जैसे-जैसे मानव ने विकास किया हैं! वैसे-वैसे सूचनाओं को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाने के लिए भी द्रुत साधनों की आवश्यकता होने लगी हैं! कहतें हैं कि आवश्यकता आविष्कार की जननी होती हैं! जैसे-जैसे आवश्यकता बढ़ने लगी संचार के साधन भी बढ़ने लगे! इसी प्रकार धीरे-धीरे सूचना
आदान-प्रदान का विकास होने लगा। सूचना प्रौद्योगिकी (IT)को अन्ग्रेजी में INFORMATION TECHNOLOGY कहते हैं।एक विस्तृत क्षेत्र है जिसके अंतर्गत बहुत सारी चीजें आती हैं। आईये हम इसको साधारण भाषा में समझते हैं। सबसे पहले हम इसका शाब्दिक अर्थ देखतें हैं कि ये क्या होता हैं। दो शब्दों से मिलकर बने हैं:- अर्थात् किसी
विषयवस्तु के बारे में जानकारी देना, समाचार देना । यह जानकारी लिखित, मौखिक और सांकेतिक किसी भी रूप में हो सकती हैं। लिखित रूप में हम किसी को जैसे पत्र लिखकर सूचना पहुंचाते हैं तो ये एक प्रकार हो गया सूचना पहुंचाने का। इसी प्रकार मौखिक रूप में हम किसी को बोलकर संदेश देते हैं कि आपको यहाँ आना हैं, वहाँ जाना हैं आदि। सांकेतिक रूप में भी सूचनाओं का आदान-प्रदान होता हैं जैसे किसी को हाथ के इशारे से बुलाना आदि। इस प्रकार सूचना तीनों
रूपों में दी जा सकती हैं। सूचना तभी सार्थक होती हैं जब वह प्राप्त करने वाले को समझ आ जायें। अर्थात् तकनीकी। जैसे-किसी दूसरें देश में बैठे रिशतेदारों से बात करनी हैं तो हम लोग मोबाइल फोन का उपयोग करेंगे और मोबाईल से बात हो जायेगी। तो ये हुआ सूचना में प्रौद्योगिकी अर्थात् technology. हमनें यहाँ बैठे-बैठे ही दूर देश में अपने रिशतेदारों से बात कर ली हैं। WWW (
world wide web) से संसार बहुत छोटा प्रतित होने लगा हैं! सूचना प्रौद्योगिकी की परिभाषा–इस प्रकार दोस्तों सूचना प्रौद्योगिकी को साधरण भाषा में समझे तो सूचनाओ के आदान-प्रदान में विशेष तकनीक का प्रयोग करना,जिससे कि सूचनाओ के आदान प्रदान में आसानी हो जाए। इसी विशेष तकनीक को सूचना प्रौद्योगिकी कहते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी के विभिन्न भागयह सामान्यतः 3 भागो में अध्ययन किया जाता हैं। हालांकि कुछ विद्वान इसका दो और भाग मानते हैं- मानव संसाधन और इलेक्ट्रानिक संचार । इलेक्ट्रानिक संचार वर्तमान समय में व्यापार एवम् वाणिज्यिक क्षेत्र में अधिक काम आने लगा हैं अत: इसे सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) नाम से भी जाना जाता हैं । आएये इसके एक-एक भाग के बारे में जानते हैं। 1. NETWORK TECHNOLOGY IN HINDI (संचार प्रौद्योगिकी)संचार शब्द से ही स्पष्ट हैं कि इसमें संचार के माध्यम(मोबाइल,टेलिफोन,तार,इंटरनेट एवम् इंटरनेट से जुड़ी सभी चीजें आती हैं।) इंटरनेट में अथाह चीजें आती है। 2. Computer hardware in hindi (कंप्यूटर हार्डवेयर )इस भाग में कंप्यूटर हार्डवेयर से सम्बंधित समस्त युक्तियाँ आती हैं,जैसे-बड़े कंप्यूटर,मिनी कंप्यूटर,मेनफ्रेम कंप्यूटर, सभी प्रकार ले कंप्यूटर एवम् इनपुट,आउटपुट,और स्टोरेज की सभी प्रकार की डिवाइसेज कंप्यूटर हार्डवेयर मे ही आते हैं। 3. Computer software technology in hindi ( सॉफ़्टवेयर प्रौद्योगिकी )इसमें समस्त प्रकार के डेटा, सोफ्टवेयर प्रोग्रामिंग, सर्वर, BROWSERS, लेंग्वेज,कोडिंग आदि सभी आते हैं। यह भी पढ़े- blog या vlog निकट भविष्य में कौनसा बेहतर होगा! QR CODE से भी FRAUD होता हैं, जाने कैसे बचे? सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 PDFइस प्रकार सूचना प्रौद्योगिकी (IT) एक विस्तृत क्षेत्र हैं जो कि एक पेज में समझना मुश्किल हैं । information technology in hindiIT के बारे में अधिक जानकारी के लिए निम्न विडियो देखे ! सारांशइस पोस्ट में हमने सीखा कि सूचना प्रौद्योगिकी क्या होता हैं! और इससे विभिन्न भागो के बारे मे जाना ! इससे सम्बंधित सवालो की जानकारी भी प्राप्त करेंगे! आशा करता हूं यह जानकारी आपकों अच्छी लगी होगी और आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होगी! फिर भी आपके कोई सवाल या सुझाव हो तो बेझिझक कमेंट बॉक्स में कमेंट करें हम आपके सवालों का जवाब देने के लिए तत्पर रहेंगे! सूचना प्रौद्योगिकी FAQ IT का फुल फॉर्म क्या है ?IT का FULL FORM हैं information technology. ICT का फुल फॉर्म क्या है?INFORMATION AND COMMUNICATION TECHNOLOGY. INFORMATION का अर्थ क्या हैं?किसी विषयवस्तु के बारे में जानकारी देना, समाचार देना । यह जानकारी लिखित, मौखिक और सांकेतिक किसी भी रूप में हो सकती हैं। सूचना प्रौद्योगिकी की परिभाषा क्या हैं?साधरण भाषा में समझे तो सूचनाओ के आदान-प्रदान में विशेष तकनीक का प्रयोग करना,जिससे कि सूचनाओ के आदान प्रदान में आसानी हो जाए। इसी विशेष तकनीक को सूचना प्रौद्योगिकी कहते हैं। सूचना प्रौद्योगिकी के भाग?
When is an IT engineer ?कोई ऐसा व्यक्ति जो कंप्यूटर हार्डवेयर पर काम करता हैं। जो कंप्यूटर सिस्टम से जुड़ी समस्याओं को ठीक करता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर, हार्डवेयर इंजीनियर, ग्राफिक डिजाइनर, प्रोग्रामर शामिल हैं। सूचना प्रौद्योगिकी में संचार क्यों महत्वपूर्ण है समझाइए?मुख्य लेख: भारत में सूचना प्रौद्योगिकी
भाषा मानव जीवन का अभिन्न अंग है। संप्रेषण के द्वारा ही मनुष्य सूचनाओं का आदान प्रदान एवं उसे संग्रहित करता है। सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक अथवा राजनीतिक कारणों से विभिन्न मानवी समूहों का आपस में संपर्क बन जाता है। गत शताब्दी में सूचना और संपर्क के क्षेत्र में अद्भुत प्रगति हुई है।
सूचना प्रौद्योगिकी में संचार क्यों महत्वपूर्ण है उपयुक्त उदाहरण सहित?आईसीटी का प्रयोग
आईसीटी उपकरणों का प्रयोग जिम्मेदारी के साथ तथा बिना किसी भेदभाव के सूचना को ढूंढने, अन्वेषित करने, विश्लेषित करने, उसका आदान-प्रदान करने तथा प्रस्तुत करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के उपयोग क्या है?Suchna Aivam Sanchar Praudyogiki Ka Upyog
सूचना प्रौद्योगिकी ( ) आंकड़ों की प्राप्ति, सूचना (इंफार्मेशन) संग्रह, सुरक्षा, परिवर्तन, आदान-प्रदान, अध्ययन, डिजाइन आदि कार्यों तथा इन कार्यों के निष्पादन के लिये आवश्यक कंप्यूटर हार्डवेयर एवं साफ्टवेयर अनुप्रयोगों से सम्बन्धित है।
सूचना एवं संचार तकनीकी का उद्देश्य क्या है?सूचना एवं संचार तकनीकी विभाग (आईसीटी) का मुख्य उद्देश्य संस्थान में संजाल (नेटवर्किंग), ई-मेल एवं कम्प्यूटर सेवाएं उपलब्ध कराना है। विभाग का मुख्य क्रियाकलाप ई-मेल सेवा का उच्चीकरण, वेबसाइट, इण्टरनेट, डीएचसीपी, डीएनएस, रूटर, ब्रिज, एण्टी वायरस, बैक-अप, एवं डाटाबेस सर्वर का रखरखाव है।
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