उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती हैं क्यों? - utkrsht gaisen akriy hotee hain kyon?


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उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती हैं...

उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती हैं, क्यों ?

लिखित उत्तर

Solution : उत्कृष्ट गैसों की संयोजी कक्षा का विन्यास पूर्ण होता है जिसके कारण ये अधिक स्थायी होती हैं। इसके साथ-साथ इनकी आयनन ऊर्जा अधिकतम तथा इलेक्ट्रॉन बन्धुता शून्य होती है। इस कारण से उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती हैं।

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उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती है ...

उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती है । क्यों ?

लिखित उत्तर

Solution : इनके संयोजी कक्षा का विन्यास पूर्ण होने के कारण ये अधिक स्थायी है। साथ ही इनकी आयनन ऊर्जा अधिकतम तथा इलेक्ट्रॉन बंधुता शून्य होती है , इसी कारण ये गैसे अक्रिय है ।

उत्तर

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हेलो स्क्रीन सेवर क्वेश्चन पूछा गया उत्कृष्ट गैस से रासायनिक रूप से अक्रिय होती हैं तो हमें इसका आंसर देना है जो उत्कृष्ट कैसे होती है और असैनिक रूप से फ्री होती है क्यों ऐसा क्या कारण है कि उत्कृष्ट कैसे निकली होती हैं ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उत्कृष्ट कैसे जो होती हैं उनका जो बाय टर्म कोर्स होता है उसके बाय थम कोष में इलेक्ट्रॉन होते हैं मतलब वह प्लास्टिक पूर्ण कर चुके होते हैं सिर्फ इसमें हिलियम को छोड़कर बाकी सारे जितने भी इनके तत्व होते हैं वह सारे अपने आज तक पूर्ण कर चुके होते हैं जिस कारण क्या होता है यह बंद नहीं बनाते हैं और इसलिए इनकी प्रकृति जो होती है वह आखिरी हो जाती है और इसका मतलब यह है की प्रक्रिया फ्री होने का मतलब की रासायनिक अभिक्रिया में भाग नहीं लेते हैं तो यह उनके अक्रिय गैसों के कारण ट्रेनों में एक-एक करके यहां पर लिख देती हूं जिससे आपको अच्छे से समझ में आज तो यह कुछ इनके कारण है जिन कारण उत्कृष्ट कैसे रासायनिक रूप से फ्री होती है क्या है अग्नि तत्व के परमाणु की बाय थम कक्ष में

इलेक्ट्रॉन होते हैं मतलबी अपना आज तक पूर्ण कर चुके होते हैं सिर्फ फिल्म को छोड़कर जो बाकी सारी कैसे होती हैं सारे अपने आज तक पूर्ण कर चुकी है जिस कारण यह बंद नहीं बनाते हैं और इनकी प्रकृति कैसे हो जाती है फ्री हो जाती तो क्या लिखा है आखिरी हो जाती है और यह सैनिक अभिक्रिया में भाग नहीं ले पाते तो आशा करती हूं सर आपको समझ में आ गया होगा

उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती हैं क्यों? - utkrsht gaisen akriy hotee hain kyon?

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उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती हैं क्यों? - utkrsht gaisen akriy hotee hain kyon?

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(नवम्बर 2018)

अक्रिय गैसें हीलियम (He), निऑन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टॉन (Kr), ज़ेनॉन (Xe) तथा रेडॉन (Rn) आवर्त सारणी के शून्य वर्ग के तत्व हैं। शून्य वर्ग के तत्त्व रासायनिक दृष्टि से निष्किय होते हैं। इस कारण इन तत्वों को अक्रिय गैस या 'उत्कृष्ट गैस' कहा जाता हैं। रेडॉन को छोड़कर अन्य सभी गैसें वायुमंडल में पायी जाती हैं। अक्रिय गैस की खोज का श्रेय 'लोकेयर', 'रैमजे', 'रैले' आदि को जाता है।[1]

अक्रिय गैसों की प्राप्ति दुर्लभ होने के कारण उन्हें 'दुर्लभ गैस' भी कहा जाता है। अक्रिय गैस उन गैसों को कहते हैं, जो साधारणत: रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग नहीं लेतीं और सदा मुक्त अवस्था में प्राप्य हैं। इन गैसों में हीलियम, निऑन, आर्गान, जीनॉन और रडॉन सम्मिलित हैं। ये उत्कृष्ट गैसों[1] के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। समस्त अक्रिय गैसें रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन होती हैं। स्थिर दाब और स्थिर आयतन पर प्रत्येक गैस की विशिष्ट उष्माओं का अनुपात 1.67 के बराबर होता है, जिससे पता चलता है कि ये सब एक परमाणुक गैसें हैं। यह तत्वों की श्रेणी में आते है ।

उपयोग[संपादित करें]

हीलियम- यह गुब्बारों और वायुपोतों में भरने के काम में आती है। गहरे समुद्र में गोता लगाने वाले साँस लेने के लिए वायु के स्थान पर हीलियम और ऑक्सीजन का मिश्रण काम में लाते हैं। धातु कर्म में जहाँ अक्रिय वायुमंडल की आवश्यकता होती है, हीलियम का प्रयोग किया जाता है। वायु से यह बहुत हल्की होती है, अत: बड़े-बड़े हवाई जहाजों के टायरों में इसी गैस को भरा जाता है।[2] नीऑन - बहुत कम दाब पर नीऑन से भरी ट्यूबों में से विद्युत गुजारने पर नारंगी रंग की चमक पैदा होती है, जिसका विद्युत संकेतों में उपयोग किया जाता है। आर्गन- 26 प्रतिशत नाइट्रोजन के साथ मिलाकर आर्गन विद्युत के बल्बों में तथा रेडियो वाल्बों और ट्यूबों में प्रयुक्त होती है। क्रिप्टान और जीनॉन इनका प्रयोग किसी काम में नहीं होता। रेडान- यह घातक फोड़ों और ठीक न होने वाले घावों के इलाज में काम आती है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Bauzá, Antonio; Frontera, Antonio (2015). "Aerogen Bonding Interaction: A New Supramolecular Force?". Angewandte Chemie International Edition (अंग्रेज़ी में). 54 (25): 7340–7343. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 1521-3773. डीओआइ:10.1002/anie.201502571.

उत्कृष्ट गैस अक्रिय होती हैं क्यों?

Solution : उत्कृष्ट गैसों की संयोजी कक्षा का विन्यास पूर्ण होता है जिसके कारण ये अधिक स्थायी होती हैं। इसके साथ-साथ इनकी आयनन ऊर्जा अधिकतम तथा इलेक्ट्रॉन बन्धुता शून्य होती है। इस कारण से उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होती हैं

उत्कृष्ट गैस रासायनिक रूप से निष्क्रिय क्यों होती है?

Solution : अक्रिय तत्वों (उत्कृष्ट गैसों) के परमाणुओं की बाह्यतम कक्ष में 8 इलेक्ट्रॉन होते है (He को छोड़कर) जिसके कारण ये बन्ध नहीं बनाते हैं। इसलिए उत्कृष्ट तत्वों की प्रकृति आक्रय होती है अर्थात् ये रासायनिक क्रियाओं में भाग नहीं लेती हैं ।

उत्कृष्ट गैसों को प्रत्येक समूह में क्यों रखा गया है?

उत्तर- उत्कृष्ट गैसों को अलग समूह में रखा गया, क्योंकि ये रासायनिक रूप से अक्रिय होती हैं। सभी उत्कृष्ट गैसों के बाहयतम कोश पूर्णतः भरे होते हैं तथा इनके गुणों में समानताएँ पाई जाती हैं।

उत्कृष्ट या अक्रिय गैसों की इलेक्ट्रॉन बन्धुता शून्य होती है क्यों?

क्यों ? Solution : उत्कृष्ट गैसों की बाह्म कक्षा पूर्ण होती है जिसके कारण इसमें इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की क्षमता नहीं होती अतः इसकी इलेक्ट्रॉन बंधुता शून्य होती है ।