दोस्तो कुछ लोग ऐसे होते है जिनको कुछ भी नही आता पर वे ऐसे दिखावा करते है की हमे सब कुछ आता है और हर बात पर दखल देने लग जाते है की यह काम इस तरह से नही होगा यह काम तो इस तरह से होगा । इसे ही टांग अडाना कहते है क्योकी जिस तरह से टांग अडाने से कोई भी व्यक्ति रास्ता पार नही कर पाता है । उसी तरह से जब कोई किसी काम मे दखल देता है तो वह काम रुक जाता है । और इस कारण से इस मुहावरे को टांग अडाना बनाया गया है । Show टांग अड़ाना मुहावरे का वाक्य मे प्रयोग Use in sentence
टांग अड़ाना मुहावरे पर कहानी Idiom storyकुछ समय पहले की बात है फुलचंद नाम का एक आदमी अपने गाव मे रहता था । फुलचंद के माता पिता कोई भी नही थे पर उसके पिता ने उसे 5 कक्षा तक पढाया था और गाव मे उतना भी कोई नही पडा लिखा था । इस कारण फुलचंद अपने आप को तोप समझता था और जब भी लोग कुछ काम करते तो वह वहां जाकर उन लोगो को शिक्षा देने लग जाता था की यह काम इस तरह से नही होगा । इसी तरह से फुलचंद करता रहा और यही उसकी आदद बन गई थी । फुलचंद को गाव के लोग कुछ नही कहते थे क्योकी गाव के लोगो को भी लगता था की इसे सब पता है । धिरे धिरे समय के साथ साथ लोगो के बेटे भी पढने लगे और उनमे से अनेको ने तो फुलचंद से ज्यादा पढाई कर ली थी । जिससे लोगो मे फुलचंद की चर्चा कम होने लगी थी । फुलचंद की चर्चा ना हो पर जब भी वह कही जाता तो वह पहले की तरह ही लोगो को ज्ञान देने लग जाता था । क्योकी वह तो अब उसकी आदद बन गई थी इस कारण वह अपने आप को रोक नही पाता था । एक बार फुलचंद अपने घर पर ही था की उसे पता चला की गाव मे कुछ लोग आए है और जो गाव के लोगो को बता रहे है की अगर आप सब मिलकर खेतो मे अच्छी फसल उगाओगे तो सरकार आपकी मदद करेगी । साथ ही जब आपके खेतो मे फसल पक जाएगी तो सरकार आकर आपकी फसल यहीं से खरीद लेगी और वह भी अच्छे दामो मे । उसे इस बारे मे पता चलते ही वह उन लोगो के पास चला गया था और पता लगाने लगा की आखिर बात क्या है । उन लोगो ने एक घण्टे तक भाषण दिया था और बादमे वहां से चले गए । तब लोगो ने आपस मे पुछा की ये लोग क्या कह रहे थे । तभी फुलचद वहा था और वह बोल पडा की कहने को तो कुछ भी कह रहे थे पर आप इन लोगो की बात मे मत आ जाना । वरना आप लोगो को तो पता भी नही चलेगे का आपकी फसल किस कारण से कम हो गई और इतने सस्ते मे कैसे बिक गई । तभी जो लडके बहुत पढे लिखे थे वे बोल पडे की चाचा आप इस काम मे अपनी टाग मत अडाओ ये जो कह रहे थे वह बात सच है । आज के समय मे ऐसा होने लगा है । इस तरह से गाव के लोगो को उन लडको ने समझाया तब जाकर उन्हे समझ मे आया था । इसी तरह से जब उन लोगो ने फसल खरीदनी शुरु की तो भी फुलचंद उसमे अपनी टांग अडाने लगा था की आप लोग यह क्या कर रहे हो ये लोग आपको ठग रहे है । उस दिन उसकी किसी ने भी नही सुनी । तब कुछ लोगो ने उसे कहा की फुलचंद तुम अपना काम करो तुम्हे पता तो कुछ है नही और इसी तरह से हर काम मे अपनी टांग अडाने लग जाते हो । तब फुलचंद चुप चाप अपने घर चला गया था । कुछ दिनो के बाद किसी के घर मे शादी थी उस शादी मे फुलचंद को भी बुलाया था और वह भी उस शादी मे गया था । वहां पर जाकर वह लोगो को कहने लगा की आप इस तरह से शादी मत करो और इस तरह से कह कर लोगो को काम करने से एक जगह रोक लिया था । बारात आ गई पर किसी ने भी उनके स्वागत की तैयारी नही कि जब किसी ने तैयारी नही की तो एक बडा आदमी फुलचंद के पास जाकर बोलने लगा की फुलचंद तुम्हे यहां पर बुलाया तो आकर चले जाओ न क्यो इन लोगो के काम मे टांग अडा रहे हो । ऐसा कहने पर वह चिड गया और कहने लगा की मैने इन लोगो को काम करने से कब रोका है तभी वे लडके बोल पडे की चाचा आप तो हमेशा से ही हर काम मे टांग अडाते आ रहे हो पर किसी ने आपको कुछ नही कहा पर अब समय बदल गया है । जब सब बोल पडे तो फुलचंद ने अपनी गलती मान ली और वहां से चुप चाप चला गया था । इस तरह से आप इस कहानी का अर्थ समझ गए होगे । टांग अड़ाना मुहावरे पर निबंध Essay on idiomसाथियो आज का समय ऐसा है की कोई भी अपने काम मे किसी दुसरो की दखल देना बरदाश नही करता और इस बिच मे उसे कोई आकर कहे की इसे इस तरह से करो तो वह भडक जाता है । इसी को टांग अडाना कहते है । इस संसार मे इस तरह के लोगो की कोई कमी नही है । आपको इस तरह के लोग हर जगह पर मिल जाएगे । नाक का बाल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग हाथ पाँव फूलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग नमक मिर्च लगाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग दंग रह जाना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग दाल में काला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य मे प्रयोग इस तरह के लोगो मे से ज्यादातर लोग तो ऐसे होते है जिनको कुछ भी पता नही होता है । फिर भी वे लोगो को सलाह देने लग जाते है की इस काम को इस तरह से करो। आज के समय मे कोई भी उनकी नही सुनता और कहता है की तुम अपने काम से काम रखो क्यो हमारे काम मे टांग अडाते हो । इस तरह से इस तरह के लोगो की कोई कमी नही है । इस तरह से आप इस मुहावरे का सही आर्थ समझ गए होगे । तंग आ जाना इस मुहावरे का अर्थ क्या है?Answer: तंग आकर (किसी से / किसी चीज से) परेशान होना और किसी से / किसी चीज से नाराज होना।
तंग करना का मुहावरा क्या है?Answer: जो किसी बात से बहुत चिन्तित और दुःखी या पीड़ित हो रहा हो।
टांग अड़ाना का अर्थ क्या है?मुहावरा – टाँग अड़ाना मुहावरे का हिंदी में अर्थ – अड़चन डालना Advertisements टाँग अड़ाना मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग – वाक्य प्रयोग – रमा सभी के काम में टांग अड़ाती है इसलिए उससे मोहल्ले में कोई बात नहीं करता।
दाल गलना मुहावरे का अर्थ क्या है?दाल न गलना मुहावरे का अर्थ daal na galana muhaavare ka arth – सफल न होना ।
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