बिल्ली कितने प्रकार की होती है? - billee kitane prakaar kee hotee hai?

बहुत से लोगों को बिल्लियां इतनी पसंद आती हैं कि वो उन्हें घर में पालते हैं. इंटरनेट पर अक्सर प्यारी प्यारी बिल्लियों की तस्वीरें वायरल हो जाती हैं. मगर जिन बिल्लियों से आप इतनी मोहब्बत करते हैं, उनके बारे में आप कितना जानते हैं?

चलिए आज आपके 'बिल्ली ज्ञान' की पड़ताल करते हैं.

पूरी दुनिया में बिल्लियों की क़रीब 37 नस्लें पाई जाती हैं. इनमें से ज़्यादातर जंगली नस्लें हैं. हम शेर, बाघ, चीता और तेंदुओं के बारे में तो जानते ही हैं कि ये बिल्लियों की बड़ी नस्लें हैं. मगर बिल्लियों की ज़्यादातर नस्लें, छोटी कद-काठी की होती हैं. उनके बारे में लोगों को बहुत कम ही पता है. लेकिन उन्हें भी हमारे लाड़-प्यार और लगाव की ज़रूरत है.

ऊपर बिल्ली की जो तस्वीर है, वो एक जंगली बिल्ली है. ये अफ़्रीका में पाई जाती है. इसी से आज की पालतू बिल्लियों की नस्ल पैदा हुई है. ये पूरे अफ़्रीकी महाद्वीप पर पाई जाती हैं. ये घरेलू बिल्लियों से इतनी मिलती है कि दोनों को सामने रख दें तो फ़र्क़ करना मुश्किल हो.

दूसरी तस्वीर में दिख रही बिल्ली पालतू नस्ल की है. इसे एबीसीनियन बिल्ली कहा जाता है. अमरीका में ये बिल्ली यूरोप और एशिया की बिल्लियों के जीन के मेल से पैदा की गई थी. इसे छोटे बालों के चलते अलग पहचान हासिल है. हालांकि कहा जाता है कि ये इथियोपिया में पैदा हुई. मगर हक़ीक़त ये है कि ये मिस्र में सबसे पहले पैदा हुई थी.

तीसरी तस्वीर वाली बिल्ली अफ़्रीका में पाई जाने वाली सबसे छोटी नस्ल की बिल्ली है. इसे 'ब्लैक फूटेड' बिल्ली कहते हैं. ये अफ़्रीका के केवल तीन देशों, बोत्सवाना, नामीबिया और दक्षिण अफ़्रीका में पाई जाती हैं.

इनकी नस्ल को इंसानों से बहुत ख़तरा है. स्थानीय लोग कहते हैं कि ये बहुत ख़तरनाक होती हैं. लोग कहते हैं कि इतनी छोटी होने के बावज़ूद ये जिराफ़ को भी मार गिराती हैं, हालांकि ये बात सच नहीं है.

चौथी तस्वीर वाली बिल्ली असल में यूरोपीय देशों में ख़ूब पायी जाने वाली जंगली बिल्ली है. ये रूस से लेकर पश्चिमी यूरोपीय देशों तक में मिलती है. यहां तक कि तिब्बत में भी ये बिल्लियां देखी गई हैं. हालांकि इनकी तादाद अब घट रही है.

कहा जाता है कि इस नस्ल की अब केवल एक लाख रह गई है, क्योंकि इनके रहने के ठिकाने लगातार कम हो रहे हैं. इन वन बिलावों का फर के लिए शिकार भी होता है. ये बिल्लियां औसत बिल्ली से बड़ी और भारी होती हैं.

पांचवीं तस्वीर एक पालतू नस्ल की बिल्ली की है. इसे 'ओसिकैट' के नाम से जानते हैं. बड़ी बिल्लियां चितकबरी होती हैं. ये 1964 में बिल्लियों की नस्लों के मेल से पैदा की गई थीं. एक वैज्ञानिक प्रयोग के दौरान ग़लती से इस नस्ल की पहली बिल्ली पैदा हो गई थी. ये बिल्लियां दक्षिणी अमरीका में मिलने वाली एक जंगली बिल्ली से काफ़ी मिलती हैं.

इमेज स्रोत, Naomi Moneypenny

छठीं तस्वीर में दिख रही बिल्ली, बंगाल नस्ल की है. इसे बड़ी जंगली बिल्लियों जैसे तेंदुए जैसा दिखने वाली पालतू बिल्ली के तौर पर विकसित किया गया था. इसके डीएनए में कुछ गुण जंगली बिल्लियों वाले भी हैं. इसे जंगली और पालतू बिल्लियों की क्रॉस ब्रीडिंग से तैयार किया गया था.

सातवीं तस्वीर वाली बिल्ली है 'मेन कून'. ये पालतू बिल्लियों की सबसे बड़ी नस्ल वाली बिल्ली है. हालांकि पहले ये कहा जा रहा था कि पचास के दशक में ये खत्म हो गईं थीं, मगर आज इस नस्ल की बिल्लियां एक बार फिर ज़िंदा हो चुकी हैं. ये नस्ल कैसे पैदा हुई, इस बारे में किसी को नहीं मालूम.

इमेज स्रोत, Tambako The Jaguar

बिल्ली की आठवीं तस्वीर, मध्य एशिया में पायी जाने वाली पलास कैट की है. ये घरेलू बिल्लियां नहीं हैं. और ये बहुत ऊंचाई पर रहती हैं.

नौवीं तस्वीर वाली बिल्ली एक जंगली बिल्ली है. इसे लंबे और पतले सिर की वजह से फ्लैट हेडेड कैट कहते हैं. आज बिल्ली की इस नस्ल पर ख़ात्मे का ख़तरा मंडरा रहा है. ये अब सिर्फ़ मलेशिया और इंडोनेशिया में पाई जाती हैं. इसके कई गुण चीते से मिलते हैं, इसके पैरों में जाल होते हैं.

दसवीं तस्वीर वाली बिल्ली यूरोप में पाई जाने वाली जंगली बिल्ली है. ये अफ़्रीका की जंगली बिल्लियों से पैदा हुई है. इनमें और पालतू बिल्लियों में इतनी समानता है कि अच्छे से अच्छे जानकार गच्चा खा जाएं. आज इनकी मदद से कई हाईब्रिड बिल्लियां तैयार की जाती हैं. इसलिए इनकी नस्ल पर भी ख़तरा मंडरा रहा है.

इमेज स्रोत, Charlie Marshall

ग्यारहवीं तस्वीर वाली बिल्ली को सैंड कैट कहते हैं. ये जंगली बिल्ली की क़रीबी रिश्तेदार है. ये अफ़्रीका में सहारा के रेगिस्तानी इलाक़े में मिलती हैं. ये रेगिस्तान में रहने वाली इकलौती नस्ल है. इस प्रजाति की कुछ बिल्लियां मध्य पूर्वी देशों और एशिया में भी पायी जाती हैं. ये गड्ढे खोदने की उस्ताद मानी जाती हैं. ये चूहों के बिल में घुसकर उनका शिकार करने के लिए भी मशहूर हैं.

बारहवीं तस्वीर में दिख रही ख़ूबसूरत बिल्ली, सोमाली ब्रीड कही जाती है. ये बहुत चालाक बिल्लियां होती हैं. ये अबीसीनियन बिल्लियों से अलग हुई प्रजाति की मानी जाती हैं.

तेरहवीं तस्वीर वाली बिल्ली को फिशिंग कैट कहते हैं, ये दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों जैसे भारत और श्रीलंका में पायी जाती हैं. ये अच्छी तैराक होती हैं. पानी में घुसकर मछलियों का शिकार करना भी इन्हें ख़ूब आता है. इनकी प्रजाति पर भी ख़ात्मे का ख़तरा मंडरा रहा है.

चौदहवीं तस्वीर वाली बिल्ली का नाम है 'ज्योफ्री कैट'. ये छोटे धब्बों वाली बिल्लियां आम तौर पर दक्षिण अमरीका के घास के मैदानों में पाई जाती हैं. इनके बालों के अवैध कारोबार की वजह से इनकी तादाद बेहद कम रह गई है. इनकी तस्करी भी ख़ूब होती है.

पंद्रहवीं तस्वीर वाली बिल्ली, 'इजिप्शियन म्याऊं' के नाम से जानी जाती है. ये पालतू बिल्ली की एक नस्ल है. अपने बदन पर निशान की वजह से इन्हें अलग पहचान हासिल है. ये बहुत तेज़ दौड़ती हैं.

आख़िरी तस्वीर वाली बिल्ली दुनिया की सबसे ख़ूबसूरत बिल्ली कही जाती है. इसका नाम है 'एडीनियन कैट'. ये एक जंगली बिल्ली है. इसके बारे में वैज्ञानिकों को भी बहुत कम जानकारी हासिल है. आज तक इस नस्ल की सिर्फ़ दो बिल्लियों का वज़न किया गया है. अमरीका में पायी जाने वाली इस नस्ल की बिल्लिया बहुत कम बची हैं.

तो ये थे बिल्लियों के बारे में हमारी पड़ताल के नतीज़े. अब आप अपनी प्यारी बिल्ली के साथ मस्ती कर सकते हैं.

बिल्ली की कितनी प्रजाति पाई जाती है?

पूरी दुनिया में बिल्लियों की क़रीब 37 नस्लें पाई जाती हैं.

बिल्ली की बड़ी प्रजाति कौन सी है?

Tigers: बाघ (पैंथेरा टाइग्रिस) बिल्ली की सबसे बड़ी प्रजाति है.

बिल्ली किसका रूप होती है?

बिल्ली को अलक्ष्मी की सवारी माना जाता है। अलक्ष्मी दरिद्रता की अधिष्ठात्री देवी हैं। अलक्ष्मी विष्णु-पत्नी लक्ष्मी की बड़ी बहिन है जो 'अधर्म' की पत्नी हैं।

क्या बिल्ली पालना शुभ होता है?

घर में बिल्ली पालना शुभ या अशुभ घर में बिल्ली पालना अशुभ होता है। घर में बिल्ली होने से घर के सदस्यों पर इसका बुरा असर पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि जिस घर में बिल्ली पाली जाती है या फिर घर में बिल्ली बार-बार आ रही है तो यह एक अशुभ संकेत है।