बेलपत्र का पौधा कितना बड़ा होता है? - belapatr ka paudha kitana bada hota hai?

बेलपत्र का पौधा कितना बड़ा होता है? - belapatr ka paudha kitana bada hota hai?

बेलपत्र का पौधा घर में लगाने के फायदे 

मुख्य बातें

  • घर में बेलपत्र का पौधा लगाने से होता है मां लक्ष्मी का आगमन।

  • बेलपत्र का पौधा लगाने से घर के सभी सदस्यों को होती है अक्षय फल की प्राप्ति।

  • कर्ज से मुक्ति के लिए उत्तर पश्चिम दिशा में लगाएं बेल का पौधा।

Astro Tips in hindi: ज्योतिषशास्त्र में कई सारे ऐसे पौधे बताए गए हैं जिन्हें घर में लगाने से व्यक्ति को पुण्य के साथ सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यही नहीं इन पौधों को घर में लगाने से मां लक्ष्मी का भी वास होता है और धन धान्य की कभी कमी नहीं होती। ऐसा ही एक पौधा है बेलपत्र का। बेलपत्र का पौधा घर में लगाने से ना केवल सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है बल्कि घर में मां लक्ष्मी का भी आगमन होता है। शिव पुराण के अनुसार जिस स्थान पर बेलपत्र का पौधा लगाया जाता है वह काशी तीर्थ के समान पवित्र और पूजनीय स्थल हो जाता है। इस पौधे को घर में लगाने से घर के सदस्यों को अक्षय फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में यदि आप भी घर में सुख समृद्धि लाना चाहते हैं तो इस पौधे को घर में जरूर लगाएं। इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं घर में बेलपत्र का पौधा लगाने के फायदे।
 
घर में बेलपत्र लगाने के फायदे

भगवान शिव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय है। शिव पुराण के अनुसार घर में बेलपत्र का पौधा होने से व्यक्ति के बुरे कर्मों का प्रभाव नष्ट हो जाता है और घर में रहने वाले सभी सदस्यों को अक्षय फल की प्राप्ति होती है। जिस स्थान पर बेलपत्र का पौधा लगाया जाता है वह काशी तीर्थ के समान पवित्र और पूजनीय स्थल बन जाता है। तथा घर सभी प्रकार की तंत्र बाधाओं से मुक्त हो जाते हैं। ऐसे में यदि आपके घर में बेलपत्र लगाने की जगह नहीं है तो किसी गमले में यह पौधा लगा सकते हैं। पौधा ज्यादा बड़ा हो जाने पर आप इसे किसी मंदिर या तीर्थ स्थान पर दान कर दें और दूसरा पौधा लगाएं।

मां लक्ष्मी का होता है वास

घर में बेलपत्र लगाने से मां लक्ष्मी का आगमन होता है और धन धान्य की कभी कमी नहीं होती। ऐसे परिवार का हर सदस्य धनवान बनता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं क्योंकि बिल्वपत्र के पौधे की जड़ में मां लक्ष्मी का साक्षात वास होता है। इसलिए इसके वृक्ष को त्रीवृक्ष भी कहा जाता है।

नकारात्मक शक्तियों का होता है नाश

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर के प्रांगण में बेल का पौधा लगाने से सभी नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और सकारात्मक शक्तियों का वास होता है। तथा घर सभी प्रकार की तंत्र बाधाओं से मुक्त हो जाता है।

चंद्रमा की बुरी दशाओं से मिलती है मुक्ति

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जिस घर में बेलपत्र का पौधा होता है, उस घर के सदस्य चंद्रमा की बुरी दृष्टि का शिकार नहीं होते। घर का हर सदस्य यशस्वी बनता है और समाज में उच्च सम्मान की प्राप्ति होती है।

अलग अलग दिशाओं में बेलपत्र लगाने के फायदे

आपको बता दें घर के अलग अलग दिशाओं में बेलपत्र होने से अलग अलग फायदे होते हैं। शास्त्रों के अनुसार घर के उत्तर पश्चिम दिशा में लगा बेल का पौधा वहां रहने वाले सदस्यों को अधिक तेजस्वी और ऊर्जावान बनाता है। वहीं उत्तर-दक्षिण दिशा में लगा बेल का पौधा परिवार को आर्थिक संपन्नता प्रदान करता है। ऐसे परिवार का हर व्यक्ति धनवान बनता है। कर्ज से मुक्ति के लिए भी इस दिशा में बेल का पौधा लगाना चाहिए। तथा घर के बीचोबीच बेल का पौधा लगाने से परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्रेमभाव बना रहता है व आपसी कलह कलेश कोसों दूर रहता है।

इस दिन भूलकर भी ना तोड़ें बेलपत्र

वास्तुशास्त्र के अनुसार जिस प्रकार घर में तुलसी का पौधा रखने के कुछ नियम होते है, उसी प्रकार बेलपत्र के पौधे के लिए भी कुछ खास नियम होते हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार किसी भी माह की अष्टमी, पूर्णिमा तिथि या अमावस्या को बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए।

(note : ये लेख आम धारणाओं पर आधार‍ित है। टाइम्‍स नाउ नवभारत इसकी पुष्‍ट‍ि नहीं करता है।)

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आइये इस लेख में जानें घर में बेल का पौधा लगाने के महत्त्व के बारे में और इसे किस तरह लगाना शुभ लाभ की प्राप्ति देता है।

हिन्दू धर्म के अनुसार कई ऐसे पौधे हैं जिनका पूजा पाठ में विशेष महत्त्व बताया गया है। यही नहीं इन पौधों को घर में एक निश्चित स्थान पर लगाना और इन्हें सही ढंग से स्थापित करने से घर में माता लक्ष्मी का वास भी होता है। ऐसे ही पौधों में से एक है बेल पत्र का पौधा या बिल्व पत्र का पौधा। ऐसी मान्यता है कि जिस घर में ये पौधा होता है उस घर में साक्षात लक्ष्मी जी का वास होता है।

यही नहीं इस पत्ते को नियमित रूप से शिव जी को अर्पित करने से भी माता लक्ष्मी भक्तों पर प्रसन्न होती हैं और सभी मनोकामनाओं को पारा करती हैं। यदि आप घर में सुख समृद्धि लाना चाहते हैं और घर को धन धान्य से भरना चाहते हैं तो इस पौधे को घर में जरूर लगाएं। आइए नई दिल्ली के जाने माने पंडित, एस्ट्रोलॉजी, कर्मकांड,पितृदोष और वास्तु विशेषज्ञ प्रशांत मिश्रा जी से जानें घर में बेल पत्र का पौधा लगाना क्यों शुभ माना जाता है।

शिव पूजा में बेलपत्र का महत्व

बेलपत्र का पौधा कितना बड़ा होता है? - belapatr ka paudha kitana bada hota hai?

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा में बेलपत्र के प्रयोग का विशेष महत्त्व है। पंडित प्रशांत मिश्रा जी बताते हैं कि यदि आप रोज़ नए बेल पत्र नहीं चढ़ा सकती हैं तो एक ही बेल के पत्र को बार-बार धोकर इस्तेमाल कर सकती हैं। घर में यदि बेल पत्र का पौधा होता है तो ये शिव पूजन में विशेष रूप से इस्तेमाल होता है। इस पौधे को घर में लगाने से भी आपको अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस पौधे को घर में जरूर लगाएं यदि आपके पास कोई बड़ी जगह नहीं है तो गमले में ही इसे लगा सकती हैं और जब ये बढ़ा हो जाए तब इसे किसी मंदिर या धार्मिक स्थल पर दान दे सकती हैं। बड़ा पौधा दान में देकर इस गमले में ही आप दूसरा बेल का पौधा लगा सकती हैं। जी हां, अगर आपके पास अपना अहाता नहीं है तो गमले में भी यह पौधा लगा सकते हैं। अधिक बड़ा होने पर किसी मंदिर में इसे दान कर दें और दूसरा पौधा लगाएं।

घर में पवित्रता लाता है बेल पत्र

शिव पुराण में घर पर बेल का वृक्ष लगाने के फायदों का उल्लेख किया गया है। इसके अनुसार जिस स्थान पर या घर में यह पौधा होता है वह स्थान काशी तीर्थ के समान पवित्र और पूजनीय स्थल बन जाता है। ऐसी जगह पर साक्षात माता लक्ष्मी निवास करती हैं और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। या घर सभी प्रकार की तंत्र बाधाओं से मुक्त होते हैं। जिस घर में बेल का वृक्ष हो वहां रहने वाले सभी सदस्यों को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।

बेल के पौधे से घर में होता है लक्ष्मी का वास

बेलपत्र का पौधा कितना बड़ा होता है? - belapatr ka paudha kitana bada hota hai?

कहते हैं शिव को बिल्वपत्र चढ़ाने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है क्योंकि बिल्वपत्र की जड़ में साक्षात लक्ष्मीजी का वास होता है। इसीलिए इसके वृक्ष को श्रीवृक्ष भी कहा जाता है। इसकी पूजा करने से धन लाभ और लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। कहा जाता है जिस घर में ये पौधा होता है उसमें साक्षात माता लक्ष्मी का वास होता है और घर धन धान्य से भरा रहता है। इस वृक्ष की जड़ में घी, अन्न, खीर या मिष्ठान्न दान अर्पित करने से दरिद्रता का नाश होता है और कभी भी धनाभाव नहीं रहता है।

बेल पत्र पौधे से समस्त तीर्थों का मिलता है फल

मान्यतानुसार ये पौधा इतना शुभ होता है कि बिल्वपत्र के वृक्ष की जड़ का जल अपने माथे पर लगाने से समस्त तीर्थ यात्राओं का पुण्य प्राप्त होता है। इसमें नियमित जल चढ़ाने और शिव पूजन में इसका इस्तेमाल करने से कई जन्मों के फलों की प्राप्ति के साथ कई तीर्थ यात्राओं के बराबर फल मिलता है। इसलिए बेल पत्र का पौधा घर में अवश्य लगाना चाहिए।

इसे जरूर पढ़ें:क्या आप जानते हैं शिवलिंग की पूरी परिक्रमा क्यों नहीं करनी चाहिए

सही दिशा में लगा बेल का पौधा लाता है सम्पन्नता

घर की सही दिशा में बेल का पौधा लगाना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। उत्तर-पश्चिम दिशा में लगा बेल का पौधा वहां रहने वाले हर सदस्य को यशस्वी और तेजवान बनाता है। इसलिए सम्मान तथा प्रसिद्धि पाने के लिए इसे घर की इसी दिशा में लगाएं। घर के उत्तर-दक्षिण दिशा में लगा बेल का पौधा परिवार को आर्थिक संपन्नता देता है। ऐसे परिवार का हर व्यक्ति धनवान बनता है और कभी भी उन्हें धन की कमी नहीं होती। कर्ज से मुक्ति के लिए भी इस दिशा में बेल का पौधा लगाना चाहिए।

कब न तोड़ें बेल की पत्तियां

बेलपत्र का पौधा कितना बड़ा होता है? - belapatr ka paudha kitana bada hota hai?

मान्यता है कि आपको भूलकर भी किसी भी माह की अष्टमी, अमावस्या, पूर्णिमा तिथि अथवा सोमवार के दिन बेलपत्र नहीं तोड़ने चाहिए। यदि आपको सोमवार को बेलपत्र चढ़ाना है तो इसे एक दिन पहले ही तोड़कर रख लें। इसे पुनः धोकर चढ़ा सकते हैं। घर में यदि बेल पत्र का पौधा लगा होता है तो आप जिस दिन इसे नहीं तोड़ सकते हैं उसके एक दिन पहले ही इसकी पत्तियां तोड़कर रख सकते हैं।

उपर्युक्त सभी कारणों से आपको घर में बेल पत्र का जरूर लगाना चाहिए जिससे माता लक्ष्मी की कृपा तो बनी ही रहती है साथ ही , शिव कृपा भी प्राप्त होती है।

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Image Credit: freepik and shutterstock 

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बेलपत्र का पेड़ कितना बड़ा होता है?

इसके वृक्ष १५-३० फीट ऊँचे कँटीले एवं मौसम में फलों से लदे रहते हैं। इसके पत्ते संयुक्त विपत्रक व गंध युक्त होते हैं तथा स्वाद में तीखे होते हैं।

बेल का पेड़ घर में लगाने से क्या होता है?

दरिद्रता को दूर करने के लिए घर में बेल पत्र का पौधा जरूर लगाना चाहिए. इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन-धान्य के भंडार भरे रहते हैं. बेलपत्र का पत्ता आप अपने धन स्थान पर रख सकते हैं इससे घर में हमेशा बरकत बनी रहती है. आर्थिक संपन्नता के लिए इसे उत्तर-दक्षिण दिशा में लगाएं.

बेल कितनी बड़ी होती है?

बेल पोषक तत्वों से भरपूर एक महत्वपूर्ण फल है. हमारे देश में बेल फल धार्मिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है. बेल से तैयार औषधि दस्त, पेट दर्द, मरोड़ आदि के लिए प्रयोग की जाती है. यह एक कांटे वाला पेड़ है, जिसकी ऊंचाई 6-10 मीटर होती है और इसके फूल हरे लंबाकार होते हैं, जो ऊपर से पतले और नीचे से मोटे होते हैं.

बेल का पौधा कितने साल में फल देता है?

कलमी पौधों में 3-4 वर्षों में फल प्रारंभ हो जाती है, जबकि बीजू पेड़ 7-8 वर्ष में फल देते हैं। प्रति वृक्ष फलों की संख्या वृक्ष के आकार के साथ बढ़ती रहती है। 10-15 वर्ष के पूर्ण विकसित वृक्ष से 100-150 फल प्राप्त किये जा सकते हैं। बेल के एक पौधे से आरम्भ में तकरीबन 40 किलोग्राम का उत्पादन प्राप्त किये जा सकते है।