हमारे चारो ओर का वातावरण जिसमें सभी जैविक- अजैविक घटक, प्राकृतिक तथा मानवनिर्मित वस्तुएं आदि उपस्थित है, पर्यावरण कहलाता है। पर्यावरण से ही धरती पर जीवन संभव है। मनुष्य तथा अन्य जीव जन्तुओं के लिए आवश्यक हवा, पानी, प्रकाश, मिट्टी, जंगल, गर्मी आदि पर्यावरण से ही प्राप्त होता है। मनुष्य के शारीरिक तथा मानसिक विकास के लिए पर्यावरण का स्वच्छ तथा समृद्ध होना आवश्यक है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने तथा इसके महत्व को समझाने के लिए हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। Show
पर्यावरण प्रदूषण तथा इसके लाभमनुष्यों का तेजी से विकसित होना, नये अविष्कार करना तथा उनके क्रियाकलाप दिन प्रतिदिन पर्यावरण को अत्यधिक क्षति पहुँचा रहें है। विशेषतौर पर युध्द अभ्यास, न्यूक्लियर पावर, संसाधनों का अत्यधिक दोहन, प्रदूषण पर्यावरण को बर्बाद कर रहें है। पर्यावरण से हमें अनगिनत फायदे है जिन्हे हम ताउम्र अदा नहीं कर सकते। वन और पौधे हानिकारक गैस जैसे कार्बन डाई आक्साइड को अवशोषित करते है, ये पानी को साफ करते है तथा बाढ़ आदि के खतरे को कम करते है। पर्यावरण में उपस्थित प्रकाश ऊर्जा का एक स्त्रोत है जो गर्मी, ऊर्जा, प्रकाश, विटामिन आदि कई आवश्यक चीजो की पूर्ती करता है। पर्यावरण बचाव तथा निष्कर्षपर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिए, एक ही वस्तु का कई बार प्रयोग करना चाहिए तथा उससे फिर किसी अन्य उपयोग मे लाना चाहिए। पालिथीन का प्रयोग तत्काल रूप से बन्द कर देना चाहिए, ये पर्यावरण के सबसे बड़े दुश्मन हैं। बढ़ती हुई जनसंख्या पर भी रोक लगाने की जरूरत है। पर्यावरण के प्रति हमें जिम्मेदार और जवाबदेह होना होगा। लोगो को जागरूक करने की भी जरूरत है। एक सकारात्मक सोच और निश्चय के साथ, हम लोग ही बदलाव ला सकते है। पर्यावरण पर निबन्ध (Essay on Environment) [500 Words]image source : www.unsplash.comप्रस्तावना- पर्यावरण और मनुष्य का घनिष्ठ सम्बन्ध है। हमारे चारो ओर का वातावरण ही पर्यावरण है और यह हमें सभी प्रकार के प्राकृतिक संसाधन आसानी से प्रदान करता है जिनके बिना जीवन की कल्पना करना भी असंभव है। पूरे ब्रम्हांड में धरती ही एक ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है। प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। पर्यावरण का अर्थपर्यावरण दो शब्दो से मिलकर बना है- परि + आवरण, जिसका मतलब है हमारे चारो ओर का वातावरण जिससे हम घिरे हुए हैं। पेड़- पौधे, हवा, पानी, जानवर, मनुष्य और अन्य जैविक तथा अजैविक पदार्थ आदि मिलकर पर्यावरण का निर्माण करते हैं। पर्यावरण से हमें जल, वायु, प्रकाश, गर्मी आदि अनेकों संसधान बड़ी ही सहजता से प्राप्त होते हैं। पर्यावरण किसी भी जीव के लिए अति आवश्यक है, प्रकृति ने हमें एक स्वच्छ और खूबसूरत पर्यावरण प्रदान किया है। पर्यावरण का महत्वपर्यावरण का हमारे जीवन में बहुत अत्यधिक महत्व है, क्योंकि प्रथ्वी पर जीवन पर्यावरण से ही संभव है। हम पर्यावरण के वास्तिवक मूल्य का अदांजा नही लगा सकते है। यह हमारे जीवन के लिए आवश्यक सभी वस्तुएं, सभी प्राणियों को समान रूप से बिना किसी भेदभाव के, मुहैया कराता है। यह पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखता है तथा प्रथ्वी पर विभिन्न जीवन चक्रों को बनाए रखता है। पर्यावरण हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक है। पर्यावरण पर मानव गतिविधियों का प्रभावप्रथ्वी पर मनुष्यों के द्वारा की जा रही गतिवधियों का पर्यावरण पर असर पड़ता है। गाड़ियों से निकलने वाला धुँआ, आवाज, फैक्ट्रयों से निकलने वाला कचरा, धुआँ, मोबाइल टावर की रेडियोएक्टिव तरंगे आदि मनुष्यो द्वारी की जा रही गतिविधियाँ है जिससे दिन प्रतिदिन पर्यावरणीय आपदाएं बढ़ती जा रही है जैसे- अम्लीय वर्षा, जलवायु परिवर्तन, ओजोन लेयर का पतला होना, पेड़ो की कटाई, हानिकारक कचड़ा उत्सर्जन, ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण, जनसंख्या वृध्दि आदि। पर्यावरण प्रदूषण के कारणप्रकृति ने हमें एक स्वच्छ पर्यावरण दिया था पर हमने इसके महत्व को नही समझा, हम इसे दूषित करने मे कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। यह हमारे भविष्य के लिए बहुत हानिकारक है और हमारे अस्तित्व को समाप्त करने मे सक्षम है। पर्यावरण प्रदूषण के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं-
पर्यावरण सुरक्षापर्यावरण की सुरक्षा का दायित्व हम सब का है, प्रत्येक व्यक्ति द्वारा किये गये बड़े अथवा छोटे कार्य पर्यावरण को सुरक्षित रखने में काफी मदद कर सकते हैं। हम अकेले या संगठन बनाकर कार्य कर सकते है तथा प्रकृति में फैल रहे कचरे को कम करना, पालिथीन का प्रयोग न करना, बैटरी वाहनों का प्रयोग करना आदि कुछ कार्य कर सकते हैं। ये भी पढ़े – Essay On Pollution In Hindi उपसंहारमनुष्य भोजन से लेकर दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली हर एक वस्तु के लिए पर्यावरण पर पूर्णतया निर्भर है। आधुनिक टेक्नोलाजी का इस्तेमाल करके हमने कई अविष्कार किये है जो मनुष्यों के जीवन को आसान बनाते है परन्तु यही अविष्कार हमारे पर्यावरण को अत्यधिक नुकसान भी पहुँचा रहे हैं। अतः एक स्वस्थ और संतुलित पारिस्थतिकी तन्त्र के लिए मनुष्य को अपने पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। Essay on Environment: FAQsपर्यावरण के बारे में निबंध कैसे लिखें?पर्यावरण के बारें में निबंध लिखने के लिए आप शुरूआत भूमिका बनाने से कर सकते है जैसे पर्यावरण क्या है, यह क्यों जरूरी है। इसके बाद कुछ महत्वपूर्ण विषय जैसे पर्यावरण प्रदूषण, इसे सुरक्षित कैसे रखा जाए इस बारे में बताकर अंत में निष्कर्ष लिखें। पर्यावरण का हमारे जीवन में क्या महत्व है निबंध?पर्यावरण की मदद से ही विभिन्न प्राणी, जीव- जन्तु आदि अपना भोजन पाते है और वे शरीर के लिए जरूरी हवा, पानी जैसी चीजें भी पर्यावरण से ही प्राप्त करते हैं। पर्यावरण का क्या अर्थ है?पर्यावरण दो शब्दों परि तथा आवरण से मिलकर बना हुआ है जिसका अर्थ है चारों ओर से घेरे हुए अर्थात वह प्राकृतिक चीजें जो हमारे आस पास है जैसे हवा, पानी, नदियाँ, पहाड़ आदि पर्यावरण का हिस्सा है। पर्यावरण के बारे में क्या लिखें?पर्यावरण क्या है, यह आम लोगों तथा जीव जन्तुओ के लिए क्यों आवश्यक है। इसे प्रदूषण से कैसे बचाएं आदि बातें पर्यावरण के बारें में लिखी जा सकती हैं। विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?विश्व पर्यावरण दिवस प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है। इसको मनाने का उद्देश्य लोगों को पर्यावरण के महत्व के बारे में जागरूक करना है तथा उसे सुरक्षित रखने में मदद करना है। पर्यावरण से आप क्या समझते हैं?"परि" जो हमारे चारों ओर है"आवरण" जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है,अर्थात पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ होता है चारों ओर से घेरे हुए। पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक एवं जैविक कारकों की समष्टिगत एक इकाई है जो किसी जीवधारी अथवा पारितंत्रीय आबादी को प्रभावित करते हैं तथा उनके रूप, जीवन और जीविता को तय करते हैं।
पर्यावरण क्या है पर निबंध?पर्यावरण जलवायु, स्वच्छता, प्रदूषण तथा वृक्ष का सभी को मिलाकर बनता है, और ये सभी चीजें यानी कि पर्यावरण हमारे दैनिक जीवन से सीधा संबंध रखता है और उसे प्रभावित करता है। मनुष्य और पर्यावरण एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं। पर्यावरण जैसे जलवायु प्रदूषण या वृक्षों का कम होना मानव शरीर और स्वास्थय पर सीधा असर डालता है।
पर्यावरण क्या है 100 शब्दों में समझाइए?दूसरे शब्दों में कहें तो पर्यावरण अर्थात वनस्पतियों, प्राणियों, और मानव जाति सहित सभी सजीवों और उनके साथ संबंधित भौतिक परिसर को पर्यावरण कहतें हैं वास्तव में पर्यावरण में वायु, जल, भूमि, पेड़-पौधे, जीव-जन्तु , मानव और उसकी विविध गतिविधियों के परिणाम आदि सभी का समावेश होता है।
पर्यावरण से आप क्या समझते हैं इसका महत्व लिखिए?पर्यावरण शब्द संस्कृत भाषा के परि उपसर्ग (चारों ओर) और आवरण से मिलकर बना है जिसका अर्थ है ऐसी चीजों का समुच्चय जो किसी व्यक्ति या जीवधारी को चारों ओर से आवृत्त किये हुए हैं। पारिस्थितिकी और भूगोल में यह शब्द अंग्रेजी के के पर्याय के रूप में इस्तेमाल होता है।
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