कान में मवाद आने पर क्या करना चाहिए? - kaan mein mavaad aane par kya karana chaahie?

कान के दर्द से हैं परेशान या निकलता है मवाद, तो ये घरेलू उपाय आ सकते हैं काम

हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: प्रकाश चंद जोशी Updated Thu, 15 Jul 2021 03:52 PM IST

डॉ राजेश मुंडेजा
जनरल फिज़ीशियन
अनुभव- 25 साल से ज्यादा

Medically Reviewed by Dr. Rajesh Mundeja

व्यक्ति को समय-समय पर कई तरह की दिक्कतें हो जाती हैं, जिनकी वजह से वो काफी परेशान रहता है। कभी हाथ-पांव में दर्द, जोड़ों में दर्द, तो कभी कमर दर्द जैसी नाजाने कितनी दिक्कतें आए दिन व्यक्ति को घेर लेती हैं। ऐसी है एक समस्या है कान का दर्द। कई लोगों के कान में अचानक दर्द होने लगता है और कई लोगो के कान से मवाद तक निकलने लगता है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करके इलाज कराना बेहतर विकल्प है। इसके अलावा आप कुछ घरेलू नुस्खों को भी अपना सकते हैं। हो सकता है कि इन घरेलू उपायों की मदद से आपको राहत मिले। तो हम आपको कुछ ऐसे ही नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हो सकता है कि आपकी मदद कर पाएं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।

लहसुन और तेल आ सकते हैं काम

  • लहसुन और तेल की जोड़ी आपको कान की समस्या में आराम दे सकती है। इसके लिए आपको 4-5 लहसुन की कली लेकर मीठे तेल में डालनी है और फिर इन कलियों को पका लेना है। जब ये हल्का गुनगुना हो तो इस तेल की 3-4 बूंदें अपने कान में डालें। ऐसा करने से आपको फायदा मिल सकता है।

तुलसी का रस

  • जिस तर तुलसी के पत्ते खाकर हमें कई फायदे मिलते हैं, ठीक उसी तरह तुलसी के रस को कान में डालने से कान में हो रहे दर्द और आ रहे मवाद से छुटकारा मिल सकता है। रोजाना 2-3 बूंद कान में डालने से महज कुछ ही दिनों में आपको आराम मिल सकता है।

पुदीना

  • पुदीना आपकी कान की समस्या को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए आपको पुदीने की पत्तियों का रस निकाल लेना है और फिर इस रस की 2-4 बूंदें कान में डालनी है। ऐसा करने से आपके कान की दिक्कत जल्दी दूर हो सकती है।

प्याज का रस

  • कान में हो रहे दर्द और मवाद को रोकने में प्याज का रस आपकी मदद कर सकता है। आपको करना ये है कि पहले प्याज का रस निकाल लेना है, और फिर इसे हल्का सा गुनगुना करके इसकी 2-4 बूंदें अपने कान में डालनी है। दिन में 3 बार ऐसा करने से आपको आराम मिल सकता है।

नोट: डॉक्टर राजेश मुंडेजा, सऊदी अरब, मॉरीशस, मालदीव और भारत सहित विभिन्न देशों में काम करने के साथ 25 + वर्षों के अनुभव वाले एक जाने-माने चिकित्सक हैं। इन्होंने बीकानेर के एसपी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और एमडी की डिग्री प्राप्त की है। इसके साथ इन्होंने सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय में चिकित्सा विशेषज्ञ के रूप में काम किया है, और उजाला सिग्नस अस्पताल में शामिल होने से पहले आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के महामृत्युंजय अस्पताल में निर्देशक , वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक और चिकित्सा विभाग के प्रमुख रहे हैं।

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

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कान में मवाद पड़ जाए तो क्या करना चाहिए?

तुलसी का रस जिस तर तुलसी के पत्ते खाकर हमें कई फायदे मिलते हैं, ठीक उसी तरह तुलसी के रस को कान में डालने से कान में हो रहे दर्द और आ रहे मवाद से छुटकारा मिल सकता है। रोजाना 2-3 बूंद कान में डालने से महज कुछ ही दिनों में आपको आराम मिल सकता है।

कान में मवाद आने का क्या कारण हो सकता है?

कान का पर्दा फटने से सिर्फ पानी निकलता है। कान माचिस के बक्से की तरह होता है। उसमें छह पर्दे होते हैं। पर्दा फटने पर इन्फेक्शन हो जाता है।

कान पकने का क्या इलाज है?

लहसुन का तेल - कान पकने की स्थिति में लहसुन का तेल भी आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इस परेशानी को कम करने के लिए सरसों या ऑलिव ऑयल में लहसुन की कुछ कलियां डालकर इसे अच्छे से पकाएं। अब इस तेल को अपने प्रभावित हिस्से पर डालें। इससे कान पकने की परेशानी दूर होगी।

कान बहने पर क्या नहीं खाना चाहिए?

इस मौसम में केला, दही, आइस्क्रीम, ठंडा पानी, कोल्ड ¨ड्रक्स आदि के सेवन से परहेज करें। एलर्जी होने पर कान का बहना, कान में दर्द होना, नाक का बहना, नाक का बंद होना, खासी होना, गले में खरास होना, बुखार आना आदि सामान्यत: होता है।

कान की सबसे अच्छी दवाई कौन सी है?

ऐसे काम करेगी ये दवाई इस ट्रायल में शामिल मरीजों को लगभग 10 सालों से सुनने की दिकक्त है और वो सभी हीयरिंग एड का इस्तेमाल कर रहे हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस खास तरह की दवाई को कान में इंजेक्शन के जरिए डाला जाता है, जिससे कान की भीतर मौजूद नए 'हेयर सेल' (कोशिकाओं) उगा देते हैं।