10 साल के बच्चे को उल्टी हो तो क्या करें? - 10 saal ke bachche ko ultee ho to kya karen?

उल्टी की समस्या अपच या दूषित खान-पान से हो सकती है. बच्चों को उल्टी होना सामान्य समस्या है. बच्चों को उल्टी अक्सर वायरल संक्रमण व फूड पाइजनिंग आदि के कारण हो सकती है. आमतौर पर बच्चों में उल्टी के लक्षण हानिकारक नहीं होते हैं, लेकिन बार-बार उल्टी होने से बच्चे जल्दी डिहाइड्रेट हो जाते हैं यानी उनके शरीर में पानी की कमी होने लगती है.

ऐसे में बच्चों को लिक्विड डाइट देना जरूरी होता है. उल्टी होने पर बच्चों को हर 30-60 मिनट बाद कुछ तरल पदार्थ दिया जा सकता है. इसके साथ ही बच्चों की उल्टी को बंद करने के लिए कुछ घरेलू उपायों को भी आजमाया जा सकता है.

इस लेख में आप जानेंगे कि बच्चों को उल्टी होने पर कौन-कौन से घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं -

(और पढ़ें - नवजात शिशु को उल्टी होने पर उपाय)

अक्सर आपने देखा होगा कि बच्चा दूध पीते पीते उल्टी (Vomiting in Children) कर देता है। अगर गौर से देखा जाए तो वह उल्टी नहीं होती वह दूध ही होता है जो बच्चा उगल देता है। लेकिन महिलाओं के लिए समझना थोड़ा सा मुश्किल हो जाता है कि अगर ऐसा करना एक बार हो तो आम है लेकिन अगर बार बार बच्चा उल्टी कर रहा है तो यह गंभीर हो सकता है। शुरुआती हफ्तों में ऐसा करना सामान्य होता है लेकिन कभी-कभी यह समस्या अपच के कारण हो सकती है, जिसकी वजह से बच्चा हर वक्त खांसता रहता है या रोता रहता है और उल्टी करता रहता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि नवजात शिशु में उल्टी के कितने प्रकार होते हैं। साथ ही इसके लक्षण, कारण (Causes of Vomiting in Children) और बचाव भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...

10 साल के बच्चे को उल्टी हो तो क्या करें? - 10 saal ke bachche ko ultee ho to kya karen?

नवजात शिशु में उल्टी के प्रकार (types of Vomiting in Children)

बता दें कि अगर बच्चा दूध पीने के तुरंत बाद उल्टी करता है तो इसका मतलब यह है कि उसे पासाटिंग की समस्या है। वहीं अगर बच्चा स्तनपान करते वक्त या उसके बाद दूध को उगल देता है तो यह भी इतना हानिकारक नहीं होता यह स्थिति रिफ्लक्स कहलाती है। लेकिन अगर बच्चा कुछ भी खाने के बाद उसे बलपूर्वक बाहर निकाल रहा है और यह बार-बार हो रहा है तो इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

नवजात शिशु में उल्टी के कारण (Causes of Vomiting in Children)

1 - गैस रिफ्लेक्स के कारण स्वर यंत्र में कुछ बच्चों के ऐंठन होती है, जिसके कारण उन्हें खांसी होती है और जो भी खाते हैं उससे खाते ही वे उल्टी कर देते हैं।

2 - मोशन सिकनेस, शिशु को भी यह समस्या होती है अगर बच्चे के माता-पिता को मोशन सिकनेस है तो शिशु में भी यह समस्या हो सकती है।

3 - बैक्टीरिया के कारण, जैसा कि हम सब जानते हैं कि जब खांसी होती है तो उस के दौरान सांस की नली में बलगम जम जाती है और संक्रमण का कारण बनती है, जिसके लक्षणों में उल्टी आना स्वभाविक है ऐसे में बच्चे को निगलने में दिक्कत महसूस होती है और पेट में जलन भी महसूस होती है। कुछ बच्चे उल्टी के दौरान बलगम को बाहर निकालते हैं।

4 - दूध से एलर्जी, कुछ बच्चे दूध पीने के बाद उल्टी सीधी करते हैं क्योंकि दूध के अंदर प्रोटीन मौजूद होता है और बच्चों को प्रोटीन से एलर्जी हो सकती है। ऐसे में उल्टी होना स्वभाविक है। इन बच्चों को सोया दूध से बने खाद पदार्थों का सेवन करना चाहिए क्योंकि इस तरह के खाद्य पदार्थ बच्चे आसानी से पचा पाते हैं।

5 - जल्दी-जल्दी खाना - जो शिशु जल्दी खाना खाते हैं तो उन्हें बार-बार डकार लेने की जरूरत पड़ती है ऐसे में अगर बच्चा जरूरत से ज्यादा दूध पी लेता है तो उसे उल्टी आ सकती है।

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बच्चे में उल्टी के लक्षण (Symptoms of Vomiting in Children)

सबसे पहले मां को यह समझना चाहिए कि बच्चा दूध उलट रहा है या उल्टी। इसके लिए जब बच्चा दूध निकालता है तो वह ज्यादा बल नहीं लगाता। ऐसे में संभावित है कि बच्चे के शुरुआती दौर में उसकी पेट की मांसपेशियां इतनी तरह विकसित नहीं हो पाती हैं, जिसके कारण बच्चा दूध का कुछ हिस्सा बाहर निकाल देता है। इसके अलावा कुछ बच्चे डकार लेते वक्त भी दूध को बाहर निकालते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि वह हवा भी अंदर ले लेते हैं ऐसे में थोड़ा सा दूध डकार के वक्त भी बाहर आ जाता है।

वहीं अगर बच्चे को उल्टी आ रही है तो वह एकदम जोर लगाता है और रोना शुरू कर देता है और उल्टी ज्यादा मात्रा में निकलती है। बच्चा चिड़चिड़ा हट महसूस करता है।

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बच्चों में उल्टी को रोकने के उपाय (Treatment of Vomiting in Children)

1 - बच्चों को खाना खिलाने के तुरंत बाद हसाएं नहीं।

2 - खाना खाने के बाद बच्चे को पेट के बल ना सुलाएं।

3 - बच्चों को जल्दी जल्दी खिलाने के बजाय धीरे-धीरे खिलाएं।

4 - खाने के बाद बच्चों को ज्यादा हिलाएं नहीं।

5 - खाना खाते वक्त बच्चे को सीधे बैठा कर रखें।

बच्चों में उल्टी को रोकने के प्राकृतिक उपचार

1 - अगर बच्चे को उल्टी, गैस के कारण हो रही है तो उन्हें चावल का उबला पानी पिलाएं। इससे बच्चों को उल्टी आना बंद हो जाएगी।

2 - अदरक के रस से भी बच्चों में उल्टी आने की समस्या दूर हो सकती है।

3 - बच्चे को अगर प्याज का रस दिया जाए तो भी उल्टी की समस्या दूर हो सकती है।

4 - नींबू के साथ अनार का रस मिलाकर बच्चों को पिलाया जाए तो उल्टी बंद हो जाती है। इसके लिए आप उसमें शहद को भी मिला सकते हैं।

5 - नींबू के रस को नमक के पानी में मिलाकर बच्चों को दिया जाए तो उल्टी की समस्या दूर हो जाती है।

नोट - बिंदु से पता चलता है कि उल्टी की समस्या बच्चों में आम होती है लेकिन अगर यह बार-बार हो तो सतर्क हो जाने की जरूरत है। ऐसे में ऊपर बताए गए प्राकृतिक उपचार आपके काम आ सकते हैं। लेकिन उल्टी बंद नहीं हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

10 साल के बच्चे को उल्टी होने पर क्या देना चाहिए?

अगर आपके बच्‍चे को लगातार उल्‍टी हो रही है तो इसकी वजह से उसके शरीर में पानी की कमी और थकान हो सकती है। शरीर में तरल पदार्थों की हो रही कमी को दूर करने के लिए बच्‍चे को तरल पदार्थ पिलाती रहें। उसे धीरे-धीरे पानी पिलाएं। अगर आप ज्‍यादा मात्रा में पानी या कोई अन्‍य तरल पिलाएंगी तो बच्‍चे को और ज्‍यादा उल्‍टी होगी।

उल्टी को तुरंत कैसे रोकें?

उल्टी रोकने के घरेलू उपाय (Tips to Prevent Vomiting) - उल्टी जैसा महसूस होने पर पानी या नींबू पानी पिएं. इसे थोड़ा-थोड़ा करके पिएं, एकबार में बहुत सारा पीने से उल्टी बढ़ सकती है. - नमक और चीनी का पानी पीने से आपको राहत महसूस होगी. - नींबू चूसने से उल्टी रुकने में मदद मिलती है.

बच्चे की उल्टी रोकने का घरेलू उपाय क्या है?

बार-बार उल्‍टी करता है बच्‍चा, तो इन घरेलू नुस्‍खों से करें इलाज.
​अदरक और शहद मतली और उल्‍टी के लिए अदरक बहुत असरकारी है। ... .
​पुदीने का रस ताजा पुदीना भी बच्‍चों में उल्‍टी और मतली को रोकने में बहुत असरकारी होता है। ... .
​चावल का पानी ... .
​इलायची और लौंग ... .

8 साल के बच्चे को उल्टी हो तो क्या करें?

अदरक का रसः उल्टी, खट्टी डकार या उबकाई को रोकने के लिए अदरक बेहद असरकारक है. अदरक का रस निचोड़ कर शहद की कुछ बूंदें मिला लें, ताकि बच्चा इसे लेने से आनाकानी न करें. अदरक और शहद का ये मिक्सचर केवल उल्टी से ही राहत नहीं देता बल्कि पाचन प्रक्रिया भी सही करता है.