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अपार धन प्राप्ति के लिए करें आंकड़ें की जड़ का सरल उपाय* धन प्राप्ति एवं सुख समृद्धि के लिए आकड़े की जड़ का सरल उपाय आंकड़े के पौधे में भगवान गणेश का वास माना जाता है। इसलिए इसकी जड़ बहुत ही शुभ फल देने वाली मानी जाती है। खासतौर पर धन लाभ की दृष्टि से यह बहुत प्रभावी मानी गई है। धन प्राप्ति एवं सुख समृद्धि का सरल उपाय :- * सबसे पहले आंकड़े की जड़ को जलाएं। उसकी राख बना लें। * आंकड़े की इस भस्म से परिवार के हर सदस्य को टीका लगाएं। माना जाता है कि यह आंकड़े की भस्म का तिलक घर-परिवार में सुख-समृद्धि लाता है। इस तरह आंकड़े की जड़ बहुत ही शुभ और पवित्र मानी जाती है। यह श्री यानी सुख-समृद्धि देती है, जिससे जीवन में असुरक्षा का भाव मिटता है और ईश्वर में आस्था बढ़ती है। विषयसूची
आंकड़े की जड़ क्या काम आती है?इसे सुनेंरोकेंसफेद आंकडे की जड़ से बनी गणपति प्रतिमा को श्वेतार्क गणेश कहते हैं। इसे घर में रखकर रोज पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और बेड लक दूर होता है। 2. आंकड़े के पौधे को घर के मुख्य दरवाजे के बाहर लगाने से घर को किसी की बुरी नजर नहीं लगती और परिवार के सदस्यों में भी प्रेम बना रहता है। सफेद आंकड़ा क्या काम आता है?इसे सुनेंरोकेंसफ़ेद अकौआ का उपयोग तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है। इसे तांत्रिक प्रयोगों से बचने के लिए किया जाता है। जिस घर में यह लगा होता है उस घर किसी भी प्रकार के तंत्र-मंत्र या जादू-टोने का असर नहीं होता है। मदार कितने प्रकार का होता है? इसे सुनेंरोकेंमदार का वैज्ञानिक नाम कैलोत्रोपिस गिगंटी है। यह आमतौर पर पूरे भारत में पाया जाता है। भारत में इसकी दो प्रजातियां पाई जाती हैं-श्वेतार्क और रक्तार्क। आंकड़े का पेड़ कौन सा होता है?इसे सुनेंरोकेंमदार (वानस्पतिक नाम:Calotropis gigantea) एक औषधीय पादप है। इसको मंदार’, आक, ‘अर्क’ और अकौआ भी कहते हैं। इसका वृक्ष छोटा और छत्तादार होता है। पत्ते बरगद के पत्तों समान मोटे होते हैं। आंकड़े की पूजा कैसे की जाती है?इसे सुनेंरोकेंशास्त्री उमाकांत अवस्थी ने बताया कि श्वेतार्क गणेश को लाल कपड़े पर रखकर लाल चंदन, अक्षत, लाल फूल, सिंदूर से पूजा करें। आंकड़े के जड़ रूप में साक्षात गणेश की पूजा से विद्या, धन, संतान, प्रापर्टी एवं शांति भी मिलती है। धूप जलाएं, भोग लगाएं, साथ ही एक सिक्का भी चढ़ाएं। सफेद आंकड़े के फूल कैसे होते हैं? इसे सुनेंरोकेंआंकड़े का पौधा मुख्यद्वार पर या घर के सामने हो तो बहुत शुभ माना जाता है। इसके फूल सामान्यत: सफेद रंग के होते हैं। विद्वानों के अनुसार, कुछ पुराने आंकड़ों की जड़ में श्रीगणेश की प्रतिकृति निर्मित हो जाती है जोकि साधक को चमत्कारी लाभ प्रदान करती है। मदार के फूल से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंकहा जाता है कि भगवान शिव को मदार का फूल अति प्रिय है. शिव पूजन में मदार का फूल अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं तथा भक्तों पर अपनी विशेष कृपा बरसाते हैं. शिव भगवान को मदार के पुष्प की माला चढ़ाने से समाज में स्थिरता, शांति और समृद्धि आती है. इसे सुनेंरोकेंधन प्राप्ति एवं सुख समृद्धि का सरल उपाय :- माना जाता है कि यह आंकड़े की भस्म का तिलक घर-परिवार में सुख-समृद्धि लाता है। इस तरह आंकड़े की जड़ बहुत ही शुभ और पवित्र मानी जाती है। यह श्री यानी सुख-समृद्धि देती है, जिससे जीवन में असुरक्षा का भाव मिटता है और ईश्वर में आस्था बढ़ती है। आंकड़े में पानी डालने से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंआक की जड़ पानी में घीस कर पिलाने से सर्प विष दूर होता है। आक की जड का धूँआ पीने से आतशक (सुजाक) रोग ठीक हो जाता है। ताबीज में क्या भरे? इसे सुनेंरोकेंयह किसी भी प्रकार की वस्तु हो सकती है, जैसे की काला धागा, रत्न, मूर्तियाँ, रुद्राक्ष, सिक्के, चित्र, अंगूठियाँ, पौधे, वग़ैराह। भारतीय उपमहाद्वीप में अक्सर यह किसी माला में कोई धार्मिक वस्तु पिरो के बनाए जाते हैं, जैसे कि रुद्राक्ष या एक छोटी सी थैली में बंद किसी मन्त्र या आयत की पर्ची। सेमल की जड़ के क्या फायदे हैं?सेमल की जड़ के फायदे
आंकड़ा खाने से क्या होता है?इसे सुनेंरोकेंएवं पत्तों पर कत्था चूना लगा कर पान समान खाने से दमा रोग दूर हो जाता है। तथा हरा पत्ता पीस कर लेप करने से सूजन पचक जाती है। कोमल पत्तों के धूँआ से बवासीर शाँत होती है। कोमल पत्ते खाय तो ताप तिजारी रोग दूर हो जाता है। सफेद अकौआ का क्या महत्व है? इसे सुनेंरोकेंवैसे तो वास्तु के हिसाब से दूध वाले पौधे अशुभ होते हैं, सफेद आक इस मामले में अपवाद है। जिस घर में यह पौधा फलता-फूलता है वहां हमेशा बरकत बनी रहती है। जिस घर में यह पौधा लगा होता है उस घर पर कोई बुरी नजर नहीं लगती और वह काली शक्तियों से भी मुक्त रहता है। उस घर में रहने वाले लोगों पर किसी जादू-टोने का असर नहीं होता। आंकड़े का पत्ता क्या काम आता है?इसे सुनेंरोकेंआक का पत्ता और डण्ठल को पानी में भिगो दें। इसे पीने से बवासीर की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। शरीर के किसी भी हिस्से में चोट लगने पर आक के पत्तों को गर्म करके बांध लें। इससे चोट से खून बहना बंद होने के साथ-साथ दर्द और सूजन भी दूर हो जाएगी। मदार की जड़ को कमर में कैसे बांधे?इसे सुनेंरोकेंमदार की जड़ कमर में बांधें यदि शादी के कई के वर्षों के बाद भी स्त्री गर्भवती नहीं हो पा रही है तो मदार की जड़ शुक्रवार को उखाड़ लें और उसे स्त्री की कमर में बांधने से गर्भधारण होता है। जो स्त्री गर्भ धारण नहीं कर पा रही है उसे प्रतिदिन नहाकर गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करना चहिए, ऐसा करने से संतान धन प्राप्त होता है। आंकड़े के पत्ते क्या काम में आते हैं? इसे सुनेंरोकेंकेवड़ा के पत्ते विषनाशक होते हैं। इसका इस्तेमाल जहर के असर को कम करने के लिए भी किया जाता है। यही नहीं केवड़ा की पत्तियों का उपयोग चेचक, खुजली, कुष्टरोग, ल्यूकोडर्मा के उपचार में भी किया जाता है। केवड़ा की पत्तियों को पीस कर इसके लेप को स्किन पर लगाया जाता है और ये बहुत ही कारगर उपचार साबित होता है। आक के पत्ते कैसे होते हैं?इसे सुनेंरोकेंसफेद आक के पौधे के पत्ते बरगद के पत्तों जितने मोटे होते हैं. जब पत्ते परिपक्व हो जाते हैं और झड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो ये पीले हो जाते हैं. इसमें छोटे फूल होते हैं जो गुच्छों में खिलते हैं. फूलों में रंगीन रेखाएं होती हैं, लेकिन मुख्य रूप से सफेद रंग के होते हैं. सफेद आंकड़ा की जड़ क्या होती है?क्या है सफेद आक का फूल
श्वेत आक के पौधे को गणपति जी का स्वरुप माना जाता है। ऐसा विश्वास किया जाता है कि अगर किसी पुराने श्वेत आक के पौधों की जड़ों को खोदा जाये और उसकी जड़ में से अगर गणेश जी की प्रतिमा प्राप्त होती है, तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है। कहते हैं इस प्रतिमा की पूजा करने से सारे दुखों का निवारण हो जाता है।
आंकड़े का जड़ क्या है?माना जाता है कि यह आंकड़े की भस्म का तिलक घर-परिवार में सुख-समृद्धि लाता है। इस तरह आंकड़े की जड़ बहुत ही शुभ और पवित्र मानी जाती है। यह श्री यानी सुख-समृद्धि देती है, जिससे जीवन में असुरक्षा का भाव मिटता है और ईश्वर में आस्था बढ़ती है।
सफेद आक की जड़ को कमर में बांधने से क्या होता है?- रविवार को पुष्य नक्षत्र में आक (मदार ) की जड़ बंध्या स्त्री की कमर में बाँध दे इससे गर्भधारण करके वह संतान को जन्म अवश्य ही देगी। - पति-पत्नी दोनो अथवा दोनो में से की भी आस्था और श्रद्धाभाव से भगवान श्रीकृष्ण का एक बालरूपी चित्र अपने कक्ष में लगाकर प्रतिदिन 108 बार निम्न मन्त्र का जप पुरे एक वर्ष तक करें।
आक की जड़ क्या काम आती है?2. आक की जड़ के छल के चूर्ण से दस्त और पेचिश का इलाज किया जाता है। 3. जोड़ों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आक के पत्तों को प्रभावित जगह पर बाँधा जाता है।
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