B.A.I, Political Science II / 2020 Show
प्रश्न 4. महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए सविनय अवज्ञा आन्दोलन की मुख्य घटनाओं का वर्णन कीजिए एवं उसके महत्त्व का विवेचन कीजिए।अथवा '' भारत में राष्ट्रीय चेतना के विकास में सविनय अवज्ञा आन्दोलन का क्या योगदान है ? समझाइए।अथवा '' महात्मा गांधी द्वारा चलाए गए सविनय अवज्ञा आन्दोलन का वर्णन कीजिए। इसका क्या परिणाम निकला?उत्तर– गांधीजी ने अहिंसात्मक सिद्धान्तों के आधार पर सन् 1920-21 में ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध असहयोग आन्दोलन प्रारम्भ किया था। इसके पश्चात् । देश की संवैधानिक समस्याओं को हल करने के लिए सरकार की ओर से साइमन कमीशन भारत आया, उसकी रिपोर्ट निरर्थक थी। इसके प्रत्युत्तर में कांग्रेस ने सरकार को नेहरू रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा इस रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए सरकार को एक वर्ष का समय दिया। इस अवधि के समाप्त हो जाने पर सन् 1929 के लाहौर अधिवेशन में 31 दिसम्बर की रात्रि को 12 बजे सभी कार्यकर्ताओं ने रावी नदी के तट पर तिरंगे झण्डे के नीचे 'पूर्ण स्वराज्य' की शपथ ली। इस अधिवेशन में 31 दिसम्बर को पूर्ण स्वराज्य की माँग के सम्बन्ध में प्रस्ताव इस प्रकार पारित हुआ, "वर्तमान परिस्थिति में कांग्रेस का गोलमेज सम्मेलन में भाग लेना बेकार है। कांग्रेस के संविधान की प्रथम धारा में 'स्वराज्य' शब्द का अभिप्राय पूर्ण स्वाधीनता से है। यह कांग्रेस अधिवेशन अखिल भारतीय कांग्रेस समिति को अधिकार देता है कि वह जब भी ठीक समझे, सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ कर दे, जिसमें करों का न देना भी शामिल है।" · सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ होने के कारणसविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ करने के प्रमुख कारण निम्नलिखित थे (1) सरकार ने सन् 1928 की नेहरू समिति की रिपोर्ट को ठुकरा दिया था। (2) भारत को औपनिवेशिक स्वराज्य प्रदान करने से मना कर दिया था। (3) विश्व मन्दी के कारण किसानों व मजदूरों की दशा बिगड़ चुकी थी और उनमें साम्यवादी विचारों का उदय हो रहा था, जिसे रोकने के लिए कांग्रेस को कदम उठाना आवश्यक था। (4) सन् 1928 में बारदोली (सूरत जिला) में सरदार पटेल ने भूमि कर न देने से सम्बन्धित आन्दोलन का सफल प्रयोग कर लिया था। (5) उपर्युक्त के अतिरिक्त गांधीजी ने यह अनुभव किया कि यदि देश में स्वाधीनता के लिए शीघ्र ही शान्तिपूर्ण व अहिंसक आन्दोलन न चलाया गया, तो देश में हिंसात्मक क्रान्ति की सम्भावना है। सविनय अवज्ञा आन्दोलन का कार्यक्रमसविनय अवज्ञा आन्दोलन आरम्भ करने से पहले महात्मा गांधी ने अपनी 11 माँगों की एक सूची तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन को भेजी थी। यह सूची आन्दोलन का कार्यक्रम था
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