बीकॉम करने के बाद क्या करें - beekom karane ke baad kya karen

यदि आप B.Com के छात्र हैं या 12th के बाद B.Com करना चाहते हैं और यह जानना चाहते हैं कि B.Com के बाद क्या करें, तो इस से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी आपको यहाँ पर मिलेगी। B.Com (बैचलर ऑफ़ कॉमर्स) एक 3-वर्षीय स्नातक (ग्रेजुएशन) डिग्री कोर्स है, जिसमें कॉमर्स संकाय के विभिन्न विषयों की पढ़ाई कराई जाती है। इस लेख में हम भारत में B.Com के बाद उपलब्ध 5 best जॉब और शिक्षा विकल्पों के बारे में जानेंगे। अतः आइये जानते हैं कि B.Com के बाद क्या करें?

Table of Contents

  • B.Com के बाद 5 best कोर्स विकल्प
    • M.Com
    • M.B.A
    • C.A. कोर्स
    • M.C.A
    • L.L.B
  • B.Com के बाद 5 best जॉब (नौकरी) के विकल्प
    • सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से IAS, IPS आदि
    • SSC CGL परीक्षा के माध्यम से इंस्पेक्टर/ सहायक सेक्शन ऑफ़िसर आदि
    • बैंक P.O.
    • CDS परीक्षा के माध्यम से आर्मी में लेफ्टिनेंट
    • RBI ग्रेड-B ऑफ़िसर
  • निष्कर्ष

B.Com के बाद 5 best कोर्स विकल्प

भारत में B.Com या ‘बैचलर ऑफ़ कॉमर्स’ के बाद उपलब्ध best कोर्स विकल्पों में से निम्नलिखित 5 कोर्सों में से कोई एक कोर्स करना बेहतरीन विकल्पों में माना जा सकता है:-

M.Com

यदि आप B.Com के बाद कॉमर्स विषय में ही विशेषज्ञता प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आप M.Com कोर्स कर सकते हैं। M.Com, कॉमर्स विषय की स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) डिग्री है और इसकी अवधि 2-वर्ष की होती है। M.Com कोर्स करने के उपरांत अभ्यर्थी विभिन्न कंपनियों और विभागों में कॉमर्स, एकाउंटेंसी, बैंकिंग आदि से सम्बंधित क्षेत्रों में सहायक मैनेजर आदि पदों पर नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। B.Com के बाद M.Com और B.Ed दोनों कोर्स उत्तीर्ण अभ्यर्थी सरकारी/ प्राइवेट विद्यालयों में PGT या लेक्चरर के पद पर नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। M.Com कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “M.Com क्या है और M.Com कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

M.B.A

यदि आप बिज़नेस, मैनेजमेंट या बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन आदि क्षेत्रों में नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं या एक बिज़नेसमैन बनना चाहते हैं तो आपके लिए बी.कॉम के बाद MBA कोर्स सर्वश्रेष्ठ है। MBA एक 2-वर्षीय स्नातकोत्तर (पोस्ट-ग्रेजुएशन) कोर्स है, जो भारत में आई.आई.एम. और अन्य मैनेजमेंट संस्थानों से किया जा सकता है। IIM संस्थानों में 1-वर्षीय MBA कोर्स भी कराया जाता है। MBA कोर्स और IIM संस्थानों से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “MBA क्या है और MBA कोर्स कैसे करें” और “IIM क्या है” पढ़ सकते हैं।

C.A. कोर्स

B.Com के बाद चार्टर्ड एकाउंटेंसी (CA) कोर्स भी भारत में कॉमर्स ग्रेजुएट अभ्यर्थियों के लिए श्रेष्ठ विकल्पों में से एक माना जाता है। CA कोर्स उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी एक पेशेवर चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में कार्य कर सकते हैं। चार्टर्ड एकाउंटेंसी (CA) कोर्स से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

M.C.A

यदि आप कंप्यूटर साइंस और कंप्यूटर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आप B.Com के बाद MCA कोर्स भी कर सकते हैं। MCA एक 3-वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स होता है, जिसमें मुख्यतः कंप्यूटर साइंस या कंप्यूटर ऍप्लिकेशन्स से सम्बंधित विषयों की पढ़ाई कराई जाती है। MCA कोर्स को भारत में कई क्षेत्रों में कंप्यूटर इंजीनियरिंग कोर्स के समकक्ष माना जा सकता है और एक MCA डिग्री धारक कुछ ऐसे पदों पर भी नियुक्ति प्राप्त कर सकते हैं जिनके लिए B.Tech (कंप्यूटर साइंस) डिग्री धारक अभ्यर्थी योग्य होते हैं। MCA कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “MCA क्या है” पढ़ सकते हैं।

L.L.B

भारत में Advocate या वकील बनने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थी B.Com के बाद 3-वर्षीय LLB कोर्स भी कर सकते हैं। LLB कोर्स और Lawyer बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “LLB क्या है और वकील कैसे बनें” पढ़ सकते हैं। LLB कोर्स उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी भारत में न्यायाधीश (Judge) के पद पर नियुक्त होने के लिए भी योग्य हो जाते हैं। Judge बनने की प्रक्रिया से सम्बंधित जानकारी के लिए आप “Judge कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

B.Com के बाद 5 best जॉब (नौकरी) के विकल्प

B.Com के बाद उपलब्ध best कोर्स विकल्पों को जानने के बाद अब हम B.Com के बाद 5 best जॉब विकल्पों के बारे में जानेंगे, जो निम्नलिखित हैं:-

सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से IAS, IPS आदि

B.Com डिग्री धारक अभ्यर्थी यदि भारत में सरकारी नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा है। सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से भारत में IAS, IPS, IRS, IFS आदि उच्च नौकरियों पर नियुक्ति की जाती है। सिविल सेवा परीक्षा और उसकी तैयारी से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “IAS कैसे बनें” और “IAS की तैयारी कैसे करें” पढ़ सकते हैं।

SSC CGL परीक्षा के माध्यम से इंस्पेक्टर/ सहायक सेक्शन ऑफ़िसर आदि

B.Com सहित किसी भी विषय से ग्रेजुएट (स्नातक) अभ्यर्थी SSC CGL परीक्षा के माध्यम से भारत में केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/ विभागों में सहायक सेक्शन ऑफ़िसर/ इंस्पेक्टर आदि पदों पर नियुक्त हो सकते हैं। SSC CGL परीक्षा से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “SSC CGL परीक्षा क्या है“, SSC CGL परीक्षा की तैयारी कैसे करें“, “SSC CGL परीक्षा के विभिन्न विभागों/ पदों/ कार्यों की विस्तृत जानकारी” आदि पढ़ सकते हैं।

बैंक P.O.

B.Com के बाद नौकरी करने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए Bank PO की नौकरी भी एक बेहतरीन विकल्प है। भारत में बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफ़िसर (PO) के पद पर नियुक्ति के लिए कई परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जैसे कि ‘SBI PO परीक्षा’, ‘IBPS PO परीक्षा’, ‘IBPS RRB ऑफ़िसर स्केल-1 परीक्षा’ आदि। इन परीक्षाओं के माध्यम से क्रमशः भारतीय स्टेट बैंक में, भारतीय स्टेट बैंक के अलावा अन्य सार्वजनिक बैंकों में और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफ़िसर के पद पर नियुक्ति की जाती है। प्रोबेशनरी ऑफ़िसर के पद पर सम्बंधित ट्रेनिंग और अवधि पूरी करने के बाद एक प्रोबेशनरी ऑफ़िसर को सम्बंधित बैंक में सहायक मैनेजर या Assistant Manager का पद दिया जाता है। Bank PO बनने की प्रक्रिया और सम्बंधित तैयारी की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आप “बैंक में नौकरी कैसे पाएं“, “बैंक PO की तैयारी कैसे करें“, “SBI PO परीक्षा क्या है“, “IBPS RRB परीक्षा क्या है“, “प्राइवेट बैंक में जॉब कैसे पाएं” आदि लेख पढ़ सकते हैं।

CDS परीक्षा के माध्यम से आर्मी में लेफ्टिनेंट

B.Com डिग्री धारक अभ्यर्थी UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली “कंबाइंड डिफेन्स सर्विसेज (CDS)” परीक्षा के माध्यम से भारतीय थलसेना (इंडियन आर्मी) में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हो सकते हैं। CDS परीक्षा के माध्यम से ही इंडियन नेवी में सब-लेफ्टिनेंट के पद पर और इंडियन एयर-फ़ोर्स में फ्लाइंग ऑफ़िसर के पद पर भी नियुक्ति की जाती है परन्तु इन दोनों पदों के लिए केवल B.Sc (नॉन-मेड़िकल) डिग्री धारक अभ्यर्थी ही योग्य माने जाते हैं। CDS परीक्षा से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “CDS परीक्षा क्या है” पढ़ सकते हैं।

RBI ग्रेड-B ऑफ़िसर

B.Com उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) में ग्रेड-बी अधिकारी के रूप में नियुक्ति पाने का भी एक बेहतरीन विकल्प मौजूद है। इसके लिए अभ्यर्थियों को ‘RRB ग्रेड-B परीक्षा’ के लिए आवेदन करना होता है। RRB ग्रेड-B परीक्षा के माध्यम से RBI में नियुक्त अभ्यर्थियों के समक्ष पदोन्नति के माध्यम से RBI के डिप्टी गवर्नर पद तक जाने का विकल्प उपलब्ध होता है। RRB ग्रेड-बी ऑफ़िसर परीक्षा और इस से सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त करने के लिए आप “RBI (रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया) में Officer कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष

यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको “B.Com के बाद क्या करें” या “B.Com के बाद best 5 कोर्स विकल्प” और “B.Com के बाद best 5 करियर विकल्प” से सम्बंधित जानकारी प्राप्त हुई है। अतः यदि आप B.Com डिग्री धारक हैं या B.Com में पढ़ाई कर रहे हैं या B.Com कोर्स करने की सोच रहे हैं तो आप B.Com के बाद ऊपर लिखित विभिन्न कोर्स/ जॉब विकल्पों में से अपने लिए कोई कोर्स/ जॉब चुन सकते हैं और सम्बंधित तैयारी कर सकते हैं।

बीकॉम के बाद मुझे क्या करना चाहिए?

बीकॉम के बाद क्या करें? ... .
मास्टर ऑफ़ कॉमर्स (MCom) ... .
एमबीए इन फाइनेंस ... .
चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) ... .
सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट (CMA) ... .
फाइनेंसियल रिस्क मैनेजमेंट (FRM) ... .
सीएस (CS) ... .
सीएफए (CFA).

बीकॉम करने से क्या लाभ है?

इस कोर्स में बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर, एकाउंटिंग, बिजनेस मैनेजमेंट और इसके लिए जरूरी दूसरी चीजों के बारे में पढ़ाया जाता है। यदि आप बैंक में नौकरी या किसी कंपनी में अकाउंटिंग आदि के पद पर नौकरी या चार्टर्ड अकाउंटेंट जैसे बड़े पद पर भी नियुक्ति चाहते हैं तो बीकॉम आपकी सहायता करता है।

बीकॉम की फीस कितनी होती है?

बीकॉम जैसे कोई के लिए प्राइवेट कॉलेजों की औसतन फीस की बात करें तो यह लगभग 20-30 हजार रुपए प्रति वर्ष तक भी जा सकती है। और यदि इसे 3 साल की अवधि के लिए जोड़े तो private college से बीकॉम की फीस लगभग 1,00,000 रुपए तक भी जा सकती है।

ग्रेजुएशन के बाद क्या करें?

ग्रेजुएशन के बाद किए जाने वाले कोर्स एमएससी( MSC) — अगर आपने बीएससी में ग्रेजुएशन किया है और आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो इसके लिए एमएससी कर सकते हैं। अगर आपने विज्ञान में ग्रेजुएशन किया हो ऐसी स्थिति मे ही आप एमएससी का कोर्स कर सकते हैं जो कि 2 वर्षीय होता है और जिसे आप किसी भी विश्वविद्यालय से कर सकते हैं।