बॉडी में कमजोरी होने पर सिर दर्द बना रहता है। अगर ये प्रॉब्लम बढ़ती है तो बार-बार चक्कर आते हैं। कई बार आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है। Show
डाइजेशन खराब रहनानसों की कमजोरी का नेगेटिव असर पेट पर होता है। इससे कब्ज जैसी पेट की प्रॉब्लम बढ़ती है। अक्सर डाइजेशन खराब रहने लगता है। नींद न आनाकमजोरी की वजह से पर्याप्त नींद नहीं होती है। इससे दिन भर डलनेस फील होती है। हार्ट बीट कम या ज्यादा होनाकमजोरी की वजह से दिल की धड़कन ज्यादा बढ़ने या कम होने लगती है। इसकी वजह से BP लो या हाई हो सकता है। खून की कमी होनाजब नसें कमजोर हो जाती हैं तो खून की कमी (एनीमिया) होने के चांस बढ़ते हैं। समय रहते इस प्रॉब्लम पर ध्यान न दिया जाए तो अन्य बीमारियों की संभावना बढ़ती है। अपने खाने में अलग-अलग रंग के फल-सब्जियां शामिल करके आप नसों से स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं। इनमें बायोफ्लेवोनोइड्स फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। आप पत्तेदार साग रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करता करते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो नसों को मजबूत बनाता है। लाल मिर्च और हल्दीमसालों का उपयोग हजारों वर्षों से औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता रहा है। हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो धमनियों को सख्त होने से रोकने में मदद करता है। लाल मिर्च सर्कुलेशन को उत्तेजित करती है और आपके रक्त प्रवाह को बनाए रखने और स्वस्थ परिसंचरण में सहायता करने में मदद करती है। अधिक फाइबर खाएंफाइबर से भरपूर चीजों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल में सुधार करने में मदद मिल सकती है, कोलेस्ट्रॉल धमनियों से खराब होने का सबसे बड़ा कारण है। आप अपने भोजन में रिफाइंड की जगह साबुत अनाज चुनें और नमकीन चिप्स या मीठी कैंडी के बजाय फलों और सब्जियों को स्नैक्स के रूप में लें। नमक का कम सेवन करेंनसों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए खाने में सोडियम के लेवल को कंट्रोल करना जरूरी है। प्रोसेस्ड या पहले से पैक किए गए भोजन से बचें क्योंकि इनमें सोडियम अधिक होता है। डिब्बाबंद या पैकेज्ड फूड खरीदते समय, खरीदने से पहले सोडियम की मात्रा की जांच करने के लिए लेबल पढ़ें। खाने के ऊपर एक्स्ट्रा नमक न डालें। हाइड्रेटेड रहेंस्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन जरूरी है। शरीर में लगभग 93% पानी होता है। आपको नसों के स्वस्थ रखने के लिए एक दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए। इससे आपके शरीर को अधिक समय तक काम नहीं करना पड़ेगा। Exercises to Make Nerves Strong in Hindi: नसें ब्लड या रक्त को शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंचाने का काम करते हैं। यानी नसों का काम ब्लड को सर्कुलेट करना होता है। स्वस्थ रहने के लिए शरीर में ब्लड सर्कुलेशन का बेहतर होना बहुत जरूरी होता है। जब शरीर में ब्लड सही तरीके से सर्कुलेट नहीं हो पाता है, तो कई तरीके की दिक्कते होनी शुरू हो जाती हैं। दरअसल, रक्त प्रवाह में तब रुकावट आनी शुरू होती है, जब हमारी नसें कमजोर या डैमेज होने लगती हैं। इसलिए रक्त प्रवाह को सही रखने के लिए नसों को मजबूत और ताकतवर बनाना बहुत जरूरी होता है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर नसों को मजबूत करने के लिए क्या करें? तो हम आपको बता दें कि अच्छी डाइट के साथ ही एक्सरसाइज करके भी नसों को मजबूत बनाया जा सकता है। आइए, नसों के लिए कौन सी एक्सरसाइज करें? नसों में ब्लड सर्कुलेशन कैसे बढ़ाए? या फिर नसों को मजबूत कैसे बनाएं (Naso ki Kamjori ke Liye Exercise)? जानते हैं YOBICS WORKOUT की फिटनेस ट्रेनर डॉक्टर कविता नालवा (Dr. Kavita Nalwa) से- एरोबिक एक्सरसाइजनसों को मजबूत बनाने के लिए आप भी एरोबिक एक्सरसाइज, साइड लेग रेज एक्सरसाइज, काफ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज और सीटिड हैमस्ट्रिंच स्ट्रेच एक्सरसाइज कर सकते हैं। लेकिन अगर आपको नसों में कोई दिक्कत है, तो एक बार एक्सपर्ट की राय जरूर लें। ये सभी एक्सरसाइज काफी लाइट है, इनकी प्रैक्टिस आप घर पर भी आसानी से कर सकते हैं। Healthy Food: कई लोगों को अक्सर हाथों और पैरों की नसों में दर्द महसूस होता है. हालांकि, लोग अक्सर इस दर्द को बाहरी तरीके से दूर करने की कोशिश करते हैं जबकि इसे अच्छे खानपान (Healthy Diet) से बेहतर तरीके से ठीक किया जा सकता है. नसों में होने वाला दर्द नसों की कमजोरी की निशानी हो सकता है. इस दर्द को दूर करने के लिए आप अपनी डाइट में कुछ फलों (Fruits) को शामिल कर सकते हैं. इन फलों में नसों (Nerves) को मजबूत बनाने वाले और दर्द से मुक्ति दिलाने वाले गुण होते हैं. आइए इनके नाम जान लेते हैं. यह भी पढ़ें
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