ध्वज के 3 रंगों का क्या मतलब है? - dhvaj ke 3 rangon ka kya matalab hai?

तिरंगे के तीनों रंग क्या संदेश देते हैं?

राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग और उनका महत्व ध्वज में केसरिया रंग 'शक्ति और साहस' का ,सफेद रंग शांति और सच्चाई का और हरा रंग धरती की उर्वरता, वृद्धि और शुभता का प्रतीक है. इसके अलावा बीच में बना अशोक चक्र यह दर्शाता है कि 'गति में जीवन है और स्थायित्व में मृत्यु' और यह जीवन की गतिशीलता का संदेश देता है.

तिरंगे के बीच में अशोक चक्र क्यों है?

सारनाथ के स्तंभ से लिया गया है 'अशोक चक्र'- अशोक चक्र सारनाथ(वाराणसी) स्थित अशोक स्तंभ से लिया गया है. यह स्तंभ सम्राट अशोक के समय उनके धम्म (नैतिकता के नियम) के प्रचार के लिए बनवाया गया था. गौरतलब है कि प्राचीन भारत में सम्राट अशोक एक महान शासक हुए हैं जिन्होंने लोगों को दया,करुणा और प्रेम का संदेश दिया था.

त्रि रंग का प्रतीक क्या है?

इस तिरंगे के तीन रंगों में सबसे ऊपर केसरिया होता है, बीच में सफेद और नीचे हरा रंग रहता है। इन तीनों रंगों का अपना विशेष महत्व और मतलब है। केसरिया को साहस और बलिदान का प्रतीक कहा जाता है, सफेद रंग को शांति और सच्चाई का प्रतीक कहा जाता है जबकि हरा रंग संपन्नता का प्रतीक होता है।

तिरंगे का क्या महत्व है?

1) भारत का राष्ट्रीय ध्वज देश की स्वतंत्रता को दर्शाता है। 2) राष्ट्रीय ध्वज देश के गौरव का प्रतीक होता है। 3) राष्ट्र का झंडा उस देश की अखंडता को प्रदर्शित करता है। 4) राष्ट्रीय ध्वज लोगों में देशभक्ति की भावना को प्रेरित करता है।