विश्व में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक देश कौन है? - vishv mein chaaval ka sabase bada niryaatak desh kaun hai?

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UPSC Civil Service Prelims General Studies Mock Test

100 Questions 200 Marks 120 Mins

Last updated on Sep 22, 2022

The West Bengal Public Service Commission (WBPSC) has finally released the final answer key of the WBCS (West Bengal Civil Service) Prelims examination on 4th August 2022. The WBCS Exam is conducted for recruitment to various posts under the West Bengal Government. WBCS is one of the most coveted jobs in the state of West Bengal. The selection process comprises a Prelims Exam, Main Exam, and Interview. Now the selected candidates in prelims should focus on the main exam and chalk out a proper plan using WBCS preparation tips to clear the exam.

इंदौर| एक विश्वस्तरीय सर्वे के मुताबिक 2015 में भारत विश्व का सर्वश्रेष्ठ निर्यातक बन चुका है। 102 लाख टन निर्यात करके भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है। जबकि थाईलैंड दूसरे नंबर का सबसे बड़ा निर्यातक 98 लाख टन चावल का निर्यात करके बना है। वियतनाम तीसरे नंबर पर है, जबकि चायना आयात में पहले नंबर पर आया है।

छावनी के चावल व्यापारी दयालदास अजीतकुमार ने बताया कि इस साल भारत से निर्यात अभी तक के हिसाब से थोड़ा कम हुआ है। इस वजह से भाव में उठाव नहीं आ रहा है। मिलर्स व किसानों के पास चावल व धान का काफी स्टॉक मौजूद है, जोकि उंचे भाव का खरीदा हुअा है। इससे किसानों और मिलर्स को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इस समय 1121 धान के भाव 2200 से 2300 रुपए के बीच हैं, जबकि ट्रेडिशनल बासमती धान के भाव 2500 से 2600 रुपए के बीच चल रहे हैं। आने वाला समय गर्मी का है। इससे घरेलू मांग में इजाफा हो सकता है। निर्यात मांग कैसी रहती है। यह आने वाला समय बताएगा। फिलहाल चावल के भाव आम उपभोक्ता के क्रय शक्ति के अंदर ही चल रहे हैं।

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मुझे पिछले सालों में जो चावल का सबसे ज्यादा बड़ा निर्यातक देश साबित हुआ है वह भारत हैं

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वित्त वर्ष 2020-21 में भारत ने कुल 212.10 लाख मीट्रक टन चावल का निर्यात किया था. इसमें 16.34 लाख मीट्रिक टन यानी कुल निर्यात का 7.7 प्रतिशत चीन ने खरीदा. 16.34 लाख मीट्रक टन चावल में से 97 प्रतिशत हिस्सा यानी 15.76 लाख मीट्रक टन टूटे चावल का था.

विश्व में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक देश कौन है? - vishv mein chaaval ka sabase bada niryaatak desh kaun hai?

चीन भारत से सबसे अधिक टूटे चावल खरीद रहा है. (सांकेतिक तस्वीर)

Image Credit source: TV9 (फाइल फोटो)

चीन दुनिया का सबसे बड़ा चावल उत्पादक देश है. इसके बावजूद वह भारत से टूटे चावल (Broken Rice) का सबसे अधिक निर्यात कर रहा है. पहले वह टूटे चालव के लिए अफ्रीकी देशों पर निर्भर था. हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि कोरोना महामारी के दौरान चीन भारत के चावल का सबसे बड़ा खरीरदार बनकर उभरा है. वित्त वर्ष 2020-21 में भारत ने कुल 212.10 लाख मीट्रक टन चावल का निर्यात (Rice Export) किया था. इसमें 16.34 लाख मीट्रिक टन यानी कुल निर्यात का 7.7 प्रतिशत चीन ने खरीदा. 16.34 लाख मीट्रक टन चावल में से 97 प्रतिशत हिस्सा यानी 15.76 लाख मीट्रक टन टूटे चावल का था. हाल के वर्षों में चीन में टूटे चालव के मांग में भारी बढ़ोतरी देखी गई है.

आंकड़ों से पता चलता है कि चीन अब भारतीय टूटे चावल का शीर्ष खरीदार बन गाय है. पहले चीन ज्यादातर अफ्रीकी देशों से टूटे चावल का निर्यात करता था. 2021-22 में भारत का कुल चावल निर्यात (बासमती और गैर-बासमती) 212.10 लाख मीट्रिक टन था. यह 2020-21 में निर्यात किए गए 177.79 लाख मीट्रिक टन से 19.30 प्रतिशत अधिक है. इसी अवधि में चीन को चावल का निर्यात 392.20 प्रतिशत बढ़कर 3.31 लाख मीट्रक टन से 16.34 एलएमटी हो गया.

एक साल में 476 प्रतिशत बढ़ा चीन को निर्यात

इन आंकड़ों के बीच पता चलता है कि भारत से बासमती चावल के निर्यात में कमी आई है. आंकड़ों से पता चलता है कि 2021-22 में भारत के कुल चावल निर्यात में बासमती का हिस्सा 39.48 लाख मीट्रक टन था, जो 2020-21 में निर्यात किए गए 46.30 एलएमटी से 14.73 प्रतिशत कम था. भारत से निर्यात होने वाले चावल में गैरबासमती चावल का हिस्सा सबसे अधिक है. वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान बासमती के अलावा अन्य चावल का निर्यात 172.62 एलएमटी था, जो 2020-21 में 131.49 एलएमटी से 31.27 प्रतिशत अधिक था.

2021-22 में भारत ने 83 देशों को 38.64 एलएमटी टूटे चावल का निर्यात किया. इसमें से चीन ने अधिकतम 15.76 एलएमटी की खरीद की. इससे पहले यानी वित्त वर्ष 2020-21 में चीन ने मात्र 2.73 लाख मीट्रिक टन की खरीद की थी. भारत से चीन को निर्यात किए जाने वाले टूटे चावल में बीते साल के मुकाबले 476 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

नूडल्स और वाइन के लिए बढ़ी है टूटे चावल की मांग

ट्रेड विशेषज्ञों का कहना है कि चीन में नूडल्स और वाइन बनाने के लिए चावल की काफी मांग है. यहीं कारण है कि वह भारत से बड़ी मात्रा में टूटे चावल का निर्यात कर रहा है. ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजय सेतिया इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि चीन मुख्य रूप से टूटे हुए चावल की खरीद कर रहा है, जिसे वाइन और नूडल्स बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी से पहले चीन ने प्रतिनिधिमंडल को भारत भेजा था. उस प्रतिनिधिमंडल ने कई चावल मिलों का दौरा किया था.

भारत से चीन के टूटे चावल के निर्यात को लेकर एक्सपर्ट एक और तथ्य की ओर इशारा करते हैं. उनका कहना है कि मांग में बढ़ोतरी के साथ एक वजह मक्के की कीमतों में भारी वृद्धि भी हो सकती है. उनका कहना है कि टूटे चावल की मांग में ऐसे समय में वृद्धि देखी गई है जब यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण खाद्य पदार्थों की कीमतों में वैश्विक स्तर पर बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

विश्व का सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश कौन सा है?

सही उत्तर थाईलैंड है। थाईलैंड दुनिया में चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है।

विश्व में सबसे अधिक चावल का निर्यात कौन करता है?

102 लाख टन निर्यात करके भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है। जबकि थाईलैंड दूसरे नंबर का सबसे बड़ा निर्यातक 98 लाख टन चावल का निर्यात करके बना है। वियतनाम तीसरे नंबर पर है, जबकि चायना आयात में पहले नंबर पर आया है।

विश्व का दूसरा सबसे बड़ा चावल उत्पादक देश कौन है?

चीन, जहाँ चावल का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है, 2017 तक विश्व में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। अन्य प्रमुख उत्पादक, अवरोही क्रम में, भारत, इंडोनेशिया, वियतनाम, थाईलैंड, बांग्लादेश, वर्मा, फिलीपींस, ब्राजील और जापान हैं।

चावल निर्यात के मामले में भारत का विश्व में कौन सा स्थान है?

रेडियम की खोज किसने की? ... चावल निर्यात के मामले में भारत का विश्व में कौन-सा स्थान है?.