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प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय
Author Updated on 22nd August 2022 Pregnancy और Periods दोनों एक दूसरे से कनेक्टेड हैं। पीरियड्सन आने या मिस होने पर प्रेगनेंसी की संभावना हो सकती है। प्रेगनेंसी के दौरान अगर ब्लीडिंग हुई तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। ब्लीडिंग होने के दूसरे कारण भी हो सकते हैं। ओव्यूलेशन के दौरान जब फीमेल एग और मेल स्पर्म फर्टिलाइज होते हैं तब प्रेगनेंसी होती है। प्रेगनेंट होने के बाद अगर ब्लीडिंग हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। पहली तिमाही में हल्की हल्की स्पॉटिंग हो सकती है, लेकिन अगर ब्लीडिंग हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। दूसरी और तीसरी तिमाही में हल्की स्पॉटिंग को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना गर्भपात (Miscarriage) या दूसरी किसी गंभीर समस्या की तरफ इशारा हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होने के कारण (Causes of bleeding in pregnancy)प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग होना सामान्य बात नहीं है। इससे मां और जन्म लेने वाले शिशु दोनों के लिए चिंताजनक स्थिति है।
प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होने पर जांच (Diagnosis of bleeding in pregnancy)प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग अलग-अलग कारणों से होती है। हर तिमाही में ब्लीडिंग होने के अलग कारण और इलाज होते हैं। सामान्य तौर पर प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होने पर अल्ट्रासाउंड किया जाता है। डॉक्टर सबसे पहले प्रेग्नेंट महिला की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछेंगे;
यूटीआई (यूरिन ट्रेक्ट इंफेक्शन) का अंदेशा होने पर यूरिन टेस्ट किया जा सकता है।
प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होने पर इलाज (Treatment of bleeding in pregnancy)प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग होने पर इलाज कारणों के अनुसार किया जाता है। (आगे पढ़ें: प्रेग्नेंसी में कैसे सोना चाहिए)
प्रेग्नेंसी में ब्लीडिंग रोकने के घरेलू उपाय (Home remedies of bleeding in pregnancy)पहले डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर की सलाह अनुसार निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं।
और पढ़े प्रेग्नेंसी में कैसे रखें अपना ख्याल? डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें| प्रेगनेंसी में कितने दिन तक ब्लीडिंग होती है?- जब भ्रूण होता है इम्प्लांट
फर्टिलाइजेशन यानी गर्भधारण होने के 10 से 12 दिन के बाद जब भ्रूण यूट्रस में इम्प्लांट होने लगता है उस दौरान भी हल्की ब्लीडिंग होती है जिसे पीरियड्स समझा जा सकता है। लेकिन ये मुश्किल से 2 या 3 दिन तक ही रहता है, पीरियड्स की तरह 5 से 7 दिन नहीं।
1 महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग क्यों होती है?प्रेग्नेंसी की शुरुआत में आपको हल्की ब्लीडिंग हो सकती है, लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं है। इसे 'स्पॉटिंग' (spotting) कहते हैं। ऐसा तब होता है, जब बढ़ता हुआ भ्रूण खुद को आपकी कोख की दीवारों में प्रत्यारोपित करता है। इस तरह की ब्लीडिंग अक्सर उस समय के आसपास होती है, जब आपके पीरियड का समय होने वाला होता है।
क्या प्रेग्नेंट होने के बाद भी पीरियड आता है?प्रेगनेंट होने पर ओवुलेशन नहीं होता है और न ही पीरियड आते हैं। पीरियड्स तभी आते हैं जब आप प्रेगनेंट नहीं होती हैं। हालांकि, प्रेगनेंसी के दौरान थोड़ी ब्लीडिंग महसूस हो सकती है, लेकिन यह मासिक चक्र की वजह से नहीं होगा। कुछ महिलाओं को तो स्तनपानी करवाने के दौरान भी पीरियड्स नहीं आते हैं।
प्रेगनेंसी में ब्लड आना क्या होता है?अस्थानिक गर्भावस्था (एक्टोपिक प्रेगनेंसी)
अस्थानिक गर्भावस्था में निषेचित डिंब गर्भाशय से बाहर प्रत्यारोपित हो जाता है। दुर्भाग्यवश, ऐसा होने पर शिशु विकसित नहीं हो सकता। ऐसी स्थिति में रक्तस्त्राव जारी रह सकता है, और यह गहरे रंग का और पानी जैसा पतला दिख सकता है।
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