‘सपना-सपना समझ कर भूल न जाना’ में कौन सा अलंकार है‘sapana-sapana samajh kar bhool na jana : ‘सपना-सपना समझ कर भूल न जाना’ में यमक अलंकार है। Show Read More : Alankar in Hindi आज के महत्वपूर्ण नवीनतम प्रश्न : Click Here Hindi Grammar MCQs – Take Tests ABSOLUTELY FREE – Click here Alankaar Multiple Choice Questions Test with Answers for Class 10 Hindi GrammarAlankaar (Figure of Speech) MCQs – Here is a compilation of Alankaar MCQs for CBSE Class 10 Hindi Grammar (Vyakaran). Students can practice free Alankaar MCQs as have been added by CBSE in the new exam pattern. At the end of Multiple-Choice Questions on Alankaar, the answer key has also been provided for your reference. Take Free online MCQs Test for Class 10 For Correct Answers, see end of post. (below) अलंकार पर आधारित कुछ बहुविकल्पीय प्रश्न | Alankaar | Hindi Vyakaran प्रश्न 1 – ‘मुदित महिपति मंदिर आए। सेवक सचिव सुमंत बुलाए’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 2 – ‘चरण-कमल बन्दों हरि राई।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 3 – ‘सपना-सपना समझ कर भूल न जाना’ में कौन सा अलंकार
है। प्रश्न 4 – ‘नील गगन-सा शांत हृदय था सो रहा।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 5 – ‘आगे नदियां पड़ी अपार घोडा कैसे उतरे पार। राणा ने सोचा इस पार तब तक चेतक था उस पार।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 6 – ‘फूल हँसे कलियाँ मुसकाई।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 7 – ‘बंदौ गुरु पद पदुम परगा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 8 – ‘मेघ आये बड़े बन-ठन के संवर के।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 9 – ‘तीन बेर खाती थी वो तीन बेर खाती है।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 10 – ‘हाय फूल सी कोमल बच्ची, हुई राख की ढेरी थी।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 11 – ‘मैया मैं तो चंद्र-खिलौना लैहों।’ में
कौन सा अलंकार है। प्रश्न 12 – ‘धनुष उठाया ज्यों ही उसने, और चढ़ाया उस पर बाण। धरा–सिन्धु नभ काँपे सहसा, विकल हुए जीवों के प्राण।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 13 – ‘मेघमय आसमान से उतर रही है संध्या सुन्दरी परी सी धीरे धीरे धीरे।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 14 – ‘चारु चंद्र की चंचल किरणें खेल रही थी जल थल में’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 15 – ‘मुख बाल रवि सम लाल होकर ज्वाला – सा हुआ बोधित।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 16 – ‘माला
फेरत जुग भया, मिटा न मनका फेर, कर का मनका डारि के मन का मनका फेर।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 17 – ‘वन शारदी चंद्रिका-चादर ओढ़े।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 18 – ‘चंचला स्नान कर आये, चन्द्रिका पर्व में जैसे। उस पावन तन की शोभा, आलोक मधुर थी ऐसे।’ में कौन सा अलंकार
है। प्रश्न 19 – ‘उषा सुनहरे तीर बरसाती, जय लक्ष्मी-सी उदित हुई।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 20 – ‘विमल वाणी ने वीणा ली ,कमल कोमल क्र में सप्रीत।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न
21 – ‘दुख है जीवन-तरु के मूल।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 22 – ‘कहै कवि बेनी, बेनी ब्याल की चुराई लानी।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 23 – ‘देख लो साकेत नगरी है यही। स्वर्ग से मिलने गगन में जा रही।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 24 – ‘कलियाँ दरवाज़े खोल खोल जब झुरमुट में मुस्काती हैं।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 25 – ‘रघुपति राघव राजा राम’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 26 – ‘कालिका सी किलकि कलेऊ देती काल को’ में कौन सा अलंकार
है। प्रश्न 27 – ‘आवत जात कुंज की गलियन रूप सुधा नित पीजै। गोपी पद-पंकज पावन की रज जामे भीजै।’ में कौन सा अलंकार है। (iv) रूपक अलंकार प्रश्न 28 – ‘रति-रति शोभा सब रति के सरीर की’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 29 – ‘यह देखिये , अरविन्द – शिशु वृन्द कैसे सो रहे।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 30 – ‘हनुमान की पूंछ में लगन न पाई आग, लंका सिगरी जल गई गए निशाचर भाग।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 31 – ‘जगी वनस्पतियाँ अलसाई मुह धोया शीतल जल से।’ में कौन सा
अलंकार है। प्रश्न 32 – ‘कल कानन कुंडल मोर पखा उर पे बनमाल विराजती है’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 33 – ‘सागर के उर पर नाच-नाच करती हैं लहरें मधुर गान।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 34 – ‘कनक कनक ते सौगुनी मादकता अधिकाय। या खाए बौरात नर या पा बौराय।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 35 – ‘नदियां जिनकी यशधारा सी बहती है अब निशि -वासर’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 36 – ‘प्रश्न चिन्हों में उठी हैं भाग्य-सागर की हिलोंरे।’ में कौन सा अलंकार
है। प्रश्न 37 – ‘मैं बरजी कैबार तू, इतकत लेती करौंट। पंखुरी लगे गुलाब की, परि है गात खरौंट।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 38 – ‘लोने-लोने वे घने चने क्या बने-बने इठलाते हैं, हौले-हौले होली गा-गा धुंघरू पर ताल बजाते हैं।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 39 – ‘कालिंदी कूल कदंब की डारिन’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 40 – ‘पीपर पात सरिस मन डोला’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 41 – ‘काली घटा का घमंड घटा।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 42 – ‘बहुरि बदन-बिधु अंचल ढाँकी।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 43 – ‘बाँधा था विधु को किसने इन काली ज़ंजीरों में, मणिवाले फणियों का मुख क्यों भरा हुआ है हीरों से।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 44 – ‘है वसुंधरा बिखेर देती मोती सबके सोने पर। रवि बटोर लेता है उसको सदा सवेरा होने पर।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 45 – ‘कूकै लगी कोयल कदंबन पर बैठी फेरि।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 46 – ‘उदित उदय गिरि-मंच पर रघुबर-बाल पतंग, बिकसे संत-सरोज सब हरषे
लोचन-भृंग।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 47 – ‘ऊँचे घोर मन्दर के अन्दर रहन वारी। ऊँचे घोर मन्दर के अन्दर रहाती है।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 48 – ‘देखि सुदामा की दीन दशा करुना करिके करुना निधि रोए।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 49 – ‘लो यह लतिका भी भर लाई, मधु मुकुल नवल रस गागरी।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 50 – ‘तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 51 – ‘प्रतिभट कटक कटीले केते काटि काटि’ में
कौन सा अलंकार है। प्रश्न 52 – ‘बहुरि बदन-बिधु अंचल ढाँकी।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 53 – ‘किसी सोच में हो विभोर साँसें कुछ ठंडी खिंची। फिर झट गुलकर दिया दिया को दोनों आँखें मिंची।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 54 – मखमल के झूले पड़े हाथी सा टीला’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 55 – ‘कहती हुई यूँ उत्तरा के नेत्र जल से भर गए। हिम कणों से पूर्ण मानों हो गए पंकज नए।।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 56 – ‘आए महंत बसंत।’ में कौन सा अलंकार
है। प्रश्न 57 – ‘बरसत बारिद बून्द गहि’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 58 – ‘बीती विभावरी जाग री, अंबर पनघट में डुबो रही, तारा घट उषा नागरी।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न
59 – ‘जेते तुम तारे तेते नभ में न तारे हैं।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 60 – ‘तब बहता समय शिला सा जम जायेगा’ में कौन सा अलंकार है। (iv) रूपक अलंकार प्रश्न 61 – ‘शशि-मुख पर घूंघट डाले।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 62 – ‘दादुर धुनि चहुँ दिशा सुहाई। बेद पढ़हिं जनु बटु समुदाई ।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 63 – ‘श्रद्धानत तरुओं की अंजली से झरे पात, कोंपल के मूंदे नयन थर-थर-थर पुलकगात।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 64 – ‘चमक गई चपला चम
चम’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 65 – ‘सहसबाहु सम रिपु मोरा।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 66 – ‘केकी रव की नुपुर ध्वनि सुन, जगती जगती की मूक प्यास।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न
67 – ‘शोभा-सिंधु ना अंत रही है।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 68 – ‘कढ़त साथ ही म्यान तें, असि रिपु तन ते प्रान ।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 69 – ‘खंड-खंड करताल बाजार ही विशुद्ध हवा।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 70 – ‘कुकि – कुकि कलित कुंजन करत कलोल।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 71 – ‘वाक्य-गयान अत्यंत निपुन भव-पार न पावै कोई।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 72 – ‘बरजीते सर मैन के, ऐसे देखे मैं न हरिनी के नैनान ते हरिनी के ये नैन।’ में
कौन सा अलंकार है। प्रश्न 73 – ‘ जिस वीरता से शत्रुओं का सामना उसने किया। असमर्थ हो उसके कथन में मौन वाणी ने लिया।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 74 – ‘इस सोते संसार बीच, जगकर सजकर रजनीबाले।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 75 – ‘रावनु रथी विरथ रघुवीरा’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 76 – ‘खेदी -खेदी खाती दीह दारुन दलन की’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 77 – ‘सुषुम-सेतु पर खड़ी थी, बीत गया दिन आह।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 78 – ‘तोपर वारौं उर बसी, सुन राधिके सुजान। तू मोहन के उर बसी ह्वे उरबसी सामान।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 79 – ‘चाँद की सी उजली जाली’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 80 – ‘तारा सो
तरनि धूरि धारा मैं लगत जिमि, थारा पर पारा पारावार यो हलत है।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 81 – ‘धीरे-धीरे उतर क्षितिज से आ बसंत-रजनी।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 82 – ‘हमारे हरि हारिल की लकरी’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 83 – ‘लो हरित धरा से झांक रही, नीलम की कली, तीसी नीली।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 84 – ‘भर गया जी हनीफ़ जी जी कर, थक गए दिल के चाक सी सी कर। यों जिये जिस तरह उगे सब्ज़, रेग जारों में ओस पी पी कर।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 85 – ‘दिवस का समय, मेघ आसमान से उतर रही है, वह संध्या सुंदरी सी, धीरे धीरे।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 86 – ‘राम नाम मनि-दीप धरु, जीह देहरी दवार, एक राम घनश्याम हित चातक तुलसीदास।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 87 – ‘राणा प्रताप के घोड़े से
पड़ गया हवा का पाला था।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 88 – ‘अरहर सनई की सोने की, कंकरिया है शोभाशाली।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 89 – ‘कंकन किंकिन नूपुर धुनि सुनि। कहत लखन सं राम ह्रदय गुनि।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 90 – ‘सिंधु सा विस्तृत और अथाह एक निर्वासित का उत्साह’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 91 – ‘ईस भजनु सारथी-सुजाना , बिरति-वर्म संतोष कृपाना।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 92 – ‘दान-परसु बुधि-शक्ति प्रचंडा , बर-बिज्ञान कठिन
कोदण्डा।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 93 – ‘बाधा था विधु को किसने इन काली जंजीरों से। मणि वाले फणियों का मुख क्यों भरा हुआ था हीरों से।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 94 – ‘यह हरा ठीगना चना बांधे मुरैना शीश पर।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 95 – ‘गुन करि मोहि सूर सँवारे को निरगुन निरबैहै।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 96 – ‘प्रकृति का अनुराग-अंचल हिल रहा है।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 97 – ‘अति मलिन वृषभानुकुमारी, अधोमुख रहति, उरध
नहीं चितवत, ज्यों गथ हारे थकित जुआरी, छूटे चिहुर बदन कुम्हिलानो, ज्यों नलिनी हिमकर की मारी’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 98 – ‘अचल हिमगिरि के हृदय में आज चाहे कंप हो ले, या प्रलय के आंसुओं में मौन अलखित व्योम रो ले।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 99 – ‘बीच में अलसी हठीली, देह
की पतली ,कमर की है लचीली।’ में कौन सा अलंकार है। प्रश्न 100 – ‘राम नाम-अवलंब बिनु परमार्थ की आस, बरसत बारिद बूँद गहि चाहत चढ़न अकास।’ में कौन सा अलंकार है।
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यमक अलंकार के 25 उदाहरण. यमक अलंकार का उदाहरण कौन सा है?सरल शब्दों में कहें तो जब एक ही शब्द काव्य में कई बार आये और सभी अर्थ अलग-अलग हो वहां यमक अलंकार होता है। उदाहरण - ऊधौ जोग जोग हम नाहीं । उदाहरण - खग-कुल कुल-कुल से बोल रहा । प्रस्तुत पंक्ति में 'कुल' शब्द दो बार आया है।
रूपक अलंकार क्या है उदाहरण?रूपक अलंकार के उदाहरण
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो। स्पष्टीकरण– उदाहरण में राम रतन को ही धन बता दिया गया है। 'राम रतन' – उपमेय पर 'धन' – उपमान का आरोप है एवं दोनों में अभिन्नता है।
यमक अलंकार की परिभाषा क्या है?जब एक शब्द प्रयोग दो बार होता है और दोनों बार उसके अर्थ अलग-अलग होते हैं तब यमक अलंकार होता है।
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