उपभोक्ता को कितने भागों में बांटा गया है? - upabhokta ko kitane bhaagon mein baanta gaya hai?

उपभोक्ता एवं विधिक जागरूकता Class 10 Social Science स्वर्णिम भारत-प्रारंभ से 1206 ई तक Rajasthan State Board Solutions

उपभोक्ता एवं विधिक जागरूकता तथा सूचना का अधिकार

प्रश्न 1. उपभोक्ता किसे कहते हैं?
उत्तर जब व्यक्ति किसी वस्तु या सेवा का मूल्य देकर उसे प्राप्त करके उपभोग कर लाभ प्राप्त करता है “उपभोक्ता” कहलाता है।
प्रश्न 2. उपभोक्ता अधिनियम में उपभोक्ता को कितने भागों में बांटा गया है ?
उत्तर उपभोक्ता अधिनियम में उपभोक्ता को दो भागों में बांटा गया है –
1. माल का उपभोक्ता ,
2. सेवा का उपभोक्ता ।
प्रश्न 3. उपभोक्ता अधिनियम के अनुसार व्यक्ति शब्द में क्या-क्या बातें सम्मिलित है ?
उत्तर 1. पंजीकृत या अपंजीकृत फर्म
2. संयुक्त हिंदू परिवार
3. सहकारी संस्था
4. व्यक्तियों का कोई संघ चाहे समितियों के पंजीयन अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत हो अथवा नहीं ।
प्रश्न 4. उपभोक्ता का शोषण किसे कहा जाता है ?
उत्तर जब व्यक्ति किसी वस्तु या सेवा का प्रतिफल भुगतान प्राप्त करता है या भाड़े पर लेता है । क्रेता के अनुसार वस्तु या सेवा से लाभ प्राप्त नहीं होती है , तब उस स्थिति को ‘ उपभोक्ता का शोषण ‘ कहा जाता ।
प्रश्न 5. उपभोक्ता शोषण के कौन कौन से कारण हैं ?
उत्तर 1. उपभोक्ताओं का संगठित नहीं होना।
2 शिकायतों पर शीघ्र निर्णय नहीं होना ।
3. सरकार पर पूंजीपतियों का प्रभाव होना।
प्रश्न 6. उपभोक्ता शोषण को कितने भागों में बांटा गया है ?
उत्तर दो भागों में –
1. माल या वस्तु के रूप में , 2. सेवा के रूप में ।

प्रश्न 7. उपभोक्ता शोषण के माल यह वस्तु के रूप में शोषण किस प्रकार होता है ?
उत्तर 1. तोल , मात्रा , वजन तथा माप में कमी करना।
2. बताई गई या दर्शाई गई किस्म का नहीं होना।
3. अशुद्धता या मिलावट।
4. निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य वसूल करना।
5. वस्तु की अपेक्षित क्षमता व गुणवत्ता में कमी।
6. वस्तु का असुरक्षित होना ।
7. वस्तु के दोषों को जानबूझकर छुपाना।

उपभोक्ता एवं विधिक जागरूकता

प्रश्न 8. उपभोक्ता शोषण की सेवा के रूप में शोषण किस प्रकार होता है ?
उत्तर 1. सेवा का असुरक्षित व दोषयुक्त होना।
2. लाभ के स्थान पर हानि पहुंचाना ।
3. शारीरिक , मानसिक, व बौद्धिक क्षति पहुंचाना।
प्रश्न 9. उपभोक्ता संरक्षण का क्षेत्र माल विक्रय अधिनियम किस वर्ष से शुरू हुआ , अर्थात् किस वर्ष में पारित किया गया?
उत्तर वर्ष 1930 में शुरू हुआ ,अर्थात् वर्ष 1986 में पारित किया गया।
प्रश्न 10. उपभोक्ता अधिकार अधिनियम में 1986 की धारा 6 में उपभोक्ता के संरक्षण एवं संवर्धन करने के लिए किन अधिकारों का प्रावधान किया गया है?
उत्तर 1. परिसंकटमय माल के विरुद्ध संरक्षण का अधिकार
2. विभिन्न प्रकार की वस्तुएं या माल विभिन्न प्रतिस्पर्धी मूल्यों पर पाने का अधिकार
3. सूचित किए जाने या सूचना का अधिकार
4. उचित फर्मों के समक्ष ध्यान पाने का अधिकार
5. अनैतिक शोषण के विरुद्ध परितोष प्राप्त करने का अधिकार
6. उपभोक्ता शिक्षा पाने का अधिकार।
प्रश्न 11. उपभोक्ता विवादों के लिए स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व माल विक्रय अधिनियम कब बनाया गया था?
उत्तर 1930 में ।
प्रश्न 12. भारत में उपभोक्ता दिवस कब मनाया जाता है ?
उत्तर 24 दिसंबर को ।
प्रश्न 13. 24 दिसंबर को किस दिवस के रूप में मनाया जाता है ?
उत्तर उपभोक्ता दिवस के रूप में।
प्रश्न 14. भारतीय संसद में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम कब पारित किया गया था?
उत्तर 24 सितंबर 1986 को।
प्रश्न 15. उपभोक्ता अधिकार अधिनियम में कितने स्तरों पर उपभोक्ता विवाद निवारण की व्यवस्था की गई है?
उत्तर तीन स्तरों में वर्गीकृत किया गया है-
1 राष्ट्रीय स्तर पर
2 राज्य स्तर पर
3. जिला स्तर पर
प्रश्न 16. राजस्थान राज्य उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम कब पारित किया गया?
उत्तर 1987 में ।
प्रश्न 17. राजस्थान राज्य उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अनुसार कितने स्तरों में बांटा गया?
उत्तर राज्य स्तर।
जिला स्तर ।
प्रश्न 18. राजस्थान उपभोक्ता संरक्षण नियमावली 1986 के नियम के अनुसार कौन-कौन सी स्थितियां हैं?
उत्तर 1. राज्य आयोग का कार्यालय राज्य की राजधानी में स्थित होगा।
2. राज्य आयोग के कार्य दिवस कथा कार्यालय समय वही होंगे जो राज्य सरकार के हैं।
3. राज्य आयोग की शासकीय मुद्रा तथा संप्रतिक ऐसा होगा जैसा राज्य सरकार विनिर्दिष्ट करें।
4. राज्य आयोग बैठक जब सभी आवश्यक हो अध्यक्ष द्वारा बुलाई जाएगी।
प्रश्न 19. उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1987 के नियम 4 के अनुसार क्या-क्या स्थितियां हैं ?
उत्तर 1. जिला फोरम का कार्यालय जिला मुख्यालय पर स्थापित किया जाएगा ।
2. जिला फोरम के कार्य दिवस तथा कार्यालय समय वही होंगी जो राज्य सरकार के हैं।
3. जिला फोरम की शासकीय मुद्रा तथा प्रतिक ऐसा होगा जैसा राज्य सरकार विनिर्दिष्ट करें।
4. जिला फोरम की बैठक जब कभी आवश्यक हो अध्यक्ष द्वारा बुलाई जाएगी।
प्रश्न 20. उपभोक्ता विवाद निवारण के प्रावधान की निम्न बातें कौन-कौन सी हैं ?
उत्तर 1. वस्तु या सेवा का मूल्य तथा हर्जाने के लिए चाही गई राशि ₹20लाख से अधिक नहीं है तो प्रत्येक जिले पर स्थापित जिला फोरम पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है।
2. वस्तु या सेवा का मूल्य 1 करोड़ रुपये से अधिक है तो उपभोक्ता द्वारा अपनी शिकायत राष्ट्रीय उपभोक्ता संरक्षण आयोग में दर्ज करा सकता है ।
3. वस्तु या सेवा का मूल्य हर्जाने के रूप में दी गई राशि 20 लाख से अधिक और एक करोड रुपए तक है तो विवादों का निस्तारण कराने के लिए उपभोक्ता द्वारा राज्य आयोग में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
प्रश्न 21. विधिक जागरूकता के लिए कौन-कौन से कानून बनाए गए?
उत्तरण 1. सन् अट्ठारह सौ इक्यावन (1851) में विधिक सहायता आंदोलन उजागर हुआ ।
2. सन् 1980 में राष्ट्रीय स्तर पर विधिक सेवा सहायता विषय पर नियम बनाने के लिए माननीय न्यायमूर्ति पी. एन. भगवती के निरीक्षण में कमेटी बनाई गई ।
3. सरकार ने भारत में एकरूपता लागू करने के लिए विधिक सेवा अधिनियम 1987 में पारित किया इन सभी कानूनों को संपूर्ण देश में 5 नवंबर 1995 से प्रभावी किया गया।
4. 5 नवंबर को “राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस” मनाया जाता है ।
प्रश्न 22. विधिक सेवा प्राधिकरण स्थान कौन-कौन से हैं ?
उत्तर। 1. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण
2. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण
3. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण
4. तहसील विधिक सेवा प्राधिकरण।
प्रश्न 23. विधिक जागरूकता किसे कहा जाता है?
उत्तर नियमों तथा कानूनों की जानकारी समाज के सभी नागरिकों तक पहुंचाने का कार्य विधिक जागरूकता कहलाता है।
प्रश्न 24. राजस्थान उच्च न्यायालय कहां स्थित है?
उत्तर
प्रश्न 25. राजस्थान राज्य प्राधिकरण के कृत्य कौन-कौन से हैं ?
उत्तर 1. स्थाई लोक अदालतों का संचालन।
2. वैकल्पिक विवाद निराकरण व्यवस्था।
3. विधिक सेवा का प्रचार एवं प्रसार करना।
प्रश्न 26. राजस्थान राज्य सरकार द्वारा प्रमुख लाभकारी नियम योजनाएँ कौन-कौन सी है ?
उत्तर 1. दुर्घटना मृत्यु पर सहायता
2. चिकित्सा अनुदान राशि योजना
3. निर्माण श्रमिकों के बच्चों को छात्रवृत्ति
4. प्रसूति सहायता योजना
5. राजस्थान विश्वकर्मा और संगठित कामगार अंशदाई योजना
.6. मातृत्व लाभ अधिनियम 1961
7. कर्मचारी की सुरक्षा के लिए राज्य बीमा व भविष्य निधि योजना
8.बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006
9. नकल विरोधी कानून ।
प्रश्न 27. बाल विवाह किसे कहते हैं ?
उत्तर 21 वर्ष से कम आयु का लड़का तथा 18 वर्ष से कम आयु की लड़की की शादी बाल विवाह कहलाता है ।
प्रश्न 28. सूचना का अधिकार लोकसभा द्वारा कानून कब पारित हुआ अथवा राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कब लागू हुआ ?
उत्तर 15 जून 2005 को पारित हुआ तथा
13 अक्टूबर 2005 को लागू हुआ।
प्रश्न 29. सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत देश के नागरिकों को क्या अधिकार दिए गए ?
उत्तर 1. कोई भी नागरिक दस्तावेज या रिकार्ड देख सकता है और प्रमाणित प्रतियां ले सकता है।
2. कामों को भी देख सकता है।
3. काम में आने वाली सामग्री के नमूने ले सकता है ।
4. कंप्यूटर, सी.डी. तथा फ्लोपी में भी सूचना ले सकता है ।
प्रश्न 30. सूचना के अधिकार में व्यक्ति कौन – सी सूचनाएं प्राप्त नहीं कर सकता है ?
उत्तर 1. राज्य की सुरक्षा संबंधी सूचना
2. सुरक्षा रणनीति, विज्ञान एवं आर्थिक मामलों की गोपनीय जानकारी ।
3. विदेशों से प्राप्त गोपनीय सूचनाएं
4. जिससे न्यायालय, संसद या विधानसभा के अधिकार का हनन हो ।
5. गुप्तचर ब्यूरो , सीमा सुरक्षा बल , अपराध या जिससे सुरक्षा को खतरा हो।
प्रश्न 31. सूचना अधिकारी के रूप कौन कहँ-कहाँ कार्य करता है?
उत्तर ग्राम पंचायत में – सचिव या ग्राम सेवक
पंचायत समिति में – विकास अधिकारी
जिला परिषद में – मुख्य कार्यकारी अधिकारी
राज्य सरकार द्वारा सहायता प्राप्त संस्था में – मुख्य कार्यकारी अधिकारी
नगर पालिका में – अधिशाषी अधिकारी
विश्वविद्यालय में – कुल सचिव
सरकारी विभाग में – विभागाध्यक्ष के अधीन वरिष्ठतम् अधिकारी
शासन सचिवालय में – सचिव प्रशासन सुधार अधिकारी।
प्रश्न 32. अपील के समय में लोक सूचना मिलने के कितने दिन के अंदर उच्च अधिकारी के समक्ष प्रथम अपील की जा सकती है ?
उत्तर 30 दिन के अंदर।
प्रश्न 33. किस नागरिक को सूचना के विरुद्ध अपील करने का अधिकार है?
उत्तर प्रत्येक नागरिक को।

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उपभोक्ता को कितने भागों में बांटा गया?

Video Solution: उपभोक्ताओं को किन भागों में बांटा गया है? Solution : शाकाहारी, मांसाहारी, सर्वाहारी, परजीवी।

उपभोक्ता किसे कहते हैं और कितने प्रकार के होते हैं?

उपभोक्ता उस व्यक्ति को कहते हैं, जो विभिन्न वस्तुओं एवं सेवाओं का या तो उपभोग करता है अथवा उनको उपयोग में लाता है। वस्तुओं में उपभोक्ता वस्तुएं (जैसे गेहूं, आटा, नमक, चीनी, फल आदि) एवं स्थायी वस्तुएं (जैसे टेलीविजन, रेफरीजरेटर, टोस्टर, मिक्सर, साइकिल आदि) सम्मिलित है।

तृतीयक उपभोक्ता कौन कौन से हैं?

तृतीयक उपभोक्ता एक जानवर है जो प्राथमिक उपभोक्ताओं और माध्यमिक उपभोक्ताओं को खाकर अपना पोषण प्राप्त करता है। तृतीयक उपभोक्ता मांसाहारी शिकारी होते हैं, हालांकि वे सर्वाहारी भी हो सकते हैं, जो ऐसे जानवर हैं जो मांस और पौधे दोनों की सामग्री पर भोजन करते हैं।

मनुष्य कौन सा उपभोक्ता है?

मनुष्य को तब प्राथमिक उपभोक्ता माना जा सकता है जब वे पौधों और उनके उत्पादों पर भोजन करते हैं। जब वे प्राथमिक उपभोक्ता जानवरों को खाते हैं, तो उन्हें द्वितीयक उपभोक्ता भी माना जा सकता है। इसलिए, मनुष्य एक विशेष प्रकार की खाद्य श्रृंखला के दूसरे और साथ ही तीसरे पोषी स्तर पर हो सकता है।