Show ABOUT THE POET Lesson- 9 || ACE नाम - नामवर सिंह जन्म - 28 जुलाई 1928 मृत्यु - 20 जुलाई 2019 स्थान - जीयनपुर, बनारस, उत्तर प्रदेश माता - वागेश्वरी देवी पिता - नागर सिंह शिक्षा - प्रांरभिक शिक्षा - आवाजापुर कमलापुर हाई स्कुल - हीवेट क्षत्रिय स्कुल, बनारस इंटर - उदय प्रताप कॉलेज, बनारस बी० ए ० - BHU से 1949 एम० ए० - BHU से 1951 Phd- BHU से पृथ्वीराजरासो की भाषा ,1956 वृति - Occupation काशी हिंदू विश्वविद्यालय (व्यखाता ) सागर विश्वविद्यालय (Asst professor) राजकमल प्रकाशन (साहित्य सलाहकार ) जोधपुर विश्वविद्यालय (प्रोफेसर) कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी विद्यापीठ (निदेशक) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (प्रोफेसर) राजा राममोहन राय लाइब्रेरी (अध्यक्ष) आलोचना (प्रधान संपादक) जनयुग (संपादक) सम्मान साहित्य अकादमी पुरस्कार (1971) कृतियाँ बकलम खुद, कविता के नए प्रतिमान इतिहास और आलोचना, नई कहानी, दूसरी परंपरा की खोज, कहना ना होगा SUMMARY || सारांश Lesson- 9 || ACE “प्रगीत और समाज" एक आलोचनात्मक निबंध है। यह निबंध नामवर सिंह के द्वारा लिखा गया है। यह निबंध आलोचनात्मक निबंधों की पुस्तक “ वाद विवाद संवाद" से लिया गया है। इस निबंध में नामवर सिंह ने "प्रगीत" का समाज में क्या महत्व है उसके बारे में बताया है। “प्रगीत” 'एक ऐसा काव्य है जिसे गाया जा सकता है। लेखक लिखते हैं कि, आजकल कविता पर समाज के दबाव को महसूस किया जा रहा है। ऐसे में लेखक उन कविताओं की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं जिनमें काव्य लंबी और मानवता से भरी हुई है। इस निबंध में प्रगीत नामक काव्य के रूप को समाजिक जातिय प्रकृति और भावना को दिखाया गया है। जो हजारों वर्षों से हिंदी काव्य की परंपरा का इतिहास रहा है। इसमें बताया गया है कि प्रगीत काव्य ने समाज और काव्य-रचना में अपनी जगह बनाई और अपने महत्व और गुणों को दर्शाया है। प्रगगीतधर्मी जो कविताएं हैं वह सामाजिक जीवन को व्यक्त या समझा नहीं पाती है और ना उनसे इसकी अपेक्षा की जाती है। आधुनिक हिंदी कविता में गीति और मुक्तक के मिश्रण से नूतन भाव भूमि पर जो गीत लिखे जाते हैं, उन्हें प्रगीप की संज्ञा दी जाती है। लेखक कहते हैं कि “आचार्य रामचंद्र शुक्ला" के काव्य सिद्धांत के आदर्श भी प्रबंधकाव्य ही थे, क्योंकि प्रबंधकाव्य में मानव जीवन का एक पूर्ण दृश्य होता है। कला की पुकार के कारण यूरोप में प्रगीत चलन अधिक है । MULTIPLE CHOICE QUESTION Lesson- 9 || ACE 1. "प्रगीत और समाज" के लेखक कौन है ? A) जयप्रकाश नारायण B) बलकृष्ण भटट C) नामवर सिंह D) उदय प्रकाश उत्तर | C 2. नामवर सिंह का जन्म कब हुआ था ? A) 28 जुलाई 1927 B) 27 मई 1926 C) 20 जून 1925 D) 22 मई 1925 उत्तर | A 3. नामवर सिंह की मृत्यू कब हुई थी ? A) 19 फरवरी 2019 B) 27 मई 1926 C) 20 जून 1925 D) 22 मई 1925 उत्तर | A 4. नामवर सिंह का जन्म स्थल कहाँ है ? A) बनारस B) लखनउ C) इलाहाबाद D) दिल्ली उत्तर | A 5. नामवर सिंह के गुरु कौन थे ? A) रामचंद्र शुक्ल B) महावीर प्रसाद द्विवेदी C) हजारी प्रसाद द्विवेदी D) बाल कृष्ण भट उत्तर | C 6. "प्रगीत" कैसा काव्य है ? A) गीतकाव्य B) आत्मपरक काव्य C) प्रबन्ध काव्य D) इनमें से कोई नही उत्तर | C 7. नामवर सिंह MA और Phd करने के बाद किस विश्वविद्यालय से अध्यायपन किये? A) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय B ) जवाहर लाल नेहरू विश्व C) पाटलिपुत्रा विश्वविद्यालय D ) वीर कुवंर सिंह विश्वविधा उत्तर | A 8. "दुनिया को हाथ की तरह गर्म और सुन्दर होना चाहिए" यह किस कवि की कविता है ? A) केदारनाथ सिंह B) सुभद्रा कुमारी चौहान C) तुलसीदास D) नामवर सिंह उत्तर | A 9. "तुलसीदास" के रचयिता कौन है ? (लेखनी) A) जयशंकर प्रसाद B) शमशेर बहादुर सिं C) मैथिलीशरण गुप्त D) सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला उत्तर | D 10. 'तन गई रीढ" किसकी कविता है ? " A) मुक्तिबोध B) नागार्जुन C) त्रिलोचन D) निराला उत्तर | B 11. आचार्य रामचंद्र शुक्ल के काव्य सिद्धांत का आदर्श कौन है ? A) गीति काव्य B) प्रबंध काव्य C) मुतक काव्य D) इनमें से कोई नही उत्तर | B 12. निम्न में से कौन सी पुस्तक नामवर सिंह की है ? A) पीली छतरीवाली लड़की B) अंतराल C) पृथ्वीराज रासो की D) न आने वाल कल उत्तर | C 13. कौन सी पुस्तक नामवर सिंह की नहीं है ? A) बकलम खुद B) तिरिछ C) इतिहास और आलोचना D) दूसरी परंपरा की खोज उत्तर | B 14. "राम की शक्तिपूजा" किसकी कविता है ? A) सुमित्रानंदन पंत B) महादेवी वर्मा C) दिनकर D) सूर्यकांत त्रिपाठी निराला उत्तर | D 15. " कामायनी " के कवि कौन है ? A) सुमित्रानंदन पंत B) महादेवी वर्मा C) जयशंकर प्रसाद D) निराला जी उत्तर | C 16. नामवर सिंह द्वारा लिखित " प्रगीत और समाज " क्या है ? A) आलोचना B) एकांकी C) निबंध D) आत्मकथा उत्तर | C 17. नामवर सिंह को किस कृति पर “ साहित्य अकादमी " का पुरस्कार प्राप्त हुआ ? A) कविता के नये प्रतिमान पर B) नई कहानी पर C) पृथ्वीराजराससो की भाषा पर D) इतिहास और आलोचना उत्तर | A 18. नामवर सिंह को " साहित्य अकादमी" का पुरस्कार कब मिला ? A) 1971 B) 1970 C) 1975 D) 1973 उत्तर | A 19. “सहर्ष स्वीकार है" कविता के रचियता कौन है ? A) नागार्जुन B) केदारनाथ सिंह C) गजानंद माधव मुक्तिबोध D) रामधारी सिंह दिनकर उत्तर | C 20. "मैं तुम लोगों से दूर हॅू" किसकी कविता है ? A) गजानन माधव मुक्तिबोध B) सुमित्रानंदन पंत C) हजारी प्रसाद द्विवेदी D) अज्ञेय जी उत्तर | A 21. नामवर सिंह ने किस विषय पर पी एच डी की उपाधि प्राप्त की ? A) पृथ्वीराजरासो की भाषा C) कहानी: नई कहानी B ) छायावाद D) इतिहास और आलोचन उत्तर | A 22. नामवर सिंह के पिता क्या थे ? A) शिक्षक B) अभिनेता C) अभियंता D) निदेशक उत्तर | A 23. नामवर सिंह की प्राथमिक शिक्षा कहां से हुई थी ? A) बिनोदपुर और कमलापुर B) आवाजापुर और करतारपुर C) आवाजापुर और कमलापुर D) आवाजापुर और कमालपुर उत्तर | D 24. नामवर सिंह इंटर किस कॉलेज से किए थे ? A) उदय प्रकाश कॉलेज B) उदय प्रताप कॉलेज C) विष्णु प्रताप कॉलेज D) राम प्रताप कॉलेज उत्तर | B 25. प्रलय की छाया के कवि कौन थे । A) सुमित्रानंदन पंत B) रामधारी सिंह दिनकर C) नागार्जुन D) जयशंकर प्रसाद उत्तर | D 26. किस काव्य में मानव जीवन का एक पूर्ण दृश्य होता है ? A) प्रबंध काव्य B) काव्य खंड C) महाकाव्य D) रीति काव्य उत्तर | A 27. बाज की दाढ़ में आदमी का खून लग चुका है यह किस कविता की पंक्ति है ? A. हिमालय B. गरम हथेली C. आह तुम्हारा सौंदर्य D. तय तो यही था उत्तर | D Amar's Classes for English आचार्य रामचंद्र शुक्ल के काव्य आदर्श क्या थे पाठ के आधार पर स्पष्ट?पाठ के आधार , स्पष्ट करें। उत्तर ⇒आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के काव्य आदर्श प्रबंधकाव्य थे क्योंकि प्रबन्धकाव्य में मानव जीवन का एक पर्ण दृश्य होता है। प्रबन्धकाव्य जीवन के सम्पूर्ण पक्ष को प्रकाशित करता है। आचार्य शुक्ल को यह इसलिए परिसीमित लगा क्योंकि वह गीतिकाव्य है।
कविता क्या है निबंध में आचार्य शुक्ल के विचारों को स्पष्ट कीजिए?(( शुक्लजी का एक - एक निबंध हिन्दी गय-शैली के विकास की शानदार मंजिल है. हमें स्व-पर के बन्धन से मुक्त करती है तथा माझ्योग की स्थिति तक ले जाती है। यह कर्मयोग और ज्ञानयोग के समकक्ष की स्थिति है। (७ कविता ही हृदय को प्रकृत दशा में लाती है- की उच्च भूमि पर ले जाती है।"
कला कला के लिए सिद्धांत क्या है Bihar Board?कला के सिद्धांत:
कला के सिद्धांत व्याख्या करते हैं कि किस प्रकार एक निर्माता अपने लक्ष्यों को पूरा करने और अपने इच्छित संदेश को फैलाने के लिए कला के विभिन्न घटकों का उपयोग करता है।
कविता जो कुछ कह रही है उसे सिर्फ वही समझ सकता है जो इसके एकाकीपन में मानव की आवाज सुन सकता है किसका कथन है?आज दुबारा इस कविता को पढ़ते हुए मुझे थियोडोर एडोर्नो का एक वाक्य याद आ रहा है जिसका भाव यह है कि " कविता जो कुछ कह रही है उसे सिर्फ वही समझ सकता है जो इसके एकाकीपन में मानवता की आवाज सुन सकता है ।" मैं इस कविता की व्याख्या करने का साहस न करूँगा, लेकिन यहाँ समाज के उस दबाव को भी महसूस किया जा सकता है और अपने अकेले होने ...
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