍस॰टी॰, Pakistan Standard Time) पाकिस्तान का समय मंडल है। यह ग्रीनविच मानक समय से पाँच घंटे आगे हैं, यानि यूटीसी +०५:०० में पड़ता है। यह भारतीय मानक समय से आधा घंटा पीछे है। पाकिस्तान में कभी-कभी गर्मियों के मौसम में दिवालोक बचत समय (डेलाईट सेविंग टाइम) की प्रथा चलाई गई है लेकिन सन् २०१० के बाद फ़िलहाल यह बंद है।, Asif Masood, pp.44, 2010, UN ESCAP (Economic and Social Commission for Asia and the Pacific), United Nations,...

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पाकिस्तानी रुपया

रुपया पाकिस्तान की मुद्रा है जो स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित एवं संचालित होता है। श्रेणी:पाकिस्तान श्रेणी:मुद्रा.

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पाकिस्तानी लोग

पाकिस्तान देश के निवासियों को पाकिस्तानी या पाकिस्तानी लोग कहा जाता है। श्रेणी: पाकिस्तान श्रेणी: पाकिस्तान के लोग.

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पाकिस्तानी सिनेमा

पाकिस्तानी सिनेमा (उर्दू: پاکستانی سنیما) से मुराद पाकिस्तान का फ़िल्मी कला है। पाकिस्तान में बनने वाली ज़्यादातर फ़ीचर फ़िल्में उर्दू भाषा में हैं, लेकिन अंग्रेज़ी, पंजाबी, पुश्तो, बलोची या सिंधी भाषाओं में फ़िल्में बनाई जाती हैं। पाकिस्तान की सबसे बड़ी फ़िल्म इंडस्ट्री लॉलीवुड है श्रेणी:पाकिस्तानी संस्कृति.

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पाकिस्तानी संविधान का तेरहवाँ संशोधन

पाकिस्तानी संविधान का तेरहवें संशोधन कि संविधान (तेरहवीं संशोधन) अधिनियम 1997 के नाम से जानी जाती है और यह 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मियां मोहम्मद नवाज शरीफ सरकार ने पारित किया। इस संशोधन की रो से राष्ट्रपति पाकिस्तान विकल्प कृपया भंग एनए समाप्त कर दिए गए और प्रधानमंत्री को निलंबित करने और नए चुनाव कराने बारे राष्ट्रपति पाकिस्तान विकल्प का भी अंत हो गया। इस संशोधन को सरकार और विपक्ष का समर्थन प्राप्त था। इस संशोधन के बाद संविधान पाकिस्तान अनुच्छेद पु 2 ख संपादित हुई जिसकी रो राष्ट्रपति पाकिस्तान नेशनल असेंबली भंग करने की अनुमति थी अगर वह अपनी राय में यह समझते हैं कि देश या राज्य में ऐसी स्थिति जन्म ले कि जब सरकार या राज्य को आत्मसात संविधान पाकिस्तान रो संभव न रहे और इस बारे में नए चुनावों का आयोजन अपरिहार्य हो जाए। .

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पाकिस्तानी संविधान का तीसरा संशोधन

पाकिस्तानी संविधान का तीसरा संशोधन' 18 फरवरी 1975 को लागू किया गया। .

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पाकिस्तानी संविधान का दूसरा संशोधन

पाकिस्तानी संविधान में दूसरा संशोधन सितंबर 7,1974 को की गई थी। इसमें एक "मुसलमान" को पूर्णतः परिभाषित किया गया था, एवं इस परिभाषा के आधार पर, पाकिस्तान में कादियानी और अहमदियों को गैर-मुसलमान(अल्पसंख्यक) घोषित कर दिया गया था। .

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पाकिस्तानी संविधान का पहला संशोधन

पाकिस्तान के संविधान का पहला संशोधन दस्तावेजों में आधिकारिक तौर पर संविधान (पहला संशोधन) अधिनियम, 1974 कहा जाता है। यह संशोधन 4 मई 1974 को लागू हुई। इस संशोधन की रो से संविधान पाकिस्तान के अनुच्छेद 1, 8, 17, 61, 101, 193, 199, 200, 209, 212, 250, 260 और 272 में जबकि संविधान पाकिस्तान के पहले कार्यक्रम में परिवर्तन की गईं। इस संशोधन के बाद पाकिस्तान सीमाओं ाज़सर नौ निर्धारित किया गया और पूर्वी पाकिस्तान के संदर्भ को पाकिस्तान से बांग्लादेश के रूप में स्वतंत्र राज्य स्वीकार करने के बाद हटा दिया गया। .

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पाकिस्तानी संविधान का पाँचवाँ संशोधन

पाकिस्तानी संविधान के पांचवें संशोधन द्वारा पाकिस्तान के सभी प्रांतीय न्यायालय से वे सभी विकल्प वापस ले लिए गए जिनकी मदद से कोई भी अदालत किसी व्यक्ति के बारे में बुनियादी मानव अधिकार तय कर सकते थे। इस संशोधन पाकिस्तानन के संविधान के अध्याय (1) घटक (2) में गईं। इन संशोधनों को पाकिस्तान में 5 सितंबर 1976 को लागू कर दिया गया। .

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पाकिस्तानी संविधान का पंद्रहवाँ संशोधन

पाकिस्तानी संविधान का 15वां संशोधन विधायक को 28 अगस्त 1948 में नेशनल असेंबली में पारित किया गया था। इसके बाद उसे सेनेट में ले जाया गया, जहां वह कभी भी पारित नहीं किया गया। इस विधायक का मूल उद्देश्य अनुच्छेद 2B और अनुच्छेद 239 को संशोधित कर उद्देश्य संकल्प में दिए गए सिद्धांतों के प्रकाश में शरिया को पाकिस्तान की सर्वोच्च विधि के रूप में स्थापित करना था। .

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पाकिस्तानी संविधान का सतरहवाँ संशोधन

पाकिस्तान के संविधान का सतरहवॉं संशोधन जिसे सत्रहवीं संशोधन 2003 ए के नाम से जाना जाता है, दिसंबर 2003 में की गई। यह संशोधन लगभग एक साल तक तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल मुशर्रफ के समर्थकों और विरोधियों के बीच बहस बहस और कई मौकों पर तलखयों के बाद पारित किया गया था। यह संशोधन इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है कि संविधान पाकिस्तान में व्यापक रूप से कई संशोधन किए गए। इन संशोधनों में कई राष्ट्रपति पाकिस्तान के पद से संबंधित थीं और संविधान पाकिस्तान में तेरहवें संशोधन में की गई लगभग संशोधन वापस ले ली गईं। .

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पाकिस्तानी संविधान का सातवाँ संशोधन

पाकिस्तानी संविधान का सातवें संपादित 1977 में पारित हुआ। उसकी तहत प्रधानमंत्री को यह अधिकार दिया गया कि वह राष्ट्रपति पाकिस्तान की अनुमति से एक राष्ट्रीय जनमत संग्रह के कृीिे देश में जनता से विश्वास मत ले सकते थे। .

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पाकिस्तानी संविधान का आठवाँ संशोधन

पाकिस्तानी संविधान का आठवॉं संशोधन जिसे आधिकारिक तौर पर संविधान (आठवें संशोधन) अधिनियम, 1985 के नाम से जाना जाता है और उसे 1985 में लागू होगा किया गया। इस संशोधन की रो से पाकिस्तान संसदीय शासन आंशिक राष्ट्रपति शासन में बदल गया और राष्ट्रपति पाकिस्तान कई अतिरिक्त विकल्प और संवैधानिक शक्ति मिलती आ गई। इस विकल्प है कि संविधान पाकिस्तान के उप भाग 2 (ख) के अनुच्छेद 58 में शामिल हुए जिससे पाकिस्तान के राष्ट्रपति को यह अधिकार प्राप्त है कि वह पाकिस्तान की राष्ट्रीय असेंबली को भंग कर सकते थे, जबकि सेनेट को भंग करने का कोई अधिकार नहीं था। इस संशोधन के तहत अगर पाकिस्तान के राष्ट्रपति की राय में देश में ऐसी स्थिति उपजी है जिसके तहत सरकार और राज्य व्यवस्था संविधान पाकिस्तान के तहत न चलाए जा सकते हैं और नए चुनावों का आयोजन अपरिहार्य हो तो वह पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग सकते हैं। संविधान पाकिस्तान के अनुच्छेद 58 में किए गए इस संशोधन की रो से पाकिस्तान के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल को भी समाप्त कर सकते थे। .

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पाकिस्तानी संविधान का छठा संशोधन

पाकिस्तानी संविधान का छठा संशोधन द्वारा पाकिस्तान उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश प्रधानमंत्री के हवाले से यह बिंदुओं सम्मिलित किए गए कि 65 साल की उम्र में रिटायर हुए प्रांतीय अदालत सदा के न्यायाधीश को 62 साल की उम्र में अवश्य रिटायर हो जाना चाहिए। पाकिस्तान के एनए में यह संशोधन 22 दिसंबर 1976 को पारित किए गए। .

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पाकिस्तानी स्टेट बैंक

पाकिस्तानी स्टेट बैंक (उर्दू: بینک دولت پاکستان) पाकिस्तान का केन्द्रीय और राष्ट्रीय बैंक है। पाकिस्तान के संविधान के द्वारा जो नियम पाकिस्तान स्टेट बैंक अधिनियम १९४८ अर्न्तगत निर्धारित किए गए थे, वे १ जनवरी, १९७४ तक अपरिवर्तित रहे, जब बैंक का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया और इसके कार्यों का दायरा बहुत बढ़ गया। पाकिस्तान स्टेट बैंक अधिनियम १९५६ ने, जिसमें कुछ उत्तरगामी संशोधन किए गए, इसके वर्तमान कार्यों की आधारशिला रखी। इसका मुख्यालय पाकिस्तान की वित्तीय राजधानी कराची में स्थित है और दूसरा मुख्यालय राजधानी इस्लामाबाद में। .

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पाकिस्तानी सेना

पाक सेना पाकिस्तान की थलसेना है। इसका काम पाकिस्तान की सरहदों की रक्षा करना है। इसमें कुल 5,00,000 रिज़र्व सिपाही हैं। यह ब्रिटिश भारतीय सेना से अस्तित्व में आया जिसका भारत के विभाजन के बाद अस्तित्व समाप्त कर दिया था। पाकिस्तानी सेना अगस्त 1947 में स्थापित की गयी। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज (आईआईएसएस) के मुताबिक, इसमे 2015 में लगभग 620,000 सक्रिय कर्मचारी थे। पाकिस्तान में, स्वैच्छिक सैन्य सेवा के लिए 16-23 वर्ष आयु है; पाकिस्तान राष्ट्र के संविधान के मुताबिक सैनिकों को 18 साल उम्र से कम पर युद्ध के लिए तैनात नहीं किया जा सकता है। प्राथमिक उद्देश्य और इसका संवैधानिक मिशन यह है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और पाकिस्तान की राष्ट्रीय एकता को बाहरी आक्रमण या युद्ध के खतरे के विरुद्ध बचाव के लिए सुनिश्चित करना है। राष्ट्रीय आपदाओं और आपातकाल की घटनाओं के दौरान, यह घर पर मानवीय बचाव कार्यों का संचालन करती है और संयुक्त राष्ट्र द्वारा अनिवार्य शांति मिशन में भाग लेती है, सबसे उल्लेखनीय रूप से 1993 में सोमालिया में फंस गए अमेरिकी सैनिकों और 1992-95 में बोस्नियाई युद्ध के बचाव में इसने प्रमुख भूमिका निभाई। .

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पाकिस्तानी व्यक्तित्व

यहाँ पर पाकिस्तान के विभिन्न भागों एवं विभिन्न कालों में हुए प्रसिद्ध व्यक्तियों की सूची दी गयी है। .

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पाकिस्तानी खाना

पाकिस्तानी खानपान दक्षिण एशिया के विभिन्न भागो के ख़ानपान व्यवहार का एक मिश्रित प्रकार है.

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पिचनंद

पिचनंद, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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पितृ दिवस

फादर्स डे पिताओं के सम्मान में एक व्यापक रूप से मनाया जाने वाला पर्व हैं जिसमे पितृत्व (फादरहुड), पितृत्व-बंधन तथा समाज में पिताओं के प्रभाव को समारोह पूर्वक मनाया जाता है। अनेक देशों में इसे जून के तीसरे रविवार, तथा बाकी देशों में अन्य दिन मनाया जाता है। यह माता के सम्मान हेतु मनाये जाने वाले मदर्स डे(मातृ-दिवस) का पूरक है। .

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पितृवंश समूह ऍल

दक्षिण एशिया और मध्य पूर्व में पितृवंश समूह ऍल का फैलाव - आंकड़े बताते हैं के उस इलाक़े के कितने प्रतिशत पुरुष इसके वंशज हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में पितृवंश समूह ऍल या वाए-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप L एक पितृवंश समूह है। अनुमान है के जिस पुरुष से यह पितृवंश शुरू हुआ वह आज से २५,००० वर्ष पहले भारतीय उपमहाद्वीप का निवासी था। इस पितृवंश समूह के सदस्य पुरुष ज़्यादातर भारत और पाकिस्तान में पाए जाते हैं। मध्य एशिया, मध्य पूर्व और दक्षिण यूरोप के भी कुछ पुरुष इस पितृवंश के वंशज हैं। सारे भारतीय पुरुषों में से ७%-२०% इसके वंशज हैं। लगभग ७% पठान इसके वंशज हैं। सीरिया के एक अल राक्क़ाह नाम के शहर के तो ५१% पुरुष इसके वंशज पाए गएँ हैं।Mirvat El-Sibai et al."Geographical Structure of the Y-chromosomal Genetic Landscape of the Levant: A coastal-inland contrast"," 'Annals of Human Genetics (2009) .

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पितृवंश समूह आर१ए

पितृवंश समूह आर१ए का विस्तार पितृवंश समूह आर१ए या हैपलोग्रुप R1a मनुष्यों में वाए गुण सूत्र (Y-क्रोमोज़ोम) का एक वर्ग है, यानि की सभी पुरुष जिनमें इस वंश समूह के चिन्ह हैं एक ही ऐतिहासिक पुरुष की संतान हैं। अनुमान लगाया जाता है के यह पुरुष आज से १८,५०० साल पहले जीवित था। इस पितृवंश के पुरुष भारत, पाकिस्तान, मध्य एशिया, रूस, पूर्वी यूरोप और स्कैन्डिनेवियाई देशों में पाए जाते हैं। .

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पिशीन

पिशीन (Pishin) पाकिस्तान के पश्चिमी बलोचिस्तान सूबे के पिशीन ज़िले की राजधानी है। यह एक पश्तून बहुसंख्यक इलाक़ा है और यहाँ की आम-बोली पश्तो है। किसी ज़माने में यह अफ़्ग़ानिस्तान का हिस्सा हुआ करता था लेकिन प्रथम ब्रिटिश-अफ़्ग़ान युद्ध के बाद इसे ब्रिटिश हिन्दुस्तान में सम्मिलित कर लिया गया और भारत की आज़ादी और विभाजन के बाद यह पाकिस्तान में आ गया। पिशीन में बहुत गर्मी और सर्दी दोनों पड़ती हैं। गर्मियों में तापमान ४० सेंटीग्रेड से ज्यादा और सर्दियों में शुन्य से कम जाता है। पिशीन शहर इसी नाम की पिशीन वादी में स्थित है, जो एक बहुत ही शुष्क इलाक़ा है। यहाँ कुछ फलों के पेड़ों को छोड़कर बहुत कम वृक्ष हैं।, British Association for the Advancement of Science, J. Murray, 1879,...

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पख़्तूनिस्तान

दक्षिणी अफ़ग़ानिस्तान में जनजातीय एवं धार्मिक नेता पख़्तूनिस्तान का प्रस्तावित ध्वज पख़्तूनिस्तान या पठानिस्तान, शब्द "पठान" (पश्तून) और "स्तान" (जगह या क्षेत्र) के संयोजन है। इसका अर्थ संसार का वह ऐतिहासिक क्षेत्र जिसमें पठान लोगों की जनसंख्या सर्वाधिक है और जहाँ पश्तो भाषा बोली जाती है। पख़्तूनिस्तान का अधिक हिस्सा अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान की भूमि में है लेकिन भारत और ईरान का भी छोटा सा हिस्सा शामिल है। पख़्तूनिस्तान शब्द का उपयोग अंग्रेज़ों ने तब किया जब वह भारत पर शासन कर रहे थे, ब्रिटिश राज ने पश्चिमी-उत्तरी क्षेत्रों को पख़्तूनिस्तान कहा करते थे और यही कारण से इस नाम संपूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप में प्रसिद्ध हुआ और फिर इस क्षेत्र को पख़्तूनिस्तान कहा गया है। .

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पख़्तूनख़्वा मिल्ली अवामी पार्टी

पख़्तूनख़्वा मिली अवामी पार्टी पाकिस्तान की एक प्रमुख राजनैतिक दल है। मुहम्मद ख़ान अचकज़ई इस दल के मुखिया हैं। .

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पंचशील

मानव कल्याण तथा विश्वशांति के आदर्शों की स्थापना के लिए विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक तथा आर्थिक व्यवस्था वाले देशों में पारस्परिक सहयोग के पाँच आधारभूत सिद्धांत, जिन्हें पंचसूत्र अथवा पंचशील कहते हैं। इसके अंतर्गत ये पाँच सिद्धांत निहित हैं- (1) सभी देशों द्वारा अन्य देशों की क्षेत्रीय अखंडता और प्रभुसत्ता का सम्मान करना (2)दूसरे देश के आन्तरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना (3) दूसरे देश पर आक्रमण न करना। (4) परस्पर सहयोग एवं लाभ को बढावा देना। (5) शांतिपूर्ण सह अस्तित्व की नीति का पालन करना। .

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पंजाब (पाकिस्तान)

पंजाब पंजाब पाकिस्तान का एक प्रान्त है। इसमें ३६ जिले हैं। पंजाब आबादी के अनुपात से पाकिस्तान का सब से बड़ा राज्य है। पंजाब में रहने वाले लोग पंजाबी कहलाते हैं। पंजाब की दक्षिण की तरफ़ सिंध, पश्चिम की तरफ़ ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा और बलोचिस्तान,‎‎‎ उत्तर की तरफ़ कश्मीर और इस्लामाबाद और पूर्व में हिन्दुस्तानी पंजाब और राजस्थान से मिलता है। पंजाब में बोली जाने वाली भाषा भी पंजाबी कहलाती है। पंजाबी के अलावा वहां उर्दु और सराइकी भी बोली जाती है। पंजाब की (राजधानी) लाहौर है। पंजाब फ़ारसी भाषा के दो शब्दों - 'पंज' यानि 'पांच' (५) और 'आब' यानि 'पानी' से मिल कर बना है। इन पांच दरियाओं के नाम हैं.

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पंजाब (भारत)

पंजाब (पंजाबी: ਪੰਜਾਬ) उत्तर-पश्चिम भारत का एक राज्य है जो वृहद्तर पंजाब क्षेत्र का एक भाग है। इसका दूसरा भाग पाकिस्तान में है। पंजाब क्षेत्र के अन्य भाग (भारत के) हरियाणा और हिमाचल प्रदेश राज्यों में हैं। इसके पश्चिम में पाकिस्तानी पंजाब, उत्तर में जम्मू और कश्मीर, उत्तर-पूर्व में हिमाचल प्रदेश, दक्षिण और दक्षिण-पूर्व में हरियाणा, दक्षिण-पूर्व में केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और दक्षिण-पश्चिम में राजस्थान राज्य हैं। राज्य की कुल जनसंख्या २,४२,८९,२९६ है एंव कुल क्षेत्रफल ५०,३६२ वर्ग किलोमीटर है। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ पंजाब की राजधानी है जोकि हरियाणा राज्य की भी राजधानी है। पंजाब के प्रमुख नगरों में अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला और बठिंडा हैं। 1947 भारत का विभाजन के बाद बर्तानवी भारत के पंजाब सूबे को भारत और पाकिस्तान दरमियान विभाजन दिया गया था। 1966 में भारतीय पंजाब का विभाजन फिर से हो गया और नतीजे के तौर पर हरियाणा और हिमाचल प्रदेश वजूद में आए और पंजाब का मौजूदा राज बना। यह भारत का अकेला सूबा है जहाँ सिख बहुमत में हैं। युनानी लोग पंजाब को पैंटापोटाम्या नाम के साथ जानते थे जो कि पाँच इकठ्ठा होते दरियाओं का अंदरूनी डेल्टा है। पारसियों के पवित्र ग्रंथ अवैस्टा में पंजाब क्षेत्र को पुरातन हपता हेंदू या सप्त-सिंधु (सात दरियाओं की धरती) के साथ जोड़ा जाता है। बर्तानवी लोग इस को "हमारा प्रशिया" कह कर बुलाते थे। ऐतिहासिक तौर पर पंजाब युनानियों, मध्य एशियाईओं, अफ़ग़ानियों और ईरानियों के लिए भारतीय उपमहाद्वीप का प्रवेश-द्वार रहा है। कृषि पंजाब का सब से बड़ा उद्योग है; यह भारत का सब से बड़ा गेहूँ उत्पादक है। यहाँ के प्रमुख उद्योग हैं: वैज्ञानिक साज़ों सामान, कृषि, खेल और बिजली सम्बन्धित माल, सिलाई मशीनें, मशीन यंत्रों, स्टार्च, साइकिलों, खादों आदि का निर्माण, वित्तीय रोज़गार, सैर-सपाटा और देवदार के तेल और खंड का उत्पादन। पंजाब में भारत में से सब से अधिक इस्पात के लुढ़का हुआ मीलों के कारख़ाने हैं जो कि फ़तहगढ़ साहब की इस्पात नगरी मंडी गोबिन्दगढ़ में हैं। .

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पंजाब के मुख्यमंत्री (पाकिस्तान)

पंजाब के मुख्यमंत्री, पाकिस्तान के प्रांत पंजाब की प्रांतीय सरकार का प्रमुख होता है। उनका चयन पंजाब विधानसभा करती है। पाकिस्तान पाकिस्तान की प्रशासन व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है अतः राज्य के राज्यपाल, जिन्हें कथास्वरूप राज्य का प्रमुख होने का सौभाग्य प्राप्त है, को केवल पारंपरिक एवं नाममात्र की संवैधानिक अधिकार है जबकि आसल कार्यप्रणाली मुख्यमंत्री के नियंत्रण में होती है। पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री मियां शाहबाज शरीफ हैं जिनका संबंध पाकिस्तान मुस्लिम लीग एन से है। वह 30 मार्च 2009 को मुख्यमंत्री पद पर बहाल हुए थे। उन्हें पंजाब की प्रांतीय विधानसभा के सदस्यों ने नेता सत्ता पक्ष चुना था लेकिन अदालती आदेश के कारण उन्हें पद से हटा दिया गया और राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया। बाद में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने राज्यपाल शासन हटाते हुए 30 मार्च को उन्हें पद पर बहाल किया। 30 मार्च 2009 के न्यायालय के निर्णय शाहबाज शरीफ को पुनह पद पर स्थापित कर दिया, जिसके बाद 26 मार्च 2013 से जून 2013 तक विख्यात पत्रकार एवं पत्रकारी हस्ती नजम सेठी को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर अस्थाई रूप से इस पद पर स्थापित किया गया। इसके बाद बनाया शहबाज शरीफ इस पद पर चुनाव द्वारा चुने गए। .

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पंजाब के यूनियन परिषदों की सूची

यूनियन परिषद या यूनियन काउंसिल पाकिस्तान का हीनतम् प्रशासनिक इकाई होती है। क्रमशः यह पाकिस्तान में छठे स्तर का प्रशासनिक निकाय है: यानी पहले संघीय सरकार, फिर प्रांत, फिर प्रमंडल, फिर जिले फिर तहसील और अंत्यतः यूनियन परिषद। लेकिन 2007 के बाद परिमंडल को समाप्त कर दिया गया इसलिए अब यूनियन परिषद पांचवें-स्तर की इकाई है। संघ परिषद स्थानीय सरकार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। संघ परिषद में 21 पार्षद होते हैं जिनकी अध्यक्षता नाज़िम और उप मॉडरेटर करते हैं। पाकिस्तान में इस समय 6000 से अधिक संघ परिषद हैं। .

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पंजाब कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी

पंजाब कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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पंजाबी भाषा

पंजाबी (गुरमुखी: ਪੰਜਾਬੀ; शाहमुखी: پنجابی) एक हिंद-आर्यन भाषा है और ऐतिहासिक पंजाब क्षेत्र (अब भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजित) के निवासियों तथा प्रवासियों द्वारा बोली जाती है। इसके बोलने वालों में सिख, मुसलमान और हिंदू सभी शामिल हैं। पाकिस्तान की १९९८ की जनगणना और २००१ की भारत की जनगणना के अनुसार, भारत और पाकिस्तान में भाषा के कुल वक्ताओं की संख्या लगभग ९-१३ करोड़ है, जिसके अनुसार यह विश्व की ११वीं सबसे व्यापक भाषा है। कम से कम पिछले ३०० वर्षों से लिखित पंजाबी भाषा का मानक रूप, माझी बोली पर आधारित है, जो ऐतिहासिक माझा क्षेत्र की भाषा है। .

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पंजाबी भाषा आन्दोलन

पंजाबी भाषा आन्दोलन का ध्वज पंजाबी भाषा आन्दोलन (Punjabi Language Movement (PLM)) पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में शुरू हुआ एक आन्दोलन है जिसका उद्देश्य पंजाबी भाषा, कला, संस्कृति और साहित्य को पुनर्जीवित करना है। पाकिस्तान में पंजाबियों की संख्या सबसे अधिक है फिर भी पंजाबी को सरकारी मान्यता नहीं है। उर्दू को राष्ट्रभाषा बना दिया गया है जबकि उर्दू पाकिस्तान के बहुत ही कम लोगों की मातृभाषा है। पंजाबी भाषा आन्दोलन, पंजाबी राष्ट्रवाद पर आधारित है। श्रेणी:पाकिस्तान के विघटनकारी आन्दोलन.

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पंजाबी खाना

पंजाबी खाना भारत के पंजाब प्रांत में और पाकिस्तान में मिलता है। इसके व्यंजनों को कई स्थानीय जगहों में अलग अलग तरह से पकाया जाता है। तन्दूरी बनाने का यहाँ का तरीका भारत के अलावा विदेशों में भी प्रसिद्ध है। इनके मुख्य खानों में मक्खन से बनी चीजें, सब्जी भाजी और मटन के व्यंजन काफी प्रसिद्ध हैं। इनके मुख्य व्यंजनों में सरसों दा साग और मक्की दी रोटी है।। श्रेणी:भारतीय खाना श्रेणी:खान पान श्रेणी:पंजाब.

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पकतिया प्रान्त

अफ़्ग़ानिस्तान का पकतिया प्रान्त (लाल रंग में) पकतिया प्रान्त के बमोज़ई गाँव में पढ़ते बच्चे पकतिया (फ़ारसी:, अंग्रेजी: Paktia) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के पूर्व में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ६,४३२ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००२ में लगभग ४.१५ लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी गरदेज़ शहर है। इस प्रान्त की सरहदें पाकिस्तान से लगती हैं। यहाँ के लगभग ९०% लोग पश्तून हैं और लगभग १०% फ़ारसी बोलने वाले ताजिक लोग हैं। .

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पकतीका प्रान्त

अफ़्ग़ानिस्तान का पकतीका प्रान्त (लाल रंग में) पकतीका प्रान्त में एक चरवाहा अपनी बकरियों के साथ पकतीका (फ़ारसी:, अंग्रेजी: Paktika) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के पूर्व में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल १९,४८२ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००९ में लगभग ४ लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी शरना शहर है। पकतीका की सरहदें पाकिस्तान से लगती हैं। यहाँ के लगभग ९६% लोग पश्तून हैं। यहाँ चंद हज़ार उज़बेक लोग भी रहते हैं जो आबादी के २% से भी कम हैं। .

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पुष्कलावती

पुश्कलावती प्राचीनकाल में गन्धार की राजधानी हुआ करता था। मान्यता के अनुसार इस शहर की स्थापना रामायण के राम के भाई भरत के पुत्र पुश्कल ने की थी, जिनपर इस नगर का नाम पड़ा। आधुनिक काल में यह पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चारसद्दा ज़िले में स्थित है। .

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पुंछ ज़िला, पाकिस्तान

पुंछ ज़िला (अंग्रेज़ी: Poonch District, उर्दु: ضلع پونچھ) आज़ाद कश्मीर का एक ज़िला है। पाक-अधिकृत कश्मीर दो भागों में विभाजित है: आज़ाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान। पुंछ ज़िला इनमें से आज़ाद कश्मीर नामक हिस्से में आता है। इसका प्रमुख नगर रावला कोट है। भारत इसे अपना भाग मानता है और भारत के जम्मू व कश्मीर राज्य में भी एक पुंछ ज़िला है। पाक-अधिकृत कश्मीर के पुंछ क्षेत्र में सुधन और आवान समुदाय भारी संख्या में हैं। .

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प्याज

हरीप्याज प्याज प्याज़ एक वनस्पति है जिसका कन्द सब्ज़ी के रूप में प्रयोग किया जाता है। भारत में महाराष्ट्र में प्याज़ की खेती सबसे ज्यादा होती है। यहाँ साल मे दो बार प्याज़ की फ़सल होती है - एक नवम्बर में और दूसरी मई के महीने के क़रीब होती है। प्याज़ भारत से कई देशों में निर्यात होता है, जैसे कि नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, इत्यादि। प्याज़ की फ़सल कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश जैसी जगहों पर अलग-अलग समय पर तैयार होती है। विश्व में प्याज 1,789 हजार हेक्टर क्षेत्रफल में उगाई जाती हैं, जिससे 25,387 हजार मी.

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प्रताप सहगल

प्रताप सहगल हिन्दी के कवि, नाटककार, कहानीकार और आलोचक हैं। .

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प्रतिमा देवी

प्रतिमा देवी (१८९३-१९६९) एक भारतीय बंगाली कलाकार थी, जो रवींद्रनाथ टैगोर के सहयोग से प्रसिद्ध थी। प्रतिमा टैगोर ने चित्रकार कला का अध्ययन नंदलाल बोस और उनके ससुर रवींद्रनाथ टैगोर के तहत किया। रवीन्द्रनाथ ने उन्हने कलात्मक कला करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने १९१५ के बाद से, टागोरस द्वारा संचालित ओरिएंटल आर्ट की इंडियन सोसायटी में अपना कार्य प्रदर्शित किया। फिर वह पेरिस चली गई, जहां उन्होंने इतालवी "गीला फ़्रेस्को" विधि का अध्ययन किया। भारत में, वह शांतिनिकेतन में रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित नृत्य विद्यालय में नृत्य पाठ्यक्रम के प्रभारी थी। .

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प्रतिविंध्य

प्रतिविंध्य का उल्लेख महाभारत में आता है।.

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प्राण कुमार शर्मा

प्राण द्वारा रचित कॉमिक पात्र चाचा चौधरी कार्टूनिस्ट प्राण कुमार शर्मा (१५ अगस्त १९३८ – ६ अगस्त २०१४) जिन्हें प्राण के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय कॉमिक जगत के सबसे सफल और लोकप्रिय कार्टूनिस्ट प्राण ने १९६० से कार्टून बनाने की शुरुआत की। प्राण को सबसे ज्यादा लोकप्रिय उनके पात्र चाचा चौधरी और साबू ने बनाया। सर्वप्रथम लोटपोट के लिए बनाये उनके ये कार्टून पात्र बेहद लोकप्रिय हुए और आगे चलकर प्राण ने चाचा चौधरी और साबू को केन्द्र में रखकर स्वतंत्र कॉमिक पत्रिकाएं प्रकाशित की। उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र मिलाप से कार्टून बनाने की शुरुआत की थी। ६ अगस्त २०१४ को उनका कैंसर से निधन हो गया। .

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प्राथमिकी

धारावाहिक के लिए देखें- एफ आई आर (धारावाहिक) ---- किसी (आपराधिक) घटना के संबंध में पुलिस के पास कार्यवाई के लिए दर्ज की गई सूचना को प्राथमिकी या प्रथम सूचना रपट (F I R) कहा जाता है। प्रथम सूचना रिपोर्ट या एफआईआर (First Information Report या FIR) एक लिखित प्रपत्र (डॉक्युमेन्ट) है जो भारत, पाकिस्तान, एवं जापान आदि की पुलिस द्वारा किसी संज्ञेय अपराध (cognizable offence) की सूचना प्राप्त होने पर तैयार किया जाता है। यह सूचना प्रायः अपराध के शिकार व्यक्ति द्वारा पुलिस के पास एक शिकायत के रूप में दर्ज की जाती है। किसी अपराध के बारे में पुलिस को कोई भी व्यक्ति मौखिक या लिखित रूप में सूचित कर सकता है। FIR पुलिस द्वारा तेयार किया हुआ एक दस्तावेज है जिसमे अपराध की सुचना वर्णित होती है I सामान्यत: पुलिस द्वारा अपराध संबंधी अनुसंधान प्रारंभ करने से पूर्व यह पहला कदम अनिवार्य है I भारत में किसी भी व्यक्ति द्वारा शिकायत के रूप में प्राथमिकी दर्ज कराने का अधिकार है। किंतु कई बार सामान्य लोगों द्वारा दी गई सूचना को पुलिस प्राथमिकी के रूप में दर्ज नहीं करती है। ऐसे में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कई व्यक्तियों को न्यायालय का भी सहारा लेना पड़ा है। .

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प्रायद्वीप

क्रोशिया में एक छोटा सा प्रायद्वीपप्रायद्वीप (संस्कृत: प्रायद्वीप; प्राय.

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प्राकृतिक आपदा

एक प्राकृतिक आपदा एक प्राकृतिक जोखिम (natural hazard) का परिणाम है (जैसे की ज्वालामुखी विस्फोट (volcanic eruption), भूकंप, या भूस्खलन (landslide) जो कि मानव गतिविधियों को प्रभावित करता है। मानव दुर्बलताओं को उचित योजना और आपातकालीन प्रबंधन (emergency management) का आभाव और बढ़ा देता है, जिसकी वजह से आर्थिक, मानवीय और पर्यावरण को नुकसान पहुँचता है। परिणाम स्वरुप होने वाली हानि निर्भर करती है जनसँख्या की आपदा को बढ़ावा देने या विरोध करने की क्षमता पर, अर्थात उनके लचीलेपन पर। ये समझ केंद्रित है इस विचार में: "जब जोखिम और दुर्बलता (vulnerability) का मिलन होता है तब दुर्घटनाएं घटती हैं". जिन इलाकों में दुर्बलताएं निहित न हों वहां पर एक प्राकृतिक जोखिम कभी भी एक प्राकृतिक आपदा में तब्दील नहीं हो सकता है, उदहारण स्वरुप, निर्जन प्रदेश में एक प्रबल भूकंप का आना.बिना मानव की भागीदारी के घटनाएँ अपने आप जोखिम या आपदा नहीं बनती हैं, इसके फलस्वरूप प्राकृतिक शब्द को विवादित बताया गया है। .

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प्रौद्योगिकी स्नातक

बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी (जिसे आम तौर पर संक्षेप में बी.टेक. या बी.टेक. (ऑनर्स) कहा जाता है) एक पूर्वस्नातक अकादमिक डिग्री है जिसे एक मान्यता प्राप्त विश्विद्यालय या मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय स्तरीय संस्थान में तीन या चार वर्षों के एक अध्ययन कार्यक्रम को पूरा करने के बाद प्रदान किया जाता है। यह डिग्री कॉमनवेल्थ ऑफ नेशंस, आयरलैंड गणराज्य, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, नाइजीरिया और अन्य देशों में प्रदान की जाती है। आम तौर पर यह डिग्री बैचलर ऑफ साइंस डिग्री कार्यक्रम में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है जिन्होंने एक लिया है जिसे अतिरिक्त रूप से या तो व्यावसायिक प्लेसमेंट्स (जैसे पर्यवेक्षित प्रैक्टिका या इंटर्नशिप) या अभ्यास आधारित क्लासरूम कार्यक्रमों द्वारा पूरा किया जाता है। इन आवश्यकताओं के कारण इस डिग्री में आम तौर पर कम से कम चार साल का समय लगता है। कुछ देशों में एक पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद यह डिग्री प्रदान की जाती है जो करियर उन्मुखी होता है जहां सिद्धांत के विपरीत अभ्यास पर जोर दिया जाता है। यहाँ, इसके विपरीत, व्यवसायिक प्लेसमेंट्स और अभ्यास आधारित कार्यक्रमों को इस कार्यक्रम के तहत बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है (सहकारी शिक्षा देखें).

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प्रेम चोपड़ा

प्रेम चोपड़ा हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। .

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प्रेमकृष्ण खन्ना

प्रेमकृष्ण खन्ना (अंग्रेजी: Prem Krishna Khanna, जन्म: २ फ़रवरी १८९४ मृत्यु:३ अगस्त १९९३) हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के एक प्रमुख सदस्य थे। शाहजहाँपुर के रेल विभाग में ठेकेदार (काण्ट्रेक्टर) थे। इन्हें ब्रिटिश सरकार ने माउजर पिस्तौल का लाइसेन्स दे रखा था। सुप्रसिद्ध क्रान्तिकारी राम प्रसाद 'बिस्मिल' से इनकी घनिष्ठ मित्रता थी। क्रान्तिकारी कार्यों के लिये वे इनका माउजर प्राय: माँग कर ले जाया करते थे। यही नहीं, आवश्यकता पडने पर कभी कभी इनके लाइसेन्स पर कारतूस भी खरीद लिया करते थे। काकोरी काण्ड में प्रयुक्त माउजर पिस्तौल के कारतूस इन्हीं के शस्त्र-लाइसेन्स पर खरीदे गये थे जिसके पर्याप्त साक्ष्य मिल जाने के कारण इन्हें ५ वर्ष की कठोर कैद की सजाभुगतनी पडी थी। २ वर्ष तक काकोरी-काण्ड का मुकदमा चला अत: कुल मिलाकर सन १९२५ से १९३२ तक ७ वर्ष कारागार में बिताये। छूटकर आये तो आजीवन अविवाहित रहकर देश-सेवा का व्रत ले लिया। ४० वर्षाँ तक कांग्रेस की कार्यकारिणी के सदस्य रहे। कांग्रेस के टिकट पर कई वर्ष (१९६२ से १९७१ तक) लोकसभा के सांसद भी रहे। ३ अगस्त १९९३ को शाहजहाँपुर के जिला अस्पताल में उस समय प्राणान्त हुआ जब जीवन का शतक पूर्ण करने में मात्र ६ महीने शेष रह गये थे। बडे ही जीवट के व्यक्ति थे। .

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पृथ्वीराज कपूर

पृथ्वीराज कपूर (3 नवंबर 1901 - 29 मई 1972) हिंदी सिनेमा जगत एवं भारतीय रंगमंच के प्रमुख स्तंभों में गिने जाते हैं। पृथ्वीराज ने बतौर अभिनेता मूक फ़िल्मो से अपना करियर शुरू किया। उन्हें भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) के संस्थापक सदस्यों में से एक होने का भी गौरव हासिल है। पृथ्वीराज ने सन् 1944 में मुंबई में पृथ्वी थिएटर की स्थापना की, जो देश भर में घूम-घूमकर नाटकों का प्रदर्शन करता था। इन्हीं से कपूर ख़ानदान की भी शुरुआत भारतीय सिनेमा जगत में होती है। 1972 में उनकी मृत्यु के पश्चात उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी नवाज़ा गया। पृथ्वीराज कपूर को कला क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९६९ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। पृथ्वीराज ने पेशावर पाकिस्तान के एडवर्ड कालेज से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने एक साल तक कानून की शिक्षा भी प्राप्त की जिसके बाद उनका थियेटर की दुनिया में प्रवेश हुआ। 1928 में उनका मुंबई आगमन हुआ। कुछ एक मूक फ़िल्मों में काम करने के बाद उन्होंने भारत की पहली बोलनेवाली फ़िल्म आलम आरा में मुख्य भूमिका निभाई। .

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पैसा

पैसा भारत की राष्ट्रीय मुद्रा रुपया का सौवा हिस्सा है। यह नाम बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल में भी है। यह बांग्लादेश के अलावा सभी देशों में रुपये के भाग होता है। जबकि यह बांग्लादेश में टका इसके भाग का होता है। .

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पैग़ाम टीवी

पैग़ाम टीवी पाकिस्तानी उर्दू चैनल है। इसकी स्थापना 26 अगस्त 2011 को लाहौर में की गई थी। .

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पूड़ी

पूरी या वास्तविक नाम पूड़ी (बहुवचन: पूड़ियाँ) एक एशियाई अखमीरी रोटी है जिसे भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश समेत दक्षिण एशिया के कई देशों में नाश्ते या हल्के भोजन के रूप में खाया जाता है। पुड़ी को सबसे अधिक नाश्ते में परोसा जाता है, इसके अतिरिक्त यह विशेष या औपचारिक समारोहों में परोसी जाती है। कभी कभी प्रसाद के रूप में भी पूड़ियाँ बाँटी जाती हैं। जॉर्जियाई भाषा में रोटी को पूड़ी कहा जाता है। .

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पूर्णसिंह

सरदार पूर्ण सिंह पूर्णसिंह (पंजाबी: Punjabi: ਪ੍ਰੋ. ਪੂਰਨ ਸਿੰਘ; १८८१ - १८३१ ई.) भारत के देशभक्त, शिक्षाविद, अध्यापक, वैज्ञानिक एवं लेखक थे। वे पंजाबी कवि थे और आधुनिक पंजाबी काव्य के संस्थापकों में उनकी गणना होती है। .

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पूर्व एवं वर्तमान भरतीय नारी: एक सामाजिक परिवजन्

परिचय अब भी जागो, सुर में रागो, भारत मां की संतानों! बिन बेटी के, बेटे वालों, किससे ब्याह रचाओगे? बहन न होगी, तिलक न होगा, किसके वीर कहलाओगे? भारत में नवरात्र पर्व के दौरान बाल कन्याओं को पूजने का रिवाज है। लेकिन यह बेहद शर्मनाक बात है कि जिन कन्याओं को यहां भगवान का रूप माना जाता है उसे लोग अपने घर में एक बोझ मानकर जन्म लेने से पहले ही मार देते हैं। हरियाणा और मध्यप्रदेश जैसे जगहों पर लोग कन्या भ्रूण हत्या (Girl Child Abortion) इज्जत और दहेज बचाने के लिए करते हैं तो भारत के शहरों में बेटों की चाह में बेटियों का गला दबा दिया जाता है और इसके दुष्परिणाम आज सबके सामने हैं। लैंसेट पत्रिका (Lancet journal) में छपे एक अध्ययन के निष्कर्षों के अनुसार वर्ष 1980 से 2010 के बीच इस तरह के गर्भपातों (Girl Child Abortion) की संख्या 42 लाख से एक करोड़ 21 लाख के बीच रही है। कन्याएं समाज का आधार होती हैं। यही मां, बहन, बेटी और बहू का किरदार निभाती हैं। लेकिन समाज के कई हिस्सों में इन्हीं कन्याओं को जन्म लेने से पहले ही मार दिया जाता है – वजह इनके बड़े होने पर इन्हें पालने, दहेज देने और इज्जत बचाने के लिए। आज 21वीं सदी में यह तर्क हमारी प्रगतिशील सोच पर एक काले कलंक की तरह हैं लेकिन यह पूरी तरह सच है। साथ ही ‘सेंटर फॉर सोशल रिसर्च’ का अनुमान है कि बीते 20 वर्ष में भारत में कन्या भ्रूण हत्या (Girl Child Abortion) के कारण एक करोड़ से अधिक बच्चियां जन्म नहीं ले सकीं। वर्ष 2001 की जनगणना कहती है कि दिल्ली में हर एक हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 865 थी। वहीं, हरियाणा के अंबाला में एक हजार पुरुषों पर 784 महिलाएं और कुरुक्षेत्र में एक हजार पुरुषों पर 770 महिलाएं थीं। पूरे विश्व में बाल कन्याओं और कन्या भ्रूण हत्याओं (Girl Child Abortion) की बढ़ती संख्या देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने 11 अक्टूबर को विश्व बाल कन्या दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया है। बाल कन्याओं और कन्या भ्रूण हत्याओं को रोकने के लिए इस दिन विश्व भर में चर्चा होती है और जरूरी कदम उठाए जाते हैं। क्या सिर्फ चर्चा से रुकेगा यह पाप कन्या भ्रूण हत्या (Girl Child Abortion) को पाप कहना गलत नहीं होगा। भारत में इस पाप को रोकने के लिए कानून में दंड तक का प्रावधान है लेकिन बेहद शर्मनाक है कि आज इस कानून का बुरी तरह से खंडन हो रहा है। कन्या भ्रूण हत्या (Girl Child Abortion) को रोकने के लिए सिर्फ कानून बना देने से क्या होता है? कानून के अनुपालन के लिए एक मशीनरी भी तो होनी चाहिए। साथ ही कन्या भ्रूण हत्याओं के बढ़ते मामलों का सबसे बड़ा दोषी भारतीय समाज का विभाजन है जहां पुरुषों और स्त्रियों के बीच जमीन-आसमान का अंतर रखा गया है। ऐसा हो तो शायद रुक जाए कन्याओं की हत्या कन्या भ्रूण हत्या जटिल मसला है। असल में इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी स्त्रियों की जागरूकता ही है, क्योंकि इस संदर्भ में निर्णय तो स्त्री को ही लेना होता है। दूसरी परेशानी कानून-व्यवस्था के स्तर पर है। यह जानते हुए भी कि भ्रूण का लिंग परीक्षण अपराध है, गली-मुहल्लों में ऐसे क्लिनिक चल रहे हैं जो लिंग परीक्षण और गर्भपात के लिए ही बदनाम हैं। जनता इनके बारे में जानती है, लेकिन सरकारी अमले आंखें मूंदे रहते हैं। भारत में इस समस्या से निबटना बहुत मुश्किल है, पर अगर स्त्रियां तय कर लें तो नामुमकिन तो नहीं ही है। साथ ही शिक्षा व्यवस्था ऐसी बनानी होगी कि बच्चों को लड़के-लड़की के बीच किसी तरह के भेदभाव का आभास न हो। वे एक-दूसरे को समान समझें और वैसा ही व्यवहार करें। महिला सशक्तिकरण महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत महिलाओं से जुड़े सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक और कानूनी मुद्दों पर संवेदनशीलता और सरोकार व्यक्त किया जाता है। सशक्तिकरण की प्रक्रिया में समाज को पारंपरिक पितृसत्तात्मक दृष्टिकोण के प्रति जागरूक किया जाता है, जिसने महिलाओं की स्थिति को सदैव कमतर माना है। वैश्विक स्तर पर नारीवादी आंदोलनों औरयूएनडीपी आदि अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने महिलाओं के सामाजिक समता, स्वतंत्रता और न्याय के राजनीतिक अधिकारों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। महिला सशक्तिकरण, भौतिक या आध्यात्मिक, शारिरिक या मानसिक, सभी स्तर पर महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा कर उन्हें सशक्त बनाने की प्रक्रिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा बच्चों के लिए राष्ट्रीय चार्टर पर जानकारी प्राप्त करें। प्रयोक्ता जीवन, अस्तित्व और स्वतंत्रता के अधिकार की तरह एक बच्चे के विभिन्न अधिकारों के बारे में पता लगा सकते हैं, खेलने और अवकाश, मुफ्त और अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा पाने के अधिकार, माता पिता की जिम्मेदारी के बारे में सूचना आदि, विकलांग बच्चों की सुरक्षा आदि के लिए भी सूचना प्रदान की गई है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में हालांकि दुनिया के कई देश कई महत्वपूर्ण उपाय कांफी पहले कर चुके हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी महिलाओं के लिए संसदीय सीटों में आरक्षण की व्यवस्था की जा चुकी है। लगता तो है कि अब भारतवर्ष में भी इस दिशा में कुछ रचनात्मक कदम उठाए जाने की तैयारी शुरु कर दी गई है। पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को आरक्षण दिया जाना और वह भी राजनीति जैसे उस क्षेत्र में जहां कि आमतौर पर पुरुषों का ही वर्चस्व देखा जाता है वास्तव में एक आश्चर्य की बात है। परंतु पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के इस सपने को साकार करने का जिस प्रकार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मन बनाया है तथा अपने कांग्रेस सांसदों को महिला आरक्षण के पक्ष में मतदान करने की अनिवार्यता सुनिश्चित करने हेतु व्हिप जारी किया है उसे देखकर यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष पुरुष नेता भले ही भीतर ही भीतर इस बिल के विरोधी क्यों न हों परंतु सोनिया गांधी की मंशा भांपने के बाद फिलहाल ऐसा नहीं लगता कि कांग्रेस का कोई नेता राज्यसभा में इस विधेयक के पारित हो जाने के बाद अब लोकसभा में इसके विरुध्द अपनी जुबान खोल सकेगा। बात जब देश की आधी आबादी के आरक्षण की हो तो भारतीय जनता पार्टी भी कांग्रेस से लाख मतभेद होने के बावजूद ख़ुद को महिला आरक्षण विधेयक से अलग नहीं रख सकती लिहाजा पार्टी में कई सांसदों से मतभेदों के बावजूद भाजपा भी फिलहाल इस विधेयक के पक्ष में खड़ी दिखाई दे रही है। हालांकि इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि जिस प्रकार मनमोहन सिंह की पिछली सरकार के समय भारत अमेरिका के मध्य हुआ परमाणु क़रार मनमोहन सरकार के लिए एक बड़ी मुसीबत साबित हुआ था तथा उसी मुद्दे पर वामपंथी दलों ने यू पी ए सरकार से अपना समर्थन तक वापस ले लिया था। ठीक वैसी ही स्थिति महिला आरक्षण विधेयक को लेकर एक बार फिर देखी जा रही है। परंतु पिछली बार की ही तरह इस बार भी कांग्रेस के इरादे बिल्कुल सांफ हैं। ख़बर है कि एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री ने सोनिया गांधी से यह पूछा कि उन्हें लोकसभा में महिला आरक्षण की मंजूरी चाहिए या वे सरकार बचाना चाहेंगी। इस पर सोनिया गांधी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें महिला आरक्षण की मंजूरी चाहिए। उक्त विधेयक को लेकर देश की संसद में पिछले दिनों क्या कुछ घटित हुआ यह भी पूरा देश व दुनिया देख रही है। रायसभा के 7 सांसदों को सभापति की मो पर चढ़ने तथा विधेयक की प्रति फाड़ने व सदन की गरिमा को आघात पहुंचाने के जुर्म में सदन से निलंबित तक होना पड़ा था। राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी व लोक जनशक्ति पार्टी के इन सांसदों द्वारा महिला आरक्षण विधेयक के वर्तमान स्वरूप को लेकर जो हंगामा खड़ा किया जा रहा है वह भी हास्यास्पद है। इन दलों के नेता यह मांग कर रहे हैं कि 33 प्रतिशत महिला आरक्षण के कोटे में ही दलितों, पिछड़ी जातियों तथा अल्पसंख्यकों की महिलाओं हेतु आरक्षण किया जाना चाहिए। अब यह शगूफा मात्र शगूंफा ही है या फिर इन पार्टियों के इस कदम में कोई हंकींकत भी है यह जानने के लिए अतीत में भी झाकना णरूरी होगा। महिलाओं के 33 प्रतिशत सामान्य आरक्षण की वकालत करने वाले लालू यादव, मुलायम सिंह यादव, शरद यादव तथा रामविलास पासवान जैसे विधेयक के वर्तमान स्वरूप के विरोधियों से जब यह पूछते हैं कि आप लोग अपनी- अपनी पार्टियों के राजनैतिक अस्तित्व में आने के बाद से लेकर अब तक के किन्हीं पांच ऐसे सांसदों, विधायकों या विधान परिषद सदस्यों के नाम बताएं जिन्हें आप लोगों ने दलित, पिछड़ा तथा अल्पसंख्यक होने के नाते पार्टी प्रत्याशी के रूप में किसी सदन का सदस्य बनवाया हो। इसके जवाब में इन नेताओं के पास कहने को कुछ भी नहीं है। इसी से यह सांफ ज़ाहिर होता है कि दलितों, पिछड़ी जातियों तथा अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के नाम पर किया जाने वाला इनका हंगामा केवल हंगामा ही है हकीकत नहीं। दरअसल जो नेता महिला आरक्षण विधेयक का विरोध जाति के आधार पर कर रहे हैं उनकी मजबूरी यह है कि उनके हाथों से पिछड़ी जातियों व अल्पसंख्यकों के वह वोट बैंक तोी से खिसक रहे हैं जो उन्हें सत्ता मे लाने में सहयोगी हुआ करते थे। लिहाजा यह नेता पिछड़ों व अल्पसंख्यकों की महिलाओं को अतिरिक्त आरक्षण दिए जाने के नाम पर महिला आरक्षण विधेयक का जो विरोध कर रहे हैं वह वास्तव में एक तीर से दो शिकार खेलने जैसा ही है। इन जातियों के पक्ष में अपनी आवाज बुलंद कर यह नेता जहां अपने खिसकते जनाधार को पुन: बचाना चाह रहे हैं वहीं इनकी यह कोशिश भी है कि किसी प्रकार उनके विरोध व हंगामे के चलते यह विधेयक पारित ही न होने पाए। और इस प्रकार राजनीति में पुरुषों का वर्चस्व पूर्ववत् बना रहे। महिला आरक्षण विधेयक से जुड़ी तमाम और ऐसी सच्चाईयां हैं जिन्हें हम नजरअंदाज नहीं कर सकते। हालांकि महिलाओं द्वारा आमतौर पर इस विषय पर ख़ुशी का इजहार किया जा रहा है। आरक्षण की ख़बर ने देश की अधिकांश महिलाओं में जोश भर दिया है। परंतु इन्हीं में कुछ शिक्षित व सुधी महिलाएं ऐसी भी हैं जो महिला आरक्षण को ग़ैर जरूरी और शोशेबाजी मात्र बता रही हैं। ऐसी महिलाओं का तर्क है कि महिला सशक्तिकरण का उपाय मात्र आरक्षण ही नहीं है। इसके अतिरिक्त और भी तमाम उपाय ऐसे हो सकते हैं जिनसे कि महिलाओं को पुरुषों के समकक्ष लाया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर महिलाओं हेतु नि:शुल्क अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान किया जाना चाहिए। महिलाओं पर होने वाले यौन उत्पीड़न संबंधी अपराध तथा दहेज संबंधी अपराधों में अविलंब एवं न्यायसंगत फैसले यथाशीघ्र आने चाहिएं तथा इसके लिए और सख्त कानून भी बनाए जाने चाहिए। कन्या भ्रुण हत्या को तत्काल पूरे देश में प्रतिबंधित किया जाना चाहिए तथा इसके लिए भी और सख्त कानून भी बनाए जाने की जरूरत है। खेलकूद में महिलाओं हेतु पुरुषों के बराबर की व्यवस्था की जानी चाहिए। सरकारी एवं गैर सरकारी नौकरियों में भी महिलाओं को आरक्षण दिया जाना चाहिए। और यह आरक्षण चूंकि देश की आधी आबादी के लिए दिया जाना है अत: इसे 33 प्रतिशत नहीं बल्कि 50 प्रतिशत किया जाना चाहिए। वृद्ध,बीमार तथा घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं की सहायता व इन्हें आश्रय दिये जाने की व्यवस्था होनी चाहिए। व्यवसाय हेतु महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर बैंक लोन मुहैया कराए जाने चाहिए। लिात पापड़ जैसी ग्राम उद्योग संस्था से सीख लेते हुए सरकार को भी इसी प्रकार के अनेक महिला प्रधान प्रतिष्ठान राष्ट्रीय स्तर पर संचालित करने चाहिए। रहा सवाल महिलाओं की सत्ता में भागीदारी हेतु संसद में महिला आरक्षण विधेयक प्रस्तुत किए जाने का तो इसमें भी शक नहीं कि राजनीति में महिलाओं की आरक्षित भागीदारी निश्चित रूप से राजनीति में फैले भ्रष्टाचार में कमी ला सकेगी। संसद व विधानसभाओं में आमतौर पर दिखाई देने वाले उपद्रवपूर्ण दृश्यों में भी लगभग 33 प्रतिशत कमी आने की संभावना है। संसद में नोट के बंडल भी पहले से कम उछाले जाऐंगे। परंतु यह सब तभी संभव हो सकेगा जबकि देश की लोकसभा में उक्त विधेयक पेश होने की नौबत आ सके और उसके पश्चात लोकसभा इस विधेयक को दो-तिहाई मतों से पारित भी कर दे। और चूंकि यह संविधान संशोधन विधेयक है इसलिए देश की आधी से अधिक अर्थात् लगभग 15 विधानसभाओं में भी इस विधेयक का पारित होना जरूरी होगा। चूंकि बात भारत में महिला सशक्तिकरण को लेकर की जा रही है इसलिए आज महिला आरक्षण के पक्ष में सबसे अधिक मुखरित दिखाई दे रही कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी से ही जुड़ी कुछ महिलाओं से संबंधित अतीत की ऐसी ही बातों का उल्लेख यहां करना संबध्द पक्षों को शायद बुरा तो बहुत लगेगा परंतु इतिहास ने समय के शिलालेख पर जो सच्चाई दर्ज कर दी है उससे भला कौन इंकार कर सकता है। याद कीजिए जब एक महिला अर्थात् सोनिया गांधी भारत की प्रधानमंत्री बनने के करीब थी उस समय सुषमा स्वराज व उमा भारती के क्या वक्तव्य थे। यह महिला नेत्रियां उस समय सोनिया गांधी के विरोध में अपने बाल मुंडवाने, भुने चने खाने व घर में चारपाई उल्टी कर देने जैसी बातें करती देखी जा रही थीं। आज भाजपा व कांग्रेस महिला आरक्षण के पक्ष में लगभग एकजुट दिखाई पड़ रहे हैं। इन दोनों ही पार्टियों को वे दिन भी नहीं भूलने चाहिए जबकि दिल्ली के सिख विरोधी दंगों के दौरान तथा गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार के संरक्षण में हुए मुस्लिम विरोधी दंगों के दौरान न जाने कितनी औरतों के पेट फाड़कर उनके गर्भ से बच्चों को निकाल कर चिता में डाल दिया गया। अनेक महिलाओं को जीवित अग्नि के हवाले कर दिया गया। अनेकों के स्तन तलवारों से काट दिए गए। बड़े अफसोस की बात है कि महिलाओं पर यह अत्याचार भी इन्हीं राजनीति के विशेषज्ञों के इशारे पर किया गया था जो आज महिला सशक्तिकरण की बातें कर रहे हैं। और इसीलिए अविश्वसनीय से लगने वाले इस विधेयक को देखकर यह संदेह होना लाजमी है कि इसमें कितनी हकीकत है और कितना फसाना। बेटी बचाओ हमारा देस और समाज काफी प्रगति कर गया है और आगे कर भी रहा है लेकिन अभी भी स्त्रियो को जितना सम्मान मिलना चाहिए उतना नही मिलता है क्योकि उन्हें इतना महत्वपूर्ण नही समझा जाता है और इसी लिए गर्भ में ही उनकी हत्या कर दी जाती है लिंग परिक्षण करवाके लेकिन ऐसा नही करना चाहिए, यदि आप ऐसा सोचते है की बेटा होगा तो वह अधिक काम का होगा तो बहुत ही ग़लत सोचते है, बेटा हो या बेटी भगवान की इच्छा समझ के उसे ही स्वीकार कर लेना चाहिए, क्योकि पहेले से ही किसी बात का अंदाजा लगा लेना बहुत उचित नही कहा जा सकता है, इसी से सम्बंधित मैं एक प्रेरक प्रसंग प्रस्तुत कर रहा हूँ जिससे आप को ऐसा लगे की कोई किसी से कम नही बस आपने परवरिस कैसे की है, देखभाल कैसे की है, सबकुछ इस पर आधार रखता है। हमारे देस की सक्रिय राजनीती में अभी भी एक परिवार खूब ही सक्रिय रूप से जुडा हुआ है जिसे गाँधी नेहरू परिवार के नाम से जाना जाता है, अब आप समझ गए होंगे की मेरा इशारा किस ओर है, जवाहर लाल नेहरू हारे देस के प्रथम प्रधानमंत्री है, इनके पिता का नाम मोतीलाल नेहरू था जो बारिस्टर थे जवाहर लाल नेहरू की एक ही संतान थी जो की पुत्री थी लेकिन हमें इतिहास में कही भी ऐसा नही पता चलता है की जवाहर लाल नेहरू को कभी भी इस बात से कोई समस्या रही हो की कोई बेटा क्यो नही हुआ क्या वो चाहते तो कोई बेटा गोद नही ले सकते थे या फिर कोई दूसरी शादी नही कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया भगवन ने उन्हें जो दिया इस मामले

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पूर्वी पाकिस्तान

पूर्वी पाकिस्तान(পূর্ব পাকিস্তান,; مشرقی پاکستان,; East Pakistan, ईस्ट पाकिस्तान), एक इकाई व्यवस्था के तहत, तत्कालीन पाकिस्तान की पूर्वी इकाई थी। यह वर्तमान बांग्लादेश के स्थान पर, १९५५ से १९७१ तक विद्यमान था। इसकी राजधनी ढाका थी, एवं राजभाषा बांग्ला थी। पूर्वी पाकिस्तान का कुल भूक्षेत्र, १,४७,५७० वर्ग की•मी• था। यह पूर्व, उत्तर व पश्चिम दिशाओं में भारत से घिरा हुआ था, और दक्षिण की ओर, बंगाल की खाड़ी के तट पर था। साथ ही पूर्व में यह एक छोटी सी सीमा रेखा, बर्मा के साथ साझा करता था। यह पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रंशन में से एक रहा है, और अर्थव्यवस्था, राजनैतिक प्रतिनिधितिव व जनसंख्या के आधार पर, तत्कालीन पाकिस्तान का सबसे बड़ा राज्य था। अंत्यतः, १६ दिसंबर १९७१ को, नौ महीनों तक चले युद्ध के पश्चात्, पूर्वी पाकिस्तान ने बांग्लादेश के रूप में स्वतंत्रता घोषित कर दी। .

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पूर्वी बंगाल

पूर्वी बंगाल बंग भंग के समय बंगाल के पूर्वी भाग के लिए प्रयुक्त शब्द है। १९४७ में स्वतंत्रता के बाद यह भाग पाकिस्तान का भाग बना और वर्तमान में इसे बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है। .

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पूर्वी ईरानी भाषाएँ

पूर्वी ईरानी भाषाएँ ईरानी भाषा-परिवार की एक उपशाखा हैं जो मध्य ईरानी काल (लगभग चौथी शताब्दी ईसापूर्व) से उभरीं। अवस्ताई भाषा अक्सर इस शाखा की एक प्राचीनतम सदस्या मानी जाती है। आधुनिक काल में सब से ज़्यादा बोली जाने वाली पूर्वी ईरानी भाषा पश्तो है, जिसके दुनिया में लगभग ५ करोड़ मातृभाषी हैं। यह अफ़्ग़ानिस्तान और पश्चिमोत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त में बोली जाती है। इसके अलावा पूर्वी ताजिकिस्तान के कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त और चीन के सुदूर पश्चिमी शिनजियांग प्रान्त में भी पूर्वी ईरानी भाषाएँ बोली जाती हैं। प्राचीन सोग़दाई से विकसित हुई पश्चिमोत्तरी ताजिकिस्तान की यग़नोबी भाषा और स्किथी-सरमती से विकसित हुई कॉकस क्षेत्र की ओसेती भाषा भी दोनों पूर्वी ईरानी भाषाएँ मानी जाती हैं।, Thomas Albert Sebeok, Walter de Gruyter, 1970,...

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पेट्रोलियम उत्पादक देशों की सूची

तेल उत्पादक देश इस सूची में उन देशों एवं उनके प्रान्तों/राज्यों की सूची दी गयी है जो तेल के कुओं से कच्चा तेल (crude oil) निकालते हैं। .

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पेठा (मिठाई)

पेठा एक प्रकार का पकवान है जो सफ़ेद कद्दू तथा चीनी से बनाया जाता है। माना जाता है कि पेठा मुगल सम्राट शाहजहां के राज काज के दौरान अस्तित्व में आया था। वहीं आगरा में निर्मित पेठा को अपनी उत्पत्ति प्रमाणित करने के लिए एक भौगोलिक संकेत लेबल द्वारा कवर किया गया है। .

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पेप्सिको

पेप्सिको, इन्कोर्पोरेटेड फॉर्च्यून 500 अमरीकी बहुराष्ट्रीय कम्पनी है जिसका मुख्यालय परचेस, न्यूयॉर्क में है और इसकी रूचि कई प्रकार के कार्बोनेटेड एवं गैर कार्बोनेटेड पेय, अनाज आधारित मीठे और नमकीन स्नैक्स और अन्य खाद्य पदार्थ के उत्पादन और विपणन में है। पेप्सी ब्रांड के अलावा यह कम्पनी क्वेकर ओट्स, गेटोरेड, फ्रिटो ले, सोबे, नेकेड, ट्रॉपिकाना, कोपेल्ला, माउंटेन ड्यू, मिरिंडा और 7 अप (अमरीका के बाहर) जैसे दूसरे ब्रांड की भी मालिक है। 2006 से इंदिरा कृष्णामूर्ति नूयी पेप्सिको की मुख्य प्रबंधक हैं और इकाई के पेय पदार्थ वितरण और बॉटलिंग का उतरदायित्व सम्बंधित इकाई जैसे दी पेप्सी बॉटलिंग ग्रुप और पेप्सी अमेरिकास संभालती है। पेप्सिको एक एसआईसी 2080 (SIC 2080) पेय पदार्थ इकाई है। .

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पेशावर

पेशावर पाकिस्तान का एक शहर है। यह ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रान्त की राजधानी है। पेशावर उल्लेख पुराने पुस्तकों में "पुरुषपुर" के नाम से मिलता है। इस उपमहाद्वीप के प्राचीन शहरों में से एक है। पेशावर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और कबायली इलाकों के वाणिज्यिक केंद्र है। पेशावर में पश्तो भाषा बोली जाती है लेकिन जब उर्दू पाकिस्तान की राष्ट्रीय भाषा है इसलिए उर्दू भी माना जाता है। .

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पेशावर ज़ल्मी

कोई विवरण नहीं।

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पेशावर ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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पेशावर उच्च न्यायालय

पेशावर उच्च न्यायालय,(پشاور عدالت عالیہ; अदालत-ए आला, पेशावर) ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत के सर्वोच्च न्यायिक संस्था है। यह प्रांतीय राजधानी पेशावर में स्थित है। यह सिविल और आपराधिक मामलों में प्रांत की सर्वोच्च अपीलय अदालत है, एवं ख़ैबर पख़तूनख़्वा के सारे जिला न्यायालय और सत्र न्यायालय इसके अधिकारक्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। .

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पोठोहारी भाषा

पोठोहारी या पोठवारी पंजाबी भाषा की एक पश्चिम-क्षेत्रीय उपभाषा है। यह पोठोहार के पठारी इलाक़े की मातृबोली है और पाक-अधिकृत कश्मीर के कुछ भागों में भी बोली जाती है। हालांकि पोठोहारी और पंजाबी की मानक उपभाषा (जिसे 'माझी' कहते हैं) एक-दूसरे को लगभग पूरी तरह समझ सकते हैं, कुछ पोठोहारी वक्ताओं ने पाकिस्तान में पोठोहारी को अलग भाषा घोषित करवाने का अभियान चलाया है।, pp.

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पोसवाल

पोसवाल भारत, पाकिस्तान और अफ़्गानिस्तान में पाये जाने वाली एक गुर्जर गोत्र है। .

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पोखरण-2

पोखरण-2 मई 1998 में पोखरण परीक्षण रेंज पर किये गए पांच परमाणु बम परीक्षणों की श्रृंखला का एक हिस्सा है। यह दूसरा भारतीय परमाणु परीक्षण था; पहला परीक्षण, कोड नाम स्माइलिंग बुद्धा (मुस्कुराते बुद्ध), मई 1974 में आयोजित किया गया था। 11 और 13 मई, 1998 को राजस्थान के पोरखरण परमाणु स्थल पर पांच परमाणु परीक्षण किये थे। इनमें 45 किलोटन का एक फ्यूज़न परमाणु उपकरण शामिल था। इसे आमतौर पर हाइड्रोजन बम के नाम से जाना जाता है। 11 मई को हुए परमाणु परीक्षण में 15 किलोटन का विखंडन (फिशन) उपकरण और 0.2 किलोटन का सहायक उपकरण शामिल था। इन परमाणु परीक्षण के बाद जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित प्रमुख देशों द्वारा भारत के खिलाफ विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधों लगाये गए। - दैनिक भास्कर - 6 अगस्त 2013 .

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पीड़ा फ़तहिय़ाल

पीड़ा फ़तहिय़ाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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पीने का पानी

नल का पानी पीने का पानी या पीने योग्य पानी, समुचित रूप से उच्च गुणवत्ता वाला पानी होता है जिसका तत्काल या दीर्घकालिक नुकसान के न्यूनतम खतरे के साथ सेवन या उपयोग किया जा सकता है। अधिकांश विकसित देशों में घरों, व्यवसायों और उद्योगों में जिस पानी की आपूर्ति की जाती है वह पूरी तरह से पीने के पानी के स्तर का होता है, लेकिन वास्तविकता में इसके एक बहुत ही छोटे अनुपात का उपयोग सेवन या खाद्य सामग्री तैयार करने में किया जाता है। दुनिया के ज्यादातर बड़े हिस्सों में पीने योग्य पानी तक लोगों की पहुंच अपर्याप्त होती है और वे बीमारी के कारकों, रोगाणुओं या विषैले तत्वों के अस्वीकार्य स्तर या मिले हुए ठोस पदार्थों से संदूषित स्रोतों का इस्तेमाल करते हैं। इस तरह का पानी पीने योग्य नहीं होता है और पीने या भोजन तैयार करने में इस तरह के पानी का उपयोग बड़े पैमाने पर त्वरित और दीर्घकालिक बीमारियों का कारण बनता है, साथ ही कई देशों में यह मौत और विपत्ति का एक प्रमुख कारण है। विकासशील देशों में जलजनित रोगों को कम करना सार्वजनिक स्वास्थ्य का एक प्रमुख लक्ष्य है। सामान्य जल आपूर्ति नेटवर्क पीने योग्य पानी नल से उपलब्ध कराते हैं, चाहे इसका उपयोग पीने के लिए या कपड़े धोने के लिए या जमीन की सिंचाई के लिए किया जाना हो.

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पीर जमात अली शाह

अमीर ई मिलत अल हज हाफिज पीर सईद जमात अली शाह साहिब मोहम्मद (1834-1951) अलिपिर शरीफ जिले, सियालकोट, पाकिस्तान में पैदा हुए थे, दक्षिण भारत के पारंपरिक बरेलवी मुस्लिमों के एक नक्शबंदी सूफी संत और सामूहिक नेता भी थे।वह सुन्नी बरेलवी संगठन ऑल इंडिया सुन्नी सम्मेलन के अध्यक्ष थे और शहीद गंज मस्जिद में मुख्य नेता थे। सुन्नी सूफी के चरमपंथियों के बीच अपनी ख्वाहिशों के माध्यम से उन्होंने पाकिस्तान आंदोलन को अपना समर्थन दिया और इसलिए पाकिस्तान आंदोलन के एक प्रमुख धार्मिक नेता बन गये।THE RELIGIOUS AND REFORMATIVE SERVICES OF RENOWNED SUFIS OF SILSILA-E-NAQSHBANDIA MUJADIDIA (1841-2000) Hussain, Mehrban (2008) PhD thesis, University of Karachi, Karachi .

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पीर आदिल

पीर आदिल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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पीरमहल

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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पीरज़ादा अब्दुल सतर

पीरज़ादा अब्दुल सतर, पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व मुख्यमंत्री थे। उनका कार्यकाल २२ मई १९५३ से ८ नवंबर १९५४ तक था। १९५४ में एक इकाई व्यवस्था के लागू होने से, उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया गया था, एवं अन्य प्रांतों की तरह ही सिंध सरकार को भंग कर पश्चिमी पाकिस्तान में सम्मिलित कर दिया गया था। .

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फतेह जंग

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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फर्रुख नाइक

फर्रुख नाइक, एक पाकिस्तानी वकील और राजनेता हैं, वे 12 मार्च 2009 से 11 मार्च 2012 के बीच, पाकिस्तान की सेनेट के अध्यक्ष थे। उनका जन्म 3 जनवरी 1950 को हुआ था। वे पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के सदस्य हैं। इसके अलावा वे पाकिस्तान में विधि और न्याय के मंत्री भी रह चुके हैं। .

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फहमीदा मिर्जा

फहमीदा मिर्जा एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 19 मार्च 2008 - 3 जून 2013, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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फहमीदा हुसैन

डॉ फहमीदा हुसैन (मूल नाम: फहमीदा मेमन; जन्म: ०५ जुलाई, १९४८) (ڊاڪٽر فهميده حسين ميمڻ) सिन्धी साहित्यकार, शिक्षाविद एवं शिक्षक हैं। वे पाकिस्तान की सुप्रसिद्ध लेखिका, विद्वान, भाषाविद तथा बुद्धिजीवी हैं। उन्होने साहित्य, भाषाविज्ञान, स्त्री अध्ययन, तथा नृविज्ञान के क्षेत्र में कार्य किया है। उन्हें शाह अब्दुल लतीफ़ के काव्य में विशेषज्ञता प्राप्त है। सन २००८ से २०१५ तक वे सिन्धी भाषा प्राधिकरण (सिन्धी लैंग्वेज एथारिटी) की अध्यक्षा थीं। डॉ फहमीदा हुसैन का जन्म पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त के हैदराबाद जिले के टंडो जाम में हुआ था। उनके पिता मोहम्मद याकून 'नियाज' भी विद्वान थे जिन्होने हाफ़िज़ शिराज़ी के काव्य का फारसी से सिन्धी भाषा में अनुवाद किया था। उनके भाई सिराजुल हक़ मेमन भी एक प्रसिद्ध लेखक एवं शोधकर्ता थे। .

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फहीम अशरफ

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१७ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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फ़तह खान

फ़तह खान, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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फ़रीदुद्दीन गंजशकर

बाबा फरीद (1173-1266), हजरत ख्वाजा फरीद्दुद्दीन गंजशकर (उर्दू: حضرت بابا فرید الدین مسعود گنج شکر) भारतीय उपमहाद्वीप के पंजाब क्षेत्र के एक सूफी संत थे। आप एक उच्चकोटि के पंजाबी कवि भी थे। सिख गुरुओं ने इनकी रचनाओं को सम्मान सहित श्री गुरु ग्रंथ साहिब में स्थान दिया। वर्तमान समय में भारत के पंजाब प्रांत में स्थित फरीदकोट शहर का नाम बाबा फरीद पर ही रखा गया था। बाबा फरीद का मज़ार पाकपट्टन शरीफ (पाकिस्तान) में है। बाबा फरीद का जन्म ११७3 ई. में लगभग पंजाब में हुआ। उनका वंशगत संबंध काबुल के बादशाह फर्रुखशाह से था। १८ वर्ष की अवस्था में वे मुल्तान पहुंचे और वहीं ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के संपर्क में आए और चिश्ती सिलसिले में दीक्षा प्राप्त की। गुरु के साथ ही मुल्तान से देहली पहुँचे और ईश्वर के ध्यान में समय व्यतीत करने लगे। देहली में शिक्षा दीक्षा पूरी करने के उपरांत बाबा फरीद ने १९-२० वर्ष तक हिसार जिले के हाँसी नामक कस्बे में निवास किया। शेख कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की मृत्यु के उपरांत उनके खलीफा नियुक्त हुए किंतु राजधानी का जीवन उनके शांत स्वभाव के अनुकूल न था अत: कुछ ही दिनों के पश्चात् वे पहले हाँसी, फिर खोतवाल और तदनंतर दीपालपुर से कोई २८ मील दक्षिण पश्चिम की ओर एकांत स्थान अजोधन (पाक पटन) में निवास करने लगे। अपने जीवन के अंत तक वे यहीं रहे। अजोधन में निर्मित फरीद की समाधि हिंदुस्तान और खुरासान का पवित्र तीर्थस्थल है। यहाँ मुहर्रम की ५ तारीख को उनकी मृत्यु तिथि की स्मृति में एक मेला लगता है। वर्धा जिले में भी एक पहाड़ी जगह गिरड पर उनके नाम पर मेला लगता है। वे योगियों के संपर्क में भी आए और संभवत: उनसे स्थानीय भाषा में विचारों का आदान प्रदान होता था। कहा जाता है कि बाबा ने अपने चेलों के लिए हिंदी में जिक्र (जाप) का भी अनुवाद किया। सियरुल औलिया के लेखक अमीर खुर्द ने बाबा द्वारा रचित मुल्तानी भाषा के एक दोहे का भी उल्लेख किया है। गुरु ग्रंथ साहब में शेख फरीद के ११२ 'सलोक' उद्धृत हैं। यद्यपि विषय वही है जिनपर बाबा प्राय: वार्तालाप किया करते थे, तथापि वे बाबा फरीद के किसी चेले की, जो बाबा नानक के संपर्क में आया, रचना ज्ञात होते हैं। इसी प्रकार फवाउबुस्सालेकीन, अस्रारुख औलिया एवं राहतुल कूल्ब नामक ग्रंथ भी बाबा फरीद की रचना नहीं हैं। बाबा फरीद के शिष्यों में निजामुद्दीन औलिया को अत्यधिक प्रसिद्धि प्राप्त हुई। वास्तव में बाबा फरीद के आध्यात्मिक एवं नैतिक प्रभाव के कारण उनके समकालीनों को इस्लाम के समझाने में बड़ी सुविधा हुई। उनका देहावसान १२६५ ई. में हुआ। .

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फ़लक शब्बीर

फ़लक शब्बीर (उर्दु:فلک شبیر) एक प्रसिद्ध पाकिस्तानी गायक हैं, जिन्हें यह प्रसिद्धि अपने पहले ही गाने "रोग" से प्राप्त हुई। भारत में फलक की प्रसिद्धि आगामी हिन्दी फिल्म नौटंकी साला में गाये उनके गाने "मेरा मन" की वजह से है। .

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फ़सल

पंजाब राज्य के एक ग्रामीण घर में सूखती फ़सल फसल या सस्य किसी समय-चक्र के अनुसार वनस्पतियों या वृक्षों पर मानवों व पालतू पशुओं के उपभोग के लिए उगाकर काटी या तोड़ी जाने वाली पैदावार को कहते हैं।, pp.

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फ़ातिमा भुट्टो

फ़ातिमा भुट्टो (فاطمہ بھٹو) जन्म नाम, फ़ातिमा मुर्तज़ा भुट्टो (فاطمہ مُرتضیٰ بھُٹّو जन्म 29 मई 1982), एक पाकिस्तानी लेखिका और पत्रकार है। वे पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो की पोती और पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की भतीजी हैं। .

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फ़ातिमा जिन्नाह

फ़ातिमा जिन्नाह पार्क, इस्लामाबाद, पाकिस्तान फ़ातिमा जिन्नाह (उर्दू) मादर-ए मिल्लत यानी जनता की माँ, क़ायदे आज़म के जीवन में मादर-ए मिल्लत उनके हमर उह प्रभावी रूप से १९ साल रहें यानी १९२९ से १९४८ तक और मृत्यु शुक्रवार के बाद भी इतना ही समय जीवित रहीं। हमारे विशेषज्ञ इतिहास ऑसाज्य ने मादर मिल्लत को कायदे आजम के घर की देखभाल करने वाली बहन को लेकर बहुत बुलंद स्थान दिया है लेकिन उन्होंने स्थापना पाकिस्तान और खासकर १९६५ के बाद के राजनीतिक नक्शे पर जो आश्चर्यजनक प्रभाव छोड़े हैं उनकी तरफ अधिक ध्यान नहीं। यह एक सार्थक बात है कि कायदे आजम के जीवन में मादर मिल्लत उनके हमर उह प्रभावी रूप से १९ साल रहें यानी १९२९ से १९४८ तक और मृत्यु शुक्रवार के बाद भी इतना ही समय जीवित रहीं यानी १९४६ से १९६७ तक लेकिन इस दूसरे दौर में उनकी अपनी व्यक्ति कुछ इस तरह उभरी और उनके विचारों भूमिका कुछ इस तरह नखरे कर सामने आए कि उन्हें बजा लिए कायदे आजम की लोकतांत्रिक 'बे बाक और पारदर्शी राजनीतिक मूल्यों को आज़सर नौ जीवित करने का श्रेय दिया जा सकता है जिन्हें शासक भूल चुके थे। इस सिलसिले में मादर मिल्लत ने जिन आरा जताई उनसे समकालीन राजनीतिशास्त्र और मामलों पर उनकी ज़हनी पकड़ ना योग्य विश्वास हद तक और मजबूत नजर आती है। १९६५ के राष्ट्रपति चुनाव के मौके पर अय्यूब खान की आलोचना के जवाब में मादर मिल्लत ने ख़ुद कहा था कि अय्यूब सैन्य मामलों का विशेषज्ञ हो सकता है लेकिन राजनीतिक समझ और फ़्रासत मैंने कायदे आजम सीधे प्राप्त है और यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें अमर बिल्कुल ना देशांतर है। १९६५ के बाद उत्पन्न होने वाली घटनाओं मादरमलत के इस बयान की पुष्टि करने के लिए काफी हैं। उदाहरण के मादर मिल्लत ने जिन खतरों की बार बार पहचान की उनमें से कुछ हैं.

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फ़ारसी भाषा

फ़ारसी, एक भाषा है जो ईरान, ताजिकिस्तान, अफ़गानिस्तान और उज़बेकिस्तान में बोली जाती है। यह ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान की राजभाषा है और इसे ७.५ करोड़ लोग बोलते हैं। भाषाई परिवार के लिहाज़ से यह हिन्द यूरोपीय परिवार की हिन्द ईरानी (इंडो ईरानियन) शाखा की ईरानी उपशाखा का सदस्य है और हिन्दी की तरह इसमें क्रिया वाक्य के अंत में आती है। फ़ारसी संस्कृत से क़ाफ़ी मिलती-जुलती है और उर्दू (और हिन्दी) में इसके कई शब्द प्रयुक्त होते हैं। ये अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती है। अंग्रेज़ों के आगमन से पहले भारतीय उपमहाद्वीप में फ़ारसी भाषा का प्रयोग दरबारी कामों तथा लेखन की भाषा के रूप में होता है। दरबार में प्रयुक्त होने के कारण ही अफ़गानिस्तान में इस दारी कहा जाता है। .

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फ़ारसी साम्राज्य

६०० ईस्वी में फारस साम्राज्य फारसी साम्राज्य (ईसापूर्व 559-1935) फारस (आज का ईरान और उसके प्रभाव के इलाके) से शासन करने वाले विभिन्न वंशों के साम्राज्य को सम्मिलित रूप से कहा जाता है। फारस के शासकों ने अपना साम्राज्य आधुनिक ईरान के बाहर कई प्रदेशों तक फैला दिया था - इराक, अर्मेनिया, तुर्की, अज़रबैजान, अफ़गानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, ताज़िकिस्तान, पाकिस्तान, मध्यपूर्व, मिस्र आदि। लेकिन ये सभी प्रदेश हमेशा फारस के नियंत्रण में नहीं रहे थे। खुद फारस सातवीं से दसवीं सदी तक अरबों के प्रभुत्व में रहा था। .

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फ़ालसा

फालसा के कच्चे और पके फल फालसा दक्षिणी एशिया में भारत, पाकिस्तान से कम्बोडिया तक के क्षेत्र मूल का फल है। इसकी पैदावार अन्य उषणकटिबन्धीय क्षेत्रों में भी खूब की जाती रही है।Flora of Pakistan: Pacific Island Ecosystems at Risk: इसकी झाड़ी ८ मी तक की हो सकती है और पत्तियां चौड़ी गोलाकार, 5–18 सें मी लम्बी होती हैं। इसके फ़ूल गुच्छों में होते हैं, जिनमें एक-एक पुष्प २ सेंमी व्यास का होता है और इसमें १२ मि.मी की ५ पंखुड़ियाम होती हैं। इसके फल ५-१२ मि.मी व्यास के गोलाकार फ़ालसई वर्ण के होते हैं जो पकने पर लगभग काले हो जाते हैं। Flora of Western Australia: .

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फ़ज़ल हक़

वे एक पाकिस्तानी जनरल, राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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फ़ज़ल इल्लाही चौधरी

फ़ज़ल इल्लाही एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति थे। वे 1973 के संविधान के परवर्तन के बाद, पूर्व राष्ट्रपति ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो के उत्तराधिकारी के रूप में बतौर राष्ट्रपति नियुक्त हुए थे, औए 1078 में, मुहम्मद ज़िया-उल-हक़ के सैन्य तख्तापलट तक, इस पद पर विराजमान रहे। इसके अलावा वे पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सदस्य थे। और उन्हें 15 अगस्त 1972 - 7 अगस्त 1973, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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फ़ज़ल कच्छ

फ़ज़ल कच्छ, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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फ़ज़ल अकबर

न्यायमूर्ति फजल अकबर, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति डॉ एस ए रहमान की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे पूर्वी पाकिस्तान न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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फ़ज़लुल चौधरी

फ़ज़लुल चौधरी एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 29 नवंबर 1963 ई - 12 जून 1965, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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फ़्यूचर कप 2007

2007 फ्यूचर कप भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 23 जून और 1 जुलाई के बीच एक वनडे श्रृंखला थी। आयरलैंड के खिलाफ एक मैच खेलने वाली प्रत्येक टीम ने श्रृंखला से पहले किया था। .

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फ़्रैंकफ़र्ट

फ्रैंकफर्ट ऐम माइन,, जर्मन राज्य हेस का सबसे बड़ा शहर और जर्मनी का पांचवाँ सबसे बड़ा शहर है। इसे प्रायः केवल फ्रैंकफर्ट के नाम से जाना जाता है। इसकी जनसंख्या 2009 में 667,330 थी। 2010 में शहरी क्षेत्र में 2,296,000 आबादी का अनुमान लगाया गया था। यह शहर फ्रैंकफर्ट-राइन-मैन मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र के हृदयस्थल में है, जिसकी आबाद 5,600,000 है, और जर्मनी का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रॅपॉलिटन क्षेत्र है। यह शहर मेन नदी के तट पर पुराने घाट पर अवस्थित है। जर्मन भाषा में मेन नदी को "फर्ट" कहते है। फ्रैंकफर्ट प्राचीन फ्रैंकोनिया का हिस्सा है, जो कि प्राचीन फ्रैंकों का निवास स्थल था। इसलिए फ्रैंको के घाट के रूप में इनकी विरासत के कारण शहर का नाम पड़ा.

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फ़ौज़िया सईद

फ़ौज़िया सईद (जन्म: १९५९, लाहौर) पाकिस्तान की सामाजिक कार्यकर्ता, लैंगिक विशेषज्ञ, विकास प्रबन्धक, लोक संस्कृति को प्रोत्साहक, टीवी कमेन्टेटर, प्रशिक्षक और लेखिका हैं। वे दो प्रसिद्ध पुस्तकों की लेखिका हैं। पाकिस्तान के प्रधनमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने २०१५ में उन्हें लोक विर्सा का कार्यकारी निदेशक नामित किया था। .

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फ़ैसलाबाद

right फ़ैसलाबाद पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त का एक नगर है। एक समय में अपने ग्रामीण रूप के कारण से इसे एशिया का सब से बड़ा गाँव कहा जाता था। समय के साथ साथ परिवर्तित होकर यह नगर अब कराची और लाहौर के बाद पाकिस्तान का सब से बड़ा शहर बन गया है। .

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फ़ैसलाबाद ज़िला

फ़ैसलाबाद ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, फ़ैसलाबाद शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 5,856 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 5,429,547 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

कोई विवरण नहीं।

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फ़ैज़न आसिफ

फ़ैज़न आसिफ (Fiazan Asif) एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी है जो संयुक्त अरब अमीरात की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए क्रिकेट खेलते हैं। ये एक हरफनमौला खिलाड़ी है इन्होंने अपनी टीम संयुक्त अरब अमीरात क्रिकेट टीम के लिए पहला मैच २०१४ में खेला था। .

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फ़ूडिस्तान

फ़ूडिस्तान एक टेलीविजन खाना गेम शो है। वह एनडीटीवी गुड टाइम्स और जियो टीवी द्वारा उत्पादन किया जाता है। शो एक प्रतियोगिता में हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के सबसे अच्छे शेफ़स् एक दूसरे के ख़िलाफ़ डालता है। अपनी व्यक्तिगत व्यंजनों समान हैं, लेकिन वहाँ दो व्यंजनों के बीच कुछ मतभेदों के हैं। शो ने २६ एपिसोड प्रसारित। समापन मनीष मेहरोत्रा भारत से ​​और पोस्ता आगा पाकिस्तान से के बीच में लड़ा गया था, मनीष मेहरोत्रा हिन्दुस्तान से फ़ूडिस्तान जीत गया। .

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फातमागुल

क्या क़ुसूर है फातमागुल का?(तुर्की भाषा:Fatmagül'ün Suçu ne?) तुर्की की एक अति लोकप्रिय टेलिविज़न शृंखला थी जिसका प्रसारण 16 सितंबर 2010 से 21 जून 2012 के बीच हुआ था। इस शृंखला में दिखाया गया है की कैसे एक बलात्कार पीड़िता विपरीत परिस्तिथियों से लड़कर एक शक्तिशाली लड़की में बदल जाती है और और उसकी नफरत कैसे प्यार में बदल जाती है। कार्यक्रम की लोकप्रियता को देखते हुए इस कार्यक्रम का प्रसारण भारत समेत 24 देशों में उनकी मातृभाषा में किया जा चुका है तथा प्राय हर देश में इसे अपार सफलता प्राप्त हुई है। भारत में इसे ज़िंदगी (टीवी चैनल) पर प्रसारित किया गया था। .

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फारूक शौकत खान लोधी

पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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फालूदा

फालूदा भारतीय उपमहाद्वीप में एक ठंडी मिठाई के रूप में बहुत लोकप्रिय है। परंपरागत रूप से यह गुलाब सिरप, सेवई, मीठी तुलसी के बीज और दूध के साथ जेली के टुकड़ों को मिलाकर बनाया जाता है, जो अक्सर आइसक्रीम के एक स्कूप के साथ सबसे ऊपर रहता है। फालूदा की उत्पत्ति पारस में हुई थी और यह भारतीय उपमहाद्वीप में लोकप्रिय है। वहीं कहा जाता है कि यह मिठाई 16 वीं से 18 वीं शताब्दी में भारत में बसने वाले कई मुस्लिम व्यापारियों और राजवंशों के साथ भारत आई थी। इसे मुगल साम्राज्य ने काफी बढ़ावा दिया। .

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फाजिल्का जिला

फाजिल्का जिला एक नया और पंजाब का २२ जिला है। इस जिले के अंतर्गत ३१४ राजस्व गाँव आते हैं। जिले के मुख्यालय फाजिल्का शहर और अबोहर है। यह जिला पंजाब का सबसे बड़ा शहर है। .

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फिदा मोहम्मद खान

वे एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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फजल इलाही चौधरी

फजल इलाही चौधरी एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 1965/12/01 से 25/03/1969 पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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फखर ज़मान

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१७ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। फखर ज़मान ने २०१७ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में शानदार शतक लगाया था। .

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फ्रेयर हॉल

फ्रेयर हॉल (उर्दू: فریئر ہال), कराची पाकिस्तान में स्थित एक इमारत है, और पाकिस्तान के सिंध क्षेत्र में ब्रिटिश औपनिवेशिक युग के शुरुआती दिनों से अस्तित्व में है। इमारत का निर्माण 1863 में शुरु होकर 1865 में पूर्ण हुआ। फ्रेयर हॉल को मूल रूप से कराची के टाउन हॉल के रूप में बनाया गया था, हालाँकि अब यह एक प्रदर्शनी स्थल और पुस्तकालय के रूप में कार्य करता है। इसे कराची की सबसे प्रतिष्ठित इमारतों में से एक माना जाता है। .

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फैसल टाउन

फैसल टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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फैसल करीम कुन्दी

फैसल करीम कुन्दी एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 19/03/2008 से 3 जून 2013 के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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फेसबुक

फेसबुक (अंग्रेज़ी:Facebook) इंटरनेट पर स्थित एक निःशुल्क सामाजिक नेटवर्किंग सेवा है, जिसके माध्यम से इसके सदस्य अपने मित्रों, परिवार और परिचितों के साथ संपर्क रख सकते हैं। यह फेसबुक इंकॉ.

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फोग

फोग एक ४ से ६ फीट ऊंचाई की छोटी आकर की झाड़ी प्रजाति का पौधा है जो भारत और पाकिस्तान के सूखे इलाकों में पाया जाता है। .

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बटग्राम

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर।.

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बट्टग्राम ज़िला

बट्टग्राम (उर्दू:, पश्तो:, अंग्रेज़ी: Battagram), जिसे बट्टाग्राम भी उच्चारित किया जाता है, पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। यह कोहिस्तान ज़िले के दक्षिण में, मनसेहरा ज़िले के उत्तर में और शांगला ज़िले के पूर्व में स्थित है। इसकी सरहदें तोर ग़र​ नामक ज़िले (जिसे 'काला ढाका' के नाम से भी जाना जाता है) से भी लगती हैं जो २८ जनवरी २०११ तक क़बाईली क्षेत्र हुआ करता था। .

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बटेरी भाषा

बटेरी (Bateri) कोहिस्तानी शाखा की एक दार्दी भाषा है जो अधिकतर पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के कोहिस्तान ज़िले बोली जाती है। इसके लगभग १,००० मातृभाषी भारत में रहते हैं। .

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बड़े ग़ुलाम अली ख़ान

बड़े गुलाम अली खां उस्ताद बड़े ग़ुलाम अली ख़ां (२ अप्रैल १९०२- २३ अप्रैल १९६८) हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के पटियाला घराने के गायक थे। उनकी गणना भारत के महानतम गायकों व संगीतज्ञों में की जाती है। इनका जन्म लाहौर के निकट कसूर नामक स्थान पर पाकिस्तान में हुआ था, पर इन्होने अपना जीवन अलग समयों पर लाहौर, बम्बई, कोलकाता और हैदराबाद में व्यतीत किया। प्रसिद्ध ग़जल गायक गुलाम अली इनके शिष्य थे। इनका परिवार संगीतज्ञों का परिवार था। बड़े गुलाम अली खां की संगीत की दुनिया का प्रारंभ सारंगी वादक के रूप में हुआ बाद में उन्होंने अपने पिता अली बख्श खां, चाचा काले खां और बाबा शिंदे खां से संगीत के गुर सीखे। इनके पिता महाराजा कश्मीर के दरबारी गायक थे और वह घराना "कश्मीरी घराना" कहलाता था। जब ये लोग पटियाला जाकर रहने लगे तो यह घराना "पटियाला घराना" के नाम से जाना जाने लगा। अपने सधे हुए कंठ के कारण बड़े गुलाम अली खां ने बहुत प्रसिद्ध पाई। सन १९१९ के लाहौर संगीत सम्मेलन में बड़े गुलाम अली खां ने अपनी कला का पहली बार सार्वजनिक प्रदर्शन किया। इसके कोलकाता और इलाहाबाद के संगीत सम्मेलनों ने उन्हें देशव्यापी ख्याति दिलाई। उन्होंने अपनी बेहद सुरीली और लोचदार आवाज तथा अभिनव शैली के बूते ठुमरी को एकदम नये अंदाज में ढाला जिसमें लोक संगीत की मिठास और ताजगी दोनों मौजूद थी। संगीत समीक्षकों के अनुसार उस्ताद खां ने अपने प्रयोगधर्मी संगीत की बदौलत ठुमरी की बोल बनाव शैली से परे जाकर उसमें एक नयी ताजगी भर दी। उनकी इस शैली को ठुमरी के पंजाब अंग के रूप में जाना जाता है। वे अपने खयाल गायन में ध्रुपद, ग्वालियर घराने और जयपुर घराने की शैलियों का खूबसूरत संयोजन करते थे। बड़े गुलाम अली खां के मुँह से एक बार "राधेश्याम बोल" भजन सुनकर महात्मा गाँधी बहुत प्रभावित हुए थे। मुगले आजम फिल्म में तानसेन पात्र के लिए उन्होंने ही अपनी आवाज़ दी थी। भारत सरकार ने १९६२ ई. में उन्हें "पद्मभूषण" से सम्मानित किया था। २३ अप्रैल १९६८ ई. को बड़े गुलाम अली खां का देहावसान हो गया। .

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बड़ी इलायची

बड़ी इलायची के सुखाये हुए फल और बीज भारतीय तथा अन्य देशों के व्यंजनों में मसाले के रूप में इस्तेमाल की जाती है। इसे 'काली इलायची', 'भूरी इलायची', 'लाल इलायची', 'नेपाली इलायची' या 'बंगाल इलायची' भी कहते हैं। इसके बीजों में से कपूर की तरह की खुशबू आती है और थोड़ा धूंये का सा स्वाद आता है जो उसके सुखाने के तरीके से आता है। बड़ी इलायची का नाम संस्कृत में एला, काता इत्यादि, मराठी में वेलदोड़े, गुजराती में मोटी एलची तथा लैटिन में ऐमोमम कार्डामोमम है। इसके वृक्ष से पाँच फुट तक ऊँचे भारत तथा नेपाल के पहाड़ी प्रदेशों में होते हैं। फल तिकोने, गहरे कत्थई रंग के और लगभग आधा इंच लंबे तथा बीज छोटी इलायची से कुछ बड़े होते हैं। आयुर्वेद तथा यूनानी उपचार में इसके बीजों के लगभग वे ही गुण कहे गए हैं जो छोटी इलायची के बीजों के। परंतु बड़ी इलायची छोटी से कम स्वादिष्ट होती है। .

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बद्र-उन-निस्सा

शहज़ादी बद्र-उन-निस्सा बेगम साहिबा (27 अक्टूबर 1647 – 9 अप्रैल 1670) मुगल सम्राट औरंगजेब और नवाब बाई की बेटी थीं। वह भविष्य के मुगल सम्राट मुज्ज़म बहादुर शाह I की बहन थीं। उनकी मौत 1670 में लाहौर में हुई।  .

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बनबेर

बनबेर या उन्नाव, बेर की जाति का पौधा है और पश्चिम हिमालय प्रदेश, पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी सीमा प्रांत, अफगानिस्तान, बलोचिस्तान, ईरान इत्यादि में पाया जाता है। इसकी झाड़ी काँटेदार, पत्ते बेर के पत्तों से कुछ तथा नुकीले, फल छोटी बेर के बराबर और पकने पर लाल रंग के होते हैं। उत्तरी अफगानिस्तान का उन्नाव सर्वोत्कृष्ट होता है। इसका मराठी तथा उर्दू में भी 'उन्नाव' ही नाम है। संस्कृत में इसे सौबीर तथा लैटिन में जिजिफ़स सैटिवा (Ziziphus Sativa) कहते हैं। इस औषधि का उपयोग विशेषकर हकीम करते हैं। इनके मतानुसार इसके पत्ते विरेचक होते हैं तथा खाज, गले के भीतर के रोग और पुराने घावों में उपयोगी हैं। परंतु औषधि के काम में इसका फल ही मुख्यत: प्रयुक्त होता है जो स्वाद में खटमीठा होता है। यह कफ तथा मूत्रनिस्सारक, रक्तशोधन तथा रक्तवर्धक कहा गया है। और खाँसी, कफ और वायु से उत्पन्न ज्वर, गले के रोग, यकृत और प्लीहा (तिल्ली) की वृद्धि में विशेष लाभदायक माना गया है। .

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बन्दा दाऊद शाह

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर।.

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बन्नू

बन्नू (بنو) उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर जो वज़ीरिस्तान के प्रमुख शहरो में गिना जाता है। इसका पहले नाम एडवर्डेसाबाद और दिलीपनगर था। यहाँ के वासियों को बन्नूची कहते हैं और यह डेरा इस्माइल ख़ान से १४० किलोमीटर की दूरी पर है।.

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बन्नू ज़िला

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में बन्नू ज़िला (लाल रंग में) बन्नू शहर का एक दृश्य बन्नू शहर में बन्नू (उर्दू और पश्तो:, अंग्रेज़ी: Bannu) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। यह करक ज़िले के दक्षिण में, लक्की मरवत ज़िले के उत्तर में और उत्तर वज़ीरिस्तान नामक क़बाइली क्षेत्र के पूर्व में स्थित है। इस ज़िले के मुख्य शहर का नाम भी बन्नू है। यहाँ बहुत-सी शुष्क पहाड़ियाँ हैं हालांकि वैसे इस ज़िले में बहुत हरियाली दिखाई देती है और यहाँ की धरती बहुत उपजाऊ है। ब्रिटिश राज के ज़माने में यहाँ के क़ुदरती सौन्दर्य से प्रभावित होकर बन्नू की 'स्वर्ग' से तुलना भी की जाती थी। .

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बरकत अली खान

उस्ताद बरकत अली खान (जन्म: १९०५ मृत्यु: १९ जून १९६३) पंजाब से संबंध रखने वाले, पटियाला घराने के प्रख्यात शास्त्रीय संगीतकार और गायक थे। वे उस्ताद अली बक्श खान कसूरी के पुत्र और उस्ताद बड़े ग़ुलाम अली साहब के छोटे भाई और मुबारक अली के बड़े भाई थे। .

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बरोग़िल दर्रा

बरोग़िल (Baroghil) या बोरोग़िल या ब्रोग़िल या ब्रोग़ोल (Broghol) हिन्दु कुश पर्वतमाला में स्थित एक पहाड़ी दर्रा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल क्षेत्र की मस्तुज वादी को अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे से जोड़ता है। अन्य क्षेत्रीय दर्रों की तुलना में इसकी ऊँचाई कम है। साल में तीन महीने बर्फ़ग्रस्त होने से यह बन्द रहता है लेकिन बाक़ी के नौ महीने खुला होता है।, Royal Geographical Society (Great Britain), pp.

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बलराज मधोक

प्रोफेसर बलराज मधोक (२५ फ़रवरी १९२० - ०२ मई २०१६) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक, जम्मू-कश्मीर प्रजा परिषद के संस्थापक और मन्त्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संस्थापक, भारतीय जन संघ के एक संस्थापक और अध्यक्ष थे। वे उन्नीस सौ साठ के दशक के वरिष्ट राजनेता थे। वे संसद (लोकसभा) के दो बार सदस्य रह चुके हैं। वे गणमान्य शिक्षाविद, विचारक, इतिहासवेत्ता, लेखक एवं राजनीतिक विश्लेषक भी थे। .

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बलराज कोमल

राज कोमल उर्दू के एक प्रसिद्ध शायर थे। उनका जन्म 25 सितंबर 1928 को सियालकोट (वर्तमान में पाकिस्तान) में हुआ था। देश के विभाजन के बाद उन्होंने दिल्ली को ही अपना निवास स्थल और कर्म भूमि बनाया था। .

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बलाचौर

बलाचौर उत्तर भारत के पंजाब राज्य मे नवांशहर शहर की एक तहसील है। बला चौर दोआबा क्षेत्र के अंदर आता है और काफ़ी सारे गाँव इसके अंदर आते है। बला चौर में चौधरी रहमत अली (जिन्होने पाकिस्तान शब्द की पहली बार घोषणा की) का ज्न्म हुआ था। .

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बलावरिस्तान नेशनल फ्रंट

पाकिस्तान का एक प्रमुख राजनैतिक दल। .

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बलि प्रथा

बलि प्रथा मानव जाति में वंशानुगत चली आ रही एक सामाजिक प्रथा अर्थात सामाजिक व्यवस्था है। इस पारम्परिक व्यवस्था में मानव जाति द्वारा मानव समेत कई निर्दोष प्राणियों की हत्या यानि कत्ल कर दिया जाता है। विश्व में अनेक धर्म ऐसे हैं, जिनमें इस प्रथा का प्रचलन पाया जाता है। यह मनुष्य जाति द्वारा मात्र स्वार्थसिद्ध की व्यवस्था है, जिसे बलि-प्रथा कहते है। .

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बलकस्सर

बलकस्सर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बल्तिस्तान

बल्तिस्तान (गहरा नीला एवं हल्का नीला) स्कर्दू नगर कारगिल की बलती बालिकायें बल्तिस्तानतान (बलती, लद्दाख़ी व तिब्बती: སྦལ་ཏི་སྟཱན) राजनैतिक रूप से विवादित क्षेत्र है जो काराकोरम के दक्षिण तथा सिन्धु नदी के उत्तर में स्थित है। यह अत्यन्त पर्वतीय क्षेत्र है और इस क्षेत्र की औसत ऊँचाई ३३५० मीटर से अधिक है। इसे 'लघु तिब्बत' भी कहते हैं। इसका क्षेत्रफल लगभग 27,400 किमी2 है। इस क्षेत्र में बलती भाषा बोली जाती है जो तिब्बती लिपि में लिखी जाती है। इस क्षेत्र के अधिकांश लोग मुसलमान हैं। स्कर्दू तथा कारगिल यहाँ के मुख्य कस्बे हैं। इस क्षेत्र का अधिकांश भाग पाकिस्तान के अधीन (गिलगित-बल्तिस्तान) है और कुछ भाग भारत के अधीन (जम्मू और कश्मीर)। यह क्षेत्र सिन्धु नदी की घाटियों से बना है। बल्तिस्तान के दक्षिण-पूर्व में भारत और पाकिस्तान के बीच की नियन्त्रण रेखा है। .

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बलूचिस्तान (पाकिस्तान)

बलूचिस्तान (उर्दू: بلوچستان) पाकिस्तान का पश्चिमी प्रांत है। बलूचिस्तान नाम का क्षेत्र बड़ा है और यह ईरान (सिस्तान व बलूचिस्तान प्रांत) तथा अफ़ग़ानिस्तान के सटे हुए क्षेत्रों में बँटा हुआ है। यहां की राजधानी क्वेटा है। यहाँ के लोगों की प्रमुख भाषा बलूच या बलूची के नाम से जानी जाती है। १९४४ में बलूचिस्तान के स्वतंत्रता का विचार जनरल मनी के विचार में आया था पर १९४७ में ब्रिटिश इशारे पर इसे पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया। १९७० के दशक में एक बलूच राष्ट्रवाद का उदय हुआ जिसमें बलूचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र करने की मांग उठी। यह प्रदेश पाकिस्तान के सबसे कम आबाद इलाकों में से एक है। .

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बलूचिस्तान मुक्ति सेना

पाकिस्तान के प्रांत बलूचिस्तान में सक्रिय एक गोरीला संगठन जो बलूचिस्तान के अलगाव के एजेंडे पर काम कर रही है। अपने निवास से ही यह बलूचिस्तान में गैस लाइनें उड़ाने, सेना और पुलिस पर हमले और गैर स्थानीय लोगों पर हमले में शामिल रही है। पाकिस्तान सरकार के अनुसार आतंकवादी संगठन के दांडी हिन्दुस्तान से जा मिलते हैं। मीर बालाच मेरी इसका पहला कमांडर था जो वर्ष २००८ में अफ़ग़ानिस्तान में गठबंधन वायुसेना के हमले में मारा गया। .

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बलूचिस्तान में मानवाधिकार हनन

पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त में मानव अधिकार हनन का मामला अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर चिन्ता का विषय बन गया है। इसकी कटु आलोचना होती रही है। ह्यूमन राइट्स वाच के अनुसार यह समस्या अब 'महामारी' जैसा बिकराल रूप ले चुकी है। .

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बलूचिस्तान संघर्ष

पाकिस्तान के मुख्य जातीय समूह: बलूच (गुलाबी), पंजाबी (भूरा), पश्तून (हरा), सिन्धी (हरा) बलूचिस्तान संघर्ष, दक्षिण-पश्चिम एशिया के बलूचिस्तान क्षेत्र में जारी एक संघर्ष है जो बलूच राष्ट्रवादियों एवम पाकिस्तान एवं ईरान की सरकारों के बीच चल रहा है। बलूचिस्तान क्षेत्र के अन्तर्गत पाकिस्तान का 'बलूचिस्तान' नामक दक्षिण-पश्चिमी प्रान्त, दक्षिणी-पूर्वी ईरान का सिस्तान-बलूचिस्तान प्रान्त, और दक्षिणी अफगानिस्तान का बलूचिस्तान क्षेत्र आते हैं। .

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बलूचिस्तान का इतिहास

बलूचिस्तान का इतिहास ३५० ई पूर्व से माना जाता है। यह क्षेत्र पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान में है। .

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बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री

बलोचिस्तान के मुख्यमंत्री, पाकिस्तान के प्रांत बलोचिस्तान की प्रांतीय सरकार का प्रमुख होता है। उनका चयन बलूचिस्तान विधानसभा करती है। पाकिस्तान पाकिस्तान की प्रशासन व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है अतः राज्य के राज्यपाल, जिन्हें कथास्वरूप राज्य का प्रमुख होने का सौभाग्य प्राप्त है, को केवल पारंपरिक एवं नाममात्र की संवैधानिक अधिकार है जबकि आसल कार्यप्रणाली मुख्यमंत्री के नियंत्रण में होती है। बलूचिस्तान के मौजूदा मुख्यमंत्री असलम रईसानी हैं जिनका संबंध पाकिस्तान पीपल्स पार्टी से है। उन्होंने 9 अप्रैल 2008 को अपने पद की शपथ ली और बलूचिस्तान असेंबली के 65 में से 61 उम्मीदवारों के समर्थन से उन्हें नेता सत्ता पक्ष घोषित किया गया था। .

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बलोच भाषा और साहित्य

बलोची या बलोच भाषा दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान, पूर्वी ईरान और दक्षिणी अफ़्ग़ानिस्तान में बसने वाले बलोच लोगों की भाषा है। यह ईरानी भाषा परिवार की सदस्य है और इसमें प्राचीन अवस्ताई भाषा की झलक नज़र आती है, जो स्वयं वैदिक संस्कृत के बहुत करीब मानी जाती है। उत्तरपश्चिम ईरान, पूर्वी तुर्की और उत्तर इराक़ में बोले जानी कुर्दी भाषा से भी बलोची भाषा की कुछ समानताएँ हैं। बलोची पाकिस्तान की नौ सरकारी भाषाओँ में से एक है। अनुमानतः इसे पूरे विश्व में लगभग ८० लाख लोग मातृभाषा के रूप में बोलते हैं। पाकिस्तान में इसे अधिकतर बलोचिस्तान प्रान्त में बोला जाता है, लेकिन कुछ सिंध और पंजाब में बसे हुए बलोच लोग भी इसे उन प्रान्तों में बोलते हैं। ईरान में इसे अधिकतर सिस्तान व बलुचेस्तान प्रान्त में बोला जाता है। ओमान में बसे हुए बहुत से बलोच लोग भी इसे बोलते हैं। समय के साथ बलोची पर बहुत सी अन्य भाषाओँ का भी प्रभाव पड़ा है, जैसे की हिन्दी-उर्दू और अरबी। पाकिस्तान में बलोची की दो प्रमुख शाखाएँ हैं: मकरानी (जो बलोचिस्तान से दक्षिणी अरब सागर के तटीय इलाक़ों में बोली जाती है) और सुलेमानी (जो मध्य और उत्तरी बलोचिस्तान के सुलेमान श्रृंखला के पहाड़ी इलाक़ों में बोली जाती है)। ईरान के बलुचेस्तान व सिस्तान सूबे में भी इसकी दो उपशाखाएँ हैं: दक्षिण में बोले जानी वाली मकरानी (जो पाकिस्तान के बलोचिस्तान की मकरानी से मिलती है) और उत्तर में बोले जानी वाली रख़शानी। .

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बलोच लोग

बलोच लोगों का भौगोलिक फैलाव (गुलाबी रंग में) पारम्परिक बलोच पोशाक में ओमान की एक बलोच लड़की पारम्परिक बलोच स्त्रियों के ज़ेवर बलोच, बलौच या बलूच दक्षिणपश्चिमी पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त और ईरान के सिस्तान व बलूचेस्तान प्रान्त में बसने वाली एक जाति है। यह बलोच भाषा बोलते हैं, जो ईरानी भाषा परिवार की एक सदस्य है और जिसमें अति-प्राचीन अवस्ताई भाषा की झलक मिलती है (जो स्वयं वैदिक संस्कृत की बड़ी क़रीबी भाषा मानी जाती है। बलोच लोग क़बीलों में संगठित हैं। वे पहाड़ी और रेगिस्तानी क्षेत्रों में रहते हैं और आसपास के समुदायों से बिलकुल भिन्न पहचान बनाए हुए हैं। एक ब्राहुई नामक समुदाय भी बलोच माना जाता है, हालांकि यह एक द्रविड़ भाषा परिवार की ब्राहुई नाम की भाषा बोलते हैं। सन् २००९ में बलोच लोगों की कुल जनसंख्या ९० लाख पर अनुमानित की गई थी।, Ethnologue.com., Ethnologue.com. Retrieved June 7, 2006., Library of Congress, Country Profile. Retrieved December 5, 2009. इसमें से लगभग ६०% पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त में और २५% ईरान के सिस्तान व बलूचेस्तान प्रान्त में रहते हैं। पाकिस्तान के सिंध और पंजाब प्रान्त के दक्षिणी भाग में भी बहुत से बलोच रहते हैं। अफ़्ग़ानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, ओमान, बहरीन, कुवैत और अफ़्रीका के कुछ भागों में भी बलोच मिलते हैं। बलोच लोग अधिकतर सुन्नी इस्लाम के अनुयायी होते हैं। ईरान में शियाओं की बहुतायत है, इसलिए वहाँ इनकी एक अलग धार्मिक पहचान है। .

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बलोचिस्तान के यूनियन परिषदों की सूची

यूनियन परिषद या यूनियन काउंसिल पाकिस्तान का हीनतम् प्रशासनिक इकाई होती है। क्रमशः यह पाकिस्तान में छठे स्तर का प्रशासनिक निकाय है: यानी पहले संघीय सरकार, फिर प्रांत, फिर प्रमंडल, फिर जिले फिर तहसील और अंत्यतः यूनियन परिषद। लेकिन 2007 के बाद परिमंडल को समाप्त कर दिया गया इसलिए अब यूनियन परिषद पांचवें-स्तर की इकाई है। संघ परिषद स्थानीय सरकार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। संघ परिषद में 21 पार्षद होते हैं जिनकी अध्यक्षता नाज़िम और उप मॉडरेटर करते हैं। पाकिस्तान में इस समय 6000 से अधिक संघ परिषद हैं। .

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बलोकस्सर

बलोकस्सर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बशारत

बशारत, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बशीर जहाँगीरी

न्यायमूर्ति मोहम्मद बशीर जहांगीरी, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति इरशाद हसन खान की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे पेशावर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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बसंतसर का युद्ध

बसन्तर का युद्ध (४ दिसम्बर से १६ दिसम्बर, १९७१) भारत-पाक युद्ध 1971 के समय भारतीय एवं पाकिस्तानी सेनाओं के बीच पश्चिमी सीमा पर लड़ा गया एक महत्त्वपूर्ण युद्ध था। यह युद्ध बसन्तर नदी के क्षेत्र में हुआ था जो पाकिस्तान में है। इस भयंकर युद्ध में भारतीय सैनिक विजयी हुए थे। .

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बस्ती फ़ौजा

बस्ती फ़ौजा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बस्ती मालान

बस्ती मालान, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बहरिया टाउन

बहरिया टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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बहादुरगढ़, पाकिस्तान

बहादुरगढ, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बहावलनगर

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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बहावलनगर ज़िला

बहावलनगर ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, म्मम्म शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 8,878 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 2,061,447 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बहावलपुर

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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बहावलपुर ज़िला

बहावलपुर ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, बहावलपुर शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 24,830 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 2,433,091 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बहुसंस्कृतिवाद

बहुसंस्कृतिवाद, बहु जातीय संस्कृति की स्वीकृति देना या बढ़ावा देना होता है, एक विशिष्ट स्थान के जनसांख्यिकीय बनावट पर यह लागू होती है, आमतौर पर यह स्कूलों, व्यापारों, पड़ोस, शहरों या राष्ट्रों जैसे संगठनात्मक स्तर पर होते हैं। इस संदर्भ में, बहुसंस्कृतिवादी, केन्द्र के रूप में कोई विशेष जातीय, धार्मिक समूह और/ या सांस्कृतिक समुदाय को बढ़ावा देने के बिना विशिष्ट जातीय और धार्मिक समूहों के लिए विस्तारित न्यायसम्मत मूल्य स्थिति की वकालत करते हैं। बहुसंस्कृतिवाद की नीति अक्सर आत्मसातकरण और सामाजिक एकीकरण अवधारणाओं के साथ विपरीत होती है। .

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बाचा ख़ान विश्वविद्यालय हमला

20 जनवरी 2016 को सुबह 9:30 बजे पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर प्रांत ख़ैबर पख़्तूनख़्वा की राजधानी पेशावर के पास चरसद्दा में स्थित बाचा खान विश्वविद्यालय पर 4 आतंकियों ने आक्रमण कर दिया। परिसर में आते ही आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इसके साथ ही अभी तक परिसर में सात धमाके भी सुने गए। हमले में पहले एक प्रोफेसर समेत 4 लोगों के मारे जाने की खबर थी लेकिन अब 60 से 70 छात्रों को आतंकियों द्वारा गोली मारने की खबर है। हमले के वक्त विश्वविद्यालय में बाचा खान जिन्हें खान अब्दुल गफ्फार खान के नाम से भी जाना जाता है की बरसी के मौके पर काव्यगोष्ठी के लिए अनेक लोग यहां आए थे। खान का निधन 20 जनवरी 1988 को हुआ था। यह यूनिवर्सिटी इन्ही की याद में बनाई गई है। इस यूनिवर्सिटी का अपना ऐतिहासिक महत्व है। समाचार चैनल जियो के मुताबिक यूनिवर्सिटी के पीछे के रास्ते से जहां गेस्ट हाउस है, वहां से आतंकी घुसे। हमले की खबर के साथ ही छात्रों को निकल जाने का ऐलान किया गया जिसके बाद भगदड़ मची। .

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बाड़मेर जिला

बाड़मेर जिला भारतीय राज्य राजस्थान का एक जिला है। जिले का मुख्यालय बाड़मेर नगर है, जबकि अन्य मुख्य कस्बे बालोतरा,गुड़ामलानी, बायतु,सिवाना,जसोल,चौहटन,धोरीमन्ना और उत्तरलाई हैं। बाड़मेर में एक रिफ़ाइनरी भी प्रस्तावित है। .

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बादल फटना

बादल फटना, (अन्य नामः मेघस्फोट, मूसलाधार वृष्टि) बारिश का एक चरम रूप है। इस घटना में बारिश के साथ कभी कभी गरज के साथ ओले भी पड़ते हैं। सामान्यत: बादल फटने के कारण सिर्फ कुछ मिनट तक मूसलाधार बारिश होती है लेकिन इस दौरान इतना पानी बरसता है कि क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बादल फटने की घटना अमूमन पृथ्वी से १५ किलोमीटर की ऊंचाई पर घटती है। इसके कारण होने वाली वर्षा लगभग १०० मिलीमीटर प्रति घंटा की दर से होती है। कुछ ही मिनट में २ सेंटी मीटर से अधिक वर्षा हो जाती है, जिस कारण भारी तबाही होती है। .

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बादशाही मस्जिद

बादशाही मस्जिद पाकिस्तान के लाहौर में स्थित है। इस मस्जिद को 1673 ई. में मुगल सम्राट औरंगजेब ने बनवाया था। यह मस्जिद मुगल काल की सौंदर्य और भव्यता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। पाकिस्तान की इस दूसरी सबसे बड़ी मस्जिद में एक साथ 55000 हजार लोग नमाज अदा कर सकते हैं। बादशाही मस्जिद का डिजाइन दिल्ली की जामा मस्जिद से काफी मिलता-जुलता है, जिसे 1648 में औरंगजेब के पिता शाहजहां ने बनवाया था। मस्जिद लाहौर किले के नजदीक स्थित है। हाल में मस्जिद परिसर में एक छोटा संग्रहालय भी जोड़ा गया है। .

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बादिन जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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बानो कुदसिया

बानो कुदसिया (بانو قدسیه, 28 नवंबर 1928 – 4 फरवरी 2017), 'बानो आप्पा' नाम से विख्यात। पाकिस्तानी उर्दू उपन्यासकार और पटकथा लेखिका थी। ‘राजा गिद्ध’ उनका प्रसिद्ध उपन्यास है। उनकी अन्य प्रमुख रचनाओं में आतिश-ए-जोरि -पा, एक दिन, अमर बेल, चहर चमन, फुटपाथ की घास और हवा के नाम आदि शामिल हैं। उनका जन्म 28 नवंबर, 1928 को फिरोजपुर पंजाब (ब्रिटिश भारत) में हुआ था। उन्हें पाकिस्तान सरकार द्वारा वर्ष 1983 में सितारा-ए-इम्तियाज और वर्ष 2010 में हिलाल-ए-इम्तियाज पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 4 फरवरी, 2017 को लाहौर में उनका निधन हो गया। .

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बाब -ए- ख़ैबर

पश्चिम मुख करते हुए बाब ए'ख़ैबर की तसवीर बाब ए'ख़ैबर (باب خیبر) (या बाब ए-ख़ैबर या बाब-ए-ख़ैबर) Naveed Hussain 22 January 2012 Express Tribune Retrieved 29 May 2014 एक स्मारकनुमा द्वारगाह है जो पाकिस्तान के फाटा(संध-शासित क़बाइली इलाक़े) सूबे में विख्यात ख़ैबर दर्रे के प्रवेश स्थान पर स्थित है। यह जमरूद के क़िले के पास, दक्षीण-पूर्व की ओर जी॰टी॰ रोड(तेरख़म राजमार्ग वाले हिस्से) पर पेशावर से तक़रीबन 20 कि॰मी॰ की दूरी पर जमरूद कस्बे में स्थित है। .

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बाब-ए-पाकिस्तान

बाब ए-पाकिस्तान (अर्थात् पाकिस्तान का द्वारगाह) पाकिस्तान का एक भावी राष्ट्रीय स्मारक है जो फिलहाल निर्माणाधीन है। इस स्मारक को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लाहौर शहर के उसी स्थल पर निर्मित किया जा रहा है जहां पर पाकिस्तान की आज़ादी के बाद, भारत से आए मुसलमान शरणार्थियों के सबसे बड़े शीविरों में से एक हुआ करता था। इस प्रकार के स्मारक का भाव, सर्वप्रथम 1985 में पंजाब के राज्यपाल ग़ुलाम जिलानी ख़ान ने प्रस्तावित किया था एवं इसे फ़ौरन ततकालीन राष्ट्रपति मुहम्मद ज़ियाउलहक़ द्वारा स्वीकृती दे दी गई। इस स्मारक की बनावट को लाहौर-स्थित अर्क़िटेक्ट(वासूतशास्त्री) अम्ज़द मुख़तार ने तईयार किया है, जो की लाहौर के नैश्नल काॅलेज औफ़ आर्ट्स्(रष्ट्रिय कला महाविद्यालय) के ग्रैजुएट हैं। इस परियोजने को प्रारंभन के दौरान, 1988 में रार्ष्ट्रपती ज़ियाउलहक़की मृत्यू के बाद आई अस्थिर राजनैतिक स्थिती के कारण कुछ कठिनाईयों का अनुभव करना पड़ा। इस परियोजना को पुनरआरंभित करने का प्रयास 1991 में प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ द्वारा किया गया था। तृतीय प्रयास राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ के शासन द्वारा किया गया था। वर्ष 2007 के स्थितीनुसार निर्माण जारी है और वर्ष 2014 तक पूर्ण होने को निर्धारित है। .

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बाबर आज़म

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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बाबा धर्मदास

बाबा धर्मदास मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल में एक जैन सन्त थे। वर्तमान रूप से पाकिस्तान के सियालकोट, पंजाब के पसरूर गाँव के सभी जैन उनकी पूर्वज के रूप में पूजा करते हैं। .

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बाबूसर दर्रा

बाबूसर दर्रा (Babusar Pass, درہ بابوسر) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले में स्थित एक पहाड़ी दर्रा है जो काग़ान घाटी को पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र के चिलास शहर से जोड़ता है। .

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बारथी, पंजाब

बारथी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बारहसिंगा

बारहसिंगा या दलदल का मृग (Rucervus duvaucelii) हिरन, या हरिण, या हिरण की एक जाति है जो कि उत्तरी और मध्य भारत में, दक्षिणी-पश्चिम नेपाल में पाया जाता है। यह पाकिस्तान तथा बांग्लादेश में विलुप्त हो गया है। बारहसिंगा का सबसे विलक्षण अंग है उसके सींग। वयस्क नर में इसकी सींग की १०-१४ शाखाएँ होती हैं, हालांकि कुछ की तो २० तक की शाखाएँ पायी गई हैं। इसका नाम इन्ही शाखाओं की वजह से पड़ा है जिसका अर्थ होता है बारह सींग वाला।Prater, S. H. (1948) The book of Indian animals.

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बारखान ज़िला

बारखान (उर्दू व बलोच: بارکھان, अंग्रेज़ी: Barkhan) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। यहाँ के अधिकतर लोग खेत्रान समुदाय से हैं और खेत्रानी भाषा बोलते हैं, जो पंजाबी भाषा की एक पश्चिमी उपभाषा है। इनके अलावा मर्री और अन्य बलोच समुदाय भी यहाँ बसते हैं। .

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बार्कलेज

बार्कलेज समूह कैनरी व्हार्फ में स्थित है। बार्कलेज पीएलसी एक वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी है जिसका मुख्यालय लंदन, यूनाइटेड किंगडम में है। यथा 2010, यह विश्व का 10वां सबसे बड़ा बैंकिंग और वित्तीय सेवा समूह है और फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार समग्र रूप से यह 21वें नम्बर की सबसे बड़ी कंपनी है। अफ्रीका, एशिया, यूरोप, उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका में करीब 50 से भी अधिक देशों और प्रांतों में इसका संचालन किया जाता है और इसके लगभग 48 मिलियन ग्राहक हैं। 30 जून 2010 तक इसके पास कुल €1.94 ट्रिलियन की संपत्ति थी, जो कि दुनिया भर के बेंकों में तीसरा सर्वाधिक है (बीएनपी परिबास और एचएसबीसी के बाद).

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बालाकोट

बालाकोट (अंग्रेज़ी: Balakot, उर्दु: بالاکوٹ) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी में कुनहार नदी (नैनसुख नदी) के किनारे स्थित एक शहर है। यह २००५ कश्मीर भूकम्प में पूरी तरह ध्वस्त हो गया था और फिर इसका साउदी अरब की सहायक संस्थानों की मदद लेकर नवनिर्माण करा गया। .

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बालूशाही

बालूशाही (उर्दू: بالوشاھی) एक प्रकार का पकवान है जो मैदा तथा चीनी से बनाया जाता है। बालूशाही मैदा आटे से बनती है और गहरे घी में तली जाती है। तत्पश्चात् उसे चीनी के सिरप में डुबाया जाता है। श्रेणी:भारतीय मिठाइयाँ.

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बासमती चावल

लाल बासमती चावल बासमती (Basmati,, باسمتى) भारत की लम्बे चावल की एक उत्कृष्ट किस्म है। इसका वैज्ञानिक नाम है ओराय्ज़ा सैटिवा। यह अपने खास स्वाद और मोहक खुशबू के लिये प्रसिद्ध है। इसका नाम बासमती अर्थात खुशबू वाली किस्म होता है। इसका दूसरा अर्थ कोमल या मुलायम चावल भी होता है। भारत इस किस्म का सबसे बड़ा उत्पादक है, जिसके बाद पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश आते हैं। पारंपरिक बासमती पौधे लम्बे और पतले होते हैं। इनका तना तेज हवाएं भी सह नहीं सकता है। इनमें अपेक्षाकृत कम, परंतु उच्च श्रेणी की पैदावार होती है। यह अन्तर्राष्ट्रीय और भारतीय दोनों ही बाजारों में ऊँचे दामों पर बिकता है। बासमती के दाने अन्य दानों से काफी लम्बे होते हैं। पकने के बाद, ये आपस में लेसदार होकर चिपकते नहीं, बल्कि बिखरे हुए रहते हैं। यह चावल दो प्रकार का होता है:- श्वेत और भूरा। के अनुसार, बासमती चावल में मध्यम ग्लाइसेमिक सूचकांक ५६ से ६९ के बीच होता है, जो कि इसे मधुमेह रोगियों के लिये अन्य अनाजों और श्वेत आटे की अपेक्षा अधिक श्रेयस्कर बनाता है। .

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बाजार विभाजन,लक्ष्य निर्धारण, और स्थिति निर्धारण

भौगोलिक विभाजन निर्माता बाजार को भौगोलिक तरह से विभाजित कर सकता है जैसे राष्ट्र,राज्य,जलवायु,देश,शहर आदि। भौगोलिक विभाजन जनसांख्यिकीय और भौगोलिक दोनों की सुचना रखता जिससे कंपनी की रुरेखा अच्छी कर सकें। जैसे मौसम का हम उदहारण ले सकते है निर्माता बारिश के मौसम में छाता और बारिश से सुरक्षित होने योग्य वस्तुऐं बेच सकता है राज्य हर राज्य का रेहन सहन अलग होता है इसलिए उत्पादक को भी उनके जरुरत को नजर में रखतें हुए ही विभाजन करना चाहिए।.

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बागबानपुरा

बागबानपुरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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बाग़ ज़िला

बाग़ ज़िला (अंग्रेज़ी: Bagh District, उर्दु: ضلع باغ) आज़ाद कश्मीर का एक ज़िला है। पाकिस्तान ने पाक-अधिकृत कश्मीर को दो भागों में विभाजित करा दिया है: आज़ाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान। बाग़ ज़िला इनमें से आज़ाद कश्मीर नामक हिस्से में आता है। इसका प्रमुख नगर बाग़ है। भारत इसे अपना भाग मानता है। .

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बाग़, कश्मीर

बाग़ (अंग्रेज़ी: Bagh, उर्दु: باغ) आज़ाद कश्मीर के बाग़ ज़िले का प्रमुख शहर है। यह दो छोटी नदियों के संगम-स्थल पर बसा हुआ है। ८ अक्तूबर २००५ के कश्मीर भूकम्प में यहाँ लगभग ८,५०० लोग मारे गए, जो इस नगर की आबादी का लगभग १०% था। .

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बांग्ला भाषा आन्दोलन

२१ फ़रवरी १९५२ को ढाका में आयोजित विशाल प्रदर्शन २१ फरवरी १९५३ को ढाका विश्वविद्यालय की छात्राएँ बांग्ला भाषा के लिये शान्तिपूर्ण मार्च करते हुए बांग्ला भाषा आन्दोलन (१९५२) तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) में संघटित एक सांस्कृतिक एवं राजनैतिक आन्दोलन था। इसे 'भाषा आन्दोलन' भी कहते हैं। आन्दोलन की मांग थी कि बांग्ला भाषा को पाकिस्तान की एक आधिकारिक भाषा की मान्यता दी जाय तथा इसका उपयोग सरकारी कामकाज में, शिक्षा के माध्यम के रूप में, संचार माध्यमों में, मुद्रा तथा मुहर आदि पर जारी रखी जाय। इसके अलावा यह भी मांग थी कि बांग्ला भाषा को बांग्ला लिपि में ही लिखना जारी रखा जाय। यह आन्दोलन अन्ततः बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में परिणित हो गया। १९७१ में इसी के चलते भारत और पाकिस्तान में युद्ध हुआ और बांग्लादेश मुक्त हुआ। बांग्लादेश में २१ फ़रवरी को 'भाषा आन्दोलन दिवस' के रूप में याद किया जाता है तथा इस दिन राष्ट्रीय अवकाश रहता है। इस आन्दोलन तथा इसके शहीदों की स्मृति में ढाका मेडिकल कॉलेज के निकट 'शहीद मिनार' का निर्माण किया गया। .

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बांग्लादेश

बांग्लादेश गणतन्त्र (बांग्ला) ("गणप्रजातन्त्री बांग्लादेश") दक्षिण जंबूद्वीप का एक राष्ट्र है। देश की उत्तर, पूर्व और पश्चिम सीमाएँ भारत और दक्षिणपूर्व सीमा म्यान्मार देशों से मिलती है; दक्षिण में बंगाल की खाड़ी है। बांग्लादेश और भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल एक बांग्लाभाषी अंचल, बंगाल हैं, जिसका ऐतिहासिक नाम “বঙ্গ” बंग या “বাংলা” बांग्ला है। इसकी सीमारेखा उस समय निर्धारित हुई जब 1947 में भारत के विभाजन के समय इसे पूर्वी पाकिस्तान के नाम से पाकिस्तान का पूर्वी भाग घोषित किया गया। पूर्व और पश्चिम पाकिस्तान के मध्य लगभग 1600 किमी (1000 मील) की भौगोलिक दूरी थी। पाकिस्तान के दोनों भागों की जनता का धर्म (इस्लाम) एक था, पर उनके बीच जाति और भाषागत काफ़ी दूरियाँ थीं। पश्चिम पाकिस्तान की तत्कालीन सरकार के अन्याय के विरुद्ध 1971 में भारत के सहयोग से एक रक्तरंजित युद्ध के बाद स्वाधीन राष्ट्र बांग्लादेश का उदभव हुआ। स्वाधीनता के बाद बांग्लादेश के कुछ प्रारंभिक वर्ष राजनैतिक अस्थिरता से परिपूर्ण थे, देश में 13 राष्ट्रशासक बदले गए और 4 सैन्य बगावतें हुई। विश्व के सबसे जनबहुल देशों में बांग्लादेश का स्थान आठवां है। किन्तु क्षेत्रफल की दृष्टि से बांग्लादेश विश्व में 93वाँ है। फलस्वरूप बांग्लादेश विश्व की सबसे घनी आबादी वाले देशों में से एक है। मुसलमान- सघन जनसंख्या वाले देशों में बांग्लादेश का स्थान 4था है, जबकि बांग्लादेश के मुसलमानों की संख्या भारत के अल्पसंख्यक मुसलमानों की संख्या से कम है। गंगा-ब्रह्मपुत्र के मुहाने पर स्थित यह देश, प्रतिवर्ष मौसमी उत्पात का शिकार होता है और चक्रवात भी बहुत सामान्य हैं। बांग्लादेश दक्षिण एशियाई आंचलिक सहयोग संस्था, सार्क और बिम्सटेक का प्रतिष्ठित सदस्य है। यह ओआइसी और डी-8 का भी सदस्य है।.

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बांग्लादेश प्रीमियर लीग

बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल, बीपीएल भी BRB के रूप में जाना जाता है) एक पेशेवर बांग्लादेशी ट्वेंटी-20 क्रिकेट लीग मताधिकार है। लीग 2012 में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) द्वारा स्थापित किया गया था और बांग्लादेश में पेशेवर टी-20 क्रिकेट का उच्चतम स्तर है। अक्टूबर 2016 के रूप में, लीग के तीन संस्करणों के दौरान टूर्नामेंट के नियमों के उल्लंघन और मैच फिक्सिंग के आरोपों के कारण खेला गया है, प्रतिस्पर्धा नहीं है कि सभी छह फ्रेंचाइजी के निलंबन के बाद 2013-14 और 2014-15 के सीजन में लड़ा जा रहा है साथ 2012-13 सीजन। 2016-17 संस्करण के रूप में, लीग सात फ्रेंचाइजी के होते हैं। हर मौसम के साथ चैम्पियनशिप खेल आम तौर पर विजय दिवस से पहले दिन पर आयोजित, लगभग तीन सप्ताह के लिए रहता नवंबर और दिसंबर के दौरान खेला खेल के साथ। बीपीएल 2015 के मौसम के दौरान प्रति मैच औसत भीड़ के संबंध में सभी क्रिकेट लीग के बीच तीसरे उच्चतम औसत उपस्थिति है। 2016 में, बीपीएल दुनिया में दूसरा सबसे पीछा क्रिकेट लीग, दूसरी इंडियन प्रीमियर लीग के रूप में पता चला था। बीपीएल के ब्रांड मूल्यांकन के आसपास $500 मिलियन होने का अनुमान है। अक्टूबर 2016 के रूप में, मुशफिकुर रहीम जबकि केवन कूपर सबसे कैरियर विकेट (49) है लीग के इतिहास में सर्वाधिक रन (819) रन बनाए हैं। दो बीपीएल चैंपियनशिप के साथ, ढाका ग्लेडियेटर्स समाप्त टूर्नामेंट के सबसे सफल टीम है। मौजूदा चैंपियन कोमिल्ला विक्टोरिया, जो हार रहे हैं बारीसाल बुल्स फाइनल की आखिरी गेंद पर तीन विकेट से 2015 अंतिम। .

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बांग्लादेश मुक्ति युद्ध

बांग्लादेश का स्वतंत्रता संग्राम १९७१ में हुआ था, इसे 'मुक्ति संग्राम' भी कहते हैं। यह युद्ध वर्ष १९७१ में २५ मार्च से १६ दिसम्बर तक चला था। इस रक्तरंजित युद्ध के माध्यम सेे बांलादेश ने पाकिस्तान से स्वाधीनता प्राप्त की। 16 दिसम्बर सन् १९७१ को बांग्लादेश बना था। भारत की पाकिस्तान पर इस ऐतिहासिक जीत को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। पाकिस्तान पर यह जीत कई मायनों में ऐतिहासिक थी। भारत ने ९३ हजार पाकिस्तानी सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। १९७१ के पहले बांलादेश, पाकिस्तान का एक प्रान्त था जिसका नाम 'पूर्वी पाकिस्तान' था जबकि वर्तमान पाकिस्तान को पश्चिमी पाकिस्तान कहते थे। कई सालों के संघर्ष और पाकिस्तान की सेना के अत्याचार और बांग्लाभाषियों के दमन के विरोध में पूर्वी पाकिस्तान के लोग सड़कों पर उतर आए थे। १९७१ में आज़ादी के आंदोलन को कुचलने के लिए पाकिस्तानी सेना ने पूर्वी पाकिस्तान के विद्रोह पर आमादा लोगों पर जमकर अत्याचार किए। लाखों लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया और अनगिनत महिलाओं की आबरू लूट ली गई। भारत ने पड़ोसी के नाते इस जुल्म का विरोध किया और क्रांतिकारियों की मदद की। इसका नतीजा यह हुआ कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी जंग हुई। इस लड़ाई में भारत ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिए। इसके साथ ही दक्षिण एशिया में एक नए देश का उदय हुआ। .

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बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के समय महिलाओं के साथ बलात्कार

सन १९७१ के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के समय पाकिस्तान की सेना जमात ए इस्लामी के बंगाली रजकरों ने बांग्लादेश की २ से ४ लाख स्त्रियों के साथ बलात्कार किया। इसके लिये विधिवत उच्चस्तरीय योजना बनायी गयी थी और फतवा जारी किया गया था। श्रेणी:बांग्लादेश का इतिहास.

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बांग्लादेश जमात-ए-इस्लामी

यह बांग्लादेश का एक राजनीतिक दल है। .

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बांग्लादेश का इतिहास

बांग्लादेश में सभ्यता का इतिहास काफी पुराना रहा है। आज के भारत का अंधिकांश पूर्वी क्षेत्र कभी बंगाल के नाम से जाना जाता था। बौद्ध ग्रंथो के अनुसार इस क्षेत्र में आधुनिक सभ्यता की शुरुआत ७०० इसवी इसा पू.

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बांग्लादेश की सर्वोच्च न्यायालय

बांग्लादेश की सर्वोच्च न्यायालय(बंगला: বাংলাদেশ সুপ্রীম কোর্ট, बांलादेश सूप्रीम कोर्ट), गणप्रजातंत्री बांग्लादेश की सर्वोच्च अदालत है और बांग्लादेश की न्यायिक व्यवस्था का शीर्षतम् निकाय है और देश की न्यायिक क्रम का शिखर बिंदू है। यह कानूनी और संवैधानिक मामलों में फैसला करने वाली अंतिम मध्यस्थ भी है। संविधान की धारा १०० के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय का आसन, राजधानी ढाका में अवस्थित है। इसे बांग्लादेश के संविधान की षष्ठम् भाग के चतुर्थ पाठ के द्वारा स्थापित किया गया था। सर्वोच्च न्यायालय, पाकिस्तान को कई संवैधानिक व न्यायिक विकल्प प्राप्त होते हैं, जिनकी व्याख्या बांग्लादेश के संविधान में की गई है। इस संसथान के दो "विभाग" है: अपीलीय विभाग और उच्च न्यायलय विभाग, तथा यह बांग्लादेश के मुख्य न्यायाधीश व अपीलीय विभाग व उच्च न्यायालय विभाग के न्यायाधीशों का भी स्थायी कार्यालय की भी मेज़बानी भी करता है। अप्रैल 2018 की स्थिति अनुसार, अपीलीय विभाग में 4 और उच्च न्यायालय विभाग में 80 न्यायाधीश हैं, जिनमें 80 स्थायी हैं। इस न्यायालय को सामान्य बोलचाल में अक्सर हाई कोर्ट भी कहा जाता है, क्योंकि स्वतंत्रता पूर्व, अर्थात् १९७१ से पहले तक, इस भवन में पूर्वी पाकिस्तान की उच्च न्यायालय वास करती थी। .

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बाङ्ला भाषा

बाङ्ला भाषा अथवा बंगाली भाषा (बाङ्ला लिपि में: বাংলা ভাষা / बाङ्ला), बांग्लादेश और भारत के पश्चिम बंगाल और उत्तर-पूर्वी भारत के त्रिपुरा तथा असम राज्यों के कुछ प्रान्तों में बोली जानेवाली एक प्रमुख भाषा है। भाषाई परिवार की दृष्टि से यह हिन्द यूरोपीय भाषा परिवार का सदस्य है। इस परिवार की अन्य प्रमुख भाषाओं में हिन्दी, नेपाली, पंजाबी, गुजराती, असमिया, ओड़िया, मैथिली इत्यादी भाषाएँ हैं। बंगाली बोलने वालों की सँख्या लगभग २३ करोड़ है और यह विश्व की छठी सबसे बड़ी भाषा है। इसके बोलने वाले बांग्लादेश और भारत के अलावा विश्व के बहुत से अन्य देशों में भी फ़ैले हैं। .

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बिधेर

बिधेर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बिरयानी बादशाही

बिरयानी बादशाही एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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बिलाल आसिफ

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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बिलावल भट्टी

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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बिलावल भुट्टो ज़रदारी

बिलावल भुट्टो जरदारी (जन्म: 21 सितंबर 1988) पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वर्तमान अध्यक्ष है। वे पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत बेनजीर भुट्टो और आसिफ अली जरदारी के एकलौते पुत्र है। .

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बिलकीस ईधी

बिलकीस बानो ईदी (हिलाल-ए-इम्तियाज), अब्दुल सत्तार ईदी की विधवा एक पेशेवर नर्स और पाकिस्तान के सबसे सक्रिय परोपकारियों में से एक है। उसे पाकिस्तान की माता का नाम दिया गया है। उस का जन्म 1947 में बांटवा में हुआ था। वह ईधी फाउंडेशन की प्रमुख हैं, और उस ने अपने पति के साथ सार्वजनिक सेवा के लिए 1986 में रमन मैगसेसे पुरस्कार प्राप्त किया था। accessed June 30, 2008 2015 में, उसे सामाजिक न्याय के लिए मदर टेरेसा मेमोरियल इंटरनेशनल अवार्ड मिला। उसकी चैरिटी पाकिस्तान में कई सेबाएँ चलाती है जिसमें कराची में एक अस्पताल और आपातकालीन सेवा भी शामिल है। अपने पति के साथ मिलकर उनकी चैरिटी ने 16,000 से अधिक अवांछित बच्चों को। बचा लिया है।  उसके पति, अब्दुल सत्तार ईदी का 8 जुलाई, 2016 को निधन हो गया।  .

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बिल्व

बिल्व, बेल या बेलपत्थर, भारत में होने वाला एक फल का पेड़ है। इसे रोगों को नष्ट करने की क्षमता के कारण बेल को बिल्व कहा गया है। इसके अन्य नाम हैं-शाण्डिल्रू (पीड़ा निवारक), श्री फल, सदाफल इत्यादि। इसका गूदा या मज्जा बल्वकर्कटी कहलाता है तथा सूखा गूदा बेलगिरी। बेल के वृक्ष सारे भारत में, विशेषतः हिमालय की तराई में, सूखे पहाड़ी क्षेत्रों में ४००० फीट की ऊँचाई तक पाये जाते हैं।।अभिव्यक्ति पर। दीपिका जोशी मध्य व दक्षिण भारत में बेल जंगल के रूप में फैला पाया जाता है। इसके पेड़ प्राकृतिक रूप से भारत के अलावा दक्षिणी नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार, पाकिस्तान, बांग्लादेश, वियतनाम, लाओस, कंबोडिया एवं थाईलैंड में उगते हैं। इसके अलाव इसकी खेती पूरे भारत के साथ श्रीलंका, उत्तरी मलय प्रायद्वीप, जावा एवं फिलीपींस तथा फीजी द्वीपसमूह में की जाती है।। वेबग्रीन पर धार्मिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण होने के कारण इसे मंदिरों के पास लगाया जाता है। हिन्दू धर्म में इसे भगवान शिव का रूप ही माना जाता है व मान्यता है कि इसके मूल यानि जड़ में महादेव का वास है तथा इनके तीन पत्तों को जो एक साथ होते हैं उन्हे त्रिदेव का स्वरूप मानते हैं परंतु पाँच पत्तों के समूह वाले को अधिक शुभ माना जाता है, अतः पूज्य होता है। धर्मग्रंथों में भी इसका उल्लेख मिलता है।।अखिल विश्व गायत्री परिवार इसके वृक्ष १५-३० फीट ऊँचे कँटीले एवं मौसम में फलों से लदे रहते हैं। इसके पत्ते संयुक्त विपत्रक व गंध युक्त होते हैं तथा स्वाद में तीखे होते हैं। गर्मियों में पत्ते गिर जाते हैं तथा मई में नए पुष्प आ जाते हैं। फल मार्च से मई के बीच आ जाते हैं। बेल के फूल हरी आभा लिए सफेद रंग के होते हैं व इनकी सुगंध भीनी व मनभावनी होती है। .

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बिस्माह मारूफ

बिस्माह मारूफ (18 जुलाई 1991 लाहौर में) ICC Cricket World Cup.

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बिग बॉस 7

बिग बॉस 7 भारतीय वास्तविक कार्यक्रम है, जो बिग बॉस का 7वां संस्करण है। यह 15 सितम्बर 2013 से कलर्स पर शुरू हुआ। इसमें सलमान खान प्रस्तोता थे। वे इससे पहले भी बिग बॉस के पिछले तीन संस्करण में प्रस्तोता रह चुके हैं। यह कार्यक्रम कुल 15 सप्ताह (104 दिन) तक चला और 28 दिसम्बर 2013 को समाप्त हुआ। यह कार्यक्रम 15 सितम्बर से हर दिन रात को 9 बजे प्रसारित होता था। इसमें गौहर खान को विजेता घोषित किया गया और तनिशा मुखर्जी दूसरे स्थान पर रहीं। .

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बज़दर

बलोचिस्तान, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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बख्शाली

बख्शाली (Bakhshali) पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा के मर्दान जिले में स्थित एक गाँव एवं यूनियन काउन्सिल है। यह 34°17'0 उत्तरी अक्षांश तथा 72°9'0 पूर्वी देशान्तर पर समुद्र तल से 307 मीटर की उंचाई पर स्थित है। .

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बगलीहार पनबिजली परियोजना

बगलीहार पनबिजली परियोजना भारत की कश्मीर में चल रही एक महत्वपूर्ण पनबिजली परियोजना है जो अपने विवादों की वजह से चर्चा में रहा है। पाकिस्तान कहता रहा है कि बगलीहार में यह परियोजना शुरू करके भारत पुरानी सिंधु संधि का उल्लंघन कर रहा है और यह बांध बनने से पाकिस्तान को मिलने वाले पानी का प्रवाह बाधित होगा। भारत का तर्क है कि वह ऐसा कुछ भी नहीं कर रहा है। वह तो सिर्फ पानी का बेहतर इस्तेमाल करना चाहता है। वह पाकिस्तान जाने वाले चेनाब के पानी को बिलकुल भी नहीं रोक रहा है। श्रेणी:जम्मू और कश्मीर में बांध.

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बंजारानामा

''बंजारानामा'' नज़ीर अकबराबादी (1735-1830) द्वारा लिखी गई एक कविता है बंजारानामा (उर्दू), अठारहवीं शताब्दी के भारतीय शायर नज़ीर अकबराबादी द्वारा लिखी गयी एक प्रसिद्ध कविता है। इस रचना का मुख्य सन्देश है के सांसारिक सफलताओं पर अभिमान करना मूर्खता है क्योंकि मनुष्य की परिस्थितियाँ पलक झपकते बदल सकतीं हैं। धन-सम्पति तो आनी-जानी चीज़ है किन्तु मृत्यु, एक निश्चित सत्य है जो, कभी न कभी हर मनुष्य के साथ घटेगा। यह कविता तेज़ी से भारतीय उपमहाद्वीप के कई भागों में लोकप्रिय हो गई और इसकी ख्याति लगभग पिछली दो शताब्दियों से बनी हुई है। इसके बारे में कहा गया है कि, हालांकि इसकी भाषा देसी और सरल है, पर इसमें पाई जाने वाली छवियाँ और कल्पनाएँ इतना झकझोर देने वालीं हैं कि यह "गीत कई हजार वर्षों की शिक्षाओं को एक सार रूप में सामने लेकर आता है"। इसमें बंजारे का पात्र मृत्यु की ओर इशारा है: जिस तरह यह कभी नहीं बता सकते कि कोई बंजारा कब अपना सारा सामान लाद कर किसी स्थान से चल देगा, उसी तरह से मृत्यु कभी भी आ सकती है। .

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बंगलादेश के सैनिक विद्रोह

१९७१ में पाकिस्तान से स्वाधीन होने से लेकर अब तक बंगलादेश में अनेक बार सैनिक विद्रोह हो चुका है। .

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बंगश

भारत के पद्म भूषण-सम्मानित मशहूर सरोद वादक अमजद अली ख़ान एक बंगश पश्तून हैं बंगश (पश्तो:, अंग्रेज़ी: Bangash) एक प्रमुख पश्तून क़बीले का नाम है। बंगश लोग पाकिस्तान के संघ-शासित क़बाईली क्षेत्र की कुर्रम एजेंसी और ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के हन्गू, कोहाट और पेशावर इलाक़ों में पाए जाते हैं। भारत में कुछ बंगश लोग उत्तर प्रदेश के फ़र्रूख़ाबाद ज़िले में भी बसे हुए हैं। फ़र्रूख़ाबाद के नवाबों ने वहाँ एक अलग अफ़्ग़ान मोहल्ला भी स्थापित किया हुआ था।, D. H. A. Kolff, Om Prakash, Brill, 2003, ISBN 978-90-04-13155-2,...

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बंगाल का गिद्ध

बंगाल का गिद्ध एक पुरानी दुनिया का गिद्ध है, जो कि यूरोपीय ग्रिफ़न गिद्ध का संबन्धी है। एक समय यह अफ़्रीका के सफ़ेद पीठ वाले गिद्ध का ज़्यादा करीबी समझा जाता था और इसे पूर्वी सफ़ेद पीठ वाला गिद्ध भी कहा जाता है। १९९० के दशक तक यह पूरे दक्षिणी तथा दक्षिण पूर्वी एशिया में व्यापक रूप से पाया जाता था और इसको विश्व का सबसे ज़्यादा आबादी वाला बड़ा परभक्षी पक्षी माना जाता था लेकिन १९९२ से २००७ तक इनकी संख्या ९९.९% तक घट गई और अब यह घोर संकटग्रस्त जाति की श्रेणी में पहुँच गया है और अब बहुत कम नज़र आता है। .

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बुद्ध पूर्णिमा

बुद्ध पूर्णिमा (वेसक या हनमतसूरी) बौद्ध धर्म में आस्था रखने वालों का एक प्रमुख त्यौहार है। यह बैसाख माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था, इसी दिन उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और इसी दिन उनका महानिर्वाण भी हुआ था। ५६३ ई.पू.

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बुध ग़ुलाम

बुध ग़ुलाम, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विहाड़ी ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बुनेर ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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बुरहान मुज़फ़्फ़र वानी

बुरहान मुज़फ़्फ़र वानी (अंग्रेजी: Burhan Muzaffar Wani), कश्मीरी उग्रवादी गुट का एक कमांडर था। जिसको ०८जुलाई २०१६ को एनकाउंटर करके मार गिराया। बुरहान वानी के अलावा इनके ७ और आतंकवादी सदस्यों को मार गिराया है। .

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बुरज़िल दर्रा

बुरज़िल दर्रा (Burzil Pass) कश्मीर क्षेत्र का एक ऐतिहासिक दर्रा है जो श्रीनगर को पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित गिलगित और स्कर्दू से जोड़ता है। यहाँ से यात्री और व्यापारी घोड़ों और टट्टुओं पर सवार यातायात करा करते थे लेकिन भारत के विभाजन के बाद यह पाकिस्तान द्वारा बन्द कर दिया गया। इसके शिखर पर एक चौकी हुआ करती थी जहाँ से भारत और चीन के दरम्यान डाक आया-जाया करती थी। .

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बुर्ज, बलोचिस्तान

बलूचिस्तान, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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बुल्ले शाह

बुल्ले शाह (ਬੁੱਲ੍ਹੇ ਸ਼ਾਹ,, जन्म नाम अब्दुल्ला शाह) (जन्म 1680), जिन्हें बुल्ला शाह भी कहा जाता है, एक पंजाबी सूफ़ी संत एवं कवि थे। उनकी मृत्यु 1757 से 1759 के बीच वर्तमान पाकिस्तान में स्थित शहर क़सूर में हुई थी उनकी कविताओं को काफ़ियाँ कहा जाता है। .

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बुशरा इजाज़

बुशरा इजाज़ (जन्म: 18 जून 1959) पाकिस्तान की प्रसिद्ध लेखिका है। .

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बुज़कशी

बल्ख़ प्रांत में बुज़कशी कज़ाख़ नाम) बुज़कशी (दरी फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Buzkashi) या कोक-बोरू (उज़बेक: kökbörü, अंग्रेज़ी: Kok-boru) या वुज़लोबा (पश्तो:, अंग्रेज़ी: Wuzloba) मध्य एशिया में घोड़ों पर सवार होकर खेले जाने वाला एक खेल है। यह अफ़्ग़ानिस्तान, उज़बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, किरगिज़स्तान, तुर्कमेनिस्तान, कज़ाख़स्तान, पाकिस्तान के पठान इलाक़ों और चीन के उईग़ुर इलाक़ों में खेला जाता है। यह सदियों से स्तेपी के मैदानों पर रहने वाले क़बीलों द्वारा खेला जा रहा है जो घुड़सवारी में हुनरमंद होते हैं। इसमें खिलाड़ियों के दो गुट होते हैं और खेल के मैदान के बीच में एक सिर-कटा बकरा या बछड़ा रखा जाता है। खिलाड़ी अपने घोड़े दौड़ाते हुए उसे उठाने की कोशिश करते हैं। जो उसे उठा लेता है वह दुसरे गुट के खिलाड़ियों से बचकर उसे जीत की लकीर के पार फेंकने की कोशिश करता है, जबकि दूसरे खिलाड़ी उस लाश को उस से छीनने की कोशिश करते हैं।, Paul Connolly, Pier 9, 2011, ISBN 978-1-74266-513-9,...

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बुख़ारा

बुख़ारा के अमीर के महल का दरवाज़ा, यह यूनेस्को द्वारा पंजीकृत विश्व धरोहर स्थल है बुख़ारा में पाया गया यवन-बैक्ट्रियाई सम्राट युक्राटीडीस (१७०-१४५ ईसापूर्व) द्वारा ज़र्ब सिक्का जो प्राचीनकाल का सबसे बड़ा सोने का सिक्का है। इसका वज़न १६९.२ ग्राम और व्यास (डायामीटर) ५८ मिलीमीटर है। इसे फ़्रांसिसी सम्राट नेपोलियन तृतीय ने ले लिया था और अब यह पैरिस के एक संग्राहलय में है। अलीम ख़ान (१८८०-१९४४), बुख़ारा का अंतिम अमीर, जिसे १९२० में सिंहासन से हटा दिया गया कलाँ मीनार (यानि 'बड़ी मीनार') नादिर दीवान-बेग़ी मदरसे के दरवाज़े पर अमरपक्षी (काल्पनिक फ़ीनिक्स पक्षी), यह लब-ए-हौज़ स्थल का हिस्सा है बुख़ारा (रूसी: Бухара, फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Bokhara) मध्य एशिया में स्थित उज़बेकिस्तान देश के बुख़ारा प्रान्त की राजधानी है। यह उज़बेकिस्तान की पाँचवी सबसे बड़ी नगरी है। इसकी जनसंख्या २,३७,९०० है (सन् १९९९ अनुमानानुसार) और यह शहर लगभग पाँच हजार वर्षों से बसा हुआ है।, Europa Publications Limited, Taylor & Francis, 2002, ISBN 978-1-85743-137-7,...

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ब्राहुई भाषा

ब्राहुई (Urdu: براہوی) या ब्राहवी (براوی) एक द्रविड़ भाषा है। यह भाषा पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के ब्राहुई लोगों द्वारा तथा क़तर, संयुक्त अरब अमीरात, इराक़ व ईरान के आप्रवासी समुदायों द्वारा बोली जाती है। यह अपनी निकटतम द्राविड़-भाषी जनसंख्या से १५०० किमी से भी अधिक की दूरी से विलग है। .

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ब्राह्मिनी चील

ब्राह्मिनी चील (वैज्ञानिक नाम: हैलीऐस्टर इंडस; अन्य नाम: खेमकरी या क्षेमकरी) चील जाति का एक प्रसिद्ध पक्षी है जो मुख्य रूप से भारतीय पक्षी है किंतु थाइलैंड, मलय, चीन से लेकर आस्ट्रेलिया तक पाया जाता है और पानी के आस-पास रहता है। यह बंदरगाहों के आसपास काफी संख्या में पाया जाता है और जहाज के मस्तूलों पर बैठा देखा जा सकता है। यह सड़ी-गली चीजें खाता और पानी के सतह पर पड़े कूड़े कर्कट को अपने पंजों में उठा लेता है। यह धान के खेतों के आसपास भी उड़ता देखा जाता है और मेढकों और टिड्डियों को पकड़ कर अपना पेट भरता है। यह 19 इंच लंबा पक्षी है जिसका रंग कत्थई, डैने के सिरे काले और सिर तथा सीने का रंग सफेद होता है। चोंच लंबी, दबी दबी और नीचे की ओर झुकी हुई होती है। इसकी बोली अत्यंत कर्कश होती है। यह अपना घोंसला पानी के निकट ही पेड़ की दोफ की डाल के बीच काफी ऊँचाई पर लगाता है। एक बार में मादा दो या तीन अंडे देती है। इसे लाल पीठ वाला समुद्री बाज भी कहा जाता है, एक माध्यम आकार की शिकारी पक्षी है, यह एक्सीपाईट्राइड परिवार की सदस्य है जिसमें कई अन्य दैनिक शिकारी पक्षी जैसे बाज, गिद्ध तथा हैरियर आदि भी आते हैं। ये भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण पूर्व एशिया तथा ऑस्ट्रेलिया में पायी जाती हैं। ये मुख्य रूप से समुद्र तट पर और अंतर्देशीय झीलों में पायी जाती हैं, जहां वे मृत मछली और अन्य शिकार को खाती हैं। वयस्क पक्षी में लाल भूरे पंख तथा विरोधाभासी रंग में एक सफ़ेद रंग का सर तथा छाती होते हैं जिनको देख कर इन्हें अन्य शिकारी पक्षियों से अलग आसानी से पहचाना जा सकता है। .

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ब्रिटिश भारत में रियासतें

15 अगस्त 1947 से पूर्व संयुक्त भारत का मानचित्र जिसमें देशी रियासतों के तत्कालीन नाम साफ दिख रहे हैं। ब्रिटिश भारत में रियासतें (अंग्रेजी:Princely states; उच्चारण:"प्रिंस्ली स्टेट्स्") ब्रिटिश राज के दौरान अविभाजित भारत में नाममात्र के स्वायत्त राज्य थे। इन्हें आम बोलचाल की भाषा में "रियासत", "रजवाड़े" या व्यापक अर्थ में देशी रियासत कहते थे। ये ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा सीधे शासित नहीं थे बल्कि भारतीय शासकों द्वारा शासित थे। परन्तु उन भारतीय शासकों पर परोक्ष रूप से ब्रिटिश शासन का ही नियन्त्रण रहता था। सन् 1947 में जब हिन्दुस्तान आज़ाद हुआ तब यहाँ 565 रियासतें थीं। इनमें से अधिकांश रियासतों ने ब्रिटिश सरकार से लोकसेवा प्रदान करने एवं कर (टैक्स) वसूलने का 'ठेका' ले लिया था। कुल 565 में से केवल 21 रियासतों में ही सरकार थी और मैसूर, हैदराबाद तथा कश्मीर नाम की सिर्फ़ 3 रियासतें ही क्षेत्रफल में बड़ी थीं। 15 अगस्त,1947 को ब्रितानियों से मुक्ति मिलने पर इन सभी रियासतों को विभाजित हिन्दुस्तान (भारत अधिराज्य) और विभाजन के बाद बने मुल्क पाकिस्तान में मिला लिया गया। 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश सार्वभौम सत्ता का अन्त हो जाने पर केन्द्रीय गृह मन्त्री सरदार वल्लभभाई पटेल के नीति कौशल के कारण हैदराबाद, कश्मीर तथा जूनागढ़ के अतिरिक्त सभी रियासतें शान्तिपूर्वक भारतीय संघ में मिल गयीं। 26 अक्टूबर को कश्मीर पर पाकिस्तान का आक्रमण हो जाने पर वहाँ के महाराजा हरी सिंह ने उसे भारतीय संघ में मिला दिया। पाकिस्तान में सम्मिलित होने की घोषणा से जूनागढ़ में विद्रोह हो गया जिसके कारण प्रजा के आवेदन पर राष्ट्रहित में उसे भारत में मिला लिया गया। वहाँ का नवाब पाकिस्तान भाग गया। 1948 में सैनिक कार्रवाई द्वारा हैदराबाद को भी भारत में मिला लिया गया। इस प्रकार हिन्दुस्तान से देशी रियासतों का अन्त हुआ। .

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ब्रिटिश भारतीय सेना

भारतीय मुसलमान सैनिकों का एक समूह जिसे वॉली फायरिंग के आदेश दिए गए। ~1895 ब्रिटिश भारतीय सेना 1947 में भारत के विभाजन से पहले भारत में ब्रिटिश राज की प्रमुख सेना थी। इसे अक्सर ब्रिटिश भारतीय सेना के रूप में निर्दिष्ट नहीं किया जाता था बल्कि भारतीय सेना कहा जाता था और जब इस शब्द का उपयोग एक स्पष्ट ऐतिहासिक सन्दर्भ में किसी लेख या पुस्तक में किया जाता है, तो इसे अक्सर भारतीय सेना ही कहा जाता है। ब्रिटिश शासन के दिनों में, विशेष रूप से प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारतीय सेना न केवल भारत में बल्कि अन्य स्थानों में भी ब्रिटिश बलों के लिए अत्यधिक सहायक सिद्ध हुई। भारत में, यह प्रत्यक्ष ब्रिटिश प्रशासन (भारतीय प्रान्त, अथवा, ब्रिटिश भारत) और ब्रिटिश आधिपत्य (सामंती राज्य) के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए उत्तरदायी थी। पहली सेना जिसे अधिकारिक रूप से "भारतीय सेना" कहा जाता था, उसे 1895 में भारत सरकार के द्वारा स्थापित किया गया था, इसके साथ ही ब्रिटिश भारत की प्रेसीडेंसियों की तीन प्रेसिडेंसी सेनाएं (बंगाल सेना, मद्रास सेना और बम्बई सेना) भी मौजूद थीं। हालांकि, 1903 में इन तीनों सेनाओं को भारतीय सेना में मिला दिया गया। शब्द "भारतीय सेना" का उपयोग कभी कभी अनौपचारिक रूप से पूर्व प्रेसिडेंसी सेनाओं के सामूहिक विवरण के लिए भी किया जाता था, विशेष रूप से भारतीय विद्रोह के बाद.

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ब्रिटिश राज का इतिहास

ब्रिटिश राज का इतिहास, 1947 और 1858 के बीच भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश शासन की अवधि को संदर्भित करता है। शासन प्रणाली को 1858 में स्थापित किया गया था जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सत्ता को महारानी विक्टोरिया के हाथों में सौंपते हुए राजशाही के अधीन कर दिया गया (और विक्टोरिया को 1876 में भारत की महारानी घोषित किया गया).

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ब्रिटिशकालीन भारत के रियासतों की सूची

सन १९१९ में भारतीय उपमहाद्वीप की मानचित्र। ब्रितिश साशित क्षेत्र व स्वतन्त्र रियासतों के क्षेत्रों को दरशाया गया है सन १९४७ में स्वतंत्रता और विभाजन से पहले भारतवर्ष में ब्रिटिश शासित क्षेत्र के अलावा भी छोटे-बड़े कुल 565 स्वतन्त्र रियासत हुआ करते थे, जो ब्रिटिश भारत का हिस्सा नहीं थे। ये रियासतें भारतीय उपमहाद्वीप के वो क्षेत्र थे, जहाँ पर अंग्रेज़ों का प्रत्यक्ष रूप से शासन नहीं था, बल्कि ये रियासत सन्धि द्वारा ब्रिटिश राज के प्रभुत्व के अधीन थे। इन संधियों के शर्त, हर रियासत के लिये भिन्न थे, परन्तु मूल रूप से हर संधि के तहत रियासतों को विदेश मामले, अन्य रियासतों से रिश्ते व समझौते और सेना व सुरक्षा से संबंधित विषयों पर ब्रिटिशों की अनुमति लेनी होती थी, इन विषयों का प्रभार प्रत्यक्ष रूप से अंग्रेजी शासन पर था और बदले में ब्रिटिश सरकार, शासकों को स्वतन्त्र रूप से शासन करने की अनुमती देती थी। सन १९४७ में भारत की स्वतंत्रता व विभाजन के पश्चात सिक्किम के अलावा अन्य सभी रियासत या तो भारत या पाकिस्तान अधिराज्यों में से किसी एक में शामिल हो गए, या उन पर कब्जा कर लिया गया। नव स्वतंत्र भारत में ब्रिटिश भारत की एजेंसियों को "दूसरी श्रेणी" के राज्यों का दर्जा दिया गया (उदाहरणस्वरूप: "सेंट्रल इण्डिया एजेंसी", "मध्य भारत राज्य" बन गया)। इन राज्यों के मुखिया को राज्यपाल नहीं राजप्रमुख कहा जाता था। १९५६ तक "राज्य पुनर्गठन अयोग" के सुझाव पर अमल करते हुए भारत सरकार ने राज्यों को पुनर्गठित कर वर्तमान स्थिती में लाया। परिणामस्वरूप सभी रियासतों को स्वतंत्र भारत के राज्यों में विलीन कर लिया गया। इस तरह रियासतों का अंत हो गया। सन १९६२ में प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के शासनकाल के दौरान इन रियासतों के शासकों के निजी कोशों को एवं अन्य सभी ग़ैर-लोकतान्त्रिक रियायतों को भी रद्ध कर दिया गया .

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ब्रैड पिट

विलियम ब्रैडली "ब्रैड" पिट (जन्म 18 दिसम्बर 1963) एक अमेरिकी अभिनेता और फिल्म निर्माता हैं। उन्हें दुनिया के सबसे आकर्षक पुरुषों में से एक के रूप में उद्धृत किया गया है, एक ऐसा ठप्पा, जो मीडिया को उनके परदे से बाहर के जीवन पर रिपोर्ट करने के लिए ललचाता है। पिट को दो अकादमी पुरस्कार नामांकन और चार गोल्डन ग्लोब पुरस्कार नामांकन प्राप्त हुआ है, जिसमें से उन्होंने एक जीता है। पिट ने अपने अभिनय कैरियर की शुरूआत टेलीविज़न पर अतिथि भूमिकाओं से की, जिसमें 1987 में CBS धारावाहिक "डल्लास" में एक भूमिका शामिल है। उन्हें 1991 की रोड फ़िल्म थेल्मा एंड लुईस के एक बेपरवाह अनुरोध-यात्री के रूप में पहचान मिली जो जीना डेविस के चरित्र को फुसलाता है। पिट को बड़े बजट के निर्माणों में मुख्य भूमिका अ रिवर रन्स थ्रू इट (1992) और इंटरव्यू विथ द वैमपायर (1994) के माध्यम से मिली.1994 के नाटक लेजेंड्स ऑफ़ द फॉल में उन्हें एंथनी हॉपकिन्स के साथ भूमिका दी गई, जिसके लिए उन्हें पहली बार गोल्डन ग्लोब नामांकन प्राप्त हुआ। 1995 में उन्होंने क्राइम थ्रिलर सेवन और कल्पित विज्ञान फ़िल्म ट्वेल्व मंकीस में समीक्षकों द्वारा प्रशंसित अभिनय किया, जिनमें परवर्ती फ़िल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का गोल्डन ग्लोब पुरस्कार और अकादमी पुरस्कार नामांकन मिला.

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ब्रेट ली

ब्रेट ली (जन्म 8 नवम्बर 1976 को वॉलोन्गॉन्ग, न्यू साउथ वेल्स में) एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिलाड़ी हैं। ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में शामिल होने के बाद, ली को विश्व क्रिकेट में सबसे तेज गेंदबाजों में से एक के रूप में मान्यता मिली। अपने पहले दो वर्षों में से प्रत्येक में उन्होंने गेंद के साथ 20 से कम का औसत पाया, लेकिन उसके बाद से ज़्यादातर प्रारंभिक 30 अंक हासिल किया। वे एक पुष्ट क्षेत्ररक्षक हैं और उपयोगी निचले-क्रम के बल्लेबाज़, जिनका टेस्ट क्रिकेट में औसत 20 से अधिक रहा है। माइक हसी के साथ मिल कर, उन्होंने 2005-06 के बाद से एकदिवसीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक 7वें विकेट की भागीदारी (123) का रिकॉर्ड संभाल रखा है। .

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ब्लॉगर (सेवा)

ब्लॉगर (पूर्व नाम: ब्लॉगस्पॉट) एक चिट्ठा होस्टिंग सेवा है जो गूगल ब्लॉगर प्रोग्राम के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है, व जिसके द्वारा ब्लॉगर्स अपने नए ब्लॉग शीघ्र ही बना सकते हैं। इसकी मदद से डोमेन नेम और होस्टिंग जब तक ब्लॉगर चाहे निःशुल्क उपलब्ध रहती है। गूगल के एडसेंस कार्यक्रम के द्वारा ब्लोगर्स अपने ब्लॉग से आय भी कर सकते हैं।। हिन्दुस्तान लाईव। २२ अप्रैल २०१० यह सुविधा अन्य चिट्ठाकारी कार्यक्रमों पर निर्भर नहीं होती। एक ब्लॉग किसी भी कार्य के लिए प्रयोग किया जा सकता है, चाहे वह निजी दैनंदिनी के रूप में हो या व्यावसायिक कार्य के लिए या सामान्य रूप में अपने विचार दूसरों तक पहुंचाने के लिए ब्लॉग्गिंग का ज्यादा उपयोग किया जाता है। ब्लॉगस्पॉट का आरंभ १९९९ में एक होस्टिंग टूल के रूप में पायरा लैब्स ने की थी। सन् २००३ में इसे गूगल ने खरीद लिया था, और तब से यह इंटरनेट पर सबसे प्रसिद्ध शुल्करहित होस्टिंग वेबसाइट बनी हुई है। .

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बृजमोहन लाल मुंजाल

बृजमोहन लाल मुंजाल (पंजाबी:ਬ੍ਰਿਜਮੋਹਨ ਲਾਲ ਮੁੰਜਾਲ; 1 जुलाई 1925 – 1 नवंबर 2015) भारत के विख्यात औद्योगिक घराने हीरो समूह के संस्थापक व चेयरमैन थे। वे भारत के ३० सबसे धनी व्यक्तियों में से एक थे। .

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बैसाखी

बैसाखी नाम वैशाख से बना है। पंजाब और हरियाणा के किसान सर्दियों की फसल काट लेने के बाद नए साल की खुशियाँ मनाते हैं। इसीलिए बैसाखी पंजाब और आसपास के प्रदेशों का सबसे बड़ा त्योहार है। यह रबी की फसल के पकने की खुशी का प्रतीक है। इसी दिन, 13 अप्रैल 1699 को दसवें गुरु गोविंद सिंहजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। सिख इस त्योहार को सामूहिक जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं। .

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बैंकर्स बैंक

बैंकर्स बैंक या "बैंकों का बैंक" से अभिप्राय केन्द्रीय बैंक से हैं। किसी देश का केन्द्रीय बैंक इस नाम से इसलिए जाना जाता है कि देश के मौद्रिक तथा बैँकिंग क्षेत्र में उसका स्थान केन्द्रीय होता है। केन्द्रीय बैंकों में सबसे पुराना बैंक इग्लैंड का बैंक ऑफ इंग्लैंड है जिसकी स्थापना १६९४ ईसवी में हुई थी। इसके पहले सन् १६६८ ईसवी में ही स्वीडन में स्टेट बैंक ऑफ स्वीडन की स्थापना हो चुकी थी। अगर भारत में इसकी बात की जाय तो केन्द्रीय बैंक की स्थापना का प्रयास १७७३ में बंगाल के गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स ने किया था। परन्तु यहाँ पर केन्द्रीय बैंक की स्थापना १ अप्रैल १९३५ को हुई थी। चूँकि यहाँ पहले से ही सेण्ट्रल बैंक ऑफ़ इण्डिया नाम से एक स्वदेशी बैंक चल रहा था अत: ब्रिटिश राज को विवश होकर इसका नाम रिजर्व बैंक ऑफ़ इण्डिया रखना पड़ा। १५ अगस्त १९४७ को भारत विभाजन के बाद बने नये देश पाकिस्तान के लिए भी भारतीय रिजर्व बैंक ने ३० जून १९४८ तक केन्द्रीय बैंक के रूप में कार्य किया। बाद में इसका राष्ट्रीयकरण १ जनवरी १९४९ को कर दिया गया।.

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बैकस्ट्रीट बॉयज़

बैकस्ट्रीट बॉयज़ एक अमरीकी वोकल दल है, जिसे कई बार ग्रैमी के लिए नामांकित किया जा चुका है। इसकी स्थापना ऑरलैंडो फ्लोरिडा में हुई, जिसे बॉय बैंड के निर्माता लू पर्लमैन ने ढूंढा एवं ये 1993 से एक साथ काम कर रहे हैं। बिलबोर्ड हॉट 100 के टॉप 40 लोकप्रिय गानों में उनके 14 गाने हैं एवं उन्होंने दुनिया भर में 130 मिलियन एल्बम बेच कर अपने आप को आज तक का दुनिया का सर्वाधिक बिकने वाला कलाकार एवं बॉय बैंड/संगीत का दल बना लिया है। अमरीकी बिलबोर्ड 200 के मुताबिक, साडे के बाद बैकस्ट्रीट बॉयज़ ही पहले ऐसे कलाकार हैं, जिनके शुरूआती सातों एल्बम चार्ट के सर्वश्रेष्ठ 10 में पहुंच गए हैं। उनके शुरुआती गाने अभी भी बहुत लोकप्रिय हैं। जब वे 2005 में पॉप जगत में लौटे, तो मात्र लाइव वाद्य यन्त्र (इनमें से कुछ तो वे खुद बजाते थे) एवं एक गिटार व पियानो से निकलती पॉप-रॉक ध्वनि के इस्तेमाल के साथ उनकी आवाज़ में काफी बदलाव आ गया था। 2005-2006 के दौरे के बाद, मूल सदस्य केविन रिचर्डसन ने 23 जून 2006 में दल छोड़ दिया,People.com (2006).

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बैक्ट्रिया

बैक्ट्रिया के प्राचीन शहर बैक्ट्रिया या बाख़्तर (संस्कृत: वाह्लिका, फ़ारसी: बाख़्तर, यूनानी: Βακτριανή बाक्त्रिआई), जिसे तुषारिस्तान, तुख़ारिस्तान और तुचारिस्तान भी कहा जाता है, मध्य एशिया के उस ऐतिहासिक क्षेत्र का प्राचीन नाम है जो हिन्दु कुश पर्वत श्रंखला और अमू दरिया के बीच पड़ता है। आधुनिक राजनितिक इकाइयों के अनुसार यह अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान और पाकिस्तान में बँटा हुआ है। .

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बेनज़ीर भुट्टो

बेनज़ीर भुट्टो(उर्दू: بینظیر بھٹو) (जन्म 21 जून 1953,कराची- मृत्यु 27 दिसम्बर 2007,रावलपिंडी) पाकिस्तान की १२वीं (1988 में) व १६वीं (1993 में) प्रधानमंत्री थीं। रावलपिंडी में एक राजनैतिक रैली के बाद आत्मघाती बम और गोलीबारी से दोहरा अक्रमण कर, उनकी हत्या कर दी गई। पूरब की बेटी के नाम से जानी जाने वाली बेनज़ीर किसी भी मुसलिम देश की पहली महिला प्रधानमंत्री तथा दो बार चुनी जाने वाली पाकिस्तान की पहली प्रधानमंत्री थीं। वे पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की प्रतिनिधि तथा मुसलिम धर्म की शिया शाखा की अनुयायी थीं। .

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बेनज़ीर भुट्टो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

बेनज़ीर भुट्टो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित एक खूबसूरत हवाई अड्डा है। श्रेणी:पाकिस्तान के विमानक्षेत्र.

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बेलपत

बलूचिस्तान, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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बेला (पाकिस्तान)

बलूचिस्तान, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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बेसन

चना दाल के पिसे आटे को बेसन कहते हैं। इसका उपयोग बहुत से देशों में होता है किन्तु भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश में भोजन के घटक के रूप बहुतायत में प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा इसका जल या दही के साथ पेस्ट बनाकर चेहरे पर भी पोतते हैं। .

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बेगमपुरा

बेगमपुरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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बोटी कबाब

बोटी कबाब एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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बोहेमिया

बोहेमिया कैलिफोर्निया से एक पाकिस्तानी अमेरिकी रैपर और संगीत निर्माता है। इनके द्वारा कई गानो में अपनी रैप आवाज दी गई हैं। .

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बोइंग 747

बोइंग 747 विमान एक विशाल व्यावसायिक विमान और कार्गो परिवहन विमान है, जिसे अक्सर जंबो जेट या आसमान की रानी के उपनाम से जाना जाता है। यह विमान विश्व का सर्वाधिक पहचाना जाने वाला वायुयान है तथा और बनाए गए विमानों में विशाल आकार का यह पहला विमान था। संयुक्त राज्य अमेरिका में बोइंग कॉमर्शियल एयरप्लेन इकाई द्वारा निर्मित 747 के मूल संस्करण का आकार, 1960 के दशक के आम बड़े व्यावसायिक विमानों में से एक, बोइंग 707 के आकार का ढाई गुना था। 747 ने सर्वप्रथम व्यावसायिक उड़ान 1970 में आरम्भ कर लगातार 37 वर्षों तक यात्री वहन क्षमता का कीर्तिमान बरकरार रखा चार-इंजन वाला 747 अपनी लम्बाई के भाग के लिए अपने द्वितलीय विन्यास का उपयोग करता है। यह यात्री, मालवाही और अन्य संस्करणों में उपलब्ध है। बोइंग ने 747 के कूबड़ जैसे ऊपरी तल को प्रथम श्रेणी के लाउंज के रूप में उपयोग में लाने (जैसा कि आजकल सामान्य नियम है) या अतिरिक्त बैठकों के लिए और सीटें हटा कर तथा सामने एक कार्गो दरवाजा संस्थापित कर के विमान को आसानी से एक मालवाही में परिवर्तित कर सकने के अनुरूप डिजाइन किया है। बोइंग ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि कंपनी को उम्मीद थी कि पराध्वनिक विमान (सुपरसोनिक एयरलाइनर्स) (जिनके विकास की घोषणा 1960 के दशक के शुरू में की गई थी) 747 तथा अन्य अवध्वनिक विमानों (सबसोनिक) को चलन से बाहर कर देंगे; जबकि उन्हें विश्वास था कि भविष्य में अवध्वनिक मालवाही विमानों की मांग जबर्दस्त होगी.

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बोछाल कलाँ

बोछाल कला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बीरबल साहनी

बीरबल साहनी (नवंबर, 1891 - 10 अप्रैल, 1949) अंतरराष्ट्रीय ख्याति के पुरावनस्पति वैज्ञानिक थे। .

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बीसवीं शताब्दी

ग्रेगरी पंचांग (कलेंडर) के अनुसार ईसा की बीसवीं शताब्दी 1 जनवरी 1901 से 31 दिसम्बर 2000 तक मानी जाती है। कुछ इतिहासवेत्ता 1914 से 1992 तक को संक्षिप्त बीसवीं शती का नाम भी देते हैं। (उन्नीसवी शताब्दी - बीसवी शताब्दी - इक्कीसवी शताब्दी - और शताब्दियाँ) दशक: १९०० का दशक १९१० का दशक १९२० का दशक १९३० का दशक १९४० का दशक १९५० का दशक १९६० का दशक १९७० का दशक १९८० का दशक १९९० का दशक ---- समय के गुज़रने को रेकोर्ड करने के हिसाब से देखा जाये तो बीसवी शताब्दी वह शताब्दी थी जो १९०१ - २००० तक चली थी। मनुष्य जाति के जीवन का लगभग हर पहलू बीसवी शताब्दी में बदल गया।.

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बीज-लेखन

द्वितीय विश्व युद्ध में सेना के उच्च स्तरीय जनरल स्टाफ के संदेशों को कूटबद्ध करने के लिए या उन्हें गुप्त भाषा में लिखने के लिए प्रयोग की गई। Lorenz cipher) क्रिप्टोग्राफ़ी या क्रिप्टोलोजी यानि कूट-लेखन यूनानी शब्द κρυπτός,, क्रिपटोस औरγράφω ग्राफ़ो या -λογία,लोजिया (-logia), से लिया गया है। इनके अर्थ हैं क्रमशः छुपा हुआ रहस्य और मैं लिखता हूँ। यह किसी छुपी हुई जानकारी (information) का अध्ययन करने की प्रक्रिया है। आधुनिक समय में, क्रिप्टोग्राफ़ी या कूट-लेखन को गणित और कंप्यूटर विज्ञान (computer science) दोनों की एक शाखा माना जाता है और सूचना सिद्धांत (information theory), कंप्यूटर सुरक्षा (computer security) और इंजीनियरिंग से काफ़ी ज्यादा जुड़ा हुआ है। तकनीकी रूप से उन्नत समाज में कूटलेखन के अनुप्रयोग कई रूपों में मौजूद हैं। उदाहरण के लिये - एटीएम कार्ड (ATM cards), कंप्यूटर पासवर्ड (computer passwords) और इलेक्ट्रॉनिक वाणिज्य (electronic commerce)- ये सभी कूटलेखन पर निर्भर करते हैं। .

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बीगाल

बीगाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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बीकानेर जिला

बीकानेर भारतीय राज्य राजस्थान का एक जिला है। जिले का मुख्यालय बीकानेर है। क्षेत्रफल - 27,244 वर्ग कि.मी.

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भड़ल

हिमालयी भड़ल भड़ल या हिमालयी नीली भेड़ (Pseudois nayaur) काप्रिने (Caprinae) उपपरिवार का एक स्तनपाई जीव है। भड़ल मुख्यतः नेपाल, भूटान, कश्मीर, पाकिस्तान, तिब्बत और भारत के ऊच्च हिमालय क्षेत्रों में पाए जाते हैं। भड़ल के सींग होते हैं जो ऊपर की ओर बढ़ते हैं, कुछ उभार लेते हैं और फिर पीछे को मुड़ते हैं। .

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भरपुर

भरपुर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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भारत

भारत (आधिकारिक नाम: भारत गणराज्य, Republic of India) दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत, भौगोलिक दृष्टि से विश्व में सातवाँ सबसे बड़ा और जनसंख्या के दृष्टिकोण से दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत के पश्चिम में पाकिस्तान, उत्तर-पूर्व में चीन, नेपाल और भूटान, पूर्व में बांग्लादेश और म्यान्मार स्थित हैं। हिन्द महासागर में इसके दक्षिण पश्चिम में मालदीव, दक्षिण में श्रीलंका और दक्षिण-पूर्व में इंडोनेशिया से भारत की सामुद्रिक सीमा लगती है। इसके उत्तर की भौतिक सीमा हिमालय पर्वत से और दक्षिण में हिन्द महासागर से लगी हुई है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी है तथा पश्चिम में अरब सागर हैं। प्राचीन सिन्धु घाटी सभ्यता, व्यापार मार्गों और बड़े-बड़े साम्राज्यों का विकास-स्थान रहे भारतीय उपमहाद्वीप को इसके सांस्कृतिक और आर्थिक सफलता के लंबे इतिहास के लिये जाना जाता रहा है। चार प्रमुख संप्रदायों: हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख धर्मों का यहां उदय हुआ, पारसी, यहूदी, ईसाई, और मुस्लिम धर्म प्रथम सहस्राब्दी में यहां पहुचे और यहां की विविध संस्कृति को नया रूप दिया। क्रमिक विजयों के परिणामस्वरूप ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कंपनी ने १८वीं और १९वीं सदी में भारत के ज़्यादतर हिस्सों को अपने राज्य में मिला लिया। १८५७ के विफल विद्रोह के बाद भारत के प्रशासन का भार ब्रिटिश सरकार ने अपने ऊपर ले लिया। ब्रिटिश भारत के रूप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रमुख अंग भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में एक लम्बे और मुख्य रूप से अहिंसक स्वतन्त्रता संग्राम के बाद १५ अगस्त १९४७ को आज़ादी पाई। १९५० में लागू हुए नये संविधान में इसे सार्वजनिक वयस्क मताधिकार के आधार पर स्थापित संवैधानिक लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित कर दिया गया और युनाईटेड किंगडम की तर्ज़ पर वेस्टमिंस्टर शैली की संसदीय सरकार स्थापित की गयी। एक संघीय राष्ट्र, भारत को २९ राज्यों और ७ संघ शासित प्रदेशों में गठित किया गया है। लम्बे समय तक समाजवादी आर्थिक नीतियों का पालन करने के बाद 1991 के पश्चात् भारत ने उदारीकरण और वैश्वीकरण की नयी नीतियों के आधार पर सार्थक आर्थिक और सामाजिक प्रगति की है। ३३ लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के साथ भारत भौगोलिक क्षेत्रफल के आधार पर विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा राष्ट्र है। वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था क्रय शक्ति समता के आधार पर विश्व की तीसरी और मानक मूल्यों के आधार पर विश्व की दसवीं सबसे बडी अर्थव्यवस्था है। १९९१ के बाज़ार-आधारित सुधारों के बाद भारत विश्व की सबसे तेज़ विकसित होती बड़ी अर्थ-व्यवस्थाओं में से एक हो गया है और इसे एक नव-औद्योगिकृत राष्ट्र माना जाता है। परंतु भारत के सामने अभी भी गरीबी, भ्रष्टाचार, कुपोषण, अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य-सेवा और आतंकवाद की चुनौतियां हैं। आज भारत एक विविध, बहुभाषी, और बहु-जातीय समाज है और भारतीय सेना एक क्षेत्रीय शक्ति है। .

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भारत पाकिस्तान युद्ध

भारत और पाकिस्तान के बीच चार युद्ध हुए हैं। १९४८,१९६५,१९७१ और १९९९। .

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भारत में धर्म

तवांग में गौतम बुद्ध की एक प्रतिमा. बैंगलोर में शिव की एक प्रतिमा. कर्नाटक में जैन ईश्वरदूत (या जिन) बाहुबली की एक प्रतिमा. 2 में स्थित, भारत, दिल्ली में एक लोकप्रिय पूजा के बहाई हॉउस. भारत एक ऐसा देश है जहां धार्मिक विविधता और धार्मिक सहिष्णुता को कानून तथा समाज, दोनों द्वारा मान्यता प्रदान की गयी है। भारत के पूर्ण इतिहास के दौरान धर्म का यहां की संस्कृति में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। भारत विश्व की चार प्रमुख धार्मिक परम्पराओं का जन्मस्थान है - हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म तथा सिक्ख धर्म.

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भारत में राजभत्ता

राजभत्ता, निजी कोश, प्रिवी पर्स किसी संवैधानिक या लोकतांत्रिक राजतंत्र में राज्य के स्वायत्त शासक एवं राजपरिवार को मिलने वाले विशेष धनराशी को कहा जाता है।   भारतवर्ष में राजभत्ता देने की परियोजना की शुरुआत सन १९५०में लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना के बाद हुई थी। इंगलैण्ड, जापान या अन्य यूरोपिय देशों(जहां केवल एक राजवंश या राजपरिवार होते हैं) के विपरीत भारत में(गणराज्य के शुरुआती वर्षों में) कुल ५६२राजवंश थे। ये भारत के उन पूर्व राज्यों के राजवंश थे जिन्होंने नव-स्वतंत्र भारत(अर्थात भारत अधीराज्य; Dominion of India) में अपनी रियासतों को संधि द्वारा भारतीय संघ में, पहले शामिल किया एवं बाद में, अपने राज्यों को भारत गणराज्य में संपूर्णतः विलीन कर आधूनिक भारत को स्थापित किया था। जिसके कारणवश उन्होंने अपना शासनाधिकार पूर्णतः भारत सरकार के हाथों सौंप दिया था। भारतीय संघ में सम्मिलित होने की संधि के शर्तों में रियासतों के तत्कालीन शासकों एवं उनके उत्तराधिकारियों को आजीवन, जीवनयापन हेतु भारत सरकार द्वारा विशेष धनराशि एवं भत्ते (राजभत्ता) दिये जाने का प्रावधान था। इस विशेष वार्षिक धनराशि को राजभत्ता, निजी कोश या प्रिवी पर्स कहा जाता था। इस व्यवस्था को ब्रिटेन में चल रहे राजभत्ते (प्रिवी पर्स) की व्यवस्था के आधार पर पारित किया गया था। इस "अलोकतांत्रिक" व्यवस्था को सन १९७१में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकाल के दैरान पूर्णतः स्थगित कर दिया गया।   .

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भारत में आतंकवाद

भारत बहुत समय से आतंकवाद का शिकार हो रहा है। भारत के काश्मीर, नागालैंड, पंजाब, असम, बिहार आदि विशेषरूप से आतंक से प्रभावित रहे हैं। यहाँ कई प्रकार के आतंकवादी जैसे पाकिस्तानी, इस्लामी, माओवादी, नक्सली, सिख, ईसाई आदि हैं। जो क्षेत्र आज आतंकवादी गतिविधियों से लम्बे समय से जुड़े हुए हैं उनमें जम्मू-कश्मीर, मुंबई, मध्य भारत (नक्सलवाद) और सात बहन राज्य (उत्तर पूर्व के सात राज्य) (स्वतंत्रता और स्वायत्तता के मामले में) शामिल हैं। अतीत में पंजाब में पनपे उग्रवाद में आंतकवादी गतिविधियां शामिल हो गयीं जो भारत देश के पंजाब राज्य और देश की राजधानी दिल्ली तक फैली हुई थीं। 2006 में देश के 608 जिलों में से कम से कम 232 जिले विभिन्न तीव्रता स्तर के विभिन्न विद्रोही और आतंकवादी गतिविधियों से पीड़ित थे। अगस्त 2008 में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम.के.

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भारत में इस्लाम

भारतीय गणतंत्र में हिन्दू धर्म के बाद इस्लाम दूसरा सर्वाधिक प्रचलित धर्म है, जो देश की जनसंख्या का 14.2% है (2011 की जनगणना के अनुसार 17.2 करोड़)। भारत में इस्लाम का आगमन करीब 7वीं शताब्दी में अरब के व्यापारियों के आने से हुआ था (629 ईसवी सन्‌) और तब से यह भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का एक अभिन्न अंग बन गया है। वर्षों से, सम्पूर्ण भारत में हिन्दू और मुस्लिम संस्कृतियों का एक अद्भुत मिलन होता आया है और भारत के आर्थिक उदय और सांस्कृतिक प्रभुत्व में मुसलमानों ने महती भूमिका निभाई है। हालांकि कुछ इतिहासकार ये दावा करते हैं कि मुसलमानों के शासनकाल में हिंदुओं पर क्रूरता किए गए। मंदिरों को तोड़ा गया। जबरन धर्मपरिवर्तन करा कर मुसलमान बनाया गया। ऐसा भी कहा जाता है कि एक मुसलमान शासक टीपू शुल्तान खुद ये दावा करता था कि उसने चार लाख हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवाया था। न्यूयॉर्क टाइम्स, प्रकाशित: 11 दिसम्बर 1992 विश्व में भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां सरकार हज यात्रा के लिए विमान के किराया में सब्सिडी देती थी और २००७ के अनुसार प्रति यात्री 47454 खर्च करती थी। हालांकि 2018 से रियायत हटा ली गयी है। .

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भारत में कुपोषण

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भारत में हर साल कुपोषण के कारण मरने वाले पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों की संख्या दस लाख से भी ज्यादा है.

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भारत का प्रधानमन्त्री

भारत गणराज्य के प्रधानमन्त्री (सामान्य वर्तनी:प्रधानमंत्री) का पद भारतीय संघ के शासन प्रमुख का पद है। भारतीय संविधान के अनुसार, प्रधानमन्त्री केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद् का प्रमुख और राष्ट्रपति का मुख्य सलाहकार होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का प्रमुख होता है और सरकार के कार्यों के प्रति संसद को जवाबदेह होता है। भारत की संसदीय राजनैतिक प्रणाली में राष्ट्रप्रमुख और शासनप्रमुख के पद को पूर्णतः विभक्त रखा गया है। सैद्धांतिकरूप में संविधान भारत के राष्ट्रपति को देश का राष्ट्रप्रमुख घोषित करता है और सैद्धांतिकरूप में, शासनतंत्र की सारी शक्तियों को राष्ट्रपति पर निहित करता है। तथा संविधान यह भी निर्दिष्ट करता है कि राष्ट्रपति इन अधिकारों का प्रयोग अपने अधीनस्थ अधकारियों की सलाह पर करेगा। संविधान द्वारा राष्ट्रपति के सारे कार्यकारी अधिकारों को प्रयोग करने की शक्ति, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित, प्रधानमन्त्री को दी गयी है। संविधान अपने भाग ५ के विभिन्न अनुच्छेदों में प्रधानमन्त्रीपद के संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों को निर्धारित करता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद ७४ में स्पष्ट रूप से मंत्रिपरिषद की अध्यक्षता तथा संचालन हेतु प्रधानमन्त्री की उपस्थिति को आवश्यक माना गया है। उसकी मृत्यु या पदत्याग की दशा मे समस्त परिषद को पद छोडना पडता है। वह स्वेच्छा से ही मंत्रीपरिषद का गठन करता है। राष्ट्रपति मंत्रिगण की नियुक्ति उसकी सलाह से ही करते हैं। मंत्री गण के विभाग का निर्धारण भी वही करता है। कैबिनेट के कार्य का निर्धारण भी वही करता है। देश के प्रशासन को निर्देश भी वही देता है तथा सभी नीतिगत निर्णय भी वही लेता है। राष्ट्रपति तथा मंत्रीपरिषद के मध्य संपर्कसूत्र भी वही हैं। मंत्रिपरिषद का प्रधान प्रवक्ता भी वही है। वह सत्तापक्ष के नाम से लड़ी जाने वाली संसदीय बहसों का नेतृत्व करता है। संसद मे मंत्रिपरिषद के पक्ष मे लड़ी जा रही किसी भी बहस मे वह भाग ले सकता है। मन्त्रीगण के मध्य समन्वय भी वही करता है। वह किसी भी मंत्रालय से कोई भी सूचना आवश्यकतानुसार मंगवा सकता है। प्रधानमन्त्री, लोकसभा में बहुमत-धारी दल का नेता होता है, और उसकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा लोकसभा में बहुमत सिद्ध करने पर होती है। इस पद पर किसी प्रकार की समय-सीमा निर्धारित नहीं की गई है परंतु एक व्यक्ति इस पद पर केवल तब तक रह सकता है जबतक लोकसभा में बहुमत उसके पक्ष में हो। संविधान, विशेष रूप से, प्रधानमन्त्री को केंद्रीय मंत्रिमण्डल पर पूर्ण नियंत्रण प्रदान करता है। इस पद के पदाधिकारी को सरकारी तंत्र पर दी गयी अत्यधिक नियंत्रणात्मक शक्ति, प्रधानमन्त्री को भारतीय गणराज्य का सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्ति बनाती है। विश्व की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, दूसरी सबसे बड़ी जनसंख्या, सबसे बड़े लोकतंत्र और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी सैन्य बलों समेत एक परमाणु-शस्त्र राज्य के नेता होने के कारण भारतीय प्रधानमन्त्री को विश्व के सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली व्यक्तियों में गिना जाता है। वर्ष २०१० में फ़ोर्ब्स पत्रिका ने अपनी, विश्व के सबसे शक्तिशाली लोगों की, सूची में तत्कालीन प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह को १८वीं स्थान पर रखा था तथा २०१२ और २०१३ में उन्हें क्रमशः १९वें और २८वें स्थान पर रखा था। उनके उत्तराधिकारी, नरेंद्र मोदी को वर्ष २०१४ में १५वें स्थान पर तथा वर्ष २०१५ में विश्व का ९वाँ सबसे शक्तिशाली व्यक्ति नामित किया था। इस पद की स्थापना, वर्त्तमान कर्तव्यों और शक्तियों के साथ, २६ जनवरी १९४७ में, संविधान के परवर्तन के साथ हुई थी। उस समय से वर्त्तमान समय तक, इस पद पर कुल १५ पदाधिकारियों ने अपनी सेवा दी है। इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले पदाधिकारी जवाहरलाल नेहरू थे जबकि भारत के वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी हैं, जिन्हें 26 मई 2014 को इस पद पर नियुक्त किया गया था। .

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भारत का भूगोल

भारत का भूगोल या भारत का भौगोलिक स्वरूप से आशय भारत में भौगोलिक तत्वों के वितरण और इसके प्रतिरूप से है जो लगभग हर दृष्टि से काफ़ी विविधतापूर्ण है। दक्षिण एशिया के तीन प्रायद्वीपों में से मध्यवर्ती प्रायद्वीप पर स्थित यह देश अपने ३२,८७,२६३ वर्ग किमी क्षेत्रफल के साथ विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है। साथ ही लगभग १.३ अरब जनसंख्या के साथ यह पूरे विश्व में चीन के बाद दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश भी है। भारत की भौगोलिक संरचना में लगभग सभी प्रकार के स्थलरूप पाए जाते हैं। एक ओर इसके उत्तर में विशाल हिमालय की पर्वतमालायें हैं तो दूसरी ओर और दक्षिण में विस्तृत हिंद महासागर, एक ओर ऊँचा-नीचा और कटा-फटा दक्कन का पठार है तो वहीं विशाल और समतल सिन्धु-गंगा-ब्रह्मपुत्र का मैदान भी, थार के विस्तृत मरुस्थल में जहाँ विविध मरुस्थलीय स्थलरुप पाए जाते हैं तो दूसरी ओर समुद्र तटीय भाग भी हैं। कर्क रेखा इसके लगभग बीच से गुजरती है और यहाँ लगभग हर प्रकार की जलवायु भी पायी जाती है। मिट्टी, वनस्पति और प्राकृतिक संसाधनो की दृष्टि से भी भारत में काफ़ी भौगोलिक विविधता है। प्राकृतिक विविधता ने यहाँ की नृजातीय विविधता और जनसंख्या के असमान वितरण के साथ मिलकर इसे आर्थिक, सामजिक और सांस्कृतिक विविधता प्रदान की है। इन सबके बावजूद यहाँ की ऐतिहासिक-सांस्कृतिक एकता इसे एक राष्ट्र के रूप में परिभाषित करती है। हिमालय द्वारा उत्तर में सुरक्षित और लगभग ७ हज़ार किलोमीटर लम्बी समुद्री सीमा के साथ हिन्द महासागर के उत्तरी शीर्ष पर स्थित भारत का भू-राजनैतिक महत्व भी बहुत बढ़ जाता है और इसे एक प्रमुख क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित करता है। .

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भारत का राजनीतिक एकीकरण

१९४७ में स्वतन्त्रता के तुरन्त बाद भारत की राजनीतिक स्थिति १९०९ में 'ब्रितानी भारत' तथा देसी रियासतें स्वतंत्रता के समय 'भारत' के अन्तर्गत तीन तरह के क्षेत्र थे-.

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भारत का विभाजन

माउण्टबैटन योजना * पाकिस्तान का विभाजन * कश्मीर समस्या .

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भारत का आर्थिक इतिहास

इस्वी सन ०००१ से २००३ ई तक विश्व के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का अंश; ध्यातव्य है कि १८वीं शताब्दी के पहले तक भारत और चीन विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ थीं भारत का आर्थिक विकास सिंधु घाटी सभ्यता से आरम्भ माना जाता है। सिंधु घाटी सभ्यता की अर्थव्यवस्था मुख्यतः व्यापार पर आधारित प्रतीत होती है जो यातायात में प्रगति के आधार पर समझी जा सकती है। लगभग 600 ई॰पू॰ महाजनपदों में विशेष रूप से चिह्नित सिक्कों को ढ़ालना आरम्भ कर दिया था। इस समय को गहन व्यापारिक गतिविधि एवं नगरीय विकास के रूप में चिह्नित किया जाता है। 300 ई॰पू॰ से मौर्य काल ने भारतीय उपमहाद्वीप का एकीकरण किया। राजनीतिक एकीकरण और सैन्य सुरक्षा ने कृषि उत्पादकता में वृद्धि के साथ, व्यापार एवं वाणिज्य से सामान्य आर्थिक प्रणाली को बढ़ाव मिल। अगले 1500 वर्षों में भारत में राष्ट्रकुट, होयसला और पश्चिमी गंगा जैसे प्रतिष्ठित सभ्यताओं का विकास हुआ। इस अवधि के दौरान भारत को प्राचीन एवं 17वीं सदी तक के मध्ययुगीन विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में आंकलित किया जाता है। इसमें विश्व के की कुल सम्पति का एक तिहाई से एक चौथाई भाग मराठा साम्राज्य के पास था, इसमें यूरोपीय उपनिवेशवाद के दौरान तेजी से गिरावट आयी। आर्थिक इतिहासकार अंगस मैडीसन की पुस्तक द वर्ल्ड इकॉनमी: ए मिलेनियल पर्स्पेक्टिव (विश्व अर्थव्यवस्था: एक हज़ार वर्ष का परिप्रेक्ष्य) के अनुसार भारत विश्व का सबसे धनी देश था और 17वीं सदी तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यस्था था। भारत में इसके स्वतंत्र इतिहास में केंद्रीय नियोजन का अनुसरण किया गया है जिसमें सार्वजनिक स्वामित्व, विनियमन, लाल फीताशाही और व्यापार अवरोध विस्तृत रूप से शामिल है। 1991 के आर्थिक संकट के बाद केन्द्र सरकार ने आर्थिक उदारीकरण की नीति आरम्भ कर दी। भारत आर्थिक पूंजीवाद को बढ़ावा देन लग गया और विश्व की तेजी से बढ़ती आर्थिक अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनकर उभरा। .

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भारत का इतिहास

भारत का इतिहास कई हजार साल पुराना माना जाता है। मेहरगढ़ पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है जहाँ नवपाषाण युग (७००० ईसा-पूर्व से २५०० ईसा-पूर्व) के बहुत से अवशेष मिले हैं। सिन्धु घाटी सभ्यता, जिसका आरंभ काल लगभग ३३०० ईसापूर्व से माना जाता है, प्राचीन मिस्र और सुमेर सभ्यता के साथ विश्व की प्राचीनतम सभ्यता में से एक हैं। इस सभ्यता की लिपि अब तक सफलता पूर्वक पढ़ी नहीं जा सकी है। सिंधु घाटी सभ्यता वर्तमान पाकिस्तान और उससे सटे भारतीय प्रदेशों में फैली थी। पुरातत्त्व प्रमाणों के आधार पर १९०० ईसापूर्व के आसपास इस सभ्यता का अक्स्मात पतन हो गया। १९वी शताब्दी के पाश्चात्य विद्वानों के प्रचलित दृष्टिकोणों के अनुसार आर्यों का एक वर्ग भारतीय उप महाद्वीप की सीमाओं पर २००० ईसा पूर्व के आसपास पहुंचा और पहले पंजाब में बस गया और यहीं ऋग्वेद की ऋचाओं की रचना की गई। आर्यों द्वारा उत्तर तथा मध्य भारत में एक विकसित सभ्यता का निर्माण किया गया, जिसे वैदिक सभ्यता भी कहते हैं। प्राचीन भारत के इतिहास में वैदिक सभ्यता सबसे प्रारंभिक सभ्यता है जिसका संबंध आर्यों के आगमन से है। इसका नामकरण आर्यों के प्रारम्भिक साहित्य वेदों के नाम पर किया गया है। आर्यों की भाषा संस्कृत थी और धर्म "वैदिक धर्म" या "सनातन धर्म" के नाम से प्रसिद्ध था, बाद में विदेशी आक्रांताओं द्वारा इस धर्म का नाम हिन्दू पड़ा। वैदिक सभ्यता सरस्वती नदी के तटीय क्षेत्र जिसमें आधुनिक भारत के पंजाब (भारत) और हरियाणा राज्य आते हैं, में विकसित हुई। आम तौर पर अधिकतर विद्वान वैदिक सभ्यता का काल २००० ईसा पूर्व से ६०० ईसा पूर्व के बीच में मानते है, परन्तु नए पुरातत्त्व उत्खननों से मिले अवशेषों में वैदिक सभ्यता से संबंधित कई अवशेष मिले है जिससे कुछ आधुनिक विद्वान यह मानने लगे हैं कि वैदिक सभ्यता भारत में ही शुरु हुई थी, आर्य भारतीय मूल के ही थे और ऋग्वेद का रचना काल ३००० ईसा पूर्व रहा होगा, क्योंकि आर्यो के भारत में आने का न तो कोई पुरातत्त्व उत्खननों पर अधारित प्रमाण मिला है और न ही डी एन ए अनुसन्धानों से कोई प्रमाण मिला है। हाल ही में भारतीय पुरातत्व परिषद् द्वारा की गयी सरस्वती नदी की खोज से वैदिक सभ्यता, हड़प्पा सभ्यता और आर्यों के बारे में एक नया दृष्टिकोण सामने आया है। हड़प्पा सभ्यता को सिन्धु-सरस्वती सभ्यता नाम दिया है, क्योंकि हड़प्पा सभ्यता की २६०० बस्तियों में से वर्तमान पाकिस्तान में सिन्धु तट पर मात्र २६५ बस्तियां थीं, जबकि शेष अधिकांश बस्तियां सरस्वती नदी के तट पर मिलती हैं, सरस्वती एक विशाल नदी थी। पहाड़ों को तोड़ती हुई निकलती थी और मैदानों से होती हुई समुद्र में जाकर विलीन हो जाती थी। इसका वर्णन ऋग्वेद में बार-बार आता है, यह आज से ४००० साल पूर्व भूगर्भी बदलाव की वजह से सूख गयी थी। ईसा पूर्व ७ वीं और शुरूआती ६ वीं शताब्दि सदी में जैन और बौद्ध धर्म सम्प्रदाय लोकप्रिय हुए। अशोक (ईसापूर्व २६५-२४१) इस काल का एक महत्वपूर्ण राजा था जिसका साम्राज्य अफगानिस्तान से मणिपुर तक और तक्षशिला से कर्नाटक तक फैल गया था। पर वो सम्पूर्ण दक्षिण तक नहीं जा सका। दक्षिण में चोल सबसे शक्तिशाली निकले। संगम साहित्य की शुरुआत भी दक्षिण में इसी समय हुई। भगवान गौतम बुद्ध के जीवनकाल में, ईसा पूर्व ७ वीं और शुरूआती ६ वीं शताब्दि के दौरान सोलह बड़ी शक्तियां (महाजनपद) विद्यमान थे। अति महत्‍वपूर्ण गणराज्‍यों में कपिलवस्‍तु के शाक्‍य और वैशाली के लिच्‍छवी गणराज्‍य थे। गणराज्‍यों के अलावा राजतंत्रीय राज्‍य भी थे, जिनमें से कौशाम्‍बी (वत्‍स), मगध, कोशल, कुरु, पान्चाल, चेदि और अवन्ति महत्‍वपूर्ण थे। इन राज्‍यों का शासन ऐसे शक्तिशाली व्‍यक्तियों के पास था, जिन्‍होंने राज्‍य विस्‍तार और पड़ोसी राज्‍यों को अपने में मिलाने की नीति अपना रखी थी। तथापि गणराज्‍यात्‍मक राज्‍यों के तब भी स्‍पष्‍ट संकेत थे जब राजाओं के अधीन राज्‍यों का विस्‍तार हो रहा था। इसके बाद भारत छोटे-छोटे साम्राज्यों में बंट गया। आठवीं सदी में सिन्ध पर अरबी अधिकार हो गाय। यह इस्लाम का प्रवेश माना जाता है। बारहवीं सदी के अन्त तक दिल्ली की गद्दी पर तुर्क दासों का शासन आ गया जिन्होंने अगले कई सालों तक राज किया। दक्षिण में हिन्दू विजयनगर और गोलकुंडा के राज्य थे। १५५६ में विजय नगर का पतन हो गया। सन् १५२६ में मध्य एशिया से निर्वासित राजकुमार बाबर ने काबुल में पनाह ली और भारत पर आक्रमण किया। उसने मुग़ल वंश की स्थापना की जो अगले ३०० सालों तक चला। इसी समय दक्षिण-पूर्वी तट से पुर्तगाल का समुद्री व्यापार शुरु हो गया था। बाबर का पोता अकबर धार्मिक सहिष्णुता के लिए विख्यात हुआ। उसने हिन्दुओं पर से जज़िया कर हटा लिया। १६५९ में औरंग़ज़ेब ने इसे फ़िर से लागू कर दिया। औरंग़ज़ेब ने कश्मीर में तथा अन्य स्थानों पर हिन्दुओं को बलात मुसलमान बनवाया। उसी समय केन्द्रीय और दक्षिण भारत में शिवाजी के नेतृत्व में मराठे शक्तिशाली हो रहे थे। औरंगज़ेब ने दक्षिण की ओर ध्यान लगाया तो उत्तर में सिखों का उदय हो गया। औरंग़ज़ेब के मरते ही (१७०७) मुगल साम्राज्य बिखर गया। अंग्रेज़ों ने डचों, पुर्तगालियों तथा फ्रांसिसियों को भगाकर भारत पर व्यापार का अधिकार सुनिश्चित किया और १८५७ के एक विद्रोह को कुचलने के बाद सत्ता पर काबिज़ हो गए। भारत को आज़ादी १९४७ में मिली जिसमें महात्मा गाँधी के अहिंसा आधारित आंदोलन का योगदान महत्वपूर्ण था। १९४७ के बाद से भारत में गणतांत्रिक शासन लागू है। आज़ादी के समय ही भारत का विभाजन हुआ जिससे पाकिस्तान का जन्म हुआ और दोनों देशों में कश्मीर सहित अन्य मुद्दों पर तनाव बना हुआ है। .

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भारत के प्रधान मंत्रियों की सूची

भारत के प्रधानमंत्री भारत गणराज्य की सरकार के मुखिया हैं। भारत के प्रधानमंत्री, का पद, भारत के शासनप्रमुख (शासनाध्यक्ष) का पद है। संविधान के अनुसार, वह भारत सरकार के मुखिया, भारत के राष्ट्रपति, का मुख्य सलाहकार, मंत्रिपरिषद का मुखिया, तथा लोकसभा में बहुमत वाले दल का नेता होता है। वह भारत सरकार के कार्यपालिका का नेतृत्व करता है। भारत की राजनैतिक प्रणाली में, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल में का वरिष्ठ सदस्य होता है। .

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भारत के प्राचीन विश्वविद्यालय

भारतीय उपमहाद्वीप में कई स्थान अत्यंत पुराने शिक्षण केन्द्र रहे हैं:-.

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भारत के भाषाई परिवार

वृहद भारत के भाषा परिवार भारत में विश्व के सबसे चार प्रमुख भाषा परिवारों की भाषाएँ बोली जाती है। सामान्यत: उत्तर भारत में बोली जाने वाली भारोपीय परि वार की भाषाओं को आर्य भाषा समूह, दक्षिण की भाषाओं को द्रविड़ भाषा समूह, ऑस्ट्रो-एशियाटिक परिवार की भाषाओं को भुंडारी भाषा समूह तथा पूर्वोत्तर में रहने वाले तिब्बती-बर्मी, नृजातीय भाषाओं को चीनी-तिब्बती (नाग भाषा समूह) के रूप में जाना जाता है। .

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भारत के लोग

भारत चीन के बाद विश्व का दूसरा सबसे बडी जनसंख्या वाला देश है। भारत की विभिन्नताओं से भरी जनता में भाषा, जाति और धर्म, सामाजिक और राजनीतिक संगठन के मुख्य शत्रु हैं। मुम्बई (पहले बॉम्बे), दिल्ली, कोलकाता (पहले कलकत्ता) और चेन्नई (पहले मद्रास), भारत के सबसे बङे महानगर हैं। भारत में ६४.८ प्रतिशत साक्षरता है जिसमे से ७५.३ % पुरुष और ५३.७% स्त्रियाँ साक्षर है। लिंग अनुपात की दृष्टि से भारत में प्रत्येक १००० पुरुषों के पीछे मात्र ९३३ महिलायें है। कार्य भागीदारी दर (कुल जनसंख्या मे कार्य करने वालों का भाग) ३९.१% है। पुरुषों के लिये यह दर ५१.७% और स्त्रियों के लिये २५.६% है। भारत की १००० जनसंख्या में २२.३२ जन्मों के साथ बढती जनसंख्या के आधे लोग २२.६६ वर्ष से कम आयु के हैं। यद्यपि भारत की ८०.५ प्रतिशत जनसंख्या हिन्दू है, १३.४ प्रतिशत जनसंख्या के साथ भारत विश्व में मुसलमानों की संख्या में भी इंडोनेशिया और पाकिस्तान के बाद तीसरे स्थान पर है। अन्य धर्मावलम्बियों में ईसाई (२.३३ %), सिख (१.८४ %), बौद्ध (०.७६ %), जैन (०.४० %), अय्यावलि (०.१२ %), यहूदी, पारसी, अहमदी और बहाई आदि सम्मिलित हैं। भारत चार मुख्य भाषा सूत्रों, इनदो-यूरोपीयन, द्रविङियन्, सिनो-टिबेटन और औसटरो-एजियाटिक का भी स्रोत है। भारत का संविधान कुल २३ भाषाओं को मान्यता देता है। हिन्दी और अंग्रेजी केन्द्रीय सरकार द्वारा सरकारी कामकाज के लिये उपयोग की जाती है। संस्कृत, तमिल, कन्नड़ और तेलुगु जैसी अति प्राचीन भाषाऐं भारत में ही जन्मी हैं। कुल मिलाकर भारत में १६५२ से भी अधिक भाषाऐं एवं बोलियां बोली जातीं हैं।.

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भारत के सम्राट

ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ इंडिया का सितारा, जो ब्रिटिश साम्राज्यिक भारत के बिल्ले (चिह्न) के रूप में प्रयोग होता था। ”’भारत के सम्राट’”/”’साम्राज्ञी”, ”’ बादशाह-ए-हिं””, ”’ एम्परर/एम्प्रैस ऑफ इण्डिय”” वह उपाधि थी, जो कि अंतिम भारतीय मुगल शासक बहादुर_शाह_द्वितीय एवं भारत में ब्रिटिश राज के शासकों हेतु प्रयोग होती थी। कभी भारत के सम्राट उपाधि, भारतीय सम्राटों, जैसे मौर्य वंश के अशोक-महान। या मुगल_बादशाह अकबर-महान के लिये भी प्रयोग होती है। वैसे उन्होंने कभी भी यह उपाधियां अपने लिये नहीं घोषित कीं। .

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भारत के संविधान का संशोधन

दशक प्रति प्रति दशक भारत में संवैधानिक संशोधनों की संख्या1 भारतीय संविधान का संशोधन भारत के संविधान में परिवर्तन करने की प्रक्रिया है। इस तरह के परिवर्तन भारत की संसद के द्वारा किये जाते हैं। इन्हें संसद के प्रत्येक सदन से पर्याप्त बहुमत के द्वारा अनुमोदन प्राप्त होना चाहिए और विशिष्ट संशोधनों को राज्यों के द्वारा भी अनुमोदित किया जाना चाहिए। इस प्रक्रिया का विवरण संविधान के लेख 368, भाग XX में दिया गया है। इन नियमों के बावजूद 1950 में संविधान के लागू होने के बाद से इस में 90 से अधिक संशोधन किये जा चुके हैं। विवादस्पद रूप से भारतीय सुप्रीम कोर्ट (सर्वोच्च न्यायालय) के अनुसार संविधान में किये जाने वाले प्रत्येक संशोधन को अनुमति देना संभव नहीं है। एक संशोधन इस प्रकार होना चाहिए की यह संविधान की "मूल सरंचना" का सम्मान करे, जो कि अपरिवर्तनीय है। .

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भारत के वैदेशिक सम्बन्ध

किसी भी देश की विदेश नीति इतिहास से गहरा सम्बन्ध रखती है। भारत की विदेश नीति भी इतिहास और स्वतन्त्रता आन्दोलन से सम्बन्ध रखती है। ऐतिहासिक विरासत के रूप में भारत की विदेश नीति आज उन अनेक तथ्यों को समेटे हुए है जो कभी भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन से उपजे थे। शान्तिपूर्ण सहअस्तित्व व विश्वशान्ति का विचार हजारों वर्ष पुराने उस चिन्तन का परिणाम है जिसे महात्मा बुद्ध व महात्मा गांधी जैसे विचारकों ने प्रस्तुत किया था। इसी तरह भारत की विदेश नीति में उपनिवेशवाद, साम्राज्यवाद व रंगभेद की नीति का विरोध महान राष्ट्रीय आन्दोलन की उपज है। भारत के अधिकतर देशों के साथ औपचारिक राजनयिक सम्बन्ध हैं। जनसंख्या की दृष्टि से यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्रात्मक व्यवस्था वाला देश भी है और इसकी अर्थव्यवस्था विश्व की बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ रूसी राष्ट्रपति, 34वाँ जी-8 शिखर सम्मेलन प्राचीन काल में भी भारत के समस्त विश्व से व्यापारिक, सांस्कृतिक व धार्मिक सम्बन्ध रहे हैं। समय के साथ साथ भारत के कई भागों में कई अलग अलग राजा रहे, भारत का स्वरूप भी बदलता रहा किंतु वैश्विक तौर पर भारत के सम्बन्ध सदा बने रहे। सामरिक सम्बन्धों की बात की जाए तो भारत की विशेषता यही है कि वह कभी भी आक्रामक नहीं रहा। 1947 में अपनी स्वतंत्रता के बाद से, भारत ने अधिकांश देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा है। वैश्विक मंचों पर भारत सदा सक्रिय रहा है। 1990 के बाद आर्थिक तौर पर भी भारत ने विश्व को प्रभावित किया है। सामरिक तौर पर भारत ने अपनी शक्ति को बनाए रखा है और विश्व शान्ति में यथासंभव योगदान करता रहा है। पाकिस्तान व चीन के साथ भारत के संबंध कुछ तनावपूर्ण अवश्य हैं किन्तु रूस के साथ सामरिक संबंधों के अलावा, भारत का इजरायल और फ्रांस के साथ विस्तृत रक्षा संबंध है। भारत की विदेश नीति के निर्माण की अवस्था को निम्न प्रकार से समझा जा सकता हैः- .

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भारत के गवर्नर जनरलों की सूची

भारत के गवर्नर जनरल (या, 1857 से 1947 तक, भारत के वायसराय और गवर्नर जनरल) भारतीय उपमहाद्वीप पर ब्रिटिश राज का प्रधान पद था। यह सूची भारत और पाकिस्तान के आजादी से पहले के सभी वायसराय और गवर्नर-जनरल, भारतीय संघ के दो गवर्नर-जनरल और पाकिस्तानी अधिराज्य के चार गवर्नर-जनरल को प्रदर्शित करती है। गवर्नर जनरल ऑफ द प्रेसीडेंसी ऑफ फोर्ट विलियम के शीर्षक के साथ इस कार्यालय को 1773 में सृजित किया गया था। 1947 में जब भारत और पाकिस्तान को आजादी मिली तब वायसराय की पदवी को हटा दिया गया, लेकिन दोनों नई रियासतों में गवर्नर-जनरल के कार्यालय को तब तक जारी रखा गया जब तक उन्होंने क्रमशः 1950 और 1956 में गणतंत्र संविधान को अपनाया.

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भारत की नदियों की सूची

भारत में मुख्यतः चार नदी प्रणालियाँ है (अपवाह तंत्र) हैं। उत्तरी भारत में सिंधु, उत्तरी-मध्य भारत में गंगा, और उत्तर-पूर्व भारत में ब्रह्मपुत्र नदी प्रणाली है। प्रायद्वीपीय भारत में नर्मदा, कावेरी, महानदी, आदि नदियाँ विस्तृत नदी प्रणाली का निर्माण करती हैं। यहाँ भारत की नदियों की एक सूची दी जा रही है: .

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भारत की बोलियाँ

भारत में ‘भारतीय जनगणना 1961’ (संकेत चिह्न .

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भारत की संस्कृति

कृष्णा के रूप में नृत्य करते है भारत उपमहाद्वीप की क्षेत्रीय सांस्कृतिक सीमाओं और क्षेत्रों की स्थिरता और ऐतिहासिक स्थायित्व को प्रदर्शित करता हुआ मानचित्र भारत की संस्कृति बहुआयामी है जिसमें भारत का महान इतिहास, विलक्षण भूगोल और सिन्धु घाटी की सभ्यता के दौरान बनी और आगे चलकर वैदिक युग में विकसित हुई, बौद्ध धर्म एवं स्वर्ण युग की शुरुआत और उसके अस्तगमन के साथ फली-फूली अपनी खुद की प्राचीन विरासत शामिल हैं। इसके साथ ही पड़ोसी देशों के रिवाज़, परम्पराओं और विचारों का भी इसमें समावेश है। पिछली पाँच सहस्राब्दियों से अधिक समय से भारत के रीति-रिवाज़, भाषाएँ, प्रथाएँ और परंपराएँ इसके एक-दूसरे से परस्पर संबंधों में महान विविधताओं का एक अद्वितीय उदाहरण देती हैं। भारत कई धार्मिक प्रणालियों, जैसे कि हिन्दू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म और सिख धर्म जैसे धर्मों का जनक है। इस मिश्रण से भारत में उत्पन्न हुए विभिन्न धर्म और परम्पराओं ने विश्व के अलग-अलग हिस्सों को भी बहुत प्रभावित किया है। .

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भारत २०१०

इन्हें भी देखें 2014 भारत 2014 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2014 साहित्य संगीत कला 2014 खेल जगत 2014 .

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भारत-पाकिस्तान सम्बन्ध

वाघा सीमा के पास शाम के वक्त झण्डा नीचे करने का समारोह राष्ट्रपति भवन में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा पाकिस्तान के प्रधनमंत्री नवाज शरीफ भारत और पाकिस्तान में संबंध हमेशा से ही ऐतिहासिक और राजनैतिक मुद्दों कि वजह से तनाव में रहे हैं। इन देशों में इस रिश्ते का मूल वजह भारत के विभाजन को देखा जाता है। कश्मीर विवाद इन दोनों देशों को आज तक कई उलझाए है और दोनों देश कई बार इस विवाद को लेकर सैनिक कार्रवाई कर चुके हैं। इन देशों में तनाव मौजूद है जबकि दोनों ही देश एक दूजे के इतिहास, सभ्यता, भूगोल और अर्थव्यवस्था से जुड़े हुए हैं। .

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भारत-पाकिस्तान सीमा

भारत और पाकिस्तान सीमा, अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) के रूप में भारत और पाकिस्तान के बीच एक अंतरराष्ट्रीय सीमा है, जो भारतीय राज्यों को पाकिस्तान के चार प्रांतों से अलग करती है। यह सीमा उत्तर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलओसी) से, जो पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित कश्मीर को भारतीय कश्मीर से अलग करती है, वाघा तक तक जाती है, जो कि पंजाब प्रांत और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत को पूर्व में विभाजित करती है। दक्षिण में शून्य बिंदु, भारत के गुजरात और राजस्थान को पाकिस्तान के सिंध प्रांत से अलग करता है। 1947 में रैडक्लिफ लाइन के आधार पर तैयार किया गया और बनाया गया सीमा, जो पाकिस्तान और भारत को एक दूसरे से विभाजित करती है, विभिन्न शहरी इलाकों से लेकर निर्जन रेगिस्तान के विभिन्न इलाकों से होकर जाती है। आगे चल कर यह सीमा अरब समुद्र में, पाकिस्तान के मनोरा द्वीप से मुंबई के हार्बर के मार्ग पर चलती हुई दक्षिण पूर्व तक जाती है। भारत और पाकिस्तान सीमा पर स्वतंत्रता के बाद से, दोनो देश के बीच कई संघर्ष और युद्ध देख चुका है, और यह दुनिया की सबसे जटिल सीमाओं में से एक है। पीबीएस द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार सीमा की कुल लंबाई 2,900 किमी (1,800 मील) है। यह 2011 में विदेश नीति में लिखे गए लेख के आधार पर, दुनिया की सबसे खतरनाक सीमाओं में से एक है। भारत द्वारा लगभग 50 हजार खम्बों पर 150,000 तेज रोशनी वाले बल्ब स्थापित किये जाने के कारण रात में इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है। .

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भारत-बांग्लादेश संबंध

भारत और बांग्लादेश दक्षिण एशियाई पड़ोसी देश हैं और आमतौर पर उन दोनों के बीच संबंध मैत्रीपूर्ण रहे हैं, हालांकि कभी-कभी सीमा विवाद होते हैं। बांग्लादेश की सीमा तीन ओर से भारत द्वारा ही आच्छादित है। ये दोनो देश सार्क, बिम्सटेक, हिंद महासागर तटीय क्षेत्रीय सहयोग संघ और राष्ट्रकुल के सदस्य हैं। विशेष रूप से, बांग्लादेश और पूर्व भारतीय राज्य जैसे पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा बंगाली भाषा बोलने वाले प्रांत हैं। १९७१ में पूर्वी पाकिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान के बिच बांग्लादेश मुक्ति युद्ध शुरु हुआ और भारत ने पूर्वी पाकिस्तान की ओर से दिसंबर १९७१ में हस्तक्षेप किया। फलस्वरूप बांग्लादेश राज्य के रूप में पाकिस्तान से पूर्वी पाकिस्तान की स्वतंत्रता को सुरक्षित करने में भारत ने मदद की। .

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भारत-संयुक्त राज्य सम्बन्ध

भारत (हरा) तथा संयुक्त राज्य अमेरिका (केशरिया) भारत-संयुक्त राज्य सम्बन्ध से आशय भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच अन्तरराष्ट्रीय सम्बन्ध से है। यद्यपि भारत १९६१ में गुट निरपेक्ष आन्दोलन की स्थापना करने वाले देशों में प्रमुख था किन्तु शीत युद्ध के समय उसके अमेरिका के बजाय सोवियत संघ से बेहतर सम्बन्ध थे। .

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भारतीय चित्रकला

'''भीमवेटका''': पुरापाषाण काल की भारतीय गुफा चित्रकला भारत मैं चित्रकला का इतिहास बहुत पुराना रहा हैं। पाषाण काल में ही मानव ने गुफा चित्रण करना शुरु कर दिया था। होशंगाबाद और भीमबेटका क्षेत्रों में कंदराओं और गुफाओं में मानव चित्रण के प्रमाण मिले हैं। इन चित्रों में शिकार, शिकार करते मानव समूहों, स्त्रियों तथा पशु-पक्षियों आदि के चित्र मिले हैं। अजंता की गुफाओं में की गई चित्रकारी कई शताब्दियों में तैय्यार हुई थी, इसकी सबसे प्राचिन चित्रकारी ई.पू.

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भारतीय चुनाव

चुनाव लोकतंत्र का आधार स्तम्भ हैं। आजादी के बाद से भारत में चुनावों ने एक लंबा रास्ता तय किया है। 1951-52 को हुए आम चुनावों में मतदाताओं की संख्या 17,32,12,343 थी, जो 2014 में बढ़कर 81,45,91,184 हो गई है। 2004 में, भारतीय चुनावों में 670 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया (यह संख्या दूसरे सबसे बड़े यूरोपीय संसदीय चुनावों के दोगुने से अधिक थी) और इसका घोषित खर्च 1989 के मुकाबले तीन गुना बढ़कर $300 मिलियन हो गया। इन चुनावों में दस लाख से अधिक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया गया। 2009 के चुनावों में 714 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया (अमेरिका और यूरोपीय संघ की संयुक्त संख्या से भी अधिक).

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भारतीय थलसेना

भारतीय थलसेना, सेना की भूमि-आधारित दल की शाखा है और यह भारतीय सशस्त्र बल का सबसे बड़ा अंग है। भारत का राष्ट्रपति, थलसेना का प्रधान सेनापति होता है, और इसकी कमान भारतीय थलसेनाध्यक्ष के हाथों में होती है जो कि चार-सितारा जनरल स्तर के अधिकारी होते हैं। पांच-सितारा रैंक के साथ फील्ड मार्शल की रैंक भारतीय सेना में श्रेष्ठतम सम्मान की औपचारिक स्थिति है, आजतक मात्र दो अधिकारियों को इससे सम्मानित किया गया है। भारतीय सेना का उद्भव ईस्ट इण्डिया कम्पनी, जो कि ब्रिटिश भारतीय सेना के रूप में परिवर्तित हुई थी, और भारतीय राज्यों की सेना से हुआ, जो स्वतंत्रता के पश्चात राष्ट्रीय सेना के रूप में परिणत हुई। भारतीय सेना की टुकड़ी और रेजिमेंट का विविध इतिहास रहा हैं इसने दुनिया भर में कई लड़ाई और अभियानों में हिस्सा लिया है, तथा आजादी से पहले और बाद में बड़ी संख्या में युद्ध सम्मान अर्जित किये। भारतीय सेना का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण और आंतरिक खतरों से बचाव, और अपनी सीमाओं पर शांति और सुरक्षा को बनाए रखना हैं। यह प्राकृतिक आपदाओं और अन्य गड़बड़ी के दौरान मानवीय बचाव अभियान भी चलाते है, जैसे ऑपरेशन सूर्य आशा, और आंतरिक खतरों से निपटने के लिए सरकार द्वारा भी सहायता हेतु अनुरोध किया जा सकता है। यह भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना के साथ राष्ट्रीय शक्ति का एक प्रमुख अंग है। सेना अब तक पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ चार युद्धों तथा चीन के साथ एक युद्ध लड़ चुकी है। सेना द्वारा किए गए अन्य प्रमुख अभियानों में ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत और ऑपरेशन कैक्टस शामिल हैं। संघर्षों के अलावा, सेना ने शांति के समय कई बड़े अभियानों, जैसे ऑपरेशन ब्रासस्टैक्स और युद्ध-अभ्यास शूरवीर का संचालन किया है। सेना ने कई देशो में संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में एक सक्रिय प्रतिभागी भी रहा है जिनमे साइप्रस, लेबनान, कांगो, अंगोला, कंबोडिया, वियतनाम, नामीबिया, एल साल्वाडोर, लाइबेरिया, मोज़ाम्बिक और सोमालिया आदि सम्मलित हैं। भारतीय सेना में एक सैन्य-दल (रेजिमेंट) प्रणाली है, लेकिन यह बुनियादी क्षेत्र गठन विभाजन के साथ संचालन और भौगोलिक रूप से सात कमान में विभाजित है। यह एक सर्व-स्वयंसेवी बल है और इसमें देश के सक्रिय रक्षा कर्मियों का 80% से अधिक हिस्सा है। यह 1,200,255 सक्रिय सैनिकों और 909,60 आरक्षित सैनिकों के साथ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्थायी सेना है। सेना ने सैनिको के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है, जिसे "फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सैनिक एक प्रणाली के रूप में" के नाम से जाना जाता है इसके साथ ही यह अपने बख़्तरबंद, तोपखाने और उड्डयन शाखाओं के लिए नए संसाधनों का संग्रह एवं सुधार भी कर रहा है।.

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भारतीय दण्ड संहिता

भारत भारतीय दण्ड संहिता (Indian Penal Code, IPC) भारत के अन्दर (जम्मू एवं काश्मीर को छोडकर) भारत के किसी भी नागरिक द्वारा किये गये कुछ अपराधों की परिभाषा व दण्ड का प्रावधान करती है। किन्तु यह संहिता भारत की सेना पर लागू नहीं होती। जम्मू एवं कश्मीर में इसके स्थान पर रणबीर दण्ड संहिता (RPC) लागू होती है। भारतीय दण्ड संहिता ब्रिटिश काल में सन् १८६२ में लागू हुई। इसके बाद इसमे समय-समय पर संशोधन होते रहे (विशेषकर भारत के स्वतन्त्र होने के बाद)। पाकिस्तान और बांग्लादेश ने भी भारतीय दण्ड संहिता को ही लागू किया। लगभग इसी रूप में यह विधान तत्कालीन अन्य ब्रिटिश उपनिवेशों (बर्मा, श्रीलंका, मलेशिया, सिंगापुर, ब्रुनेई आदि) में भी लागू की गयी थी। .

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भारतीय नौसेना

भारतीय नौसेना(Indian Navy) भारतीय सेना का सामुद्रिक अंग है जो कि ५६०० वर्षों के अपने गौरवशाली इतिहास के साथ न केवल भारतीय सामुद्रिक सीमाओं अपितु भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की भी रक्षक है। ५५,००० नौसेनिकों से लैस यह विश्व की पाँचवी सबसे बड़ी नौसेना भारतीय सीमा की सुरक्षा को प्रमुखता से निभाते हुए विश्व के अन्य प्रमुख मित्र राष्ट्रों के साथ सैन्य अभ्यास में भी सम्मिलित होती है। पिछले कुछ वर्षों से लागातार आधुनिकीकरण के अपने प्रयास से यह विश्व की एक प्रमुख शक्ति बनने की भारत की महत्त्वाकांक्षा को सफल बनाने की दिशा में है। जून २०१६ से एडमिरल सुनील लांबा भारत के नौसेनाध्यक्ष हैं। .

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भारतीय परमाणु परीक्षण

rightभारतीय परमाणु आयोग ने पोखरण में अपना पहला भूमिगत परिक्षण स्माइलिंग बुद्धा (पोखरण-१) १८ मई १९७४ को किया था। हलांकि उस समय भारत सरकार ने घोषणा की थी कि भारत का परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण कार्यो के लिये होगा और यह परीक्षण भारत को उर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिये किया गया है। बाद में ११ और १३ मई १९९८ को पाँच और भूमिगत परमाणु परीक्षण किये और भारत ने स्वयं को परमाणु शक्ति संपन्न देश घोषित कर दिया। इस परीक्षण के प्रतिक्रिया स्वरुप पाकिस्तान ने भी इसके तुरंत बाद २८ मई १९९८ को परमाणु परीक्षण किये। पाकिस्तान को स्वयं को परमाणु शक्ति से संपन्न राष्ट्र घोषित करने के बाद उस समय निंदा झेलनी पड़ी जब पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान जो पाकिस्तानी परमाणु कार्यक्रम के जनक माने जाते हैं, पर चोरी छुपे परमाणु तकनीक लीबिया, ईरान और उत्तर कोरिया को बेचने का पर्दाफाश हुआ। .

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भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम

एडवांस्ड एयर डिफेंस (एएडी) मिसाइल लांच करते हुए भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा कार्यक्रम (Indian Ballistic Missile Defence Programme) बैलिस्टिक मिसाइल हमलों से बचाने के लिए भारत द्वारा एक बहुस्तरीय बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली तैनात करने की एक पहल है। मुख्य रूप से पाकिस्तान की बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को देखते हुए इसे शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत दो मिसाइल का निर्माण किया गया। ऊचाई की मिसाइल को मार गिराने के लिए पृथ्वी एयर डिफेंस तथा कम ऊचाई की मिसाइल को मार गिराने के लिए एडवांस एयर डिफेंस को विकसित किया गया है। यह दोनों मिसाइल 5000 किलोमीटर दूर से आ रही मिसाइल को मार गिरा सकती है। पृथ्वी एयर डिफेंस मिसाइल को नवंबर 2006 तथा एडवांस एयर डिफेंस को दिसंबर 2007 में टेस्ट किया गया था। पृथ्वी एयर डिफेंस मिसाइल के टेस्ट के साथ भारत एंटी बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट करने वाला अमेरिका, रूस तथा इजराइल के बाद दुनिया का चौथा देश बन गया। इस प्रणाली के टेस्ट अभी भी चल रहे और है आधिकारिक तौर पर इसे सेना में शामिल नहीं किया गया है। .

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भारतीय युद्धों की सूची

यहाँ पर उन युद्धों की सूची है जो भारतभूमि पर लड़े गये या जिनमें भारत क कोई राजा या भारत सरकार सम्मिलित थी। .

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भारतीय राष्ट्रीय मिलिट्री कालेज

राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालिज या आर.आई.एम.सी.

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भारतीय रुपया

भारतीय रुपया (प्रतीक-चिह्न: 8px; कोड: INR) भारत की राष्ट्रीय मुद्रा है। इसका बाज़ार नियामक और जारीकर्ता भारतीय रिज़र्व बैंक है। नये प्रतीक चिह्न के आने से पहले रुपये को हिन्दी में दर्शाने के लिए 'रु' और अंग्रेजी में Re.

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भारतीय शांति रक्षा सेना

भारतीय शांति रक्षा सेना (IPKF; भारतीय शान्ति सेना) भारतीय सेना दल था जो 1987 से 1990 के मध्य श्रीलंका में शांति स्थापना ऑपरेशन क्रियान्वित कर रहा था। इसका गठन भारत-श्रीलंका संधि के अधिदेश के अंतर्गत किया गया था जिस पर भारत और श्रीलंका ने 1987 में हस्ताक्षर किये थे जिसका उद्देश्य युद्धरत श्रीलंकाई तमिल राष्ट्रवादियों जैसे लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) और श्रीलंकाई सेना के मध्य श्रीलंकाई गृहयुद्ध को समाप्त करना था। IPKF का मुख्य कार्य केवल LTTE ही नहीं बल्कि विभिन्न उग्रवादी गुटों को निःशस्त्र करना था। इसके शीघ्र बाद एक अंतरिम प्रशासनिक परिषद का गठन किया जाना था। ये भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज्ञा से भारत और श्रीलंका के बीच हस्ताक्षरित समझौते की शर्तों के अनुसार था। श्रीलंका में संघर्ष के स्तर में वृद्धि को देखते हुए और भारत में शरणार्थियों की घनघोर भीड़ उमड़ पड़ने पर, राजीव गांधी, ने इस समझौते को बढाने के लिए निर्णायक कदम उठाया.

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भारतीय सशस्‍त्र सेनाएँ

भारतीय सशस्‍त्र सेनाएँ भारत की तथा इसके प्रत्‍येक भाग की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तरदायी हैं। भारतीय शस्‍त्र सेनाओं की सर्वोच्‍च कमान भारत के राष्‍ट्रपति के पास है। राष्‍ट्र की रक्षा का दायित्‍व मंत्रिमंडल के पास होता है। इसका निर्वहन रक्षा मंत्रालय द्वारा किया जाता है, जो सशस्‍त्र बलों को देश की रक्षा के संदर्भ में उनके दायित्‍व के निर्वहन के लिए नीतिगत रूपरेखा और जानकारियां प्रदान करता है। भारतीय शस्‍त्र सेना में तीन प्रभाग हैं भारतीय थलसेना, भारतीय जलसेना, भारतीय वायुसेना और इसके अतिरिक्त, भारतीय सशस्त्र बलों भारतीय तटरक्षक बल और अर्धसैनिक संगठनों (असम राइफल्स, और स्पेशल फ्रंटियर फोर्स) और विभिन्न अंतर-सेवा आदेशों और संस्थानों में इस तरह के सामरिक बल कमान अंडमान निकोबार कमान और समन्वित रूप से समर्थन कर रहे हैं डिफेंस स्टाफ। भारत के राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर है। भारतीय सशस्त्र बलों भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय (रक्षा मंत्रालय) के प्रबंधन के तहत कर रहे हैं। 14 लाख से अधिक सक्रिय कर्मियों की ताकत के साथ,यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य बल है। अन्य कई स्वतंत्र और आनुषांगिक इकाइयाँ जैसे: भारतीय सीमा सुरक्षा बल, असम राइफल्स, राष्ट्रीय राइफल्स, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, भारत तिब्बत सीमा पुलिस इत्यादि। भारतीय सेना के प्रमुख कमांडर भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द हैं। यह दुनिया के सबसे बड़ी और प्रमुख सेनाओं में से एक है। सँख्या की दृष्टि से भारतीय थलसेना के जवानों की सँख्या दुनिया में चीन के बाद सबसे अधिक है। जबसे भारतीय सेना का गठन हुआ है, भारत ने दोनों विश्वयुद्ध में भाग लिया है। भारत की आजादी के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन युद्ध 1948, 1965, तथा 1971 में लड़े हैं जबकि एक बार चीन से 1962 में भी युद्ध हुआ है। इसके अलावा 1999 में एक छोटा युद्ध कारगिल युद्ध पाकिस्तान के साथ दुबारा लड़ा गया। भारतीय सेना परमाणु हथियार, उन्नत अस्त्र-शस्त्र से लैस है और उनके पास उचित मिसाइल तकनीक भी उपलब्ध है। हलांकि भारत ने पहले परमाणु हमले न करने का संकल्प लिया हुआ है। भारतीय सेना की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र है। .

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भारतीय साम्राज्य खेल

भारतीय साम्राज्य खेल, एक राष्ट्रीय खेल स्पर्धा थी जिसका आयोजन भारतीय साम्राज्य ब्रिटिश राज में किया गया था। स्पर्धा सिर्फ एक बार 1909 में मद्रास में, आयोजित की गयी थी, जिसमें ब्रिटेन के समूचे भारतीय साम्राज्य के खिलाड़ियों ने भाग लिया था। भारतीय साम्राज्य में आधुनिक राष्ट्र, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका (सीलोन), म्यांमार (बर्मा), भूटान और ओमान शामिल थे। .

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भारतीय सिन्धी

सिन्धी (सिन्धी: سنڌي‎) उन लोगों को कहते हैं जिनका मूल सिन्ध है। वर्तमान समय में सिन्ध, पाकिस्तान का एक प्रान्त है किन्तु अंग्रेजों के काल में तथा उससे हजारों वर्ष पूर्व सिन्ध नाम का भौगोलिक क्षेत्र प्रसिद्ध था। १९४७ में भारत एवं पाकिस्तान के अलग होने पर सिन्ध के अधिकांश हिन्दुओं को सिन्ध छोड़कर भारत आना पड़ा। ये लोग भारत के विभिन्न भागों में बस गये। कुछ सिन्धी विश्व के अन्य देशों में जाकर बस गये। भारत में सिन्धी लोगों की प्रसिद्ध बस्तियाँ इन स्थानों पर हैं-.

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भारतीय सिनेमा के सौ वर्ष

3 मई 2013 (शुक्रवार) को भारतीय सिनेमा पूरे सौ साल का हो गया। किसी भी देश में बनने वाली फिल्में वहां के सामाजिक जीवन और रीति-रिवाज का दर्पण होती हैं। भारतीय सिनेमा के सौ वर्षों के इतिहास में हम भारतीय समाज के विभिन्न चरणों का अक्स देख सकते हैं।उल्लेखनीय है कि इसी तिथि को भारत की पहली फीचर फ़िल्म “राजा हरिश्चंद्र” का रुपहले परदे पर पदार्पण हुआ था। इस फ़िल्म के निर्माता भारतीय सिनेमा के जनक दादासाहब फालके थे। एक सौ वर्षों की लम्बी यात्रा में हिन्दी सिनेमा ने न केवल बेशुमार कला प्रतिभाएं दीं बल्कि भारतीय समाज और चरित्र को गढ़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। .

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भारतीय सिविल सेवा

भारतीय सिविल सेवा भारत सरकार की नागरिक सेवा तथा स्थायी नौकरशाही है। सिविल सेवा देश की प्रशासनिक मशीनरी की रीढ है। भारत के संसदीय लोकतंत्र में जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों, जो कि मंत्रीगण होते हैं, के साथ वे प्रशासन को चलाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। ये मंत्री विधायिकाओं के लिए उत्तरदायी होते हैं जिनका निर्वाचन सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के आधार पर आम जनता द्वारा होता है। मंत्रीगण परोक्ष रूप से लोगों के लिए भी जिम्मेदार हैं। लेकिन आधुनिक प्रशासन की कई समस्याओं के साथ मंत्रीगण द्वारा व्यक्तिगत रूप से उनसे निपटने की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इस प्रकार मंत्रियों ने नीतियों का निर्धारण किया और नीतियों के निर्वाह के लिए सिविल सेवकों की नियुक्ति की जाती है। कार्यकारी निर्णय भारतीय सिविल सेवकों द्वारा कार्यान्वित किया जाता है। सिविल सेवक, भारतीय संसद के बजाए भारत सरकार के कर्मचारी हैं। सिविल सेवकों के पास कुछ पारंपरिक और सांविधिक दायित्व भी होते हैं जो कि कुछ हद तक सत्ता में पार्टी के राजनैतिक शक्ति के लाभ का इस्तेमाल करने से बचाता है। वरिष्ठ सिविल सेवक संसद के स्पष्टीकरण के लिए जिम्मेवार हो सकते हैं। सिविल सेवा में सरकारी मंत्रियों (जिनकी नियुक्ति राजनैतिक स्तर पर की गई हो), संसद के सदस्यों, विधानसभा विधायी सदस्य, भारतीय सशस्त्र बलों, गैर सिविल सेवा पुलिस अधिकारियों और स्थानीय सरकारी अधिकारियों को शामिल नहीं किया जाता है। .

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भारतीय संविधान का इतिहास

किसी भी देश का संविधान उसकी राजनीतिक व्यवस्था का वह बुनियादी सांचा-ढांचा निर्धारित करता है, जिसके अंतर्गत उसकी जनता शासित होती है। यह राज्य की विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका जैसे प्रमुख अंगों की स्थापना करता है, उसकी शक्तियों की व्याख्या करता है, उनके दायित्यों का सीमांकन करता है और उनके पारस्परिक तथा जनता के साथ संबंधों का विनियमन करता है। इस प्रकार किसी देश के संविधान को उसकी ऐसी 'आधार' विधि (कानून) कहा जा सकता है, जो उसकी राज्यव्यवस्था के मूल सिद्धातों को निर्धारित करती है। वस्तुतः प्रत्येक संविधान उसके संस्थापकों एवं निर्माताओं के आदर्शों, सपनों तथा मूल्यों का दर्पण होता है। वह जनता की विशिष्ट सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक प्रकृति, आस्था एवं आकांक्षाओं पर आधारित होता है। भारत में नये गणराज्य के संविधान का शुभारंभ 26 जनवरी, 1950 को हुआ और भारत अपने लंबे इतिहास में प्रथम बार एक आधुनिक संस्थागत ढांचे के साथ पूर्ण संसदीय लोकतंत्र बना। 26 नवम्बर, 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा निर्मित ‘भारत का संविधान’ के पूर्व ब्रिटिश संसद द्वारा कई ऐसे अधिनियम/चार्टर पारित किये गये थे, जिन्हें भारतीय संविधान का आधार कहा जा सकता है। .

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भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन

* भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय आह्वानों, उत्तेजनाओं एवं प्रयत्नों से प्रेरित, भारतीय राजनैतिक संगठनों द्वारा संचालित अहिंसावादी और सैन्यवादी आन्दोलन था, जिनका एक समान उद्देश्य, अंग्रेजी शासन को भारतीय उपमहाद्वीप से जड़ से उखाड़ फेंकना था। इस आन्दोलन की शुरुआत १८५७ में हुए सिपाही विद्रोह को माना जाता है। स्वाधीनता के लिए हजारों लोगों ने अपने प्राणों की बलि दी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने १९३० कांग्रेस अधिवेशन में अंग्रेजो से पूर्ण स्वराज की मांग की थी। .

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भारतीय सैन्य अकादमी

इंडियन मिलिटरी ऐकडमी (भारतीय सैन्य अकादमी) भारतीय सेना के अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए प्रमुख प्रशिक्षण स्कूल है। .

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भारतीय सेही

भारतीय सेही एक कृंतक जानवर है। इसका फैलाव तुर्की, भूमध्य सागर से लेकर दक्षिण-पश्चिम तथा मध्य एशिया (अफ़गानिस्तान और तुर्कमेनिस्तान सहित) एवं दक्षिण एशिया (पाकिस्तान, भारत, नेपाल तथा श्रीलंका) और चीन तक में है। हिमालय में यह २,४०० मी.

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भारतीय हाथी

कोण्णि, पतनम्तिट्ट में एक हाथी प्रशिक्षण केंद्र में सोमन नामक हाथी भारतीय हाथी, एलिफ़ास मैक्सिमस इंडिकस एशियाई हाथी की चार उपजातियों में से एक है। यह अधिकतम मात्रा में भारत में मिलता है। यह उपप्रजाति बांग्लादेश, पाकिस्तान, भूटान, कंबोडिया, चीन, लाओस, मलेशियाई प्रायद्वीप, बर्मा/म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड और वियतनाम में भी पाया जाता है। एशियाई हाथी की तीन अन्य उपजातियाँ हैं सुमात्राई हाथी (ए.मै. सुमात्रानुस), श्रीलंकाई हाथी (ए.मै. मैक्सिमस) और बोर्नियो का हाथी (ए.मै. बोर्निएंसिस)। .

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भारतीय वायुसेना

भारतीय वायुसेना (इंडियन एयरफोर्स) भारतीय सशस्त्र सेना का एक अंग है जो वायु युद्ध, वायु सुरक्षा, एवं वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम देश के लिए करती है। इसकी स्थापना ८ अक्टूबर १९३२ को की गयी थी। आजादी (१९५० में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) से पूर्व इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था और १९४५ के द्वितीय विश्वयुद्ध में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आजादी (१९५० में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने) के पश्च्यात इसमें से "रॉयल" शब्द हटाकर सिर्फ "इंडियन एयरफोर्स" कर दिया गया। आज़ादी के बाद से ही भारतीय वायुसेना पडौसी मुल्क पाकिस्तान के साथ चार युद्धों व चीन के साथ एक युद्ध में अपना योगदान दे चुकी है। अब तक इसने कईं बड़े मिशनों को अंजाम दिया है जिनमें ऑपरेशन ''विजय'' - गोवा का अधिग्रहण, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन कैक्टस व ऑपरेशन पुमलाई शामिल है। ऐसें कई विवादों के अलावा भारतीय वायुसेना संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन का भी सक्रिय हिसा रही है। भारत के राष्ट्रपति भारतीय वायु सेना के कमांडर इन चीफ के रूप में कार्य करते है। वायु सेनाध्यक्ष, एयर चीफ मार्शल (ACM), एक चार सितारा कमांडर है और वायु सेना का नेतृत्व करते है। भारतीय वायु सेना में किसी भी समय एक से अधिक एयर चीफ मार्शल सेवा में कभी नहीं होते। इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में स्थित है एवं २००६ के आंकडों के अनुसार इसमें कुल मिलाकर १७०,००० जवान एवं १,३५० लडाकू विमान हैं जो इसे दुनिया की चौथी सबसे बडी वायुसेना होने का दर्जा दिलाती है। .

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भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का इतिहास

भारत की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की विकास-यात्रा प्रागैतिहासिक काल से आरम्भ होती है। भारत का अतीत ज्ञान से परिपूर्ण था और भारतीय संसार का नेतृत्व करते थे। सबसे प्राचीन वैज्ञानिक एवं तकनीकी मानवीय क्रियाकलाप मेहरगढ़ में पाये गये हैं जो अब पाकिस्तान में है। सिन्धु घाटी की सभ्यता से होते हुए यह यात्रा राज्यों एवं साम्राज्यों तक आती है। यह यात्रा मध्यकालीन भारत में भी आगे बढ़ती रही; ब्रिटिश राज में भी भारत में विज्ञान एवं तकनीकी की पर्याप्त प्रगति हुई तथा स्वतंत्रता की प्राप्ति के बाद भारत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के सभी क्षेत्रों में तेजी से प्रगति कर रहा है। सन् २००९ में चन्द्रमा पर यान भेजकर एवं वहाँ पानी की प्राप्ति का नया खोज करके इस क्षेत्र में भारत ने अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज की है। चार शताब्दियों पूर्व प्रारंभ हुई पश्चिमी विज्ञान व प्रौद्योगिकी संबंधी क्रांति में भारत क्यों शामिल नहीं हो पाया ? इसके अनेक कारणों में मौखिक शिक्षा पद्धति, लिखित पांडुलिपियों का अभाव आदि हैं। .

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भारतीय गैण्डा

भारतीय गैण्डा, जिसे एक सींग वाला गैण्डा भी कहते हैं, विश्व का चौथा सबसे बड़ा जलचर जीव है। आज यह जीव अपने आवासीय क्षेत्र के घट जाने से संकटग्रस्त हो गया है। यह पूर्वोत्तर भारत के असम और नेपाल की तराई के कुछ संरक्षित इलाकों में पाया जाता है जहाँ इसकी संख्या हिमालय की तलहटी में नदियों वाले वन्यक्षेत्रों तक सीमित है। .

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भारतीय गेज

भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान तथा श्रीलंका ने कई गेजों की भिन्नता होते हुए भी उन्हें अपनाया, जिसमें से सर्वाधिक था। भारतीय रेल ने युनिगेज परियोजना आरंभ की, जिसके अधीन एक व्यवस्थित ढंग से अधिकांश संकरे गेजों को 1,676 मिमी में बदला जा रहा है। भारत में प्रचलित गेजों की मानक गेज से तुलना .

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भारतीय इतिहास तिथिक्रम

भारत के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं तिथिक्रम में।;भारत के इतिहास के कुछ कालखण्ड.

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भारतीय इतिहास की समयरेखा

पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं भारत एक साझा इतिहास के भागीदार हैं इसलिए भारतीय इतिहास की इस समय रेखा में सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास की झलक है। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का दक्षिण अफ्रीका दौरा 2006-07

भारतीय क्रिकेट टीम ने 16 नवंबर 2006 से 6 जनवरी 2007 तक तीन टेस्ट और पांच वनडे के लिए दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया। दक्षिण अफ्रीका टेस्ट श्रृंखला 2-1 जीता। भारत ने जोहान्सबर्ग के न्यू वांडरर्स स्टेडियम में पहले टेस्ट जीता था, दक्षिण अफ्रीका ने डरबन में किंग्समीड में दूसरे टेस्ट और केप टाउन के न्यूलैंड्स में तीसरे टेस्ट में जीत हासिल की। दक्षिण अफ्रीका ने एकदिवसीय श्रृंखला 4-0 से जीती, जो 1997 के बाद से जीत के बिना भारत की पहली वनडे सीरीज़ थी। एक ट्वेंटी 20 इंटरनेशनल भी था, जिसे भारत जीता। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1954-55

भारतीय क्रिकेट टीम 1954-55 क्रिकेट के मौसम के दौरान पाकिस्तान का दौरा किया था। वे खेले साथ श्रृंखला ड्रॉ की 0-0 पांच टेस्ट, पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ मैच मे किये। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1978-79

1978-79 क्रिकेट सीजन के दौरान भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की खेली, पाकिस्तान ने श्रृंखला 2-0 से जीती। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1982-83

1982-83 के क्रिकेट सीज़न के दौरान भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ छह टेस्ट मैच खेले, जबकि पाकिस्तान ने 3-0 से सीरीज जीती थी। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1984-85

1984-85 के क्रिकेट सीज़न के दौरान भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया। उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की खेली, इस श्रृंखला में 0-0 से ड्रॉ हुई। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या के कारण तीसरे टेस्ट को रद्द कर दिया गया था। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 1989-90

1989-90 के क्रिकेट सीजन के दौरान भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया। भारत ने 15 नवंबर और 22 दिसंबर 1989 के बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ चार टेस्ट मैचों और चार वनडे अंतर्राष्ट्रीय मैचों की सीरीज़ खेली, जिसमें टेस्ट सीरीज़ ने 0-0 से ड्रॉ की और पाकिस्तान ने वनडे सीरीज़ 2-0 से जीत ली। इस श्रृंखला में सचिन तेंदुलकर और वकार युनुस जैसे दिग्गजों की अंतरराष्ट्रीय करिअर की शुरुआत की गई। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 2003-04

2003-04 के क्रिकेट सीज़न के दौरान भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया। इंडिया ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ पांच वनडे इंटरनेशनल और तीन टेस्ट मैच खेले हैं। श्रृंखला को सैमसंग कप कहा जाता था। भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला 3-2 और टेस्ट श्रृंखला 2-1 जीती। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा 2005-06

भारत राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने 2005-06 के सीजन के दौरान क्रिकेट मैचों के लिए पाकिस्तान का दौरा किया। इस सीजन के दौरान भारत और पाकिस्तान दोनों ने पहले ही टेस्ट मैच खेला था; भारत श्रीलंका पर घर पर 2-0 की सीरीज जीत के साथ आ रहा था, जबकि पाकिस्तान ने उसी मार्जिन से इंग्लैंड को हराया था। ओडीआई क्रिकेट में, भारत की पिछली श्रृंखला, नवंबर 2005 में, दक्षिण अफ्रीका के साथ 2-2 का ड्रॉ में समाप्त हुई, जबकि पाकिस्तान ने दिसंबर 2005 में इंग्लैंड को 3-2 से हराया। दौरे 7 जनवरी 2006 को भारत के साथ गैर-प्रथम श्रेणी के खेल में पाकिस्तान ए खेल रहा था और 19 फरवरी तक जारी रहा। पाकिस्तान के कप्तान इंज़माम उल हक ने कहा कि भारत टेस्ट सीरीज में पसंदीदा बन गया, जबकि पूर्व तेज गेंदबाज सरफराज नवाज़ ने कहा है कि "उन्हें भारतीय बल्लेबाजों को बाहर करना आसान है"। आधिकारिक आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप भारत में दूसरे स्थान पर था और पाकिस्तान चौथे स्थान पर था, जबकि आईसीसी वनडे चैम्पियनशिप तीसरे स्थान पर पाकिस्तान और भारत 2005 के अंत में पांचवें स्थान पर था। पाकिस्तान ने पहले दो मैचों में 36 विकेट गिरने के बाद टेस्ट सीरीज़ जीता और तीसरे टेस्ट का दावा किया, जबकि भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला में 4-1 की बढ़त हासिल कर ली। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का ज़िम्बाब्वे दौरा 2005

भारतीय क्रिकेट टीम ने अगस्त और सितंबर 2005 में क्रिकेट मैचों के लिए जिम्बाब्वे दौरा किया। भारतीयों ने जिम्बाब्वे में वीडियोकॉन त्रि-सीरीज़ में खेले, पांच में से तीन मैचों में जीत दर्ज की लेकिन तीन टीम टूर्नामेंट में फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे लेकिन उन्होंने सितंबर 2005 में जिम्बाब्वे को दो टेस्ट मैचों के लिए खेले। मेजबान जिम्बाब्वे आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप में दस टीमों में से नौ टीमों में से नौवें स्थान पर था, जो भारत के खिलाफ जून 2001 में शीर्ष आठ टेस्ट राष्ट्रों के खिलाफ अंतिम जीत था। उन्होंने भारत के रूप में तेज गेंदबाज इरफान पठान (जो 21 विकेट लेने वाले) के नेतृत्व में भी एक मैच जीतने का प्रबंधन नहीं किया, पहले टेस्ट में पारी जीत और 10 विकेट से जीत के बाद श्रृंखला 2-0 से जीती क्षण में। भारत ने जीत के साथ टेस्ट चैम्पियनशिप में अपना तीसरा स्थान समेकित किया, जो चार प्रयासों में जिम्बाब्वे में अपनी पहली श्रृंखला भी जीत थी। यह भी टेस्ट क्रिकेट से निलंबित हो जाने से पहले ज़िम्बाब्वे में अंतिम टेस्ट मैच था। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का वेस्टइंडीज दौरा 2006

2006 के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट सीज़न के दौरान भारत ने वेस्ट इंडीज का दौरा किया। भारत आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप और आईसीसी वनडे चैम्पियनशिप दोनों में वेस्टइंडीज से भी ऊपर था लेकिन बाद में टीम ने इस महीने के पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की श्रृंखला में जिम्बाब्वे को 5-0 से हराया। वेस्टइंडीज अंत में इस ओडीआई श्रृंखला के विजेताओं के रूप में उभरा, यह अंतिम मुकाबले में पहला मैच हारने के बाद 4-1 से बराबर हो गया। भारत ने 35 वर्षों में वेस्टइंडीज में एक टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती थी, लेकिन भारत ने टेस्ट सीरीज में वेस्टइंडीज को 1-0 से हराया था। भारतीय टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ को उनके प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज और टीकाकार माइकल होल्डिंग ने एकदिवसीय और टेस्ट मैचों के बीच कहा कि वेस्टइंडीज की एकदिवसीय श्रृंखला जीतने वाली एक ऐसी घटना थी जिसे "कोई भी आगाह नहीं किया" था। .

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भारतीय क्रिकेट टीम का इंग्लैंड दौरा - २००७

भारत की क्रिकेट टीम ने जुलाई २००७ से सितम्बर २००७ तक इंग्लैंड का दौरा किया जिसमें उन्होंने ३ टेस्ट मैच एवं ७ एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेले। .

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भारतीय अर्थव्यवस्था की समयरेखा

यहाँ भारतीय उपमहाद्वीप के आर्थिक इतिहास की प्रमुख घटनाएँ संक्षेप में दी गई हैं। .

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भारतीय उपमहाद्वीप

भारतीय उपमहाद्वीप का भौगोलिक मानचित्र भारतीय उपमहाद्वीप, एशिया के दक्षिणी भाग में स्थित एक उपमहाद्वीप है। इस उपमहाद्वीप को दक्षिण एशिया भी कहा जाता है भूवैज्ञानिक दृष्टि से भारतीय उपमहाद्वीप का अधिकांश भाग भारतीय प्रस्तर (या भारतीय प्लेट) पर स्थित है, हालाँकि इस के कुछ भाग इस प्रस्तर से हटकर यूरेशियाई प्रस्तर पर भी स्थित हैं। .

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भारतीय उपमहाद्वीप का इस्लामी इतिहास

इस्लाम भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रमुख धर्म हैं। भारत की कुल जनसंख्या के 14.5%, पाकिस्तान के 97 %, बांग्लादेश के 89%, नेपाल के 6%,भूटान के 1.1% लोग इस्लाम धर्म के अनुयायी हैं। उपमहाद्वीप को इस्लाम से सबसे पहले अरबी व्यापरियो ने सातवी शताब्दी के मध्य में अवगत कराया। इस्लाम का व्यापक फैलाव सातवी शताब्दी के अंत में मोहम्मद-बिन-कासिम के सिंध पर आक्रमण और बाद के मुस्लिम शासकों के द्वारा हुआ। इस प्रान्त ने विश्व के कुछ महान इस्लामिक साम्राज्यों के उठान एवं पतन को देखा है। सातवी शतब्दी से लेकर सन १८५७ तक विभिन्न इस्लामिक साम्राज्यों ने भारत, पाकिस्तान एवं दुसरे देशों पर गहरा असर छोड़ा है। इस्लामिक शासक आपने साथ मध्य एवं पश्चिमी एशिया की विभिन्न कलाएं एवं विज्ञानं लेकर उपमहाद्वीप में आयें। भारतीय एवं इस्लामिक कलाओ का संगम ने विश्व को कई अनुपम धरोहर दी .

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भाषा संस्थानों की सूची

यहाँ भाषा-नियामक संस्थानों की सूची दी गई है जो मानक भाषाओं का नियमन करतीं हैं। इन्हें प्रायः 'भाषा अकादमी' कहा जाता है। भाषा अकादमियाँ भाषाई शुद्धता (linguistic purism) के उद्देश्य से काम करतीं हैं तथा भाषा से सम्बन्धित नीतियाँ बनाती एवं प्रकाशित करतीं हैं। .

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भाषाशास्त्रियों की सूची

शैक्षिक संदर्भों में उन लोगों को भाषावैज्ञानिक (linguist) कहा जाता है जो प्राकृतिक भाषा का अध्ययन करते हैं। भाषावैज्ञानिक, बहुभाषी (polyglot), वैयाकरण ((a scholar of grammar) हो भी सकता है और नहीं भी हो सकता है। .

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भाषाई साम्राज्यवाद

भाषिक साम्राज्यवाद या भाषाई साम्राज्यवाद (Linguistic imperialism) उस स्थिति को कहते हैं जिसमें किसी सबल राष्ट्र की भाषा किसी निर्बल राष्ट्र की शिक्षा और शासन आदि विविध क्षेत्रों से देशी भाषा (ओं) का लोप कर देती है। इसके लिये घोषित या अघोषित रूप से एक ऐसी व्यवस्था उत्पन्न करके जड़ जमाने दी जाती है जिसमें उस विदेशी भाषा को ना बोलने और जानने वाले लोग दूसरे दर्जे के नागरिक के समान होने को विवश हो जाते हैं। .

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भाई परमानन्द

भाई परमानन्द का एक दुर्लभ चित्र भाई परमानन्द (जन्म: ४ नवम्बर १८७६ - मृत्यु: ८ दिसम्बर १९४७) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी थे। भाई जी बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे। वे जहाँ आर्यसमाज और वैदिक धर्म के अनन्य प्रचारक थे, वहीं इतिहासकार, साहित्यमनीषी और शिक्षाविद् के रूप में भी उन्होंने ख्याति अर्जित की थी। सरदार भगत सिंह, सुखदेव, पं॰ राम प्रसाद 'बिस्मिल', करतार सिंह सराबा जैसे असंख्य राष्ट्रभक्त युवक उनसे प्रेरणा प्राप्त कर बलि-पथ के राही बने थे। देशभक्ति, राजनीतिक दृढ़ता तथा स्वतन्त्र विचारक के रूप में भाई जी का नाम सदैव स्मरणीय रहेगा। आपने कठिन तथा संकटपूर्ण स्थितियों का डटकर सामना किया और कभी विचलित नहीं हुए। आपने हिंदी में भारत का इतिहास लिखा है। इतिहास-लेखन में आप राजाओं, युद्धों तथा महापुरुषों के जीवनवृत्तों को ही प्रधानता देने के पक्ष में न थे। आपका स्पष्ट मत था कि इतिहास में जाति की भावनाओं, इच्छाओं, आकांक्षाओं, संस्कृति एवं सभ्यता को भी महत्व दिया जाना चाहिए। आपने अपने जीवन के संस्मरण भी लिखे हैं जो युवकों के लिये आज भी प्रेरणा देने में सक्षम हैं। .

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भाई मणी सिंह

भाई मणी सिंह (भाई मनी सिंघ; 10 मार्च, 1644 -- 24 जून 1734) १८वीं शताब्दी के सिख विद्वान तथा शहीद थे। वे गुरु गोबिन्द सिंह के बचपन के साथी थे। १६९९ में जब गुरुजी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी तब 'सिख' धर्म निभाने की प्रतिज्ञा ली थी। इसके तुरन्त बाद गुरुजी ने उन्हें अमृतसर जाकर हरमंदिर साहब की व्यवस्था देखने के लिये नियुक्त कर दिया। भाई मनी सिंघ का जन्म अलीपुर उत्तरी में हुआ था जो सम्प्रति पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ जिले में है। उनके पिता का नाम माई दास तथा माता का नाम मधरी बाई था। श्रेणी:सिख धर्म.

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भांड

भांड (उर्दू:, पंजाबी: ਭਾਂਡ, अंग्रेज़ी: Bhand) उत्तर भारत, पाकिस्तान, नेपाल और बंगलादेश के पारम्परिक समाजों में लोक-मनोरंजन करने वाले लोगों को कहा जाता है जो समय के साथ एक भिन्न जाति बन चुकी है। भांडों द्वारा किये प्रदर्शन को कभी-कभी स्वांग कहा जाता है।, Manohar Laxman Varadpande, Abhinav Publications, 1992, ISBN 978-81-7017-278-9,...

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भिण्डी

भिंडी भिण्डी एक सब्जी है। इसका वृक्ष लगभग १ मीटर लम्बा होता है। बनारस में इसे 'राम तरोई' कहते हैं और छत्तीसगढ में इसे 'रामकलीय' कहते हैं। बंगला में स्वनाम ख्यात फलशाक, मराठी में 'भेंडे', गुजराती में 'भींडा', फारसी में 'वामिया' कहते हैं। .

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भिम्बेर

भिम्बेर (अंग्रेज़ी: Bhimber, उर्दु: بھمبر‎) आज़ाद कश्मीर के भिम्बेर ज़िले का प्रमुख शहर है। यह पाकिस्तान और कश्मीर की सीमा के समीप स्थित है और भारत इसे अपना भाग मानता है। भिम्बेर मीरपुर से ४८ किमी और श्रीनगर से २४१ किमी दूर स्थित है। यहाँ के अधिकतर लोग पंजाबी और डोगरी (पहाड़ी) की उपभाषाएँ बोलते हैं। .

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भिम्बेर ज़िला

भिम्बेर ज़िला (अंग्रेज़ी: Bhimber District, उर्दु: ضلع بھمبر) आज़ाद कश्मीर का दक्षिणतम ज़िला है। पाकिस्तान ने अधिकृत कश्मीर को दो भागों में विभाजित करा है: आज़ाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान। भिम्बेर ज़िला इनमें से "आज़ाद कश्मीर" नामक हिस्से में आता है। इसका प्रमुख नगर भिम्बेर है। भारत इसे अपना भाग मानता है। इस ज़िले की स्थापना सन् १९९६ में हुई और उस से पूर्व यह मीरपुर ज़िले का भाग था। .

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भगत सिंह

भगत सिंह (जन्म: २८ सितम्बर या १९ अक्टूबर, १९०७, मृत्यु: २३ मार्च १९३१) भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। चन्द्रशेखर आजाद व पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर इन्होंने देश की आज़ादी के लिए अभूतपूर्व साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया। पहले लाहौर में साण्डर्स की हत्या और उसके बाद दिल्ली की केन्द्रीय संसद (सेण्ट्रल असेम्बली) में बम-विस्फोट करके ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध खुले विद्रोह को बुलन्दी प्रदान की। इन्होंने असेम्बली में बम फेंककर भी भागने से मना कर दिया। जिसके फलस्वरूप इन्हें २३ मार्च १९३१ को इनके दो अन्य साथियों, राजगुरु तथा सुखदेव के साथ फाँसी पर लटका दिया गया। सारे देश ने उनके बलिदान को बड़ी गम्भीरता से याद किया। भगत सिंह को समाजवादी,वामपंथी और मार्क्सवादी विचारधारा में रुचि थी। सुखदेव, राजगुरु तथा भगत सिंह के लटकाये जाने की ख़बर - लाहौर से प्रकाशित ''द ट्रिब्युन'' के मुख्य पृष्ठ --> .

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भक्कर

पंजाब, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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भक्कर ज़िला

भक्कर ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, भक्कर शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 8,153 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,051,456 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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भक्कर जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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भुदिय़ाल

भुदिय़ाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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भुइयार

भुइयार अथवा भुईयार भारत में निवास करने वाला एक समुदाय अथवा जाति है, जो कि मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, बिहार, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान आदि राज्यों में निवास करती है। भुइयार जाति पाकिस्तान और बंगलादेश में भी निवास करती है। भुइयार जाति को उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के आदेश सं0 1442/25-10-1957 दिनांक 22-05-1957 द्वारा अनुसूचित जाति के रूप में अधिसूचित किया गया है। भुइयार जाति मुख्य रूप से कपड़ा बुनने का कार्य करती थी इस कारण से गाँव-देहात में इस जाति को भंयार जुलाहा, कोरी, कबीर पंथी आदि नामों से जाना जाता है। .

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भौउन

भौउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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भूमि अधिग्रहण अधिनियम, १८९४

भूमि अधिग्रहण अधिनियम, १८९४ (The Land Acquisition Act of 1894) भारत और पाकिस्तान दोनों का एक कानून है जिसका उपयोग करके सरकारें निजी भूमि का अधिग्रहण कर सकतीं हैं। इसके लिये सरकार द्वारा भूमि मालिकों को क्षतिपूर्ति (मुआवजा) देना आवश्यक है। .

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भूमंडलीय ऊष्मीकरण का प्रभाव

extreme weather). (Third Assessment Report) इस के अंतर पैनल तौर पर जलवायु परिवर्तन (Intergovernmental Panel on Climate Change)। इस भविष्यवाणी की प्रभावों के ग्लोबल वार्मिंग इस पर पर्यावरण (environment) और के लिए मानव जीवन (human life) कई हैं और विविध.यह आम तौर पर लंबे समय तक कारणों के लिए विशिष्ट प्राकृतिक घटनाएं विशेषता है, लेकिन मुश्किल है के कुछ प्रभावों का हाल जलवायु परिवर्तन (climate change) पहले से ही होने जा सकता है।Raising sea levels (Raising sea levels), glacier retreat (glacier retreat), Arctic shrinkage (Arctic shrinkage), and altered patterns of agriculture (agriculture) are cited as direct consequences, but predictions for secondary and regional effects include extreme weather (extreme weather) events, an expansion of tropical diseases (tropical diseases), changes in the timing of seasonal patterns in ecosystems (changes in the timing of seasonal patterns in ecosystems), and drastic economic impact (economic impact)। चिंताओं का नेतृत्व करने के लिए हैं राजनीतिक (political) सक्रियता प्रस्तावों की वकालत करने के लिए कम (mitigate), समाप्त (eliminate), या अनुकूलित (adapt) यह करने के लिए। 2007 चौथी मूल्यांकन रिपोर्ट (Fourth Assessment Report) के द्वारा अंतर पैनल तौर पर जलवायु परिवर्तन (Intergovernmental Panel on Climate Change) (आईपीसीसी) ने उम्मीद प्रभावों का सार भी शामिल है। .

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भोपाल

भोपाल भारत देश में मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी है और भोपाल ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय भी है। भोपाल को झीलों की नगरी भी कहा जाता है,क्योंकि यहाँ कई छोटे-बड़े ताल हैं। यह शहर अचानक सुर्ख़ियों में तब आ गया जब १९८४ में अमरीकी कंपनी, यूनियन कार्बाइड से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के रिसाव से लगभग बीस हजार लोग मारे गये थे। भोपाल गैस कांड का कुप्रभाव आज तक वायु प्रदूषण, भूमि प्रदूषण, जल प्रदूषण के अलावा जैविक विकलांगता एवं अन्य रूपों में आज भी जारी है। इस वजह से भोपाल शहर कई आंदोलनों का केंद्र है। भोपाल में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) का एक कारखाना है। हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र ने अपना दूसरा 'मास्टर कंट्रोल फ़ैसिलटी' स्थापित की है। भोपाल में ही भारतीय वन प्रबंधन संस्थान भी है जो भारत में वन प्रबंधन का एकमात्र संस्थान है। साथ ही भोपाल उन छह नगरों में से एक है जिनमे २००३ में भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान खोलने का निर्णय लिया गया था तथा वर्ष २०१५ से यह कार्यशील है। इसके अतिरिक्त यहाँ अनेक विश्वविद्यालय जैसे राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय,अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय,मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय,माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय,भारतीय राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय। इसके अतिरिक्त अनेक राष्ट्रीय संस्थान जैसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान,भारतीय वन प्रबंधन संस्थान,भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान,राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान मानित विश्वविद्यालय भोपाल इंजीनियरिंग महाविद्यालय,गाँधी चिकित्सा महाविद्यालय तथा अनेक शासकीय एवं पब्लिक स्कूल हैं। .

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भोजन शिष्टाचार

भोजन शिष्टाचार खाते समय पालन किये जाने वाले शिष्टाचार के वे नियम हैं, जिनमें बर्तनों का सटीक उपयोग भी शामिल हो सकता है। विभिन्न संस्कृतियां भोजन शिष्टाचार के लिए अलग-अलग नियमों का पालन करती हैं। कई भोजन शिष्टाचारों का विकास व्यावहारिकता के तहत हुआ है। उदाहरण के तौर पर, मेज़ पर कुहनियों को टिकाना आम तौर पर अशिष्ट माना जाता है चूंकि ऐसा करने पर कटोरियों और कपों के ऊपर फिसलने का जोखिम बना रहता है। इन नियमों को कितनी कड़ाई से लागू करना है, इसके बारे में प्रत्येक परिवार या समूह अपने निजी मानक स्वयं तय करते हैं। .

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भीन

भीन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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भीमराव आम्बेडकर

भीमराव रामजी आम्बेडकर (१४ अप्रैल, १८९१ – ६ दिसंबर, १९५६) बाबासाहब आम्बेडकर के नाम से लोकप्रिय, भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) के खिलाफ सामाजिक भेद भाव के विरुद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री, भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। आम्बेडकर विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स दोनों ही विश्वविद्यालयों से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधियाँ प्राप्त की। उन्होंने विधि, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के शोध कार्य में ख्याति प्राप्त की। जीवन के प्रारम्भिक करियर में वह अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे एवम वकालत की। बाद का जीवन राजनीतिक गतिविधियों में बीता; वह भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रचार और बातचीत में शामिल हो गए, पत्रिकाओं को प्रकाशित करने, राजनीतिक अधिकारों की वकालत करने और दलितों के लिए सामाजिक स्वतंत्रता की वकालत और भारत की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। 1956 में उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया। 1990 में, उन्हें भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से मरणोपरांत सम्मानित किया गया था। आम्बेडकर की विरासत में लोकप्रिय संस्कृति में कई स्मारक और चित्रण शामिल हैं। .

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भील

भील मध्य भारत की एक जनजाति है। भील जनजाति के लोग भील भाषा बोलते है। भील, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और राजस्थान में एक अनुसूचित जनजाति है, अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के खादिम भी भील पूर्वजों के वंशज हैं। भील त्रिपुरा और पाकिस्तान के सिन्ध के थारपरकअर जिले में भी बसे हुये हैं। .

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भीलोमार

भीलोमार, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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भीष्म साहनी

रावलपिंडी पाकिस्तान में जन्मे भीष्म साहनी (८ अगस्त १९१५- ११ जुलाई २००३) आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रमुख स्तंभों में से थे। १९३७ में लाहौर गवर्नमेन्ट कॉलेज, लाहौर से अंग्रेजी साहित्य में एम ए करने के बाद साहनी ने १९५८ में पंजाब विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि हासिल की। भारत पाकिस्तान विभाजन के पूर्व अवैतनिक शिक्षक होने के साथ-साथ ये व्यापार भी करते थे। विभाजन के बाद उन्होंने भारत आकर समाचारपत्रों में लिखने का काम किया। बाद में भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) से जा मिले। इसके पश्चात अंबाला और अमृतसर में भी अध्यापक रहने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में साहित्य के प्रोफेसर बने। १९५७ से १९६३ तक मास्को में विदेशी भाषा प्रकाशन गृह (फॉरेन लॅग्वेजेस पब्लिकेशन हाउस) में अनुवादक के काम में कार्यरत रहे। यहां उन्होंने करीब दो दर्जन रूसी किताबें जैसे टालस्टॉय आस्ट्रोवस्की इत्यादि लेखकों की किताबों का हिंदी में रूपांतर किया। १९६५ से १९६७ तक दो सालों में उन्होंने नयी कहानियां नामक पात्रिका का सम्पादन किया। वे प्रगतिशील लेखक संघ और अफ्रो-एशियायी लेखक संघ (एफ्रो एशियन राइटर्स असोसिएशन) से भी जुड़े रहे। १९९३ से ९७ तक वे साहित्य अकादमी के कार्यकारी समीति के सदस्य रहे। भीष्म साहनी को हिन्दी साहित्य में प्रेमचंद की परंपरा का अग्रणी लेखक माना जाता है। वे मानवीय मूल्यों के लिए हिमायती रहे और उन्होंने विचारधारा को अपने ऊपर कभी हावी नहीं होने दिया। वामपंथी विचारधारा के साथ जुड़े होने के साथ-साथ वे मानवीय मूल्यों को कभी आंखो से ओझल नहीं करते थे। आपाधापी और उठापटक के युग में भीष्म साहनी का व्यक्तित्व बिल्कुल अलग था। उन्हें उनके लेखन के लिए तो स्मरण किया ही जाएगा लेकिन अपनी सहृदयता के लिए वे चिरस्मरणीय रहेंगे। भीष्म साहनी हिन्दी फ़िल्मों के जाने माने अभिनेता बलराज साहनी के छोटे भाई थे। उन्हें १९७५ में तमस के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार, १९७५ में शिरोमणि लेखक अवार्ड (पंजाब सरकार), १९८० में एफ्रो एशियन राइटर्स असोसिएशन का लोटस अवार्ड, १९८३ में सोवियत लैंड नेहरू अवार्ड तथा १९९८ में भारत सरकार के पद्मभूषण अलंकरण से विभूषित किया गया। उनके उपन्यास तमस पर १९८६ में एक फिल्म का निर्माण भी किया गया था। .

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मटियारी जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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मध्य एशिया

मध्य एशिया एशिया के महाद्वीप का मध्य भाग है। यह पूर्व में चीन से पश्चिम में कैस्पियन सागर तक और उत्तर में रूस से दक्षिण में अफ़ग़ानिस्तान तक विस्तृत है। भूवैज्ञानिकों द्वारा मध्य एशिया की हर परिभाषा में भूतपूर्व सोवियत संघ के पाँच देश हमेशा गिने जाते हैं - काज़ाख़स्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज़बेकिस्तान। इसके अलावा मंगोलिया, अफ़ग़ानिस्तान, उत्तरी पाकिस्तान, भारत के लद्दाख़ प्रदेश, चीन के शिनजियांग और तिब्बत क्षेत्रों और रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणी भाग को भी अक्सर मध्य एशिया का हिस्सा समझा जाता है। इतिहास में मध्य एशिया रेशम मार्ग के व्यापारिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। चीन, भारतीय उपमहाद्वीप, ईरान, मध्य पूर्व और यूरोप के बीच लोग, माल, सेनाएँ और विचार मध्य एशिया से गुज़रकर ही आते-जाते थे। इस इलाक़े का बड़ा भाग एक स्तेपी वाला घास से ढका मैदान है हालाँकि तियान शान जैसी पर्वत शृंखलाएँ, काराकुम जैसे रेगिस्तान और अरल सागर जैसी बड़ी झीलें भी इस भूभाग में आती हैं। ऐतिहासिक रूप मध्य एशिया में ख़ानाबदोश जातियों का ज़ोर रहा है। पहले इसपर पूर्वी ईरानी भाषाएँ बोलने वाली स्किथी, बैक्ट्रियाई और सोग़दाई लोगों का बोलबाला था लेकिन समय के साथ-साथ काज़ाख़, उज़बेक, किरगिज़ और उईग़ुर जैसी तुर्की जातियाँ अधिक शक्तिशाली बन गई।Encyclopædia Iranica, "CENTRAL ASIA: The Islamic period up to the Mongols", C. Edmund Bosworth: "In early Islamic times Persians tended to identify all the lands to the northeast of Khorasan and lying beyond the Oxus with the region of Turan, which in the Shahnama of Ferdowsi is regarded as the land allotted to Fereydun's son Tur.

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मध्य मकरान पर्वतमाला

मध्य मकरान पर्वतमाला (Central Makran Range) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त के दक्षिणपश्चिमी भाग के मकरान क्षेत्र में स्थित एक पर्वतमाला है। .

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मनमोहन सिंह

मनमोहन सिंह (ਮਨਮੋਹਨ ਸਿੰਘ; जन्म: २६ सितंबर १९३२) भारत गणराज्य के १३वें प्रधानमन्त्री थे। साथ ही साथ वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। लोकसभा चुनाव २००९ में मिली जीत के बाद वे जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमन्त्री बन गये हैं, जिनको पाँच वर्षों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला है। इन्हें २१ जून १९९१ से १६ मई १९९६ तक पी वी नरसिंह राव के प्रधानमंत्रित्व काल में वित्त मन्त्री के रूप में किए गए आर्थिक सुधारों के लिए भी श्रेय दिया जाता है। .

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मनसेहरा

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर।.

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मनारा

मनारा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मनिहार

मनिहार (अंग्रेजी: Manihar) हिन्दुस्तान में पायी जाने वाली एक मुस्लिम बिरादरी की जाति है। इस जाति के लोगों का मुख्य पेशा चूड़ी बेचना है। इसलिये इन्हें कहीं-कहीं चूड़ीहार भी कहा जाता है। मुख्यतः यह जाति उत्तरी भारत और पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में पायी जाती है। यूँ तो नेपाल की तराई क्षेत्र में भी मनिहारों के वंशज मिलते हैं। ये लोग अपने नाम के आगे जातिसूचक शब्द के रूप में प्राय: सिद्दीकी ही लगाते हैं। .

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मनोड़ा

मनोड़ा का एक दृश्य जिसमें श्री वरुण देव मंदिर भी नज़र आ रहा है कराची में मनोड़ा का स्थान मनोड़ा या मनोड़ो (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Manora) पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की राजधानी कराची के बंदरगाह के ज़रा दक्षिण में स्थित एक छोटा-सा प्रायद्वीप है। इस क्षेत्रफल केवल 2.5 वर्ग किमी है और यह मुख्यभूमि से सैंडस्पिट (Sandspit)​ नामक एक 12 किमी लम्बी सड़क से जुड़ा हुआ है। .

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मनोरमा (अभिनेत्री)

मनोरमा हिंदी फ़िल्मों की एक लोकप्रिय अभिनेत्री थीं। उन्होंने कई फिल्मों में खलनायिका और हास्य चरित्रों को साकार किया था। उनकी कुछ चर्चित फिल्मों में सीता और गीता, एक फूल दो माली, दो कलियां, कारवां आदि थीं। उनकी अंतिम फिल्म दीपा मेहता की 'वाटर' थी, जिसमें उन्होंने विधवा आश्रम की मुखिया की भूमिका निभाई थी। लाहौर (अब पाकिस्तान में) में अपना फिल्मी करियर शुरू करने वाली मनोरमा ने राजा नक्सर से निकाह किया था। दोनों विभाजन के बाद भारत आ गए थे, जहां राजा निर्माता बन गए। शुक्रवार १५ फरवरी २००८ को बंबई में संक्षिप्त बीमारी के बाद एक निजी अस्पताल में निधन उनका निधन हो गया। वे ८१ वर्ष की थीं। .

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मनोज कुमार पांडेय

कैप्टन मनोज कुमार पांडेय (Manoj Kumar Pandey) (25 जून 1975, सीतापुर, उत्तर प्रदेश -- 3 जुलाई 1999, कश्मीर), भारतीय सेना के अधिकारी थे जिन्हें सन १९९९ के कारगिल युद्ध में असाधारण वीरता के लिए मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च वीरता पदक परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। .

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ममनून हुसैन

ममनून हुसैन (ممنون حسین (जन्म:2 मार्च 1940) एक पाकिस्तानी कपड़ा व्यापारी और राजनेता हैं, जिन्हें जुलाई 2013 में पाकिस्तान का राष्ट्रपति चुना गया। हुसैन 1999 में छोटे समय के लिए सिंध के राज्यपाल बने। राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल सैन्य तख्तापलट के कारण अक्टूबर 1999 तक ही सीमित रहा। 30 जुलाई 2013 को उन्हें पाकिस्तान के 12वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित किया गया, अथवा वह 8 सितम्बर 2013 को अपने पूर्ववर्ती आसिफ अली जरदारी को प्रतिस्थापित करते हुए शपथ ग्रहण करेंगे। .

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मरदान

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर।.

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मरयम नवाज़

मरयम नवाज़ पाकिस्तान की एक कार्यकर्ता, राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ की बेटी है। मरयम का जन्म लाहौर, पंजाब, पाकिस्तान में हुआ। अपनी शिक्षा भी उसने वहीं से ली और स्नातकोत्तर पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर से की। .

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मरुस्थलीकरण

चिली के नोर्टे चिको में बकरी पालन आम है, लेकिन यह गंभीर कटाव और मरुस्थलीकरण पैदा करता है। लिमारी नदी की ऊपरी छवि मरुस्थलीकरण ज़मीन का क्षरण है, जो शुष्क और अर्द्ध-नम क्षेत्रों में विभिन्न कारकों की वजह से होता है: जिनमें विविध जलवायु और मानवीय गतिविधियांनिक मिडेलटन और डेविड थॉमस, वर्ल्ड एटलस ऑफ़ डिसर्टिफिकेशन: द्वितीय संस्करण, 1997 भी शामिल है। मरुस्थलीकरण मुख्यतः मानव निर्मित गतिविधियों के परिणाम स्वरूप होता है: विशेष तौर पर ऐसा अधिक चराई, भूमिगत जल के अत्यधिक इस्तेमाल और मानवीय एवं औद्योगिक कार्यों के लिए नदियों के जल का रास्ता बदलने की वजह से है और यह सारी प्रक्रियाएं मूलतः अधिक आबादी की वजह से संचालित होती हैं। मरुस्थलीकरण का सबसे गहरा प्रभाव है जैव विविधता और उत्पादक क्षमता में कमी, उदाहरण के लिए संक्रमण से झाड़ियों से भरे ज़मीनों के गैर देशीय चरागाह में तब्दील होना.

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मर्दान ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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मलाला युसुफ़ज़ई

कैलाश सत्यार्थी मलाला युसुफ़ज़ई (पश्तो: ملاله یوسفزۍ जन्म: 12 जुलाई 1997) को बच्चों के अधिकारों की कार्यकर्ता होने के लिए जाना जाता है। वह पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के स्वात जिले में स्थित मिंगोरा शहर की एक छात्रा है। 13 साल की उम्र में ही वह तहरीक-ए-तालिबान शासन के अत्याचारों के बारे में एक छद्म नाम के तहत बीबीसी के लिए ब्लॉगिंग द्वारा स्वात के लोगों में नायिका बन गयी। अक्टूबर 2012 में, मात्र 14 वर्ष की आयु में अपने उदारवादी प्रयासों के कारण वे आतंकवादियों के हमले का शिकार बनी, जिससे वे बुरी तरह घायल हो गई और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में आ गई।http://www.guardian.co.uk/world/2012/oct/09/pakistan-girl-shot-activism-swat-taliban .

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मलाई कोफ़्ता

मलाई कोफ़्ता एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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मलाकंद दर्रा

मलाकन्द दर्रे में प्रवेश कराती सुरंग मलाकंद दर्रा (Malakand Pass) पाकिस्तान में पेशावर के ६० किमी उत्तर, उत्तर-पूर्व स्थित दक्षिणी स्वात क्षेत्र में एक दर्रा है। प्रशासनिक रूप से यह पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मलाकंद जिले में स्थित है। सामरिक रूप से यह एक महत्वपूर्ण भौगोलिक संरचना है। इस दर्रे से होकर एक प्राचीन बौद्धकालीन सड़क जाती है। १६वीं शताब्दी के प्रारंभ में यूसुफजाई पठानों ने इसी दर्रे में से होकर स्वात घाटी में प्रेवश किया था। ब्रिटिश काल में इसी दर्रे और इसके उत्तरी भाग में १८९७ ई॰ में भारतीय और ब्रिटिश सेनाओं का स्वात क्षेत्र के पठान विद्रोहियों से युद्ध हुआ था जिसे मलाकंद की लड़ाई के नाम से जाना जाता है। इस लड़ाई में भारतीय-ब्रिटिश सेनाएँ विजयी रहीं थीं। ध्यातव्य है कि पाकिस्तान की मलाकंद डिविजन ही वह प्रमुख क्षेत्र है जहाँ मलाला युसुफजई ने लड़कियों को स्कूल पहुँचाने के लिये संघर्ष छेड़ रखा है समीप में स्थित मलाकंद गाँव में जलविद्युतगृह है। .

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मलिक मेराज ख़ालिद

मालिक मेराज ख़ालिद, एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और अंतरिम दौर में कार्यवाहक प्रधानमंत्री थे। तथा वे मई १९७२ से नवंबर १९७३ तक पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के मुख्यमंत्री भी थे। वे पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के सदस्य थे। .

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मलिका परबत

मलिका परबत (अंग्रेज़ी: Malika Parbat, उर्दु: ملکہ پربت) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी क्षेत्र का सबसे ऊँचा पर्वत है। यह सैफ़-उल-मुलूक झील से ६ किमी दक्षिण में आँसू झील के समीप स्थित है। .

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मलंगुत्ती सर

मलंगुत्ती सर (Malangutti Sar) काराकोरम पर्वतमाला का एक पहाड़ है जो विश्व का 104वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान में शिमशाल घाटी के पास खड़ा हुआ है। हालांकि यहाँ पाकिस्तान का नियंत्रण है, भारत इस क्षेत्र को अपने जम्मू और कश्मीर राज्य का भाग मानता है और इस इलाके में अपने सम्प्रभुत्व का दावा करता है। .

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मल्लयुद्ध

मल्लयुद्ध भारत का एक पारम्परिक युद्धकला है। भारत के अतिरिक्त यह पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा श्रीलंका में भी प्रचलित थी। यह दक्षिणपूर्वी एशियाई कुश्ती की शैलियों जैसे नाबन से निकट संबंधी है। मल्लयुद्ध चार प्रकारों में विभाजित है जिनमें से प्रत्येक एक हिन्दू देवता या पौराणिक योद्धा के नाम पर है:- हनुमन्ती तकनीकी श्रेष्ठता पर केन्द्रित है, जाम्बुवन्ती प्रतिद्वन्दी को आत्मसर्मपण के लिये मजबूर करने हेतु लॉक्स तथा होल्डस का प्रयोग करती है, जरासन्धी अंगों तथा जोड़ों को तोड़ने पर केन्द्रित है जबकि भीमसेनी विशुद्ध रूप से ताकत पर केन्द्रित है। यह कुस्ती का प्राचीन रूप है। इसके दो प्रमुख प्रकार हैं धरनीपट्ट एबं आसुरा। धरनीपट्ट में हार-जीत का निश्चय विपक्षी को धरती पर पीठ के बल गिराना होता है। भीमसेनी तथा हनुमन्ती इसी तरह की उदहारण है। आसरा, मुक्त युद्ध है इसमे विपक्षी चोट पहुचाई जा सकती है लेकिन मिरतु नहीं होनी चाहिए। .

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मश्क़

मश्क़ों के साथ भिश्ती मश्क़ भारत, पाकिस्तान, नेपाल और बंगलादेश में एक पारम्परिक पानी और अन्य द्रव्यों को ले जाने वाली चमड़े की थैली का नाम होता है। यह चमड़ा अक्सर बकरी की ख़ाल का बनता है जिसे जलरोधक बनाया गया हो, यानि जिसकी ऐसे तेल या रोग़न से मालिश की गई हो जो उसमें से पानी चूने से रोक सके। मश्क़ अलग-अलग आकारों में आया करते थे। छोटी मश्क़ों हाथ में उठाई जाती थीं और उनमें शराब जैसे द्रव्य रखे जाते थे, जबकि बड़ी मश्क़ें कंधे पर तंगी जाया करती थीं और उनमें पानी ले जाया जाता था। मश्क़ों में एक ही तंग-सा मूंह हुआ करता था।, John Lockwood Kipling, Rudyard Kipling, Macmillan and Co., 1891,...

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मसतूज

मस्तूज उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर है। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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मसाला

गोवा की एक दुकान में मसाले इस्तानबुल की एक दुकान में मसाले भोजन को सुवास बनाने, रंगने या संरक्षित करने के उद्देश्य से उसमें मिलाए जाने वाले सूखे बीज, फल, जड़, छाल, या सब्जियों को मसाला (spice) कहते हैं। कभी-कभी मसाले का प्रयोग दूसरे फ्लेवर को छुपाने के लिए भी किया जाता है। मसाले, जड़ी-बूटियों से अलग हैं। पत्तेदार हरे पौधों के विभिन्न भागों को जड़ी-बूटी (हर्ब) कहते हैं। इनका भी उपयोग फ्लेवर देने या अलंकृत करने (garnish) के लिए किया जाता है। बहुत से मसालों में सूक्ष्मजीवाणुओं को नष्ट करने की क्षमता पाई जाती है। .

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मस्तुज वादी

मस्तुज या मस्तूज (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Mastuj Valley) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले में स्थित एक वादी और तहसील का नाम है। यह २३५९ मीटर (७७४२ फ़ुट​) की ऊँचाई पर है और इसमें बूनी, मस्तुज, रेशुन, परवाक, कुराग़​ और चरुन ओवीर नाम के मुख्य गाँव आते हैं। चित्राल ज़िले में 'खो' नामक समुदाय सबसे शक्तिशाली है और कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इनकी मूल गृहभूमि मस्तुज का इलाक़ा ही था और यहाँ से वे फैलकर चित्राल के अन्य भागों में और अफ़ग़ानिस्तान के वाख़ान गलियारे में जा बसे।, Clare F. O'Leary, Calvin Ross Rensch, Sandra J. Decker, National Institute of Pakistan Studies, National Institute of Pakistan Studies, Quaid-i-Azam University, 1992,...

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मस्तूंग ज़िला

मस्तूंग (उर्दू, बलोच व ब्राहुई: مستونگ‎‎, अंग्रेज़ी: Mastung) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। प्रान्तीय राजधानी क्वेटा इसी ज़िले में स्थित है। .

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महमूद हारून

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व दो-दफाई राज्यपाल। .

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महात्मा गांधी

मोहनदास करमचन्द गांधी (२ अक्टूबर १८६९ - ३० जनवरी १९४८) भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। संस्कृत भाषा में महात्मा अथवा महान आत्मा एक सम्मान सूचक शब्द है। गांधी को महात्मा के नाम से सबसे पहले १९१५ में राजवैद्य जीवराम कालिदास ने संबोधित किया था।। उन्हें बापू (गुजराती भाषा में બાપુ बापू यानी पिता) के नाम से भी याद किया जाता है। सुभाष चन्द्र बोस ने ६ जुलाई १९४४ को रंगून रेडियो से गांधी जी के नाम जारी प्रसारण में उन्हें राष्ट्रपिता कहकर सम्बोधित करते हुए आज़ाद हिन्द फौज़ के सैनिकों के लिये उनका आशीर्वाद और शुभकामनाएँ माँगीं थीं। प्रति वर्ष २ अक्टूबर को उनका जन्म दिन भारत में गांधी जयंती के रूप में और पूरे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के नाम से मनाया जाता है। सबसे पहले गान्धी ने प्रवासी वकील के रूप में दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिये संघर्ष हेतु सत्याग्रह करना शुरू किया। १९१५ में उनकी भारत वापसी हुई। उसके बाद उन्होंने यहाँ के किसानों, मजदूरों और शहरी श्रमिकों को अत्यधिक भूमि कर और भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाने के लिये एकजुट किया। १९२१ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने देशभर में गरीबी से राहत दिलाने, महिलाओं के अधिकारों का विस्तार, धार्मिक एवं जातीय एकता का निर्माण व आत्मनिर्भरता के लिये अस्पृश्‍यता के विरोध में अनेकों कार्यक्रम चलाये। इन सबमें विदेशी राज से मुक्ति दिलाने वाला स्वराज की प्राप्ति वाला कार्यक्रम ही प्रमुख था। गाँधी जी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों पर लगाये गये नमक कर के विरोध में १९३० में नमक सत्याग्रह और इसके बाद १९४२ में अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन से खासी प्रसिद्धि प्राप्त की। दक्षिण अफ्रीका और भारत में विभिन्न अवसरों पर कई वर्षों तक उन्हें जेल में भी रहना पड़ा। गांधी जी ने सभी परिस्थितियों में अहिंसा और सत्य का पालन किया और सभी को इनका पालन करने के लिये वकालत भी की। उन्होंने साबरमती आश्रम में अपना जीवन गुजारा और परम्परागत भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनी जिसे वे स्वयं चरखे पर सूत कातकर हाथ से बनाते थे। उन्होंने सादा शाकाहारी भोजन खाया और आत्मशुद्धि के लिये लम्बे-लम्बे उपवास रखे। .

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महात्मा गांधी की हत्या

मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या 30 जनवरी 1948 की शाम को नई दिल्ली स्थित बिड़ला भवन में गोली मारकर की गयी थी। वे रोज शाम को प्रार्थना किया करते थे। 30 जनवरी 1948 की शाम को जब वे संध्याकालीन प्रार्थना के लिए जा रहे थे तभी नाथूराम गोडसे नाम के व्यक्ति ने पहले उनके पैर छुए और फिर सामने से उन पर बैरेटा पिस्तौल से तीन गोलियाँ दाग दीं। उस समय गान्धी अपने अनुचरों से घिरे हुए थे। इस मुकदमे में नाथूराम गोडसे सहित आठ लोगों को हत्या की साजिश में आरोपी बनाया गया था। इन आठ लोगों में से तीन आरोपियों शंकर किस्तैया, दिगम्बर बड़गे, वीर सावरकर, में से दिगम्बर बड़गे को सरकारी गवाह बनने के कारण बरी कर दिया गया। शंकर किस्तैया को उच्च न्यायालय में अपील करने पर माफ कर दिया गया। वीर सावरकर के खिलाफ़ कोई सबूत नहीं मिलने की वजह से अदालत ने जुर्म से मुक्त कर दिया। बाद में सावरकर के निधन पर भारत सरकार ने उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया।सावरकर पर सरकार द्वारा जारी डाक टिकट और अन्त में बचे पाँच अभियुक्तों में से तीन - गोपाल गोडसे, मदनलाल पाहवा और विष्णु रामकृष्ण करकरे को आजीवन कारावास हुआ तथा दो- नाथूराम गोडसे व नारायण आप्टे को फाँसी दे दी गयी। .

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महापरियोजना

ऐसी परियोजना को महापरियोजना या मेगाप्रोजेक्ट (megaproject) कहते हैं जिसमें अत्यन्त बड़े स्तर निवेश (investment) करने की जरूरत पड़ती है। प्राय: एक बिलियन अमेरिकी डालर से भी अधिक खर्च वाले परियोजनाओं को महापरियोजना की श्रेणी में रखा जाता है। इन पर जनता का बहुत ध्यान भी आकर्षित होता है क्योंकि इनका आम जनता, पर्यावरण एवं देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ने की सम्भावना रहती है। दूसरे शब्दों में महापरियोजना उस पहल (इनिशिएटिव) को कहते हैं जिनमें कुछ भौतिक चीज बनने वाली हो, जो बहुत खर्चीली हो और जो सार्वजनिक हो। पुल, सुरंग, राजमार्ग, रेलपथ, हवाई अड्डे, समुद्री पत्तन, उर्जा संयंत्र, बांध, विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ), तेल एवं प्राकृतिक गैस निकालना, वायु-अन्तरिक्ष परियोजना, अस्त्र-प्रणाली परियोजना आदि महापरियोजना की श्रेणी में आ सकतीं हैं। .

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महाराज गुलाब सिंह

महाराज गुलाब सिंह(शाहमुखी: ﮔﻼﺏ ﺳﻨﮕﮫ ﮈﻭﮔﺮﺍ; गुरुमुखी: ਮਹਾਰਾਜਾ ਗੁਲਾਬ ਸਿੰਘ) (१७९२-१८५७) डोगरा राजवंश एवं जम्मू और कश्मीर राजघराने के संस्थापक और जम्मू और कश्मीर रियासत के पहले महाराज थे। उनका जन्म सन् १७९२ में जामवल कुल के एक डोगरा राजपूत परिवार में हुआ था, जो जम्मू के राजपरिवार से ताल्लुख़ रखता था। उन्हों ने अपनी क्षत्रिय जीवन की शुरुआत जम्मू रियासल के अधीपति, महाराज रणजीत सिंह की सेना में एक पैदल सैनिक के रूप में की थी पर आगे चल कर वे स्वतंत्र जम्मू और कश्मीर रियासत के पहले स्वतंत्र नरेश बन कर उबरे थे। उन्हें,सिख साम्राज्य के अधिपत्य, "जम्मू के राजा" का पद राजा जीत सिंह से उत्तराधिकृत किया था और प्रथम आंग्ल-सिख युद्ध में, जिसमें उन्होंने अंग्रेज़ों के साथ संधी कर ली थी, सिख साम्राज्य की पराजय के बाद स्वतंत्र जम्मू और कश्मीर रियासत की स्थापना की और महाराज के पद पर ख़ुद को विराजमान किया था। १८४६ की अमृतसर संधि के आधार पर आधिकारिक तौर पर महाराज ने ७५,००,००० नानकशाही रुपययों के भुकतान के बाद कश्मीर का पूरा भूखंड अंग्रेज़ों से खरीद लिया था जिसे अंग्रेज़ों ने लाहौर संधि द्वारा हासिल की थी। इसके अलावा भी महाराज गुलाब सिंह ने अपनी जीवनकाल के दौरान कई प्रदेशों और रियासतों पर फ़तह हासिल किया था। .

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महाराजा रणजीत सिंह

महाराजा रणजीत सिंह (पंजाबी: ਮਹਾਰਾਜਾ ਰਣਜੀਤ ਸਿੰਘ) (१७८०-१८३९) सिख साम्राज्य के राजा थे। वे शेर-ए पंजाब के नाम से प्रसिद्ध हैं। जाट सिक्ख महाराजा रणजीत एक ऐसी व्यक्ति थे, जिन्होंने न केवल पंजाब को एक सशक्त सूबे के रूप में एकजुट रखा, बल्कि अपने जीते-जी अंग्रेजों को अपने साम्राज्य के पास भी नहीं भटकने दिया। रणजीत सिंह का जन्म सन 1780 में गुजरांवाला (अब पाकिस्तान) जाट सिक्ख महाराजा महां सिंह के घर हुआ था। उन दिनों पंजाब पर सिखों और अफगानों का राज चलता था जिन्होंने पूरे इलाके को कई मिसलों में बांट रखा था। रणजीत के पिता महा सिंह सुकरचकिया मिसल के कमांडर थे। पश्चिमी पंजाब में स्थित इस इलाके का मुख्यालय गुजरांवाला में था। छोटी सी उम्र में चेचक की वजह से महाराजा रणजीत सिंह की एक आंख की रोशनी जाती रही। महज 12 वर्ष के थे जब पिता चल बसे और राजपाट का सारा बोझ इन्हीं के कंधों पर आ गया। 12 अप्रैल 1801 को रणजीत ने महाराजा की उपाधि ग्रहण की। गुरु नानक के एक वंशज ने उनकी ताजपोशी संपन्न कराई। उन्होंने लाहौर को अपनी राजधानी बनाया और सन 1802 में अमृतसर की ओर रूख किया। महाराजा रणजीत ने अफगानों के खिलाफ कई लड़ाइयां लड़ीं और उन्हें पश्चिमी पंजाब की ओर खदेड़ दिया। अब पेशावर समेत पश्तून क्षेत्र पर उन्हीं का अधिकार हो गया। यह पहला मौका था जब पश्तूनों पर किसी गैर मुस्लिम ने राज किया। उसके बाद उन्होंने पेशावर, जम्मू कश्मीर और आनंदपुर पर भी अधिकार कर लिया। पहली आधुनिक भारतीय सेना - "सिख खालसा सेना" गठित करने का श्रेय भी उन्हीं को जाता है। उनकी सरपरस्ती में पंजाब अब बहुत शक्तिशाली सूबा था। इसी ताकतवर सेना ने लंबे अर्से तक ब्रिटेन को पंजाब हड़पने से रोके रखा। एक ऐसा मौका भी आया जब पंजाब ही एकमात्र ऐसा सूबा था, जिस पर अंग्रेजों का कब्जा नहीं था। ब्रिटिश इतिहासकार जे टी व्हीलर के मुताबिक, अगर वह एक पीढ़ी पुराने होते, तो पूरे हिंदूस्तान को ही फतह कर लेते। महाराजा रणजीत खुद अनपढ़ थे, लेकिन उन्होंने अपने राज्य में शिक्षा और कला को बहुत प्रोत्साहन दिया। उन्होंने पंजाब में कानून एवं व्यवस्था कायम की और कभी भी किसी को मृत्युदण्ड नहीं दी। उनका सूबा धर्मनिरपेक्ष था उन्होंने हिंदुओं और सिखों से वसूले जाने वाले जजिया पर भी रोक लगाई। कभी भी किसी को सिख धर्म अपनाने के लिए विवश नहीं किया। उन्होंने अमृतसर के हरिमन्दिर साहिब गुरूद्वारे में संगमरमर लगवाया और सोना मढ़वाया, तभी से उसे स्वर्ण मंदिर कहा जाने लगा। बेशकीमती हीरा कोहिनूर महाराजा रणजीत सिंह के खजाने की रौनक था। सन 1839 में महाराजा रणजीत का निधन हो गया। उनकी समाधि लाहौर में बनवाई गई, जो आज भी वहां कायम है। उनकी मौत के साथ ही अंग्रेजों का पंजाब पर शिकंजा कसना शुरू हो गया। अंग्रेज-सिख युद्ध के बाद 30 मार्च 1849 में पंजाब ब्रिटिश साम्राज्य का अंग बना लिया गया और कोहिनूर महारानी विक्टोरिया के हुजूर में पेश कर दिया गया। .

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महास्नानघर (मोहन जोदड़ो)

मोहन जोदड़ो का महास्नानघर महास्नानघर सिन्धु घाटी सभ्यता के प्राचीन खंडहर शहर मोहन जोदड़ो में स्थित एक प्रसिद्ध हौज़ है। वर्तमान समय में यह पाकिस्तान के सिंध प्रांत में आता है। यह मोहन जोदड़ो के उत्तरी भाग में स्थित है और एक कृत्रिम टीले के ऊपर बनाया गया था। यह हौज़ ११.८८ मीटर लम्बा और ७ मीटर चौड़ा है और इसका सब से अधिक भाग २.४३ मीटर की गहराई रखता है। इसमें उतरने के लिए एक सीढ़ी उत्तर में और एक दक्षिण की तरफ़ बनाई गई है। इसका निर्माण भट्टी से निकाली गई पतली ईंटों से किया गया है और, पानी को चूने से रोकने के लिए, चिनाई के मसाले और ईंटों के ऊपर डामर (बिटुमन) की परत भी चढ़ाई गई थी। इतिहासकारों को पक्का पता नहीं है कि महास्नानघर का क्या महत्त्व था, लेकिन इसको बनाने में लगी शक्ति और ख़र्चे को देखकर यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यह मोहन जोदड़ो के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल था। .

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महाजनपद

महाजनपद, प्राचीन भारत में राज्य या प्रशासनिक इकाईयों को कहते थे। उत्तर वैदिक काल में कुछ जनपदों का उल्लेख मिलता है। बौद्ध ग्रंथों में इनका कई बार उल्लेख हुआ है। 6वीं-5वीं शताब्दी ईसापूर्व को प्रारंभिक भारतीय इतिहास में एक प्रमुख मोड़ के रूप में माना जाता है; जहाँ सिंधु घाटी सभ्यता के पतन के बाद भारत के पहले बड़े शहरों के उदय के साथ-साथ श्रमण आंदोलनों (बौद्ध धर्म और जैन धर्म सहित) का उदय हुआ, जिसने वैदिक काल के धार्मिक कट्टरपंथ को चुनौती दी। पुरातात्विक रूप से, यह अवधि उत्तरी काले पॉलिश वेयर संस्कृति के हिस्सा रहे है। .

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महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा लिमिटेड

महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा लिमिटेड (Mahindra & Mahindra, BSE: 500520) मुम्बई स्थित महिन्द्रा समूह की कम्पनी है। इसकी स्थापना सन् १९४५ में लुधियाना में 'महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा' नाम से के सी महिन्द्रा एवं जे सी महिन्द्रा नामक दो भाइयों ने मलिक गुलाम मोहम्मद के साथ मिलकरकी थी। आजादी के बाद मलिक गुलाम मोहम्मद पाकिस्तान चले गये और वहाँ के प्रथम वित्त मंत्री बने। .

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महिलाओं से छेड़छाड़

महिलाओं से छेड़छाड़ भारत में और कभी-कभी पाकिस्तान और बांग्लादेश ज्योति पुरी द्वारा वुमन, बॉडी, डिज़ायर इन पोस्ट-कलोनियल इंडिया: नरेटिव्ज़ ऑफ़ जेंडर एंड सेक्शुआलिटी.

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महेंद्र सिंह धोनी

महेंद्र सिंह धोनी अथवा मानद लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धोनी (एम एस धोनी भी) झारखंड, रांची के एक राजपूत परिवार में जन्मे पद्म भूषण, पद्म श्री और राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित भारतीय क्रिकेटर हैं। धोनी भारतीय क्रिकेटर तथा भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैं और भारत के सबसे सफल एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कप्तान हैं। शुरुआत में एक असाधारण उज्जवल व आक्रामक बल्लेबाज़ के नाम पर जाने गए। धोनी धीरे-धीरे भारतीय एक दिवसीय के सबसे शांतचित्त कप्तानों में से जाने जाते हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने २००७ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २०, २००७-०८ कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज २००७-२००८ के सीबी सीरीज़ और बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी जीती जिसमें भारत ने ऑस्ट्रेलिया को २-० से हराया उन्होंने भारतीय टीम को श्रीलंका और न्यूजीलैंड में पहली अतिरिक्त वनडे सीरीज़ जीत दिलाई ०२ सितम्बर २०१४ को उन्होंने भारत को २४ साल बाद इंग्लैंड में वनडे सीरीज में जीत दिलाई। धोनी ने कई सम्मान भी प्राप्त किए हैं जैसे २००८ में आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ़ द इयर अवार्ड (प्रथम भारतीय खिलाड़ी जिन्हें ये सम्मान मिला), राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार और २००९ में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म श्री पुरस्कार साथ ही २००९ में विस्डन के सर्वप्रथम ड्रीम टेस्ट ग्यारह टीम में धोनी को कप्तान का दर्जा दिया गया। उनकी कप्तानी में भारत ने २८ साल बाद एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप में दुबारा जीत हासिल की। सन् २०१३ में इनकी कप्तानी में भारत पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी का विजेता बना। धोनी दुनिया के पहले ऐसे कप्तान बन गये जिनके पास आईसीसी के सभी कप है। इन्होंने २०१४ में टेस्ट क्रिकेट को कप्तानी के साथ अलविदा कह दिया था। इनके इस फैसले से क्रिकेट जगत स्तब्ध रह गया। धोनी लगातार दूसरी बार क्रिकेट विश्व कप में २०१५ क्रिकेट विश्व कप में भारत का नेतृत्व किया और पहली बार भारत ने सभी ग्रुप मैच जीते साथ ही इन्होंने लगातार ११ विश्व कप में मैच जीतकर नया रिकार्ड भी बनाया ये भारत के पहले ऐसे कप्तान बने जिन्होंने १०० वनडे मैच जिताए हो। और उन्होनें कहा है कि जल्द ही वो एक ऐसा कदम उठाएंगे जो किसी कप्तान ने अपने कैरियर में नहीं उठाया वो टीम को २ हिस्सों में बाटेंगे जो खिलाड़ी अच्छा नहीं खेलेगा उसे वो दूसरी टीम में डाल देंगे और जो खिलाड़ी अच्छा खेलेगा वो उसे अपनी टीम में रख लेंगे इसमें कुछ नये खिलाड़ी भी आ सकते हैं। धोनी ने ४ जनवरी २०१७ को भारतीय एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और ट्वेन्टी-ट्वेन्टी टीम की कप्तानी छोड़ी। .

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माणिक्यल स्तूप

माणिक्यल स्तूप (مانكياله اسٹوپ) दूसरी शताब्दी में निर्मित एक स्तूप है। यह पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के माणिक्यल गाँव के निकट स्थित है। जातक कथाओं के अनुसार यह स्तूप उस स्थान पर निर्मित हुआ है जहाँ राजकुमार राजकुमार सत्त्व ने सात भूखे शावकों के भोजन के लिए अपने आप को समर्पित कर दिया था। सत्त्व, बुद्ध के एक अवतार थे। .

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मातृ दिवस

आधुनिक मातृ दिवस का अवकाश ग्राफटन वेस्ट वर्जिनिया में एना जार्विस के द्वारा समस्त माताओं तथा मातृत्व के लिए खास तौर पर पारिवारिक एवं उनके आपसी संबंधों को सम्मान देने के लिए आरम्भ किया गया था। यह दिवस अब दुनिया के हर कोने में अलग-अलग दिनों में मनाया जाता हैं। जैसे कि पिताओं को सम्मान देने के लिए पितृ दिवस की छुट्टी मनाई जाती हैं। यह छुट्टी अंततः इतनी व्यवसायिक बन गई कि इसकी संस्थापक, एना जार्विस, तथा कई लोग इसे एक "होलमार्क होलीडे", अर्थात् एक प्रचुर वाणिज्यिक प्रयोजन के रूप में समझने लगे। एना ने जिस छुट्टी के निर्माण में सहयोग किया उसी का विरोध करते हुए इसे समाप्त करना चाहा। .

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मातृवंश समूह एच

लगभग १०% पंजाबी लोग मातृवंश समूह एच के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह एच या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप H एक मातृवंश समूह है। यूरोप में यह सब से अधिक पाया जाने वाले मातृवंश है। यूरोप के ५०%, मध्य पूर्व और कॉकस के २०%, ईरान के १७% और पाकिस्तान, उत्तर भारत और मध्य एशिया के १०% से ज़रा कम लोग इस मातृवंश के वंशज हैं। फ़ारस की खाड़ी के इर्द-गिर्द के इलाक़ों में भी १०% से ज़रा कम लोग इसके वंशज हैं। वैज्ञानिकों की मान्यता है के जिस स्त्री के साथ इस मातृवंश की शुरुआत हुई वह आज से क़रीब २५,००० से ३०,००० साल पहले मध्य पूर्व में कहीं रहती थी। .

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मातृवंश समूह डब्ल्यू

कुछ पंजाबी लोग मातृवंश समूह डब्ल्यू के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह डब्ल्यू या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप W एक मातृवंश समूह है। यह मातृवंश ज़्यादातर यूरोप, पश्चिमी एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप में पाया जाता है। इन इलाकों में सब जगह इसके वंशज हलकी मात्रा में ही मिलते हैं और उनका सबसे भारी जमावड़ा उत्तरी पाकिस्तान में है। वैज्ञानिकों ने अंदाज़ा लगाया है के जिस स्त्री के साथ इस मातृवंश की शुरुआत हुई थी वह आज से २३,९०० साल पहले ईरान-ईराक़ के पास कहीं पश्चिमी एशिया में रहती थी। .

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मातृवंश समूह जे

मध्य पूर्व के क़रीब १२% लोग मातृवंश समूह जे के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह जे या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप J एक मातृवंश समूह है। मध्य पूर्व के १२% लोग, यूरोप के ११% लोग, कॉकस क्षेत्र के ८% लोग और उत्तरी अफ़्रीका के ६% लोग इस मातृवंश के वंशज पाए गए हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में पाकिस्तान में यह ५% लोगों में पाया गया है और उत्तरी पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान की कलश जनजाति के ९% लोगों में। वैज्ञानिकों की मान्यता है के जिस स्त्री के साथ इस मातृवंश की शुरुआत हुई वह आज से क़रीब ४५,००० साल पहले पश्चिमी एशिया में कहीं रहती थी। ध्यान दें के कभी-कभी मातृवंशों और पितृवंशों के नाम मिलते-जुलते होते हैं (जैसे की पितृवंश समूह जे और मातृवंश समूह जे), लेकिन यह महज़ एक इत्तेफ़ाक है - इनका आपस में कोई सम्बन्ध नहीं है। यह पाया गया है कुछ मातृवंश समूह जे की उपशाखाओं में माइटोकांड्रिया के डी॰एन॰ए॰ में ऐसे उत्परिवर्तन (या म्युटेशन) मौजूद हैं जिनसे नौजवान आदमियों में "लॅबॅर की ऑप्टिक हॅरॅडिटरी न्यूरोपैथी" नाम की बिमारी की सम्भावनाएँ ज़्यादा होती हैं, जिसमें नज़र का केन्द्रीय अंधापन हो जाता है (यानि जहाँ सीधे देख रहें हो वो चीज़ नज़र नहीं आती लेकिन इर्द-गिर्द की चीजें नज़र आती हैं)। .

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मातृवंश समूह आर०

उत्तरी पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान की कलश जनजाति के अनुमानित २३% लोग मातृवंश समूह आर० के वंशज होते हैं मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में मातृवंश समूह आर० या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप R0 एक मातृवंश समूह है। इसे पहले मातृवंश समूह एचवी-पूर्व या माइटोकांड्रिया-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप pre-HV के नाम से जाना जाता था। मातृवंश समूह एचवी इसी से उत्पन्न हुई एक बड़ी उपशाखा है। मातृवंश समूह आर० अरबी प्रायद्वीप पर बहुत देखा जाता है, जहाँ के यमन राष्ट्र के सुक़तरा द्वीप के ५०,००० निवासियों में से ३८% इसके वंशज हैं।Viktor Cerny et al.

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मादक पेय

किसी बार में कच्चा मादक पेय पदार्थ (स्प्रिट्स). मादक पेय इथेनॉल (जिसे आमतौर पर अल्कोहल कहा जाता है) युक्त एक पेय है। मादक पेयों को सामान्यतः तीन सामान्य वर्गों में विभाजित किया जाता है: बीयर, वाइन और स्प्रिट्स.

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मानसून

जब ITCZ(उष्ण कटिबंधीय संरक्षित क्षेत्र)से जब व्यापारिक एवं समाॅगी हवाये ऊपर की ओर कोरियोलिस बल के कारण भारत के राज्य केरल मे 2महिना 10दिन मे मानसून पहुंचता है जो कि यहां सबसे पहले सबसे बाद मे भी मानसून यही होता है लेकिन भारत मे सबसे ज्यादा मानसून मासिनराम(मेघालय) मे होती है जो कि वहा पर औषतन बरसात 11873मिमी॰ की होती है । तमिलनाडु के नागरकायल (कन्याकुमारी के पास) में मानसून के बादल मानसून मूलतः हिन्द महासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं। ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक, प्रायः चार माह सक्रिय रहती है। इस शब्द का प्रथम प्रयोग ब्रिटिश भारत में (वर्तमान भारत, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश) एवं पड़ोसी देशों के संदर्भ में किया गया था। ये बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से चलने वाली बड़ी मौसमी हवाओं के लिये प्रयोग हुआ था, जो दक्षिण-पश्चिम से चलकर इस क्षेत्र में भारी वर्षाएं लाती थीं। हाइड्रोलोजी में मानसून का व्यापक अर्थ है- कोई भी ऐसी पवन जो किसी क्षेत्र में किसी ऋतु-विशेष में ही अधिकांश वर्षा कराती है। यहां ये उल्लेखनीय है, कि मॉनसून हवाओं का अर्थ अधिकांश समय वर्षा कराने से नहीं लिया जाना चाहिये। इस परिभाषा की दृष्टि से संसार के अन्य क्षेत्र, जैसे- उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, उप-सहारा अफ़्रीका, आस्ट्रेलिया एवं पूर्वी एशिया को भी मानसून क्षेत्र की श्रेणी में रखा जा सकता है। ये शब्द हिन्दी व उर्दु के मौसम शब्द का अपभ्रंश है। मॉनसून पूरी तरह से हवाओं के बहाव पर निर्भर करता है। आम हवाएं जब अपनी दिशा बदल लेती हैं तब मॉनसून आता है।.

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मानसेहरा ज़िला

मानसेहरा (उर्दू:, पश्तो:, अंग्रेज़ी: Mansehra) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। इसके उत्तर में शांगला, बट्टग्राम, कोहिस्तान ज़िले, दक्षिण में ऐब्टाबाद​ और हरिपुर ज़िले, पश्चिम में बुनेर ज़िला और पूर्व में जम्मू और कश्मीर पड़ते हैं। यह एक रमणीय पहाड़ी इलाक़ा है और इस ज़िले की काग़ान वादी पर्यटन के लिए लोकप्रीय है। चीन और पाकिस्तान के दरम्यान चलने वाला काराकोरम राजमार्ग भी इस ज़िले से गुज़रता है। .

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माना अहमदानी

माना अहमदानी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मानज़ाई

सन् १८२५ के लगभग बना मानज़ाई प्रदर्शन का एक चित्रण मानज़ाई (जापानी: 漫才, अंग्रेज़ी: Manzai) जापान की मनोरंजन संस्कृति में व्यंग्य-प्रदर्शन की एक पारंपरिक शैली है। इसमें आमतौर पर दो कलाकार भाग लेते हैं। एक 'त्सुक्कोमी' (突っ込み, tsukkomi) कहलाता है और उसका काम सीधा बात करना होता है और दूसरा 'बोके' (ボケ, boke) कहलाता है और वह मसख़री करता है।, Jessica Milner Davis, pp.

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मामूरी

मामूरी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मारवाड़ी भाषा

राजस्थान में मारवाड़ी बोलने वाले इलाक़े मारवाड़ी राजस्थान में बोली जाने वाली एक क्षेत्रीय भाषा है। यह राजस्थान की एक मुख्य भाषाओं में से एक है। मारवाड़ी गुजरात, हरियाणा और पूर्वी पाकिस्तान में भी बोली जाती है। इसकी मुख्य लिपि देवनागरी है। इसकी कई उप-बोलियाँ भी है। मारवाड़ी की ख़ुद की लिपि जिसे मोड़िया लिपि भी हैं। परन्तु इस लिपि के विकास में राजपुताने राजरस्थान के राजा-महाराजा (वर्तमान में राजस्थान राज्य) व राजस्थान सरकार ने कोई विशेष ध्यान नहीं दिया। पिछले ४०-५० सालों से इस भाषा के विकास पर बातें तो बहुत होती रही है पर कार्य के मामले में कोई विशेष प्रगति नहीं दिखी। इन दिनों सन् 2011 से कोलकाता के श्री शम्भु चौधरी इस दिशा में काफी कार्य किया है। राजस्थानी भाषा कि लिपि के संदर्भ में यह गलत प्रचार किया जाता रहा कि इसकी लिपि देवनागरी है जबकि राजस्थान के पुराने दस्तावेजों से पता चलता है कि इसकी लिपि मोड़िया है। उस लिपि को महाजनी भी कहा जाता है। हांलाकि मोड़िया लिपि को भी महाजनी लिपि कहा जाता हैं। कुछ लोग मोड़ी लिपि को ही मोड़िया लिपि मानते रहे। जब इसके विस्तार में देखा गया तो दोनों लिपि में काफी अन्तर है। .

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मारखोर

मारखोर मारखोर एक पाकिस्तानी टंदोह है जो आम बकरे से मिलता जुलता है। .

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मारुति ८००

मारुति ८०० भारत मे निर्मित होने वाली एक छोटी कार है। इस का निर्माण हरियाणा के गुड़गांव स्थित मारुति सुजुकी के सयंत्र मे १९८४ से हो रहा है। इस कार को सुजुकी ऑल्टो नाम से विदेशो मे बेचती आयी है। १९८४ से लगभग २५ लाख मारुति ८०० बिक चुकी है। पाकिस्तान मे यह कार सुजुकी मेहरान के नाम से बेची जाती है। .

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मार्शल आर्ट

मार्शल आर्ट या लड़ाई की कलाएं विधिबद्ध अभ्यास की प्रणाली और बचाव के लिए प्रशिक्षण की परंपराएं हैं। सभी मार्शल आर्ट्स का एक समान उद्देश्य है: ख़ुद की या दूसरों की किसी शारीरिक ख़तरे से रक्षा । मार्शल आर्ट को विज्ञान और कला दोनों माना जाता है। इनमें से कई कलाओं का प्रतिस्पर्धात्मक अभ्यास भी किया जाता है, ज़्यादातर लड़ाई के खेल में, लेकिन ये नृत्य का रूप भी ले सकती हैं। मार्शल आर्ट्स का मतलब युद्ध की कला से है और ये लड़ाई की कला से जुड़ा पंद्रहवीं शताब्दी का यूरोपीय शब्द है जिसे आज एतिहासिक यूरोपीय मार्शल आर्ट्स के रूप में जाना जाता है। मार्शल आर्ट के एक कलाकार को मार्शल कलाकार के रूप में संदर्भित किया जाता है। मूल रूप से 1920 के दशक में रचा गया ये शब्द मार्शल आर्ट्स मुख्य तौर पर एशिया के युद्ध के तरीके के संदर्भ में था, विशेष तौर पर पूर्वी एशिया में जन्मे लड़ाई के तरीके के.

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मालाकन्द

मालाकन्द उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर है। श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले.

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मालाकंड ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले.

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मालिक मुहम्मद रफ़ीक़ राजवाना

मालिक मोहम्मद रफीक रजूाना पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के वर्तमान राज्यपाल हैं, वह 10 मई 2015 को इस पद का कलमन्दान संभाला। उनसे पहले पंजाब के राज्यपाल चौधरी मोहम्मद सर्वर थे जो एक प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ थे। आप 2 अगस्त 2013 को यह पद, पिछले राज्यपाल मखदूम अहमद महमूद के इस्तीफे के बाद संभाला था। 29 जनवरी, 2015 को उन्होंने पंजाब, पाकिस्तान के राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया उनके इस्तीफे के बाद संघीय सरकार ने मालिक रफीक रजूाना को यह पद दिया। .

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मालिक मेराज ख़ालिद

मालिक मेराज ख़ालिद एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें दो बार: 27 मार्च 1977 - 5 जुलाई 1977 3 दिसंबर और 1988 - 4 नवंबर 1990, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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मालवा एक्स्प्रेस २९१९

मालवा एक्स्प्रेस २९१९ भारतीय रेल द्वारा संचालित एक मेल एक्स्प्रेस ट्रेन है। यह ट्रेन इंदौर जंक्शन बीजी रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:INDB) से १२:२५ बजे छूटती है और जम्मू तवी रेलवे स्टेशन (स्टेशन कोड:JAT) पर ३:४० बजे पहुंचती है। इसकी यात्रा अवधि है २७ घंटे १५ मिनट। मालवा एक्सप्रेस एक दैनिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन सेवा है जो, मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर और व्यावसायिक केंद्र इंदौर जंक्शन बीजी रेलवे स्टेशन से जम्मू कश्मीर, भारत में जम्मू तवी तक जोड़ता है। .

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मिय़ानी, चकवाल

मिय़ानी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मियाँ मुहम्मद सूम्रो

मियां मोहम्मद सूम्रो या मियाँ मोहम्मद सोम्रो ने 16 नवंबर 2007 को पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के शपथ ली। इससे पहले कि आप पाकिस्तानी सेनेट के अध्यक्ष थे। पेशे के आधार पर बैंकों रहे हैं। बैंकिंग ही के दौरान कुछ समाचार पत्रों के अनुसार उन पर धोखाधड़ी का आरोप भी लगा था। श्री के पहले कदम में बुलेटप्रूफ वाहनों की देश में आयात पर चुंगी की छूट की घोषणा की है। इससे पहले जब वह कार्यवाहक राष्ट्रपति बने थे तो उन्होंने सीनेट के अध्यक्ष और उनके पूरे परिवार के लिए विशेष प्रोत्साहन पारित थीं। जिसमें आजीवन प्रोटोकॉल और राजनयिक पासपोर्ट थे। मियां मोहम्मद सोमरो ने 18 अगस्त 2008 को पाकिस्तान के कार्यवाहक अध्यक्ष का पद संभाल लिया। .

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मियां मुहम्मद अफजल हयात

मियां मुहम्मद अफज़ल हयात, एक पाकिस्तानी राजनेता हैं, एवं पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वे १९९६ से १९९७ तक इस पद पर थे। .

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मियां मोहम्मद अजहर

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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मियां गुल औरंगजेब

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, बलोचिस्तान और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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मियां अमीनुद्दीन

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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मियांवाली

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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मियांवाली ज़िला

मियांवाली ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, मियांवाली शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 5,840 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,056,620 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मिलखा सिंह

मिलखा सिंह का जन्म (लायलपुर ८ अक्टूबर १९३५) को हुआ था। वे एक सिख धावक थे जिन्होंने रोम के १९६० ग्रीष्म ओलंपिक और टोक्यो के १९६४ ग्रीष्म ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उनको "उड़न सिख" का उपनाम दिया गया था। वे भारत के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं। .

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मिश्री

मिश्री या मिसरी शक्कर के क्रिस्टलों का एक रूप है, जिसे भारत व पाकिस्तान में एक मिष्ठान्न के रूप में प्रयोग किया जाता है, अथवा दूध को मीठा करने में प्रयोग किया जाता है। .

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मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था

मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (Missile Technology Control Regime), जिसे संक्षिप्त में ऍम॰ टी॰ सी॰ आर॰ (MTCR) भी कहते हैं, कई देशों का एक अनौपचरिक संगठन है जिनके पास प्रक्षेपास्त्र व मानव रहित विमान (ड्रोन) से सम्बन्धित प्रौद्योगिक क्षमता है और जो इसे फैलने से रोकने के लिये नियम स्थापित करते हैं। जून 2016 में इसमें 35 देश शामिल थे। 27 जून 2016 को भारत इसका पूर्ण सदस्य बन गया। .

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मिस्बाह-उल-हक़

मिस्बाह-उल-हक़ (Misbah-ul-Haq Khan Niazi/مصباح الحق خان نیازی) (जन्म २८ मई १९७४,मिंयावाली,पंजाब,पाकिस्तान) एक पूर्व प्रोफेशनल क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान क्रिकेट टीम की ओर से खेलते थे। साथ मिस्बाह वर्तमान में पाकिस्तान टीम के टेस्ट क्रिकेट प्रारूप में कप्तान भी है। इनके अलावा २०१५ क्रिकेट विश्व कप तक मिस्बाह टीम के एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में भी कप्तान थे लेकिन बाद में क्रिकेट के अलविदा कह दिया और इनकी जगह टीम के वनडे के लिए अज़हर अली को कप्तान चुना गया। ये मध्यम क्रम (middle-order) के बल्लेबाज है साथ ही बड़े शॉट्स के लिए भी जाने जाते है,जब टीम को बड़े हिट्स की जरूरत होती है तो इनका बल्ला खूब बोलता है। मिस्बाह ने एक दिवसीय क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगाया था इस कारण इनके नाम यह एक अजीब रिकॉर्ड कायम है कि बिना शतक सबसे ज्यादा रन बनाए। हालांकि मिस्बाह के नाम सबसे तेज टेस्ट क्रिकेट में अर्द्धशतक लगाने का रिकॉर्ड है। मिस्बाह-उल-हक़ के पास एमबीए की डिग्री भी है यानी मिस्बाह ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी लाहौर,पाकिस्तान से एमबीए (मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेटर) की पढ़ाई की थी। मिस्बाह का सम्बंध पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट कप्तान इमरान ख़ान से भी है जो कि अभी एक राजनेता है। द टेलीग्राफ.

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मिंटका दर्रा

मिंटका दर्रा पाकिस्तान का एक प्रमुख दर्रा है। श्रेणी:पाकिस्तान के पहाड़ी दर्रे श्रेणी:दर्रा.

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मजलिस-ए-शूरा

मजलिस-ए-शूरा (उर्दू) यानी पाकिस्तान की संसद पाकिस्तान में संघीय स्तर पर सर्वोच्च विधायी संस्था है। इस संस्थान में दो सदन हैं, निचले सदन या कौमी एसेंबली और ऊपरी सदन या सीनेट। पाकिस्तान का संविधान की धारा 50 के मुताबिक़ राष्ट्रपति भी मजलिस-ए-शूरा का हिस्सा हैं। इसकी दोनों सदनों में से निम्नसदन नैशनल असेम्बली एक अस्थाई इकाई है, और प्रती पाँचवे वर्ष, आम निर्वाचन द्वारा यह परिवर्तित होती रहती है, वहीं उच्चसदन सेनेट एक स्थाई इकाई है, जो कभी भंग नहीं होती है, परंतु भाग-दर-भाग इसके सदस्यों को बदल दिया जाता है। संसद की दोनों सदनों हेतु सभागृह इस्लामाबाद को पार्लिआमेंट हाउस में है। 1960 में संसद के आसन को कराँची से इस्लामाबाद लाया गया था। .

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मज़ार-ए-क़ायद

मज़ार-ए-क़ायद पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना का अंतिम आरामगाह है, जो पाकिस्तान के वाणिज्यिक राजधानी कराची के मध्य में स्थित है। इस मक़बरे को अकसर कराँची की पहचान के रूप में भी देखा जाता है। इसका निर्माणकार्य 1960 के दशक में पूरा हुआ था। यह जगह आम तौर पर शांत रहते है और इस लिहाज़ से यह चिंतनशील बात है की यह एक महानगर के केंद्र में होते हुए भी बिलकुल सांत वातावरण प्रदान करता है। उंचे पटल पर होने के कारण, इसके गुंबद को कई मील दूर से ही देखा जा सकता है। इसमें में पाकिस्तान के प्रथम प्रधानमंत्री श्री लियाकत अली खान और जिन्ना की बहन फातिमा जिन्ना भी जिन्नाह् के साथ दफन हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवसों पर या अन्य विशेष अवसरों पर यहाँ विशेष आयोजनों भी की जाती है। राजकीय दौरे पर पाकिस्तान आए विदेशी राजनीतिज्ञ और कई अवसरों पर अन्य उच्च अधिकारी भी इस मज़ार पर अपने सदभावन पेश करने, यहाँ की यात्रा करते हैं। पाकिस्तान में इसे को "क़ौमी मज़ार"(राष्ट्रीय तीर्थ) का दर्जा दिया गया है(इस संदर्भ में यह, कुछ हद तक, भारत में राजघाट का जोड़ीदार है)। .

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मजून

मजून यूनानी चिकित्सा में प्रयुक्त एक दवा है जो मिथुन वर्धन के उपयोग में लाई जाती है। उत्तरी पाकिस्तान में इसका प्रयोग अब भी किया जाता है। कहा जाता है कि सिकन्दर और बाबर ने भारत प्रवेश करते वक़्त इसका पान किया था। इसको बनाने के लिए हिरण की नाभि (कस्तूरी?), सूअर (water hog) के अंडकोष, किशोर ऊँट की आँत, बगरे (sparrow) का मस्तिष्क, नीला पत्थर (लेपिस लज़ुली), चाँदी की पतली पत्ती, रेतीला गिरगिट (sandfish), अनार का तेल, शहद और ग्राउंड सीड पर्ल को गांजे के साथ प्रयोग किया जाता है। .

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मंडी बहाऊद्दीन ज़िला

मंडी बहाऊद्दीन ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, मंडी बहाऊद्दीन शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 2,673 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,160,552 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मंसूरा, लाहौर

मंसूरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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मंज़ूर इलाही

मंज़ूर इलाही, एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाडी हैं। वे १९८७ के क्रिकेट विश्वकप में, पाकिस्तानी टीम में बतौर गेंदबाज़ शामिल भी थें। एवं वे पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उनका कार्यकाल, जुलाई १९९३ से अक्टूबर १९९३ तक रहा था। .

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मंगरोथा

मंगरोथा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मंगवा

मंगवाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मकड़ा पर्वत

मकड़ा (अंग्रेज़ी: Makra Peak, उर्दु: مکڑا چوٹی, मकड़ा चोटी) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी क्षेत्र में एक रमणीय पर्वत है। इसकी ढलानों की हिमानियों (ग्लेशियर) का पिघलता पानी कुनहार नदी (नैनसुख नदी) को जल प्रदान करता है। यह काग़ान वादी का सबसे ऊँचा पर्वत नहीं है क्योंकि वह ख़िताब मलिका परबत को जाता है। .

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मकरान

अंतरिक्ष से लिए गए इस चित्र में मकरान अरब सागर से लगी ज़मीन की अर्ध-रेगिस्तानी पट्टी है - यह दक्षिणी पाकिस्तान और ईरान में पड़ती है ग्वादर में मकरान का तटीय क्षेत्र मकरान तटीय राजमार्ग पर चलता ट्रक मकरान (फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Makran) पाकिस्तान के सिंध और बलोचिस्तान प्रान्तों के दक्षिणतम भाग में और ईरान के सिस्तान व बलोचिस्तान प्रान्त के दक्षिणतम भाग में अरब सागर से लगा एक शुष्क, अर्ध-रेगिस्तानी क्षेत्र है। इस इलाक़े से भारतीय उपमहाद्वीप और ईरान के बीच का एक महत्वपूर्ण मार्ग गुज़रता है जिस से कई तीर्थयात्री, खोजयात्री, व्यापारी और आक्रामक इन दोनों भूभागों के बीच आते-जाते थे। Mecran region in the Map of Persia by Bowen 1747 .

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मकवाल कलाँ

मकवाल कलाँ, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मुठभेड़

मुठभेड़ का सामान्य अर्थ एक प्रकार का हिंसात्मक संघर्ष है। यह कभी-कभी दो गैर-क़ानूनी गुटों में, सेनाओं के बीच और साधारण रूप से पुलिस और अपराधियों के बीच होता है। किन्तु 'मुठभेड़' का कानूनी अर्थ है, 'पुलिस या किसी अन्य सशस्त्र बल द्वारा, अपनी रक्षा करने के लिए, किसी गिरोहबाज अपराधी या आतंकवादी को मार गिराना'। 'मुठभेड़' या 'इन्काउण्टर' शब्दों का उपयोग भारत और पाकिस्तान में २०वीं शताब्दी से (विशेष अर्थ में) हो रहा है। १९९० तथा मध्य २००० के दशक में मुम्बई पुलिस ने नगर के कई भूमिगत अपराधियों को मार गिराया था। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद १० माह में ११४२ मुठभेड़ें हुईं। 'मुठभेड़' को लेकर कई बार विवाद भी होता है। कुछ मानवाधिकार संगठन और कुछ अन्य लोग इस प्रकार के मुठभेड़ की घटनाओं को "फ़र्ज़ी मुठभेड़" कहते हैं जबकि पुलिस के अधिकारी घटना-स्थल से प्राप्त वस्तुओं के आधार पर उन्हें सही ठहराते हैं। .

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मुतफ़र्रिक़ चाहाँ

मुतफ़र्रिक़ चाहाँ, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मुत्ताहिदा क़ौमी मूवमेंट

मुत्तहिदा क़ौमी मूवमेंट का ध्वज मुत्तहिदा क़ौमी मूवमेंट (एम क्यू एम; उर्दू: متحدہ قومی موومنٹ) पाकिस्तान का एक सेक्युलर राजनीतिक दल है। यह मुखयतः उर्दूभाषी मुजाहिरों (भारत से आये शरणार्थियों) का दल है। वर्तमान समय में यह दल सिन्ध प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा दल है जिसके पास १३० में से ५४ सीटें हैं। यह पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली में चौथी सबसे बड़ी पार्टी है। .

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मुथैया मुरलीधरन

मुथैया मुरलीधरन (முத்தையா முரளிதரன், මුත්තයියා මුරලිදරන්, जन्म 1972), मुरली के नाम से प्रसिद्ध, एक श्रीलंकाई क्रिकेटर हैं जिन्हें विजडन क्रिकेटर्स अलमनाक द्वारा 2002 में अब तक के महानतम टेस्ट मैच गेंदबाज का दर्जा दिया गया था। मुथैया मुरलीधरन श्रीलंकाई क्रिकेट खिलाड़ी हैं। उन्होंने 22 जुलाई 2010 में अपने अंतिम टेस्ट मैच की अपनी अंतिम गेंद पर अपना 800वां और अंतिम विकेट लेकर 2010 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेटक्रिकइन्फो, और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों (ओडीआई), दोनों में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।क्रिकइन्फो, उन्होंने 2009 में कोलंबो में गौतम गंभीर का विकेट लेकर वसीम अकरम के 502 विकेटों के ओडीआई रिकॉर्ड को पार कर लिया था। मुरलीधरन उस समय टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए जब उन्होंने 2007 को पिछले रिकॉर्ड धारक शेन वार्न को पीछे छोड़ दिया। मुरलीधरन ने पहले यह रिकॉर्ड उस समय कायम किया था जब उन्होंने 2004 में कोर्टनी वॉल्श के 519 विकेटों को पीछे छोड़ दिया था लेकिन उसी वर्ष बाद में उनके कंधे में चोट लग गयी और तब वार्न उनसे आगे निकल गए थे। छह विकेट प्रति टेस्ट के औसत से मुरलीधरन इस खेल में सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे हैं। मुरलीधरन लगातार 1,711 दिनों की एक रिकार्ड अवधि में 214 टेस्ट मैचों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की खिलाड़ियों की रैंकिंग की टेस्ट गेंदबाज श्रेणी में पहले स्थान पर बने रहे। वे तमिल यूनियन क्रिकेट और एथलेटिक क्लब के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और इंडियन प्रीमियर लीग के 2010 सीजन तक चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़े हुए थे। नवनिर्मित कोच्चि फ्रैंचाइजी ने 2011 सीजन के लिए मुरली की सफल बोली लगाई| मुरलीधरन का करियर विवादों से घिरा रहा है, उनकी गेंदबाजी शैली पर अंपायरों और क्रिकेट समुदाय के वर्गों द्वारा कई बार सवाल उठाये गए। कृत्रिम खेल परिस्थितियों के तहत जैव–रासायनिक विश्लेषण के बाद मुरलीधरन की शैली को पहले 1996 में और फिर 1999 में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल द्वारा सही ठहराया गया। आस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट खिलाड़ी ब्रूस यार्डली जो अपने समय में स्वयं एक ऑफ स्पिनर थे, उन्हें यह सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया कि क्या मुरलीधरन अपनी सभी गेंदों को उसी जोश के साथ डाल पाते हैं जैसा कि उन्होंने 2004 में परीक्षण के समय की मैच परिस्थितियों में किया था। मुरलीधरन ने उस समय तक 'दूसरा' की गेंदबाजी शुरू नहीं की थी। उनकी 'दूसरा' की वैधता पर 2004 में पहली बार सवाल उठाया गया। इस डिलीवरी को आईसीसी की कोहनी विस्तार सीमाओं से नौ डिग्री तक बढ़ा हुआ पाया गया, उस समय स्पिनरों के लिए पांच डिग्री की सीमा थी। गेंदबाजी की शैलियों पर आधिकारिक अध्ययनों के आधार पर यह खुलासा हुआ कि सभी गेंदबाजों में 99 प्रतिशत कोहनी के विस्तार की सीमा से आगे चले जाते थे, आईसीसी ने 2005 में सभी गेंदबाजों पर लागू होने वाली सीमाओं को संशोधित कर दिया। मुरलीधरन का 'दूसरा' संशोधित सीमाओं के दायरे में आता है। फरवरी 2009 में क्रिकेट के दोनों स्वरूपों में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बनने के बाद मुथैया मुरलीधरन ने संकेत दिया है कि वे 2011 के विश्व कप के समापन पर संन्यास ले सकते हैं। उन्होंने कहा "मुझे लगता है मैं अपने शरीर और दिमाग से फिट हूँ, मैं अपने क्रिकेट का आनंद ले रहा हूँ और अधिक से अधिक खेलना चाहता हूँ.

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मुनव्वर राना

मुनव्वर राना (जन्म: 26 नवंबर 1952, रायबरेली, उत्तर प्रदेश) उर्दू भाषा के साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक कविता शाहदाबा के लिये उन्हें सन् 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे लखनऊ में रहते हैं। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय उनके बहुत से नजदीकी रिश्तेदार और पारिवारिक सदस्य देश छोड़कर पाकिस्तान चले गए। लेकिन साम्प्रदायिक तनाव के बावजूद मुनव्वर राना के पिता ने अपने देश में रहने को ही अपना कर्तव्य माना। मुनव्वर राना की शुरुआती शिक्षा-दीक्षा कलकत्ता (नया नाम कोलकाता) में हुई। राना ने ग़ज़लों के अलावा संस्मरण भी लिखे हैं। उनके लेखन की लोकप्रियता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी रचनाओं का ऊर्दू के अलावा अन्य भाषाओं में भी अनुवाद हुआ है। .

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मुरब्बा

आड़ू (पीच) का मुरब्बा मुरब्बा परम्परागत रूप से मीठा होता है। यह भारत और पाकिस्तान में काफी प्रचलित है। .

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मुर्तज़ा जावेद अब्बासी

मुर्तज़ा जावेद अब्बासी एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 24 अगस्त 2015 - 9 नवंबर 2015, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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मुर्तजा जावेद अब्बासी

मुर्तजा जावेद अब्बासी एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 3 जून 2013 से पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष हैं। .

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मुर्ग नुरजहाँ

मुर्ग नुरजहाँ एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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मुर्ग काली मिर्च

मुर्ग काली मिर्च एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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मुरीद

मुरीद, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मुरीदके

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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मुलहाल मुग़्लाँ

मुलहाल मुग़्लाँ, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मुल्तान

मुल्तान में एक मक़बरा मुल्तान पाकिस्तान के पंजाब सूबे में एक शहर है। यह पाकिस्तान का छठा सबसे बड़ा शहर है। इसकी जनसंख्या 38 लाख है। यहाँ बहुत से बाज़ार, मस्जिदें और मक़बरे हैं। .

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मुल्तान ट्रेन हादसा

मुल्तान ट्रेन हादसा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मुल्तान के पास कराची जाने वाली सवारी ट्रेन और एक मालगाड़ी की टक्कर हो जाने से 15 सितम्बर 2016 गुरुवार को कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 150 से ज्यादा घायल हो गए। .

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मुल्तान ज़िला

मुल्तान ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, मुल्तान शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 3,720 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 3,116,851 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मुल्तान ख़ुर्द

मुल्तान ख़ुर्द, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मुल्कराज आनंद

मुल्कराज आनंद भारत में अंग्रेज़ी साहित्य के क्षेत्र के प्रख्यात लेखक थे। मुल्कराज आनंद का जन्म १२ दिसम्बर १९०५ को पेशावर में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन तथा केंब्रिज विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर पीएचडी की उपाधि हासिल की.

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मुशायरा

मुशायरा, (उर्दू: مشاعره) उर्दु भाषा की एक काव्य गोष्ठी है। मुशायरा शब्द हिन्दी में उर्दू से आया है और यह उस महफ़िल (محفل) की व्याख्या करता है जिसमें विभिन्न शायर शिरकत कर अपना अपना काव्य पाठ करते हैं। मुशायरा उत्तर भारत और पाकिस्तान की संस्कृति का अभिन्न अंग है और इसे प्रतिभागियों द्वारा मुक्त आत्म अभिव्यक्ति के एक माध्यम (मंच) के रूप में सराहा जाता है। .

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मुस्तफ़ा टाउन

मुस्तफ़ा टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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मुस्लिम टाउन, लाहौर

मुस्लिम टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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मुस्सरत नज़ीर

मुसर्रत नज़ीर एक पाकिस्तानी गायका और अदाकारा है जिसने बहुत सारी उर्दू और पंजाबी फ़िल्मों में गीत गाए। नज़ीर ने सोलो गाने वि गाए जो ज़्यादातर विवाह संबंधित और लोकगीत है। मुस्सरत का जन्म 13 अक्तूबर, 1940 को एक मध्यवर्गी परिवार में हुआ। इस के माँ-बाप का मूल लाहौर का था। इस के पिता, ख्वाज़ा नज़ीर अहमद, इसके जन्म समय नगर निगम के लिए बतौर ठेकेदार कम कर रहे थे। .

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मुहम्मद चौधरी

मुहम्मद चौधरी पाकिस्तान का निलंबित चीफ़ जस्टिस इफ़्तिख़ार है।.

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मुहम्मद तमीज़ुद्दीन खान

मुहम्मद तमीज़ुद्दीन खान एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 23/02/1948 से 13/12/1948 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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मुहम्मद ताहिर उल-क़ादरी

मुहम्मद ताहिर उल-क़ादरी (Muhammad Tahir-ul-Qadri) एक पाकिस्तानी सूफ़ी विद्वान हैं जो पंजाब विश्वविद्यालय (पाकिस्तान) में अन्तराष्ट्रीय संवैधानिक क़ानून के भूतपूर्व प्रोफ़ेसर रह चुके हैं। जनवरी २०१३ में उन्होंने पाकिस्तान में वहाँ की सरकार हटाने का अभियान छेड़ दिया हालांकि वह स्वयं कनाडा की नागरिकता रखते हैं। वे अपने २०१० में जारी किये गए फ़तवा के लिए भी जाने जाते हैं जिसमें उन्होंने ठहराया कि आतंकवाद और आत्मघाती हमले दुष्ट और इस्लाम-विरुद्ध हैं और इन्हें करने वाली काफ़िर हैं। यह घोषणा तालिबान और अल-क़ायदा जैसे संगठनों की विचारधाराओं के ख़िलाफ़ समझी गई है।, Douglas M. Johnston Jr., pp.

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मुहम्मद दिलावर खानजी

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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मुहम्मद फारूक

मुहम्मद फारूक (उर्दू: محمد فاروق) पाकिस्तान से एक पत्रकार और कारी है। वह पहले पाकिस्तानी शाम समाचार पत्र, क्वेटा से रोज़ शाम विशेष के संस्थापक संपादक थे। उन्होंने यह भी संयुक्त कार्यकारी संपादक दैनिक Mashriq क्वेटा के रूप में काम किया। आजकल वह एक समाचार संपादक के रूप में दैनिक पाकिस्तान के लाहौर में काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान टेलीविजन निगम (पीटीवी) और रेडियो पाकिस्तान के लिए काम किया था .

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मुहम्मद बिन कासिम बंदरगाह

right मुहम्मद बिन कासिम बंदरगाह सागर अरब पर कराची से 35 किलोमीटर पूर्व की ओर स्थित है। पाकिस्तान के बाद यह पाकिस्तान की दूसरी सबसे बड़ी बंदरगाह है। यहां से वार्षिक 1.7 करोड़ टन के सामान के व्यापार है जो पाकिस्तान कुल व्यापार मात्रा का लगभग 35% है। उसे 1970 ई. के दशक में पाकिस्तान के बंदरगाह पर रिश को कम करने के उद्देश्य से निर्माण किया गया। बंदरगाह का नाम आठवीं शताब्दी के मुस्लिम विजेता मोहम्मद बिन कासिम के नाम पर रखा गया है जिन्होंने यह क्षेत्र 712 ई. में जीत कर के मुस्लिम म्मिलकत में शामिल किया था। बंदरगाह नदी सिंध के डेल्टा और पाकिस्तान इस्पात मिल् के निकट निर्माण किया गया है। स्थानीय लोग इसे आमतौर उसके उपनामपोर्ट कासिम से जानते हैं। श्रेणी:पाकिस्तान की बंदरगाहें.

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मुहम्मद मुनीर

न्यायमूर्ति मोहम्मद मुनीर, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के दूसरे मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायाधीश सर अब्दुल की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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मुहम्मद याक़ूब अली

न्यायमूर्ति मोहम्मद याकूब अली, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति हमोद रहमान की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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मुहम्मद शफीक़

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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मुहम्मद ज़िया-उल-हक़

मुहम्मद ज़िया उल हक़ (दाई तरफ़) जनरल मुहम्मद ज़िया उल हक़ (जन्म: १२ अगस्त १९२४, देहांत: १७ अगस्त १९८८) पाकिस्तान के चौथे फ़ौजी तानाशाह और छठे राष्ट्रपति थे। उनका शासन जुलाई १९७७ से अगस्त १९८८ में हवाई जहाज़ दुर्घटना में हुई उनकी मृत्यु तक चला। उन्हें १९७६ में तब के प्रधानमन्त्री ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो ने सेनाधाक्ष बनाया था लेकिन उन्होंने तख़्ता पलटकर शासन पर सैनिक क़ब्ज़ा जमा लिया और भुट्टो को फांसी दिलवा दी। उनके शासनकाल में पाकिस्तान में गहरे इस्लामीकरण की नीतियाँ चलीं। उन्होने आर्थिक विकास के लिए पूंजीवादी नीतियाँ अपनाई जिस से पाकिस्तान की आर्थिक व्यवस्था में बहुत सुधार हुआ और वह भारतीय उपमहाद्वीप के सब से तेज़ी से बढ़ने वाले देशों में आ गया। सन् १९७९ में शुरू हुए अफ़्ग़ानिस्तान में सोवियत संघ के हस्तक्षेप के खिलाफ़ उन्होने अमेरिका की सहायता से एक गुप्त युद्ध चलाया जिस से आगे चलकर सोवियत संघ को अफ़्ग़ानिस्तान छोड़ना पड़ा, लेकिन साथ-ही-साथ पाकिस्तान और उसके पड़ौसी इलाक़ों में कट्टरवादी उग्रवाद भी बढ़ गया। .

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मुहम्मद खान जुनेजो

मोहम्मद खान जुनेजो, एक कद्दावर सिंधी राजनेता एवं पाकिस्तान के दसवें प्रधानमंत्री थे। वे 18 अगस्त 1932 को पैदा हुए। .

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मुहम्मद इक़बाल

मुहम्मद इक़बाल (محمد اقبال) (जीवन: 9 नवम्बर 1877 – 21 अप्रैल 1938) अविभाजित भारत के प्रसिद्ध कवि, नेता और दार्शनिक थे। उर्दू और फ़ारसी में इनकी शायरी को आधुनिक काल की सर्वश्रेष्ठ शायरी में गिना जाता है। इकबाल के दादा सहज सप्रू हिंदू कश्मीरी पंडित थे जो बाद में सिआलकोट आ गए। इनकी प्रमुख रचनाएं हैं: असरार-ए-ख़ुदी, रुमुज़-ए-बेख़ुदी और बंग-ए-दारा, जिसमें देशभक्तिपूर्ण तराना-ए-हिन्द (सारे जहाँ से अच्छा) शामिल है। फ़ारसी में लिखी इनकी शायरी ईरान और अफ़ग़ानिस्तान में बहुत प्रसिद्ध है, जहाँ इन्हें इक़बाल-ए-लाहौर कहा जाता है। इन्होंने इस्लाम के धार्मिक और राजनैतिक दर्शन पर काफ़ी लिखा है। इकबाल पाकिस्तान का जनक बन गए क्योंकि वह "पंजाब, उत्तर पश्चिम फ्रंटियर प्रांत, सिंध और बलूचिस्तान को मिलाकर एक राज्य बनाने की अपील करने वाले पहले व्यक्ति थे", इंडियन मुस्लिम लीग के २१ वें सत्र में,उनके अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने इस बात का उल्लेख किया था जो २९ दिसंबर,१९३० को इलाहाबाद में आयोजित की गई थी। भारत के विभाजन और पाकिस्तान की स्थापना का विचार सबसे पहले इक़बाल ने ही उठाया था। 1930 में इन्हीं के नेतृत्व में मुस्लिम लीग ने सबसे पहले भारत के विभाजन की माँग उठाई। इसके बाद इन्होंने जिन्ना को भी मुस्लिम लीग में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और उनके साथ पाकिस्तान की स्थापना के लिए काम किया। इन्हें पाकिस्तान में राष्ट्रकवि माना जाता है। इन्हें अलामा इक़बाल (विद्वान इक़बाल), मुफ्फकिर-ए-पाकिस्तान (पाकिस्तान का विचारक), शायर-ए-मशरीक़ (पूरब का शायर) और हकीम-उल-उम्मत (उम्मा का विद्वान) भी कहा जाता है। .

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मुहम्मद अफ़्ज़ल ज़ुल्लाह

न्यायमूर्ति मोहम्मद अफजल ज़ुल्लाह, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति मोहम्मद हलीम की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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मुहम्मद अब्बास अब्बासी

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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मुहम्मद अब्बासी

पाकिस्तानी जनरल राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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मुहाजिर

मुहाजिर या मोहाजिर (مهاجر) एक अरबी शब्द है जो किसी भी अपने देश को छोड़कर दूसरे देश में बसने वाले के लिए प्रयोग में लाया जाता है। इस्लामी जंत्री को हिजरी इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसी के प्रारंभिक वर्ष इस्लाम के पैग़म्बर मुहम्मद और उनके साथी सहाबा मक्का छोड़कर मदीना हिजरत (स्थान-परिवर्तन) करके गए थे। उन सभी को बहुवचन रूप में "मुहाजिरून" कहा गया था। पिछली कई सदियों में इस शब्द को कई अन्य मुस्लिम शरणार्थी और स्थान परिवर्तन करने वालों के लिए प्रयोग में लाया गया.

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मुहाजिर लोग

पाकिस्तान में उन लोगों को मुहाजिर या मोहाजिर (उर्दू: مہاجر‎, अरबी: مهاجر‎) कहते हैं जो भारत के विभाजन के बाद वर्तमान भारत के किसी भाग से अपना घरबार छोड़कर वर्तमान पाकिस्तान के किसी भाग में आकर बस गये। .

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मुज़फ़्फ़राबाद ज़िला

मुज़फ़्फ़राबाद ज़िला (अंग्रेज़ी: Muzaffarabad District, उर्दु: ضلع مُظفّر آباد) आज़ाद कश्मीर का एक ज़िला है। पाक अधिकृत कश्मीर दो भागों में विभाजित है: आज़ाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान। मुज़फ़्फ़राबाद ज़िला इनमें से आज़ाद कश्मीर नामक हिस्से में आता है। इसका प्रमुख नगर मुज़फ़्फ़राबाद है। भारत इसे अपना भाग मानता है। .

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मुज़फ़्फ़रगढ़

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर zh:穆扎法爾格爾.

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मुज़फ़्फ़रगढ़ ज़िला

मुज़फ़्फ़रगढ़ ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, मुज़फ़्फ़रगढ़ शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 8,249 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 2,635,903 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मुख्यमंत्री (पाकिस्तान)

पाकिस्तान में मुख्यमंत्री(وزیر اعلى‎), पाकिस्तान के प्रांतीय सरकारों के प्रमुख एवं मुख्य निर्वाचित अधिकारी होते हैं। पाकिस्तान की प्रांतीय कार्य व्यवस्था में, मुख्यमंत्री, प्रांतीय सरकार के तथ्यस्वरुप प्रमुख होते हैं, जबकि राज्यपाल, जीन्हें कथास्वरूप प्रांताध्यक्ष होने की उपाधि हासिल है, का पद केवल एक पारंपरागत पद है जिस पर अधिक कार्यशक्तियाँ न्योछावर नहीं की गई हैं। मुख्यमंत्री को प्रांतीय विधायिका की बहुमत द्वारा निर्वाचित किया जाता है। वे विधायिका के सत्ता पक्ष के नेता होते हैं। पाकिस्तान की संसदीय व्यवस्था, वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है। अतः मुख्यमंत्री का चुनाव विधायिका के चुने गए सदस्य द्वारा किया जाता है, ना कि प्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं द्वारा। पाकिस्तान में, मुख्यमंत्री का कार्यकाल 5 वर्ष होता है जिसके दौरान, प्रांतीय सरकार के सारे कार्य अधिकार मुख्यमंत्री के सीधे नियंत्रण में रहते हैं। .

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मुगलई पराठा

मुगलई पराठा एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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मुगलई मुर्ग

मुगलई मुर्ग एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। श्रेणी:मुगलई पकवान.

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मुग़ल साम्राज्य

मुग़ल साम्राज्य (फ़ारसी:, मुग़ल सलतनत-ए-हिंद; तुर्की: बाबर इम्परातोरलुग़ु), एक इस्लामी तुर्की-मंगोल साम्राज्य था जो 1526 में शुरू हुआ, जिसने 17 वीं शताब्दी के आखिर में और 18 वीं शताब्दी की शुरुआत तक भारतीय उपमहाद्वीप में शासन किया और 19 वीं शताब्दी के मध्य में समाप्त हुआ। मुग़ल सम्राट तुर्क-मंगोल पीढ़ी के तैमूरवंशी थे और इन्होंने अति परिष्कृत मिश्रित हिन्द-फारसी संस्कृति को विकसित किया। 1700 के आसपास, अपनी शक्ति की ऊँचाई पर, इसने भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकांश भाग को नियंत्रित किया - इसका विस्तार पूर्व में वर्तमान बंगलादेश से पश्चिम में बलूचिस्तान तक और उत्तर में कश्मीर से दक्षिण में कावेरी घाटी तक था। उस समय 40 लाख किमी² (15 लाख मील²) के क्षेत्र पर फैले इस साम्राज्य की जनसंख्या का अनुमान 11 और 13 करोड़ के बीच लगाया गया था। 1725 के बाद इसकी शक्ति में तेज़ी से गिरावट आई। उत्तराधिकार के कलह, कृषि संकट की वजह से स्थानीय विद्रोह, धार्मिक असहिष्णुता का उत्कर्ष और ब्रिटिश उपनिवेशवाद से कमजोर हुए साम्राज्य का अंतिम सम्राट बहादुर ज़फ़र शाह था, जिसका शासन दिल्ली शहर तक सीमित रह गया था। अंग्रेजों ने उसे कैद में रखा और 1857 के भारतीय विद्रोह के बाद ब्रिटिश द्वारा म्यानमार निर्वासित कर दिया। 1556 में, जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर, जो महान अकबर के नाम से प्रसिद्ध हुआ, के पदग्रहण के साथ इस साम्राज्य का उत्कृष्ट काल शुरू हुआ और सम्राट औरंगज़ेब के निधन के साथ समाप्त हुआ, हालाँकि यह साम्राज्य और 150 साल तक चला। इस समय के दौरान, विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने में एक उच्च केंद्रीकृत प्रशासन निर्मित किया गया था। मुग़लों के सभी महत्वपूर्ण स्मारक, उनके ज्यादातर दृश्य विरासत, इस अवधि के हैं। .

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मुग़ल वास्तुकला

मुगल वास्तुकला, जो कि भारतीय, इस्लामी एवं फारसी वास्तुकला का मिश्रण है, एक विशेष शैली, जो कि मुगल भारत में 16वीं 17वीं एवं 18वीं सदी में लाए|मुगल वास्तुकला का चरम ताजमहल है। .

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मुग़लपुरा

मुग़लपुरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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मुक्त व्यापार क्षेत्र

वर्तमान मुक्त व्यापार क्षेत्र ''एफ़टीए'' मुक्त व्यापार क्षेत्र (अंग्रेज़ी: फ्री ट्रेड एरिया; एफटीए) को परिवर्तित कर मुक्त व्यापार संधि का सृजन हुआ है। विश्व के दो राष्ट्रों के बीच व्यापार को और उदार बनाने के लिए मुक्त व्यापार संधि की जाती है। इसके तहत एक दूसरे के यहां से आयात-निर्यात होने वाली वस्तुओं पर सीमा शुल्क, सब्सिडी, नियामक कानून, ड्यूटी, कोटा और कर को सरल बनाया जाता है। इस संधि से दो देशों में उत्पादन लागत बाकी के देशों की तुलना में काफ़ी सस्ती होती है। १६वीं शताब्दी में पहली बार इंग्लैंड और यूरोप के देशों के बीच मुक्त व्यापार संधि की आवश्यकता महसूस हुई थी। आज दुनिया भर के कई देश मुक्त व्यापार संधि कर रहे हैं। यह समझौता वैश्विक मुक्त बाजार के एकीकरण में मील का पत्थर सिद्ध हो रहा है। इन समझौतों से वहां की सरकार को उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण में मदद मिलती है। सरल शब्दों में यह कारोबार पर सभी प्रतिबंधों को हटा देता है। इस समझौते के बहुत से लाभ हैं। हाल में भारत ने १० दक्षिण एशियाई देशों के समूह आसियान के साथ छह वर्षो की लंबी वार्ता के बाद बैंकॉक में मुक्त व्यापार समझौता किया है। इसके तहत अगले आठ वर्षों के लिए भारत और आसियान देशों के बीच होने वाली ८० प्रतिशत उत्पादों के व्यापार पर शुल्क समाप्त हो जाएगा। इससे पूर्व भी भारत के कई देशों और यूरोपियन संघ के साथ मुक्त व्यापार समजौते हो चुके हैं। यह समझौता गरीबी दूर करने, रोजगार पैदा करने और लोगों के जीवन स्तर को सुधारने में काफी सहायक हो रहा है। मुक्त व्यापार संधि न सिर्फ व्यापार बल्कि दो देशों के बीच राजनैतिक संबंध के बीच कड़ी का काम भी करती है। कुल मिलाकर यह संधि व्यापार में आने वाली बाधाओं को दूर करने और दोतरफा व्यापार को सुचारू रूप से चलाने में सहायक सिद्ध होती है। इस दिशा में अमरीका-मध्य पूर्व एशिया में भी मुक्त क्षेत्र की स्थापना की गई है। सार्क देशों और शेष दक्षिण एशिया में भी साफ्टा मुक्त व्यापार समझौता १ जनवरी, २००६ से प्रभाव में है। इस समझौते के तहत अधिक विकसित देश- भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका अपनी उत्पाद शुल्क को घटाकर २०१३ तक ० से ५ प्रतिशत के बीच ले आएंगे। कम विकसित देश- बांग्लादेश, भूटान, मालदीव और नेपाल को भी २०१८ तक ऐसा ही करना होगा। भारत और स्विट्ज़रलैंड के बीच भी प्रयास जारी हैं। .

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मुक्तिवाहिनी

बांग्लादेश की मुक्ति में स्त्रियों की भूमिका- इस पोस्टर में लिखा है, 'बांग्लार मायेरा, मेयेरा सकलई मुक्तियोद्धा' (बांग्ला की माँए और लड़कियाँ सभी मुक्तियोद्धा हैं।) मुक्तिवाहिनी (बंगला: মুক্তি বাহিনী), उन सभी संगठनों का सामूहिक नाम है जिन्होने सन् १९७१ में पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध संघर्ष करके बांग्लादेश को पाकिस्तान से स्वतंत्र कराया। बांग्लादेश की आज़ादी की लड़ाई के दौरान मुक्ति वाहिनी का गठन पाकिस्तान सेना के अत्याचार के विरोध में किया गया था। १९६९ में पाकिस्तान के तत्कालीन सैनिक शासक जनरल अयूब के खिलाफ पूर्वी पाकिस्तान में असंतोष बढ़ गया था और शेख मुजीबुर रहमान के आंदोलन के दौरान १९७० में यह अपने चरम पर था। मुक्ति वाहिनी एक छापामार संगठन था, जो पाकिस्तानी सेना के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध लड़ रहा था। मुक्ति वाहिनी को भारतीय सेना ने समर्थन दिया था। .

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मुकेशपुरी

मुकेशपुरी (अंग्रेज़ी: Mukeshpuri, उर्दु: مکشپوری), जिसे बोलचाल में संक्षिप्त रूप से मोशपुरी कह दिय जाता है, पाकिस्तान के उत्तरी ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के ऐब्टाबाद ज़िले में स्थित एक २,८०० मीटर ऊँचा पर्वत है। यह पर्वत महाभारत के पाण्डव भाईयों से सम्बन्धित है जिन्हें स्थानीय रूप से "पंज पीर" कहा जाता है। पर्वत की चोटी को पंजाबी भाषा में "पाण्डुआ दा स्थान" कहते हैं। .

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मौर्य राजवंश

मौर्य राजवंश (३२२-१८५ ईसापूर्व) प्राचीन भारत का एक शक्तिशाली एवं महान राजवंश था। इसने १३७ वर्ष भारत में राज्य किया। इसकी स्थापना का श्रेय चन्द्रगुप्त मौर्य और उसके मन्त्री कौटिल्य को दिया जाता है, जिन्होंने नन्द वंश के सम्राट घनानन्द को पराजित किया। मौर्य साम्राज्य के विस्तार एवं उसे शक्तिशाली बनाने का श्रेय सम्राट अशोक को जाता है। यह साम्राज्य पूर्व में मगध राज्य में गंगा नदी के मैदानों (आज का बिहार एवं बंगाल) से शुरु हुआ। इसकी राजधानी पाटलिपुत्र (आज के पटना शहर के पास) थी। चन्द्रगुप्त मौर्य ने ३२२ ईसा पूर्व में इस साम्राज्य की स्थापना की और तेजी से पश्चिम की तरफ़ अपना साम्राज्य का विकास किया। उसने कई छोटे छोटे क्षेत्रीय राज्यों के आपसी मतभेदों का फायदा उठाया जो सिकन्दर के आक्रमण के बाद पैदा हो गये थे। ३१६ ईसा पूर्व तक मौर्य वंश ने पूरे उत्तरी पश्चिमी भारत पर अधिकार कर लिया था। चक्रवर्ती सम्राट अशोक के राज्य में मौर्य वंश का बेहद विस्तार हुआ। सम्राट अशोक के कारण ही मौर्य साम्राज्य सबसे महान एवं शक्तिशाली बनकर विश्वभर में प्रसिद्ध हुआ। .

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मौलाना मसूद अज़हर

मसूद अज़हर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का स्थापक और नेता है। जैश-ए-मोहम्मद जिसे संक्षेप में जैश भी कहते हैं पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में सक्रिय एक आतंकी संगठन है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारत में हुए पठानकोट हमले के बाद उसे हिरासत में ले लिया था। भारत ने मसूद अजहर को उसकी आतंकी गतिविधियों की वजह से उसे अपने सबसे वांक्षित आतंकवादियों की सूची में रखा हुआ है। .

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मौलवी अब्दुल हक़

मौलवी अब्दुल हक़: (उर्दू: مولوی عبد الحق) इन का जन्म 20 अप्रैल 1870 और मृत्यु अगस्त 1961) एक विद्वान और एक भाषाविद् थे. इनको बाबा-ए-उर्दू (उर्दू: بابائے اردو) के नाम से भी पुकारा जाता है. (उर्दू के पिता)। मौलवी अब्दुल हक ने उर्दू भाषा सेवा के लिए गिने और माने जाते हैं. यह भी माना जाता है की पाकिस्तान की राष्ट्र भाषा उर्दू होने का का कारण भी यही हैं.http://www.pakpost.gov.pk/philately/stamps2004/maulvi_abdul_haq.html, Profile and commemorative postage stamp of Baba-e-Urdu: Maulvi Abdul Haq, Retrieved 2 February 2017 .

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मौली दवे

मौली दवे (जन्म-३ जून, १९८७), एक भारतीय गायक, अभिनेत्री, नृतक, और टेलीविज़न मेजबान हैं। वह ज़ी टीवी के शो "सा रे गा मा पा चैलेंज २००७" में फाइनलिस्ट थी। उन्हें २००७ में "मिस टीन इंडिया टेक्सास""Mauli Dave is back!".

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मैदानी हॉकी

मैदानी हॉकी अथवा फ़ील्ड हॉकी (Field hockey) अथावा सामान्यतः हॉकी, हॉकी परिवार का टीम का खेल है। खेल का उद्भव मध्यकाल में स्कॉटलैण्ड, नीदरलैण्ड और इंग्लैण्ड में माना जाता है। यह खेल घास के मैदान अथवा कृत्रिम घास के मैदान पर खेला जा सकता है। प्रत्येक टीम में गोलकीपर सहित ग्याहरह खिलाड़ी होते हैं। खिलाड़ी गोल और दृढ़ जैसी रबर की गेंद पर प्रहार करने के लिए लकड़ी अथवा फायबर काँच की बनी यष्टिक (स्टिक) का प्रयोग करते हैं। यष्टिक की लम्बाई खिलाड़ी की व्यक्तिगत लम्बाई पर निर्भर करती है। मैदानी हॉकी में बायें हाथ की कोई यष्टिक नहीं होती और यष्टिक के एक ओर से ही मारा जा सकता है। इसकी पोशाक में शिन-गार्ड्स (घुटने के नीचे सामने की ओर बाँधी जाने वाली गद्दी), क्लीट, स्कर्ट या नीकर और जर्सी शामिल हैं। २१वीं सदी तक आते-आते यह वैश्विक रूप से खेला जाने लगा। इसका प्रचलन मुख्य रूप से पश्चिमी यूरोप, भारतीय उपमहाद्वीप और ऑस्ट्रेलिया में हुआ। हॉकी पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल है और सामान्यतः भारत के भी राष्ट्रीय खेल के रूप में गिना जाता है यद्यपि आधिकारिक रूप से भारत का कोई राष्ट्रीय खेल नहीं है। शब्द "फील्ड हॉकी" प्राथमिक रूप से कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, पूर्वी यूरोप और विश्व के अन्य हिस्सो में लोकप्रिय हुआ जहाँ आइस हॉकी खेला जाता है। .

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मेयो गार्डन

मेयो गार्डन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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मेरा सुल्तान

मेरा सुल्तान या मुह्तेशेम यूज़्यिल (तुर्कीयाई: Muhteşem Yüzyıl) ऐतिहासिक तुर्कीयाई धारावाहिक है जो उस्मानी शासक सुलेमान प्रथम की हरम की ज़िन्दगी पर आधारित है। शुरूआत में यह धारावाहिक टीवी तुर्की चैनल पर प्रसारित हो रहा था जो बाद में स्टार टीवी चैनल पर हस्तान्तरित हो गया। सुलेमान प्रथम उस्मान साम्राज्य के दसवें सुल्तान थे, उनके ज़माने में ख़िलाफ़त में उस्मानी सल्तनत अपने चरम पर जा पहुँची थी। इस धारावाहिक में वास्तविक इतिहास को बदल करके सुलेमान प्रथम और एक कनीज़ रॉक्सिलाना जो बाद में ख़ुर्रम सुल्तान के नाम से सुलेमान की बीवी बनी, की निजी ज़िन्दगी को बदनुमा अंदाज़ में दिखा गया है। इस कारण से इस धारावाहिक को दुनिया-भर में आलोचना का सामना करना पड़ा। इस सीरियल का नाम मुह्तेशेम यूज़्यिल का अर्थ "स्वर्ण युग" या "महान सदी" है जिसे मेरा सुल्तन के नाम से जियो कहानी ने पाकिस्तान में प्रसारित किया। श्रेणी:तुर्की के टेलीविज़न धारावाहिक.

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मेहमान ख़ाना

मेहमान ख़ाना या बैठक उत्तर भारत, पाकिस्तान व बांग्लादेश के पारम्परिक घरों में वह कमरा होता है जहाँ अतिथियों को बैठाकर उनका सत्कार किया जाता है। इसे संस्कृत में अतिथि कक्ष कहा जाता था। पाकिस्तान व अफ़ग़ानिस्तान के पश्तून इलाक़ों में इसे हुजरा भी कहते हैं। इन कमरों में बैठने के लिए अक्सर मूढ़े और तख़्त / तख़्तपोश रखे होते हैं और व्यवस्था आधुनिक भारतीय शहरों के घरों के 'ड्राइंग रूम' से भिन्न होती है। .

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मेहर

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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मेहरचद खन्ना

मेहर चन्द खन्ना (1 जून 1897 - 20 जुलाई 1970) भारत के एक राजनेता थे जो १९५४ से १९६२ तक भारत के पुनर्वास मन्त्री तथा १९५४ से १९५७ तक विधि मन्त्री रहे। मेहर चन्द खन्ना का जन्म पेशावर में हुआ था। उनके पिता करम चन्द खन्ना एक धनी व्यवसायी थी। उनकी विद्यालयी शिक्षा पेशावर में ही हुई और पेशावर के ही एडवर्ड कॉलेज से स्नातक हुए। उन्होने विधि स्नातक की भी शिक्षा प्राप्त की और वकील के रूप में कुछ दिनों तक काम भी किया। मेहर चन्द कम आयु में ही राजनीति में आ गये थे। उन्होने हिन्दू सभा बनायी। १९२६ में वे हिन्दू प्रतिनिधि के रूप में पेशावर के कैन्टोनमेन्ट बोर्ड के सदस्य रहे। श्रेणी:भारतीय राजनीतिज्ञ श्रेणी:1897 में जन्मे लोग श्रेणी:१९७० में निधन.

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मेहरगढ़

प्राचीन मेहरगढ़, पाकिस्तानमेहरगढ़ पुरातात्विक दृष्टि से महत्वपूर्ण एक स्थान है जहाँ नवपाषाण युग (७००० ईसा-पूर्व से ३३००ईसा-पूर्व) के बहुत से अवशेष मिले हैं। यह स्थान वर्तमान बलूचिस्तान (पाकिस्तान) के कच्ची मैदानी क्षेत्र में है। यह स्थान विश्व के उन स्थानों में से एक है जहाँ प्राचीनतम कृषि एवं पशुपालन से सम्बन्धित साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इन अवशेषों से पता चलता है कि यहाँ के लोग गेहूँ एवं जौ की खेती करते थे तथा भेड़, बकरी एवं अन्य जानवर पालते थे। ". मेहरगढ़ आज के बलूचिस्तान में बोलन नदी के किनारे स्थित है। भारतीय इतिहास में इस स्थल का महत्व अनेक कारणों से है। यह स्थल भारतीय उप महाद्वीप को भी गेंहूँ-जौ के मूल कृषि वाले क्षेत्र में शामिल कर देता है और नवपाषण युग के भारतीय काल निर्धारण को विश्व के नवपाषण काल निर्धारण के अधिक समीप ले आता है। इसके अतिरिक्त इस स्थल से सिंधु सभ्यता के विकास और उत्पत्ति पर प्रकाश पड़ता है। यह स्थल हड़प्पा सभ्यता से पूर्व का ऐसा स्थल है जहां से हड़प्पा जैसे ईंटों के बने घर मिले हैं और लगभग 6500 वर्तमान पूर्व तक मेहरगढ़ वासी हड़प्पा जैसे औज़ार एवं बर्तन भी बनाने लगे थे। निश्चित तौर पर इस पूरे क्षेत्र में ऐसे और भी स्थल होंगे जिनकी यदि खुदाई की जाए तो हड़प्पा सभ्यता के संबंध में नए तथ्य मिल सकते हैं। मेहरगढ़ से प्राप्त एक औज़ार ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है। यह एक ड्रिल है जो बहुत कुछ आधुनिक दाँत चिकित्सकों की ड्रिल से मिलती जुलती है। इस ड्रिल के प्रयोग के साक्ष्य भी स्थल से प्राप्त दाँतों से मिले हैं। यह ड्रिल तांबे की है और इस नयी धातु को ले कर आरंभिक मानव की उत्सुकता के कारण इस पर अनेक प्रयोग उस समय किए गए होंगे ऐसा इस ड्रिल के आविष्कार से प्रतीत होता है। एक अन्य महत्वपूर्ण वस्तु है सान पत्थर जो धातु के धारदार औज़ार और हथियार बनाने के काम आता था। मेहरगढ़ से प्राप्त होने वाली अन्य वस्तुओं में बुनाई की टोकरियाँ, औज़ार एवं मनके हैं जो बड़ी मात्र में मिले हैं। इनमें से अनेक मनके अन्य सभ्यताओं के भी लगते हैं जो या तो व्यापार अथवा प्रवास के दौरान लाये गए होंगे। बाद के स्तरों से मिट्टी के बर्तन, तांबे के औज़ार, हथियार और समाधियाँ भी मिलीं हैं। इन समाधियों में मानव शवाधान के साथ ही वस्तुएँ भी हैं जो इस बात का संकेत हैं कि मेहरगढ़ वासी धर्म के आरंभिक स्वरूप से परिचित थे। दुर्भाग्य से पाकिस्तान की अस्थिरता के कारण अतीत का यह महत्वपूर्ण स्थल उपेक्षित पड़ा है। इस स्थल की खुदाई १९७७ ई० मे हुई थी। यदि इसकी समुचित खुदाई की जाए तो यह स्थल इस क्षेत्र में मानव सभ्यता के विकास पर नए तथ्य उद्घाटित कर सकता है। अभी तक की इस खुदाई में यहाँ से नवपाषण काल से लेकर कांस्य युग तक के प्रमाण मिलते है जो कुल 8 पुरातात्विक स्तरों में बिखरे हैं। यह 8 स्तर हमें लगभग 5000 वर्षों के इतिहास की जानकारी देते हैं। इनमें सबसे पुराना स्तर जो सबसे नीचे है नवपाषण काल का है और आज से लगभग 9000 वर्ष पूर्व का है वहीं सबसे नया स्तर कांस्य युग का है और तकरीबन 4000 वर्ष पूर्व का है। मेहरगढ़ और इस जैसे अन्य स्थल हमें मानव प्रवास के उस अध्याय को समझने की बेहतर अंतर्दृष्टि दे सकते है जो लाखों वर्षों पूर्व दक्षिण अफ्रीका से शुरू हुआ था और विभिन्न शाखाओं में बंट कर यूरोप, भारत और दक्षिण- पूर्व एशिया पहुंचा। .

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मेघवाल

जम्मू, भारत में एक समारोह के दौरान मेघ बालिकाओं का एक समूह मेघ, मेघवाल, या मेघवार, (उर्दू:میگھواڑ, सिंधी:ميگھواڙ) लोग मुख्य रूप से उत्तर पश्चिम भारत में रहते हैं और कुछ आबादी पाकिस्तान में है। सन् 2008 में, उनकी कुल जनसंख्या अनुमानतः 2,807,000 थी, जिनमें से 2760000 भारत में रहते थे। इनमें से वे 659000 मारवाड़ी, 663000 हिंदी, 230000 डोगरी, 175000 पंजाबी और विभिन्न अन्य क्षेत्रीय भाषाएँ बोलते हैं। एक अनुसूचित जाति के रूप में इनका पारंपरिक व्यवसाय बुनाई रहा है। अधिकांश हिंदू धर्म से हैं, ऋषि मेघ, कबीर, रामदेवजी और बंकर माताजी उनके प्रमुख आराध्य हैं। मेघवंश को राजऋषि वृत्र या मेघ ऋषि से उत्पन्न जाना जाता है।सिंधु सभ्यता के अवशेष (मेघ ऋषि की मुर्ति मिली) भी मेघो से मिलते है। हडप्पा,मोहन-जोद़ङो,कालीबंगा (हनुमानगढ),राखीगङी,रोपङ,शक्खर(सिंध),नौसारो(बलुचिस्तान),मेघढ़(मेहरगढ़ बलुचिस्तान)आदि मेघवंशजो के प्राचीन नगर हुआ करते थे। 3300ई.पू.से 1700ई.पू.तक सिंध घाटी मे मेघो की ही आधिक्य था। 1700-1500ई.पू.मे आर्यो के आगमन से मेघ, अखंड भारत के अलग अलग भागो मे बिछुङ (चले) गये । ये लोग बहुत शांत स्वभाव व प्रवृति के थे। इनका मुख्य साधन ऊंठ-गाङा व बैल-गाङा हुआ करता। आज मेघवालो को बहुत सारी उपजातीयो बांट रखा है जिसमे सिहमार, भगत, बारुपाल, मिड़ल (मिरल),केम्मपाल, अहम्पा, पंवार,पङिहार,लिलङ,जयपाल,पंवार,चावणीया, तुर्किया,गाडी,देवपाल,जालानी गोयल-मंगी,पन्नु, गोगली,गंढेर,दहीया,पुनङ,मुंशी,कोली आदि प्रमुख है। मेघवंशो के कूलगुरु गर्गाचार्य गुरङा होते है। .

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मेगावती सुकर्णोपुत्री

दियाह प्रेमाता मेगावती सेतियावती सुकर्णोपुत्री, (जन्म 23 जनवरी 1947), जिन्हें मेगावती सुकर्णोपुत्री के नाम से जाना जाता है, इंडोनेशियाई राजनीतिज्ञ और विपक्षी दल पीडीआई-पी की नेता है। इन्होंने 23 जुलाई 2001 से लेकर 20 अक्टूबर 2004 तक इंडोनेशिया के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला था और देश की पहली महिला राष्ट्रपति होने का गौरव हासिल किया था। इसके अलावा वे ऐसी पहली राजनीतिज्ञ हैं, जो इंडोनेशिया के स्वतंत्र होने के बाद पैदा हुईं। मेगावती इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो की पुत्री हैं। .

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मॉडल टाउन, लाहौर

मॉडल टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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मोची पुरा

मोची पुरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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मोती मस्जिद

मोती मस्जिद (उर्दू: موتی مسجد) मुगल बादशाह औरंगजेब द्वारा बनवाई गई मस्जिद है। यह दिल्ली के लाल किले में स्थित है। इसी नाम से एक मस्जिद लाहौर, पाकिस्तान में भी स्थित है। यह मुगल बादशाह शाहजहाँ द्वारा 1645 CE में बनवाई गई थी। यह लाहौर का किला में स्थित है। .

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मोमीन अंसारी

मोमीन अंसारी या अंसारी; Momin Ansari (Urdu: مومن أنصاري) or Ansari, भारत की एक मुस्लिम प्रमुख जाति है भारत के अलावा पाकिस्तान सिंध नेपाल में भी निवास करती है लेकिन भारत के लगभग सभी भागो में पाई जाती है उत्तर प्रदेश विहार झारखंण्ड आदि प्रदेशो में मूख्य रूप से निवास करती है। .

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मोरझंगी

मोरझंगी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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मोरारजी देसाई

मोरारजी देसाई (29 फ़रवरी 1896 – 10 अप्रैल 1995) (गुजराती: મોરારજી રણછોડજી દેસાઈ) भारत के स्वाधीनता सेनानी और देश के छ्ठे प्रधानमंत्री (सन् 1977 से 79) थे। वह प्रथम प्रधानमंत्री थे जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बजाय अन्य दल से थे। वही एकमात्र व्यक्ति हैं जिन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न एवं पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से सम्मानित किया गया है। वह 81 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री बने थे। इसके पूर्व कई बार उन्होंने प्रधानमंत्री बनने की कोशिश की परंतु असफल रहे। लेकिन ऐसा नहीं हैं कि मोरारजी प्रधानमंत्री बनने के क़ाबिल नहीं थे। वस्तुत: वह दुर्भाग्यशाली रहे कि वरिष्ठतम नेता होने के बावज़ूद उन्हें पंडित नेहरू और लालबहादुर शास्त्री के निधन के बाद भी प्रधानमंत्री नहीं बनाया गया। मोरारजी देसाई मार्च 1977 में देश के प्रधानमंत्री बने लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में इनका कार्यकाल पूर्ण नहीं हो पाया। चौधरी चरण सिंह से मतभेदों के चलते उन्हें प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा। .

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मोरो

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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मोहन सिंह मेहता

मोहन सिंह मेहता (1895-1986) देश के जाने माने शिक्षाविद, राजस्थान विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति, सेवा मंदिर और विद्या भवन उदयपुर के संस्थापक, भूतपूर्व विदेश सचिव पद्मविभूषण जगत मेहता के पिता थे। .

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मोहम्मद तल्हा

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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मोहम्मद नवाज़

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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मोहम्मद रिज़वान

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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मोहम्मद शमी

मोहम्मद शमी(जन्म 9 मार्च 1990) एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है जो घरेलू क्रिकेट में बंगाल की ओर से खेलते हैं। मोहम्मद शमी दाएँ हाथ से तेज गति की गेंदबाजी करते है तथा ये लगभग 140 किलोमीटर की गति से गेंदबाजी करते हैं। मोहम्मद शमी रिवर्स स्विंग के विशेषज्ञ माने जाते हैं। इन्होंने पाकिस्तान के विरुद्ध जनवरी 2013 वनडे कैरियर की शुरुआत की तथा उसी मैच में चार ऑवर मैडन डाले। मोहम्मद शमी ने नवंबर 2013 अपने टेस्ट कैरियर की शुरुआत वेस्ट इंडीज़ के विरुद्ध की तथा 5 विकेट लिए। .

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मोहम्मद शहाबुद्दीन

न्यायमूर्ति मोहम्मद शहाबुद्दीन, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति मोहम्मद मुनीर की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे मद्रास उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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मोहम्मद सफदर

पाकिस्तानी जनरल और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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मोहम्मद हनीफ खान

मोहम्मद हनीफ खान एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 15/08/1972 से 1973/10/08 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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मोहम्मद हफीज़

मोहम्मद हफीज़ (محمد حفیظ; जन्म: १७ अक्टूबर १९८०) एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है। वह वर्तमान में पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में ट्वेंटी 20 प्रारूप का कप्तान है। .

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मोहम्मद हलीम

न्यायमूर्ति मोहम्मद हलीम, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति अनवारुल हक की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे सिंध उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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मोहम्मद इब्राहिम खान झगड़ा

वे एक पाकिस्तानी न्यायाधीश और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व कार्यवाहक राज्यपाल थे। .

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मोहम्मद इरफ़ान

कोई विवरण नहीं।

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मोहम्मद अफजल चीमा

मोहम्मद अफजल चीमा एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 1962/11/06 से 22/01/1965 पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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मोहम्मद अरशद अल कादरी

मोहम्मद अरशद अल कादरी अथवा मोहम्मद अरशदुल कादरी (محمد ارشدالقادری) एक मुसलमान धार्मिक विद्वान एवं मुफ़्ती हैं। ये 1990 से लगातार दाता दरबार लाहौर (पाकिस्तान) की जामा मस्जिद में जनता की सांसारिक समस्याओं के धार्मिक दृष्टि से समाधान दे रहे हैं। वो अपने आगे उपलब्ध समय में कई लाख फ़त्वे दे चुके हैं। मोहम्मद अरशद अल कादरी कई पुस्तकों के लेखक हैं जिनमें से दो दर्जन छप चुकी हैं। वह सही तिरमज़ी की दर लिख रहे हैं। .

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मोहम्मद अली जिन्नाह

मोहम्मद अली जिन्ना (उर्दू:, जन्म: 25 दिसम्बर 1876 मृत्यु: 11 सितम्बर 1948) बीसवीं सदी के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ थे जिन्हें पाकिस्तान के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। वे मुस्लिम लीग के नेता थे जो आगे चलकर पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल बने। पाकिस्तान में, उन्हें आधिकारिक रूप से क़ायदे-आज़म यानी महान नेता और बाबा-ए-क़ौम यानी राष्ट्र पिता के नाम से नवाजा जाता है। उनके जन्म दिन पर पाकिस्तान में अवकाश रहता है। भारतीय राजनीति में जिन्ना का उदय 1916 में कांग्रेस के एक नेता के रूप में हुआ था, जिन्होने हिन्दू-मुस्लिम एकता पर जोर देते हुए मुस्लिम लीग के साथ लखनऊ समझौता करवाया था। वे अखिल भारतीय होम रूल लीग के प्रमुख नेताओं में गिने जाते थे। काकोरी काण्ड के चारो मृत्यु-दण्ड प्राप्त कैदियों की सजायें कम करके आजीवन कारावास (उम्र-कैद) में बदलने हेतु सेण्ट्रल कौन्सिल के ७८ सदस्यों ने तत्कालीन वायसराय व गवर्नर जनरल एडवर्ड फ्रेडरिक लिण्डले वुड को शिमला जाकर हस्ताक्षर युक्त मेमोरियल दिया था जिस पर प्रमुख रूप से पं॰ मदन मोहन मालवीय, मोहम्मद अली जिन्ना, एन॰ सी॰ केलकर, लाला लाजपत राय व गोविन्द वल्लभ पन्त आदि ने हस्ताक्षर किये थे। भारतीय मुसलमानों के प्रति कांग्रेस के उदासीन रवैये को देखते हुए जिन्ना ने कांग्रेस छोड़ दी। उन्होंने देश में मुसलमानों के अधिकारों की रक्षा और स्वशासन के लिए चौदह सूत्रीय संवैधानिक सुधार का प्रस्ताव रखा। लाहौर प्रस्ताव के तहत उन्होंने मुसलमानों के लिए एक अलग राष्ट्र का लक्ष्य निर्धारित किया। 1946 में ज्यादातर मुस्लिम सीटों पर मुस्लिम लीग की जीत हुई और जिन्ना ने पाकिस्तान की आजादी के लिए त्वरित कार्रवाई का अभियान शुरू किया। कांग्रेस की कड़ी प्रतिक्रिया के कारण भारत में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई। मुस्लिम लीग और कांग्रेस पार्टी, गठबन्धन की सरकार बनाने में असफल रहे, इसलिए अंग्रेजों ने भारत विभाजन को मंजूरी दे दी। पाकिस्तान के गवर्नर जनरल के रूप में जिन्ना ने लाखों शरणार्थियो के पुनर्वास के लिए प्रयास किया। साथ ही, उन्होंने अपने देश की विदेश नीति, सुरक्षा नीति और आर्थिक नीति बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। गौरतलब है कि पाकिस्तान और भारत का बटवारा जिन्ना और नेहरू के राजनीतिक लालच की वजह से हुआ है ! .

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मोहम्मद अजमल मियाँ

न्यायमूर्ति मोहम्मद अजमल मियां, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति सैयद सज्जाद अली शाह की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे सिंध उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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मोहम्‍मद उस्मान

ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान, एमवीसी (15 जुलाई 1912 - 3 जुलाई 1948) (जिन्हें उस्मान मोहम्मद भी कहा जाता है) 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैन्य अधिकारी थे। भारत के विभाजन के समय उन्होंने कई अन्य मुस्लिम अधिकारियों के साथ पाकिस्तान सेना में जाने से इनकार कर दिया और भारतीय सेना के साथ सेवा जारी रखी। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी सैनिकों से लड़ते हुए 3 जुलाई 1948 में वो शहीद हो गए थे। तदोपरान्त उन्हें दुश्मन के सामने बहादुरी के लिए भारत के दूसरे सबसे बड़े सैन्य पदक महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। .

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मोहेंजो दारो (फ़िल्म)

मोहेंजो दारो (अंग्रेजी; Mohenjo Daro)(Mound of the Dead Men) वर्ष २०१६ की भारतीय रोमांचक-प्रेम गाथा आधारित हिन्दी भाषा की फ़िल्म है, जिसका लेखन एवं निर्देशन आशुतोष गोवारिकर, तथा निर्माण युटीवी मोशन पिक्चर्स के सिद्धार्थ राॅय कपूर व आशुतोष गोवारिकर प्रोड्क्शन्स लिमिटेड (एजीपीपीएल) की सुनीता गोवारिकर द्वारा किया गया है, और फ़िल्म में ऋतिक रोशन व पूजा हेगड़े मुख्य भूमिकाओं में अदाकारी कर रहे हैं। मोहेंजो दारो विश्व की प्रथम सिनेमाई प्रदर्शन है जो प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता को संदर्भित की गई है, तथा इस महान नगर, मोहेंजो दारो को युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के तौर पर अंकित किया गया है (अब यह क्षेत्र पाकिस्तान स्थित सिंध जिले के लरकाना में पड़ता है)। फ़िल्म की शुरुआत मुताबिक प्राचीन समय के २०१६ के ईसा पूर्व की है जब सिंधु घाटी सभ्यता चरम पर थी, कहानी एक साधारण किसान (रोशन) के मोहेंजो दारो नगर की ओर यात्रा करने और फिर नगर की संभ्रांत वर्ग की औरत (हेगड़े) से हुए प्रेम को लेकर बुना गया है, और जिसके परिणाम में वह नगर के अभिजात वर्ग को चुनौती दे डालता है तथा आखिर में उसी नगर के अपरिहार्य विनाश के विरुद्ध संघर्ष भी करता है। गोवारिकर ने अपने तीन वर्ष शोध करने तथा पटकथा के विकास में व्यतीत किए, अपनी इस काल्पनिक कहानी को प्रामाणिकता पक्का करने के लिए पुरातत्ववेत्ताओं के साथ काफी नजदीकी कार्य किया। फ़िल्मांकन का कार्य भुज एवं मुंबई के साथ संक्षिप्त समयावधि में बेड़ाघाट (जबलपुर) एवं थाणे में भी किया गया। फ़िल्म का संगीत एवं एलबम रचना ए.आर. रहमान के साथ गीत लिखने का काम जावेद अख़्तर ने भी किया। फ़िल्म का प्रदर्शन १२ अगस्त २०१६ में वैश्विक स्तर पर जारी किया गया। .

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मोज़ंग चुंगी

मोज़ंग चुंगी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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मोईन ख़ान

मुहम्मद मोईन खान (उर्दू:محمد معین خان) (जन्म २३ सितंबर १९७१), लोकप्रिय रूप से मोईन खान (उर्दूمعین خان) के नाम से जाने जाते हैं, एक पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है, जो मुख्य रूप से एक विकेटकीपर-बल्लेबाज है, जिन्होंने १९९० से २००४ तक पाकिस्तानी राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट और वनडे क्रिकेट खेले। साथ ही मोईन ख़ान ने पाकिस्तानी टीम का नेतृत्व भी किया है। इन्होंने मुल्तान में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर की शुरुआत की थी। इन्होंने टेस्ट क्रिकेट में ६९ मैच खेले जिसमें विकेटकीपिंग करते हुए १२८ कैच भी लिए हैं। जबकि इन्होंने २१९ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच भी खेले है जिसमें ३२६६ रन बनाये हैं और विकेट के पीछे २१४ कैच और ७४ स्टम्प भी किये हैं। जुलाई २०१३ में, इन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता के रूप में इक्बाल कासिम की जगह ली और ११ फरवरी २०१४ को इन्हें राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। .

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मोइन कुरेशी

पाकिस्तान के प्रधान मन्त्री '''मोइनुद्दीन अहमद क़ुरेशी''' मोइनुद्दीन अहमद क़ुरैशी का जन्म 26 जून सन 1930 में पाकिस्तान के लाहोर में ब्रिटिश राज के दौरान हुआ। उनके पिता मोह्येद्दीन अहमद कुरेशी, जनसेवक थे और उनकी माता खुर्शीद जबीं, गृहिणी थीं। उन्होंने अपनी पढ़ाई लाहौर के इस्लामिया कॉलेज से की जहाँ उन्होंने अर्थशानस्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और स्नातकोत्तर उपाधि पंजाब यूनिवर्सिटी से। उन्होंने अपनी पीएचडी की डिग्री सन १९५५ में ब्लूमिंहटों के इंडिआना यूनिवर्सिटी से प्राप्त की। मोईन क़ुरैशी पाकिस्तानी कार्यवाहक प्रधानमंत्री तो थे ही, वे अर्थशास्त्री भी थे। १९५५ में जब वे पाकिस्तान वापिस लौटे तो वे पाकिस्तान की जान सेवा में लग गए। उनका पहला हस्तातंरण योजना आयोग में हुआ। सन १९५६ में उन्होंने योजना आयोग से इस्तीफा दे दिया और वे अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष में शामिल होने के लिए अमेरिका चले गए। सन १९६० में उन्होंने ने घाना में आर्थिक सलाहकार के रूप में भी काम किया। उसके बाद उन्हीने सन १९७४ से १९७७ तक कार्यकारी अद्यक्ष के रूप में अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम में भी कार्य किया। सन १९८१ में उन्हें रोबर्ट मक्नॉर्म, जो की विश्व बैंक के तब के अद्यक्ष थे, द्वारा वित्त के वरिष्ठ उपाध्याय बनने का निमंत्रण मिला, जहाँ वे सन १९८७ तक कार्यवृत रहे। सन १९९१-९२ के दौरान उन्होंने विश्व बैंक छोड़ दिया और अमेरिका में ही खुद का एक प्राइवेट हेज फण्ड का गठन किया। सन १९९३ के दौरान एक समझौते पर पाकिस्तानी सेना के मध्यस्थता के बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एवं राष्ट्रपति गुलाम इश्क़ खान ने अपने सम्बंधित पदों से इस्तीफा दे दिया। यह संकल्प अद्वितीय था क्योंकि एक निर्वाचित सरकार ने स्वेछा से आदेश संभावित सैन्य हस्तक्षेप से बचने के लिए नीचे कदम रखा था और इस्तीफा एक संवैधानिक प्रक्रिया के माध्यम से आया। आर्मी चीफ ऑफ़ स्टाफ, जनरल अब्दुल वाहिद कक्कड़ और स्टाफ समिति की संयुक्त कमान के अद्यक्ष, जनरल शमीम अलम, समझौते के कार्यवाह के गवाह के रूप में प्रस्तुत थे जहाँ सीनेट के अद्यक्ष वसीम सज्जाद ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला। इस बीच कुरैशी ने १९९३ में सिंगापुर का दौरा किया जहाँ उन्हें राष्ट्रपति गुलाम इशाक का टेलीफोन कॉल आया जहाँ उन्हें तर्चनोक्रेटिक सरकार बनाने का प्रस्ताव मिला, जो उन्होंने स्वीकार कर लिया और इस्लामाबाद लौट गए। उनकी नियुक्ति के समय कुरैशी बड़े पैमाने पर सार्वजानिक और राजनितिक हलकों से अंजान थे और यह महसूस हुआ की एक राजनितिक, बाहरी व्यक्ति होने के नाते तथास्ट रहेगा। वे तीन माह तक कार्यालय में थे। उस दौरान उनके द्वारा कई सुधार किये गए जो की आईएमएफ स्टैंडबाई सरकार द्वारा समर्थित किया गया। उन्होंने करदाताओं की सूचि प्रकाशन करने का आदेश दिया जिससे पता चला की देश में छोटा कर -आधार है और कुछ ही लोग करों का भुगतान करते हैं। सन १९९३ में पाकिस्तान ने बेनज़ीर भुट्टो के नेतृत्व में पीपल पार्टी की वापसी देखी। सन २०१४ में कुरैशी पार्किन्सन रोग से पीड़ित पाये गए। नवम्बर २३, २०१६ को अमेरिका के वाशिंगटन में उनका निधन हो गया। .

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मोइनुद्दीन हैदर

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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मीट दरबारी

मीट दरबारी एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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मीठी

मीठी पाकिस्तान के सिंध प्रांत में थारपारकर जिले की राजधानी है।  मीठी 1990 में थारपारकर जिले की राजधानी बन गई, जब जिला मीरपुर खास से अलग होकर एक नया जिला बना। मीठी पाकिस्तान के बहुत कम शहरों में से एक है जहां मुसलमान बहुसंख्यक नहीं बनाते हैं। शहर में 80% से अधिक आबादी हिंदू समुदाय की शहर में सबसे कम अपराध दर के लिए हिंदुओं और मुसलमान दोनों ही शांति से मिल कर रहते हैं। .

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मीनार-ए-पाकिस्तान

मीनार-ए पाकिस्तान (مینارِ پاکستان)(या मीनार पाकिस्तान)लाहौर में स्थित, पाकिस्तान की एक राष्ट्रीय स्मारक है, सन 1968 में इसे पाकिस्तान की सार्वभौमिकता तथा स्वतंत्रता के बतौर प्रतीक बनाया गया था। इसे लाहौर में ठीक उसी जगह पर बनाया गया है जहां 23 मार्च 1940 में क़ायदे आज़म मुहम्मद अली जिन्ना की अध्यक्षता में आयोजित ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की बैठक में ऐतिहासिक क़रारदाद-ए पाकिस्तान पारित हुआ था। इसे पाकिस्तान में यादगार पाकिस्तान भी कहा जाता है। यह लाहौर के इक़बाल पार्क में स्थित है। जब यह क़रारदाद पारित हुआ था, उस समय, इस पार्क को मिंटो पार्क कहते थे, जब लाहौर ब्रिटिश सल्तनत का हिस्सा था। आजकल इस पार्क को इकबाल पार्क के नाम पर किया जाता है। .

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मीर रसूल बख्श टालपुर

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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मीर हजार खान खोसो

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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मीर ज़फ़रुल्लाह ख़ान जमाली

मीर ज़फ़रुल्लाह खान जमाली पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री हैं। वह एक जनवरी 1944 को बलूचिस्तान के जिला नसीरआबाद के गांव रोझान जमाली में पैदा हुए। प्रारंभिक शिक्षा रोझान जमाली में ही प्राप्त की। बाद में सेंट लॉरेंस कॉलेज घोड़ा गली मरी, एलिसन कॉलेज लाहौर और 1965 में गवर्नमेंट कॉलेज लाहौर से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। ज़फ़रुल्लाह जमाली प्रांत बलूचिस्तान द्वारा अब तक पाकिस्तान के एकमात्र प्रधानमंत्री हैं। ज़फ़रुल्लाह जमाली अंग्रेजी, उर्दू, सिंधी, बलोची, पंजाबी और पश्तो भाषा में महारत रखते हैं। .

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मीरपुर ज़िला

मीरपुर ज़िला (अंग्रेज़ी: Mirpur District, उर्दु: ضلع میر پور) आज़ाद कश्मीर का एक ज़िला है। पाकिस्तान ने अधिकृत कश्मीर को दो भागों में विभाजित करा है: आज़ाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान। भिम्बेर ज़िला इनमें से "आज़ाद कश्मीर" नामक हिस्से में आता है। इसका प्रमुख नगर मीरपुर है। भारत इसे अपना भाग मानता है। सन् १९९६ से पूर्व यह भिम्बेर ज़िला भी का भाग था। .

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मीरपुर ख़ास जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। .

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मीरपुर खास

मीरपुर खास पाकिस्तान के सिंध प्रान्त का एक जिला व शहर है | .

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मीरा (अभिनेत्री)

इरतिज़ा रुबाब (ارتضی رباب) (जन्म 12 मई 1977), जो अपने रंग-मंच के नाम मीरा से प्रसिद्ध है (میرا), एक पाकिस्तानी फिल्म अभिनेत्री और टेलिविजन प्रेज़ेन्टर है, मॉडल और उच्चश्रेणी की दानकर्ता है। उसने फिल्मों में 1995 में प्रवेश किया, मगर उसे खिलोने से राष्ट्रव्यापी पहचान 1999 में मिली। .

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यशपाल (वैज्ञानिक)

प्रोफेसर यशपाल (जन्म: २६ नवंबर १९२६, मृत्यु: २४ जुलाई २०१७) भारतीय शिक्षाविद व वैज्ञानिक थे। .

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यारु

यारु पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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यासिर शाह

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०११ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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यासिर अराफात

कोई विवरण नहीं।

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याह्या ख़ान

याहया ख़ान जनरल आग़ा मुहम्मद याहया ख़ान क़िज़िलबश (जन्म: ४ फ़रवरी १९१७, मृत्यु: १० अगस्त १९८०) पाकिस्तान के सैनिक तानाशाह और तीसरे राष्ट्रपति थे। उनका शासन सन् १९६९ में शुरू हुआ और दिसम्बर १९७१ में भारत-पाकिस्तान के दरम्यान लड़े गए बंगलादेश युद्ध के बाद ख़त्म हुआ। वे अयूब ख़ान के शासन से इस्तीफ़ा देने के बाद पाकिस्तान के मुख्य शासक बने थे और उनके बाद ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो ने शासन की बागडोर संभाली। पूर्वी पाकिस्तान के बंगाली समुदाय में विद्रोह की भावना को कुचलने के प्रयास में उसे और भी भड़का देने और फिर भारतीय सहायता से बंगलादेश के टूटकर अलग होने जाने के लिए अक्सर याहया ख़ान की नीतियों को ज़िम्मेदार ठहराया जाता है। .

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युद्ध

वर्ष १९४५ में कोलोन युद्ध एक लंबे समय तक चलने वाला आक्रामक कृत्य है जो सामान्यतः राज्यों के बीच झगड़ों के आक्रामक और हथियारबंद लड़ाई में परिवर्तित होने से उत्पन्न होता है। .

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युद्धभियान जिब्राल्टर

१९६५ का भारत-पाक युद्ध उन मुठभेड़ों का नाम है जो दोनों देशों के बीच अप्रैल १९६५ से सितम्बर १९६५ के बीच हुई थी। इसे कश्मीर के दूसरे युद्ध के नाम से भी जाना जाता है। भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू और कश्मीर राज्य पर अधिकार के लिये बँटवारे के समय से ही विवाद चल रहा है। १९४७ में भारत-पाकिस्तान के बीच प्रथम युद्ध भी कश्मीर के लिये ही हुआ था। इस लड़ाई की शुरूआत पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को घुसपैठियों के रूप में भेज कर इस उम्मीद में की थी कि कश्मीर की जनता भारत के खिलाफ विद्रोह कर देगी। इस अभियान का नाम पाकिस्तान ने युद्धभियान जिब्राल्टर रखा था।.

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युद्धविराम

सीनाई में इस्राइल और मिस्र के सिपहसालारों का मिलना युद्धविराम या अवहार या जंगबंदी (ceasefire या truce) किसी युद्ध में जूझ रहे पक्षों में आपसी समझौते से लड़ाई रोक देने को कहते हैं। जंग की यह रुकावट स्थाई या अस्थाई रूप से की गई हो सकती है। अक्सर युद्धविराम पक्षों में किसी औपचारिक संधि का हिस्सा होते है लेकिन यह अनौपचारिक रूप से बिना किसी समझौते पर हस्ताक्षर करे भी हो सकते हैं।, British Broadcasting Corporation Monitoring Service, British Broadcasting Corporation, 1986,...

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युधिष्ठिर मीमांसक

महामहोपाध्याय पंडित युधिष्ठिर मीमांसक (१९०९ - १९९४) संस्कृत के प्रसिद्ध विद्वान् तथा वैदिक वाङ्मय के निष्ठावान् समीक्षक थे। उन्होने संस्कृत के प्रचार-प्रसार में अपना अमूल्य योगदान दिया। .

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युगाण्डा से भारतीयों का निष्कासन

युगाण्डा पूर्वी अफ़्रीका में स्थित एक देश है जहाँ 1970 के दशक के शुरुआती वर्षों से पहले भारतीय मूल की अच्छी-ख़ासी आबादी रहती थी। ये भारतीय ब्रिटिश नागरिकता के साथ युगाण्डा में रहते थे और तब के राष्ट्रपति ईदी अमीन के 4 अगस्त 1972 को दिए आदेश पर मजबूरन युगाण्डा छोड़ना पड़ा था। चूँकि इन भारतीयों के पूर्वज विभाजन से पहले वहाँ बसे थे इसलिए इनमें पाकिस्तानी और बांग्लादेशी भी शामिल थे। अमीन के निष्कासन आदेश के बाद लगभग आधे भारतीयों ने ब्रिटेन में शरण ली और बाक़ी अमेरिका, कनाडा और भारत चले गए। .

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यूट्यूब

यूट्यूब का मुख्यालय सैन ब्रूनो, कैलीफोर्निया में (२०१०) यूट्यूबएक साझा वेबसाइट (video sharing) है जहाँ उपयोगकर्ता वेबसाइट पर वीडियो देख सकता है, रेटिंग दे सकता है, टिप्पणियाँ छोड़ सकता है और वीडियॊ क्लिप साझा कर सकता है। पेपल के तीन पूर्व कर्मचारियॊं ने मध्य फरवरी (PayPal)२००५ यू ट़यूब बनायी थी।, USATODAY, October 11 (October 11), 2006.

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यूटीसी+०५:००

यूटीसी+०५:०० (UTC+05:00) यूटीसी से पांच घंटे आगे का समय मंडल है। इस वक्त इस समय मंडल का उपयोग करने वाले क्षेत्रों में बज रहा है। .

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यूनाइटेड बैंक लिमिटेड क्रिकेट टीम

यूनाइटेड बैंक लिमिटेड क्रिकेट टीम, पाकिस्तान में एक प्रथम श्रेणी क्रिकेट टीम है, जो यूनाइटेड बैंक लिमिटेड द्वारा प्रायोजित है। उन्होंने 1975-76 से विभिन्न घरेलू प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा की है, जो आज तक दस चैम्पियनशिप ट्राफी जीत चुकी हैं। वे कराची में यूनाइटेड बैंक लिमिटेड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अपने होम गेम खेलते हैं। .

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यूनाइटेड किंगडम

वृहत् ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैण्ड का यूनाइटेड किंगडम (सामान्यतः यूनाइटेड किंगडम, यूके, बर्तानिया, UK, या ब्रिटेन के रूप में जाना जाने वाला) एक विकसित देश है जो महाद्वीपीय यूरोप के पश्चिमोत्तर तट पर स्थित है। यह एक द्वीपीय देश है, यह ब्रिटिश द्वीप समूह में फैला है जिसमें ग्रेट ब्रिटेन, आयरलैंड का पूर्वोत्तर भाग और कई छोटे द्वीप शामिल हैं।उत्तरी आयरलैंड, UK का एकमात्र ऐसा हिस्सा है जहां एक स्थल सीमा अन्य राष्ट्र से लगती है और यहां आयरलैण्ड यूके का पड़ोसी देश है। इस देश की सीमा के अलावा, UK अटलांटिक महासागर, उत्तरी सागर, इंग्लिश चैनल और आयरिश सागर से घिरा हुआ है। सबसे बड़ा द्वीप, ग्रेट ब्रिटेन, चैनल सुरंग द्वारा फ़्रांस से जुड़ा हुआ है। यूनाइटेड किंगडम एक संवैधानिक राजशाही और एकात्मक राज्य है जिसमें चार देश शामिल हैं: इंग्लैंड, उत्तरी आयरलैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स. यह एक संसदीय प्रणाली द्वारा संचालित है जिसकी राजधानी लंदन में सरकार बैठती है, लेकिन इसमें तीन न्यागत राष्ट्रीय प्रशासन हैं, बेलफ़ास्ट, कार्डिफ़ और एडिनबर्ग, क्रमशः उत्तरी आयरलैंड, वेल्स और स्कॉटलैंड की राजधानी.जर्सी और ग्वेर्नसे द्वीप समूह, जिन्हें सामूहिक रूप से चैनल द्वीप कहा जाता है और मैन द्वीप (आईल ऑफ मान), यू के की राजत्व निर्भरता हैं और UK का हिस्सा नहीं हैं। इसके इलावा, UK के चौदह समुद्रपार निर्भर क्षेत्र हैं, ब्रिटिश साम्राज्य, जो १९२२ में अपने चरम पर था, दुनिया के तकरीबन एक चौथाई क्षेत्रफ़ल को घेरता था और इतिहास का सबसे बड़ा साम्रज्य था। इसके पूर्व उपनिवेशों की भाषा, संस्कृति और कानूनी प्रणाली में ब्रिटिश प्रभाव अभी भी देखा जा सकता है। प्रतीकत्मक सकल घरेलू उत्पाद द्वारा दुनिया की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था और क्रय शक्ति समानता के हिसाब से सातवाँ बड़ा देश होने के साथ ही, यूके एक विकसित देश है। यह दुनिया का पहला औद्योगिक देश था और 19वीं और 20वीं शताब्दियों के दौरान विश्व की अग्रणी शक्ति था, लेकिन दो विश्व युद्धों की आर्थिक लागत और 20 वीं सदी के उत्तरार्ध में साम्राज्य के पतन ने वैश्विक मामलों में उसकी अग्रणी भूमिका को कम कर दिया फिर भी यूके अपने सुदृढ़ आर्थिक, सांस्कृतिक, सैन्य, वैज्ञानिक और राजनीतिक प्रभाव के कारण एक प्रमुख शक्ति बना हुआ है। यह एक परमाणु शक्ति है और दुनिया में चौथी सर्वाधिक रक्षा खर्चा करने वाला देश है। यह यूरोपीय संघ का सदस्य है, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक स्थायी सीट धारण करता है और राष्ट्र के राष्ट्रमंडल, जी8, OECD, नाटो और विश्व व्यापार संगठन का सदस्य है। .

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यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, लाहौर

इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय، लाहौर इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लाहौर (अंग्रेज़ी भाषा: University of Engineering and Technology, Lahore, उर्दू: جامعہ ہندسیات و طرزیات، لاہور) पाकिस्तान के सबसे पुराने इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों में से एक है।। यह लाहौर, पंजाब, पाकिस्तान में स्थित है। .

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यूनेस्को मदनजीत सिंह पुरस्कार

संयुक्त राष्ट्र का प्रतिष्ठित पुरस्कार जिसकी स्थापना शांति दूत महात्मा गांधी के जीवन से प्रेरित होकर की गई थी। महात्मा गांधी की 125वीं जयंती पर वर्ष 1995 में शुरु किए गए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की स्थापना में भारतीय राजनयिक तथा यूनेस्को के सदभावना राजदूत मदनजीत सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। सहिष्णुता और अहिंसा को प्रोत्साहित करने के लिए हर दो वर्ष पर यह पुरस्कार व्यक्तियों या संस्थानों को प्रदान किया जाता है। इसमें पुरस्कार स्वरूप दस हजार डॉलर की राशि दी जाती है। यह पुरस्कार 16 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस पर दिया जाता है। .

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यूरेशियाई वृक्ष गौरैया

यूरेशियाई वृक्ष गौरैया, पास्सेर गौरैया परिवार का एक पासेराइन पक्षी है जिसके सिर का ऊपरी हिस्सा और गर्दन का पिछला हिस्सा लाल-भूरे रंग का होता है और प्रत्येक पूर्णतः सफेद गाल पर एक काला धब्बा होता है। इस प्रजाति के दोनों ही लिंगों मे एक समान पंख होते हैं और युवा पक्षी वयस्क पक्षियों के ही एक छोटे रूप जैसे दिखते हैं। गौरैया पक्षी अधिकांश समशीतोष्ण यूरेशिया और दक्षिणपूर्व एशिया में प्रजनन करती हैं जहां यह वृक्ष गौरैया के नाम से जानी जाती हैं और इन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अन्य क्षेत्रों में भी भेजा गया है, जहां इन्हें यहां की मूलनिवासी और इनसे असम्बद्ध अमेरिकी वृक्ष गौरैया से विभेदित करने के लिए यूरेशियाई वृक्ष गौरैया या जर्मन गौरैया के नाम से जाना जाता है। हालांकि इनकी अनेकों उप-प्रजातियों की पहचान हो चुकी है, लेकिन अपनी व्यापक उप-प्रजातियों के बीच भी इस पक्षी का रूप-रंग बहुत अधिक नहीं बदलता है। यूरेशियाई वृक्ष गौरैया का गन्दा घोंसला किसी भी प्राकृतिक कोटर में बना होता है, जो कि किसी ईमारत में बना छेद या मैग्पाई (मुटरी) अथवा सारस पक्षी का बड़ा घोंसला हो सकता है। आदर्शतः ये एक समुच्चय (clutch) में 5 से 6 अंडे देती हैं जो दो सप्ताह में परिपक्व हो जाते हैं। यह गौरैया अपने भोजन के लिए मुख्यतः बीजों पर निर्भर करती है लेकिन ये अकशेरुकी प्राणियों को भी अपना भोजन बनाती हैं, मुख्यतः प्रजनन काल के दौरान.

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यूरोप का इतिहास

एक '''सामी''' परिवार यूरोप में मानव ईसापूर्व 35,000 के आसपास आया। इसके बाद ७००० इस्वी पूर्व से संगठित बसाव यानि बस्तियों के प्रमाण मिलते हैं। काँस्य युगीन सभ्यता (३००० ईसा पूर्व) के समय यहाँ कुछ अधिक बसाव नहीं हुआ - भ़ासकर मिस्र, इराक, चीन और भारतीय सभ्यता के मुकाबले। लेकिन ५०० ईसापूर्व से रोमन और यूनानी साम्राज्यों का उदय हुआ जिसने यूरोप की संस्कृति को बहुत प्रभावित किया। सैन्य, कला और चिंतन के मामले में यूनानियों ने यूरोप के एक कोने में होते हुए भी पूरे यूरोप और बाद में विश्वभर में अपना प्रभाव जमाया। आज यूरोप के देश यूरोपीय संघ के सदस्य हैं जो एक मुद्रा यूरो चलाता है। मध्यकाल में यूरोप छोटे राज्यों में विभक्त हो गया था। विज्ञान और शोध के मामले में धार्मिक मान्यताओं ने अपना प्रभाव बना रखा था। पंद्रहवीं सदी के बाद यह पुनः विकसित हुआ। सैनिक इतिहास का एक छोटा ब्यौरा नीचे लिखा है, कृपया वहाँ देखें। यूरोप के इतिहास को समझने के लिए दक्षिणी (रोम, यूनान और स्पेन), पूर्वी (यानि स्लाविक) और उत्तरी क्षेत्र जिसनें जर्मन मूल की नौर्ड और वाइकिंग तथा केल्ट और गॉल को समझना आवश्यक है। .

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यूसुफ़ रज़ा गिलानी

यूसुफ रजा गिलानी पाकिस्तान के एक राजनितिज्ञ हैं। वे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे। पाकिस्तान की राष्ट्रीय विधानसभा में वे पाकिस्तान पिपुल्स पार्टी से संबद्ध सदस्य के रूप में पंजाब (पाकिस्तान) के NA-151 निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। - पाकिस्तान के राष्ट्रीय विधानसभा | वे पाकिस्तान के सबसे लंबी अवधि तक पद पर बने रहने वाले निर्वाचित प्रधानमंत्री हैं। पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने २६ अप्रैल २0१२ को उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले को फिर से खोलने के लिए स्विस अधिकारियों को पत्र लिखने के आदेश का पालन न करने के कारण अवमानना का दोषी करार दिया। लेकिन वे अपने पद पर बने रहे। १९ जून को सर्वोच्च न्यायालय ने दूसरा आदेश जारी करते हुए उन्हें गत २६ अप्रैल से ही पद पर बने रहने के लिए अयोग्य ठहराया और निर्वाचन आयोग को इस संबंध में अधिसूचना जारी करने का निर्देश दिया। .

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यूसुफ़ज़ई

यूसुफ़ज़ई पश्तून लोग का एक क़बीला है। यह लोग आम तौर पर पाकिस्तान के सूबे ख़ैबर पख़्तूनख़्वा और अफ़्ग़ानिस्तान के पूर्वी इलाक़ों में आबाद हैं, लेकिन इसके अतिरिक्त यह लोग भारत के ऐतिहासिक क्षेत्र रोहिलखंड और दक्कन में भी आबाद हैं। श्रेणी:पश्तून लोग.

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रणजीत सिंह की समाधि

सन् 1848, लाहौर, पाकिस्तान रणजीत सिंह की समाधि (पंजाबी: رنجیت سنگھ دی سمادھی, ਰਣਜੀਤ ਸਿੰਘ ਦੀ ਸਮਾਧੀ) पंजाब के सिख सरदार महाराजा रणजीत सिंह सन् 1839 के मरने की यादगार है। यह क़िला लाहौर और बादशाही मस्जिद के नज़दीक स्थित है। उनके बेटे खड़ग सिंह ने यह उस जगह पर बनानी शुरू की थी जहाँ रणजीत सिंह को मरने के बाद में जलाया गया था। बाद में उनके दूजे बेटे दलीप सिंह ने इसको सन् 1848 में पूरा किया। .

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रमेश लाल

रमेश लाल मोत्वनि (जुल्य ५, १९६८ लर्कन मे) एक राजनयक हे पाकिस्तान मे। इस राज्नयक तो हिन्दु धर्म क भक्थ हे। .

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रसम पगड़ी

रसम पगड़ी या रसम दस्तार (पंजाबी: ਰਸਮ ਪਗੜੀ, उर्दू) उत्तर भारत और पाकिस्तान के कुछ क्षेत्रों की एक सामाजिक रीति है जिसका पालन हिन्दू, सिख और मुस्लिम सभी धार्मिक समुदाय करते हैं। इस रिवाज में किसी परिवार के सब से अधिक उम्र वाले पुरुष की मृत्यु होने पर अगले सब से अधिक आयु वाले जीवित पुरुष के सर पर रस्मी तरीक़े से पगड़ी (जिसे दस्तार भी कहते हैं) बाँधी जाती है। क्योंकि पगड़ी इस क्षेत्र के समाज में इज्ज़त का प्रतीक है इसलिए इस रस्म से दर्शाया जाता है के परिवार के मान-सम्मान और कल्याण की ज़िम्मेदारी अब इस पुरुष के कन्धों पर है। रसम पगड़ी का संस्कार या तो अंतिम संस्कार के चौथे दिन या फिर तेहरवीं को आयोजित किया जाता है। .

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रहमान गुल

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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रहीम यार ख़ान

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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रहीम यार ख़ान ज़िला

रहीम यार ख़ान ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, रहीम यार ख़ान शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 11,880 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 3,141,053 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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रहीम यार खान जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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रहीमुद्दीन खान

जनरल राहीमुद्दीन खान, एक पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध और बलोचिस्तान के पूर्व राज्यपाल थे। तथा, वे जुलाई १९७७ से अप्रैल १९८५ के बीच, बलोचिस्त के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान, बलोचिस्तान में राजनैतिक संकट व अराजकता एवं विद्रोह को दबाने के लिए जाना जाता है। .

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राणा भगवानदास

न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) राणा भगवानदास (20 दिसम्बर 1942 - 23 फ़रवरी 2015), पाकिस्तानी न्यायपालिका के एक उच्च सम्मानित व्यक्ति पाकिस्तानी सर्वोच्य न्यायालय के न्यायधीश एवं कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश थे। वो पाकिस्तान में २००७ के न्यायिक संकट और संक्षिप्त समय के लिए जब पदधारी इफ़्तिख़ार मोहम्मद चौधरी २००५ और २००६ के दौरान विदेश यात्रा पर गये तब कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार सम्भाला http://timesofindia.indiatimes.com/world/pakistan/Rana-Bhagwandas-first-Hindu-chief-justice-of-Pakistan-dies/articleshow/46346596.cms और इस प्रकार वो प्रथम हिन्दू और दूसरे गैर-मुस्लिम व्यक्ति हैं जिन्होंने पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के प्रमुखा का कार्यभार सम्भाला। राणा भगवानदास ने पाकिस्तान के संघीय लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया था। 2009 में वो संघीय नागरिक सेवा के चयन के लिए पैनल के प्रमुख का कार्य भी किया। .

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राना लियाक़त अली ख़ान

बेगम रआना की एक तस्वीर, 1961 बेगम र'आना लियाक़त अली ख़ान (जन्म का नाम: शीला आइरीन पंत), पाकिस्तान की प्रथम महिला, पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाक़त अली ख़ान की बेगम, पाकिस्तान आंदोलन के सदस्य और सिंध की पहली महिला राज्यपाल थीं। .

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रानीपुर

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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राबर्ट फिस्क

रॉबर्ट फिस्क (Robert Fisk जन्म: 12 जुलाई 1946) मेडस्टोन, केंट के रहने वाले एक ब्रिटिश पत्रकार एवं लेखक हैं, जो कि मध्य पूर्व में अपनी बहादुर पत्रकारी के लिए जाने जाते हैं। फिस्क १२ वर्षों से ज्यादा समय तक अंग्रेज़ी अख़बार द इंडिपेंडेंट के लिए मध्य पूर्व के मुख्यत: बेरुत में संवाददाता रह चुके हैं। किसी भी अन्य पत्रकार कि तुलना में फिस्क को पत्रकारिता से संबन्धित कहीं अधिक ब्रिटिश व अंतरराष्ट्रिय पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्हें ७ बार ब्रिटेन का वार्षिक अंतरराष्ट्रिय पत्रकार पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने विभिन्न युद्धों व सैन्य टकरावटों पे किताबें प्रकाशित की हैं। अरबी भाषा बोलने वाले वे उन कुछेक ऐसे पश्चिमी पत्रकारों में हैं जिन्होने ओसामा बिन लादेन का साक्षात्कार किया है। १९९३ से १९९७ के बीच में उन्होने ऐसा ३ बार किया है। .

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राम प्रसाद 'बिस्मिल'

राम प्रसाद 'बिस्मिल' (११ जून १८९७-१९ दिसम्बर १९२७) भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की क्रान्तिकारी धारा के एक प्रमुख सेनानी थे, जिन्हें ३० वर्ष की आयु में ब्रिटिश सरकार ने फाँसी दे दी। वे मैनपुरी षड्यन्त्र व काकोरी-काण्ड जैसी कई घटनाओं में शामिल थे तथा हिन्दुस्तान रिपब्लिकन ऐसोसिएशन के सदस्य भी थे। राम प्रसाद एक कवि, शायर, अनुवादक, बहुभाषाभाषी, इतिहासकार व साहित्यकार भी थे। बिस्मिल उनका उर्दू तखल्लुस (उपनाम) था जिसका हिन्दी में अर्थ होता है आत्मिक रूप से आहत। बिस्मिल के अतिरिक्त वे राम और अज्ञात के नाम से भी लेख व कवितायें लिखते थे। ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी (निर्जला एकादशी) विक्रमी संवत् १९५४, शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में जन्मे राम प्रसाद ३० वर्ष की आयु में पौष कृष्ण एकादशी (सफला एकादशी), सोमवार, विक्रमी संवत् १९८४ को शहीद हुए। उन्होंने सन् १९१६ में १९ वर्ष की आयु में क्रान्तिकारी मार्ग में कदम रखा था। ११ वर्ष के क्रान्तिकारी जीवन में उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं और स्वयं ही उन्हें प्रकाशित किया। उन पुस्तकों को बेचकर जो पैसा मिला उससे उन्होंने हथियार खरीदे और उन हथियारों का उपयोग ब्रिटिश राज का विरोध करने के लिये किया। ११ पुस्तकें उनके जीवन काल में प्रकाशित हुईं, जिनमें से अधिकतर सरकार द्वारा ज़ब्त कर ली गयीं। --> बिस्मिल को तत्कालीन संयुक्त प्रान्त आगरा व अवध की लखनऊ सेण्ट्रल जेल की ११ नम्बर बैरक--> में रखा गया था। इसी जेल में उनके दल के अन्य साथियोँ को एक साथ रखकर उन सभी पर ब्रिटिश राज के विरुद्ध साजिश रचने का ऐतिहासिक मुकदमा चलाया गया था। --> .

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राम प्रसाद नौटियाल

लैंसडौन विधान सभा' क्षेत्र से विधायक के रूप में: प्रथम कार्यकाल:- 1951 to 1957, द्वितीय कार्यकाल - 1957 to 1962 राम प्रसाद नौटियाल (1 अगस्त, 1905 - 24 दिसम्बर, 1980) भारत के स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी तथा राजनेता। .

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राम जेठमलानी

राम जेठमलानी (पूरा नाम: राम भूलचन्द जेठमलानी, رام جيٺملاڻي, जन्म: 14 सितम्बर 1923, सिंध, ब्रिटिश भारत के शिकारपुर शहर में) एक सुप्रसिद्ध भारतीय वकील और राजनीतिज्ञ हैं। 6ठी व 7वीं लोक सभा में वे भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर मुंबई से दो बार चुनाव जीते। बाद में अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में केन्द्रीय कानून मन्त्री व शहरी विकास मन्त्री रहे। किसी विवादास्पद बयान के चलते उन्हें जब भाजपा से निकाल दिया तो उन्होंने वाजपेयी के ही खिलाफ लखनऊ लोकसभा सीट से 2004 का चुनाव लड़ा किन्तु हार गये। 7 मई 2010 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया। 2010 में उन्हें फिर से भाजपा ने पार्टी में शामिल कर लिया और राजस्थान से राज्य सभा का सांसद बनाया। राम जेठमलानी उच्च प्रोफाइल से सम्बन्धित मामलों के मुकदमे की पैरवी करने के कारण विवादास्पद रहे और उसके लिए उन्हें कई बार कड़ी आलोचना का सामना भी करना पड़ा। यद्यपि वे उच्चतम न्यायालय के सबसे महँगे वकील हैं इसके बावजूद उन्होंने कई मामलों में नि:शुल्क पैरवी की। .

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रामचन्द पाकिस्तानी

रामचन्द पाकिस्तान (नस्तालीक़) एक पाकिस्तान की उर्दू भाषा में बनने वाली फ़िल्म है। यह एक ड्रामे के रूप में है और फ़िल्म का निर्देशक महरीन जब्बार है जबकि निर्माता जावेद जब्बार है। इस फ़िल्म में नंदिता दास, राशिद फ़ारूक़, फ़ाज़िल हुसैन, मारिया वास्ती और नौमान एजाज़ अहम किरदार निभाए थे। यह फ़िल्म एक बच्चे की सच्ची कहानी पर आधारित है। यह फ़िल्म भारत में भी जारी हुई थी। .

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रामसर सम्मेलन

RAMSAR चिह्न रामसर सम्मेलन नम भूमि के संरक्षण के लिए विश्व स्तरीय प्रयास है। भविष्य के लिए झीलों एवं नम भूमि का संरक्षण‘ विषय पर आधारित इस सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रलय द्वारा राजस्थान सरकार एवं इन्टरनेशनल लेक एन्वायरन्मेंट कमेटी, जापान के सहयोग से किया गया है। बढते शहरीकरण एवं औद्योगीकरण के कारण विश्व भर में झीलों को अनेक प्रकार से क्षति पहुंची है। इसी कारण से सभी देशों में झीलों के पुनरूद्धार एवं उनकी जल की गुणवत्ता को सुधारने के लिए सघन प्रयास किये गये हैं। भारत पहला देश है जिसने कि जल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए व्यापक कानून बनाया और इसी के साथ विश्व स्तर पर संरक्षण प्रयासों के तहत १९७१ में नम भूमि पर आयोजित रामसर कन्वेंशन में भी सक्रिय रूप से भागीदारी की थी। भारत में अनेक झीलों के संरक्षण के प्रयासों को विश्व स्तर पर सराहा गया है। चिल्का झील के पुनरुद्धार के लिए देश को रामसर संरक्षण अवार्ड दिया गया। इसी प्रकार भोपाल झील के संरक्षण कार्य की भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हुई है। झीलों तथा नम भूमि के संरक्षण के लिए सर्वप्रथम १९८४ में इस प्रकार का पहला सम्मेलन आयोजित किया गया था तथा इसके बाद दो वर्षों के अंतराल में विश्व के विभिन्न भागों में इसके सम्मेलन निरन्तर हो रहे हैं जो वैज्ञानिक सोच के साथ विकासशील देशों को झीलों तथा नम भूमि के रखरखाव के उपाय सुझाते हैं। उन्होंने आशा प्रकट की कि सम्मेलन में आने वाले सुझाव इस कार्य को एक नई दिशा प्रदान करेंगे। .

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राय़विण्ड

राय़विण्ड, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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राशिद लतीफ़

राशिद लतीफ (जन्म; १४ अक्टूबर १९६८, कराची, सिंध, पाकिस्तान), एक पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी और पूर्व कप्तान हैं, जिन्होंने १९९२ से २००३ के बीच टेस्ट क्रिकेट में एक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की भूमिका निभाई थी और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में एक विकेट-कीपर दाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में खेलते थे। उन्होंने २००३ में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में भी काम किया। ये दाहिने हाथ से बल्लेबाजी करते हैं। .

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राष्ट्रमंडल देशों की सूची

यह राष्ट्रमंडल देशों की सूची है, जो किसी समय ब्रिटिश उपनिवेश .

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राष्ट्रकुल

रष्ट्रमण्डल देशों का मानचित्र राष्ट्रकुल, या राष्ट्रमण्डल देश (अंग्रेज़ी:कॉमनवेल्थ ऑफ नेशंस) (पूर्व नाम ब्रितानी राष्ट्रमण्डल), ५३ स्वतंत्र राज्यों का एक संघ है जिसमे सारे राज्य अंग्रेजी राज्य का हिस्सा थे (मोज़ाम्बीक और स्वयं संयुक्त राजशाही को छोड़ कर)। इसका मुख्यालय लंदन में स्थित है। इसका मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र, साक्षरता, मानवाधिकार, बेहतर प्रशासन, मुक्त व्यापार और विश्व शांति को बढ़ावा देना है। इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय प्रत्येक चार वर्ष में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और बैठक में भाग लेती हैं। इसकी स्थापना १९३१ में हुई थी, लेकिन इसका आधुनिक स्वरूप १९४७ में भारत और पाकिस्तान के स्वतंत्र होने के बाद निश्चित हुआ। राष्ट्रमंडल या राष्ट्रकुल देशों का कोई संविधान या चार्टर नहीं है। इसके प्रमुखों की प्रत्येक दो वर्ष में एक बार बैठक होती है। भारत सहित एंटीगुआ, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, ब्रुनेई, कनाडा, साइप्रस, घाना आदि इसके सदस्य हैं। जिम्बाब्वे को २००२ में राष्ट्रकुल की सदस्यता से हटाया गया था और २००३ में यह प्रतिबंध अनिश्चित काल तक बढ़ाया गया था। राष्ट्रकुल समूह के देशों की कुल जनसंख्या १.९ अरब है, जो विश्व की जनसंख्या की एक-तिहाई भाग है। फिजी को कॉमनवेल्थ समूह से २०००-०१ में प्रतिबंधित किया गया था, उसके बाद पुन: उस पर २००६ में प्रतिबंध लगा। नाइजीरिया को १९९५ से १९९९ तक प्रतिबंधित किया गया। पाकिस्तान पर १९९९ में प्रतिबंध लगा था। लंदन घोषणा के तहत ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय राष्ट्रमंडल देशों के समूह की प्रमुख होती हैं। राष्ट्रमंडल सचिवालय की स्थापना १९६५ में हुई थी। इसके महासचिव मुख्य कार्यकारी के तौर पर काम करते हैं। वर्तमान में कमलेश शर्मा इसके महासचिव हैं। उनका चयन नवंबर, २००७ को हुआ। इसके पहले महासचिव कनाडा के आर्नल्ड स्मिथ थे। .

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राष्ट्रकुल से निलंबन

राष्ट्रकुल से निलंबन किसी राष्ट्रकुल के सदस्य देश को दी जाने वाली सबसे गंभीर सजा है। राष्ट्रकुल के नियमों का उल्लंघन करने पर किसी सदस्य को निष्कासन की व्यवस्था के आभाव मे राष्ट्रमंडल मंत्रिस्तरीय कार्य समूह (सीएमएजी) सदस्य को निलंबित करता हैं। 1995 में इस निती की स्थापना के बाद से चार देशों के पास राष्ट्रमंडल से निलंबित किया जा चुका है: फिजी, नाइजीरिया, पाकिस्तान और जिम्बाब्वे। पाकिस्तान के एक दो बार निलंबित किया गया है, नाइजीरिया एक बार निलंबित गया है, फ़िजी को स्थायी रूप से निष्कासित कर दिया गया हैं। जिम्बाब्वे ने अपनी सदस्यता 8 दिसंबर 2003 में वापस ले ली। .

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राष्ट्रीय दिवस

ब्राजील की स्वतन्त्रता मनाने के लिये ''आजादी या मौत'' नामक प्रसिद्ध पेंटिंग राष्ट्रीय दिवस किसी देश द्वारा घोषित वह दिन या तिथि होती है जिस दिन कोई भूभाग राष्ट्र के रूप में उदित हुआ। प्रायः इस दिन सार्वजनिक छुट्टी होती है। .

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राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (भारत)

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, भारतीय सशस्त्र सेना की एक संयुक्त सेवा अकादमी है, जहां तीनों सेवाओं, थलसेना, नौसेना और वायु सेना के कैडेटों को उनके संबंधित सेवा अकादमी के पूर्व-कमीशन प्रशिक्षण में जाने से पहले, एक साथ प्रशिक्षित किया जाता है। यह महाराष्ट्र, पुणे के करीब खडकवासला में स्थित है। जबसे अकादमी की स्थापना हुई है तब से एनडीए के पूर्व छात्रों ने सभी बड़े संघर्ष का नेतृत्व किया है जिसमें भारतीय थलसेना को कार्यवाही के लिए आमंत्रित किया जाता रहा है। पूर्व छात्रों में तीन परमवीर चक्र प्राप्तकर्ता और 9 अशोक चक्र प्राप्तकर्ता शामिल हैं। .

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राष्ट्रीय सूत्रों की सूची

यह प्र्ष्ट विश्व के स्वतन्त्र राष्ट्रों एवं उनकी शाखाओं की सूची है।.

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राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति

राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियाँ (या NOCs) दुनिया भर में ओलम्पिक आंदोलन के राष्ट्रीय घटक हैं। अन्तर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के नियंत्रण में रहते हुए, वे ओलम्पिक खेलों में अपने लोगों की भागीदारी के आयोजन के लिए उत्तरदायी हैं। वे भविष्य के ओलम्पिक खेलों के लिए प्रत्याशी के रूप में अपने स्वायत्त क्षेत्रों के नगरों को मनोनीत कर सकते है। राओस भी अपने भौगोलिक सीमाओं के भीतर राष्ट्रीय स्तर पर अपने खिलाड़ियों के विकास और कोचों और अधिकारियों को प्रशिक्षण दे सकते हैं। वर्ष २००८ तक कुल २०५ रा.ओ.स. है जो प्रभुसत्ता संपन्न और अन्य भौगोलिक क्षेत्रों दोनों का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। सयुंक्त राष्ट्र के सभी १९२ सदस्यों और १३ अन्य क्षेत्रों की ओलम्पिक समितियां हैं.

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राष्ट्रीय कैडेट कोर

एन.सी.सी. विद्यार्थी राष्ट्रीय कैडेट कोर (National Cadet Corps-NCC) नई दिल्ली में अपने मुख्यालय के साथ भारतीय सैन्य कैडेट कोर है। यह स्वैच्छिक आधार पर स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए खुला है। राष्ट्रीय कैडेट कोर अनुशासित और देशभक्त नागरिकों में देश के युवाओं को संवारने में लगे हुए सेना, नौसेना और वायु सेना, जिसमें एक त्रिकोणीय सेवा संगठन है। भारत में राष्ट्रीय कैडेट कोर उच्च विद्यालयों, महाविद्यालयों और पूरे भारत में विश्वविद्यालयों से कैडेटों रंगरूटों जो एक स्वैच्छिक संगठन है। कैडेटों छोटे हथियारों और परेड में बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है। अधिकारियों और कैडेटों वे अपने पाठ्यक्रम को पूरा एक बार राष्ट्रीय कैडेट कोर नई दिल्ली में अपने मुख्यालय के साथ भारतीय सैन्य कैडेट कोर है। यह स्वैच्छिक आधार पर स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए खुला है। राष्ट्रीय कैडेट कोर अनुशासित और देशभक्त नागरिकों में देश के युवाओं को संवारने में लगे हुए हैं |url.

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रासील की लड़ाई

रासील की लड़ाई; Battle of Rasil: रासील की लड़ाई 644 ईस्वी में रशीदुन खिलाफत और राय राजवंश के विरुध्द लड़ी गयी थी और दक्षिण एशिया में रशीदुन खिलाफत की प्रथम मुठभेड़ थी और लड़ाई का सटीक स्थान ज्ञात नहीं है लेकिन इतिहासकारो का मत है की सिँधु नदी के पश्चिम तट पर लड़ी गयी थी। इस अभियान का नेतृव ख़लीफा हजरत उमर ने सुहैल इब्न अदी को सौंपा था सुहैल 643 ईस्वी में वसरा इराक से चलकर मकरान अव वर्तमान पाकिस्तान का हिस्सा है जहा आये यह क्षेत्र सदियों के लिए ससादियनो फारसीयो का परम्पारिक क्षेत्र था लेकिन राय राजवंश के शासकों ने फारसीयो पर आक्रमण करके विजय प्राप्त की इनके बाद रशीदुन खिलाफत ने आक्रमण कर इस क्षेत्र को जीत लिया लेकिन इसे अरब मुसलमनो ने जितने के वाद वहुत जल्दी ही गंवाना पड़ा था। .

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राहत फ़तेह अली खान

राहत फ़तह अली खान(जन्म 1974, फैसलाबाद, पाकिस्तान) एक पाकिस्तानी संगीतकार हैं। वह विश्व प्रसिद्ध सूफी गायक नुसरत फतह अली खान के भतीजे है । राहत भी मुख्य रूप से सूफी गीतकार हैं। कव्वाली के अलावा वह गजल भी गाते हैं। राहत भारतीय फिल्म उद्योग बालीवुड के एक जाने माने पार्श्वगायक हैं। .

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राहत अली

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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राहुल द्रविड़

राहुल शरद द्रविड़ (कन्नड़: ರಾಹುಲ್ ಶರದ್ ದ್ರಾವಿಡ,राहुल शरद द्रविड) (11 जनवरी 1973 को जन्मे) भारतीय राष्ट्रीय टीम के सबसे अनुभवी क्रिकेटरों में से एक हैं, 1996 से वे इसके नियमित सदस्य रहें हैं।अक्टूबर 2005 में वे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के रूप में नियुक्त किये गए और सितम्बर 2007 में उन्होंने अपने इस पद से इस्तीफा दे दिया। १६ साल तक भारत का प्रतिनिधित्व करते रहने के बाद उन्होंने वर्ष २०१२ के मार्च में अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मैट से सन्यास ले लिया। द्रविड़ को वर्ष 2000 में पांच विसडेन क्रिकेटरों में से एक के रूप में सम्मानित किया गया। द्रविड़ को 2004 के उद्घाटन पुरस्कार समारोह में इस वर्ष के आईसीसी प्लेयर और वर्ष के टेस्ट प्लेयर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लम्बे समय तक बल्लेबाजी करने की उनकी क्षमता के कारण उन्हें दीवार के रूप में जाना जाता है, द्रविड़ ने क्रिकेट की दुनिया में बहुत से रिकॉर्ड बनाये हैं। द्रविड़ बहुत शांत व्यक्ति है। "दीवार" के रूप में लोकप्रिय द्रविड़ पिच पर लम्बे समय तक टिके रहने के लिए जाने जाते हैं। सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर के बाद वे तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दस हज़ार से अधिक रन बनाये हैं, 14 फ़रवरी 2007 को, वे दुनिया के क्रिकेट इतिहास में छठे और भारत में सचिन तेंडुलकर और सौरव गांगुली के बाद तीसरे खिलाड़ी बन गए जब उन्होंने एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट में दस हज़ार रन का स्कोर बनाया वे पहले और एकमात्र बल्लेबाज हैं जिन्होंने सभी 10 टेस्ट खेलने वाले राष्ट्र के विरुद्ध शतक बनाया है। 182 से अधिक कैच के साथ वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा कैच का रिकॉर्ड द्रविड़ के नाम है। द्रविड़ ने 18 अलग-अलग भागीदारों के साथ 75 बार शतकीय साझेदारी की है, यह एक विश्व रिकॉर्ड है। .

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राहुल गांधी

राहुल गांधी (जन्म:19 जून 1970) एक भारतीय नेता और भारत की संसद के सदस्य हैं और भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में उत्तर प्रदेश में स्थित अमेठी चुनाव क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। राहुल गांधी १६ दिसंबर २०१७ को हुई औपचारिक ताजपोशी के बाद अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। राहुल भारत के प्रसिद्ध गांधी-नेहरू परिवार से हैं। राहुल को 2009 के आम चुनावों में कांग्रेस को मिली बड़ी राजनैतिक जीत का श्रेय दिया गया है। उनकी राजनैतिक रणनीतियों में जमीनी स्तर की सक्रियता पर बल देना, ग्रामीण जनता के साथ गहरे संबंध स्थापित करना और कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करने की कोशिश करना प्रमुख हैं। आजकल राहुल अपना सारा ध्यान उनकी पार्टी को जड़ से मजबूत बनाने पर केंद्रित कर रहे हैं। .

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राहील शरीफ

जनरल राहील शरीफ (उर्दू: راحیل شریف; जन्म १६ जून १९५६, क़्वेटा, पाकिस्तान) नवम्बर २०१३ से पाकिस्तान के १५वें सेनाध्यक्ष हैं। २९ नवम्बर २०१३ को पाकिस्तान सेना के 15वें सेना प्रमुख के रूप में उन्होंने पदभार संभाला तथा सेवानिवृत्त हो रहे जनरल अशफ़ाक़ परवेज़ कयानी का स्थान लिया। इसके पहले वे इंस्पेक्टर जनरल (ट्रेनिंग ऐंड इवोल्यूशन) के पद पर रहे हैं। उन्हें पाकिस्तान के निशान-ए-इम्तियाज़ व हिलाल-ए-इम्तियाज़ नामक सम्मानों से नवाज़ा जा चुका है। पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष के रूप में उन्हें चार सितारा पदवी हासिल है। .

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राजधानी विकास प्राधिकरण

राजधानी विकास प्राधिकरण (सीडीए), एक जनहित निगम है जिस पर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद शहर में नगर सेवाएं प्रदान करने का उत्तरदायित्व है। इस निगम को 14 जून, 1960 को पहले, 24 जून, 1960 को जारी एक कार्यकारी आदेश (पाकिस्तान राजधानी विनियमन) तत्पश्चात 27 जून, 1960 को जारी राजधानी विकास प्राधिकरण अध्यादेश, द्वारा स्थापित किया था। .

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राजनपुर ज़िला

राजनपुर ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, राजनपुर शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 12,319 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,103,618 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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राजनपुर जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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राजमुकुट

राजमुकुट अथवा द क्राउन(The Crown La Couronne, ला कोहुन्न्/लॅ कोऱुन) (अन्यथा "ताज" या सासामान्यतः "मुकुट"), एक विशेष राजनीतिक संकल्पना है, जिसकी ब्रिटेन तथा अन्य राष्ट्रमण्डल प्रदेशों के विधीशास्त्र तथा राजतांत्रिक व्यवस्था में अतिमहत्वपूर्ण भूमिका है। इस सोच का विकास इंग्लैण्ड राज्य में सामंतवादी काल के दौरान शाब्दिक मुकुट तथा राष्ट्रीय संपदाओं को संप्रभु(नरेश) तथा उनके/उनकी व्यक्तिगत संपत्ति से विभक्त कर संबोधित करने हेतु हुआ था। इस सोच के अनुसार राजमुकुट को प्रशासन के समस्त अंगों तथा हर आयाम में राज्य तथा शासन के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, तथा ब्रिटिश संप्रभु को राजमुकुट के सतत अवतार के रूप में देखा जाता है। अतः ब्रिटेन तथा राष्ट्रमण्डल प्रदेशों मे इस शब्दावली को शासन अथवा सर्कार के लिए एक उपलक्षण(उपशब्द) के रूप में भी उपयोग किया जाता है, या सीधे-सीधे ऐसा भी कहा जा सकता है की यह राजतंत्र को ही संबोधित करने का एक दूसरा तरीका है। विधिक रूप से "राजमुकुट" को एक एकव्यक्ती संस्थान के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो कि विधानपालिका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका के संपूर्ण समुच्च न्यायिक अवतार है। अतः इस संदर्भ में इस शब्द को किसी शाही पोशाक के वास्तविक मुकुट के साथ संभ्रमित नहीं करना चाहिए। एक संस्थान के रूप में, राजमुकुट, ब्रिटेन की राजनीतिकव्यवस्था का सबसे पुराना कार्यशील संस्थान है। बीती सदियों के दौरान, क्रमशः पहले अंग्रेज़ी तथा तत्पश्चात् ब्रिटिश औपनिवेशिक विस्तार द्वारा यह संकल्पना विश्व के अन्य अनेक कोनों तक पहुची, और आज यह यूनाइटेड किंगडम के अतिरिक्त, अन्य 15 स्वतंत्र राष्ट्रों और तीन भिक्त मुकुटीय निर्भरताओं की प्रशासनिक प्रणाली तथा विधिकीय व्यवस्था के मूल आधारभूतियों में जड़ा हुआ है। इनमें से प्रत्येक राष्ट्र के शासन एक-दूसरे से पूर्णतः विभक्त हैं, परंतु सारे के सारे समान रूप से एक ही राजपरिवार को साझा करते हैं। अतः एक नरेश होने के बावजूद इन सारे राष्ट्रों के "राजमुकुट" एक-दूसरे से स्वतंत्र हैं। इस शब्द को और भी कई आधिकारिक शब्दों में देखा जा सकता है, उदाहरणस्वरूप:मुकुट के मंत्री, मुकुटीय भूमि(क्राउन लैण्ड), इत्यादि। .

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राजस्थान

राजस्थान भारत गणराज्य का क्षेत्रफल के आधार पर सबसे बड़ा राज्य है। इसके पश्चिम में पाकिस्तान, दक्षिण-पश्चिम में गुजरात, दक्षिण-पूर्व में मध्यप्रदेश, उत्तर में पंजाब (भारत), उत्तर-पूर्व में उत्तरप्रदेश और हरियाणा है। राज्य का क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग कि॰मी॰ (132139 वर्ग मील) है। 2011 की गणना के अनुसार राजस्थान की साक्षरता दर 66.11% हैं। जयपुर राज्य की राजधानी है। भौगोलिक विशेषताओं में पश्चिम में थार मरुस्थल और घग्गर नदी का अंतिम छोर है। विश्व की पुरातन श्रेणियों में प्रमुख अरावली श्रेणी राजस्थान की एक मात्र पर्वत श्रेणी है, जो कि पर्यटन का केन्द्र है, माउंट आबू और विश्वविख्यात दिलवाड़ा मंदिर सम्मिलित करती है। पूर्वी राजस्थान में दो बाघ अभयारण्य, रणथम्भौर एवं सरिस्का हैं और भरतपुर के समीप केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान है, जो सुदूर साइबेरिया से आने वाले सारसों और बड़ी संख्या में स्थानीय प्रजाति के अनेकानेक पक्षियों के संरक्षित-आवास के रूप में विकसित किया गया है। .

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राजस्थान का संगीत

राजस्थान का संगीत एक संगीत है राजस्थान जो भारत का एक राज्य है। इसके प्रमुख संगीत के क्षेत्र जोधपुर,जयपुर,जैसलमेर तथा उदयपुर इत्यादि माने जाते हैं। ऐसा ही संगीत नज़दीकी राष्ट्र पाकिस्तान (सिंध) में भी सुनने को मिलता है। .

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राजस्थानी भाषा और साहित्य

राजस्थानी आधुनिक भारतीय आर्य भाषाओं में से एक है, जिसका वास्तविक क्षेत्र वर्तमान राजस्थान प्रांत तक ही सीमित न होकर मध्यप्रदेश के कतिपय पूर्वी तथा दक्षिणी भाग में और पाकिस्तान के वहावलपुर जिले तथा दूसरे पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी सीमा प्रदेशों में भी है। .

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राजा बीरबल

राजा बीरबल(1528-1586)-असली नाम महेश दास भट्ट(राव राजपूत) (जन्म-1528 ई.; मृत्यु- 1586 ई.) मुग़ल बादशाह अकबर के नवरत्नों में सर्वाधिक लोकप्रिय एक भट्ट ब्राह्मण(राव राजपूत) दरबारी था। बीरबल की व्यंग्यपूर्ण कहानियों और काव्य रचनाओं ने उन्हें प्रसिद्ध बनाया था। बीरबल ने दीन-ए-इलाही अपनाया था और फ़तेहपुर सीकरी में उनका एक सुंदर मकान था। बादशाह अकबर के प्रशासन में बीरबल मुग़ल दरबार का प्रमुख वज़ीर था और राज दरबार में उसका बहुत प्रभाव था। बीरबल कवियों का बहुत सम्मान करता था। वह स्वयं भी ब्रजभाषा का अच्छा जानकार और कवि था। .

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राजा मेहदी अली ख़ान

राजा मेहदी अली ख़ान (1928-1966, راجہ مہدی علی خان) एक भारतीय कवि, लेखक और गीतकार थे। .

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राजा सरूप खान

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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राजगुरु

अमर शहीद '''शिवराम हरि राजगुरु''' शिवराम हरि राजगुरु (मराठी: शिवराम हरी राजगुरू, जन्म:२४अगस्त१९०८-मृत्यु:२३ मार्च १९३१) भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख क्रान्तिकारी थे। इन्हें भगत सिंह और सुखदेव के साथ २३ मार्च १९३१ को फाँसी पर लटका दिया गया था। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में राजगुरु की शहादत एक महत्वपूर्ण घटना थी। शिवराम हरि राजगुरु का जन्म भाद्रपद के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी सम्वत् १९६५ (विक्रमी) तदनुसार सन् १९०८ में पुणे जिला के खेडा गाँव में हुआ था। ६ वर्ष की आयु में पिता का निधन हो जाने से बहुत छोटी उम्र में ही ये वाराणसी विद्याध्ययन करने एवं संस्कृत सीखने आ गये थे। इन्होंने हिन्दू धर्म-ग्रंन्थों तथा वेदो का अध्ययन तो किया ही लघु सिद्धान्त कौमुदी जैसा क्लिष्ट ग्रन्थ बहुत कम आयु में कण्ठस्थ कर लिया था। इन्हें कसरत (व्यायाम) का बेहद शौक था और छत्रपति शिवाजी की छापामार युद्ध-शैली के बड़े प्रशंसक थे। वाराणसी में विद्याध्ययन करते हुए राजगुरु का सम्पर्क अनेक क्रान्तिकारियों से हुआ। चन्द्रशेखर आजाद से इतने अधिक प्रभावित हुए कि उनकी पार्टी हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी से तत्काल जुड़ गये। आजाद की पार्टी के अन्दर इन्हें रघुनाथ के छद्म-नाम से जाना जाता था; राजगुरु के नाम से नहीं। पण्डित चन्द्रशेखर आज़ाद, सरदार भगत सिंह और यतीन्द्रनाथ दास आदि क्रान्तिकारी इनके अभिन्न मित्र थे। राजगुरु एक अच्छे निशानेबाज भी थे। साण्डर्स का वध करने में इन्होंने भगत सिंह तथा सुखदेव का पूरा साथ दिया था जबकि चन्द्रशेखर आज़ाद ने छाया की भाँति इन तीनों को सामरिक सुरक्षा प्रदान की थी। २३ मार्च १९३१ को इन्होंने भगत सिंह तथा सुखदेव के साथ लाहौर सेण्ट्रल जेल में फाँसी के तख्ते पर झूल कर अपने नाम को हिन्दुस्तान के अमर शहीदों की सूची में अहमियत के साथ दर्ज करा दिया। .

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राजेन्द्र कुमार (अभिनेता)

राजेन्द्र कुमार (२० जुलाई १९२९ – १२ जुलाई १९९९) ६० तथा ७० के दशकों में बॉलीवुड के सफलतम अभिनेताओं में से एक थे। ८० के दशक में वह कई फ़िल्मों के निर्माता थे जिनमें उनके पुत्र कुमार गौरव ने अभिनय किया है। उनका जन्म ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रान्त के सियालकोट शहर में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। .

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रावलपिंडी

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर श्रेणी:रावलपिंडी.

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रावलपिंडी ज़िला

रावलपिंडी ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, रावलपिंडी शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 5,286 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 3,363,911 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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रावी नदी

चम्बा में रावी नदी रावी उत्तरी भारत में बहनेवाली एक नदी है। इसका पौराणिक नाम परुष्णी है। .

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रिचर्ड होलब्रूक

रिचर्ड चार्ल्स अल्बर्ट होलब्रूक (जन्म २४ अप्रैल १९४१), अफ़्गानिस्तान एवं पाकिस्तान को बराक ओबामा सरकार की ओर से विशेष राजनयिक हैं।।। बोर्न १९४१ अन्द दिएद १३थ देचेम्बेर २०१०।.

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रियाज हुसैन

पाकिस्तानी जनरल और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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रिसर्च एंड एनालिसिस विंग

रिसर्च एंड एनालिसिस विंग या संक्षेप में रॉ (हिन्दी अनुवाद: अनुसंधान और विश्लेषण स्कंध) भारत की अंतर्राष्ट्रीय गुप्तचर संस्था है। इसका गठन सितंबर १९६८ में किया गया था जब अन्वेषण ब्यूरो (जो पहले घरेलु व अंतर्राष्ट्रीय मामले संभालती थी) १९६२ के भारत-चीन युद्ध व १९६५ के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अच्छी तरह कार्य नहीं कर पाई थी जिसके चलते भारतीय सरकार को एक ऐसी संस्था की ज़रूरत महसूस हुई जो स्वतन्त्र और सक्षम तरीके से बाहरी जानकारियाँ जमा कर सके। रॉ का मुख्य कार्य जानकारी इकठ्ठा करना, आतंकवाद को रोकना व गुप्त ऑपरेशनों को अंजाम देना है। इसके साथ ही यह विदेशी सरकारों, कंपनियों व इंसानों से मिली जानकारी पर कार्य करना है ताकि भारतीय नीति निर्माताओं को सलाह दी जा सके। रॉ का मुख्यालय नई दिल्ली में है और इसके निदेशक अनिल धस्माना है जो मध्य प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी है। .

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रिक्टर पैमाना

चार्ल्स रिक्टर रिक्टर पैमाना (अंग्रेज़ी:Richter magnitude scale) भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है। किसी भूकम्प के समय भूमि के कम्पन के अधिकतम आयाम और किसी यादृच्छ (आर्बिट्रेरी) छोटे आयाम के अनुपात के साधारण लघुगणक को 'रिक्टर पैमाना' कहते हैं। रिक्टर पैमाने का विकास १९३० के दशक में किया गया था। १९७० के बाद से भूकम्प की तीव्रता के मापन के लिये रिक्टर पैमाने के स्थान पर 'आघूर्ण परिमाण पैमाना' (Moment Magnitude Scale (MMS)) का उपयोग किया जाने लगा। 'रिक्तर पैमाने' का पूरा नाम रिक्टर परिमाण परीक्षण पैमाना (रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल) है और लघु रूप में इसे स्थानिक परिमाण (लोकल मैग्नीट्यूड) (M_L) लिखते हैं। .

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रज़ा हसन

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१४ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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रज़ीया बट

रजिया बट (उर्दू رضیہ بٹ) पाकिस्तान से एक उर्दू उपन्यासकार और नाटककार थी। उनके उपन्यासों में आम तौर पर मजबूत महिला पात्र होते हैं, और फिल्मों और टेलीविज़न नाटकों में नाटकीय रूप से चित्रित  हैं। .

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रजा परवेज़ अशरफ़

रजा परवेज़ अशरफ़ (अंग्रेजी: Raja Pervaiz Ashraf, उर्दू: راجا پرویز اشرف जन्म: 26 दिसम्बर 1950) पाकिस्तान के सत्रहवें एवं सम्प्रति वर्तमान प्रधान मन्त्री हैं। इससे पूर्व वे यूसुफ रजा गिलानी की कैबिनेट में मार्च 2008 से फरवरी 2011 तक जल एवं ऊर्जा मन्त्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। अशरफ़ पाकिस्तान के रावलपिण्डी शहर से ताल्लुक रखते हैं। वे पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। गिलानी को जब पाकिस्तानी उच्चतम न्यायालय ने प्रधान मन्त्री पद के लिये अयोग्य करार दिया उसके बाद ही उन्होंने 22 जून 2012 को पदभार ग्रहण किया। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी द्वारा उन्हें पाकिस्तान के प्रधान मन्त्री पद के लिये प्रत्याशी बनाया। अशरफ़ ने यह चुनाव नेशनल असेम्बली में 89 के मुकाबले 211 मतों से जीत लिया और पाकिस्तान के प्रधान मन्त्री पद की बागडोर सम्हाली। अशरफ़ पाकिस्तान की राष्ट्रीय विधानसभा में पाकिस्तानी पंजाब के गूजर खान निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। - अभिगमन तिथि २२ जून २0१२ .

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रजिन्दर कौर भट्ठल

रजिन्दर कौर भटटल पंजाब की प्रथम और एकमात्र महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। .

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रवि पॉल

हवलदार रवि पॉल, 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उडी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुए एक आतंकी हमले में शहीद जवान है इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .

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रविन्द्र कौशिक

रविन्द्र कौशिक रॉ जासूस थे उन्हें वहाँ पकड़ लिया गया था और पाकिस्तान की जैल में डाल दिया गया अंत में वहाँ ही उनकी मौत हो गई। .

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रंजना गौहर

रंजना गौहर प्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना, केरियोग्राफर तथा फिल्म निर्मात्री हैं। उन्हे पद्मश्री व संगीत नाटक अकादमी के पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। वह ओडिसी नृत्य के संदर्भ में एक किताब ('ओडिसी द डांस डिवाइन') भी लिख चुकी हैं। .

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रंगीला रसूल

रंगीला रसूल १९२० के दशक में प्रकाशित पुस्तक है जो लाहौर के राजपाल एण्ड सन्स ने प्रकाशित की थी। इसके लेखक 'चामुपति एम ए' या किशन प्रसाद प्रताब नामक आर्यसमाजी थे किन्तु लेखक का नाम प्रकाशन ने कभी नहीं बताया। यह पुस्तक बहुत विवादास्पद सिद्ध हुई। इसमें पैगम्बर मुहम्मद के विवाह एवं सेक्स जीवन का रोचक ढंग से वर्णन किया गया है। यह पुस्तक मूलतः उर्दू में छपी थी किन्तु बाद में इसका हिन्दी संस्करण भी प्रकाशित हुआ। यह पुस्तक आज तक भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में प्रतिबन्धित है। इसके जवाब में मुसलमानों के लगभग सभी गुटों की तरफ से मौलाना सनाउल्‍लाह अमृतसरी ने उर्दू में मुकददस रसूल बजवाब रंगीला रसूल लिखी। .

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रुचि राम साहनी

रुचि राम साहनी (5 अप्रैल, 1863 – 3 जून, 1948) पंजाब के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे जिनका अविभाजित पंजाब के शिक्षा-व्यवस्था और वैज्ञानिक-सोच पर गहरा प्रभाव था। वे एक वैज्ञानिक, शिक्षाविद, नवाचारी, तेजस्वी राष्ट्रभक्त, समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता तथा पंजाब में विज्ञान शिक्षा के प्रसार में उत्प्रेरक की तरह थे। वे सुप्रसिद्ध पुरावनस्पतिविज्ञानी बीरबल साहनी के पिता थे। .

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रुडयार्ड किपलिंग

रुडयार्ड किपलिंग (30 दिसम्बर 1865 - 18 जनवरी 1936) एक ब्रिटिश लेखक और कवि थे। ब्रिटिश भारत में बंबई में जन्मे, किपलिंग को मुख्य रूप से उनकी पुस्तक द जंगल बुक(1894) (कहानियों का संग्रह जिसमें रिक्की-टिक्की-टावी भी शामिल है), किम 1901 (साहस की कहानी), द मैन हु वुड बी किंग (1888) और उनकी कविताएं जिसमें मंडालय (1890), गंगा दीन (1890) और इफ- (1910) शामिल हैं, के लिए जाने जाते हैं। उन्हें "लघु कहानी की कला में एक प्रमुख अन्वेषक" माना जाता हैरूदरफोर्ड, एंड्रयू (1987).

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रुपया

रुपया (रु.) (हिंदी और उर्दू: रुपया, संस्कृत: रूप्यकम् से उत्प्रेरित जिसका अर्थ चांदी का सिक्का है) भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, मॉरीशस और सेशल्स में उपयोग मे आने वाली मुद्रा का नाम है। इंडोनेशिया की मुद्रा को रुपिया जबकि मालदीव की मुद्रा को रुफियाह, के नाम से जाना जाता है जो असल मे हिन्दी शब्द रुपया का ही बदला हुआ रूप है। भारतीय और पाकिस्तानी रुपये मे सौ पैसे होते हैं (एकवचन पैसा) में, श्रीलंकाई रुपये में 100 सेंट, तथा नेपाली रुपये को सौ पैसे या चार सूकों (एकवचन सूक) या दो मोहरों (एकवचन मोहर) मे विभाजित किया जा सकता है। .

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रुपया चिह्न

रुपया चिह्न (₨), एक मुद्रा चिह्न है जिसका प्रयोग श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान, मॉरीशस, सिसलीस, इण्डोनेशिया तथा मालदीव में धन के आर्थिक चिह्न के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह लैटिन वर्ण क्रम "Rs" or "Rs." से मिलता-जुलता है तथा आमतौर पर इसी रूप में लिखा जाता है। रुपया चिह्न यूनिकोड कैरेक्टर सेट में U+20A8 पर ऍन्कोड किया गया है। पहले यह भारतीय रुपये को व्यक्त करने के लिये प्रयोग किया जाता था परन्तु १५ जुलाई २०१० के पश्चात एक नया मुद्रा चिह्न, 8px प्रयोग किया जाता है। रुपया चिह्न अन्य भाषाओं में भी है। उनमें से कुछ जो यूनिकोड मानकों में ऍन्कोड किये गये हैं: .

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रुम्मन रईस

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१७ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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रैडक्लिफ़ अवार्ड

रैडक्लिफ़ रेखा 17 अगस्त 1947 को भारत विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा बन गई। सर सिरिल रैडक्लिफ़ की अध्यक्षता में सीमा आयोग द्वारा रेखा का निर्धारण किया गया, जो 88 करोड़ लोगों के बीच क्षेत्र को न्यायोचित रूप से विभाजित करने के लिए अधिकृत थे। भारत का विभाजन .

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रैबारी

रबारी, रैबारी राईका, गोपालक एव देसाई के नाम से जानेवाली  यह एक अति प्राचीन क्षत्रिय जाती है। जिसके मूल सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े हुए हैं खेती और पशुपालन भारतीय लोगो का मुख्य व्यवसाय रहा है।  इस जाती के लोग भी इसी  व्यवसाई से जुड़े हुए लोग है।  रैबारी उत्तर भारत की एक प्रमुख एव प्राचीन जनजाति है।  इन्हें अहीर जाति के एक शाखा माना जाता है.

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रैगिंग

रैगिंग का शब्द अधिकांश रूप से भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका में प्रयोग किया जाता है। इस शब्द का मतलब है कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में वरिष्ठ छात्र नए छात्रों से अपनी बड़ाई प्रकट करने के लिए बहुत ही अपमानजनक रूप से पेश आते हैं, अभद्र हरकतें और अभद्र तरीकों का प्रदर्शन करने पर जोर देते हैं। यह कई बार घिनौना रूप धारण करता है जब नए छात्र मानसिक या शारीरिक यातना झेलने लगते हैं। --> वर्तमान रूप में कहा जाता है कि श्रीलंका दुनिया में रैगिंग से सर्वाधिक प्रभावित देश है। भारत में विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग ने भारतीय विश्वविद्यालयों में इसको रोकने के लिए कई निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए एक टोल फ्री हेल्पलाइन भी शुरू की गई है। .

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रूथ फ़ॉ

सिस्टर डॉक्टर रूथ कैथेरिना मार्था फ़ॉ द न्यूज़, अभिगमन तिथि: ११ अगस्त २०१७ (9 सितम्बर 1929 – 10 अगस्त 2017) जर्मन-पाकिस्तानी चिकित्सक और नन थीं। वो अपने जीवन के लगभग ५० वर्ष से पाकिस्तान में कुष्ठ रोगियों के जीवन के लिए बिताये। .

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रूना लैला

रूना लैला (बांग्ला: রুনা লায়লা, जन्म १७ नवम्बर १९५२) एक बंगलादेशी गायिका और पार्श्वगायिका हैं जो सारे भारतीय उपमहाद्वीप में ख्याति प्राप्त कर चुकी हैं। उन्होंने बंगलादेश, भारत और पाकिस्तान की फ़िल्मी दुनिया में १९६० से लेकर १९८५ तक बहुत गाने गाये हैं। उनका सब से मशहूर गाना दमादम मस्त क़लन्दर है। .

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रूमाली रोटी

रुमाली रोटी (उर्दु: رومالی روٹی) भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भागों, विशेषकर उत्तर भारत एवं पाकिस्तान में प्रचलित एक बहुत पतली मैदा से बनी रोटी होती है। इसे प्रायः कबाब के संग खाया जाता है। यह मुगलई खानपान का अभिन्न अंग है। इसका नाम रुमाल से निकला है, क्योंकि ये रुमाल की तरह पतली होती है, व तह कर रखी जाती है। श्रेणी:उत्तर भारतीय खाना श्रेणी:भारतीय खाना.

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रूज़ा शरीफ

रोज़ा शरीफ या शेख अहमद फारुकी सरहिंद (दरियाह के मुजदाद, अल्फ-सानी) के रूप में जाना जाता हैगुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब के उत्तर में एक छोटे से दूरी पर सरहिंद -बस्सी पठाना रोड पर स्थित है। शेख अहमद फारूकी 1563 से 1624 तक अकबर और जहांगीर के समय इस स्थान पर रहते थे। .

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रेबा सोम

डॉ रेबा सोम (जन्म, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल) एक भारतीय अकादमिक, इतिहासकार, लेखक और शास्त्रीय गायक है।  वह कोलकाता में 'सांस्कृतिक संबंधों के लिए भारतीय परिषद' रबींद्रनाथ टैगोर केंद्र के निदेशक हैं। रेबा सोम रवींद्रसंगीत की एक प्रशिक्षित गायक भी है। उनकी कॉम्पैक्ट डिस्क, रवींद्रनाथ टैगोर (तृतीय मिलननेओ, रोम, इटली 2003 और सरेगामा - भारत, मई 2004) के चयनित गीतों में उनके अंग्रेजी अनुवाद और टैगोर के गीतों के लिप्यंतरण शामिल हैं। .

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रेमिन, पंजाब

रेमिन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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रेल गेज

350px रेल गेज, किसी रेलवे लाइन की दो समानांतर भार वहन पटरियों के शीर्षों के भीतरी पक्षों के बीच की दूरी को परिभाषित करती है। दुनिया की लगभग साठ प्रतिशत रेलवे मिमी (4 फुट 8 में 1/2) की मानक गेज का उपयोग करती हैं। चौड़े गेज को ब्रॉड गेज या बड़ी लाइन कहा जाता है, छोटे गेज को नैरो गेज या छोटी लाइन कहते हैं, व एक मीटर चौड़े गेज को मीटर गेज या मीटर लाइन कहते हैं। जहां भिन्न गेज आपस में मिलते हैं, उसे गेज भंग (ब्रेक ऑफ गेज) कहते हैं। कुछ रेल ट्रैक दोहरे या तिहरे गेज के होते हैं, जिनमें तीन या चार पटरियां होती हैं। इन पर एक से अधिक गेज की गाड़ियां जा सकती हैं। गेज सह्य सीमा से पता चलता है कि वास्तविक गेज का नाप मानक नाप से सुरक्षा में रहते हुए कितना अंतर तक हो सकता है। उदाहरणतः यू.एस.

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रेशमा

रेशमा (c.1947 – 3 नवम्बर 2013) सितारा-ए-इम्तियाज़ से सम्मानित पाकिस्तानी लोक गायिका थीं। वो भारत में भी काफ़ी लोकप्रिय थी। उनका 3 नवम्बर 2013 को पाकिस्तान के लाहौर में निधन हो गया। .

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रेशियाँ

रेशियाँ (अंग्रेज़ी: Reshian, उर्दु: ریشیاں) आज़ाद कश्मीर के हट्टियाँ बाला ज़िले में स्थित एक बस्ती है। यह लीपा घाटी का द्वार माना जाता है और मुज़फ़्फ़राबाद से ६७ किमी दूर १,६७४ मीटर (५,४९२ फ़ुट) की ऊँचाई पर बसा हुआ है। यहाँ से ५०० मीटर दूर ३,२०० मीटर (१०,५०० फ़ुट) ऊँचा रेशियाँ दर्रा है जहाँ से लीपा वादी में प्रवेश किया जा सकता है। मुज़फ़्फ़राबाद से यहाँ के लिये रोज़ बस-सेवा चलती है। .

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रॉबर्ट वाड्रा

रॉबर्ट वाड्रा (जन्म-18 मई 1969) भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की सुपुत्री प्रियंका के पति हैं। .

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रॉल्फ गर्फथ

वे एक ब्रिटिश अधिकारी थे और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व कार्यवाहक राज्यपाल थे। .

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रोटी

रोटी भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, मलेशिया में सामान्य खाने में पका कर खाये जाने वाली चपटी खाद्य सामग्री है। यह आटे एवं पानी के मिश्रण को गूंध कर उससे बनी लोई को बेलकर एवं आँच पर सेंक कर बनाई जाती है। रोटी बनाने के लिए आमतौर पर गेहूँ का आटा प्रयोग किया जाता है पर विश्व के विभिन्न हिस्सों में स्थानीय अनाज जैसे मक्का, जौ, चना, बाजरा आदि भी रोटी बनाने के लिए प्रयुक्त होता है। भारत के विभिन्न भागों में रोटी के लिए विभिन्न हिंदी नाम प्रचलित हैं, जिनमे प्रमुख हैं: -.

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रोहड़ी

रोहड़ी (सिन्धी:, उर्दू:, अंग्रेज़ी: Rohri), जिसे मध्यकाल में 'अरोर' और 'अलोर' कहा जाता था, पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के सक्खर ज़िले में सिन्धु नदी के पूर्वी किनारे पर स्थित एक शहर है। .

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रोहित शर्मा

रोहित गुरूनाथ शर्मा (Rohit Sharma) (जन्म: ३० अप्रैल १९८७) एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी है। इनका जन्म नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ था। रोहित मुख्य रूप से सलामी बल्लेबाज के रूप में जाने जाते हैं। रोहित टेस्ट क्रिकेट, वनडे और ट्वेन्टी-ट्वेन्टी के अलावा इंडियन प्रीमियर लीग में भी खेलते है इसके अतिरिक्त मुम्बई इंडियन्स टीम के कप्तान भी है। वर्तमान में वे भारतीय वनडे टीम के उप कप्तान भी है। उन्होंने अपने टेस्ट कैरियर की शुरुआत वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ ०९ नवम्बर २०१३ को कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर खेलकर की थी उस मैच में रोहित ने १७७ रनों की पारी खेली थी, उन्होंने १०८ वनडे मैचों के बाद टेस्ट मैच खेला था। जबकि एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर की शुरुआत २३ जून २००७ को आयरलैण्ड क्रिकेट टीम के खिलाफ की थी। इनके अलावा रोहित ने अपने ट्वेन्टी-ट्वेन्टी में अपना पहला मैच १९ सितम्बर २००७ को इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। १३ नवम्बर २०१४ को कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान पर श्रीलंकाई टीम के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए २६४ रनों की पारी खेलकर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक मैच में सबसे ज्यादा रन अर्थात सर्वोच्च स्कोर बनाकर नया कीर्तिमान कायम किया है। रोहित शर्मा एक दिवसीय क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी है। इन्होंने वनडे में तीन दोहरे शतक लगाये है जो अभी तक किसी बल्लेबाज ने नहीं लगाए है। फ़ोर्ब्स इंडिया २०१५ के भारत के १०० शीर्ष प्रसिद्ध व्यक्तियों में शर्मा को ८वाँ स्थान मिला। महेंद्र सिंह धोनी और गौतम गंभीर के बाद अपनी टीम को आईपीएल खिताब दिलाने वाले तीसरे कप्तान हैं। .

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रोहिंग्या लोग

रोहिंग्या लोग (ऐतिहासिक तौर पर अरकानी भारतीय (आकनीज़ इंडियंज़) के नाम से भी पहचाने जाते हैं) म्यांमार देश के रखाइन राज्य और बांग्लादेश के चटगाँव इलाक़े में बसने वाले राज्यविहीन हिन्द-आर्य लोगों का नाम है। रखाइन राज्य पर बर्मी क़ब्ज़े के बाद अत्याचार के माहौल से तंग आ कर बड़ी संख्या में रोहिंग्या लोग थाईलैंड में शरणार्थी हो गए। रोहिंग्या लोग आम तौर पर मुसलमान होते हैं, लेकिन अल्पसंख्या में कुछ रोहिंग्या हिन्दू भी होते हैं। ये लोग रोहिंग्या भाषा बोलते हैं। 2016-17 संकट से पहले म्यांमार में क़रीब 8 लाख रोहिंग्या लोग रहते थे और यह लोग इस देश की सरज़मीन पर सदियों से रहते आए हैं, लेकिन बर्मा के बौद्ध लोग और वहाँ की सरकार इन लोगों को अपना नागरिक नहीं मानते हैं। इन रोहिंग्या लोगों को म्यांमार में बहुत अत्याचार का सामना करना पड़ा है। बड़ी संख्या में रोहिंग्या लोग बांग्लादेश और थाईलैंड की सरहदों पर स्थित शरणार्थी कैंपों में अमानवीय हालातों में रहने को मजबूर हैं। युनाइटेड नेशंज़ के मुताबिक़ रोहिंग्या लोग दुनिया के सब से उत्पीड़ित अल्पसंख्यक समूहों में से एक है। 1982 म्यांमार राष्ट्रीयता क़ानून के तहत रोहिंग्या लोगों को म्यांमार में नागरिकता प्राप्त करने से प्रतिबन्धित है। ह्यूमन राइट्स वॉच के मुताबिक़ 1982 क़ानून ने प्रभावी तौर पर रोहिंग्या लोगों के लिए राष्ट्रीयता प्राप्त करने की कोई भी सम्भवता दूर की थी। म्यांमार में रोहिंग्या लोगों का इतिहास 8वीं सदी में शुरू हुआ था, इसके बावजूद इन्हें म्यांमारी क़ानून के आठ "राष्ट्रीय समूहों" में से वर्गीकृत नहीं है। वे आंदोलन की स्वतंत्रता, राज्य शिक्षण प्राप्त करने से और नागरिक सेवा में काम करने से भी प्रतिबन्धित हैं। म्यांमार में रोहिंग्या लोगों की क़ानूनी अवस्था को दक्षिण अफ़्रीका में रंगभेद नीति यानि अपार्थीड के साथ तुलना हुई है।Marshall, Andrew R.C., August 12, 2013,, retrieved September 21, 2017Ibrahim, Azeem (fellow at,, and 2009), June 16, 2016 Yale Online,, September 21, 2017 Sullivan, Dan, January 19, 2017,,, retrieved September 21, 2017, former Archbishop of,, Laureate (anti-apartheid & national-reconciliation leader), January 19, 2017,, citing "Burmese apartheid" reference in 1978 at; also online at:, retrieved September 21, 2017 .

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रोहू मछली

रोहू मछली रोहू (वैज्ञानिक नाम - Labeo rohita) पृष्ठवंशी हड्डीयुक्त मछली है जो ताजे मीठे जल में पाई जाती है। इसका शरीर नाव के आकार का होता है जिससे इसे जल में तैरने में आसानी होती है। इसके शरीर में दो तरह के मीन-पक्ष (फ़िन) पाये जाते हैं, जिसमें कुछ जोड़े में होते हैं तथा कुछ अकेले होते हैं। इनके मीन पक्षों के नाम पेक्टोरेल फिन, पेल्विक फिन, (जोड़े में), पृष्ठ फिन, एनलपख तथा पुच्छ पंख (एकल) हैं। इनका शरीर साइक्लोइड शल्कों से ढँका रहता है लेकिन सिर पर शल्क नहीं होते हैं। सिर के पिछले भाग के दोंनो तरफ गलफड़ होते हें जो ढक्कन या अपरकुलम द्वारा ढके रहते हैं। गलफड़ों में गिल्स स्थित होते हैं जो इसका श्वसन अंग हैं। ढक्कन के पीछे से पूँछ तक एक स्पष्ट पार्श्वीय रेखा होती है। पीठ के तरफ का हिस्सा काला या हरा होता है और पेट की तरफ का सफेद। इसका सिर तिकोना होता है तथा सिर के नीचे मुँह होता है। इसका अंतः कंकाल हड्डियों का बना होता है। आहारनाल के ऊपर वाताशय अवस्थित रहता है। यह तैरने तथा श्वसन में सहायता करता है। भोजन के रूप में इसका विशेष महत्व है। भारत में उड़ीसा, बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल तथा असम के अतिरिक्त थाइलैंड, पाकिस्तान और बांग्लादेश के निवासियों में यह सर्वाधिक स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक समझी जाती है। उड़िया और बंगाली भोजन में इसके अंडों को तलकर भोजन के प्रारंभ में परोसा जाता है तथा परवल में भरकर स्वादिष्ट व्यंजन पोटोलेर दोलमा तैयार किया जाता है, जो अतिथिसत्कार का एक विशेष अंग हैं। बंगाल में इससे अनेक व्यंजन बनाए जाते हैं। इसे सरसों के तेल में तल कर परोसा जाता है, कलिया बनाया जाता है जिसमें इसे सुगंधित गाढ़े शोरबे में पकाते हैं तथा इमली और सरसों की चटपटी चटनी के साथ भी इसे पकाया जाता है। पंजाब के लाहौरी व्यंजनों में इसे पकौड़े की तरह तल कर विशेष रूप से तैयार किया जाता है। इसी प्रकार उड़ीसा के व्यंजन माचा-भाजी में रोहू मछली का विशेष महत्व है। ईराक में भी यह मछली भोजन के रूप में बहुत पसंद की जाती है। रोहू मछली शाकाहारी होती है तथा तेज़ी से बढ़ती है इस कारण इसे भारत में मत्स्य उत्पादन के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ मछलियों में से एक माना गया है। .

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रोहेड़ा

रोहिड़ा या टेकोमेला उण्डुलता (इसका वानस्पतिक नाम (Tecomella undulata) है) राजस्थान का राजकीय पुष्प (१९८३ में घोषित) है। यह मुख्यतः राजस्थान के थार मरुस्थल और पाकिस्तान मे पाया जाता है। रोहिड़ा का वृक्ष राजस्थान के शेखावटी व मारवाड़ अंचल में इमारती लकड़ी का मुख्य स्रोत है। यह मारवाड़ टीक के नाम से भी जाना जाता है। शुष्क व अर्ध शुष्क क्षेत्रों में पाया जाने वाला यह वृक्ष पतझड़ी प्रकार का है। रेत के धोरों के स्थिरीकरण के लिए यह वृक्ष बहुत उपयोगी है। .

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रोग़न जोश

रोग़न जोश भेड़ के मांस का एक कश्मीरी व्यंजन है जो कश्मीरी खाने की एक ख़ासियत मानी जाती है। .

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रीता ईश्वर

रीता ईश्वर एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा की सांसद हैं | वे प्रथम हिन्दू महिला पाकिस्तान की नेशनल असैंबली की सांसद हैं | .

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लड्डू

लड्डू लड्डू एक प्रकार की मिठाई है जो से कई तरह से बनाई जाती है। यह बेसन, मोतीचूर, गोंद इत्यादि कई अलग-अलग चीजों से तैयार किया जाता है। भारत के अलावा यह पाकिस्तान में भी बनाया और पसन्द किया जाता है। लड्डू सैंकड़ो प्रकार के होते हैं और बनाये जा सकते हैं। हर जगहों के लडडुओं की अलग अलग विशेषतायें होती है। प्राचीन काल में लड्डू किसी भी उत्सव में भोजन के आयोजन में विशेष प्रकार का महत्व रखता था। अनेक मंदिरों में भगवान के प्रसाद के रूप में लड्डू मिलते हैं। हर मंदिर के लडडुओं की अलग विशेषता होती है। तिरुपति के लड्डू अपनी अलग पहचान रखते हैं। श्रेणी:भारतीय मिठाइयाँ.

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लतीफ खोसा

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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लरकाना जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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लश्कर-ए-झंगवी

लश्कर-ए-झंगवी (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Lashkar-e-Jhangvi) एक पाकिस्तानी उग्रवादी संगठन है। इसकी स्थापना १९९६ में हुई जब सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान के एक कार्यकर्ता, रियाज़ बसरा, की उस संगठन के नेतृत्व से अनबन हो गई और उसने अलग होकर अपना अलग संगठन चला लिया। लश्कर-ए-झंगवी एक सुन्नी चरमपंथी गुट है जो पाकिस्तान और अमेरिका द्वारा एक आतंकवादी संगठन क़रार दिया जा चुका है। इसे कई बार शिया लोगों पर जानलेवा हमलों के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जा चुका है, जिन्हें यह मुस्लिम नहीं मानते और इस्लाम का शत्रु समझते हैं। इसके अधिकतर सदस्य पंजाबी हैं।, pp.

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लश्कर-ए-तैयबा

लश्कर-ए-तैयबा लश्कर-ए-तैयबा (उर्दू: لشكرِ طيبه लश्कर-ए-तोएबा, अर्थात शुद्धों की सेना) दक्षिण एशिया के सबसे बडे़ इस्लामी आतंकवादी संगठनों में से एक है। हाफिज़ मुहम्मद सईद ने इसकी स्थापना अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में की थी। वर्तमान में यह पाकिस्तान के लाहौर से अपनी गतिविधियाँ चलाता है, एवं पाक अधिकृत कश्मीर में अनेकों आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर चलाता है। इस संगठन ने भारत के विरुद्ध कई बड़े हमले किये हैं और अपने आरंभिक दिनों में इसका उद्येश्य अफ़ग़ानिस्तान से सोवियत शासन हटाना था। अब इसका प्रधान ध्येय कश्मीर से भारत का शासन हटाना है। इसकी स्थापना में अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआइए का योगदान था। .

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लश्कर-ए-बलोचिस्तान

लश्कर-ए-बलोचिस्तान (या LeB), पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त में सक्रिय एक राष्ट्रवादी समूह है जो बलोचिस्तान की आजादी के लिये संघर्ष कर रहा है। यह समूह २०१२ में प्रकाश में आया जब इसने लाहौर, कराची एवं क्वेटा में हुए अनेकों बम धमाकों की जिम्मेदारी ली। .

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लसबेला ज़िला

लसबेला या लस बेला (उर्दू व बलोच:, अंग्रेज़ी: Lasbela) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक तटवर्ती ज़िला है। इसे सिन्धी लहजे में लस बेलो कहते हैं। यह ३० जून १९५४ को उस समय के कलात विभाग के अन्दर एक अलग ज़िले के रूप में गठित किया गया था। इस ज़िले में ९ तहसीलें और २१ संघीय काउंसिल​ आती हैं। .

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लस्सी

लस्सी एक पारंपरिक दक्षिण एशियाई पेय है जो खासतौर पर उत्तर एवं पश्चिम भारत तथा पाकिस्तान में काफी लोकप्रिय है। इसे दही को मथ कर एवं पानी मिलाकर बनाया जाता है तथा इसमें ऐच्छिक रूप से तरह तरह के मसाले एवं चीनी या नमक डालकर तैयार किया जाता है। लस्सी एवं छाछ का जिक्र बहुत से पुराने मुगलपुस्तकों में आता है। पारंपरिक लससी में बहुधा लोग भुना हुआ जीरा भी स्वाद के लिए मिलाते हैं। पंजाब की लस्सी में अक्सर लस्सी तैयार करने के बाद ऊपर से मलाई की एक परत डाली जाती है। लस्सी को गर्मी के मौसम में फ्रिज में ठंढा करके या बर्फ डालकर पिया जाता है जिसे अत्यंत स्फूर्ति एवं ताजगीदायक माना गया है। बहुधा बदहजमी जैसे रोगों के लिए लस्सी का प्रयोग लोकोपचार के रूप में किया जाता है। .

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लस्सी ते चा

लस्सी ते चा (अर्थ: लस्सी और चाय) अनवर मसूद द्वारा रचित पंजाबी भाषा की एक प्रसिद्ध व्यंग्य कविता है जो भारतीय और पाकिस्तानी पंजाब दोनों में लोकप्रिय है। इस कविता में उत्तर भारत और पाकिस्तान के दोनों लोकप्रिय पेय, लस्सी और चाय का एक काल्पनिक विवाद व्यंग्यपूर्ण अंदाज़ में दर्शाया है। .

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लहड़ सुल्तानपुर

लहड़ सुल्तानपुर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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लहन्दा भाषाएँ

लहन्दा (ਲਹੰਦਾ) या लाहन्दा (ਲਾਹੰਦਾ) पंजाबी भाषा की पश्चिमी उपभाषाओं के समूह को कहा जाता है। पंजाबी में 'लहन्दा' शब्द का मतलब 'पश्चिम' होता है, जिस से इन भाषाओं का यह नाम पड़ा है - तुलना के लिए हिन्दी की पूर्वी उपभाषाओं को पारम्परिक रूप से अक्सर 'पूरबिया' कहा जाता है।, Andrew John Jukes (Missionary of the Church Missionary Society, Dera Ghazi Khan), pp.

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लाड़काना

लडकाना यह एक शहर है जो पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त में है। .

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लाल मस्जिद

लाल नुक़्ता से इस्लामाबाद में लाल मस्जिद के स्थिति। लाल मस्जिद (उर्दू: لال مسجد) इस्लामाबाद, पाकिस्तान के राजधानी में स्थित एक मस्जिद है। एक महिलाएँ के लिए एक धर्मीय विद्यालय, जामिया हफ़्सा मद्रसह और एक पुरुष मद्रसह, मस्जिद से संयुक्त है। .

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लाल मस्जिद घेराबंदी

लाल मस्जिद घेराबंदी (उर्दू: لال مسجد محاصرہ) एक संघर्ष था इस्लामाबाद, पाकिस्तानी राजधानी के लाल मस्जिद मस्जिद और मदरसह समूह में। मस्जिद घेर लेता था 3 जुलाई से 11 जुलाई 2007 तक। लाल मस्जिद एक मस्जिद है जो देवबंदी राय पीछा करते हैं और जामिया हफ़्सा मदरसह से संबंधित है। Lal Masjid, formerly frequented by the Pakistani elite, including Pakistani military leaders and ministers of the Pakistani government, became the site of a conflict between Lal Masjid and Jamia Hafsa students and supporters and Pakistani security forces, including the Pakistan Rangers and Islamabad Capital Territory police.

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लाल शहबाज़ कलंदर दरगाह

लाल शहबाज़ कलंदर दरगाह () एक सूफी दरगाह  है जो कि एक 13 वीं सदी के इस्लामी रहस्यवादी लाल शहबाज़ कलंदर को समर्पित है। ये दरगाह पाकिस्तानी प्रांत सिंध के शेहर सेहवन शरीफ़ में स्थित है। ये दरगाह पाकिस्तान की सबसे महत्वपूर्ण  जगहों  में से एक है  और यहाँ हर वर्ष लाखों आगंतुक आकर्षित कहोते हैं। .

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लाल जंगली मुर्गा

लाल जंगली मुर्गा (Red junglefowl) (Gallus gallus) फ़ीज़ेन्ट कुल का पक्षी है जो उष्णकटिबंध के इलाकों में पाया जाता है। .

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लाल कुर्ती आन्दोलन

ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान (बायीं ओर) महात्मा गांधी (दायीं ओर) के साथ (1940 का चित्र) लाल कुर्ती आन्दोलन भारत में पश्चिमोत्तर सीमान्त प्रान्त में ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के समर्थन में खुदाई ख़िदमतगार के नाम से चलाया गया एक ऐतिहासिक आन्दोलन था। खुदाई खिदमतगार एक फारसी शब्द है जिसका हिन्दी में अर्थ होता है ईश्वर की बनायी हुई दुनिया के सेवक। .

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लालबहादुर शास्त्री

लालबहादुर शास्त्री (जन्म: 2 अक्टूबर 1904 मुगलसराय - मृत्यु: 11 जनवरी 1966 ताशकन्द), भारत के दूसरे प्रधानमन्त्री थे। वह 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक लगभग अठारह महीने भारत के प्रधानमन्त्री रहे। इस प्रमुख पद पर उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। भारत की स्वतन्त्रता के पश्चात शास्त्रीजी को उत्तर प्रदेश के संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था। गोविंद बल्लभ पंत के मन्त्रिमण्डल में उन्हें पुलिस एवं परिवहन मन्त्रालय सौंपा गया। परिवहन मन्त्री के कार्यकाल में उन्होंने प्रथम बार महिला संवाहकों (कण्डक्टर्स) की नियुक्ति की थी। पुलिस मन्त्री होने के बाद उन्होंने भीड़ को नियन्त्रण में रखने के लिये लाठी की जगह पानी की बौछार का प्रयोग प्रारम्भ कराया। 1951 में, जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में वह अखिल भारत काँग्रेस कमेटी के महासचिव नियुक्त किये गये। उन्होंने 1952, 1957 व 1962 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी को भारी बहुमत से जिताने के लिये बहुत परिश्रम किया। जवाहरलाल नेहरू का उनके प्रधानमन्त्री के कार्यकाल के दौरान 27 मई, 1964 को देहावसान हो जाने के बाद साफ सुथरी छवि के कारण शास्त्रीजी को 1964 में देश का प्रधानमन्त्री बनाया गया। उन्होंने 9 जून 1964 को भारत के प्रधान मन्त्री का पद भार ग्रहण किया। उनके शासनकाल में 1965 का भारत पाक युद्ध शुरू हो गया। इससे तीन वर्ष पूर्व चीन का युद्ध भारत हार चुका था। शास्त्रीजी ने अप्रत्याशित रूप से हुए इस युद्ध में नेहरू के मुकाबले राष्ट्र को उत्तम नेतृत्व प्रदान किया और पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। इसकी कल्पना पाकिस्तान ने कभी सपने में भी नहीं की थी। ताशकन्द में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद 11 जनवरी 1966 की रात में ही रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गयी। उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये मरणोपरान्त भारत रत्न से सम्मानित किया गया। .

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लाला लाजपत राय

लालाजी (१९०८ में) लाला लाजपत राय (पंजाबी: ਲਾਲਾ ਲਾਜਪਤ ਰਾਏ, जन्म: 28 जनवरी 1865 - मृत्यु: 17 नवम्बर 1928) भारत के जैन धर्म के अग्रवंश मे जन्मे एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। इन्हें पंजाब केसरी भी कहा जाता है। इन्होंने पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की थी। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं लाल-बाल-पाल में से एक थे। सन् 1928 में इन्होंने साइमन कमीशन के विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये और अन्तत: १७ नवम्बर सन् १९२८ को इनकी महान आत्मा ने पार्थिव देह त्याग दी। .

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लाला जगत नारायण

लाला जगत नारायण (31 मई 1899 − 9 सितम्बर 1981) भारत के प्रसिद्ध पत्रकार तथा हिन्द समाचार समूह के संस्थापक थे। अस्सी के दशक में जब पूरा पंजाब आतंकी माहौल से सुलग रहा था, उस दौर में भी कलम के सिपाही एवं देश भावना से प्रेरित लाला जी ने अपने बिंदास लेखन से आतंकियों के मंसूबों को उजागर किया और राज्य में शांति कायम करने के भरसक प्रयास किए परन्तु 9 सितम्बर सन् 1981 को इन्हीं आतंकियों ने सच्चे देशभक्त एवं निडर पत्रकार लाला जी की हत्या कर दी। .

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लालकृष्ण आडवाणी

लालकृष्ण आडवाणी, (जन्म: 8 नवम्बर 1927) भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। भारतीय जनता पार्टी को भारतीय राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में उनका योगदान सर्वोपरि कहा जा सकता है। वे कई बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। जनवरी २००८ में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एन डी ए) ने लोकसभा चुनावों को आडवाणी के नेतृत्व में लड़ने तथा जीत होने पर उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा की थी। भारतीय जनता पार्टी के जिन नामों को पूरी पार्टी को खड़ा करने और उसे राष्ट्रीय स्तर तक लाने का श्रेय जाता है उसमें सबसे आगे की पंक्ति का नाम है लालकृष्ण आडवाणी। लालकृष्ण आडवाणी कभी पार्टी के कर्णधार कहे गए, कभी लौह पुरुष और कभी पार्टी का असली चेहरा। कुल मिलाकर पार्टी के आजतक के इतिहास का अहम अध्याय हैं लालकृष्ण आडवाणी। .

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लाहौर

लाहौर (لہور / ਲਹੌਰ, لاہور) पाकिस्तान के प्रांत पंजाब की राजधानी है एवं कराची के बाद पाकिस्तान में दूसरा सबसे बडा आबादी वाला शहर है। इसे पाकिस्तान का दिल नाम से भी संबोधित किया जाता है क्योंकि इस शहर का पाकिस्तानी इतिहास, संस्कृति एवं शिक्षा में अत्यंत विशिष्ट योगदान रहा है। इसे अक्सर पाकिस्तान बागों के शहर के रूप में भी जाना जाता है। लाहौर शहर रावी एवं वाघा नदी के तट पर भारत पाकिस्तान सीमा पर स्थित है। लाहौर का ज्यादातर स्थापत्य मुगल कालीन एवं औपनिवेशिक ब्रिटिश काल का है जिसका अधिकांश आज भी सुरक्षित है। आज भी बादशाही मस्जिद, अली हुजविरी शालीमार बाग एवं नूरजहां तथा जहांगीर के मकबरे मुगलकालीन स्थापत्य की उपस्थिती एवं उसकी अहमियत का आभास करवाता है। महत्वपूर्ण ब्रिटिश कालीन भवनों में लाहौर उच्च न्यायलय जनरल पोस्ट ऑफिस, इत्यादि मुगल एवं ब्रिटिश स्थापत्य का मिलाजुला नमूना बनकर लाहौर में शान से उपस्थित है एवं ये सभी महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के रूप में लोकप्रिय हैं। मुख्य तौर पर लाहौर में पंजाबी को मातृ भाषा के तौर पर इस्तेमाल की जाती है हलाकि उर्दू एवं अंग्रेजी भाषा भी यहां काफी प्रचलन में है एवं नौजवानों में काफी लोकप्रिय है। लाहौर की पंजाबी शैली को लाहौरी पंजाबी के नाम से भी जाना जाता है जिसमे पंजाबी एवं उर्दू का काफी सुंदर मिश्रण होता है। १९९८ की जनगणना के अनुसार शहर की आबादी लगभग ७ लाख आंकी गयी थी जिसके जून २००६ में १० लाख होने की उम्मीद जतायी गयी थी। इस अनुमान के मुताबिक लाहौर दक्षिण एशिया में पांचवी सबसे बडी आबादी वाला एवं दुनिया में २३वीं सबसे बडी आबादी वाला शहर है।.

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लाहौर मेट्रो

लाहौर मेट्रो (Lahore Metro) लाहौर, पंजाब, पाकिस्तान में निर्माणाधीन एक स्वचालित तेज आवागमन परिवहन प्रणाली है। इसमें मेट्रो लाइनों का प्रस्ताव दिया गया है जिनमें से ऑरेंज लाइन निर्माणाधीन है। मई 2018 में परिचालन करते समय, यह पाकिस्तान की पहली मेट्रो लाइन बन जाएगा। .

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लाहौर संकल्पना

लाहौर प्रस्तावना,(قرارداد لاہور, क़रारदाद-ए-लाहौर; बंगाली: লাহোর প্রস্তাব, लाहोर प्रोश्ताब), सन 1940 में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग द्वारा प्रस्तावित एक आधिकारिक राजनैतिक संकल्पना थी जिसे मुस्लिम लीग के 22 से 24 मार्च 1940 में चले तीन दिवसीय लाहौर सत्र के दौरान पारित किया गया था। इस प्रस्ताव द्वारा ब्रिटिश भारत के उत्तर पश्चिमी पूर्वी क्षेत्रों में, तथाकथित तौर पर, मुसलमानों के लिए "स्वतंत्र रियासतों" की मांग की गई थी एवं उक्तकथित इकाइयों में शामिल प्रांतों को स्वायत्तता एवं संप्रभुता युक्त बनाने की भी बात की गई थी। तत्पश्चात, यह संकल्पना "भारत के मुसलमानों" के लिए पाकिस्तान नामक मैं एक अलग स्वतंत्र स्वायत्त मुल्क बनाने की मांग करने में परिवर्तित हो गया। हालांकि पाकिस्तान नाम को चौधरी चौधरी रहमत अली द्वारा पहले ही प्रस्तावित कर दिया गया था परंतु सन 1933 तक मजलूम हक मोहम्मद अली जिन्ना एवं अन्य मुसलमान नेता हिंदू मुस्लिम एकता के सिद्धांत पर दृढ़ थे, परंतु अंग्रेजों द्वारा लगातार प्रचारित किए जा रहे विभाजन प्रोत्साह गलतफहमियों मैं हिंदुओं में मुसलमानों के प्रति अविश्वास और द्वेष की भावना को जगा दिया था इन परिस्थितियों द्वारा खड़े हुए अतिसंवेदनशील राजनैतिक माहौल ने भी पाकिस्तान बनाने के उस प्रस्ताव को बढ़ावा दिया था इस प्रस्ताव की पेशी के उपलक्ष में प्रतीवर्ष 23 मार्च को पाकिस्तान में यौम-ए-पाकिस्तान(पाकिस्तान दिवस) के रूप में मनाया जाता है। .

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लाहौर ज़िला

लाहौर ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। यह मुख्यतः एक नगरीया जनपद है, और ऐतिहासिक लाहौर शहर तथा उसके उपनगरीय क्षेत्रों को घेरता है। यह क्षेत्र ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक दृष्टिकोण से, केवल पंजाब और पाकिस्तान ही नहीं बल्कि पूरे भारतवर्ष में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश लोगों द्वारा समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। यह पूर्णतः एक शहरी इलाका है, अतः प्रशासन हेतु इस ९ "नगरों"(उर्दू:,टाउन) में बाँटा गया है, जिन्हें और भी छोटे यूनियन परिषदों में विभाजित किया गया है। जिनमे से कई इलाके लाहौर शहर में ऐतिहासिक महत्व रखते हैं, जबकि कई आधुनिक क्षेत्र हैं। .

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लाहौर विश्वविद्यालय

लाहौर विश्वविद्यालय वर्ष 1999 में इबादत शैक्षिक ट्रस्ट द्वारा स्थापित किया गया था। यह वर्ष 2002 से उपाधि प्रदान करने लगा। इसके तीन परिसर लाहौर, दो इस्लामाबाद और एक सरगोधा में स्थित है। .

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लाहौर उच्च न्यायालय

लाहौर उच्च न्यायालय,(عدالت عالیہ لاہور, अदालत-ए आला, लाहौर) लाहौर में स्थित, पंजाब, पाकिस्तान का उच्च न्यायालय है। इसे, बतौर उच्च न्यायालय, 21 मार्च 1919 में स्थापित किया गया था। इसके पार पाकिस्तान के पंजाब सूबे पर न्यायिक अधिकार है। हालाँकि, इस न्यायालय का मुख्य आसन लाहौर है, परंतु साथ ही इसके तीन न्यायचौकियाँ रावलपिंडी, मुल्तान और बहावलपुर में भी स्थित हैं, एवं साथ ही फ़ैसलाबाद, सियालकोट, गुर्जनवाला व डी जी ख़ान में भी नई चौकियाँ खुलने की बात है। .

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लाहोरीए (२०१७ फ़िल्म)

लाहोरीए (पंजाबी:ਲਹੌਰੀਏ) (उर्दू:لاہوریئے) एक २०१७ की भारतीय पंजाबी नाटक पर लिखित फिल्म है जो अमरदीप सिंह द्वारा निर्देशित है। इस फ़िल्म में अमरिंदर गिल, सर्गुण मेहता, युवराज हंस, निमरत खैरा, सरदार सोही और गुड्डू गिल अग्रणी भूमिकाओं में है। लाहोरीए १२ मई २०१७ को विश्व भर में जारी की गई दोनों आलोचकों और दर्शकों से एक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। लाहोरीए भारत से पंजाब के विभाजन के प्रभाव के बारे में है। आधुनिक भारत के साथ फिल्म सौदों और कैसे अलग दौड़ और देशों के दो लोगों को एक दूसरे से प्यार शुरू करते हैं सिखाती है। .

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लावा, पंजाब

लावा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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लाख

लाख (संस्कृत: लक्ष), (Lakh या lac), दक्षिण एशिया एवं कुछ अन्य देशों में प्रयुक्त एक संख्यात्मक इकाई है जो सौ हजार (१००,०००) के बराबर होती है। गणितीय पद्धति में इसे (105) भी लिखा जाता है। भारतीय संख्या पद्धति में इसे १,००,००० लिखा जाता है। आधिकारिक और अन्य प्रसंगों में लाख का प्रयोग भारत, बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान, म्यांमार तथा श्रीलंका आदि में बहुतायत में किया जाता है। .

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लियाकत अली जटोई

वे पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व मुख्यमंत्री थे। .

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लिओन पनेटा

लिओन एडवर्ड पनेटा (जन्म जून 28, 1938) एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ, वकील और प्रोफेसर हैं। इन्होंने राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में २००९ से २०११ तक अमेरिकी खुफिया संस्था सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी के निदेशक और २०११ से २०१३ तक रक्षा सचिव की बेहद महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। पनेटा १९७७ से १९९३ तक संयुक्त राज्य अमेरिका की संसद (हाउस ऑफ़ रिप्रज़ेन्टेटिव्स) के सदस्य रहे। १९९३-९४ बजट प्रबंधन कार्यालय के निदेशक और १९९४ से ९७ तक तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यालय के अध्यक्ष (चीफ़ ऑफ़ स्टॉफ़) रहे। वह पनेटा स्कूल ऑफ़ पब्लिक पॉलिसी (जन नीति विद्यालय) के संस्थापक हैं और सांता क्लारा विश्वविद्यालय में जन नीति के प्रोफेसर हैं। जनवरी 2009 में, तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पनेटा को सीआईए निदेशक के पद पर नियुक्त करने की घोषणा की। अमेरिकी सीनेट ने पनेटा के नियुक्ति को फरवरी २००९ में मंजूरी दी। निदेशक पद पर अपने कार्यकाल के दौरान पनेटा ने पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन को मारने के लिये चलाये गये सैन्य अभियान का सफल संचालन किया। रॉबर्ट गेट्स के पदच्युत होने के बाद 28 अप्रैल, 2011 को ओबाम ने पनेटा के रक्षा मंत्री पद पर नियुक्ति की घोषणा की। जून में सीनेट ने पनेटा को एकमत से रक्षामंत्री का पदभार दे दिया जिसे उन्होंने 1 जुलाई, 2011 को ग्रहण किया। उनके बाद ६ सितंबर, २०११ को डेविड पेट्रियस सेंट्रल इंटीलिजेंस एजेंसी के अगले निदेशक चुने गये। .

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लखनऊ

लखनऊ (भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी है। इस शहर में लखनऊ जिले और लखनऊ मंडल के प्रशासनिक मुख्यालय भी स्थित हैं। लखनऊ शहर अपनी खास नज़ाकत और तहजीब वाली बहुसांस्कृतिक खूबी, दशहरी आम के बाग़ों तथा चिकन की कढ़ाई के काम के लिये जाना जाता है। २००६ मे इसकी जनसंख्या २,५४१,१०१ तथा साक्षरता दर ६८.६३% थी। भारत सरकार की २००१ की जनगणना, सामाजिक आर्थिक सूचकांक और बुनियादी सुविधा सूचकांक संबंधी आंकड़ों के अनुसार, लखनऊ जिला अल्पसंख्यकों की घनी आबादी वाला जिला है। कानपुर के बाद यह शहर उत्तर-प्रदेश का सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। शहर के बीच से गोमती नदी बहती है, जो लखनऊ की संस्कृति का हिस्सा है। लखनऊ उस क्ष्रेत्र मे स्थित है जिसे ऐतिहासिक रूप से अवध क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। लखनऊ हमेशा से एक बहुसांस्कृतिक शहर रहा है। यहाँ के शिया नवाबों द्वारा शिष्टाचार, खूबसूरत उद्यानों, कविता, संगीत और बढ़िया व्यंजनों को हमेशा संरक्षण दिया गया। लखनऊ को नवाबों के शहर के रूप में भी जाना जाता है। इसे पूर्व की स्वर्ण नगर (गोल्डन सिटी) और शिराज-ए-हिंद के रूप में जाना जाता है। आज का लखनऊ एक जीवंत शहर है जिसमे एक आर्थिक विकास दिखता है और यह भारत के तेजी से बढ़ रहे गैर-महानगरों के शीर्ष पंद्रह में से एक है। यह हिंदी और उर्दू साहित्य के केंद्रों में से एक है। यहां अधिकांश लोग हिन्दी बोलते हैं। यहां की हिन्दी में लखनवी अंदाज़ है, जो विश्वप्रसिद्ध है। इसके अलावा यहाँ उर्दू और अंग्रेज़ी भी बोली जाती हैं। .

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लखनऊ समझौता

लखनऊ समझौता (لکھنؤ کا معاہده —) दिसंबर 1916 में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस और अखिल भारतीय मुस्लिम लीग द्वारा किया गया समझौता है, जो 29 दिसम्बर 1916 को लखनऊ अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस द्वारा और 31 दिसम्बर 1916 को अखिल भारतीय मुस्लिम लीग द्वारा पारित किया गया। .

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लखपत

लखपत कोरी क्रीक के मुहाने पर स्थित गुजरात राज्य के कच्छ जिले में एक कम आबादी वाला शहर और उप जिला है। शहर 7 कि.मी.

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लखानी, पंजाब

लखानी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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लंबाई के आधार पर नदियों की सूची

एक जलपोत से नील नदी का दृश्य, मिस्र में लक्सर और असवान के बीच. यह पृथ्वी पर सबसे लंबी नदियों की सूची है। इसमें 1,000 किलोमीटर से अधिक वाले नदी तंत्र शामिल हैं। .

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लक्स (साबुन)

लक्स कपड़े का साबुन विज्ञापन, 1916 लक्स साबुन की भारत में पहले शुरूआत 1909 में सनलाइट साबुन के परतदार साबुन के रूप में हुई.

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लक्की मरवत ज़िला

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में लक्की मरवत ज़िला (पीले रंग में) लक्की मरवत (उर्दू और पश्तो:, अंग्रेज़ी: Lakki Marwat) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के दक्षिणी भाग में स्थित एक ज़िला है। यह कभी बन्नू ज़िले का हिस्सा हुआ करता था, लेकिन १ जुलाई १९९२ को इसे एक अलग ज़िले का दर्जा दे दिया गया। .

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लक्की मरवात

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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लुड्डन

लुड्डन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विहाड़ी ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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लुईस माउंटबेटन, बर्मा के पहले अर्ल माउंटबेटन

लुइस फ्रांसिस एल्बर्ट विक्टर निकोलस जॉर्ज माउंटबेटन, बर्मा के पहले अर्ल माउंटबेटन, बेड़े के एडमिरल, केजी, जीसीबी, ओएम, जीसीएसआई, जीसीआईई, जीसीवीओ, डीएसओ, पीसी, एफआरएस (पूर्व में बैटनबर्ग के राजकुमार लुइस, 25 जून 1900 - 27 अगस्त 1979), एक ब्रिटिश राजनीतिज्ञ और नौसैनिक अधिकारी व राजकुमार फिलिप, एडिनबर्ग के ड्यूक (एलिजाबेथ II के पति) के मामा थे। वह भारत के आखिरी वायसरॉय (1947) थे और स्वतंत्र भारतीय संघ के पहले गवर्नर-जनरल (1947-48) थे, जहां से 1950 में आधुनिक भारत का गणतंत्र उभरेगा। 1954 से 1959 तक वह पहले सी लॉर्ड थे, यह पद उनके पिता बैटनबर्ग के राजकुमार लुइस ने लगभग चालीस साल पहले संभाला था। 1979 में उनकी हत्या प्रोविजनल आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (आईआरए) ने कर दी, जिसने आयरलैंड रिपब्लिक की स्लीगो काउंटी में मुल्लाग्मोर में उनकी मछली मरने की नाव, शैडो V में बम लगा दिया था। वह बीसवीं सदी के मध्य से अंत तक ब्रिटिश साम्राज्य के पतन के समय के सबसे प्रभावशाली और विवादित शख्सियतों में से एक थे। .

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लुंगी

लुंगी पहने लड़का लुंगी (सारौंग के रूप में भी जानते हैं।) एक वस्त्र है। यह एक बर्मा भाषा का शब्द है और बर्मा की राष्ट्रीय पोषाक है। यह इंडोनेशिया, बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बर्मा, ब्रुनेई, मलेशिया, नेपाल, सिंगापुर, थाईलैण्ड, हॉर्न ऑफ़ अफ़्रिका और दक्षिणी अरबी प्रायद्वीप की पारम्परिक पोशाक के रूप में पहना जाता है। यह बहुत ज्यादा गर्मी और नमी वाली क्षेत्रों में विशेष रूप से लोकप्रिय है। .

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लैय्या ज़िला

लैय्या ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, लैय्या शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 6,291 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 11,20,951 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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लूलूसर

लूलूसर या लालूसर (दोनों नाम प्रचलित हैं) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी में स्थित एक पर्वतीय झील और पर्वतों का समूह है। ३,४१० मीटर (११,१९० फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित यह झील कुनहार नदी का मूल स्रोत है। यह एक बड़ा पर्यटक-आकर्षण है। .

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लेटी, पंजाब

लेटी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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लेफ्टिनेंट कर्नल ए॰ बी॰ तारापोर

लेफ्टिनेंट कर्नल ए॰ बी॰ तारापोर (अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर- Ardeshir Burzorji Tarapore) भारतीय सेना के अधिकारी थे। इन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध 1965 में अद्वितीय साहस व वीरता का परिचय दिया तथा देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। फिल्लौर की लड़ाई में अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन करने के लिए इन्हें वर्ष 1965 में मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। .

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लेग़ारी

लेग़ारी या लग़ारी (बलोच व सिन्धी) एक बलोच समुदाय है जो पकिस्तान के बलोचिस्तान, सिन्ध और पंजाब प्रान्तो में बसा हुआ है। वे बलोच, सिन्धी और सराईकी भाषाएँ बोलते हैं और सुन्नी मुस्लिम हैं। .

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लॉलीवुड

लॉलीवुड पाकिस्तान के लाहौर स्थित पाकिस्तानी फ़िल्म उद्योग का अनाधिकृत नाम है। सनित फ़िल्म (Film Industry) को कहा जाता है। इस में लवली - पाकिस्तान के अहम शहर लाहौर से लिया गया है। .

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लोधरन जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले en:Districts of Pakistan sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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लोधराँ ज़िला

लोधरा ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, लोधरा शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 2,778 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 11,71,800 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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लोया पकतिया

ख़ोस्त प्रान्त और कुछ पड़ोसी इलाक़े लोया पकतिया में शामिल माने जाते हैं लोया पकतिया (पश्तो:; अंग्रेज़ी: Loya Paktia), जिसका मतलब 'महा-पकतिया' होता है, अफ़्ग़ानिस्तान का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक क्षेत्र है जिसमें उस देश के पकतिया, पकतीका और ख़ोस्त के सम्पूर्ण प्रान्त और लोगर और ग़ज़नी प्रान्तों के कुछ भाग शामिल हैं। इसमें कभी-कभी पाकिस्तान की कुर्रम एजेंसी भी शामिल की जाती है। लोया पकतिया के पश्तून क़बीलों की एक सांझी संस्कृति है जो उनकी वेशभूषा, पगड़ी की शैली और रंगों, पश्तो बोलने के लहजों और अन्य चीज़ों से प्रकट होती है। यहाँ मुख्यतर ग़िलज़​ई और करलानी गुटों के क़बीले रहते हैं जिनमें ख़रोटी, ज़ाज़ी, ज़दराण और सुलयमानख़ेल शामिल हैं। यहाँ ख़ानाबदोश कूची क़बीले भी रहते हैं।, Andrew Krepinevich, Random House Digital, Inc., 2010, ISBN 978-0-553-38472-7,...

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लोक विरसा संग्रहालय

लोक विरसा संग्रहालय (لوک ورثہ عجائب گھر), पाकिस्तान के इस्लामाबाद में स्थित एक संग्रहालय है जो इतिहास, कला, और संस्कृति को समर्पित है। इसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फोक ऐण्ड ट्रेडिशनल हेरिटेज भी कहते हैं। http://lokvirsa.org.pk/history/ The museum opened in 1974 and became an autonomous institute in 2002 following the Lok Virsa Legal Status Ordinance, 2002.

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लोक-विधि

विश्व में साधारण कानून प्रणालियों वाले देश लोक-विधि (common law / कॉमन लॉ) या 'साधारण कानून' ऐसे कानून को बोला जाता है जो संसदीय और विधान सभाओं में बनने के बजाए न्यायाधीशों द्वारा अदालतों में फ़ैसले सुना कर बनाया जाता है। साधारण कानून के अनुसार चलने वाली न्यायिक प्रणालियों में न्यायालयों में लड़े जा रहे मुक़द्दमों में अदालत उस से मिलते-जुलते पहले लड़े गए मुक़द्दमों के निर्णयों को ध्यान में रखती है और उनके अनुसार फ़ैसला सुनती है। भूतकाल में सुनाए गए सभी न्यायिक फ़ैसले मिलकर साधारण कानून बनाते हैं। जब भी कोई नया मसला किसी न्यायलय में सुनवाई के लिए आता है तो न्यायाधीश तय करते हैं कि ऐसा प्रश्न पहले देखा गया है कि नहीं। अगर देखा गया है, तो अदालत पर अनिवार्य है कि उस से मिलता-जुलता फ़ैसला सुनाए। अगर नहीं देखा गया है, तो इसमें सुनाया गया निर्णय आने वाले ऐसे मामलों के लिए भी निर्णायक कानून का रूप धारण कर लेता है। साधारण कानून प्रणालियाँ पहले ब्रिटेन में मध्यकाल में उत्पन्न हुई, लेकिन फिर भूतपूर्व ब्रिटिश साम्राज्य में सम्मिलित बहुत से देशों में फैल गई। आधुनिक युग में अमेरिका, भारत, मलेशिया, सिंगापुर, पाकिस्तान, श्रीलंका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ़्रीका, आयरलैंड, न्यु ज़ीलैंड, घाना और बांग्लादेश में साधारण कानून व्यवस्था का प्रयोग होता है। .

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लीची

लीची एक फल के रूप में जाना जाता है, जिसे वैज्ञानिक नाम (Litchi chinensis) से बुलाते हैं, जीनस लीची का एकमात्र सदस्य है। इसका परिवार है सोपबैरी। यह ऊष्णकटिबन्धीय फल है, जिसका मूल निवास चीन है। यह सामान्यतः मैडागास्कर, भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, दक्षिण ताइवान, उत्तरी वियतनाम, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस और दक्षिण अफ्रीका में पायी जाती है। सैमसिंग के फूल, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल, भारत इसका मध्यम ऊंचाई का सदाबहार पेड़ होता है, जो कि 15-20 मीटर तक होता है, ऑल्टर्नेट पाइनेट पत्तियां, लगभग 15-25 सें.मी.

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लीड्स

लीड्स इंग्लैंड के वेस्ट यॉर्कशायर का एक शहर और महानगरीय प्रशासनिक प्रभाग है। 2001 में लीड्स के मुख्य शहरी उपखंड की आबादी 443,247 थी जबकि पूरे शहर की जनसंख्या थी। लीड्स वेस्ट यॉर्कशायर शहरी क्षेत्र का सांस्कृतिक, आर्थिक और व्यावसायिक केंद्र है जिसकी जनसंख्या 2001 की जनगणना में 1.5 मिलियन थी और लीड्स का शहरी क्षेत्र जिसके महत्वपूर्ण भाग में लीड्स का एक आर्थिक क्षेत्र शामिल है, इसकी जनसंख्या 2.9 मिलियन थी। लीड्स व्यवसाय, कानूनी एवं वित्तीय सेवाओं के लिए लंदन के बाहर ब्रिटेन का सबसे बड़ा केंद्र है। ऐतिहासिक रूप से लीड्स यॉर्कशायर की वेस्ट राइडिंग का एक भाग है जिसके इतिहास का विवरण पांचवीं सदी में दर्ज पाया जा सकता है जब एल्मेट का साम्राज्य "लोइडिस" के वनों से घिरा हुआ था, जिससे लीड्स नाम की उत्पत्ति हुई है। इस नाम का प्रयोग सदियों से कई प्रशासनिक संस्थाओं के लिए किया जा रहा है। इसका नाम 13वीं सदी में एक छोटे से जागीर संबंधी नगर से कई स्वरूपों में बदलते हुए वर्तमान महानगरीय प्रशासनिक प्रभाग से जुड़े नाम के रूप में रूपांतरित हुआ है। 17वीं और 18वीं सदियों में लीड्स ऊन के उत्पादन और व्यापार का एक प्रमुख केंद्र बन गया था। फिर औद्योगिक क्रांति के दौरान लीड्स एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ; ऊन अभी भी एक प्रमुख उद्योग था लेकिन पटसन, इंजीनियरिंग, लोहे की ढलाई, छपाई और अन्य उद्योग महत्वपूर्ण थे। 16वीं सदी में आयरे नदी की घाटी में एक संक्षिप्त बाजार शहर से लीड्स का विस्तार आसपास के गांवों को अपने अंदर समाहित करते हुए 20वीं सदी के मध्य तक एक घनी आबादी वाले शहरी केंद्र के रूप में हो गया। इस क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन, रेल और सड़क के संचार नेटवर्क लीड्स को केंद्रित कर बनाए गए हैं और अन्य देशों के नगरों एवं शहरों के साथ जोड़ने की कई व्यवस्थाएं की गयी हैं। लीड्स के शहरी क्षेत्र की भागीदारी में इसकी सौंपी गयी भूमिका क्षेत्रीय आर्थिक विकास के लिए शहर के महत्त्व को पहचान दिलाती है। .

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लीपा

लीपा (अंग्रेज़ी: Leepa, उर्दु: لیپا) आज़ाद कश्मीर के हट्टियाँ बाला ज़िले की लीपा घाटी में स्थित एक गाँव है। यह मुज़फ़्फ़राबाद से १०५ किमी दूर और रेशियाँ से केवल ३८ किमी दूर है। लीपा गाँव १,९२१ मीटर (६,३०२ फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित है। .

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लीपा घाटी

लीपा घाटी (अंग्रेज़ी: Leepa Valley, उर्दु: لیپا وادی) आज़ाद कश्मीर के हट्टियाँ बाला ज़िले में स्थित एक पर्वतीय घाटी है। यह मुज़फ़्फ़राबाद से १०५ किमी दूर रेशियाँ गली नामक पहाड़ी दर्रे के दूसरी पार है। अपने रमणीय भूदृश्य के कारण यह पर्यटक स्थल है। .

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शतरंज

शतरंज (चैस) दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाने वाला एक बौद्धिक एवं मनोरंजक खेल है। किसी अज्ञात बुद्धि-शिरोमणि ने पाँचवीं-छठी सदी में यह खेल संसार के बुद्धिजीवियों को भेंट में दिया। समझा जाता है कि यह खेल मूलतः भारत का आविष्कार है, जिसका प्राचीन नाम था- 'चतुरंग'; जो भारत से अरब होते हुए यूरोप गया और फिर १५/१६वीं सदी में तो पूरे संसार में लोकप्रिय और प्रसिद्ध हो गया। इस खेल की हर चाल को लिख सकने से पूरा खेल कैसे खेला गया इसका विश्लेषण अन्य भी कर सकते हैं। शतरंज एक चौपाट (बोर्ड) के ऊपर दो व्यक्तियों के लिये बना खेल है। चौपाट के ऊपर कुल ६४ खाने या वर्ग होते है, जिसमें ३२ चौरस काले या अन्य रंग ओर ३२ चौरस सफेद या अन्य रंग के होते है। खेलने वाले दोनों खिलाड़ी भी सामान्यतः काला और सफेद कहलाते हैं। प्रत्येक खिलाड़ी के पास एक राजा, वजीर, दो ऊँट, दो घोडे, दो हाथी और आठ सैनिक होते है। बीच में राजा व वजीर रहता है। बाजू में ऊँट, उसके बाजू में घोड़े ओर अंतिम कतार में दो दो हाथी रहते है। उनकी अगली रेखा में आठ पैदल या सैनिक रहते हैं। चौपाट रखते समय यह ध्यान दिया जाता है कि दोनो खिलाड़ियों के दायें तरफ का खाना सफेद होना चाहिये तथा वजीर के स्थान पर काला वजीर काले चौरस में व सफेद वजीर सफेद चौरस में होना चाहिये। खेल की शुरुआत हमेशा सफेद खिलाड़ी से की जाती है। .

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शत्रु सम्पत्ति अधिनियम, १९६८

शत्रु सम्पत्ति अधिनियम 1968 भारतीय संसद द्वारा पारित एक अधिनियम है जिसके अनुसार शत्रु सम्पत्ति पर भारत सरकार का अधिकार होगा। पाकिस्तान से 1965 में हुए युद्ध के बाद 1968 में शत्रु संपत्ति (संरक्षण एवं पंजीकरण) अधिनियम पारित हुआ था। इस अधिनियम के अनुसार जो लोग बंटवारे या 1965 में और 1971 की लड़ाई के बाद पाकिस्तान चले गए और वहां की नागरिकता ले ली थी, उनकी सारी अचल संपत्ति 'शत्रु संपत्ति' घोषित कर दी गई। उसके बाद पहली बार उन भारतीय नागरिकों को संपत्ति के आधार पर 'शत्रु' की श्रेणी में रखा गया, जिनके पूर्वज किसी ‘शत्रु’ राष्ट्र के नागरिक रहे हों। यह कानून केवल उनकी संपत्ति को लेकर है और इससे उनकी भारतीय नागरिकता पर इसका कोई असर नहीं पड़ता है। इस अधिनियम के प्रावधानों को महमूदाबाद के राजा ने अदालत में चुनौती दी थी और सर्वोच्च न्यायालय ने उनके पक्ष में निर्णय दिया था किन्तु 'शत्रु संपत्ति संशोधित अध्यादेश 2016' के लागू होने और 'शत्रु नागरिक' की नई परिभाषा के बाद विरासत में मिली ऐसी संपत्तियों पर से भारतीय नागरिकों का मालिकाना हक़ ख़त्म हो गया है। .

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शफी मुहम्मद बरफात

शफ़ी मुहम्मद बुरफ़त (सिन्धी भाषा: شفيع محمد برفت); जन्म: 25 नवम्बर, 1965), जीयै सिंध मुत्ताहिदा महाज़ के संस्थापक अध्यक्ष हैं। यह पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त का एक उदार राजनैतिक दल है जो पाकिस्तान से स्वतंत्र सिन्धुदेश का समर्थक है। शफ़ी बराफात १९८८ से ही छिपकर (अज्ञातवास में) रह रहे हैं। समाचार माध्यमों के अनुसार शफ़ी मुहम्मद, अफगानिस्तान चले गए हैं और वहीं काबुल में अपना नियंत्रण केन्द्र स्थापित कर लिया है। जिनेवा में एक सम्मेलन में शफ़ी मुहम्मद बुरफ़त .

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शबाज़ कलात

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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शरजील खान

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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शर्बत

शर्बत शर्बत एक पेय है जो पानी और नींबू या फलों के रसों में मसालों तथा अन्य सामग्रियों को मिला कर बनाया जाता है। प्रायः यह शीतलता प्रदान करने के लिए पिया जाता है। भारत तथा पाकिस्तान में शर्बत में मुख्तः पानी, चीनी और नमक के अलावे कुछ मसाले और नींबू के रस की प्रधानता होती है। पर तुर्की, अरब तथा फ़ारस (ईरान) के शर्बत कई फलों के रसों तथा सुगंधित पुष्पों और वनस्पतियों से मिलकर बने होते हैं। .

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शहबाज़ भट्टी

शहबाज़ भट्टी (9 सितंबर 1968 - 2 मार्च 2011), पाकिस्तानी रोमन कैथोलिक, जो पाकिस्तान पीपल्ज़ पार्टी से जुड़े एवं अल्पसंख्यक मामलों के संघीय मंत्री थे। निन्दा क़ानून के विरोध करने के वजह से उसकी इस्लामाबाद नगर में हत्या की गई थी। .

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शहबाज़ शरीफ़

मियां मोहम्मद शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रसिद्ध राजनेता, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज समूह) के प्रमुख सदस्य और पाकिस्तान प्रधानमंत्री मियां मोहम्मद नवाज शरीफ के भाई हैं। 1950 में लाहौर में पैदा हुए। वह पाकिस्तान के सबसे घनी आबादी वाले प्रांत पंजाब के मुख्यमंत्री हैं। शाहबाज शरीफ 20 फरवरी 1997 से 12 अक्टूबर 1999 तक भी पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। 1999 में मुशर्रफ सरकार पर कब्जा कर लेने के बाद वह सऊदी अरब, में निर्वासित रहे। 11 मई 2004 को उन्होंने पाकिस्तान वापस आने की कोशिश की मगर लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उन्हें वापस भेज दिया गया। .

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शहबाज़ गढ़ी

शहबाज़ गढ़ी (अंग्रेज़ी: Shahbaz Garhi, उर्दु: شہباز گڑھی) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मरदान ज़िले में स्थित एक गाँव व पुरातत्व-स्थल है। यहाँ तीसरी शताब्दी ईसापूर्व काल के मौर्य राजवंश के सम्राट अशोक के शिला पर अभिलेख का सबसे प्राचीन उदाहरण मिलता है जो खरोष्ठी लिपि में है। यह इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि यह भारतीय उपमहाद्वीप में लिखाई का सबसे पुराना ज्ञात नमूना है। .

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शहजनानी मुर्ग मसाला

शहजनानी मुर्ग मसाला एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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शाद बाग़

शाद बाग, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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शादान लंद

शादान लंद, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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शादाब खान

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१७ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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शान्ति स्वरूप भटनागर

सर शांति स्वरूप भटनागर, OBE, FRS (२१ फरवरी १८९४ – १ जनवरी १९५५) जाने माने भारतीय वैज्ञानिक थे। इनका जन्म शाहपुर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। इनके पिता परमेश्वरी सहाय भटनागर की मृत्यु तब हो गयी थी, जब ये केवल आठ महीने के ही थे। इनका बचपन अपने ननिहाल में ही बीता। इनके नाना एक इंजीनियर थे, जिनसे इन्हें विज्ञान और अभियांत्रिकी में रुचि जागी। इन्हें यांत्रिक खिलौने, इलेक्ट्रानिक बैटरियां और तारयुक्त टेलीफोन बनाने का शौक रहा। इन्हें अपने ननिहाल से कविता का शौक भी मिला और इनका उर्दु एकांकी करामाती प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाया था। भारत में स्नातकोत्तर डिग्री पूर्ण करने के उपरांत, शोध फ़ैलोशिप पर, ये इंगलैंड गये। इन्होंने युनिवर्सिटी कालेज, लंदन से १९२१ में, रसायन शास्त्र के प्रोफ़ैसर फ़्रेड्रिक जी डोन्नान की देख रेख में, विज्ञान में डाक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। भारत लौटने के बाद, उन्हें बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से प्रोफ़ैसर पद हेतु आमंत्रण मिला। सन १९४१ में ब्रिटिश सरकार द्वारा इनकी शोध के लिये, इन्हें नाइटहुड से सम्मानित किया गया। १८ मार्च १९४३ को इन्हें फ़ैलो आफ़ रायल सोसायटी चुना गया। इनके शोध विषय में एमल्ज़न, कोलाय्ड्स और औद्योगिक रसायन शास्त्र थे। परन्तु इनके मूल योगदान चुम्बकीय-रासायनिकी के क्षेत्र में थे। इन्होंने चुम्बकत्व को रासायनिक क्रियाओं को अधिक जानने के लिये औजार के रूप में प्रयोग किया था। इन्होंने प्रो॰ आर.एन.माथुर के साथ भटनागर-माथुर इन्टरफ़ेयरेन्स संतुलन का प्रतिपादन किया था, जिसे बाद में एक ब्रिटिश कम्पनी द्वारा उत्पादन में प्रयोग भी किया गया। इन्होंने एक सुन्दर कुलगीत नामक विश्वविद्यालय गीत की रचना भी की थी। इसका प्रयोग विश्वविद्यालय में कार्यक्रमों के पहले होता आया है। भारत के प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू वैज्ञानिक प्रसार के प्रबल समर्थक थे। १९४७ में, भारतीय स्वतंत्रता के उपरांत, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की स्थापना, श्री भटनागर की अध्यक्षता में की गयी। इन्हें सी.एस.आई.आर का प्रथम महा-निदेशक बनाया गया। इन्हें शोध प्रयोगशालाओं का जनक कहा जाता है व भारत में अनेकों बड़ी रासायनिक प्रयोगशालाओं के स्थापन हेतु स्मरण किया जाता है। इन्होंने भारत में कुल बारह राष्ट्रीय प्रयोगशालाएं स्थापित कीं, जिनमें प्रमुख इस प्रकार से हैं.

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शामी कबाब

शामी कबाब एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान मे बहुत प्रचलित है। शामी कबाब भारतीय उपमहाद्वीप मे खाया जाने वाले कबाब का एक खास प्रकार है.

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शारदा (नगर)

शारदा, जिसे स्थानीय भाषा में शारदी भी कहते हैं, आज़ाद कश्मीर के नीलम ज़िले में स्थित एक बस्ती है। यह नीलम ज़िले की दो तहसीलों में से एक है और किशनगंगा घाटी (जिसका नाम पाकिस्तान ने बदलकर नीलम घाटी रख दिया है) की सबसे सुंदर जगह माना जाता है। यह किशनगंगा नदी के किनारे १९८१ मीटर की ऊँचाई पर बसा हुआ है और पाक-अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद से १३६ किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है। .

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शारीरिक दण्ड

शारीरिक दंड एक अपराध की सजा के रूप में, गलती करने वाले को अनुशासित करने के लिए या अस्वीकार्य प्रवृति या व्यवहार को रोकने हेतु दिया जाने वाला सुविचारित दण्ड है। यह शब्द क्रमबद्ध ढंग से आमतौर पर एक अपराधी को मारने के साथ संदर्भित है, चाहे न्यायिक, घरेलु या शैक्षणिक समायोजन हो। शारीरिक दंड को तीन मुख्य प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है.

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शालीमार उद्यान, लाहौर

शालीमार उद्यान को मुगल सम्राट शाहजहां ने 1641 ई. में बनवाया था। यह पाकिस्तान के लाहौर शहर में स्थित है। चारों ओर से ऊंची दीवारों से घिरा यह गार्डन अपने जटिल फ्रेमवर्क के लिए प्रसिद्ध है। 1981 में यूनेस्को ने इसे लाहौर किले के साथ विश्वदाय धरोहरों में शामिल किया था। फराह बख्स, फैज बख्स और हयात बख्स नामक चबूतरे गार्डन की सुंदरता में वृद्धि करते हैं। शालीमार उद्यान, लाहौर .

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शालीमार, पाकिस्तान

शालीमार टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक प्रशासनिक नगर है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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शाशान पहाड़ियाँ

शाशान पहाड़ियाँ (अंग्रेज़ी: Shashan Mountains) या कोह-ए-शाशान (बलोच: کوہ شاشان) पाकिस्तान द्वारा प्रशासित बलोचिस्तान (पाकिस्तान) प्रान्त के ख़ुज़दार ज़िले में स्थित एक पर्वतमाला है। इनका मुख्य भाग उस ज़िले की नाल तहसील मे खड़ा हुआ है। .

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शाह

भारत के मुग़ल शहनशाह शाह जहान ईरान के अंतिम शहनशाह मुहम्मद रेज़ा पहलवी (१९४१-१९७९) शाह (फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: shah) ईरान, मध्य एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप में 'राजा' के लिए प्रयोग होने वाला एक और शब्द है। यह फ़ारसी भाषा से लिया गया है और पुरानी फ़ारसी में इसका रूप 'ख़्शायथ़ीय​' (xšathiya) था। .

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शाह सदर दीन

शाह सदर दीन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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शाह जहाँ

शाह जहाँ (उर्दू: شاہجہان)पांचवे मुग़ल शहंशाह था। शाह जहाँ अपनी न्यायप्रियता और वैभवविलास के कारण अपने काल में बड़े लोकप्रिय रहे। किन्तु इतिहास में उनका नाम केवल इस कारण नहीं लिया जाता। शाहजहाँ का नाम एक ऐसे आशिक के तौर पर लिया जाता है जिसने अपनी बेग़म मुमताज़ बेगम के लिये विश्व की सबसे ख़ूबसूरत इमारत ताज महल बनाने का यत्न किया। सम्राट जहाँगीर के मौत के बाद, छोटी उम्र में ही उन्हें मुगल सिंहासन के उत्तराधिकारी के रूप में चुन लिया गया था। 1627 में अपने पिता की मृत्यु होने के बाद वह गद्दी पर बैठे। उनके शासनकाल को मुग़ल शासन का स्वर्ण युग और भारतीय सभ्यता का सबसे समृद्ध काल बुलाया गया है। .

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शाहदरा (बहुविकल्पी)

शाहदरा शब्द के कई अर्थ हो सकते हैं:-.

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शाहदरा (गाँव)

शाहदरा पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के निकट एक निवासीय गाँव है। यह पाकिस्तानी राष्ट्रपति भवन से केवल दस किलोमीटर दूर है। इस स्थान के प्रसिद्ध होने का मुख्य कारण यह है कि पाकिस्तान की क़ाइदे आज़म विश्वविद्यालय के पास ही स्थित है।.

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शाहदरा बाग़

शाहदरा बाग़ पाकिस्तान के लाहौर शहर उत्तर में स्थित एक उपनगरीय स्थान है। यह नगर रावी नदी की उत्तरी दिशा में स्थित है। ये इलाक़ा इतिहासिक इमारत मक़बरा जहांगीर की वजह से मशहूर है जो मुग़ल तर्ज़ तामीर का नादिर नमूना है। श्रेणी:लाहौर.

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शाहपुर

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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शाहपुर (पंजाब)

शाहपुर (उर्दु: شاه پور) पाकिस्तान में पंजाब प्रान्त में सरगोधा जिला में पश्चिमी ओर स्थित एक शहर है। यह झेलम नदी के तट पर स्थित है। इसका पूर्व नाम रामपुर था और भारतीय स्वतंत्रता पूर्व १७वीं शताब्दी तक यहां हिन्दू बहुमत हुआ करता था। यहां सूफ़ी संत शाह शमस शिराज़ी के दिल्ली से आने के बाद इसका नाम शाहपुर हो गया। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर श्रेणी:सरगोधा जिले के शहर.

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शाहबन्दर

सिन्ध, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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शाहमुखी लिपि

शाहमुखी लिपि (गुरुमुखी: ਸ਼ਾਹਮੁਖੀ; शाहमुखी में: شاہ مکھی) एक फारसी-अरबी लिपि है जो पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के मुसलमानों द्वारा पंजाबी भाषा लिखने के लिये उपयोग में लायी जाती है। भारतीय पंजाब के हिन्दू और सिख पंजाबी लिखने के लिये गुरुमुखी लिपि का उपयोग करते हैं। शाहमुखी, दायें से बायें लिखी जाती है और नस्तालिक शैली में लिखी जाती है। भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य की पोतोहारी बोली लिखने के लिये भी शाहमुखी का उपयोग किया जाता है। .

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शाहिद हामिद

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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शाहिद खाकन अब्बासी

शाहिद खाकान अब्बासी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं। वे पाकिस्तान की राष्ट्रीय सभा में वह पाकिस्तानी पंजाब के NA-50 निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। - पाकिस्तान के राष्ट्रीय विधानसभा .

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शाहिद अफरीदी

साहिबजादा मोहम्मद शाहिद ख़ान अफरीदी (अंग्रेजी:Shahid Afridi) (जन्म:१९८०) में खैबर,फाटा,पाकिस्तान में हुआ था। अफरीदी बूम बूम के नाम से भी जाने जाते हैं। वर्तमान में ये पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान भी है। .

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शाहिदा हसन

शाहिदा हसन (उर्दू: شاهدا حسن अँग्रेजी: Shahida Hassan) पाकिस्तान से एक समकालीन उर्दू की शायरा हैं। .

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शाही मटन कोरमा

शाही मटन कोरमा एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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शाही मुर्ग मसाला

शाही मुर्ग मसाला एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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शाही काजु आलु

शाही काजु आलु एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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शाहीन एयर

शाहीन एयर, मूल रूप से शहीन (उर्दू मे बाज) एयर इंटरनॅशनल, पाकिस्तान की एक निजी विमान सेवा है जिसका मुख्य कार्यालय जिन्नाह इंटरनॅशनल एयरपोर्ट (कराची) मे स्थित है.

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शांतिनाथ

शांतिनाथ जैन घर्म में माने गए २४ तीर्थकरों में से अवसर्पिणी काल के सोलहवे तीर्थंकर थे। माना जाता हैं कि शांतिनाथ के संग ९०० साधू मोक्ष गए थे। .

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शांग्ला ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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शिया चंद्र

मध्य पूर्व में शिया चंद्र की भौगोलिक अवस्थिति का काल्पनिक मानचित्रशिया चंद्र (Shia Crescent), मध्य-पूर्व में शिया मुस्लिम अवस्थिति को व्याख्यायित करने वाली, एक भू-राजनैतिक अवधारणा है। इस पद का प्रयोग मध्य-पूर्व की राजनीति में शिया दृष्टिकोण से क्षेत्रीय सहयोग की क्षमता को दर्शाने के लिए किया जाता रहा है। जर्मनों में अवधारणा के तौर पर इस पद का प्रयोग आम है। जर्मन भाषा में इसे शिया अर्द्धचंद्र कहते हैं। शिया चंद्र नामक पद गढ़ने का श्रेय जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय को जाता है, जिसके बाद यह शब्द राजनीतिक बहसों में लोकप्रिय हो गया। अज़रबेजान, ईरान, ईराक, बहरीन तथा लेबनान आदि देशों में शिया बहुसंख्यक हैं। सम्मिलित तौर पर इन देशों से एक अर्द्धचंद्राकार आकृति बनती है। तुर्की, यमन, अफ़गानिस्तान, कुवैत, पाकिस्तान, सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, भारत तथा सीरिया में भी शिया अल्पसंख्यकों की एक बड़ी मात्रा निवास करती है। .

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शिया इस्लाम

अरबी लिपि में लिखा शब्द-युग्म "मुहम्मद अली" इस शिया विश्वास को दिखाता है कि मुहम्मद और अली में निष्ठा दिखाना एक समान ही है। इसको उलटा घुमा देने पर यह "अली मुहम्मद" बन जाता है। शिया एक मुसलमान सम्प्रदाय है। सुन्नी सम्प्रदाय के बाद यह इस्लाम का दूसरा सबसे बड़ा सम्प्रदाय है जो पूरी मुस्लिम आबादी का केवल १५% है। सन् ६३२ में हजरत मुहम्मद की मृत्यु के पश्चात जिन लोगों ने अपनी भावना से हज़रत अली को अपना इमाम (धर्मगुरु) और ख़लीफा (नेता) चुना वो लोग शियाने अली (अली की टोली वाले) कहलाए जो आज शिया कहलाते हैं। लेकिन बहोत से सुन्नी इन्हें "शिया" या "शियाने अली" नहीं बल्कि "राफज़ी" (अस्वीकृत लोग) नाम से बुलाते हैं ! इस धार्मिक विचारधारा के अनुसार हज़रत अली, जो मुहम्मद साहब के चचेरे भाई और दामाद दोनों थे, ही हजरत मुहम्मद साहब के असली उत्तराधिकारी थे और उन्हें ही पहला ख़लीफ़ा (राजनैतिक प्रमुख) बनना चाहिए था। यद्यपि ऐसा हुआ नहीं और उनको तीन और लोगों के बाद ख़लीफ़ा, यानि प्रधान नेता, बनाया गया। अली और उनके बाद उनके वंशजों को इस्लाम का प्रमुख बनना चाहिए था, ऐसा विशवास रखने वाले शिया हैं। सुन्नी मुसलमान मानते हैं कि हज़रत अली सहित पहले चार खलीफ़ा (अबु बक़र, उमर, उस्मान तथा हज़रत अली) सतपथी (राशिदुन) थे जबकि शिया मुसलमानों का मानना है कि पहले तीन खलीफ़ा इस्लाम के गैर-वाजिब प्रधान थे और वे हज़रत अली से ही इमामों की गिनती आरंभ करते हैं और इस गिनती में ख़लीफ़ा शब्द का प्रयोग नहीं करते। सुन्नी मुस्लिम अली को (चौथा) ख़लीफ़ा भी मानते है और उनके पुत्र हुसैन को मरवाने वाले ख़लीफ़ा याजिद को कई जगहों पर पथभ्रष्ट मुस्लिम कहते हैं। इस सम्प्रदाय के अनुयायियों का बहुमत मुख्य रूप से इरान,इराक़,बहरीन और अज़रबैजान में रहते हैं। इसके अलावा सीरिया, कुवैत, तुर्की, अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, ओमान, यमन तथा भारत में भी शिया आबादी एक प्रमुख अल्पसंख्यक के रूप में है। शिया इस्लाम के विश्वास के तीन उपखंड हैं - बारहवारी, इस्माइली और ज़ैदी। एक मशहूर हदीस मन्कुनतो मौला फ़ हा जा अली उन मौला, जो मुहम्मद साहब ने गदीर नामक जगह पर अपने आखरी हज पर खुत्बा दिया था, में स्पष्ट कह दिया था कि मुसलमान समुदाय को समुदाय अली के कहे का अनुसरण करना है। .

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शिव कुमार बटालवी

शिव कुमार 'बटालवी' (ਸ਼ਿਵ ਕੁਮਾਰ ਬਟਾਲਵੀ) (1936 -1973) पंजाबी भाषा के एक विख्यात कवि थे, जो उन रोमांटिक कविताओं के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं, जिनमें भावनाओं का उभार, करुणा, जुदाई और प्रेमी के दर्द का बखूबी चित्रण है। वे 1967 में वे साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के साहित्यकार बन गये। साहित्य अकादमी (भारत की साहित्य अकादमी) ने यह सम्मान पूरण भगत की प्राचीन कथा पर आधारित उनके महाकाव्य नाटिका लूणा (1965) के लिए दिया, जिसे आधुनिक पंजाबी साहित्य की एक महान कृति माना जाता है और जिसने आधुनिक पंजाबी किस्सागोई की एक नई शैली की स्थापना की। आज उनकी कविता आधुनिक पंजाबी कविता के अमृता प्रीतम और मोहन सिंह जैसे दिग्गजों के बीच बराबरी के स्तर पर खड़ी है,जिनमें से सभी भारत- पाकिस्तान सीमा के दोनों पक्षों में लोकप्रिय हैं।.

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शिवलाल यादव

शिवलाल नन्दलाल यादव एक भारतीय पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं। इनका जन्म 26 जनवरी 1957 को हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ था। यह 1979 से 1987 तक 35 टेस्ट और 7 ओडीआई खेल चुके हैं। यह दायें हाथ के गेंदबाज के रूप में यह 1979 में टेस्ट क्रिकेट में आए। यह पहली बार ऑस्ट्रेलिया के साथ खेले और 5 मैचों में 24 विकेट हासिल करने में सफल रहे। यह 1987 तक लगातार भारत के लिए खेलते रहे। यह अपने पहले शुरुआती मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 विकेट लेने में सफल रहे। इस कारण यह मैच भारत जीत गया। यह एल्लन बार्डर, डेव वॉटमोर और केविन वाईट के विकेट को जल्द लेकर भारत के जीत को मजबूत कर दिया। यह 1980 के आस पास तक अपना स्थान खो दिये थे। लेकिन 1983-84 में सफल वापसी की और केवल 131 रन देकर 5 विकेट ले लिए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1985-86 में यह 3 टेस्ट में 15 विकेट प्राप्त करने में सफल रहे। 8/118 का मैच उनके टेस्ट का सबसे श्रेष्ठ मैच था। यह सिडनी में हुआ था। यह नागपुर में श्रीलंका के खिलाफ 5/76 का यह आंकड़ा भी इनके जीवन के कुछ श्रेष्ठ मैच में से एक है। यह अपना 100वाँ विकेट पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान प्राप्त किए थे। हाल ही में, उच्चतम न्यायालय ने शिवलाल यादव को राष्ट्रीय प्रबन्धक पद हेतु अस्थाई रूप से रखा। .

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शिवालिक

शिवालिक श्रेणी या बाह्य हिमालय भी कहा जाता है) हिमालय पर्वत का सबसे दक्षिणी तथा भौगोलिक रूप से युवा भाग है जो पश्चिम से पूरब तक फैला हुआ है। यह हिमायल पर्वत प्रणाली के दक्षिणतम और भूगर्भ शास्त्रीय दृष्टि से, कनिष्ठतम पर्वतमाला कड़ी है। इसकी औसत ऊंचाई 850-1200 मीटर है और इसकी कई उपश्रेणियां भी हैं। यह 1600 कि॰मी॰ तक पूर्व में तिस्ता नदी, सिक्किम से पश्चिमवर्त नेपाल और उत्तराखंड से कश्मीर होते हुए उत्तरी पाकिस्तान तक जाते हैं। सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से देहरादून और मसूरी के पर्वतों में जाने हेतु मोहन दर्रा प्रधान मार्ग है। पूर्व में इस श्रेणी को हिमालय से दक्षिणावर्ती नदियों द्वारा, बड़े और चौड़े भागों में काटा जा चुका है। मुख्यत यह हिमालय पर्वत की बाह्यतम, निम्नतम तथा तरुणतम श्रृंखला हैं। उत्तरी भारत में ये पहाड़ियाँ गंगा से लेकर व्यास तक २०० मील की लंबाई में फैली हुई हैं और इनकी सर्वोच्च ऊंचाई लगभग ३,५०० फुट है। गंगा नदी से पूर्व में शिवालिक सदृश संचरना पाटली, पाटकोट तथा कोटह को कालाघुंगी तक हिमालय को बाह्य श्रृंखला से पृथक्‌ करती है। ये पहाड़ियाँ पंजाब में होशियारपुर एवं अंबाला जिलों तथा हिमाचल प्रदेश में सिरमौर जिले को पार कर जाती है। इस भाग की शिवालिक श्रृंखला अनेक नदियों द्वारा खंडित हो गई है। इन नदियों में पश्चिम में घग्गर सबसे बड़ी नदी है। घग्गर के पश्चिम में ये पहाड़ियाँ दीवार की तरह चली गई हैं और अंबाला को सिरसा नदी की लंबी एवं तंग घाटी से रोपड़ तक, जहाँ पहाड़ियों को सतलुज काटती है, अलग करती हैं। व्यास नदी की घाटी में ये पहाड़ियाँ तरंगित पहड़ियों के रूप में समाप्त हो जाती हैं। इन पहड़ियों की उत्तरी ढलान की चौरस सतहवाली घाटियों को दून कहते हैं। ये दून सघन, आबाद एवं गहन कृष्ट क्षेत्र हैं। सहारनपुर और देहरादून को जोड़नेवाली सड़क मोहन दर्रे से होकर जाती है। भूवैज्ञानिक दृष्टि से शिवालिक पहाड़ियाँ मध्य-अल्प-नूतन से लेकर निम्न-अत्यंत-नूतन युग के बीच में, सुदूर उत्तर में, हिमालय के उत्थान के समय पृथ्वी की हलचल द्वारा दृढ़ीभूत, वलित एवं भ्रंशित हुई हैं। ये मुख्यत: संगुटिकाश्म तथा बलुआ पत्थर से निर्मित है और इनमें स्तनी वर्ग के प्राणियों के प्रचुर जीवाश्म मिले हैं .

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शिगर ज़िला

शिगर ज़िला, पाकिस्तान के गिल्गित बल्तिस्तान का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, शिगर शहर है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा स्थानीय बाल्ती और कश्मीरी भाषाएँ हैं, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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शिंजियांग

चीन का नक़्शा, शिंजियांग गहरे लाल रंग में शिन्जियांग में काराकोरम राजमार्ग के नज़दीक का दृश्य तियांची सरोवर बुरचिन ज़िले में एक नदी शिंजियांग (उइग़ुर:, अंग्रेज़ी: Xinjiang, चीनी: 新疆) जनवादी गणराज्य चीन का एक स्वायत्तशासी क्षेत्र है। ये एक रेगिस्तानी और शुष्क इलाक़ा है इसलिए इस की आबादी बहुत कम है। शिंजियांग की सरहदें दक्षिण में तिब्बत और भारत, दक्षिण-पूर्व में चिंग हई और गांसू, पूर्व में मंगोलिया, उत्तर में रूस और पश्चिम में क़ाज़क़स्तान, किरगिज़स्तान, ताजिकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान से मिलती हैं। भारत का अक्साई चिन का इलाका भी, जिसपर चीन का क़ब्ज़ा है, प्रशासनिक रूप से शिंजियांग में शामिल है।, S. Frederick Starr, M.E. Sharpe, 2004, ISBN 978-0-7656-1318-9 शिंजियांग की राजधानी उरुमची नाम का शहर है, जबकि इसका सबसे बड़ा नगर काश्गर है। .

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शिक्षक दिवस

विश्व के कुछ देशों में शिक्षकों (गुरुओं) को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन होता है। कुछ देशों में छुट्टी रहती है जबकि कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन (५ सितंबर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। .

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शजरा

शजरा भारत और पाकिस्तान में किसी गाँव के ऐसे नक़्शे को कहते हैं जिसका प्रयोग उस गाँव के खेतों या अन्य ज़मीन की पट्टीयों का कानूनी तौर पर स्वामित्व बताने के लिए और प्रशासनिक कार्यों के लिए होता है। गाँव का शजरा पूरे गाँव को ज़मीन की पट्टीयों में बांटता है और हर पट्टी को अपना अलग नंबर देता है।, Muhammad Iqbal Khan Mokal, West Pakistan, Law Publishing Co., 1973,...

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शक्सगाम नदी

शक्सगाम नदी काराकोरम पर्वतों के यहाँ दिख रहे उत्तरपूर्वी क्षेत्र से उत्पन्न होती है शक्सगाम नदी (चीनी: 沙克斯干河, अंग्रेजी: Shaksgam River) सुदूर उत्तरी कश्मीर के काराकोरम पर्वतों से उभरने वाली एक नदी है जो यारकन्द नदी की एक उपनदी भी है। शक्सगाम नदी को केलेचिन नदी और मुज़ताग़ नदी के नामों से भी जाना जाता है। यह काराकोरम शृंखला की गाशेरब्रुम, उरदोक, स्ताग़र, सिन्ग़ी और क्याग़र हिमानियों (ग्लेशियरों) से शुरू होती है और फिर शक्सगाम वादी में काराकोरम शृंखला के साथ-साथ पश्चिमोत्तरी दिशा में चलती है। इसमें शिमशाल ब्रल्दु नदी और फिर ओप्रांग नदी का विलय होता है और इन दोनों संगमों के बीच में शक्सगाम नदी पाकिस्तान और चीन के आपसी समझौते के अनुसार उन दोनों देशों के बीच की अंतरराष्ट्रीय सीमा है। भारत इस बात से पूरा इनकार करता है और इस पूरे क्षेत्र को अपने जम्मू और कश्मीर राज्य का हिस्सा मानता है। सर्दियों में पास के शिमशाल गाँव के लोग इस क्षेत्र का प्रयोग अपने मवेशी चराने के लिए करते हैं और यह तारिम द्रोणी में स्थित इकलौता पाकिस्तान-नियंत्रित इलाक़ा है।, Sharad Singh Negi, Indus Publishing, 1991, ISBN 978-81-85182-61-2,...

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शुजात बुखारी

शुजात बुखारी (25 फरवरी 1968 - 14 जून 2018) एक भारतीय कश्मीरी पत्रकार और श्रीनगर से प्रकाशित अंग्रेजी दैनिक समाचार पत्र "राइजिंग कश्मीर" के प्रधान संपादक थे।, जिन्हें श्रीनगर में उनके कार्यालय के बाहर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। निजी सुरक्षा गार्ड के तौर पर उन्हें उपलब्ध कराए गए दो पुलिस अधिकारी भी इस हमले में मारे गए थे। .

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श्यामा

श्यामा हिन्दी फ़िल्मों की एक अभिनेत्री हैं। .

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श्यामाप्रसाद मुखर्जी

डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी (जन्म: 6 जुलाई 1901 - मृत्यु: 23 जून 1953) शिक्षाविद्, चिन्तक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे। .

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श्री स्वमिनरयन मन्दिर, कराची

thumb स्वामीनारायण मंदिर, कराची (देवनागरी: श्री स्वमिनरयन मन्दिर, कराची, Nastaliq) एक हिंदू मंदिर कि नरनरायन देव स्वामीनारायण सम्प्रदाय की गदी के अंतर्गत आता है और केवल पाकिस्तान में स्वामीनारायण मंदिर है। मंदिर का आकार और हाते का बाग़ीचा के लिए उल्लेखनीय है, पर कराची शहर में बन्दर रोड पर.

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श्रीलंकन एयरलाइंस

श्रीलाम्कन एयरलाइंस एयरबस ए-३२०, तिरुचिरापल्ली विमानक्षेत्र में पार्क हुए। श्रीलंकन एयरलाइंस लिमिटेड (सिंहली:ශ්‍රී ලන්කන් ගුවන් සේවය, तमिल: சிறீலங்கன் எயர்லைன்ஸ்) (पूर्व नां एयर लंका) श्रीलंका की ध्वजवाहिका वायुसेवा है। ये कंपनी अपने भण्डारनायके अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, कोलंबो, श्रीलंका स्थित आधार एवं हब से एशिया एवं यूरोप के गंतव्यों को वायुसेवा उपलब्ध कराती है। वायुसेवा का मुख्यालय भण्डारनायके अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र के परिसर में कटुनायके, श्रीलंका में स्थित है।"." SriLankan Airlines.

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श्रीगंगानगर

गंगानगर राजस्थान का एक जिला है। श्रीगंगानगर शहर गंगानगर जिला का मुख्यालय है। यह राजस्थान प्रदेश का सबसे उत्तरी जनपद है जिसके उत्तर में फाजिल्का (पंजाब) एवं हनुमानगढ़, दक्षिण में बीकानेर तथा चू़रू (राजस्थान), तथा पश्चिम में पाकिस्तान है। पहले यह बीकानेर राज्य का एक भाग था। गंगानगर जनपद का प्रमुख प्रशासकीय केंद्र तथा विकासशील नगर भी है। इसका नामकरण बीकानेर के महाराज गंगासिंह के नाम पर हुआ है। यह जिले के सर्वाधिक समुन्नत तथा सिंचित कृषिक्षेत्र में स्थित होने के कारण प्रमुख व्यापारिक मंडी तथा यातायात केंद्र हो गया है। श्रीगंगानगर को राजस्थान का अन्न का कटोरा भी कहा जाता है | यहाँ जनपदीय प्रशासनिक कार्यालयों तथा न्यायालयों के अतिरिक्त कई स्नातक महाविद्यालय तथा अन्य सांस्कृतिक संस्थान हैं। यह नगर पूर्णतया 20वीं शताब्दी की देन है। प्रारंभिक दशाब्दियों में यह अज्ञात ग्राम रहा। लेकिन गंगा-नहर सिंचाई परियोजना द्वारा क्षेत्र में कृषि का विकास होने के कारण इसकी जनसंख्या अधिक बढ़ गई है। यहाँ 1945 में चीनी का कारखाना खोला गया। यहाँ एक औद्योगिक संस्थान की भी स्थापना हुई है। श्रीगंगानगर में श्री बुड्ढाजोहड़ गुरुद्वारा व लैला-मजनुं की मजार प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं | .

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शौकतुल्लाह खान

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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शेफ़ील्ड

शेफ़ील्ड साउथ यॉर्कशायर, इंग्लैंड का एक महानगरीय क्षेत्र और एक शहर है। इसका नाम शेफ़ नदी से व्युत्पन्न है, जो इस शहर से होकर बहती है। ऐतिहासिक रूप से यह यॉर्कशायर के वेस्ट राइडिंग का एक भाग था, अब यह शहर अपनी अधिकांशतः औद्योगिक जड़ों से विकसित होकर और अधिक विस्तृत आर्थिक आधार को समावेशित करता है। शेफ़ील्ड शहर की जनसंख्या है और यह आठ विशाल स्थानीय अंग्रेजी शहरों में से एक है जो इंग्लिश कोर सिटीज़ ग्रुप के निर्माण में योगदान करता है। 19वीं शताब्दी के दौरान, शेफ़ील्ड को स्टील उत्पादन हेतु अंतर्राष्ट्रीय ख्याति मिली.

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शेम (उपन्यास)

शेम (Shame) अंग्रेजी साहित्यकार सलमान रश्दी द्वारा मिडनाइट्स चिल्ड्रेन के बाद लिखा गया तीसरा उपन्यास है। १९८३ में प्रकाशित यह उपन्यास उनकी अधिकांश रचनाओं की तरह ही जादुई यथार्थवाद की शैली में लिखा गया है। का प्रयोग किया गया है। इस में ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो (इस्कंदर हड़प्पा) और जनरल मुहम्मद ज़िया-उल-हक़ (जनरल रज़ा हैदर) के जीवन और उनके संबंधों का चित्रण किया गया है। उपन्यास की केंद्रीय विषयवस्तु बताती है कि शरम से ही हिंसा पैदा हुई है। सभी चरित्रों के जरिए शर्म और बेशर्मी की सोच की पड़ताल मिलती है किंतु दृष्टि के केंद्र में सूफिया ज़िनोबिया और ऊमर खैय्याम हैं। इसका हिंदी अनुवाद ललित कार्तिकेय ने शरम नाम से किया है। .

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शेर शाह सूरी

शेरशाह सूरी (1472-22 मई 1545) (फारसी/पश्तो: فريد خان شير شاہ سوري, जन्म का नाम फ़रीद खाँ) भारत में जन्मे पठान थे, जिन्होनें हुमायूँ को 1540 में हराकर उत्तर भारत में सूरी साम्राज्य स्थापित किया था। शेरशाह सूरी ने पहले बाबर के लिये एक सैनिक के रूप में काम किया था जिन्होनें उन्हे पदोन्नति कर सेनापति बनाया और फिर बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया। 1537 में, जब हुमायूँ कहीं सुदूर अभियान पर थे तब शेरशाह ने बंगाल पर कब्ज़ा कर सूरी वंश स्थापित किया था। सन् 1539 में, शेरशाह को चौसा की लड़ाई में हुमायूँ का सामना करना पड़ा जिसे शेरशाह ने जीत लिया। 1540 ई. में शेरशाह ने हुमायूँ को पुनः हराकर भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया और शेर खान की उपाधि लेकर सम्पूर्ण उत्तर भारत पर अपना साम्रज्य स्थापित कर दिया। एक शानदार रणनीतिकार, शेर शाह ने खुद को सक्षम सेनापति के साथ ही एक प्रतिभाशाली प्रशासक भी साबित किया। 1540-1545 के अपने पांच साल के शासन के दौरान उन्होंने नयी नगरीय और सैन्य प्रशासन की स्थापना की, पहला रुपया जारी किया है, भारत की डाक व्यवस्था को पुनः संगठित किया और अफ़गानिस्तान में काबुल से लेकर बांग्लादेश के चटगांव तक ग्रांड ट्रंक रोड को बढ़ाया। साम्राज्य के उसके पुनर्गठन ने बाद में मुगल सम्राटों के लिए एक मजबूत नीव रखी विशेषकर हुमायूँ के बेटे अकबर के लिये। .

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शेरपी कांगरी

शेरपी कांगरी (Sherpi Kangri) जम्मू और कश्मीर में काराकोरम पर्वतमाला की साल्तोरो पर्वतमाला नामक उपश्रेणी का एक ऊँचा पर्वत है जो विश्व का 74वाँ सर्वोच्च पर्वत भी है। यह सियाचिन हिमानी से पश्चिम में स्थित है। यह घेंट कांगरी से 5 किमी दक्षिण और साल्तोरो कांगरी से 10 किमी पश्चिमोत्तर में खड़ा हुआ है। .

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शेख एजाज़ निसार

शेख एजाज़ निसार, एक पाकिस्तानी राजनेता हैं, एवं पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उनका कार्यकाल २००७ से २००८ तक रहा था। .

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शेख दीन मुहम्मद

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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शेख मुजीबुर्रहमान

बंगबन्धु '''शेख़ मुजीबुर रहमान (१९५० में)''' लाहौर में '''६-बिन्दु आन्दोलन''' की घोषणा करते हुए शेख़ मुजीबुर रहमान (1966) ०७ मार्च १९७१ को विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए शेख़ मुजीब शेख़ मुजीबुर रहमान (बंगाली: শেখ মুজিবুর রহমান; १७ मार्च १९२० – १५ अगस्त १९७५) बांग्लादेश के संस्थापक नेता, महान अगुआ एवं प्रथम राष्ट्रपति थे। उन्हें सामान्यत: बंगलादेश का जनक कहा जाता है। वे अवामी लीग के अध्यक्ष थे। उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सशस्त्र संग्राम की अगुवाई करते हुए बांग्लादेश को मुक्ति दिलाई। वे बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति बने और बाद में प्रधानमंत्री भी बने। वे 'शेख़ मुजीब' के नाम से भी प्रसिद्ध थे। उन्हें 'बंगबन्धु' की पदवी से सम्मानित किया गया। १५ अगस्त १९७५ को सैनिक तख़्तापलट के द्वारा उनकी हत्या कर दी गई। उनकी दो बेटियों में एक शेख़ हसीना तख़्तापलट के बाद जर्मनी से दिल्ली आई और १९८१ तक दिल्ली रही और १९८१ के बाद बंग्लादेश जा के पिता की राजनैतिक विरासत को संभाला। .

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शेख रियाज अहमद

न्यायाधीश शेख रियाज अहमद, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति मोहम्मद बशीर जहांगीरी की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लक उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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शेख अनवारुल हक

न्यायमूर्ति अनवारुल हक, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति मोहम्मद याकूब अली की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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शेखूपुरा ज़िला

शेखूपुरा ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, शेखूपुरा शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 15,960 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 2,321,029 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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शोएब मलिक

शोएब मलिक (जन्म: 1 1982) पाकिस्तान के एक अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में वह दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलते । शोएब मलिक ने 150 से ज्यादा ओडीआई विकेट लिए हैं, और टेस्ट और ओडीआई क्रिकेट दोनों में 30 के दशक के मध्य में बल्लेबाजी औसत है। उनकी गेंदबाजी की कार्रवाई जांच के तहत आ गई है (विशेष रूप से उनके डूसर) लेकिन उन्हें सही करने के लिए कोहनी सर्जरी हुई है। जून 2008 में आईसीसी ओडीआई ऑलराउंडर रैंकिंग में टीम के साथी शाहिद अफरीदी के पीछे मलिक दूसरे स्थान पर रहे। मार्च 2010 में, मलिक को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से एक साल का प्रतिबंध मिला; प्रतिबंध दो महीने बाद उलटा हुआ था। 13 सितंबर 2017 को, मलिक पाकिस्तान के लिए ट्वेन्टी-२० अंतरराष्ट्रीय में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। 1 जुलाई 2018 को, मलिक ट्वेन्टी-२० अंतरराष्ट्रीय में 2,000 रन बनाने और दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंचने वाले पहले एशियाई बल्लेबाज भी बने। .

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शोगरान

शोगरान (अंग्रेज़ी: Shogran, उर्दु: شوگران) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी में स्थित एक शहर है। .

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शीना भाषा

शीना एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान-नियंत्रित गिलगित-बल्तिस्तान और भारत के लद्दाख़ और कश्मीर क्षेत्रों में बोली जाती है। जिन पाकिस्तान-नियंत्रित वादियों में यह बोली जाती है उनमें अस्तोर, चिलास, दरेल, तंगीर, गिलगित, ग़िज़र और बल्तिस्तान और कोहिस्तान के कुछ हिस्से शामिल हैं। जिन भारत-नियंत्रित वादियों में यह बोली जाती हैं उनमें गुरेज़, द्रास, करगिल और लद्दाख़ के कुछ पश्चिमी हिस्से शामिल हैं। अंदाजा लगाया जाता है के १९८१ में इसे कुल मिलकर क़रीब ३,२१,००० लोग बोलते थे। शीना एक सुरभेदी भाषा है जिसमे दो सुर हैं - उठता हुआ और समतल (यानि बिना किसी बदलाव वाला)। .

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शीरमाल

शीरमाल (ﺸﻴر ماﻝ), केसर के स्वाद वाली मैदा व दूध से बनी अवधी खानपान व पाकिस्तानी खान्पान की एक रोटी होती है। .

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सचिन तेंदुलकर

सचिन रमेश तेंदुलकर (अंग्रेजी उच्चारण:, जन्म: २४ अप्रैल १९७३) क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ौं में गिने जाते हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सन् २००८ में वे पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किये जा चुके है। सन् १९८९ में अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के पश्चात् वह बल्लेबाजी में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने टेस्ट व एक दिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक अर्जित किये हैं। वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में १४००० से अधिक रन बनाने वाले वह विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। एकदिवसीय मैचों में भी उन्हें कुल सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान प्राप्त है।    उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच मुम्बई के लिये १४ वर्ष की उम्र में खेला था। उनके अन्तर्राष्ट्रीय खेल जीवन की शुरुआत १९८९ में पाकिस्तान के खिलाफ कराची से हुई। सचिन क्रिकेट जगत के सर्वाधिक प्रायोजित खिलाड़ी हैं और विश्व भर में उनके अनेक प्रशंसक हैं। उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से भिन्न-भिन्न नामों से पुकारते हैं जिनमें सबसे प्रचलित लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर है। क्रिकेट के अलावा वह अपने ही नाम के एक सफल रेस्टोरेंट के मालिक भी हैं। तत्काल में वह राज्य सभा के सदस्य हैं, सन् २०१२ में उन्हें राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित किया गया था। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर पर फिल्म ‘सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स’ बनी। इस फ़िल्म का टीज़र भी बहुत रोमांचक हैं। टीजर में एक ऐसे इंसान को उसी की कहानी सुनाते हुए देखेंगे जो एक शरारती बच्चे से एक हीरो बनकर उभरता है। ख़ुद सचिन तेंदुलकर का भी ये मानना है कि क्रिकेट खेलने से अधिक चुनौतीपूर्ण अभिनय करना है।सचिन – ए बिलियन ड्रीम्स’ का निर्माण रवि भगचंदका ने किया है और इसका निर्देशन जेम्स अर्सकिन ने। .

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सतलुज नदी

सतलुज (पंजाबी: ਸਤਲੁਜ, अँग्रेजी:Sutlej River, उर्दू: درياۓ ستلُج) उत्तरी भारत में बहनेवाली एक सदानीरा नदी है। इसका पौराणिक नाम शतद्रु है। जिसकी लम्बाई पंजाब में बहने वाली पाँचों नदियों में सबसे अधिक है। यह पाकिस्तान में होकर बहती है। .

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सतीश धवन

सतीश धवन (25 सितंबर 1920 – 3 जनवरी 2002) को विज्ञान एवं अभियांत्रिकी के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा, सन १९७१ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये कर्नाटक राज्य में कई वर्ष रहे थे। ३ जनवरी २००२ को उनका निधन हो गया। इनकी प्रमुख देनों में से एक थी टर्ब्युलेंस में भारतीय शोध का विकास। ध्वनि के तेज रफ़्तार (सुपरसोनिक) विंड टनेल के विकास में इनका प्रयास निर्देशक रहा है। वे बंगलौर के भारतीय विज्ञान संस्थान से कोई २० साल जुड़े रहे। .

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सना मीर

कोई विवरण नहीं।

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सफ़िया हयात

सफ़िया हयात पाकिस्तान पंजाब की उर्दू और पंजाबी की एक लेखिका हैं जो कविता और .

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सफ़ेद तीतर

सफ़ेद तीतर, गोरा तीतर या राम तीतर (Grey Francolin) (Francolinus pondicerianus) फ़्रैंकोलिन जाति का एक सदस्य है जो कि दक्षिण एशिया के मैदानों और सूखे इलाकों में पाया जाता है। जिन देशों का यह मूल निवासी है और जहाँ इसको प्रचलित किया गया है वह इस प्रकार हैं:-.

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सफ़ेद गिद्ध

स्पेन के मैड्रिड स्थित एक चिड़ियाघर में सफ़ेद गिद्ध सफ़ेद गिद्ध (Egyptian Vulture) (Neophron percnopterus) पुरानी दुनिया (जिसमें दोनों अमरीकी महाद्वीप शामिल नहीं होते) का गिद्ध है जो पहले पश्चिमी अफ़्रीका से लेकर उत्तर भारत, पाकिस्तान और नेपाल में काफ़ी तादाद में पाया जाता था किन्तु अब इसकी आबादी में बहुत गिरावट आयी है और इसे अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने संकटग्रस्त घोषित कर दिया है। भारत में जो उपप्रजाति पाई जाती है उसका वैज्ञानिक नाम (Neophron percnopterus ginginianus) है। उत्तर भारत के अलावा भारत में अन्य जगह यह प्रवासी पक्षी है। .

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सफ़ेद कोह

अफ़्ग़ानिस्तान के नंगरहार प्रान्त के ख़ोगयानी ज़िले से दक्षिण में स्थित सफ़ेद कोह पर्वतों का नज़ारा सफ़ेद कोह (Safed Koh), जिन्हें पश्तो में स्पीन ग़र कहते हैं और जिन्हें १९वीं सदी तक हिन्दुस्तानी पर्वत (Indian Caucasus) भी कहा जाता था, पूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के पश्चिमोत्तरी संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र के ख़ैबर और कुर्रम विभागों में स्थित एक पर्वत शृंखला है। हिन्दु कुश पर्वतों की इस उपशाखा का सबसे बुलंद शिखर ४,७६१ मीटर (१५,६२० फ़ुट) ऊँचा सिकराम पर्वत (Sikaram) है।, Asiatic Society of Bengal, The Society, 1879,...

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सबज़ाज़ार

सबज़ाज़ार, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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समकालीन

समकालीन इतिहास के उस अवधि के बारे में बताता है जो आज के लिए एकदम प्रासंगिक है तथा आधुनिक इतिहास के कुछ निश्चित परिप्रेक्ष्य से संबंधित है। हाल के समकालीन इतिहास की कमजोर परिभाषा विश्व युद्ध-II जैसी घटनाओं को शामिल करती है, लेकिन उन घटनाओं को शामिल नहीं करती जिनके प्रभाव को समाप्त किया जा चुका है। .

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सम्पर्क भाषा

उस भाषा को सम्पर्क भाषा (lingua franca) कहते हैं जो किसी क्षेत्र में सामान्य रूप से किसी भी दो ऐसे व्यक्तियों के बीच प्रयोग हो जिनकी मातृभाषाएँ अलग हैं। इसे कई भाषाओं में 'लिंगुआ फ़्रैंका' (lingua franca) कहते हैं। इसे सेतु-भाषा, व्यापार भाज़ा, सामान्य भाषा या वाहन-भाषा भी कहते हैं। मानव इतिहास में सम्पर्क भाषाएँ उभरती रही हैं। .

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सम्माँ राजवंश

सम्माँ राजवंश (सिन्धी:, सम्मन जो राज) या सम्मा राजवंश (अंग्रेज़ी: Samma Dynasty) 1335 ईसवी से 1520 ईसवी काल में सिंध तथा बलोचिस्तान व पंजाब के कुछ हिस्सों में राज करने वाला एक राजपूत वंश था। उनकी राजधानी ठठ्ठा शहर था। वे स्वयं को श्रीकृष्ण का वंशज बताते थे। इस वंश की स्थापना जाम उनड़​ (Jam Unar) ने करी जो श्रीकृष्ण के बाद की 95वीं पीढ़ी के थे। बाद में इन राजाओं ने इस्लाम में धर्म-परिवर्तन कर लिया। उन्होंने सिंध में कुछ महान पुरातन-स्थल छोड़े हैं जिनमें ठठ्ठा का शाही समाधि-क्षेत्र शामिल है। इस राजवंश के बाद सिंध में अरग़ून​ राजवंश का क़ब्ज़ा हो गया।, James Tod, pp.

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समोसा

समोसा एक तला हुआ या बेक किया हुआ भरवां अल्पाहार व्यंजन है। इसमें प्रायः मसालेदार भुने या पके हुए सूखे आलू, या इसके अलावा मटर, प्याज, दाल, कहीम कहीं मांसा भी भरा हो सकता है। इसका आकार प्रायः तिकोना होता है किन्तु आकार और नाप भिन्न-भिन्न स्थानों पर बदल सकता है। अधिकतर ये चटनी के संग परोसे जाते हैं। ये अल्पाहार या नाश्ते के रूप में भारतीय उपमहाद्वीप, दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य एशिया, दक्षिण पश्चिम एशिया, अरब प्रायद्वीप, भूमध्य सागर क्षेत्र, अफ़्रीका का सींग, उत्तर अफ़्रीका एवं दक्षिण अफ़्रीका में प्रचलित हैं। .

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समी असलम

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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समीना, पंजाब

समीना, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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सरदार चुटकुले

सरदार चुटकुले अथवा सरदारजी चुटकुले सिखों (सरदारों) पर आधारित जातीय व्यंग्य होते हैं जिनमें अक्सर सरदारों को अल्पबुद्धि, अंग्रेज़ी न जानने वाले या शब्दों के ग़लत मतलब समझने वाले बताया जाता है। भारत और पाकिस्तान में ये चुटकुले बहुत लोकप्रिय हैं। .

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सरदार मुहम्मद आरिफ नकाई

सरदार मुहम्मद आरिफ नकाई, एक पाकिस्तानी राजनेता हैं, एवं पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के पूर्व, मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। .

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सरदार मोहम्मद याकूब

सरदार मोहम्मद याकूब एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 19/11/2002 से 19/03/2008 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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सरदार हुकम सिंह

सरदार हुकम सिंह (अगस्त 30, 1895-मई 27, 1983) एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा 1962 से 1967 के बीच लोक सभा के स्पीकर थे। वे 1967 से 1972 के बीच राजस्थान के राज्यपाल भी रहे थे। .

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सरदार अयाज़ सादिक़

सरदार अयाज़ सादिक पाकिस्तान के क़ौमी असेम्बली के वर्तमान सभापति हैं। वह पहली बार ३ जून २०१३ को फहमीदा मिर्जा के बाद क़ौमी असेम्बली के उन्नीसवीं सभापति बने, उनका पहला कार्यकाल 22 अगस्त 2015 को समाप्त हुआ। वह दूसरी बार, 9 नवंबर 2015 को पुनः इस पद पर काबिज़ हुए। लाहौर से नेशनल असेंबली के असेम्बली क्षेत्र १२२ से पंजाब (पाकिस्तान) के राष्ट्रीय विधानसभा अध्यक्ष अयाज सादिक २०१३ में ९३ हजार ३ से ८९ वोट लेकर सदस्य नेशनल असेंबली चुने गए थे। इस चुनाव को इमरान खान ने चुनाव न्यायाधिकरण में चयालनज किया था। चुनाव ट्रिब्यूनल के न्यायाधीश काज़िम अली मलिक ने कथित धांधली के मामले में दायर याचिका पर क्षेत्र के चुनाव को निरस्त करते हुए दोबारा मतदान कराने का अगस्त २०१५ में आदेश दिया था। सरदार अयाज सादिक तीसरी बार इस क्षेत्र में २०१३ में चुने गए थे। .

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सरपंच

सरपंच पंचायत का प्रमुख होता है। सरपंच भारत में स्थानीय स्वशासन के लिए गांव स्तर पर विधिक संस्था ग्राम पंचायत का प्रधान होता है।पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के गॉवों में भी यह प्रसाशन प्रणाली पायी जाती है। सरपंच चुने गए पंचों की मदद से ग्राम पंचायत के महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेता है।सरपंच का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है। .

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सरफ़राज़ अहमद

सरफ़राज़ अहमद (अंग्रेजी: Sarfraz Ahmed) (जन्म २२ मई १९८७) पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट-टीम पाकिस्तान क्रिकेट टीम के विकेट-कीपर तथा बल्लेबाज़ है। इन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत २००७ में की थी। .

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सरबजीत (फ़िल्म)

सरबजीत २०१६ की एक भारतीय हिन्दी सच्ची घटना पर आधारित एक जीवनी फ़िल्म है जिसका निर्देशन ओमंग कुमार ने किया है। फ़िल्म में ऐश्वर्या राय,रणदीप हूडा तथा ऋचा चड्ढा मुख्य किरदार है। फ़िल्म सरबजीत सिंह पर आधारित है जिसमें सरबजीत सिंह का किरदार रणदीप हूडा ने तथा सरबजीत जीत की बहिन बलबीर कौर का किरदार ऐश्वर्या राय ने निभाया है। .

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सरबजीत सिंह

सरबजीत सिंह (1963 - 2 मई 2013) एक भारतीय नागरिक थे जिन्हें पाकिस्तान ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप लगाकर सजा और प्रताड़ना दी। वे १९९० से पाकिस्तान के कोट लखपत जेल, में थे जहाँ उसी जेल के कैदियों ने हमला करके उन्हें मार दिया। .

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सरस्वती नदी

सरस्वती एक पौराणिक नदी जिसकी चर्चा वेदों में भी है। ऋग्वेद (२ ४१ १६-१८) में सरस्वती का अन्नवती तथा उदकवती के रूप में वर्णन आया है। यह नदी सर्वदा जल से भरी रहती थी और इसके किनारे अन्न की प्रचुर उत्पत्ति होती थी। कहते हैं, यह नदी पंजाब में सिरमूरराज्य के पर्वतीय भाग से निकलकर अंबाला तथा कुरुक्षेत्र होती हुई कर्नाल जिला और पटियाला राज्य में प्रविष्ट होकर सिरसा जिले की दृशद्वती (कांगार) नदी में मिल गई थी। प्राचीन काल में इस सम्मिलित नदी ने राजपूताना के अनेक स्थलों को जलसिक्त कर दिया था। यह भी कहा जाता है कि प्रयाग के निकट तक आकार यह गंगा तथा यमुना में मिलकर त्रिवेणी बन गई थी। कालांतर में यह इन सब स्थानों से तिरोहित हो गई, फिर भी लोगों की धारणा है कि प्रयाग में वह अब भी अंत:सलिला होकर बहती है। मनुसंहिता से स्पष्ट है कि सरस्वती और दृषद्वती के बीच का भूभाग ही ब्रह्मावर्त कहलाता था। .

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सरहद-ए-ब्रोग़िल

सरहद-ए-ब्रोग़िल या सरहद-ए-वाख़ान, जिसे कभी-कभी सिर्फ़ सरहद भी कहा जाता है, पूर्वोत्तरी अफ़ग़ानिस्तान के बदख़्शान प्रान्त के वाख़ान गलियारे क्षेत्र में बरोग़िल दर्रे के चरणों में स्थित एक गाँव है। यह हिन्दु कुश पर्वतों में ३,४०० मीटर की ऊँचाई पर वाख़ान नदी के किनारे बसा हुआ है और यहाँ के अधिकतर निवासी वाख़ी मातृभाषी हैं। यह एक कच्ची सड़क द्वारा इशकाशिम बस्ती से और फिर आगे अफ़ग़ानिस्तान के अन्य भागों से जुड़ा हुआ है। दक्षिण में बरोग़िल दर्रे को पार करके पाकिस्तान के चित्राल ज़िले की मस्तुज वादी है।, International Association of Academies, E. J. Brill ltd., 1934,...

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सराल, चकवाल

सराल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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सराग़रार

सराग़रार (سراغرار, Saraghrar) हिन्दू कुश पर्वतमाला का चौथा सर्वोच्च पर्वत है (तिरिच मीर, नोशक और इस्तोर-ओ-नल के बाद)। यह पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले में स्थित है। यह विश्व का 78वाँ सर्वोच्च पर्वत है। .

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सराइकी

पंजाबी की उपभाषाएँ सराइकी (अरबी-फारसी: سرائیکی, गुरुमुखी: ਸਰਾਇਕੀ) भारतीय-आर्य परिवार की एक भाषा है। यह पाकिस्तान के पंजाब के दक्षिणि भागों, उसके सीमावर्ती सिंध में, पंजाब के उत्तरी-पश्चिमी भाग आदि में बोली जाती है। भारत में राजस्थान के बीकानेर, जैसलमेर व श्री गंगानगर जिलो में भी पांच लाख के करीब लोग सराइकी बोलते हैं। इसके बोलने वालों की संख्या लगभग डेढ़ करोड़ है। .

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सरगौधा जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले en:Districts of Pakistan sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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सरगोढा

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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सरगोधा ज़िला

सरगोधा ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, सरगोधा शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 5,854 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 2,665,979 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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सर्विसिज़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसिज़

सर्विसिज़ इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसिज़ 2003 में स्थापित, लाहौर, पंजाब, पाकिस्तान में स्थित चिकित्सा का सरकारी महाविद्यालय है। .

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सरैकिस्तान आन्दोलन

सरैकिस्तान सरैकिस्तान का ध्वज सरैकिस्तान आन्दोलन पाकिस्तान के राजनीतिक दलों एवं राजनीतिज्ञों का एक मंच है जो सरैकी लोगों के लिये सरैकिस्तान नामक एक अलग प्रान्त के लिये संघर्ष कर रहा है। सरैकिस्तान के अन्तर्गत पाकिस्तान के पंजाब का दक्षिणी-पश्चिमी भाग तथा खैबर पख्तूनख्वा का दक्षिणी भाग आता है। .

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सरैकिस्तान क़ौमी मूवमेंट

पाकिस्तान की एक प्रमुख राजनैतिक दल। .

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सरोजिनी नगर

सरोजिनी नगर बाजार एक बडी सरोजिनी नगर सरकारी आवासीय कालोनी हेतु स्थानीय बाजार बनाया गया था। यह कालोनी सरकारी आवासीय कालोनी है, जो कि भारत की केन्द्र सरकार के कनिष्ठ अधिकारी वर्ग हेतु सन १९५० में बनाई गई थी। १९६० पर्यन्त यह क्षेत्र विनय नगरके नाम से जाना जाता था। फिर बाद में विनय नगर के च्हार भाग कर दिए गए थे, उत्तर में लक्ष्मीबाई नगर, दक्षिण में किदवई नगर - पश्चिम, पूर्व में सरोजिनी नगर व पश्चिम में नेताजी नगर। यह नाम प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी श्रीमती सरोजिनी नायडू के नाम पर दिया गया था। .

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सरीसृप

सरीसृप (Reptiles) प्राणी-जगत का एक समूह है जो कि पृथ्वी पर सरक कर चलते हैं। इसके अन्तर्गत साँप, छिपकली,मेंढक, मगरमच्छ आदि आते हैं। .

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सलमा आग़ा

सलमा आग़ा पाकिस्तान में जन्मी एक ब्रितानी गायिका, अभिनेत्री और फ़िल्म निर्माता हैं जिन्होंने 1980 और 1990 के दशकों के दौरान हिन्दी सिनेमा में काम किया। .

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सलमान रुश्दी

सर अहमद सलमान रुश्दी (जन्म 19 जून 1947) एक ब्रिटिश भारतीय उपन्यासकार और निबंधकार हैं। उन्होंने अपने दूसरे उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रन (1981) से प्रसिद्धि प्राप्त की, जिसे 1981 में बुकर पुरस्कार मिला। उनके अधिकांश प्रारंभिक उपन्यास भारतीय उप-महाद्वीप पर आधारित हैं। उनकी शैली का वर्गीकरण अक्सर ऐतिहासिक कल्पना के साथ संयोजित जादुई यथार्थवाद के रूप में किया जाता है और उनकी कृतियों की प्रमुख विषय-वस्तु, पूर्वी और पश्चिमी दुनिया के बीच कई रिश्तों के जुड़ने, अलग होने और देशांतरणों की कहानी रही है। उनका चौथा उपन्यास सेटेनिक वर्सेज़ (1988), "द सेटेनिक वर्सेज" विवाद के केंद्र में था, जिसके तहत मुसलमानों की ओर से (पहले कैट स्टीवेन्स के नाम से ज्ञात यूसुफ इस्लाम सहित) कई देशों में इसका विरोध हुआ। कुछ विरोध प्रदर्शन हिंसक थे, जिसके दौरान रुश्दी को मौत की धमकी और फरवरी, 1989 में तत्कालीन ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खोमैनी द्वारा जारी किए गए फतवे (धार्मिक आज्ञापत्र) का सामना करना पड़ा। उनकी हत्या करने के एलान की प्रतिक्रिया के रूप में, रुश्दी ने लगभग एक दशक, मुख्यतः भूमिगत होकर बिताया, जिसके दौरान कभी-कभार ही वे सार्वजनिक रूप से प्रकट होते थे, लेकिन उन पर एक लेखक के रूप में नियंत्रणकारी प्रभाव डालने वाले और सन्निहित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के ख़तरे के रूप में फतवे के खिलाफ़ वे मुखर रहे। "साहित्य की सेवाओं" के लिए जून 2007 में उन्हें एक नाइट बैचलर नियुक्त किया गया। उन्होंने फ्रांस का सर्वोच्च पद - Commandeur - in the Ordre des Arts et des Lettres भी हासिल किया। 2007 में एमोरी विश्वविद्यालय में उन्होंने विशिष्ट लेखक के रूप में पांच साल का कार्यकाल शुरू किया। मई 2008 में वे अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ आर्ट्स एंड लेटर्स के लिए चुने गए। उनका नवीनतम उपन्यास द एन्चेंट्रेस ऑफ़ फ्लॉरेंस जून 2008 में प्रकाशित हुआ। जुलाई 2008 को सार्वजनिक वोट जीतते हुए मिडनाइट्स चिल्ड्रन को सर्वश्रेष्ठ बुकर घोषित किया गया, पुरस्कार के 40 साल के इतिहास में बुकर पुरस्कार जीतने वाला सर्वश्रेष्ठ उपन्यास। .

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सलीम मलिक

सलीम मलिक (अंग्रेजी: Saleem Malik) (जन्म;१६ अप्रैल १९६३) (सलिम मलिक के नाम से भी जाना जाता है) एक पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो १९८१/८२ और १९९९ के बीच पाक टीम के लिए खेला करते थे, साथ ही एक समय पर इन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया गया था। ये एक दाएं हाथ वाले मध्य क्रम के बल्लेबाज थे और मुख्य रूप से एक विकेट-कीपर की भूमिका निभाते थे। इसके अलावा उनकी लटका गेंदबाजी भी काफी प्रभावी थी। १०० से अधिक टेस्ट खेलने के बावजूद ये क्रिकेट के इतिहास में नीचे ही रहे क्योंकि २१वीं शताब्दी के शुरूआती दौर में इन पर मैच फिक्सिंग के लिए कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर प्रतिबंध लगाया गया था। सलीम पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी इजाज अहमद के भाई हैं। इन्होंने १२ टेस्ट में पाकिस्तान का नेतृत्व किया, जिसमें ७ मैचों में जीत भी मिली थी जबकि एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इन्होंने ३४ बार अपने देश का नेतृत्व किया और उनमें से २१ को जीत पाकिस्तान जीत पाया था। .

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सलीम ख़ान (शहर)

सलीम ख़ान एक शहर है जो ख़ैबर पख़्तूनख़्वा, पाकिस्तान में स्वाबी जिला की यूनियन सभा भी है। .

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सलीमा हाशमी

सलीमा हाशमी (जन्म 1942) एक पाकिस्तानी चित्रकार, कलाकार, पूर्व कॉलेज प्रोफेसर और परमाणु हथियार विरोधी कार्यकर्ता है।  उस ने चार साल तक एक प्रोफेसर के रूप में और नेशनल कॉलेज ऑफ आर्ट्स के डीन के लिए काम किया है। वह प्रसिद्ध कवि फ़ैज अहमद फैज और उनकी ब्रिटिश-मूल की पत्नी एलीज़ फैज की सबसे बड़ी बेटी है। http://kazbar.org/jazbah/salima.php, Profile of Salima Hashmi, Retrieved 1 March 2017 वह पाकिस्तान में आधुनिक कलाकारों की पहली पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं जो स्वदेशी कलाकारों से अलग एक कलात्मक पहचान बना लेती हैं। उसे पाकिस्तानी और भारतीय परमाणु कार्यक्रमों की निंदा करने के लिए जाना जाता है; वह कुछ पाकिस्तानी बुद्धिजीवियों में से एक है जिन्होंने 1998 में भारत और पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों की निंदा की थी। 1999 में उसे राष्ट्र के लिए अपनी सेवाओं के लिए प्राइड ऑफ परफारमेंस पुरस्कार मिला। .

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सहिब्ज़ादा फ़ारूक़ अली

सहिब्ज़ादा फ़ारूक़ अली एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 9 अगस्त 1973 - 27 मार्च 1977, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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साँवा

सांवा घास साँवा या 'सावाँ' (Indian barnyard millet; वानस्पतिक नाम: Echinochloa frumentacea) एक मोटा अनाज है। इसके दाने या बीज बाजरे के साथ मिलाकर खाये भी जाते हैं। भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश में यह खूब पैदा होती है। अनुपजाऊ भूमि पर भी इसकी खेती की जा सकती है जहाँ धान की फसल नहीं होती। Echinochloa colona नामक एक प्रकार की लंबी घास इसकी पूर्वज मानी जाती है जिसकी बालें चारे के काम आती हैं। .

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साद नसीम

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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सादिक हुसैन कुरैशी

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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सादिकाबाद

सादिकाबाद पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर है। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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साधना शिवदासानी

साधना (२ सितम्बर, १९४१ को कराची, सिन्ध, पाकिस्तान - 25 दिसंबर 2015) एक प्रसिद्ध भारतीय सिने तारिका थी। हरि शिवदासानी जो अभिनेत्री बबीता के पिता हैं, उनके पिता के भाई हैं। .

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सारा पॉलिन

सारा लुईस पॉलिन (पूर्वकुलनाम - हीथ; जन्म - 11 फ़रवरी 1964) एक अमेरिकी राजनेत्री, लेखिका, वक्ता और राजनीतिक समाचारों की भाष्यकार हैं जो अलास्का की गवर्नर निर्वाचित होने वाली अब तक की सबसे युवा व्यक्ति और पहली महिला थी। उन्होंने 2006 से 2009 में इस्तीफ़ा देने तक गवर्नर के रूप में अपनी सेवा प्रदान की। अगस्त 2008 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के प्रार्थी जॉन मैककेन द्वारा उसी वर्ष के राष्ट्रपति पद के चुनाव में उनके साथी उम्मीदवार के रूप में चुनी जाने वाली पॉलिन एक बहुमत पार्टी के राष्ट्रीय टिकट की पहली अलास्कन उमीदवार के साथ-साथ रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उप-राष्ट्रपति पद की पहली महिला उम्मीदवार थी। 3 जुलाई 2009 को पॉलिन ने घोषणा की कि वह गवर्नर के रूप में फिर से निर्वाचित होने की मांग नहीं करेगी और साथ में यह भी कहा कि अपने कार्यकाल के पूरे होने से अठारह महीने पहले 26 जुलाई 2009 को प्रभावी रूप से इस्तीफ़ा देने वाली है। उन्होंने नैतिकता की शिकायतों का उदाहरण प्रस्तुत किया जिसे जॉन मैककेन की साथी उम्मीदवार के रूप में उनके चुने जाने के बाद दायर किया गया था जो उनकी इस्तीफ़ा के कई कारणों में से एक कारण था, उन्होंने कहा कि राज्य का शासन-कार्य करने की उनकी क्षमता पर इस परिणामी जांच-पड़ताल का काफी असर पड़ा था। 2008 में मैककेन-पॉलिन टिकट की हार से पहले यह अटकलबाज़ी शुरू हो गई थी कि वह रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से 2012 में राष्ट्रपति पद के नामांकन के लिए खड़ी होगी। फरवरी 2010 में उन्होंने अपने बयान में कहा कि वह इसकी सम्भावना का विकल्प खुला रखेंगी.

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सारा लॉरेन

सारा लॉरेन Sara Loren (Urdu: ساره لورين‎; सारा लॉरेन का जन्म 11 दिसंबर 1985 को में कुवैत में हुआ था। सारा का असली नाम मोना लीजा हुसैन है। पिता की मौत के बाद सारा का पूरा परिवार पाकिस्तान आ गया। यहाँ आकर उन्होंने मॉडलिंग शुरू कर दी। सारा को मॉडलिंग के अलावा लिखने का और पेंटिंग का बहुत शौक है। .

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सारा हैदर

सारा हैदर अमेरिकी लेखक, स्पीकर और कार्यकर्ता हैं। वह उत्तरी अमेरिका के पूर्व मुसलमानों के विकास के निदेशक हैं। .

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सारगढ़ी का युद्ध

सारगढ़ी युद्ध १२ सितम्बर १८९७ को ब्रिटिश भारतीय सेना और अफ़्ग़ान ओराक्ज़ई जनजातियों के मध्य तिराह अभियान से पहले लड़ा गया। यह उत्तर-पश्चिम फ्रण्टियर प्रान्त (वर्तमान खैबर-पखतुन्खवा, पाकिस्तान में) में हुआ। ब्रितानी भारतीय सैन्यदल में ३६ सिखों (सिख पलटन की चौथी बटालियन) के २१ सिख थे, जिन पर १०,००० अफ़्ग़ानों ने हमला किया। सिखों का नेतृत्व कर रहे हवालदार ईशर सिंह ने मृत्यु पर्यन्त युद्ध करने का निर्णय लिया। इसे सैन्य इतिहास में इतिहास के सबसे महान अन्त वाले युद्धों में से एक माना जाता है। युद्ध के दो दिन बाद अन्य ब्रिटिश भारतीय सैना द्वारा उस स्थान पर पुनः अधिकार प्राप्त किया गया। सिख सैन्य कर्मियों द्वारा इस युद्ध की याद में १२ सितम्बर को सारगढ़ी दिवश के रूप में मनाते हैं। .

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सार्क

कोई विवरण नहीं।

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सार्क फाउंटेन

सार्क फाउंटेन, दिसंबर 1985 में बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और मालदीव राज्यों के प्रमुख द्वारा स्थापित किया गया था। हालांकि यह ढाका शहर में पन्था पथ पर स्थित है। एक सार्क शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर बांग्लादेश सरकार ने इस स्मारक की स्थापना की थी। बांग्लादेशी कलाकार नीतू कुंडू ने इसे डिज़ाइन किया और बनाया। यह केवल स्टील से बना है। .

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सार्क शिखर सम्मेलन की सूची

यह दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के सम्मेलन की एक सूची है। हालांकि सार्क चार्टर अनुसार राज्य या सरकार के प्रमुखों को वर्ष में एक बार मिलने की आवश्यकता होती है, शिखर सम्मेलन आम तौर पर लगभग हर अठारह महीने में होते हैं। .

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साल्तोरो कांगरी

साल्तोरो कांगरी (Saltoro Kangri) या के१० (K10) जम्मू और कश्मीर में काराकोरम पर्वतमाला की साल्तोरो पर्वतमाला नामक उपश्रेणी का सर्वोच्च पर्वत है और विश्व का 31वाँ सर्वोच्च पर्वत है। यह सियाचिन हिमानी से पश्चिम में स्थित है। .

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साहिबज़ादा मोहम्मद खुर्शीद

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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साहिर लुधियानवी

साहिर लुधियानवी (८ मार्च १९२१ - २५ अक्टूबर १९८०) एक प्रसिद्ध शायर तथा गीतकार थे। इनका जन्म लुधियाना में हुआ था और लाहौर (चार उर्दू पत्रिकाओं का सम्पादन, सन् १९४८ तक) तथा बंबई (१९४९ के बाद) इनकी कर्मभूमि रही। .

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साहिवाल

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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साहिवाल ज़िला

साहिवाल ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, साहिवाल शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 3,201 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,843,194 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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साखी सर्वर

साखी सर्वर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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सांडा, लाहौर

सांडा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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साउथॉल

गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, एशिया के बाहर सबसे बड़ा गुरुद्वारा साउथॉल (अंग्रेज़ी: Southall सॅउथ़ॉल्, पंजाबी: ਸਾਊਥਹਾਲ साऊथहाल) एक पश्चिम लंदन में ईलिंग बरो का ज़िला है। यह 17.2 कीमी चैरिंग क्रॉस के पश्चिम में है। "साउथॉल" (साउथॉल्ट) नाम माने "दक्षिन बन" और नॉर्थहॉल्ट से पृथक करता है। साउथॉल ऐतिहासिक ग्रैंड यूनियन कनाल (आगे ग्रैंड जंक्शन कनाल) के पास है, जो लंदन को बढ़ना कुल्या प्रणाली में मिलता था। .

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सितारा-ए-इम्तियाज़

सितारा-ए-इम्तियाज़ पाकिस्तान में एक नागरिक या सैन्य कर्मी को दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा सम्मान है। यह पुरस्कार पाकिस्तान सरकार द्वारा साहित्य, कला, खेल, चिकित्सा या विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट सैन्य और असैन्य कार्य करने के एवज में प्रदान किया जाता है। इसकी घोषणा प्रति वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की जाती है और पाकिस्तान दिवस पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति के द्वारा प्रदान किया जाता है। श्रेणी:पुरस्कार.

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सितंबर २०१०

कोई विवरण नहीं।

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सिदी

गिर (गुजरात) के सिदी लोक नर्तक सिदी या शीदि भारत और पाकिस्तान का एक मानव समुदाय है जिसका मूल अफ्रीका है। भारत में ये मुख्यतः गुजरात में रहते हैं। कर्नाटक तथा आंध्र प्रदेश में भी इनका अस्तित्व है। .

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सिन्ध प्रान्त (1936–55)

सिन्ध, वर्ष १९३६ से १९४७ तक ब्रितानी भारत का एक प्रान्त था। १९४७ बाद से १९५५ तक यह पाकिस्तान का प्रान्त रहा। ब्रितानी काल में सिन्ध प्रान्त के अन्तर्गत खैरपुर रियासत को छोड़कर सिन्ध के सभी भाग आते थे और इसकी राजधानी कराची थी। पाकिस्तान बनने पर कराची, पाकिस्तान की राजधानी बन गया।.

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सिन्धविद्या संस्थान

सिन्धविद्या संस्थान (Institute of Sindhology; (سنڌولوجي) सिन्ध के इतिहास से सम्बन्धित संसाधनों का प्रमुख संस्थान है। यह अपने तरह का पहला संस्थान है जिसने सिन्धविद्या को अन्तरराष्ट्रीय अनुसन्धान के पटल पर सबसे आगे लाया। सिन्धविद्या से तात्पर्य सिन्ध से सम्बन्धित ज्ञान से है। .

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सिन्धु नदी

पाकिस्तान में बहती सिन्घु सिन्धु नदी (Indus River) एशिया की सबसे लंबी नदियों में से एक है। यह पाकिस्तान, भारत (जम्मू और कश्मीर) और चीन (पश्चिमी तिब्बत) के माध्यम से बहती है। सिन्धु नदी का उद्गम स्थल, तिब्बत के मानसरोवर के निकट सिन-का-बाब नामक जलधारा माना जाता है। इस नदी की लंबाई प्रायः 2880 किलोमीटर है। यहां से यह नदी तिब्बत और कश्मीर के बीच बहती है। नंगा पर्वत के उत्तरी भाग से घूम कर यह दक्षिण पश्चिम में पाकिस्तान के बीच से गुजरती है और फिर जाकर अरब सागर में मिलती है। इस नदी का ज्यादातर अंश पाकिस्तान में प्रवाहित होता है। यह पाकिस्तान की सबसे लंबी नदी और राष्ट्रीय नदी है। सिंधु की पांच उपनदियां हैं। इनके नाम हैं: वितस्ता, चन्द्रभागा, ईरावती, विपासा एंव शतद्रु.

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सिन्धु-गंगा के मैदान

सिन्धु-गंगा मैदान का योजनामूलक मानचित्र सिन्धु-गंगा का मैदान, जिसे उत्तरी मैदानी क्षेत्र तथा उत्तर भारतीय नदी क्षेत्र भी कहा जाता है, एक विशाल एवं उपजाऊ मैदानी इलाका है। इसमें उत्तरी तथा पूर्वी भारत का अधिकांश भाग, पाकिस्तान के सर्वाधिक आबादी वाले भू-भाग, दक्षिणी नेपाल के कुछ भू-भाग तथा लगभग पूरा बांग्लादेश शामिल है। इस क्षेत्र का यह नाम इसे सींचने वाली सिन्धु तथा गंगा नामक दो नदियों के नाम पर पड़ा है। खेती के लिए उपजाऊ मिट्टी होने के कारण इस इलाके में जनसंख्या का घनत्व बहुत अधिक है। 7,00,000 वर्ग किमी (2,70,000 वर्ग मील) जगह पर लगभग 1 अरब लोगों (या लगभग पूरी दुनिया की आबादी का 1/7वां हिस्सा) का घर होने के कारण यह मैदानी इलाका धरती की सर्वाधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में से एक है। सिन्धु-गंगा के मैदानों पर स्थित बड़े शहरों में अहमदाबाद, लुधियाना, अमृतसर, चंडीगढ़, दिल्ली, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, कोलकाता, ढाका, लाहौर, फैसलाबाद, रावलपिंडी, इस्लामाबाद, मुल्तान, हैदराबाद और कराची शामिल है। इस क्षेत्र में, यह परिभाषित करना कठिन है कि एक महानगर कहां शुरू होता है और कहां समाप्त होता है। सिन्धु-गंगा के मैदान के उत्तरी छोर पर अचानक उठने वाले हिमालय के पर्वत हैं, जो इसकी कई नदियों को जल प्रदान करते हैं तथा दो नदियों के मिलन के कारण पूरे क्षेत्र में इकट्ठी होने वाली उपजाऊ जलोढ़ मिटटी के स्रोत हैं। इस मैदानी इलाके के दक्षिणी छोर पर विंध्य और सतपुड़ा पर्वत श्रृंखलाएं तथा छोटा नागपुर का पठार स्थित है। पश्चिम में ईरानी पठार स्थित है। .

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सिन्धी भाषा

सिंधी भारत के पश्चिमी हिस्से और मुख्य रूप से गुजरात और पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है। इसका संबंध भाषाई परिवार के स्तर पर आर्य भाषा परिवार से है जिसमें संस्कृत समेत हिन्दी, पंजाबी और गुजराती भाषाएँ शामिल हैं। अनेक मान्य विद्वानों के मतानुसार, आधुनिक भारतीय भाषाओं में, सिन्धी, बोली के रूप में संस्कृत के सर्वाधिक निकट है। सिन्धी के लगभग ७० प्रतिशत शब्द संस्कृत मूल के हैं। सिंधी भाषा सिंध प्रदेश की आधुनिक भारतीय-आर्य भाषा जिसका संबंध पैशाची नाम की प्राकृत और व्राचड नाम की अपभ्रंश से जोड़ा जाता है। इन दोनों नामों से विदित होता है कि सिंधी के मूल में अनार्य तत्व पहले से विद्यमान थे, भले ही वे आर्य प्रभावों के कारण गौण हो गए हों। सिंधी के पश्चिम में बलोची, उत्तर में लहँदी, पूर्व में मारवाड़ी और दक्षिण में गुजराती का क्षेत्र है। यह बात उल्लेखनीय है कि इस्लामी शासनकाल में सिंध और मुलतान (लहँदीभाषी) एक प्रांत रहा है और 1843 से 1936 ई. तक सिन्ध, बम्बई प्रांत का एक भाग होने के नाते गुजराती के विशेष संपर्क में रहा है। पाकिस्तान में सिंधी भाषा नस्तालिक (यानि अरबी लिपि) में लिखी जाती है जबकि भारत में इसके लिये देवनागरी और नस्तालिक दोनो प्रयोग किये जाते हैं। .

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सिन्धी भाषा विधेयक, १९७२

सिन्धी भाषा विधेयक, १९७२ पाकिस्तान के सिन्ध विधानसभा में १९७२ में प्रस्तुत एक विधेयक (बिल) था जिसे ३ जुलाई को तत्कालीन मुख्यमन्त्री मुमताज भुट्टो ने प्रस्तुत किया। इस विधेयक ने सिन्ध प्रान्त में सिन्धी भाषा को एकमात्र आधिकारिक भाषा घोषित कर दिया। इसके बाद ७ जुलाई से सिन्ध में भाषाई दंगे शुरू हो गये। तब पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने घोषणा की कि उर्दू और सिन्धी दोनों ही सिन्ध की राजभाषाएँ होंगी। आधिकारिक रूप से सिन्धी को उर्दू के समकक्ष बनाये जाने से उर्दू बोलने वाले लोग निराश हो गये क्योंकि वे सिन्धी नहीं बोलते थे। श्रेणी:पाकिस्तान के विधेयक श्रेणी:पाकिस्तान की भाषाएँ.

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सिन्धी लोग

सिन्धी हिन्दुओं के एक समूह का फोटो सिन्ध के मूल निवासियों को सिन्धी (सिन्धी भाषा: سنڌي‎) कहते हैं। यह एक हिन्द-आर्य प्रजाति है। १९४७ में भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के बाद सिन्ध के अधिकांश हिन्दू और सिख वहाँ से भारत या अन्य देशों में जाकर बस गये। १९९८ की जनगणना के अनुसार सिन्ध में ६.५% हिन्दू हैं। सिन्धी संस्कृति पर सूफी सिद्धान्तों का गहरा प्रभाव है। सिन्ध के लोकप्रिय सांस्कृतिक पहचान वाले कुछ लोग ये हैं- राजा दाहिर, शाह अब्दुल लतीफ, लाल शाहबाज कलन्दर, झूलेलाल, सचल सरमस्त, और शंबूमल तुलसियानी। .

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सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान

सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Sipah-e-Sahaba Pakistan), जिसे कभी-कभी सिर्फ़ ऍस-ऍस-पी (SSP) भी कहते हैं, पाकिस्तान का एक सुन्नी देवबन्दी संगठन है जो पहले एक राजनैतिक पार्टी भी रहा है। इसकी स्थापना हक़ नवाज़ झंगवी ने १९८० के दशक में पाकिस्तानी पंजाब के झंग शहर में की थी। यह एक शिया-विरोधी संगठन है और इसने अपना ध्येय पाकिस्तान में १९७९ में हुई ईरान की इस्लामी क्रांति के बाद शियाओं के प्रभाव को कम करना बताया था। ईरान एक शिया-प्रमुख देश है। २००२ में भूतपूर्व पाकिस्तानी तानाशाह परवेज़ मुशर्रफ़ ने इसपर पाबंदी लगा दी थी और इसे एक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था। इसके बाद इस संगठन ने अपना नाम बदलकर 'अह्ल-ए-सुन्नत वल जमात' रख लिया हालांकि इसे अभी भी अधिकतर 'सिपाह-ए-सहाबा' ही बुलाया जाता है। मार्च २०१२ में पाकिस्तानी सरकार ने अह्ल-ए-सुन्नत वल जमात पर भी प्रतिबन्ध लगा दिया। कुछ विद्वानों के अनुसार पाकिस्तान के एक और भूतपूर्व तानाशाह ज़िया-उल-हक़ ने ही शुरू में इस संगठन को प्रोत्साहित किया था।, Andrew Tian Huat Tan, pp.

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सिबि ज़िला

सिबि (उर्दू व बलोच: سبی, अंग्रेज़ी: Sibi) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। .

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सियाचिन

कोई विवरण नहीं।

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सियाचिन विवाद

सियाचिन हिमनद के लिये देखें सियाचिन हिमनद सियाचिन ग्लेशियर या सियाचिन हिमनद हिमालय पूर्वी कराकोरम रेंज में भारत-पाक नियंत्रण रेखा के पास लगभग देशान्तर: ७७.१० पूर्व, अक्षांश: ३५.४२ उत्तर पर स्थित है। यह काराकोरम के पांच बड़े हिमनदों में सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा हिमनद है। समुद्र तल से इसकी ऊँचाई इसके स्रोत्र इंदिरा कोल पर लगभग 5753 मीटर और अंतिम छोर पर 3620 मीटर है। यह लगभग ७० किमी लम्बा है। निकटवर्ती क्षेत्र बाल्टिस्तान की बोली बाल्टी में "सिया" का अर्थ है एक प्रकार का "जंगली गुलाब" और "चुन" का अर्थ है "बहुतायत", इसी से यह नाम प्रचलित हुआ। सामरिक रूप से यह भारत और पाकिस्तान के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह विश्व का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है। इस पर सेनाएँ तैनात रखना दोनों ही देशों के लिए महंगा सौदा साबित हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि सियाचिन में भारत के १० हजार सैनिक तैनात हैं और इनके रखरखाव पर प्रतिदिन ५ करोड़ रुपये का खर्च आता है। सियाचीन समुद्र तल से करीब 5,753 मीटर ऊंचाई पर स्थित है। कश्मीर क्षेत्र में स्थित इस ग्लेशियर पर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद है। सियाचिन विवाद को लेकर पाकिस्तान, भारत पर आरोप लगाता है कि 1989 में दोनों देशों के बीच यह सहमति हुई थी कि भारत अपनी पुरानी स्थिति पर वापस लौट जाए लेकिन भारत ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। पाकिस्तान का कहना है कि सियाचिन ग्लेशियर में जहां पाकिस्तानी सेना हुआ करती थी वहां भारतीय सेना ने 1984 में कब्जा कर लिया था। उस समय पाकिस्तान में जनरल जियाउल हक का शासन था। पाकिस्तान तभी से कहता रहा है कि भारतीय सेना ने 1972 के शिमला समझौते और उससे पहले 1949 में हुए करांची समझौते का उलंघन किया है। पाकिस्तान की मांग रही है कि भारतीय सेना 1972 की स्थिति पर वापस जाए और वे इलाके खाली करे जिन पर उसने कब्जा कर रखा है। क़रीब 18000 फुट की ऊँचाई पर स्थित दुनिया के सबसे ऊँचे रणक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर सैन्य गतिविधियाँ बंद करने के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच क़रीब सात साल बाद एक बार फिर बातचीत हुई है। इस बातचीत में भारतीय रक्षा सचिव अजय विक्रम सिंह भारतीय दल के मुखिया थे जबकि पाकिस्तानी शिष्टमंडल का नेतृत्व वहाँ के रक्षा सचिव सेवानिवृत्त लैफ़्टिनेंट जनरल हामिद नवाज़ ख़ान ने किया। उजाड़, वीरान और बर्फ़ से ढका यह ग्लेशियर यानी हिमनद सामरिक रूप से दोनों ही देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है लेकिन इस पर सेनाएँ तैनात रखना दोनों ही देशों के लिए महंगा सौदा साबित हो रहा है। इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच 1989 तक सात दौर की वार्ता हुई थी लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। पिछले सात सालों में सियाचिन पर यह पहली बातचीत है जिसे सकारात्मक कहा जा रहा है। गुरूवार को बातचीत के पहले दौर के बाद पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री प्रणब मुखर्जी से भी मुलाक़ात भी की है। .

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सियाचिन ग्लेशियर पदक

सियाचिन ग्लेशियर पदक पाकिस्तान के साथ भारत की उत्तरी सीमा पर सियाचिन ग्लेशियर पर युद्ध अथवा सेवा के लिए दिया जाता है। अप्रैल 1 9 84 से सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में ऑपरेशन मेघदूत में भाग लेने वाले सैनिकों की सहायता करने के लिए, भारतीय वायु सेना को इस सम्मान से सम्मानित किया गया। .

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सियालकोट

सियालकोट पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के उत्तर-पूर्व में स्थित सियालकोट जिले का मुख्यालय एवं सैनिक छावनी है। नगर उत्तरी-पश्चिमी रेलमार्ग पर लाहौर से १०० किमी उत्तर-पूर्व में स्थित है। यह नगर अनेक व्यवसायों एवं उद्योगों का केंद्र है। नगर में १०वीं शताब्दी के एक किले के भग्नावशेष हैं जो एक टीले पर खड़े हैं। इतिहासकारों का अनुमान है कि यह टीला किले से अधिक प्राचीन है। कुछ इतिहासकारों ने नगर की पहचान प्राचीन 'शाकल नगर' से की है। .

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सियालकोट ज़िला

पाकिस्तानी पंजाब प्रांत में सियालकोट ज़िला (लाल रंग में) सियालकोट (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Sialkot) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। सियालकोट ज़िले की राजधानी सियालकोट शहर है। इस ज़िले की चार तहसीलें हैं - डसका, पसरूर, सम्बड़ियाल और सियालकोट। यह ज़िला पाकिस्तानी पंजाब प्रान्त के पूर्वोत्तर में स्थित है। इसकी सीमाएँ पश्चिमोत्तर में गुजरात ज़िले से, पूर्वोत्तर में भारत के जम्मू ज़िले से, दक्षिण पूर्व में नारोवाल ज़िले सेऔर दक्षिण-पश्चिम में गुजराँवाला ज़िले से लगतीं हैं। .

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सिख धर्म का इतिहास

सिख धर्म का इतिहास प्रथम सिख गुरु, गुरु नानक के द्वारा पन्द्रहवीं सदी में दक्षिण एशिया के पंजाब क्षेत्र में आग़ाज़ हुआ। इसकी धार्मिक परम्पराओं को गुरु गोबिन्द सिंह ने 30 मार्च 1699 के दिन अंतिम रूप दिया। विभिन्न जातियों के लोग ने सिख गुरुओं से दीक्षा ग्रहणकर ख़ालसा पन्थ को सजाया। पाँच प्यारों ने फिर गुरु गोबिन्द सिंह को अमृत देकर ख़ालसे में शामिल कर लिया। इस ऐतिहासिक घटना ने सिख धर्म के तक़रीबन 300 साल इतिहास को तरतीब किया। सिख धर्म का इतिहास, पंजाब का इतिहास और दक्षिण एशिया (मौजूदा पाकिस्तान और भारत) के 16वीं सदी के सामाजिक-राजनैतिक महौल से बहुत मिलता-जुलता है। दक्षिण एशिया पर मुग़लिया सल्तनत के दौरान (1556-1707), लोगों के मानवाधिकार की हिफ़ाज़ात हेतु सिखों के संघर्ष उस समय की हकूमत से थी, इस कारण से सिख गुरुओं ने मुस्लिम मुगलों के हाथो बलिदान दिया। इस क्रम के दौरान, मुग़लों के ख़िलाफ़ सिखों का फ़ौजीकरण हुआ। सिख मिसलों के अधीन 'सिख राज' स्थापित हुआ और महाराजा रणजीत सिंह के हकूमत के अधीन सिख साम्राज्य, जो एक ताक़तवर साम्राज्य होने के बावजूद इसाइयों, मुसलमानों और हिन्दुओं के लिए धार्मिक तौर पर सहनशील और धर्म निरपेक्ष था। आम तौर पर सिख साम्राज्य की स्थापना सिख धर्म के राजनैतिक तल का शिखर माना जाता है, इस समय पर ही सिख साम्राज्य में कश्मीर, लद्दाख़ और पेशावर शामिल हुए थे। हरी सिंह नलवा, ख़ालसा फ़ौज का मुख्य जनरल था जिसने ख़ालसा पन्थ का नेतृत्व करते हुए ख़ैबर पख़्तूनख़्वा से पार दर्र-ए-ख़ैबर पर फ़तह हासिल करके सिख साम्राज्य की सरहद का विस्तार किया। धर्म निरपेक्ष सिख साम्राज्य के प्रबन्ध के दौरान फ़ौजी, आर्थिक और सरकारी सुधार हुए थे। 1947 में पंजाब का बँटवारा की तरफ़ बढ़ रहे महीनों के दौरान, पंजाब में सिखों और मुसलमानों के दरम्यान तनाव वाला माहौल था, जिसने पश्चिम पंजाब के सिखों और हिन्दुओं और दूसरी ओर पूर्व पंजाब के मुसलमानों का प्रवास संघर्षमय बनाया। .

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सिख साम्राज्य

महाराजा रणजीत सिंह सिख साम्राज्य(ਸਿੱਖ ਸਲਤਨਤ; साधारण नाम खाल्सा राज) का उदय, उन्नीसवीं सदी की पहली अर्धशताब्दी में भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर में एक ताकतवर महाशक्ती के रूप में हुआ था। महाराज रणजीत सिंह के नेत्रित्व में उसने, स्वयं को पश्चिमोत्तर के सर्वश्रेष्ठ रणनायक के रूप में स्थापित किया था, जन्होंने खाल्सा के सिद्धांतों पर एक मज़बूत, धर्मनिर्पेक्ष हुक़ूमत की स्थापना की थी जिस की आधारभूमि पंजाब थी। सिख साम्राज्य की नींव, सन् १७९९ में रणजीत सिंह द्वारा, लाहौर-विजय पर पड़ी थी। उन्होंने छोटे सिख मिस्लों को एकत्रित कर एक ऐसे विशाल साम्राज्य के रूप में गठित किया था जो अपने चर्मोत्कर्ष पर पश्चिम में ख़ैबर दर्रे से लेकर पूर्व में पश्चिमी तिब्बत तक, तथा उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में मिथान कोट तक फैला हुआ था। यह १७९९ से १८४९ तक अस्तित्व में रहा था। .

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सिंध

सिंध सिंध पाकिस्तान के चार प्रान्तों में से एक है। यह देश के दक्षिण-पूर्व में बसा हुआ है जिसके दक्षिण में अरब की खाड़ी है। सिन्ध का सबसे बड़ा शहर कराँची है और यहाँ देश की 15 प्रतिशत जनता वास करती है। यह सिन्धियों का मूल स्थान है साथ ही यहाँ विभाजन के दौरान आकर बसे मोहाज़िरों की भी बहुतायात है। .

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सिंध के मुख्यमंत्री

सिंध के मुख्यमंत्री, पाकिस्तान के प्रांत सिंध की प्रांतीय सरकार का प्रमुख होता है। उनका चयन सिंध विधानसभा करती है। पाकिस्तान पाकिस्तान की प्रशासन व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है अतः राज्य के राज्यपाल, जिन्हें कथास्वरूप राज्य का प्रमुख होने का सौभाग्य प्राप्त है, को केवल पारंपरिक एवं नाममात्र की संवैधानिक अधिकार है जबकि आसल कार्यप्रणाली मुख्यमंत्री के नियंत्रण में होती है। .

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सिंध के यूनियन परिषदों की सूची

यूनियन परिषद या यूनियन काउंसिल पाकिस्तान का हीनतम् प्रशासनिक इकाई होती है। क्रमशः यह पाकिस्तान में छठे स्तर का प्रशासनिक निकाय है: यानी पहले संघीय सरकार, फिर प्रांत, फिर प्रमंडल, फिर जिले फिर तहसील और अंत्यतः यूनियन परिषद। लेकिन 2007 के बाद परिमंडल को समाप्त कर दिया गया इसलिए अब यूनियन परिषद पांचवें-स्तर की इकाई है। संघ परिषद स्थानीय सरकार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। संघ परिषद में 21 पार्षद होते हैं जिनकी अध्यक्षता नाज़िम और उप मॉडरेटर करते हैं। पाकिस्तान में इस समय 6000 से अधिक संघ परिषद हैं। .

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सिंध के राज्यपाल

सिंध के राज्यपाल पाकिस्तान के प्रांत, सिंध की प्रांतीय सरकार का प्रमुख होते हैं। इनकी नियुक्ति पाकिस्तान के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की परामर्श पर करते हैं और, पाकिस्तान के अन्य प्रांतीय राज्यपाल पदों के समान ही, आमतौर पर यह भी एक औपचारिक पद है, यानी राज्यपाल पास बहुत अधिक अधिकार नहीं होते हैं। हालाँकि इतिहास में कई बार ऐसे अवसर आए हैं जब प्रांतीय गवर्नरों को अतिरिक्त व पूर्ण कार्याधिकार मिला है, खासकर इस मामले में जब प्रांतीय विधायिका भंग कर दी गई हो, तब प्रशासनिक विकल्प सीधे राज्यपाल के अधिकार-अंतर्गत आ जाते हैं। 1958 से 1972 और 1977 से 1985 तक सैन्य शासन और 1999 से 2002 के राज्यपाल शासन के दौरान राज्यपालों को जबरदस्त प्रशासनिक शक्ति मिलते रहे हैं। सिंध में दो बार सीधे राज्यपाल शासन रहा है जिनके दौरान 1951 से 1953 के दौरान मियां अमीन दीन और 1988 में रहीम दीन खान राज्यपाल थे। .

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सिंधु जल समझौता

सिंधु जल संधि पानी के वितरण लिए भारत और पाकिस्तान के बीच हुई एक संधि है। इस सन्धि में विश्व बैंक (तत्कालीन पुनर्निर्माण और विकास हेतु अंतरराष्ट्रीय बैंक) ने मध्यस्थता की। द गार्डियन, Monday 3 June 2002 01.06 BST इस संधि पर कराची में 19 सितंबर, 1960 को भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान ने हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के अनुसार, तीन "पूर्वी" नदियों — ब्यास, रावी और सतलुज — का नियंत्रण भारत को, तथा तीन "पश्चिमी" नदियों — सिंधु, चिनाब और झेलम — का नियंत्रण पाकिस्तान को दिया गया। हालाँकि अधिक विवादास्पद वे प्रावधान थे जनके अनुसार जल का वितरण किस प्रकार किया जाएगा, यह निश्चित होना था। क्योंकि पाकिस्तान के नियंतरण वाली नदियों का प्रवाह पहले भारत से होकर आता है, संधि के अनुसार भारत को उनका उपयोग सिंचाई, परिवहन और बिजली उत्पादन हेतु करने की अनुमति है। इस दौरान इन नदियों पर भारत द्वारा परियोजनाओं के निर्माण के लिए सटीक नियम निश्चित किए गए। यह संधि पाकिस्तान के डर का परिणाम थी कि नदियों का आधार (बेसिन) भारत में होने के कारण कहीं युद्ध आदि की स्थिति में उसे सूखे और अकाल आदि का सामना न करना पड़े। 1960 में हुए संधि के अनुसमर्थन के बाद से भारत और पाकिस्तान में कभी भी "जलयुद्ध" नहीं हुआ। हर प्रकार के असहमति और विवादों का निपटारा संधि के ढांचे के भीतर प्रदत्त कानूनी प्रक्रियाओं के माध्यम से किया गया है। Strategic Foresight Group, --> इस संधि के प्रावधानों के अनुसार सिंधु नदी के कुल पानी का केवल 20% का उपयोग भारत द्वारा किया जा सकता है। .

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सिंधु घाटी सभ्यता

सिंधु घाटी सभ्यता अपने शुरुआती काल में, 3250-2750 ईसापूर्व सिंधु घाटी सभ्यता (3300 ईसापूर्व से 1700 ईसापूर्व तक,परिपक्व काल: 2600 ई.पू. से 1900 ई.पू.) विश्व की प्राचीन नदी घाटी सभ्यताओं में से एक प्रमुख सभ्यता है। जो मुख्य रूप से दक्षिण एशिया के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में, जो आज तक उत्तर पूर्व अफगानिस्तान,पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम और उत्तर भारत में फैली है। प्राचीन मिस्र और मेसोपोटामिया की प्राचीन सभ्यता के साथ, यह प्राचीन दुनिया की सभ्यताओं के तीन शुरुआती कालक्रमों में से एक थी, और इन तीन में से, सबसे व्यापक तथा सबसे चर्चित। सम्मानित पत्रिका नेचर में प्रकाशित शोध के अनुसार यह सभ्यता कम से कम 8000 वर्ष पुरानी है। यह हड़प्पा सभ्यता और 'सिंधु-सरस्वती सभ्यता' के नाम से भी जानी जाती है। इसका विकास सिंधु और घघ्घर/हकड़ा (प्राचीन सरस्वती) के किनारे हुआ। मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, लोथल, धोलावीरा, राखीगढ़ी और हड़प्पा इसके प्रमुख केन्द्र थे। दिसम्बर २०१४ में भिर्दाना को सिंधु घाटी सभ्यता का अब तक का खोजा गया सबसे प्राचीन नगर माना गया है। ब्रिटिश काल में हुई खुदाइयों के आधार पर पुरातत्ववेत्ता और इतिहासकारों का अनुमान है कि यह अत्यंत विकसित सभ्यता थी और ये शहर अनेक बार बसे और उजड़े हैं। 7वी शताब्दी में पहली बार जब लोगो ने पंजाब प्रांत में ईटो के लिए मिट्टी की खुदाई की तब उन्हें वहां से बनी बनाई इटे मिली जिसे लोगो ने भगवान का चमत्कार माना और उनका उपयोग घर बनाने में किया उसके बाद 1826 में चार्ल्स मैसेन ने पहली बार इस पुरानी सभ्यता को खोजा। कनिंघम ने 1856 में इस सभ्यता के बारे में सर्वेक्षण किया। 1856 में कराची से लाहौर के मध्य रेलवे लाइन के निर्माण के दौरान बर्टन बंधुओं द्वारा हड़प्पा स्थल की सूचना सरकार को दी। इसी क्रम में 1861 में एलेक्जेंडर कनिंघम के निर्देशन में भारतीय पुरातत्व विभाग की स्थापना की। 1904 में लार्ड कर्जन द्वारा जॉन मार्शल को भारतीय पुरातात्विक विभाग (ASI) का महानिदेशक बनाया गया। फ्लीट ने इस पुरानी सभ्यता के बारे में एक लेख लिखा। १९२१ में दयाराम साहनी ने हड़प्पा का उत्खनन किया। इस प्रकार इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता रखा गया व दयाराम साहनी को इसका खोजकर्ता माना गया। यह सभ्यता सिन्धु नदी घाटी में फैली हुई थी इसलिए इसका नाम सिन्धु घाटी सभ्यता रखा गया। प्रथम बार नगरों के उदय के कारण इसे प्रथम नगरीकरण भी कहा जाता है। प्रथम बार कांस्य के प्रयोग के कारण इसे कांस्य सभ्यता भी कहा जाता है। सिन्धु घाटी सभ्यता के १४०० केन्द्रों को खोजा जा सका है जिसमें से ९२५ केन्द्र भारत में है। ८० प्रतिशत स्थल सरस्वती नदी और उसकी सहायक नदियों के आस-पास है। अभी तक कुल खोजों में से ३ प्रतिशत स्थलों का ही उत्खनन हो पाया है। .

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सिंधी राष्ट्रवाद

जीयै सिंध क़ौमी महाज़ का झंडा सिंधी राष्ट्रवाद (सिंधी: سنڌي قومپرستي, उर्दू: سندھي قومپرستي) एक आंदोलन है जिसके अनुसार पाकिस्तान और भारत के सिंधी जातीय-भाषाई समूह, एक ही राष्ट्र हैं। सिंध में आधुनिक राष्ट्रवाद के संस्थापक जी.एम सय्यद को समझा जाता है। वर्तमान में कई राष्ट्रवादी संगठन सिंध में सक्रिय हैं। सैद्धांतिक रूप से सिंधी राष्ट्रवादियों के दो मुख्य समूह हैं। पहला समूह अलगाववादी राष्ट्रवादी हैं, जो एक स्वतंत्र सिंधुदेश का समर्थन करते हैं। दूसरा समूह का मानना है कि सिंध पाकिस्तान का प्रांत बनकर रहना चाहिये। .

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सिंह (पशु)

सिंह (पेन्थेरा लियो) पेन्थेरा वंश की चार बड़ी बिल्लियों में से एक है और फेलिडे परिवार का सदस्य है। यह बाघ के बाद दूसरी सबसे बड़ी सजीव बिल्ली है, जिसके कुछ नरों का वजन २५० किलोग्राम से अधिक होता है। जंगली सिंह वर्तमान में उप सहारा अफ्रीका और एशिया में पाए जाते हैं। इसकी तेजी से विलुप्त होती बची खुची जनसंख्या उत्तर पश्चिमी भारत में पाई जाती है, ये ऐतिहासिक समय में उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और पश्चिमी एशिया से गायब हो गए थे। प्लेइस्तोसेन के अंतिम समय तक, जो लगभग १०,००० वर्ष् पहले था, सिंह मानव के बाद सबसे अधिक व्यापक रूप से फैला हुआ बड़ा स्तनधारी, भूमि पर रहने वाला जानवर था। वे अफ्रीका के अधिकांश भाग में, पश्चिमी यूरोप से भारत तक अधिकांश यूरेशिया में और युकोन से पेरू तक अमेरिका में पाए जाते थे। सिंह जंगल में १०-१४ वर्ष तक रहते हैं, जबकि वे कैद मे २० वर्ष से भी अधिक जीवित रह सकते हैं। जंगल में, नर कभी-कभी ही दस वर्ष से अधिक जीवित रह पाते हैं, क्योंकि प्रतिद्वंद्वियों के साथ झगड़े में अक्सर उन्हें चोट पहुंचती है। वे आम तौर पर सवाना और चारागाह में रहते हैं, हालांकि वे झाड़ी या जंगल में भी रह सकते हैं। अन्य बिल्लियों की तुलना में सिंह आम तौर पर सामाजिक नहीं होते हैं। सिंहों के एक समूह जिसे अंग्रेजी मे प्राइड कहॉ जाता में सम्बन्धी मादाएं, बच्चे और छोटी संख्या में नर होते हैं। मादा सिंहों का समूह प्रारूपिक रूप से एक साथ शिकार करता है, जो अधिकांशतया बड़े अनग्युलेट पर शिकार करते हैं। सिंह शीर्ष का और कीस्टोन शिकारी है, हालांकि वे अवसर लगने पर मृतजीवी की तरह भी भोजन प्राप्त कर सकते हैं। सिंह आमतौर पर चयनात्मक रूप से मानव का शिकार नहीं करते हैं, फिर भी कुछ सिंहों को नर-भक्षी बनते हुए देखा गया है, जो मानव शिकार का भक्षण करना चाहते हैं। सिंह एक संवेदनशील प्रजाति है, इसकी अफ्रीकी रेंज में पिछले दो दशकों में इसकी आबादी में संभवतः ३० से ५० प्रतिशत की अपरिवर्तनीय गिरावट देखी गयी है। ^ डाटाबेस प्रवेश में एस बात का एक लंबा औचित्य सम्मिलित है कि यह प्रजाति संवेदनशील क्यों है। क्यों इस प्रजाति की दुर्दशा का एक भी सम्मिलित है सिंहों की संख्या नामित सरंक्षित क्षेत्रों और राष्ट्रीय उद्यानों के बहार अस्थिर है। हालांकि इस गिरावट का कारण पूरी तरह से समझा नहीं गया है, आवास की क्षति और मानव के साथ संघर्ष इसके सबसे बड़े कारण हैं। सिंहों को रोमन युग से पिंजरे में रखा जाता रहा है, यह एक मुख्य प्रजाति रही है जिसे अठारहवीं शताब्दी के अंत से पूरी दुनिया में चिडिया घर में प्रदर्शन के लिए रखा जाता रहा है। खतरे में आ गयी एशियाई उप प्रजातियों के लिए पूरी दुनिया के चिड़ियाघर प्रजनन कार्यक्रमों में सहयोग कर रहे हैं। दृश्य रूप से, एक नर सिंह अति विशिष्ट होता है और सरलता से अपने अयाल (गले पर बाल) द्वारा पहचाना जा सकता है। सिंह, विशेष रूप से नर सिंह का चेहरा, मानव संस्कृति में सबसे व्यापक ज्ञात जंतु प्रतीकों में से एक है। उच्च पाषाण काल की अवधि से ही इसके वर्णन मिलते हैं, जिनमें लॉसकाक्स और चौवेत गुफाओं की व नक्काशियां और चित्रकारियां सम्मिलित हैं, सभी प्राचीन और मध्य युगीन संस्कृतियों में इनके प्रमाण मिलते हैं, जहां ये ऐतिहासिक रूप से पाए गए। राष्ट्रीय ध्वजों पर, समकालीन फिल्मों और साहित्य में चित्रकला में, मूर्तिकला में और साहित्य में इसका व्यापक वर्णन पाया जाता है। .

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सिंगर विश्व सीरीज 1994

सिंगर विश्व सीरीज १९९४ में खेली गई चार देशों भारत,श्रीलंका,ऑस्ट्रेलिया और पकिस्तान के बीच एक एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट सीरीज थी जो श्रीलंका में आयोजित गई थी। .

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सिंगापुर इंटनेशनल एयरलाइंस

सिंगापुर एयरलाइंस की इमारत सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड (एसआईए) (संक्षिप्त रूप में 新航) सिंगापुर का ध्वज वाहक है। यह विश्व की एक प्रमुख वायुयान सेवा हैं। सिंगापुर एयरलाइंस चंगी हवाई अड्डे पर एक हब (महत्वपूर्ण गतिविधियों का केंद्र) को संचालित करता है और दक्षिणपूर्वी एशिया, पूर्वी एशिया, दक्षिण एशिया और "कंगारू रूट" बाजारों में इसकी एक सक्षम उपस्थिति है। यह कम्पनी पार-प्रशांत (ट्रांस-पेसिफिक) उड़ानों का संचालन भी करती है, इसमें दुनिया की दो सबसे लम्बी नॉन-स्टॉप व्यावसायिक उड़ानें शामिल हैं, ये उड़ानें एयरबस ए340-500 पर सिंगापुर से नेवार्क और लोस एंजिल्स तक जाती हैं। सिंगापुर एयरलाइंस ने ही "सुपरजम्बो" एयरबस ए380 का उद्घाटन किया। एसआईए ने एयरलाइन से सम्बंधित व्यापारों जैसे एयरक्राफ्ट हेंडलिंग और इंजीनियरिंग को बहुत फैला लिया है। इसकी पूर्ण-स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, सिल्कएयर, कम क्षमता की आवश्यकता के साथ माध्यमिक शहरों तक क्षेत्रीय उड़ानों का प्रबंधन करती है। सहायक सिंगापुर एयरलाइंस कार्गो एसआईए के समर्पित मालवाहक विमान का संचालन करता है और एसआईए के यात्री विमानों में माल वहन की क्षमता का प्रबंधन करता है। वर्जिन एटलान्टिक में एसआईए की 49% हिस्सेदारी (shareholding) है और यह टाइगर एयरवेस में अपनी हिस्सेदारी के माध्यम से कम लागत के वाहक क्षेत्र में संलग्न है। राजस्व यात्री किलोमीटर के शब्दों में यह दुनिया भर के चोटी के 15 वाहकों में से एक है, और अंतर्राष्ट्रीय यात्री वहन की दृष्टि से दुनिया में छठे स्थान पर है। सिंगापुर एयरलाइंस वह एयरलाइन है जिसकी दुनिया में सबसे ज्यादा प्रशंसा की जाती है और फोर्च्यून वर्ल्ड की 2010 की सबसे प्रशंसित कम्पनियों की रैंकिंग में 27 वें स्थान पर है। इसका सशक्त ब्रांड नाम है और यह विमानन उद्योग में, विशेष रूप से नवाचार, सुरक्षा और सेवाओं में उत्कृष्टता की दृष्टि से उदाहरण प्रस्तुत करता है, साथ ही निरंतर लाभ भी प्राप्त कर रहा है। इसने असंख्य पुरस्कार जीते हैं और विमान की खरीद के उद्योग में प्रथम स्थान पर है। यह उन छह एयरलाइंस में से एक है जिन्हें केथे पेसिफिक (Cathay Pacific), एशियन एयरलाइंस (Asiana Airlines), मलेशियन एयरलाइंस (Malaysia Airlines), क़तार एयरवेज़ (Qatar Airways) और किंग्सफिशर एयरलाइंस (Kingfisher Airlines) के साथ स्काईट्रेक्स के द्वारा 5 स्टार रेटिंग से सम्मानित किया गया है। .

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सिकन्दर का भारत पर आक्रमण

सिकन्दर ने ३२६ ईसापूर्व भारत पर आक्रमण किया था। परसिया पर अधिकार कर लेने के बाद सिकन्दर ने भारत के उत्तरी-पश्चिमी भाग (जो अब पाकिस्तान है) पर आक्रमण कर दिया। .

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सिकरम पर्वत

सिकरम पर्वत (Sikaram) या सिकाराम पर्वत अफ़ग़ानिस्तान​-पाकिस्तान की सरहद पर स्थित एक पहाड़ है जो हिन्दू कुश पर्वतमाला की सफ़ेद कोह (स्पीन ग़र) शाखा का सबसे ऊँचा पर्वत भी है। यह काबुल नदी और ख़ैबर दर्रे से दक्षिण में स्थित है।, pp.

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सिकंदर रजा

कोई विवरण नहीं।

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सज्जाद हुसैन कुरैशी

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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सईद अनवर

सईद अनवर (سعید انور, कराची, पकिस्तान में 6 सितम्बर 1968 को जन्म) एक पूर्व पाकिस्तानी ओपनिंग बल्लेबाज हैं। वे एक बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जिन्हें मुख्य रूप से 1997 में चेन्नई में भारत के खिलाफ 194 रन बनाने के लिए जाना जाता है, यह एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में किसी खिलाडी के द्वारा बनाया गया उच्चतम स्कोर था और अब दूसरे स्थान पर उच्चतम स्कोर है। .

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सईद अल्समाँ सिद्दीकी

न्यायाधीश सईद अल्समाँ सिद्दीकी, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति मोहम्मद अजमल मियां की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे सिंध उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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सघर

सघर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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सवर खान

पाकिस्तानी जनरल और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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सख्खर

सख्खर बांध सख्खर (Sukkur) पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त का तीसरा सबसे बड़ा नगर है। यह सिन्धु नदी के पश्चिमी किनारे पर स्थित है। सिन्धी भाषा में 'सख्खर' शब्द का अर्थ 'श्रेष्ठ' है। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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संभ्रांत वर्ग

संभ्रांत वर्ग या ऍलीट​ (elite) समाजशास्त्र और राजनीति में किसी समाज या समुदाय में उस छोटे से गुट को कहते हैं जो अपनी संख्या से कहीं ज़्यादा धन, राजनैतिक शक्ति या सामाजिक प्रभाव रखता है।, Yitzhak Sternberg, BRILL, 2002, ISBN 978-90-04-12873-6,...

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संयुक्त भूयोजना एशिया के लिए

दक्षिणी एशिया .

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संयुक्त राष्ट्र शांतिस्थापन

इस लेख में संयुक्त राष्ट्र संघ ने अब तक जिन विवादों हल करने में सफलता पायी है, उनका वर्णन किया गया है। .

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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद चुनाव, २०१३

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिष्द चुनाव 2013 17 अक्टूबर 2013 को न्यूयॉर्क नगर स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ मुख्यालय में संयुक्त राष्ट्र महासभा के ६८वें सत्र के दौरान प्रस्तावित किये गये। महासभा ने चाड, चिली, लिथुआनिया, नाईजीरिया और सउदी अरब को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच अस्थाई सदस्यों के रूप में 1 जनवरी 2014 से दो वर्षों के लिए चुना। अगले दिन सउदी अरब ने घोषित किया कि सीरियाई गृह युद्ध को सुलझाने के लिए संयुक्त राष्ट्र की अक्षमता को प्राथमिक कारण बताते हुए इस पद को अस्वीकार कर दिया। .

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संज्ञेय अपराध

भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश में अपराध (क्राइम) की दो श्रेणीयाँ की गयी हैं-.

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संघ (प्रशासन)

हरे रंग में वह राष्ट्र हैं जिनकी प्रशासन प्रणाली संघ पर आधारित है एक संघ या फेडरेशन, (जिसे संघीय राज्य भी कहते हैं), एक राजनीतिक सत्त्व हैं, जो किसी केन्द्रीय (संघीय) सरकार के अंतर्गत आंशिक रूप से स्वशासित राज्यों या क्षेत्रों के संघ (यूनियन) से चिन्हित होता हैं। संघ या फेडरेशन ऐसा राष्ट्र है जिसमें बहुत से स्वराजित राज्य, प्रदेश या देश एक केंद्रीय सरकार के अधीन गठित होते हैं। सोवियत संघ के कुछ राज्यों (जैसे के बेलारूस) को अपनी विदेश नीति चलाने का अधिकार था लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका के राज्यों को यह अधिकार नहीं है। संयुक्त राज्य अमेरिका के हर राज्य को अपना अलग संविधान, राज्यगान और झंडा रखने का अधिकार है, लेकिन पाकिस्तान के राज्यों को यह अधिकार नहीं है। .

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संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र

संघीय शासित कबायली इलाका (फाटा) पाकिस्तान का एक सूबा या क्षेत्र है। पाकिस्तान का नक़्शा, क़बायली इलाका जात सुर्ख़ रंग में नुमायां हैं पाकिस्तान के क़बायली इलाका जात चारों सओ-बूं से अलिहदा हैसीयत रखते हैं और ये वफ़ाक़ के ज़ेर इंतिज़ाम हैं। क़बायली इलाका जात 27 हज़ार 220 मरब्बा किलोमीटर के इलाके पर फैले हुऐ हैं जो सूबा सरहद से मुनसलिक हैं। मग़रिब में क़बायली इलाका जात की सरहद अफ़ग़ानिस्तान से मिलती हैं जहां डीवरुणड लाइन उन्हें अफ़ग़ानिस्तान से जुदा करती है। क़बायली इलाका जात के मशरिक़ में पंजाब और सूबा सरहद और जनूब में सूबा ब्लोचिस्तान है। 2000ए के मुताबिक क़बायली इलाका जात की कुल आबादी 33लाख 41 हज़ार 70 है जो पाकिस्तान की कुल आबादी का तक़रीबअ 2 फ़ीसद बनता है। क़बायली इलाका इन 7 एजैंसीओ-ं/अज़ला पर मुशतमिल है.

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संघीय शरियाई न्यायालय

संघीय शरियाई न्यायालय या वफ़ाक़ी शरई अदालत, पाकिस्तान की एक न्यायिक संस्थान है, जिस्का कार्य यह जाँच व निर्धारित करना है की देश के कानून, शरिया का पालन करते हैं या नहीं। इस निकाय में कुल आठ मुसलमान न्यायाधीश होती हैं जिसमें मुख्य न्यायाधीश भी शामिल होते हैं। यह सभी न्यायाधीश, पाकिस्तान के राष्ट्रपति की मंजूरी से नियुक्त किए जाते हैं जिनका पाकिस्तान की उच्चतम न्यायालय या किसी भी प्रांतीय न्यायालय के सेवानिवृत्त या सेवारत न्यायाधीश में से चुना जाना आवश्यक है। संघीय शरीयत अदालत के मौजूदा मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रियाज अहमद खान हैं। .

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संगहार जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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संग्राम पदक

संग्राम पदक, पाकिस्तान के साथ 1971-72 के युद्ध के दौरान सेवा के लिए दिया गया था। जम्मू और कश्मीर, पंजाब, गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल,असम, मेघालय,मिजोरम, त्रिपुरा के परिचालन क्षेत्रों में सेना, अर्धसैनिक बलों, पुलिस और नागरिकों की सेवा करने वाले सभी कर्मियों को पदक दिया जा सकता है। 3 दिसंबर 1 9 71 और 20 दिसंबर 1 9 72 (दोनों तारीखें समावेशी) के बीच ये पदक दिया गया था। पुलिस और अर्धसैनिक बलों के लिए सम्मानित पदक,ज्यादातर मामलों में, आधिकारिक रूप से निर्मित और जारी नहीं किए गए थे। इसके बजाय, स्वतंत्र निर्माताओं द्वारा स्थानीय स्तर पर बनाया गया था। पुलिस या तो इन्हे दुकानों से खरीद सकते हैं या बटालियन उन्हें खरीद सकते हैं और उन्हें विजेता कांस्टेबलों को दे सकते हैं। .

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सआदत हसन मंटो

सआदत हसन मंटो (11 मई 1912 – 18 जनवरी 1955) उर्दू लेखक थे, जो अपनी लघु कथाओं, बू, खोल दो, ठंडा गोश्त और चर्चित टोबा टेकसिंह के लिए प्रसिद्ध हुए। कहानीकार होने के साथ-साथ वे फिल्म और रेडिया पटकथा लेखक और पत्रकार भी थे। अपने छोटे से जीवनकाल में उन्होंने बाइस लघु कथा संग्रह, एक उपन्यास, रेडियो नाटक के पांच संग्रह, रचनाओं के तीन संग्रह और व्यक्तिगत रेखाचित्र के दो संग्रह प्रकाशित किए। कहानियों में अश्लीलता के आरोप की वजह से मंटो को छह बार अदालत जाना पड़ा था, जिसमें से तीन बार पाकिस्तान बनने से पहले और बनने के बाद, लेकिन एक भी बार मामला साबित नहीं हो पाया। इनके कुछ कार्यों का दूसरी भाषाओं में भी अनुवाद किया गया है। .

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सक्खर ज़िला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक ज़िला। इसकी पूर्वी सीमा भारत के राजस्थान राज्य से लगती है। इसकी चार तहसीलें हैं - सक्खर, रोहड़ी, पन्नो आक़िल और सालेह पट। पन्नो आक़िल में एक बड़ी सैनिक छावनी है। सक्खर इस ज़िले का सबसे बड़ा शहर है। यह नगर रोहरी नगर के सामने, सिंध नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। उपर्युक्त दोनों नगरों के मध्य, सक्खर में प्राचीन किले के पत्थर बहुत अधिक संख्या में हैं। यहाँ के पत्थरों का ही उपयोग लैसडाउन पुल के बनाने में हुआ है। इस पुल पर से उत्तर-पश्चिमी रेल मार्ग नदी को पार करता है। सक्खर में लॉयड बाँध हैं, जो संसार के प्रसिद्ध सिंचाई बाँधों में से एक है। बोलन दर्रा तथा 'शिवि' नामक निम्न भूमि भी यही है। .

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सकेसर

सकेसर (Sakesar) पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के मध्य भाग में सून वादी के छोर पर स्थित एक १,५२२ मीटर ऊँचा पहाड़ है। यह नमक कोह पर्वतमाला का सबसे ऊँचा पहाड़ भी है। क्योंकि यह आसपास के सभी इलाक़ों से ऊँचा है इसलिए यहाँ पाकिस्तान टेलिविज़न ने एक प्रसारण स्तंभ लगाया हुआ है और १९५० के दशक में पाकिस्तानी वायु सेना ने भी आते-जाते विमानों पर निगरानी रखने के लिए यहाँ एक रेडार लगाया था।, Salman Rashid, Sang-e-Meel Publications, 2001, ISBN 978-969-35-1257-1,...

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सुन्दरलाल होरा

भारतीय प्राणि विज्ञानी सुंदरलाल होरा (1896-1955) का जन्म पश्चिमी पंजाब (अब पाकिस्तान) के हाफिज़ाबाद नामक कस्बे में हुआ था। पंजाब विश्वविद्यालय की एम.

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सुनील दत्त

सुनील दत्त (अंग्रेजी: Sunil Dutt, पंजाबी: ਸੁਨੀਲ ਦੱਤ, जन्म: 6 जून 1929, मृत्यु: 25 मई 2005), जिनका असली नाम बलराज दत्त था, भारतीय फिल्मों के विख्यात अभिनेता, निर्माता व निर्देशक थे, जिन्होंने कुछ पंजाबी फिल्मों में भी अभिनय किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने भारतीय राजनीति में भी सार्थक भूमिका निभायी। मनमोहन सिंह की सरकार में 2004 से 2005 तक वे खेल एवं युवा मामलों के कैबिनेट मन्त्री रहे। उनके पुत्र संजय दत्त भी फिल्म अभिनेता हैं। उन्होंने 1984 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर मुम्बई उत्तर पश्चिम लोक सभा सीट से चुनाव जीता और सांसद बने। वे यहाँ से लगातार पाँच बार चुने जाते रहे। उनकी मृत्यु के बाद उनकी बेटी प्रिया दत्त ने अपने पिता से विरासत में मिली वह सीट जीत ली। भारत सरकार ने 1968 में उन्हें पद्म श्री सम्मान प्रदान किया। इसके अतिरिक्त वे बम्बई के शेरिफ़ भी चुने गये। .

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सुब्रह्मण्यन् चन्द्रशेखर

सुब्रह्मण्यन् चन्द्रशेखर (१९ अक्टूबर, १९१०-२१ अगस्त, १९९५) विख्यात भारतीय-अमेरिकी खगोलशास्त्री थे। भौतिक शास्त्र पर उनके अध्ययन के लिए उन्हें विलियम ए. फाउलर के साथ संयुक्त रूप से सन् १९८३ में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला। चन्द्रशेखर सन् १९३७ से १९९५ में उनके देहांत तक शिकागो विश्वविद्यालय के संकाय पर विद्यमान थे। .

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सुयांवाला

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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सुरिन्द्र कपूर

सुरिन्दर कपूर (23 दिसम्बर 1925 – 24 सितम्बर 2011) एक भारतीय फ़िल्म निर्माता थे इनका जन्म पेशावर पाकिस्तान में हुआ था। .

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सुरेश ओबेरॉय

सुरेश ओबेरॉय हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। इनका जन्म 17 दिसम्बर 1946 को ब्रिटिश भारत के क्वेटा (वर्तमान पाकिस्तान में) में 'विशाल कुमर ओबेरॉय' नामसे एक हिन्दू खत्री परिवार में हुआ| भारत के विभाजन के बाद पिता आनंद सरूप ओबेरॉय व माता करतार देवी के साथ अमृतसर से होते हैदराबाद पहुंचे| हिंदी फिल्म जगत में इन्होने चरित्र अभिनेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है| इसका उदहारण फिल्म मिर्च मसाला में दिया, जिसपर इन्हें सन 1987 का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार दिया गया| ये रूमानी एवं दार्शनिक कविता (शायरी, उर्दू में) का पठन व लेखन में भी रुचि रखते है| यदि आप इनसे किसी पंक्ति कहने में चूके तो उसे सुधार, उसके लेखक का नाम भी बता देते है| फिल्म यादों का मौसम का गीत "दिल में फिर तेरी यादों का मौसम" में गायिका अनुराधा पौडवाल के साथ कुछ पंक्तियाँ सुनाकर इसका परिचय दिया है| इसके अतिरिक्त मधुर व स्पष्ट स्वर के कारण ये कुछ एक कार्यक्रम व फिल्मों में सूत्रधार का भूमिका निभाये है| फ़िल्म अशोका (2001) के ये सूत्रधार थे| ज़ी टीवी कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' के संचालक भी थे| .

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सुलयमान पर्वत

अंतरिक्ष से सुलयमान पर्वतों के एक अंश की तस्वीर इस तस्वीर में सुलयमान पर्वत नामांकित हैं सुलयमान पर्वत या कोह-ए-सुलयमान (फ़ारसी:; पश्तो:; अंग्रेज़ी: Sulaiman Mountains), जिन्हें केसई पर्वत (पश्तो:; अंग्रेज़ी: Kesai Mountains) भी कहा जाता है, दक्षिणपूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त के उत्तर भाग में स्थित एक प्रमुख पर्वत शृंखला है। अफ़्ग़ानिस्तान में यह ज़ाबुल, लोया पकतिया और कंदहार (उत्तर-पूर्वी भाग) क्षेत्रों में विस्तृत हैं। सुलयमन पर्वत ईरान के पठार का पूर्वी छोर हैं और भौगोलिक रूप से उसे भारतीय उपमहाद्वीप से विभाजित करते हैं। इस शृंखला के सबसे प्रसिद्ध शिखर बलोचिस्तान में स्थित ३,४८७ मीटर ऊँचा तख़्त​-ए-सुलयमान, ३,४४४ मीटर ऊँचा केसई ग़र और क्वेटा के पास स्थित ३,५७८ मीटर ऊँचा ज़रग़ुन ग़र हैं।, William Wilson Hunter, Trubner & Co, London, 1881,...

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सुल्तान राही

सुल्तान राही या सुल्तान खान पाकिस्तान फिल्म उद्योग के सुल्तान (जन्म 1938, लाहौर, पाकिस्तान, 9 जनवरी 1996 को निधन) एक पाकिस्तानी पंजाबी अभिनेता था। वह 1996 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।.

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सुशील कालरा

सुशील कालरा जन्म 13 जून 1940 में गुजरांवाला (अब पाकिस्तान में) हुआ था। बहुत भटकाव के बाद उन्होंने अपनी अभिरुचि को समझते हुए नयी दिल्ली में कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स में प्रवेश ले लिया। एक एड-मेन के रूप में उत्पादों के विज्ञापन अभियानों ने उन्हें लोकप्रिय बनाया। उन्होंने व्यंग्यचित्र बनाने की शुरूआत की। बाद में वे पूरी तरह से १९६८ में व्यंग्यचित्रण के क्षेत्र में उतर गये। हिंदुस्तान टाइम्स प्रकाशन के दैनिक हिन्दुस्तान, ईवनिंग न्यूज़, साप्ताहिक हिन्दुस्तान, नन्दन, कादम्बिनी आदि के लिए सुशील कालरा ने कार्टून और रेखांकन बनाए। उन्होंने व्यापक रूप से विदेश की यात्राएं की, यहां तक कि उत्तरी ध्रुव की भी। उनके किया काम कई पश्चिमी और यूरोपीय देशों में प्रदर्शित और प्रकाशित हुआ। उन्होंने राजनीतिक कॉलम भी लिखे। बच्चों की पत्रिका नन्दन में नियमित छप्ने वाली उनकी बनायी चित्रकथा चीटू-नीटू काफ़ी लोकप्रिय थी। उन्होंने यह कार्टून स्ट्रिप 44 साल बनायी। उन्होंने एक उपन्यास लिखा था निक्का निमना, जिसका बाद में पंजाबी और अंग्रेजी में अनुवाद भी हुआ। वे छोटे पर्दे के एक जानेमाने व्यक्तित्व थे। उनका साक्षात्कार बीबीसी पर प्रसारित हुआ था और भारत के जानेमाने १० कार्टूनिस्टों की एक टीवी श्रंखला में भी उन्हें शामिल किया गया था। उन्होंने ३८ श्रंखलाओं में प्रसारित हुई रविवारीय क्विज़ को प्रस्तुत किया। हिन्दुस्तान टाइम्स से रिटायर होने पर उन्होंने अपने बेटों के साथ काफी समय अमेरिका में बिताया। वहां वे इच्छुक कलाकारों की मदद के लिए अंतर्राष्ट्रीय कलाकार समर्थक समूह (IASG), एक (आइएमजी) वॉशिंगटन डीसी, संगठन में शामिल हो गये। उन्होंने अकेले दम पर ललित कला अकादमी नयी दिल्ली में इस समूह के लिए ६ अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया। सन् २०११ में स्वास्थ्य जांच में उन्हें चौथे चरण का कैन्सर बताया गया। जब उनकी कैंसर चिकित्सक पुत्रवधु ने यह समाचार दिया तो उन्होंने अपने परिजनों से इस बात का खुलासा किसी से न करने को कहा। केमोथेरेपी इलाज के द्दौरान उनकी स्थिते में काफ़ी तेजी से सुधार आया। इसी बीच उन्होंने निक्का-निमना के अनुवाद कार्य की गति तेज कर दी। वे वहां से भी नियमित रूप से हर महीने नन्दन के लिए चीटू-नीटू बनाकर भारत भेजते रहे। निका-निमना का अनुवाद खत्म करने पर उन्होंने अपने जीवन के एक महत्वपूर्ण भाग यानी भारत-पाक बंटवारे के दौर, जब वे मात्र ७ साल के बालक थे, के तमाम अनुभवों को लिखने का निर्णय लिया। ये पुस्तकें एक मत, कयामत अब प्रकाशनाधीन हैं। गुजांवाला उनके मन-मस्तिष्क में बसा हुआ था। वे प्राय: विभाजन के काल को याद कर काफ़ी भावुक हो जाते थे। वे चाहते थे राष्ट्रीय स्तर पर कार्टूनिस्टों की कोई अच्छी संस्था हो। सुशील कालरा का देश से दूर मैरीलेण्ड, अमरीका में ८ सितम्बर २०१३ को निधन हो गया। .

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सुषमा स्वराज

सुषमा स्वराज (जन्म: १४ फरवरी १९५२) एक भारतीय महिला राजनीतिज्ञ और भारत की विदेश मंत्री हैं। वे वर्ष २००९ में भारत की भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुनी गयी थीं, इस नाते वे भारत की पन्द्रहवीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं। इसके पहले भी वे केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में रह चुकी हैं तथा दिल्ली की मुख्यमन्त्री भी रही हैं। वे सन २००९ के लोकसभा चुनावों के लिये भाजपा के १९ सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रहीं थीं। अम्बाला छावनी में जन्मी सुषमा स्वराज ने एस॰डी॰ कालेज अम्बाला छावनी से बी॰ए॰ तथा पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहले जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। आपातकाल का पुरजोर विरोध करने के बाद वे सक्रिय राजनीति से जुड़ गयीं। वर्ष २०१४ में उन्हें भारत की पहली महिला विदेश मंत्री होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, जबकि इसके पहले इंदिरा गांधी दो बार कार्यवाहक विदेश मंत्री रह चुकी हैं। कैबिनेट में उन्हे शामिल करके उनके कद और काबिलियत को स्वीकारा। वे दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि भी उन्हीं के नाम दर्ज है। .

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सुज़ुकी

एक जापानी बहुराष्ट्रीय निगम है जिसका मुख्यालय हमामात्सू, जापान में स्थित है और जो काम्पैक्ट ऑटोमोबाइल और 4x4 वाहन, सभी रेंज की मोटरसाइकिल, ऑल-टेरेन वाहन (ATVs), आउटबोर्ड जहाज इंजन, व्हीलचेयर और अन्य प्रकार के छोटे आंतरिक दहन इंजन का उत्पादन करती है। उत्पादन मात्रा के आधार पर सुज़ुकी दुनिया भर में नौवीं सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल निर्माता है, करीब 45,000 से अधिक लोगों को रोजगार देती है और 23 देशों में इसकी 35 मुख्य उत्पादन इकाइयां और 192 देशों में इसके 133 वितरक हैं। आंकड़ों के अनुसार जापान ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (जेएएमए) से सुज़ुकी जापान की छोटी कारों और ट्रकों की दूसरी सबसे बड़ी निर्माता है। जापानी भाषा में "सुज़ुकी" को उच्चारित किया जाता है, जिसमें पर बलाघात दिया जाता है। अंग्रेजी में इसका उच्चारण किया जाता है और ज़ु पर जोर डाला जाता है। इस उच्चारण का इस्तेमाल सुज़ुकी कंपनी द्वारा उन विपणन अभियानों के लिए किया जाता है जो अंग्रेजी भाषियों के लिए होते हैं। .

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सुख चैन गार्डन

सुख चैन गार्डन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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स्तूप

अशोक महान द्वारा बनवाया गया महान साँची का स्तूप, भारत सारनाथ का धमेक स्तूप, उत्तरपूर्वी भारत मे स्थित सबसे पुराना स्तूप है। स्तूप (संस्कृत और पालि: से लिया गया है जिसका शाब्दिक अर्थ "ढेर" होता है) एक गोल टीले के आकार की संरचना है जिसका प्रयोग पवित्र बौद्ध अवशेषों को रखने के लिए किया जाता है। माना जाता है कभी यह बौद्ध प्रार्थना स्थल होते थे। महापरिनर्वाण सूत्र में महात्मा बुद्ध अपने शिष्य आनन्द से कहते हैं- "मेरी मृत्यु के अनन्तर मेरे अवशेषों पर उसी प्रकार का स्तूप बनाया जाये जिस प्रकार चक्रवर्ती राजाओं के अवशेषों पर बनते हैं- (दीघनिकाय- १४/५/११)। स्तूप समाधि, अवशेषों अथवा चिता पर स्मृति स्वरूप निर्मित किया गया, अर्द्धाकार टीला होता था। इसी स्तूप को चैत्य भी कहा गया है।  स्तूप मंडल का पुरातन रूप हैं। .

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स्नोड्रॉप

स्नोड्रॉप (यूक्रेनी:Бессмертник; बिस्मर्तनिक)https://www.ivi.tv/watch/bessmertnik, एक यूक्रेनी टेलीविज़न धारावाहिक है जिसका प्रसारण भारत में जिंदगी चैनल पर १६ जनवरी से रात ९ बजे किया जा रहा है। जिंदगी चैनल, इससे पहले तुर्की और पाकिस्तान के कई टेलीविज़न कार्यक्रम भी प्रसारित कर चुका है। सफल कोरियाई टीवी श्रृंखला आइस अदोनिस से प्रेरित स्नोड्रॉप एक भावनात्मक परिवारिक कथा है जिसका प्रसारण पहली बार 2015 में टीआरके पर किया गया था। स्नोडॉप की कहानी दो सौतेली बहनों, नादिया (मारिना ड्याकोनेंको) और इरीना (शातगेरिन तिस्केविच) की प्रतिद्वंद्विता के बारे में है जो एक ही आदमी 'इगोर' (वेलेंतीन तोमुस्याक) से प्यार करती हैं। .

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स्पेज़न्द

बलूचिस्तान, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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स्याहगोश

जंगली बिल्ली का एक प्रकार जो भारत के पश्चिमी भू-भागों अफ़्रीकी महाद्वीप के जंगलों में पाया जाता है। The caracal (Caracal caracal, pronounced) (काराकाल्) is a fiercely territorial medium-sized cat ranging over Western Asia and Africa.

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स्वतन्त्रता के बाद भारत का संक्षिप्त इतिहास

कोई विवरण नहीं।

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स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस एक राष्ट्र का वार्षिक उत्सव या सालगिरह होता है। अधिकांश देशों में अपने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय छुट्टी होती हैं। .

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स्वतंत्रता दिवस (पाकिस्तान)

14 अगस्त को पाकिस्तान की आज़ादी का दिन कहा जाता है- यौम इस्तिक़लाल (Independence Day) इंतिहाई जोश-ओ-ख़ुरोश से मनाया जाता है। ये वो दिन है जब पाकिस्तान 1947 में बर्तानवी हुकमरानों से आज़ाद हो कर मारज़ वजूद में आया। 14 अगस्त का दिन पाकिस्तान में सरकारी सतह पर क़ौमी तहवार के तौर पर बड़े धूम धाम मनाया जाता है जबकि बच्चे, जवान और बूढ़े सभी उस रोज़ अपना क़ौमी पर्चम फ़िज़ा-ए-में बुलंद करते हुए अपने क़ौमी महसिनों को ख़िराज-ए-तहिसीन पेश करते हैं। पूरे मुलक में हर तरफ़ जशन-ए-चराग़ाँ होता है और एक मेला का सा समां बंध जाता है। ईस्लामाबाद जो कि पाकिस्तान का दारलख़लाफ़ा है, उसको इंतिहाई शानदार तरीक़े से सजाया जाता है, जबकि उसके मुनाज़िर किसी जश्न का सासमां पैदा कर रहे होते हैं। और यहीं एक क़ौमी हैसियत की हामिल तक़रीब में सदर-ए-पाकिस्तान और वज़ीर आ अज़म क़ौमी पर्चम बुलंद करते हुए इस बात का अह्द करते हैं कि हम इस पर्चम कीतरह इस वतन-ए-अज़ीज़ को भी उरूज-ओ-तरक़्क़ी की बुलंदीयों तक पहुंचाएंगे। इन तक़ारीब के इलावा ना सिर्फ़ सदारती और पारलीमानी इमारात पर क़ौमी पर्चम लहराया जाता है बल्कि पूरे मुलक में सरकारी और नियम सरकारी इमारात पर भी सबज़ हिलाली पर्चम पूरी आब-ओ-ता ब से बुलंदी का नज़ारा पेश कर रहा होता है। यौम असक़लाल के रोज़ रेडीयो, बईद नुमा और जालबीन पे बराह-ए-रास्त सदर और वज़ीर आ अज़म पाकिस्तान की तक़ारीर को नशर किया जाता है और इस अह्द की तजदीद की जाती है कि हम सब ने मिल क्रास वतन-ए-अज़ीज़ को तरक़्क़ी, ख़ुशहाली और कामयाबीयों की बुलंद सतह पे लेजाना है। सरकारी तौर पर यौम आज़ादी इंतिहाई शानदार तरीक़े से मनाते हुए आली ओहदादार अपनी हुकूमत की कामयाबीयों और बेहतरीन हिक्मत अमलियों का तज़किरा करते हुए अपने अवाम से ये अह्द करते हैं कि हम अपने तन मन धन की बाज़ी लगाकर भी इस वतन-ए-अज़ीज़ को तरक़्क़ी की राह पर गामज़न रखेंगे और हमेशा अपने रहनुमा क़ाइद-ए-आज़म मुहम्मद अली जिन्नाह के क़ौल "ईमान, इत्तिहाद और तंज़ीम" की पासदारी करेंगे। .

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स्वतंत्रता दिवस (बांग्लादेश)

'''जातीय स्मृति शौद्ध''': बांग्लादेश के स्वतन्त्रता-सेनानियों का स्मारक बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस (স্বাধীনতা দিবস शाधिनता दिबोश), 26 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन बांग्लादेश में राष्ट्रीय अवकाश होता है। इस अवसर पर बांग्लादेश में स्वतंत्रता दिवस परेड, राजनीतिक भाषणों, मेलों, संगीत समारोह के साथ बांग्लादेश की परंपराओं पर आधारित उत्सव मनाया जाता है। टीवी और रेडियो स्टेशनों में विशेष कार्यक्रमों और देशभक्ति के गीतों का प्रसारण किया जाता है। आम तौर पर इस दिन सुबह में आयोजित समारोह के दौरान एकतीस तोपों की सलामी दी जाती है। मुख्य सड़कों को राष्ट्रीय ध्वज से सजाया जाता है। विभिन्न राजनीतिक दल और सामाजिक संगठनों के द्वारा एक उचित तरीके से स्वतन्त्रता दिवस समारोह ढाका के आसपास तथा राष्ट्रीय स्मारकों पर आयोजित किया जाता है। बंगबंधु के नाम से विख्यात शेख मुजीबुर्रहमान के द्वारा 25 मार्च 1971 की आधी रात के बाद पाकिस्तान से अपने देश की आजादी की घोषणा की गई, उसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। 26 मार्च 1971 को बांग्लादेश की स्वतंत्रता की घोषणा के साथ ही मुक्ति युद्ध की शुरुआत हो गई थी। अंत में जीत 16 दिसम्बर को एक ही वर्ष में हासिल किया गया था, जो विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। शेख मुजीबुर्रहमान ने पाकिस्तान के खिलाफ सशस्त्र संग्राम की अगुवाई करते हुए बांग्लादेश को मुक्ति दिलाई। वे बांग्लादेश के प्रथम राष्ट्रपति बने और बाद में प्रधानमंत्री भी बने। .

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स्वर्ण मंदिर मेल

फ्रंटियर मेल जिसे अब स्वर्ण मंदिर मेल के नाम से जाना जाता है, भारत की सबसे पुरानी रेलगाड़ियों में से एक है, जिसका परिचालन आज तक किया जा रहा है। अपने शुरुआती दौर में, फ्रंटियर मेल बंबई (अब मुंबई) को पेशावर से जोड़ती थी जो कि अविभाजित भारत के पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत में स्थित था और इसी से इसका नाम फ्रंटियर (सीमांत) पड़ा था। इस रेलगाड़ी का जिक्र हिंदी फिल्म नेताजी सुभाष चंद्र बोस: द फॉरगॉटन हीरो में किया गया है: कहते हैं कि नेताजी 1944 में फ्रंटियर मेल से पेशावर गये थे और वहाँ से अफगानिस्तान के काबुल को चले गये थे। भारत के विभाजन के बाद, फ्रंटियर मेल मुंबई और अमृतसर के बीच चलने लगी जो इस रेलमार्ग पर भारत का अंतिम शहर है। 1996 में इसका नाम बदलकर सिखों के पवित्रतम स्थल स्वर्ण मंदिर के नाम पर स्वर्ण मंदिर मेल (12903UP/12904DN) कर दिया गया। .

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स्वात नदी

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त में बहने वाली स्वात नदी स्वात नदी (पश्तो:, द स्वात सीन्द; अंग्रेज़ी: Swat River) पाकिस्तान के पश्चिमोत्तरी ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त में बहने वाली एक नदी है। इसका स्रोत हिन्दू-कुश पर्वतों में है जहाँ से निकलकर यह कालाम वादी और स्वात ज़िले से गुज़रती है। यहाँ से आगे यह मालाकंड ज़िले से निकलकर पेशावर वादी में चारसद्दा के पास काबुल नदी में मिल जाती है। स्वात नदी स्वात ज़िले के बहुत से इलाक़ों में सिंचाई के लिए बहुत महत्व रखती है और इसपर दो जल-विद्युत बाँध भी बने हुए हैं। इनसे पैदा होने वाली बिजली का स्थानीय इस्तेमाल किया जाता है। स्वात नदी एक रमणीय नज़ारा भी है जिसे देखने हर साल बहुत से सैलानी आते हैं। इसकी वादी के निचले हिस्से में बहुत से पुरातन स्थल हैं। .

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स्वात ज़िला

स्वात जिला, पाकिस्तान स्वात एक पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त का एक जिला एवं सुन्दर घाटी है। यह इस्लामाबाद से १६० किमी की दूरी पर स्थित है। सैदू शरीफ यहाँ की राजधानी है किन्तु मिंगोरा यहाँ का मुख्य नगर है। इस घाटी की सुन्दरता को देखते हुए इसे पाकिस्तान का "स्विटजरलैण्ड" भी कहा जाता है। दिसम्बर २००८ में इसके अधिकांश भाग पर तालिबान का कब्जा हो गया। उसके बाद तालिबानों के दबाव में आकर पाकिस्तान सरकार को यहाँ शरीयत लागू करने की मांग माननी पड़ी। इस समय पर्यटन के लिये ययाँ जाना बहुत खतरनाक है। Babur and his party hunting for rhinoceros in Swati, from Illuminated manuscript Baburnama .

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स्वाबी ज़िला

पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त का एक जिला। श्रेणी:ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के ज़िले‎ श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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स्वामी सोमदेव

स्वामी सोमदेव आर्य समाज के एक विद्वान धर्मोपदेशक थे। ब्रिटिश राज के दौरान पंजाब प्रान्त के लाहौर शहर में जन्मे सोमदेव का वास्तविक नाम ब्रजलाल चोपड़ा था। सन १९१५ में जिन दिनों वे स्वास्थ्य लाभ के लिये आर्य समाज शाहजहाँपुर आये थे उन्हीं दिनों समाज की ओर से राम प्रसाद 'बिस्मिल' को उनकी सेवा-सुश्रूषा में नियुक्त किया गया था। किशोरावस्था में स्वामी सोमदेव की सत्संगति पाकर बालक रामप्रसाद आगे चलकर 'बिस्मिल' जैसा बेजोड़ क्रान्तिकारी बन सका। रामप्रसाद बिस्मिल ने अपनी आत्मकथा में मेरे गुरुदेव शीर्षक से उनकी संक्षिप्त किन्तु सारगर्भित जीवनी लिखी है। सोमदेव जी उच्चकोटि के वक्‍ता तो थे ही, बहुत अच्छे लेखक भी थे। उनके लिखे हुए कुछ लेख तथा पुस्तकें उनके ही एक भक्‍त के पास थीं जो उसकी लापरवाही से नष्‍ट हो गयीं। उनके कुछ लेख प्रकाशित भी हुए थे। लगभग 57 वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ। .

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स्कर्दू

250pxस्कर्दू, गिलगित-बल्तिस्तान, पाकिस्तान, का एक प्रमुख शहर और जिला है। स्कर्दू शहर काराकोरम पर्वतमाला के पहाड़ों में घिरा हुआ एक ख़ूबसूरत शहर है। श्रेणी:स्कर्दू ज़िला श्रेणी:गिलगित-बल्तिस्तान श्रेणी:आज़ाद कश्मीर.

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स्कर्दू हवाई अड्डा

(IATA: KDU – ICAO: OPSD) स्कर्दू हवाई अड्डा पाकिस्तानी के राज्य गलगत बलतस्तान शहर स्कर्दू में स्थित है। यह एक छोटा सा हवाई अड्डा है। स्कर्दू पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्र का बड़ा केंद्र है। .

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स्‍वतंत्रता दिवस (भारत)

भारत का स्वतंत्रता दिवस (अंग्रेज़ी: Independence Day of India, हिंदी:इंडिपेंडेंस डे ऑफ़ इंडिया) हर वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है। सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने, दिल्ली में लाल किले के लाहौरी गेट के ऊपर, भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। महात्मा गाँधी के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में लोगों ने काफी हद तक अहिंसक प्रतिरोध और सविनय अवज्ञा आंदोलनों में हिस्सा लिया। स्वतंत्रता के बाद ब्रिटिश भारत को धार्मिक आधार पर विभाजित किया गया, जिसमें भारत और पाकिस्तान का उदय हुआ। विभाजन के बाद दोनों देशों में हिंसक दंगे भड़क गए और सांप्रदायिक हिंसा की अनेक घटनाएं हुईं। विभाजन के कारण मनुष्य जाति के इतिहास में इतनी ज्यादा संख्या में लोगों का विस्थापन कभी नहीं हुआ। यह संख्या तकरीबन 1.45 करोड़ थी। 1951 की विस्थापित जनगणना के अनुसार विभाजन के एकदम बाद 72,26,000 मुसलमान भारत छोड़कर पाकिस्तान गये और 72,49,000 हिन्दू और सिख पाकिस्तान छोड़कर भारत आए। इस दिन को झंडा फहराने के समारोह, परेड और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ पूरे भारत में मनाया जाता है। भारतीय इस दिन अपनी पोशाक, सामान, घरों और वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शित कर इस उत्सव को मनाते हैं और परिवार व दोस्तों के साथ देशभक्ति फिल्में देखते हैं, देशभक्ति के गीत सुनते हैं। - archive.india.gov.in .

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सौरव गांगुली

सौरव चंडीदास गांगुली (जन्म ८ जुलाई १९७२) भारत क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान है। वे भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं। बंगाल के एक संभ्रांत परिवार में जन्मे सौरव गांगुली अपने भाई स्नेहाशीष गांगुली के द्वारा क्रिकेट की दुनिया में लाए गए। अपने कैरियर की शुरुआत उन्होंने स्कूल की और राज्य स्तरीय टीम में खेलते हुए की। वर्तमान में वह एक दिवसीय मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाडियों में ५ वें स्थान पर हैं और १०,००० बनाने वाले ५ वें खिलाडी और सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे भारतीय खिलाडी हैं। क्रिकेट पत्रिका Wisden के अनुसार वे अब तक के सर्वश्रेष्ठ एक दिवसीय बल्लेबाजों में ६ठे स्थान पर हैं। कई क्षेत्रीय टूर्नामेंटों (जैसे रणजी ट्राफी, दलीप ट्राफी आदि) में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद गांगुली को राष्ट्रीय टीम में इंग्लैंड के खिलाफ खेलने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने पहले टेस्ट में १३१ रन बनाकर टीम में अपनी जगह बना कर ली। लगातार श्री लंका, पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने और कई मैन ऑफ द मैच ख़िताब जीतने के बाद के बाद टीम में उनकी जगह सुनिश्चित हो गयी। १९९९ क्रिकेट विश्व कप में उन्होंने राहुल द्रविड़ के साथ ३१८ रन के साझेदारी की जो की आज भी विश्व कप इतिहास में सर्वाधिक है। सन २००० में टीम के अन्य सदस्यों के मैच फिक्सिंग के कांड के कारण और के खराब स्वास्थ्य तात्कालिक कप्तान सचिन तेंदुलकर ने कप्तानी त्याग दी, जिसके फलस्वरूप गांगुली को कप्तान बनाया गया। जल्द ही गांगुली को काउंटी क्रिकेट में durham की ओर से खराब प्रदर्शन और २००२ में नेटवेस्ट फायनल में शर्ट उतारने के कारण मीडिया में आलोचना का सामना करना पड़ा | सौरव ने २००३ विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया और भारत विश्व कप फायनल में ऑस्ट्रेलिया से हरा.

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सैन्य विज्ञान

सैन्य विज्ञान (Military Science) के अन्तर्गत युद्ध एवं सशस्त्र संघर्ष से सम्बन्धित तकनीकों, मनोविज्ञान एवं कार्य-विधि (practice) आदि का अध्ययन किया जाता है। भारत सहित दुनिया के कई प्रमुख देश जैसे अमेरिका, इजराइल, जर्मनी, पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड, रूस, इंगलैंड, चीन, फ्रांस, कनाडा, जापान, सिंगापुर, मलेशिया में सैन्य विज्ञान विषय को सुरक्षा अध्ययन (Security Studies), रक्षा एवं सुरक्षा अध्ययन (Defence and Security Studies), रक्षा एवं स्त्रातेजिक अध्ययन (Defence and Strategic studies), सुरक्षा एवं युद्ध अध्ययन नाम से भी अध्ययन-अध्यापन किया जाता है। सैन्य विज्ञान ज्ञान की वह शाखा है जिसमें सैनिक विचारधारा, संगठन सामग्री और कौशल का सामाजिक संदर्भ में अध्ययन किया जाता है। आदिकाल से ही युद्ध की परम्परा चली आ रही है। मानव जाति का इतिहास युद्ध के अध्ययन के बिना अधूरा है और युद्ध का इतिहास उतना ही पुराना है जितनी मानव जाति की कहानी। युद्ध मानव सभ्यता के विकास के प्रमुख कारणों में से एक हैं। अनेक सभ्यताओं का अभ्युदय एवं विनाश हुआ, परन्तु युद्ध कभी भी समाप्त नहीं हुआ। जैसे-जैसे सभ्यता का विकास हुआ वैसे-वैसे नवीन हथियारों के निर्माण के फलस्वरूप युद्ध के स्वरूप में परिवर्तन अवश्य आया है। सैन्य विज्ञान के अन्तर्गत युद्ध एवं सशस्त्र संघर्ष से सम्बन्धित तकनीकों, मनोविज्ञान एवं कार्य-विधि आदि का अध्ययन किया जाता है। सैन्य विज्ञान के निम्नलिखित छः मुख्य शाखायें हैं.

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सैन्य और अर्धसैनिक बलों की संख्या के आधार पर देशों की सूची

विश्व के देशों में २००९ तक सक्रीय बल इस सूची में विश्व के देशों के संख्या के आधार पर सेना और अर्धसैनिक बल है । इसमें पूर्णकालिक सेना और अर्धसैनिक बल सम्मिलित है । .

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सैफ़-उल-मुलूक झील

सैफ़-उल-मुलूक झील (अंग्रेज़ी: Lake Saiful Muluk, उर्दु: جھیل سیف الملوک) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी में स्थित एक पर्वतीय झील है। यह समुद्रतल से ३,२२४ मीटर (१०,५७८ फ़ुट) की ऊँचाई पर वृक्षरेखा से भी अधिक ऊँचाई पर स्थित है, और पाकिस्तान की सबसे ऊँची झील है। .

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सैम मानेकशॉ

सैम होर्मूसजी फ्रेमजी जमशेदजी मानेकशॉ (३ अप्रैल १९१४ - २७ जून २००८) भारतीय सेना के अध्यक्ष थे जिनके नेतृत्व में भारत ने सन् 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में विजय प्राप्त किया था जिसके परिणामस्वरूप बंगलादेश का जन्म हुआ था। .

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सैयद फ़क़र इमाम

सैयद फ़क़र इमाम एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 22 मार्च 1985 - 26 मई 1986, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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सैयद मसूद कौसर

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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सैयद मुहम्मद फज़ल आगा

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, बलोचिस्तान के पूर्व राज्यपाल। .

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सैयद रज़ा अली गिलानी

सैयद रज़ा अली शाह गिलानी (बोर्न 30 अप्रैल 1975) इस आ पाकिस्तानई पॉलिटिशियन हु इस थे करंट मेंबर ऑफ थे नेशनल असेंबली ऑफ पाकिस्तान बेलोंगिंग तो थे पाकिस्तान मुस्लिम लीग (न).

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सैयद सज्जाद अली शाह

न्यायमूर्ति सैयद सज्जाद अली शाह, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति डॉक्टर नसीम हसन शाह की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे सिंध उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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सैयद ज़फ़र अली शाह

सैयद ज़फ़र अली शाह एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 17/10/1993 से 1996/05/11 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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सैयद ग़ौस

वे एक पाकिस्तानी जनरल, राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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सैयद अली शाह मदाद

वे पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व अंतरिम कार्यवाहक मुख्यमंत्री थे। .

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सैयद अहमद महमूद

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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सैयद उस्मान अली शाह

वे एक पाकिस्तानी न्यायाधीश और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व कार्यवाहक राज्यपाल थे। .

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सून वादी

सून वादी में सोढी बाला गाँव सून वादी (Soon Valley) या सून सकेसर (Soon Sakesar) पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के मध्य भाग में स्थित एक मशहूर वादी है। यह ख़ुशाब ज़िले से उत्तरपश्चिम में है और नौशेरा इस वादी का सबसे बड़ा शहर है। ५६ किमी लम्बी और १४ किमी चौड़ी सून वादी नमक कोह शृंखला में स्थित है और उस पर्वतमाला के सबसे ऊँचे पहाड़ सकेसर से शुरू होकर पधराड़ (Padhrar) गाँव तक चलती है। इस वादी में बहुत से ख़ूबसूरत पानी के चश्मे, झीलें, झरने, जंगल और ताल-तालाब हैं। खबिक्की झील (Khabikki Lake) और ऊछाली झील (Uchhalli Lake) सैलानियों में बहुत लोकप्रीय हैं - इनका पानी बहुत खारा होने से इनमें मछलियाँ तो नहीं हैं लेकिन इनपर बहुत से चिड़ियाँ सर्दियाँ गुज़ारने हर साल आती हैं। यहाँ कृषि भी जमकर होती है क्योंकि ज़मीन बहुत ही उपजाऊ है। सून वादी प्राचीनकाल में एक संस्कृति का घर होती थी। आधुनिक ज़माने में यहाँ आवान जाति के लोग बहुसंख्य हैं।, Salman Rashid, Sang-e-Meel Publications, 2001, ISBN 978-969-35-1257-1,...

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सूजी

सूजी का चित्र दुरुम गेहूं के दानेदार, शुद्धिकृत गेहूं के टुकड़े को सूजी कहते हैं जिसका उपयोग पास्ता बनाने के लिये और नाश्ते के अनाज और हलवे के लिये भी किया जाता है। .

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सूखा

अकाल भोजन का एक व्यापक अभाव है जो किसी भी पशुवर्गीय प्रजाति पर लागू हो सकता है। इस घटना के साथ या इसके बाद आम तौर पर क्षेत्रीय कुपोषण, भुखमरी, महामारी और मृत्यु दर में वृद्धि हो जाती है। जब किसी क्षेत्र में लम्बे समय तक (कई महीने या कई वर्ष तक) वर्षा कम होती है या नहीं होती है तो इसे सूखा या अकाल कहा जाता है। सूखे के कारण प्रभावित क्षेत्र की कृषि एवं वहाँ के पर्यावरण पर अत्यन्त प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था डगमगा जाती है। इतिहास में कुछ अकाल बहुत ही कुख्यात रहे हैं जिसमें करोंड़ों लोगों की जाने गयीं हैं। अकाल राहत के आपातकालीन उपायों में मुख्य रूप से क्षतिपूरक सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे कि विटामिन और खनिज पदार्थ देना शामिल है जिन्हें फोर्टीफाइड शैसे पाउडरों के माध्यम से या सीधे तौर पर पूरकों के जरिये दिया जाता है।, बीबीसी न्यूज़, टाइम सहायता समूहों ने दाता देशों से खाद्य पदार्थ खरीदने की बजाय स्थानीय किसानों को भुगतान के लिए नगद राशि देना या भूखों को नगद वाउचर देने पर आधारित अकाल राहत मॉडल का प्रयोग करना शुरू कर दिया है क्योंकि दाता देश स्थानीय खाद्य पदार्थ बाजारों को नुकसान पहुंचाते हैं।, क्रिश्चियन साइंस मॉनिटर लंबी अवधि के उपायों में शामिल हैं आधुनिक कृषि तकनीकों जैसे कि उर्वरक और सिंचाई में निवेश, जिसने विकसित दुनिया में भुखमरी को काफी हद तक मिटा दिया है।, न्यूयॉर्क टाइम्स, 9 जुलाई 2009 विश्व बैंक की बाध्यताएं किसानों के लिए सरकारी अनुदानों को सीमित करते हैं और उर्वरकों के अधिक से अधिक उपयोग के अनापेक्षित परिणामों: जल आपूर्तियों और आवास पर प्रतिकूल प्रभावों के कारण कुछ पर्यावरण समूहों द्वारा इसका विरोध किया जाता है।, न्यूयॉर्क टाइम्स, 2 दिसम्बर 2007, दी अटलांटिक .

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सॆयद मेहंदी शाह

सॆयद मेहंदी शाह, एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ व पाकिस्तान के प्रांत गिलगित-बल्तिस्तान के प्रथम मुख्यमंत्री थे। उनका संबंध पाकिस्तान पीपल्स पार्टी से है। .

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सेल्युकसी साम्राज्य

सेल्युकसी साम्राज्य (Βασιλεία τῶν Σελευκιδῶν, बैसिलिया टोन सेल्युकिडोन) हेलिनिस्टिक काल का एक साम्राज्य है, जिसपर सेल्युकसी वंश ने शासन किया। इस साम्राज्य का कालखंड 312 ईसा पूर्व से 63 ईसा पूर्व तक रहा। इसकी स्थापना सेल्युकस प्रथम निकेटर ने मेसिडोनियाई साम्राज्य, जिसका सिकंदर महान ने अत्यधिक विस्तार किया था, के विभाजन के पश्चात की थी। साम्राज्य के अधिकतम विस्तार के समय यह अनातोलिया, फ़ारस (पर्शिया), लेवांट, मेसोपोटामिया तथा वर्तमान में कुवैत, अफ़ग़ानिस्तान तथा आंशिक रूप से पाकिस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तक विस्तृत था। .

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सेंधा नमक

सेंधे नमक के क्रिस्टल का एक नमूना मुग़ल ज़माने में खोदा गया था सेंधा नमक, सैन्धव नमक, लाहौरी नमक या हैलाईट (Halite) सोडियम क्लोराइड (NaCl), यानि साधारण नमक, का क्रिस्टल पत्थर-जैसे रूप में मिलने वाला खनिज पदार्थ है। यह अक्सर रंगहीन या सफ़ेद होता है, हालांकि कभी-कभी अन्य पदार्थों की मौजूदगी से इसका रंग हल्का नीला, गाढ़ा नीला, जामुनी, गुलाबी, नारंगी, पीला या भूरा भी हो सकता है। भारतीय खाने में और चिकित्सा में हाज़मे के लिए इस्तेमाल होने वाला काला नमक भी एक प्रकार का सेंधा नमक होता है। .

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सोडियम

सोडियम (Sodium; संकेत, Na) एक रासायनिक तत्त्व है। यह आवर्त सारणी के प्रथम मुख्य समूह का दूसरा तत्व है। इस समूह में में धातुगण विद्यमान हैं। इसके एक स्थिर समस्थानिक (द्रव्यमान संख्या २३) और चार रेडियोसक्रिय समस्थानिक (द्रव्यमन संख्या २१, २२, २४, २४) ज्ञात हैं। .

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सोनारगाँव

बड़ा सरदार बरी के खण्डहर, यह सोनारगाँव में एक भवन है। सोनारगाँव बंगाल में इसा खान के साम्राज्य की प्राचीन राजधानी है। यह वर्तमान नगर नारायणगंज, बांग्लादेश में स्थित है। महान मुस्लिम यात्री इब्न बतूता १४वीं सदी में यहाँ आया था। यह शेर शाह सूरी मार्ग का पूर्वी छोर है, जिसे शेर शाह सूरी द्वरा १६वीं सदी में बनवाया गया था और २,५०० किमी लम्बा यह मार्ग उत्तर भारत से होते हुए पाकिस्तान के उत्तर-पूर्वी सीमान्त प्रदेश के पेशावर में समाप्त होता है। .

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सोम (बहुविकल्पी शब्द)

'सोम' के कई अर्थ हो सकते हैं -.

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सोस्त

सोस्त या सूस्त या सुस्त (Sost या Sust) पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र के हुन्ज़ा-नगर ज़िले की गोजाल तहसील का एक गाँव है। काराकोरम राजमार्ग से चीन-नियंत्रित इलाक़े में दाख़िल होते हुए सोस्त अंतिम पाकिस्तानी चौकी है।, Brian H. Jones, pp.

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सोहन पापड़ी

सोहन पापड़ी या सोम पापड़ी या सोहन हलवा या पतीशा एक लोकप्रिय भारतीय मिठाई है। इनके अलावा यह बांग्लादेश और पाकिस्तान में काफी लोकप्रिय है। यह आकार में वर्गाकार है और कुरकुरा और परतदार बनावट की होती है। .

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सोहन हलवा

सोहन हलवा एक मिठाई है जो भारत, पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान में बहुत लोकप्रिय है। यह एक प्रकार का पकवान है जो मैदा, घी तथा चीनी से बनाया जाता है। .

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सोहैब मक़सूद

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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सोहैल तनवीर

सोहैल तनवीर (Sohail Tanvir /سہیل تنویر') (जन्म १२ दिसम्बर १९८४,रावलपिंडी,पंजाब,पाकिस्तान) एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो वनडे,टेस्ट क्रिकेट और ट्वेन्टी ट्वेन्टी प्रारूप में खेलते है। तनवीर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज है जबकि बल्लेबाजी में भी अच्छा काम करते है इसलिए ये हरफनमौला की श्रेणी में आते है। .

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सी ई गिब्बन

सी ई गिब्बन एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 1955/12/08 से 1958/07/10 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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सी-सी तीतर

सी-सी तीतर (See-see Partridge) (Ammoperdix griseogularis) फ़ीज़ैन्ट कुल का एक पक्षी है जो कि सीरिया, अज़रबैजान, अफ़्गानिस्तान, ईरान, ईराक़, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कज़ाख़िस्तान, उज़बेकिस्तान, पाकिस्तान तथा भारत में पाया जाता है। .

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सीमाब अकबराबादी

सीमाब अकबराबादी उर्दू के महान लेखक और कवि थे सीमाब अकबराबादी उर्दू के महान लेखक व कवि थे। वह दाग़ देहलवी के शागिर्द थे। जब कभी उर्दू अदब का ज़िक्र होता है तब उनका नाम मोहमद इक़बाल, जोश मलीहाबादी, फ़िराक गोरखपुरी और जिग़र मुरादाबादी के साथ लिया जाता है। .

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सीमाई क्षेत्र बन्नू

पाकिस्तान के संघ शासित क़बीलाई क्षेत्रों में सीमाई क्षेत्रों की स्थिति सीमाई क्षेत्र बन्नू (सरहदी इलाक़ा बन्नू; Frontier Region Bannu या FR Bannu, फ़्रन्टियर रीजन बन्नू) पाकिस्तान के संघ शासित क़बीलाई क्षेत्रों का एक छोटा सा प्रशासनिक विभाग है। इसका नाम अपने से ज़रा पूर्व में स्थित बन्नू ज़िले पर पड़ा है। सीमाई क्षेत्र बन्नू की सीमाएँ उत्तर में करक ज़िले और सीमाई क्षेत्र लक्की मरवत से और दक्षिण में उत्तर वज़ीरिस्तान एजेंसी से भी लगतीं हैं।, Ijaz Khan, Nova Science Publishers, 2007, ISBN 978-1-60021-833-0,...

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सीमाई क्षेत्र लक्की मरवत

पाकिस्तान के संघ शासित क़बीलाई क्षेत्रों में सीमाई क्षेत्रों की स्थिति सीमाई क्षेत्र लक्की मरवत (सरहदी इलाक़ा लक्की मरवत; Frontier Region Lakki Marwat, फ़्रन्टियर रीजन बन्नू) पाकिस्तान के संघ शासित क़बीलाई क्षेत्रों का एक छोटा सा प्रशासनिक विभाग है। इसका नाम अपने से उत्तर-पूर्व में स्थित लक्की मरवत ज़िले पर पड़ा है।, Ijaz Khan, Nova Science Publishers, 2007, ISBN 978-1-60021-833-0,...

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सींक कबाब

सींक कबाब एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है।.

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सीआईडी (धारावाहिक)

सीआईडी सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाला हिन्दी भाषा का एक धारावाहिक है, जिसे भारत का सबसे लंबा चलने वाला धारावाहिक होने का श्रेय प्राप्त है। अपराध व जासूसी शैली पर आधारित इस धारावाहिक में शिवाजी साटम, दयानन्द शेट्टी और आदित्य श्रीवास्तव मुख्य किरदार निभा रहे हैं। इसके सर्जक, निर्देशक और लेखक बृजेन्द्र पाल सिंह हैं। इसका निर्माण फायरवर्क्स नामक कंपनी ने किया है जिसके संस्थापक बृजेन्द्र पाल सिंह और प्रदीप उपूर हैं। २१ जनवरी १९९८ से शुरु होकर यह धारावाहिक अब तक लगातार चल रहा है। इसका प्रसारण प्रत्येक शनिवार और रविवार को रात १० बजे होता है। इसका पुनः प्रसारण सोनी पल चैनल पर रात ९ बजे होता है जिसमें इसके पुराने प्रकरण दिखाये जाते हैं। इस धारावाहिक ने २१ जनवरी २०१८ को अपने प्रसारण के २० वर्ष पूर्ण किये और २१वें वर्ष में प्रवेश किया। इससे पहले, २७ सितम्बर २०१३ को इस धारावाहिक ने अपनी १०००वीं कड़ी पूरी की। इस धारावाहिक को कई अन्य भाषाओं में भी भाषांतरित किया गया है। .

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हट्टियाँ बाला

हट्टियाँ बाला (अंग्रेज़ी: Hattian Bala, उर्दु: ہٹیاں بالا) आज़ाद कश्मीर के हट्टियाँ बाला ज़िले में स्थित एक शहर है। ७ अक्तूबर २००५ में हुए कश्मीर भूकम्प में यहाँ एक ज़बरदस्त भूस्खलन हुआ था, जिसके कारण यहाँ एक स्थान पर पानी रुकने से एक झील बन गई। भूकम्प के लिये एक अन्य शब्द "ज़लज़ला" है जिस कारणवश इसका नाम "ज़लज़ाल झील" पड़ गया। .

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हड़प्पा

सिंधु घाटी सभ्यता मे हड़प्पा का स्थान हड़प्पा पूर्वोत्तर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक पुरातात्विक स्थल है। यह साहिवाल शहर से २० किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। सिन्धु घाटी सभ्यता के अनेकों अवशेष यहाँ से प्राप्त हुए हैं। सिंधु घाटी सभ्यता को इसी शहर के नाम के कारण हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है। १९२१ में जब जॉन मार्शल भारत के पुरातात्विक विभाग के निर्देशक थे तब दयाराम साहनी ने इस जगह पर सर्वप्रथम खुदाई का कार्य करवाया था। दयाराम साहनी के अलावा माधव स्वरुप व मार्तीमर वीहलर ने भी खुदाई का कार्य किया था। हड़प्पा शहर का अधिकांश भाग रेलवे लाइन निर्माण के कारण नष्ट हो गया था। .

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हनफ़ी पन्थ

हनफ़ी (अरबी الحنفي) सुन्नी इस्लाम के चार पन्थों में से सबसे पुराना और सबसे ज़्यादा अनुयायियों वाला पन्थ है। अबु खलीफ़ा, तुर्क साम्राज्य और मुगल साम्राज्य के शासक हनाफी पन्थ के अनुयायी थे। आज हनाफी स्कूल लिवैन्ट, इराक, अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, चीन, मारीशस, तुर्की, अल्बानिया, मैसेडोनिया में बाल्कन में प्रमुख है। .

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हनूत सिंह राठौड़

हनूत सिंह राठौड़ (6 जुलाई 1933- 11 अप्रैल 2015) भारतीय सेना के भूतपूर्व लेफ्टिनेंट जनरल थे। १९७१ के बंगलादेश मुक्ति संग्राम में उनकी भूमिका के लिये उन्हें महावीर चक्र प्रदान किया गया था। हनूत सिंह की अगुवाई में पूना हॉर्स रेजीमेंट ने वर्ष 1965 तथा 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान के 48 टैंक नष्ट कर दिए थे जिसके बाद पाक सेना के सामने हार स्वीकार करने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं बचा। .

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हनीफ रमाय

हनीफ रामाय, एक पाकिस्तानी राजनेता हैं, एवं पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के पूर्व, मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उनका कार्य काल मार्च १९७४ से जुलाई १९७५ तक था। वे पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के नेता थे। .

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हनीफ रामे

पाकिस्तानी जनरल और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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हफ़ीज़ जालंधरी

अबू अल-असर हफ़ीज़ जालंधरी (नस्तालीक़:, जन्म 14 जनवरी 1900 - मौत 21 दिसंबर 1982) एक पाकिस्तानी उर्दु शायर थे जिन्होंने पाकिस्तान का क़ौमी तराना को लिखा। उन्हें "शाहनामा-ए-इस्लाम" की रचना करने के लिए भी जाने जाते हैं। .

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हफ़ीज़ाबाद जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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हबीब इब्राहिम रहमतुल्ला

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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हमूदुर रहमान

न्यायमूर्ति हमोद रहमान, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायमूर्ति फजल अकबर की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे कलकत्ता उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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हमीदाबाद

बलूचिस्तान, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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हयात शियरपाउ

वे एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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हरदेव बाहरी

डॉ॰ हरदेव बाहरी (जन्म १९०७ ई०) हिन्दी के कोशकार, भाषावैज्ञानिक तथा शिक्षाविद हैं। .

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हरबंसपुर

हरबंसपुर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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हरिपुर

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर en:Haripur, Pakistan.

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हरिपुर ज़िला

हरिपुर (उर्दू:, पश्तो:, अंग्रेज़ी: Mansehra) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। इसके पश्चिम में स्वाबी ज़िला, पश्चिमोत्तर में बुनेर ज़िला, उत्तर में मानसेहरा ज़िला, पूर्वोत्तर में ऐब्टाबाद ज़िला और दक्षिण में पंजाब प्रांत पड़ता है। हरिपुर ज़िला ऐतिहासिक हज़ारा क्षेत्र का हिस्सा है, जो ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा में होने के बावजूद एक पंजाबी प्रभावित क्षेत्र माना जाता है। .

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हरिजन

''हरिजन'' समाचार-पत्र हरि का अर्थ है "ईश्वर या भगवान" और जन का अर्थ है "लोग" महात्मा गाँधी ने "हरिजन" शब्द का प्रयोग हिन्दू समाज के उन समुदायों के लिये करना शुरु किया था जो सामाजिक रूप से बहिष्कृत माने जाते थे। इनके साथ ऊँची जाति के लोग छुआछूत का व्यवहार करते थे अर्थात उन्हें अछूत समझा जाता था। सामाजिक पुर्ननिर्माण और इनके साथ भेदभाव समाप्त करने के लिये गाँधी ने उन्हें ये नाम दिया था और बाद में उन्होंने "हरिजन" नाम से एक समाचार-पत्र भी निकाला जिसमें इस सामाजिक बुराई के लिये वे नियमित लेख लिखते थे। लेकिन अब हरिजन शब्द को प्रतिबन्धित कर दिया गया है! हरिजन शब्द के स्थान पर अनुसूचित जाति का स्तेमाल करना अनिवार्य कर दिया गया है ! हरिजन शब्द पाकिस्तान के दलितों के लिये भी प्रयुक्त होता है जिन्हें हरी कहा जाता है और जो मिट्टी के झोपड़े बनाने के लिये जाने जाते हैं। .

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हर्शल गिब्स

हर्शल हरमन गिब्स (जन्म 23 फ़रवरी 1974, दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में), दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर हैं जो विशेष रूप से एक बल्लेबाज हैं। गिब्स ने स्कूली शिक्षा सेंट जोसेफ मरिस्ट कॉलेज से और फिर रोंड़ेबोश में दिओससन कॉलेज (Diocesan college) से प्राप्त की.

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हरी सिंह थापा

हरि सिंह थापा भारतीय अन्तराष्ट्रीय बक्सर एवम् राष्ट्रिय कोच हैं। हरि भारतीय बक्सिंगके पितामह उपाधि से परिचत हैं। भारत के ललात हिमालय के वृक्षस्थल एवं कूमार्चल की वीर प्रसविनी श्स्य श्यामला भूमी अनंत काल से ही देश भक्तो, वैज्ञानिको तथा वीर सेनानियो की जन्मदात्री रही है। इसी उत्तरांचल कि पावन धरती ने क्रीड़ा क्ष्रेत्र मै भी ऐसे अनेक ज्वाज्वल्यमान रत्नों को जन्म दिया है जिनकी आभा ने देश ही नहीं बाल्कि विदेशो को भी आलोकित किया है। जहां एक ओर स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद चीन और पाकिस्तान से युध मै एवं उसके बाद बांग्लादेश की स्वतंत्रता की लड़ाई के मैदान में यहां के जांबांजो ने अपने अद् भुत यूध कौशल एंव शोर्य से जनपद का नाम रोशन किया, वहीं दूसरी ओर जनपद पिथौरागढ़ के खिलाड़ियो ने खेल के मैदनों में भी अपने उत्कृष्ट खेल क प्रदर्शन से अन्तराष्ट्रीय खेल जगत के इतिहास में पिथौरागढ़ क नाम स्वणाक्षरों में अन्कित करवाया गया है। इन्हीं विशिष्ट खिलाड़ियो मै एक नाम है -अन्तराष्ट्रीय मुक्केबाज श्री हरी सिंह थापा का, जिन्होने अपनी लगन एवं मेहनत से मुक्केबाज क ऊंचे सपनों को पारकर भारत का श्रेष्ठ मुक्केबाज होने क गौरव प्राप्त किया। .

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हलवा

पिस्ता के साथ बाल्कन शैली में ताहिनी आधारित हलवा हलवा (या हलावा, हलेवेह, हेलवा, हलवाह, हालवा, हेलावा, हेलवा, हलवा, अलुवा, चालवा, चलवा) कई प्रकार की घनी, मीठी मिठाई को संदर्भित करता है, जिसे पूरे मध्य पूर्व, दक्षिण एशिया, मध्य एशिया, पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका, अफ्रीका का सींग, बाल्कन, पूर्वी यूरोप, माल्टा और यहूदी जगत में खाने के लिए पेश किया जाता है। शब्द हलवा (अरबी हलवा حلوى से) का प्रयोग दो प्रकार की मिठाई के वर्णन के लिए किया जाता है.

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हलवाई

काका हलवाई की मिठाई की दुकान हलवाई भारत में मिष्ठान बनाने वाले को कहते हैं।हलवाई भारत और पकिस्तान में एक जाति हैं, जिनका मिठाईयों का पारंपरिक व्यवसाय होता हैं। अरबी शब्द हलवा, जिसका अर्थ मिठाई होता हैं, से हलवाई शब्द की उत्पत्ति मानी जाती हैं। हलवाई शब्द प्रसिद्द भारतीय मिष्ठान हलवा से लिया गया हैं। हलवाई हिन्दू और मुस्लिम दोनों धर्म में पाया जाता हैं। मोदनवाल, कांदु, आदि हलवाई समुदाय द्वारा प्रयोग किया जाने वाला उपनाम हैं। .

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हसन टाउन

हसन टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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हसन आबिदी

हसन आबिदी पाकिस्तान के मशहूर शायर और पत्रकार थे इनका जन्म ७ जुलाई १९२९ को जौनपुर उ.प्र. में हुआ था और देश के बटवारे के बाद यह कराची पाकिस्तान में बस गए।नविश्त-ए-ने, जबीदा, फरार होना हरुफ़ का, कागज़ की कश्ती इनके रचना संग्रह हैं ६ सितम्बर २००५ को इन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।। .

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हसन अली (क्रिकेटर)

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१७ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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हाफ़िज़ हफ़ीज़ुर्रहमान

हाफ़िज़ हफ़ीज़ुर्रहमान, एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ व पाकिस्तान के प्रांत गिलगित-बल्तिस्तान के प्रथम मुख्यमंत्री थे। उनका संबंध पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज़) से है। वे मूलतः गिलगित शहर के पल्टनी मुहल्ला कशरोट से हैं एवं अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। .

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हाफ़िज़ाबाद ज़िला

हाफ़िज़ाबाद ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, म्मम्म शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 2367 वर्ग किलोमीटर है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 832,980 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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हाफिज़ मुहम्मद सईद

हाफिज मुहम्मद सईद (जन्म: 10 मार्च 1950) आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और वर्तमान में जमात-उद-दावा से सम्बंधित है। यह भारत की सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है। मुंबई के 26/11 हमले में उसका हाथ होने की बात सामने आई थी जिसमें छह अमेरिकी नागरिक समेत 166 लोग मारे गए थे। उस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से उसे सौंपने को कहा था। अमेरिकी सरकार की ‘रिवाडर्स फॉर जस्टिस’ कार्यक्रम की वेबसाइट पर बताया गया कि हाफिज़ सईद प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा का प्रमुख और चरमपंथी गुट लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है। अमेरिका द्वारा जारी, दुनिया में 'आंतकवाद के लिए जिम्मेदार' लोगों की सूची में हाफिज सईद का भी नाम है। 2012 से इसके ऊपर अमेरिका ने एक हजार करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। - दैनिक जागरण - 31 अगस्त 2015 .

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हामिद नासिर चट्ठा

हामिद नासिर चट्ठा एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 31 मई 1986 - 3 दिसंबर 1988, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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हामिद मीर

हामिद मीर पाकिस्तान के एक प्रमुख पत्रकार, समाचार एंकर, आतंकवाद विशेषज्ञ और सुरक्षा विश्लेषक हैं। वे जियो टीवी से संपादक हैं तथा राजनीतिक टॉक शो कैपिटल टॉक ऑन जियो टीवी की मेजबानी करते हैं। इनको पाकिस्तान के मुक्त पत्रकारों में से एक माना जाता है, जियो टीवी एक अर्से से चले आ रहे अख़बार जंग का टीवी चैनल है। सन् २०११ में तालिबान की धमकी के बाद इनका बयान प्रसिद्ध हुआ था कि वो उनसे मिलने सिर्फ़ एक क़लम लेकर आएंगे। इन्होने ओसामा बिन लादेन, कोलिन पॉवेल और लाल कृष्ण आडवाणी का साक्षात्कार लिया हैं। .

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हामिद गुल

हामिद गुल एक प्रमुख पाकिस्तानी जनरल (सीनियर सैनिक ऑफ़िसर) हैं जो कश्मीरी अलगाववादियों को सहायता देने के लिए जाने जाते हैं। .

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हामून

सन् १९७६ में अंतरिक्ष से ली गई इस तस्वीर में हेलमंद नदी द्वारा दश्त-ए-मारगो रेगिस्तान से गुज़रते हुए बनाए गए तीन हामून नज़र आ रहे हैं - ऊपर-दाएँ में हामून-ए-पुज़क, बाएँ में हामून-ए-सबरी, नीचे-बाएँ में हामून-ए-हेलमंद हामून (फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Hamun) ईरान के पठार पर मौसमी तौर पर चाँद महीनों के लिए बन जाने वाली झीलों और दलदलों को कहा जाता है। यह ईरान और अफ़ग़ानिस्तान में और पाकिस्तान के पश्चिमी बलोचिस्तान प्रांत में बन जाते हैं। यह हामून क्षेत्रीय जानवरों, मछलियों और पक्षियों के जीवनक्रम में बहुत ही महत्वपूर्ण जगह रखते हैं। जब आम-तौर पर शुष्क रेगिस्तान में यह हामून बनते हैं तो कुछ अरसे के लिए वहाँ एक नख़लिस्तान (ओएसिस​) का वातावरण बन जाता है।, John Whitney, U.S. Geological Survey, 2006, Accessed 2010-08-31 कुछ मशहूर हामून इस प्रकार हैं -.

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हारमोनियम

भारत-पाकिस्तान-अफ़्ग़ानिस्तान में लोकप्रीय हस्त-चालित शैली का एक हारमोनियम हारमोनियम (Harmonium) एक संगीत वाद्य यंत्र है जिसमें वायु प्रवाह किया जाता है और भिन्न चपटी स्वर पटलों को दबाने से अलग-अलग सुर की ध्वनियाँ निकलती हैं। इसमें हवा का बहाव पैरों, घुटनों या हाथों के ज़रिये किया जाता है, हालाँकि भारतीय उपमहाद्वीप में इस्तेमाल होने वाले हरमोनियमों में हाथों का प्रयोग ही ज़्यादा होता है। हारमोनियम का आविष्कार यूरोप में किया गया था और १९वीं सदी के बीच में इसे कुछ फ़्रांसिसी लोग भारत-पाकिस्तान क्षेत्र में लाए जहाँ यह सीखने की आसानी और भारतीय संगीत के लिए अनुकूल होने की वजह से जड़ पकड़ गया। हारमोनियम मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं। ये विभाजन संभवता उनके निर्माण स्थान अथवा निर्माण में पर्युक्त सामिग्री की गुणवत्ता के आधार पर होता है। इसके प्रकार है - १.ब्रिटिश २.जर्मन ३.खरज। अपने निर्माण की शैली या स्थान के अनुसार इनके स्वरों की मिठास में अंतर होता है जिसे योग्य संगीतज्ञ ही पहचान सकता है। हारमोनियम भारतीय शास्त्रीय संगीत का अभिन्न हिस्सा है। हारमोनियम को सरल शब्दों में "पेटी बाजा" भी कहा जाता है। .

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हाल की घटनाएँ दिसंबर २००७

* रविवार, 30 दिसंबर, 2007: बेनजीर भुट्टो के 19 वर्षीय पुत्र बिलावल को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) का अध्यक्ष और उनके पति आसिफ अली जरदारी को सह-अध्यक्ष बनाया गया। -->.

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हाजी ग़ाज़ी

हाजी ग़ाज़ी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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हागन दास

अंगूठाकार हागन दास एक अमरीकी आइसक्रीम ब्रांड है.

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हिन्द-पहलव साम्राज्य

हिन्द-पहलव साम्राज्य (Indo-Parthian Kingdom) गॉन्डोफर्नी वंश तथा अन्य शासकों, जो कि मुख्यतः मध्य एशिया के शासकों का समूह था, द्वारा प्रथम शताब्दी ईस्वी में शासित एक साम्राज्य था। इस साम्राज्य का विस्तार क्षेत्र वर्तमान में उत्तर-पश्चिमी भारत, पाकिस्तान तथा अफ़ग़ानिस्तान के हिस्सों में था। गॉन्डोफर्नी राजाओं ने अधिकांश समय तक्षशिला को अपनी राजधानी बनाया, मगर शासन के अंतिम समय में उनकी राजधानी काबुल व पेशावर के मध्य स्थानांतरित हो गयी। इनके सिक्के पहलवी साम्राज्य से प्रभावित थे इस कारण से इन्हें हिन्द-पहलव नाम से जाना गया। .

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हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार

हिन्द - यूरोपीय भाषाओं देश बोल रही हूँ. गाढ़े हरे रंग के देश में जो बहुमत भाषा हिन्द - यूरोपीय परिवार हैं, लाइट ग्रीन एक देश वह जिसका आधिकारिक भाषा हिंद- यूरोपीय है, लेकिन अल्पसंख्यकों में है। हिन्द-यूरोपीय (या भारोपीय) भाषा-परिवार संसार का सबसे बड़ा भाषा परिवार (यानी कि सम्बंधित भाषाओं का समूह) हैं। हिन्द-यूरोपीय (या भारोपीय) भाषा परिवार में विश्व की सैंकड़ों भाषाएँ और बोलियाँ सम्मिलित हैं। आधुनिक हिन्द यूरोपीय भाषाओं में से कुछ हैं: हिन्दी, उर्दू, अंग्रेज़ी, फ़्रांसिसी, जर्मन, पुर्तगाली, स्पैनिश, डच, फ़ारसी, बांग्ला, पंजाबी, रूसी, इत्यादि। ये सभी भाषाएँ एक ही आदिम भाषा से निकली है, उसे आदिम-हिन्द-यूरोपीय भाषा का नाम दे सकता है। यह संस्कृत से बहुत मिलती-जुलती थी, जैसे कि वह सांस्कृत का ही आदिम रूप हो। .

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हिन्द-आर्य भाषाएँ

हिन्द-आर्य भाषाएँ हिन्द-यूरोपीय भाषाओं की हिन्द-ईरानी शाखा की एक उपशाखा हैं, जिसे 'भारतीय उपशाखा' भी कहा जाता है। इनमें से अधिकतर भाषाएँ संस्कृत से जन्मी हैं। हिन्द-आर्य भाषाओं में आदि-हिन्द-यूरोपीय भाषा के 'घ', 'ध' और 'फ' जैसे व्यंजन परिरक्षित हैं, जो अन्य शाखाओं में लुप्त हो गये हैं। इस समूह में यह भाषाएँ आती हैं: संस्कृत, हिन्दी, उर्दू, बांग्ला, कश्मीरी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, रोमानी, असमिया, गुजराती, मराठी, इत्यादि। .

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हिन्दको भाषा

हिन्दको (Hindko) पश्चिमोत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के हिन्दकोवी लोगों और अफ़ग़ानिस्तान के कुछ भागों में हिन्दकी लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक हिंद-आर्य भाषा है। कुछ भाषावैज्ञानिकों के अनुसार यह पंजाबी की एक पश्चिमी उपभाषा है हालांकि इसपर कुछ विवाद भी रहा है। कुछ पश्तून लोग भी हिन्दको बोलते हैं। पंजाबी के मातृभाषी बहुत हद तक हिन्दको समझ-बोल सकते हैं।, Aydin Yücesan Durgunoğlu, Ludo Th Verhoeven, pp.

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हिन्दु कुश

हिन्दु कुश उत्तरी पाकिस्तान के विवादीत भाग से मध्य अफ़्ग़ानिस्तान तक विस्तृत एक ८०० किमी चलने वाली पर्वत शृंखला है। इसका सबसे ऊँचा पहाड़ पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले में स्थित ७,७०८ मीटर (२५,२८९ फ़ुट) लम्बा तिरिच मीर पर्वत है।, Michael Palin, Basil Pao, Macmillan, 2005, ISBN 978-0-312-34162-6,...

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हिन्दुस्तानी भाषा

150px हिन्दुस्तानी (नस्तलीक़: ہندوستانی, अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक लिपि: / hindustɑːniː /) भाषा हिन्दी और उर्दू का एकीकृत रूप है। ये हिन्दी और उर्दू, दोनो के बोलचाल की भाषा है। इसमें संस्कृत के तत्सम शब्द और अरबी-फ़ारसी के उधार लिये गये शब्द, दोनों कम होते हैं। यही हिन्दी और उर्दू का वह रूप है जो भारत की जनता रोज़मर्रा के जीवन में उपयोग करती है और हिन्दी सिनेमा इसी पर आधारित है। ये हिन्द यूरोपीय भाषा परिवार की हिन्द आर्य शाखा में आती है। ये देवनागरी या फ़ारसी-अरबी, किसी भी लिपि में लिखी जा सकती है। .

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हिन्दुओं का उत्पीड़न

हिन्दुओं का उत्पीडन हिन्दुओं के शोषण, जबरन धर्मपरिवर्तन, सामूहिक नरसहांर, गुलाम बनाने तथा उनके धर्मस्थलो, शिक्षणस्थलों के विनाश के सन्दर्भ में है। मुख्यतः भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान तथा मलेशिया आदि देशों में हिन्दुओं को उत्पीडन से गुजरना पड़ा था। आज भी भारतीय उपमहाद्वीप के कुछ हिस्सो में ये स्थिति देखने में आ रही है। .

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हिन्दू धर्म

हिन्दू धर्म (संस्कृत: सनातन धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत,नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म कहा जाता है। इसे 'वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म' भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है। विद्वान लोग हिन्दू धर्म को भारत की विभिन्न संस्कृतियों एवं परम्पराओं का सम्मिश्रण मानते हैं जिसका कोई संस्थापक नहीं है। यह धर्म अपने अन्दर कई अलग-अलग उपासना पद्धतियाँ, मत, सम्प्रदाय और दर्शन समेटे हुए हैं। अनुयायियों की संख्या के आधार पर ये विश्व का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। संख्या के आधार पर इसके अधिकतर उपासक भारत में हैं और प्रतिशत के आधार पर नेपाल में हैं। हालाँकि इसमें कई देवी-देवताओं की पूजा की जाती है, लेकिन वास्तव में यह एकेश्वरवादी धर्म है। इसे सनातन धर्म अथवा वैदिक धर्म भी कहते हैं। इण्डोनेशिया में इस धर्म का औपचारिक नाम "हिन्दु आगम" है। हिन्दू केवल एक धर्म या सम्प्रदाय ही नहीं है अपितु जीवन जीने की एक पद्धति है। .

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हिन्दू राज

हिन्दू राज (ہندو راج) उत्तरी पाकिस्तान में हिन्दु कुश पर्वतमाला और काराकोरम पर्वतमाला के बीच स्थित एक पर्वत शृंखला है।, Marshall Cavendish, Marshall Cavendish, 2006, ISBN 978-0-7614-7571-2,...

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हिन्दी

हिन्दी या भारतीय विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की राजभाषा है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्द का प्रयोग अधिक हैं और अरबी-फ़ारसी शब्द कम हैं। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। हालांकि, हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत का संविधान में कोई भी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दिया गया था। चीनी के बाद यह विश्व में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है। विश्व आर्थिक मंच की गणना के अनुसार यह विश्व की दस शक्तिशाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी और इसकी बोलियाँ सम्पूर्ण भारत के विविध राज्यों में बोली जाती हैं। भारत और अन्य देशों में भी लोग हिन्दी बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। फ़िजी, मॉरिशस, गयाना, सूरीनाम की और नेपाल की जनता भी हिन्दी बोलती है।http://www.ethnologue.com/language/hin 2001 की भारतीय जनगणना में भारत में ४२ करोड़ २० लाख लोगों ने हिन्दी को अपनी मूल भाषा बताया। भारत के बाहर, हिन्दी बोलने वाले संयुक्त राज्य अमेरिका में 648,983; मॉरीशस में ६,८५,१७०; दक्षिण अफ्रीका में ८,९०,२९२; यमन में २,३२,७६०; युगांडा में १,४७,०००; सिंगापुर में ५,०००; नेपाल में ८ लाख; जर्मनी में ३०,००० हैं। न्यूजीलैंड में हिन्दी चौथी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके अलावा भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों में १४ करोड़ १० लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली उर्दू, मौखिक रूप से हिन्दी के काफी सामान है। लोगों का एक विशाल बहुमत हिन्दी और उर्दू दोनों को ही समझता है। भारत में हिन्दी, विभिन्न भारतीय राज्यों की १४ आधिकारिक भाषाओं और क्षेत्र की बोलियों का उपयोग करने वाले लगभग १ अरब लोगों में से अधिकांश की दूसरी भाषा है। हिंदी हिंदी बेल्ट का लिंगुआ फ़्रैंका है, और कुछ हद तक पूरे भारत (आमतौर पर एक सरल या पिज्जाइज्ड किस्म जैसे बाजार हिंदुस्तान या हाफ्लोंग हिंदी में)। भाषा विकास क्षेत्र से जुड़े वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी हिन्दी प्रेमियों के लिए बड़ी सन्तोषजनक है कि आने वाले समय में विश्वस्तर पर अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व की जो चन्द भाषाएँ होंगी उनमें हिन्दी भी प्रमुख होगी। 'देशी', 'भाखा' (भाषा), 'देशना वचन' (विद्यापति), 'हिन्दवी', 'दक्खिनी', 'रेखता', 'आर्यभाषा' (स्वामी दयानन्द सरस्वती), 'हिन्दुस्तानी', 'खड़ी बोली', 'भारती' आदि हिन्दी के अन्य नाम हैं जो विभिन्न ऐतिहासिक कालखण्डों में एवं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयुक्त हुए हैं। .

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हिन्दी या उर्दू मूल के अंग्रेजी शब्दों की सूची

यह हिन्दी तथा उर्दू मूल के अंग्रेजी शब्दों की सूची है। कई हिन्दी तथा उर्दू समकक्ष शब्द संस्कृत से निकले हैं; देखें संस्कृत मूल के अंग्रेज़ी शब्दों की सूची। कई अन्य फारसी भाषा मूल के हैं। कुछ बाद वाले अरबी तथा तुर्की मूल के हैं। कई मामलों में शब्द अंग्रेजी भाषा में कई रास्तों से आये हैं जिससे अन्ततः विभिन्न अर्थ, वर्तनी तथा उच्चारण हो गये हैं जैसा कि यूरोपीय मूल के शब्दों के साथ हुआ है। कई शब्द अंग्रेजी में ब्रिटिश राज के दौरान आये जब कई लोग हिन्दी तथा उर्दू को हिन्दुस्तानी की किस्म मानते थे। इन उपनिवेशकाल के उधार आये हुये शब्दों को, प्रायः ऐंग्लो इंडियन कहा जाता है। .

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हिन्दी सिनेमा

हिन्दी सिनेमा, जिसे बॉलीवुड के नाम से भी जाना जाता है, हिन्दी भाषा में फ़िल्म बनाने का उद्योग है। बॉलीवुड नाम अंग्रेज़ी सिनेमा उद्योग हॉलिवुड के तर्ज़ पर रखा गया है। हिन्दी फ़िल्म उद्योग मुख्यतः मुम्बई शहर में बसा है। ये फ़िल्में हिन्दुस्तान, पाकिस्तान और दुनिया के कई देशों के लोगों के दिलों की धड़कन हैं। हर फ़िल्म में कई संगीतमय गाने होते हैं। इन फ़िल्मों में हिन्दी की "हिन्दुस्तानी" शैली का चलन है। हिन्दी और उर्दू (खड़ीबोली) के साथ साथ अवधी, बम्बईया हिन्दी, भोजपुरी, राजस्थानी जैसी बोलियाँ भी संवाद और गानों में उपयुक्त होते हैं। प्यार, देशभक्ति, परिवार, अपराध, भय, इत्यादि मुख्य विषय होते हैं। ज़्यादातर गाने उर्दू शायरी पर आधारित होते हैं।भारत में सबसे बड़ी फिल्म निर्माताओं में से एक, शुद्ध बॉक्स ऑफिस राजस्व का 43% का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि तमिल और तेलुगू सिनेमा 36% का प्रतिनिधित्व करते हैं,क्षेत्रीय सिनेमा के बाकी 2014 के रूप में 21% का गठन है। बॉलीवुड भी दुनिया में फिल्म निर्माण के सबसे बड़े केंद्रों में से एक है। बॉलीवुड कार्यरत लोगों की संख्या और निर्मित फिल्मों की संख्या के मामले में दुनिया में सबसे बड़ी फिल्म उद्योगों में से एक है।Matusitz, जे, और पायानो, पी के अनुसार, वर्ष 2011 में 3.5 अरब से अधिक टिकट ग्लोब जो तुलना में हॉलीवुड 900,000 से अधिक टिकट है भर में बेच दिया गया था। बॉलीवुड 1969 में भारतीय सिनेमा में निर्मित फिल्मों की कुल के बाहर 2014 में 252 फिल्मों का निर्माण। .

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हिम तेन्दुआ

हिम तेन्दुआ (Uncia uncia) एक विडाल प्रजाति है जो मध्य एशिया में रहती है। यद्यपि हिम तेन्दुए के नाम में "तेन्दुआ" है लेकिन यह एक छोटे तेन्दुए के समान दिखता है और इनमें आपसी सम्बन्ध नहीं है। .

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हिम तीतर

हिम तीतर (Snow Partridge) (lerwa lerwa) फ़ीज़ैन्ट कुल का प्राणी है जो हिमालय के ऊँचे इलाकों में भरपूर पाया जाता है। यह पाकिस्तान, भारत, नेपाल और चीन में पाया जाता। अपनी प्रजाति का यह इकलौता पक्षी जीवित है। यह वृक्ष रेखा से ऊपर अल्पाइन चारागाह और खुले पहाड़ों की ढलानों में पाये जाते हैं लेकिन हिमालय के बर्फ़मुर्ग के विपरीत यह पथरीले इलाकों में नहीं पाये जाते हैं और उसकी भांति इतने सावधान भी नहीं होते हैं। .

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हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश (अंग्रेज़ी: Himachal Pradesh, उच्चारण) उत्तर-पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। यह 21,629 मील² (56019 किमी²) से अधिक क्षेत्र में फ़ैला है तथा उत्तर में जम्मू कश्मीर, पश्चिम तथा दक्षिण-पश्चिम में पंजाब (भारत), दक्षिण में हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखण्ड तथा पूर्व में तिब्बत से घिरा हुआ है। हिमाचल प्रदेश का शाब्दिक अर्थ "बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत" है। हिमाचल प्रदेश को "देव भूमि" भी कहा जाता है। इस क्षेत्र में आर्यों का प्रभाव ऋग्वेद से भी पुराना है। आंग्ल-गोरखा युद्ध के बाद, यह ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार के हाथ में आ गया। सन 1857 तक यह महाराजा रणजीत सिंह के शासन के अधीन पंजाब राज्य (पंजाब हिल्स के सीबा राज्य को छोड़कर) का हिस्सा था। सन 1950 मे इसे केन्द्र शासित प्रदेश बनाया गया, लेकिन 1971 मे इसे, हिमाचल प्रदेश राज्य अधिनियम-1971 के अन्तर्गत इसे 25 january 1971 को भारत का अठारहवाँ राज्य बनाया गया। हिमाचल प्रदेश की प्रतिव्यक्ति आय भारत के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में अधिक है । बारहमासी नदियों की बहुतायत के कारण, हिमाचल अन्य राज्यों को पनबिजली बेचता है जिनमे प्रमुख हैं दिल्ली, पंजाब (भारत) और राजस्थान। राज्य की अर्थव्यवस्था तीन प्रमुख कारकों पर निर्भर करती है जो हैं, पनबिजली, पर्यटन और कृषि। हिंदु राज्य की जनसंख्या का 95% हैं और प्रमुख समुदायों मे ब्राह्मण, राजपूत, घिर्थ (चौधरी), गद्दी, कन्नेत, राठी और कोली शामिल हैं। ट्रान्सपरेन्सी इंटरनैशनल के 2005 के सर्वेक्षण के अनुसार, हिमाचल प्रदेश देश में केरल के बाद दूसरी सबसे कम भ्रष्ट राज्य है। .

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हिमालय

हिमालय पर्वत की अवस्थिति का एक सरलीकृत निरूपण हिमालय एक पर्वत तन्त्र है जो भारतीय उपमहाद्वीप को मध्य एशिया और तिब्बत से अलग करता है। यह पर्वत तन्त्र मुख्य रूप से तीन समानांतर श्रेणियों- महान हिमालय, मध्य हिमालय और शिवालिक से मिलकर बना है जो पश्चिम से पूर्व की ओर एक चाप की आकृति में लगभग 2400 कि॰मी॰ की लम्बाई में फैली हैं। इस चाप का उभार दक्षिण की ओर अर्थात उत्तरी भारत के मैदान की ओर है और केन्द्र तिब्बत के पठार की ओर। इन तीन मुख्य श्रेणियों के आलावा चौथी और सबसे उत्तरी श्रेणी को परा हिमालय या ट्रांस हिमालय कहा जाता है जिसमें कराकोरम तथा कैलाश श्रेणियाँ शामिल है। हिमालय पर्वत पाँच देशों की सीमाओं में फैला हैं। ये देश हैं- पाकिस्तान, भारत, नेपाल, भूटान और चीन। अन्तरिक्ष से लिया गया हिमालय का चित्र संसार की अधिकांश ऊँची पर्वत चोटियाँ हिमालय में ही स्थित हैं। विश्व के 100 सर्वोच्च शिखरों में हिमालय की अनेक चोटियाँ हैं। विश्व का सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट हिमालय का ही एक शिखर है। हिमालय में 100 से ज्यादा पर्वत शिखर हैं जो 7200 मीटर से ऊँचे हैं। हिमालय के कुछ प्रमुख शिखरों में सबसे महत्वपूर्ण सागरमाथा हिमाल, अन्नपूर्णा, गणेय, लांगतंग, मानसलू, रॊलवालिंग, जुगल, गौरीशंकर, कुंभू, धौलागिरी और कंचनजंघा है। हिमालय श्रेणी में 15 हजार से ज्यादा हिमनद हैं जो 12 हजार वर्ग किलॊमीटर में फैले हुए हैं। 72 किलोमीटर लंबा सियाचिन हिमनद विश्व का दूसरा सबसे लंबा हिमनद है। हिमालय की कुछ प्रमुख नदियों में शामिल हैं - सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र और यांगतेज। भूनिर्माण के सिद्धांतों के अनुसार यह भारत-आस्ट्र प्लेटों के एशियाई प्लेट में टकराने से बना है। हिमालय के निर्माण में प्रथम उत्थान 650 लाख वर्ष पूर्व हुआ था और मध्य हिमालय का उत्थान 450 लाख वर्ष पूर्व हिमालय में कुछ महत्त्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी है। इनमें हरिद्वार, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गोमुख, देव प्रयाग, ऋषिकेश, कैलाश, मानसरोवर तथा अमरनाथ प्रमुख हैं। भारतीय ग्रंथ गीता में भी इसका उल्लेख मिलता है (गीता:10.25)। .

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हिमालय का रामचकोर

हिमालय का रामचकोर (Himalayan Snowcock) (Tetraogallus himalayensis) फ़ैज़ैन्ट कुल का एक पक्षी है। यह हिमालय पर्वतमाला में व्यापक रूप से और पामीर पर्वतमाला में कुछ जगहों में पाया जाता है। यह वृक्ष रेखा से ऊपर अल्पाइन चारागाह तथा खड़ी ढाल वाली चट्टानों में पाया जाता है जहाँ से ख़तरा होने पर यह नीचे की ओर लुढ़क जाता है। तिब्बती रामचकोर इससे कुछ छोटा होता है और हिमालय के कुछ इलाकों में यह दोनों परस्पर व्याप्त हैं। विभिन्न इलाकों में इनकी रंगत कुछ भिन्न होती है और इस आधार पर इनको चार उपजातियों में विभाजित किया गया है। संयुक्त राज्य अमेरिका के नेवाडा राज्य में इनको प्रचलित किया गया था जहाँ इन्होंने अपने पैर जमा लिए हैं। .

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हिमालयी नमक

सेंधा नमक एक प्रकार का खनिज नमक (रॉक साल्ट) है जो पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के झेलम जिले के खेवरा खानों से निकलता है। यह थोड़ी लाली लिये हुए सफेद नमक होता है। भारतीय उपमहाद्वीप में उपवास, व्रत आदि के समय लोग सेंधा नमक में बना हा अल्पाहार या फलाहार ही लेते हैं। सेंधा नमक को 'लाहौरी नमक' भी कहा जाता है, क्योंकि यह पाकिस्तान मे अधिक मात्रा मे मिलता है। आयुर्वेद की बहुतसी दवाईयों मे सेंधा नमक का उपयोग होता है। सेंधा नमक की सबसे बडी समस्या है कि भारत मे यह काफ़ी कम मात्रा मे होता है। भारत मे ८० प्रतिशत नमक समुद्री है, १५ प्रतिशत जमीनी और केवल पांच प्रतिशत पहाडी यानि कि सेंधा नमक। सेंधा नमक समुद्री नमक से कम नमकीन होता है। साफ़ है कि इसका अधिक उपयोग करना पडता है। काला नमक और सेंधा नमक दोनो ही खनिज हैं। भारत के हिमाचल प्रदेश में मिलने वाला नमक वस्तुतः सेंधा नमक ही है। भारत में सेंधा नमक राजस्थान के सांभर झील से भी प्राप्त होता है। भारत में यह नमक लघु उद्योगों और हिंदुस्तान साल्ट लिमिटेड के खदानों द्वारा मख्यतः आपूरित होता है। .

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हिमालयी मोनाल

हिमालयी मोनाल (Himalayan monal) (Lophophorus impejanus) जिसे नेपाल और उत्तराखंड में डाँफे के नाम से जानते हैं। यह पक्षी हिमालय पर पाये जाते हैं। यह नेपाल का राष्ट्रीय पक्षी और उत्तराखण्ड का "राज्य पक्षी" है। .

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हिमालयी उपोष्णकटिबन्धीय पाइन वन

हिमालयी उपोष्णकटिबन्धीय पाइन वन एक प्रकार के विशाल उपोष्णकटिबन्धीय शंकुधर वनों का जैवक्षेत्र है जो भूटान, भारत, नेपाल और पाकिस्तान के हिमालयी क्षेत्रों में ७६,२०० वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैले हुए हैं। यह विशाल पाइन वन क्षेत्र निम्न वृहद्तर हिमालय में लगभग इसकी पूरी लम्बाई में निचले उठान वाले क्षेत्रों में ३,००० किमी तक फैला हुआ है जिसमें पश्चिम में पाकिस्तान के पंजाब से पाक अधिकृत कश्मीर और उत्तर में भारतीय राज्य जैसे जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड और सिक्किम और नेपाल और भूटान तक, जो इसका पूर्वी छोर है, इत्यादि क्षेत्र सम्मिलित हैं। हिमालय के अन्य जैवक्षेत्रों के समान ही पाइन वन नेपाल में काली गण्डकी बांध से बँटा हुआ है, जिसमें पश्चिमी भाग कुछ सूखा हुआ है और पूर्वी भाग अधिक गीला और सघन है क्योंकि यहाँ पर बंगाल की खाड़ी से आने वाले मॉनसून के बादल नमी लाते हैं। .

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हिंगलाज

हिंगलाज पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रदेश के दक्षिण में मकरान मरुभूमित में स्थित एक महत्वपूर्ण तीर्थ-स्थल है। यहाँ हिंगलाज माता का मन्दिर है, इसको ५६ में से एक शक्तिपीठों में गिना जाता है। देवी का नाम बांग्ला, असमिया और सस्कृत में इसी नाम से जाना जाता है। आय़ुर्वेद शास्त्र में भी यह नाम आता है। कराची के यह कोई २५० किलोमीटर उत्तर पश्चिम में आता है। अधिकतर श्रद्धालु सिन्ध से आते हैं। इसके पास ही एक राष्ट्रीय उद्यान भी है। इसी नाम से (हिंगलाज देवी) भारत में एक और मन्दिर मध्यप्रदेश के रायसेन जिले की बरेली तहसील में बारी में है। इस जगह को स्थानीय रूप से छोटी काशी कहा जाता है। .

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हिंगलाज भवानी शक्तिपीठ

हिंजलगढ़ की हिंगलाज माता हिंगलाज माता मंदिर, पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सिंध राज्य की राजधानी कराची से १२० कि॰मी॰ उत्तर-पश्चिम में हिंगोल नदी के तट पर ल्यारी तहसील के मकराना के तटीय क्षेत्र में हिंगलाज में स्थित एक हिन्दू मंदिर है। यह इक्यावन शक्तिपीठ में से एक माना जाता है और कहते हैं कि यहां सती माता के शव को भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र से काटे जाने पर यहां उनका ब्रह्मरंध्र (सिर) गिरा था। .

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हज़रत मुहम्मद मुराद अली ख़ां

मुहम्मद मुराद अली ख़ां बर्र-ए-सग़ीर पाक-ओ-हिंद से ताल्लुक़ रखने वाले एक पैर थे। .

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हज़ारा लोग

हज़ारा (Hazara) मध्य अफ़्ग़ानिस्तान में बसने वाला और दरी फ़ारसी की हज़ारगी उपभाषा बोलने वाला एक समुदाय है। यह लगभग सारे शिया इस्लाम के अनुयायी होते हैं और अफ़्ग़ानिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा समुदाय हैं। अफ़्ग़ानिस्तान में इनकी जनसँख्या को लेकर विवाद है और यह २६ लाख से ५४ लाख के बीच में मानी जाती है। कुल मिलकर यह अफ़्ग़ानिस्तान की कुल आबादी का लगभग १८% हिस्सा हैं। पड़ोस के ईरान और पाकिस्तान देशों में भी इनके पाँच-पाँच लाख लोग बसे हुए हैं। पाकिस्तान में यह अधिकतर शरणार्थी के रूप में जाने पर मजबूर हो गए थे और अधिकतर क्वेट्टा शहर में बसे हुए हैं। जब अफ़्ग़ानिस्तान में तालिबान सत्ता में थी तो उन्होने हज़ारा लोगों पर उनके शिया होने की वजह से बड़ी कठोरता से शासन किया था, जिस से बामियान प्रान्त और दायकुंदी प्रान्त जैसे हज़ारा-प्रधान क्षेत्रों में भुखमरी और अन्य विपदाएँ फैली थीं।, Tom Lansford, Ashgate Publishing, Ltd., 2003, ISBN 978-0-7546-3615-1,...

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हजारा लोगों का उत्पीड़न

हजारा लोगों के उत्पीड़न से आशय हजारा लोगों के विरुद्ध भाँतिभांति के भेदभाव से है। हजारा लोग मुख्यतः अफगानिस्तान के हज़ाराजात के निवासी हैं किन्तु एक बड़ी संख्या पाकिस्तान के क्वेटा में तथा इरान के मसाद में भी रहती है। हजारा लोगों का उत्पीदन का इतिहास बहुत पुराना है और यह १६वीं शताब्दी में बाबर से आरम्भ होता है जो काबुलिस्तान का निवासी था। .

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हजारा जिला

हजारा एक पाकिस्तान के पेशावर खंड का एक जिला है ' .

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हवेली ज़िला

हवेली ज़िला (अंग्रेज़ी: Haveli District, उर्दु: ضلع حویلی) आज़ाद कश्मीर का एक ज़िला है। पाक-अधिकृत कश्मीर दो भागों में विभाजित है: आज़ाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान। हवेली ज़िला इनमें से आज़ाद कश्मीर नामक हिस्से में आता है। इसका प्रमुख नगर कोटली है। भारत इसे अपना भाग मानता है। सन् २००९ तक हवेली ज़िला बाग़ ज़िले का हिस्सा हुआ करता था लेकिन उस वर्ष इसे विभाजित कर के अलग ज़िला बना दिया गया। .

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हंगु

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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हंगू ज़िला

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में हंगू ज़िला (लाल रंग में) हंगू (उर्दू:, पश्तो:, अंग्रेज़ी: Hangu) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। यह कोहाट ज़िले के पश्चिम में और करक ज़िले के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। इसकी उत्तरी सीमा ओरकज़​ई एजेंसी, पश्सिमोत्तरी सीमा कुर्रम एजेंसी और दक्षिणी सीमा उत्तरी वज़ीरिस्तान से लगती है जो तीनों पाकिस्तान के संघ शासित क़बाईली क्षेत्र में आते हैं। .

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हक्कानी नेटवर्क

हक्कानी नेटवर्क, अफगानिस्तान में आतंकवादी गतिविधियाँ चलाने वाला छापामार समूह है जो वर्तमान समय (२०१६) में अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो सैनिकों को तथा अफगानिस्तान सरकार को निशाना बनाता है। यह समूह अफगानिस्तान में कार्यरत है और इसका आधार भी अफगानिस्तान में है। किन्तु ऐसा आरोप है कि इसको पाकिस्तान की आई एस आई से भी सहायता मिलती है। हक्कानी नेटवर्क पर पूर्वी अफगानिस्तान और राजधानी काबुल में कई बम धमाके करने का भी आरोप है.

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हकीम मोहम्मद सईद

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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हुन्ज़ा

हुन्ज़ा (ہنزہ) पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्र के उत्तरतम भाग में स्थित १९७४ तक एक रजवाड़ा था। इस रजवाड़े के दक्षिण में गलगत एजेंसी, पूर्व में नागर रजवाड़ा, उत्तर में चीनी तुर्किस्तान और उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान है। राज्य की राजधानी बाल्तित है (जिसे करीमाबाद भी कहा जाता है)। .

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हुमायूँ

मिर्जा मुहम्मद हाकिम, पुत्र अकीकेह बेगम, पुत्री बख्शी बानु बेगम, पुत्री बख्तुन्निसा बेगम, पुत्री | --> हुमायूँ एक मुगल शासक था। प्रथम मुग़ल सम्राट बाबर के पुत्र नसीरुद्दीन हुमायूँ (६ मार्च १५०८ – २२ फरवरी, १५५६) थे। यद्यपि उन के पास साम्राज्य बहुत साल तक नही रहा, पर मुग़ल साम्राज्य की नींव में हुमायूँ का योगदान है। बाबर की मृत्यु के पश्चात हुमायूँ ने १५३० में भारत की राजगद्दी संभाली और उनके सौतेले भाई कामरान मिर्ज़ा ने काबुल और लाहौर का शासन ले लिया। बाबर ने मरने से पहले ही इस तरह से राज्य को बाँटा ताकि आगे चल कर दोनों भाइयों में लड़ाई न हो। कामरान आगे जाकर हुमायूँ के कड़े प्रतिद्वंदी बने। हुमायूँ का शासन अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान और उत्तर भारत के हिस्सों पर १५३०-१५४० और फिर १५५५-१५५६ तक रहा। भारत में उन्होने शेरशाह सूरी से हार पायी। १० साल बाद, ईरान साम्राज्य की मदद से वे अपना शासन दोबारा पा सके। इस के साथ ही, मुग़ल दरबार की संस्कृति भी मध्य एशियन से इरानी होती चली गयी। हुमायूँ के बेटे का नाम जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर था। .

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हुमायूँ सईद

हुमायूँ सईद अंसारी (ہمایوں سعید) (जन्म: 27 जुलाई 1971) एक पाकिस्तानी अभिनेता, मॉडल और निर्माता हैं। .

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हुमायूँ का मकबरा

हुमायूँ का मकबरा इमारत परिसर मुगल वास्तुकला से प्रेरित मकबरा स्मारक है। यह नई दिल्ली के दीनापनाह अर्थात् पुराने किले के निकट निज़ामुद्दीन पूर्व क्षेत्र में मथुरा मार्ग के निकट स्थित है। गुलाम वंश के समय में यह भूमि किलोकरी किले में हुआ करती थी और नसीरुद्दीन (१२६८-१२८७) के पुत्र तत्कालीन सुल्तान केकूबाद की राजधानी हुआ करती थी। यहाँ मुख्य इमारत मुगल सम्राट हुमायूँ का मकबरा है और इसमें हुमायूँ की कब्र सहित कई अन्य राजसी लोगों की भी कब्रें हैं। यह समूह विश्व धरोहर घोषित है- अभिव्यक्ति। १७ अप्रैल २०१०।, एवं भारत में मुगल वास्तुकला का प्रथम उदाहरण है। इस मक़बरे में वही चारबाग शैली है, जिसने भविष्य में ताजमहल को जन्म दिया। यह मकबरा हुमायूँ की विधवा बेगम हमीदा बानो बेगम के आदेशानुसार १५६२ में बना था। इस भवन के वास्तुकार सैयद मुबारक इब्न मिराक घियाथुद्दीन एवं उसके पिता मिराक घुइयाथुद्दीन थे जिन्हें अफगानिस्तान के हेरात शहर से विशेष रूप से बुलवाया गया था। मुख्य इमारत लगभग आठ वर्षों में बनकर तैयार हुई और भारतीय उपमहाद्वीप में चारबाग शैली का प्रथम उदाहरण बनी। यहां सर्वप्रथम लाल बलुआ पत्थर का इतने बड़े स्तर पर प्रयोग हुआ था। १९९३ में इस इमारत समूह को युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया। इस परिसर में मुख्य इमारत मुगल सम्राट हुमायूँ का मकबरा है। हुमायूँ की कब्र के अलावा उसकी बेगम हमीदा बानो तथा बाद के सम्राट शाहजहां के ज्येष्ठ पुत्र दारा शिकोह और कई उत्तराधिकारी मुगल सम्राट जहांदर शाह, फर्रुख्शियार, रफी उल-दर्जत, रफी उद-दौलत एवं आलमगीर द्वितीय आदि की कब्रें स्थित हैं। देल्ही थ्रु एजेज़। एस.आर.बख्शी। प्रकाशक:अनमोल प्रकाशन प्रा.लि.। १९९५।ISBN 81-7488-138-7। पृष्ठ:२९-३५ इस इमारत में मुगल स्थापत्य में एक बड़ा बदलाव दिखा, जिसका प्रमुख अंग चारबाग शैली के उद्यान थे। ऐसे उद्यान भारत में इससे पूर्व कभी नहीं दिखे थे और इसके बाद अनेक इमारतों का अभिन्न अंग बनते गये। ये मकबरा मुगलों द्वारा इससे पूर्व निर्मित हुमायुं के पिता बाबर के काबुल स्थित मकबरे बाग ए बाबर से एकदम भिन्न था। बाबर के साथ ही सम्राटों को बाग में बने मकबरों में दफ़्न करने की परंपरा आरंभ हुई थी। हिस्ट‘ओरिक गार्डन रिव्यु नंबर १३, लंदन:हिस्टॉरिक गार्डन फ़ाउडेशन, २००३ अपने पूर्वज तैमूर लंग के समरकंद (उज़्बेकिस्तान) में बने मकबरे पर आधारित ये इमारत भारत में आगे आने वाली मुगल स्थापत्य के मकबरों की प्रेरणा बना। ये स्थापत्य अपने चरम पर ताजमहल के साथ पहुंचा। .

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हुर्रियत काँफ़्रेंस

ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंसजम्मू और कश्मीर के 23 विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों का गठबंधन है। ये एक राजनीतिक मोर्चा है और कश्मीर के भारत से अलगाव की वकालत करता है। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने एलान किया है कि वह जम्मू और कश्मीर राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में हिस्सा नहीं लेगी। हालांकि कई प्रमुख मुद्दों पर इस गठबंधन के सदस्यों के भीतर आम राय नहीं है और समय-समय पर इनके मतभेद खुलकर सामने आते हैं। बरसों तक अलग-थलग रहने के बाद हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने नवंबर 2000 में भारत सरकार के एक तरफ़ा युद्ध विराम के एलान के बाद भारत सरकार से संपर्क स्थापित करने के संकेत दिए थे। लेकिन दोनों पक्षों के अपने-अपने रुख़ पर अड़े रहने से ऐसा नहीं हो सका। .

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हुल्लड़ मुरादाबादी

हुल्लड़ मुरादाबादी (२९ मई १९४२ – १२ जुलाई २०१४) एक हिंदी हास्य कवि थे। इतनी ऊंची मत छोड़ो, क्या करेगी चांदनी, यह अंदर की बात है, तथाकथित भगवानों के नाम जैसी हास्य कविताओं से भरपूर पुस्तकें लिखने वाले हुल्लड़ मुरादाबादी को कलाश्री, अट्टहास सम्मान, हास्य रत्न सम्मान, काका हाथरसी पुरस्कार जैसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. शंकर दयाल शर्मा द्वारा मार्च १९९४ में राष्ट्रपति भवन में अभिनंदन हुआ था। .

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हुसैन इब्न अली

इमाम हुसैन (अल हुसैन बिन अली बिन अबी तालिब, यानि अबी तालिब के पोते और अली के बेटे अल हुसैन, 626 AH -680 AH) अली रदियल्लाहु के दूसरे बेटे थे और इस कारण से पैग़म्बर मुहम्मद के नाती। आपका जन्म मक्का में हुआ। आपकी माता का नाम फ़ातिमा ज़हरा था | इमाम हुसैन को इस्लाम में एक शहीद का दर्ज़ा प्राप्त है। शिया मान्यता के अनुसार वे यज़ीद प्रथम के कुकर्मी शासन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने के लिए सन् 680 AH में कुफ़ा के निकट कर्बला की लड़ाई में शहीद कर दिए गए थे। उनकी शहादत के दिन को आशूरा (दसवाँ दिन) कहते हैं और इस शहादत की याद में मुहर्रम (उस महीने का नाम) मनाते हैं। .

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हुसैनीवाला

हुसैनीवाला में ध्वज अवतरण का दृष्य हुसैनीवाला (ਹੁਸੈਨੀਵਾਲਾ) भारतीय पंजाब के फिरोजपुर जिले का एक गाँव है। यह पाकिस्तान की सीमा के निकट सतलज नदी के किनारे स्थित है। इसके सामने नदी के दूसरे किनारे पर पाकिस्तान का 'गेन्दा सिंह वाला' (Ganda Singh Wala) नामक गाँव है। इसी गाँव में २३ मार्च १९३१ को शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का अन्तिम संस्कार किया गया था। यहीं पर उनके साथी बटुकेश्वर दत्त का भी १९६५ में अन्तिम संस्कार किया गया था। इन शहीदों की स्मृति में यहाँ राष्ट्रीय शहीद स्मारक बनाया गया है। भगत सिंह की माँ विद्यावती का अन्तिम संस्कार भी यहीं किया गया था। श्रेणी:पंजाब के गाँव श्रेणी:भारत के ऐतिहासिक स्थल.

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हैदर बख़्श जतोई

हैदर बख़्स जतोई (सिन्धी: حيدر بخش جتوئي) (1970 - 1901) सिन्ध, पाकिस्तान से एक इंक़लाबी, वामपन्थी, किसान अगुआ थे। उनके समर्थक उनको "बाबा-ए-सिन्ध" के नाम से सम्बोधित करते थे। वे सिन्धी ज़बान के लेखक और कवि भी थे। वे कई साल सिन्ध हरी समिति (सिंध किसान समिति) के प्रधान रहे थे जो नैशनल आवामी पार्टी का एक हिस्सा थी। .

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हैदराबाद (पाकिस्तान)

यह लेख पाकिस्तान के एक नगर के बारे में है, यदि आप भारत के नगर हैदराबाद के बारे में जानना चाहते हैं तो यहां जाएं -हैदराबाद। हैदराबाद पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त का एक प्रमुख नगर है। यह सिन्ध प्रान्त की राजधानी हुआ करता था और इत्र का शहर और हिन्दुस्तान का पैरिस के नामों से जाना जाता था। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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हैदराबाद जिला (पाकिस्तान)

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले en:Districts of Pakistan.

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हैना मॉन्टेना

हैना मॉन्टेना एक एम्मी पुरस्कार - मनोनीत अमेरिकी टेलीविजन श्रृंखला है, जिसकी शुरूआत 24 मार्च 2006 को डिज़नी चैनल पर हुई थी.

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हैप्पी भाग जाएगी

हैप्पी भाग जाएगी  (प्रकाशित किया गया था। हैप्पी विल रन एवे) एक 2016 भारतीय, हिंदी भाषा, रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है जिसे मुदस्सर अजीज द्वारा लिखित और निर्देशित किया गया था, और आनंद एल राय और कृष्का लुल्ला द्वारा निर्मित। यह नाममात्र चरित्र के रूप में डायना पेंटी को तारांकित करता है; एक स्वतंत्र उत्साही दुल्हन जो अमृतसर से होकर अपनी शादी समारोह से भाग लेती है और अनजाने में लाहौर, पाकिस्तान में आती है। इस उत्पादन में पंटी, अभय देओल, जिमी शेरगिल, अली फजल और मोमल शेख शामिल हैं। अजीज ने 2012 में फिल्म के लिए लेखन शुरू किया और बाद में राय बनाने के लिए राय से संपर्क किया। ''हैप्पी भाग जाएगी''  को "क्रॉस-बॉर्डर" रोमांटिक कॉमेडी के रूप में माना जाता था और मूल रूप से डॉली लाहौर मे नामित था। यद्यपि फिल्म का एक बड़ा हिस्सा लाहौर में सेट किया गया है, फिल्मिंग को फोटोग्राफरी के निर्देशक के रूप में काम करने वाले सौरभ गोस्वामी के साथ पंजाब के विभिन्न हिस्सों में किया गया था। इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेताओं को शामिल किया गया और शेख की बॉलीवुड की शुरुआत हुई। हैप्पी भाग जाएगी  के लिए संगीत सोहेल सेन द्वारा रचित था। इरोज इंटरनेशनल ने उत्पादन के लिए दुनिया भर में वितरण अधिकार हासिल किए, जो कि अंतिम कट में 126 मिनट तक चलता है।  19 अगस्त 2016 को भारत में हैप्पी भाग जाएगी  को नाटकीय रूप से जारी किया गया; यह फ़िल्म आलोचकों से मिश्रित प्रतिक्रियाओं के लिए खोला गया, जिन्होंने कलाकारों की भूमिकाओं और हास्य के प्रदर्शन की सराहना की। आलोचना अपने बिखरे पटकथा, असंगत टोन, और केंद्रीय चरित्र की अपेक्षाकृत खराब लक्षण वर्णन पर केंद्रित थी। मिश्रित समीक्षाओं के बावजूद फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया, ₹ 200 मिलियन के उत्पादन बजट के मुकाबले 391 मिलियन का संग्रह किया। इसे भारत में मीडिया आउटलेट्स द्वारा एक स्लीपर मारा गया था। अगस्त 2013 में रिलीज करने के लिए हैप्पी फिर भाग जयजी नामक एक सीकेल का आयोजन किया गया है। .

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हैरिस सोहैल

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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हॉकी विश्वकप

हॉकी विश्व कप एक अंतर्राष्ट्रीय मैदानी हॉकी प्रतियोगिता है जिसे अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफ आई एच) द्वारा संचालित किया जाता है। इस प्रतियोगिता की शुरुवात 1971 में हुए थी। पहली दो प्रतियोगिता 2 वर्षों के अंतराल से आयोजित की गयीं, परन्तु बाद में इस अंतराल को चार वर्ष कर दिया गया। अतः अब इस प्रतियोगिता को 1975 के पश्चात से प्रति चार वर्षों में आयोजित किया जाता है। पुरुष विश्वकप के अलावा महिला विश्वकप का भी आयोजन किया जाता है जिसकी 1974 से शुरुवात हुए। महिला विश्व कप महिला अंतराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के तत्वधान में आयोजित किया जाता है। सबसे ज्यादा बार विश्वकप पाकिस्तान ने (चार बार) जीता है। भारत ने केवल एक विश्वकप 1975 में जीता था। भारत में आयोजित विश्वकप 2010 में ऑस्ट्रेलिया ने विजय प्राप्त की। विश्वकप 2014 नीदरलैंड में और विश्वकप 2018 भारत में आयोजित होगा। .

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हीरो शरक़ी

हीरो शरक़ी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जटिय़ाला

जटिय़ाला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जनरल मोहम्मद मूसा खान

पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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जनसंख्या घनत्व के अनुसार देशों की सूची

जनसँख्या घनत्व2006 के अनुसार जनसँख्या घनत्व के अनुसार देश एवं उनके निर्भर क्षेत्रों की सूची निवासी/वर्ग किमी में। स्त्रोत:.

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जब्बी शाह दिलावर

जब्बी शाह दिलावर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जमरूद किला

जमरूद किला ख़ैबर दर्रे के मुख पर स्थित बाब-ए-ख़ैबर के पास स्थित एक क़िला है। प्रशासनिक रूप से यह पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र में पड़ता है। .

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जमशोरो

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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जमशोरो जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले.

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जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान

जमात ए इस्लामी पाकिस्तान की सबसे बड़ी और पुरानी सैद्धांतिक इस्लामी पुनरुद्धार आंदोलन है जिसका शुरुआत बीसवीं सदी के इस्लामी विचारक सैयद अहमद, जो समकालीन इस्लाम पुनर्जीवित संघर्ष के नायक माने जाते हैं ने पाकिस्तान की स्थापना से पहले 3 शाबान 1360 हिजरी (26 अगस्त 1941 ई।) को लाहौर में किया था। जमाते इस्लामी पाकिस्तान आधी सदी से अधिक समय से दुनिया भर में इस्लामी पुनरुद्धार के लिए शांतिपूर्ण रूप से प्रयासरत कुछ इस्लामी आंदोलनों में शुमार की जाती है। .

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जम्मू

जम्मू (جموں, पंजाबी: ਜੰਮੂ), भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू एवं कश्मीर में तीन में से एक प्रशासनिक खण्ड है। यह क्षेत्र अपने आप में एक राज्य नहीं वरन जम्मू एवं कश्मीर राज्य का एक भाग है। क्षेत्र के प्रमुख जिलों में डोडा, कठुआ, उधमपुर, राजौरी, रामबन, रियासी, सांबा, किश्तवार एवं पुंछ आते हैं। क्षेत्र की अधिकांश भूमि पहाड़ी या पथरीली है। इसमें ही पीर पंजाल रेंज भी आता है जो कश्मीर घाटी को वृहत हिमालय से पूर्वी जिलों डोडा और किश्तवार में पृथक करता है। यहाम की प्रधान नदी चेनाब (चंद्रभागा) है। जम्मू शहर, जिसे आधिकारिक रूप से जम्मू-तवी भी कहते हैं, इस प्रभाग का सबसे बड़ा नगर है और जम्मू एवं कश्मीर राज्य की शीतकालीन राजधानी भी है। नगर के बीच से तवी नदी निकलती है, जिसके कारण इस नगर को यह आधिकारिक नाम मिला है। जम्मू नगर को "मन्दिरों का शहर" भी कहा जाता है, क्योंकि यहां ढेरों मन्दिर एवं तीर्थ हैं जिनके चमकते शिखर एवं दमकते कलश नगर की क्षितिजरेखा पर सुवर्ण बिन्दुओं जैसे दिखाई देते हैं और एक पवित्र एवं शांतिपूर्ण हिन्दू नगर का वातावरण प्रस्तुत करते हैं। यहां कुछ प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थ भी हैं, जैसे वैष्णो देवी, आदि जिनके कारण जम्मू हिन्दू तीर्थ नगरों में गिना जाता है। यहाम की अधिकांश जनसंख्या हिन्दू ही है। हालांकि दूसरे स्थान पर यहां सिख धर्म ही आता है। वृहत अवसंरचना के कारण जम्मू इस राज्य का प्रमुख आर्थिक केन्द्र बनकर उभरा है। .

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जम्मू और कश्मीर

जम्मू और कश्मीर भारत के सबसे उत्तर में स्थित राज्य है। पाकिस्तान इसके उत्तरी इलाके ("पाक अधिकृत कश्मीर") या तथाकथित "आज़ाद कश्मीर" के हिस्सों पर क़ाबिज़ है, जबकि चीन ने अक्साई चिन पर कब्ज़ा किया हुआ है। भारत इन कब्ज़ों को अवैध मानता है जबकि पाकिस्तान भारतीय जम्मू और कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र मानता है। राज्य की आधिकारिक भाषा उर्दू है। जम्मू नगर जम्मू प्रांत का सबसे बड़ा नगर तथा जम्मू-कश्मीर राज्य की जाड़े की राजधानी है। वहीं कश्मीर में स्थित श्रीनगर गर्मी के मौसम में राज्य की राजधानी रहती है। जम्मू और कश्मीर में जम्मू (पूंछ सहित), कश्मीर, लद्दाख, बल्तिस्तान एवं गिलगित के क्षेत्र सम्मिलित हैं। इस राज्य का पाकिस्तान अधिकृत भाग को लेकर क्षेत्रफल 2,22,236 वर्ग कि॰मी॰ एवं उसे 1,38,124 वर्ग कि॰मी॰ है। यहाँ के निवासियों अधिकांश मुसलमान हैं, किंतु उनकी रहन-सहन, रीति-रिवाज एवं संस्कृति पर हिंदू धर्म की पर्याप्त छाप है। कश्मीर के सीमांत क्षेत्र पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सिंक्यांग तथा तिब्बत से मिले हुए हैं। कश्मीर भारत का महत्वपूर्ण राज्य है। .

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जम्मू और कश्मीर में विद्रोह

कश्मीर में उग्रवाद (इनसर्जन्सी) विभिन्न रूपों में मौजूद है। वर्ष 1989 के बाद से उग्रवाद और उसके दमन की प्रक्रिया, दोनों की वजह से हजारों लोग मारे गए। 1987 के एक विवादित चुनाव के साथ कश्मीर में बड़े पैमाने पर सशस्त्र उग्रवाद की शुरूआत हुई, जिसमें राज्य विधानसभा के कुछ तत्वों ने एक आतंकवादी खेमे का गठन किया, जिसने इस क्षेत्र में सशस्त्र विद्रोह में एक उत्प्रेरक के रूप में भूमिका निभाई.

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जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ़्रंट

जेकेएलएफ़ का चिह्न, स्वतंत्र कश्मीर के लिए एक प्रसावित परचम जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ़्रंट (जेकेएलएफ़, अंग्रेज़ी: Jammu Kashmir Liberation Front - JKLF) जम्मू और कश्मीर में एक राजनीतिक संगठन है जिसका स्थापना अमानुल्लाह ख़ान और मक़बूल भट्ट ने किया है। यह मूलतः प्लेबिसाइट फ़्रंत की मिलिटेंट शाखा थी लेकिन 29 मई, 1977 को बर्मिंघम, इंग्लिस्तान में यह जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ़्रंट में परिवर्तित हो गया। उस समय से 1994 तक यह एक सक्रिय मिलिटेंत संगठन रहा है। संयुक्त राजशाही, यूरोप, संयुक्त राज्य और मध्य-पूर्व के कई नगरों में इस संगठन की शाखाएँ मौजूद हैं। 1982 में पाक-अधिकृत कश्मीर के आज़ाद कश्मीर क्षेत्र में इसकी एक शाखा स्थापित हुई थी; जबकि 1987 में भारत-अधिकृत कश्मीर की कश्मीर घाटी में इसकी एक शाखा स्थापित हुई। 1994 के बाद कश्मीर घाटी में मौजूद जेकेएलएफ़ के सैन्य बलों ने यासीन मलिक के नेतृत्व में 'अनिश्चितकालीन युद्धविराम' का ऐलान किया था, और कथित तौर पर इसकी सैन्य शाखा विघटित हुई। इसके नए उद्देश्य पूर्व जम्मू और कश्मीर रियासत के संपूर्ण क्षेत्र की स्वतंत्रता के लिए राजनीतिक संघर्ष करना है। पाकिस्तान में स्थित जेकेएलएफ़ की शाखा इस नए उद्देश्य से असहमत थे और नतीजे में ये घाटी में स्थित शाखा से अलग हुए। 2005 में दोनों समूहों फिर से एकजुट हुआ और अंततः संगठन का मूल पहचान बरक़रार रखा गया था। हालांकि जेकेएलएफ़ के केवल मुसलमान सदस्य हैं, किन्तु फ़्रंट का दावा है कि संगठन धारणात्मक रूप से धर्मनिरपेक्ष है। इसका अंतिम लक्ष्य एक धर्मनिरपेक्ष और स्वतंत्र कश्मीर है जो दोनों भारत और पाकिस्तान से मुक्त है।, UNHCR,2003-08-07 पाकिस्तानी सेना से हथियार और प्रशिक्षण प्राप्त करने के बावजूद, यह संगठन पाकिस्तान को एक 'क़ब्ज़ा करने वाली शक्ति' के रूप में मानता है और आज़ाद कश्मीर में यह पाकिस्तान के ख़िलाफ़ राजनीतिक संघर्ष भी करता है। .

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जमूरा

जमूरा प्रदर्शक-कलाकार ज़्यादादर उत्तर भारत और पाकिस्तान के कलओ में मौजूद होते है। जमूरा (Jamoora) एक प्रदर्शक-कलाकार होता है जो भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर भाग (विशेषकर उत्तर भारत और पाकिस्तान) के भांड, तमाशा और नौटंकी जैसी लोक-नाटक शैलियों में एक सहायक का काम करता है।, रामसिंह जाखड़, हरियाणा साहित्य मंडल, १९९१,...

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जमीलुद्दीन आली

नवाबज़ादा मिर्ज़ा जमीलुद्दीन अहमद ख़ान (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Nawabzada Mirza Jamiluddin Ahmed Khan), जिन्हें आमतौर पर केवल जमीलुद्दीन आली (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Jamiluddin Aali) के नाम से जाना जाता है, एक पाकिस्तानी लेखक, कवि, समीक्षक और विद्वान हैं। इनकी कृतियाँ उर्दू भाषा में हैं। हालांकि इनका जन्म दिल्ली में हुआ था, १९४७ में भारत के विभाजन के बाद वे पाकिस्तान के कराची शहर में जा बसे। इन्होने पाकिस्तान के लिए देशभक्ति से बहुत से गाने लिखे हैं जिनमें से कई टेलिविज़न पर दर्शाए गए हैं।, Alison Arnold, pp.

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जय भगवान चौधरी

जे.बी.

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जया शर्मा

जया शर्मा (Jaya Sharma) (जन्म; १७ सितम्बर १९८०,गाजियाबाद) एक भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी है। जया शर्मा भारतीय टीम के लिए टेस्ट और एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलती है। जया शर्मा ने भारत के लिए कुल एक टेस्ट और ७७ वनडे मैच खेले थे। शर्मा भारतीय पहली ऐसी महिला क्रिकेट खिलाड़ी है जिन्हें २००७ में बीसीसीआई प्लेयर अवॉर्ड से पुरस्कृत की गई थीं। जया शर्मा ने पाकिस्तान के विरुद्ध कराची में १३८* रनों की पारी खेली थी। .

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जल संसाधन

जल संसाधन पानी के वह स्रोत हैं जो मानव के लिए उपयोगी हों या जिनके उपयोग की संभावना हो। पानी के उपयोगों में शामिल हैं कृषि, औद्योगिक, घरेलू, मनोरंजन हेतु और पर्यावरणीय गतिविधियों में। वस्तुतः इन सभी मानवीय उपयोगों में से ज्यादातर में ताजे जल की आवश्यकता होती है। पृथ्वी पर पानी की कुल उपलब्ध मात्रा अथवा भण्डार को जलमण्डल कहते हैं। पृथ्वी के इस जलमण्डल का ९७.५% भाग समुद्रों में खारे जल के रूप में है और केवल २.५% ही मीठा पानी है, उसका भी दो तिहाई हिस्सा हिमनद और ध्रुवीय क्षेत्रों में हिम चादरों और हिम टोपियों के रूप में जमा है। शेष पिघला हुआ मीठा पानी मुख्यतः जल के रूप में पाया जाता है, जिस का केवल एक छोटा सा भाग भूमि के ऊपर धरातलीय जल के रूप में या हवा में वायुमण्डलीय जल के रूप में है। मीठा पानी एक नवीकरणीय संसाधन है क्योंकि जल चक्र में प्राकृतिक रूप से इसका शुद्धीकरण होता रहता है, फिर भी विश्व के स्वच्छ पानी की पर्याप्तता लगातार गिर रही है दुनिया के कई हिस्सों में पानी की मांग पहले से ही आपूर्ति से अधिक है और जैसे-जैसे विश्व में जनसंख्या में अभूतपूर्व दर से वृद्धि हो रही हैं, निकट भविष्य मैं इस असंतुलन का अनुभव बढ़ने की उम्मीद है। पानी के प्रयोक्ताओं के लिए जल संसाधनों के आवंटन के लिए फ्रेमवर्क (जहाँ इस तरह की एक फ्रेमवर्क मौजूद है) जल अधिकार के रूप में जाना जाता है। आज जल संसाधन की कमी, इसके अवनयन और इससे संबंधित तनाव और संघर्ष विश्वराजनीति और राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। जल विवाद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण विषय बन चुके हैं। .

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जलालाबाद

जदीद जलाल आबाद की एक निशानी जलाल आबाद- मशरक़ी अफ़ग़ानिस्तान का एक शहर (अंग्रेज़ी: Jalal Abad, पश्तो:جلال ابادजलाल अब्बाद) ये शहर अफ़ग़ानिस्तान में दरयाऐ काबुल और दरयाऐ किनार या कन्नड़ के संगम पर वाक़िअ है। वादी लग़मान में ये शहर अफ़ग़ानिस्तान के सूबा ननिग्रहअर का सदर मुक़ाम भी है। जलाल आबाद काबुल से मशरिक़ की जानिब 95 मेल के फ़ासले पर वाक़िअ है, इतना ही फासला पिशावर (पाकिस्तान) से जलाल आबाद की तरफ़ मग़रिब की जानिब है। जलाल आबाद मशरक़ी अफ़ग़ानिस्तान में वाक़िअ सब से बड़ा शहर है और इसी लिहाज़ से इस इलाके का समाजी ओ- तिजारती मरकज़ भी है। काग़ज़ की सनअत, फलों की पैदावार, चावल और गिने की पैदावार के लिए ये शहर शौहरत रखता है। पाकिस्तान और भारत के साथ वुस़्त एशियाई रियासतों की तिजारत के लिए जलाल आबाद कलीदी एहमीयत रखता है। .

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जलवाही सेतु

हम्पी का प्राचीन जलवाही सेतु किसी नदी, नाले अथवा घाटी पर पुल बनाकर उसपर से यदि कोई कृत्रिम जलधारा ले जाई जाती है, तो उस पुल को जलवाही सेतु या 'जलसेतु' (Aqueducts) कहते हैं (इसके विपरीत यदि कृत्रिम जलधारा नदी नाले आदि के नीचे से गुजरती है, तो पुल ऊर्ध्वलंघिका कहलाता है)। इंजीनियरी, विज्ञान और उद्योग का विकास हो जाने से आजकल बड़े बड़े व्यास के नल कंक्रीट या लोहे के बनाए जाते हैं। अत: जल बहुधा बड़े बड़े नलों में ले जाया जाता है, जो भूमि के तल के अनुसार ऊँचे नीचे हो सकते हैं और वर्चस्‌ का दबाव सह सकते हैं। किंतु प्राचीन काल में बहुधा खुली नालियाँ ही होती थीं, या नालियों चिनाई आदि करके बनाई जाती थीं, जो भीतर की ओर से जल का दबाव सहन नहीं कर पाती थीं। अत: उन्हें उद्गम से लेकर अंतिम सिरे तक एक नियमित ढाल में ले जाना अनिवार्य था। इसलिये नदी, नाले या घाटियाँ पार करते समय जलसेतु बनाने पड़ते थे। बहुत बड़ी नहरों के लिये, जिनका निस्सरण बड़े बड़े नलों की समाई से भी कहीं अधिक होता है, जलसेतु आज भी अनिवार्य हैं। .

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जलेबी

जलेबी। जलेबी उत्तर भारत, पाकिस्तान व मध्यपूर्व का एक लोकप्रिय व्यंजन है। इसका आकार पेंचदार होता है और स्वाद करारा मीठा। इस मिठाई की धूम भारतीय उपमहाद्वीप से शुरू होकर पश्चिमी देश स्पेन तक जाती है। इस बीच भारत,बांग्लादेश, पाकिस्तान, ईरान के साथ तमाम अरब मुल्कों में भी यह खूब जानी-पहचानी है। आमतौर पर तो जलेबी सादी ही बनाई व पसंद की जाती है, पर पनीर या खोया जलेबी को भी लोग बडे चाव से खाते हैं। जलेबी भारत की राष्ट्रीय मिठाई हैं। .

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जलोवाली

जलोवाली, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जसवाल, पाकिस्तान

जसवाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जस्सीय़ाल

जस्सीय़ाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जहाँदाद खान

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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ज़फर गोहर

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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ज़रदोज़ी

ज़रदोज़ी का काम रेशम पर ज़रदोज़ी फारसी एवं उर्दु: زردوزی) का काम एक प्रकार की कढ़ाई होती ह ऐ, जो भारत एवं पाकिस्तान में प्रचलित है। यह काम भारत में ऋगवेद के समय से प्रचलित है। यह मुगल बादशाह अकबर के समय में और समृद्ध हुई, किंतु बाद में राजसी संरक्षण के अभाव और औद्योगिकरण के दौर में इसका पतन होने लगा। वर्तमान में यह फिर उभरी है। अब यह भारत के लखनऊ, भोपाल और चेन्नई आदि कई शहरों में हो रही है। ज़रदोज़ी का नाम फासरी से आया है, जिसका अर्थ है: सोने की कढ़ाई। .

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ज़रंज

ईरान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा के नज़दीक ज़रंज-देलाराम राजमार्ग पर ज़रंज (बलोच, पश्तो, फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Zaranj) दक्षिण-पश्चिमी अफ़ग़ानिस्तान के नीमरूज़ प्रान्त की राजधानी है। यह ईरान की सरहद के बहुत पास है और ईरान-अफ़ग़ानिस्तान सीमा पर एक महत्वपूर्ण चौकी है। यह राजमार्गों द्वारा पूर्व में लश्कर गाह से, उत्तर में फ़राह से और पश्चिम में ईरान के ज़ाबोल नगर से जुड़ा हुआ है। भारत ने अफ़ग़ानिस्तान के पुनर्निर्माण के लिए ज़रंज से देलाराम के बीच एक राजमार्ग बनाया था। .

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ज़ाबुल प्रान्त

अफ़्ग़ानिस्तान का ज़ाबुल प्रान्त (लाल रंग में) ज़ाबुल (फ़ारसी:, अंग्रेजी: Zabul) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के दक्षिण में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल १७,३४३ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००९ में लगभग २.८ लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी क़लात नामक शहर है। यहाँ के अधिकतर लोग पश्तून हैं। ज़ाबुल प्रान्त सन् १९६३ में पड़ोसी कंदहार प्रान्त को बांटकर बनाया गया था। इसकी दक्षिणी सरहद पाकिस्तान से लगती है। .

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ज़ारदा

ज़ारदा (زردہ) भारतीय उपमहाद्वीप की एक पारंपरिक मिठाई का पकवान है, जो उबले चावल, दूध और चीनी के साथ बनाया जाता है, और इसमें साथ में इलायची, किशमिश, केसर, पिस्ता या बादाम भी मिलाई जाता है। ज़ारदा नाम फारसी और उर्दू शब्द 'ज़ारद' (زرد‬) से आता हैजिसका अर्थ है 'पीला', इसलिए इसका रंग पीला होता है। ज़ारदा आमतौर पर भोजन के बाद परोसा जाता है। भारतीय उपमहाद्वीप में, ज़ारदा शादी के विशेष अवसरों पर एक लोकप्रिय मिठाई के रूप में बनकर उभरी है। .

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ज़िया मोहिउद्दीन

जिया मोहिउद्दीन; का जन्म २० जून १९३३ को फैसलाबाद,पाकिस्तान में हुआ था। जिया प्रख्यात पाकिस्तानी अभिनेता है जिन्होंने साहित्यिक रचनाओ को पढ़ने की कला को अभूतपूर्व और असाधारण ऊँचाइयाँ दी है। उर्दू शायरी गद्द रचनाओं को पढनें के अंदाज में इक अनोखी और अद्भुत शान है जिसे भाषा की गहरी समझ आवाज के माहिराना उतार चढ़ाव और लयात्मकता पैदा करने की क्षमता ने और भी निखार दिया है। उन्होंने सारी दुनिया में आपनी कला के प्रदर्शन से श्रोताओ को मंत्रमुग्ध किया है और टेलीविजन से एक अभिनेता,नैरेटर,फिल्म निर्देशकऔरफिल्म निर्माता के तौर पर जुडे रहे है। जिया आज भी पकिस्तान मिडिया से जुड़े हुए है और कई टीवी प्रोग्राम को होस्ट करते है.

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ज़ियारत ज़िला

ज़ियारत (उर्दू व बलोच: زیارت, अंग्रेज़ी: Ziarat) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त के उत्तरी भाग में स्थित एक ज़िला है। बलोचिस्तान एक पिछड़ा इलाक़ा है लेकिन ज़ियारत उसका सबसे विकसित भाग है। यह एक रमणीय पहाड़ी क्षेत्र है जहाँ बहुत पर्यटक आते हैं। यहाँ के हपुषा (ज्यूनिपर) वृक्षों के वन विश्व के सबसे प्राचीन माने जाते हैं। .

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ज़िला ख़ुशाब

ज़िला ख़ुशाब पाकिस्तानी पंजाब का एक ज़िला है। इस की राजधानी जोहराबाद है। ज़िला का नाम ऐतिहासिक शहर ख़ुशब के नाम पर रखा गया है। .

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ज़िंदगी (टीवी चैनल)

जिंदगी (उर्दू:; अंग्रेज़ी: Zindagi) ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेस लिमिटेड का एक मनोरंजन चैनल है। इस चैनल के शुरुआती दिनों में पाकिस्तान से सिंडिकेटेड कार्यक्रम जो या तो वहाँ जारी हैं अथवा जो दो तीन वर्ष पहले दिखाए जा चुके हैं, उनको प्रसारित किया जावेगा तथा कुछ समय पश्चात इसमें हिंदी कार्यक्रमों की पेशकश होगी। .

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ज़ुल्फ़िक़ार बाबर

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१४ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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ज़ुल्फ़िक़ार अली भुट्टो

ज़ुल्फ़िक़ार अली भुट्टो (उर्दू व सिंधी: ذوالفقار علی بھٹو, जन्म: 5 जनवरी 1928 - मौत: 4 अप्रैल 1979) पाकिस्तान के प्रधान मन्त्री थे। वे 1973 से 1977 तक प्रधानमंत्री रहे और इससे पहले अय्यूब ख़ान के शासनकाल में विदेश मंत्री रहे थे। लेकिन अय्यूब ख़ान से मतभेद होने के कारण उन्होंने अपनी नई पार्टी (पीपीपी) 1967 में बनाई। 1962 के भारत-चीन युद्ध, 65 और 71 के पाकिस्तान युद्ध, तीनों के समय वे महत्वपूर्ण पदों पर आसीन थे। 1965 के युद्ध के बाद उन्होंने ही पाकिस्तानी परमाणु कार्यक्रम का ढाँचा तैयार किया था। पूर्व पाकिस्तानी नेता बेनज़ीर भुट्टो इन्ही की बेटी थी। पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट के एक फ़ैसले पर उन्हें 1979 में फ़ाँसी पर लटका दिया गया था जिसमें सैन्य शासक ज़िया उल हक़ का हाथ समझा जाता है। श्रेणी:पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ श्रेणी:पाकिस्तान के प्रधान मन्त्री.

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ज़ुहब खान

ज़ुहब खान (उर्दू/زوہیب خان) एक पाकिस्तानी अभिनेता हैं। उन्होंने विज्ञापनों में अभिनय करना शुरू किया था और धारावाहिकों में अभिनय करने लगे। और कुछ पाकिस्तानी फिल्मों में भी अभिनय किया हैं। उनका जन्म कराची, पाकिस्तान में ४ मई २००१ में हुआ था। .

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ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार

ज़ेवियर पेरिज डी कुईयार (जन्म: 19 जनवरी 1920) पेरू के राजनयिक हैं, जिन्होने संयुक्त राष्ट्र के पांचवें महासचिव के रूप में संयुक्त राष्ट्र की 1 जनवरी 1982 से 31 दिसम्बर 1991 तक सेवा की। 1995 में वे पेरू के राष्ट्रपति के पद के चुनाव में अल्बर्टो फुजीमोरी से हार गए थे। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे फुजीमोरी के इस्तीफे के बाद के अशांत माहौल में वे मंत्रिपरिषद के अध्यक्ष होने के साथ-साथ नवंबर 2000 से जुलाई 2001 तक विदेश मंत्री का भी दायित्व संभाला। सितम्बर 2004 में उन्होंने फ्रांस (जहां वे आधिकारिक रूप से रहते थे) में पेरू के राजदूत के रूप में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जून 2007 में कुर्त वॉल्डहाइम की मौत के बाद वे सबसे अधिक उम्र के संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बन गए। वर्ष 1987 में इन्हें जवाहर लाल नेहरू पुरस्कार से सम्मानित किया गया। .

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जाट

जाट उत्तरी भारत और पाकिस्तान की एक जाति है। वर्ष 2016 तक, जाट, भारत की कुल जनसंख्या का 0.1 प्रतिशत हैं । एन्साइक्लोपीडिया ब्रिटेनिका के अनुसार, .

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जाट सिक्ख

जाट सिख या पंजाबी भाषा में जट्ट सिक्ख (गुरमुखी: ਜੱਟ ਸਿੱਖ) सिख धर्म में यक़ीन रखने वाले जाट जाति के समुदाय को पुकारा जाता हैं। यह लोग भारत के राज्य पंजाब, उत्तरी राजस्थान, हरयाणा, दिल्ली के अलावा भारत भर में हर जगह निवास करते हैं थोड़ी थोड़ी सख्या में। जट्ट सिक्ख पूर्वी पाकिस्तान में भी बहुतायत संख्या में है। पंजाबी दलितों के बाद जाट सिख भारतीय पंजाब की सबसे बड़ी आबादी है। जाट सिख से सात जट्ट सिक्ख फ़िलहाल के समय कनाडा की संसद में सदस्य हैं। जाटों में सिक्ख जाटों ने जिस तरह से तरक़्क़ी की वो काबीले तारीफ़ हैं। जट्ट सिक्ख पांखड अंधविश्वास से कोसे दूर सच्चाई के मार्ग पर चलने वाली महान जाट क़ौम है। भगत सिंह,हरि सिंह नलवा, महाराजा रणजीत सिंह, बंदा सिंह बहादुर बैरागी(उप्पल गोत्री), करतार सिंह सराभा,(ग्रैवाल) उधम सिंह, इत्यादी बहुत से ऐसे महापुरूष रहे हैं जो जट्ट सिक्ख समुदाय से हैं। .

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जातीय समूह

जातीय समूह मनुष्यों का एक ऐसा समूह होता है जिसके सदस्य किसी वास्तविक या कल्पित सांझी वंश-परंपरा के माध्यम से अपने आप को एक नस्ल के वंशज मानते हैं।1987 स्मिथ यह सांझी विरासत वंशक्रम, इतिहास, रक्त-संबंध, धर्म, भाषा, सांझे क्षेत्र, राष्ट्रीयता या भौतिक रूप-रंग (यानि लोगों की शक्ल-सूरत) पर आधारित हो सकती है। एक जातीय समूह के सदस्य अपने एक जातीय समूह से संबंधित होने से अवगत होते हैं; इसके अलावा जातीय पहचान दूसरों द्वारा उस समूह की विशिष्टता के रूप में पहचाने जाने से भी चिह्नित होती है।"एन्थ्रोपोलोजी.

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जाहिद क़ुर्बान अल्वी

ज़ाहिद क़ुर्बान अल्वी, पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व अंतरिम कार्यवाहक मुख्यमंत्री थे। .

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जावेद इकबाल

जावेद इकबाल, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने इफ़्तिख़ार मोहम्मद चौधरी की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे बलूचिस्तान उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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जिन्द खानज़ादा

जिन्द खानज़ादा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जिन्द, चकवाल

जिन्द, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जिन्ना अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

जिन्ना अंतरराष्ट्रीय होअगा याजिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे(Jinnah International Airport) (पहले "नेता प्रधानमंत्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा") पाकिस्तान का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह राज्य सिंध की राजधानी पाकिस्तान में स्थित है। स्थानीय लोगों में जिन्ना टर्मिनल के नाम से प्रसिद्ध है। उसका नाम नेता प्रधानमंत्री मोहम्मद अली जिन्ना पर रखा गया है। .

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जिन्नाह (फ़िल्म)

जिन्नाह पाकिस्तान के बानी मोहम्मद अली जिन्नाह के जीवन पर आधारित एक फ़िल्म है। यह फ़िल्म जमील देहलवी द्वारा निर्देशित की थीं जबकि लेखन अकबर सलाहुद्दीन अहमद और जमील देहलवी की थी। यह फ़िल्म 1998 में लंदन, ब्रिटेन और पाकिस्तान में एक साथ जारी की गई। श्रेणी:पाकिस्तानी फ़िल्में.

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जिन्नाह अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

जिन्नाह अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र (جناح بين الاقوامي هوائي اڏو, (جناح بین الاقوامی ہوائ اڈہ) पाकिस्तान का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र है। सिंध प्रांत की राजधानी कराची में स्थित विमानक्षेत्र का नाम पाकिस्तान के राष्ट्रपिता मुहम्मद अली जिन्नाह के नाम पर रखा गया है। इस विमानक्षेत्र में पाकिस्तान के ध्वजवाही वायुसेवा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) का द्वितीय एवं शाहीन एयर, एवं एयरब्लू के साथ साथ कई निजी वायुसेवाओं का हब स्थित है। यहां एयरक्राफ़्ट अभियांत्रिकी एवं ओवरहाउलिंग सुविधाओं के साथ साथ वाइड-बॉडी विमानों के लिये इस्पहानी हैंगर भी उपलब्ध है। .

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जिब्राल्टर हिन्दू मंदिर

जिब्राल्टर हिन्दू मंदिर ब्रिटिश प्रवासी शासित प्रदेश जिब्राल्टर में स्थित हिन्दू मंदिर है। वर्ष 2000 में निर्मित हुआ जिब्राल्टर हिन्दू मंदिर इंजीनियर्स लेन पर स्थित है। यह जिब्राल्टर में मौजूद एकमात्र हिन्दू मंदिर है तथा क्षेत्र की हिन्दू आबादी के लिए आध्यात्म का केंद्र है। जिब्राल्टेरियन हिन्दू जिब्राल्टर की आबादी का लगभग 1.8 प्रतिशत हैं। इनमें से ज्यादातर लोग वर्तमान पाकिस्तान के सिंध राज्य से आए व्यापारीयो के वंशज हैं। मंदिर एक धर्मार्थ संगठन है जिसका मुख्य उद्देश्य जिब्राल्टर में हिन्दू सभ्यता और संस्कृति का संरक्षण करना है। मंदिर में प्रमुख आराध्य राम हैं, जो अपनी धर्मपत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और परम भगत हनुमान के साथ मंदिर की प्रमुख वेदी में विराजमान हैं। इनके आलावा मंदिर में कई अन्य हिन्दू देवी-देवताओ की प्रतिमाएँ हैं। मंदिर में रोजाना शाम के 7:30 बजे आरती होती है तथा हर महीने की पूर्णिमा को सत्यनारायण कथा भी आयोजित की जाती है। मंदिर हिन्दू धर्म से सम्बंधित विभिन्न प्रकार की धार्मिक कक्षाओं का भी आयोजन करता है। .

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जिवानी

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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जव्वाद एस ख्वाजा

जस्टिस जव़्व़ाद एस ख्वाजा 10 सितंबर 1950 को पैदा हुए।, उन्होंने बतौर पाकिस्तान के 23 वें मुख्य न्यायाधीश सेवाओं का आयोजन किया। वजीराबाद में जन्मे जवाद एस ख्वाजा ने प्रारंभिक शिक्षा मिशन स्कूल वजीराबाद से प्राप्त की। इसके बादकालज शिक्षा लॉरेंस कॉलेज घोड़ा गली, मरी, ाैचेसन कॉलेज लाहौर और फोरमैन क्रिश्चियन कॉलेज लाहौर से प्राप्त की.जसटस जवाद एस ख्वाजा ने अपना एलएलबी पु लाहौर कॉलेज से किया। एलएलएम के लिए उन्होंने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय बार्कले का रुख किया। 1975 में उन्होंने लाहौर हाई कोर्ट में बतौर वकील प्रैक्टिस शुरू की.वह कारनीलस, लेन और मुफ्ती साथी थे, जो पाकिस्तान की बड़ी कानूनी कंपनी है। 1999 में वह लाहौर हाई कोर्ट के जज बन गए। 9 मार्च 2007 को उन्होंने जस्टिस इफ़्तिख़ार को मजबूर रिटायर करने पर इस्तीफा दे दया.ागसत 2007 में उन्होंने लाहौर विश्वविद्यालय प्रबंधन विज्ञान नीति विभाग में शामिल हो गए ली.ाकतोबर 2007 मई 2009 तक वह विभाग के प्रमुख रहेास के बाद वह सुप्रीम कोर्ट ऑफ पाकिस्तान का हिस्सा बन गए। न्यायमूर्ति जवाद एस ख्वाजा कुछ महत्वपूर्ण मुकदमों का भी हिस्सा रहे। एस एच सी बी ए मामले में उन्होंने मुशर्रफ के 3 नवंबर 2007 केाीमरजंसी के कदम को असंवैधानिक करार दिया। उन्होंने कई जज को भी बहाल, जिन्हें उनकी सीट से जबरन हटा दिया गया था। वह एनआरओ मकदमेका भी हिस्सा भी रहे। .

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जखर इमाम शाह

जखर इमाम शाह, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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जगत मेहता

जगत मेहता एक प्रबुद्ध समाजकर्मी और सेवानिवृत्त भारतीय विदेश सेवा अधिकारी थे। 17 जुलाई 1922 को प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ॰ मोहन सिंह मेहता तथा विद्यादेवी के घर जन्मे जगत मेहता की प्रारंभिक शिक्षा विद्या भवन स्कूल में हुई। मेहता की उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय तथा कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हुई। मेहता मार्च 1947 में भारतीय विदेश सेवा में चयनित हुए तथा विदेश नीति आयोजना विभाग के पहले प्रमुख बने। इससे पूर्व, जगत सिंह मेहता इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्राध्यापक तथा भारतीय नौसेना में भी कार्यरत रहे थे। जगत मेहता की 1960 में भारत चीन सीमा-विवाद सुलझाने, 1975 में युगाण्डा से निकाले गये भारतीयों के मुद्दे का निराकरण करने, 1976 में पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंधों की बहाली, भारत पाकिस्तान के मध्य 1976 में सलाल बांध एवं 1977 में फरक्का बांध विवाद निपटाने तथा नेपाल के साथ 1978 में व्यापारिक रिश्तों संबंधी समझौतों में ऐतिहासिक भूमिका रही। जगत मेहता ने अपने विदेश सेवा काल में 50 से अधिक देशों के साथ भारत के बहुपक्षीय संबंधों पर नेतृत्व किया। कॉमनवैल्थ प्रधानमंत्रियों तथा संयुक्त राष्ट्र संघ के विभिन्न सम्मेलनों व बैठकों में मेहता की उपस्थिति व योगदान भारत की वैदेशिक कूटनीति के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जगत मेहता 1976 से 1979 के मध्य, देश के विदेश-सचिव रहे। वे टेक्सास विश्वविद्यालय में विजिटिंग प्रोफेसर भी रहे। जगत सिंह मेहता अपने पिता द्वारा संस्थापित संस्था सेवा मन्दिर से पूरी उम्र जुड़े रहे तथा समाज-कार्यों के माध्यम से इन्होंने उदयपुर के लगभग 400 गांवों के समेकित विकास में प्रमुख भूमिका निभाई। 1985 से 94 तक वे सेवा मन्दिर के अध्यक्ष भी रहे तथा 1993 से 2000 तक उदयपुर की ही एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्था विद्या भवन के अध्यक्ष रहे। 1985 से अंत तक डॉ॰ मोहन सिंह मेहता मेमोरियल ट्रस्ट के प्रन्यासी भी रहे। जगत मेहता उदयपुर स्थित झील संरक्षण समिति के अध्यक्ष भी थे तथा उदयपुर की झीलों के लिये चिंता करते रहे। उनके परिवार में तीन पुत्र विक्रम मेहता, अजय मेहता तथा उदय मेहता एवं एक पुत्री विजया हैं। विदेश नीति के क्षेत्र में सम्पूर्ण विश्व में विशिष्ट पहचान रखने वाले तथा प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक को विदेश नीति के मसलों पर सारगर्भित सलाह देने वाले, पूर्व विदेश सचिव पद्मभूषण जगत मेहता का 6 मार्च 2014 गुरूवार को उदयपुर में निधन हुआ। .

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जगदीश राज

जगदीश राज खुराना (1928–2013) पूर्व बॉलीवुड अभिनेता थे। इनका 'समान किरदार अभिनेता' के रूप में गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम अभिलेखित हुआ था। .

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जगमोहन डालमिया

कलकत्ता death जगमोहन डालमिया (30 मई 1940 – 20 सितम्बर 2015) बीसीसीआई के अध्यक्ष और व्यापारी थे। इनका जन्म ब्रिटिश राज के दौरान कलकत्ता में हुआ था। इनकी मृत्यु 20 सितम्बर 2015 को कोलकाता के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हृदय की गति रुकने से हुई। .

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जगमोहन नाथ

विंग कमांडर जगमोहन नाथ, भारतीय वायुसेना में एक अधिकारी थे। वह छह अधिकारियों में से प्रथम अधिकारी थे जिन्हें महावीर चक्र से दो बार सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान 1962 के चीन-भारत युद्ध और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपने अभियान के लिए प्रदान किया गया था।। .

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जगजीत सिंह अरोड़ा

जगजीत सिंह अरोड़ा (13 फरवरी, 1916 – 3 मई 2005) भारतीय सेना के तीन-सितारा जनरल थे जिन्होने बंगलादेश मुक्ति संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। १९७१ के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय वे पूर्वी कमान के जनरल आफिसर कमाण्डिंग-इन चीफ थे। भारत सरकार द्वारा उन्हें सन १९७२ में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। .

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जंघर

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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जंगशाही

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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जकोबाबाद

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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जुझारसिंह नेहरा

भारत के राजस्थान प्रान्त में झुन्झुनू नगर के संस्थापक जुझारसिंह नेहरा की मूर्ती जुझारसिंह नेहरा (1664 – 1730) राजस्थान के बड़े मशहूर योद्धा हुए हैं, उन्हीं के नाम से झुंझुनू जैसा नगर प्रसिद्द है। .

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जुनागढ़ रियासत

जूनागढ़ 1948 तक एक रियासत था, जिसपर बाबी राजवंश का शासन था। एकीकरण के दौरान भारतीय संघ में जनमत द्वारा शामिल कर लिया गया। .

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जुनैद जमशेद

अंगूठाकार जुनैद जमशेद (वि॰सं॰२०२१ भाद्र १९ - २०७३ अग्रहायण २२) एक पाकिस्तानी गायक एवं मुस्लिम थे। उन्हें डिस्‍को मुस्लिम के नाम से जाना जाता था। 'डिस्‍को मुस्लिम' के नाम से मशहूर इस पाक सिंगर ने लिखा दुनिया का तीसरा सबसे प्रसिद्ध गीत। वह धार्मिक तकरीर के लिए चितराल जाते समय विमान हादसे में मारे गये मरने से पहले उन्होंने ट्वीट किया "अपने दोस्तों के साथ अल्लाह की राह पर"। .

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जुनून (संगीत गुट)

▪पकिस्तान की एक प्रसिद्ध संगीत टोली है। श्रेणी:पाकिस्तानी रॉक संगीत गुट ▪निर्देशक/निर्माता श्याम बेनेगल एवं अभिनेता शशि कपूर की 80 के दशक पर बनी प्रथम स्वतंत्रता-आंदोलन पर केंद्रित ऐतिहासिक-प्रेम आधारित फिल्म है। ▪निर्देशक/निर्मातामहेश भट्ट एवं राहुल राॅय और पूजा भट्ट द्वारा अभिनीत वर्ष 1992 की हिंसक मानव-पशु के रहस्यमय परिवर्तन पर केंद्रित एक हाॅर्रर-रोमांटिक आधारित फिल्म है। श्रेणी:भारतीय फ़िल्में ▪भारतीय टेलीविजन सीरियल 'इंडियन आईडियल' के प्रथम विजेता अभिजीत सावंत पर फिल्मायी पाॅप विडियो एलबम। श्रेणी:भारतीय पाॅप एलबम.

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जुलाई २०१०

भारतीय रुपये का नया प्रतीक-चिह्न.

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जुल्फिकार अली मगसी

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, बलोचिस्तान के पूर्व राज्यपाल। .

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ज्योतिन्द्र नाथ दीक्षित

श्री ज्योतिन्द्र नाथ दीक्षित (१९३६-२००५), जिन्हें जे एन दीक्षित नाम से अधिक जाना जाता है, एक अनुभवी राजनयिक थे जो कि भारत के विदेश सचिव भी रहे। 1971 में बांग्लादेश बनने के बाद वे वहाँ भारत के पहले उच्चायुक्त थे। वे पाकिस्तान और श्रीलंका में भी भारत के उच्चायुक्त रहे। 1936 में मद्रास में जन्मे जेएन दीक्षित 1958 में भारतीय विदेश सेवा में आए और उन्होंने दुनिया के कई देशों में भारत की नुमाइंदगी की। 1994 में सेवानिवृत होने के बाद से वो लगातार देश-विदेश में पढ़ाने के अलावा अख़बारों में लिखते रहे। वे हल, मैंचेस्टर, ऑक्सफ़ोर्ड,मेलबर्न, लंदन सहित कई अन्य पश्चिमी विश्वविद्यालयों में भी अकसर लेक्चर देने जाया करते थे। दीक्षित काँग्रेस पार्टी में विदेश मामलों की इकाई के उपाध्यक्ष रहे। २००४ के आमचुनाव से पहले विदेश, सुरक्षा और रक्षा मामलों पर उन्होंने काँग्रेस का एजेंडा या घोषणा-पत्र तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी। वे 26 मई 2004 से 3 जनवरी 2005 (निधन) तक भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी रहे। .

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जैक प्रेगेर

जैक प्रेगेर (जन्म 25 जुलाई 1930 को मैन्चेस्टर, इंग्लैंड के एक यहूदी परिवार में हुआ) एक ब्रिटिश डॉक्टर हैं जो चिकित्सा उपचार के साथ-साथ पेशेवर प्रशिक्षण सुविधा भारत के शहर कोलकाता और पश्चिमी बंगाल की गरीब जनता को 1972 से प्रदान करते आ रहे हैं। इसी लक्ष्य के तहत उन्होंने कोलकाता रेस्क्यू नामक संस्था भी बनाई है। जैक ने छोटी-सी उम्र में न्याय का अर्थ समझ लिया था जब बालक अवस्था में उन्होंने अपनी फ़्रांस में जन्मी मौसी को हिटलर की सेना के हाथों जान गवाँते देखा था। जैक ने सेंट एडमंड हॉल, ऑक्स्फ़ोर्ड से स्नतक की शिक्षा पूरी की। यहीं से स्नातकोत्तर में अन्होंने अर्थशास्त्र और राजनीति शास्त्र पढ़े। इसके पश्चात कुछ वर्षों के लिए वह वेल्स में किसान के रूप में काम करते रहे। फिर उन्होंने अपने खेत को बेचकर डॉक्टर बनने का निर्णय लिया। 1965 में उन्हें डबलिन के रॉयल कॉलेज ऑफ़ सरजिन्स में प्रवेश मिला। उस समय उनकी आयु 35 वर्ष की थी। .

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जैकबाबाद ज़िला

जैकबाबाद पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक ज़िला है। उत्तर में इसकी सरहद बलोचिस्तान से लगती है। हलांकि अंग्रेज़ी में इसे 'जैकोबाबाद' लिखा जाता है, इसका वास्तविक उच्चारण 'जैकबाबाद' किया जाता है। .

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जेएफ-17 थंडर

जेएफ-17 थंडर (JF-17 Thunder) पाकिस्तान के एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (पीएसी) और चीन के चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (सीएसी) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित एक हल्का, एकल इंजन, मल्टीरोल लड़ाकू विमान है। जेएफ-17 का इस्तेमाल हवाई जासूसी, जमीन पर हमले और विमान के अवरोधन के लिए किया जा सकता है। माना जाता है कि 2016 तक, पाकिस्तान के पास 25 जेएफ-17 प्रति वर्ष स्वयं उत्पादन करने की उत्पादन क्षमता है जिसमे 58% विमान के भाग पाकिस्तानी और 42% चीनी/रूसी मूल के होते हैं। दिसंबर 2016 तक पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स ने पाकिस्तान वायुसेना के ब्लॉक 1 प्रकार के उपयोग के लिए देश में 70 जेट्स और ब्लॉक 2 प्रकार के 33 जेट्स निर्मित किए हैं। .

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जेम्साबाद

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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जेवर (पक्षी)

जेवर (western tragopan) या (western horned tragopan) (Tragopan melanocephalus) एक मध्य आकार का फ़ीज़ॅन्ट कुल का पक्षी है जो हिमालय में पश्चिम में उत्तरीय पाकिस्तान के हज़ारा से पूर्व में भारत के उत्तराखण्ड तक पाया जाता है। .

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जॉर्ज बक्संडाॅल कौंसटन्टीन

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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जॉर्ज क्लूनी

जॉर्ज तिमोथी क्लूनी (जन्म 6 मई 1961) एक अमेरिकी अभिनेता, फ़िल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक हैं। क्लूनी ने बड़े बजट की ब्लॉकबस्टर फ़िल्मों में अभिनय द्वारा, वाणिज्यिक तौर पर जोखिम भरी परियोजनाओं के निर्माता व निर्देशक के रूप में और साथ ही, सामाजिक और उदारवादी राजनीतिक सक्रियता के प्रति अपने कार्य को संतुलित किया है। 31 जनवरी 2008 को संयुक्त राष्ट्र ने क्लूनी को "शांति का दूत" ख़िताब दिया। .

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जोधपुर रियासत

सरदार सिंह, जोधपुर के महाराजा (लगभग 1900) दौलत खाना में महाराजा की सेवा में एक पुराना सैनिक नौबत खान कलवन्त (जोधपुर के राजकुमार) का भित्तिचित्र चित्र, ब्रिटिश संग्रहालय लंदन अजीत सिंह के मारवाड़ का मरणोपरांत चित्र'', 1762, ब्रुकलीन संग्रहालय से। ''मारवाड़ के महाराजा जसवंत सिंह द्वितीय, '' 1880, ब्रुकलीन संग्रहालय से। आम्बेर के महाराजा जय सिंह और मारवाड़ के महाराजा गज सिंह - आम्बेर अल्बम से फोलियो, लगभग 1630 पेंटिंग जोधपुर रियासत  मारवाड़ क्षेत्र में १२५० से १९४९ तक चली रियासत थी। इसकी राजधानी वर्ष १९५० से  जोधपुर नगर में रही। लगभग  क्षेत्रफल के साथ, जोधपुर रियासत राजपूताना की सबसे बड़ी रियासत थी। इसके अन्तिम शासक ने इसके भारत में विलय पर १ नवम्बर १९५६ को हस्ताक्षर किये। .

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जोश मलिहाबादी

जोश मलिह्बादी (جوش ملیح آبادی) (जन्म नाम शब्बीर हसन खां) (५ दिसंबर, १८९८ – २२ फरवरी, १९८२)लखनऊ से उर्दु के प्रख्यात शायर रहे हैं। उनको साहित्य एवं शिक्षा क्षेत्र में पद्म भूषण से १९५४ में सम्मानित किया गया। श्रेणी:शायर श्रेणी:लखनऊ के लोग श्रेणी:१९५४ पद्म भूषण.

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जोहर टाउन

जोहर टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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जोगिन्दर जसवन्त सिंह

जनरल जोगिन्दर जसवन्त सिंह पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी (जन्म: ११ सितम्बर १९४५) भारतीय थल सेना के बाईसवें सेनाध्यक्ष थे। वह ३१ जनवरी २००५ से ३० सितम्बर २००७ तक सेना प्रमुख के रूप में कार्यरत रहे। सिंह को २७ नवंबर २००४ को जनरल एन सी विज की सेवानिवृति के बाद सेनाध्यक्ष नियुक्त किया गया था, और ३१ जनवरी २००५ को सेवानिवृत्त होने तक वह इस पद पर रहे। उनके बाद जनरल दीपक कपूर थल सेना के अगले सेनाध्यक्ष बने। जोगिन्दर जसवन्त सिंह भारतीय सेना का नेतृत्व करने वाले पहले सिख सिपाही हैं, और चण्डीमन्दिर में स्थित पश्चिमी कमान से आने वाले ग्यारहवें सैन्य प्रमुख हैं। सेवानिवृत्ति के बाद वह २७ जनवरी २००८ को अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल बने। .

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जोगेन्द्र नाथ मंडल

जोगेन्द्र नाथ मंडल पाकिस्तान के आधुनिक राज्य के मध्य और प्रमुख संस्थापक पिता में से एक थे, और देश के पहले कानून मंत्री और श्रमिक के रूप में सेवा करने वाले विधायक थे और यह राष्ट्रमंडल और कश्मीर मामलों के दूसरे मंत्री भी थे। एक भारतीय और बाद में पाकिस्तानी नेता जो पाकिस्तान में कानून और श्रम के पहले मंत्री थे। अनुसूचित जातियों (दलितों) के नेता के रूप में, जोगेंद्रनाथ ने मुस्लिम लीग के साथ पाकिस्तान के लिए अपनी मांग के साथ आम कारण बना दिया था, उम्मीद करते थे कि अनुसूचित जातियों को इसके लाभ मिलेगा और पाकिस्तान के पहले कैबिनेट में शामिल हो गए थे। कानून और श्रम पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमन्त्री लियाकत अली खान को अपना इस्तीफा देने के बाद पाकिस्तान के विभाजन के कुछ सालों बाद वह भारत में आकर चले गए, पाकिस्तानी प्रशासन के कथित हिंदू-विरोधी पूर्वाग्रह का हवाला देते हुए। .

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जोइया

सन् 200 ई॰ (अनुमानित) में प्राचीन यौधेय परिसंघ द्वारा ज़र्ब किया गया सिक्का जोइया (उर्दू) या जोहिया उत्तर भारत और पाकिस्तान की एक चंद्रवंशी राजपूत उपजाति है। जोइया हिन्दू भी होते हैं और मुसलमान भी। भारत में यह हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में रहते हैं, जबकि पाकिस्तान में यह पंजाब प्रांत में मिलते हैं। माना जाता है के आधुनिक जोइया जाति प्राचीन यौधेय क़बाइली परिसंघ की संतति है जो सिन्धु और गंगा के दरम्यानी क्षेत्र में (ख़ासकर सतलुज नदी के पास) बसा करती थी। .

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जी एम सय्यद

गुलाम मुर्तजा शाह सैयद (17 जनवरी, 1904 – 25 अप्रैल, 1995), सिन्ध के राजनेता एवं दार्शनिक थे। १९७० के दशक में उन्होने जीयै सिंध मुत्ताहिदा महाज़ नामक सिन्धी राष्ट्रवादी दल बनाया जिसका उद्देश्य सिन्ध को पाकिस्तान से स्वतन्त्र करना था। श्रेणी:पाकिस्तान के राजनीतिक दल.

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जीयै सिंध क़ौमी महाज़

जीयै सिंध क़ौमी महाज़ का झंडा जिए सिन्ध कौमी महाज़ (सिन्धी: جيئي سنڌ قومي محاذ‎, JSQM) पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की एक राष्ट्रवादी पार्टी है। इसका स्थापना १९७० के दशक के आरम्भिक दिनों में राजनीतिक कार्यकर्ता एवं दार्शनिक जी एम सय्यद द्वारा किया गया था। १९९८ से २०१२ में अपनी मृत्यु तक तक बशीर अहमद कुरैशी इसके अध्यक्ष रहे। उनके पुत्र शनन कुरैशी उसके बाद से पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। .

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ईदी अमीन

ईदी अमीन दादा (1925 - 16 अगस्त 2003) 1971 से 1979 तक युगांडा का सैन्य नेता एवं राष्ट्रपति था। 1946 में अमीन ब्रिटिश औपनिवेशिक रेजिमेंट किंग्स अफ़्रीकां राइफल्स में शामिल हो गया और 25 जनवरी 1971 के सैन्य तख्तापलट द्वारा मिल्टन ओबोटे को पद से हटाने से पूर्व युगांडा की सेना में अंततः मेजर जनरल और कमांडर का ओहदा हासिल किया। बाद में देश के प्रमुख पद पर आसीन रहते हुए उसने स्वयं को फील्ड मार्शल के रूप में पदोन्नत कर लिया। अमीन के शासन को मानव अधिकारों के दुरूपयोग, राजनीतिक दमन, जातीय उत्पीड़न, गैर कानूनी हत्याओं, पक्षपात, भ्रष्टाचार और सकल आर्थिक कुप्रबंधन के लिए जाना जाता था। अंतर्राष्ट्रीय प्रेक्षकों और मानव अधिकार समूहों का अनुमान है कि उसके शासन में 1,00,000 से 5,00,000 लोग मार डाले गए। अपने शासन काल में, अमीन को लीबिया के मुअम्मर अल-गद्दाफी के अतिरिक्त सोवियत संघ तथा पूर्वी जर्मनी का भी समर्थन हासिल था।गैरेथ एम.

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ईरान

ईरान (جمهوری اسلامی ايران, जम्हूरीए इस्लामीए ईरान) जंबुद्वीप (एशिया) के दक्षिण-पश्चिम खंड में स्थित देश है। इसे सन १९३५ तक फारस नाम से भी जाना जाता है। इसकी राजधानी तेहरान है और यह देश उत्तर-पूर्व में तुर्कमेनिस्तान, उत्तर में कैस्पियन सागर और अज़रबैजान, दक्षिण में फारस की खाड़ी, पश्चिम में इराक और तुर्की, पूर्व में अफ़ग़ानिस्तान तथा पाकिस्तान से घिरा है। यहां का प्रमुख धर्म इस्लाम है तथा यह क्षेत्र शिया बहुल है। प्राचीन काल में यह बड़े साम्राज्यों की भूमि रह चुका है। ईरान को १९७९ में इस्लामिक गणराज्य घोषित किया गया था। यहाँ के प्रमुख शहर तेहरान, इस्फ़हान, तबरेज़, मशहद इत्यादि हैं। राजधानी तेहरान में देश की १५ प्रतिशत जनता वास करती है। ईरान की अर्थव्यवस्था मुख्यतः तेल और प्राकृतिक गैस निर्यात पर निर्भर है। फ़ारसी यहाँ की मुख्य भाषा है। ईरान में फारसी, अजरबैजान, कुर्द और लूर सबसे महत्वपूर्ण जातीय समूह हैं .

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ईरान का पठार

ईरान का पठार पश्चिमी एशिया और मध्य एशिया का एक भौगोलिक क्षेत्र है। यह पठार अरबी प्लेट और भारतीय प्लेट के बीच में स्थित यूरेशियाई प्लेट के एक कोने पर स्थित है। इसके पश्चिम में ज़ाग्रोस पर्वत, उत्तर में कैस्पियन सागर व कोपेत दाग़ (पर्वतमाला), पश्चिमोत्तर में आर्मेनियाई उच्चभूमि व कॉकस पर्वतमाला, दक्षिण में होरमुज़ जलसन्धि व फ़ारस की खाड़ी और पूर्व में सिन्धु नदी है। पश्चिमोत्तर में कैस्पियन सागर से लेकर दक्षिणपश्चिम में बलोचिस्तान तक ईरान का पठार लगभग २,००० किमी तक विस्तृत है। ईरान व अफ़्ग़ानिस्तान का अधिकतर भाग और पाकिस्तान का सिन्धु नदी से पश्चिम का भाग इसी पठार का हिस्सा है। पठार को एक चकोर के रूप में देखा जाये तो तबरेज़, शिराज़, पेशावर और क्वेटा उसके चार कोनों पर हैं और इसमें कुल मिलाकर ३७,००,००० वर्ग किमी क्षेत्रफल है। पठार कहलाये जाने के बावजूद इस पठार पर वास्तव में कई पर्वतमालाएँ हैं जिनका सबसे ऊँचा शिखर अल्बोर्ज़ पर्वतमाला का ५,६१० मीटर लम्बा दामावन्द पर्वत है और सब्से निचला बिन्दु मध्य ईरान में कर्मान नगर से पूर्व लूत द्रोणी में ३०० मीटर से नीचे स्थित है। .

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ईरानी भाषा परिवार

ईरानी भाषाओँ का वृक्ष, जिसमें उसकी उपशाखाएँ दिखाई गई हैं आधुनिक ईरानी भाषाओँ का फैलाव ईरानी भाषाएँ हिन्द-ईरानी भाषा परिवार की एक उपशाखा हैं। ध्यान रहे कि हिन्द-ईरानी भाषाएँ स्वयं हिन्द-यूरोपीय भाषा परिवार की एक उपशाखा हैं। आधुनिक युग में विश्व में लगभग १५-२० करोड़ लोग किसी ईरानी भाषा को अपनी मातृभाषा के रूप में बोलते हैं और ऍथ़नॉलॉग भाषाकोष में सन् २०११ तक ८७ ईरानी भाषाएँ दर्ज थीं।, Gernot Windfuhr, Routledge, 2009, ISBN 978-0-7007-1131-4, Raymond Gordon, Jr.

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घनिष्ठ

घनिष्ठ का अर्थ होता है अन्तरंग। .

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घनिष्ठता

घनिष्ठता शब्द का प्रयोग एक दूसरे के प्रति गहरे जुड़ाव होने के भाव की अभिव्यक्ति के लिये किया जाता है। .

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घग्गर-हकरा नदी

पंचकुला, हरियाणा से गुज़रती घग्गर नदी घग्गर-हकरा नदी भारत और पाकिस्तान में वर्षा-ऋतु में चलने वाली एक मौसमी नदी है। इसे हरयाणा के ओटू वीयर (बाँध) से पहले घग्गर नदी के नाम से और उसके आगे हकरा नदी के नाम से जाना जाता है।, Britannica, Dale Hoiberg, Indu Ramchandani, Popular Prakashan, 2000, ISBN 978-0-85229-760-5,...

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घौसपुर

सिन्ध, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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घृत कुमारी

घृत कुमारी या अलो वेरा/एलोवेरा, जिसे क्वारगंदल, या ग्वारपाठा के नाम से भी जाना जाता है, एक औषधीय पौधे के रूप में विख्यात है। इसकी उत्पत्ति संभवतः उत्तरी अफ्रीका में हुई है। यह प्रजाति विश्व के अन्य स्थानों पर स्वाभाविक रूप से नहीं पायी जाती पर इसके निकट संबंधी अलो उत्तरी अफ्रीका में पाये जाते हैं। इसे सभी सभ्यताओं ने एक औषधीय पौधे के रूप में मान्यता दी है और इस प्रजाति के पौधों का इस्तेमाल पहली शताब्दी ईसवी से औषधि के रूप में किया जा रहा है। इसका उल्लेख आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। इसके अतिरिक्त इसका उल्लेख नए करार (न्यू टेस्टामेंट) में किया है लेकिन, यह स्पष्ट नहीं है कि बाइबल में वर्णित अलो और अलो वेरा में कोई संबंध है। घृत कुमारी के अर्क का प्रयोग बड़े स्तर पर सौंदर्य प्रसाधन और वैकल्पिक औषधि उद्योग जैसे चिरयौवनकारी (त्वचा को युवा रखने वाली क्रीम), आरोग्यी या सुखदायक के रूप में प्रयोग किया जाता है, लेकिन घृत कुमारी के औषधीय प्रयोजनों के प्रभावों की पुष्टि के लिये बहुत कम ही वैज्ञानिक साक्ष्य मौजूद है और अक्सर एक अध्ययन दूसरे अध्ययन की काट करता प्रतीत होता है। इस सबके बावजूद, कुछ प्रारंभिक सबूत है कि घृत कुमारी मधुमेह के इलाज में काफी उपयोगी हो सकता है साथ ही यह मानव रक्त में लिपिड का स्तर काफी घटा देता है। माना जाता है ये सकारात्मक प्रभाव इसमे उपस्थिति मन्नास, एंथ्राक्युईनोनेज़ और लिक्टिन जैसे यौगिकों के कारण होता है। इसके अलावा मानव कल्याण संस्थान के निदेशक और सेवानिवृत्त चिकित्सा अधिकारी डॉ॰गंगासिंह चौहान ने काजरी के रिटायर्ड वैज्ञानिक डॉ॰ए पी जैन के सहयोग से एलोविरा और मशरूम के कैप्सूल तैयार किए हैं, जो एड्स रोगियों के लिए बहुत लाभदायक हैं। यह रक्त शुद्धि भी करता है। .

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घोटकी जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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वन्दे मातरम (एल्बम)

वंदे मातरम् भारतीय संगीतकार ए. आर. रहमान की स्टूडियो एलबम है। यह सबसे अधिक बिकने वाली भारतीय गैर-फ़िल्मी एल्बम है। इसे ९ दिसम्बर १९९७ में कॉलम्बिया रेकॉर्ड्स द्वारा जरी किया गया था। एल्बम भारत की आजादी की स्वर्ण जयंती वर्षगांठ के अवसर पर जारी किया गया था और भारत के लोगों के बीच देशभक्ति गर्व और राष्ट्रीय एकता की भावना को में भरने में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। .

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वरदा चक्रवात

वरदा चक्रवात बंगाल की खाड़ी में उठा एक चक्रवाती तूफान है। 12 दिसम्बर 2016 को यह तूफान आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तट से टकरा गया। पाकिस्तान द्वारा इसे 'वरदा' नाम दिया गया, इसका मतलब लाल गुलाब है। .

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वरवाल

वरवाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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वल्लभ भाई पटेल

श्रेणी: सरदार वल्लभ भाई पटेल (સરદાર વલ્લભભાઈ પટેલ; 31 अक्टूबर, 1875 - 15 दिसंबर, 1950) भारत के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। भारत की आजादी के बाद वे प्रथम गृह मंत्री और उप-प्रधानमंत्री बने। बारडोली सत्याग्रह का नेतृत्व कर रहे पटेल को सत्याग्रह की सफलता पर वहाँ की महिलाओं ने सरदार की उपाधि प्रदान की। आजादी के बाद विभिन्न रियासतों में बिखरे भारत के भू-राजनीतिक एकीकरण में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए पटेल को भारत का बिस्मार्क और लौह पुरूष भी कहा जाता है। .

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वसीम तरड़

वसीम तरड़ एक मशहूर पाकिस्तानी पत्रकार, उर्दू स्तंभकार और राजनीतिक विश्लेषक है। उसके स्तंभ दैनिक पाकिस्तान में नियमित रूप से आता है।इससे पहले वे प्रसिद्ध उर्दू अखबारों में काम करते रहे हैं। .

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वसीम अब्बास

वसीम अब्बास (उर्दू: وسیم عباس) एक पाकिस्तानी टेलीविजन, फिल्म अभिनेता और निर्देशक है। वह प्रसिद्ध अभिनेत्री सबा हमीद के पति हैं। .

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वसीर

वसीर एक जाट गोत्र है। इस गोत्र के लोग मुख्यतः पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में निवास करते हैं। .

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वहाब रियाज़

वहाब रियाज़ (अंग्रेजी: Wahab Riaz) (उर्दू:وہاب ریاض‎) जिनका जन्म पाकिस्तान के लाहौर शहर में २८ जून १९८५ में हुआ था।http://www.espncricinfo.com/ci/content/player/43590.html ये राष्ट्रीय टीम पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। इन्होंने अपना पहला टेस्ट क्रिकेट मैच इंग्लैंड क्रिकेट टीम के विरुद्ध २०१० में खेला था। जबकि पहला एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच ज़िम्बाब्वे सामने २००८ में खेला था। .

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वादोर

वादोर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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वापडा टाउन

वापडा टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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वाराह

Little Piggies.

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वाराह, पाकिस्तान

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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वाघा

right वाघा (पंजाबी: ਵਾਘਾ; उर्दू:واہگہ) भारत के अमृतसर, तथा पाकिस्तान के लाहौर के बीच ग्रैंड ट्रंक रोड पर स्थित गाँव है जहाँ से दोनों देशों की सीमा गुजरती है। भारत और पाकिस्तान के बीच थल-मार्ग से सीमा पार करने का यही एकमात्र निर्धारित स्थान है। यह स्थान अमृतसर से ३२ किमी तथा लाहौर से २२ किमी दूरी पर स्थित है। .

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वाख़ी भाषा

वाख़ी भाषा वाख़ान क्षेत्र में बोली जाती है वाख़ी (वाख़ी: ख़ीक ज़िक; फ़ारसी:; अंग्रेज़ी: Wakhi) पूर्वी ईरानी भाषा-परिवार की पामीरी उपशाखा की एक भाषा है। इसे पूर्वोत्तरी अफ़्ग़ानिस्तान के वाख़ान क्षेत्र और उसे से लगे चीन, पाकिस्तान और ताजिकिस्तान के इलाकों में बोला जाता है। इसे बोलने वालों की संख्या लगभग ३०,००० है। .

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वांतरिक्ष

पृथ्वी का वायुमण्डल और उससे सटा अंतरिक्ष मिलाकर वांतरिक्ष (वा+अंतरिक्ष .

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विनोद खन्ना

विनोद खन्ना (जन्म: रविवार, ६ अक्टूबर, १९४६ - निधन: गुरुवार, २७ अप्रैल २०१७) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे जिनका जन्म पेशावर (ब्रितानी भारत) में हुआ था जबकि इनका लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित रहने की वजह से २७ अप्रैल २०१७ को मुम्बई के एच एन रिलायंस अस्पताल में निधन हो गया । .

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विभागीय वनडे कप 2016

2016-17 विभागीय वनडे कप पाकिस्तान में एक लिस्ट ए क्रिकेट टूर्नामेंट था। प्रतियोगिता 17 दिसंबर 2016 से 2 जनवरी 2017 तक था। अंतिम मैच हबीब बैंक लिमिटेड 5 विकेट से जीतने के साथ सुई सदर्न गैस निगम और हबीब बैंक लिमिटेड के बीच खेला गया था। .

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: A

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: B

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: C

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: D

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: I

I.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: J

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: K

K.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: L

L.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: M

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: O

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: P

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: S

S.

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विमानक्षेत्रों की सूची IATA कोड अनुसार: U

U.

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विमानक्षेत्रों की सूची ICAO कोड अनुसार: O

Format of entries is.

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विश्व धरोहर

यूनेस्को की विश्व विरासत समिति का लोगो युनेस्को विश्व विरासत स्थल ऐसे खास स्थानों (जैसे वन क्षेत्र, पर्वत, झील, मरुस्थल, स्मारक, भवन, या शहर इत्यादि) को कहा जाता है, जो विश्व विरासत स्थल समिति द्वारा चयनित होते हैं; और यही समिति इन स्थलों की देखरेख युनेस्को के तत्वाधान में करती है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विश्व के ऐसे स्थलों को चयनित एवं संरक्षित करना होता है जो विश्व संस्कृति की दृष्टि से मानवता के लिए महत्वपूर्ण हैं। कुछ खास परिस्थितियों में ऐसे स्थलों को इस समिति द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है। अब तक (2006 तक) पूरी दुनिया में लगभग 830 स्थलों को विश्व विरासत स्थल घोषित किया जा चुका है जिसमें 644 सांस्कृतिक, 24 मिले-जुले और 138 अन्य स्थल हैं। प्रत्येक विरासत स्थल उस देश विशेष की संपत्ति होती है, जिस देश में वह स्थल स्थित हो; परंतु अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का हित भी इसी में होता है कि वे आनेवाली पीढियों के लिए और मानवता के हित के लिए इनका संरक्षण करें। बल्कि पूरे विश्व समुदाय को इसके संरक्षण की जिम्मेवारी होती है। .

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विश्व में बौद्ध धर्म

बौद्ध धर्म विश्व के प्रमुख धर्मों में से एक है, और इसके संस्थापक गौतम बुद्ध (ईसवी पूर्व ५६३ - ईसवी पूर्व ४८३) थे। विश्व में करीब १९२ करोड़ (२८.७८%) लोक बौद्ध धर्म को माननेवाले है। दुसरे सर्वेक्षण के अनुसार १.६ अरब से १.८ अरब लोक (२३% से २५%) प्रतिनिधित्व बौद्ध करते है। बौद्ध धर्म एक धर्म और दर्शन है। संसार में ईसाई धर्म धर्म के बाद सबसे अधिक बौद्ध धर्म के ही अनुयायि पाये जाते। हालांकि कुछ सर्वेक्षणों के अनुसार बौद्ध धर्म आबादी ४८.८ करोड़ से ५३.५ करोड़ (विश्व की जनसंख्या में ९% से १०%) भी बताई जाती है। विश्व के सभी महाद्विपों में बौद्ध धर्म के अनुयायि रहते है। बौद्ध धर्म दुनिया का पहला विश्व धर्म है, जो अपने जन्मस्थान से निकलकर विश्व में दूर दूर तक फैला। आज दुनिया में बौद्ध धर्म की आबादी हिन्दू धर्म से अधिक और इस्लाम धर्म के बराबर या इस्लाम धर्म से भी अधिक है। भारत में बौद्ध धर्म अल्पसंख्यक है, जबकि भारत में इस विश्व धर्म का उदय हुआ था। परंतु एशिया में बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म बना रहा। २०१० में १.०७ अरब से १.२२ अरब जनसंख्या के साथ चीन बौद्धों की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, चीन की कुल आबादी में ८०% से ९१% बौद्ध अनुयायि है। ज्यादातर चीनी बौद्ध महायान सम्प्रदाय के अनुयायि है। दुनिया की ६५% से ७०% बौद्ध आबादी चीन में रहती है। .

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विश्व में इस्लाम धर्म

इस्लाम; दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक समूह है। 2010 के एक अध्ययन के अनुसार जनवरी 2011 में जारी किया गया था, इस्लाम के पास 1.6 अरब अनुयायी हैं, जो विश्व की आबादी का 23% हिस्सा बनाता हैं। 2015 में एक और अध्ययन के अनुसार इस्लाम में 1.7 बिलियन अनुयायी हैं। अधिकांश मुस्लिम दो संप्रदायों में हैं: सुन्नी (80-90%, करीब 1.5 अरब लोग) या शिया (20-30%, लगभग 340-510 मिलियन लोग)। मध्य पूर्व, उत्तरी अफ्रीका, अफ्रीका का हॉर्न, सहारा, मध्य एशिया और एशिया के कुछ अन्य हिस्सों में इस्लाम प्रमुख धर्म है। मुस्लिमों के बड़े समुदाय भी चीन, बाल्कन, भारत और रूस में पाए जाते हैं। दुनिया के अन्य बड़े हिस्सो में मुस्लिम आप्रवासी समुदायों की मेजबानी करते हैं; पश्चिमी यूरोप में, उदाहरण के लिए, ईसाई धर्म के बाद इस्लाम धर्म दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, जहां यह कुल आबादी का 6% या 24 मिलियन लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। .

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विश्व के देशों में शहरों की सूचियाँ

This is a list of articles on the cities of contemporary countries, states and dependencies.

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विश्व के सर्वोच्च पर्वतों की सूची

पृथ्वी पर कम-से-कम 109 पर्वत हैं जिनकि ऊँचाई समुद्रतल से 7,200 मीटर (23,622 फ़ुट) से अधिक है। इनमें से अधिकांश भारतीय उपमहाद्वीप और तिब्बत की सीमा पर स्थित हैं, और कुछ मध्य एशिया में हैं। इस सूचि में केवल ऐसे ही शिखर सम्मिलित हैं जिन्हें अकेला खड़ा पर्वत माना जा सकता है, यानि एक ही पर्वत के अलग-अलग शिखरों को नहीं गिना गया है। .

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विश्व की मुद्राएँ

विश्व की कुछ प्रमुख मुद्राएँ निम्नलिखित हैं:-.

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विहाड़ी ज़िला

ज़िला विहाड़ी, (उर्दू:ضِلع وِہاڑی) पाकिस्तान के पंजाब सूबे का एक ज़िला है। .

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विजय दिवस

विजय दिवस 16 दिसम्बर को 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के कारण मनाया जाता है। इस युद्ध के अंत के बाद 93,000 पाकिस्तानी सेना आत्मसमर्पण कर देती है।साल 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्‍तान को करारी शिकस्‍त दी, जिसके बाद पूर्वी पाकिस्तान आजाद हो गया, जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है.

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विजय कुमार मलहोत्रा

विजय कुमार मलहोत्रा विजय कुमार मलहोत्रा (जन्म: ३ दिसम्बर १९३१ लाहौर) भारत के एक राजनेता तथा शिक्षाविद हैं। वे लोक सभा सांसद, खेलकूद प्रशासक व शिक्षा जगत से सम्बद्ध प्रोफेसर हैं। लोग उन्हें प्रोफेसर विजय कुमार मलहोत्रा के नाम से भी जानते हैं। उन्होंने दिल्ली सदर व दक्षिणी दिल्ली से क्रमाश: ९वीं व १४वीं लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया। कई संसदीय समितियों के सदस्य से लेकर अध्यक्ष रह चुके श्री मलहोत्रा आजकल ग्रेटर कैलाश नई दिल्ली से दिल्ली विधान सभा के सदस्य हैं। उनकी गणना भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों में की जाती है। .

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विजय कुमार सिंह

जनरल विजय कुमार सिंह, परम विशिष्ट सेवा मैडल, अति विशिष्ट सेवा मैडल, युद्ध सेवा मैडल, एडीसी (जन्म: 10 मई 1951) भारतीय सेना को २६वें थल-सेनाध्यक्ष थे। वर्तमान में वे गाज़ियाबाद से भाजपा के सांसद है तथा नरेंद्र मोदी नीत सरकार में उत्तर-पूर्वी भारत से संबंधित मामलों के राज्यमंत्री हैं।। जनरल के पद तक पहुँचने वाले वे पहले प्रशिक्षित कमांडो हैं और वे एसे प्रथम भारतीय सेना प्रमुख हैं जो सरकार को न्यायालय तक लेकर गये। .

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विव रिचर्ड्स

विव रिचर्ड्स' कैरियर ग्राफ प्रदर्शन. सर इसाक विवियन एलेक्जेंडर रिचर्ड्स, केजीएन, ओबीई (जन्म - 7 मार्च 1952 सेंट जॉन, एंटीगुआ) वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर हैं। क्रिकेट जगत में इनके दूसरे नाम विवियन या, विव और किंग विव के रूप अधिक लोकप्रिय नाम से जाना जाता है, रिचर्ड्स को 100 सदस्यों के विशेषज्ञ पैनल ने बीसवीं शताब्दी के पांच महान खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया है, इस सूची में विवियन रिचर्ड्स के अलावा सर डोनाल्ड ब्रेडमैन, सर गैरीफील्ड सोबर्स, सर जैक हॉब्स और महान लेग स्पिनर शेन वार्न का नाम भी शामिल है। फरवरी 2002 में क्रिकेट की बाइबल कही जाने वाली क्रिकेट पत्रिका विजडन द्वारा विवियन रिचर्ड्स की एक पारी को वन डे अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट (ओडीआई) की सर्वश्रेष्ठ इनिंग घोषित किया गया। इसी वर्ष दिसंबर में विज़डन ने उन्हे वन डे क्रिकेट का सर्वकालीन और टेस्ट क्रिकेट के तीन महान बल्लेबाज़ों में से एक घोषित किया, सवा सौ साल के क्रिकेट इतिहास में सिर्फ दो बल्लेबाज़ सर डान ब्रेडमैन और भारत के सचिन तेंदुलकर का स्थान ही उनसे ऊपर आंका गया है। .

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विकासशील देश

012 अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और संयुक्त राष्ट्र द्वारा किया गया वर्गीकरण 2009 तक नव औद्योगीकृत देश क्वॉरटाइल (2010 के आंकड़े पर आधारित, 4 नवम्बर 2010 को प्रकाशित के आधार पर) के आधार पर विश्व बैंक द्वारा विकसित मानव विकास रिपोर्ट सांखियकी. मानव विकास रिपोर्ट (एचडीआर). संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) विकासशील देश शब्द का प्रयोग किसी ऐसे देश के लिए किया जाता है जिसके भौतिक सुखों का स्तर निम्न होता है (इस शब्द को लेकर तीसरी दुनिया के देशों के साथ भ्रमित नहीं होना चाहिए).

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वज़ीराबाद

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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वज़ीरिस्तान

पाकिस्तान में वज़ीरिस्तान (उत्तरी एवं दक्षिणी) पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी सीमांत प्रांत का एक सूबा। यह पूर्व में एक अमीरात हुआ करता था। बाद में पाकिस्तान का अंग बना। अब इसने अपने आप को एक स्वतंत्र राज्य घोषित किया है। पर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इसे मान्यता प्राप्त नहीं है। .

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वजीर अहमद जोगेजीई

वजीर अहमद जोगेजीई एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 22/03/1985 से 29/05/1988 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि

व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) को ही कांप्रेहेन्सिव टेस्ट बैन ट्रीटी कहा जाता है। यह एक ऐसा समझौता है जिसके जरिए परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित किया गया है। यह संधि 24 सितंबर 1996 को अस्तित्व में आयी। उस समय इस पर ७१ देशों ने हस्ताक्षर किया था। अब तक इस पर १७८ देशों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। भारत और पाकिस्तान ने सीटीबीटी पर अब तक हस्ताक्षर नहीं किया है। इसके तहत परमाणु परीक्षणों को प्रतिबंधित करने के साथ यह प्रावधान भी किया गया है कि सदस्य देश अपने नियंत्रण में आने वाले क्षेत्रें में भी परमाणु परीक्षण को नियंत्रित करेंगे। .

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व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर

व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर (एमबीए (MBA)) व्यवसाय प्रशासन में मास्टर की डिग्री है, जो विस्तृत श्रृंखला के शैक्षिक विषयों से लोगों को आकर्षित करती है। व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर पद संयुक्त राज्य अमेरिका में आरम्भ हुआ, अतिकाल 19 वीं सदी से उभरता हुआ जैसे देश औद्योगिक बना और कंपनियों ने प्रबंधन के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण की तलाश की.

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व्यवसाय अध्ययन

व्यवसाय अध्ययन (Business studies) एक शैक्षिक विषय है जिसमें लेखांकन, वित्त, विपणन, संगठनात्मक अध्ययन एवं अर्थशास्त्र के मूल तत्त्वों का सम्मिश्रण होता है। यह विषय भारत, आस्ट्रेलिया, कनाडा, स्वीडन, हांगकांग, नेपाल, आयरलैण्ड, न्यूजीलैण्ड, श्री लंका, पाकिस्तान, जिम्बाबवे, अर्जेंटाइना, तंजानिया तथा संयुक्त राजशाही आदि देशों में उच्च स्तर पर पढ़ाया जाता है। .

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वृहद भारत

'''वृहद भारत''': केसरिया - भारतीय उपमहाद्वीप; हल्का केसरिया: वे क्षेत्र जहाँ हिन्दू धर्म फैला; पीला - वे क्षेत्र जिनमें बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ वृहद भारत (Greater India) से अभिप्राय भारत सहित उन अन्य देशों से है जिनमें ऐतिहासिक रूप से भारतीय संस्कृति का प्रभाव है। इसमें दक्षिणपूर्व एशिया के भारतीकृत राज्य मुख्य रूप से शामिल है जिनमें ५वीं से १५वीं सदी तक हिन्दू धर्म का प्रसार हुआ था। वृहद भारत में मध्य एशिया एवं चीन के वे वे भूभाग भी सम्मिलित किये जा सकते हैं जिनमे भारत में उद्भूत बौद्ध धर्म का प्रसार हुआ था। इस प्रकार पश्चिम में वृहद भारत कीघा सीमा वृहद फारस की सीमा में हिन्दुकुश एवं पामीर पर्वतों तक जायेगी। भारत का सांस्कृतिक प्रभाव क्षेत्र .

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वृहद्क्षत्र

वृहद्क्षत्र ने कैकेय देश के पाँचो कैकेय भाईयों का नेतृत्व किया। यह स्थान आज के पाकिस्तान में कहीं स्थित है। कैकेय बंधुओं ने बहुत से योद्धाओं से युद्ध किया। वृहद्क्षत्र ने क्षेमधुर्ति का वध किया। वृहद्क्षत्र पाण्डव पक्ष का योद्धा था। तीनों भाईयों, पुरूजीत, धृष्टकेतु और वृहद्क्षत्र का वध चौदहवें दिन के युद्ध में द्रोणाचार्य के हाथों हुआ। अन्य कैकेय बंधु अपने अन्य भाईयों द्वारा मारे गए जो कौरव सेना की ओर से युद्ध कर रहे थे। .

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वैदिक सभ्यता

प्राचीन भारत वैदिक सभ्यता प्राचीन भारत की सभ्यता है जिसमें वेदों की रचना हुई। भारतीय विद्वान् तो इस सभ्यता को अनादि परम्परा आया हुआ मानते हैं | पश्चिमी विद्वानो के अनुसार आर्यों का एक समुदाय भारत मे लगभग 1500 इस्वी ईसा पूर्व आया और उनके आगमन के साथ ही यह सभ्यता आरंभ हुई थी। आम तौर पर अधिकतर विद्वान वैदिक सभ्यता का काल 1500 इस्वी ईसा पूर्व से 500 इस्वी ईसा पूर्व के बीच मे मानते है, परन्तु नए पुरातत्त्व उत्खननो से मिले अवशेषों मे वैदिक सभ्यता के कई अवशेष मिले हैं जिससे आधुनिक विद्वान जैसे डेविड फ्राले, तेलगिरी, बी बी लाल, एस र राव, सुभाष काक, अरविन्दो यह मानने लगे है कि वैदिक सभ्यता भारत मे ही शुरु हुई थी और ऋग्वेद का रचना शुंग काल में हुयी, क्योंकि आर्यो के भारत मे आने का न तो कोई पुरातत्त्व उत्खननो से प्रमाण मिला है और न ही डी एन ए अनुसन्धानो से कोई प्रमाण मिला है इस काल में वर्तमान हिंदू धर्म के स्वरूप की नींव पड़ी थी जो आज भी अस्तित्व में है। वेदों के अतिरिक्त संस्कृत के अन्य कई ग्रंथो की रचना भी इसी काल में हुई थी। वेदांगसूत्रौं की रचना मन्त्र ब्राह्मणग्रंथ और उपनिषद इन वैदिकग्रन्थौं को व्यवस्थित करने मे हुआ है | अनन्तर रामायण, महाभारत,और पुराणौंकी रचना हुआ जो इस काल के ज्ञानप्रदायी स्रोत मानागया हैं। अनन्तर चार्वाक, तान्त्रिकौं,बौद्ध और जैन धर्म का उदय भी हुआ | इतिहासकारों का मानना है कि आर्य मुख्यतः उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों में रहते थे इस कारण आर्य सभ्यता का केन्द्र मुख्यतः उत्तरी भारत था। इस काल में उत्तरी भारत (आधुनिक पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा नेपाल समेत) कई महाजनपदों में बंटा था। .

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वैहोव़ा

वैहोव़ा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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वैंकूवर दक्षिण

Stastistics Canada: 2012 | demo-area-ref .

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वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1948-49

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम अक्टूबर 1948 से मार्च 1949 भारत, पाकिस्तान और सीलोन का दौरा किया और भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला में खेले थे। वेस्टइंडीज के चार मैचों में ड्रॉ की जा रही टेस्ट श्रृंखला 1-0 से जीत ली। वेस्टइंडीज पाकिस्तान में नवंबर और फरवरी में सीलोन चार मैचों में तीन मैच खेले। .

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वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1974-75

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम की कप्तानी द्वारा क्लाइव लॉयड, का दौरा किया था भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान से नवंबर 1974 मार्च और 1975 निभाई पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के खिलाफ भारत राष्ट्रीय क्रिकेट टीम द्वारा पीछा किया एक दो मैचों की श्रृंखला के खिलाफ पाकिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम। वेस्टइंडीज ने भारत को 3-2 से श्रृंखला में जीत दर्ज की और पाकिस्तान में श्रृंखला ड्रॉ हो गया था 0-0। श्रीलंका में वेस्टइंडीज खेला श्रीलंका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम है जो तब टेस्ट दर्जा हासिल नहीं था के खिलाफ दो मैचों; इसलिए, अंतरराष्ट्रीय कोलंबो क्रिकेट क्लब ग्राउंड और पैकीअसोथी सरावनामुत्तु स्टेडियम में खेला जाता है, दोनों कोलंबो में, प्रथम श्रेणी के मैचों के रूप में वर्गीकृत कर रहे हैं। भारत मंसूर अली खान पटौदी, इंतिखाब आलम, पाकिस्तान और श्रीलंका रंजीब टेनकूं द्वारा की कप्तानी कर रहे थे। .

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वॅलेंसिय़ा टाउन, लाहौर

वॅलेंसिय़ा टाउन।, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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वॅलेंसिय़ा होम्स

वॅलेंसिय़ा होम्स, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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वी पी मेनोन

राउ बहादुर वाप्पला पंगुन्नि मेनोन (३० सितंबर १८९३ - ३१ दिसंबर १९६५) एक भारतीय प्रशासनिक सेवक थे जो भारत के अन्तिम तीन वाइसरायों के संविधानिक सलाहकार एवं राजनीतिक सुधार आयुक्त भी थे। भारत के विभाजन के काल में तथा उसके बाद भारत के राजनीतिक एकीकरण में उनकी महती भूमिका रही। बाद में वे स्वतंत्र पार्टी के सदस्य बन गये थे। .

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वीना मलिक

वीना मलिक (وینا ملک) (प्रदत्त नाम: ज़ाहिदा मलिक) एक पाकिस्तानी अभिनेत्री और मॉडल जो लॉलीवुड और बॉलीवुड की फ़िल्मों में काम कर चुकी हैं। .

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वीरेन्द्र सहवाग

वीरेन्द्र सहवाग (अंग्रेजी: Virender Sehwag, जन्म: 20 अक्टूबर 1978, हरियाणा) एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। प्यार से उन्हें सभी "वीरू" ही कहते हैं। वैसे उन्हें "नज़फ़गढ़ के नवाब" व "आधुनिक क्रिकेट के ज़ेन मास्टर" के रूप में भी जाना जाता है। वे दायें हाथ के आक्रामक सलामी बल्लेबाज तो हैं ही किन्तु आवश्यकता के समय दायें हाथ से ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी भी कर लेते हैं। उन्होंने भारत की ओर से पहला एकदिवसीय मैच 1999 में व पहला टेस्ट मैच 2001 में खेला था। अप्रैल 2009 में सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय बने जिन्हें "विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर" के खिताब से नवाज़ा गया। उन्होंने अगले वर्ष भी इस ख़िताब को फिर जीता।http://www.espncricinfo.com/india/content/player/35263.html .

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खटिक

खटिक, भारत एवं पाकिस्तान में पायी जाने वाली एक जाति है। भारत में ये पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में पायी जाती है। पाकिस्तान में ये पंजाब प्रान्त में पाये जाते हैं। भारत के अधिकांश खटिक हिन्दू हैं जबकि पाकिस्तान के अधिकांश मुसलमान। हिन्दू खटिक अनुसूचित जाति के हैं जबकि मुसलमान खटिक अनुसूचित जाति में सम्मिलित किये जाने के लिये प्रयत्न कर रहे। समझा जाता है कि 'खटिक' शब्द के मूल में संस्कृत 'खट्टिक' शब्द है जिसका अर्थ कसाई अथवा व्याध (बहेलिया) होता है। किन्तु उत्तर प्रदेश और बिहार के खटिक खेती करते और तरकारी तथा फल बेचने का कार्य करते हैं। महाराष्ट्र में संखार, बकरकसाव, चलनमहाराव एवं ओर चराव नामक इसकी उपजातियाँ कही जाती हैं। बकरकसाव मांस बेचने का काम करते हैं। श्रेणी:जाति.

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खनिज

विभिन्न प्रकार के खनिज खनिज ऐसे भौतिक पदार्थ हैं जो खान से खोद कर निकाले जाते हैं। कुछ उपयोगी खनिज पदार्थों के नाम हैं - लोहा, अभ्रक, कोयला, बॉक्साइट (जिससे अलुमिनियम बनता है), नमक (पाकिस्तान व भारत के अनेक क्षेत्रों में खान से नमक निकाला जाता है!), जस्ता, चूना पत्थर इत्यादि। .

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खरक

खरक या खर्ग या खिर्क या रोकू (honeyberry या hackberry) एक पतझड़ी वृक्ष है जो २० से २५ मीटर तक उग सकता है।, Great Britain India Office, Printed by Calcutta Central Press Company, 1883,...

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ख़रमंग

ख़रमंग ज़िला, पाकिस्तान के गिल्गित-बल्तिस्तान का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, तोल्ती शहर है। वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 20,000 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषाएँ, स्थानीय बाल्ती और कश्मीरी भाषाएँ हैं, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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ख़लीलुर रहमन

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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ख़सरा

---- भारत और पाकिस्तान में ख़सरा एक कृषि-सम्बन्धी क़ानूनी दस्तावेज़ होता है जिसमें किसी गाँव के ज़मीन के किसी टुकड़े और उस पर उगाई जा रही फसलों का ब्यौरा लिखा होता है।, Baden Henry Baden-Powell, Clarendon Press, 1892,...The shajra or village map...

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ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान

ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान (1890 - 20 जनवरी 1988) सीमाप्रांत और बलूचिस्तान के एक महान राजनेता थे जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और अपने कार्य और निष्ठा के कारण "सरहदी गांधी" (सीमान्त गांधी), "बच्चा खाँ" तथा "बादशाह खान" के नाम से पुकारे जाने लगे। वे भारतीय उपमहाद्वीप में अंग्रेज शासन के विरुद्ध अहिंसा के प्रयोग के लिए जाने जाते है। एक समय उनका लक्ष्य संयुक्त, स्वतन्त्र और धर्मनिरपेक्ष भारत था। इसके लिये उन्होने 1920 में खुदाई खिदमतगार नाम के संग्ठन की स्थापना की। यह संगठन "सुर्ख पोश" के नाम से भी जाने जाता है। .

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ख़ारान (रियासत)

ख़ारान (बलोच: خاران, अंग्रेज़ी: Kharan) बलोचिस्तान में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप में ब्रिटिश राज के काल में एक रियासत थी। भारत व पाकिस्तान की स्वतंत्रता के बाद यह अगस्त १९४७ से लेकर अक्तूबर १९४८ तक एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में था, जिसके बाद इसका पाकिस्तान में विलय कर दिया गया। सन् १६९७ में हुई अपनी स्थापना के बाद से ही यह कलात ख़ानत की अधीनता स्वीकारती थी और यह दर्जा १९४० तक स्थापित रहा। रियासत के अधिकतर लोग बलोच भाषा बोलते थे हालांकि ब्राहुई भाषा बोलने वाले छोटे समुदाय भी रियासत-भर में विस्तृत थे। .

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ख़ुदा

ख़ुदा ख़ुदा (फ़ारसी) बहुत सी भाषाओं में पाया जाने वाला 'ईश्वर' के लिए एक शब्द है। इसका अर्थ कभी-कभी 'मालिक' और 'मार्गदर्शक' भी निकाला जाता है। ये शब्द फारसी या पश्तून भाषा का है। ये मुख्य तौर पर ईस्लाम ओर पारसी धर्म में भगवान के लिये उपयोग होता है। .

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ख़ुदा बक्श मारी

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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ख़ुबानी

ख़ुबानी एक गुठलीदार फल है। वनस्पति-विज्ञान के नज़रिए से ख़ुबानी, आलू बुख़ारा और आड़ू तीनों एक ही "प्रूनस" नाम के वनस्पति परिवार के फल हैं। उत्तर भारत और पाकिस्तान में यह बहुत ही महत्वपूर्ण फल समझा जाता है और कुछ विशेषज्ञों के अनुसार यह भारत में पिछले ५,००० साल से उगाया जा रहा है।Huxley, A., ed.

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ख़ुर्द और कलाँ

ख़ुर्द और कलाँ फ़ारसी भाषा के शब्द हैं जो हिन्दी में और भारतीय उपमहाद्वीप में कई सन्दर्भों में पाए जाते हैं, विशेषकर जगहों के नामों में। "ख़ुर्द" का मतलब "छोटा" होता है और "कलाँ" का मतलब बड़ा होता है। इन नामों को मुग़लिया ज़माने से प्रयोग किया जा रहा है। छोटी आबादी वाले गांवों-कस्बों के पीछे खुर्द शब्द लगाया गया। फ़ारसी के इस शब्द का अर्थ होता है छोटा। यह खुर्द संस्कृत के क्षुद्र से ही बना है जिसमें लघु, छोटा या सूक्ष्मता का भाव है। देश भर में खुर्द धारी गांवों की तादाद हजारों में है। इसी तरह कई गांवों के साथ कलां शब्द जुड़ा मिलता है जैसे कोसी कलां , बामनियां कलां । जिस तरह खुर्द शब्द छोटे या लघु का पर्याय बना उसी तरह कलां शब्द बड़े या विशाल का पर्याय बना। कलां का प्रयोग लगभग उसी अर्थ में होता था जैसे भारत के लिए प्राचीनकाल में बृहत्तर भारत शब्द का प्रयोग होता था जिसमें बर्मा से लेकर ईरान तक का समूचा भूक्षेत्र आता था।  हालांकि किसी यात्रावृत्त में हिन्दुस्तान कलां जैसा शब्द नहीं मिलता।  ग्रेटर ब्रिटेन की बात चलती थी तो उसके उपनिवेशों का संदर्भ निहित होता था। इसी तरह कलां शब्द की अर्थवत्ता भी ग्रामीण आबादियों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है। कलां मूलतः फ़ारसी  का शब्द है जिसका मतलब होता है वरिष्ठ, बड़ा, दीर्घ या विशाल। वैसे इसकी व्युत्पत्ति अज्ञात है। कुछ संदर्भों में इसे सेमेटिक भाषा परिवार का बताया जाता है और इसे ईश्वर की महानता से जोड़ा जाता है। कलां की अर्थवत्ता के आधार पर यह ठीक है मगर इसकी पुष्टि किसी सेमेटिक धातु से नहीं होती। कलां शब्द का प्रयोग सिर्फ स्थानों का रुतबा बताने के लिए ही नहीं होता था बल्कि व्यक्तियों के नाम भी होते थे जैसे मिर्जा कलां या अमीर कलां अल बुखारी जिसका मतलब बुखारा का महान अमीर होता है। जाहिर है यहां कलां शब्द का अर्थ महान है।   मुस्लिम शासनकाल में बसाहटों के नामकरण की महिमा यहीं खत्म नहीं होती। कई गांवों के नामों के साथ बुजुर्ग शब्द लगा मिलता है जैसे सोनपिपरी बुजुर्ग । जाहिर है हमनाम गांव से फर्क करने के लिए एक बसाहट को वरिष्ठ मानते हुए उसके आगे बुजुर्ग लगा दिया गया और दूसरा हुआ सोनपिपरी खुर्द । ऐसी कई ग्रामीण बस्तियां हजारों की संख्या में हैं। इसी तरह किसी गांव के विशिष्ट दर्जे को देखते हुए उसके साथ जागीर शब्द लगा दिया जाता था। इसका अर्थ यह हुआ कि सालाना राजस्व वसूली से उस गांव का हिस्सा सरकारी ख़जाने में नहीं जाएगा अथवा उसे आंशिक छूट मिलेगी। मुग़लों के दौर में प्रभावी व्यक्तियों को अथवा पुरस्कार स्वरूप सामान्य वर्ग के लोगो को भी गांव जागीर में दिये जाते थे। मगर उसी नाम के अन्य गांवों से फ़र्क करने के लिए नए बने जागीरदार उसके आगे जागीर जोड़ देते थे जैसे हिनौतियाऔर हिनौतिया जागीर । .

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ख़ुर्शीद महमूद कसूरी

ख़ुर्शीद महमूद कसूरी (जन्म १८ जून १९४१) पाकिस्तान के विदेश सेवा विशेषज्ञ, राजनीतिज्ञ और राजनयिक हैं जो नवम्बर २००२ से नवम्बर २००७ तक पाकिस्तान के विदेश मंत्री रहे। .

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ख़ुशाब

ख़ुशाब पंजाब, पाकिस्तान का एक ऐतिहासिक शहर है। इस की विशिष्टता इस बात में है कि यहां सरसब्ज़ मैदान, पहाड़ियां और सहराई इलाक़े हैं। वादी सून जो एक अहम पहाड़ी मुक़ाम है भी इसी इलाक़े में है। खनिज से भरपूर जिले के लोग मेहनती और कृषि पेशा है। यहां की ज्यादातर आबादी अवान और बलूच जनजातियों से संबंध रखती है। यहाँ कि अक्सर लोग सेना में शामिल बाकी व्यवसायों में पसंद करते हैं। खुशाब में 50 मेगावाट का एक परमाणु रिएक्टर भी ज़िले खुशाब के गांव शाह हुसैन थल में नवाब अल्लाबक्ष खारा एक प्रमुख सामाजिक-राजनीतिक व्यक्ति थे। अब उनके पोते प्रोफेसर देश जावेद इकबाल खारा ने उनके नाम पर नवाब अल्लाबक्ष खारा इस्लामिक रिसर्च सैंटर शाह हुसैन थल की बुनियाद रखी है। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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ख़ुज़दार

ख़ुज़दार (उर्दू व बलोच: خضدار, अंग्रेज़ी: Khuzdar) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त के ख़ुज़दार ज़िले की राजधानी और बलोचिस्तान प्रान्त का क्वेटा के बाद दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह पारम्परिक रूप से झालावान क्षेत्र का भाग था और बाद में कलात ख़ानत का भाग हुआ। यहाँब्राहुई भाषा की दक्षिणी उपभाषा बोली जाती है, जो "झालावानी" कहलाती है। .

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ख़ुज़दार ज़िला

ख़ुज़दार (उर्दू व बलोच: خضدار, अंग्रेज़ी: Khuzdar) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। यह पारम्परिक रूप से झालावान क्षेत्र का भाग है और कलात ख़ानत का हिस्सा था। ज़िले की राजधानी ख़ुज़दार शहर है, जो बलोचिस्तान प्रान्त का दूसरा सबसे बड़ा नगर है। .

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ख़्वाजा शहाबुद्दीन

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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ख़ैबर एजेंसी

खैबर (خیبر) एक पाकिस्तानी एजेंसी है, जो कि पाकिस्तान के फ़ाटा क्षेत्र में स्थित है। इसका क्षेत्रफ़ल है 2,576 कि.मी² और 1998 की जनगणना अनुसार, जनसंख्या है 546,730.

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ख़ैबर दर्रा

ख़ैबर दर्रा ख़ैबर दर्रा ख़ैबर दर्रा या दर्र-ए-ख़ैबर (Khyber Pass) उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान की सीमा और अफगानिस्तान के काबुलिस्तान मैदान के बीच हिंदुकुश के सफेद कोह पर्वत शृंखला में स्थित एक प्रख्यात ऐतिहासिक दर्रा है। यह दर्रा ५० किमी लंबा है और इसका सबसे सँकरा भाग केवल १० फुट चौड़ा है। यह सँकरा मार्ग ६०० से १००० फुट की ऊँचाई पर बल खाता हुआ बृहदाकार पर्वतों के बीच खो सा जाता है। इस दर्रे के ज़रिये भारतीय उपमहाद्वीप और मध्य एशिया के बीच आया-जाया सकता है और इसने दोनों क्षेत्रों के इतिहास पर गहरी छाप छोड़ी है। ख़ैबर दर्रे का सबसे ऊँचा स्थान पाकिस्तान के संघ-शासित जनजातीय क्षेत्र की लंडी कोतल (لنڈی کوتل, Landi Kotal) नामक बस्ती के पास पड़ता है। इस दर्रे के इर्द-गिर्द पश्तून लोग बसते हैं। पेशावर से काबुल तक इस दर्रे से होकर अब एक सड़क बन गई है। यह सड़क चट्टानी ऊसर मैदान से होती हुई जमरूद से, जो अंग्रेजी सेना की छावनी थी और जहाँ अब पाकिस्तानी सेना रहती है, तीन मील आगे शादीबगियार के पास पहाड़ों में प्रवेश करती है और यहीं से खैबर दर्रा आरंभ होता है। कुछ दूर तक सड़क एक खड्ड में से होकर जाती है फिर बाई और शंगाई के पठार की ओर उठती है। इस स्थान से अली मसजिद दुर्ग दिखाई पड़ता है जो दर्रे के लगभग बीचोबीच ऊँचाई पर स्थित है। यह दुर्ग अनेक अभियानों का लक्ष्य रहा है। पश्चिम की ओर आगे बढ़ती हुई सड़क दाहिनी ओर घूमती है और टेढ़े-मेढ़े ढलान से होती हुई अली मसजिद की नदी में उतर कर उसके किनारे-किनारे चलती है। यहीं खैबर दर्रे का सँकरा भाग है जो केवल पंद्रह फुट चौड़ा है और ऊँचाई में २,००० फुट है। ५ किमी आगे बढ़ने पर घाटी चौड़ी होने लगती है। इस घाटी के दोनों और छोटे-छोटे गाँव और जक्काखेल अफ्रीदियों की लगभग साठ मीनारें है। इसके आगे लोआर्गी का पठार आता है जो १० किमी लंबा है और उसकी अधिकतम चौड़ाई तीन मील है। यह लंदी कोतल में जाकर समाप्त होता है। यहाँ अंगरेजों के काल का एक दुर्ग है। यहाँ से अफगानिस्तान का मैदानी भाग दिखाई देता है। लंदी कोतल से आगे सड़क छोटी पहाड़ियों के बीच से होती हुई काबुल नदी को चूमती डक्का पहुँचती है। यह मार्ग अब इतना प्रशस्त हो गया है कि छोटी लारियाँ और मोटरगाड़ियाँ काबुल तक सरलता से जा सकती हैं। इसके अतिरिक्त लंदी खाना तक, जिसे खैबर का पश्चिम कहा जाता है, रेलमार्ग भी बन गया है। इस रेलमार्ग का बनना १९२५ में आरंभ हुआ था। सामरिक दृष्टि में संसार भर में यह दर्रा सबसे अधिक महत्व का समझा जाता रहा है। भारत के 'प्रवेश द्वार' के रूप में इसके साथ अनेक स्मृतियाँ जुड़ी हुई हैं। समझा जाता है कि सिकन्दर के समय से लेकर बहुत बाद तक जितने भी आक्रामक शक-पल्लव, बाख्त्री, यवन, महमूद गजनी, चंगेज खाँ, तैमूर, बाबर आदि भारत आए उन्होंने इसी दर्रे के मार्ग से प्रवेश किया। किन्तु यह बात पूर्णतः सत्य नहीं है। दर्रे की दुर्गमता और इस प्रदेश के उद्दंड निविसियों के कारण इस मार्ग से सबके लिए बहुत साल तक प्रवेश सहज न था। भारत आनेवाले अधिकांश आक्रमणकारी या तो बलूचिस्तान होकर आए या 2 साँचा:पाकिस्तान के प्रमुख दर्रे श्रेणी:भारत का इतिहास श्रेणी:पाकिस्तान के पहाड़ी दर्रे श्रेणी:अफ़्गानिस्तान के पहाड़ी दर्रे श्रेणी:पश्तून लोग श्रेणी:ऐतिहासिक मार्ग.

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ख़ैबर पख़्तूनख़्वा

मकरा चोटी ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा (पहले:उत्तर पश्चिम सीमांत प्रान्त) पाकिस्तान का एक प्रान्त या सूबा है। इसे सूबा-ए-सरहद के नाम से भी जाना जाता है जो अफ़ग़ानिस्तान की सीमा पर स्थित है। यहाँ पर पश्तूनों की आबादी अधिक है जिन्हें स्थानीय रूप से पख़्तून भी कहते हैं। इनकी मातृभाषा पश्तो है। इस प्रांत की जनसंख्या करीब 2 करोड़ है जिसमें अफ़ग़ानिस्तान से आए शरणार्थियों की 15 लाख की आबादी सम्मिलित नहीं है। .

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ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के राज्यपाल

राज्यपाल खैबर पख्तूनख्वा, प्रांत ख़ैबर पख़्तूनख़्वा, पाकिस्तान की प्रांतीय सरकार के प्रमुख एवं औप्चारिक तौरपर उच्चतम् पदाधिकारी हैं। इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति पाकिस्तान, प्रधानमंत्री की परामर्श पर करते हैं और, पाकिस्तान के अन्य प्रांतीय राज्यपाल पदों के समान ही, आमतौर पर यह भी एक औपचारिक पद है, यानी राज्यपाल पास बहुत अधिक अधिकार नहीं होते हैं। हालांकि इतिहास में कई बार ऐसे अवसर आए हैं जब प्रांतीय गवर्नरों को अतिरिक्त व पूर्ण कार्याधिकार मिला है, खासकर इस मामले में जब प्रांतीय विधायिका भंग कर दी गई हो, तब प्रशासनिक विकल्प सीधे राज्यपाल के अधिकार-अंतर्गत आ जाते हैं जैसा 1958 से 1972 और 1977 से 1985 तक सैन्य शासन और 1999 से 2002 के राज्यपाल शासनों के दौरान राज्यपालों को जबरदस्त प्रशासनिक शक्ति मिलते रहे हैं। ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में दो बार, 1975 और 1994 में, राज्यपाल शासन लागू किया जा चुका है, जब मुख्यमंत्री और विधानसभा को बर्खास्त कर दिया गया था। .

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ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा के यूनियन परिषदों की सूची

यूनियन परिषद या यूनियन काउंसिल पाकिस्तान का हीनतम् प्रशासनिक इकाई होती है। क्रमशः यह पाकिस्तान में छठे स्तर का प्रशासनिक निकाय है: यानी पहले संघीय सरकार, फिर प्रांत, फिर प्रमंडल, फिर जिले फिर तहसील और अंत्यतः यूनियन परिषद। लेकिन 2007 के बाद परिमंडल को समाप्त कर दिया गया इसलिए अब यूनियन परिषद पांचवें-स्तर की इकाई है। संघ परिषद स्थानीय सरकार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। संघ परिषद में 21 पार्षद होते हैं जिनकी अध्यक्षता नाज़िम और उप मॉडरेटर करते हैं। पाकिस्तान में इस समय 6000 से अधिक संघ परिषद हैं। .

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ख़ैरपुर, चकवाल

ख़ैरपुर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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ख़ोस्त

ख़ोस्त मस्जिद ख़ोस्त (पश्तो:, अंग्रेजी: Khost) पूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान का एक शहर है। यह ख़ोस्त प्रान्त की राजधानी भी है, जो पाकिस्तान के सीमा के नज़दीक एक पर्वतीय इलाक़ा है। ख़ोस्त शहर की आबादी लगभग १.६ लाख है और पूरे ख़ोस्त प्रान्त की जनसँख्या क़रीब १० लाख है। यहाँ के अधिकतर निवासी पश्तो भाषी पठान हैं और सामाजिक व्यवस्था क़बीलीयाई है। अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत युद्ध के दौरान ख़ोस्त जुलाई १९८३ से नवम्बर १९८७ तक विद्रोही फौजों द्वारा घिरा रहा था।, David Rohde, Kristen Mulvihill, Penguin, 2010, ISBN 978-0-670-02223-6,...

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ख़ोस्त प्रान्त

अफ़्ग़ानिस्तान का ख़ोस्त प्रान्त (लाल रंग में) ख़ोस्त (पश्तो:, अंग्रेजी: Khost) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ४,१५२ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००९ में लगभग ६.४ लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी ख़ोस्त शहर है। इस प्रान्त में ज़्यादातर लोग पश्तो बोलने वाले पश्तून हैं। इसकी दक्षिणी और पूर्वी सीमा पाकिस्तान से लगती है। .

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ख़ोजक सुरंग

ख़ोजक सुरंग ख़ोजक सुरंग (Khojak Tunnel) या शेला बाग़ सुरंग पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत के क़िला अब्दुल्लाह ज़िले के चमन शहर के पास शेला बाग़ पहाड़ों में एक ३.९१ किमी लम्बी रेलवे सुरंग है। यह बलोचिस्तान के क्वेट्टा इलाक़े को कन्दाहार के मैदानी क्षेत्र से जोड़ती है। इसपर काम दिसम्बर १८८७ में शुरू किया गया था और इसे १८९१ में पूरा किया गया। इसपर उस ज़माने में कुल १.५२ करोड़ रूपये ख़र्च हुए और उस समय यह एशिया की सबसे लम्बी सुरंग थी (लेकिन अब नहीं है)। यह पाकिस्तान के ५ रूपये के नोट पर दर्शाई जाती है।, W. Spooner, 1891,...

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खाड़ी युद्ध

कोई विवरण नहीं।

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खाड़ी सहयोग परिषद

खाड़ी सहयोग परिषद (Golf Cooperation Council) यह संगठन फारस की खाड़ी से घिरे देशो का एक क्षेत्रीय समूह है सदस्य देश बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात है इसका मुख्यालय सऊदी अरब रियाद स्थित मेँ है तथा अधिकारिक भाषा अरबी है। .

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खान हबीबुल्लाह खान

खान हबीबुल्लाह खान, एक पाकिस्तानी राजनेता थे। वे अय्यूब खान की सरकार के दौरान पाकिस्तान के गृह मंत्री थे, और बाद में उन्होंने जुल्फिकार अली भुट्टो के प्रशासन के दौरान उनहोंने पाकिस्तान की उच्चसदन के सभापति के रूप में सेवा की थी। सभापति के रूप में उनका कार्यकाल, अगस्त १९७३ से जुलाई १९७७ तक था। .

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खानेवाल ज़िला

खानेवाल ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, खानेवाल शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 4,349 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 2,068,490 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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खालिद मक़बूल

पाकिस्तानी जनरल और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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खाखी, पंजाब

खाखी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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खंभात की खाड़ी

खंभात की खाड़ी (पूर्व नाम: कैंबे की खाड़ी) अरब सागर स्थित एक तिकोनी आकृति की खाड़ी है। यह दक्षिणी ओर से अरब सागर में खुलती है। यह भारतीय राज्य गुजरात के सागर तट, पश्चिमी भारत के शहर मुंबई और काठियावाड़ प्रायद्वीप के मध्य स्थित है और उसे पूर्व और पश्चिमी, दो भागों में बांटती है। केन्द्र शासित प्रदेश दमन और दीव के निकट इसका मुहाना लगभग १९० किलोमीटर चौड़ा है, जो तीव्रता सहित २४ किमी तक संकरा हो जाता है। इस खाड़ी में साबरमती, माही, नर्मदा और ताप्ती सहित कई नदियों का विलय होता है। दक्षिण दिशा से दक्षिण पश्चिमी मानसून के सापेक्ष इसकी आकृति और इसकी अवस्थिति, इसकी लगभग १०-१५ मीटर ऊँची उठती और प्रवेश करती लहरों की ६-७ नॉट्स की द्रुत गति के कारण है। इसे शैवाल और रेतीले तट नौपरिवहन के लिए दुर्गम बनाते हैं साथ ही खाड़ी में स्थित सभी बंदरगाहों को लहरों व नदियों में बाढ़ द्वारा लाई गई गाद का बाहुल्य मिलता है। गुजरात से ४ बड़ी, ५ मध्यम, २५ छोटी एवं ५ मरुस्थलीय नदियां खाड़ी में गिरती हैं एवं खाड़ी में प्रतिवर्ष ७१,००० घन मि.मी जल विसर्जित करती हैं। खाड़ी की पूर्व में भरुच नामक भारत का एक प्राचीनतम बंदरगाह शहर एवं सूरत हैं, जो भारत और यूरोप के बीच का आरंभिक वाणिज्यिक संपर्क स्थल के रूप में प्रसिद्ध रहे हैं। ये शहर इसके मुहाने पर स्थित हैं। हालांकि इस खाड़ी में स्थित बंदरगाहों का महत्त्व स्थानीय लोगों हेतु ही है, फिर भी यहाँ पर खनिज तेल के लिये किये गए खोज प्रयासों ने, विशेषकर भरुच के निकट, खाड़ी के मुहाने और बॉम्बे हाई के अपतटीय क्षेत्रों में वाणिज्यिक पुनरुत्थान हुआ है। वर्ष २००० में भारत के तत्कालीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, डॉ॰ मुरली मनोहर जोशी ने जल के नीचे बड़े स्तर पर मानव-निर्मित ढांचों के मिलने की घोषणा की थी। यद्यपि खाड़ी पर स्थित बंदरगाहों का महत्त्व स्थानीय मात्र ही है, लेकिन यहाँ पर तेल के मिलने और खोज प्रयासों ने, विशेषकर भरुच के निकट, खाड़ी के मुहाने और बॉम्बे हाई के अपतटीय क्षेत्रों में वाणिज्यिक पुनरुत्थान हुआ है। खंभात की खाड़ी में तृतीय कल्प (Tertiary) के निक्षेप मिलते हैं। भूगर्भिक क्रियाओं का प्रभाव इस क्षेत्र पर रहा है, अत: यहाँ अनेक भ्रंश (Faults) पाए जाते हैं। बाद के युग में यह क्षेत्र ऊपर की ओर उठ गया। तटीय क्षेत्र में नदियों की पुरानी घाटियाँ तथा झीलें आज भी दृष्टिगत होती हैं। नर्मदा, ताप्ती, माही, साबरमती तथा काठियावाड की अन्य नदियों के वेगवान निक्षेपण के कारण विस्तृत तटीय क्षेत्र दलदल से परिपूर्ण हो गए हैं और खाड़ी के बीच कुछ द्वीप बन गए हैं। .

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खुनयंग छिश

खुनयंग छिश या कुनयंग किश काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान खंड के गोजल क्षेत्र में स्थित है। खुनयंग छिश विश्व का २१वाँ सबसे ऊँचा और पाकिस्तानी नियंत्रित क्षेत्रों का ८वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। यह अपने आसपास के क्षेत्र से अचानक ४००० मीटर बढ़ी हुई ऊँचाई के लिये जाना जाता है। यह निकटवर्ती हुन्ज़ा वादी से ५५०० मीटर अधिक ऊँचा है। .

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खुर्शीद अली खान

वे एक पाकिस्तानी जनरल, राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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खुशदल खान अफरीदी

पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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खुशवन्त सिंह

खुशवन्त सिंह (जन्म: 2 फ़रवरी 1915, मृत्यु: 20 मार्च 2014) भारत के एक प्रसिद्ध पत्रकार, लेखक, उपन्यासकार और इतिहासकार थे। एक पत्रकार के रूप में उन्हें बहुत लोकप्रियता मिली। उन्होंने पारम्परिक तरीका छोड़ नये तरीके की पत्रकारिता शुरू की। भारत सरकार के विदेश मन्त्रालय में भी उन्होंने काम किया। 1980 से 1986 तक वे राज्यसभा के मनोनीत सदस्य रहे। खुशवन्त सिंह जितने भारत में लोकप्रिय थे उतने ही पाकिस्तान में भी लोकप्रिय थे। उनकी किताब ट्रेन टू पाकिस्तान बेहद लोकप्रिय हुई। इस पर फिल्म भी बन चुकी है। उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन एक जिन्दादिल इंसान की तरह पूरी कर्मठता के साथ जिया। .

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खुईरटा

खुईरटा या खुईरेटा (अंग्रेज़ी: Khuiratta, उर्दु: کھوئی رٹہ) आज़ाद कश्मीरर के कोटली ज़िले में एक शहर है। यहाँ प्रसिद्ध क़िला कर्जई (Karjai, کرجائ) है, जो मुग़ल साम्राज्य के दौर में बना था और खुईरटा से कुछ दूरी पर देवीगढ़ नामक स्थान पर खड़ा है। नियंत्रण रेखा से केवल ८ किमी की दूरी पर स्थित यह नगर अपने बैसाखी मेले और "दरबार माई तोती साहिबा" नामक दरगाह के लिये जाना जाता है। .

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खुंजर्ब राष्ट्रीय उद्यान

बर्लानी चेता, जो पंजिराब राष्ट्रीय उद्यान में पाया जाता है पंजिराब राष्ट्रीय उद्यान, समइलै क्षेत्र ऊपर खन्र, पाकिस्तान में स्थित है। दुनिया में बुलंद अपडेट स्थानों में पाया जाने वाले पार्क कई दुर्लभ वन्य जीव का समकन है। .

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ख्वाजा तारिक रहीम

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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ख्वाजा मोहम्मद अज़्हर खान

वे एक पाकिस्तानी जनरल, राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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खैर (वृक्ष)

खैर एक प्रकार का बबूल। कथकीकर। सोनकीकर। यह चीन, भारत, पाकिस्तान, नेपाल, श्री लंका, भूटान, म्यांमार में पाया जाता है। विशेष—इसका पेड़ बहुत बड़ा होता है और प्राय; समस्त भारत में से पाया जाता है लेकिन उत्तर प्रदेश के खैर शहर मे ये अधिक मात्रा मे पाया जाता है। इसके हीर की लकड़ी भूरे रंग की होती हैं, घुनती नहीं और घर तथा खेती के औजार बनाने के काम में आती है। बबूल की तरह इसमें भी एक प्रकार का गोंद निकलता है और बड़े काम का होता है। इस वृक्ष की लकड़ी के टुकड़ों को उबालकर निकाला और जमाया हुआ रस जो पान में चूने के साथ लगाकर खाया जाता है, खैर या कत्था कहलाता है। .

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खैरपुर

खैरपुर (خیرپور), पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त के खैरपुर जिले का मुख्यालय एवं प्रसिद्ध नगर है। यह सिन्ध का १२वाँ सबसे बड़ा नगर है। इसकी स्थापना 1783 में मीर सोहराब खान ने की थी। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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खैरपुरजिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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खैरो

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर श्रेणी:बलोचिस्तान.

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खैशगी

खैशगीखैशगी एक पख़्तून (पठान) क़बीला (जनजाति) है। अनुमानों के मुताबिक़ इसकी कुल संख्या साढ़े छ: लाख है। यह क़बीला अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान व भारत में विभिन्न एं निवासरत है। मौखिक परंपराओं के मुताबिक़ यह क़बीला ख़ुद को बनी इस्राएल से मानता है। इसके 100% लोग इस्लाम को मानने वाले हैं। यह मोहम्मदज़ाई क़बीले की भाई है। अन्य क़बीलों की तरह ही इस क़बीले ने भी अपना मूल स्थान छोड़ कर अन्य स्थानों पर जाकर बसना शुरू किया। वर्तमान निवास स्थान में इस क़बीले ने 1515 ईस्वी के आसपास निवास करना शुरू किया। इस क़बीले का एक बड़ा हिस्सा सन 1525 के आसपास में उत्तरी पश्चिमी अफ़ग़ानिस्तान पहुंचा व ग़ोरबंद दर्रे में रहना शुरू किया। इसका एक बड़ा हिस्सा पश्चिमी पंजाब (पाकिस्तान) के क़सूर इलाक़े में 1526 के आसपास बस गया जहां वे आज तक भी रह रहे हैं। उसके बाद इसकी कुछ शाखाओं ने भारत के दिल्ली के पास खोरजा में अपना आवास बनाया जहां वे आज तक भी रह रहे हैं। यह अलग बात है कि उनमें से कई 1947 में बंटवारे के समय पाकिस्तान भाग गये। इस क़बीले के कुछ लोग टांडा, हीरोदाल, व डेरा इस्माईल ख़ान में भी निवासरत हैं। इसके अलावा खैशगी पठान बन्नू, लक्की मारवात, बहावालपुर, मुल्तान, जेकबाबाद, नवाबशाह, शिकारपुर, भारत के रुहेलखंड इलाक़े में, लखनऊ, व निमाड़ के नर्मदा नदी के किनारे मंडलेश्वर में भी निवासरत हैं। इस क़बीले के कुछ लोग पाकिस्तान के पेशावर जिले के घन्टा घर इलाक़े में भी निवास रत हैं वहां उन्हें मलाह खैशगी के नाम से जाना जाता है। कुछ लोग चरसद्दा ख़ास व हज़ारा इलाक़ों में भी निवासरत हैं। इस क़बीले से अनेक महान सेनापति, डाक्टर, इंजीनियर, वकील, व धर्म गुरू पैदा हुए हैं। मुग़ल सेना में इस क़बीले के कई सिपहसालार व सेनापति रहे हैं। मुग़ल सेना में इस क़बीले के लोग बड़ी तादाद में थे। एहले क़लाम अरज़ानी खैशगी पश्तो भाषा के एक महान कवि रहे हैं। वे पश्तो के ऐसे प्रथम कवि थे जिन्होने अपना दीवान लिखा। अब्दुल्ला ख़ान खैशगी प्रसिद्ध आलिम व मुहक़्क़िक थे। इस क़बीले ने 50 से भी अधिक प्रसिद्ध औलिया ए क़राम पैदा किये हैं। इनमें से हाजी गगन शोर्यानी खैशगी, शैख वातो खैशगी, शैख अहमद आतो खैशगी, शैख अहमद आतोज़ी खैशगी, मियां चुन्नो खैशगी, व अरज़ानी ज़ार्ज़ी खैशगी के नाम उल्लेखनीय हैं। मुग़ल सेना में भी बाबर जब लोधी साम्राज्य पर हमला करने आ रहा था तब उसने बड़ी तादाद में खैशगी क़बीले से सेना में भर्ती की, तभी से खैशगी मुग़ल सेना में अन्त तक, मुग़ल साम्राज्य की समाप्ति तक उसमें रहे। क़ुतुबुद्दीन खान खैशगी मुग़ल सेना में औरंगज़ेब के सेनापति थे औरंगज़ेब ने उन्हें मालवा का गवर्नर भी बनाया था। औरंगज़ेब की मृत्यु के बाद भी मुग़ल सेना में वे अपनी सेवाएं देते रहे व सन 1719 के आसपास में कश्मीर में सिख्खों के साथ युद्ध में शहीद हुए। इसी प्रकार से हकिम खान खैशगी मुग़लों की तरफ़ से लड़ते हुए सूराजमल जाट के साथ युद्ध में 1 जनवरी सन 1750 को शहीद हुए। .

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खेल जगत २०१०

इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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खेवड़ा नमक खान

मुग़ल ज़माने में खोदा गया था खान के अन्दर नमक की ईंटों की बनी छोटी-सी मस्जिद खेवड़े के पत्थरीले नमक के बने कंदील (लैम्प) बाहर से नमक कोह के पहाड़ों में खेवड़ा नमक खान का नज़ारा खेवड़ा नमक खान (उर्दू:, खेवड़ा नमक की कान; अंग्रेज़ी: Khewra Salt Mines) पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के झेलम ज़िले में राष्ट्रीय राजधानी इस्लामाबाद से १६० किमी दूर स्थित नमक की एक प्रसिद्ध खान है जहाँ से सदियों से सेंधा नमक खोदकर निकाला जा रहा है। यह नमक कोह (नमक पर्वतों) की निचली पहाड़ियों में स्थित हैं और भारतीय उपमहाद्वीप में नमक की सबसे पुरानी लगातार उत्पादन करती आ रही नमक की खानों में से हैं। इसमें सेंधे नमक का बहुत ही बड़ा भण्डार है जिसकी तादाद २२ करोड़ टन अनुमानित की गई है। हर साल इसमें से ४.६५ लाख टन निकाला जाता है और इस दर पर यह खान अभी और ५०० वर्षों तक नमक दे सकती है। यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नमक की खान मानी जाती है।, Mark Bitterman, Random House Digital, Inc., 2010, ISBN 978-1-58008-262-4,...

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खोतीयाँ

खोतीया, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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खोवार भाषा

खोवार भाषा (Khowar), जिसे चित्राली भाषा भी कहते हैं, पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के चित्राल ज़िले में और गिलगित-बालतिस्तान के कुछ पड़ोसी इलाकों में लगभग ४ लाख लोगों द्वारा बोली जाने वाली एक दार्दी भाषा है। शीना, कश्मीरी और कोहिस्तानी जैसी अन्य दार्दी भाषाओँ के मुक़ाबले में खोवार पर ईरानी भाषाओँ का प्रभाव ज़्यादा है और इसमें संस्कृत के तत्व कम हैं। खोवार बोलने वाले समुदाय को 'खो लोग' कहा जाता है। खोवार आम तौर पर अरबी-फ़ारसी लिपि की नस्तालीक़ शैली में लिखी जाती है।, Colin P. Masica, Cambridge University Press, 1993, ISBN 978-0-521-29944-2 .

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खोखर लोग

खोखर राजस्थान, पंजाब, सिंध, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पायी जाने वाली एक जाट गोत्र है। इसी समुदाय ने मार्च १२०६ ईसवी में नमक कोह क्षेत्र में मुहम्मद ग़ोरी की हत्या करी थी। भारत में खोखर आमतौर पर हिन्दू होते हैं जबकि पाकिस्तान में वे मुस्लिम होते हैं।, Mehru Jaffer, pp.

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गटका

गतका एक सिक्खों की पारंपरिक युद्धक कला है। वर्तमान में भी सिक्खों के धार्मिक उत्सवों में इस कला का शस्त्र संचालन प्रदर्शन किया जाता है। .

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गढ़ी दुपट्टा

गढ़ी दुपट्टा (अंग्रेज़ी: Garhi Dupatta, उर्दु: گڑھی دوپٹہ) आज़ाद कश्मीर के मुज़फ़्फ़राबाद ज़िले में स्थित एक शहर है। यह झेलम नदी के किनारे मुज़फ़्फ़राबाद-चकोठी सड़क पर मुज़फ़्फ़राबाद से २० किमी दूर स्थित है। .

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गढ़ी शाहू

गढ़ी शाह, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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गढी

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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गणराज्य

एक गणराज्य या गणतंत्र (रेस पब्लिका) सरकार का एक रूप है जिसमें देश को एक "सार्वजनिक मामला" माना जाता है, न कि शासकों की निजी संस्था या सम्पत्ति। एक गणराज्य के भीतर सत्ता के प्राथमिक पद विरासत में नहीं मिलते हैं। यह सरकार का एक रूप है जिसके अंतर्गत राज्य का प्रमुख राजा नहीं होता। गणराज्य की परिभाषा का विशेष रूप से सन्दर्भ सरकार के एक ऐसे रूप से है जिसमें व्यक्ति नागरिक निकाय का प्रतिनिधित्व करते हैं और किसी संविधान के तहत विधि के नियम के अनुसार शक्ति का प्रयोग करते हैं, और जिसमें निर्वाचित राज्य के प्रमुख के साथ शक्तियों का पृथक्करण शामिल होता हैं, व जिस राज्य का सन्दर्भ संवैधानिक गणराज्य या प्रतिनिधि लोकतंत्र से हैं। 2017 तक, दुनिया के 206 सम्प्रभु राज्यों में से 159 अपने आधिकारिक नाम के हिस्से में "रिपब्लिक" शब्द का उपयोग करते हैं - निर्वाचित सरकारों के अर्थ से ये सभी गणराज्य नहीं हैं, ना ही निर्वाचित सरकार वाले सभी राष्ट्रों के नामों में "गणराज्य" शब्द का उपयोग किया गया हैं। भले राज्यप्रमुख अक्सर यह दावा करते हैं कि वे "शासितों की सहमति" से ही शासन करते हैं, नागरिकों को अपने स्वयं के नेताओं को चुनने की वास्तविक क्षमता को उपलब्ध कराने के असली उद्देश्य के बदले कुछ देशों में चुनाव "शो" के उद्देश्य से अधिक पाया गया है। गणराज्य (संस्कृत से; "गण": जनता, "राज्य": रियासत/देश) एक ऐसा देश होता है जहां के शासनतन्त्र में सैद्धान्तिक रूप से देश का सर्वोच्च पद पर आम जनता में से कोई भी व्यक्ति पदासीन हो सकता है। इस तरह के शासनतन्त्र को गणतन्त्र(संस्कृत; गण:पूरी जनता, तंत्र:प्रणाली; जनता द्वारा नियंत्रित प्रणाली) कहा जाता है। "लोकतंत्र" या "प्रजातंत्र" इससे अलग होता है। लोकतन्त्र वो शासनतन्त्र होता है जहाँ वास्तव में सामान्य जनता या उसके बहुमत की इच्छा से शासन चलता है। आज विश्व के अधिकान्श देश गणराज्य हैं और इसके साथ-साथ लोकतान्त्रिक भी। भारत स्वयः एक लोकतान्त्रिक गणराज्य है। .

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गणित का इतिहास

ब्राह्मी अंक, पहली शताब्दी के आसपास अध्ययन का क्षेत्र जो गणित के इतिहास के रूप में जाना जाता है, प्रारंभिक रूप से गणित में अविष्कारों की उत्पत्ति में एक जांच है और कुछ हद तक, अतीत के अंकन और गणितीय विधियों की एक जांच है। आधुनिक युग और ज्ञान के विश्व स्तरीय प्रसार से पहले, कुछ ही स्थलों में नए गणितीय विकास के लिखित उदाहरण प्रकाश में आये हैं। सबसे प्राचीन उपलब्ध गणितीय ग्रन्थ हैं, प्लिमपटन ३२२ (Plimpton 322)(बेबीलोन का गणित (Babylonian mathematics) सी.१९०० ई.पू.) मास्को गणितीय पेपाइरस (Moscow Mathematical Papyrus)(इजिप्ट का गणित (Egyptian mathematics) सी.१८५० ई.पू.) रहिंद गणितीय पेपाइरस (Rhind Mathematical Papyrus)(इजिप्ट का गणित सी.१६५० ई.पू.) और शुल्बा के सूत्र (Shulba Sutras)(भारतीय गणित सी. ८०० ई.पू.)। ये सभी ग्रन्थ तथाकथित पाईथोगोरस की प्रमेय (Pythagorean theorem) से सम्बंधित हैं, जो मूल अंकगणितीय और ज्यामिति के बाद गणितीय विकास में सबसे प्राचीन और व्यापक प्रतीत होती है। बाद में ग्रीक और हेल्लेनिस्टिक गणित (Greek and Hellenistic mathematics) में इजिप्त और बेबीलोन के गणित का विकास हुआ, जिसने विधियों को परिष्कृत किया (विशेष रूप से प्रमाणों (mathematical rigor) में गणितीय निठरता (proofs) का परिचय) और गणित को विषय के रूप में विस्तृत किया। इसी क्रम में, इस्लामी गणित (Islamic mathematics) ने गणित का विकास और विस्तार किया जो इन प्राचीन सभ्यताओं में ज्ञात थी। फिर गणित पर कई ग्रीक और अरबी ग्रंथों कालैटिन में अनुवाद (translated into Latin) किया गया, जिसके परिणाम स्वरुप मध्यकालीन यूरोप (medieval Europe) में गणित का आगे विकास हुआ। प्राचीन काल से मध्य युग (Middle Ages) के दौरान, गणितीय रचनात्मकता के अचानक उत्पन्न होने के कारण सदियों में ठहराव आ गया। १६ वीं शताब्दी में, इटली में पुनर् जागरण की शुरुआत में, नए गणितीय विकास हुए.

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गदाई, पंजाब

गदाई, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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गद्दाफी स्टेडियम

गद्दाफी स्टेडियम या क़ज़ाफ़ी स्टेडियम (قذافی اسٹیڈیم) लाहौर, पाकिस्तान में स्थित एक प्रमुख क्रिकेट का मैदान है। इसकी दर्शक क्षमता 27,000 है। .

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गन्ना

गन्ना की फसल कटा हुआ गन्ना गन्ना (Sugarcane) भारत की एक प्रमुख नकदी फसल है, जिससे चीनी, गुड़, शराब आदि का निर्माण होता हैं। गन्ने की उत्पादकता सबसे ज्यादा ब्राज़ील में होती है और भारत का गन्ने की उत्पादकता में सम्पूर्ण विश्व में दूसरा स्थान हैI .

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गरदेज़

गरदेज़ (पश्तो:, अंग्रेजी: Gardez) पूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान का एक शहर है। यह पकतिया प्रान्त की राजधानी भी है और पाकिस्तान की सीमा के नज़दीक है। गरदेज़ शहर की सन् २००८ में आबादी लगभग ७०,००० अनुमानित की गई थी, जिनमें से अधिकतर पश्तो-भाषी पठान थे। यह शहर एक बड़ी वादी में स्थित है जिसके उत्तर, पूर्व और पश्चिम में हिन्दु कुश के पर्वत हैं। यह शहर २,३०० मीटर की ऊँचाई पर है और गुफ़ाओं और सुरंगों वाले प्रसिद्ध तोरा बोरा इलाक़े के पास है। शहर से रूद-ए-गरदेज़ (यानि गरदेज़ नदी) निकलती है जो आब-ए-इस्तादा नामक झील में जाकर ख़त्म हो जाती है। गरदेज़ ग़ज़नी से पाकिस्तान और काबुल से ख़ोस्त जाने वाले रास्तों के चौराहे पर स्थित है। इस वजह से यह पूर्वी अफ़्ग़ानिस्तान में व्यापार का केंद्र रहा है और इसने बहुत से आक्रामकों के हमले सहे हैं। दो हज़ार साल से भी अधिक पहले सिकंदर महान द्वारा आसपास की पहाड़ियों पर पहरे के लिए बनवाई गई पत्थर की चौकियाँ आज भी धीरे-धीरे टूट रहीं हैं। गरदेज़ के बीच में ऊँचाई पर बाला हिसार क़िला (Bala Hisar) है, जिसका मतलब 'ऊँचाई का क़िला' होता है।, Ken Scar, 7th Mobile Public Affairs Detachment, 22 Feb 2012,...

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गलगत हवाई अड्डा

गलगत हवाई अड्डा पाकिस्तान के राज्य गलगत बलतस्तान में स्थित एक छोटा सा हुई अड्डा है जो गलगत शहर से लगभग 2.3 किलोमीटर दूर स्थित है। Gilgit Airport .

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ग़रारा

लखनवी शादी ग़रारा उत्तरी भारत के हिन्दी बोलने वाले क्षेत्रों की मुसलमान औरतों द्वारा पहना जाने वाला एक रिवायती लखनवी लिबास है। यह लिबास कुर्ती, दुपट्टा और चौड़े पैंटों से बना हुआ है। घुटने के क्षेत्र, जिसे गोटा कहा जाता है, अक्सर ज़री और ज़रदोज़ी की कढ़ाई से सजाया जाता है। रिवायती ग़राराओं का प्रत्येक चरण 12 मीटर से अधिक कपड़ों, अक्सर रेशम ब्रोकैड, से बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र के नवाबों के ज़माने में ग़रारों की व्युत्पत्ति हुई। 19वीं सदी के उत्तरार्ध और 20वीं सदी की शुरुआत में, ग़रारा लिबास हिन्दी-उर्दू बोलने वाले क्षेत्रों की मुसलमान औरतों के दरम्यान रोज़मर्रा का लिबास था। हालांकि अब ये रोज़मर्रा पहनावे के रूप में नहीं पहने जाते हैं, फिर भी ये हिन्दी-उर्दू बोलने वाले क्षेत्रों की मुसलमान औरतों और पाकिस्तान और बांग्लादेश में उर्दू-भाषी आप्रवासियों के दरम्यान शादी के लिबास के रूप में लोकप्रिय हैं। .

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ग़िज़र ज़िला

ग़िज़र ज़िले का नक़्शा जिसमें गाँव-बस्तियाँ दिखाएँ गए हैं ग़िज़र​ पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र का पश्चिमतम ज़िला है। इसकी राजधानी गाहकूच शहर है। यहाँ कई जातियाँ रहती हैं और तीन मुख्य भाषाएँ बोली जाती हैं - खोवार, शीना और बुरूशसकी। इनके अलावा इस ज़िले के इश्कोमन क्षेत्र में कुछ वाख़ी और ताजिक बोलने वाले भी यहाँ रहते हैं। कुछ गुज्जर लोग भी इस जिले में बसे हुए हैं। .

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ग़ुलाम इशाक़ ख़ान

गुलाम इशाक खान (غلام اسحاق خان; 20 जनवरी १९१५ – २७ अक्टूबर २००६), कभी-कभी संक्षिप्त रूप में जीआईके, पाकिस्तान के ७वें राष्ट्रपति थे। वो १९८८ से अपने १९९३ में अपना त्यागपत्र देने तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। पाकिस्तानी प्रशासनिक सेवा से राष्ट्रपति पद तक पहुँचने वाले वो प्रथम एवं एकमात्र राष्ट्रपति हैं। उन्होंने राजनीति में आने से पहले बहुत सरकारी पदों पर सेवा की। जिला बनूँ के एक गांव इस्माइल ख़ैल में एक पख़्तून घराने में पैदा हुए। उनका संबंध पख्तूनों के बनगश जनजाति था प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने पेशावर से रसायन और बांटने के लेख के साथ स्नातक की। ानीस सौ चालीस में इंडियन सिविल सर्विस में शामिल हो गए। .

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ग़ुलाम अली

thumb ग़ुलाम अली पाकिस्तान के एक ग़जल गायक तथा हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत के पटियाला घराने के जाने माने गायक तथा संगीतकार हैं। इनका जन्म 1940 में सियालकोट(पाकिस्तान) के पास हुआ था। इन्होने उस्ताद बड़े ग़ुलाम अली ख़ान साहब से तालीम ली है। वे अपनी ग़जलों में प्रायः ख़ुद संगीत देते हैं। इसके अलावा भी उन्होने दूसरों की सुरबद्ध ग़जलें भी गाई हैं। .

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ग़ौस अली शाह

वे पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व मुख्यमंत्री थे। .

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ग़ौसाबाद

ग़ौसाबाद, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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गार्डन टाउन

गार्डन टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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गाशरब्रुम

गाशरब्रुम (Gasherbrum) हिमालय की काराकोरम पर्वतश्रेणी की बाल्तोरो हिमानी के पूर्वोत्तरी छोर पर स्थित एक पर्वतों का समूह है जो उत्तरी कश्मीर में ३५ अंश ४४ मिनट उत्तरी अक्षांश तथा ७६ अंश ४२ मिनट पूर्वी देशान्तर पर स्थित हैं। यह शक्सगाम घाटी और गिलगित-बल्तिस्तान की सीमा पर स्थित है, जिनपर चीन व पाकिस्तान का नियंत्रण है हालांकि जिन्हें भारत अपना भाग बताता है। इस पुंजक में विश्व के तीन आठ हज़ारी पर्वत हैं, यानि वे जिनकी ऊँचाई 8,000 मीटर से अधिक है। .

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गिट्टी दास

गिट्टी दास (उर्दु: گٹی داس) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले में बाबूसर दर्रे के सर्वोच्च स्थान से पूर्व में स्थित एक मर्ग (घास-वाला मैदान) है। इस में से कई झरने निकलते हैं। यह समुद्रतल से लगभग १२,१०० फ़ुट की ऊँचाई पर स्थित है। .

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गिलगित नदी

गिलगित नदी (दरिया-ए-गिलगित), जो ग़िज़र नदी भी कहलाती है, पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र में बहने वाली एक नदी है। यह सिन्धु नदी की एक उपनदी है। गिलगित शहर इसी नदी के किनारे बसा हुआ है। गिलगित नदी १२,२०० फ़ुट (३,७०० मीटर) की ऊँचाई पर स्थित शन्दूर झील से शुरु होती है और आगे चलकर इसमें पहले दाई तरफ़ से ग़िज़र नदी और फिर बाई तरफ़ से हुन्ज़ा नदी मिलती है।, S.S. Negi, pp.

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गिलगित-बल्तिस्तान के मुख्यमंत्री

गिलगित-बल्तिस्तान के मुख्यमंत्री, पाकिस्तान के प्रांत गिलगित-बल्तिस्तान की प्रांतीय सरकार का प्रमुख होता है। उनका चयन गिलगित-बल्तिस्तान विधानसभा करती है। पाकिस्तान पाकिस्तान की प्रशासन व्यवस्था वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित है अतः राज्य के राज्यपाल, जिन्हें कथास्वरूप राज्य का प्रमुख होने का सौभाग्य प्राप्त है, को केवल पारंपरिक एवं नाममात्र की संवैधानिक अधिकार है जबकि आसल कार्यप्रणाली मुख्यमंत्री के नियंत्रण में होती है।जीबी के मौजूदा मुख्यमंत्री सैयद मेहदी शाह हैं जिनका संबंध पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी से है। वह 12 दिसंबर 2009 को मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए थे। .

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गिलगित-बल्तिस्तान के राज्यपाल

गिलगित-बल्तिस्तान के राज्यपाल पाकिस्तान के प्रांत, गिलगित-बल्तिस्तान की प्रांतीय सरकार का प्रमुख होते हैं। इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति पाकिस्तान, प्रधानमंत्री की परामर्श पर करते हैं और, पाकिस्तान के अन्य प्रांतीय राज्यपाल पदों के समान ही, आमतौर पर यह भी एक औपचारिक पद है, यानी राज्यपाल पास बहुत अधिक अधिकार नहीं होते हैं। बहरहाल, पाकिस्तान के इतिहास में कई बार ऐसे अवसर आए हैं जब प्रांतीय गवर्नरों को अतिरिक्त व पूर्ण कार्याधिकार मिला है, खासकर इस मामले में जब प्रांतीय विधायिका भंग कर दी गई हो, या जम सैन्य शासन लागू किया गया हो तो। गिलगित-बल्तिस्तान में राज्यपाल की नियुक्ति, 16 सितंबर 2009 में प्रदेश की प्रांत-पद प्राप्ति के बाद से की जाती है। .

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गवालमण्डी

गवालमण्डी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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गग्गो

गग्गो, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विहाड़ी ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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गंगा सूंस (डॉल्फिन)

सिंधु नदी डॉल्फिन गंगा नदी डॉल्फिन (Platanista gangetica gangetica) and सिंधु नदी डॉल्फिन (Platanista gangetica minor) मीठे पानी की डॉल्फिन की दो प्रजातियां हैं। ये भारत, बांग्लादेश, नेपाल तथा पाकिस्तान में पाई जाती हैं। गंगा नदी डॉल्फिन सभी देशों के नदियों के जल, मुख्यतः गंगा नदी में तथा सिंधु नदी डॉल्फिन, पाकिस्तान के सिंधु नदी के जल में पाई जाती है। केंद्र सरकार ने ०५ अक्टूबर २००९ को गंगा डोल्फिन को भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया है। गंगा नदी में पाई जाने वाली गंगा डोल्फिन एक नेत्रहीन जलीय जीव है जिसकी घ्राण शक्ति अत्यंत तीव्र होती है। विलुप्त प्राय इस जीव की वर्तमान में भारत में २००० से भी कम संख्या रह गयी है जिसका मुख्य कारण गंगा का बढता प्रदूषण, बांधों का निर्माण एवं शिकार है। इनका शिकार मुख्यतः तेल के लिए किया जाता है जिसे अन्य मछलियों को पकडनें के लिए चारे के रूप में प्रयोग किया जाता है। एस समय उत्तर प्रदेश के नरोरा और बिहार के पटना साहिब के बहुत थोड़े से क्षेत्र में गंगा डोल्फिन बचीं हैं। बिहार व उत्तर प्रदेश में इसे 'सोंस' जबकि आसामी भाषा में 'शिहू' के नाम से जाना जाता है। यह इकोलोकेशन (प्रतिध्वनि निर्धारण) और सूंघने की अपार क्षमताओं से अपना शिकार और भोजन तलाशती है। यह मांसाहारी जलीय जीव है। यह प्राचीन जीव करीब १० करोड़ साल से भारत में मौजूद है। यह मछली नहीं दरअसल एक स्तनधारी जीव है। मादा के औसत लम्बाई नर डोल्फिन से अधिक होती है। इसकी औसत आयु २८ वर्ष रिकार्ड की गयी है। 'सन ऑफ़ रिवर' कहने वाले डोल्फिन के संरक्षण के लिए सम्राट अशोक ने कई सदी पूर्व कदम उठाये थे। केंद्र सरकार ने १९७२ के भारतीय वन्य जीव संरक्षण कानून के दायरे में भी गंगा डोल्फिन को शामिल लौया था, लेकिन अंततः राष्ट्रीय जलीव जीव घोषित करने से वन्य जी संरक्षण कानून के दायरे में स्वतः आ गया। १९९६ में ही इंटर्नेशनल यूनियन ऑफ़ कंजर्वेशन ऑफ़ नेचर भी इन डॉल्फिनों को तो विलुप्त प्राय जीव घोषित कर चुका था। गंगा में डॉल्फिनों की संख्या में वृद्धि 'मिशन क्लीन गंगा' के प्रमुख आधार स्तम्भ होगा, क्योंकि केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्री जयराम रमेश के अनुसार जिस तरह बाघ जंगल की सेहत का प्रतीक है उसी प्रकार डॉल्फिन गंगा नदी के स्वास्थ्य की निशानी है। .

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गुप्तचर

गुप्त रूप से राजनीतिक या अन्य प्रकार की सूचना देनेवाले व्यक्ति को गुप्तचर (spy) या जासूस कहते हैं। गुप्तचर अति प्राचीन काल से ही शासन की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता माना जाता रहा है। भारतवर्ष में गुप्तचरों का उल्लेख मनुस्मृति और कौटिल्य के अर्थशास्त्र में मिलता है। कौटिल्य ने अपने अर्थशास्त्र में गुप्तचरों के उपयोग और उनकी श्रेणियों का विशद वर्णन किया है। राज्याधिपति को राज्य के अधिकारियों और जनता की गतिविधियों एवं समीपवर्ती शासकों की नीतियों के संबंध में सूचनाएँ देने का महत्वपूर्ण कार्य उनके गुप्तचरों द्वारा संपन्न होता था। रामायण में वर्णित दुर्मुख ऐसा ही एक गुप्तचर था जिसने रामचंद्र को सीता के विषय में (लंका प्रवास के बाद) जनापवाद की जानकरी दी थी। .

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गुरचरण दास

गुरचरण दास (जन्म - 1946) एक भारतीय लेखक तथा पत्रकार हैं। अभी वे भारत के प्रमुख अंग्रेजी पत्र द टाइम्स ऑफ़ इंडिया के लिए कॉलम (स्तंभ) भी लिखते हैं। इनका जन्म लॉयलपुर, पाकिस्तान में 1946 में हुआ था पर इनका जीवन न्यूयॉर्क में बीता जहाँ इनके पिता नौकरी करते थे। इन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से प्रबंधन की स्नातक डिग्री ली। इसके बाद वे प्रॉक्टर एंड गैम्बल (पी & जी) के प्रधान भी रह चुके हैं। इन्होंने तीन नाटकों की रचना की है - लारिन्स साहिब (1970), मीरा (1971) और 9 जखू हिल (1973)। इसके संकलन को थ्री इंग्लिश प्लेज़ के नाम से प्रकाशित किया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने एक उपन्यास भी लिखा - ए फ़ाईन फैमिली (1990) श्रेणी:भारतीय अंग्रेज़ी लेखक.

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गुरबचन सिंह सलारिया

कैप्टन गुरबचन सिंह सलारिया परमवीर चक्र (29 नवंबर 1935 - 5 दिसंबर 1961) एक भारतीय सैन्य अधिकारी और संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान के सदस्य थे। वह परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले एकमात्र संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक हैं। वह किंग जॉर्ज के रॉयल मिलिट्री कॉलेज और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र थे। इन्हें यह सम्मान सन 1962 में मरणोपरांत मिला। दिसंबर 1961 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र के ऑपरेशन के तहत कांगो गणराज्य में तैनात भारतीय सैनिकों में सलारिया भी शामिल थे। 5 दिसंबर को सलारिया की बटालियन को दो बख्तरबंद कारों पर सवार पृथकतावादी राज्य कातांगा के 150 सशस्त्र पृथकतावादियों द्वारा एलिज़ाबेविले हवाई अड्डे के मार्ग के अवरुद्धीकरण को हटाने का कार्य सौंपा गया। उनकी रॉकेट लांचर टीम ने कातांगा की बख्तरबंद कारों पर हमला किया और नष्ट कर दिया। इस अप्रत्याशित कदम ने सशस्त्र पृथकतावादियों को भ्रमित कर दिया, और सलारिया ने महसूस किया कि इससे पहले कि वे पुनर्गठित हो जाएं, उन पर हमला करना सबसे अच्छा होगा। हालांकि उनकी सेना की स्थिति अच्छी नहीं थी फिर भी उन्होंने पृथकतावादियों पर हमला करवा दिया और 40 लोगों को कुकरियों से हमले में मार गिराया। हमले के दौरान सलारिया को गले में दो बार गोली मार दी और वह वीर गति को प्राप्त हो गए। बाकी बचे पृथकतावादी अपने घायल और मरे हुए साथियों को छोड़ कर भाग खड़े हुए और इस प्रकार मार्ग अवरुद्धीकरण को साफ़ कर दिया गया। अपने कर्तव्य और साहस के लिए और युद्ध के दौरान अपनी सुरक्षा की उपेक्षा करते हुए कर्तव्य करने के कारण सलारिया को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1962 में मरणोपरांत परम वीर चक्र से सम्मानित किया गया। .

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गुरु नानक

नानक (पंजाबी:ਨਾਨਕ) (15 अप्रैल 1469 – 22 सितंबर 1539) सिखों के प्रथम (आदि गुरु) हैं। इनके अनुयायी इन्हें नानक, नानक देव जी, बाबा नानक और नानकशाह नामों से संबोधित करते हैं। लद्दाख व तिब्बत में इन्हें नानक लामा भी कहा जाता है। नानक अपने व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्मसुधारक, समाजसुधारक, कवि, देशभक्त और विश्वबंधु - सभी के गुण समेटे हुए थे। .

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गुरु हनुमान

गुरु हनुमान (अंग्रेजी: Guru Hanuman, जन्म: १९०१, मृत्यु: १९९९) भारत के प्रख्यात कुश्ती प्रशिक्षक (कोच) तो थे ही, स्वयं बहुत अच्छे पहलवान भी थे। उन्‍होंने सम्‍पूर्ण विश्‍व में भारतीय कुश्‍ती को महत्‍वपूर्ण स्‍थान दिलाया। कुश्‍ती के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिये उन्हें १९८३ में पद्मश्री पुरस्कार.

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गुर्जर

सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति:भारत उपवन, अक्षरधाम मन्दिर, नई दिल्ली गुर्जर समाज, प्राचीन एवं प्रतिष्ठित समाज में से एक है। यह समुदाय गुज्जर, गूजर, गोजर, गुर्जर, गूर्जर और वीर गुर्जर नाम से भी जाना जाता है। गुर्जर मुख्यत: उत्तर भारत, पाकिस्तान और अफ़्ग़ानिस्तान में बसे हैं। इस जाति का नाम अफ़्ग़ानिस्तान के राष्ट्रगान में भी आता है। गुर्जरों के ऐतिहासिक प्रभाव के कारण उत्तर भारत और पाकिस्तान के बहुत से स्थान गुर्जर जाति के नाम पर रखे गए हैं, जैसे कि भारत का गुजरात राज्य, पाकिस्तानी पंजाब का गुजरात ज़िला और गुजराँवाला ज़िला और रावलपिंडी ज़िले का गूजर ख़ान शहर।; आधुनिक स्थिति प्राचीन काल में युद्ध कला में निपुण रहे गुर्जर मुख्य रूप से खेती और पशुपालन के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। गुर्जर अच्छे योद्धा माने जाते थे और इसीलिए भारतीय सेना में अभी भी इनकी अच्छी ख़ासी संख्या है| गुर्जर महाराष्ट्र (जलगाँव जिला), दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों में फैले हुए हैं। राजस्थान में सारे गुर्जर हिंदू हैं। सामान्यत: गुर्जर हिन्दू, सिख, मुस्लिम आदि सभी धर्मो में देखे जा सकते हैं। मुस्लिम तथा सिख गुर्जर, हिन्दू गुर्जरो से ही परिवर्तित हुए थे। पाकिस्तान में गुजरावालां, फैसलाबाद और लाहौर के आसपास इनकी अच्छी ख़ासी संख्या है। .

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गुल धावी

गुल धावी या अग्नि ज्वाला (अंग्रेज़ी:Woodfordia fruticosa) एक प्रकार का पुष्पीय पौधा है, जो भारत, पाकिस्तान, चीन, श्रीलंका और हिन्द महासागर के बहुत से द्वीपों में मिलता है। अक्सर यह पहाड़ की ढलानों पर उगता पाया जाता है लेकिन ४००० फ़ुट से ऊँचे स्थानों पर नहीं उगता। इसका दहकता लाल रंग इसे सौन्दर्य देता है। भारतीय उपमहाद्वीप में पारम्परिक रूप से इसका रंग कपड़े और अन्य चीज़ों को रंगने के लिए किया जाता था। इसके अर्क (तने के रस) को लड्डुओं में और इसके पत्तों को चाय में भी डालने का रिवाज हुआ करता था।, Edward Balfour, B. Quaritch, 1885,...

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गुल मोहम्मद खान जोगेज़ाई

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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गुलशन बावरा

गुलशन बावरा के नाम से मशहूर फिल्म गीतकार गुलशन मेहता (जन्मः 12 अप्रैल 1938 - मत्युः 7 अगस्त 2009) ने हिन्दी फिल्म उद्योग के 49 वर्ष के सेवा काल में 250 गीत लिखे। अविभाजित भारत शैखुपुरा (अब पाकिस्तान) में जन्मे गुलशन मेहता को बावरा का उपनाम फिल्म वितरक शांतिभाई पटेल ने दिया था। बाद में पूरा फिल्म उद्योग उन्हें इसी नाम से पुकारने लगा। फिल्मों में काम शुरू करने के पहले बावरा भारतीय रेल में काम करते थे। फिल्म उद्योग में उन्हें पहला गीत लिखने का अवसर 1959 में फिल्म चंद्रसेना में मिला था। उनका हिट गीत फिल्म 'सट्टा बाजार' के लिए 'चांदी के चंद टुकडे के लिए' था। उन्होंने कल्याणजी-आनंदजी के संगीत निर्देशन में 69 गीत लिखे। जबकि, आर॰ डी॰ बर्मन के साथ 150 गीत लिखे थे। उन्होंने फिल्म 'सनम तेरी कसम', 'अगर तुम न होते', 'सत्ते पे सत्ता', 'यह वादा रहा', 'हाथ की सफाई' और 'रफू चक्कर' को अपने गीतों से सजाया था। बावरा को फिल्म 'उपकार' में 'मेरे देश की धरती' और फिल्म 'जंजीर' में 'यारी है ईमान मेरा' गीत के लिए फिल्म फेयर पुरस्कार मिला था। पिछले सात साल से वह बोर्ड ऑफ इंडियन परफार्मिंग राइट सोसायटी के निदेशक पद पर कार्यरत थे। 7 अगस्त को गुलशन बावरा का निधन मुंबई के पालीहिल स्थित निवास में लंबी बीमारी के बाद दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया। उनके इच्छानुसार उनके मृतदेह को जेजे अस्पताल को दान दिया जाएगा। .

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गुलशन-ए रावी

गुलशन-ए रावी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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गुलाम मुस्तफ़ा जतोई

गुलाम मुस्तफा जितोय गुलाम मुस्तफा जतोई पाकिस्तान राजनीतिज्ञ और पूर्व कार्यवाहक प्रधानमंत्री, नेशनल पीपल्स पार्टी के प्रमुख और प्रसिद्ध राजनेता गुलाम मुस्तफा जितोई 14 अगस्त 1931 को सिंध के जिला नवाब शाह क्षेत्र न्यू जितोई में पैदा हुए और लम्बी बीमारी के बाद 78 साल की उम्र में 20 नवंबर 2009 को लंदन में निधन हुए। .

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गुलाम हैदर वाईन

ग़ुलाम हैदर वाईन, एक पाकिस्तानी राजनेता हैं, एवं पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। उनका कार्यकाल १९९० से १९९३ तक था। वे इस्लामी जम्हूरी इत्तेहाद के टिकट पर मुख्यमंत्री बने थे। .

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गुलाम जिलानी खान

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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गुलिस्तान

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:बलोचिस्तान.

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गुलज़ार (गीतकार)

ग़ुलज़ार नाम से प्रसिद्ध सम्पूर्ण सिंह कालरा (जन्म-१८ अगस्त १९३६) हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गीतकार हैं। इसके अतिरिक्त वे एक कवि, पटकथा लेखक, फ़िल्म निर्देशक तथा नाटककार हैं। उनकी रचनाए मुख्यतः हिन्दी, उर्दू तथा पंजाबी में हैं, परन्तु ब्रज भाषा, खङी बोली, मारवाड़ी और हरियाणवी में भी इन्होने रचनाये की। गुलजार को वर्ष २००२ में सहित्य अकादमी पुरस्कार और वर्ष २००४ में भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष २००९ में डैनी बॉयल निर्देशित फिल्म स्लम्डाग मिलियनेयर में उनके द्वारा लिखे गीत जय हो के लिये उन्हे सर्वश्रेष्ठ गीत का ऑस्कर पुरस्कार पुरस्कार मिल चुका है। इसी गीत के लिये उन्हे ग्रैमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। .

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गुलज़ारीलाल नन्दा

गुलजारीलाल नन्दा (4 जुलाई, 1898 - 15 जनवरी, 1998) भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उनका जन्म सियालकोट, पंजाब, पाकिस्तान में हुआ था। वे १९६४ में प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की मृत्युपश्चात् भारत के प्रधानमंत्री बने। कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पित गुलज़ारी लाल नंदा प्रथम बार पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद 1964 में कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाए गए। दूसरी बार लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु के बाद 1966 में यह कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने। इनका कार्यकाल दोनों बार उसी समय तक सीमित रहा जब तक की कांग्रेस पार्टी ने अपने नए नेता का चयन नहीं कर लिया। .

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गुजराँवाला ज़िला

पाकिस्तानी पंजाब प्रांत में गुजराँवाला ज़िला (लाल रंग में) गुजराँवाला (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Gujranwala) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। गुजरात ज़िले की राजधानी गुजराँवाला शहर है। इस ज़िले की चार तहसीलें हैं - गुजराँवाला, कामोंकी, नौशहराँ विरकाँ और वज़ीराबाद। यह ज़िला पाकिस्तानी पंजाब प्रान्त के पूर्वोत्तर में स्थित है। इसकी सीमाएँ उत्तर में गुजरात ज़िले से, पूर्वोत्तर में सियालकोट ज़िले से, दक्षिण और दक्षिण पूर्व में शेख़ुपुरा ज़िले से, पश्चिम में हाफ़िज़ाबाद ज़िले से और पश्चिमोत्तर में मंडी बहाउद्दीन ज़िले से लगतीं हैं। .

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गुजरात

गुजरात (गुजराती:ગુજરાત)() पश्चिमी भारत में स्थित एक राज्य है। इसकी उत्तरी-पश्चिमी सीमा जो अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी है, पाकिस्तान से लगी है। राजस्थान और मध्य प्रदेश इसके क्रमशः उत्तर एवं उत्तर-पूर्व में स्थित राज्य हैं। महाराष्ट्र इसके दक्षिण में है। अरब सागर इसकी पश्चिमी-दक्षिणी सीमा बनाता है। इसकी दक्षिणी सीमा पर दादर एवं नगर-हवेली हैं। इस राज्य की राजधानी गांधीनगर है। गांधीनगर, राज्य के प्रमुख व्यवसायिक केन्द्र अहमदाबाद के समीप स्थित है। गुजरात का क्षेत्रफल १,९६,०७७ किलोमीटर है। गुजरात, भारत का अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। कच्छ, सौराष्ट्र, काठियावाड, हालार, पांचाल, गोहिलवाड, झालावाड और गुजरात उसके प्रादेशिक सांस्कृतिक अंग हैं। इनकी लोक संस्कृति और साहित्य का अनुबन्ध राजस्थान, सिंध और पंजाब, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के साथ है। विशाल सागर तट वाले इस राज्य में इतिहास युग के आरम्भ होने से पूर्व ही अनेक विदेशी जातियाँ थल और समुद्र मार्ग से आकर स्थायी रूप से बसी हुई हैं। इसके उपरांत गुजरात में अट्ठाइस आदिवासी जातियां हैं। जन-समाज के ऐसे वैविध्य के कारण इस प्रदेश को भाँति-भाँति की लोक संस्कृतियों का लाभ मिला है। .

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गुजरात ज़िला

पाकिस्तानी पंजाब प्रांत में गुजरात ज़िला (लाल रंग में) गुजरात (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Gujrat) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। गुजरात ज़िले की राजधानी गुजरात शहर है। इस ज़िले की तीन तहसीलें हैं - गुजरात, खारियाँ और सराय आलमगीर। यह ज़िला पाकिस्तानी पंजाब प्रान्त के पूर्वोत्तर में स्थित है। इसकी सीमाएँ पूर्वोत्तर में पाक-अधिकृत कश्मीर के मीरपुर ज़िले से, पश्चिमोत्तर में झेलम नदी से जो इसे झेलम ज़िले से अलग करती है, पूर्व और दक्षिण पूर्व में चेनाब नदी से जो इसे गुजराँवाला ज़िले से और सियालकोट ज़िले से अलग करती है और पश्चिम में मंडी बहाउद्दीन ज़िले से लगतीं हैं। कृपया ध्यान देन कि एक ही नाम होने के बावजूद पाकिस्तानी पंजाब के गुजरात ज़िले का भारत के गुजरात राज्य से कोई लेना-देना नहीं है। .

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गुजरांवाला

गुजराँवाला रेलवे स्टेशन गुजराँवाला पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त का एक जिला, तहसील तथा औद्योगिक नगर है। यह उत्तर-पश्चिम रेलमार्ग पर लाहौर से ७० किमी उत्तर में है। यह पाकिस्तान का सातवाँ सबसे बडा शहर है। इस नगर की स्थापना गूजर जाति द्वारा हुई बताई जाती है। नगर की स्थापना मध्ययुगीन है। नगर की प्रसिद्धि तथा महत्व में महाराजा रणजीतसिंह के परिवार का अधिक हाथ रहा। सन् १७८० में यहीं पर महाराजा रणजीतसिंह का जन्म हुआ था। रणजीतसिंह के पिता महाराजा महानसिंह की समाधि तथा महाराजा रणजीतसिंह का भस्मावशेष भी यहीं सुरक्षित है। एक बार अमृतसर से आए हुए जाटों ने इस नगर का नाम खानपुर रख दिया था किंतु इसका प्राचीन नाम ही प्रचलित रहा। नगर के प्रशासन के लिए नगरनिगम की स्थापना सन् १८६७ में हुई। यहाँ गल्ले की प्रसिद्ध मंडी है। कपास के बिनौले अलग करना, तेल पेरना, काँसे और मिट्टी के बर्तन बनाना, चूड़ियाँ, जिनमें हाथी दाँत की चूड़ियाँ मुख्य हैं और सूती कपड़े बुनना यहाँ के प्रमुख उद्योग धंधे हैं। सरकारी अस्पताल और महाविद्यालय स्तर की शिक्षा संस्थाएँ भी यहाँ हैं। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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गुग्गुल

गुग्गुल या 'गुग्गल' एक वृक्ष है। इससे प्राप्त राल जैसे पदार्थ को भी 'गुग्गल' कहा जाता है। भारत में इस जाति के दो प्रकार के वृक्ष पाए जाते हैं। एक को कॉमिफ़ोरा मुकुल (Commiphora mukul) तथा दूसरे को कॉ.

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ग्रैंड ट्रंक रोड

ग्रैंड ट्रंक रोड, दक्षिण एशिया के सबसे पुराने एवं सबसे लम्बे मार्गों में से एक है। दो सदियों से अधिक काल के लिए इस मार्ग ने भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्वी एवं पश्चिमी भागों को जोड़ा है। यह हावड़ा के पश्चिम में स्थित बांगलादेश के चटगाँव से प्रारंभ होता है और लाहौर (पाकिस्तान) से होते हुए अफ़ग़ानिस्तान में काबुल तक जाता है। पुराने समय में इसे, उत्तरपथ,शाह राह-ए-आजम,सड़क-ए-आजम और बादशाही सड़क के नामों से भी जाना जाता था। यह मार्ग, मौर्य साम्राज्य के दौरान अस्तित्व में था और इसका फैलाव गंगा के मुँह से होकर साम्राज्य के उत्तर-पश्चिमी सीमा तक हुआ करता था। आधुनिक सड़क की पूर्ववर्ती का पुनःनिर्माण शेर शाह सूरी द्वारा किया गया था। सड़क का काफी हिस्सा १८३३-१८६० के बीच ब्रिटिशों द्वारा उन्नत बनाया गया था। .

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ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब

ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली एनसीआर में कार्यरत पत्रकारों का एक सामाजिक संगठन है। यह पत्रकारों के व्यावसायिक, सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए कार्यरत है। संगठन का उद्देश्य पत्रकारिता के उच्चतम मापदंडों को विकसित करना एवं पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा करना है। ग्रेटर नोएडा प्रेस क्लब की स्थापना 24 जुलाई 2003 को तीन पत्रकारों, आदेश भाटी, सत्यवीर नगर और धर्मेंद्र चंदेल ने संयुक्त रूप से की थी। ग्रेटर नोएडा में एक प्रेस क्लब की स्थापना का विचार मेरठ, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर आदि नगरों में पत्रकारों के संगठनों को देखकर उत्पन्न हुआ था। .

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ग्रीन टाउन

ग्रीन टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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ग्रीन कम्प्यूटिंग

ग्रीन कंप्यूटिंग (हरित संगणना) या ग्रीन आईटी, पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ कंप्यूटिंग या आईटी को संदर्भित करती है। (ग्रीन आई टी को बढ़ावा: सिद्धांत और व्यवहार) (Harnessing Green IT: Principles and Practices), नामक लेख में सैन मुरुगेसन ग्रीन कंप्यूटिंग के क्षेत्र को इस प्रकार परिभाषित करते हैं "कम्प्यूटरों, सर्वरों और संबंधित उपकरणों-जैसे कि मॉनिटर, प्रिंटर, स्टोरेज़ उपकरण और नेटवर्क तथा संचार संबंधी प्रणालियों की डिज़ाइनिंग, निर्माण, प्रयोग तथा निपटान, का अध्ययन तथा अभ्यास-जो कुशल व प्रभावशाली है तथा जिसका वातावरण पर पड़ने वाला प्रभाव न के बराबर या नगण्य है।"सैन मुरुगेसन, "आचरण ग्रीन आईटी: सिद्धांत और अभ्यास," आईईईई (IEEE) आईटी प्रोफेशनल, जनवरी-फरवरी, पीपी 24-33.

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ग्वादर

ग्वादर शहर ग्वादर बंदरगाह ग्वादर (बलोच व उर्दु) पाकिस्तान से सुदूर दक्षिण-पश्चिमी भाग में बलोचिस्तान प्रान्त में अरब सागर के किनारे पर स्थित एक बंदरगाही शहर है। यह ग्वादर ज़िले का केंद्र है और सन् २०११ में इसे बलोचिस्तान की शीतकालीन राजधानी घोषित कर दिया गया था। ग्वादर शहर एक ६० किमी चौड़ी तटवर्ती पट्टी पर स्थित है जिसे अक्सर मकरान कहा जाता है। ईरान तथा फ़ारस की खाड़ी के देशों के बहुत पास होने के कारण इस शहर का बहुत सैन्य और राजनैतिक महत्व है। पाकिस्तान प्रयास कर रहा है कि इस बंदरगाह के ज़रिये न केवल पाकिस्तान बल्कि चीन, अफ़ग़ानिस्तान व मध्य एशिया के देशों का भी आयात-निर्यात चले। .

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ग्वार-बती भाषा

ग्वार-बती (Gawar-Bati) कुनर (कुनड़) शाखा की एक दार्दी भाषा है जो अफ़ग़ानिस्तान​ के कुनर प्रान्त और उसके साथ लगे पाकिस्तान के चित्राल ज़िले के कुछ भागों में बोली जाती है। इसके लगभग ९,००० मातृभाषी अफ़ग़ानिस्तान​ में और १,५०० पाकिस्तान में रहते हैं। .

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गौस बख्श बिज़ेनजो

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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गौस बख्श रईसानी

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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गौहर अयूब ख़ान

गौहर अयूब ख़ान एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 4 नवंबर 1990 - 17 अक्टूबर 1993, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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गॉन्डोफर्नीज

गॉन्डोफर्नीज (English pronunciation: Gondophernes or Gondophares;उत्कर्ष पहली शताब्दी), अराकेशिया, काबुल और गांधार (वर्तमान अफगानिस्तान व पाकिस्तान) में शासन करने वाले हिन्द-पहलव (भारतीय-पार्थियन) राजा थे। कुछ विद्वान इनके नाम गॉन्डोफर्नीज को इनके आर्मेनियाई रूप गेथास्पर या गास्पार भी मानते हैं, जो पूर्व से ईसा मसीह के जन्मोत्सव में पहुँचकर उनकी पूजा करने वाले तीन बुद्धिमान व्यक्तियों में से एक का पारंपरिक नाम है। .

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गोडावण

राजस्थान का राज्य-पक्षी: गोडावण गोडावण (ग्रेट इंडियन बस्टर्ड; वैज्ञानिक नाम: Ardeotis nigriceps) एक बड़े आकार का पक्षी है जो भारत के राजस्थान तथा सीमावर्ती पाकिस्तान में पाया जाता है। उड़ने वाली पक्षियों में यह सबसे अधिक वजनी पक्षियों में है। बड़े आकार के कारण यह शुतुरमुर्ग जैसा प्रतीत होता है। यह राजस्थान का राज्य पक्षी है। सोहन चिड़िया, हुकना, गुरायिन आदि इसके अन्य नाम हैं। यह पक्षी भारत और पाकिस्तान के शुष्क एवं अर्ध-शुष्क घास के मैदानों में पाया जाता है। पहले यह पक्षी भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा एवं तमिलनाडु राज्यों के घास के मैदानों में व्यापक रूप से पाया जाता था। किंतु अब यह पक्षी कम जनसंख्या के साथ राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और संभवतः मध्य प्रदेश राज्यों में पाया जाता है। IUCN की संकटग्रस्त प्रजातियों पर प्रकाशित होने वाली लाल डाटा पुस्तिका में इसे 'गंभीर रूप से संकटग्रस्त' श्रेणी में तथा भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची 1 में रखा गया है। इस विशाल पक्षी को बचाने के लिए राजस्थान सरकार ने एक प्रोजेक्ट शुरू किया था। इस प्रोजेक्ट का विज्ञापन "मेरी उड़ान न रोकें" जैसे मार्मिक वाक्यांश से किया गया है। भारत सरकार के वन्यजीव निवास के समन्वित विकास के तहत किये जा रहे 'प्रजाति रिकवरी कार्यक्रम (Species Recovery Programme)' के अंतर्गत चयनित 17 प्रजातियों में गोडावण भी सम्मिलित है। यह जैसलमेर के मरू उद्यान, सोरसन (बारां) व अजमेर के शोकलिया क्षेत्र में पाया जाता है। यह पक्षी अत्यंत ही शर्मिला है और सघन घास में रहना इसका स्वभाव है। यह पक्षी 'सोन चिरैया', 'सोहन चिडिया' तथा 'शर्मिला पक्षी' के उपनामों से भी प्रसिद्ध है। गोडावण का अस्तित्व वर्तमान में खतरे में है तथा इनकी बहुत कम संख्या ही बची हुई है अर्थात यह प्रजाति विलुप्ति की कगार पर है। यह सर्वाहारी पक्षी है। इसकी खाद्य आदतों में गेहूँ, ज्वार, बाजरा आदि अनाजों का भक्षण करना शामिल है किंतु इसका प्रमुख खाद्य टिड्डे आदि कीट है। यह साँप, छिपकली, बिच्छू आदि भी खाता है। यह पक्षी बेर के फल भी पसंद करता है। राजस्थान में अवस्थित राष्ट्रीय मरु उद्यान में गोडावण की घटती संख्या को बढ़ाने के लिये आगामी प्रजनन काल में सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए गए हैं।; राष्ट्रीय मरु उद्यान (डेज़र्ट नेशनल पार्क) 3162 वर्ग किमी.

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गोमल दर्रा

गोमल दर्रा (उर्दू: گومل) पाकिस्तान का एक प्रमुख दर्रा है। सुलेमान पर्वतमाला के उत्तरी छोर पर 7,500 फुट की ऊँचाई पर स्थित यह दर्रा फोर्ट सैंडमन से 40 मील उत्तर है। यह प्रसिद्ध दर्रा खैबर तथा बोलन दर्रों के बीच में है। गोमल नदी के समांतर का मार्ग, जो मुर्तजा तथा डोमंडी से होता हुआ उत्तरी-पश्चिमी सरहदी सूबे को अफगान प्लेटो से जोड़ता है, इसी दर्रे से होकर जाता है। इस हिस्से का यह सबसे पुराना दर्रा है। प्राचीन समय में व्यापारियों के काफिले यहाँ से वस्तु विनिमय तथा क्रय विक्रय के लिये आया जाया करते थे। श्रेणी:पाकिस्तान के पहाड़ी दर्रे श्रेणी:दर्रा.

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गोमल नदी

पाकिस्तान और अफगानिस्तान की नदी है जो उत्तर-पश्चिमी सरहदी सूबे के दक्षिणी हिस्से में है। यह नदी अफगानिस्तान की कोहनाक पर्वतमाला से निकली है। अफगानिस्तान राज्य की सीमा पार करने के बाद जब यह पाकिस्तान में प्रवेश करती है, तब इससे कुंदार नामक पर्वतीय नदी मिलती है। अफगानिस्तान के पूर्वी भाग की यह नदी दक्षिण-पूर्व की ओर से बह कर पाकिस्तान में प्रवेश करने के बाद इसका बहाव सीधे पूर्व की तरफ हो जाता है। दोमंदी से मुर्तजा तक नदी में उत्तर से वानातोई तथा दक्षिण से झाब नामक नदियाँ मिलती है। गोमल नदी डेरा इस्माइल खाँ के पास सिंध नदी से मिलती है। बाढ़ आने पर ही इसका पानी सिंधु नदी तक पहुँच पाता है अन्यथा अधिकांश पानी सिंचाई में खर्च हो जाता है। श्रेणी:विश्व की नदियाँ श्रेणी:पाकिस्तान की नदियाँ श्रेणी:अफ़्गानिस्तान की नदियाँ श्रेणी:बलोचिस्तान की नदियाँ.

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गोरामानसिंह

गोरमानसिंह एक छोटा गांव है जो बिहार प्रान्त के दरभंगा जिलान्तर्गत आता है। यह गांव जिला मुख्यालय से लगभग ६० कि॰मी॰ दूर कमला-बलान नदी के किनारे बसा है। प्रत्येक वर्ष कमला बलान के उमड्ने से प्रायः जुलाई में यंहा बाढ आ जाती है। बाढग्रसित क्षेत्र से पानी निर्गत होने में काफी समय लगता है जिससे जानमाल, फसल एवं द्रव्य की काफी क्षति होती है। नियमित बाढ आगमन से इस क्षेत्र में अभी तक पक्की सड्क एवं बिजली का अभाव है। इस क्षेत्र के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है। यहां का मुख्य व्यवसायिक केन्द्र सुपौल बाजार है जहां दूर-दूर से लोग पैदल या नौका यात्रा करके अपने सामानों की खरीद-विक्री के लिये आते हैं। दिसंबर से मार्च महीने तक लगातार जल-जमाव रहने से इस गांव के चौर क्षेत्र में विभिन्न देशों से कुछ प्रवासी पक्षी भी आतें हैं। प्रवासी पक्षीयों में लालसर, दिघौंच, सिल्ली, अधनी, चाहा, नक्ता, मैल, हरियाल, कारण, रतवा, इत्यादि प्रमुख है। ये पक्षीयां मुलतः नेपाल, तिब्बत, भुटान, चीन, पाकिस्तान, मंगोलिया, साइबेरिया इत्यादि देशों से आतें है। बाढ के पानी में डुबी हुई धान की फसलें बाढ के दिनों मे नौका यात्रा करते लोग प्रवासी पक्षीयां .

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गोलमेज सम्मेलन (भारत)

यह लेख आंग्ल-भारतीय गोलमेज सम्मेलन के बारे में है। डच-इन्डोनेशियाई गोलमेज सम्मेलन के लिए, डच-इन्डोनेशियाई गोलमेज सम्मेलन देखिये। गोलमेज के अन्य उपयोगों के लिए, कृपया गोलमेज (स्पष्टीकरण) देखें। ---- पहला गोल मेज सम्मेलन नवम्बर 1930 में आयोजित किया गया जिसमें देश के प्रमुख नेता शामिल नहीं हुए नमक यात्रा के कारण ही अंग्रेजों को यह अहसास हुआ था कि अब उनका राज बहुत दिन नहीं टिक सकेगा और उन्हें भारतीयों को भी सत्ता में हिस्सा देना पड़ेगा। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ब्रिटिश सरकार ने लंदन में गोल मेज सम्मेलनों का आयोजन शुरू किया। अंग्रेज़ सरकार द्वारा भारत में संवैधानिक सुधारों पर चर्चा के लिए 1930-32 के बीच सम्मेलनों की एक श्रृंखला के तहत तीन गोलमेज सम्मेलन आयोजित किये गए थे। ये सम्मलेन मई 1930 में साइमन आयोग द्वारा प्रस्तुत की गयी रिपोर्ट के आधार पर संचालित किये गए थे। भारत में स्वराज, या स्व-शासन की मांग तेजी से बढ़ रही थी। 1930 के दशक तक, कई ब्रिटिश राजनेताओं का मानना था कि भारत में अब स्व-शासन लागू होना चाहिए। हालांकि, भारतीय और ब्रिटिश राजनीतिक दलों के बीच काफी वैचारिक मतभेद थे, जिनका समाधान सम्मलेनों से नहीं हो सका। .

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गोजरी भाषा

गोजरी या गूजरी एक हिन्द-आर्य भाषा है जो उत्तर भारत व पाकिस्तान में गुर्जर समुदाय के कई सदस्यों द्वारा बोली जाती है। भारत में यह भाषा राजस्थान,हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू व कश्मीर, उत्तराखण्ड और पंजाब राज्यों में बोली जाती है। पाकिस्तान में यह पाक-अधिकृत कश्मीर और पंजाब (पाकिस्तान) में बोली जाती है। इस भाषा का मूल ढांचा और गहरी शब्दावली दोनों राजस्थानी भाषा की है लेकिन स्थानानुसार इसमें कई पंजाबी, डोगरी, कश्मीरी, गुजराती, हिन्दको और पश्तो प्रभाव देखे जाते हैं। जम्मू-कश्मीर राज्य में इसे आधिकारिक दर्जा प्राप्त है। .

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गोवरो भाषा

गोवरो (Gowro), जिसे गाबरो भी कहते हैं, कोहिस्तानी उपशाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के कोहिस्तान ज़िले में बोली जाती है। यह इस जिले के कोलाई नामक क्षेत्र में महरीन गाँव में बोली जाती है। इसके ६५% शब्द चीलीस्सो भाषा से, ६५% सिन्धु कोहिस्तानी भाषा से, ६०% बटेरी भाषा से और ४०% शीना भाषा से मिलते-जुलते हैं। .

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ऑपरेशन ब्लू स्टार

आपरेशन ब्लू स्टार भारतीय सेना द्वारा 3 से 6 जून 1984 को अमृतसर (पंजाब, भारत) स्थित हरिमंदिर साहिब परिसर को ख़ालिस्तान समर्थक जनरैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों से मुक्त कराने के लिए चलाया गया अभियान था। पंजाब में भिंडरावाले के नेतृत्व में अलगाववादी ताकतें सशक्त हो रही थीं जिन्हें पाकिस्तान से समर्थन मिल रहा था। .

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ऑपरेशन मेघदूत

वास्तविक जमीनी स्थिति रेखा के साथ दिखाया पीले रंग की बिंदीदार ऑपरेशन मेघदूत, भारत के जम्मू कश्मीर राज्य में सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जे के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशन के लिए कोड-नाम था, जो सियाचिन संघर्ष से जुड़ा था। 13 अप्रैल 1984 को शुरू किया गया यह सैन्य अभियान अनोखा था क्योंकि दुनिया की सबसे ऊंचाई पर स्थित युद्धक्षेत्र में पहली बार हमला शुरू किया गया था। सेना की कार्रवाई के परिणामस्वरूप भारतीय सेना ने पूरे सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण प्राप्त कर किया था। आज, भारतीय सेना की तैनाती के स्थान को वास्तविक ग्राउंड पॉजिशन लाइन (एजीपीएल) के रूप में जाना जाता है, कभी-कभी गलत तरीके से ऑपरेशन मेघदूत भी कहा जाता है। भारतीय सेना और पाकिस्तानी सेना प्रत्येक के दस पैदल सेना बटालियन, 6,400 मीटर (21,000 फीट) तक ऊंचाई पर सक्रिय रूप से तैनात किए जाते हैं। .

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ऑपरेशन जिब्राल्टर

ऑपरेशन जिब्राल्टर, पाकिस्तान की जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करने की रणनीति का कोडनाम था जो भारतीय शासन के खिलाफ विद्रोह शुरू करने के लिए किया गया था। सफल होने पर, पाकिस्तान को कश्मीर पर नियंत्रण हासिल करने की उम्मीद थी, लेकिन यह अभियान एक बड़ी विफलता साबित हुई। पाकिस्तान ने,विशेष रूप से स्पेन के अरब आक्रमण के समानांतर ध्यान आकर्षित करने के लिए,इस नाम को चुना जिसे जिब्राल्टर के बंदरगाह से लॉन्च किया गया था। अगस्त 1965 में, पाकिस्तानी सेना के आज़ाद कश्मीर नियमित सेना के सैनिकों, जो स्थानीय लोगों के रूप में घुल मिल गए थे, कश्मीरी मुसलमानों के बीच एक उग्रवाद को उकसाने के लक्ष्य से पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में प्रवेश किया था। हालांकि, समन्वय के अभाव की वजह से शुरूआत से ही रणनीति बहुत ही खराब हो गई थी, और घुसपैठियों को जल्द ही खोजा गया था। इस अभियान ने 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध की शुरुआत की, जो भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद से दोनों पड़ोसियों के बीच पहली बड़ी लड़ाई थी। .

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ऑर्कुट

ऑर्कुट इन्टरनेट पर एक प्रसिद्ध सामाजिक तंत्र-व्यवस्था समूह (सामाजिक नेटवर्क) था जो कि गूगल समूह द्वारा संचालित किया जा रहा था। इसका नाम गूगल समूह के एक कर्मचारी ऑर्कुट बुयुक्कॉक्टेन के नाम पर पड़ा। इसकी सेवा में कहा गया था कि यह उपयोगकर्ता को नए दोस्त बनाने और वर्तमान संबंधों को बनाए रखने में मदद करने के लिए अन्वेषित किया गया है। पहले इसमें खाता खोलने के लिए किसी पूर्व सदस्य के निमंत्रण की आवश्यकता होती थी पर अक्टूबर २००६ के बाद से बिना निमंत्रण के खाता खोलने की सुविधा दे दी गई। ऑर्कुट का प्रयोग सबसे ज्यादा ब्राजील में होता था जिसके बाद भारत दूसरे स्थान पर था। ऑर्कुट 30 सितंबर, 2014 से बंद कर दिया गया। ऑर्कुट के सबसे ज्यादा उपयोगकर्ता ब्राजील (५१.१८%), संयुक्त राज्य अमेरिका (१७.४१%) और भारत (१७.४१%) में हैं। सबसे ज्यादा उपयोग करने वाले १८-२५ वर्ष के लोग हैं। अगस्त २००७ में गूगल ने यह निर्णय लिया कि कैलिफोर्निया स्थित होस्टेड ऑर्कुट का प्रबंधन करेगा और संचालन पूरी तरह से अब गूगल ब्राजील के द्वारा किया जाएगा। .

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ऑरेंज लाइन (लाहौर मेट्रो)

ऑरेंज लाइन (Orange Line) लाहौर, पंजाब, पाकिस्तान में निर्माणाधीन एक स्वचालित तेज आवागमन परिवहन प्रणाली है। मई 2018 में परिचालन करते समय, ऑरेंज लाइन पाकिस्तान की पहली मेट्रो लाइन बन जाएगा। ऑरेंज लाइन लाहौर मेट्रो के लिए प्रस्तावित तीन प्रस्तावित रेल लाइनों में से पहली है। यह लाइन 25.1 किमी (15.8 मील) ऊंचाई पर और 1.72 किमी (1.1 मील) भूमिगत के साथ 27.1 किमी (16.8 मील) तक फैली होगी। यह लाइन 26 स्टेशनों के लिए शुरू किया जाएगा और इसकी दैनिक 250,000 यात्री को संभालने की उम्मीद है। हालांकि इसे व्यापक चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के हिस्से के रूप में अक्सर उल्लेख किया जाता है, लेकिन ऑरेंज लाइन को पंजाब सरकार द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है। 16 मई 2017 को सीआरआरसी Zhuzhou लोकोमोटिव ने मेट्रो के लिए पहली 27 ट्रेनों को उतारा। हाल ही में इन ट्रेन के कई सफल परीक्षण चलाए गए हैं। .

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ऑल इंडिया सुन्नी कांफ्रेंस

पाकिस्तान आंदोलन के दौर में राजनेता विभिन्न समूहों में विभाजित थे। कुछ लोग अंग्रेज समर्थक थे। कुछ अंग्रेज दुश्मन लेकिन हिन्दू के मन से दोस्तो और सहयोगी थे। इमाम अहमद रजा बरेलवी और हम मसलक विद्वानों का धार्मिक और इस्लामी बिंदु दृष्टिकोण था कि अंग्रेज और हिंदू दोनों ही हमारे दुश्मन हैं। हिंदू और मुसलमान दो अलग राष्ट्र हैं। येही दो राष्ट्रीय दृष्टिकोण था। जिसे बाद में अल्लामा मुहम्मद इक़बाल और का़इद ए आज़म मोहम्मद अली जिन्नाह ने अपनाया और इसी कृरिए के आधार पर पाकिस्तान अस्तित्व में आया। 1946 में अखिल भारतीय सुनी सम्मेलन बनारस में ऐतिहासिक बैठक हुई जिसमें अहले सुन्नत व जमाअत (बरेली) के सभी विद्वानों ने भाग लिया और पाकिस्तान की भरपूर समर्थन की। श्रेणी:भारत का इतिहास श्रेणी:पाकिस्तान का इतिहास.

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ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम का भारत दौरा 2007-08

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने 29 सितंबर से 20 अक्टूबर 2007 तक भारत का दौरा किया। 29 सितंबर से 17 अक्टूबर तक सात वनडे खेला गया। श्रृंखला में 20 अक्टूबर को मुम्बई में एक ट्वेंटी-20 इंटरनेशनल मैच भी शामिल था। ऑस्ट्रेलिया ने एकदिवसीय श्रृंखला 4-2 से जीती, भारत ने ट्वेंटी-20 मैच जीता। .

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ओढेरवाल

ओढेरवाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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ओमान की खाड़ी

ओमान की खाड़ी (अंग्रेज़ी: Gulf of Oman), जिसे अरबी में ख़लीज उमान और फ़ारसी में ख़लीज-ए-मकरान कहते हैं, अरब सागर और होरमुज़ जलसन्धि के बीच स्थित एक जलडमरू है। यह होरमुज़ जलसन्धि के पार फ़ारस की खाड़ी से जुड़ता है। हालांकि इसे खाड़ी बुलाया जाता है, भौगोलिक रूप से यह वास्तव में एक जलडमरू है। इसके उत्तर में ईरान और पाकिस्तान का मकरान क्षेत्र है जबकि इसके दक्षिण में संयुक्त अरब अमीरात और ओमान स्थित हैं। फ़ारस की खाड़ी की तुलना में इसकी गहराई काफी अधिक है।, John E. Randall, pp.

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ओमेर्टा

ओमेर्टा हंसल मेहता द्वारा निर्देशित एक 2018 भारतीय हिंदी अपराध नाटक फिल्म है। पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश आतंकवादी अहमद उमर सईद शेख़ की भूमिका में राजकुमार राव हैं। फिल्म ने भारत में पश्चिमी देशों के नागरिकों की 1994 के अपहरण की पड़ताल की, जिसके लिए उमर को गिरफ्तार कर लिया गया और 2002 में वाल स्ट्रीट जर्नल पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या की साजिश रची गई। इसे 2017 में टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में विशेष प्रस्तुति अनुभाग में दिखाया गया था, मुंबई फिल्म महोत्सव, फ्लोरेंस फिल्म महोत्सव, हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और बुसान अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह। ओमर्टा 2018 न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल में समापन रात की फिल्म थी। पहला ट्रेलर 14 मार्च 2018 को जारी किया गया था जबकि दूसरा ट्रेलर 23 अप्रैल 2018 को जारी किया गया था। ओमर्टा को 4 मई, 2018 को रिलीज हुई। .

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ओलंपिक में पाकिस्तान

पाकिस्तान ने पहली बार 1948 में लंदन में ओलिंपिक खेलों में हिस्सा लिया था, और तब से एथलीटों को हर ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए भेजा है, सिवाय इसके कि जब वे सोवियत संघ में 1980 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के अमेरिकी नेतृत्व में बहिष्कार में शामिल हुए। शीतकालीन ओलंपिक खेलों में पाकिस्तान की पहली भागीदारी वैंकूवर 2010 शीतकालीन ओलंपिक में हुई थी जब मोहम्मद अब्बास ने अल्पाइन स्कीइंग (विशालकाय स्लैलम) श्रेणी में अर्हता प्राप्त करने के लिए पाकिस्तान का पहला एथलीट बना लिया था। पाकिस्तानी एथलीटों ने कुल दस पदक जीते, पुरुषों की फील्ड हॉकी में से आठ। 1996 अटलांटा ग्रीष्मकालीन ओलंपिक्स में, पाकिस्तान के सैयद हदी हैदर नकवी ने ताए-क्वोन-डू के प्रदर्शन के खेल में कांस्य पदक जीता था, लेकिन जैसा कि खेल को पूर्ण दर्जा नहीं दिया गया था, पदक आधिकारिक आंकड़ों में नहीं पहचाना गया था। 1948 में पाकिस्तान के लिए राष्ट्रीय ओलंपिक समिति बनाई गई थी। रोम 1960 तक पाकिस्तान के लिए सबसे सफल ओलंपिक रहा है, पाकिस्तान ने दो पदक जीते हैं: मैदान में हॉकी में स्वर्ण पदक और कुश्ती में कांस्य पदक। पाकिस्तान ने ओलंपिक में दो व्यक्तिगत पदक जीते हैं, दोनों कांस्य पदक: एक रोम में कुश्ती में 1960 और एक सिएल 1988 में मुक्केबाजी में। 1992 के बार्सिलोना के बाद से ओलंपिक खेलों में पाकिस्तान ने एक भी पदक नहीं जीता है। .

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ओसामा बिन लादेन

ओसामा बिन लादेन की तस्वीर ओसामा बिन लादेन (१० मार्च १९५७ - २ मई २०११) अल कायदा नामक आतंकी संगठन का प्रमुख था। यह संगठन ११ सितंबर २००१ को अमरीका के न्यूयार्क शहर के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के साथ विश्व के कई देशों में आतंक फैलाने और आतंकी गतिविधियां संचालित करने का दोषी है। २ मई २०११ को पाकिस्तान में अमरीकी सेना ने एक हमले में उसका वध कर डाला। .

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ओवैस अहमद गनी

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, बलोचिस्तान एवं गिलगित-बल्तिस्तान के पूर्व राज्यपाल। .

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ओकरा जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। श्रेणी:पंजाब (पाकिस्तान) श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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ओकाड़ा ज़िला

ओकाड़ा ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, ओकाड़ा शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 3,004 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 2,232,992 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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औन-ज़ारा

औन-ज़ारा (उर्दू: عون زارا), एक पाकिस्तानी धारावाहिक है जिसका प्रसारण पाकिस्तान के ए-प्लस एंटरटेनमेंट पर हर गुरुवार को किया जाता था। भारत में इसका प्रसारण ज़िंदगी (टीवी चैनल) पर प्रतिदिन किया जाता था। यह धारावाहिक ज़िंदगी टीवी चैनल के शुरुआती कार्यक्रमों से एक था। इस धारावाहिक की कहानी एक शादीशुदा जोड़े के आसपास घूमती है। यह पाकिस्तानी लेखक फाइज़ा इफ्तिखार के उपन्यास, 'हिसार-ए-मोहब्बत' पर आधारित है और इसका निर्देशन हैस्साम हुसैन द्वारा किया गया है। प्रमुख भूमिकाओं को माया अली और उस्मान खालिद बट ने निभाया है। .

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आँसू झील

आँसू झील (अंग्रेज़ी: Lake Ansoo, उर्दु: آنسو جھیل) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले की काग़ान घाटी में स्थित एक पर्वतीय झील है। यह प्रसिद्ध सैफ़-उल-मुलूक झील के पास स्थित है। इसका नाम अपने "आँसू" जैसे आकार पर पड़ा है। .

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आठ हज़ारी

आठ हजारी अर्थात समुद्र सतह से 8000 मी.

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आतिफ़ असलम

आतिफ अस्लम या मोहम्मद आतिफ अस्लम १२ मार्च १९८३ को पाकिस्तान के वज़ीराबाद, गुजरानवाला इलाके में जन्में एक जाने-माने गायक हैं। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ये सामान्यत: हिन्दी-ऊर्दू गायक के रूप में जाने जाते हैं। इन्होंने हिन्दी गानों के गायन में ख्याति अर्जित करनी शुरू की। २००८ में पाकिस्तान सरकार द्वारा इन्हें तम्गा-ऐ-इम्तियाज़ की उपाधि से पुरस्कृत किया गया। .

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आतंकी प्रशिक्षण शिविर

आतंकी प्रशिक्षण शिविर (terrorist training camp) आतंकवाद की पद्धति सिखाने वाले प्रशिक्षण शिविर हैं। यहाँ आतंकवादियों को युद्ध और आत्मघाती बमबारी करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। ये शिविर प्रशिक्षण देने वालों के इलाकों या परंपरागत रूप से आतंकवाद के गढ़ रहे क्षेत्रों में होते हैं जैसे कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान,: Paper The People's Daily, July 12, 2002.

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आदमपुर एयर फ़ोर्स बेस

आदमपुर एयर फ़ोर्स स्टेशन (Adampur Air Force Station) जो कि एक भारतीय वायु सेना के लिए एयर फ़ोर्स स्टेशन है जो उत्तरी भारत के पंजाब राज्य में जालंधर से २१ किलोमीटर दूर स्थित है। यह भारत के सबसे बड़े मिलिट्री एयर बेस में दूसरा सबसे बड़ा एयर फ़ोर्स स्टेशन है। यह एयर फ़ोर्स स्टेशन लगभग भारत पाकिस्तान की सीमा पर १०० किलोमीटर तक घिरा हुआ है। .

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आदि बद्री (हरियाणा)

आदि बद्री हरियाणा के यमुनानगर ज़िले में स्थित वनक्षेत्र है। यह स्थान पौराणिक महत्व रखने वाली, लुप्त हो चुकी सरस्वती नदी का उद्गम स्थल है। .

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आपराधिक कृत्य

जब किसी व्यक्ति द्वारा दोषपूर्ण मन (mens rea) से आपराधिक कृत्य (Actus reus) करना सिद्ध हो जाय तो भारत, पाकिस्तान, युनाइटेड किंगडम, कनाडा आदि के दण्डविधान के अनुसार उस पर दण्डदायित्व (criminal liability) आ जाता है। अर्थात् उपरोक्त दो शर्तों के लागू होने पर उस व्यक्ति को अपराधी मानकर दण्डित किया जा सकता है। .

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आफ़ताब शबान मिरानी

आफ़ताब शाबान मीरान, शिकारपुर, सिंध में पैदा हुए। वह 25 फरवरी 1990 से 6 अगस्त 1990 तक सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री और मंत्री सीसी रक्षा भे रहे थे। उनका संबंध पाकिस्तानी राजनीतिक दल पाकिस्तान पीपल्स पार्टी से है। वे पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के १४वें मुख्यमंत्री थे। .

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आम

आम एक प्रकार का रसीला फल होता है। इसे भारत में फलों का राजा भी बोलते हैं। इसकी मूल प्रजाति को भारतीय आम कहते हैं, जिसका वैज्ञानिक नाम मेंगीफेरा इंडिका है। आमों की प्रजाति को मेंगीफेरा कहा जाता है। इस फल की प्रजाति पहले केवल भारतीय उपमहाद्वीप में मिलती थी, इसके बाद धीरे धीरे अन्य देशों में फैलने लगी। इसका सबसे अधिक उत्पादन भारत में होता है। यह भारत, पाकिस्तान और फिलीपींस में राष्ट्रीय फल माना जाता है और बांग्लादेश में इसके पेड़ को राष्ट्रीय पेड़ का दर्जा प्राप्त है। .

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आम की प्रजातियाँ

पूरे विश्व में आम की सैकड़ों प्रजातियाँ (कृषिजोपजाति / cultivar) पायी जातीं हैं। .

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आमिर गुलिस्तान जनजूआ

वे एक पाकिस्तानी जनरल, राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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आमेर यामीन

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। .

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आरिफ बनगश

वे एक पाकिस्तानी जनरल, राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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आर्य वंश

आर्य वंश ऐतिहासिक रूप से 19वीं शताब्दी के अंत और 20वीं शताब्दी के आरम्भ में पश्चिमी सभ्यता में आर्यवंशी काफी प्रभावशाली लोग हुआ करते थे। माना जाता है कि इस विचार से यह व्यूत्पन्न है कि हिंद युरोपीय भाषा के बोलने वाले मूल लोगों और उनके वंशजों ने विशिष्ट जाति या वृहद श्वेत नस्ल की स्थापना की। ऐसा माना जाता है कि कभी-कभी आर्यन जाति से ही आर्यवाद अस्तित्व में आया। आरम्भ में इसे मात्र भाषाई आधार पर जाना जाता था लेकिन नाज़ी और नव-नाज़ी में जातिवाद की उत्पत्ति के बाद सैधांतिक रूप से इसका प्रयोग जादू-टोना और श्वेत प्रतिष्ठा को स्थापित करने के लिए किया जाने लगा। .

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आर्यसंघाट सूत्रम्

आर्यसंघाट सूत्रम् संस्कृत में लिखित महात्मा बुद्ध के राजगृह में दिये गये उपदेशों का संग्रह है। यह "धर्म पर्याय" नामक विशेष सूत्रों का संग्रह है। ऐसी मान्यता है कि इसका विशिष्ठ ढ़ंग से पाठ करने या श्रवण करने वालों का आमूल परिवर्तन हो जाता है। ये सूत्र इस मामले में अनन्य हैं कि बुद्ध ने इन्हें पूर्ववर्ती बुद्ध से सुना था। अन्य संस्कृत ग्रन्थों की भाँति आर्यसंघाट सूत्र भी महात्मा बुद्ध के शिष्यों द्वारा कंठस्थ कर लिया गया था और बाद में तालपत्रों आदि पर लिपिबद्ध कर दिया गया। इतिहासपरक शोध से पता चलता है कि संघाट सूत्र आठवीं शती तक बौद्धों का मुख्य ग्रन्थ बना रहा। किन्तु इसके बाद दुर्दैव से सन् १९३० तक संघाट सूत्र अप्राप्य रहे। फिर सन् १९३१ एवं सन् १९३८ में पाकिस्तान के गिलगित क्षेत्र से संघाटसूत्र की कम से कम सात पाण्डुलिपियाँ प्राप्त हुईं। इसके बाद विद्वानों का ध्यान संघाटसूत्र के महत्व पर गया। .

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आलू के चिप्स

आलू के चिप्स यहां पुनर्निर्देशित है। एकवचन उपयोग के लिए, आलू के चिप देखें आलू के चिप्स (जिन्हें अमेरिकन, ऑस्ट्रेलियन, कनाडियन, सिंगापुर, दक्षिणी अफ्रीका, हवाई इंग्लिश, भारतीय इंग्लिश तथा जमैका की इंग्लिश के साथ साथ अधिकांश यूरोपीय भाषाओं में चिप्स के नाम से; ब्रिटिश तथा आयरिश इंग्लिश में क्रिस्प्स, तथा न्यू ज़ीलैंड में चिपीस के नाम से जाना जाता है) दरसल आलू की पतली फांक हैं जिन्हें तला जाता है। आलू के चिप्स को सामान्यरूप से एक क्षुधावर्धक, अतिरिक्त व्यंजन, या नाश्ते के रूप में परोसा जाता है। बुनियादी चिप्स पके हुए तथा नमक मिलाये गए होते हैं; अतिरिक्त विविधताओं को बनाने के लिए अनेक स्वादों तथा सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है जिनमें सीजनिंग, जड़ी-बूटियां, मसाले, चीज़ तथा कृत्रिम योज्य शामिल होते हैं। क्रिस्प्स, तथापि, ब्रिटेन तथा आयरलैंड में नाश्ते के लिए बनाये गए अनेक उत्पादों को कहा जाता है, इनमें से कुछ आलू से बनते हैं, परन्तु ये मक्का, मैदा तथा कसावा से भी बनाये जाते हैं। इस प्रकार के क्रिस्प्स का एक उदाहरण मॉन्स्टर मंच है। क्रिस्प्स का प्रयोग उत्तरी अमेरिका में भी होता है जहां इन्हें आलू से बने नाश्ते के रूप में जाना जाता है जिनका सुखाये हुए आलू के फ्लेक व अन्य पूरक वस्तुओं से पुनर्निर्माण किया जाता है, उदाहरण के लिए "बेकद ले'स" व प्रिंगल्स, हालांकि तकनीकी रूप से प्रिंगल तेल में "क्विक फ्राई" किये जाते हैं। आलू के चिप्स अंग्रेजी भाषी देशों में तथा कई अन्य पश्चिमी देशों के स्नैक खाद्य बाजार का एक प्रमुख भाग हैं। 2005 में वैश्विक आलू चिप बाजार का कुल राजस्व 16.4 बिलियन डॉलर था। यह उस वर्ष के नमकीन नाश्तों के कुल बाज़ार का 35.5% था (46.1 बिलियन डॉलर).

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आलीवाला, पाकिस्तान

आलीवाला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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आशा भोंसले

आशा भोंसले (जन्म: 8 सितम्बर 1933) हिन्दी फ़िल्मों की मशहूर पार्श्वगायिका हैं। लता मंगेशकर की छोटी बहन और दीनानाथ मंगेशकर की पुत्री आशा ने फिल्मी और गैर फिल्मी लगभग 16 हजार गाने गाये हैं और इनकी आवाज़ के प्रशंसक पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। हिंदी के अलावा उन्होंने मराठी, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, भोजपुरी, तमिल, मलयालम, अंग्रेजी और रूसी भाषा के भी अनेक गीत गाए हैं। आशा भोंसले ने अपना पहला गीत वर्ष 1948 में सावन आया फिल्म चुनरिया में गाया। आशा की विशेषता है कि इन्होंने शास्त्रीय संगीत, गजल और पॉप संगीत हर क्षेत्र में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा है और एक समान सफलता पाई है। उन्होने आर॰ डी॰ बर्मन से शादी की थी। .

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आसल उत्ताड़ का युद्ध

आसल उत्ताड़ का युद्ध (पंजाबी: ਆਸਲ ਉਤਾੜ)१९६५ के भारत-पाक युद्ध के दौरान लड़ा गया सबसे बड़ा टैंक युद्ध था। यह युद्ध 8 से 10 सितंबर, 1965 के दौरान लड़ा गया था जब पाकिस्तानी सेना ने अपने टैंकों व पैदल सेना के द्वारा भारतीय भूमि पर धावा बोला और अंतर्राष्ट्रीय सीमा के 5 किमी अंदर स्थित खेमकरण पर कब्जा कर लिया। भारतीय सेना ने भी तगड़ा जवाब दिया और 3 दिन के भीषण युद्ध के बाद आसल उत्ताड़ के समीप पाकिस्तानी फौज को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। इस जीत के प्रमुख कारण थे भारतीय सेना का जबरदस्त संघर्ष, मैदान की स्थितियाँ, भारत की बेहतर चालें व सफल रणनीति। Wilson, Peter.

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आसाराम

आसाराम (पूरा नाम: आसूमल थाऊमल सिरुमलानी अथवा आसूमल सिरूमलानी, जन्म: 17 अप्रैल 1941, नवाबशाह जिला, सिंध प्रान्त) भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय, आध्यात्मिक सन्त हैं जो अपने शिष्यों को एक सच्चिदानन्द ईश्वर के अस्तित्व का उपदेश देते हैं। उन्हें उनके भक्त प्राय: बापू के नाम से सम्बोधित करते हैं। आसाराम 450 से अधिक छोटे-बड़े आश्रमों के संचालक हैं। उनके शिष्यों की संख्या करोड़ों में है। आसाराम सामान्यतः विवादों से जुड़े रहे हैं जैसे आपराधिक मामलों में उनके खिलाफ दायर याचिकाएँ, उनके आश्रम द्वारा अतिक्रमण, 2012 दिल्ली दुष्कर्म पर उनकी टिप्पणी एवं 2013 में नाबालिग लड़की का कथित यौन शोषण। उन पर लगे आरोपों की आँच उनके बेटे नारायण साईं तक भी पहुची। न्यायालय ने उन्हें 5 साल तक न्यायिक हिरासत में रखने के बाद 25 अप्रैल को नाबालिग से रेप के मामले में आसाराम को उम्रकैद की सजा का निर्णय लिया है। फ़िलहाल आसाराम जोधपुर जेल की सलाखों के पीछे कैद हैं। यौन छेडछाड का यह मामला 20 अगस्त 2013 को प्रकाश में आया जब एक एफ आई आर दिल्ली के कमला नगर थाने में रात 2 बजे दर्ज हुई। घटना जोधपुर के मड़ई में स्थित फार्म हाउस में 16 अगस्त की बताई जाती है। एफ़ आई आर में लड़की ने आरोप लगाया है बापू ने रात उसे कमरे में बुलाया व 1 घंटे तक व यौन छेड़छाड़ की। लड़की उत्तरप्रदेश के शाहजहा पुर की निवासी है जो 12 व्ही में छिंदवाड़ा में आश्रम के कन्या छात्रा वास में पड़ती थी। .

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आसिफ अली ज़रदारी

आसिफ़ अली ज़रदारी (آصف علی زرداری, آصف علي زرداري; जन्म 26 जुलाई 1955) एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष हैं। वे 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के 11वें राष्ट्रपति के रूप में पदस्थ रहे। वो पाकिस्तान के प्रथम लोकतान्त्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति हैं जिन्होंने अपना पाँच वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करके अन्य निर्वाचित रूप से चुने हुए राष्ट्रपति को कार्यभार सौंपा।। वे सिन्धी हैं जिनका मूल रूप से बलोच जातियता के एक जमींदार जनजाति से हैं। 1987 में बेनज़ीर भुट्टो से शादी के बाद उन्हें बहुत शोहरत मिली और वो पाकिस्तान के प्रथम पुरुष बनने का सौभाग्य प्राप्त कर सके। 1993 से 1996 के मध्य दूसरे भुट्टो सरकार के कार्यकाल में संघीय निवेश मंत्री, खुफिया ब्यूरो के महानिदेशक और संघीय जांच एजेंसी के प्रमुख सहित उन्होंने विभिन्न कैबिनेट पदों का कार्यभार सम्भाला। उन्हें 1996 के अन्त में भुट्टो सरकार के गिरने के बाद भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया गया। .

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आस्मा जहाँगीर

आस्मा जहाँगीर (عاصمہ جہانگیر २७ जनवरी १९५२ – ११ फ़रवरी २०१८) पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता, वकील और पाकिस्तानी मानवाधिकार आयोग की संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष थीं। वे पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में कार्यरत थीं। आसमा हाशिए पर पड़े बेबस लोगों के लिए आवाज बुलंद करने के लिए जानी जाती थीं। वे समाजसेविका थीं और मुख्यतः अल्पसंख्यक समुदाय व महिलाओं के लिए कार्य करती थीं। वे पहले सयुंक्त राष्ट्र की " आस्था की स्वतंत्रता " पर अगस्त २००४ वाचिका थी (पहले मानवाधिकार संघ तथा बाद में मानवाधिकार आयोग)। मृत्य से पहले वे पाकिस्तान के मानव अधिकार आयोग की अध्यक्ष थीं। आसमा को दुनिया भर के तमाम मंचों पर बोलने के लिए बुलाया जाता था। पाकिस्तान में वो उन गिनी-चुनी आवाज़ों में से एक थीं जो खुले तौर पर सैन्य शासन और सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलती थीं। .

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आज़ाद कश्मीर

आज़ाद जम्मू व कश्मीर का नक़्शा आज़ाद कश्मीर का झण्डा आज़ाद कश्मीर (उर्दू), आधिकारिक रूप से आज़ाद जम्मू और कश्मीर पाकिस्तान के प्रशासनिक प्रभागों में से एक है। यह पाकिस्तान-प्रशासित कश्मीर का एक हिस्सा है और पाक-प्रशासित कश्मीर को दो हिस्सों में बांटा गया है, पहला हिस्सा यह आज़ाद जम्मू-ओ-कश्मीर हैऔर दूसरा हिस्सा गिलगित-बल्तिस्तान है। गिलगित-बल्तिस्तान रहित आज़ाद कश्मीर का इलाक़ा 13,300 वर्ग किलोमीटर (5,135 वर्ग मील) पर फैला है और इसकी आबादी अंदाज़न 40 लाख है। आज़ाद कश्मीर की राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद है और इसमें 8 ज़िले, 19 तहसीलें और 182 संघीय काउन्सिलें हैं। आज़ाद कश्मीर के मीरपुर डवीज़न में भिम्बेर ज़िला, कोटली ज़िला और मीरपुर ज़िला, मुज़फ़्फ़राबाद डवीज़न में बाग़ ज़िला, मुज़फ़्फ़राबाद ज़िला और नीलम ज़िला जबकि पुंछ रावलाकोट डवीज़न में पूंछ ज़िला, रावला कोट और सुधनोती ज़िला शामिल हैं। .

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आज़ाद कश्मीर के राष्ट्रपति

आज़ाद जम्मू और कश्मीर के राष्ट्रपति कथित तौर पर स्वतंत्र (परंतु तथ्यस्वरूप, पाकिस्तान-नियंत्रित) राज्य, आज़ाद जम्मू और कश्मीर के प्रमुख हैं। पाकिस्तानी राज्य आज़ाद कश्मीर 24 अक्टूबर 1947 को अस्तित्व में आया। .

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आईएफबीडीओ

रक्त दाता संगठन अंतर्राष्ट्रीय महासंघ (अंग्रेजी में संक्षिप्त आईएफबीडीओ फ्रेंच और स्पेनिश में फियोडस) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन जिसका मुख्य उद्देश्य स्वैच्छिक गैर रक्तदाताओं से रक्त कार्यवाही में सदस्य राज्यों की अच्छी तरह से रक्त दान और निरीक्षण प्रक्रियाओं के लिए सुरक्षा मानकों के रूप में आत्मनिर्भर है। .

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आईएसओ ४२१७

Exchange rates display at a Bureau de change listing currency names in English and their ISO 4217 codes. This list displays the United Kingdom as 'England', one of its constituent countries, in addition to displaying the Republic of China as 'Taiwan' and South Korea as 'Korea'. € आईएसओ ४२१७ (अंग्रेज़ी:ISO 4217) एक अंतर्राष्ट्रीय मानक है, जो तीन-अक्षरीय मुद्रा कूट बताता है। इसको अंतर्राष्ट्रीय मानक संगठन द्वारा मानकीकृत किया गया है। .

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आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफ़ी

आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफ़ी (अंग्रेज़ी: ICC Champions Trophy), विश्व क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा आयोजित की जाने वाली एक द्विवार्षिक प्रतियोगिता है। इसे क्रिकेट के विश्व कप के बाद सबसे बड़ी प्रतियोगिता के रूप में देखा जाता है और कुछ लोग इसे मिनी विश्व कप भी कहते हैं। १९९८ से शुरु होकर अभी तक कुल ८ बार इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है जिसे, समयवार क्रम में, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, भारत तथा श्रीलंका (अनिर्णीत), वेस्ट इंडीज़, ऑस्ट्रेलिया, भारत व पाकिस्तान ने जीता है। टूर्नामेंट के आठ संस्करणों में कुल मिलाकर तेरह टीमों ने भाग लिया, जिसमें आठ ने 2017 में आखिरी संस्करण में भाग लिया। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीन प्रारूपों में से प्रत्येक के लिए केवल एक शिखर टूर्नामेंट रखने के आईसीसी के लक्ष्य के अनुरूप रखा गया था। .

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आईवान-ए सदर्

आईवान-ए-सदर् (अथवा राष्ट्रपति निवास) पाकिस्तान के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास व प्रधान कार्यालय है। यह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आधारित है। यह पूर्वोत्तर इस्लामाबाद में कंस्टिच्यूशन एॅवेन्यू पर संसद भवन और सचिवालय के मध्य में अवस्थित है। इसके परिसर में मुख्य भवन के अलावा राष्ट्रपति की अधिकारिणी की रिहाइशी काॅलोनी भी है। 1988 में आईवान-ए सदर् के पूरा होने के समय राष्ट्रपति थे गुलाम इशाक खान। राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने अपने अपने कार्यकाल के दौरान, अपने निवास के रूप में इस भवन का इस्तेमाल नहीं किया, क्योंकि वे अपने राष्ट्रपतित्व के दौरान, सेनाध्यक्ष भी थे, अतः उनका आधिकारिक निवास, रावलपिंडी का आर्मी हाउस था। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने अपने उद्घाटन से पहले दिन पर आईवान-ए सदर् में ले जाया गया है। .

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आगरा का किला

आगरा का किला एक यूनेस्को द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल है। यह किला भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा शहर में स्थित है। इसके लगभग 2.5 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में ही विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताज महल मौजूद है। इस किले को कुछ इतिहासकार चारदीवारी से घिरी प्रासाद महल नगरी कहना बेहतर मानते हैं। यह भारत का सबसे महत्वपूर्ण किला है। भारत के मुगल सम्राट बाबर, हुमायुं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगज़ेब यहां रहा करते थे, व यहीं से पूरे भारत पर शासन किया करते थे। यहां राज्य का सर्वाधिक खजाना, सम्पत्ति व टकसाल थी। यहाँ विदेशी राजदूत, यात्री व उच्च पदस्थ लोगों का आना जाना लगा रहता था, जिन्होंने भारत के इतिहास को रचा। .

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आगा खां तृतीय

सुल्तान सर मुहम्मद शाह, आगा खां तृतीय, मूल नाम: सुल्तान सर मुहम्मद शाह,48वां इमाम (अरवी: سيدي سلطان محمد شاه، الآغاخان الثالث जन्म:2 नवम्बर 1877, जन्म स्थान: वर्तमान कराची, पाकिस्तान, मृत्यु: 11 जुलाई 1957, वरसोई, स्विट्जरलैंड), शियाओं के निजरी इसमाईली मत के आध्यात्मिक नेता। ये आगा खान द्वितीय के एकलौते बेटे थे। 1885 में अपने पिता के उत्तराधिकारी के रूप में वह निजारी इस्माईली संप्रदाय के इमाम बने। .

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आंबेडकर जयंती

आंबेडकर जयंती या भीम जयंती डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जिन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है, के जन्म दिन १४ अप्रैल को तौहार के रूप में भारत समेत पुरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को 'समानता दिवस' और 'ज्ञान दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकी जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले प्रतिभाशाली डॉ॰ भीमराव आंबेडकर को समानता के प्रतिक और ज्ञान के प्रतिक भी कहां जाता है। भीमराव विश्व भर में उनके मानवाधिकार आंदोलन, संविधान निर्माण और उनकी प्रकांड विद्वता के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति वैश्विक स्तर पर सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। डॉ॰ बाबासाहेब आंबेडकर की पहली जयंती सदाशिव रणपिसे इन्होंने १४ अप्रेल १९२८ में पुणे शहर में मनाई थी। रणपिसे आंबेडकर के अनुयायी थे। उन्होंने आंबेडकर जयंती की प्रथा शुरू की और भीम जयंतीचे अवसरों पर बाबासाहेब की प्रतिमा हाथी के अंबारी में रखकर रथसे, उंट के उपर कई मिरवणुक निकाली थी। उनके जन्मदिन पर हर साल उनके लाखों अनुयायी उनके जन्मस्थल भीम जन्मभूमि महू (मध्य प्रदेश), बौद्ध धम्म दीक्षास्थल दीक्षाभूमि, नागपुर और उनका समाधी स्थल चैत्य भूमि, मुंबई में उन्हें अभिवादन करने लिए इकट्टा होते है। सरकारी दफ्तरों और भारत के हर बौद्ध विहार में भी आंबेडकर की जयंती मनाकर उन्हें नमन किया जाता है। विश्व के 55 से अधिक देशों में डॉ॰ भीमराव आंबेडकर की जयंती मनाई जाती है। गुगल ने डॉ॰ आंबेडकर की 124 वी जयंती 2015 पर अपने 'गुगल डुडल' पर उनकी तस्वीर लगाकर उन्हें अभिवादन किया। तीन महाद्विपों के देशों में यह डुडल था। .

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आइएसओ ३१६६ - १

देशों की सूची - ISO 3166-1.

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इटरनल सनशाइन ऑफ़ द स्पॉटलेस माइंड

इटरनल सनशाइन ऑफ़ द स्पॉटलेस माइंड (अंग्रेज़ी: Eternal Sunshine of the Spotless Mind) 2004 अमेरिकी रोमांटिक विज्ञान कथा फिल्म एक अलग कुछ है जो एक दूसरे के बारे में अपनी यादों से मिट जाता है। .

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इण्डियन एयरलाइंस फ्लाइट ८१४

इंडियन एयरलाइंस फ्लाईट 814 (कॉल साइन आईसी-814) त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (काठमांडू, नेपाल) से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (दिल्ली, भारत) जाने वाली एक इंडियन एयरलाइंस एयरबस ए300 थी जिसका अपहरण कर लिया गया था। एक पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन हरकत उल मुजाहिदीन पर इसके अपहरण का आरोप लगाया गया था। लगभग 17:30 बजे आईएसटी (IST) पर भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश के तुरंत बाद सशस्त्र बंदूकधारियों ने विमान का अपहरण कर लिया था। अमृतसर, लाहौर और दुबई की धरती को छूने के बाद अपहरण कर्ताओं ने विमान को कंधार, अफगानिस्तान में उतरने के लिए मजबूर किया। अपहर्ताओं ने 176 यात्रियों में से 27 को दुबई में छोड़ दिया लेकिन एक को बुरी तरह चाकू से मारा और कई अन्य को घायल कर दिया। अफगानिस्तान में तालिबान-हुकूमत के बारे में भारत की कम जानकारी ने भारतीय अधिकारियों और अपहर्ताओं के बीच वार्ताओं को मुश्किल बना दिया। तालिबान ने भारतीय विशेष सैन्य बलों द्वारा विमान पर धावा बोलने से रोकने की कोशिश में अपने सशस्त्र लड़ाकों को अपहृत विमान के पास तैनात कर दिया। अपहरण का यह सिलसिला सात दिनों तक चला और भारत द्वारा तीन इस्लामी आतंकवादियों - मुश्ताक अहमद जरगर, अहमद उमर सईद शेख़ (जिसे बाद में डेनियल पर्ल की हत्या के लिए गिरफ्तार कर लिया गया) और मौलाना मसूद अज़हर (जिसने बाद में जैश-ए-मुहम्मद की स्थापना की) को रिहा करने के बाद समाप्त हुआ। भारतीय और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने अपहर्ताओं, अल-कायदा और तालिबान के बीच प्रामाणिक संबंध होने की रिपोर्ट दी। पांच अपहरणकर्ताओं और तीन रिहा किये गए आतंकवादियों को तालिबान द्वारा एक सुरक्षित मार्ग प्रदान किया गया। तालिबान द्वारा संदिग्ध भूमिका निभाये जाने की व्यापक रूप से निंदा की गयी थी और इसके बाद यह भारत एवं तालिबान के बीच संबंधों की समाप्ति का कारण बना। .

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इन्दिरा गांधी

युवा इन्दिरा नेहरू औरमहात्मा गांधी एक अनशन के दौरान इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी (जन्म उपनाम: नेहरू) (19 नवंबर 1917-31 अक्टूबर 1984) वर्ष 1966 से 1977 तक लगातार 3 पारी के लिए भारत गणराज्य की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद चौथी पारी में 1980 से लेकर 1984 में उनकी राजनैतिक हत्या तक भारत की प्रधानमंत्री रहीं। वे भारत की प्रथम और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं। .

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इन्नोसेंस ऑफ़ मुस्लिम्स

इन्नोसेंस ऑफ़ मुस्लिम्स २०१२ में बने गयी एक इस्लाम विरोधी फिल्म है। पूरे इस्लामी दुनिया में इस कि तीखी प्रतिक्रिया हुई, लीबिया में गुस्साए लोगों ने अमेरिकी दूतावास पर हमला कर दिया। मिस्र, पाकिस्तान, भारत, सउदी अरब, बंगलादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया, तुर्की, सूडान, अफगानिस्तान, इराक, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, अमेरिका समेत सम्पूर्ण विश्व में इसके विरोध में प्रदर्शन हुए। इस फिल्म कि निंदा ईसाई समाज ने भी की है। .

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इफ्तिख़ार हुसैन शाह

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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इफ्तिखार अहमद

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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इब्ने इमाम डिग्री साइंस कॉलेज

इब्ने इमाम डिग्री साइंस कॉलेज (Ibn-e-Imam Degree Science College ابن امام ڈگری سائنس کالج‎) जलालपुर जट्टां में स्थित एक कॉलेज है। कॉलेज मध्यवर्ती और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और गुजरात विश्वविद्यालय के साथ संबद्ध है। .

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इब्राहिम इस्माइल चुंदरीगर

इब्राहिम इस्माइल चनदरीगर, एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ एवं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री थे। वे 1897 में अहमदाबाद में पैदा हुए थे। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की और तत्पश्चात अहमदाबाद में उन्होंने पेशेवर वकालत शुरू की। वे 1924 में अहमदाबाद नगर निगम के सदस्य हुए और 1937 में बम्बई विधानसभा के सदस्य चुने गए। अगले साल बम्बई विधानसभा में मुस्लिम लीग पार्टी के उप नेता चुने गए। 1940 से 1945 ई तक वे बम्बई मुस्लिम लीग के अध्यक्ष भी रहे। 1947 में जब मुस्लिम लीग भारत की अंतरिम सरकार में शामिल हुई तो लीग के प्रतिनिधि के रूप में वाणिज्य मंत्रालय का कलमदान उनके सौंपा गया। उसी साल जेनोवा में सहयोगी राष्ट्रों की वाणिज्यिक सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया। विभाजन के बाद पाकिस्तान की केंद्रीय मंत्रिमंडल में अगस्त 1947 से मई 1948 और अगस्त 1955 ताकि अगस्त 1956 मंत्री रहे। .

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इमरती

इमरती एक प्रकार का मीठा पकवान है जो उर्द की दाल के घोल और चीनी की चाशनी से बनाया जाता है। इमरती या झंग्री एक प्रकार की स्वादिष्ट मिठाई हैं जो भारत एवं इसके आस पास के देशों में मुग़ल रसोइयों द्वारा लायी गयी थी। यह उरद दाल के पिसी गयी मिश्रण को तेल में तलकर बनाई जाती हैं। इसका आकर गोल एवं फूलों की तरह होता हैं। तलने के बाद इसे चीनी के चासनी में डाला जाता है। इस व्यंजन को जलेबी भी कुछ लोग गलती से समझ लेते हैं, जो आकार में इससे थोड़ी पतली एवं इमारती से एवं ज्यादा मीठी होती हैं। इमरती उड़द के आटे की घोल से बनाया जाता हैं एवं इसे बोलचाल की भाषा जलेबी परपू (दाल) भी कहा जाता हैं चीनी की चाशनी एवं केशर इसमें रंग लाने के लिए मिलाया जाता है। .

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इमरान ताहिर

मोहम्मद इमरान ताहिर (Mohammad Imran Tahir)/محمد عمران طاہر (जन्म; २७ मार्च १९७९),पाकिस्तान-अफ़्रीकी क्रिकेट खिलाड़ी है। ये एक प्रमुख रूप से गेंदबाज है जो दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। इमरान ताहिर २०१४ से २०१६ तक इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम की ओर से खेले थे और २०१७ में राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की ओर से खेले। .

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इमरान ख़ान

इमरान ख़ान नियाजी عمران خان نیازی (जन्म 25 नवम्बर 1952) एक सेवानिवृत्त पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं, जिन्होंने बीसवीं सदी के उत्तरार्द्ध के दो दशकों में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेला और 1990 के दशक के मध्य से राजनीतिज्ञ हो गए। वर्तमान में, अपनी राजनीतिक सक्रियता के अलावा, ख़ान एक धर्मार्थ कार्यकर्ता और क्रिकेट कमेंटेटर भी हैं। ख़ान, 1971-1992 तक पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए खेले और 1982 से 1992 के बीच, आंतरायिक कप्तान रहे। 1987 के विश्व कप के अंत में, क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, उन्हें टीम में शामिल करने के लिए 1988 में दुबारा बुलाया गया। 39 वर्ष की आयु में ख़ान ने पाकिस्तान की प्रथम और एकमात्र विश्व कप जीत में अपनी टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3,807 रन और 362 विकेट का रिकॉर्ड बनाया है, जो उन्हें 'आल राउंडर्स ट्रिपल' हासिल करने वाले छह विश्व क्रिकेटरों की श्रेणी में शामिल करता है। अप्रैल 1996 में ख़ान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (न्याय के लिए आंदोलन) नाम की एक छोटी और सीमांत राजनैतिक पार्टी की स्थापना की और उसके अध्यक्ष बने और जिसके वे संसद के लिए निर्वाचित केवल एकमात्र सदस्य हैं। उन्होंने नवंबर 2002 से अक्टूबर 2007 तक नेशनल असेंबली के सदस्य के रूप में मियांवाली का प्रतिनिधित्व किया। ख़ान ने दुनिया भर से चंदा इकट्ठा कर, 1996 में शौकत ख़ानम मेमोरियल कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र और 2008 में मियांवाली नमल कॉलेज की स्थापना में मदद की। .

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इमरान ख़ान (गायक)

इमरान ख़ान (उर्दू) पाकिस्तानी-डच (नीदरलैंड) गायक, गीत-लेखक, अभिनेता और रिकॉर्ड निर्माता हैं। २००७ में इनके प्रथम गाने (सिंगल) "नी नचले" की सफलता से प्रसिद्धि प्राप्त हुई।२००९ में इमरान ख़ान ने अपनी प्रथम एल्बम "Unforgettable" (हिन्दी - अविस्मरणीय) को लॉन्च किया था। इसी एल्बम के बहुत से गानों की वजह से उन्हें विश्व पटल पर एक अद्भुत पंजाबी गायक का दर्जा मिला। उनके सबसे लोकप्रिय गाने नी नचले, एम्प्लीफायर, बेवफा, सातिसफया, लेट्स सेलेब्रेट और हाल ही में रिलीज़ हुआ गाना इमेजीनरी है। इमरान खान को "शहरी पंजाबी संगीत का बादशाह" भी कहा जाता है। । .

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इमरानउल्लाह ख़ान

पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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इमाद वसीम

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१५ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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इयान बेल

इयान रोनाल्ड बेल इयान रोनाल्ड बेल एमबीई (MBE) (जन्म 11 अप्रैल 1982 को) इंग्लैंड के एक टेस्ट क्रिकेटर हैं। वे वारविकशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए काउंटी क्रिकेट भी खेलते हैं। वे दाहिने हाथ के उच्च/मध्यम क्रम के बल्लेबाज हैं, जिन्हें द टाइम्स ने "खूबसूरत तलवार" जैसा और सामयिक दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज के रूप में वर्णित किया है। उन्हें अपनी तीक्ष्ण सजगता और मैदान पर गेंद पकड़ने के करीबी क्षेत्रों में मैदान पर डटे रहने वाले के रूप में बताया गया है। बेल इंग्लैंड के लिए टेस्ट और एक दिवसीय अंतराष्ट्रीय दोनों मैचों में खेलते हैं और बारह टेस्ट शतक बना चुके हैं। 2006 में नए साल की सम्मान सूची में इयान बेल को 2005 में सफल एशेज दौरे में उनकी भूमिका के लिए एमबीई (MBE) से सम्मानित किया गया और नवंबर 2006 में इंटरनेशनल क्रिकेट कौंसिल ने उन्हें प्रतिष्ठित साल के उभरते हुए खिलाड़ी के रूप में सम्मानित किया। 2008 और 2009 के दौरान वे कभी-कभी ही इंग्लैंड टीम के सदस्य होते थे, लेकिन 2009 में एशेज के दौरान उन्होंने टेस्ट टीम में जगह बनाई, जिसमें इंग्लैंड जीता और उसके बाद के वर्ष में कई एकदिवसीय मैचों में खेले। 2010 के दौरान अगली सर्दियों में पहला एशेज शतक, जिसने इंग्लैंड एशेज जीतने में मदद की, लगाने के पहले उन्होंने वारविकशायर की कप्तानी की और सीबी 40 फाइनल में जीत हासिल की.

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इरशाद हसन खान

न्यायमूर्ति इरशाद हसन खान, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतम् न्यायिक पद है। उन्होंने न्यायाधीश सईद अल्समाँ सिद्दीकी की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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इरकुत्स्क ओब्लास्त

रूस के नक़्शे में इरकुत्स्क ओब्लास्त (लाल रंग में) इरकुत्स्क ओब्लास्त (रूसी भाषा: Ирку́тская о́бласть, इरकुत्स्काया ओब्लास्त; अंग्रेज़ी: Irkutsk Oblast) रूस के साइबेरिया क्षेत्र के दक्षिणपूर्वी भाग में स्थित रूस का एक संघीय खंड है जो उस देश की शासन प्रणाली में ओब्लास्त का दर्जा रखता है। यह अंगारा, लेना और निझ़नाया तुंगुस्का नदियों का जलसम्भर क्षेत्र है। इसकी राजधानी इरकुत्स्क शहर है और इस प्रान्त की आबादी २०१० की जनगणना में २४,२८,७५० अनुमानित की गई थी। इरकुत्स्क ओब्लास्त का क्षेत्रफल ७,६७,९०० वर्ग किमी है यानि लगभग पाकिस्तान के क्षेत्रफल के बराबर। इरकुत्स्क ओब्लास्त की स्थापना सोवियत संघ के ज़माने में २६ सितम्बर १९३७ को हुई थी।, Europa Publications, Psychology Press, 2002, ISBN 978-1-85743-142-1,...

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इलाही बख्श सूम्रो

इलाही बख्श सूम्रो एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 16 फरवरी 1997 - 20 अगस्त 2001, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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इलियास कश्मीरी

इलियास कश्मीरी, जिसे मौलाना इलियास कश्मीरी और मुहम्मद इलियास कश्मीरी (10 फ़रवरी 1964, भी कहा जाता है, ३ जून २०११ को मारा गया)), मुस्लिम जेहादी संगठन अल कायदा का एक वरिष्ठ सदस्य था। इसके सोवियत अफ़गान युद्ध, कश्मीर विवाद एवं भारत, संयुक्त राज्य एवं पाकिस्तान के विरुद्ध हमलों में भी सक्रिय योगदान रहे हैं। अगस्त २०१० में संयुक्त राज्य अमेरिका एवं संयुक्त राष्ट्र ने इसे एक आतंकवादी घोषित किया था। एन.बी.सी न्यूज़ समाचार एजेंसी के अनुसार कश्मीरी, ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद अल-कायदा में उसका संभावित उत्तराधिकारी था। .

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इलख़ानी साम्राज्य

अपने चरम पर इलख़ानी साम्राज्य इलख़ानी साम्राज्य या इलख़ानी सिलसिला (फ़ारसी:, सिलसिला-ए-इलख़ानी; मंगोल: Хүлэгийн улс, हुलेगु-इन उल्स; अंग्रेज़ी: Ilkhanate) एक मंगोल ख़ानत थी जो १३वीं सदी में ईरान और अज़रबेजान में शुरू हुई थी और जिसे इतिहासकार मंगोल साम्राज्य का हिस्सा मानते हैं। इसकी स्थापना चंगेज़ ख़ान के पोते हलाकु ख़ान ने की थी और इसके चरम पर इसमें ईरान, ईराक़, अफ़्ग़ानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, आर्मीनिया, अज़रबेजान, तुर्की, जोर्जिया और पश्चिमी पाकिस्तान शामिल थे। इलख़ानी बहुत से धर्मों के प्रति सहानुभूति रखते थे लेकिन इनमें बौद्ध धर्म और ईसाई धर्म को विशेष स्वीकृति हासिल थी।, Robert Marshall, University of California Press, 1993, ISBN 978-0-520-08300-4,...

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इशरतुलअबाद ख़ान

डॉक्टर इशरत ऐबाद खान प्रांत सिंध, पाकिस्तान के 30 वें राज्यपाल हैं। उनका संबंध मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट है। .

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इस्तोर-ओ-नल

इस्तोर-ओ-नल या इस्तोरो नल (Istor-o-Nal) हिन्दु कुश पर्वत शृंखला का तीसरा सबसे ऊँचा पहाड़ है और दुनिया का ६८वाँ सबसे ऊंचा पहाड़ है। ७,४०३ मीटर (२४,२८८ फ़ुट) ऊँचा यह पर्वत प्रशासनिक रूप से पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के चित्राल ज़िले में पड़ता है। यह हिन्दु कुश के सबसे ऊंचे पहाड़ तिरिच मीर से कुछ की किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है और इन दोनों पहाड़ों के बीच में तिरिच हिमानी (ग्लेशियर) चलता है। बहुत से स्थानों से इस्तोर-ओ-नल तिरिच मीर की ज़्यादा ऊंची चोटी के पीछे छिपा होता है इसलिए कम विख्यात है। .

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इस्लाम

इस्लाम (अरबी: الإسلام) एक एकेश्वरवादी धर्म है, जो इसके अनुयायियों के अनुसार, अल्लाह के अंतिम रसूल और नबी, मुहम्मद द्वारा मनुष्यों तक पहुंचाई गई अंतिम ईश्वरीय पुस्तक क़ुरआन की शिक्षा पर आधारित है। कुरान अरबी भाषा में रची गई और इसी भाषा में विश्व की कुल जनसंख्या के 25% हिस्से, यानी लगभग 1.6 से 1.8 अरब लोगों, द्वारा पढ़ी जाती है; इनमें से (स्रोतों के अनुसार) लगभग 20 से 30 करोड़ लोगों की यह मातृभाषा है। हजरत मुहम्मद साहब के मुँह से कथित होकर लिखी जाने वाली पुस्तक और पुस्तक का पालन करने के निर्देश प्रदान करने वाली शरीयत ही दो ऐसे संसाधन हैं जो इस्लाम की जानकारी स्रोत को सही करार दिये जाते हैं। .

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इस्लाम नगर, लाहौर

इस्लाम नगर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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इस्लाम के राष्ट्र

इस्लाम धर्म के राष्ट्र निम्न हैँ-.

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इस्लामपुरा

इस्लामपुरा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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इस्लामाबाद

इस्लामाबाद की फैज़ल मस्जिद इस्लामाबाद पाकिस्तान की राजधानी है। भारत विभाजन के पश्चात पाकिस्तान को एक राजधानी नगर की आवश्यकता थी। ना तो लाहौर और न ही कराची जैसे नगर इस हेतु सही पाए गए अंतः एक नए नगर की स्थापना का निर्णय लिया गया जो पूरी तरह से नियोजित हो। इस कार्य हेतु फ़्रांसीसी नगर नियोजक तथा वास्तुकार ली कार्बूजियर की सेवा ली गई। इन्हीं महोदय ने भारत में चंडीगढ़ की स्थापना की योजना बनाई थी। इस कारण ये दोनों नगर देखने में एक जैसे लगते हैं। २००९ के अनुमान अनुसार इस नगर की जनसंख्या ६,७३,७६६ है। .

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इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र

इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र पाकिस्तान के दो संघीय शासित प्रदेशों में से एक है। श्रेणी:पाकिस्तान श्रेणी:इस्लामाबाद.

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इस्लामाबाद उच्च न्यायालय

इस्लामाबाद उच्च न्यायालय इस्लामाबाद, पाकिस्तान में स्थित पाकिस्तान का एक उच्च न्यायालय है। इस अदालत को पहली बार 14 दिसंबर 2007 में राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ के एक राष्ट्रपतीय आदेश के तहत स्थापित किया गया था। इस राष्ट्रपति आदेश जारी होने के बाद इस पर अमल होने में देरी हुई क्योंकि लाहौर हाईकोर्ट ने आदेश पर रोक लगा दी थी, लेकिन बाद में पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने न्यायालय को निर्णय को निलंबित करते हुए उच्च न्यायालय स्थापित करने का आदेश जारी किया। अदालत का फैसला आने के बाद अदालत ने औपचारिक रूप से फरवरी 2008 में काम शुरू किया। तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने 7 फरवरी 2008 को इस न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रदार मोहम्मद असलम से शपथ ली। http://www.app.com.pk/en/index.php?option.

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इस्लामिया पार्क

इस्लामिया पार्क, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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इस्लामिक यूनिवर्सिटी

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित यह विश्वविद्यालय इस्लामिक सिद्धांतों और इतिहास की शिक्षा के लिए दुनिया भर में मशहूर है। श्रेणी:पाकिस्तान में शिक्षा.

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इस्लामकोट

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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इस्लामी सहयोग संगठन

निलंबित देश ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कारपोरेशन: Organisation of Islamic Cooperation (OIC) इस्लामिक देशों के मध्य सभी विषयों में सहयोग को प्रोत्साहित करता है। जिसका औपचारिक नाम: ऑर्गेनाइजेशन डी ला को-ऑपरेशन इस्लामिक (फ्रेंच)। मुख्यालय: जेद्दा, (सऊदी अरब) मेँ स्थित है तथा सदस्यता वाले देश: अफगानिस्तान, अल्बानिया, अल्जीरिया, अज़रबैजान, बहरीन, बांग्लादेश, बेनिन, ब्रूनेई, दार-ए- सलाम, बुर्किना फासो, कैमरून, चाड, कोमोरोस, आईवरी कोस्ट, जिबूती, मिस्र, गैबॉन, गाम्बिया, गिनी, गिनी-बिसाऊ, गुयाना, इंडोनेशिया, ईरान, इराक, जार्डन, कजाखस्तान, कुवैत, किरगिज़स्तान, लेबनान, लीबिया, मलेशिया, मालदीव, माली, मॉरिटानिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, नाइजर, नाइजीरिया, ओमान, पाकिस्तान, फिलिस्तीन, कतर, सऊदी अरब, सेनेगल, सियरा लिओन, सोमालिया, सूडान, सूरीनाम, सीरिया, ताजिकिस्तान, टोगो, ट्यूनीशिया, तुर्की, तुर्कमेनिस्तान, युगांडा, संयुक्त अरब अमीरात, उज्बेकिस्तान, यमन। और आधिकारिक भाषाएं: अरबी, अंग्रेजी और फ्रांसीसी है। .

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इस्लामी जम्हूरी इत्तेहाद

इस्लामी लोकतांत्रिक गठबंधन का परचम इस्लामी जम्हूरी इत्तेहाद, (अर्थात, इस्लामी लोकतांत्रिक गठबंधन) पाकिस्तान की एक पूर्व राजनीतिक गठबंधन था जो सैन्य तानाशाह जिया उल हक की मृत्यु के बाद 1988 में होने वाले आम चुनाव में पाकिस्तान पीपल्स पार्टी का मुकाबला करने के लिए बनाया गया था। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की पुत्री बेनज़ीर भुट्टो की पाकिस्तान वापसी से मजबूत बनाया था और सार्वजनिक रूप से उनकी सराहना दिखाया था ताकि पीपुल्स पार्टी चुनाव में जीत हासिल कर लेगी, उसी "खतरे" का मुकाबला करने के लिए दक्षिणपंथी सभी दलों ने गठबंधन करके पीपुल्स पार्टी का रास्ता रोकने की कोशिश की। .

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इस्लामी गणराज्य

इस्लामी गणराज्य, या इस्लामी जम्हूरिया(अरबी:الجمهورية الإسلامية;अल्'जम्हूरियत् अल्'इस्लामियाह्/उर्दू:اسلامی جمہوریہ;इस्लामी जम्हूरिया/फ़ारसी:جمهوری اسلامی;जम्हूरी इस्लामी) एक ऐसी रियासत या राजनैतिक व्यवस्था होती है, जिसे संविधान में बतौर इस्लामिक गणराज्य निर्दिष्ट एवं वर्णित किया गया हो। इस शब्दावली की विस्तृत परिभाषा, देश-दर-देश एवं संविधान-दर-संविधान भिन्न हो सकती है, परंतु सैद्धांतिक तौर पर ऐसी व्यवस्था की मूल-विचारधारा में इस्लामीक सिद्धांतों एवं गणतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मिलन होता है। अर्थात् इस व्यवस्था में नाहीं संपूर्णतः इस्लामिक सिद्धांत होते हैं, नाहीं संपूर्णतः गणतांत्रिक सिद्धांत होते हैं, बलकी इन दोनों विचारधाराओं का सम्मिलित रूप होता है। आधिकतर परिस्थितियों में, राजनयिक तंत्र व कार्यप्रणाली, गणतांत्रिक सिद्धांतों पर होती है, और न्यायिक व्यवस्था एवं नागरिक व दंड संहिता इस्लामिक उसूलों पर आधारित होती है। पाकिस्तान विश्व का पहला ऐसा देश था जिसने संवैधानिक तौर पर स्वयं को एक "इस्लामिक गणराज्य" घोषित किया था, एवं इस शब्द का उपयोग भी सर्वप्रथम पाकिस्तान के 1956 के संविधान में ही किया गया था। तत्पश्चात, मॉरीतानिया ने 28 नवंबर 1958 में अपने नाम के साथ इस्लामी गणराज्य शब्द का इस्तेमाल किया, ईरान ने ईरानी क्रांती के बाद और अफगानिस्तान ने 2001 में तालिबान सरकार समाप्ति के बाद अपने नाम के साथ इस्लामी गणराज्य शब्द को जोड़ा। वर्ष 2015 में गाम्बिया ने भी स्वयं को एक इस्लामी गणराज्य घोषित कर लिया था। .

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इस्कंदर मिर्ज़ा

सैयद इस्कंदर अली मिर्ज़ा, (१३ नवंबर १८९९-१३ नवंबर १९६९) पाकिस्तान के पहले राष्ट्रपति(१९५६-१९५८ तक) और अंतिम गवर्नर-जनरल थे। उनका गवर्नर-जनरल का कार्यकाल १९५५ से १९५६ तक था। वे मीर ज़फ़र के प्रपौत्र थे। वे पाकिस्तानी सेना में मेजर-जनरल के पद तक पहुंचे थे। पाकिस्तान की आज़ादी के बाद, वे पाकिस्तान के पहले रक्षा सचिव नियुक्त किये गए थे, जोकि एक अत्यंत महह्वपूर्ण औदा था। उनके कार्यकाल में उन्होंने बलोचिस्तान की समस्या और प्रथम भारत-पाकिस्तान युद्ध की सरपरस्ती की थी। साथ ही पूर्वी पाकिस्तान में बंगाली भाषा आंदोलन से आई समस्या की भी उन्होंने निगरानी की थी। पाकिस्तान में एक इकाई व्यवस्था लागु करने में उनका महत्वपूर्ण स्थान था, और उसके लागु होने के बाद, उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री ख़्वाजा नज़ीमुद्दीन द्वारा पूर्वी पाकिस्तान का राज्यपाल भी नियुक्त किया गया था। १९५५ में वे मालिक ग़ुलाम मुहम्मद के उत्तराधिकारी के रूप में पाकिस्तान के अगले गवर्नर-जनरल नियुक्त हुए। १९५६ के संविधान के परवर्तन के बाद, उन्हें पाकिस्तान का पहला राष्ट्रपति नियुक्त किया गया। उनका राष्ट्रपतित्व अत्यंत राजनैतिक अस्थिरता का पात्र रहा, और दो वर्षों के कल में ही चार प्रधानमंत्रीयों को बदला गया। अंत्यतः उन्होंने पाकिस्तान में सैन्य शासन लागु कर दिया। इसी के साथ मिर्ज़ा ने पाकिस्तान की राजनीति में सैन्य दखलंदाज़ी का प्रारंभ किया, जब उन्होंने अपने सेना प्रमुख अयूब खान को मुख्य सैन्य शासन प्रशासक नियुक्त किया। इस सैन्य शासन के दौरान, पाकिस्तानी सेना और व्यवस्थापिका के बीच बढ़ते मुठभेड़ के कारण बिगड़े हालातों के बाद, सैन्य शासन लागु होने के 20 दिनों के बाद ही अयूब खान ने राष्ट्रपतित्व से हटा दिया और देश से निष्काषित कर दिया। देश-निष्कासन के बाद वे लंदन चले गए, जहाँ उनकी मृत्यु १९६९ को हुई। मृत्यु के बाद, उनके शव को पाकिस्तान लाने से इनकार कर दिया गया, और अन्यतः उन्हें तेहरान में दफ़नाया गया। .

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इज़्ज़त

इज़्ज़त उत्तर भारत और पाकिस्तान की संस्कृति में मान, सम्मान और प्रतिष्ठा की मिश्रित संकल्पना (अर्थात कॅान्सेप्ट) है। यह उस क्षेत्र में रहने वाले सारे धर्मों (हिन्दू, मुस्लिम, सिख) और समुदायों पर लागू है। अपनी और अपने परिवार की (विशेषतः परिवार की स्त्रियों की) मान-प्रतिष्ठा बनाए रखना और अपनी इज्ज़त का उल्लंघन करने वालों से अनिवार्य रूप से बदला लेना इज्ज़त रखने के अभिन्न अंग माने जाते हैं। इज्ज़त की संकल्पना को कभी-कभी स्त्री-स्वतंत्रता के लिए सामाजिक अवरोधक बुलाया गया है, लेकिन हर सामाजिक वर्ग में इज्ज़त की एक ही परिभाषा होने से इसे समाज में समानता लाने का भी एक मूल समझा जाता है जिसमे "(दोस्ती की स्थिति में) लेन-देन की बराबरी भी है और (दुश्मनी की स्थिति में) बदला लेने की भी।" किसी भी रिश्ते में दोनों ओर से बराबर की दोस्ती या दुश्मनी जतलाने की परंपरा इज्ज़त की रिवायत से जुड़ी हुई है। अगर किसी ने पहले किसी परिस्थिति में सहायता की हो तो भविष्य में ज़रुरत पड़ने पर उसकी सहायता करना इस क्षेत्र के समाज में अपनी इज्ज़त रखने के लिए अनिवार्य माना जाता है। .

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इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस

इंटर सर्विस इंटेलीजेंस (आईएसआई) पाकिस्तान की सबसे बड़ी इंटेलीजेंस (गुप्तचर) सेवा है। 1950 में पूरे पाकिस्तान की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा का जिम्मा आईएसआई को सौंप दिया गया। इसमें सेना के तीनों अंगों के अधिकारी मिलकर आईएसआई के लिए काम करते हैं। पूर्व में इसका मुख्यालय रावलपिंडी में था और इसे "इंटेलीजेंस ब्यूरों" के नाम से जाना जाता था। वर्तमान में आईएसआई का मुख्यालय इस्लामाबाद में है और लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शूजा पाशा इसके निदेशक हैं। वर्तमान में इसके स्टाफ में लगभग 25 हजार लोग हैं। .

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इंटरनेट उच्चस्तरीय डोमेन की सूची

The following is a list of currently existing Internet Top-level domains (TLDs).

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इंडियन एयरलाइंस

इंडियन एयरलाइंस का एक विमान, सिंगापुर में चांगी एयरपोर्ट पर इंडियन भारत के सार्वजनिक क्षेत्र की एक विमान सेवा कंपनी है। इसकी उड़ाने IC के नाम से जानी जाती हैं। .

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इंतिज़ार हुसैन

इंतिज़ार हुसैन (7 दिसंबर,1923 - 2 फरवरी,2016) उर्दू के एक उपन्यासकार, कहानीकार और आलोचक थे। फ़्रांस की हुकूमत ने उनको सितंबर 2014 में ऑफीसर आफ़ दी आर्डर आफ़ आर्टस ऐंड लेटर्ज़ अता किया। इंतिज़ार हुसैन का इंतिक़ाल 2 फरवरी 2016 को 92 साल की उम्र में लाहौर के एक हस्पताल में हुआ। .

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इंदिरा कोल

इंदिरा कोल (Indira Col) काराकोरम पर्वतमाला की सियाचिन मुज़ताग़ उपश्रेणी के इंदिरा कटक (इंदिरा रिज) में स्थित एक कोल (यानि कटक में बना हुआ पहाड़ी दर्रा) है। यह सिआ कांगरी से 3 किमी पश्चिम में है, जो भारत, पाकिस्तान व चीन द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों के त्रिबिन्दु पर स्थित है। इंदिरा कोल दक्षिण में सियाचिन हिमानी (ग्लेशियर) और उत्तर में उरदोक हिमानी के बीच का सबसे निचला स्थान है, और सिन्धु नदी घाटी तथा तारिम द्रोणी के बीच के जलसम्भर में स्थित है। यहाँ से आसानी से उरदोक हिमानी पर उतरा नहीं जा सकता क्योंकि वह ढलान बहुत तीखी है। .

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इंग्लैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1951-52

इंग्लैंड से एक क्रिकेट टीम मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) द्वारा आयोजित 5 अक्टूबर 1951 से 2 मार्च 1952 भारत का दौरा किया था। इस दौरे के दौरान इंग्लैंड टीम भी खेला प्रथम श्रेणी सीलोन में पाकिस्तान मैच और। टेस्ट मैचों में पक्ष "इंग्लैंड" के रूप में जाना जाता था; अन्य मैचों में यह रूप में "एमसीसी" में जाना जाता था। टेस्ट श्रृंखला 1-1 से ड्रॉ किया गया था, तीन मैचों ड्रॉ किया जा रहा है। .

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इंग्लैंड क्रिकेट टीम का भारत दौरा 1972-73

इंग्लैंड की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम, मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) द्वारा आयोजित दिसंबर 1972 से मार्च 1973 तक भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका का दौरा किया और भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों राष्ट्रीय के द्वारा पीछा के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेला क्रिकेट टीम। इंग्लैंड टोनी लुईस की कप्तानी कर रहे थे। श्रीलंका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम टेस्ट योग्य है कि समय पर नहीं था और कोलंबो में एमसीसी के खिलाफ एक भी प्रथम श्रेणी मैच खेला था। .

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कच्चे धागे (1999 फ़िल्म)

कच्चे धागे वर्ष 1999 की हिन्दी भाषा की एक्शन-थ्रिलर प्रधान फिल्म हैं, जिसे मिलन लुथरिया ने निर्देशन किया है और अभिनय-भूमिका में अजय देवगन, सैफ अली खान और मनीषा कोईराला शामिल है। फिल्म की कहानी अनुसार, अजय एक तस्कर की भूमिका में हैं, जो राजस्थान-पाकिस्तान की सीमा पर सामानों को लाता-जाता है। फिल्म की शुटिंग राजस्थान के मरुस्थल क्षेत्रों और स्विट्जरलैंड में हुई हैं। फिल्म की प्रदर्शनी 10 परवरी 1999 मुंबई में हुई। हाँलाकि इसी नाम की फिल्म, 'कच्चे धागे' (Kuchhe Dhaage') (शब्दों में निम्नरूप से भिन्नता है) सत्तर के दशक 1973 में भी रिलिज हुई थी, राज खोसला फिल्म निर्देशक थे और अभिनय में विनोद खन्ना, मौसमी चटर्जी और कबीर बेदी शामिल थे। फिर भी फिल्म में जैकी चैन की अभिनीत 1987 की फिल्म 'आर्माॅर ऑफ गाॅड' से निम्न समानताएं मानी गई। .

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कच्छ जिला

कच्छ जिला भारत के पश्चिम में स्थित गुजरात राज्य का क्षेत्रफल का दृष्टि से सबसे बड़ा जिला है| इसका क्षेत्रफल - 45,612 वर्ग कि॰मी॰ है| ऐसा माना जाता है कि कच्छ नाम, जिले के कछुएं जैसी आकृति के कारण पड़ा है | प्राचीन महानगर धोलावीरा, जहां पुरातन सिन्धु संस्कृति विकसित हुई थी, कच्छ जिलें में स्थित है | कच्छ में प्रायः कच्छी बोली व गुजराती भाषा का प्रयोग होता है | ૧૨૩ .

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कच्छ का रण

कच्छ का रन कच्छ का रन तथा महान कच्छ का रन गुजरात प्रांत में कच्छ जिले के उत्तर तथा पूर्व में फैला हुआ एक नमकीन दलदल का वीरान प्रदेश है। यह लगभग 23,300 वर्ग कि॰मी॰ क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यह समुद्र का ही एक सँकरा अंग है जो भूचाल के कारण संभवत: अपने मौलिक तल को ऊपर उभड़ आया है और परिणामस्वरूप समुद्र से पृथक हो गया है। सिकंदर महान्‌ के समय यह नौगम्य झील था। उत्तरी रन, जो लगभग 257 कि॰मी॰ में फैला हुआ है। पूर्वी रन अपेक्षाकृत छोटा है। इसका क्षेत्रफल लगभग 5,178 वर्ग कि॰मी॰ है। मार्च से अक्टूबर मास तक यह क्षेत्र अगम्य हो जाता है। सन्‌ 1819 ई. के भूकंप में उत्तरी रन का मध्य भाग किनारों की अपेक्षा अधिक ऊपर उभड़ गया। इसके परिणामस्वरूप मध्य भाग सूखा तथा किनारे पानी, कीचड़ तथा दलदल से भरे हैं। ग्रीष्म काल में दलदल सूखने पर लवण के श्वेत कण सूर्य के प्रकाश में चमकने लगते हैं। नाम "रण" हिन्दी शब्द से आता है (रण) अर्थ "रेगिस्तान" है। कच्छ के रन की पश्चिमी सीमा पाकिस्तान से मिलती है। 9 अप्रैल 1965 को पाकिस्तान ने अचानक आक्रमण करके इसके एक भाग पर कब्जा कर लिया। भारतीय सैनिकों ने अपना क्षेत्र वापस लेने के लिए कार्रवाई की तो युद्ध छिड़ गया। लेकिन ब्रिटेन के हस्तक्षेप से युद्ध विराम हुआ और मामला फैसले के लिए अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में ले जाया गया। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के निर्णय (19 फ़रवरी 1968) के अनुसार कच्छ के रन का लगभग एक तिहाई भाग पाकिस्तान को वापस मिल गया। .

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कटासराज मन्दिर

कटासराज हिन्दू मंदिर के तालाब का दृश्य कटास राज पाकिस्तान के पाकिस्तानी पंजाब के उत्तरी भाग में नमक कोह पर्वत शृंखला में स्थित हिन्दुओं का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है। यहाँ एक प्राचीन शिव मंदिर है। इसके अतिरिक्त और भी मंदिरों की श्रृंखला है जो दसवीं शताब्दी के बताये जाते हैं। ये इतिहास को दर्शाते हैं। इतिहासकारों एवं पुरात्तव विभाग के अनुसार, इस स्थान को शिव नेत्र माना जाता है। जब माँ पार्वती सती हुई तो भगवान शिव की आँखों से दो आंसू टपके। एक आंसू कटास पर टपका जहाँ अमृत बन गया यह आज भी महान सरोवर अमृत कुण्ड तीर्थ स्थान कटास राज के रूप में है दूसरा आंसू अजमेर राजस्थान में टपका और यहाँ पर पुष्करराज तीर्थ स्थान है।, Edward Backhouse Eastwick, John Murray (Publisher), 1883,...

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कटेवा

कटेवा राजस्थान, भारत में पायी जाने वाली एक जाट गोत्र है। कटेवा गोत्र के लोग सिंध, पाकिस्तान में भी स्थित है। वो कर्कोटक के वंशज हैं जो एक नागवंशी राजा था। वे महाभारत काल में किकट साम्राज्य के रहने वाले थे। जबकि कुछ इतिहासकारों के अनुसार वो यदु वंश के सम्बंधित हैं। वास्तव में वाकाटक या कर्कोटक यदुवंशी थे। कुछ लोगों के समूह ने उनके देव और नागा पुजा की पद्धति के अनुसार वंश का विकास किया। कर्क नागा की पुजा करने वालों को कर्कोटक कहा गया। अतः नागवंशी राजा थे। कर्कोटक के वंशज आज भी राजस्थान के कटेवा नामक जाट गोत्र के रूप में पाये जाते हैं। यह माना जाता है कि इन्होने अधिकतर ने यवनों के साथ युद्ध में अपनी जान गवांई अतः कटेवा कहलाये जैसे राजपूतों में शिशोदिया।ठाकुर देशराज: जाट इतिहास, महाराजा सुरज मल स्मारक शिक्षा संस्थान, दिल्ली, 1934, 2nd संस्करण 1992 (पृष्ठ 614) काटली नदी जो झुन्झुनू में बहती है का नामकरण भी कटेवाओं के नाम पर पड़ा है। इसके तट पर एक कटेवा जनपद था। वहाँ पर काटनी नदी के तट पर भी खुडाना नामक स्थान स्थित है जहाँ पर एक दुर्ग भी है जो कटेवाओं का बनवाया गया था। कुछ इतिहासकारों ने उनकी उपस्थिति जयपुर में बताई है जहाँ वो कुशवाहा के नाम से जाने जाते थे। इनमें से कुछ लोग विधवाओं के पुनःविवाह में विश्वास नहीं करते थे और नरवर चले गये और राजपूत बन गये। बाकी जिन्होंने इन पुराने रिवाजों को छोड़ दिया जाट कहलाए। .

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कडक

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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कतला

कतला मछली कतला या भाकुर (Gibelion catla) मछली की एक जाति है। यह भारत, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश एवं पाकिस्तान की नदियों एवं स्वच्छ जलस्रोतों में पायी जाती है। FAO Fisheries and Aquaculture Department, Cultured Aquatic Species Information Programme .

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कनिष्क

कनिष्क प्रथम (Κανηϸκι, Kaneshki; मध्य चीनी भाषा: 迦腻色伽 (Ka-ni-sak-ka > नवीन चीनी भाषा: Jianisejia)), या कनिष्क महान, द्वितीय शताब्दी (१२७ – १५० ई.) में कुषाण राजवंश का भारत का एक महान् सम्राट था। वह अपने सैन्य, राजनैतिक एवं आध्यात्मिक उपलब्धियों तथा कौशल हेतु प्रख्यात था। इस सम्राट को भारतीय इतिहास एवं मध्य एशिया के इतिहास में अपनी विजय, धार्मिक प्रवृत्ति, साहित्य तथा कला का प्रेमी होने के नाते विशेष स्थान मिलता है। कुषाण वंश के संस्थापक कुजुल कडफिसेस का ही एक वंशज, कनिष्क बख्त्रिया से इस साम्राज्य पर सत्तारूढ हुआ, जिसकी गणना एशिया के महानतम शासकों में की जाती है, क्योंकि इसका साम्राज्य तरीम बेसिन में तुर्फन से लेकर गांगेय मैदान में पाटलिपुत्र तक रहा था जिसमें मध्य एशिया के आधुनिक उजबेकिस्तान तजाकिस्तान, चीन के आधुनिक सिक्यांग एवं कांसू प्रान्त से लेकर अफगानिस्तान, पाकिस्तान और समस्त उत्तर भारत में बिहार एवं उड़ीसा तक आते हैं। पर कुषाण।अभिगमन तिथि: १५ फ़रवरी, २०१७ इस साम्राज्य की मुख्य राजधानी पेशावर (वर्तमान में पाकिस्तान, तत्कालीन भारत के) गाँधार प्रान्त के नगर पुरुषपुर में थी। इसके अलावा दो अन्य बड़ी राजधानियां प्राचीन कपिशा में भी थीं। उसकी विजय यात्राओं तथा बौद्ध धर्म के प्रति आस्था ने रेशम मार्ग के विकास तथा उस रास्ते गांधार से काराकोरम पर्वतमाला के पार होते हुए चीन तक महायान बौद्ध धर्म के विस्तार में विशेष भूमिका निभायी। पहले के इतिहासवेत्ताओं के अनुसार कनिष्क ने राजगद्दी ७८ ई० में प्राप्त की, एवं तभी इस वर्ष को शक संवत् के आरम्भ की तिथि माना जाता है। हालांकि बाद के इतिहासकारों के मतानुसार अब इस तिथि को कनिष्क के सत्तारूढ़ होने की तिथि नहीं माना जाता है। इनके अनुमानानुसार कनिष्क ने सत्ता १२७ ई० में प्राप्त की थी। .

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कनिष्क स्तूप

कनिष्क स्तूप, कनिष्क द्वारा द्वितीय शताब्दी में निर्मित स्तूप है। यह पेशावर (पाकिस्तान) के बाहरी क्षेत्र में स्थित है। .

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कनजुत सर

कनजुत सर काराकोरम पर्वत शृंखला की हिस्पर मुज़ताग़ उपशृंखला का दूसरा सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र में स्थित है। कनजुत सर विश्व का २६वाँ सबसे ऊँचा और पाकिस्तानी नियंत्रित क्षेत्रों का ११वाँ सबसे ऊँचा पर्वत है। .

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कन्वेंशन ड्यू मेत्रे

कन्वेंशन ड्यू मेत या फ्रेंच में Convention du Mètre 20 मई, 1875 को हुई एन अन्तर्राष्ट्रीय संधि थी, जिसमें मीट्रिक मानकों पर नजर रखने हेतु तीन संगठनों की स्थापना की गयी थी। यह फ़्रेंच भाषा में लिखी गयी है और इसे अंग्रेजी भाषा में Metre Convention या मीटर सम्मेलन कहा जाता है। संयुक्त राज्य में इसे मीटर की संधि भी कहते हैं। इसे 1921 में छठी CGPM में पुनरावलोकित किया गया था। इस सम्मेलन में तीन संगठनों का प्रादुर्भाव हुआ थ। वे हैं.

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कपूर (उपनाम)

कपूर पंजाबी खत्री उपजाति या गोत्र है। इसका प्रयोग उपनाम के रूप में होता है। इस उपनाम वाले उल्लेखनीय लोगों की सूची जिनका इस जाति से सम्बद्ध हो भी सकता और नहीं भी, निम्नलिखित है:- .

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कबड्डी

कबड्डी एक खेल है, जो मुख्य रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में खेली जाती है। कबड्डी नाम का प्रयोग प्राय: उत्तर भारत में किया जाता है, इस खेल को दक्षिण में चेडुगुडु और पूरब में हु तू तू के नाम से भी जानते हैं। यह खेल भारत के पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में भी उतना ही लोकप्रिय है। तमिल, कन्नड और मलयालम में ये मूल शब्द, (கை-பிடி) "कै" (हाथ), "पिडि" (पकडना) का रूपान्तरण है, जिसका अनुवाद है 'हाथ पकडे रहना'। कबड्डी, बांग्लादेश का राष्ट्रीय खेल है। .

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कबाब मुगलई

कबाब मुगलई एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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कबिट

कबीट कबिट (Limonia acidissima L. / लीमोन्या आकीदीस्सीमा) एक फल है जो बेल जैसा होता है। इसे 'कपित्थ' या कठबेल भी कहते हैं। आयुर्वेद में कबीट को पेट रोगों का विशेषज्ञ माना गया है। इसका जहाँ शरबत इस्तेमाल किया जाता है, वहीं चटनी भी खूब पसंद की जाती है। भारत में कबीट दक्षिण भारत से लेकर ठेठ उत्तर पया जाता है। इसके अलावा यह बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्री लंका, जावा, मलेशिया आदि में भी पाया जाता है। मोटे तौर पर कबीट को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है। पहले वर्ग में छोटे आकार के कबीट फल होते हैं जो स्वाद में बहुत खट्टे होते हैं साथ ही गले पर भी असर करते हैं। दूसरे वर्ग में वह कबीट है जो आकार में बड़ा होता है। इसका गूदा खट्टापन लिए मीठा होता है। .

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कमरुद्दीन कुरेज़

बलूचिस्तान, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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कमालिया

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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कमालुद्दीन अज़्फ़र

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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कमोकी

पंजाब, पाकिस्तान का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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करनैल सिंह

सूबेदार करनैल सिंह, 18 सितम्बर 2016 को जम्मू और कश्मीर के उडी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुए एक आतंकी हमले में शहीद जवान है इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए। सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए। यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया है। इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया। हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी ताकि ज्यादा से ज्यादा जवानों को मारा जा सके। अमेरिका ने उड़ी हमले को "आतंकवादी" हमला करार दिया। .

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करयाला

करयाला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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करसाल

करसाल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कराची

कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा नगर है और सिन्ध प्रान्त की राजधानी है। यह अरब सागर के तट पर बसा है और पाकिस्तान का सबसे बड़ा बन्दरगाह भी है। इसके उपनगरों को मिलाकर यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यह 3527 वर्ग किलोमीटर में फैला है और करीब 1.45 करोड़ लोगों का घर है। यहाँ के निवासी इस शहर की ज़िन्दादिली की वजह से इसे रौशनियों का शहर और क़ैद-ए-आज़म जिन्ना का निवास स्थान होने की वजह से इसे शहर-ए-क़ैद कह कर बुलाते हैं। जिन्‍नाह की जन्‍मस्‍थली के लिए प्रसिद्ध कराची पाकिस्‍तान के सिंध प्रांत की राजधानी है। यह पाकिस्‍तान का सबसे बड़ा शहर है। अरब सागर के तट पर बसा कराची पाकिस्‍तान की सांस्‍कृतिक, आर्थिक और शैक्षणिक राजधानी मानी जाती है। यह पाकिस्‍तान का सबसे बड़ा बंदरगाह शहर भी है। यह शहर पाकिस्‍तान आने वाले पर्यटकों के बीच भी खासा लोकप्रिय है। पर्यटक यहां बीच, म्‍यूजियम और मस्जिद आदि देख सकते हैं। आज के पाकिस्तानी भूभाग का मानवीय इतिहास कम से कम 5000 साल पुराना है, यद्यपि इतिहास पाकिस्तान शब्द का जन्म सन् 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली के द्वारा हुआ। आज का पाकिस्तानी भूभाग कई संस्कृतियों का गवाह रहा है। ईसापूर्व 3300-1800 के बीच यहाँ सिन्धुघाटी सभ्यता का विकास हुआ। यह विश्व की चार प्राचीन ताम्र-कांस्यकालीन सभ्यताओं में से एक थी। इसका क्षेत्र सिन्धु नदी के किनारे अवस्थित था पर गुजरात (भारत) और राजस्थान में भी इस सभ्यता के अवशेष पाए गए हैं। मोहेन्जो-दारो, हड़प्पा इत्यादि स्थल पाकिस्तान में इस सभ्यता के प्रमुख अवशेष-स्थल हैं। इस सभ्यता के लोग कौन थे इसके बारे में विद्वानों में मतैक्य नहीं है। कुछ इसे आर्यों की पूर्ववर्ती शाखा कहते हैं तो कुछ इसे द्रविड़। कुछ इसे बलोची भी ठहराते हैं। इस मतभेद का एक कारण सिन्धु-घाटी सभ्यता की लिपि का नहीं पढ़ा जाना भी है। ऐसा माना जाता है कि 1500 ईसापूर्व के आसपास आर्यों का आगमन पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों के मार्फ़त भारत में हुआ। आर्यों का निवास स्थान कैस्पियन सागर के पूर्वी तथा उत्तरी हिस्सों में माना जाता है जहाँ से वे इसी समय के करीब ईरान, यूरोप और भारत की ओर चले गए थे। सन् 543 ईसापूर्व में पाकिस्तान का अधिकांश इलाका ईरान (फारस) के हख़ामनी साम्राज्य के अधीन आ गया। लेकिन उस समय इस्लाम का उदय नहीं हुआ था; ईरान के लोग ज़रदोश्त के अनुयायी थे और देवताओं की पूजा करते थे। सन् 330 ईसापूर्व में मकदूनिया (यूनान) के विजेता सिकन्दर ने दारा तृतीय को तीन बार हराकर हखामनी वंश का अन्त कर दिया। इसके कारण मिस्र से पाकिस्तान तक फैले हखामनी साम्राज्य का पतन हो गया और सिकन्दर पंजाब तक आ गया। ग्रीक स्रोतों के मुताबिक उसने सिन्धु नदी के तट पर भारतीय राजा पुरु (ग्रीक - पोरस) को हरा दिया। पर उसकी सेना ने आगे बढ़ने से इनकार कर दिया और वह भारत में प्रवेश किये बिना वापस लौट गया। इसके बाद उत्तरी पाकिस्तान और अफगानिस्तान में यूनानी-बैक्ट्रियन सभ्यता का विकास हुआ। सिकन्दर के साम्राज्य को उसके सेनापतियों ने आपस में बाँट लिया। सेल्युकस नेक्टर सिकन्दर के सबसे शक्तिशाली उत्तराधिकारियों में से एक था। मौर्यों ने 300 ईसापूर्व के आसपास पाकिस्तान को अपने साम्राज्य के अधीन कर लिया। इसके बाद पुनः यह ग्रीको-बैक्ट्रियन शासन में चला गया। इन शासकों में सबसे प्रमुख मिनांदर ने बौद्ध धर्म को प्रोत्साहित किया। पार्थियनों के पतन के बाद यह फारसी प्रभाव से मुक्त हुआ। सिन्ध के राय राजवंश (सन् 489-632) ने इसपर शासन किया। इसके बाद यह उत्तर भारत के गुप्त और फारस के सासानी साम्राज्य के बीच बँटा रहा। सन् 712 में फारस के सेनापति मुहम्मद बिन क़ासिम ने सिन्ध के राजा को हरा दिया। यह फारसी विजय न होकर इस्लाम की विजय थी। बिन कासिम एक अरब था और पूर्वी ईरान में अरबों की आबादी और नियंत्रण बढ़ता जा रहा था। हालांकि इसी समय केन्द्रीय ईरान में अरबों के प्रति घृणा और द्वेष बढ़ता जा रहा था पर इस क्षेत्र में अरबों की प्रभुसत्ता स्थापित हो गई थी। इसके बाद पाकिस्तान का क्षेत्र इस्लाम से प्रभावित होता चला गया। पाकिस्तानी सरकार के अनुसार इसी समय 'पाकिस्तान की नींव' डाली गई थी। इसके 1192 में दिल्ली के सुल्तान पृथ्वीराज चौहान को हराने के बाद ही दिल्ली की सत्ता पर फारस से आए तुर्कों, अरबों और फारसियों का नियंत्रण हो गया। पाकिस्तान दिल्ली सल्तनत का अंग बन गया। सोलहवीं सदी में मध्य-एशिया से भाग कर आए हुए बाबर ने दिल्ली की सत्ता पर अधिकार किया और पाकिस्तान मुगल साम्राज्य का अंग बन गया। मुगलों ने काबुल तक के क्षेत्र को अपने साम्राज्य में मिला लिया था। अठारहवीं सदी के अन्त तक विदेशियों (खासकर अंग्रेजों) का प्रभुत्व भारतीय उपमहाद्वीप पर बढ़ता गया.

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कराची परिपत्र रेल

कराची परिपत्र रेल (KCR) जो पाकिस्तान की सरकार ने 4 सितम्बर 2009 को कराची, सिंध, पाकिस्तान के नगर के लिए अनुमोदित किया गया था एक मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) है। 1.53 अरब डॉलर KCR परियोजना के अंत में मंजूरी दे दी विचाराधीन 1976 के बाद से किया गया था। विभिन्न कारणों के लिए इस परियोजना के एक लंबे समय के लिए पकड़ पर रखा गया है। 2002 में सरकार के सिंध इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंटरनेशनल (ECIL) नियुक्त किया है, इस परियोजना को पुनर्जीवित करने के लिए एक परियोजना तैयार करने के लिए एक सलाहकार फर्म काम। अध्ययन व्यावहारिक कार्यान्वयन योजना परिपत्र रेलवे के revitalization के लिए नामित किया गया था। ECIL इस परियोजना के लिए एक दो-चरण लागू करने का प्रस्ताव किया है। प्रस्तावित KCR कई शहर के औद्योगिक और वाणिज्यिक जिलों में से कनेक्ट होता है। पाकिस्तान रेल निगम, सिंध में ६० प्रतिशत हिस्सा होगा सरकार २५ प्रतिशत और शहर कराची के जिला सरकार १५ प्रतिशत। .

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कराची बंदरगाह

कराची बंदरगाह(उर्दू:کراچی بندرگاہ) पकिस्तान का सबसे बड़ा और व्यस्ततम बंदरगाह है। यहां से वार्षिक 2.5 करोड़ टन के सामान का व्यापार होता है, जो पाकिस्तान की कुल व्यापार का लगभग 60% है। बंदरगाह प्राचीन शहर के केंद्र के पास कैमाड़ी क्षेत्र के पास स्थित है। अपने भौगोलिक स्थिति के कारण यह बंदरगाह महत्वपूर्ण डॉक्स जैसे धबनाईे हरमज़ के बिल्कुल पास स्थित है। बंदरगाह प्रबंधन एक संघीय एजेंसी पाकिस्तान पोर्ट ट्रस्ट के सुपुर्द है। यह संगठन उन्नीसवीं सदी में ब्रिटिश सरकार द्वारा स्थापित किया गया था। .

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कराची किंग्स

कोई विवरण नहीं।

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कराँची

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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करक ज़िला

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में करक ज़िला (लाल रंग में) करक (उर्दू:, पश्तो:, अंग्रेज़ी: Karak) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। यह कोहाट ज़िले के दक्षिण में, बन्नू और लक्की मरवत ज़िलों के उत्तर में स्थित है। पेशावर से कराची जाने वाले सिन्धु राजमार्ग के रस्ते में आने वाला यह ज़िला ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा की राजधानी पेशावर से १२३ किलोमीटर की दूरी पर है। कहा जाता है कि करक पाकिस्तान का इकलौता ज़िला है जिसमें केवल एक ही पश्तून क़बीले के लोग रहते हैं और यह ख़टक कबीला है। .

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करीना कपूर

करीना कपूर (जन्म: २१ सितम्बर १९८०) बॉलीवुड फिल्मों में काम करने वाली एक भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री हैं। कपूर फ़िल्म परिवार में जन्मी करीना ने अभिनय की शुरुआत साल २००० में रिलीज़ हुई फ़िल्म रिफ्युज़ी के साथ की। इस फ़िल्म में अपने अभिनय के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल डेब्यू यानि उस साल अपने अभिनय जीवन की शुरुआत करने वाली अभिनेत्रियों में से सर्वश्रेष्ठ अभिनत्री का पुरस्कार भी मिला। साल २००१ में, अपनी दूसरी फ़िल्म मुझे कुछ कहना है रिलीज़ होने के साथ ही, कपूर को अपनी पहली व्यावसायिक सफलता मिली। इसके बाद इसी साल आई करन जौहर की नाटक से भरपूर फ़िल्म कभी खुशी कभी ग़म में भी करीना नज़र आयीं। ये फ़िल्म उस साल विदेशों में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली भारतीय फ़िल्म बन गई और साथ ही करीना के लिए ये तब तक की सबसे बड़ी व्यावसायिक सफलता थी। २००२ और २००३ में लगातार कई फिल्मों की असफलता और एक जैसी भूमिकाएं करने की वजह से करीना को समीक्षालों से काफ़ी नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं, उसके बाद करीना ने एक जैसी भूमिकाओं या टाईपकास्ट (typecast) से बचने के लिए ज्यादा मेहनत वाली और कठिन भूमिकाएं लेना शुरू कर दिया। फ़िल्म चमेली (Chameli) में देह व्यापार करने वाली एक लड़की की भूमिका ने उनके करियर की दिशा बदल दी। इस फ़िल्म में अपने अभिनय के लिए उन्हें फ़िल्मफेयर स्पेशल परफोर्मेंस अवार्ड या फ़िल्मफेयर विशिष्ट प्रदर्शन पुरस्कार (Filmfare Special Performance Award) भी मिला। इसके बाद, फ़िल्म समीक्षकों द्वारा बहुप्रशंसित फिल्मों देव और ओंकारा में अभिनय के लिए उन्हें फिल्मफेयर समारोह में आलोचकों की दृष्टि से दो सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार (Critics Awards for Best Actress) भी मिले। २००४ और २००६ के बीच अभिनय के क्षेत्र में इतनी अलग-अलग तरह की भूमिकाएं करने के बाद उन्हें बहुमुखी प्रतिभा की धनी अभिनेत्री के रूप में जाना जाने लगा। वर्ष २००७ में, कपूर ने व्यावसायिक दृष्टि से बेहद सफल रही कॉमेडी-रोमांस फ़िल्म जब वी मेट में अपने प्रदर्शन के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार जीता.बॉक्स ऑफिस पर कमाई करने के मामले में भले ही उनकी फिल्मों का प्रदर्शन काफी अलग अलग रहा हो लेकिन करीना ख़ुद को हिन्दी फ़िल्म उद्योग में आज कल की अग्रणी फ़िल्म अभिनेत्री के रूप में स्थापित करने में सफल रही हैं। .

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करीम वाह

करीम वाह, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विहाड़ी ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कलश भाषा

कलश स्त्रियाँ कलश लड़की कलश (Kalash) एक हिन्द-आर्य भाषा-परिवार की दार्दी भाषाओँ वाली शाखा की एक भाषा है जो पश्चिमोत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा राज्य के चित्राल ज़िले में बसने वाले कलश लोगों द्वारा बोली जाती है। सन् २०१० में इसे बोलने वालों की संख्या लगभग ६,००० अनुमानित की गई थी। .

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कलश लोग

कलश स्त्रियाँ कलश या कलाश लोग हिन्दु कुश पर्वत शृंखला में बसने वाली एक जाती है। यह उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा राज्य के चित्राल ज़िले में रहते हैं। कलश लोग अपनी कलश भाषा बोलते हैं। कलश लोग और पड़ौस में रहने वाले अफ़ग़ानिस्तान के नूरिस्तानी लोग एक ही जाती की दो शाखाएँ हैं। नूरिस्तानी लोगों को उन्नीसवी सदी के अंत में अफ़ग़ानिस्तान के अमीर अब्दुर रहमान ख़ान ने पराजित करके मुस्लिम बनाया था जबकि बहुत से कलश लोग अभी भी अपने हिन्दू धर्म से मिलते-जुलते प्राचीन धर्म के अनुयायी हैं। अनुमान लगाया जाता है के अब इनकी जनसंख्या ६,००० के लगभग है। कलश लोग अधिकतर बुमबुरेत, रुम्बुर और बिरिर नाम की तीन घाटियों में रहते हैं और कलश भाषा में इस क्षेत्र को "कलश देश" कहा जाता है। .

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कला स्नातक

बैचलर ऑफ आर्ट, बी.ए. (baccalaureus artium, B.A.,BA,A.B., या AB) कला में एक शैक्षणिक उपाधि है।बैचलर ऑफ आर्ट एक स्नातक का विषय जो तीन या चार सालों में पूर्ण किया जाता है। इसमें कई विषय होते हैं - अंग्रेजी,विज्ञान,सामाजिक तथा इतिहास इत्यादि। इन देशों में 3 सालों का पाठ्यक्रम उपलब्ध है - यूरोपियन यूनियन, ऑस्ट्रेलिया, अल्बानिया, हर्जगोविनीया, बोसिना,भारत, न्यूज़ीलैण्ड, ईजराइल,आईलैण्ड,नार्वे,सिंगापुर,दक्षिण अफ्रिका, वेस्ट इंडिज़, स्विटर्जलैण्ड तथा कनाडा। इन देशों में 4 सालों का कोर्स उपलब्ध है - अफ़ग़ानिस्तान, लेबनान, अरमेनिया, यूनान, बांग्लादेश, अज़रबैजान, इजिप्ट, ईरान, जापान, नाईजीरिया, सर्बिया, पाकिस्तान, फ़िलीपिंस, थाईलैण्ड, रूस,आयरलैण्ड, ईराक,दक्षिण कोरिया, तुनुसिया, कुवैत तथा तुर्की। .

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कलात

कलात (उर्दू: قلات‎), बलोची: Kalát,قلات) पाकिस्तान के बलुचिस्तान प्रान्त के कलात जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर एवं मुख्यालय है। इस नगर पर अंग्रेजों ने १९३९ ई. में अपना अधिकार जमाया था। यह पहले ब्रिटिश भारत का और इसके उपरान्त पाकिस्तान का एक स्वतंत्र राज्य था, जो १२ अप्रैल, १९५२ ई. से बलूचिस्तान के अन्य स्वतंत्र राज्य, लास बेला, खुरान और मकरान के साथ पाकिस्तान में सम्मिलित कर लिया गया। १९४७ ई. में पाकिस्तान के निर्माण के उपरान्त भी कलात एक स्वतंत्र राज्य था और बलूचिस्तान के उपर्युक्त तीनों स्वतंत्र राज्यों पर भी सामान्यत: कलात का ख़ान ही राज्य करता था। पाकिस्तान में सम्मिलित होने पर एक आज्ञा द्वारा पाकिस्तान सरकार ने कलात के वर्तमान खान को, अपने अंतिम समय तक के लिए, उपर्युक्त राज्यों के अध्यक्ष पद पर रहने की स्वीकृति दे दी है। उसके बाद अध्यक्ष का चुनाव शासकों की एक सभा द्वारा हुआ करेगा। कलात है जो क्वेटा से १३५ किमी दक्षिण में समुद्रतल से ६,७८० फुट की ऊँचाई पर स्थित है। यह नगर दीवारों से घिरा है, परंतु अब इनके बाहर भी आबादी का विस्तार हो गया है। कलात के खान का राजभवन एक दर्शनीय गढ़ के भीतर स्थित है, परंतु नगर के अधिकांश गृह मिट्टी द्वारा निर्मित हैं। उपर्युक्त गढ़ के चारों ओर स्थित घाटियाँ घनी बसी हैं जिनमें ऊँचाई की अधिकता तथा तापक्रम की विषमता होते हुए भी खेती खूब होती है। यह नगर कुज़दर, गंडावा, नुश्की, क्वेटा और अन्य नगरों को जानेवाले यात्रीमार्गो का केंद्र है। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर श्रेणी:बलोचिस्तान, पाकिस्तान के आबाद स्थान श्रेणी:कलात ज़िला.

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कलात ज़िला

कलात (उर्दू व बलोच: قلات, अंग्रेज़ी: Kalat) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। यह पारम्परिक रूप से कलात ख़ानत का केन्द्र था। ज़िले की राजधानी कलात शहर है। .

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कलात ख़ानत

कलात ख़ानत (बलोच: خانیت قلات, अंग्रेज़ी: Khanate of Kalat) ब्रिटिश राज के काल में एक रियासत थी जो सन् १६६६ से १४ अक्तूबर १९५५ तक अस्तित्व में रही। भारत व पाकिस्तान की स्वतंत्रता के बाद यह अगस्त १९४७ से लेकर मार्च १९४८ तक एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में था, जिसके बाद इसका पाकिस्तान में विलय कर दिया गया। कलात शहर इस राज्य की राजधानी थी। इसके शासक की उपाधि ख़ान थी इसलिये इस रियासत को औपचारिक रूप से ख़ानत कहा जाता था।"Baluchistan" Imperial Gazetteer of India Vol.

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कलाम

कलाम कलाम एक अरबी शब्द है।.

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कलाम, स्वात

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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कलकोटी भाषा

कलकोटी (Kalkoti), जिसे तूरवाली भी कहते हैं, कोहिस्तानी उपशाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के ऊपरी दीर ज़िले के कोहिस्तानी (पहाड़ी) क्षेत्र के कलकोट गाँव के आसपास के क्षेत्र में बोली जाती है। इसके आसपास के विस्तृत ऊँचे इलाक़े को आमतौर से 'दीर कोहिस्तान' कहा जाता है (यह कोहिस्तान ज़िले से अलग है)। इसे बोलने वाले बहुत से लोग कालामी भाषा और पश्तो भाषा भी बोलते हैं हालांकि उनके मातृभाषियों को कलकोटी बोलनी नहीं आती।, pp.

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कल्लर कहार

कल्लर कहार, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कल्होड़ा राजवंश

कल्होड़ा राजवंश (सिन्धी:, कल्होड़ा राज; या, सिलसिला कल्होड़ा) सिन्ध और आधुनिक पाकिस्तान के कुछ अन्य हिस्सों पर लगभग एक शताब्दी तक शासन करने वाला एक राजवंश था। .

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कशमोर

सिन्ध, पाकिस्तान का एक नगर। कशमोर.

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कशमोर ज़िला

कशमोर पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक ज़िला है। यह तीन तहसीलों में बंटा है - तंगवानी, कंधकोट और कशमोर। ३,१२,५०० लोगों की आबादी वाला कशमोर शहर इसकी राजधानी है। यहाँ गाय-बैलों की एक बड़ी मंडी है और यह अपनी चावल की पैदावार के लिये जाना जाता है। .

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कश्मीर विवाद

कश्मीर विवाद कश्मीर पर अधिकार को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच १९४७ से जारी है। इसको लेकर पाकिस्तान ने भारत पर तीन बार हमला किया और तीनो बार उसे बुरी तरह से पराजय मिली! १९७१ के युद्ध में तो भारत ने पलटवार करते हुए पाकिस्तानी सेना को इस्लामाबाद तक खदेड़ दिया था! और लगभग आधे पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया परन्तु पाकिस्तान के आत्मसमर्पण के बाद भारत ने उदारता दिखाते हुऐ जीती हुई जमीन पुनः लौटा दी! .

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कश्मीर की संस्कृति

जम्मू और कश्मीर उत्तर भारत में स्थित राज्य है। कश्मीर के सीमांत क्षेत्र पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सिंक्यांग तथा तिब्बत हैं। कश्मीर प्रदेश को 'दुनिया का स्वर्ग' भी कहा जाता है। अधिकांश राज्य पर्वत, नदियों और झीलों से ढका हुआ है। कश्मीर की संस्कृति कई संस्कृतियों का एक विविध मिश्रण है। अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ साथ, कश्मीर में अपने सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, यह हिंदू, सिख, बौद्ध और इस्लामिक ज्ञान विद्या को जोड़ती है| कश्मीर की संस्कृति का अर्थ कश्मीर की संस्कृति एवं परम्पराओं से हैं.

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कश्मीर उड़न गिलहरी

कश्मीर उड़न गिलहरी (Kashmir flying squirrel), जिसका वैज्ञानिक नाम इओग्लाओकोमिस फ़िम्ब्रीऐटस (Eoglaucomys fimbriatus), एक प्रकार की उड़न गिलहरी है जो उत्तर भारत और पाकिस्तान में पाई जाती है। जीववैज्ञानिक वर्गीकरण की दृष्टि से यह कृतंक (रोडेन्ट) गण के स्क्यूरिडाए कुल की सदस्य है। इसका प्राकृतिक पर्यावास उपोष्णकटिबन्ध और उष्णकटिबन्ध शुष्क वनों में होता है और इन वनों के कटने से इस जाति पर दबाव बन आया है। .

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कश्मीरी

कश्मीरी का अर्थ हो सकता हैः.

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कश्मीरी दरवाजा, लाहौर

कश्मीरी दरवाजा (जिसे कश्मीरी गेट भी कहते हैं) पुराने लाहौर शहर के १३ दरवाजों में से एक है। यह पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के लाहौर शहर में स्थित है। इसका यह नाम इस दरवाजे के उत्तर पश्चिम में कश्मीर की ओर मुख करके बना होने के कारण दिया गया था। इसके अन्दर जाकर कश्मीरी बाजार नामक बाजार बना हुआ है एवं एक कन्या महाविद्यालय है। यह महाविद्यालय एक पुराने शाह की हवेली में बनाया गया है, जो मुगल का के स्थापत्य का नमूना है। .

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कश्मीरी साहित्य

परम्परागत रूप से कश्मीर का साहित्य संस्कृत में था। नीचे काश्मीर के संस्कृत के प्रमुख साहित्यकारों के नाम दिये गये हैं-.

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कश्मीरी हंगुल

कश्मीरी हंगुल हंगुल एक उत्तर भारत और पाकिस्तान, ख़ासकर कश्मीर, में पायी जाने वाली लाल हिरण की नस्ल है। यह जम्मू और कश्मीर का राज्य पशु है। हंगुल का वैज्ञानिक नाम "सॅर्वस ऍलाफस हंगलु" (Cervus elaphus hanglu) है। .

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कस्तूरी

मोस्खस मोस्खिफेरस, साइबेरियाई कस्तूरी मृग कस्तूरी नाम मूलतः एक ऐसे पदार्थ को दिया जाता है जिसमें एक तीक्ष्ण गंध होती है और जो नर कस्तूरी मृग के पीछे/गुदा क्षेत्र में स्थित एक ग्रंथि से प्राप्त होती है। इस पदार्थ को प्राचीन काल से इत्रके लिए एक लोकप्रिय रासायनिक पदार्थ के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है और दुनिया भर के सबसे महंगे पशु उत्पादों में से एक है। यह नाम, संस्कृत के से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ है "अंडकोष," यह लगभग समान गंध वाले एक व्यापक रूप से विविध विभिन्न पदार्थों के आस पास घूमता है हालांकि इनमें से कई काफी अलग रासायनिक संरचना वाले हैं। इनमें कस्तूरी हिरण के अलावा अन्य जानवरों के ग्रंथि स्राव, समान खुशबू बिखेरने वाले पौधे और ऐसी ही खुशबू वाली कृत्रिम पदार्थ शामिल है। 19वीं सदी के उतरार्ध तक, प्राकृतिक कस्तूरी का इस्तेमाल इत्र में बड़े पैमाने पर तब तक किया जाता रहा जब तक की आर्थिक और नैतिक इरादों ने सिंथेटिक कस्तूरी को अपनाने की दिशा नहीं दिखाई, जो लगभग विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। कस्तूरी की विशेष गंध के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार जैविक यौगिक म्स्कोने है। प्राकृतिक कस्तूरी फली का आधुनिक उपयोग अब केवल पारंपरिक चीनी दवा तक सीमित है। .

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कसूर जिला

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक जिला। जिला, कसूर श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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कहना नाओ

कहना नाओ, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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क़दीरुद्दीन अहमद

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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क़म्बर जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। जिला, क़म्बर श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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क़लन्दर मोमंद

साहबज़ादा हबीब-उर-रहमान क़लन्दर मोमंद, जिन्हें आमतौर पर केवल क़लन्दर मोमंद (पश्तो:, अंग्रेज़ी: Qalandar Momand) के नाम से जाना जाता है, एक पश्तून लेखक, कवि, समीक्षक और विद्वान थे। वे मज़दूर संघ के नेता, पश्तून राष्ट्रीयता के समर्थक, राजनैतिक कार्यकर्ता और पाकिस्तानी साम्यवादी पार्टी (कोम्युनिस्ट पार्टी) के सदस्य भी थे। धार्मिक दृष्टि से वे अहमदिया समुदाय के सदस्य थे। क़लन्दर मोमंद ने पश्तो भाषा में लिखाई और पत्रकारिता करी और पाकिस्तान की सरकार की तरफ़ से उन्हें कई इनाम भी दिए गए। उन्होंने अपना पत्रकार जीवन 'अल-हक़' समाचार पत्र के साथ शुरू किया और आगे जाकर कई अन्य अख़बारों में काम किया, जिनमें अंजाम, शहबाज़, बांग-ए-हरम, ख़ैबर​ मेल,​ पेशावर टाइम्ज़, फ़्रंटियर गार्डियन, नक़ीब, लार, रहबर, सरहद और मसावात शामिल थे। .

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क़सूर

कसूर या क़सूर (قصُور), (पंजाबी: ਕਸੂਰ), पाकिस्तान में भारतीय सीमा से सटे कसूर जिले का मुख्यालय नगर है। इसके उत्तर में लाहौर, दक्षिण एवं पूर्व में भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय सीमा है। इस सीमा का नाम गंडा सिंह वाला है, जहां वाघा सीमा की ही भांति ध्वजारोहण एवं ध्वज उतारने की परंपरा संपन्न की जाती है, किन्तु वहां की भांति इतने बड़े स्तर पर नहीं होती है। कसूर सूफ़ी कवि फ़कीर बाबा बुल्ले शाह की मजार होने के कारण भी मशहूर है। इस जिले का सबसे बड़ा शहर कस्बा है रफ़ीक विलास। शहर का नाम हिन्दू भगवान राम के दूसरे पुत्र कुश के नाम पर कुशपुर था, जो कालांतर में बिगड़ कर कसूर हो गया। .

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क़हवा

क़हवा (قهوة क़ह्व, قهوه क़ह्वे, जिनका अर्थ है "कॉफ़ी"; قہوہ‎ क़ह्वा) एक प्रकार की चाय होती है जो मुख्यतः कश्मीर, अफ़्ग़ानिस्तान, और उत्तरी पाकिस्तान में पी जाती है। यह पेय कश्मीर में ख़ास तौर पर "वज़वान" भोजन के बाद लिया जाता है। श्रेणी:चाय श्रेणी:पेय.

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क़िला अब्दुल्लाह ज़िला

बलोचिस्तान प्रांत में क़िला अब्दुल्लाह ज़िला (लाल रंग में) क़िला अब्दुल्लाह (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Killa Abdullah) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रांत के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित एक ज़िला है। इसका क्षेत्रफल ३,२९३ किमी२ है और सन् २००५ में इसकी आबादी ४ लाख से ज़्यादा अनुमानित की गई थी। यहाँ रहने वाले अधिकतर लोग पश्तून हैं और पश्तो यहाँ सबसे ज़्यादा बोली जाने वाली भाषा है। जून १९९३ तक यह पिशीन ज़िले (Pishin) का हिस्सा हुआ करता था लेकिन फिर इसे एक अलग ज़िले का दर्जा दिया गया। .

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क़व्वाली

क़व्वाली (उर्दू: قوٌالی) भारतीय उपमहाद्वीप में सूफ़ीवाद और सूफ़ी परंपरा के अंतर्गत भक्ति संगीत की एक धारा के रूप में उभर कर आई। इसका इतिहास 700 साल से भी ज्यादा पुराना है। वर्तमान में यह भारत, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश सहित बहुत से अन्य देशों में संगीत की एक लोकप्रिय विधा है। क़व्वाली का अंतर्राष्ट्रीय स्वरुप नुसरत फतेह अली खान और के गायन से सामने आया। .

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क़ंदील बलोच

फ़ौज़िया अज़ीम (उर्दू: ‎; 1 मार्च 1990 – 15 जुलाई 2016), जो आम तौर पर क़ंदील बलोच (उर्दू: ‎) के नाम से प्रसिद्ध है, एक पाकिस्तानी सोशल मीडिया शख़्सियत थीं जो इंटरनेट पर वीडियो बनाकर अपनी दैनिक दिनचर्या और विभिन्न विवादास्पद मुद्दों पर चर्चा करती थीं। - आईबीएन7 - 16 जुलाई 2016 किम कार्दशियन और पूनम पांडेय जैसी शख़्सियतों के साथ भी इनकी तुलना की गई। .

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क़ौमी तराना

पाक सरज़मीन पाकिस्तान का राष्ट्रगान है। इसे उर्दू में "क़ौमी तराना" कहा जाता है। इसे हफ़ीज़ जालंधरी ने लिखा था और इसका संगीत अकबर मुहम्मद ने बनाया। यह सन् 1954 में पाकिस्तान का राष्ट्रगान बना और उस से पहले जगन्नाथ आज़ाद द्वारा लिखित "ऐ सरज़मीन-ए-पाक" पाकिस्तान का राष्ट्रगान था। .

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काटल

काटल (अंग्रेजी Katal या Katil) सूर्यवंशी राजपूत राष्ट्र की एक शाखा है। .

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कादिरी संप्रदाय

कादरी संप्रदाय (अरबी: القادريه, फ़ारसी:قادریه, कादरी) सूफ़ियों का एक संप्रदाय है। इसका नाम अब्दुल क़ादिर जीलानी (1077–1166) के नाम पर रखा गया है जो गिलान के रहने वाले थे। यह संप्रदाय इस्लाम के मूलतत्व पर आधारित है। यह संप्रदाय अरबी बोलने वाले देशों के साथ-साथ तुर्की, इंडोनेशिया, अफ़ग़ानिस्तान, भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, बाल्कन, रूस, फ़लस्तीन, इज़राइल, चीनी जनवादी गणराज्य,Gladney, Dru.

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कानपुर

कानपुर भारतवर्ष के उत्तरी राज्य उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक नगर है। यह नगर गंगा नदी के दक्षिण तट पर बसा हुआ है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से ८० किलोमीटर पश्चिम स्थित यहाँ नगर प्रदेश की औद्योगिक राजधानी के नाम से भी जाना जाता है। ऐतिहासिक और पौराणिक मान्यताओं के लिए चर्चित ब्रह्मावर्त (बिठूर) के उत्तर मध्य में स्थित ध्रुवटीला त्याग और तपस्या का संदेश दे रहा है। यहाँ की आबादी लगभग २७ लाख है। .

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कानपुर (बलोचिस्तान)

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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काबुल नदी

जलालाबाद में काबुल नदी के ऊपर बहसूद पुल बौद्ध शिल्पकारी से भरी गुफ़ाएँ काबुल नदी में साल के अधिकतर भाग में प्रवाह कम रहता है - नदी के एक अंश पर बना एक कच्चा पुल अफ़ग़ानिस्तान में काबुल नदी पर बना सरोबी जल-विद्युत बाँध काबुल नदी (पश्तो:, काबुल सीन्द; फ़ारसी:, दरिया-ए-काबुल; अंग्रेज़ी: Kabul River) एक ७०० किमी लम्बी नदी है जो अफ़ग़ानिस्तान में हिन्दु कुश पर्वतों की संगलाख़ शृंखला से शुरू होकर पाकिस्तान के अटक शहर के पास सिन्धु नदी में विलय हो जाती है। काबुल नदी पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान की मुख्य नदी है और इसका जलसम्भर हेलमंद नदी के जलसम्भर क्षेत्र से उनई दर्रे द्वारा विभाजित है। यह अफ़ग़ानिस्तान की काबुल, चहारबाग़​ और जलालाबाद शहरों से गुज़रकर तोरख़म से २५ किमी उत्तर में सरहद पार कर के पाकिस्तान में दाख़िल हो जाती है। अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल और उसके इर्द-गिर्द के काबुल प्रान्त का नाम इसी नदी पर पड़ा है।Cliffoed Edmund Bosworth, "Kabul".

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काबुल शाही

शाही या शाहिया राजवंशों ने भारत के मध्य राज्यों में शासन किया जिसके अन्तर्गत काबुलिस्तान तथा गान्धार (वर्तमान समय का उत्तरी पाकिस्तान) के भाग आते थे। यह राजवंश तीसरी शताब्दी में कुषाण राजवंश के पतन के बाद शासन में आया था और नौवीं शताब्दी के आरम्भ तक तक शासन किया। इस राज्य को 565 से 879 ई तक "काबुल शाही" (फारसी में 'काबुल शाहान' या 'रतबेल शाहान' کابلشاهان یا رتبیل شاهان) कहा जाता था। उस समय इसकी राजधानी कपिसा और काबुल थी। बाद में इसे हिन्दू शाही कहा जाने लगा। श्रेणी:भारत का इतिहास शाही वंषीय शाषक की सूची.

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कामरान अकमल

कामरान अकमल (کامران اکمل;जन्म १३ जनवरी १९८२) एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान के लिए टेस्ट, एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय-क्रिकेट और ट्वेंटी -२० में दाएं हाथ के विकेट-कीपर-बल्लेबाज के तौर पर खेलते हैं। इन्होंने नवंबर २००२ में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत एक टेस्ट मैच के साथ की थी जो पाकिस्तान ने हरारे स्पोर्ट्स क्लब में मैच जीता था। .

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कायदे आजम ट्रॉफी 2017

2017-18 कायदे आजम ट्रॉफी एक प्रथम श्रेणी घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है जो वर्तमान में 26 सितंबर से 20 दिसंबर 2017 तक पाकिस्तान में हो रही है। सोलह दल प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, शीर्ष आठ क्षेत्रीय टीमों और शीर्ष आठ विभागीय टीमों से बना है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार खिलाड़ियों का चयन करने के लिए एक मसौदा प्रणाली का इस्तेमाल किया। ड्राफ्ट सिस्टम परिवर्तन पीसीबी के गवर्निंग बोर्ड को 28 जुलाई 2017 को प्रस्तुत किए गए थे, बैठक में उन्हें मंजूरी दे दी जा रही है। प्रत्येक टीम ने ड्राफ्ट के माध्यम से आठ खिलाड़ियों को चुना, दस सामान्य चयन प्रक्रिया के माध्यम से और अंडर -19 सर्किट से दो उभरते खिलाड़ियों का चयन किया। आठ क्षेत्रीय पक्ष ने 6 सितंबर 2017 को अपने खिलाड़ी का चयन पूरा किया। जल और विद्युत विकास प्राधिकरण (डब्ल्यूएपीडीए) मौजूदा चैंपियन हैं .

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काराकोरम

काराकोरम एक विशाल पर्वत श्रृंखला है जिसका विस्तार पाकिस्तान, भारत और चीन के क्रमश: गिलगित-बल्तिस्तान, लद्दाख़ और शिन्जियांग क्षेत्रों तक है। यह एशिया की विशाल पर्वतमालाओं में से एक है और हिमालय पर्वतमाला का एक हिस्सा है। काराकोरम किर्गिज़ भाषा का शब्द है जिस का मतलब है 'काली भुरभुरी मिट्टी'। विश्व के किसी भी स्थान की अपेक्षा, काराकोरम पर्वतमाला में पाँच मील से भी ऊँची सबसे अधिक चोटियों स्थित हैं (60 से ज़्यादा), जिनमें दुनिया की दूसरी सबसे ऊँची चोटी के2, (8611 मी / 28251 फुट) भी शामिल है। के2 की ऊँचाई विश्व के सर्वोच्च शिखर एवरेस्ट पर्वत (8848 मी / 29029 फुट) से सिर्फ 237 मीटर (778 फीट) कम है। काराकोरम श्रृंखला का विस्तार 500 किमी (311 मील) तक है और ध्रुवीय क्षेत्रों को छोड़कर दुनिया के सबसे अधिक हिमनद इसी इलाके में हैं। ध्रुवीय क्षेत्रों से बाहर सियाचिन ग्लेशियर 70 किमी और बिआफो ग्लेशियर 63 किमी की लंबाई के साथ दुनिया के दूसरे और तीसरे सबसे लंबे हिमनद हैं। काराकोरम, पूर्वोत्तर में तिब्बती पठार के किनारे और उत्तर में पामीर पर्वतों से घिरा है। काराकोरम की दक्षिणी सीमा, पश्चिम से पूर्व, गिलगित, सिंधु और श्योक नदियों से बनती है, जो इसे पश्चिमोत्तर हिमालय श्रृंखला के अंतिम किनारे से अलग कर दक्षिणपश्चिम दिशा में पाकिस्तान के मैदानी इलाकों की ओर बहती हैं। काराकोरम श्रृंखला का सब से ऊंचा पहाड़ के टू .

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काराकोरम राजमार्ग

काराकोरम राजमार्ग काराकोरम राजमार्ग (अंग्रेजी: Karakoram Highway या KKH; उर्दू:, शाहराह-ए-काराकोरम'; चीनी: 喀喇昆仑 公路, के ला कून लुन गोन्ग लु) दुनिया की सबसे अधिक ऊँचाई पर स्थित एक पक्की अंतरराष्ट्रीय सड़क है। यह काराकोरम पर्वत श्रृंखला से होकर गुज़रता है तथा चीन और पाकिस्तान को ख़ुंजराब दर्रे के माध्यम से आपस में जोड़ता है। यहाँ इसकी ऊँचाई समुद्र तल से 4693 मी (15397 फुट) है और इसकी पुष्टि एसआरटीएम और जीपीएस के एकाधिक पाठ्यांकों द्वारा होती है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बाल्तिस्तान के साथ चीन के शिंजियांग क्षेत्र को जोड़ता है। इसके साथ ही यह एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण भी है। काराकोरम राजमार्ग को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान में N-35 और चीन में चीन का राष्ट्रीय राजमार्ग 314 (G314) के नाम से जाना जाता है। .

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कारगिल युद्ध

right कारगिल युद्ध (ऑपरेशन विजय भी) भारत और पाकिस्तान के बीच मई और जुलाई 1999 के बीच कश्मीर के करगिल जिले में हुए सशस्त्र संघर्ष का नाम है। पाकिस्तान की सेना और कश्मीरी उग्रवादियों ने भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा पार करके भारत की ज़मीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की। पाकिस्तान ने दावा किया कि लड़ने वाले सभी कश्मीरी उग्रवादी हैं, लेकिन युद्ध में बरामद हुए दस्तावेज़ों और पाकिस्तानी नेताओं के बयानों से साबित हुआ कि पाकिस्तान की सेना प्रत्यक्ष रूप में इस युद्ध में शामिल थी। लगभग 30,000 भारतीय सैनिक और करीब 5,000 घुसपैठिए इस युद्ध में शामिल थे। भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान के कब्ज़े वाली जगहों पर हमला किया और धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से पाकिस्तान को सीमा पार वापिस जाने को मजबूर किया। यह युद्ध ऊँचाई वाले इलाके पर हुआ और दोनों देशों की सेनाओं को लड़ने में काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। परमाणु बम बनाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ यह पहला सशस्त्र संघर्ष था। .

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काला तीतर

काला तीतर या काला फ़्रैंकोलिन (Black Francolin) (Francolinus francolinus) फ़ीज़ैन्ट कुल का एक पक्षी है। यह अफ़्गानिस्तान, आर्मीनिया, अज़रबैजान, भूटान, साइप्रस, जॉर्जिया, भारत, ईरान, ईराक, इज़्रायल, जॉर्डन, नेपाल, पाकिस्तान, फ़िलिस्तीनी राज्यक्षेत्र, सीरिया, तुर्की और तुर्कमेनिस्तान में पाया जाता है। .

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काला शाह काकू

काला शाह काकू, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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काला, पंजाब

काला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कालाबाग बांध

कालाबाग बांध (Kalabagh Dam) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मियांवाली जिले में कालाबाग में सिंधु नदी पर एक प्रस्तावित जलविद्युत बांध है। गहन रूप से बहस की गई कि अगर बांध का निर्माण होता हैं तो इस पर बिजली उत्पादन की क्षमता 3,600 मेगावाट (4,800,000 अश्वशक्ति) होगी। .

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कालामी भाषा

कालामी (Kalami), जिसे कालाम कोहिस्तानी या गावरी (Gawri) भी कहते हैं, कोहिस्तानी शाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के कोहिस्तान ज़िले बोली जाती है। .

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कालेर

कारेला (कालेर,कलेर, कालेरा, काल्हेर या कोलेरोन) भारत के राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा एवं पंजाब तथा पाकिस्तान में पायी जाती है। कालेरी गोत्र अफगानिस्तान में पायी जाती है। .

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कालीबंगा

कालीबंगा के अवशेष कालीबंगा राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले का एक प्राचीन एवं ऐतिहासिक स्थल है। यहां हड़प्पा सभ्यता के बहुत दिलचस्प और महत्वपूर्ण अवशेष मिले हैं। काली बंगा एक छोटा नगर था। यहां एक दुर्ग मिला है। .

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काश्मीरी पण्डित

काश्मीरी पण्डित (१८९५ का फोटो) कश्मीर घाटी के निवासी हिन्दुओं को काश्मीरी पण्डित या काश्मीरी ब्राह्मण कहते हैं। ये सभी ब्राह्मण माने जाते हैं। सदियों से कश्मीर में रह रहे कश्मीरी पंडितों को 1990 में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की कारण से घाटी छोड़नी पड़ी या उन्हें जबरन निकाल दिया गया। पनुन कश्मीर काश्मीरी पंडितों का संगठन है। .

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काश्गर

ईद गाह मस्जिद, काशगर काश्गर, कशगार, काशगुर या काशी (उईगुर:, चीनी: 喀什, फारसी) मध्य एशिया में चीन के शिनजियांग प्रांत के पश्चिमी भाग में स्थित एक नख़लिस्तान (ओएसिस) शहर है, जिसकी जनसंख्या लगभग ३,५०,००० है। काश्गर शहर काश्गर विभाग का प्रशासनिक केंद्र है जिसका क्षेत्रफल १,६२,००० किमी² और जनसंख्या लगभग ३५ लाख है। काश्गर शहर का क्षेत्रफल १५ किमी² है और यह समुद्र तल से १,२८९.५ मीटर (४,२८२ फ़ुट) की औसत ऊँचाई पर स्थित है। यह शहर चीन के पश्चिमतम क्षेत्र में स्थित है और तरीम बेसिन और तकलामकान रेगिस्तान दोनों का भाग है, जिस वजह से इसकी जलवायु चरम शुष्क है।, S. Frederick Starr, M.E. Sharpe, 2004, ISBN 978-0-7656-1318-9 पुराकाल से ही काश्गर व्यापार तथा राजनीति का केंद्र रहा है और इसके भारत से गहरे सांस्कृतिक, धार्मिक और व्यापारिक सम्बन्ध रहे हैं। भारत से शिनजियांग का व्यापार मार्ग लद्दाख़ के रस्ते से काश्गर जाया करता था।, Prakash Charan Prasad, Abhinav Publications, 1977, ISBN 978-81-7017-053-2 ऐतिहासिक रेशम मार्ग की एक शाखा भी, जिसके ज़रिये मध्य पूर्व, यूरोप और पूर्वी एशिया के बीच व्यापार चलता था, काश्गर से होकर जाती थी। काश्गर अमू दरिया वादी से खोकंद, समरकंद, अलमाटी, अक्सू, और खोतान मार्गो के बीच स्थित है। .

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काजी फजलुल्ला उबैदुल्लाह

क़ाज़ी फजलुल्लाह उबैदुल्लाह, पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व राज्यपाल थे। .

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काग़ान घाटी

काग़ान घाटी (अंग्रेज़ी: Kaghan Valley, उर्दु: وادی کاغان) पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के मानसेहरा ज़िले में स्थित एक पर्वतीय घाटी है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर की सीमा पर स्थित है और बाबूसर दर्रा इसे कश्मीर से जोड़ता है। घाटी १५५ किमी लम्बी है और इसकी ऊँचाई एक छोर पर २,१३४ फ़ुट (६५० मीटर) से आरम्भ होकर दूसरे छोर पर १३,६९० फ़ुट (४,१७० मीटर) ऊँचे बाबूसर दर्रे तक बढ़ती है। कुनहार नदी इस घाटी से निकलती है और इसी में स्थित लूलूसर झील से आरम्भ होती है। घाटी को घेरने वाले पर्वतों में सबसे ऊँचा ५,२९० मीटर (१७,३५६ फ़ुट) लम्बा मलिका परबत है। .

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कांधार

The final phase of the battle of Kandahar on the side of the Murghan mountain कांधार या कंदहार अफ़ग़ानिस्तान का एक शहर है। यह अफगानिस्तान का तीसरा प्रमुख ऐतिहासिक नगर एवं कंदहार प्रान्त की राजधानी भी है। इसकी स्थिति 31 डिग्री 27मि उ.अ. से 64 डिग्री 43मि पू.दे.

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कांधार प्रान्त

कांधार या क़ंदहार (पश्तो: या, अंग्रेजी: Kandahar या Qandahar) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के दक्षिण में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ५४,०२२ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००९ में लगभग १० लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी ऐतिहासिक कांधार शहर है। यह प्रान्त पश्तो बोलने वाले पश्तून लोगों का क्षेत्र है। बहुत से इतिहासकार इसे तालिबान कट्टरवादी विचारधारा की जन्मभूमि मानते हैं। इसकी दक्षिणी सीमा पाकिस्तान से लगती है। .

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कांगो ज्वर

Hyalomma tick कांगो ज्वर (Crimean–Congo hemorrhagic fever (CCHF)) एक विषाणुजनित रोग है। यह विषाणु (वाइरस) पूर्वी एवं पश्चिमी अफ्रीका में बहुत पाया जाता है और ह्यालोमा टिक (Hyalomma tick) से पैदा होता है। यह वायरस सबसे पहले 1944 में क्रीमिया नामक देश में पहचाना गया। फिर 1969 में कांगो में रोग दिखा। तभी इसका नाम सीसीएचएफ पड़ा। फिर 2001 में पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका एवं ईरान में भी इसका प्रकोप बढ़ा।;पशुओं के साथ रहने वालों को खतरा: पशुओं की चमड़ी से चिपके रहने वाला ‘हिमोरल’ नामक परजीवी रोग का वाहक है। इसलिए इसकी चपेट में आने का खतरा उन लोगों को ज्यादा है जो गाय, भैंस, बकरी, भेड़ एवं कुत्ता आदि के संपर्क में रहते हैं। .

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किर्गिज़ भाषा

किर्गिज़ एक तुर्की भाषा है और रूसी भाषा के अतिरिक्त यह किर्गिज़स्तान की आधिकारिक भाषा है। कुल के हिसाब से यह अल्तेय से बहुत निकट से और कज़ाख से दूर से जुड़ती है। हालाँकि वर्तमान समय में भाषीय सम्मिलन की वजह से किर्गिज़ और कज़ाख के बीच ज्यादा निकटता नजर आती है। किर्गिज़ भाषा किर्गिज़स्तान, चीन, अफ़गानिस्तान, कज़ाख़िस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्की, उज़्बेकिस्तान, पाकिस्तान और रूस में करीबन 40 लाख लोगों द्वारा बोली जाती है। किर्गिज़ २०वीं शताब्दी तक मूलतः संशोधित अरबी-फ़ारसी लिपि में लिखी जाती थी, जिसके बाद कुछ समय के लिए रोमन लिपि का इस्तेमाल किया जाने लगा। बाद में सोवियत संघ के प्रभाव की वजह से सिरिलिक वर्णमाला मानक बन गई और आज तक चलन में है। हालाँकि कुछ लोग आज भी अरबी लिपि का उपयोग करते हैं। सोवियत संघ के 1991 में विघटन और देश के स्वतंत्र होने के बाद से किर्गिज़ भाषा को पुनः रोमन लिपि में कुछ किर्गिज राजनीतिज्ञ बात कह रहे हैं, लेकिन इस योजना को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका। आजकल, यह अभी भी मुख्य भाषा मुख्य शहरों में, इस तरह के रूप में बिश्केक जबकि किरगिज़ जारी है जमीन खोने विशेष रूप से युवा पीढ़ी के बीच। .

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किला सफेद

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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किला सैफुल्लाह

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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किला अब्दुल्लाह

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:बलोचिस्तान.

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किशनगंगा नदी

किशनगंगा नदी कश्मीर क्षेत्र की एक नदी है। इसका नाम पाकिस्तान में बदलकर नीलम नदी कर दिया गया है। .

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कंबोज

200px कंबोज प्राचीन भारत के १६ महाजनपदों में से एक था। इसका उल्लेख पाणिनी के अष्टाध्यायी में १५ शक्तिशाली जनपदों में से एक के रूप में भी मिलता है। बौद्ध ग्रन्थ अंगुत्तर निकाय, महावस्तु मे १६ महाजनपदों में भी कम्बोज का कई बार उल्लेख हुआ है - ये गांधारों के समीपवर्ती थे। इनमें कभी निकट संबंध भी रहा होगा, क्योंकि अनेक स्थानों पर गांधार और कांबोज का नाम साथ साथ आता है। इसका क्षेत्र आधुनुक उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान और अफगानिस्तान में मिलता है। राजपुर, द्वारका तथा Kapishi इनके प्रमुख नगर थे। इसका उल्लेख इरानी प्राचीन लेखों में भी मिलता है जिसमें इसे राजा कम्बीजेस के प्रदेश से जोड़ा जाता है।.

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कक्कड़

कक्कड़ या ककड़ भारत एवं पाकिस्तान में पायी जाने वाली एक पंजाबी गोत्र है। इस गोत्र के लोग जाट व अन्य जातियों में भी होते हैं। .

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कछी ज़िला

कछी (उर्दू व बलोच: کچھی, अंग्रेज़ी: Kachhi) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। सन् २००८ तक यह बोलान ज़िला (بولان, Bolan) कहलाता था। ज़िले की राजधानी धादर (دھادر, Dhadar) नामक शहर है। .

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कुत्तों की नस्लों की सूची

चिहुआहुआ मिक्स (सबसे छोटा कुत्ता) के साथ ग्रेट डेन (सबसे बड़ा कुत्ता) हज़ारों सालों से कुत्तों का चयनात्मक तौर पर प्रजनन किया जाता रहा है। कभी एक ही वंश के कुत्तों के अन्तःप्रजनन द्वारा तो कभी बहुत अलग नस्ल के कुत्तों के मिश्रण द्वारा। यह प्रक्रिया आज भी जारी है। इस प्रक्रिया के परिणामस्वरूप संकर बीज की तरह विविध प्रकार के कुत्ते पैदा हो रहे हैं मसलन चिहुअहुआ से लेकर ग्रेट डेन तक। देखा जाये तो पृथ्वी पर कुत्ता ही एक ऐसा जानवर है, जिसके रूप-रंग में व्यापक भिन्नता पायी जाती है। यह सब कुत्तों के डीएनए में मनुष्य जाति की अपेक्षा लगभग दुगुने क्रोमोज़ोम होने की वजह से हुआ है। यह कुत्तों का डीएनए ही है जो उनके शारीरिक गठन और रूप-रंग की अत्यधिक विस्तृत भिन्नता को अनुमत करता है। .

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कुनर प्रान्त

अफ़्ग़ानिस्तान का कुनर प्रान्त (लाल रंग में) कुनर या कुनड़ (पश्तो:, फ़ारसी:, अंग्रेजी: Kunar) अफ़्ग़ानिस्तान का एक प्रांत है जो उस देश के पूर्व में स्थित है। इस प्रान्त का क्षेत्रफल ४,३३९ वर्ग किमी है और इसकी आबादी सन् २००९ में लगभग ४.१ लाख अनुमानित की गई थी।, Central Intelligence Agency (सी आइ ए), Accessed 27 दिसम्बर 2011 इस प्रान्त की राजधानी असदाबाद शहर है। इस प्रान्त में ज़्यादातर लोग पश्तो बोलने वाले पश्तून हैं। इसकी दक्षिणी और पूर्वी सीमा पाकिस्तान से लगती है। .

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कुनहार नदी

कुनहार नदी (अंग्रेज़ी: Kunhar River, उर्दु: دریائے کنہار), जो नैन-सुख नदी (Nain-Sukh, نین سکھ) भी कहलाती है, पाकिस्तान के उत्तरी भाग में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त में बहने वाली एक १६६ किमी लम्बी नदी है। यह सिन्धु नदी के जलसम्भर का भाग है।"," Volume XIV, The Henry G. Allen Company, 1890,...

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कुमाऊं रेजिमेंट

कुमांऊँ रेजीमेंट भारतीय सशस्त्र सेना का एक सैन्य-दल है, जिसकी स्थापना सन् 1788 में हुई। यह कुमांऊँ नामक हिमालयी क्षेत्र के निवासियों से सम्बन्धित भारतीय सैन्य-दल है। जिसका मुख्यालय उत्तराखण्ड के कुमांऊँ क्षेत्र के रानीखेत नामक पर्वतीय स्थान में स्थित है तथा भारतीय सशस्त्र सेना के वीरता का प्रथम सर्वश्रेष्ठ सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित है। कुमांऊँ रेजिमेंट को 1947 में हुए भारत-पाकिस्तान तथा 1962 के भारत और चीन युद्ध के लिये विशेष गौरवपूर्ण माना जाता है। .

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कुमार संगाकारा

कुमार चोकशानडा संगाकारा (කුමාර් සංගක්කාර) (जन्म 27 अक्टूबर 1977, मटाले, श्रीलंका) एक श्रीलंकाई क्रिकेटर और श्रीलंकाकी राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कप्तान हैं। वे बाएं हाथ के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं। वे खेल के सभी रूपों में एक विकेट-कीपर और शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में खेलते थे, लेकिन टेस्ट मैचों में उन्होंने इस क्रम को छोड़ दिया, क्योंकि जब वे एक शुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेलते हैं तो टेस्ट में उनकी बल्लेबाजी का औसत काफी अधिक है। .

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कुर्ता

220px कुर्ता या कुरता एक पारंपरिक भारतीय पोशाक है, यह एक लम्बी कमीज की तरह होता है जो घुटनों तक लंबा होता है और पजामा के साथ पहना जाता है जो या तो कुर्ते के रँग से मिलता जुलता होता है या सफेद होता है। कुरते को आम प्रयोग और खास मौकों दोनो के लिये इस्तेमाल किया जाता है हलाकि खास मौकों पर पहने जाने वाला कुर्ता आम तौर से ज्यादा फैशनेबल होते हैं। कुर्ते सूती, ऊनी और रेशमी सभी तरह के सामग्रियों में मिलते हैं। भारत और पड़ोसी देशों बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी कुर्ते की परंपरा रही है। कुर्ते के कई परिवर्धित रूप हैं जिनमें शेरवानी, पठानी सूट इत्यादि प्रमुख। औरतें भी कुर्तों का इस्तेमाल करती हैं किन्तु इन्हें आमतौर पर कुर्ती और अन्य नामों से पुकारा जाता है। .

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कुर्बान अली शाह

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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कुर्रम नदी

कुर्रम नदी (पश्तो:, द कुर्रमी सींद; अंग्रेज़ी: Kurram River) अफ़्ग़ानिस्तान के पकतिया और ख़ोस्त प्रान्तों और पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में बहने वाली ३०० किमी से ज़रा लम्बी एक नदी है। इसे वैदिक संस्कृत में ऋग्वेद में क्रुमू नदी के नाम से वर्णित किया गया था। यह अफ़्ग़ानिस्तान की तरफ़ सफ़ेद कोह की पहाड़ियों से उतरकर जलालाबाद शहर के पास सीमा पार कर के पाकिस्तान में दाख़िल होती है। वहाँ आगे चलकर यह सिन्धु नदी में विलय हो जाती है।, George Erdösy, Walter de Gruyter, 1995, ISBN 978-3-11-014447-5,...

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कुर्रम वादी

अफ़्ग़ानिस्तान के पकतिया प्रान्त से दक्षिण की तरफ़ सरहद पार स्थित कुर्रम वादी का नज़ारा कुर्रम (पश्तो:, द कुर्रमा; अंग्रेज़ी: Kurram) पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर में अफ़्ग़ानिस्तान से लगी हुई एक सुन्दर वादी है। प्राचीनकाल में इसे वैदिक संस्कृत में ऋग्वेद में क्रुमू कहते थे।, George Erdösy, Walter de Gruyter, 1995, ISBN 978-3-11-014447-5,...

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कुलदीप नैयर

कुलदीप नैयर भारत के प्रसिद्ध लेखक एवं पत्रकार हैं। जन्म: 14 अगस्त 1924, सियालकोट (अब पाकिस्तान) शिक्षा: स्कूली शिक्षा सियालकोट में। विधि की डिग्री लाहौर से। यू॰एस॰ए॰ से पत्रकारिता की डिग्री ली। दर्शनशास्त्र में पी॰एच॰डी॰। कार्य अनुभव: भारत सरकार के प्रेस सूचना अधिकारी के पद पर कई वर्षों तक कार्य करने के बाद वे यू॰एन॰आई॰, पी॰आई॰बी॰, ‘द स्टैट्समैन', ‘इण्डियन एक्सप्रेस' के साथ लम्बे समय तक जुड़े रहे। वे पच्चीस वर्षों तक ‘द टाइम्स' लन्दन के संवाददाता भी रहे। .

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कुलभूषण जाधव

कुलभूषण जाधव (कथित नक़ली नाम: इलियास हुसैन मुबारक पटेल) पाकिस्तान द्वारा गिरफ़्तार किये गए भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना अधिकारी हैं। पाकिस्तान का दावा है कि ये बलूचिस्तान में विध्वंसक गतिविधियों में शामिल रहे थे और ये भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के कर्मचारी हैं। भारत ने इनकी भारतीय नागरिकता और पूर्व नौसेना अधिकारी होने की ही पुष्टि की है। इनका ईरान में अपना व्यापार था। पाक फ़ौज ने एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें इन्होंने अपने बारे में बयान देते हुए भी दिखाया गया। 10 अप्रैल 2017 में पाक फ़ौज की अदालत ने इन्हें जासूसी के आरोप में मौत की सज़ा सुनाई। 10 मई, 2017 को, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने जाधव की फांसी पर रोक लगा दी, भारत ने मौत की सजा के खिलाफ इस न्यायालय से संपर्क किया था। .

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कुल्चा

कुल्चा (کلچه; पंजाबी ਕੁਲਚਾ) एक उत्तर भारतीय रोटी की किस्म है। भारत के साथ-साथ ये पाकिस्तान में भी लोकप्रिय हैं। प्रायः इसे छोले के संग खाया जाता है। यह मैदा को खमीर उठा कर आवे में बनाया जाता है। कुल्चा मुख्यतः एक पंजाबी व्यंजन है, जो पंजाब से उद्गम हुआ है। अमृतसर का खास कुल्चा अमृतसरी कुल्चा कहलाता हैं। मैदा को दही के साथ मल कर खमीर उठाया जाता है। उसके बाद उसमें उबले मसालेदार आलू और कटी प्याज आदि भर कर भरवां कुल्चे बनाये जाते हैं। इन्हें सुनहरे रंग का होने तक आवे या तंदूर में पकाया जाता है। उसके बाद इसके ऊपर मक्खन लगा कर छोले के साथ परोसते हैं। ये अमृतसरी कुल्चे होते हैं। बिना भरे हुए सादे कुल्चे बनते हैं। कुल्चे का उद्गम ईरान में माना जाता है। इसके लखनऊ के व्यंजन विशेषज्ञों ने प्रयोग कर अंतरण बनाये हैं। इनमें कुल्चा नाहरी भी एक है। इसके विशेषज्ञ कारीगर हाजी जुबैर अहमद के अनुसार कुलचा अवधी व्यंजनों में शामिल खास रोटी है, जिसका साथ नाहरी बिना अधूरा है। लखनऊ के गिलामी कुलचे यानी दो भाग वाले कुलचे उनके परदादा ने तैयार किये। कुलचे रिच डाइट में आते हैं और ऐसा माना जाता है, कि कि अच्छी खुराक वाला इंसान भी तीन से अधिक नहीं खा सकता है। कुलचे गर्म खाने में ही मजा है यानी तंदूर से निकले और परोसे जायें। .

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कुषाण राजवंश

कुषाण प्राचीन भारत के राजवंशों में से एक था। कुछ इतिहासकार इस वंश को चीन से आए युएझ़ी लोगों के मूल का मानते हैं। कुछ विद्वानो इनका सम्बन्ध रबातक शिलालेख पर अन्कित शब्द गुसुर के जरिये गुर्जरो से भी बताते हैं। सर्वाधिक प्रमाणिकता के आधार पर कुषाण वन्श को चीन से आया हुआ माना गया है। लगभग दूसरी शताब्दी ईपू के मध्य में सीमांत चीन में युएझ़ी नामक कबीलों की एक जाति हुआ करती थी जो कि खानाबदोशों की तरह जीवन व्यतीत किया करती थी। इसका सामना ह्युगनु कबीलों से हुआ जिसने इन्हें इनके क्षेत्र से खदेड़ दिया। ह्युगनु के राजा ने ह्यूची के राजा की हत्या कर दी। ह्यूची राजा की रानी के नेतृत्व में ह्यूची वहां से ये पश्चिम दिशा में नये चरागाहों की तलाश में चले। रास्ते में ईली नदी के तट पर इनका सामना व्ह्सुन नामक कबीलों से हुआ। व्ह्सुन इनके भारी संख्या के सामने टिक न सके और परास्त हुए। ह्यूची ने उनके चरागाहों पर अपना अधिकार कर लिया। यहां से ह्यूची दो भागों में बंट गये, ह्यूची का जो भाग यहां रुक गया वो लघु ह्यूची कहलाया और जो भाग यहां से और पश्चिम दिशा में बढा वो महान ह्यूची कहलाया। महान ह्यूची का सामना शकों से भी हुआ। शकों को इन्होंने परास्त कर दिया और वे नये निवासों की तलाश में उत्तर के दर्रों से भारत आ गये। ह्यूची पश्चिम दिशा में चलते हुए अकसास नदी की घाटी में पहुँचे और वहां के शान्तिप्रिय निवासिओं पर अपना अधिकार कर लिया। सम्भवतः इनका अधिकार बैक्ट्रिया पर भी रहा होगा। इस क्ष्रेत्र में वे लगभग १० वर्ष ईपू तक शान्ति से रहे। चीनी लेखक फान-ये ने लिखा है कि यहां पर महान ह्यूची ५ हिस्सों में विभक्त हो गये - स्यूमी, कुई-शुआंग, सुआग्म,,। बाद में कुई-शुआंग ने क्यु-तिसी-क्यो के नेतृत्व में अन्य चार भागों पर विजय पा लिया और क्यु-तिसी-क्यो को राजा बना दिया गया। क्यु-तिसी-क्यो ने करीब ८० साल तक शासन किया। उसके बाद उसके पुत्र येन-काओ-ट्चेन ने शासन सम्भाला। उसने भारतीय प्रान्त तक्षशिला पर विजय प्राप्त किया। चीनी साहित्य में ऐसा विवरण मिलता है कि, येन-काओ-ट्चेन ने ह्येन-चाओ (चीनी भाषा में जिसका अभिप्राय है - बड़ी नदी के किनारे का प्रदेश जो सम्भवतः तक्षशिला ही रहा होगा)। यहां से कुई-शुआंग की क्षमता बहुत बढ़ गयी और कालान्तर में उन्हें कुषाण कहा गया। .

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कुषाण कला

कुषाण कला कुषाण वंश के काल में लगभग पहली शताब्दी के अंत से तीसरी शताब्दी तक उस क्षेत्र में सृजित कला का नाम है, जो अब मध्य एशिया, उत्तरी भारत, पाकिस्तान और अफ़्गानिस्तान के कुछ भागों को समाहित करता है। कुषाणों ने एक मिश्रित संस्कृति को बढ़ावा दिया, जो उनके सिक्कों पर बने विभिन्न देवी देवताओं, यूनानी-रोमन, ईरानी और भारतीय, के द्वारा सबसे अच्छी तरह समझी जा सकती है। उस काल की कलाकृतियों के बीच कम से कम दो मुख्य शैलीगत विविधताएँ देखी जा सकती हैं: ईरानी उत्पत्ति की शाही कला और यूनानी रोमन तथा भारतीय स्ट्रोटोन से मिश्रित बौद्ध कला। ईरानी उत्पत्ति की शाही कला के सर्वश्रेष्ठ उदाहरण सात कुषाण राजाओं द्वारा जारी स्वर्ण मुद्राएं, शाही कुषाण प्रतिकृतियाँ (उदाहरण: कनिष्क की प्रतिमा) और अफगानिस्तान में सुर्ख कोतल में प्राप्त राजसी प्रतिकृतियाँ हैं। कुषाण कलाकृतियों की शैली कठिन, पुरोहितवादी और प्रत्यक्ष है और वह व्यक्ति की आंतरिक शक्ति व गुणों को रेखांकित करती है। इसमें मानव शरीर अथवा वस्त्रलंकार के यथार्थवादी चित्रण के प्रति कम अथवा लगभग कोई रुचि नहीं है। यह उस दूसरी शैली के विपरीत है जो कुषाण कला की गांधार व मथुरा शैलियों की विशेषता है। .

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कुंडल शाही

कुंडल शाही आज़ाद कश्मीर के नीलम ज़िले में स्थित एक गाँव है जो एक पर्यटक-आकर्षण भी है। यह पाक-अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद से ७४ किलोमीटर दूर किशनगंगा नदी (जिसका नाम पाकिस्तान ने बदलकर नीलम नदी करा हुआ है) के किनारे बसा हुआ है। .

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कुछ तो लोग कहेंगे

कुछ तो लोग कहेंगे सोनी टीवी पर पूर्व प्रसारित होने वाला एक भारतीय टेलीविजन धारावाहिक है। यह 03 अक्तूबर 2011 को आरम्भ हुआ था और 28 मार्च 2013 को कार्यक्रम का अंतिम प्रकरण प्रसारित किया गया। यह धारावाहिक पाकिस्तानी सुप्रसिद्ध धारावाहिक धूप किनारे पर आधारित है। .

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क्रिकेट विश्व कप में भारत

भारतीय क्रिकेट टीम दो बार क्रिकेट विश्व कप में विजेता रह चूका है जिसमें पहली बार १९८३ क्रिकेट विश्व कप तथा दूसरी बार २०११ क्रिकेट विश्व कप में महेंद्र सिंह धोनी तथा कपिल देव की कप्तानी में जीत मिली। इनके अलावा २००३ क्रिकेट विश्व कप में उपविजेता रहा। १९८७,१९९६ तथा २०१५ में सेमीफाइनल में पहुंचा। इनके अलावा १९९९ क्रिकेट विश्व कप में सुपर सिक्स में पहुंचा तथा चार बार १९७५, १९७९, १९९३ और २००७ में नॉकआउट में पहुंचा था। भारत ने २०१५ क्रिकेट विश्व कप के अनुसार भारत ने विश्व कप में ४६ मैच जीते है जबकि २७ मैचों में हार मिली है और एक मैच टाई रहा है तथा कुछ मैच बारिश के कारण बिना परिणाम के रहे है। .

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क्रिकेट विश्व कप के फाइनल मैचों की सूची

क्रिकेट विश्व कप की शुरुआत १९७५ में हुई थी और २०१५ का २०१५ का विश्व कप जोड़कर अभी तक ११ विश्व कप हो चुके है, जिसमें पहला १९७५ में इंग्लैंड में खेला गया। जिसमें वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने १७ रनों से फाइनल मैच जीता था। पहले तीन क्रिकेट विश्व कप का आयोजनकर्ता इंग्लैंड रहा है और तीनों मैचों के फाइनल मैच लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड,लंदन में खेला गया था। अभी तक हुए ११ विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने अकेले ५ विश्व कप के फाइनल मैच जीते है जबकि भारत और वेस्टइंडीज ने २ - २ तथा श्रीलंका और पाकिस्तान ने १ - १ फाइनल जीता। .

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क्रेडिट रेटिंग एजेंसी

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (सीआरए) (CRA), एक कंपनी है जो निश्चित प्रकार के ऋण भार निर्गमित करने वाली संस्थाओं की और स्वयं ऋण उपकरणों की साख योग्यता का निर्धारण करती है। कुछ मामलों में, अंतर्निहित ऋण की सुविधाओं को भी श्रेणी दी जाती है। अधिकतर मामलों में प्रतिभूतियों को निर्गमित करने वालों में, कम्पनियां, विशिष्ट लक्ष्य रखने वाली संस्थाएं, राज्य व स्थानीय सर9 MN 8qकारें, लाभ-निरपेक्ष संस्थाएं या राष्ट्रीय सरकारें होती हैं जो ऋण जैसी प्रतिभूतियों (जैसे, ऋणपत्र) आदि का निर्गमन करती हैं, जिनका सौदा द्वितीयक बाज़ारों में किया जा सकता है। किसी ऋण का निर्गमन करने वाली संस्था हेतु साख योग्यता के निर्धारण के दौरान उस संस्था की ऋण पात्रता (अर्थात् ऋण के भुगतान की क्षमता) पर ध्यान दिया जाता है और इससे निर्गमित, विशेष प्रतिभूति, पर लगायी गयी ब्याज दर भी प्रभावित होती है। (सीआरए संस्थाओं के विपरीत, एक कंपनी जो व्यक्तिगत स्तर पर साख योग्यता के लिए क्रेडिट स्कोर निर्गमित करती है वह आम तौर पर क्रेडिट ब्यूरो या कंज्यूमर क्रेडिट रिपोर्टिंग एजेंसी के नाम से जानी जाती है।) 2007/2009 के आर्थिक संकट के बाद से इस प्रकार की रेटिंग की विश्वसनीयता पर व्यापक स्तर पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। 2003 में सिक्योरिटी व एक्सचेंज कमीशन ने कांग्रेस को एक रिपोर्ट जमा की जिसमे क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों की प्रतिस्पर्धा विरोधी कार्य प्रणाली और ब्याज संबंधी विवादों से युक्त मुद्दों के लिए एक जांच बैठाने की योजना के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया था। .

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क्षेत्रीय वनडे कप 2017

2016-17 क्षेत्रीय वनडे कप एक लिस्ट ए पाकिस्तान में क्रिकेट टूर्नामेंट है। प्रतियोगिता वर्तमान में 8 से 27 जनवरी 2017 तक चल रहा है। .

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क्षेत्रीय वनडे कप 2018

2017-18 क्षेत्रीय वनडे कप पाकिस्तान में होने वाली एक लिस्ट ए क्रिकेट प्रतियोगिता है। प्रतियोगिता 24 जनवरी से 11 फरवरी 2018 तक चल रही है। पेशावर पूर्व चैंपियन हैं। .

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क्विज़

क्विज़ एक प्रकार का खेल अथवा दिमागी कसरत है जिसमें खिलाड़ी (अकेले या टीम में) सवालों के सही उत्तर देने का प्रयास करते हैं। क्विज़ एक प्रकार के संक्षिप्त मूल्यांकन को भी कहते हैं जिसका प्रयोग शिक्षा या इसी प्रकार के अन्य क्षेत्रों में ज्ञान, योग्यता और/या कौशल में वृद्धि को मापने के लिए किया जाता है। आमतौर पर प्रश्नोत्तारियों में उत्तरों के लिए अंक दिए जाते हैं और कई प्रश्नोत्तरियों का उद्देश्य प्रतिभागियों के एक समूह में से सबसे ज्यादा अंक पाने वाले विजेता का चुनाव करना होता है। .

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क्वेटा

क्वेटा (उर्दू: کوئٹہ, पश्तो: کوټه, बलोची: کویته), पाकिस्तान के प्रांत बलूचिस्तान की राजधानी है साथ ही यह पाकिस्तान का नौवां सबसे बड़ा शहर है। इस शहर को पाकिस्तान का 'फलों का बगीचा' भी कहा जाता है क्योंकि यह शहर चारों ओर से फलों के बगीचों से घिरा है और यहां फलों और सूखे मेवों का उत्पादन, बड़े पैमाने पर किया जाता है। अपनी सुंदरता और भौगोलिक स्थिति के कारण अतीत में इस शहर को 'छोटा पेरिस' के रूप से भी जाना जाता था। समुद्रतल से क्वेटा की औसत ऊंचाई 1,680 मीटर (5,510 फुट) है जिस कारण यह पाकिस्तान का उच्च ऊंचाई पर स्थित एकमात्र प्रमुख शहर है। अनुमानत: शहर की आबादी लगभग 1140000 है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा के निकट उत्तर पश्चिमी बलूचिस्तान में स्थित, क्वेटा दोनों देशों के बीच व्यापार और संचार का केन्द्र है। शहर बोलन दर्रे के मार्ग पर स्थित है जो अतीत में दक्षिण एशिया और मध्य एशिया के बीच एकमात्र प्रवेशद्वार था। समय समय पर होने वाले अफगानी संघर्ष में क्वेटा ने पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के लिए सैन्य रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। .

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क्वेटा ज़िला

क्वेटा (उर्दू: کوئٹہ‎, पश्तो: کوټه‎, अंग्रेज़ी: Quetta) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। प्रान्तीय राजधानी क्वेटा इसी ज़िले में स्थित है। .

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क्वेटा ग्लेडियेटर्स

कोई विवरण नहीं।

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कौसम सुल्तान (टीवी धारावाहिक)

मुह्तेशेम यूज़्यिल: कॉव्सेम (तुर्कीयाई: Muhteşem Yüzyıl: Kösem, उच्चारण: , अर्थ: कौसम की स्वर्ण सदी) एक ऐतिहासिक तुर्कीयाई टीवी धारावाहिक है। धारावाहिक मेरा सुल्तान के बाद यिलमाज़ शाहीन ने इस नया धारावाहिक को लिखा है। इसके पहले सत्र का प्रीमियर स्टार टीवी नामक चैनल पर प्रसारित हुआ और दूसरे सत्र के दौरान यह फ़ोक्स टीवी पर पर हस्तान्तरित हो गया। यह धारावाहिक कौसम सुल्तान की ज़िन्दगी पर आधारित है, जो उस्मान साम्राज्य के बादशाह अहमद प्रथम की हरम से एक कनीज़ और बाद में उनकी पत्नी जो उस्मान साम्राज्य के इतिहास की सबसे शक्तिशाली स्त्रियों में से एक बन जाती है। उर्दू 1 नामक चैनल इस धारावाहिक को कौसम सुल्तान के नाम से पाकिस्तान में प्रसारित किया जा रहा है। .

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कृत्तिका तारागुच्छ

कृत्तिका तारागुच्छ अवरक्त प्रकाश (इन्फ़्रारॅड) में कृत्तिका के एक हिस्से का दृश्य - धूल का ग़ुबार साफ़ दिख रहा है कृत्तिका का एक नक़्शा कृत्तिका, जिसे प्लीयडीज़ भी कहते हैं, वृष तारामंडल में स्थित B श्रेणी के तारों का एक खुला तारागुच्छ है। यह पृथ्वी के सब से समीप वाले तारागुच्छों में से एक है और बिना दूरबीन के दिखने वाले तारागुच्छों में से सब से साफ़ नज़र आता है। कृत्तिका तारागुच्छ का बहुत सी मानव सभ्यताओं में अलग-अलग महत्व रहा है। इसमें स्थित ज़्यादातर तारे पिछले १० करोड़ वर्षों के अन्दर जन्में हुए नीले रंग के गरम और बहुत ही रोशन तारे हैं। इसके सबसे रोशन तारों के इर्द-गिर्द धूल भी दमकती हुई नज़र आती है। पहले समझा जाता था कि यह यहाँ के तारों के निर्माण के बाद बची-कुची धूल है, लेकिन अब ज्ञात हुआ है कि यह अंतरतारकीय माध्यम (इन्टरस्टॅलर मीडयम) में स्थित एक अलग ही धूल और गैस का बादल है जिसमें से कृत्तिका के तारे गुज़र रहें हैं। खगोलशास्त्रियों का अनुमान है कि इस तारागुच्छ और २५ करोड़ वर्षों तक साथ हैं लेकिन उसके बाद आसपास गुरुत्वाकर्षण कि खींचातानी से एक-दूसरे से बिछड़कर तित्तर-बित्तर हो जाएँगे। कृत्तिका पृथ्वी से ४०० और ५०० प्रकाश वर्ष के बीच की दूरी पर स्थित है और इसकी ठीक दूरी पर वैज्ञानिकों में ४०० से लेकर ५०० प्रकाश वर्षों के बीच के आंकड़ों में अनबन रही है। .

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कृशण भिल

200px कृष्ण लाल भील (१९६८) पाकिस्तान मैं एक हिन्दु राजनयिक हैं। उसका जन्म मार्च १ १९६८ को हुआ। १९९० में सिन्ध विश्वविद्यलय से परीक्षा पूरी की। .

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कृषण नगर

कृषण नगर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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कृष्णा सोबती

कृष्णा सोबती (१८ फ़रवरी १९२५, गुजरात (अब पाकिस्तान में)) हिन्दी की कल्पितार्थ (फिक्शन) एवं निबन्ध लेखिका हैं। उन्हें १९८० में साहित्य अकादमी पुरस्कार तथा १९९६ में साहित्य अकादमी अध्येतावृत्ति से सम्मानित किया गया था। अपनी संयमित अभिव्यक्ति और सुथरी रचनात्मकता के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने हिंदी की कथा भाषा को विलक्षण ताज़गी़ दी है। उनके भाषा संस्कार के घनत्व, जीवन्त प्रांजलता और संप्रेषण ने हमारे समय के कई पेचीदा सत्य उजागर किए हैं। .

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कृष्णा कोहली

कृष्णा कुमारी कोहली, (ڪرشنا ڪماري ڪوهلي) पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान पाकिस्तान की सेनेट की सीनेटर हैं। वे प्रथम दलित हिन्दू महिला पाकिस्तान की सेनेट की सेनेटर हैं। .

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कृष्णास्वामी सुंदरजी

जनरल कृष्णास्वामी सुंदरजी, पीवीएसएम (२८ अप्रैल १९३० - ८ फरवरी १९९९), १९८६ से १९८८ तक भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष थे। अपने सेना के करियर के दौरान, उन्होंने इंदिरा गांधी के आदेशों के तहत,स्वर्ण मंदिर से आतंकवादियों को बाहर करने के लिए,ऑपरेशन ब्लू स्टार के संचालन की स्वीकृति दी थी । मानव अधिकारों के उल्लंघनों के आरोपों के साथ, सैन्य विफलता के रूप में व्यापक रूप से इसकी आलोचना की गई है। उन्होंने भारतीय सेना के लिए कई तकनीकी सुधारों की शुरुआत की। बोफोर्स स्कैंडल में बोफोर्स होविट्जर की सिफारिश करने में उनकी भूमिका के लिए उनसे भी सवाल किया गया था। सेना प्रमुख के रूप में, उन्होंने राजस्थान सीमा के साथ ऑपरेशन ब्रैस्स्टैक की योजना बनाई और निष्पादित किया जो एक प्रमुख सैन्य अभ्यास था। उनका आधिकारिक नाम कृष्णस्वामी सुंदरराजन था, लेकिन वह सुंदरजी के अनौपचारिक नाम के लोकप्रिय रूप से जाने जाते थे। .

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कैनोला

कैनोला कुकिंग ऑइल की बोतल कैनोला, रेपसीड या ब्रैसिका कैम्पेस्ट्रिस की दो फसलों (ब्रैसिका नैपस एल. और बी. कैम्पेस्ट्रिस एल.) में से एक को कहते हैं। इनके बीजों का उपयोग खाद्य तेल के उत्पादन में होता है जो मानव उपभोग के लिए अनुकूल होता है क्योंकि इसमें पारंपरिक रेपसीड तेलों की तुलना में इरुसिक एसिड की मात्रा कम होती है, साथ ही इसका इस्तेमाल मवेशियों का चारा तैयार करने में भी होता है क्योंकि इसमें जहरीले ग्लूकोसाइनोलेट्स का स्तर कम होता है। कैनोला को मूलतः कनाडा में कीथ डाउनी और बाल्डर आर.

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कैम्ब्रिज के ड्यूक राजकुमार विलियम तथा कैथरीन मिडलटन का विवाह

बकिंघम पैलेस की बालकनी में नवविवाहित ड्यूक और कैम्ब्रिज की डचेस.बाईं ओर जूनियर ब्राइड्ज़्मेड ग्रेस वान कटसेम और दायीं ओर जूनियर ब्राइड्ज़्मेड मार्गरीटा आर्मस्ट्रांग-जोन्स हैं। कैम्ब्रिज के ड्यूक राजकुमार विलियम तथा कैथरीन मिडलटन का विवाह 29 अप्रैल 2011 शुक्रवार को लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बी में संपन्न हुआ। रानी एलिजाबेथ द्वितीय के उत्तराधिकार की पंक्ति में दूसरे पुत्र, राजुमार विलियम 2001 में पहली बार कैथरीन मिडलटन से मिले थे, जब दोनों सेंट एंड्रयूज विश्वविद्यालय में पढाई कर रहे थे। 20 अक्टूबर 2010 को हुई उनकी सगाई की घोषणा 16 नवम्बर 2010 को की गयी थी। विवाह की तैयारी और स्वयं इस अवसर ने मीडिया का काफी ध्यान आकर्षित किया जिसमें सेवा का दुनिया भर में सीधा प्रसारण किया गया, साथ ही इसकी तुलना और समानता कई मायनों में विलियम के माता-पिता प्रिंस चार्ल्स और लेडी डायना स्पेंसर की 1981 में हुई शादी से की गयी। एक अनुमान के मुताबिक़ दुनिया भर में तीन बिलियन लोगों ने इस विवाह को देखा और 24.5 मिलियन लोगों ने ब्रिटेन में इस आयोजन को प्रत्यक्ष रूप से देखा.

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कैलाश सत्यार्थी

कैलाश सत्यार्थी (जन्म: 11 जनवरी 1954) एक भारतीय बाल अधिकार कार्यकर्ता और बाल-श्रम के विरुद्ध पक्षधर हैं। उन्होंने १९८० में बचपन बचाओ आन्दोलन की स्थापना की जिसके बाद से वे विश्व भर के १४४ देशों के ८३,००० से अधिक बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए कार्य कर चुके हैं। सत्यार्थी के कार्यों के कारण ही वर्ष १९९९ में अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ द्वारा बाल श्रम की निकृष्टतम श्रेणियों पर संधि सं॰ १८२ को अंगीकृत किया गया, जो अब दुनियाभर की सरकारों के लिए इस क्षेत्र में एक प्रमुख मार्गनिर्देशक है। उनके कार्यों को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों व पुरस्कारों द्वारा सम्मानित किया गया है। इन पुरस्कारों में वर्ष २०१४ का नोबेल शान्ति पुरस्कार भी शामिल है जो उन्हें पाकिस्तान की नारी शिक्षा कार्यकर्ता मलाला युसुफ़ज़ई के साथ सम्मिलित रूप से प्रदान किया गया है। .

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कैवलरी ग्राउंड

कैवलरी ग्राउंड, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त

कूहिस्तोनी-बदख़्शान की राजधानी ख़ोरूग़ से एक नज़ारा कूहिस्तोनी-बदख़्शान स्वशासित प्रान्त (ताजिकी: Кӯҳистони Бадахшон) या विलोयत-इ मुख़्तोर-इ कूहिस्तोनी-बदख़्शान ताजिकिस्तान की एक स्वशासित (ऑटोनोमस) विलायत (प्रान्त) है। यह प्रान्त ताजिकिस्तान के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। इसका कुल क्षेत्रफल ६४,२०० वर्ग किमी है और सन् २००८ में इसकी आबादी २.१८ लाख अनुमानित कि गई थी। कूहिस्तोनी-बदख़्शान की राजधानी ख़ोरूग़ शहर है। इस प्रान्त का पुराना नाम गोर्नो-बदख़्शान हुआ करता था।, Bradley Mayhew, Greg Bloom, Paul Clammer, Lonely Planet, 2010, ISBN 978-1-74179-148-8 .

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केच ज़िला

केच (उर्दू, बलोच व ब्राहुई: کیچ, अंग्रेज़ी: Kech) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त का एक ज़िला है। .

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केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची

केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्रों की सूची में विभिन्न देशों के विभिन्न नगरों के केन्द्रीय व्यवसायिक क्षेत्र दिए गए हैं। .

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कोट चौधरियाँ

कोट चौधरियाँ, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कोट मुबारक

कोट मुबारक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कोट सरंगी

कोट सरंगी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कोट हैबत

कोट हैबत, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कोट गुल्ला

कोट गुल्ला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कोट क़ाज़ी

कोट क़ाज़ी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कोट क़ैसरानी

कोट क़ैसरानी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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कोट अब्दुल

कोट अब्दुल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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कोटली ज़िला

कोटली ज़िला (अंग्रेज़ी: Kotli District, उर्दु) आज़ाद कश्मीर का एक ज़िला है। पाकिस्तान ने पाक-अधिकृत कश्मीर को दो भागों में विभाजित करा है: आज़ाद कश्मीर और गिलगित-बल्तिस्तान। कोटली ज़िला इनमें से आज़ाद कश्मीर नामक हिस्से में आता है। इसका प्रमुख नगर कोटली है। भारत इसे अपना भाग मानता है। .

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कोटेश्वर

कोटेश्वर गुजरात के कच्छ ज़िले में स्थित एक प्राचीन बन्दरगाह एवम सुप्रसिद्ध यात्राधाम है। सिन्धु नदी और सागर का जहाँ संगम होता है इस सागर के तट पर स्थित ये स्थल पवित्र यात्राधाम नारायण सरोवर से ४ किमी की दूरी पर है। गुजरात की कच्छ से जूड़ने वाली भारतीय सीमा का ये अंतिम स्थान है। यहाँ से समुद्र में पड़ोशी राष्ट्र पाकिस्तान की सीमा का प्रारंभ हो जाता है। युवानच्वांग के यात्रा वृतांत में जिस 'ए-शिफाली' नगर का उल्लेख कच्छ की राजधानी के रूप में हुआ है। सम्भवतः वह कोटेश्वर नामक वर्तमान स्थान ही है। अति प्राचीन तीर्थस्थल नारायणसर यहाँ से दो मील की दूरी पर स्थित है। महाप्रभु वल्लभाचार्य इस स्थल पर 16वीं शताब्दी में आये थे। कोटेश्वर में कोटेश्वर नामक शिवमन्दिर भी है। .

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कोयो ज़ुम

कोयो ज़ुम या कोयो ज़ोम काराकोरम और हिन्दू कुश के बीच में स्थित हिन्दू राज पर्वत शृंखला का सबसे ऊँचा पर्वत है। यह पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त और पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बल्तिस्तान क्षेत्र की सरहद पर खड़ा है। .

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कोलकाता

बंगाल की खाड़ी के शीर्ष तट से १८० किलोमीटर दूर हुगली नदी के बायें किनारे पर स्थित कोलकाता (बंगाली: কলকাতা, पूर्व नाम: कलकत्ता) पश्चिम बंगाल की राजधानी है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर तथा पाँचवा सबसे बड़ा बन्दरगाह है। यहाँ की जनसंख्या २ करोड २९ लाख है। इस शहर का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इसके आधुनिक स्वरूप का विकास अंग्रेजो एवं फ्रांस के उपनिवेशवाद के इतिहास से जुड़ा है। आज का कोलकाता आधुनिक भारत के इतिहास की कई गाथाएँ अपने आप में समेटे हुए है। शहर को जहाँ भारत के शैक्षिक एवं सांस्कृतिक परिवर्तनों के प्रारम्भिक केन्द्र बिन्दु के रूप में पहचान मिली है वहीं दूसरी ओर इसे भारत में साम्यवाद आंदोलन के गढ़ के रूप में भी मान्यता प्राप्त है। महलों के इस शहर को 'सिटी ऑफ़ जॉय' के नाम से भी जाना जाता है। अपनी उत्तम अवस्थिति के कारण कोलकाता को 'पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार' भी कहा जाता है। यह रेलमार्गों, वायुमार्गों तथा सड़क मार्गों द्वारा देश के विभिन्न भागों से जुड़ा हुआ है। यह प्रमुख यातायात का केन्द्र, विस्तृत बाजार वितरण केन्द्र, शिक्षा केन्द्र, औद्योगिक केन्द्र तथा व्यापार का केन्द्र है। अजायबघर, चिड़ियाखाना, बिरला तारमंडल, हावड़ा पुल, कालीघाट, फोर्ट विलियम, विक्टोरिया मेमोरियल, विज्ञान नगरी आदि मुख्य दर्शनीय स्थान हैं। कोलकाता के निकट हुगली नदी के दोनों किनारों पर भारतवर्ष के प्रायः अधिकांश जूट के कारखाने अवस्थित हैं। इसके अलावा मोटरगाड़ी तैयार करने का कारखाना, सूती-वस्त्र उद्योग, कागज-उद्योग, विभिन्न प्रकार के इंजीनियरिंग उद्योग, जूता तैयार करने का कारखाना, होजरी उद्योग एवं चाय विक्रय केन्द्र आदि अवस्थित हैं। पूर्वांचल एवं सम्पूर्ण भारतवर्ष का प्रमुख वाणिज्यिक केन्द्र के रूप में कोलकाता का महत्त्व अधिक है। .

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कोल्ड स्टार्ट

'कोल्ड स्टार्ट' भारत की सेना द्वारा विकसित नवीन सैन्य सिद्धान्त है, जिसे भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ संभावित युद्ध को ध्यान में रखकर विकसित किया है। 'कोल्ड स्टार्ट' सिद्धांत के अनुसार आदेश मिलने के 48 घंटों के भीतर हमला शुरू किया जा सकता है। इतने कम समय में हमला करने से भारतीय सेना पाकिस्तानी सेना को आश्चर्यचकित कर देगी। इस पद्धति में भारतीय सेना के विभिन्न हिस्सों को आक्रमण के लिए एकीकृत करने पर जोर दिया गया है। इस तरह का अभियान पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में होगा। कोल्ड स्टार्ट सिद्धांत का एक उद्देश्य युद्ध की स्थिति में पाकिस्तान को परमाणु हमले से रोकना है, क्योंकि उसे परमाणु हमले के लिए जरा भी समय नहीं देना है। इस योजना में मूलत: तेजी से हमले पर जोर दिया गया है। बख्तरबंद वाहन और तोपखाना पाकिस्तान के इलाके में कम-से-कम समय में प्रवेश कराया जा सकता है। पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेनाओं को कुछ हफ्तों के स्थान पर केवल कुछ दिनों में ही तैनात करने के लिए कोल्ड स्टार्ट सिद्धांत बनाया गया था। इसका परीक्षण अभी युद्ध में किया जाना शेष है। इसका उद्देश्य है कि तत्काल लामबंदी और त्वरित हमले से पाकिस्तान को आश्चर्यचकित कर देना। .

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कोस मीनार

कोस मीनार का प्रयोग शेर शाह सूरी के जमाने में सड़कों को नियमित अंतराल पर चिन्हित करने के लिए किया जाता था।। ग्रैंड ट्रंक रोड के किनारे हर कोस पर मीनारें बनवाई गई थीं। अधिकतर इन्हें १५५६-१७०७ के बीच बनाया गया था। कई मीनारें आज भी सुरक्षित हैं तथा इन्हें दिल्ली-अंबाला राजमार्ग पर देखा जा सकता है। पुरातत्व विभाग के अनुसार भारत के हरियाणा राज्य में कुल ४९ कोस मीनारे है जिनमें फरीदाबाद में १७, सोनीपत में ७, पानीपत में ५, करनाल में १०, कुरुक्षेत्र और अम्बाला में ९ एवं रोहतक में १ मीनार हैं। आजकल इन्हें सुरक्षित स्मारक घोषित किया गया है तथा पुरातत्व विभाग इनकी देखरेख करता है। File:Mughal milestone.jpg|उत्तर प्रदेश में स्थित एक कोस मीनार File:Mughal-era Kos Minar in the Delhi National Zoo.jpg | दिल्ली चिड़ियाघर स्थित कोस मीनार File:Kos minar,tirawadi,karnal.JPG|हरियाणा के तरावड़ी (जिला करनाल) स्थित कोस मीनार File:One Kos Minar, Lahore.JPG|लाहौर (वर्तमान पाकिस्तान) स्थित कोस मीनार .

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कोहट

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर।.

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कोहाट ज़िला

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में कोहाट ज़िला (लाल रंग में) कोहाट (उर्दू:, पश्तो:, अंग्रेज़ी: Kohat) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत का एक ज़िला है। यह करक ज़िले के उत्तर में और फ़ाटा नाम के क़बीलाई इलाक़ों के दक्षिण में स्थित है। इसमें बहुत से पश्तून क़बीलों के लोग रहते हैं, जैसे कि अफ़रीदी, ख़टक, बन्गश और ओरकज़ई। इस पूरे क्षेत्र में पश्तो बोली जाती है। कोहाट दो तहसीलों में बँटा हुआ है - कोहाट तहसील और लाची तहसील। .

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कोहिस्तान

उत्तर पश्चिमी सीमा प्रान्त, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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कोहिस्तान ज़िला (पाकिस्तान)

ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में कोहिस्तान ज़िला (लाल रंग में) कोहिस्तान (उर्दू और पश्तो:, अंग्रेज़ी: Kohistan) पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत के पूर्वोत्तरी भाग में स्थित एक पूर्व ज़िला था। इस ज़िले की राजधानी दासू नामक बस्ती है। वर्ष 2014 में इसे द्विभाजित कर, ऊपरी कोहिस्तान ज़िला और निचला कोहिस्तान ज़िला बना दिया गया। .

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कोहिस्तानी भाषा

कोहिस्तानी भाषा ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा के कोहिस्तान ज़िले (लाल रंग) में बोली जाती है कोहिस्तानी या सिन्धु-कोहिस्तानी हिन्द-आर्य भाषा-परिवार की दार्दी भाषाओँ वाली शाखा की एक भाषा है जो पश्चिमोत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा राज्य के कोहिस्तान ज़िले में बोली जाती है। सन् १९९३ में इसे बोलने वालों की संख्या लगभग २,२०,००० अनुमानित की गई थी। .

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कोकलास

कोकलास (Koklass pheasant) (Pucrasia macrolopha) फ़ीज़ॅंट कुल का पक्षी है जो अफ़गानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, नेपाल तथा चीन में पाया जाता है। .

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कीमा मटर

कीमा मटर एक मुगलाई पकवान है। यह भारत एवं पाकिस्तान में बहुत प्रचलित है। .

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अचला सचदेव

अचला सचदेव (३ मई १९२० – ३० अप्रैल २०१२) हिंदी चलचित्र की मशहूर अभिनेत्री जिन्होंने लगभग २५० फिल्मों में अभिनय किया था। .

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अचार बनाना

अचार बनाने के लिए एकत्रित किए गए खीरे (विशेष रूप से, घेर्किन). सीरिया के मध्य पूर्व शैली अचार. अचार बनाना, जिसे ब्राइनिंग या डिब्बाबंदी के नाम से भी जाना जाता है, लैक्टिक एसिड बनाने के लिए, या खाद्य पदार्थ को किसी अम्लीय घोल, सामान्यतः सिरका (एसेटिक एसिड) में मसाले लगाकर संग्रहीत करने के लिए लवण (नमक और पानी का घोल) में वातनिरपेक्ष किण्वन द्वारा खाद्य पदार्थ संरक्षित करने की एक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के बाद तैयार होने वाले खद्य पदार्थ को अचार कहा जाता है। इस प्रक्रिया से खाद्य पदार्थ का स्वाद नमकीन या खट्टा हो जाता है। दक्षिण एशिया में, खाद्य तेलों का उपयोग सिरका के साथ अचार बनाने के माध्यम के रूप में किया जाता है। एक और ख़ास विशेषता यह है कि इसका pH, 4.6 से कम होता है, जो अधिकांश बैक्टीरिया को मारने के लिए पर्याप्त है। अचार बनाकर विकारी खाद्य पदार्थों को भी महीनों तक संरक्षित किया जा सकता है। सुक्ष्मजीवीरोधी जड़ी बूटियों और मसालें, जैसे सरसों के बीज, लहसुन दालचीनी या लौंग अक्सर लिलाए जाते हैं। अगर खाद्य पदार्थ में पर्याप्त नमी हो, तो अचार बनाने का लवण केवल सूखा नमक मिलाकर बनाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, गोभी और कोरियाई किमची अतिरिक्त पानी से सब्जियों को बाहर निकालकर उनमें नमक लगाकर बनाया जाता है। लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया से, कमरे के तापमान पर प्राकृतिक किण्वन आवश्यक अम्लता का निर्माण करता है। अन्य अचार सिरका में सब्जियों को रखकर बनाए जाते हैं। डिब्बाबंदी प्रक्रिया के विपरीत, अचार बनाने (जिसमें किण्वन शामिल है) के लिए सील किए जाने से पहले खाद्य पदार्थ को को पूरी तरह से रोगाणुहीन करने की आवश्यकता नहीं होती है। घोल की अम्लता या लवणता, किण्वन का तापमान और ऑक्सीजन का बहिष्करण जिस पर सूक्ष्मजीव हावी होते हैं, उत्पाद के स्वाद को निर्धारित करती है।मैकगी, हेरोल्ड (2004).

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अटवाल

अटवाल (अट्टवाल या अठवाल या अंटाल आदि भी) एक जाट जनजाति की गोत्र है।A Glossary of the Tribes and Castes of Punjab and the North West Frontier Province Volume II page 881 by Horace A Rose यह गोत्र मुख्यतः पाकिस्तान के पंजाब और सिंध में पायी जाती है। .

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अटक

अटक पंजाब, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अटक ज़िला

अटक ज़िला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का एक ज़िला है। इसका प्रशासनिक मुख्यालय, अटक शहर है। इस ज़िले का कुल क्षेत्रफल 6,858 है, तथा वर्ष 1998 की जनगणना के अनुसार, इसकी कुल जनसंख्या 1,274,935 थी। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी अधिकांश शहरी केन्द्रों में समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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अतीकउर रहमान

पाकिस्तानी जनरल और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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अदनान अकमल

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०११ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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अनारकली

अनारकलीकी पेन्टिंग अनारकली (انارکلی) एक लाहौर, पंजाब (हाल पाकिस्तान) में रहनेवाली पौराणिक दाशी थीं। बॉलीवुड की फिल्म मुग़ल-ए-आज़म में दिखाया गया है कि मुगल सम्राट अकबर द्वारा दो दीवारों के बीच राजकुमार नरुद्दिन सलीम (या सलीम) के साथ अवैध संबंध होने के लिए जिंदा दफन हो आदेश दिया गया था। सबूत और स्रोतों की कमी के कारण, अनारकली की कहानी को व्यापक रूप से या तो झूठी या भारी अलंकृत होना स्वीकार कर लिया है। फिर भी, उसकी कहानी कई द्वारा पोषित है और कला, साहित्य और सिनेमा में रूपांतरित किया गया है। .

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अनिल कुंबले

अनिल कुंबले भारत के क्रिकेट खिलाड़ी हैं। यह जिम लेकर के बाद विश्व के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लिए हैं। अनिल कर्नाटक प्रदेश के बंगलोर नगर के निवासी हैं। इनके सम्मान में इस नगर के एक सबसे मुख्य चौराहे को अनिल कुंबले चौराहा का नाम दिया गया है। भारत की ओर से ५०० विकेट लेने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं। ये भारतीय क्रिकेट टीम के कोच भी रह चुके हैं उन्होंने हाल ही में कप्तान विराट कोहली से मतभेदों के कारण इस्तीफा दे दिया .

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अनवर मसूद

अनवर मसूद अनवर मसूद (उर्दू) एक विख्यात पाकिस्तानी कवि हैं जो अधिकतर व्यंग्य कविता (मज़ाहिया शायरी) लिखतें हैं, हालांकि उनकी और भी विषयों पर रचनायें हैं। वे पंजाबी, उर्दू और फ़ारसी भाषाओं में लिखते हैं। .

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अनवर ज़हीर जमाली

अनवर जहीर जमाली पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश हैं जिन्होंने 10 सितंबर 2015 को न्यायाधीश पद का शपथ उठाया। अनवर जहीर 1951 को हैदराबाद, पाकिस्तान में पैदा हुए। आपके पूर्वजों का संबंध भारत के शहर जयपुर से था। अपने परिवार एक धार्मिक घराना है, जिसका सिलसिला वंश कुतुबुद्दीन अहमद हंसी से जा मिलता है। आप गिनती उन मनसनिन में होता है जो परवेज़ मुशर्रफ़ के दौर में पीसीओ के तहत शपथ लेने से इनकार कर दिया था। .

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अनवर अली

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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अन्तरमहाद्वीपीय प्राक्षेपिक प्रक्षेपास्त्र

अन्तरमहाद्वीपीय प्राक्षेपिक प्रक्षेपास्त्र या आई॰सी॰बी॰एम एक सतह-से सतह पर मार करने वाले प्रक्षेपास्त्र को कहते हैं। इन्हें यह नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि ये लम्बी दूरी तक मार कर सकते हैं अर्थात एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक भी इनकी मारक-दूरी होती है। इन प्रक्षेपास्त्रों का उपयोग मुख्यतः नाभिकीय युद्ध की स्थिति में किया जाता है क्योंकि एक देश से दूसरे देश तक कम से कम समय में नाभिकीय अस्त्र ले जाने में इन प्रक्षेपास्त्रों को सबसे कम समय लगता है। इसलिए किसी भी नाभिकीय युद्ध की स्थिति में ये प्रक्षेपास्त्र सर्वाधिक क्षति कर सकते हैं। इस समय पाँचों नाभिकीय शक्ति सम्पन्न देशों (चीन, फ़्रान्स, ब्रिटेन, रूस और अमेरिका) के पास ये प्रक्षेपास्त्र हैं। भारत भी इस प्रकार के प्रक्षेपास्त्रों के विकास में लगा हुआ है। इसके अतिरिक्त यह माना जाता है कि इस्राइल, ईरान, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने भी ये प्रक्षेपास्त्र तैयार कर लिए हैं या इन्हें तैयार करने की क्षमता प्राप्त कर चुके हैं या तैयार करने पर विचार कर रहे हैं।। अन्तरमहाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र पृथ्वी के निचले वातावरण से आरम्भ होकर अपने मार्ग का अधिकान्श भाग ऊपरी वायुमण्डल में तय करता है जहाँ पर वायु घर्षण सबसे कम होता है। कम ईन्धन होने के कारण ये प्रक्षेपास्त्र मध्यम-दूरी के प्रक्षेपास्त्रों से अधिक दूरी तय करते है। मध्यम-दूरी के प्रक्षेपास्त्र निचले वायुमण्डल में ही मार्ग तय करते हुए जाते हैं। अन्तरमहाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र कहलाने के लिए कम से कम ५,५०० किमी की मारक-दूरी होनी चाहिए। .

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अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन विमानक्षेत्र कोड

ICAO का ध्वज अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन या ICAO विमानक्षेत्र कोड या स्थिति परिचायक एक चार अक्षर का एल्फान्यूमेरिक कोड होता है। यह हरेक विमानक्षेत्र के लिए अभिन्न होता है। यह कोड अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन द्वारा अभिकल्पित और परिभाषित होता है। इसे ICAO प्रलेख 7910: लोकेशन इंडिकेटर्स अर्थात स्थान परिचायक, के नाम से प्रशित किया जाता है। .

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अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्य राष्ट्र

अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन में राष्ट्र अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन के सदस्यओं की सूची है। अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन का चिन्ह .

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अन्वेषणों की समय-रेखा

यहाँ ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण तकनीकी खोजों की समय के सापेक्ष सूची दी गयी है। .

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अपवाह तन्त्र

डेल्टाई भाग में अपवाह तंत्र अपवाह तन्त्र या प्रवाह प्रणाली (drainage system) किसी नदी तथा उसकी सहायक धाराओं द्वारा निर्मित जल प्रवाह की विशेष व्यवस्था है।सोनल गुप्ता - यह एक तरह का जालतन्त्र या नेटवर्क है जिसमें नदियाँ एक दूसरे से मिलकर जल के एक दिशीय प्रवाह का मार्ग बनती हैं। किसी नदी में मिलने वाली सारी सहायक नदियाँ और उस नदी बेसिन के अन्य लक्षण मिलकर उस नदी का अपवाह तन्त्र बनाते हैं। .

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अप्रैल 2015 नेपाल भूकम्प

2015 नेपाल भूकम्प क्षणिक परिमाण परिमाप पर 7.8 या 8.1 तीव्रता का भूकम्प था जो 25 अप्रैल 2015 सुबह 11:56 स्थानीय समय में घटित हुआ था। भूकम्प का अधिकेन्द्र लामजुंग, नेपाल से 38 कि॰मी॰ दूर था। भूकम्प के अधिकेन्द्र की गहराई लगभग 15 कि॰मी॰ नीचे थी। बचाव और राहत कार्य जारी हैं। भूकंप में कई महत्वपूर्ण प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर व अन्य इमारतें भी नष्ट हुईं हैं। 1934 के बाद पहली बार नेपाल में इतना प्रचंड तीव्रता वाला भूकम्प आया है जिससे 8000 से अधिक मौते हुई हैं और 2000 से अधिक घायल हुए हैं। भूकंप के झटके चीन, भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी महसूस किये गये। नेपाल के साथ-साथ चीन, भारत और बांग्लादेश में भी लगभग 250 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। भूकम्प की वजह से एवरेस्ट पर्वत पर हिमस्खलन आ गया जिससे 17 पर्वतारोहियों के मृत्यु हो गई। काठमांडू घाटी में यूनेस्को विश्व धरोहर समेत कई प्राचीन एतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुचाँ है। 18वीं सदी में निर्मित धरहरा मीनार पूरी तरह से नष्ट हो गयी, अकेले इस मीनार के मलबे से 200 से ज्यादा शव निकाले गये। भूकम्प के बाद के झटके 12 मई 2015 तक भारत, नेपाल, चीन, अफगानिस्तान, पाकिस्तान व पडोसी देशों में महसूस किये जाते रहे। .

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अफ़रीदी

सन् १८७८ में कुछ अफ़रीदी लड़ाके अफ़रीदी (Afridi) या आफ़रीदी, जो स्वयं को पश्तो में 'अपरीदी' बुलाते हैं, एक प्रमुख पश्तून क़बीले का नाम है। अफ़रीदी लोग अफ़्ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में पूर्वी सफ़ेद कोह पर्वती-क्षेत्र, पश्चिमी पेशावर वादी और पूर्वी नंगरहार प्रान्त में बसते हैं। पाकिस्तान के संघ-शासित क़बाईली क्षेत्रों के ख़ैबर विभाग, पेशावर सरहदी क्षेत्र और कोहाट सरहदी क्षेत्र में भी अफ़रीदी विस्तृत हैं। वे इसी इलाके के प्रसिद्ध ख़ैबर दर्रे के दोनों तरफ़ रहते हैं। बहुत से अफ़रीदी भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार और जम्मू व कश्मीर राज्यों में भी रहते हैं।, G. Tucker, Calcutta Central Press Company, 1884,...

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अफ़ग़ानिस्तान

अफ़ग़ानिस्तान इस्लामी गणराज्य दक्षिणी मध्य एशिया में अवस्थित देश है, जो चारो ओर से जमीन से घिरा हुआ है। प्रायः इसकी गिनती मध्य एशिया के देशों में होती है पर देश में लगातार चल रहे संघर्षों ने इसे कभी मध्य पूर्व तो कभी दक्षिण एशिया से जोड़ दिया है। इसके पूर्व में पाकिस्तान, उत्तर पूर्व में भारत तथा चीन, उत्तर में ताजिकिस्तान, कज़ाकस्तान तथा तुर्कमेनिस्तान तथा पश्चिम में ईरान है। अफ़ग़ानिस्तान रेशम मार्ग और मानव प्रवास का8 एक प्राचीन केन्द्र बिन्दु रहा है। पुरातत्वविदों को मध्य पाषाण काल ​​के मानव बस्ती के साक्ष्य मिले हैं। इस क्षेत्र में नगरीय सभ्यता की शुरुआत 3000 से 2,000 ई.पू.

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अफ़ग़ानिस्तान में सोवियत युद्ध

1979-1989 के बीच सोवियत सेना तथा मुज़ाहिदीन लड़ाकों के बीच लड़ा गया अफ़ग़निस्तानी गृहयुद्ध था। मुज़ाहिदीन, अफ़ग़निस्तान की साम्यवादी सरकार का तख्तापलट करना चाहते थे, जिसे सोवियत रूस का समर्थन प्राप्त था। मुज़ाहिदीन घुसपैठियों को अमेरिका तथा पाक़िस्तान का समर्थन प्राप्त था। 1989 में सोवियत सेनाओं की वापसी के साथ ही यह समाप्त हुआ। मुजाहिदीनों को पडोसी राष्ट्र पाकिस्तान और चीन में युद्ध का प्रशिक्षण दिया गया जिसके लिए सऊदीअरब, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम ने आर्थिक सहायता दी। एक दशक तक चले इस युद्ध ने लाखो अफगानियों को अपना राष्ट्र छोड़ पाकिस्तान और ईरान में शरण लेने पे मजबूर किया, जबकि लाखों की संख्या में अफगानी युद्ध में मरे गए। २४ दिसम्बर १९७९, ४०वी सोवियत आर्मी के अफगानिस्तान में हस्तक्षेप के साथ सोवियत नेता लियोनिद ब्रेज्ह्नेव के द्वारा शुरू किये गए इस अभियान का अंतिम चरण १५ मई १९८९ में सोवियत सेना की क्रमबद्ध वापसी से शुरू हुवा जिसको अंतिम रूप मिखाइल गोर्बाचेव के नेतृत्व वाली सरकार ने १५ फ़रवरी १९८९ दिया.

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अफ़ग़ानिस्तान युद्ध (2001–वर्तमान)

अफ़ग़ानिस्तान युद्ध अफ़ग़ानिस्तानी चरमपंथी गुट तालिबान, अल कायदा और इनके सहायक संगठन एवं नाटो की सेना के बीच सन २००१ से चल रहा है। इस युद्ध का मकसद अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान सरकार को गिराकर वहाँ के इस्लामी चरमपंथियों को ख़त्म करना है। इस युद्ध कि शुरुआत २००१ में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेण्टर पर हुए आतंकी हमले के बाद हुयी थी। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज विलियम बुश ने तालिबान से अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन कि मांग की थी जिसे तालिबान ने यह कहकर ठुकरा दिया था कि पहले अमेरिका लादेन के इस हमले में शामिल होने के सबूत पेश करे जिसे बुश ने ठुकरा दिया और अफ़ग़ानिस्तान में ऐसे कट्टरपंथी गुटों के विर्रुध युद्ध का ऐलान कर दिया। कांग्रेस हॉल में बुश द्वारा दिए गए भाषण में बुश ने कहा कि यह युद्ध तब तक ख़त्म नहीं होगा जब तक पूरी तरह से अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में से चरमपंथ ख़त्म नहीं हो जाता। इसी कारण से आज भी अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान में अमेरिकी सेना इन गुटों के खिलाफ जंग लड़ रही है।.

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अफ़ग़ानिस्तान का इतिहास

प्राचीन अफ़गानिस्तान पर कई फ़ारसी साम्राज्यों का अधिकार रहा। इनमें हख़ामनी साम्राज्य (ईसापूर्व 559– ईसापूर्व 330) का नाम प्रमुख हैआज जो अफ़गानिस्तान है उसका मानचित्र उन्नीसवीं सदी के अन्त में तय हुआ। अफ़ग़ानिस्तान शब्द कितना पुराना है इसपर तो विवाद हो सकता है पर इतना तय है कि १७०० इस्वी से पहले दुनिया में अफ़ग़ानिस्तान नाम का कोई राज्य नहीं था। सिकन्दर का आक्रमण ३२८ ईसापूर्व में उस समय हुआ जब यहाँ प्रायः फ़ारस के हखामनी शाहों का शासन था। उसके बाद के ग्रेको-बैक्ट्रियन शासन में बौद्ध धर्म लोकप्रिय हुआ। ईरान के पार्थियन तथा भारतीय शकों के बीच बँटने के बाद अफ़ग़निस्तान के आज के भूभाग पर सासानी शासन आया। फ़ारस पर इस्लामी फ़तह का समय कई साम्राज्यों के रहा। पहले बग़दाद स्थित अब्बासी ख़िलाफ़त, फिर खोरासान में केन्द्रित सामानी साम्राज्य और उसके बाद ग़ज़ना के शासक। गज़ना पर ग़ोर के फारसी शासकों ने जब अधिपत्य जमा लिया तो यह गोरी साम्राज्य का अंग बन गया। मध्यकाल में कई अफ़ग़ान शासकों ने दिल्ली की सत्ता पर अधिकार किया या करने का प्रयत्न किया जिनमें लोदी वंश का नाम प्रमुख है। इसके अलावा भी कई मुस्लिम आक्रमणकारियोंं ने अफगान शाहों की मदत से हिन्दुस्तान पर आक्रमण किया था जिसमें बाबर, नादिर शाह तथा अहमद शाह अब्दाली शामिल है। अफ़गानिस्तान के कुछ क्षेत्र दिल्ली सल्तनत के अंग थे। अहमद शाह अब्दाली ने पहली बार अफ़गानिस्तान पर एकाधिपत्य कायम किया। वो अफ़ग़ान (यानि पश्तून) था। ब्रिटिश इंडिया के साथ हुए कई संघर्षों के बाद अंग्रेज़ों ने ब्रिटिश भारत और अफ़गानिस्तान के बीच सीमा उन्नीसवीं सदी में तय की। १९३३ से लेकर १९७३ तक अफ़ग़ानिस्तान पर ज़ाहिर शाह का शासन रहा जो शांतिपूर्ण रहा। इसके बाद कम्यूनिस्ट शासन और सोवियत अतिक्रमण हुए। १९७९ में सोवियतों को वापस जाना पड़ा। इनकों भगाने में मुजाहिदीन का प्रमुख हाथ रहा। १९९७ में तालिबान जो अडिगपंथी सुन्नी कट्टर थे ने सत्तासीन निर्वाचित राष्ट्रपति को बेदखल कर दिया। इनको अमेरिका का साथ मिला पर बाद में वे अमेरिका के विरोधी हो गए। २००१ में अमेरिका पर हमले के बाद यहाँ पर नैटो की सेना बनी हुई है। .

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अफ़्पाक

अफ़्पाक शब्द अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान की लगी सीमा से लगे सरहद के आरपार दोनों देशों के क्षेत्रों के लिए प्रयुक्त होता है। यह शब्द अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की विदेश नीति के तहत 2009 फ़रवरी में इस क्षेत्र के लिए नियुक्त विशेष दूत के कार्यक्षेत्र के नामांकरण के बाद हुआ। इस क्षेत्र में सशस्त्र सुन्नी इस्लामिक गुट तालेबान का प्रभाव बढ़ गया है। इसी समस्या के निदान हेतु रिचर्ड हॉलब्रुक की नियुक्ति की गई थी। .

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अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच की झड़पें

अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सेमा पर (डूरण्ड रेखा पर) बीच १९४९ से ही सशस्त्र झड़पें चल रहीं है। नवीनतम झड़पें अफगानिस्तान से तालिबानी सरकार के पतन के बाद शुरू हुईं। .

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अबाया

दो महिलाओं अबाया और नक़ाब पहने हुए। अबाया पोशाक है और नक़ाब चेहरे के कवर है। अबाया (अरबी: عباية) उत्तरी अफ्रीका और अरब प्रायद्वीप में इस्लामी दुनिया के सहित भागों में कुछ महिलाओं द्वारा पहना जाता है पारंपरिक अबायाट काले होते हैं और या तो कपड़े के एक बड़े वर्ग या कंधे या सिर से लिपटी हो सकता हैएक लंबे क़फ़तान। अबाया चेहरे, पैर और हाथ को छोड़कर पूरे शरीर को शामिल किया गया। यह नकाब, एक चेहरा है, लेकिन सभी आँखों को कवर घूंघट के साथ पहना जा सकता है। कुछ महिलाओं के लंबे काले दस्ताने पहनने के लिए चुनते हैं, तो उनके हाथों के रूप में अच्छी तरह से कवर किया जाता है। इन्डोनेशियाई और मलेशियाई महिलाओं की परंपरागत पोशाक केबाया, अबाया से उसका नाम हो जाता है। .

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अबुल कसीम

अबुल कसीम एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 1962/11/06 से 22/01/1965 के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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अब्दालीयाँ हाउसिंग सोसाइटी

अब्दालीयाँ हाउसिंग सोसाइटी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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अब्दुल फतेह

अब्दुल फतेह एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 27/03/1977 से 1977/05/07 के लिए पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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अब्दुल रशीद

न्यायाधीश सर अब्दुल, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के प्रथम मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतं न्यायिक पद है। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। .

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अब्दुल रहीम दुररैनी

पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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अब्दुल राशिद ग़ाज़ी

अब्दुल राशिद ग़ाज़ी (ca. 1964 – 10 जुलाई 2007) एक इस्लामी पाकिस्तानी मौलवी थे। वो मुहम्मद अब्दुलाह ग़ाज़ी के पुत्र एवं अब्दुल अज़ीज़ ग़ाज़ी के छोटे भाई थे। वो पाकिस्तानी प्रान्त पंजाब के राजनपुर ज़िले के रोझन कस्बे में माज़री जनजाति की सादवानी गौत्र में जन्मे थे। 10 जुलाई 2007 को इस्लामाबाद की लाल मस्जिद की घेराबंदी के समय गाज़ी की मौत हो गई। .

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अब्दुल सत्तार इदी

अब्दुल सत्तार इदी अब्दुल सत्तर इदी पाकिस्तान के सुप्रसिद्ध मानवतावादी एवं इदी फाउण्डेशन के अध्यक्ष थे। इदी फाउन्डेशन पाकिस्तान एवं विश्व के अन्य देशों में कार्यरत है। उनकी पत्नी बेगम बिलकिस इदी, बिलकिस इदी फाउन्डेशन की अध्यक्षा हैं। पति-पत्नी को सम्मिलित रूप से सन् १९८६ का रमन मैगसेसे पुरस्कार समाज-सेवा के लिये प्रदान किया गया था। उन्हे लेनिन शान्ति पुरस्कार एवं बलजन पुरस्कार भी मिले हैं। गिनीज विश्व कीर्तिमान के अनुसार इदी फाउन्डेशन के पास संसार की सबसे बड़ी निजी एम्बुलेंस सेवा हैं। .

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अब्दुल हमीद डोगर

अब्दुल हमीद डोगर, पाकिस्तान की सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे, जोकी पाकिस्तान का उच्चतं न्यायिक पद है। उन्होंने इफ़्तिख़ार मोहम्मद चौधरी की सेवानिवृत्ति के बाद यह पद संभाला था। सर्वोच्च न्यायालय में, बतौर न्यायाधीश नियुक्त होने से पूर्व, वे सिंध उच्च न्यायालय में न्यायाधीश थे। अब्दुल हमीद डोगर का जन्म 22 मार्च 1944 को ख़ैरपुर, सिंध, पाकिस्तान में पैदा हुए। .

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अब्दुल हामिद (बांग्लादेशी राजनीतिज्ञ)

अब्दुल हमीद(আব্দুল হামিদ) (जन्म:1 जनवरी 1944) एक बांग्लादेशी राजनेता हैं। वे अवामी लीग से संबंधित हैं। हामिद, किशोरगंज जिले के मीठामोनी में पैदा हुए थे। वह पेशे से वकील है। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन शुरू किया था जब वह किशोरगंज में एक छात्र था। वे गुरुदयाल गवर्नमेंट कॉलेज के उपाध्यक्ष थे। बाद में वे किशोरगंज जज कोर्ट में एक वकील बन गये। वह किशोरगंज बार एसोसिएशन में कई बार अध्यक्ष रह चुके हैं। 1970 से 2009 तक, वह एक सांसद के रूप में 7 बार बांग्लादेशी संसद में निर्वाचित हो चुके है। 25 जनवरी 2009 को, वह बांग्लादेश की राष्ट्रीय संसद के अध्यक्ष बए। वर्तमान में वह बांग्लादेश के 20 वें बांग्लादेश के राष्ट्रपति हैं। .

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अब्दुल हक़ीम खान

वे एक पाकिस्तानी न्यायाधीश और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व कार्यवाहक राज्यपाल थे। .

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अब्दुल जब्बर खान

अब्दुल जब्बर खान एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 12 जून 1965 - 25 मार्च 1969, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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अब्दुल वहाब खान

अब्दुल वहाब खान एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। उन्हें 12 अगस्त 1955 - 7 अक्टूबर 1958, के बीच पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया था। पाकिस्तान की क़ौमी असेंबली के अध्यक्ष का पद, पाकिस्तान की संविधान द्वारा स्थापित एक संवैधानिक पद है, जोकी पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के सभापति एवं अधिष्ठाता होते हैं। .

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अब्दुल ग़फ़ूर ख़ान होती

वे एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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अब्दुल कदीर खान

डॉ॰ अब्दुल क़दीर ख़ान, (जन्मः १ अप्रैल १९३६ भोपाल, ब्रिटिश भारत) एक पाकिस्तानी परमाणु वैज्ञानिक और धातुकर्म इंजीनियर, जिन्हें पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के संस्थापक माना जाता है। इन्हें पाकिस्तान में प्यार से मोहसिन ए पाकिस्तान कहा जाता है। जनवरी २००४ में ख़ान ने पाकिस्तान के परमाणु हथियार प्रौद्योगिकी प्रसार के एक गुप्त अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क में लीबिया, ईरान और उत्तर कोरिया को शामिल करने की बात स्वीकार की थी। इस बात के सबूत होने के बावजूद कि परमाणु हथियार विकसित करने की दिशा में हैं कि ख़ान और उनके नेटवर्क ने खतरनाक कुचक्र रचा था, पाकिस्तान राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने ५ फ़रवरी २००४ को कट्टरपंथी गुटों के दबाव में क्षमादान देने की घोषणा की। तमाम आरोपों के बावजूद अब्दुल कदीर ख़ान को पाकिस्तान में नायक के रूप में स्वीकार किया जाता है। ६ फ़रवरी २००९ को पाकिस्तान के इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सरदार मुहम्मद असलम ने डॉ॰ ख़ान को एक स्वतंत्र नागरिक घोषित करते हुए उन्हें पाकिस्तान में कहीं भी आने-जाने की स्वतंत्रता प्रदान की। खान, अब्दुल कदीर श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अब्दुल क़ादिर बलोच

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, बलोचिस्तान के पूर्व राज्यपाल। .

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अब्दुल क़ादिर शेख

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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अब्दुल कादिर हालेपोटो

वे पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व अंतरिम कार्यवाहक मुख्यमंत्री थे। .

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अब्दुल अज़ीज़ ग़ाज़ी

अब्दुल अज़ीज़ ग़ाज़ी एक पाकिस्तानी मौलवी हैं। मुहम्मद अब्दुलाह ग़ाज़ी के पुत्र एवं अब्दुल राशिद ग़ाज़ी के बड़े भाई हैं। वो इस्लामाबाद की केन्द्रीय मस्जिद जिसे लाल मस्जिद के नाम से जाना जाता है, में खतीब थे। .

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अब्दुस सलाम

अब्दुस सलाम (1926-1996) विख्यात पाकिस्तानी सैद्धांतिक भौतिकविद थे। वह एक अहमदिया थे। नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉक्टर अब्दुस सलाम पाकिस्तान के पहले और अकेले वैज्ञानिक हैं जिन्हे फिज़िक्स के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया है। सलाम 1960 से 1974 तक पाकिस्तान सरकार के एक शीर्ष स्तर के विज्ञान सलाहकार थे, इस स्थिति से उन्होंने देश के विज्ञान के बुनियादी ढांचे के विकास में एक प्रमुख और प्रभावशाली भूमिका निभाई। सलम न केवल सैद्धांतिक और कण भौतिकी में प्रमुख विकास में योगदान करने के लिए जिम्मेदार था, बल्कि अपने देश में उच्च क्षमता वाले वैज्ञानिक अनुसंधान के विस्तार और गहराई को बढ़ावा देने के लिए भी जिम्मेदार था। वह अंतरिक्ष और ऊपरी वायुमंडल अनुसंधान आयोग (एसयूपीआरसीओ) के संस्थापक निदेशक थे और पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग (पीएएसी) में सैद्धांतिक भौतिकी समूह (टीपीजी) की स्थापना के लिए जिम्मेदार थे। विज्ञान सलाहकार के रूप में, सलम ने परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के पाकिस्तान के विकास में एक अभिन्न भूमिका निभाई और 1972 में पाकिस्तान के परमाणु बम परियोजना के विकास के लिए योगदान दिया हो सकता है; इसके लिए उन्हें "वैज्ञानिक पिता " 1974 में, अब्दुस सलाम ने अपने देश से विरोध प्रदर्शन किया, जब पाकिस्तान संसद ने एक विवादास्पद संसदीय विधेयक पारित कर दिया, जो घोषित करते हुए कि अहमदिया आंदोलन के सदस्यों को, जो सलम का था, मुसलमान नहीं थे। 1998 में, देश के परमाणु परीक्षणों के बाद, पाकिस्तान सरकार ने सलाम की सेवाओं का सम्मान करने के लिए "पाकिस्तान के वैज्ञानिक" के एक हिस्से के रूप में एक स्मारक टिकट जारी किया था। सलम की प्रमुख और उल्लेखनीय उपलब्धियों में पैटी-सलम मॉडल, चुंबकीय फोटॉन, वेक्टर मेसन, ग्रांड यूनिफाइड थ्योरी, सुपरसमीमिति पर काम और सबसे महत्वपूर्ण बात, इलेक्ट्रोविक सिद्धांत शामिल हैं, जिसके लिए उन्हें भौतिक विज्ञान में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार - नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सलम ने क्वांटम फील्ड थियरी में और इंपीरियल कॉलेज लंदन में गणित की उन्नति में एक बड़ा योगदान दिया। अपने छात्र के साथ, रियाजुद्दीन, सलम ने न्यूट्रीनों, न्यूट्रॉन तारे और ब्लैक होल पर आधुनिक सिद्धांत में महत्वपूर्ण योगदान दिया, साथ ही साथ क्वांटम यांत्रिकी और क्वांटम फील्ड थ्योरी के आधुनिकीकरण पर काम किया। एक शिक्षक और विज्ञान के प्रमोटर के रूप में, सलाम को राष्ट्रपति के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान में गणितीय और सैद्धांतिक भौतिकी के संस्थापक और वैज्ञानिक पिता के रूप में याद किया गया था। सलाम ने दुनिया में भौतिक विज्ञान के लिए पाकिस्तानी भौतिकी के उदय में भारी योगदान दिया। यहां तक ​​कि उनकी मृत्यु के कुछ समय पहले भी, सलम ने भौतिकी में योगदान जारी रखा और तीसरी दुनिया के देशों में विज्ञान के विकास के लिए अधिवक्ता बने। .

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अभियान्त्रिकी में स्नातक

बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (सामान्यतः संक्षिप्ताक्षर में BE या BEng) एक पूर्वस्नातक की शैक्षिक डिग्री है जिससे ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कनाडा, चीन, डेनमार्क, मिस्र, फिनलैंड, जर्मनी, हांगकांग,भारत, इंडोनेशिया, आयरलैंड, जॉर्डन, कोरिया, लेबनान, मलेशिया, नेपाल, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, नार्वे, पाकिस्तान, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्वीडन, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, वियतनाम, ज़ाम्बिया और जिम्बाब्वे के इंजीनियरिंग विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को तीन से पांच साल के अध्ययन के बाद सम्मानित किया जाता है। विश्व भर में योग्यता का स्वरुप बदलता रहता है अतः, यह पेशेवर डिग्री हो भी सकती है और नहीं भी हो सकती है और इसमें इंजीनियरिंग काम का उपक्रम शामिल हो सकता है अथवा नहीं भी हो सकता है। यह पाठ्यक्रम एक राष्ट्रीय पेशेवर संस्था द्वारा मान्यता प्राप्त हो भी सकता हैं या नहीं भी.

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अमन की आशा

अमन की आशा एक योजना है जो कि पाकिस्तान के जंग समूह और भारतीय अख़बार द टाइम्स ऑफ़ इंडिया के सहयोग से चलाई जा रही है, इसका उद्देश्य दोनों देशों के संबंधों में सुधार लाना और दोनों देशों के आवाम को एक दूसरे के क़रीब लाना है। श्रेणी:भारत-पाक संबंध श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अमर जलील

अमर जलील अमर जलील (जन्म ८ नवंबर, १९३६) सिंधी और उर्दू के सशक्त कथाकार हैं। इनका जन्म पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हुआ था। इनके लेख एवं स्तम्भ पाकिस्तान में सिंधी, उर्दू एवं अंग्रेजी भाषा के प्रमुख समाचार पत्रों में नियमित प्रकाशित होते हैं। .

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अमरकोट

अमरकोट एक नगर है जो सिंध,अमरकोट ज़िला,पाकिस्तान में स्थित है। अकबर की जन्मभूमि भी अमरकोट मानी जाती है। अमरकोट पहले सिंध की राजधानी थी। हुमायूँ के पुत्र अकबर का जन्म भी अमरकोट दुर्ग में 14 अक्टुबर 1542 को हुआ था। .

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अमानुल्लाह खान यासीनज़ई

पाकिस्तानी न्यायाधीश और पाकिस्तान के प्रांत, बलोचिस्तान के पूर्व राज्यपाल। .

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अमजद साबरी

अमजद फ़रीद साबरी (1970-2016) एक पाकिस्तानी सूफ़ी क़व्वाल थे। ईशनिंदा के इलज़ामात पर पाकिस्तनी तालिबान ने उनको क़त्ल कर दिया। .

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अमजद अली (क्रिकेटर)

अमजद अली (Amjad Ali) एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी है जो संयुक्त अरब अमीरात की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए क्रिकेट खेलते हैं। इन्होंने अपनी टीम संयुक्त अरब अमीरात क्रिकेट टीम के लिए पहला मैच २०१४ में खेला था। .

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अमृतसर

अमृतसर (पंजाबी:ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ) भारत के पंजाब राज्य का एक शहर है।http://amritsar.nic.in अमृतसर की आधिकारिक वैबसाईट अमृतसर पंजाब का सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र शहर माना जाता है। पवित्र इसलिए माना जाता है क्योंकि सिक्खों का सबसे बड़ा गुरूद्वारा स्वर्ण मंदिर अमृतसर में ही है। ताजमहल के बाद सबसे ज्यादा पर्यटक अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को ही देखने आते हैं। स्वर्ण मंदिर अमृतसर का दिल माना जाता है। यह गुरू रामदास का डेरा हुआ करता था। अमृतसर का इतिहास गौरवमयी है। यह अपनी संस्कृति और लड़ाइयों के लिए बहुत प्रसिद्ध रहा है। अमृतसर अनेक त्रासदियों और दर्दनाक घटनाओं का गवाह रहा है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बड़ा नरसंहार अमृतसर के जलियांवाला बाग में ही हुआ था। इसके बाद भारत पाकिस्तान के बीच जो बंटवारा हुआ उस समय भी अमृतसर में बड़ा हत्याकांड हुआ। यहीं नहीं अफगान और मुगल शासकों ने इसके ऊपर अनेक आक्रमण किए और इसको बर्बाद कर दिया। इसके बावजूद सिक्खों ने अपने दृढ संकल्प और मजबूत इच्छाशक्ति से दोबारा इसको बसाया। हालांकि अमृतसर में समय के साथ काफी बदलाव आए हैं लेकिन आज भी अमृतसर की गरिमा बरकरार है। .

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अमीर चाह

बलोचिस्तान, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अमीरुल मुल्क मेंगल

पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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अयूब ख़ान (पाकिस्तानी शासक)

पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान की तस्वीर अयूब ख़ान पूरा नाम मोहम्मद अयूब खान (जन्म: १४ मई १९०७, मृत्यु: १९ अप्रैल १९७४) सन उन्नीस सौ साठ के दशक में पाकिस्तान के फील्ड मार्शल थे। वे १९५८ से १९६९ तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। वे पाकिस्तानी सेना के पहले कमाण्डर-इन-चीफ बने। अयूब खान पाकिस्तानी फौज में सबसे कम आयु के जनरल थे जो पाकिस्तान के सैन्य इतिहास में स्वयंभू फील्ड मार्शल बने। वे पाकिस्तान के इतिहास में पहले सैन्य कमाण्डर थे, जिन्होंने सरकार के विरुद्ध सैन्य विद्रोह कर सत्ता पर कब्जा किया। .

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अरब सागर

अरब सागर जिसका भारतीय नाम सिंधु सागर है, भारतीय उपमहाद्वीप और अरब क्षेत्र के बीच स्थित हिंद महासागर का हिस्सा है। अरब सागर लगभग 38,62,000 किमी2 सतही क्षेत्र घेरते हुए स्थित है तथा इसकी अधिकतम चौड़ाई लगभग 2,400 किमी (1,500 मील) है। सिन्धु नदी सबसे महत्वपूर्ण नदी है जो अरब सागर में गिरती है, इसके आलावा भारत की नर्मदा और ताप्ती नदियाँ अरब सागर में गिरती हैं। यह एक त्रिभुजाकार सागर है जो दक्षिण से उत्तर की ओर क्रमश: संकरा होता जाता है और फ़ारस की खाड़ी से जाकर मिलता है। अरब सागर के तट पर भारत के अलावा जो महत्वपूर्ण देश स्थित हैं उनमें ईरान, ओमान, पाकिस्तान, यमन और संयुक्त अरब अमीरात सबसे प्रमुख हैं। .

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अरबाब गुलाम रहीम

वे पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व मुख्यमंत्री थे। .

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अरुण बाली

अरुण बाली (ਅਰੁਣ ਬਾਲੀ, Arun Bali) एक भारतीय अभिनेता है। इनका जन्म लाहौर जो वर्तमान में पाकिस्तान में है वहाँ पर 1942 में हुआ था। इन्होंने अनेक फ़िल्मों तथा अनेक धारावाहिकों में कार्य किया है। .

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अर्बाब सिकंदर खान

वे एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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अर्रा, पाकिस्तान

अर्रा, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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अर्जन सिंह

पद्म विभूषण अर्जन सिंह,(ਅਰਜਨ ਸਿੰਘ) डीएफसी, (पूरा नाम: अर्जन सिंह औलख, जन्म: 15 अप्रैल 1919, निधन: 16 सितंबर 2017) भारतीय वायु सेना के एकमात्र अधिकारी थे जिन्हें वायु सेना मार्शल (पांच सितारा स्तर) पर पदोन्नत किया गया था। 16 सितंबर 2017 को 98 वर्ष की आयु में इनका निधन हुआ। ये भारतीय वायुसेना में प्रमुख पद पर १९६४-६९ तक आसीन रहे। १९६५ के भारत पाक युद्ध के समय वायु सेना की कमान को सफलतापूर्वक संभालने हेतु इन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया एवं १९६६ में एयर चीफ़ मार्शल पद पर पदोन्नत किया गया। वायु सेना से सेवानिवृत्ति उपरान्त इन्होंने भारत सरकार के राजनयिक, राजनीतिज्ञ एवं परामर्शदाता के रूप में भी कार्य किया। १९८९ से १९९० तक ये दिल्ली के उपराज्यपाल पद पर रहे। २००२ में भारतीय वायु सेना के मार्शल के पद पर आसीन किया गया। ये प्रथम अवसर था कि जब भारतीय वायु सेना का कोई अधिकारी पांच सितारा स्तर पर पहुंचा हो। .

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अल-क़ायदा

विभिन्न अल-क़ायदा गुटबंदियों द्वारा इस्तेमाल किया गया परचम अल-क़ायदा (अरबी: القاعدة‎, अर्थ: 'बुनियाद', 'आधार') एक बहुराष्ट्रीय उग्रवादी सुन्नी इस्लामवादी संगठन है जिसका स्थापना ओसामा बिन लादेन, अब्दुल्लाह आज़म और 1980 के दशक में अफ़ग़ानिस्तान पर सोवियतों के आक्रमण के विरोध करने वाले कुछ अन्य अरब स्वयंसेवकों द्वारा 1988 में किया गया था। यह इस्लामी कट्टरपंथी सलाफ़ी जिहादवादियों का जालतंत्र है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो), यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमरीका, संयुक्त बादशाही,भारत, रूस और कई अन्य देशों द्वारा यह संगठन एक आतंकवादी समूह क़रार दिया गया है। .

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अलियाबाद

अलियाबाद (Aliabad) पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र के हुन्ज़ा-नगर ज़िले की राजधानी और प्रमुख आर्थिक केन्द्र है। यह हुन्ज़ा नदी की घाटी में उसी नदी की दो शाखाओं के बीच बसा हुआ है। मई २०१० में सरकारी अफ़सरों ने चेतावनी जारी करी की यह शहर पास की अत्ताबाद झील द्वारा डुबोए जाने के ख़तरे में है। पाकिस्तान को चीन से जोड़ने वाला काराकोरम राजमार्ग अलियाबाद से गुज़रकर निकलता है। स्थानीय लोग बुरुशस्की भाषा बोलते हैं और यहाँ उसकी एक विशेष उपभाषा प्रचलित है।, pp.

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अल्ताफ़ फ़ातिमा

अल्ताफ़ फ़ातिमा (الطاف فاطمہ का संबंध रियासत पटियाला से है। वह लखनऊ में 1929 में पैदा हुईं। इसी जगह उन्होंने होश संभाला। और लखनऊ की सांस्कृतिक परंपराओं का प्रभाव उनके व्यक्तित्व पर पड़ा। देश की तकसीम के बाद वह अपने परिवार के साथ लाहोर आ गई। यहां महिला मीकलीगन कॉलेज से बीएड किया। इसके बाद उर्दू साहित्य में एमए करने के बाद महिलाओं के लिए इस्लामिया कॉलेज लाहौर में उर्दू शिक्षक नियुक्त हुई। अल्ताफ़ फ़ातिमा के अफ़साने देश प्रसिद्ध पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। तीन नावल निशान महफ़िल, दस्तक न दो और चलता मुसाफ़िर छप गए हैं। (उर्दू में जीवनीकार) एक अच्छी आलोचना की किताब है। एक कहानी-संग्रह 'वो जिसे चाहा गया' भी प्रकाशित हो चुका है। .

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अल्लामा इकबाल अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र

अल्लामा इक़बाल अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र (पंजाबी, علامہ اقبال بین الاقوامی ہوائی اڈا) पाकिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा विमानक्षेत्र है। यह यहां के पंजाब प्रान्त की राजधानी लाहौर को वायु सेवा प्रदान कराता है। मूलतः इसे लाहौर अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र कहा जाता था, जबकि २००३ में नये टर्मिनल भवन के तैयार होने पर, इसका नाम पाकिस्तानी शायर एवं दार्शनिक अल्लामा सर मुहम्मद इकबाल के नाम पर रख दिया गया था, जिन्होंने पाकिस्तान के सृजन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। विमानक्षेत्र में वर्तमान में तीन टर्मिनल हैं: अल्लामा इकबाल टर्मिनल, हज टर्मिनल एवं एक कार्गो टर्मिनल। यह विमानक्षेत्र लाहौर शहर के केन्द्र से लगभग 15 कि.मी दूर स्थित है। वर्ष २००९ में यहां से 3,192,904 यात्रियों का आवागमन संपन्न हुआ, जिसके कारण यह पाकिस्तान का दूसरा व्यस्ततम विमानक्षेत्र बना। ५ मार्च २०१० को, पाकिस्तान सिविल एविएशन अथॉरिटी ने इस विमानक्षेत्र के विस्तार संबंधी एक निविदा घोषित की। इसके अन्तर्गत्त चेक-इन पटल संख्या दोगुनी होकर २४ से ४८ हो जायेगी और इम्मिग्रेशन पटल भी १० से २० किये जाएंगे। टर्मिनल क्षेत्र का भी विस्तार किया जायेगा और इसके अलावा कुछ क्षेत्र भविष्य के विस्तार हेतु सुरक्षित रखा जायेगा। .

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अली बन्दर

सिन्ध, पाकिस्तान, का एक नगर। बन्दर, अली श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अली मोहम्मद महार

वे पाकिस्तान के प्रान्त, सिंध के पूर्व मुख्यमंत्री थे। .

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अली ज़फ़र

अली ज़फ़र (उर्दू: علی ظفر जन्म: मई १८, १९८०) एक पाकिस्तानी संगीतकार, गीतकार, गायक, अभिनेता, चित्रकार और मॉडल है। .

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अली जान ओरकज़ई

वे एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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अलीम डार

अलीम डार (जन्म: ६ जून १९६८,झंग,पंजाब एक पाकिस्तान के पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर तथा वर्तमान में एक अंपायर है। अलीम डार ने अपने टेस्ट अम्पायरिंग की शुरुआत सन २००३ में की थी तथा एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय की शुरुआत सन २००० में की थी। .

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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय

विश्वविद्यालय का विक्टोरिया गेट अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (The Aligarh Muslim University) भारत के प्रमुख केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है जो उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में स्थित है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक आवासीय शैक्षणिक संस्थान है। इसकी स्थापना 1875 में सर सैयद अहमद खान द्वारा की गई थी और 1920 में भारतीय संसद के एक अधिनियम के माध्यम से केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की तर्ज पर ब्रिटिश राज के समय बनाया गया पहला उच्च शिक्षण संस्थान था। मूलतः यह मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल कालेज था, जिसे महान मुस्लिम समाज सुधारक सर सैयद अहमद खान द्वारा स्थापित किया गया था। कई प्रमुख मुस्लिम नेताओं, उर्दू लेखकों और उपमहाद्वीप के विद्वानों ने विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शिक्षा के पारंपरिक और आधुनिक शाखा में 250 से अधिक पाठ्यक्रम पढ़ाए जाते हैं। अपने समय के महान समाज सुधारक सर सैयद अहमद खानने आधुनिक शिक्षा की आवश्यकता को महसूस किया और 1875 में एक स्कूल शुरू किया, जो बाद में मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल कालेज और अंततः 1920 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बना। कई विभागों और स्थापित संस्थानों के साथ यह प्रमुख केन्द्रीय विश्वविद्यालय दुनिया के सभी कोनों से, विशेष रूप से अफ्रीका, पश्चिमी एशिया और दक्षिणी पूर्व एशिया के छात्रों को आकर्षित करता है। कुछ पाठ्यक्रमों में सार्क और राष्ट्रमंडल देशों के छात्रों के लिए सीटें आरक्षित हैं। विश्वविद्यालय सभी जाति, पंथ, धर्म या लिंग के छात्रों के लिए खुला है। अलीगढ़ दिल्ली के दक्षिण पूर्वी में 130 किमी दूरी पर दिल्ली-कोलकाता रेलवे और ग्रांड ट्रंक रूट की स्थित है। .

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अशरफ खातून अब्बासी

अशरफ खातून अब्बासी एक पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के पूर्व सदस्य थे। वे 1973/11/08 से 1977/10/01 और 1988/03/12 से 1990/06/08 के लिए, पाकिस्तान की क़ौमी असेम्बली के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए थे। उपाध्यक्ष होने के नाते, वे सभाध्यक्ष, की अनुपस्थिति में, उनके के कार्यों का निर्वाह करते थे। .

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अशोक

चक्रवर्ती सम्राट अशोक (ईसा पूर्व ३०४ से ईसा पूर्व २३२) विश्वप्रसिद्ध एवं शक्तिशाली भारतीय मौर्य राजवंश के महान सम्राट थे। सम्राट अशोक का पूरा नाम देवानांप्रिय अशोक मौर्य (राजा प्रियदर्शी देवताओं का प्रिय) था। उनका राजकाल ईसा पूर्व २६९ से २३२ प्राचीन भारत में था। मौर्य राजवंश के चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने अखंड भारत पर राज्य किया है तथा उनका मौर्य साम्राज्य उत्तर में हिन्दुकुश की श्रेणियों से लेकर दक्षिण में गोदावरी नदी के दक्षिण तथा मैसूर तक तथा पूर्व में बांग्लादेश से पश्चिम में अफ़ग़ानिस्तान, ईरान तक पहुँच गया था। सम्राट अशोक का साम्राज्य आज का संपूर्ण भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यान्मार के अधिकांश भूभाग पर था, यह विशाल साम्राज्य उस समय तक से आज तक का सबसे बड़ा भारतीय साम्राज्य रहा है। चक्रवर्ती सम्राट अशोक विश्व के सभी महान एवं शक्तिशाली सम्राटों एवं राजाओं की पंक्तियों में हमेशा शिर्ष स्थान पर ही रहे हैं। सम्राट अशोक ही भारत के सबसे शक्तिशाली एवं महान सम्राट है। सम्राट अशोक को ‘चक्रवर्ती सम्राट अशोक’ कहाँ जाता है, जिसका अर्थ है - ‘सम्राटों का सम्राट’, और यह स्थान भारत में केवल सम्राट अशोक को मिला है। सम्राट अशोक को अपने विस्तृत साम्राज्य से बेहतर कुशल प्रशासन तथा बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए भी जाना जाता है। सम्राट अशोक ने संपूर्ण एशिया में तथा अन्य आज के सभी महाद्विपों में भी बौद्ध धर्म धर्म का प्रचार किया। सम्राट अशोक के संदर्भ के स्तंभ एवं शिलालेख आज भी भारत के कई स्थानों पर दिखाई देते है। इसलिए सम्राट अशोक की ऐतिहासिक जानकारी एन्य किसी भी सम्राट या राजा से बहूत व्यापक रूप में मिल जाती है। सम्राट अशोक प्रेम, सहिष्णूता, सत्य, अहिंसा एवं शाकाहारी जीवनप्रणाली के सच्चे समर्थक थे, इसलिए उनका नाम इतिहास में महान परोपकारी सम्राट के रूप में ही दर्ज हो चुका है। जीवन के उत्तरार्ध में सम्राट अशोक भगवान बुद्ध की मानवतावादी शिक्षाओं से प्रभावित होकर बौद्ध हो गये और उन्ही की स्मृति में उन्होने कई स्तम्भ खड़े कर दिये जो आज भी नेपाल में उनके जन्मस्थल - लुम्बिनी - में मायादेवी मन्दिर के पास, सारनाथ, बोधगया, कुशीनगर एवं आदी श्रीलंका, थाईलैंड, चीन इन देशों में आज भी अशोक स्तम्भ के रूप में देखे जा सकते है। सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म का प्रचार भारत के अलावा श्रीलंका, अफ़ग़ानिस्तान, पश्चिम एशिया, मिस्र तथा यूनान में भी करवाया। सम्राट अशोक अपने पूरे जीवन में एक भी युद्ध नहीं हारे। सम्राट अशोक के ही समय में २३ विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई जिसमें तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला, कंधार आदि विश्वविद्यालय प्रमुख थे। इन्हीं विश्वविद्यालयों में विदेश से कई छात्र शिक्षा पाने भारत आया करते थे। ये विश्वविद्यालय उस समय के उत्कृट विश्वविद्यालय थे। शिलालेख सुरु करने वाला पहला शासक अशोक ही था, .

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अशोक चक्रधर

डॉ॰ अशोक चक्रधर (जन्म ८ फ़रवरी सन् १९५१) हिंदी के विद्वान, कवि एवं लेखक है। हास्य-व्यंग्य के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट प्रतिभा के कारण प्रसिद्ध वे कविता की वाचिक परंपरा का विकास करने वाले प्रमुख विद्वानों में से भी एक है। टेलीफ़िल्म लेखक-निर्देशक, वृत्तचित्र लेखक निर्देशक, धारावाहिक लेखक, निर्देशक, अभिनेता, नाटककर्मी, कलाकार तथा मीडिया कर्मी के रूप में निरंतर कार्यरत अशोक चक्रधर जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंदी व पत्रकारिता विभाग में प्रोफेसर के पद से सेवा निवृत्त होने के बाद संप्रति केन्द्रीय हिंदी संस्थानतथा हिन्दी अकादमी, दिल्ली के उपाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। 2014 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया। .

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अशोक के अभिलेख

अशोक के शिलालेख पूरे भारतीय उपमहाद्वीप और अफ़्ग़ानिस्तान में मिलें हैं ब्रिटिश संग्राहलय में छठे शिलालेख का एक हिस्सा अरामाई का द्विभाषीय शिलालेख सारनाथ के स्तम्भ पर ब्राह्मी लिपि में शिलालेख मौर्य राजवंश के सम्राट अशोक द्वारा प्रवर्तित कुल ३३ अभिलेख प्राप्त हुए हैं जिन्हें अशोक ने स्तंभों, चट्टानों और गुफ़ाओं की दीवारों में अपने २६९ ईसापूर्व से २३१ ईसापूर्व चलने वाले शासनकाल में खुदवाए। ये आधुनिक बंगलादेश, भारत, अफ़्ग़ानिस्तान, पाकिस्तान और नेपाल में जगह-जगह पर मिलते हैं और बौद्ध धर्म के अस्तित्व के सबसे प्राचीन प्रमाणों में से हैं। इन शिलालेखों के अनुसार अशोक के बौद्ध धर्म फैलाने के प्रयास भूमध्य सागर के क्षेत्र तक सक्रिय थे और सम्राट मिस्र और यूनान तक की राजनैतिक परिस्थितियों से भलीभाँति परिचित थे। इनमें बौद्ध धर्म की बारीकियों पर ज़ोर कम और मनुष्यों को आदर्श जीवन जीने की सीखें अधिक मिलती हैं। पूर्वी क्षेत्रों में यह आदेश प्राचीन मगधी भाषा में ब्राह्मी लिपि के प्रयोग से लिखे गए थे। पश्चिमी क्षेत्रों के शिलालेखों में खरोष्ठी लिपि का प्रयोग किया गया। एक शिलालेख में यूनानी भाषा प्रयोग की गई है, जबकि एक अन्य में यूनानी और अरामाई भाषा में द्विभाषीय आदेश दर्ज है। इन शिलालेखों में सम्राट अपने आप को "प्रियदर्शी" (प्राकृत में "पियदस्सी") और देवानाम्प्रिय (यानि देवों को प्रिय, प्राकृत में "देवानम्पिय") की उपाधि से बुलाते हैं। .

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असद अमानत अली खान

उस्ताद असद अमानत अली खान (1955-2007) पाकिस्तान के एक शास्त्रीय गायक थे। वे पटियाला घराने से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने शास्त्रीय और अर्धशास्त्रीय संगीत में तमाम तरह के प्रयोग किये हैं और खू़ब ग़ज़लें भी गाईं हैं। 'ग़ालिब का अन्दाज़-ए-बयां' उनका चर्चित एल्बम है, जो 1994 में पाकिस्तान में जारी हुआ था। 8 अप्रैल 2007 को ह्रदय गति रुक जाने के कारण मात्र बावन वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई थी। .

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असद अली

एक पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हैं। पाकिस्तान टीम के लिए २०१३ से खेलते आ रहे हैं। पाकिस्तान के लिए एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलते हैं। .

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असदाबाद, अफ़्ग़ानिस्तान

असदाबाद (दरी फ़ारसी:, अंग्रेज़ी: Asadabad) दक्षिण-पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के कुनर प्रान्त की राजधानी है। यह पाकिस्तान की सरहद से १३ किमी पश्चिमोत्तर में कुनर नदी और पेच नदी के संगम स्थल के पास एक वादी में स्थित है। .

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असलम रियाज हुसैन

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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असलम खान खटक

वे एक पाकिस्तानी राजनीतिज्ञ और पाकिस्तान के प्रांत, ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के पूर्व राज्यपाल थे। .

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अस्तोर ज़िला

अस्तोर ज़िला​ पाक-अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बलतिस्तान क्षेत्र का एक ज़िला है। इसकी राजधानी गोरीकोट है। इस ज़िले का क्षेत्र पहले दिआमेर ज़िले का भाग हुआ करता था लेकिन २००४ में उस ज़िले को विभाजित करके इसे एक अलग ज़िले का दर्जा मिला। .

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अस्तोर घाटी

अस्तोर घाटी से पास के एक ५,४०० फ़ुट के एक पर्वत का दृश्य अस्तोर घाटी पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित गिलगित-बाल्तिस्तान क्षेत्र के अस्तोर ज़िले में २,६०० मीटर (८,५०० फ़ुट) की ऊँचाई पर स्थित है। भारत के नज़रिए से इसे पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में माना जाता है। अस्तोर घाटी नंगा परबत की पूर्व की ओर पड़ती है। यह १२० किमी लम्बी है और इसका क्षेत्रफल लगभग ५,०९२ वर्ग किमी (१,९६६ वर्ग मील) है। इसकी मुख्य वादी से चार छोटी वादियाँ उपशाखाएँ बनकर निकलती हैं। पूरी अस्तोर वादी के दायरे में लगभग १०० गाँव बसे हुए हैं जिनमें १९९८ में ७१,६६६ लोगों की आबादी थी। अस्तोर घाटी में दाख़िल होने का सब से सरल रास्ता गिलगित शहर से आता है। अस्तोर घाटी गिलगित से क़रीब ६० किमी दक्षिण-पूर्व में पड़ती है। .

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अस्तोला द्वीप

अस्तोला (استولا) या सतदीप (अर्थ: सात पहाड़ियों वाला द्वीप) या हफ़्त तलार (ہفت تلار) पाकिस्तान के बलोचिस्तान प्रान्त के मकरान तट से २५ किमी (१६ मील) दूर अरब सागर में स्थित एक द्वीप है। इस पर कोई स्थाई आबादी नहीं है और यह पास के पसनी नामक क़स्बे व बंदरगाह से लगभग ५ घंटों में पहुँचा जा सकता है। प्रशासनिक नज़र से यह बलोचिस्तान के ग्वादर ज़िले में पड़ता है। आबादी न होने के कारण यहाँ प्रकृति का राज है और कई पक्षी व जानवर यहाँ रहते हैं। .

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अहमद फ़राज़

अहमद फ़राज़ (१४ जनवरी १९३१- २५ अगस्त २००८), असली नाम सैयद अहमद शाह, का जन्म पाकिस्तान के नौशेरां शहर में हुआ था। वे आधुनिक उर्दू के सर्वश्रेष्ठ रचनाकारों में गिने जाते हैं। .

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अहमद यार खान

पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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अहमदिया धर्म

विश्व में अहमदिया आबादी का वितरण अहमदिया (उर्दू: احمدیہ) एक धार्मिक आंदोलन है, जो के 19वीं सदी के अंत में भारत में आरम्भ हुआ। इसका प्रारंभ मिर्जा गुलाम अहमद (1835-1908) की जीवन और शिक्षाओं से हुआ। अहमदिया आंदोलन के अनुयायी गुलाम अहमद (1835-1908) को मुहम्मद के बाद एक और पैगम्बर (दूत) मानते हैं जबकि अन्य मुसलमानों का विश्वास है कि पैगम्बर मोहम्मद ख़ुदा के भेजे हुए अन्तिम पैगम्बर हैं। अहमदिया इस्लाम का एक संप्रदाय है। मुसलमान इसे काफिर मानते हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉक्टर अब्दुस सलाम पाकिस्तान के पहले और अकेले वैज्ञानिक हैं जिन्हे फिज़िक्स के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया है। वह एक अहमदिया थे। महेरशला अली अभिनय के लिए ऑस्कर जीतने वाले पहले मुस्लिम अभिनेता बनाया। अहमदिया समुदाय के लोग स्वयं को मुसलमान मानते व कहते हैं परंतु अहमदिया समुदाय के अतिरिक्त शेष सभी मुस्लिम वर्गो के लोग इन्हें मुसलमान मानने को हरगिज तैयार नहीं। इसका कारण यह है कि जहां अहमदिया समुदाय अल्लाह, कुरान शरीफ,नमाज़, दाढ़ी, टोपी, बातचीत व लहजे आदि में मुसलमान प्रतीत होते हैं वहीं इस समुदाय के लोग अपनी ऐतिहासिक मान्याताओं, परंपराओं व उन्हें विरासत में मिली शिक्षाओं व जानकारियों के अनुसार हज़रत मोहम्मद को अपना आखरी पैगम्बर स्वीकार नहीं करते। इसके बजाए इस समुदाय के लोग मानते हैं कि नबुअत (पैगम्बरी) की परंपरा रूकी नहीं है बल्कि सतत जारी है। अहमदिया सम्प्रदाय के लाग अपने वर्तमान सर्वोच्च धर्मगुरु को नबी के रूप में ही मानते हैं। इसी मुख्य बिंदु को लेकर अन्य मुस्लिम समुदायों के लोग समय-समय पर सामूहिक रूप से इस समुदाय का घोर विरोध करते हैं तथा बार-बार इन्हें यह हिदायत देने की कोशिश करते हैं कि अहमदिया समुदाय स्वयं को इस्लाम धर्म से जुड़ा समुदाय न घोषित किया करें और इस समुदाय के सदस्य अपने-आप को मुसलमान अवश्य न कहें। इनको 'कादियानी' भी कहा जाता है। गुरदासपुर के कादियान नामक कस्बे में 23 मार्च 1889 को इस्लाम के बीच एक आंदोलन शुरू हुआ जो आगे चलकर अहमदिया आंदोलन के नाम से जाना गया। यह आंदोलन बहुत ही अनोखा था। इस्लाम धर्म के बीच पहली बार एक व्यक्ति ने घोषणा की कि "मसीहा" फिर आयेंगे। इस्लाम धर्म के बीच इस अनोखे संप्रदाय को शुरू करने वाले मिर्जा गुलाम अहमद ने अहमदिया आंदोलन शुरू करने के दो साल बाद 1891 में अपने आप को "मसीहा" घोषित कर दिया। 1974 में अहमदिया संप्रदाय के मानने वाले लोगों को पाकिस्तान में एक संविधान संशोधन के जरिए गैर-मुस्लिम करार दे दिया गया। .

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अहले सुन्नत वल जमात

अहले सुन्नत या सुन्नी उन्हें कहा जाता हैं जो क़ुरान और पैगम्बर मुहम्मद साहब के तरीके (सुन्नत)को ज़िन्दगी गुजरने का तरीका मानते हैं ये नाम शिया उर्फ राफ़ज़ीयो से अपने को अलग पएहचन बताने के लिए भी किया जाता हैं दक्षिण एशिया में आधिकारिक तौर पर अहले सुन्नत में बड़े तौर पर तीन गिरोह आते हैं बरेलवी,देवबंदी,अहले हदीस या सलफ़ी। बरेलवी मुहीम दक्षिण एशिया में सूफी आंदोलन के अंतर्गत एक उप-आंदोलन को कहा जाता है यह अहले सुन्नत वल जमात से निकली एक मुहिम हैं जिसे उन्नीसवीं एवं बीसवीं सदी के भारत में रोहेलखंड स्थित बरेली से सुन्नी विद्वान अहमद रजा खान कादरी ने प्रारंभ किया था,। बरेलवी सुन्‍नी हनफी बरेलवी मुसलमानों का एक बड़ा हिस्सा है जो अब बडी संख्या में भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान दक्षिण अफ्रीका एवं ब्रिटेन में संघनित हैं। आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा कादरी ने अपनी प्रसिद्ध फतवा रजविया के माध्यम से भारत में पारंपरिक और रूढ़िवादी इस्लाम का बचाव करते हुए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। देवबंदी मुहीम को वास्तव में एक सूफी मुहिम जिसे इस्माइल देहलवी देवबंदियों के बड़े आलिमो क़ासिम नानोतवी,अशरफ अली थानवी,खलील अम्बेठवी ने सऊदी अरब की वहाबियत को तक़लीद का जामा पहना कर इसे दक्षिण एशियाई मुसलमानों के सामने प्रस्तुत किया। दक्षिण एशिया के ज़्यादातर सुन्नी बरेलवी होते हैं। देओबंदी सुन्नी भी खासी तादाद में है। अहले हदीस वह सुन्नी हैं जो सूफिज्म में विश्वास नहीं करते इन्हें सलफ़ी भी कहा जाता हैं क्यों की ये इस्लाम को उस तरह समझने और मानाने का दावा करते हैं हैं जिस तरह सलफ(पहले ३०० साल के मुस्लमान) ने क़ुरान और सुन्नत को समझा, सलफ़ी सुन्नी उर्फ़ अहले हदीस ज़यादातर सऊदी अरब और क़तर में हैं। ये किसी इमाम की तक़लीद नहीं करते। ऐसा कहा जाता हैं कि पूरे विश्व के मुसलमानों में कट्टरपंथ फ़ैलाने का काम देओबंदी और वहाबी विचारधारा ने किया है हालांकि कश्मीर और चेचन्या में उग्रवाद की शुरुआत सूफी पंथ के मानने वालों ने ही कि थी। 1925 में अरब पर आले सऊद द्वारा तीसरे और निर्णायक क़ब्ज़े के बाद नाम बदलकर सऊदी अरब रख दिया और धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व की विरासतों को मूर्तिपूजा(शिर्क) की संज्ञा देकर ढहा दिया गया जिसमे सैय्यदा फातिमा की मज़ार और उस्मान गनी की मज़ार शामिल है। फतेहपुर सीकरी, उत्तर प्रदेश में सूफी संत शेख सलीम चिश्ती के मकबरे बरेलवी एक नाम दिया गया है सुन्नी मुसलमान के गिरोह को जो सूफिज्म में विश्वास रखते हैं और सैकड़ों बरसों से इस्लाम सुनियत के मानने वाले हैं। बरेलवियो को आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खान के लगाव की वजह से लोग बरेलवी बोलते हैं! इन्हें रजॉखानी भी कहा जाता हैं अहले सुन्नत वाल जमात को वहाबी देओबंदी विचारधारा द्वारा बरेलवी बोलने के अनेक कारण हैं जिसमे खुद को सुन्नी बताना भी लक्ष्यहो सकता है ! सुन्नी जमाअत में सबसे पहले अहमद रज़ा ने देओबंदी आलिमों की गुस्ताखाना किताबों पर फतावे लगाये और आम मुसलमानों को इनके गलत अकीदे के बारे में अवगत कराया! हसंमुल हरामेंन लिखकर अपने साफ़ किया की दारुल उलूम देओबंद हकीक़त में गलत विचारधारा को मानने वाला स्कूल है। भारत में इस्लाम के प्रचार व प्रसार में सूफियों (इस्लामी मनीषियों) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

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अजमल क़साब

अजमल क़साब (पाकिस्तानी आतंकवादी) अजमल क़साब (पूरा नाम: मुहम्मद अजमल आमिर क़साब, उर्दू: محمد اجمل امیر قصاب‎, जन्म: १३ जुलाई १९८७ ग्राम: फरीदकोट, पाकिस्तान - फांसी: २१ नवम्बर २०१२ यरवदा जेल, पुणे) २६/११/२००८ को ताज़ होटल मुंबई पर वीभत्स हमला करने वाला एक पाकिस्तानी आतंकवादी था। मुहम्मद आमिर क़साब उसके बाप का नाम था। वह कसाई जाति का मुसलमान था। "क़साब" (قصاب‎) शब्द अरबी भाषा का है जिसका हिन्दी में अर्थ कसाई या पशुओं की हत्या करने वाला होता है। साधारणतया लोगबाग उसे अजमल क़साब के नाम से ही जानते थे। क़साब पाकिस्तान में पंजाब प्रान्त के ओकरा जिला स्थित फरीदकोट गाँव का मूल निवासी था और पिछले कुछ साल से आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त था। हमलों के बाद चलाये गये सेना के एक अभियान के दौरान यही एक मात्र ऐसा आतंकी था जो जिन्दा पुलिस के हत्थे चढ़ गया। इस अभियान में इसके सभी नौ अन्य साथी मारे गये थे। इसने और इसके साथियों ने इन हमलों में कुल १६६ निहत्थे लोगों की बर्बरतापूर्ण हत्या कर दी थी। पाकिस्तान सरकार ने पहले तो इस बात से इनकार किया कि क़साब पाकिस्तानी नागरिक है किन्तु जब भारत सरकार द्वारा सबूत पेश किये गये तो जनवरी २००९ में उसने स्वीकार कर लिया कि हाँ वह पाकिस्तान का ही मूल निवासी है। ३ मई २०१० को भारतीय न्यायालय ने उसे सामूहिक ह्त्याओं, भारत के विरुद्ध युद्ध करने तथा विस्फोटक सामग्री रखने जैसे अनेक आरोपों का दोषी ठहराया। ६ मई २०१० को उसी न्यायालय ने साक्ष्यों के आधार पर मृत्यु दण्ड की सजा सुनायी। २६-११-२००८ को मुम्बई में ताज़ होटल पर हुए हमले में ९ आतंकवादियों के साथ कुल १६६ निरपराध लोगों की हत्या में उसके विरुद्ध एक मामले में ४ और दूसरे मामले में ५ हत्याओं का दोषी होना सिद्ध हुआ था। इसके अतिरिक्त नार्को टेस्ट में उसने ८० मामलों में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की थी। २१ फ़रवरी २०११ को मुम्बई उच्च न्यायालय ने उसकी फाँसी की सजा पर मोहर लगा दी। २९ अगस्त २०१२ को भारत के उच्चतम न्यायालय ने भी उसके मृत्यु दण्ड की पुष्टि कर दी। बाद में गृह मंत्रालय, भारत सरकार के माध्यम से उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास भिजवायी गयी। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा उसे अस्वीकार करने के बाद पुणे की यरवदा केन्द्रीय कारागार में २१ नवम्बर २०१२ को प्रात: ७ बजकर ३० मिनट पर उसे फाँसी दे दी गयी। .

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अज़रा ज़ाहिद

अज़रा ज़ाहिद इस्लाम (उर्दू: عذرا زاہد اسلام) का जन्म 2 जून 1985 को हुआ था। यह पहली पाकिस्तानी अश्लील मॉडल और वयस्क फिल्म अभिनेत्री है। .

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अज़हर अली

अज़हर अली (Azhar Ali/ اظہر علی (जन्म;१९ फ़रवरी १९८५,लाहौर,पंजाब,पाकिस्तान) एक पाकिस्तान क्रिकेट टीम खिलाड़ी है जो कि वर्तमान में पाक टीम के एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय के कप्तान है और टेस्ट क्रिकेट में उप-कप्तान है। अज़हर अली ने अपने टेस्ट क्रिकेट कैरियर की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर लॉर्ड्स में जुलाई २०१० में की थी। अज़हर दाईने हाथ के एक बल्लेबाज की भूमिका निभाते और और पार्ट टाइम लेग ब्रेक गेंदबाज है। अली के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक तिहरा शतक भी है जो अक्टूबर २०१६ में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ बनाया। घरेलू क्रिकेट में अली ख़ान रिसर्च लेबोरेट्री,लाहौर,लाहौर ईगल्स,लाहौर लॉयन्स,लाहौर कलंडर्स,पाकिस्तान ए और हंटली टीम के लिए खेल चुके है।पाकिस्तान सुपर लीग के पहले संस्करण के दौरान अली लाहौर कलंडर्स के कप्तान भी रह चुके है। .

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अज़ीम दाऊदपोता

पाकिस्तानी राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, सिंध के पूर्व राज्यपाल। .

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अज़ीम प्रेमजी

अजीम हाशिम प्रेमजी (24 जुलाई 1945) का जन्म एक भारतीय है व्यापार के व्यवसायी के अध्यक्ष कौन है और परोपकारी विप्रो लिमिटेड सॉफ्टवेयर उद्योग में भारतीय नेताओं में से एक के रूप में उभरने के लिए विविधीकरण और विकास के चार दशकों के माध्यम से कंपनी का मार्गदर्शन,.

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अजीत सिंह (मारवाड़)

अजीत सिंह (जन्म: २४ जून १७२४ लाहौर, पाकिस्तान) राजस्थान के मारवाड़ क्षेत्र के शासक थे। वे महाराजा जसवंत सिंह के पुत्र थे।अजीत सिंह के जन्म से पहले ही उसके पिता की मृत्यु हो चुकी थी। कुछ समय पश्चात अजीत सिंह को दिल्ली लाया गया, जहाँ पर मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब उन्हें मुस्लिम बना लेना चाहता था।राठौड़ सरदार दुर्गादास ने बड़े साहस के साथ अजीत सिंह को दिल्ली से निकाल कर मारवाड़ लाया। .

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अजीत कौर

अजीत कौर आजादी के बाद की पंजाबी की सबसे उल्लेखनीए साहित्यकार मानी जाती हैं। इनका लेखन जीवन के उहापोह को समझने और उसके यथार्थ को उकेरने की एक ईमानदार कोशिश है। इनकी रचनाओं में न केवल नारी का संघर्ष और उसके प्रति समाज का असंगत दृष्टिकोण रेखांकित होता है बल्कि सामाजिक और राजनीतिक विकृतियों और सत्ता के गलियारों में व्याप्त बेहया भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक जोरदार मुहीम भी नजर आती है। पर्यावरण और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए इन्होंने सर्वोच्च न्यायालय तक लड़ाइयाँ लड़ी है। इन्होंने दिल्ली में सार्क एकैडमी ऑफ आर्ट ऐंड कल्चर बनाया है। जहाँ आर्ट गैलरी भद्र जनों के साथ-साथ समाज के गरीब तबकों, झुग्गी के बच्चों और स्त्रियों के लिए भी खुली हैं। .

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अवान टाउन

अवान टाउन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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अखण्ड भारत

अखण्ड भारत भारत के प्राचीन समय के अविभाजित स्वरूप को कहा जाता है। प्राचीन काल में भारत बहुत विस्तृत था जिसमें अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, बर्मा, थाइलैंड आदि शामिल थे। कुछ देश जहाँ बहुत पहले के समय में अलग हो चुके थे वहीं पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि अंग्रेजों से स्वतन्त्रता के काल में अलग हुये। अखण्ड भारत वाक्यांश का उपयोग हिन्दू राष्ट्रवादी संगठनों शिवसेना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा विश्व हिन्दू परिषद आदि द्वारा भारत की हिन्दू राष्ट्र के रूप में अवधारणा के लिये भी किया जाता है।Yale H. Ferguson and R. J. Barry Jones, Political space: frontiers of change and governance in a globalizing world, page 155, SUNY Press, 2002, ISBN 978-0-7914-5460-2Sucheta Majumder, "Right Wing Mobilization in India", Feminist Review, issue 49, page 17, Routledge, 1995, ISBN 978-0-415-12375-4Ulrika Mårtensson and Jennifer Bailey, Fundamentalism in the Modern World (Volume 1), page 97, I.B.Tauris, 2011, ISBN 978-1-84885-330-0 इन संगठनों द्वारा अखण्ड भारत के मानचित्र में पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि को भी दिखाया जाता है। ये संगठन भारत से अलग हुये इन देशों को दोबारा भारत में मिलाकर अविभाजित भारत का निर्माण चाहते हैं। अखण्ड भारत का निर्माण सैद्धान्तिक रूप से संगठन (हिन्दू एकता) तथा 'शुद्धि से जुड़ा है। भाजपा जहाँ इस मुद्दे पर संशय में रहती है वहीं संघ इस विचार का हमेशा मुखर वाहक रहा है। संघ के विचारक हो०वे० शेषाद्री की पुस्तक The Tragic Story of Partition में अखण्ड भारत के विचार की महत्ता पर बल दिया गया है। संघ के समाचारपत्र ऑर्गनाइजर में सरसंघचालक मोहन भागवत का वक्तव्य प्रकाशित हुआ जिसमें कहा गया कि केवल अखण्ड भारत तथा सम्पूर्ण समाज ही असली स्वतन्त्रता ला सकते हैं। भारत में मुस्लिम शासकों से पूर्व भारत छोटे छोटी रियासतों में बट गया था, जिन्‍हें पुन: मिलाकर मुस्लिम शासकों ने अखण्‍ड भारत की स्‍थापना की थी। वर्तमान परिस्थितियों में अखण्‍ड भारत के सम्‍बन्‍ध में यह कहना उचित होगा कि वर्तमान परिस्थियों में अखण्‍ड भारत की परिकल्‍पना केवल कल्‍पना मात्र है, ऐसा सम्‍भव प्रतीत नहीं होता है। शिवसेना के सुप्रिमो व हिन्दु ह्रदय सम्राट कहे जाने वाले बाल ठाकरे ने अखण्ड भारत कि स्थापना मे पहले बचे हुए भारत को हिन्दु राष्ट्र घोषित करने के लिए शिवसेना को चुनाव मे उतारा हैं। अखंड भारत में आज के अफगानिस्थान, पाकिस्तान, तिब्बत, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका आते है केवल इतना ही नहीं कालांतर में भारत का साम्राज्य में आज के मलेशिया, फिलीपीन्स, थाईलैंड, दक्षिण वियतनाम, कंबोडिया,इंडोनेशिया आदि में सम्मिलित थे। सन् 1875 तक (अफगानिस्थान, पाकिस्तान, तिब्बत, भूटान, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका) भारत का ही हिस्सा थे लेकिन 1857 की क्रांति के पश्चात ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिल गई थी उन्हें लगा की इतने बड़े भू-भाग का दोहन एक केंद्र से  करना संभव नहीं है एवं फुट डालो एवं शासन करो की नीति अपनायी एवं भारत को अनेकानेक छोटे-छोटे हिस्सो में बाँट दिया केवल इतना ही नहीं यह भी सुनिश्चित किया की कालांतर में भारतवर्ष पुनः अखंड न बन सके।http://www.shivprasad.in/akhand-bharat/.

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अगरतला षडयंत्र मामला

अगरतला षडयंत्र मामला (बांग्ला: আগরতলা ষড়যন্ত্র মামলা) सन १९६८ में पाकिस्तान सरकार द्वारा शेख मुजीबुर रहमान तथा ३४ अन्य लोगों के के विरुद्ध चलाया गया एक देशद्रोह का मामला था। श्रेणी:बांग्लादेश का इतिहास श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अगस्त २०१०

कोई विवरण नहीं।

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अंडा भुर्जी

मोटे अक्षरअंडे की भुर्जी अंडा भुर्जी (या अंडे की भुर्जी) या जिसे पाकिस्तान में अंडा ख़ागीना कहते है भारत के उत्तर व पश्चिमी इलाकों का मशहूर खाद्य पदार्थ है। यह दिखने में व इसे बनाने का तरीका हाफ फ्राई ऑमलेट या पारसी पदार्थ अकुरी की तरह ही है। दोनों में फरक बारीक़ कटे हुए प्याज़, मिर्च और कभी कबार डाले जाने वाले मसलों से किया जाता है। इसे आमतौर पर रोटी या ब्रेड के साथ परोसा जाता है। .

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अंतरिक्ष और ऊपरी वायुमंडल अनुसंधान आयोग

अंतरिक्ष और ऊपरी वायुमंडल अनुसंधान आयोग (Space and Upper Atmosphere Research Commission or SUPARCO) पाकिस्तान सरकार की राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी है। जिसे देश में अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए स्थापित किया गया है। .

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अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रतिवेदन मानक

अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रतिवेदन मानक (IFRS), अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक बोर्ड (IASB) द्वारा अपनाए गए मानक, प्रतिपादन और रूपरेखा है। IFRS के गठन के कई मानक अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक (IAS) के पुराने नाम से जाने जाते हैं। अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक समिति (IASC) के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक सन् 1973 और 2001 के बीच जारी किए गए। 1 अप्रैल 2001 को नई IASB ने IASC से अंतर्राष्ट्रीय लेखांकन मानक स्थापित करने का उत्तरदायित्व ग्रहण किया। नये बोर्ड ने अपनी पहली बैठक के दौरान मौजूदा IAS और SICs को अपनाया.

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अंदरून लाहौर

अंदरून लाहौर, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर शहर का एक इलाक़ा और एक यूनियन परिषद् है। यह लाहौर का एक प्रमुख इलाक़ा है। शहर के अन्य इलाक़ों के सामान ही यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा समझी और शिक्षा तथा व्यवसाय के क्षेत्र में उपयोग की जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। लाहौर की वाणिज्यिक, आर्थिक महत्व के कारण यहाँ पाकिस्तान के लगभग सारे प्रांतों के लोग वास करते हैं। .

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अंजन

अंजन नेत्रों की रोगों से रक्षा अथवा उन्हें सुंदर श्यामल करने के लिए चूर्ण द्रव्य, नारियों के सोलह सिंगारों में से एक। प्रोषितपतिका विरहणियों के लिए इसका उपयोग वर्जित है। मेघदूत में कालिदास ने विरहिणी यक्षी और अन्य प्रोषितपतिकाओं को अंजन से शून्य नेत्रवाली कहा है। अंजन को शलाका या सलाई से लगाते हैं। इसका उपयोग आज भी प्राचीन काल की ही भाँति भारत की नारियों में प्रचलित है। पंजाब, पाकिस्तान के कबीलाई इलाकों, अफ़गानिस्तान तथा बिलोचिस्तान में मर्द भी अंजन का प्रयोग करते हैं। प्राचीन वेदिका स्तंभों (रेलिंगों) पर बनी नारी मूर्तियाँ अनेक बार शलाका से नेत्र में अंजन लगाते हुए उभारी गई हैं। श्रेणी:संस्कृति श्रेणी:सौन्दर्य श्रेणी:चित्र जोड़ें.

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अंजुमन ए तरक्क़ी ए उर्दू

अंजुमन ए तरक्क़ी ए उर्दू: (उर्दू: انجمن ترقئ اردو) भारत और पाकिस्तान में उर्दू भाषा, साहित्य और संस्कृति के प्रचार और प्रसार के लिए काम कर रहे एक प्रमुख संगठन है। "अंजुमन-ए ताराकी-उर्दू (अब से अंजुमन कहा जाता है) दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा उर्दू विद्वानों के प्रचारक संघ है।" .

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अंजीर

अंजीर (अंग्रेजी नाम फ़िग, वानस्पतिक नाम: "फ़िकस कैरिका", प्रजाति फ़िकस, जाति कैरिका, कुल मोरेसी) एक वृक्ष का फल है जो पक जाने पर गिर जाता है। पके फल को लोग खाते हैं। सुखाया फल बिकता है। सूखे फल को टुकड़े-टुकड़े करके या पीसकर दूध और चीनी के साथ खाते हैं। इसका स्वादिष्ट जैम (फल के टुकड़ों का मुरब्बा) भी बनाया जाता है। सूखे फल में चीनी की मात्रा लगभग ६२ प्रतिशत तथा ताजे पके फल में २२ प्रतिशत होती है। इसमें कैल्सियम तथा विटामिन 'ए' और 'बी' काफी मात्रा में पाए जाते हैं। इसके खाने से कोष्ठबद्धता (कब्जियत) दूर होती है। अंजीर मध्यसागरीय क्षेत्र और दक्षिण पश्चिम एशियाई मूल की एक पर्णपाती झाड़ी या एक छोटे पेड़ है जो पाकिस्तान से यूनान तक पाया जाता है। इसकी लंबाई ३-१० फुट तक हो सकती है। अंजीर विश्व के सबसे पुराने फलों मे से एक है। यह फल रसीला और गूदेदार होता है। इसका रंग हल्का पीला, गहरा सुनहरा या गहरा बैंगनी हो सकता है। अंजीर अपने सौंदर्य एवं स्वाद के लिए प्रसिद्ध अंजीर एक स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक और बहु उपयोगी फल है। यह विश्व के ऐसे पुराने फलों में से एक है, जिसकी जानकारी प्राचीन समय में भी मिस्त्र के फैरोह लोगों को थी। आजकल इसकी पैदावार ईरान, मध्य एशिया और अब भूमध्यसागरीय देशों में भी होने लगी है। प्राचीन यूनान में यह फल व्यापारिक दृष्टि से इतना महत्त्वपूर्ण था और इसके निर्यात पर पाबंदी थी। आज विश्व का सबसे पुराना अंजीर का पेड़ सिसली के एक बगीचे में है। अंजीर का वृक्ष छोटा तथा पर्णपाती (पतझड़ी) प्रकृति का होता है। तुर्किस्तान तथा उत्तरी भारत के बीच का भूखंड इसका उत्पत्ति स्थान माना जाता है। भूमध्यसागरीय तट वाले देश तथा वहाँ की जलवायु में यह अच्छा फलता-फूलता है। निस्संदेह यह आदिकाल के वृक्षों में से एक है और प्राचीन समय के लोग भी इसे खूब पसंद करते थे। ग्रीसवासियों ने इसे कैरिया (एशिया माइनर का एक प्रदेश) से प्राप्त किया; इसलिए इसकी जाति का नाम कैरिका पड़ा। रोमवासी इस वृक्ष को भविष्य की समृद्धि का चिह्न मानकर इसका आदर करते थे। स्पेन, अल्जीरिया, इटली, तुर्की, पुर्तगाल तथा ग्रीस में इसकी खेती व्यावसायिक स्तर पर की जाती है। नाशपाती के आकार के इस छोटे से फल की अपनी कोई विशेष तेज़ सुगंध नहीं पर यह रसीला और गूदेदार होता है। रंग में यह हल्का पीला, गहरा सुनहरा या गहरा बैंगनी हो सकता है। छिलके के रंग का स्वाद पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता पर इसका स्वाद इस बात पर निर्भर करता है कि इसे कहाँ उगाया गया है और यह कितना पका है। इसे पूरा का पूरा छिलका बीज और गूदे सहित खाया जा सकता है। घरेलू उपचार में ऐसा माना जाता है कि स्थाई रूप से रहने वाली कब्ज़ अंजीर खाने से दूर हो जाती है। जुकाम, फेफड़े के रोगों में पाँच अंजीर पानी में उबाल कर छानकर यह पानी सुबह-शाम पीना चाहिए। दमा जिसमे कफ (बलगम) निकलता हो उसमें अंजीर खाना लाभकारी है इससे कफ बाहर आ जाता है। कच्चे अंजीरों को कमरे के तापमान पर रख कर पकाया जा सकता है लेकिन उसमें स्वाभाविक स्वाद नहीं आता। घरेलू उपचारों में अंजीर का विभिन्न प्रकार से प्रयोग किया जाता है। .

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अंगाकिरि

अंगाकिरि, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विहाड़ी ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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अइज़ोल

अइज़ोल (Aizawl) भारत के मिज़ोरम प्रान्त की राजधानी है। यहाँ की जनसंख्या २९३,४१६ है, जिसके कारण यह मिज़ोरम का सबसे बड़ा नगर है। यहाँ पर राज्य के सभी प्रशासनिक भवन जैसे महत्वपूर्ण सरकारी भवन, विधानसभा तथा सचिवालय स्थित है। .

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अकबर

जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर (१५ अक्तूबर, १५४२-२७ अक्तूबर, १६०५) तैमूरी वंशावली के मुगल वंश का तीसरा शासक था। अकबर को अकबर-ऐ-आज़म (अर्थात अकबर महान), शहंशाह अकबर, महाबली शहंशाह के नाम से भी जाना जाता है। अंतरण करने वाले के अनुसार बादशाह अकबर की जन्म तिथि हुमायुंनामा के अनुसार, रज्जब के चौथे दिन, ९४९ हिज़री, तदनुसार १४ अक्टूबर १५४२ को थी। सम्राट अकबर मुगल साम्राज्य के संस्थापक जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर का पौत्र और नासिरुद्दीन हुमायूं एवं हमीदा बानो का पुत्र था। बाबर का वंश तैमूर और मंगोल नेता चंगेज खां से संबंधित था अर्थात उसके वंशज तैमूर लंग के खानदान से थे और मातृपक्ष का संबंध चंगेज खां से था। अकबर के शासन के अंत तक १६०५ में मुगल साम्राज्य में उत्तरी और मध्य भारत के अधिकाश भाग सम्मिलित थे और उस समय के सर्वाधिक शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक था। बादशाहों में अकबर ही एक ऐसा बादशाह था, जिसे हिन्दू मुस्लिम दोनों वर्गों का बराबर प्यार और सम्मान मिला। उसने हिन्दू-मुस्लिम संप्रदायों के बीच की दूरियां कम करने के लिए दीन-ए-इलाही नामक धर्म की स्थापना की। उसका दरबार सबके लिए हर समय खुला रहता था। उसके दरबार में मुस्लिम सरदारों की अपेक्षा हिन्दू सरदार अधिक थे। अकबर ने हिन्दुओं पर लगने वाला जज़िया ही नहीं समाप्त किया, बल्कि ऐसे अनेक कार्य किए जिनके कारण हिन्दू और मुस्लिम दोनों उसके प्रशंसक बने। अकबर मात्र तेरह वर्ष की आयु में अपने पिता नसीरुद्दीन मुहम्मद हुमायुं की मृत्यु उपरांत दिल्ली की राजगद्दी पर बैठा था। अपने शासन काल में उसने शक्तिशाली पश्तून वंशज शेरशाह सूरी के आक्रमण बिल्कुल बंद करवा दिये थे, साथ ही पानीपत के द्वितीय युद्ध में नवघोषित हिन्दू राजा हेमू को पराजित किया था। अपने साम्राज्य के गठन करने और उत्तरी और मध्य भारत के सभी क्षेत्रों को एकछत्र अधिकार में लाने में अकबर को दो दशक लग गये थे। उसका प्रभाव लगभग पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर था और इस क्षेत्र के एक बड़े भूभाग पर सम्राट के रूप में उसने शासन किया। सम्राट के रूप में अकबर ने शक्तिशाली और बहुल हिन्दू राजपूत राजाओं से राजनयिक संबंध बनाये और उनके यहाँ विवाह भी किये। अकबर के शासन का प्रभाव देश की कला एवं संस्कृति पर भी पड़ा। उसने चित्रकारी आदि ललित कलाओं में काफ़ी रुचि दिखाई और उसके प्रासाद की भित्तियाँ सुंदर चित्रों व नमूनों से भरी पड़ी थीं। मुगल चित्रकारी का विकास करने के साथ साथ ही उसने यूरोपीय शैली का भी स्वागत किया। उसे साहित्य में भी रुचि थी और उसने अनेक संस्कृत पाण्डुलिपियों व ग्रन्थों का फारसी में तथा फारसी ग्रन्थों का संस्कृत व हिन्दी में अनुवाद भी करवाया था। अनेक फारसी संस्कृति से जुड़े चित्रों को अपने दरबार की दीवारों पर भी बनवाया। अपने आरंभिक शासन काल में अकबर की हिन्दुओं के प्रति सहिष्णुता नहीं थी, किन्तु समय के साथ-साथ उसने अपने आप को बदला और हिन्दुओं सहित अन्य धर्मों में बहुत रुचि दिखायी। उसने हिन्दू राजपूत राजकुमारियों से वैवाहिक संबंध भी बनाये। अकबर के दरबार में अनेक हिन्दू दरबारी, सैन्य अधिकारी व सामंत थे। उसने धार्मिक चर्चाओं व वाद-विवाद कार्यक्रमों की अनोखी शृंखला आरंभ की थी, जिसमें मुस्लिम आलिम लोगों की जैन, सिख, हिन्दु, चार्वाक, नास्तिक, यहूदी, पुर्तगाली एवं कैथोलिक ईसाई धर्मशस्त्रियों से चर्चाएं हुआ करती थीं। उसके मन में इन धार्मिक नेताओं के प्रति आदर भाव था, जिसपर उसकी निजि धार्मिक भावनाओं का किंचित भी प्रभाव नहीं पड़ता था। उसने आगे चलकर एक नये धर्म दीन-ए-इलाही की भी स्थापना की, जिसमें विश्व के सभी प्रधान धर्मों की नीतियों व शिक्षाओं का समावेश था। दुर्भाग्यवश ये धर्म अकबर की मृत्यु के साथ ही समाप्त होता चला गया। इतने बड़े सम्राट की मृत्यु होने पर उसकी अंत्येष्टि बिना किसी संस्कार के जल्दी ही कर दी गयी। परम्परानुसार दुर्ग में दीवार तोड़कर एक मार्ग बनवाया गया तथा उसका शव चुपचाप सिकंदरा के मकबरे में दफना दिया गया। .

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अकबर बुगती

नवाब अकबर खान बुगती (12 जुलाई 1927–26 अगस्त 2006) पाकिस्तान स्थित बलूचिस्तान प्रांत के एक राष्ट्रवादी नेता थे जो बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग एक देश बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। 26 अगस्त 2006 को बलूचिस्तान के कोहलू जिले में एक सैन्य कार्रवाई में अकबर बुगती और उनके कई सहयोगियों की हत्या कर दी गई थी। इस अभियान का आदेश जनरल परवेज़ मुशर्रफ ने दिया था जो तब देश के सैन्य प्रमुख और राष्ट्रपति दोनों थे। मुशर्रफ का शासन समाप्त होने के बाद अगली सरकार द्वारा 13 जून 2013 को इस हत्या के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि अक्टूबर 2013 में इस मामले में सबूतों के अभाव में उन्हें जमानत दे दी गई। उनके चौथे बेटे तलाल अकबर बुगती ने अक्टूबर 2010 में मुशर्रफ को मारने पर एक अरब रुपये और 100 एकड़ खेती की जमीन इनाम में देने की घोषणा की थी। दिसंबर 2013 में उन्होंने इसे बढ़ाकर दोगुना अर्थात् दो अरब रुपये और 200 एकड़ खेती की जमीन देने की घोषणा की। 2012 में अकबर बुगती के एक पोते ने मुशर्रफ के सिर पर 10.1 करोड रुपये का इनाम रखा था। पाकिस्तानी जनरल, राजनेता और पाकिस्तान के प्रांत, पंजाब के पूर्व राज्यपाल। .

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अकमल खान

अकमल खान या अकमल (जन्म 11 नवंबर 1929, लाहौर, पाकिस्तान, 11 जून 1967 को निधन) एक पाकिस्तानी फिल्म अभिनेता और गायक थे। एक बहुत ही लघु फिल्म कैरियर, वह पाकिस्तानी फिल्म के इतिहास में प्रसिद्धि की ऊंचाइयों को छुआ। सुधीर के बाद वे दूसरी सबसे ज्यादा प्यार वाले पंजाबी कलाकार थे, जिनके नाम की कोई पंजाबी फिल्म की गारंटी थी। उनकी व्यक्तित्व, चमकदार व्यक्तित्व, पंजाब के विशिष्ट घबरुओं को प्रदर्शित करता है, जिसमें उन्होंने अनोखी शैली के संवाद के साथ पूरक बनाया, उन्हें पाकिस्तान के पंजाबी सिनेमा के लिए सबसे उपयुक्त फिल्म नायक बनाया। उनकी फिल्मों में से एक मलांगी एक फिल्म थी, जो तब रिलीज हुई थी, वह बॉक्स ऑफिस का व्यवसाय करती थी। एक बार वह जवान होकर मर गया और एक उसकी लोकप्रियता की कल्पना कर सकता है कि उनके निधन के कई सालों बाद उनकी फिल्मों का फिल्म पसंद का पसंदीदा पसंद रहा। वास्तव में पाकिस्तान के पंजाबी सिनेमा का एक प्रतीकात्मक नायक।.

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अक्साई चिन

अक्साई चिन या अक्सेचिन (उईग़ुर:, सरलीकृत चीनी: 阿克赛钦, आकेसैचिन) चीन, पाकिस्तान और भारत के संयोजन में तिब्बती पठार के उत्तरपश्चिम में स्थित एक विवादित क्षेत्र है। यह कुनलुन पर्वतों के ठीक नीचे स्थित है। ऐतिहासिक रूप से अक्साई चिन भारत को रेशम मार्ग से जोड़ने का ज़रिया था और भारत और हज़ारों साल से मध्य एशिया के पूर्वी इलाकों (जिन्हें तुर्किस्तान भी कहा जाता है) और भारत के बीच संस्कृति, भाषा और व्यापार का रास्ता रहा है। भारत से तुर्किस्तान का व्यापार मार्ग लद्दाख़ और अक्साई चिन के रास्ते से होते हुए काश्गर शहर जाया करता था।, Prakash Charan Prasad, Abhinav Publications, 1977, ISBN 978-81-7017-053-2 १९५० के दशक से यह क्षेत्र चीन क़ब्ज़े में है पर भारत इस पर अपना दावा जताता है और इसे जम्मू और कश्मीर राज्य का उत्तर पूर्वी हिस्सा मानता है। अक्साई चिन जम्मू और कश्मीर के कुल क्षेत्रफल के पांचवें भाग के बराबर है। चीन ने इसे प्रशासनिक रूप से शिनजियांग प्रांत के काश्गर विभाग के कार्गिलिक ज़िले का हिस्सा बनाया है। .

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अकीला आसिफी

अकीला आसिफी अफगानिस्तान की शरणार्थी, शिक्षिका और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वे यूएनएचसीआर (शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त) नानसेन शरणार्थी पुरस्कार-2015’ से सम्मानित हैं। यह सम्मान उन्हें कोट चंदना शरणार्थी गांव,मियांवाली, पाकिस्तान में अफगान शरणार्थी लड़कियों की शिक्षा हेतु श्रेष्ठ और अथक समर्पण के लिए दिया गया है। .

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उच

ऊच में सय्यद मख़दूम जहानियाँ 'जहानगश्त' बुख़ारी का मक़बरा उच या उच शरीफ़ (उर्दू:, अंग्रेज़ी: Uch Sharif) पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के दक्षिण में बहावलपुर ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। .

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उच्च न्यायालय (पाकिस्तान)

इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान में पांच उच्च न्यायालय हैं, जिनमें से चार प्रत्येक प्रांत के मुख्यालय में स्थित हैं। पाकिस्तान ने पांचवें न्यायालय संघीय राजधानी क्षेत्र के लिए पारित किया है जो इस्लामाबाद में स्थित है। पांचवें न्यायालय की योजना लाहौर प्रांतीय न्यायालय ने रोक लगा दी थी, और इस फैसले को पाकिस्तान की न्यायालय ने 24 दिसंबर 2007 पर रोक लगा दी। .

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उड़न खटोला

उड़न खटोला उत्तर भारत और पाकिस्तान की लोककथाओं में एक काल्पनिक उड़ने वाला वाहन होता है।, Thomas Craven, pp.

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उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में युद्ध

उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में युद्ध या वज़ीरिस्तान युद्ध एक सशस्त्र संघर्ष है जो पाकिस्तान तथा वज़ीरिस्तान के सशस्त्र सन्य समूहों के बीच में होता रहता है। .

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उत्तरी मित्रपक्ष

अफ़ग़ान उत्तरी मित्रपक्ष (Afghan Northern Allaince), जिसे औपचारिक रूप से अफ़ग़ानिस्तान की मुक्ति के लिए संयुक्त इस्लामी मोर्चा (United Islamic Front for the Salvation of Afghanistan,, जबहा-ए-मुत्तहिद-ए-इस्लामी-ए-मिल्ली बरा-ए-निजात-ए-अफ़ग़ानिस्तान), अफ़ग़ानिस्तान में एक सैनिक मोर्चा था जो १९९६ में काबुल पर तालिबान कट्टरपंथी गुट का क़ब्ज़ा हो जाने के बाद उस का बलपूर्वक विरोध करने के लिए बना था। इसे तालिबान-विरोधी विस्थापित अफ़ग़ान राष्ट्रीय सरकार के राष्ट्रपति बुरहानुद्दीन रब्बानी और भूतपूर्व रक्षामंत्री अहमद शाह मसूद ने स्थापित किया था। शुरू में इसमें अधिकतर ताजिक समुदाय के लोग थे लेकिन सन् २००० तक अन्य जातीय गुट भी इससे जुड़ चुके थे। इसके नेताओं में उज़बेक समुदाय के अब्दुल रशीद दोस्तुम, पश्तून समुदाय के अब्दुल क़ादिर और हज़ारा समुदाय के मुहम्मद मोहक़िक़ और सय्यद हुसैन अनवरी शामिल थे। उत्तरी मित्रपक्ष को तालिबान के ख़िलाफ़ लड़ने में ईरान, रूस, भारत व ताजिकिस्तान से मदद मिली, जबकि तालिबान को पाकिस्तान और अल-क़ायदा सहायता दी।, Joel Ostrow, pp.

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उद्देश्य संकल्प

उद्देश्य संकल्प(Objectives Resolution, ऑब्जेक्टिव्स् रेज़ोल्यूशन्; قرارداد مقاصد, क़रारदाद मक़ासद) एक संकल्प था जिसे पाकिस्तान की संविधान सभा ने 12 मार्च सन 1949 को पारित कर दिया। इस संकल्प 7 मार्च सन 1949 को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री लियाकत अली खान ने क़ौमी असेम्ब्ली(पाकिस्तान की विधायिका) में पेश की। इसे पाकिस्तानी रियासत व हुकूमत के नीती निर्देशक के रूप में पारित किया गया था। इसके अनुसार भविष्य में पाकिस्तान संविधान संरचना यूरोपीय शैली का कतई नहीं होगा, लेकिन इसके आधार इस्लामी लोकतंत्र और सिद्धांतों पर होगी। कहा जाता है कि इस बारे में पाकिस्तानियों ने भारतीयों की पैरवी की थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत की संविधान सभा में 13 दिसंबर 1946 में संकल्प लक्ष्य रखा था, जिसे सर्वसम्मति के साथ 22 जनवरी 1947 में स्वीकार कर लिया गया। इसमें दिये गए संकल्प पाकिस्तान को "कुरान और सुन्नत में दिये गए लोकतांत्रिक के आदर्शों" पर विकसित व खड़ा करने का संकल्प लेते हैं। साथ ही इसमें पाकिस्तान में मुसलमानों को कुरान और सुन्नत में दिये गए नियमों के अनुसार जीवन व्यतीत करने का अवसर देने की एवं अल्पसंख्यकों के धार्मिक, सामाजिक व अन्य वैध अधिकारों की रक्षा की भी बात की गई है। इसे कई माएनों में पाकिस्तान के सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ में मनाआ जाता है। साथ ही इसकी इस्लाम-प्रोत्साहक चरित्र के लिये, यह हमेशा से ही विवादास्पक भी रहा है और कई बार, गैर-मुसलमालों व कई बुद्धिजीवियों द्वारा इस्का विरोध होता रहा है। .

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उपमहाद्वीप

उपमहाद्वीप एक महाद्वीप के भीतर एक बड़े, अपेक्षाकृत घुन्ना भूभाग है। शब्दकोश प्रविष्टियों के अनुसार उपमहाद्वीप को महाद्वीप के बाकी हिस्सों से एक निश्चित भौगोलिक या राजनीतिक स्वतंत्रता होती है।वाक्यांश "उपमहाद्वीप" आमतौर पर भारतीय उपमहाद्वीप को संदर्भित करता है, जिसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, मालदीव और श्रीलंका शामिल है। श्रेणी:भूभाग.

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उपग्रह

ERS 2) अन्तरिक्ष उड़ान (spaceflight) के संदर्भ में, उपग्रह एक वस्तु है जिसे मानव (USA 193) .

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उबला चावल

उबला चावल धान को छिलका सहित आंशिक रूप से उबालने के बाद उसे सुखाकर जो चावल निकाला जाता है उसे उबला चावल (Parboiled rice) कहते हैं। इसके लिये, धान को पहले पानी में कुछ समय के भिग्कर रखा जाता है, फिर उसे उबाला जाता है और अन्ततः सुखा लिया जाता है। इस प्रक्रिया को अपनाने से ढेंका या हाथ से भी चावल निकालने में आसानी होती है। इसके अलावा इस प्रक्रिया के करने से चावल में चमक आती है तथा उसमें पोषक तत्त्व अधिक रह जाते हैं। विश्व का लगभग ५०% उबला चावल खाया जाता है। भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, म्यान्मार, मलेशिया, नेपाल, श्री लंका, गिनिया, दक्षिण, अफ्रीका, इटली, स्पेन, नाइजेरिया, थाईलैण्ड, स्विट्जरलैण्ड और फ्रांस में उबालकर चावल निकालने की विधि प्रचलित है। .

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उमर खान

7 जून, 1982 को जन्में उमर खान (उर्दू: عمر خان) पाकिस्तान के फ़िल्म अभिनेता हैं। .

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उमर अकमल

उमर अकमल (जन्म २६ मई १९९०,लाहौर,पाकिस्तान) एक पाकिस्तान टीम के खिलाड़ी है। .

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उमरकोट जिला

पाकिस्तान के सिंध प्रांत का एक जिला। श्रेणी:सिंध श्रेणी:पाकिस्तान के ज़िले sv:Lista över Pakistans administrativa distrikt.

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उमैर अली

उमैर अली (Umair Ali) एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट खिलाड़ी है जो संयुक्त अरब अमीरात की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए क्रिकेट खेलते हैं। ये एक बल्लेबाज है इन्होंने अपनी टीम संयुक्त अरब अमीरात क्रिकेट टीम के लिए पहला मैच २०१५ में खेला था। .

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उर्दू भाषा

उर्दू भाषा हिन्द आर्य भाषा है। उर्दू भाषा हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप मानी जाती है। उर्दू में संस्कृत के तत्सम शब्द न्यून हैं और अरबी-फ़ारसी और संस्कृत से तद्भव शब्द अधिक हैं। ये मुख्यतः दक्षिण एशिया में बोली जाती है। यह भारत की शासकीय भाषाओं में से एक है, तथा पाकिस्तान की राष्ट्रभाषा है। इस के अतिरिक्त भारत के राज्य तेलंगाना, दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश की अतिरिक्त शासकीय भाषा है। .

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उर्दू साहित्य

उर्दू भारत तथा पाकिस्तान की आधुनिक भारतीय आर्य भाषाओं में से एक है। इसका विकास मध्ययुग में उत्तरी भारत के उस क्षेत्र में हुआ जिसमें आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पूर्वी पंजाब सम्मिलित हैं। इसका आधार उस प्राकृत और अपभ्रंश पर था जिसे 'शौरसेनी' कहते थे और जिससे खड़ीबोली, ब्रजभाषा, हरियाणी और पंजाबी आदि ने जन्म लिया था। मुसलमानों के भारत में आने और पंजाब तथा दिल्ली में बस जाने के कारण इस प्रदेश की बोलचाल की भाषा में फारसी और अरबी शब्द भी सम्मिलित होने लगे और धीरे-धीरे उसने एक पृथक् रूप धारण कर लिया। मुसलमानों का राज्य और शासन स्थापित हो जाने के कारण ऐसा होना स्वाभाविक भी था कि उनके धर्म, नीति, रहन-सहन, आचार-विचार का रंग उस भाषा में झलकने लगे। इस प्रकार उसके विकास में कुछ ऐसी प्रवृत्तियाँ सम्मिलित हो गईं जिनकी आवश्यकता उस समय की दूसरी भारतीय भाषाओं को नहीं थी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में बोलचाल में खड़ीबोली का प्रयोग होता था। उसी के आधार पर बाद में उर्दू का साहित्यिक रूप निर्धारित हुआ। इसमें काफी समय लगा, अत: देश के कई भागों में थोड़े-थोड़े अंतर के साथ इस भाषा का विकास अपने-अपने ढंग से हुआ। उर्दू का मूल आधार तो खड़ीबोली ही है किंतु दूसरे क्षेत्रों की बोलियों का प्रभाव भी उसपर पड़ता रहा। ऐसा होना ही चाहिए था, क्योंकि आरंभ में इसको बोलनेवाली या तो बाजार की जनता थी अथवा वे सुफी-फकीर थे जो देश के विभिन्न भागों में घूम-घूमकर अपने विचारों का प्रचार करते थे। इसी कारण इस भाषा के लिए कई नामों का प्रयोग हुआ है। अमीर खुसरो ने उसको "हिंदी", "हिंदवी" अथवा "ज़बाने देहलवी" कहा था; दक्षिण में पहुँची तो "दकिनी" या "दक्खिनी" कहलाई, गुजरात में "गुजरी" (गुजराती उर्दू) कही गई; दक्षिण के कुछ लेखकों ने उसे "ज़बाने-अहले-हिंदुस्तान" (उत्तरी भारत के लोगों की भाषा) भी कहा। जब कविता और विशेषतया गजल के लिए इस भाषा का प्रयोग होने लगा तो इसे "रेख्ता" (मिली-जुली बोली) कहा गया। बाद में इसी को "ज़बाने उर्दू", "उर्दू-ए-मुअल्ला" या केवल "उर्दू" कहा जाने लगा। यूरोपीय लेखकों ने इसे साधारणत: "हिंदुस्तानी" कहा है और कुछ अंग्रेज लेखकों ने इसको "मूस" के नाम से भी संबोधित किया है। इन कई नामों से इस भाषा के ऐतिहासिक विकास पर भी प्रकार पड़ता है। .

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उर्वरक

खाद डालते हुए; खाद एक जैविक उर्वरक है। उर्वरक (Fertilizers) कृषि में उपज बढ़ाने के लिए प्रयुक्त रसायन हैं जो पेड-पौधों की वृद्धि में सहायता के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। पानी में शीघ्र घुलने वाले ये रसायन मिट्टी में या पत्तियों पर छिड़काव करके प्रयुक्त किये जाते हैं। पौधे मिट्टी से जड़ों द्वारा एवं ऊपरी छिड़काव करने पर पत्तियों द्वारा उर्वरकों को अवशोषित कर लेते हैं। उर्वरक, पौधों के लिये आवश्यक तत्वों की तत्काल पूर्ति के साधन हैं लेकिन इनके प्रयोग के कुछ दुष्परिणाम भी हैं। ये लंबे समय तक मिट्टी में बने नहीं रहते हैं। सिंचाई के बाद जल के साथ ये रसायन जमीन के नीचे भौम जलस्तर तक पहुँचकर उसे दूषित करते हैं। मिट्टी में उपस्थित जीवाणुओं और सुक्ष्मजीवों के लिए भी ये घातक साबित होते हैं। इसलिए उर्वरक के विकल्प के रूप में जैविक खाद का प्रयोग तेजी से लोकप्रीय हो रहा है। भारत में रासायनिक खाद का सर्वाधिक प्रयोग पंजाब में होता है। .

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उल्फा

उल्फा या युनाइटेड लिबरेशन फ्रॉन्ट ऑफ असम (United Liberation Front of Asom) भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम में सक्रिय एक प्रमुख आतंकवादी और उग्रवादी संगठन हैं। सशस्त्र संघर्ष के द्वारा असम को एक स्वतंत्र राज्य बनाना इसका लक्ष्य है। भारत सरकार ने इसे सन् १९९० में प्रतिबन्धित कर दिया और इसे एक 'आतंकवादी संगठन' के रूप में वर्गीकृत किया है। .

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उशोजी भाषा

उशोजी (Ushoji), जिसे उशोजो (Ushojo) भी कहते हैं, शीना शाखा की एक दार्दी भाषा है जो पाकिस्तान के ख़ैबर​-पख़्तूनख़्वा प्रान्त के कोहिस्तान और स्वात ज़िलों में बोली जाती है। .

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उस्मान ख़ालिद बट्ट

उस्मान ख़ालिद बट्ट एक पाकिस्तानी अभिनेता, निर्देशक, पत्रकार और लेखक हैं। वे एक नई सिंड्रेला (जीओ टीवी) और औन-ज़ारा (ए-प्लस इंटरनेश्नल) ड्रामों में विभिन्न किरदार अदा करने के लिए चर्चित हैं। .

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उस्मान ख़्वाजा

उस्मान तारिक़ ख्वाज़ा (अंग्रेजी:Usman Tariq Khawaja) (उर्दू: عثمان خواجہ‎; जन्म १८ दिसम्बर १९८६) पाकिस्तानी एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिलाड़ी है। ख़्वाजा को २०१०-११में एशेज श्रृंखला में १७ सदस्यीय टीम में चुना गया था। श्रृंखला के तीसरे मैच में रिकी पोंटिंग के अंगुली में चोट लगने के कारण ख्वाज़ा का नाम आगे आया था। ०३जनवरी २०११को ये ऑस्ट्रेलिया के ४१९वें खिलाड़ी बने थे। इनके अलावा उस्मान ख़्वाजा पहले ऐसे खिलाड़ी है जो पाकिस्तान के एवं मुस्लिम है जो ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलते हैं। ३१ जनवरी २०१६ को इन्होंने भारत के खिलाफ इन्होंने अपने ट्वेन्टी-ट्वेन्टी में अपने कैरियर की शुरुआत की। .

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उज़बेक लोग

दो उज़बेक बच्चे उज़बेक मध्य एशिया में बसने वाली एक तुर्की-भाषी जाति का नाम है। उज़बेकिस्तान की अधिकाँश आबादी इसी नसल की है, हालाँकि उज़बेक समुदाय बहुत से अन्य देशों में भी मिलते हैं, जैसे कि अफ़्ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिज़स्तान, तुर्कमेनिस्तान, काज़ाख़स्तान, रूस, पाकिस्तान, मंगोलिया और चीन के शिनजियांग प्रान्त में। विश्व भर में लगभग २.३ करोड़ उज़बेक लोग हैं और यह पूरे विश्व की मनुष्य आबादी का लगभग ०.३% हैं। भारत में मुग़ल सलतनत की स्थापना करने वाला बाबर भी नसल से उज़बेक जाति का ही था।, Suryakant Nijanand Bal, Lancer Publishers, 2004, ISBN 978-81-7062-273-4,...

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ऋचा चड्ढा

ऋचा चड्ढा (जन्म: 28 दिसम्बर 1988) बॉलीवुड में कार्यरत एक अभिनेत्री हैं। ऋचा चड्ढा ने अनुराग कश्यप की फिल्म क्लिक करें 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में एक अधेड़ उम्र महिला का किरदार निभाया है। इससे पहले वो दिबाकर बनर्जी की फिल्म 'ओए लकी लकी ओए' में हीरोइन नीतू चंद्रा की बड़ी बहन का रोल निभा चुकी हैं। फुकरे, गोलियों की रासलीला रामलीला, बेनी एंड बबलू आदि फिल्मो में काम किया हैं। .

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छत्तर

बलोचिस्तान, पाकिस्तान का नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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छाबरी

छाबरी, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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छाछरो

सिन्ध, पाकिस्तान, का एक नगर। श्रेणी:पाकिस्तान के शहर.

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छौंक

छौंक लगाने की तैयारी छौंक जिसे तड़का (पश्चिमी भाग) या बघार (दक्षिणी भाग) भी कहते हैं, मुख्यत: भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में विभिन्न व्यंजनों को पकाने में प्रयोग की जाने वाली एक विधि है। छौंक लगाने में घी या तेल को गर्म कर उसमें खड़े मसाले (अथवा पिसे मसाले भी) डाले जाते हैं ताकि उनमें समाहित सुगंधित तेल उनकी कोशिकाओं से निकल कर, उस व्यंजन जिसमें इन मसालों को मिलाया जाना है, को, उसका वो खास स्वाद प्रदान कर सकें। छौंक को किसी व्यंजन की शुरुआत या फिर अंत में मिलाया जा सकता है। शुरुआत मे लगे छौंक में अमूमन खड़े मसालों के साथ साथ पिसे मसाले और नमक भी मिलाया जाता है जबकि अंत में लगे छौंक में अक्सर खड़े मसाले ही डाले जाते हैं। शुरुआत में लगा छौंक अक्सर सब्जी पकाने में प्रयोग किया जाता है, जबकि दाल, सांबर आदि व्यंजनों में इसे अंत में मिलाया जाता है। .

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छोटी बाला

छोटी बाला, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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छोटी ज़रीन

छोटी ज़रीन, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के डेरा ग़ाज़ी ख़ान ज़िले का एक कस्बा और यूनियन परिषद् है। यहाँ बोले जाने वाली प्रमुख भाषा पंजाबी है, जबकि उर्दू प्रायः हर जगह समझी जाती है। साथ ही अंग्रेज़ी भी कई लोगों द्वारा काफ़ी हद तक समझी जाती है। प्रभुख प्रशासनिक भाषाएँ उर्दू और अंग्रेज़ी है। .

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१ फ़रवरी

1 फरवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 32वां दिन है। साल मे अभी और 333 दिन बाकी है (लीप वर्ष मे 334)। .

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१ जनवरी

१ जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का पहला दिन है। वर्ष में अभी और ३६४ दिन बाकी है (लीप वर्ष में ३६५)। .

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१ई+११ मी॰²

क्यूबा का क्षेत्रफल लगभग १,००,००० कि.मी२ है। विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों के परिमाण के क्रम समझने हेतु यहां १,००,००० वर्ग कि.मी से १०,००,००० वर्ग कि.मी के क्षेत्र दिये गए हैं।.

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१ई+९ मी॰²

The Flevopolder in the Netherlands is about 1000 km². To help compare orders of magnitude of different geographical regions, we list here areas between 1,000 km2 and 10,000 km2.

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१० दिसम्बर

10 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 344वाँ (लीप वर्ष में 345वाँ) दिन है। साल में अभी और 21 दिन बाकी हैं। .

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१० जनवरी

10 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 10वाँ दिन है। साल में अभी और 355 दिन बाकी है (लीप वर्ष में 356)। .

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१० जुलाई

१० जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९१वॉ (लीप वर्ष मे १९२ वॉ) दिन है। साल मे अभी और १७४ दिन बाकी है। .

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१२ अप्रैल

12 अप्रैल ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 102वाँ (लीप वर्ष मे 103वाँ) दिन है। साल मे अभी और 263 दिन बाकी है। .

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१३ दिसम्बर

13 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 347वॉ (लीप वर्ष में 348 वॉ) दिन है। साल में अभी और 18 दिन बाकी है। .

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१३ नवम्बर

१३ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१७वॉ (लीप वर्ष मे ३१८ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४८ दिन बाकी है। .

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१३ मई २००८ जयपुर बम विस्फोट

13 मई, 2008 को जयपुर में शृंखलाबद्ध सात बम विस्फोट किए गए। विस्फोट १२ मिनट की अवधि के भीतर घनी आबादी वाले स्थलों पर किए गए। आठवाँ बम निष्कृय पाया गया। प्रारंभिक सूचनाओं में मृतकों कि संख्या ६० बताई गई थी। इन विस्फोटों को हवा महल के निकट सहित विभिन्न इलाकों में साइकिलों के जरिये अंजाम दिया गया, जहाँ विदेशी पर्यटक आमतौर पर आते हैं। विस्फोटों के बाद काफी देर तक शहर की मोबाइल और टेलीफोन लाइनें जाम हो गईं, जिससे दूसरे शहरों में मौजूद लोग अपने परिजनों और रिश्तेदारों की खैरियत जानने के लिए परेशान होते रहे। ये धमाके त्रिपोलिया बाजार, जौहरी बाजार, माणक चौक, बड़ी चोपड़ और छोटी चोपड़ पर हुए। त्रिपोलिया बाजार में भी एक विस्फोट हुआ, जहाँ एक हनुमान मंदिर है और उस समय वहाँ भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। ये सभी धमाके दो किलोमीटर के दायरे में हुए। पुलिस ने कहा कि हनुमान मंदिर के निकट बम निरोधक दस्ते ने एक विस्फोटक को निष्क्रिय कर दिया है। मौके पर खून बिखरा पड़ा था। धमाके इतने शक्तिशाली थे कि कुछ लोगों के शव तो कुछ फुट ऊपर तक उड़ गए। हमले की साजिश काफी सावधानी से रची गई थी। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक एएस गिल ने कहा कि निश्चित तौर पर यह आतंकवादी हमला था। .

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१४ दिसम्बर

14 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 348वॉ (लीप वर्ष मे 349 वॉ) दिन है। साल में अभी और 17 दिन बाकी है। भारत देशमें १४ दिसम्बर के रोज राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिन मनाया जाता है। .

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१४ अगस्त

14 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 226वॉ (लीप वर्ष में 227 वॉ) दिन है। साल में अभी और 139 दिन बाकी है। .

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१५ दिसम्बर

१५ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४९वॉ (लीप वर्ष मे ३५० वॉ) दिन है। साल में अभी और १६ दिन बाकी है। .

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१५ अगस्त

15 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 227वॉ (लीप वर्ष मे 228 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 138 दिन बाकी है। .

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१६ दिसम्बर

१६ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३५०वाँ (लीप वर्ष मे ३५१वाँ) दिन है। वर्ष में अभी और १५ दिन बाकी है। .

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१६ जुलाई

१६ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९७वॉ (लीप वर्ष में १९८ वॉ) दिन है। साल में अभी और १६८ दिन बाकी है। .

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१७ दिसम्बर

17 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 351वॉ (लीप वर्ष मे 352 वॉ) दिन है। साल में अभी और 14 दिन बाकी है। .

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१७ जुलाई

१७ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १९८वॉ (लीप वर्ष में १९९वॉ) दिन है। वर्ष में अभी और १६७ दिन बाकी है। .

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१७२५ तक क्रिकेट का इतिहास

क्रिकेट के ज्ञात मूल से लेकर इंग्लैंड का प्रमुख खेल बन जाने और अन्य देशों में इसकी शुरुआत किये जाने तक इस खेल के विकास के पदचिह्न 1725 तक क्रिकेट का इतिहास में दर्ज हैं। क्रिकेट पर पुराना निश्चित सन्दर्भ 1598 में मिलता है और इससे साफ हो जाता है कि क्रिकेट 1550 की सदी में खेला जाता था, लेकिन इसकी असली उत्पत्ति एक रहस्य ही है। एक निश्चित हद तक इतना कहा जा सकता है कि इसकी शुरूआत 1550 से पहले हुई थी, दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के केंट, ससेक्स, सरे में से कहीं से हुई, ज्यादा संभावना उस क्षेत्र से जो वेल्ड के रूप में जाना जाता है। दूसरे खेलों जैसे कि स्टूलबॉल और राउंडर्स की तरह, बल्लेबाज़, गेंदबाज़ और क्षेत्ररक्षकों के साथ क्रिकेट अपेक्षाकृत छोटे घास पर खेला जा सकता है, विशेष रूप से 1760 के दशक तक गेंद मैदान में दिया जाता था। इसलिए जंगलों की सफाई और जहां भेड़ चरते हैं, खेल के लिए उपयुक्त जगह हो सकती है। क्रिकेट के बारे में छिटपुट उपलब्ध जानकारी से पता चलता है कि मूल रूप से यह बच्चों का खेल था। इसके बाद 17वीं शताब्दी में इसे कर्मचारियों द्वारा अपना लिया गया। चार्ल्स प्रथम के शासनकाल के दौरान इसके संरक्षक और कभी-कभी खिलाड़ी के रूप में कुलीन वर्ग की दिलचस्पी इसमें बढ़ने लगी। उनके लिए इसमें सबसे बड़ा आकर्षण यह था कि इस खेल में जुआ खेलने की गुंजाइश थी और इसी कारण प्रत्यावर्तन के बाद के वर्षों में यह फैलता गया। हनोवेरियन शासन के समय से, क्रिकेट में निवेश ने पेशेवर खिलाड़ी और पहला प्रमुख क्लब तैयार किया, इस तरह लंदन और दक्षिण इंग्लैंड में यह खेल लोकप्रिय सामाजिक गतिविधि के रूप में स्थापित हुआ। इस बीच अंग्रेज़ उपनिवेशवादियों ने उत्तर अमेरिका और वेस्ट इंडीज में क्रिकेट की शुरुआत की; और ईस्ट इंडिया कंपनी के नाविक और व्यापारी इसे भारतीय उपमहाद्वीप ले गये। .

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१९ फरवरी २००७ समझौता एक्सप्रेस विस्फोट

19 फ़रवरी 2007 समझौता एक्सप्रेस विस्फोट एक आतंकवादी घटना है, जिसमे 19 फरवरी, 2007 को भारत और पाकिस्तान के वीच चलने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस मे विस्फोट हुए। यह ट्रेन दिल्ली से अटारी, पाकिस्तान जा रही थी, विस्फोट हरियाणा के पानीपत जिले में चांदनी बाग पुलिस स्टेशन के अंतर्गत शिवा गांव के नजदीक हुए। विस्फोट से लगी आग में कम से कम 66 व्यक्तियों की मौत हो गई तथा 13 अन्य घायल हो गए। मारे गए ज़्यादातर लोग पाकिस्तानी नागरिक थे। यह विस्फोट पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख़ुर्शीद महमूद कसूरी के भारत यात्रा के एक दिन पहले हुआ। जाँच के दौरान ट्रेन मे और विस्फोटक साम्रगियाँ भी पाई गई। बाद मे बचे हुए आठ डब्बो के साथ ट्रेन को पाकिस्तान के लाहौर शहर की ओर रवाना कर दिया गया। इन विस्फोटो की भारत और पाकिस्तान में व्यापक निंदा हुई। .

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१९ जून

19 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 170वाँ (लीप वर्ष में 171 वाँ) दिन है। साल में अभी और 195 दिन बाकी हैं। .

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१९वें कुशक बकुला रिनपोछे

१९वें कुशक बकुला रिनपोछे (19th Kushok Bakula Rinpoche; 21 मई, 1917 - 4 नवम्बर, 2003) कुशक बकुला रिनपोछे के अवतार माने जाते हैं। वे लद्दाख के सर्वाधिक प्रसिद्ध लामाओं में से एक थे। वे भारत के अन्तरराष्ट्रीय राजनयिक भी थे। उन्होने मंगोलिया एवं रूस में बौद्ध धर्म के पुनरुत्थान के लिये उल्लेखनीय योगदान दिया तथा भारत में निवास कर रहे तिब्बती शरणार्थियों से उनका सम्बन्ध स्थापित किया। १९८८ में उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। २००५ में लेह विमानपत्तन का नाम उनके नाम पर बकुला रिनपोछे विमानपत्तन रखा गया। .

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१९४७ का भारत-पाक युद्ध

भारत और पाकिस्तान के बीच प्रथम युद्ध सन् १९४७ में हुआ था। यह कश्मीर को लेकर हुआ था जो १९४७-४८ के दौरान चला। .

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१९५३

1953 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९५६ का पाकिस्तानी संविधान

1956 का संविधान पाकिस्तान में मार्च 1956 से अक्टूबर 1958 तक लागू पाकिस्तान की सर्वोच्च विधि संहिता व संविधान थी, जिसे 1958 के तख्तापलट को बाद निलंबित कर दिया गया था। यह पाकिस्तान का पहला संविधान था। .

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१९६२ का पाकिस्तानी संविधान

1962 का पाकिस्तानी संविधान एक कानूनी दस्तावेज था, जिसे जून 1962 में लागू किया गया था। रह जून 1962 से मार्च 1969 तक पाकिस्तान की सर्वोच्च विधि संहिता थी। 1956 के संविधान की तरह इसे 1969 में निलंबित कर दिया गया था। अंत्यतः इसे 1973 के संविधान से बदल दिया गया, जो अब भी लागू है। .

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१९६५ का भारत-पाक युद्ध

१९६५ का भारत-पाक युद्ध उन मुठभेड़ों का नाम है जो दोनों देशों के बीच अप्रैल १९६५ से सितम्बर १९६५ के बीच हुई थी। इसे कश्मीर के दूसरे युद्ध के नाम से भी जाना जाता है। भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू और कश्मीर राज्य पर अधिकार के लिये बँटवारे के समय से ही विवाद चल रहा है। १९४७ में भारत-पाकिस्तान के बीच प्रथम युद्ध भी कश्मीर के लिये ही हुआ था। इस लड़ाई की शुरूआत पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को घुसपैठियों के रूप में भेज कर इस उम्मीद में की थी कि कश्मीर की जनता भारत के खिलाफ विद्रोह कर देगी। इस अभियान का नाम पाकिस्तान ने युद्धभियान जिब्राल्टर रखा था। पांच महीने तक चलने वाले इस युद्ध में दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गये। इस युद्ध का अंत संयुक्त राष्ट्र के द्वारा युद्ध विराम की घोषणा के साथ हुआ और ताशकंद में दोनों पक्षों में समझौता हुआ। इस लड़ाई का अधिकांश हिस्सा दोनों पक्षों की थल सेना ने लड़ा। कारगिल युद्ध के पहले कश्मीर के विषय में कभी इतना बड़ा सैनिक जमावड़ा नहीं हुआ था। युद्ध में पैदल और बख्तरबंद टुकड़ियों ने वायुसेना की मदद से अनेक अभियानों में हिस्सा लिया। दोनो पक्षो के बीच हुए अनेक युद्धों की तरह इस युद्ध की अनेक जानकारियां दोनों पक्षों ने सार्वजनिक नहीं की। .

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१९६६

1966 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९७१

१९७१ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९७१ का भारत-पाक युद्ध

1971 भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। पूर्वी पाकिस्तान आजाद हो गया और बांग्लादेश के रूप में एक नया देश बना। 16 दिसंबर को ही पाकिस्तानी सेना ने सरेंडर किया था। करगिल युद्ध में भूमिका निभाने वाले रिटायर्ड कर्नल बीबी वत्स ने भारत की जीत और पाकिस्तान की हार के 10 बड़े कारण बताए। 1.

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१९७३

1973 ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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१९९६ क्रिकेट विश्व कप

१९९६ क्रिकेट विश्व कप, (आधिकारिक तौर पर विल्स विश्व कप) क्रिकेट विश्व कप का छठा संस्करण था। http://www.icc-cricket.com/cricket-world-cup/about/279/history यह पाकिस्तान, भारत और श्रीलंका में १४ फरवरी से १७ मार्च १९९६ को आयोजित किया गया। http://www.espncricinfo.com/ci/engine/series/60981.html टूर्नामेंट विल्स द्वारा प्रायोजित किया गया था और इसमे बारह टीमो ने भाग लिया था। प्रत्येक मैच ५० ओवर प्रति टीम का था और रंगीन कपड़ों में और सफेद गेंदों के साथ खेली गया था और अधिकतम मैच दूधिया रोशनी (फ्लडलाइट्स) के दौरान खेले गए थे। टूर्नामेंट का फाइनल श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच था, और श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को गद्दाफी स्टेडियम मे खेले गए फाइनल मे ७ विकेट से पराजित कर अपना पहला क्रिकेट विश्व कप जीता। http://www.espncricinfo.com/ci/engine/match/65192.html .

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१९९६ क्रिकेट विश्व कप फाइनल

१९९६ क्रिकेट विश्व कप क्रिकेट विश्व कप का छठवां संस्करण था जिसका फाइनल मैच श्रीलंका और ऑस्ट्रेलियाई टीम के बीच १७ मार्च १९९६ को पाकिस्तान के लाहौर में स्थित गद्दाफी स्टेडियम में खेला गया था जिसमें श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को ०७ विकेटों से हराया था। .

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२ दिसम्बर

2 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 336वॉ (लीप वर्ष मे 337 वॉ) दिन है। साल में अभी और 29 दिन बाकी है। .

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२ अगस्त

2 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 214वॉ (लीप वर्ष में 215 वॉ) दिन है। साल में अभी और 151 दिन बाकी है। चाईरोनिया की लड़ाई, 338 BC- 2 अगस्त में होता है। .

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२० नवंबर

२० नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२४वॉ (लीप वर्ष मे ३२५ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ४१ दिन बाकी है। .

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२० सितम्बर

२० सिंतम्बर। 20 सितंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 263वॉ (लीप वर्ष मे 264 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 102 दिन बाकी है पहला कान फिल्म समारोह। .

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२००१

2001 ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार २१वीं सदी का प्रथम वर्ष है। .

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२००५ कश्मीर भूकम्प

२००५ कश्मीर भूकम्प ८ अक्तूबर २००५ में उत्तरी पाकिस्तान के ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रान्त, पाक-अधिकृत कश्मीर और भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में आने वाला एक भूकम्प था। यह भारतीय मानक समय के अनुसार सुबह के ०९:२०:३९ बजे घटा और इसका उपरिकेंद्र पाक-अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुज़फ़्फ़राबाद के पास स्थित था। भारत व पाकिस्तान के अन्य क्षेत्रों के अलावा इसके झटके अफ़्ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान और चीन के शिंजियांग प्रान्त में भी महसूस करे गए। .

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२००७

वर्ष २००७ सोमवार से प्रारम्भ होने वाला ग्रेगोरी कैलंडर का सामान्य वर्ष है। .

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२००७ पेशावर बम हमला

२००७ पेशावर बम हमला.

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२००८

२००८ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। .

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२००८ एशिया कप

२००८ एशिया कप जो (स्टार क्रिकेट एशिया कप) के नाम से भी जाना जाता था। इस संस्करण में छः टीमों ने हिस्सा लिया था। इस एशिया कप का आयोजन पाकिस्तान ने किया था। इस एशिया कप का फाइनल मुकाबला श्रीलंका ने भारतीय क्रिकेट टीम को १०० रनों हराया था। .

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२००८ सिचुआन भूकंप

भूकंप का केन्द्र व प्रभावित क्षेत्र दर्षाता मानचित्र सिचुआन 2008 भूकंप 14:28:04.1 CST (06:28:04.1 UTC), 12 मई 2008, पर आया एक भूकंप है, वेन्चुआन प्रान्त (चीनी: 汶川县; पिन्यिन: Wènchuān Xiàn) इसका केन्द्र था, चीनी भूवैज्ञानिकों के अनुसार इसकी तीव्रता ७.८ रेक्टर थी, व संयुक्त राज्य अमेरिका भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार ७.९ थी। यह भूकंप 90 किलोमीटर (55 मील) के क्षेत्र में था। उत्तर पश्चिम में चेंग्दू, सिचुआन की राजधानी, में भूकंप महसूस किया गया दूर बीजिंग और शंघाई में, जहां दफ्तर की इमारतों को कंपन महसूस हुआ। यह भूकंप पाकिस्तान,थाईलैंड व वियतनाम में भी महसूस किया गया। राज्य के सरकारी आंकड़ों ने पुष्टि की है कि 13042 मृत और 24549 घायल हुए हैं। इन आंकड़ों में तेजी से वृद्धि की संभावना है, यह १९७६ के तांगशान भूकंप, जिसने लगभग 250000 लोग मारे थे, के बाद सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाला भूकंप है। श्रेणी:चीन में भूकंप.

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२००९

२००९ ग्रेगोरी कैलंडर का एक साधारण वर्ष है। वर्ष २००९ बृहस्पतिवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। संयुक्त राष्ट्र संघ, यूनेस्को एवं आइएयू ने १६०९ में गैलीलियो गैलिली द्वारा खगोलीय प्रेक्षण आरंभ करने की घटना की ४००वीं जयंती के उपलक्ष्य में इसे अंतर्राष्ट्रीय खगोलिकी वर्ष घोषित किया है। .

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२००९ में श्रीलंका क्रिकेट टीम पर हमला

२००९ में श्रीलंका क्रिकेट टीम पर हमलाहुआ जिसमें ०६ श्रीलंकाई खिलाड़ी घायल हुए जबकि २ अन्य स्टाफ सहित १ अम्पायर भी घायल हुए। इनके अलावा ६ पुलिसकर्मी तथा २ आरोपी भी मारे गए। .

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२०१०

वर्ष २०१० वर्तमान वर्ष है। यह शुक्रवार को प्रारम्भ हुआ है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष २०१० को अंतराष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इन्हें भी देखें 2010 भारत 2010 विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 2010 साहित्य संगीत कला 2010 खेल जगत 2010 .

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२०११

वर्ष २०११ शनिवार से प्रारम्भ होने वाला वर्ष है। .

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२०११ पाकिस्तान भूकम्प

२०११ पाकिस्तान भूकम्प १९ जनवरी २०११ को रात १:५३ (भारतीय समयानुसार) पर पाकिस्तान में आया शक्तिशाली भूकम्प था। दक्षिण पश्चिमी पाकिस्तान में रिक्टर पैमाने पर ७.४ की तीव्रता वाले इस भूकम्प का केन्द्र पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रान्त था। संयुक्त राज्य भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार इस भूकम्प का केन्द्र धरातल से ८४ किलोमीटर नीचे था जिस कारण इतनी अधिक तीव्रता ला सकने वाले इस भूकम्प से जन-धन की भारी क्षती नहीं हुई। इस भूकम्प के झटके पड़ोसी देशों और कुछ दूरी पर स्थित देशों तक में महसूस किए गए जैसे भारत, अफ़्गानिस्तान, ईरान, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन। मेर्साली परिमाप (मेप) पर इस भूकम्प की तीव्रता विभिन्न स्थानों पर इस प्रकार थी: इस्लामाबाद में मेप ४, कराची में मेप ४, मस्कट मेप मेप ४, दिल्ली में मेप ४, काबुल में मेप ३, दुबई में मेप ३ और अबू धाबी में मेप ३। इस भूकम्प से पाकिस्तान के दलबण्डिन में २०० मिट्टी के घरों के ढ़हने के समाचार हैं। क्वेटा में २ महिलाएँ भूकम्प के कारण हृदयाघात से मर गईं। क्वेटा भूकम्प-केन्द्र से लगभग ३३० किमी उत्तरपश्चिम में स्थित है, जहाँ तीव्रता मेप ४ थी। .

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२०१३

२०१३ ग्रेगोरियन कैलेंडर के मंगलवार को शुरू होने वाला एक वर्ष है। .

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२०१३ सीस्तान और बलोचिस्तान भूकम्प

२०१३ का सीस्तान और बलोचिस्तान भूकम्प एक ७.८ रिक्टर के माप वाला एक शक्तिशाली भूकम्प था जो १६ अप्रैल २०१३ में ईरान के सीस्तान व बलोचिस्तान प्रान्त में सरावान और ख़ाश नामक शहरों के बीच में आया था। इसके प्रभाव पूर्वी ईरान और दक्षिणी पाकिस्तान में बहुत थे लेकिन झटके भारत, संयुक्त अरब अमीरात और क़तर तक महसूस किये गये। ईरान में इसमें सैकड़ों मृत्यु हुई और दिल्ली में इसके झटके ३० सैकिन्ड से ज़्यादा देर तक चले। .

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२०१४ पेशावर स्कूल नरसंहार

२०१४ पेशावर स्कूल नरसंहार .

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२०१४ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० फाइनल

२०१४ आइसीसी विश्व ट्वेन्टी २० का फाइनल मैच ६ अप्रैल २०१४ को ढाका में शेर-ए-बांग्ला राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था। यह ५वां आईसीसी विश्व ट्वेंटी २० का संस्करण था। श्रीलंका ने २००९ और २०१२ में दो बार उप विजेता बनने के बाद इस मैच को छह विकेट से जीतकर पहली बार खिताब जीता। श्रीलंका भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड, वेस्ट इंडीज के बाद इस खिताब को जीतने वाली ५वीं टीम थी। इस मैच में स्टेडियम में, २५,००० दर्शकों ने देखने का आनन्द लिया था। .

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२०१५ क्रिकेट विश्व कप

आईसीसी (ICC) क्रिकेट विश्व कप २०१५, 11 वाँ आईसीसी क्रिकेट विश्व कप था, और इसकी मेजबानी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड द्वारा मिलकर की गई। यह 2015 फ़रवरी 14 - मार्च 29 तक चला जिसके दौरान 49 मैच 14 स्थानों में खेले गए। 26 मैच ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड, ब्रिस्बेन, कैनबरा, होबार्ट, मेलबोर्न, पर्थ और सिडनी में आयोजित किए गए तथा 23 मैच न्यूजीलैंड के ऑकलैंड, क्राइस्टचर्च, डुनेडिन, हैमिल्टन, नेपियर, नेल्सन और वेलिंग्टन में हुए। टूर्नामेंट का फाइनल मेलबोर्न क्रिकेट ग्रांउड पर खेला गया और इसे ऑस्ट्रेलिया ने जीता। .

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२०१६ में अमेरिका ने गिराए बम

राष्ट्रपति बराक ओबामा के शासन में अमेरिका अधिक आक्रामक रहा २०१६ में ओबामा ने विभिन्न देशों में २६,१७१ बम गिराए गए। यह आंकड़ा पूर्व राष्ट्रपति जार्ज डब्लू बुश के कार्यकाल से १३० फीसद अधिक रहा जिसमें हर तीन घंण्टे में तीन बम गिराए गये। .

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२०१७ अमरनाथ यात्रा आक्रमण

उत्तर भारत के जम्मू एवं कश्मीर राज्य में स्थित हिन्दू तीर्थ गुफ़ा अमरनाथ की श्रावण यात्रा को जा रहे श्रद्धालुओं के जत्थे पर १० जुलाई २०१७ को आतंकवादियों ने आक्रमण (हमला) किया था। इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के द्वारा किये गये इस आतंकी आक्रमण (हमले) में ७ श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई थी। भारत का आरोप है कि, इस आक्रमण में लश्कर ए तैयबा का आतंकी इस्माइल मुख्य आरोपी है। परन्तु पाकिस्तान में स्थित इस्लामिक आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा ने इस आक्रमण का दायित्व स्वीकार नहीं किया। १० जुलाई २०१७ दिनांक और तदनुसार श्रावण मास के प्रथम सोमवार को अनन्तनाग ज़िले में ये आक्रमण किया गया था। अमरनाथ भारत, नेपाल और दुनियाभर में निवास करने वालें हिन्दू धर्म के लोगों का प्रमुख यात्रा स्थल है। भारत में श्रावण मास के दिन और विशेषतः श्रावण के सोमवार के दिन हिन्दू धर्म में भगवान शिव जी के दर्शन करने का विशेष महत्त्व होता है। २०१७ में सोमवार के दिन ही श्रावण मास की शुरूआत हुई थी और प्रथम दिन ही यात्रियों पर ये आक्रमण किया गया था। .

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२१ नवम्बर

२१ नवम्बर ग्रीगोरी पंचाग का ३२५वां (लीप वर्ष में ३२६वां) दिन है। इसके बाद वर्षान्त तक ४० दिन और बचते हैं। .

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२१ जून

21 जून ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 172वाँ (लीप वर्ष में 173 वाँ) दिन है। साल में अभी और 193 दिन बाकी हैं। २१जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस भी भी मनाया जाता है जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में रखकर की जिसकी स्वीकृति संयुक्त राष्ट्र ने ११ दिसंबर २०१४ को दे दी। भारत में योग का प्रतिनिधित्व योगगुरु बाबा रामदेव करते है जिन्होंने लाखो गरीब लोगो को निशुल्क योग शिविर लगा कर कई गंभीर बीमारियों से निजात दिलाई है। योग मन की शांति का एक मार्ग है। .

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२२ नवम्बर

२२ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३२६वॉ (लीप वर्ष मे ३२७ वॉ) दिन है। साल मे अभी और ३९ दिन बाकी हैं। .

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२३ मार्च

23 मार्च ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 82वॉ (लीप वर्ष मे 83 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 283 दिन बाकी है। .

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२५ दिसम्बर

२५ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३५९वाँ (लीप वर्ष में ३६०वाँ) दिन है। वर्ष में अभी और ६ दिन बाकी है। .

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२५ अगस्त

25 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 237वॉ (लीप वर्ष मे 238 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 128 दिन बाकी है। .

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२६ जुलाई

२६ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का २०७वॉ (लीप वर्ष मे २०८ वॉ) दिन है। साल मे अभी और १५८ दिन बाकी है। .

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२७ दिसम्बर

२७ दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३६१वॉ (लीप वर्ष मे ३६२वॉ) दिन है। साल में अभी और ४ दिन बाकी है। .

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३ दिसम्बर

3 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 337वॉ (लीप वर्ष में 338 वॉ) दिन है। साल में अभी और 28 दिन बाकी है। १२३४५६७८९ .

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३० नवम्बर

30 नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 334वॉ (लीप वर्ष मे 335 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 31 दिन बाकी है। .

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४ दिसम्बर

4 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 338वॉ (लीप वर्ष में 339 वॉ) दिन है। साल में अभी और 27 दिन बाकी है। .

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४ जुलाई

४ जुलाई ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का १८५वॉ (लीप वर्ष में १८६ वॉ) दिन है। साल में अभी और १८० दिन बाकी है। .

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४ अक्टूबर

4 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 277वाँ (लीप वर्ष मे 278 वाँ) दिन है। साल मे अभी और 88 दिन बाकी है। ा.

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५ जनवरी

5 जनवरी ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 5वाँ दिन है। साल में अभी और 360 दिन बाकी हैं (लीप वर्ष में 361)। .

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५ अगस्त

5 अगस्त ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 217वॉ (लीप वर्ष मे 218 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 148 दिन बाकी है। .

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६ नवम्बर

६ नवंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३१०वाँ (लीप वर्ष मे 311 वॉ) दिन है। साल मे अभी और ५५ दिन बाकी है। .

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८ दिसम्बर

८ दिसम्बर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का ३४२वॉ (लीप वर्ष मे ३४३वॉ) दिन है। साल में अभी और २३ दिन बाकी है। .

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८ अक्तूबर

8 अक्टूबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 281वॉ (लीप वर्ष मे 282 वॉ) दिन है। साल मे अभी और 84 दिन बाकी है।.

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९ दिसम्बर

9 दिसंबर ग्रेगोरी कैलंडर के अनुसार वर्ष का 343वॉ (लीप वर्ष मे 344 वॉ) दिन है। साल में अभी और 22 दिन बाकी है। .

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1 गोरखा राइफल्स

1 गुरखा राइफल्स, भारतीय सेना का एक सैन्य-दल है। यह एक गोरखा इंफेंट्री रेजिमेंट है जिसमें नेपाली मूल के गोरखा सैनिक शामिल हैं। मूल रूप से 1815 में ब्रिटिश भारतीय सेना के हिस्से के रूप में इसका गठन किया गया था, बाद में, प्रथम किंग जॉर्ज पंचम की खुद की गोरखा राइफल्स (मलऊन रेजिमेंट) के शीर्षक को अपना लिया गया। हालांकि, 1947 में, भारत की स्वतंत्रता के बाद, इसे भारतीय सेना को हस्तांतरित किया गया सेना और 1950 में जब भारत एक गणराज्य बन गया, तो इसका नाम 1 गोरखा राइफल्स (मलऊन रेजिमेंट) रखा गया। रेजिमेंट को काफी लंबा अनुभव है और आजादी से पहले कई औपनिवेशिक संघर्षों, साथ ही प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध सहित कई संघर्षों में भाग लिया है। 1947 के बाद से रेजिमेंट संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों का हिस्सा भी रही है व 1965 और 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ अभियानों में भाग भी भाग लिया है। .

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11 सितम्बर 2001 के हमले

11 सितंबर के हमले (जिन्हें अक्सर सितम्बर 11 या 9/11 कहा जाता है) 11 सितम्बर 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर अल-क़ायदा द्वारा समन्वित आत्मघाती हमलों की एक श्रंखला थी। उस दिन सबेरे, 19 अल कायदा आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक यात्री जेट वायुयानों का अपहरण कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने जानबूझकर उनमें से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया, जिससे विमानों पर सवार सभी लोग तथा भवनों के अंदर काम करने वाले अन्य अनेक लोग भी मारे गए। दोनों भवन दो घंटे के अंदर ढह गए, पास की इमारतें नष्ट हो गईं और अन्य क्षतिग्रस्त हुईं। अपहरणकर्ताओं ने तीसरे विमान को बस वाशिंगटन डी॰सी॰ के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन में टकरा दिया। अपहरणकर्ताओं द्वारा वाशिंगटन डी॰सी॰ की ओर पुनर्निर्देशित किए गए चौथे विमान के कुछ यात्रियों एवं उड़ान चालक दल द्वारा विमान का नियंत्रण फिर से लेने के प्रयास के बाद, विमान ग्रामीण पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के पास एक खेत में जा टकराया। किसी भी उड़ान से कोई भी जीवित नहीं बचा। इन हमलों में लगभग 3,000 शिकार तथा 19 अपहरणकर्ता मारे गए। न्यूयॉर्क राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जून, 2009 तक अग्निशामकों एवं पुलिस कर्मियों सहित, 836 आपातसेवक मारे जा चुके हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हुए हमले में मारे गए 2,752 पीड़ितों में से न्यूयॉर्क शहर तथा पोर्ट अथॉरिटी के 343 अग्निशामक और 60 पुलिस अधिकारी थे। पेंटागन पर हुए हमले में 184 लोग मारे गए थे। हताहतों में 70 देशों के नागरिकों सहित नागरिकों की भारी संख्या थी। इसके अलावा, वहां कम से कम एक द्वित्तीयक मृत्यु हुई थी- चिकित्सा परीक्षक के अनुसार वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ढहने से धूल में प्रकटन के कारण हुए फेफड़ों के रोग की वजह से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका ने आतंक के विरुद्ध युद्ध शुरू करके हमले की प्रतिक्रिया व्यक्त की है: आतंकवाद को आश्रय देने वाले तालिबान को पदच्युत करने के लिए इसने अफगानिस्तान पर आक्रमण कर दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूएसए (USA) पैट्रियट एक्ट कानून भी बनाया। कई अन्य देशों ने भी अपने आतंकवाद विरोधी कानूनों को मजबूत बनाया तथा कानून प्रवर्तक क्षमताओं का विस्तार किया। कुछ अमेरिकी शेयर बाजार हमले के बाद सप्ताह के शेष दिनों में बंद रहे तथा फिर से खुलने पर भारी घाटा, खासकर एयरलाइन और बीमा उद्योग में, दर्ज किया। अरबों डॉलर के कार्यालय स्थान के नष्ट होने से लोअर मैनहटन की अर्थव्यवस्था को गंभीर हानि का सामना करना पड़ा। पेंटागन को हुए नुकसान के एक वर्ष के अंदर साफ कर दिया गया और मरम्मत कर दी गई तथा भवन के बगल में पेंटागन स्मारक का निर्माण किया गया। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थल पर पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 2006 में, एक नया कार्यालय टॉवर 7 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के स्थल पर पूर्ण हो गया। वर्तमान में नया 1 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थल पर निर्माणाधीन है और 2013 में पूर्ण होने पर 1,776 फुट (541मी) ऊंचाई वाली यह उत्तरी अमेरिका में सबसे ऊंची इमारत हो जाएगी। मूल रूप से तीन और टावर 2007 और 2012 के बीच उस स्थल पर बनाए जाने की उम्मीद की गई थी। 8 नवम्बर 2009 को फ्लाइट 93 नेशनल मेमोरियल की परियोजना प्रारंभ का गई थी और प्रथम चरण का निर्माण 11 सितम्बर 2011 को हमलों की दसवीं सालगिरह के लिए तैयार हो जाने का आशा है। .

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1954 एशियाई खेल

दूसरे एशियाई खेल (एशियाड २ के नाम से भी जाने जाते हैं) फिलिपींस की राजधानी मनिला में १ मई से ९ मई, १९५४ के बीच आयोजित किए गए थे। इन खेलों का औपचारिक उद्घाटन राष्ट्रपति रामोन मैगसेसे द्वारा १ मई १९५४ को ४:०२ अपराह्न किया गया था। उद्घाटन समारोह के अवसर पर मनिला के मलाटे स्थित रिज़ल मेमोरियल स्टेडियम में २०,००० लोग उपस्थित थे। अन्तओस के अनुरोध पर मशाल रिले और कौल्ड्रॉन प्रज्वलन को उद्घाटन समारोह से बाहर रखा गया ताकि ओलम्पिक खेलों की परम्परा को परिरक्षित रखा जा सके। मशाल विधि को १९५८ के एशियाई खेलों में पुनः लाया गया। हालाँकि मेज़बान द्वारा अन्तिम खिलाड़ी के लिए परेड में प्रवेश करने के लिए एक विशेष प्रशस्ति पत्र का समाधान दिया गया। बतौर मेज़बान, फिलिपींस स्टेडियम में प्रवेश करने वाला अन्तिम देश था। आन्द्रेस फ़्रांको, फिलिपींस के ध्वज वाहक थे। .

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1970 एशियाई खेल

छठे एशियाई खेल ९ दिसंबर से २० दिसंबर, १९७० के बीच बैंकाक, थाईलैण्ड में आयोजित किए गए थे। पहले इन खेलों का आयोजन दक्षिण कोरिया द्वारा किया जाना था लेकिन उत्तर कोरिया मिली धमकियों के चलते इन खेलों को बचाने के लिए पिछले मेज़बान थाइलैण्ड ने हस्तक्षेप किया और दक्षिण कोरिया के निधियों का उपयोग करते हुए इन खेलों की मेज़बानी की। १८ देशों के २, ४०० खिलाड़ियों ने इन खेलो में भाग लिया, जहाँ पर नौकायन प्रथमोप्रवेश क्रीड़ा था। .

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1974 एशियाई खेल

सातवें एशियाई खेल १ सितंबर से १६ सितंबर, १९७४ को तेहरान, ईरान में आयोजित किए गए थे। अर्यामेहर खेल परिसर इन खेलों के लिए बनाया गया था। मध्यपूर्व में इन खेलों का आयोजन पहली बार किया जा रहा था। तेहरान में हुए इन खेलों में एशिया के २५ देशों के ३,०१० खिलाड़ियों ने भाग लिया जो इन खेलों में अब तक सर्वाधिक संख्या थी। असिक्रीड़ा (फेन्सिंग), जिमनास्टिक और महिला बॉस्केटबॉल इन खेलों की खेल सूची में जोड़े गए। अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के अतिरिक्त इन खेलों में फिलिस्तीनीयों और एक जापानी उग्रवादी मत द्वारा मिली धमकियों के चलते अभूतपूर्व सुरक्षा व्यव्स्था की गई। अरब देशों, चीनी जनवादी गणराज्य, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया ने इस्राइल के साथ टेनिस, बॉस्केटबॉल और फुटबॉल खेलने से मना कर दिया। एशियाई खेल संघ, जिसने खेलों से दस महीने पूर्व एक सम्मेलन किया था, ने ताइवान का निष्कासन स्वीकार किया और चीनी जनवादी गणराज्य की इन खेलों में प्रविष्टि स्वीकार की। .

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1978 एशियाई खेल

आठवें एशियाई खेल ९ दिसंबर से २० दिसंबर, १९७८ के बीच बैंकाक, थाईलैण्ड में आयोजित किए गए थे। पाकिस्तान ने भारत और बांग्लादेश के साथ विवादों के चलते इन खेलों की मेजंबानी स्थगित कर दी। वित्तीय कारणों के चलते सिंगापुर खेलों की मेज़बानी करने से पीछे हट गया। थाईलैण्ड ने सहायता करने की पेशकश की और इसलिए एशियाड बैंकाक में आयोजित किया गया। राजनीतिक मोर्चे पर, इस्राइल को एशियाई खेलों से निष्कासित कर दिया गया। कुल २५ एशियाई देशों के ३,८४२ खिलाड़ियों ने इन खेलों में भाग लिया। पहली बार सम्मिलित किए गए खेल थे तीरंदाज़ी और गेंदबाजी। .

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1987 क्रिकेट विश्व कप

१९८७ क्रिकेट विश्व कप, (आधिकारिक तौर पर रिलायंस विश्व कप) क्रिकेट विश्व कप का चौथा संस्करण था। http://www.icc-cricket.com/cricket-world-cup/about/279/history यह भारत और पाकिस्तान में ८ अक्टूबर-८ नवंबर १९८७ को आयोजित किया गया। http://www.espncricinfo.com/ci/engine/series/60876.html टूर्नामेंट रिलायन्स इण्डस्ट्रीज द्वारा प्रायोजित किया गया था और इसमे आठ टीमो ने भाग लिया था। प्रत्येक मैच ५० ओवर प्रति टीम का था और पारंपरिक सफेद कपड़ों में और लाल गेंदों के साथ खेली गया था और सरे मैच दिन के दौरान खेले गए थे। टूर्नामेंट का फाइनल ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच था, और ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को इडेन गार्डेंस में खेले गए फाइनल में ७ रन से पराजित कर अपना पहला क्रिकेट विश्व कप जीता। http://www.espncricinfo.com/ci/engine/match/65117.html .

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2002 हॉकी विश्वकप (पुरुष)

हॉकी विश्वकप (पुरुष) 2002 हॉकी विश्वकप का 10 वां संस्करण था, जो कुआलालम्पुर, मलेशिया में 24 फ़रवरी से 5 मार्च 2002 के बीच आयोजित किया गया। जर्मनी ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हारते हुए अपना पहला विश्वकप जीता। तीसरा स्थान नीदरलैंड ने कोरिया को ३-२ अतिरिक्त समय में स्वर्णिम गोल की मदद से प्राप्त किया। .

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2006 हॉकी विश्वकप (पुरुष)

'हॉकी विश्वकप (पुरुष) 2006' हॉकी विश्वकप का 11 वां संस्करण था, जो मोंचेनग्लाडबाच, जर्मनी में 6 सितंबर से 17 सितंबर 2010 के बीच आयोजित किया गया। जर्मनी ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से हारते हुए इस विश्वकप को जीता। यह जर्मनी का लगातार दूसरा खिताब था, इसके पहले 2002 में भी जर्मनी ने विश्वकप खिताब हासिल किया था। तीसरा स्थान स्पेन ने प्राप्त किया। .

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2010 एशियाई खेल पदक तालिका

गुआंग्डोंग ओलम्पिक स्टेडियम एथलेटिक्स की प्रतिस्पर्धाओं का मेज़बान था। ग्वांगझोउ जिम्नेसियम में टेबल टेनिस व वॉलीबॉल की स्पर्धाए आयोजित की गई थी। 2010 एशियाई खेल (आधिकारिक तौर पर 16वे एशियाई खेल) एक बहु-खेल प्रतियोगिता थी जो चीन के ग्वांगझोउ शहर में 12 नवम्बर से 27 नवम्बर 2010, के बीच आयोजित की गई थी। 1990 में बीजिंग के उपरान्त ग्वांगझोउ एशियाई खेलों की मेज़बानी करने वाला दूसरा चीनी शहर था। खेलों में 45 एशियाई राष्ट्रीय ओलम्पिक समितियों (आई॰ओ॰सी॰) से चयनित 9,704 एथलीटों ने कुल 476 प्रतिस्पर्धाओं में विभाजित 42 खेलों में भाग लिया।शर्मा, मुकेश (27 नवम्बर 2010).

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2010 हॉकी विश्वकप (पुरुष)

हॉकी विश्वकप (पुरुष) 2010 हॉकी विश्वकप का 12 वां संस्करण था, जो नई दिल्ली, भारत में 28 फरबरी 2010 से 13 मार्च 2010 के बीच आयोजित किया गया। ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में जर्मनी को 2-1 से हारते हुए इस विश्वकप को जीता। यह ऑस्ट्रेलिया का दूसरा खिताब था, इसके पहले १९८६ में भी ऑस्ट्रेलिया ने विश्वकप खिताब हासिल किया था। तीसरा स्थान नीदरलैंड ने प्राप्त किया। .

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2014 भारत - पाकिस्तान बाढ़

सितम्बर 2014 में, मूसलाधार मानसूनी वर्षा के कारण भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर ने अर्ध शताब्दी की सबसे भयानक बाढ़ आई। यह केवल जम्मू और कश्मीर तक ही सीमित नहीं थी अपितु पाकिस्तान नियंत्रण वाले आज़ाद कश्मीर, गिलगित-बल्तिस्तान व पंजाब प्रान्तों में भी इसका व्यापक असर दिखा। 8 सितम्बर 2014 तक, भारत में लगभग 200 लोगों तथा पाकिस्तान में 190 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। भारत के गृह मंत्रालय के अनुसार 450 गाँव जल समाधि ले चुके हैं। .

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2014 राष्ट्रमण्डल खेल

2014 राष्ट्रमण्डल खेल (आधिकारिक XX राष्ट्रमण्डल खेल) ग्लासगो, स्कॉटलैंड, में 23 जुलाई से 3 अगस्त 2014 के मध्य आयोजित हुआ। यह ओलंपिक व एशियाड खेलों के बाद तीसरा सबसे बड़ी बहु-खेल स्पर्धा है। यह स्कॉटलैंड में होने वाला अब तक का सबसे बड़ा बहु-खेल आयोजन रहा जिसमे 4,560 खिलाड़ी 17 विभिन्न खेलों में भाग लिया। स्कॉटलैंड में इससे पूर्व एडिनबरा में 1970 और 1986 के राष्ट्रमण्डल खेल आयोजित कर चुका है। इन खेलों ने संगठन, लोगों की उपस्तिथि तथा उत्साह के कारण काफी प्रशंसा पाई। राष्ट्रमण्डल खेल संघ के प्रमुख माइक हूपर ने इन खेलों की प्रशंसा करते हुए अब तक इतिहास का असाधारण खेल करार दिया। स्कॉटलैंड की धरती पर तीसरी बार आयोजित हुए इन खेलों में यूनाईटेड किंगडम के गृह देशों इंग्लैंड, वेल्स तथा मेजबान स्कॉटलैंड ने सबसे अधिक पदक पा कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इंग्लैंड ने 1986 के खेलों के बाद पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया, जो कि स्कॉटलैंड में ही आयोजित हुए थे। किरिबाती ने राष्ट्रमण्डल खेल के इतिहास में अपना पहला पदक जीता, जो कि भारोत्तोलन की पुरुष 105 किग्रा स्पर्धा में स्वर्ण था। .

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2014 शीतकालीन ओलंपिक में पाकिस्तान

पाकिस्तान ने सोची में 2014 शीतकालीन ओलंपिक में रूस से 7 से 23 फरवरी 2014 तक हिस्सा लिया। पाकिस्तान की टीम में अल्पाइन स्कीइंग में एक एथलीट शामिल था। वैंकूवर में चार साल पहले की शुरुआत के बाद देश लगातार दूसरे खेलों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहा है। .

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2014 वाघा बॉर्डर आत्मघाती हमला

वाघा बॉर्डर लाहौर, पाकिस्तान में 2 नवंबर 2014 की शाम 05:30 बजे झंडा उतारने की रस्म के बाद एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट किया, जिसमें 60 लोग मारे गए और 200 से ज़्यादा घायल हुए। .

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2016 पाकिस्तान के मस्जिद में बम विस्फोट

पाकिस्तान के मस्जिद में बम विस्फोट के कारण 28 लोगों की मौत और तीस से अधिक लोग घायल हुए। यह विस्फोट 16 सितम्बर 2016 को हुआ था। इस विस्फोट में मरने वालों में चार बच्चे भी थे। जिसमें सभी दस वर्ष से कम उम्र वाले थे। इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान के जमात-उल-अहरार नामक आतंकी संगठन ने ली है। उनका कहना यह है कि 2009 में सेना ने उनके 13 आतंकियों को मार दिया था, इसलिए वे इसका बदला ले रहे हैं। यह पाकिस्तान में इस महीने दूसरा आतंकी हमला है। .

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2016 में इंग्लैंड ए टीम त्रिकोणीय श्रृंखला

इंग्लैंड टीम त्रिकोणीय सीरीज एक लिस्ट ए क्रिकेट टूर्नामेंट जुलाई 2016 में इंग्लैंड में आयोजित होने वाली है। इंग्लैंड, पाकिस्तान और श्रीलंका के दूसरे स्तर अंतरराष्ट्रीय टीमों के टूर्नामेंट में भाग लेंगे। .

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2016 गुलशन हमला

2016 गुलशन हमला 1 जुलाई 2016 को स्थानीय समय के अनुसार रात 9:20 बजे बांग्लादेश के राजधानी ढाका के गुलशन क्षेत्र में हुआ था। इसमें नौ हमलावरों ने ढाका के राजनयिक क्षेत्र में स्थित होली आर्टिसन बेकरी पर हमला किया। आतंकियों ने वहां बम भी फेंके और कई दर्जन लोगों को बंधक भी बना लिया। पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई। उनके द्वारा हमले के दौरान कथित तौर पर "अल्लाहु अकबर"! कहा गया। 20 विदेशी और 6 बंदूकधारी हमले के दौरान मारे गए। बंदूकधारियों में से एक को पकड़ लिया गया और 13 बंधकों को बांग्लादेश सेना ने छुड़वा लिया। .

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2016 क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला

क्वेटा पुलिस ट्रेनिंग सेंटर हमला, 24 अक्टूबर 2016 को क्वेटा के शरयब रोड स्थित पुलिस ट्रेेनिंग सेंटर में रात को हुए एक आत्मघाती हमला था। इस दौरान तीन आत्मघाती हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंंग की। आतंकी हमले में 60 कैडेट्स की मौत हो गई और 100 से ज्यादा कैडेट्स घायल हो गए। तीनों आत्मघाती हमलावरों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। पुलिस के अनुसार पांच से छह बंदूकधारियों ने इस हमले को अंजाम दिया जिसमें विस्फोटक सामग्री का भी इस्तेमाल किया गया था। हमले के समय मौजूद चश्मदीदों के अनुसार वे आतंकी आपस में अफगानी में बात कर रहे थे।पाकिस्तान पर इस साल का यह तीसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है। इससे पहले 27 मार्च को गुलशन-ए-इकबाल पार्क पर हुए फिदायीन हमले में कम से कम 74 लोगों की मौत हुई थी। 338 घायल हुए थे तथा इसी साल अगस्त में क्वेटा के सिविल हॉस्पिटल पर फिदायीन हमला हुआ था, जिसमें 73 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर वकील थे। .

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2017 दक्षिण एशिया बाढ़

राहत कार्य में जुटा भारतीय वायुसेना का हेलिकाप्टर 2017 में अत्यधिक मानसून की बारिश के कारण दक्षिण एशियाई देशों भारत, नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान में 4.1 करोड़ लोग विस्थापित हुए। कई हेक्टेयर कृषि भूमि बर्बाद हो गई। अकेले भारत में 600 लोगों की और कुल 1,200 लोगों की मौत हो गई। .

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2017 सेहवन आत्मघाती बम विस्फोट

एक आत्मघाती बम विस्फोट पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 16 फरवरी 2017 के दिन सूफ़ी संत लाल शहबाज़ कलंदर दरगाह पर हुआ। इस हमले में करीबन 100 लोग की मौत हो गयी और 250 से अधिक लोग घायल हो गये। आईएसआईएस ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली। आईएसआईएस ने अपनी समाचार एजेंसी "अमाक" के जरिए हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि आत्मघाती हमलावर ने दरगाह में शिया लोगों को निशाना बनाया। .

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4 गोरखा राइफल्स

4 गुरखा राइफल्स, भारतीय सेना का एक सैन्य-दल है। यह एक गोरखा इंफेंट्री रेजिमेंट है जिसमें नेपाली मूल के गोरखा सैनिकों शामिल हैं। मूल रूप से 1815 में ब्रिटिश भारतीय सेना के हिस्से के रूप में इसका गठन किया गया था, 1947 में, भारत की स्वतंत्रता के बाद, इसे भारतीय सेना को हस्तांतरित किया गया सेना और 1950 में जब भारत एक गणराज्य बन गया, तो इसका नाम 1 गोरखा राइफल्स (मलऊन रेजिमेंट) रखा गया। रेजिमेंट को काफी लंबा अनुभव है और आजादी से पहले कई औपनिवेशिक संघर्षों, साथ ही प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध सहित कई संघर्ष में भाग लिया है। 1947 के बाद से रेजिमेंट संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों का हिस्से हिस्सा भी रही है व 1965 और 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ अभियानों में भाग भी भाग लिया है।.

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यहां पुनर्निर्देश करता है:

Pakistan, पाक़िस्तान, पकिस्तान, इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान, इस्लामी गणराज्य पाकिस्तान।

पाकिस्तान के कस्टम अधिकारी का वतन कौन सा था?

लाहौर से आई सिख बीबी लाहौर को अपना वतन मानती है तथा लेखिका को वहाँ से नमक लाने को कहती है। पाकिस्तान में कस्टम अधिकारी दिल्ली को अपना वतन मानता है और उसे नमक ले जाने देता है। दिल्ली का कस्टम अधिकारी ढाका को अपना वतन मानता है।

भारत के कस्टम अधिकारी का नाम क्या था ?`?

उत्तर :- (ग) सुनील दास गुप्त।

हमारा वतन तो जी लाहौर है यह कथन किसका है?

लाहौर के कस्टम अधिकारी का यह कथन बहुत सारगर्भित है - उनको यह नमक देते वक्त मेरी तरफ़ से कहिएगा कि लाहौर अभी तक उनका वतन है और देहली मेरा, तो बाकी सब रफ़्ता - रफ़्ता ठीक हो जाएगा।

सफिया पाकिस्तान से क्या लाई?

Answer: सफ़िया को जब पता चला कि पाकिस्तान से नमक ले जाना कानून जुर्म है, तो वह द्वंद्व में पड़ गई। एक तरफ़ नमक उसके लिए ले जाना आवश्यक था। दूसरी तरफ़ वह कानून की मुज़रिम नहीं बनना चाहती थी।